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संबध

ं न –उपविवध
2018
अवधसूचना की तारीख-18/10/2018

संबध
ं न –उप –विवधयां

कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड

“विक्षा कें द्र”, 2, सामुदावयक कें द्र, प्रीत विहार, ददल्ली-110092


िेबसाइट : www.cbse.nic.in ; www.cbseaff.nic.in

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सूची

अध्याय अध्याय का वििरण पृष्ठ सं0


1 संवक्षप्त नाम और प्रारं भ
2 संबंधन के वलए प्रवतमानक
3 भूवम की आिश्यकता
4 भौवतक अिसंरचना
5 कमडचारी
6 वित्तीय संसाधन
7 विद्यालय का िुल्क
8 विद्यालय प्रबंधन सवमवत
9 महत्िपूणड पदधाररयों की भूवमका, उत्तरदावयत्ि, कायड एिं
िवियां
10 आिेदनों को प्रस्तुत करना, उन पर प्रक्रमण संबंधी
प्रदक्रयाएं और अनुमोदन
11 विद्यालयों का वनरीक्षण
12 िावस्त
13 िावस्त लगाने संबंधी प्रदक्रया
14 सामान्य वनयम
15 वििेष उपबंध
16 अध्यापकों का सेिाकालीन प्रविक्षण तथा गुणित्ता वनधाडरण
17 संबंधन सवमवत
18 व्याख्या, वनरसन और व्यािृवत्त
पररविष्ट -1 विवभन्न िीषों के तहत िुल्क अनुसूची
पररविष्ट-2 निीन संबंधन के वलए विला विक्षा अवधकारी का
प्रमाणपत्र
पररविष्ट-3 संबंधन के विस्तार और उन्नयन के वलए विला विक्षा
अवधकारी का प्रमाण-पत्र
पररविष्ट-4 िपथ पत्र नमूना
पररविष्ट-5 नामांकन सारणी
पररविष्ट-6 आिेदन िमा करने की समय-सीमा
पररविष्ट-7 अध्यापकों के संबंध में अहडता एिं अन्य ब्यौरे
पररविष्ट-8 प्रारं भन प्रमाण पत्र

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अध्याय 1 संवक्षप्त नाम और प्रारं भ

1.1 इन विवधयों को कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड की संबंधन उपविवध 2018 कहा िाएगा।

1.2 ये कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड की अवधसूचना की तारीख से लागू होंगे।

1.3 पररभाषाएं : इन उप-विवधयों में, िब तक से अन्यथा अपेवक्षत न हो तब तक:

1.3.1 “संबंधन” का तात्पयड विद्यार्थडयों को बोर्ड की परीक्षा में प्रिेि के वलए तैयार
करने के प्रयोिनाथड दकसी विद्यालय के बोर्ड के साथ औपचाररक संबंधन से है।
इसमें सभी श्रेवणयों का एिं सभी प्रकार का संबंधन िावमल है।
1.3.2 “संयुि संबंधन” का तात्पयड उन कक्षाओं से एिं उन कक्षाओं के वलए विनके
वलए ऐसा संबंधन स्िीकृ त दकया गया है, िुरू होने िाली सभी कक्षाओं/
दिों के संचालन हेतु संबंधन से है।
1.3.3 “उन्नयन” का तात्पयड वमवर्ल कक्षा पाठ्यक्रम के वलए अनुमोददत अथिा
माध्यवमक स्तर के वलए संबद्ध दकसी विद्यालय का यथा वस्थवत माध्यवमक
स्तर अथिा िररष्ठ माध्यवमक स्तर में उन्नयन है।
1.3.4 “विस्तारण” का तात्पयड बोर्ड द्वारा विद्यालय को प्रदत्त संबंधन अिवध का
विस्तार है।
1.3.5 “बोर्ड” का तात्पयड कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड से है।
1.3.6 “संबंधन सवमवत” का तात्पयड बोर्ड के संबंधन सवमवत से है।
1.3.7 “अध्यक्ष” (चेयरमैन) का तात्पयड कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड के
चेयरमैन/चेयरपसडन से है।
1.3.8 “सवचि” का तात्पयड कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड के सवचि से है।
1.3.9 “परीक्षा” का तात्पयड बोर्ड द्वारा संचावलत परीक्षाओं से है विसमें बोर्ड की
िार्षडक परीक्षाएं अथिा कोई सािडिवनक परीक्षा िावमल है।
1.3.10 “संबंधन िुल्क” का तात्पयड संबंधन के संबंध में और/ अथिा इन उपविवधयों
के उपबंधों के तहत विद्यालयों द्वारा बोर्ड को देय प्रभारों से है।
1.3.11 “विद्यालय िुल्क” का तात्पयड अध्ययन करने के संबंध में विद्यार्थडयों द्वारा
विद्यालय को अदा की गई धनरावि से है।
1.3.12 “विद्यालय प्रबंधन सवमवत” का तात्पयड विद्यालय का प्रबंधन करने िाली सवमवत
से है।
1.3.13 “संस्था” का तात्पयड बोर्ड से संबद्ध दकसी िैवक्षक संस्था से है।
1.3.14 “विद्यालय” का तात्पयड विक्षा अवधकार अवधवनयम की धारा 2 में यथा-
पररभावषत विद्यालय से है।
1.3.15 “िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय” का तात्पयड बोर्ड की माध्यवमक (कक्षा –X) और
िररष्ठ विद्यालयी प्रमाणपत्र (कक्षा –XII) दोनों की परीक्षाओं के वलए अथिा
वसर्ड िररष्ठ विद्यालयी प्रमाणपत्र (कक्षा-XII) परीक्षा के वलए विद्यार्थडयों को
तैयार करने िाले विद्यालय से है।

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1.3.16 “माध्यवमक विद्यालय” का तात्पयड बोर्ड की माध्यवमक विद्यालय (कक्षा-X)
परीक्षा के वलए विद्यार्थडयों को तैयार करने िाले विद्यालय से है।
1.3.17 “वनिी विद्यालय” का तात्पयड कें द्र/ राज्य अवधवनयम के उपबंधों के तहत
विवधित रूप से गरित और पंिीकृ त दकसी सोसाइटी/न्यास/पंिीकृ त कं पनी
(कं पनी अवधवनयम,2013 की धारा 8 के तहत) द्वारा संचावलत विद्यालय से
है।
1.3.18 “सरकार से सहायता प्राप्त विद्यालय” का तात्पयड संघ सरकार/संघ राज्य क्षेत्र/
राज्य सरकार/ स्थानीय प्रावधकरण के प्रिासन से सहायता अनुदान पाने िाले
विद्यालय से है।
1.3.19 “सहायता अनुदान” का तात्पयड कें द्र सरकार अथिा राज्य सरकार से अथिा संघ
राज्य क्षेत्र अथिा स्थानीय प्रावधकरण के प्रिासन से िैसा भी मामला हो,
रखरखाि के रूप में प्राप्त सहायता अनुदान रावि से है।
1.3.20 “संस्था प्रमुख” का तात्पयड बोर्ड से संबद्ध माध्यवमक अथिा िररष्ठ माध्यवमक
विद्यालय के प्रधानअध्यापक/ प्रधानाचायड से है।
1.3.21 “अध्यापक” का तात्पयड विक्षा का अवधकार अवधवनयम, 2009 की धारा 23
में वनधाडररत अहडता मानदण्र् के अनुसार अथिा बोर्ड की संबंधन उप विवधयों
के अनुसार अध्यापन के प्रयोिनाथड बोर्ड से संबद्ध संस्था में वनयोवित व्यवि
से है।
1.3.22 “प्रबंधक” का तात्पयड विद्यालय की प्रबंधन सवमवत के कायाडलय अवधकारी से
है, िो एक संिाददाता के रूप में कायड करता है।
1.3.23 “विक्षा का अवधकार अवधवनयम” का तात्पयड वन:िुल्क एिं अवनिायड बाल
विक्षा का अवधकार अवधवनयम, 2009 से है।
1.3.24 “मान्यता” का तात्पयड विक्षा का अवधकार अवधवनयम और/ अथिा संबंवधत
राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार/प्रिासन के विक्षा अवधवनयम में वनवहत
उपबंधों के अनुसार विद्यालय की औपचाररक मान्यता से है।
1.3.25 “अनापवत्त प्रमाणपत्र” का तात्पयड कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड (सी बी एसई)
से विद्यालय के संबंधन हेतु राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र में वस्थत विद्यालय के
संबंध में राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र के विक्षा विभाग द्वारा िारी पत्र से है।
1.3.26 “अवभभािक अध्यापक संघ” अथिा “पी टी ए” का तात्पयड दकसी विद्यालय
विविष्ट के अवभभािक अध्यापकों के एक संघ से है।
1.3.27 “आरवक्षत वनवध” का तात्पयड विद्यालय के प्रावधकारी द्वारा दकसी र्ाकघर अथिा
राष्ट्रीयकृ त बैंक में बोर्ड की अपेक्षा के अनुसार सृवित वनवध से है।
1.3.28 “सत्र” का तात्पयड बारह माह की अिवध से है, िब विद्यार्थडयों को सामान्य
तौर पर माह अप्रैल से माचड तक अनुदि
े ददए िाते हैं।
1.3.29 “समुवचत सरकार” का तात्पयड िही है, िैसा दक विक्षा का अवधकार
अवधवनयम की धारा 2 में पररभावषत है।

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1.3.30 “प्रवत व्यवि िुल्क” का तात्पयड िही है, िैसा दक विक्षा का अवधकार
अवधवनयम की धारा 2 में पररभावषत है।
1.3.31 “बालक” का तात्पयड िही है, िैसा दक विक्षा का अवधकार अवधवनयम की
धारा 2 में पररभावषत है।
1.3.32 “कमिोर िगड से संबंवधत बालक” का तात्पयड िही है, िैसा दक विक्षा का
अवधकार अवधवनयम की धारा 2 में पररभावषत है।
1.3.33 “अवभभािक” का तात्पयड िही है िैसा दक विक्षा का अवधकार अवधवनयम की
धारा -2 में पररभावषत है।
1.3.34 “स्थानीय प्रावधकरण” का तात्पयड िही है, िैसा दक विक्षा का अवधकार
अवधवनयम की धारा-2 में पररभावषत है।
1.3.35 “माता-वपता” का तात्पयड िही है, िैसा दक विक्षा का अवधकार अवधवनयम की
धारा 2 में पररभावषत है।
1.3.36 “िावस्त" का तात्पयड इन उप-विवधयों में वनवहत उपबंधों के तहत विद्यालय पर
लगाए गए अथिा लगाए िाने हेतु प्रस्तावित िावस्त है।
1.3.37 “अवधसूचना” का तात्पयड सी.बी.एस.ई. द्वारा दकसी उपबंध की सरकारी
रािपत्र में अवधसूचना अथिा उपयुि साधनों के माध्यम से अवधसूचना से है।
1.3.38 “विदेिी विद्यालय” का तात्पयड भारत के बाहर के क्षेत्रों में वस्थत विद्यालयों से
है।
1.3.39 एकिचन को व्यि करने िाले िब्दों में बहुिचन भी िावमल होते हैं तथा
बहुिचन को व्यि करने िाले िब्दों में एकिचन भी िावमल होता है।
1.3.40 पुलल्लंग को व्यि करने िाले िब्दों में स्त्रीललंग िब्द भी िावमल होते हैं।

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अध्याय 2 संबध
ं न के वलए प्रवतमानक

2.1 विद्यालयों की श्रेवणयों:

बोर्ड संपूणड भारत में और विदेि में वनम्नवलवखत श्रेणी के विद्यालयों को संबद्ध कर सकता है:

2.1.1 राज्यों/ संघ राज्य क्षेत्रों के विक्षा विभागों द्वारा संचावलत सरकारी विद्यालय,

2.1.2 सरकार से सहायता प्राप्त विद्यालय

2.1.3 सरकार के अधीन स्कू लों, िैसे दक कें द्रीय विद्यालय संगिन (के िी एस),

निोदय विद्यालय सवमवत (एन बी एस), कें द्रीय वतब्बतन स्कू ल संगिन (सी

टी एस ओ), सैवनक स्कू ल सवमवत, आदद के संचालन हेतु सृवित स्िायत्त

संगिनों द्वारा संचावलत स्कू ल,

2.1.4 अन्य सरकारी मंत्रालयों/ विभागों िैसे दक रक्षा, रे लिे, आदद और स्थानीय

वनकायों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से संचावलत विद्यालय,

2.1.5 (कें द्रीय अथिा राज्य) सरकार के सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रमों, सांविवधक

वनकायों तथा स्िायत्त वनकायों आदद द्वारा प्रत्यक्ष रूप से प्रबंवधत विद्यालय,

2.1.6 (कें द्रीय अथिा राज्य) सरकार सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रमों, सांविवधक वनकायों

तथा स्िायत्त वनकायों आदद द्वारा प्रत्यक्ष रूप से प्रबंवधत विद्यालय।

2.1.7 (कें द्रीय अथिा राज्य) सरकार के सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रमों, सांविवधक

वनकायों, स्िायत्त वनकायों तथा सरकारी विभागों आदद के संबंध में ऐसे

सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रमों, सांविवधक वनकायों, स्िायत्त वनकायों तथा सरकारी

विभागों, आदद के वित्तीय वनयंत्रण में सवमवतयों द्वारा प्रबंवधत विद्यालय।

2.1.8 वनम्न द्वारा स्थावपत वनिी विद्यालय

क) भारत सरकार की सोसाइटी पंिीकरण अवधवनयम, 1860 के तहत अथिा

राज्य सरकार के अवधवनयमों के तहत िैवक्षक, धमाडथड अथिा धार्मडक सवमवतयों

के रूप में पंिीकृ त सवमवतयां िो गैर-मावलकाना स्िरूप के हो अथिा

ख) पंिीकृ त न्यास द्वारा, अथिा

ग) कं पनी अवधवनयम, 2013 की धारा 8 के तहत पंिीकृ त कं पवनयां, विसमें

विक्षा इसके उद्देश्यों में से एक हो।

2.1.9 विदेिों में वस्थत विद्यालय।


2.1.10 बोर्ड द्वारा समय–समय पर यथा विवनर्दडष्ट कोई अन्य श्रेणी।
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2.2 संबध
ं न की श्रेणी:

संबंधन के वलए आिेदनों पर वनम्नवलवखत श्रेणी की संबंधन के तहत विचार दकया िा सकता
है;

2.2.1 वमवर्ल कक्षा पाठ्यक्रम के वलए अनुमोदन।

2.2.2 माध्यवमक विद्यालय अथिा िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय का सामान्य संबध


ं न।

इस श्रेणी में इन उप-विवधयों की अवधसूचना की तारीख को अनंवतम रूप से

संबद्ध सभी विद्यालय िावमल होंगे।

2.2.3 वमवर्ल कक्षा पाठ्यक्रम के वलए अनुमोददत विद्यालय का माध्यवमक अथिा िररष्ठ

माध्यवमक स्तर तक उन्नयन,

2.2.4 संबद्ध माध्यवमक विद्यालय का िररष्ठ माध्यवमक स्तर तक उन्नयन।

2.2.5 माध्यवमक और िररष्ठ माध्यवमक कक्षा तक विद्यालयों का पदांतरण करना।

अन्य विद्यालय बोर्ो से पहले से संबद्ध स्कू लों को/माध्यवमक विक्षा के वलए

कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड से संबंधन इस श्रेणी के तहत प्रदान दकया िाता

है।

2.2.6 विद्यालयों का वनयवमत संबध


ं न:

एक बारगी वनयवमत संबंधन खण्र् 2.1.1,2.1.2, 2.1.3 और 2.1.4 के

तहत उवल्लवखत श्रेणी के विद्यालयों को प्रदान की िाएगी।

2.3 विद्यालयों के संबध


ं न हेतु अवनिायड ितें:

भारत में अथिा विदेि में कोई भी िैवक्षक संस्था, िो वनम्नवलवखत आिश्यक
ितों को पूरा करता है, संबंधन हेतु बोर्ड में आिेदन कर सकता है:
2.3.1 विद्यालय की स्थापना:

वनम्नवलवखत में से दकसी एक संस्था द्वारा विद्यालय की स्थापना की गई हो:

क) सरकारी मंत्रालय/ विभाग


ख) सांविवधक वनकाय
ग) स्िायत्त वनकाय
घ) सािडिवनक क्षेत्र का उपक्रम
ङ) स्थानीय वनकाय
च) कोई अन्य सरकारी वनकाय
छ) पंिीकृ त सवमवत
ि) पंिीकृ त न्यास
झ) कं पनी अवधवनयम, 2013 की धारा -8 के तहत पंिीकृ त कं पनी।

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2.3.2 कानून के अंतगडत पंिीकरण :
खंर् 2.1.6, 2.1.7 और 2.1.8 में उवल्लवखत विद्यालयों के मामले में,
कं पनी अवधवनयम, 2013 की धारा -8 के तहत उवचत रूप से गरित पंिीकृ त
सवमवत/ पंिीकृ त न्यास/ पंिीकृ त कं पनी (विसे इसमें आगे संस्था/ न्यास/
कं पनी कहा गया है) होनी चावहए विसमें ितडमान कानूनों एिं वनयमों के अनुरूप
गैर मावलकाना स्िरूप की हो, और विस पर एकल व्यविगत अथिा पररिार के
सदस्यों का वनयंत्रण नहीं हो।

2.3.3 विद्यालय प्रबंधन सवमवत :


समुवचत सरकार के विक्षा अवधवनयम/वनयमों में संगत उपबंध के अधीन प्रत्येक
विद्यालय की एक प्रबंधन योिना होनी चावहए। इसकी एक विद्यालय प्रबंधन
सवमवत भी होनी चावहए िैसा दक विक्षा का अवधकार अवधवनयम, 2009 में
वनधाडररत है और इन उप-विवधयों में वनवहत उपबंधों के अनुसार है।

2.3.4 संबवं धत राज्य सरकार से मान्यता :

बोर्ड से संबंधन िांछनीय विद्यालय विक्षा का अवधकार अवधवनयम, 2009 में


वनवहत ितडमान वनयमों और उपबंधों के अनुसार संबंवधत राज्य विक्षा विभाग से
प्राप्त औपचाररक पूिड मान्यता प्रमाणपत्र प्रस्तुत करेंगे।

2.3.5 संबवं धत राज्य सरकार से अनापवत्त प्रमाणपत्र :

खंर् 2.1.5, 2.1.6, 2.1.7 और 2.1.8 के तहत उवल्लवखत विद्यालय,


िो बोर्ड से संबंधन चाहते हैं। इस आिय के साथ औपचाररक पूिड ’’अनापवत्त
प्रमाणपत्र’’ प्रस्तुत करें गे दक राज्य सरकार को कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड से
विद्यालय के संबंधन से कोई आपवत्त नहीं है। दकसी विद्यालय को एक बार
अनापवत्त प्रमाणपत्र िारी करने पर िब तक दक उसे िापस नहीं वलया िाता है,
उसे बराबर महत्ि का समझा िाएगा, भले ही इस पर कोई वििेष अिवध/
अथिा स्तर वनधाडररत हो।

2.3.6 अध्याय 3 में वनवहत उपबंधों के अनुसार भूवम की आिश्यकता।

2.3.7 अध्याय 4 में वनवहत उपबंधों के अनुसार भौवतक अिसंरचना।

2.3.8 िेबसाइट :

संबंधन िांछनीय विद्यालय अपनी िेबसाइट तैयार करे गा और उस पर विद्यालय


से संबंवधत सभी महत्िपूणड सूचना र्ालकर उसका रखरखाि करे गा।

8
2.3.9 वनधाडररत दस्तािेि :
आिेदन करते समय, विद्यालयों को ऑनलाइन आिेदन पोटडल में िानकारी देना
और यथा वनधाडररत दो दस्तािेि : एक पररविष्ट -।। अथिा ।।। िैसा भी
अनुप्रयोज्य हो, के अनुसार विला विक्षा प्रिासन से और एक पररविष्ट –IV के
अनुसार स्ि िपथपत्र प्रस्तुत करना अपेवक्षत होगा।

2.3.10 आिय –पत्र :

संतोषप्रद वनरीक्षण ररपोटड तथा सभी अवनिायड ितों को पूरा करने के बाद, बोर्ड
आिेदक विद्यालय को संबद्ध करने के वलए एक आिय –पत्र िारी करे गा।

2.4 अपेक्षाएं : संबध


ं न के बाद :

बोर्ड से संबंधन के संबंध में दकसी भी विद्यालय को के .मा.विक्षा बोर्ड (सी बी


एस ई) पद्धवत पर कक्षाएं िुरू करने से पहले संबंधन मंिरू ी पत्र में वनधाडररत ितों
और उसमें उवल्लवखत सत्र के अनुसार वनम्नवलवखत ितों को पूरा करना आिश्यक
होता है।

2.4.1 अध्याय -5 में वनवहत उपबंधों के अनुसार कमडचारी एिं सेिा िते।

2.4.2 अध्याय -6 में वनवहत उपबंधों के अनुसार वित्तीय संसाधन।

2.4.3 अध्याय -7 में वनवहत उपबंधों के अनुसार िुल्क।

2.4.4 इलेक्ट्रोवनक क्ट्लीयररं ग सर्िडस:

कमडचाररयों को िेतन का भुगतान के िल इलेक्ट्रॉवनक क्ट्लीयररं ग सर्िडस (ई सी

एस) के माध्यम से ही दकया िाना चावहए।

2.4.5 विद्यार्थडयों का प्रिेि :

क) कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड (सी बी एस ई) से संबंद्ध विद्यालय में प्रिेि ललंग
अििता, धमड, पंथ, िावत, प्रिावत एिं िन्म –स्थान आदद के दकसी भी
भेदभाि के वबना ददया िाएगा। आरक्षण, यदद कोई हो, समुवचत सरकार के लागू
विक्षा अवधवनयम/ वनयमों के तहत ददया िाएगा।

ख) प्रिेि तथा वन:िुल्क एिं अवनिायड विक्षा के वलए विद्यालय की विम्मेदारी की


सीमा के प्रयोिनाथड, वन:िुल्क एिं अवनिायड बाल विक्षा अवधकार अवधवनयम,
2009 के उपबंधों और उसके तहत बने वनयमों द्वारा विद्यालय िावसत दकए
िाएंग।े

ग) विद्यालय प्रिेि के संबंध में बोर्ड द्वारा वनधाडररत प्रदक्रया का पालन दकए बगैर कक्षा
X और कक्षा XII में सीधे कोई दावखला नहीं करे गा।
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2.4.6 पाठ्यक्रम और पाठ्य वििरण :

क) विद्यालय कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड (सी बी एस ई) राष्ट्रीय िैवक्षक अनुसंधान
एिं प्रविक्षण पररषद (एन सी ई आर टी) द्वारा वनधाडररत पाठ्यक्रम और पाठ्य
वििरणों का अनुसरण करेगा।
ख) विद्यालय बोर्ड की परीक्षा उपविवधयों में यथा वनधाडररत अलग-अलग कक्षाओं के
वलए अध्ययन योिना का पालन करे गा।

2.4.7 पुस्तकें :

क) विद्यालय कक्षाओं में एन सी ई आर टी की पाठ्य पुस्तकों और विषयों को


वनधाडररत कर सकता है, विनमें इन्हें एन सी ई आर टी द्वारा प्रकावित दकया गया
है। वनिी प्रकािकों के पुस्तकों के चयन में अत्यवधक सािधानी बरती िानी चावहए
तादक इसमें ऐसी कोई आपवत्तिन्य विषय िस्तु नहीं हो, विससे दकसी िगड,
समुदाय, ललंग अथिा समाि में दकसी धार्मडक समूह की भािना आहत हो।

ख) विद्यालय अपनी िेबसाइट पर प्रबंधक तथा प्रधानाचायड द्वारा विवधित हस्ताक्षररत


वलवखत घोषणा के साथ वनधाडररत पुस्तकों की एक सूची र्ालेगा दक उन्होंने
विद्यालय द्वारा वनधाडररत पुस्तकों की विषय-िस्तुओं की िांच की है और विम्मेदारी
ली है, दक यदद दकसी विद्यालय को दकसी आपवत्तिनक विषय िस्तु िाली पुस्तक
को वनधाडररत करता पाया िाता है, तो ऐसी विषय िस्तु की विम्मेदारी उस
विद्यालय की होगी और बोर्ड द्वारा उस विद्यालय के वखलार् कारड िाई की िाएगी।

2.4.8 विक्षा की गुणित्ता :

विद्यालय को गुणित्ता का पालन करने िाला होना चावहए और अपने दक्रयाकलापों


के सभी पहलुओं में उत्कृ ष्टता लाने का प्रयास करना चावहए। इसे पाठ्यक्रम, विक्षण
िास्त्र तथा मूल्यांकन के क्षेत्र में निीन पद्धवतयों को लागू करने के संबंध में बोर्ड
द्वारा समय-समय पर िारी वनदेिों का पालन करना चावहए।

2.4.9 िेबसाइट:
प्रत्येक संबद्ध विद्यालय अपनी स्ियं की िेबसाइट तैयार करे गा, विसमें व्यापक
िानकारी, िैसे दक संबंद्धता की वस्थवत, अिसंरचना के ब्यौरे , अहडता सवहत
अध्यापकों के ब्यौरे , विद्यार्थडयों की संख्या, र्ाक पता तथा ई-मेल पता, दूरभाष
संख्या, िारी स्थानांतरण प्रमाणपत्रों की प्रवतयां आदद, िैसा भी बोर्ड द्वारा समय-
समय पर वनदेवित दकया िाए, िावमल होंगे। इस तरह सृवित िेबसाइट में
प्रभाररत र्ीस के संबंध में भी िानकारी होनी चावहए।

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2.4.10 िारीररक विक्षा अध्यापक:

प्रत्येक विद्यालय को प्रत्येक स्तर पर अथाडत प्राथवमक स्तर/ माध्यवमक स्तर और


िररष्ठ माध्यवमक स्तर पर 1:500 के छात्र अनुपात में पी ई टी के साथ
वनधाडररत ग्रेर् में िारीररक विक्षा अध्यापक वनयुि करने चावहए और उन्हें पी आर
टी (िारीररक विक्षा), टी िी टी (िारीररक विक्षा) और पी िी टी (िारीररक
विक्षा) के रूप में नामोदद्दष्ट करना चावहए।

2.4.11 वििेष विक्षक :

प्रत्येक माध्यवमक एिं िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय को वििेष विक्षक के दावयत्ि पूरा
करने के वलए पूणड कावलक आधार पर एक व्यवि वनयुि करना चावहए। इस
संबंध में वििेष विक्षक की वनयुवि और अहडताएं बोर्ड द्वारा वनधाडररत ददिावनदेिों
और भारतीय पुनिाडस पररषद द्वारा वनधाडररत न्यूनतम अपेक्षाओं के अनुसार होगी।

2.4.12 परामिडदाता एिं स्िस्थता अध्यापक :

प्रत्येक माध्यवमक एिं िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय परामिडदाता एिं स्िस्थता


अध्यापक के दावयत्ि पूरा करने के वलए पूणड कावलक आधार पर एक व्यवि को
वनयुि करें गे।

परामिडदाता एिं स्िस्थता अध्यापक के रूप में वनयुि व्यवि या तो मनोविज्ञान में
स्नातक/ स्नातकोत्तर होगा या बाल विकास में स्नातकोत्तर होगा या िीविका
वनदेिन एिं परामिड कायड में वर्प्लोमा के साथ स्नातक/ स्नातकोत्तर होगा।

विद्यालय, विनमें कक्षा IX से XII तक की कक्षाओं में 300 से कम विद्यार्थडयों


का नामांकन हो, अंिकावलक आधार पर परामिडदाता एिं स्िस्थता अध्यापक
वनयुि कर सकते हैं।

2.4.13 दोहरा संबध


ं न :

बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय को दोहरे संबंधन अथाडत एक ही तरह की अिसंरचना एिं


भूवम सवहत दो बोर्ों के साथ समसामवयक संबंधन की अनुमवत नहीं होती है।

यदद संबंधन पदांतरण श्रेणी में स्िीकृ त दकया गया हो, तो विद्यालय को उस बोर्ड
की कक्षाओं से, विससे यह पहले संबंद्ध था, अपने विद्यार्थडयों को एक चरणबद्ध
तरीके में िापस लेना अपेवक्षत है।

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2.4.14 प्रारम्भन प्रमाणपत्र :

बोर्ड विद्यालय से वनधाडररत तरीके और संरूप में इस आिय का प्रारं भन प्रमाणपत्र


प्रस्तुत करने को कहेगा दक विद्यालय ने मंिूरी पत्र में लगाई गए सभी ितों का
और खण्र् 2.4 तथा उसके उप खंर् में वनवहत उपबंधों का पालन दकया है और
संबंधन की पुवष्ट होने पर कक्षा VI अथिा IX अथिा XI को िुरू करे गा।
प्रारं भन प्रमाणपत्र का संरूप पररविष्ट VIII में ददया गया है।

2.5 विदेिी विद्यालयों के वलए वििेष उपबंध :

बोर्ड से संबंधन िांछनीय विदेिों में वस्थत विद्यालयों के संबंध में वनम्नवलवखत वििेष
उपबंधों को बनाया गया है। इन वििेष उपबंधो को भारत में विद्यालयों पर लागू
मौिूदा उपबंधों के संदभड में पढा िाएगा। अन्य प्रािधान संभि सीमा तक विदेिी
विद्यालयों पर लागू होंगे, यदद अन्यथा उपबंवधत नहीं दकया गया है।

2.5.1 अनापवत्त प्रमाणपत्र (एन ओ सी) :

विद्यालय, भारत के संबंवधत देि में वस्थत उच्चायोग/ िावणज्य दूतािास/ एम्बेसी द्वारा
विवधित प्रदक्रया के बाद िारी अनापवत्त प्रमाणपत्र (एन ओ सी) स्पष्ट रूप से यह
उल्लेख करते हुए िमा करें गे दक विद्यालय को उस देि में विद्यालय को स्थावपत करने
और संचावलत करने के वलए अनुमत संस्था द्वारा संबंवधत देि के कानूनी एिं
प्रिासवनक ढांचे के अंतगडत स्थावपत दकया गया है। अनापवत्त प्रमाणपत्र में स्पष्ट रूप से
यह उल्लेख दकया िाएगा दक विद्यालय संबंवधत देि में भूवम अपेक्षाओं सवहत,
विद्यालय स्थावपत करने और खोलने के वलए अपेवक्षत सभी ितों को पूरा करता है।

2.5.2 अध्यापक :

विदेि में वस्थत विद्यालय में संबंवधत देि में अध्यापकों के वलए विवभन्न स्तरों पर
वनधाडररत अहडताओं के अनुसार अहडताप्राप्त अध्यापक होंगे।

2.5.3 अध्यापकों और कमडचाररयों का िेतन :

विदेिों में वस्थत विद्यालय अध्यापकों एिं कमडचाररयों को संबंवधत देि के वनधाडररत
प्रवतमानकों के अनुसार िेतन एिं भत्तों का भुगतान करे गा।

2.5.4 विद्यालय प्रबंधन सवमवत (एस एम सी) :

विदेि में वस्थत विद्यालय एक विद्यालय प्रबंधन सवमवत (एस एम सी) का गिन
करे गा, यदद संबंवधत देि के स्थानीय कानूनों में इसका प्रािधान अवनिायड है। यदद
स्थानीय कानून में विद्यालय प्रबंधन सवमवत (एस एम सी) के गिन की व्यिस्था
अवनिायड नहीं है, तो विद्यालय इसका उल्लेख करते हुए एक घोषणा/ िपथपत्र प्रस्तुत
करे गा।
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2.5.5 भिन, अवि, िल एिं स्िास््य प्रमाणपत्र :

विदेि में वस्थत विद्यालय भिन, अवि, िल एिं स्िास््य संरक्षा प्रमाणपत्र
प्राप्त करे गा तथा प्रस्तुत करे गा, यदद संबंवधत देि में संबंवधत विभाग/ विभागों
द्वारा िारी दकया गया हो। यदद इन प्रमाणपत्रों को संबंवधत देि में िारी नहीं
दकया िाता है, तो विद्यालय इसका उल्लेख करते हुए एक घोषणा/ िपथपत्र
देगा।

2.5.6 वित्त एिं लेखा :

विदेि में वस्थत विद्यालय संबंवधत देि में लागू कानूनों के अनुसार अपने लेखा
का रखरखाि करे गा।

2.6 निाचारी विद्यालयों के वलए वििेष उपबंध:

वििेष श्रेणी के निाचारी विद्यालयों पर भी बोर्ड द्वारा संबंधन की मंिूरी हेतु


विचार दकया िाता है। संबंधन उप-विवधयों के सभी उपबंध इन विद्यालयों पर
लागू होंगे, िब तक दक इन उपविवधयों में अन्यथा व्यिस्था न हो।

निाचारी विद्यालयों का संबंधन वनम्नवलवखत ितों के अधीन है :

2.6.1 वििेष श्रेणी के निाचारी विद्यालयों में कौिल विकास, खेल, कला, विज्ञान,
आदद के क्षेत्र में निीन विचारों को दक्रयावन्ित करने िाले वििेषीकृ त विद्यालय
िावमल होंगे, िो इन उपविवधयों में अन्यत्र िावमल न हों।
2.6.2 विद्यालयों को विद्यालयों की कायाडत्मक आिश्यकताओं के अनुसार संबंधन स्िीकृ त
दकया िाएगा।
2.6.3 विद्यालय, विद्यालय पर लागू संबंवधत श्रेणी के संबंधन के अंतगडत िावमल
होंगे, िैसा दक खण्र् 2.2 और उसके उपखंर्ों में ददया गया है।
2.6.4 विद्यालय उन सभी कक्षाओं के संबंध में, विन्हें विक्षा का अवधकार अवधवनयम,
2009 की अपेक्षाओं के अनुसार विद्यालय में खोले िाने का प्रस्ताि हो,
मान्यता प्रमाणपत्र प्रस्तुत करें गे। विक्षा का अवधकार अवधवनयम, 2009 के
अंतगडत नहीं आने िाले विद्यार्थडयों/ कक्षाओं के संबंध में, विद्यालय सभी
कक्षाओं को विन्हें विद्यालय में िुरू दकए िाने का प्रस्ताि हो, खोलने/ िुरू
करने के वलए राज्य सरकार की अनुमवत अवनिायड रूप से प्रस्तुत करें गे।
2.6.5 विद्यालयों में विद्यार्थडयों का दावखला अनापवत्त प्रमाणपत्र में और राज्य/ संघ
राज्य क्षेत्र सरकार द्वारा िारी अनुमवत में उवल्लवखत ितों के अधीन होगा।
2.6.6 दकसी विद्यालय को इस श्रेणी के अंतगडत मानने के वलए बोर्ड का वनणडय अंवतम
होगा।

13
2.7 संबध
ं न की अिवध :

विद्यालय, िो संबंधन उप विवधयों की सभी अपेक्षाओं को पूरा करते हैं, को तीन िषड
की िुरूआती अिवध के वलए संबंधन स्िीकृ त दकया िाएगा, भले ही मंिूरी पत्र में
इसका स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं दकया गया हो।

2.8 प्रिासवनक सुविधा के वलए और विद्यालयों के िगीकरण के प्रयोिनाथड बोर्ड खंर् 2.1
में उवल्लवखत दो अथिा इससे अवधक श्रेणी के विद्यालयों को एक साथ िोड़ सकता है।
इस िगीकरण से विद्यालय को कोई अवतररि वििेषावधकार प्राप्त नहीं होगा।

2.9 संयि
ु संबध
ं न :

सभी श्रेणी के विद्यालयों के संबंध में संबंधन के िल संयुि संबंधन होगा। यह विद्यालय
के वलए उस कक्षा से लेकर उस स्तर तक की सभी कक्षाओं को चलाने के वलए
अवनिायड होगा विनके वलए संबंधन स्िीकृ त दकया गया है।

विद्यालयों को वनम्नवलवखत कक्षाओं के वलए संयुि संबंधन स्िीकृ त दकया िा सकता है:

2.9.1 कक्षा पहली से कक्षा 8िीं (सभी विद्यालय)

2.9.2 कक्षा पहली से कक्षा 10िीं (सभी विद्यालय)

2.9.3 कक्षा पहली से कक्षा 12िीं (सभी विद्यालय)

2.9.4 कक्षा 6िीं से कक्षा 8िीं (सभी विद्यालय)

2.9.5 कक्षा 6िीं से कक्षा 10िीं (सभी विद्यालय)

2.9.6 कक्षा 6िीं से कक्षा 12िीं (सभी विद्यालय)

2.9.7 कक्षा 9िीं से कक्षा 10िीं (के िल निाचारी विद्यालय)

2.9.8 कक्षा 9िीं से कक्षा 12िीं (के िल निाचारी विद्यालय)

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अध्याय 3 भूवम की आिश्यकता

विद्यालय अथिा विद्यालय की प्रबंधन सवमवत/न्यास/ कं पनी के पास वनम्नवलवखत प्रवतमानकों


के अनुसार भूवम होनी चावहए:

3.1 भूवम के संबध


ं में अपेक्षाएं :

भूवम के संबंध में वनम्नवलवखत ितों को पूरा दकया िाना चावहए:


3.1.1 भूवम, विसमें विद्यालय अिवस्थत है, अवनिायडत: एक सवन्नवहत एकल भूवम का
भूखंर् होना चावहए। यदद इसमें दो से अवधक सिे नंबर आदद हों, तो सभी
सिे नंबर/ भूखंर् एक –दूसरे के पार्श्डस्थ/संस्पिी होने चावहए और सभी
वमलकर एक एकल भूखंर् हो।
3.1.2 उपयुडि 3.1.1 में उवल्लवखत भूवम के एक भाग में एक उपयुि भिन वनर्मडत
होना चावहए।
3.1.3 उपयुडि 3.1.1 में उवल्लवखत भूवम के िेष भाग में एक उपयुि खेल का
मैदान होना चावहए।
3.1.4 उपयुडि 3.1.1 में उवल्लवखत भूवम के एक भाग में बोर्ड द्वारा समय-समय पर
यथा वनधाडररत अन्य सुविधाएं होनी चावहए।
3.1.5 उपयुडि 3.1.1 में उवल्लवखत भूवम को चारों ओर से पयाडप्त एिं उपयुि उं चाई
की पक्की चारदीिारी से वघरा हुआ होना चावहए।

3.2 बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय अथिा संबंधन िांछनीय विद्यालय के पास पररविष्ट –V में
ददए गए ईष्टतम नामांकन और सेक्ट्िन संख्या के प्रवतबंध के अधीन सामान्यत: कम से
कम 8000 िगड मीटर भूवम होगी।

3.3 िो विद्यालय 8000 िगड मीटर की न्यूनतम अपेक्षा को पूरा नहीं करता हो, परंतु
उसके पास कम से कम 6000 िगड मीटर भूवम हो, उसके पररविष्ट –V में ददए ईष्टतम
नामांकन और सेक्ट्िन संख्या के प्रवतबंध के अधीन संबंधन प्रदान दकया िा सकता है।

3.4 भूवम की आिश्यकता पररविष्ट –V में ददए गए ईष्टतम नामांकन एिं सेक्ट्िन संख्या के
प्रवतबंध के अधीन वनम्नवलवखत के मामले में कम से कम 4000 िगड मीटर होगी:

3.4.1 विद्यालय, िो ऐसे िहर की नगरपावलका प्रावधकरणों की सीमा में हों, विसमें
िनसंख्या 15 लाख से अवधक हो।
3.4.2 पहाड़ी क्षेत्रों में वस्थत विद्यालय। योिना आयोग (नीवत आयोग) द्वारा यथा
वनधाडररत प्रवतमानक पहाड़ी क्षेत्रों के वनधाडरण के वलए लागू होंगे।

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3.4.3 राज्य रािधानी िहरों के नगरपावलका प्रावधकरणों की सीमा के भीतर वस्थत
विद्यालय।
3.4.4 उत्तर पूिी राज्यों में वस्थत विद्यालय।
3.4.5 िम्मू एिं कश्मीर राज्य में वस्थत विद्यालय।
3.4.6 राष्ट्रीय रािधानी क्षेत्र के के िल गावियाबाद, नोएर्ा, र्रीदाबाद और गुरुग्राम
िहरों के नगरपावलका प्रावधकरणों की सीमा में वस्थत विद्यालय।
3.4.7 चण्र्ीगढ की सेटलाइट िहरों पंचकु ला (हररयाणा) और मोहाली/ एस ए एस
नगर (पंिाब) के नगरपावलका प्रावधकरणों की सीमा में वस्थत विद्यालय।

3.5 भारत सरकार द्वारा श्रेणी के िहरों (ितडमान में अहमदाबाद, बैंगलूरू, हैदराबाद और
पुणे) के रूप में िगीकृ त िहरों की नगरपावलका प्रावधकरणों की सीमा में वस्थत
विद्यालयों के वलए न्यूनतम भूवम आिश्यकता माध्यवमक विद्यालय के वलए 2000 िगड
मीटर होगी और िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय के वलए 3000 (अथिा 4000) िगड
मीटर होगी, िो पररविष्ट –V में ददए गए ईष्टतम नामांकन एिं सेक्ट्िन संख्या के
अधीन होगी।

3.6 इस खण्र् के उपखंर् में उवल्लवखत विद्यालयों के वलए न्यूनतम भूवम आिश्यकता

माध्यवमक विद्यालय के वलए 1600 िगडमीटर होगी और िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय के

वलए 2400 (अथिा 3200) िगडमीटर होगी, िो पररविष्ट –V में ददए गए ईष्टतम

नामांकन एिं सेक्ट्िन संख्या के अधीन होगी।

3.6.1 चेन्नई, ददल्ली, कोलकात्ता और मुम्बई 4 महानगरों के नगरपावलका प्रावधकरणों

की सीमा में वस्थत विद्यालय के वलए।

3.6.2 अरूणाचल प्रदेि राज्य में वस्थत विद्यालयों के वलए।

3.6.3 वसदक्कम राज्य में वस्थत विद्यालयों के वलए।

3.6.4 द्वीपों में वस्थत विद्यालयों के वलए।

3.7 पहाड़ी स्टेिनों में वस्थत विद्यालयों के वलए, न्यूनतम भूवम आिश्यकता माध्यवमक
विद्यालय के वलए 2000 िगड मीटर होगी तथा िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय के वलए
3000 (अथिा 4000) िगडमीटर होगी, िो पररविष्ट –V में ददए गए ईष्टतम
नामांकन और सेक्ट्िन संख्या के अधीन होगी:
3.7.1 संस्था में निदीकी विद्यालयों/ महाविद्यालयों अथिा दकसी अन्य संस्था के साथ
कम से कम 15 िषड की अिवध के वलए खेल एिं पाठ्येत्तर दक्रयाकलापों की
व्यिस्था होनी चावहए।

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3.7.2 यदद 3.7.1 के संबध
ं में व्यिस्था दकसी वनिी संस्था के साथ हो, तो उस
संस्था के प्रबंधन द्वारा अपनी प्रबंधन सवमवत की बैिक में पाररत प्रस्ताि की
एक प्रवत बोर्ड को भी भेिी िाए।
3.7.3 यदद 3.7.1 के संबंध में व्यिस्था दकसी सरकारी संस्था के साथ हो, तो ऐसी
संस्था के प्रमुख द्वारा िारी पत्र की एक प्रवत बोर्ड को भी भेिी िाए।
3.7.4 ऐसी संस्था में विद्यार्थडयों की संख्या प्रवत बालक 1 िगड मी. फ्लोर एररया के
प्रवतमानकों का पालन करते हुए स्कू ल भिन के वनर्मडत आच्छददत क्षेत्र के
आधार पर सीवमत होनी चावहए।

3.8 भूवम स्िावमत्ि :

सभी भूवम हकदारी दस्तािेि विद्यालय अथिा सवमवत/न्यास/ कं पनी के नाम में होने चावहए,

विसने विद्यालय को स्थावपत दकया हो।

3.8.1 स्िावमत्ि के मामले में, भूवम हकदारी दस्तािेि वबक्री विलेख/ हस्तांतरण
विलेख/ उपहार विलेख/ पट्टा विलेख/ आबंटन पत्र आदद होना चावहए, िो
वनयमों के अनुसार राज्य के संबंवधत पंिीकरण प्रावधकारी के पास विवधित रूप
से पंिीकृ त हों।
3.8.2 पट्टे के मामले में भूवम/ भिन के पट्टा विलेख को राज्य के संबंवधत पंिीकरण
प्रावधकारी के पास विवधित् रूप से पंिीकृ त होना चावहए और न्यूनतम 15
िषड की अिवध के वलए प्रभािी होना चावहए।
3.8.3 सरकार द्वारा अथिा सरकार की दकसी एिेंसी द्वारा वनष्पाददत पट्टे को स्िीकार
दकया िा सकता है, भले ही यह 15 िषड से कम अिवध के वलए हो, परं तु
पट्टा वििेष रूप से विद्यालय के संचालन हेतु होना चावहए।
3.8.4 संबंधन/ उन्नयन/ विस्तारण के वलए आिेदन करते समय पट्टा विलेख प्रचालन
में होगी।
3.8.5 पट्टे की अथिा संपवत के दकसी अन्य दस्तािेि की िैधता अिवध ऐसी होनी
चावहए दक यह उस सत्र से, विसके वलए िुरूआती संबंधन हेतु आिेदन प्रस्तुत
दकया गया हो, पांच िषड अथिा अवधक की वनरंतर अिवध के वलए भूवम पर
कानूनी अवधकार प्राप्त करने की गारं टी देता हो।
3.8.6 संबंधन की अिवध के दौरान भूवम, विस पर विद्यालय वस्थत है, कानूनी
अवधकार सुवनवित करने के वलए पट्टे अथिा आबंटन आदद की निीकरण कराने
की विम्मेदारी विद्यालय की होगी।
3.8.7 आगे पट्टे की अिवध राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार के वनयमों और नीवत के

अधीन होगी।

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3.8.8 2.1.5, 2.1.6, 2.1.7 में उवल्लवखत विद्यालयों के मामले में, भूवम को
स्िीकार दकया िा सकता है, यदद यह (कें द्र अथिा राज्य के ) सािडिवनक क्षेत्र
के उपक्रमों, सांविवधक वनकायों तथा स्िायत्त वनकायों, सरकारी विभाग आदद
के स्िावमत्ि अथिा कानूनी आवधपत्य में हो और इसे उि (कें द्र अथिा राज्य
के ) सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रमों, सांविवधक वनकायों तथा स्िायत्त वनकायों,
सरकारी विभागों आदद द्वारा विद्यालय के संचालन हेतु आबंरटत दकया गया हो।
3.8.9 बड़े पैमाने की औद्योवगक पररयोिनाओं द्वारा अथिा उनमें स्थावपत विद्यालयों के
मामले में, भूवम को स्िीकार दकया िा सकता है, यदद यह औद्योवगक
पररयोिना के स्िावमत्ि अथिा कानूनी आवधपत्य में हो और इसे उि
औद्योवगक पररयोिना द्वारा विद्यालय के संचालन हेतु आबंरटत दकया गया हो।

3.9 माध्यवमक स्तर के उन्नयन के प्रयोिनाथड उन विद्यालयों के संबंध में, विन्हें भूवम
आिश्यकता की ररयायती ितड के तहत िषड 1996 को अथिा इससे पहले माध्यवमक
स्तर तक संबंधन प्रदान दकया गया था, +2 कक्षा तक उन्नयन के वलए विचार दकया
िा सकता है, बिते दक उनके पास कम से कम 4000 िगडमीटर भूवम हो।

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अध्याय 4 भौवतक अिसंरचना

संबंधन िांछनीय विद्यालय को वनम्नवलवखत ितों को पूरा करना चावहए :

4.1 कक्षा– इसका न्यूनतम आकार 8मी.X 6मी. (लगभग 500 िगडर्ुट) होना चावहए।

प्रत्येक कक्षा के वलए एक कक्ष होना चावहए। न्यूनतम तल क्षेत्र प्रवत विद्याथी कम से

कम 1 िगड मीटर होना चावहए।

4.2 विज्ञान प्रयोगिाला – (माध्यवमक के वलए संयि


ु अथिा/ और िररष्ठ माध्यवमक के

वलए भौवतक, रसायन एिं िैि विज्ञान हेतु पृथक) –न्यूनतम आकार प्रत्येक का

9मी.X 6मी. (लगभग 600 िगडर्ीट) होना चावहए और पूरी तरह से सुसवित होना

चावहए।

4.3 पुस्तकालय :

4.3.1 न्यूनतम आकार 14मी.X 8मी. होना चावहए, पूरी तरह से सुसवित होना

चावहए तथा पिन कक्ष की सुविधा होनी चावहए और विद्यालय में विद्यार्थडयों

की संख्या के अनुरूप अन्य संसाधन होने चावहए।

4.3.2 पुस्तकालय के स्टॉक में सभी विषयों पर पयाडप्त संख्या में हर आयुिगड के वलए

उपयुि पुस्तकें होनी चावहए।

4.3.3 पुस्तकों में ई-पुस्तकें , कथा सावहत्य, गैर कथा-सावहत्य, संदभड पुस्तकें ,

विर्श्कोि, पवत्रकाएं, मैगिीन, दैवनकी तथा समाचारपत्र िावमल होने चावहए।

कमडचाररयों और विद्यार्थडयों को ई-मैगिीन, ई-दैवनकी, ई-पुस्तकों आदद पढने

के वलए प्रोत्सावहत दकया िाना चावहए।

4.3.4 पुस्तकालय में कोई पुस्तक अथिा अन्य प्रकार का ऐसा सावहत्य नहीं होगा, िो

सामुदावयक अव्यिस्था अथिा िावतिाद का अथिा धमड, क्षेत्र अथिा भाषा आदद

पर आधाररत भेदभाि का समथडन करता हो अथिा प्रचार करता हो। विद्यालय

को पुस्तकालय में सरकार/ बोर्ड द्वारा अनुमोददत दकसी पुस्तक को स्टॉक में

नहीं रखना चावहए।

4.3.5 पुस्तकालय विद्यालय में अध्ययनरत प्रत्येक बालक को वनयवमत रूप से पुस्तकें
िारी करे गा।
4.3.6 विद्यालय पुस्तकालय के वलए पयाडप्त बिटीय उपबंध बनाए िाने चावहए।

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4.4 कं प्यूटर प्रयोगिाला :

प्रत्येक कं प्यूटर प्रयोगिाला का न्यूनतम आकार 9मी.X 6मी. (लगभग 600 िगडर्ीट)

होना चावहए।

4.4.1 विद्यालय में कम से कम 20 कं प्यूटर होने चावहए और कं प्यूटरों को 1:20 के

विद्याथी अनुपात में रखना चावहए।

4.4.2 विद्यालय में अच्छी गवत की इंटरनेट कनेक्ट्टीविटी होनी चावहए।

4.4.3 विद्यालय में कम से कम एक लैब होनी चावहए, यदद विद्यालय में विद्यार्थडयों

की संख्या 800 तक हो। प्रत्येक अवतररि 800 तक विद्यार्थडयों के वलए एक

अवतररि लैब की आिश्यकता होगी।

4.4.4 यदद विद्यालय िररष्ठ माध्यवमक स्तर पर कं प्यूटर विज्ञान अथिा सूचना

प्रौद्योवगकी (आई टी) से संबंवधत दकसी विषय को पढा रहा हो, तो इसके

वलए इसमें उपयुि उपबंधों के साथ एक पृथक प्रयोगिाला होनी चावहए।

4.4.5 कं प्यूटर प्रयोगिाला में साइबर सेफ्टी से संबंवधत पयाडप्त उपबंध होने चावहए

और विद्यार्थडयों को के िल अध्यापक की देखरे ख में ही प्रयोगिाला में आने की

अनुमवत होनी चावहए।

4.5 गवणत प्रयोगिाला – विद्यालय में कम से कम एक वनयवमत कक्षा के आकार की

गवणत प्रयोगिाला के वलए अलग उपबंध होना चावहए।

4.6 पाठ्येत्तर दक्रयाकलापों के वलए कक्ष – संगीत, नृत्य कला एिं खेल आदद के वलए या

तो अलग –अलग कक्ष होने चावहए या दर्र इन सभी दक्रयाकलापों के वलए पयाडप्त

आकार का एक बहुउद्देिीय हॉल होना चावहए।

4.7 पेय िल, िौचालय और अन्य भौवतक सुविधाएं :

4.7.1 विद्यालय प्रत्येक तल में स्िच्छ पेय िल की पयाडप्त सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
4.7.2 विद्यालय विद्यार्थडयों की संख्या के अनुपात में प्रत्येक तल पर बालक एिं
बावलकाओं के वलए िॉलिंग सुविधाओं के साथ अलग-अलग सार् स्िस्थ एिं
स्िास््यकर िौचालय उपलब्ध कराएगा। प्राथवमक विद्यार्थडयों के वलए िौचालय
अन्य िौचालयों से अलग होने चावहए। कमडचाररयों के वलए अलग िौचालय
होने चावहए। सभी श्रेणी के िौचालयों में संकेत बोर्ड सुस्पष्ट रूप से प्रदर्िडत
दकए िाने चावहए।

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4.7.3 विद्यालय विकलांग व्यवियों के अवधकार अवधवनयम, 2016 में वनधाडररत

उपबंधों के अनुसार व्हील चेयर प्रयोगकताडओं के वलए िौचालयों और प्रिेि

वनकास स्थानों पर रै म्प तथा उत्तोलकों/ वलफ्टों में श्रिण संबंधी संकेत िैसी

यथोवचत सुविधाएं प्रदान करे गा।

4.7.4 विद्यालय के कक्षाओं में विद्यार्थडयों और स्टार् की संख्या के अनुरूप उपयुि

र्नीचर होना चावहए।

4.7.5 विद्यालय में विज्ञान, गृहविज्ञान, तकनीकी विषयों, व्यािसावयक विषयों तथा

कायड अनुभि के तहत विवभन्न कायडकलापों और कला विक्षा आदद हेतु वनधाडररत

पाठ्यवििरण के अनुसार आिश्यक उपकरण एिं सुविधाएं होनी चावहए।

4.7.6 विद्यालय बच्चों की संरक्षा से संबंवधत वनम्नवलवखत में अंतर्नडवहत ददिावनदेिों का

पालन करें गे :

(क) भारत के माननीय सिोच्च न्यायालय द्वारा अविनाि मेहरोत्रा (यावचकाकताड)


बनाम भारत संघ एिं अन्य (प्रवतिादी) के मामले में िषड 2004 की ररट
यावचका (वसविल) सं0 483 में िारी ददिावनदेि।
(ख) राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रावधकरण द्वारा िारी विद्यालय संरक्षा नीवत, 2016
संबंधी ददिावनदेि िो सांविवधक स्िरूप के हैं।
(ग) राष्ट्रीय बाल अवधकार संरक्षण आयोग द्वारा तैयार की गई विद्यालयों में बच्चों
की संरक्षा एिं सुरक्षा पर वनयम पुस्तक।
(घ) समय –समय पर यथा संिोवधत राष्ट्रीय भिन संवहता -2005

4.7.7 विद्यालय को अपने यहां स्िास््य एिं सर्ाई, पेय िल, अवि संरक्षा, भिन संरक्षा

तथा पररिहन पूिोपायों के संबंध में राज्य सरकार/ नगरपावलका प्रावधकरण/

पररिहन विभाग से प्राप्त आदेि का सतकड ता से पालन करना चावहए।

4.7.8 विद्यालय में विद्यार्थडयों के वलए मनोरंिन दक्रयाकलापों तथा िारीररक विक्षा प्रदान

करने के वलए और विकासपरक विक्षा के वलए विविध दक्रयाकलापों एिं कायडक्रमों

को संचावलत करने के वलए तथा छात्रों के सामाविक, सांस्कृ वतक एिं नैवतक विकास

के वलए तथा उनके स्िास््य के रक्षोपाय के वलए पयाडप्त सुविधाएं होनी चावहए।

4.7.9 खेल का मैदान :

कम से कम 200 मीटर के एथवलरटक रैक हेतु बाहरी सुविधाएं सृवित करने के

वलए पयाडप्त मैदान। कबर्ृ र्ी, खो-खो, िॉलीिॉल, बास्के टबॉल आदद की सुविधाएं।

21
4.8 प्रत्येक कक्षा में नामांकन और सेक्ट्िन प्रवतबंध :

प्रत्येक सेक्ट्िन में विद्यार्थडयों की अवधकतम संख्या 40 होगी। कक्षाओं में प्रवत बालक

एक िगडमीटर वनर्मडत तल क्षेत्र की उपलब्धता विद्यालय में वनतांत आिश्यक होती है।

इसके अधीन, इन उप विवधयों के वनयमों के अनुसार, स्िीकृ त सेक्ट्िनों का वििरण,

भूवम की उपलब्धता एिं अिसंरचना के विस्तृत ब्यौरे , पररविष्ट –V में ददए गए हैं।

22
अध्याय 5 कमडचारी

प्रधानाचायड, उप प्रधानाचायड, अध्यापक तथा अन्य कमडचाररयों के संबध


ं में, अहडताओं, भती

एिं सेिा वनयमों को आगे के खण्र्ों में ददया गया है।

5.1 अध्यापन स्टार् (विसमें प्रधानाचायड/ उप प्रधानाचायड/ विद्यालय प्रमुख िावमल हैं) के

वलए न्यूनतम अहडताएं वनम्नवलवखत के अनुसार होनी चावहए :

5.1.1 राष्ट्रीय अध्यापक विक्षा पररषद (पूिड-प्राथवमक, प्राथवमक, उच्च प्राथवमक,

माध्यवमक, िररष्ठ माध्यवमक अथिा इंटरवमवर्एट विद्यालयों अथिा महाविद्यालयों

में विक्षा अध्यापकों और िारीररक विक्षा अध्यापकों के रूप में भती दकए िाने

िाले व्यवियों के वलए न्यूनतम अहडताओं का वनधाडरण) के समय-समय पर यथा

संिोवधत एिं अवधसूवचत विवनयम।

5.1.2 उस समुवचत सरकार द्वारा, िहां विद्यालय वस्थत है, अध्यापकों के वलए भती

वनयमों में वनधाडररत न्यूनतम अहडताएं अथिा कें द्रीय विद्यालय संगिन अथिा

निोदय विद्यालय सवमवत के अध्यापकों के वलए भती वनयम।

5.1.3 सी.बी.एस.ई. द्वारा लागू विषयों के अध्यापकों की न्यूनतम अहडताएं पररविष्ट –

VII में दी गई हैं।

5.1.4 िहां कही भी आिश्यक हो, खण्र् 5.1.2 में वनवहत उपबंध खण्र् 5.1.3 में

वनवहत उपबंधों पर अवभभािी होंगे और खण्र् 5.1.1 में वनवहत उपबंध खण्र्

5.1.2 और 5.1.3 दोनों पर अवभभािी होंगे।

5.2 विद्यालयों को विवभन्न श्रेणी के कमडचाररयों की भती के वलए एक सुसग


ं रित पद्धवत

तैयार करनी चावहए और उसका पालन करना चावहए। कमडचाररयों की भती से

संबंवधत सभी दक्रयाकलापों के संबंध में मागडदिी वनयम वनम्नवलवखत हैं :

5.2.1 विद्यालय के पास समुवचत सरकार के भती वनयमों के अनुसार कमडचाररयों के

वलए सुपररभावषत भती वनयम होंगे।

5.2.2 अध्यापन एिं गैर–अध्यापन कमडचाररयों को समुवचत सरकार द्वारा वनधाडररत


िेतनमानों एिं भत्तों पर वनयुि दकया िाना चावहए।

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5.2.3 सभी चयनों को विद्यालय प्रबंधन सवमवत द्वारा अनुमोददत दकया िाना चावहए।

5.2.4 चयवनत अभ्यर्थडयों को वनयुवि पत्र िारी दकए िाएंगे। वनयुवि पत्र में पदनाम,

पररिीक्षा, िेतनमान तथा अन्य भत्तों, विनका िह हकदार होगा/होगी सवहत

कमडचारी की सेिा वनबंधन एिं ितें िावमल होंगे।

5.2.5 प्रत्येक विद्यालय को खण्र् 5.2.4 के अनुसार प्रत्येक कमडचारी के साथ एक

सेिा संविदा पर हस्ताक्षर करने चावहए। इस संविदा की एक प्रवत को संबवं धत

व्यवि की सेिा पुवस्तका में रखा िाना चावहए।

5.2.6 अध्यापन और गैर अध्यापन कमडचाररयों के सेिा ररकार्ों का विवधित रखरखाि

एिं अद्यतन दकया िाना चावहए। अध्यापकों की मूल वर्ग्री/ वर्प्लोमा

प्रमाणपत्रों की स्ि-अनुप्रमावणत छायाप्रवतयों को कमडचाररयों से प्राप्त करके उनकी

व्यविगत र्ाइलों में रखा िाए।

5.2.7 इन उपविवधयों के उपबंधों के अनुसार अपेवक्षत अवनिायड कमडचाररयों/ अध्यापकों

को ही पूणड कावलक आधार पर वनयुि दकया िाएगा।

5.3 विद्यालय समुवचत सरकार के कमडचाररयों के सेिा वनयमों के अनुसार अध्यापन एिं

गैर-अध्यापन स्टार् के सेिा वनयमों को पररभावषत करे गा। इन सेिा वनयमों को

विद्यालय प्रबंधन सवमवत तथा विद्यालय को चलाने िाले न्यास/ सवमवत/ कं पनी द्वारा

अनुमोददत दकया िाएगा और अवनिायडत: वनम्नवलवखत के संबंध में विविष्ट एिं

सुप्रलेवखत उपबंध होंगे:

5.3.1 वनयुवियां।
5.3.2 वचदकत्सा प्रमाणपत्र, चररत्र प्रमाणपत्र आदद।
5.3.3 पररिीक्षा (पररिीक्षा विस्तारण सवहत)।
5.3.4 स्थायीकरण।
5.3.5 पद आदद समाप्त होने के कारण सेिा समावप्त।
5.3.6 सेिावनिृवत्त की आयु।
5.3.7 कायड ददिस एिं कायड घंटे।
5.3.8 अध्यापन अिवध संख्या।
5.3.9 अध्यापकों द्वारा ररकार्ड का रखरखाि।
5.3.10 कमडचाररयों की उपवस्थवत।
5.3.11 अंिदायी भविष्य वनवध-पेंिन योिना।
5.3.12 विद्यालय प्रबंधन को अभ्यािेदन।
5.3.13 अहडता को िावमल करने की अनुमवत।
5.3.14 अन्य पद के वलए आिेदन।
5.3.15 वनिी एिं अन्य ट्यूिन।
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5.3.16 छु ट्टी, छु ट्टी मंिूरी।
5.3.17 कमडचाररयों के दावयत्ि एिं आचार संवहता।
5.3.18 सेिा पुवस्तकाएं।
5.3.19 कायडवनष्पादन मूल्यांकन ररपोटड।
5.3.20 अनुिासवनक प्रदक्रया, वनलंबन और बहाली आदद।
5.3.21 अनुिासवनक सवमवत का गिन।
5.3.22 िावस्त(छोटी और बड़ी) िावस्त लगाने की िवियां और िावस्तयााँ आदद लगाने की
प्रदक्रया।
5.3.23 बहाली पर िेतन एिं भत्तों का भुगतान।

5.4 विष्य विक्षक का अनुपात विद्यालय में 30:1 से अवधक नहीं होना चावहए। इसके

अलािा विवभन्न विषयों को पढाने के वलए प्रवत सेक्ट्िन 1.5 अध्यापक होने चावहए,

विसमें प्रधानाचायड, िारीररक विक्षा अध्यापक और परामिडदाता िावमल नहीं हैं।

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अध्याय 6 वित्तीय संसाधन

6.1 विद्यालय के पास अपने सतत अवस्तत्ि को बनाए रखने की गारण्टी के वलए, विद्यालय

के चालू खचों को पूरा करने के वलए और विद्यालय की सुविधाओं में सुधार लाने/

उन्हें उन्नत बनाने के वलए तथा अध्यापकों की क्षमता वनमाडण हेतु पयाडप्त वित्तीय

संसाधन होने चावहए।

6.2 संस्था से आय के दकसी भी भाग को न्यास/ सवमवत/ कं पनी/ विद्यालय प्रबंधन

सवमवत के दकसी व्यवि को अथिा दकसी अन्य व्यवि/ संस्था को नहीं ददया िाएगा।

आिती और गैर आिती व्यय को पूरा करने और विकासात्मक कायों में अंिदान,

मूल्यह्रास एिं आकवस्मकता वनवधयों के बाद हुई बचत, यदद कोई हो, तो को आगे

विद्यालय के संिधडन के वलए और उसी विद्यालय में विक्षा के स्तर को बढाने के वलए

उपयोग में लाया िा सकता है।

6.3 अपने लेखों को लेखाकरण मानकों के आधार पर एक पारदिी एिं ििाबदेय तरीके में

रखना विद्यालय की विम्मेदारी होगी। लेखा की लेखापरीक्षा की िानी चावहए और

सनदी लेखाकार द्वारा प्रमावणत दकया िाना चावहए तथा ितडमान कानूनों/ वनयमों के

अनुसार उवचत लेखा वििरण तैयार दकए िाने चावहए और उनका रखरखाि दकया

िाना चावहए।

6.4 सभी लेनदेन वर्विटल तरीके से दकए िाने चावहए।

6.5 विद्यालय अपने लेखा को सवमवत से अलग रखेगा और लेखा बवहयों को अलग-अलग

रखेगा।

6.6 आरवक्षत वनवध :

विद्यालय आरवक्षत वनवध रखेगा, यदद समुवचत सरकार के कानून/ विवनयम ऐसे

कानून/ वनयमों के तहत वनधाडररत तरीके में ऐसा अनुबंध करते हैं।

6.7 विद्यालय द्वारा अथिा सवमवत/ न्यास/ कम्पनी द्वारा बैंक आदद से विद्यालय के वलए

गए सभी ऋणों के संबंध में एक अलग रविस्टर रखना विद्यालय की विम्मेदारी होगी,

विसमें ऐसे प्रवतभूत ऋण के प्रयोिन, प्रवतभूवतयों तथा चुकौती ितों, आदद के पूणड

ब्यौरे होंगे। विद्यालय सुवनवित करे गा दक इस तरह वलए गए ऋण को के िल उसी

उद्देश्य के वलए उपयोग में लाया िाता है, विस काम के वलए इसे वलया गया है।

26
अध्याय 7 विद्यालय की िुल्क

सवमवतयों/ न्यास/ कं पवनयों से इन उपविवधयों में वनवहत उपबंधों के अनुसार दकसी लाभ की
धारणा के बगैर विद्यालय संचावलत करना अपेवक्षत है। विद्यालय उसी सीमा में िुल्क िसूल
करने का प्रयास करें गे, विसमें विद्यालय के संचालन हेतु खचों को पूरा दकया िा सके ।
विद्यालय छात्रों से िसूली गई र्ीस के संबंध में वनम्नवलवखत प्रवतमानकों का पालन करें ग:

7.1 कोई भी सवमवत/ न्यास/ कं पनी/ विद्यालय छात्रों के दावखले के प्रयोिनाथड प्रवतव्यवि

िुल्क िसूल नहीं करे गा अथिा चंदा नहीं लेगा।

7.2 दावखला िुल्क और दकसी अन्य िीषड के तहत प्रभाररत िुल्क को समुवचत सरकार के

विवनयमों के अनुसार ही प्रभाररत दकया िाना चावहए।

7.3 िुल्क को राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र के विक्षा विभाग द्वारा वनधाडररत िीषड में प्रभाररत

दकया िाएगा।

7.4 िुल्क की िापसी :

यदद समुवचत सरकार द्वारा अन्यथा उपबंवधत नहीं दकया गया हो, तो विद्याथी द्वारा

अध्ययन (पढाई) िारी नहीं रखने की वस्थवत में अथिा दकसी दूसरे विद्यालय में

स्थानांतरण चाहने की वस्थवत में विद्यालय में पढाई िारी नहीं रखने अथिा स्थानांतरण

के माह तक की देयताओं को ही िसूल दकया िाएगा और उस माह तक िसूल नहीं

दकया िाएगा विस माह में स्थानांतरण प्रमाणपत्र के वलए आिेदन दकया गया है। यह

सभी िुल्क िीषों पर लागू होगा।

7.5 िुल्क में पररिोधन :

7.5.1 विद्यालयों की िुल्क में पररिोधन समुवचत सरकार के कानूनों, विवनयम तथा
वनदेिों के अनुसार दकया िाएगा।
7.5.2 िुल्क में पररिोधन दकसी भी पररवस्थवत में विद्यालय प्रबंधन सवमवत अथिा
समुवचत सरकार द्वारा वनधाडररत प्रदक्रया की स्पष्ट मंिूरी के बगैर नहीं दकया
िाएगा।

7.6 राज्य में वस्थत विवभन्न श्रेणी के विद्यालयों के संबंध में र्ीस के विवनयम के संबंध में
अवधवनयवमत/ तैयार दकए गए कें द्र एिं राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार के अवधवनयम
और विवनयम सी.बी.एस.ई. से संबद्ध विद्यालय पर भी लागू होंगे।

7.7 विदेिों में वस्थत विद्यालयों के वलए उस देि के िहां विद्यालय वस्थत है, अनुप्रयोज्य
कानूनों एिं विवनयमों के अनुसार एक पारदिी प्रदक्रया का िुल्क एिं िुल्क आदद के
पररिोधन से संबंवधत सभी मामलों के संबंध में पालन दकया िाएगा।

27
अध्याय 8 विद्यालय प्रबंधन सवमवत

संबंवधत राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र के विक्षा अवधवनयम में संगत उपबंध के तहत प्रत्येक संबद्ध
विद्यालय की वनम्नवलवखत खंर्ों के अनुसार एक प्रबंधन योिना होनी चावहए।

8.1 बोर्ड से संबद्ध सभी विद्यालयों में एक विद्यालय प्रबंधन सवमवत होगी, िैसा दक विक्षा
का अवधकार अवधवनयम, 2009 में, राज्य/ समुवचत सरकार द्वारा तैयार दकए गए
दकसी अन्य अवधवनयम अथिा विवनयम में अनुबंवधत है।

8.2 विद्यालय प्रबंधन सवमवत का गिन :

8.2.1 मान्यताप्राप्त सहायताप्राप्त विद्यालय की प्रबंधन सवमवत में पन्द्रह से अवधक


सदस्य नहीं होंगे और एक वनिी गैर सहायताप्राप्त विद्यालय की प्रबंधन सवमवत
में इक्कीस से अवधक सदस्य नहीं होंगे;
तथावप, िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय, िो व्यासावयक विषय पढा रहा हो, के
मामले में, अवतररि सदस्य/सदस्यों (विषय वििेषज्ञों) को पढाए िा रहे
विषय के अनुसार वनयुि दकया िा सकता है।
8.2.2 खण्र् 8.1 के उपबंधों और खण्र् 8.2.1 में वनर्दडष्ट कु ल सदस्य संख्या के

अधीन प्रत्येक प्रबंधन सवमवत में वनम्नवलवखत व्यवि होगे:

क) विद्यालय का प्रमुख विद्यालय प्रबंधन सवमवत का सदस्य सवचि होगा/होगी।


ख) विद्यालय में पढने िाले छात्रों के दो माता या वपता। वििेष रूप से सह-
िैवक्षक विद्यालयों में पढने िाले विद्यार्थडयों के एक वपता और एक माता।
ग) विद्यालय के दो अध्यापक।
घ) ऐसे दो अन्य व्यवि (विनमें एक मवहला होगी), िो न्यास/ सवमवत/ कं पनी
द्वारा नावमत दकए िाने िाले दकसी अन्य विद्यालय अथिा दकसी अन्य कॉलेि
के अध्यापक हों अथिा अध्यापक रहे हों।
ङ) बोर्ड द्वारा नावमत दकए िाने िाले दो सदस्य।
च) विद्यालय चलाने िाली सवमवत/ न्यास/ कं पनी के वनयमों एिं विवनयमों के
अनुसार यथा वस्थवत नावमत अथिा चुने िाने िाले, िेष सदस्य।
छ) “अनापवत्त प्रमाणपत्र” में वनधाडररत ितड, यदद कोई हो, के अनुसार सदस्यों को
नावमत दकया िा सकता है।
ि) कम से कम पचास प्रवतित सदस्य मवहलाएं होनी चावहए।

इसके अलािा यह दक उपयुडि उपबंधों को तत्काल प्रभाि से लागू दकया िाएगा और


पहले से संबद्ध और उपयुडि उपबंधों का पालन नहीं करने िाले विद्यालयों को इन
उपविवधयों की अवधसूचना के एक िषड के भीतर उपयुि अहडक एििी के साथ उपचारी
उपाय करना आिश्यक होगा।

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8.3 प्रबंधन सवमवत के सदस्यों का कायडकाल तीन िषड होगा। दकसी सदस्य को दूसरे

कायडकाल के वलए पुन:नावमत दकया िा सकता है, परं तु कोई भी सदस्य पदेन सदस्य

और न्यास/ सवमवत/ कं पनी के सदस्य को छोड़कर लगातार दो से अवधक बार पद पर

बना नहीं रह सकता है।

8.4 विद्यालय प्रबंधन सवमवत की िवियां एिं कायड :

सवमवत/ न्यास/ कं पनी के समग्र वनयंत्रणाधीन विद्यालय प्रबंधन सवमवत के कायों, िवियों

और उत्तरदावयत्िों में वनम्नवलवखत िावमल होगा, परं तु यह सीवमत नहीं होगा।

8.4.1 यह विद्यालय के वनबाडध कायड संचालन के वलए इसके दक्रयाकलापों की देखरे ख

करे गी।

8.4.2 यह दावखला नीवत के संबंध में सवमवत/ न्यास/ कं पनी द्वारा ददए गए विविष्ट

वनदेिों के अनुसार काम करे गी। तथावप, यह सुवनवित करे गी दक दावखले

ललंग, अििता, धमड, पंथ, िावत, िंि और िन्म स्थान आदद पर विचार

दकए बगैर राज्य नीवत के अनुसार वनवित रूप से योग्यता के अनुसार दकए

िाते हैं।

8.4.3 यह विद्यालय के अध्यापकों और कमडचाररयों के कल्याण का ध्यान रखेगी।

8.4.4 यह विद्यालय के सुधार हेतु अल्प कावलक और दीघड कावलक दोनों योिनाएं

तैयार करे गी।

8.4.5 यह अध्यापकों और गैर अध्यापन स्टार् की वनयुवि करे गी।

8.4.6 यह विद्यालय के बिटीय प्रािधानों के अंतगडत प्रधानाचायड को प्रत्यायोवित उन

िवियों के अलािा वित्तीय िवियों का प्रयोग करे गी।

8.4.7 यह प्रधानाचायड की िैक्षवणक स्ितंत्रता को िोवखम में र्ाले वबना विद्यालय के


िैक्षवणक कायडक्रमों एिं प्रगवत का अिलोकन करे गी।
8.4.8 यह प्रधानाचायड को विद्यालय प्रबंधन में वनदेवित करे गी।

8.4.9 यह सुवनवित करे गी दक राज्य/ संघराज्य क्षेत्र के तथा सेिा की वनबंधनों एिं
ितों से संबंवधत सी.बी.एस.ई. के अवधवनयमों/ वनयमों में ददए गए
प्रवतमानकों और विद्यालय की मान्यता/ संबंधन पर लागू अन्य वनयमों का
सख्ती से पालन दकया िाता है।

29
8.4.10 यह सुवनवित करे गी की कोई वित्तीय अवनयवमतता नहीं की गई है और

दावखला/परीक्षाओं के संबंध में दकसी अवनयवमत प्रदक्रया का पालन नहीं दकया

गया है।

8.4.11 यह अध्याय -7 में वनधाडररत ितों के अधीन िुल्क एिं अन्य प्रभारों को स्िीकृ त

करे गी।

8.4.12 यह प्रधानाचायड द्वारा प्रस्तुत विद्यालय के बिट की समीक्षा करे गी और इसे

मंिूरी हेतु सवमवत/न्यास/ कं पनी को भेिेगी।

8.4.13 यह विद्यालय के बच्चों और कमडचाररयों की संरक्षा एिं सुरक्षा सुवनवित करे गी

और सुधार के वलए वनदेि देगी।

8.4.14 यह अध्यापकों एिं कमडचाररयों की सेिा ितों एिं िेतन आदद के संबंध में

विकायतों पर ध्यान देगी और अनुप्रयोज्य वनयमों के अनुसार उन विकायतों का

वनपटान करे गी।

8.4.15 विद्यालय प्रबंधन सवमवत एक िैक्षवणक सत्र में कम से कम दो बार बैिक

करे गी।

8.5 समुवचत सरकार के अवधवनयमों एिं विवनयमों में वनवहत उपबंध इन उपविवधयों में

विद्यालय प्रबंधन सवमवत से संबंवधत उपबंधों पर अविभािी होंगे।

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अध्याय 9 महत्िपूणड पदधाररयों की भूवमका, उत्तरदावयत्ि, कायड एिं
िवियां

विद्यालय के संचालन में िावमल सभी पदाधारी इसके उद्देश्य एिं लक्ष्यों को पूरा करने के

वलए विद्यालय को एक अच्छा एिं स्िस्थ माहौल प्रदान करने में महत्िपूणड एिं मुख्य भूवमका

अदा करते हैं तादक कमडचाररयों को गुणित्ता विक्षा प्रदान करने में समथड दकया िा सके और

विद्यालय को िैक्षवणक उत्कृ ष्टता का कें द्र बनाया िा सके ।

इस लक्ष्य को प्राप्त करने के वलए इन उपविवधयों में वनवहत उपबंधों के अधीन विवभन्न

पदाधाररयों की भूवमकाएं और उत्तरदावयत्ि में वनम्नवलवखत िावमल होगा परं तु यह सीवमत नहीं

होगा :

9.1 सवमवत/ न्यास/ कं पनी :

9.1.1 सवमवत/ न्यास/ कं पनी सुवनवित करे गी दक विद्यालय को कें द्र/ राज्य/ संघ

राज्य क्षेत्र की सरकार के विक्षा अवधवनयम, अन्य संगत अवधवनयमों तथा

सी.बी.एस.ई. के संबंधन प्रवतमानकों के अनुसार संचावलत दकया िा रहा है और

यह बच्चों को गुणित्ता की विक्षा प्रदान करने के वलए प्रवतबद्ध होगा तथा इसके

वलए इसकी िरूरतों के अनुसार आिश्यक कदम उिाएगा।

9.1.2 इसे यह सुवनवित करना चावहए दक विद्यालय के पास खेल एिं अन्य

सहपाठ्येतर दक्रयाकलापों के वलए उवचत भूवम, भिन, पुस्तकालय,

प्रयोगिालाओं,उपकरण,र्नीचर, अहडक कमडचारी हैं और बोर्ड के प्रवतमानकों

एिं िास्तविक अपेक्षाओं के अनुसार बच्चों के वलए वनधाडररत संरक्षा पूिोपाय

सुवनवित करने चावहए।

9.1.3 यह सुवनवित करे गी दक विद्यालय सामुदावयक सेिा के रूप में काम करता है न

दक व्यापार के रूप में, और विद्यालय में दकसी भी तरीके से, िो भी हो,

यह व्यापारीकरण नहीं होता है।

9.1.4 यह सुवनवित करे गी दक विद्यालय से प्रोद्भूत वनवध को उसी विद्यालय के लाभ

और विक्षा के विस्तार के वलए खचड दकया िाता है।

31
9.1.5 यह प्रधानाचायड की स्िायतता की रक्षा करे गी।

9.1.6 इसका विद्यालय प्रबंधन सवमवत पर वनयंत्रण होगा।

9.1.7 इसका दकसी भी पूंिी व्यय पर, अथाडत भूवम तथा भिन के वनमाडण पर,

इसके विस्तारण पर और विद्यालय के वलए बड़े उपकरणों के प्रापण पर

वनयंत्रण होगा।

9.1.8 यह विद्यालय की िरूरतों के वलए वनवध प्रदान करे गी चाहे यह आिती हो

अथिा गैर आिती।

9.1.9 यह सुवनवित करे गी दक विद्यालय में कायडरत अध्यापकों को बोर्ड द्वारा समय-

समय पर िारी वनदेिों के अनुसार अध्यापक प्रविक्षण प्रदान दकया िाता है।

9.1.10 यह सुवनवित करे गी दक अध्यापकों/ प्रधानाचायड और विद्यालय में उपलब्ध

अिसंरचना को सािडिवनक परीक्षाएं कराने, उत्तर पुवस्तकाओं का मूल्यांकन

करने, पररणाम प्रक्रमण तथा अन्य सहायक दक्रयाकलापों आदद के वलए बोर्ड को

उपलब्ध कराया िाता है।

9.1.11 यह सुवनवित करे गी दक प्रधानाचायड/ विद्यालय का प्रमुख परीक्षाएं आयोवित

करने, उत्तर पुवस्तकाओं का मूल्यांकन करने, पररणाम प्रक्रमण तथा अन्य

सहायक दक्रयाकलापों के संबंध में बोर्ड द्वारा सौंपे गए दकसी भी कायड को करने

के वलए मना नहीं करता है।

9.2 विद्यालय का प्रमुख :

9.2.1 विद्यालय का प्रमुख/ प्रधानाचायड प्रबंधन सवमवत का पदेन सदस्य सवचि होगा।
9.2.2 अपने प्रभार में विद्यालय के कायाडलय के प्रमुख के रूप में काम करे गा और एक
िैवक्षक संस्थान के प्रमुख के सभी िैक्षवणक एिं प्रिासवनक अपेवक्षत कायड संपन्न
करे गा।
9.2.3 सुवनवित करे गा दक संबध
ं न एिं परीक्षा उपविवधयों के सभी उपबंधो तथा
सी.बी.एस.ई द्वारा समय-समय पर ददए गए सभी वनदेिों का सख्ती से
पालन दकया िाता है।
9.2.4 विद्यालय के कमडचाररयों के वलए आहरण एिं संवितरण अवधकारी होगा तथावप
गैर सहायता प्राप्त विद्यालय के मामले में उसे आहरण एिं संवितरण अवधकारी
के रूप में िह िही कायड संपन्न कर सके गा, िो सवमवत द्वारा िारी अनुदि
े ों में
विवनर्दडष्ट होंगे।

32
9.2.5 विद्यालय लेखा, विद्यालय ररकार्ड, अध्यापकों की सेिा पुवस्तकाओं के तथा

सवमवत/बोर्ड द्वारा यथा विवनर्दडष्ट ऐसे रविस्टरों, वििरवणयों तथा आंकड़ों के

उवचत रखरखाि के वलए विम्मेदार होगा।

9.2.6 विद्यालय से संबंवधत कायाडलयी पत्राचार को व्यिवस्थत करना तथा विवनर्दडष्ट

तारीख में राज्य सरकार/ बोर्ड द्वारा अपेवक्षत वििरवणयों एिं सूचना को प्रस्तुत

करना।

9.2.7 विद्यालय के वलए अपेवक्षत भंर्ार एिं अन्य सामवग्रयों की ऐसे खरीद को

अवधिावसत करने िाले वनयमों के अनुसार खरीद करे गा और ऐसे समस्त सामान

को स्टॉक रविस्टर में दिड करे गा तथा वबलों की संिीक्षा करे गा और भुगतान

करे गा।

9.2.8 िषड में कम से कम एक बार विद्यालय की संपवत्त और स्टॉक का प्रत्यक्ष

सत्यापन करे गा और स्टॉक रविस्टरों का स्पष्टत: एिं सही रूप में रखरखाि को

सुवनवित करे गा।

9.2.9 छात्रों के वनवध के उवचत उपयोग हेतु विम्मेदार होगा।

9.2.10 उत्तम पेयिल की आपूर्तड के वलए संतोषप्रद व्यिस्थाएं करे गा और छात्रों के

वलए अन्य सुविधाएं प्रदान करे गा और सुवनवित करे गा दक विद्यालय भिन,

इसके िुड़नार और र्नीचर, कायाडलय उपस्कर, प्रयोगिालाएं, खेल का मैदान,

विद्यालय का बगीचा तथा अन्य संपवत्तयों का उवचत रूप से तथा सािधानीपूिडक

रखरखाि दकया िाता है।

9.2.11 विद्यालय के अध्यापन और गैर अध्यापन स्टार् के कायड का पयडिेक्षण, वनदेिन

और वनयंत्रण करे गा।

9.2.12 विद्यालय में दावखले, विद्यालय की समय सारणी तैयार करने, कायड तथा
अध्यापन भार अध्यापकों में आबंटन करने का प्रभारी होगा और अध्यापकों को
अपने कायों को पूरा करने के वलए आिश्यक सुविधाएं प्रदान करे गा तथा
सरकार/बोर्ड द्वारा समय-समय पर िारी अनुदि
े ों के अनुसार विद्यालयी परीक्षा
आयोवित करे गा।
9.2.13 अपने सहकर्मडयों से परामिड करके पहले ही िषड के िैक्षवणक कायड की अवग्रम
योिना तैयार करे गा और माह में कम से कम एक बार कमडचाररयों की बैिक
आयोवित करे गा, माह के दौरान दकए गए कायड की समीक्षा करे गा और छात्रों
की प्रगवत का वनधाडरण करे गा।

33
9.2.14 अध्यापकों को अपने व्यािसावयक विकास को बढाने में उनकी मदद तथा

मागडदिडन करे गा और सेिाकालीन विक्षा के वलए तैयार दकए गए पाठ्यक्रमों में

उनकी भागीदारी को सदक्रय रूप से प्रोत्सावहत करेगा।

9.2.15 अध्यापकों की स्ि-सुधार की पहल को बढािा देगा और विक्षण िास्त्र संबंधी

तथा अन्य निप्रितडनों को िुरू करने में उन्हें प्रोत्सावहत करे गा, िो िैवक्षक रूप

से सुदढृ हों।

9.2.16 कक्षा अध्यापन का पयडिेक्षण करे गा और एक िैसे विषय क्षेत्र के अध्यापकों में

सहयोग एिं समन्िय सुदढृ करे गा साथ ही अंतर विषयी समन्िय भी सुदढृ

करे गा।

9.2.17 समुदाय के कमिोर िगों से संबंवधत बच्चों के साथ-साथ अन्य ऐसे बच्चों की

वििेष उपचारी अध्यापन की व्यिस्था करे गा, विन्हें ऐसे उपचारी विक्षण की

िरूरत है।

9.2.18 अनौपचाररक एिं कक्षा-रवहत अध्यापन की व्यिस्था करे गा।

9.2.19 छात्रों के वलवखत कायड और गृह कायड की संिीक्षा के वलए एक वनयवमत समय-

सारणी तैयार करे गा तथा इसे विवनर्दडष्ट करे गा और यह सुवनवित करे गा दक

वनधाडरण और संिोधन को समय पर और प्रभािी रूप से दकए िाते हैं।

9.2.20 छात्रों के वलए उनकी िरूरतों के अनुसार वििेष अनुदि


े ों को िारी करने के

वलए आिश्यक व्यिस्था करे गा।

9.2.21 घरे लू प्रणाली के िररए अथिा दकसी अन्य प्रभािी तरीके में, िैसा भी िह

िीक समझे, विवभन्न सह पाठ्येतर दक्रयाकलापों को आयोवित करे गा और

समवन्ित करे गा।

9.2.22 विद्यालय में पुस्तकालय संसाधनों एिं पिन सुविधाओं को विकवसत तथा
आयोवित करे गा और सुवनवित करे गा दक छात्रों एिं अध्यापकों के पास स्थावपत
मूल्यों एिं उपयोगी पुस्तकों एिं दैवनकदकयों की सुलभता हो और िे इनका
उपयोग करते हों।
9.2.23 विद्यार्थडयों की प्रगवत ररपोटड को उनके माता-वपता अथिा अवभभािकों को
वनयवमत रूप से भेिना।
9.2.24 छात्रों की िारीररक तंदरु स्ती को बढािा देगा, उच्च स्तर की स्िच्छता एिं
सर्ाई आदतों को सुवनवित करे गा तथा विद्यार्थडयों की आिवधक वचदकत्सा िांच
की व्यिस्था करे गा और वचदकत्सा ररपोटों को उनके माता-वपता अथिा
अवभभािकों को भेिेगा।

34
9.2.25 िह कम से कम एक घंटा प्रवत ददन छात्रों को पढाने में व्यतीत करे गा।

9.2.26 बोर्ड की अपेक्षा के अनुसार समय-समय पर बोर्ड की परीक्षाओं के संबंध में

उत्तर पुवस्तकाओं के मूल्यांकन हेतु तथा िैक्षवणक प्रविक्षण से संबंवधत अन्य

कायों और परीक्षाएं संचावलत करने के वलए अध्यापकों को भेिने हेतु विम्मेदार

होगा।

9.2.27 विद्यालय का प्रधानाचायड प्रमुख परीक्षाएं आयोवित करने, उत्तर पुवस्तकाओं का

मूल्यांकन करने, पररणाम प्रक्रमण करने तथा अन्य सहायक दक्रयाकलापों के

संबंध में बोर्ड द्वारा सौंपे गए दकसी कायड को करने से मना नहीं करे गा।

विद्यालय का प्रधानाचायड/ प्रमुख िहां भी और िब भी बोर्ड द्वारा उसे वनयुि

दकया गया हो, एक कें द्र अधीक्षक के रूप में कायड करे गा और दकसी भी

पररवस्थवत में अपने प्रावधकार, दावयत्िों एिं विम्मेदाररयों को दकसी दूसरे व्यवि

को प्रत्यायोवित नहीं करेगा।

9.3 विद्यालय का प्रबंधक/ संिाददाता :

9.3.1 प्रबंधक/ संिाददाता न्यास/ सवमवत और विद्यालय के बीच एक महत्िपूणड एिं

आिश्यक कड़ी होगा। िह बोर्ड के अनुदि


े ों का पालन करने के वलए विम्मेदार

होगा/होगी।

9.3.2 िह सुवनवित करे गा/ करे गी दक सवमवत से प्राप्त वनदेिों को विद्यालय प्रबंधन

सवमवत को और संस्था के प्रमुख को उवचत रूप से सूवचत दकया िाता है।

9.3.3 िह प्रबंधन सवमवत के वनयंत्रण के अधीन विद्यालय का सामान्य पयडिेक्षण

करे गी/करे गा।

9.3.4 िह ऐसी वित्तीय िवियों का प्रयोग करे गा/ करे गी, िो प्रबंधन की स्कीम में

वनधाडररत हैं तथा उसे प्रत्यायोवित की गई हैं।

9.3.5 िह प्रबंधन सवमवत की ओर से वनयुवि पत्रों, कमडचाररयों पर अनुिासवनक

कारड िाई संबंधी पत्रों तथा सेिा समावप्त पत्रों और वनलंबन पत्रों आदद पर

हस्ताक्षर करे गा/करे गी।

9.3.6 िह विद्यालय प्रमुख की विम्मेदाररयों और कायों के वनिडहन में हस्तक्षेप नहीं


करे गा/करे गी।
9.3.7 संबंधन/ मान्यता से संबंवधत सभी पत्रों पर उनके द्वारा प्रवतहस्ताक्षर दकए

िाएंगे।
35
अध्याय 10 आिेदनों को प्रस्तुत करना, उन पर प्रक्रमण

संबध
ं ी प्रदक्रयाएं और अनुमोदन

इस अध्याय में विवभन्न प्रकार के आिेदनों तथा इन आिेदनों पर बोर्ड द्वारा की गई कारड िाई

से संबवं धत विवभन्न प्रदक्रयाएं, कायडविवधयां और उपबंध िावमल हैं।

10.1 नये संबध


ं न और दूसरे बोर्ड से पदांतरण :

10.1.1 आिेदन प्रस्तुत करने का तरीका : सभी आिेदनों को के िल ऑनलाइन ही

प्रस्तुत दकया िाएगा। दस्ती/ ई-मेल/ र्ाक अथिा दकसी अन्य साधन से भेिे

गए आिेदनों को स्िीकार नहीं दकया िाएगा और/ अथिा उन पर कारड िाई

नहीं की िाएगी।

10.1.2 विद्यालय वनधाडररत तरीके में दस्तािेिी साक्ष्य के साथ संबंधन हेतु आिेदन िमा

करने से पहले इन उपविवधयों के खण्र् 2.3, उप खंर् 2.3.1,2.3.2,

2.3.3, 2.3.4, 2.3.5, 2.3.6, 2.3.7 और 2.3.8 में वनधाडररत

सभी ितों को पूरा करेंगे।

10.1.3 इन ितों को पूरा नहीं करने की वस्थवत में अथिा वनधाडररत तरीके में दस्तािेिी

साक्ष्य िमा नहीं करने की वस्थवत में आिदेन को सरसरी तौर पर रद्द कर

ददया िाएगा।

10.1.4 विद्यालय को बोर्ड की संबंधन की औपचाररक मंिूरी प्राप्त दकए बगैर संबंधन

हेतु आिेदन के लंवबत रहने के दौरान सी.बी.एस.ई. पद्धवत की कक्षाएं

IX/X/XI/XIIिैसा भी मामला हो, िुरू करने की अनुमवत नहीं होगी।

10.1.5 आिेदन प्राप्त होने पर बोर्ड विवभन्न ितों को पूरा करने से संबंवधत दस्तािेिों

की िांच करे गा।

10.1.6 अधूरे (अपूणड) आिेदनों और अपेवक्षत दस्तािेिों के बगैर िमा दकए गए

आिेदनों को अस्िीकार दकया िाएगा और बोर्ड द्वारा उन पर आगे की कारड िाई

नहीं िाएगी।

36
10.1.7 यदद बोर्ड द्वारा िांच दकए िाने पर यह देखा िाता है दक विद्यालय िरूरी

अपेक्षाओं को पूरा नहीं करता, तो विद्यालय के आिेदन को रद्द कर ददया

िाएगा तथा बोर्ड द्वारा उस पर आगे की कारड िाई नहीं की िाएगी।

10.1.8 विद्यालय के आिेदन को अस्िीकार दकया िाएगा, यदद यह पाया िाता है दक

विद्यालय ने उसी सत्र में अथिा परिती सत्र में कई आिेदन िमा दकए हैं

अथिा इन आिेदनों की कारड िाई की वस्थवत/ स्तर को ध्यान में रखते हुए उसी

सत्र में अथिा परिती सत्र में उच्चतर स्तर के संबध


ं न हेतु आिेदन दकया है।

10.1.9 यदद आिेदन के संबंध में बोर्ड द्वारा दकसी स्पष्टीकरण की िरूरत हो, तो

विद्यालय को तदनुसार सूवचत दकया िाएगा और विद्यालय को ऐसी सम्प्रेषण

वतवथ से 30 ददन के भीतर ऐसा स्पष्टीकरण/ अनुपालन प्रस्तुत करना अपेवक्षत

होगा।

10.1.10 यदद संबंधन हेतु विद्यालय के आिेदन को इन उपविवधयों के उपबंधों के

अनुसार क्रम में पाया िाता है, तो बोर्ड संबंधन हेतु विद्यालय की उपयुिता

का वनधाडरण करने के वलए विद्यालय के प्रत्यक्ष वनरीक्षण हेतु एक वनरीक्षण

सवमवत को वनयुि करे गा।

10.1.11 विद्यालयों का वनरीक्षण इन उपविवधयों के अध्याय -11 में वनवहत उपबंधों के

अनुसार गरित सवमवत द्वारा संचावलत दकया िाएगा।

10.1.12 विद्यालय सभी दस्तािेिों को तैयार रखेगा और उनको वनरीक्षण के समय

वनरीक्षण सवमवत को उपलब्ध कराएगा। वनरीक्षण सवमवत संबंधन उपविवधयों के

अनुसार संबंधन संबंधी सभी अपेक्षाओं का प्रत्यक्ष सत्यापन करने के बाद ररपोटड

को बोर्ड के पास भेिेगी।

10.1.13 यह सुवनवित करना विद्यालय की विम्मेदारी है दक यह वनधाडररत संरूप में

दस्तािेिी साक्ष्यों से विवधित समर्थडत संबंधन उपविवधयों में वनधाडररत सभी

ितों को पूरा करता है।

10.1.14 बोर्ड, वनरीक्षण ररपोटड की िांच करे गा और इसे बोर्ड के सक्षम प्रावधकारी के

समक्ष यह वनणडय करने के वलए रखा िाएगा दक विद्यालय को संबंधन स्िीकृ त

करना चावहए अथिा नहीं। मंिूरी अथिा अस्िीकृ त के संबंध में सक्षम

प्रावधकारी का वनणडय अंवतम होगा और इसके बारे में विद्यालय को संप्रेवषत

दकया िाएगा।

37
10.1.15 विद्यालय आिेदन की िांच अथिा वनरीक्षण ररपोटड की िांच के संबंध में ऐसे
वनणडय की सम्प्रेषण के 60 ददन के भीतर बोर्ड के वनणडय के वखलार् अभ्यािेदन
प्रस्तुत कर सकता है। वनधाडररत अिवध की समावप्त के बाद कोई भी अभ्यािेदन
स्िीकार नहीं दकया िाएगा।
10.1.16 यदद विद्यालय द्वारा आिेदन में दकया गया कोई कथन असत्य पाया िाता है
अथिा विद्यालय द्वारा अपलोर् दकया गया कोई दस्तािेि नकली/
िाली/मनगर्ंत/रद्दोबदल दकया हुआ पाया िाता है, तो विद्यालय के आिेदन
को रद्द दकया िा सकता है और विद्यालय को कोई नोरटस ददए बगैर विद्यालय
पर बोर्ड द्वारा आपरावधक कारड िाई करने के अलािा खण्र् 12.1.1 से
12.1.10 में उवल्लवखत िावस्तयों में से कोई भी िावस्त िैसी भी उवचत हो,
उस तरह से लगाई िा सकती है।
10.1.17 यदद संबंधन स्िीकृ त नहीं दकया िाता है और आिेदन को रद्द दकया िाता है
तो विद्यालय, संबंधन संबंधी प्रवतमानकों को पूरा करने के बाद वनधाडररत र्ीस
के साथ नये वसरे से आिेदन कर सकता है।

10.2 माध्यवमक स्तर/ िररष्ठ माध्यवमक स्तर में उन्नयन :


10.2.1 खण्र् 10.1 तथा उसके उपखंर् में ददए गए उपबंधों एिं प्रदक्रयाएं उन सभी
मामलों में लागू होंगी, विनमें विद्यालय ने माध्यवमक स्तर अथिा िररष्ठ
माध्यवमक स्तर में संबंधन के उन्नयन हेतु आिेदन दकया है।
10.2.2 खंर् 10.1 और उसके उपखंर्ों में उवल्लवखत ितों के अलािा, इन उप
विवधयों में उवल्लवखत सभी अन्य ितों को भी विनको विद्यालय को संबध
ं न से
पहले अथिा बाद पूरा करना आिश्यक है और बोर्ड अथिा कें द्र/ राज्य/ संघ
राज्य क्षेत्र की सरकार द्वारा िारी दकसी वनदेि को भी विद्यालय द्वारा पूरा
करना आिश्यक होगा।

10.3 संबध
ं न का विस्तार :

बोर्ड िुरूआती संबंधन के बाद आगे और 5 िषड की अिवध के वलए संबंधन की


मंिूरी प्रदान कर सकता है, बिते विद्यालय इन विवधयों के तहत संबंधन के
प्रवतमानकों का और विस्तार हेतु समय-समय पर वनधाडररत अन्य ितों का पूरी तरह
पालन करता हो।

10.3.1 विद्यालय की यह विम्मेदारी होगी दक िह पररविष्ट -। में दी गई समय सीमा

के अनुसार अपेवक्षत िुल्क के साथ संबंधन के विस्तारण हेतु आिेदन करे गा।

10.3.2 विद्यालय को प्रदान दकया गया संबंधन, संबंध के विस्तारण हेतु विद्यालय के

आिेदन की प्रावप्त तक मान्य रहेगा विस पर बोर्ड का वनणडय अंवतम होगा।

38
10.3.3 पररविष्ट -। में ददए गए ब्यौरों के अनुसार विलंब िुल्क संबंधन के विस्तारण

हेतु आिेदनों को देर से प्रस्तुत करने के वलए विद्यालय से प्रभाररत दकया

िाएगा। विलंब िुल्क अंवतम तारीख से अथिा उस तारीख से प्रभायड होगा

विसमें आिेदनों को अगली अिवध/ सत्र, िैसा भी मामला हो, के वलए खोला

िाता है।

10.3.4 इन उपविवधयों में उवल्लवखत सभी ितों को, विनको विद्यालय को संबंधन की

तारीख से पहले अथिा बाद में पूरा दकया िाना अपेवक्षत होता है और बोर्ड

द्वारा अथिा कें द्र/ राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार द्वारा िारी दकसी वनदेि को

विद्यालय द्वारा पूरा दकया िाना आिश्यक होगा।

10.3.5 बोर्ड विस्तारण हेतु आिेदनों पर कारड िाई के वलए एक ही अथिा खंर् 10.1

और उपखंर्ों में दी गई समान प्रदक्रया अपना सकता है।

10.3.6 वनयवमत संबंधन िाले विद्यालयों को संबंधन के विस्तारण हेतु आिेदन करने की

िरूरत नहीं है, िब तक दक बोर्ड द्वारा अन्यथा वनणडय नहीं वलया गया हो।

10.4 अवतररि विषयों हेतु आिेदन :

बोर्ड में िररष्ठ माध्यवमक स्तर तक संबद्ध विद्यालयों को उन विवनर्दडष्ट विषयों में विनके

वलए संबंधन स्िीकृ त दकया गया है, बोर्ड की परीक्षा में अभ्यर्थडयों को प्रायोवित करने

की अनुमवत दी िाती है। तथावप, विद्यालय के वलए अभ्यार्थडयों को और अवधक

विकल्प प्रदान करने के वलए और अवधक विषय िावमल करना अपेवक्षत हो, तो

आगामी उपखंर्ों में दी गई प्रदक्रया के अनुसार विद्यालयों को अवतररि विषयों की

अनुमवत दी िाती है :

10.4.1 पररविष्ट -। में ददए गए समय सीमा के अनुसार अपेवक्षत र्ीस के साथ

अवतररि विषयों के वलए आिेदन करने की विम्मेदारी विद्यालय की होगी।

10.4.2 बोर्ड आिेददत विषय (विषयों) के अध्यापन के संबंध में उपलब्ध सुविधाओं की

उपयुिता का वनधाडरण करने के वलए वनरीक्षण कर सकता है।

10.4.3 दकसी भी विद्यालय को आिेदन लंवबत रहने के दौरान भी आिेददत अवतररि

विषयों में कक्षाएं िुरू करने की अनुमवत नहीं होती है। विद्यालय इन अवतररि

विषयों में कक्षाओं को बोर्ड से स्पष्ट मंिूरी वमलने के बाद ही िुरू करे गा।

39
10.5 आिेदन िमा करने के वलए संबध
ं न िुल्क और समय सीमा :

10.5.1 विद्यालय पररविष्ट -। में ददए गए वनधाडररत संबध


ं न िुल्क के साथ आिेदन कर

सकता है।

10.5.2 िमा की गई र्ीस को उन आधारों पर ध्यान ददए बगैर विन पर आिेदन को

अस्िीकार दकया गया है, िापस अथिा समायोवित नहीं दकया िाएगा भले ही

विद्यालय का वनरीक्षण नहीं दकया गया हो।

10.5.3 इन उपविवधयों की सीमा में सभी श्रेणी के ऑनलाइन आिेदनों को सामान्य तौर

पर पहली िनिरी को खोला िाएगा और कै लेण्र्र िषड की 31 माचड तक बंद

दकया िाएगा। आिेदनों की विस्तृत समय-सीमा पररविष्ट –VI में दी गई है।

10.6 ऑर् लाइन आिेदन :

ऑर् लाइन आिेदनों अथिा हार्ड प्रवतयों में आिेदनों पर बोर्ड द्वारा विचार नहीं दकया

िाएगा।

10.7 वनयवमत संबध


ं न हेतु आिेदन :

बोर्ड इन उपविवधयों के खण्र् 2.2.6 में उवल्लवखत विद्यालयों के वनयवमत संबंधन हेतु

आिेदन की अलग प्रदक्रया, प्रपत्र और तरीका वनधाडररत कर सकता है।

10.8 मांग पर अथाडत “ऑन वर्माण्र्” श्रेणी के आिेदन :

बोर्ड “ऑन वर्माण्र्” श्रेणी में इस अध्याय में विवभन्न श्रेवणयों में आिेदन मांगने और

उन पर कारड िाई करने के वलए प्रािधान एिं प्रदक्रया वनधाडररत कर सकता है और

तदनुसार ऐसे आिेदनों के वलए र्ीस वनधाडररत कर सकता है।

40
अध्याय 11 विद्यालयों का वनरीक्षण

11.1 संबध
ं न के वलए वनरीक्षण :

कोई भी विद्यालय, वनरीक्षण सवमवत द्वारा, विसमें दो से कम सदस्य नहीं हों, विनमें कम
से कम एक सदस्य अकादवमक सदस्य होना चावहए, वनरीक्षण दकए बगैर बोर्ड से संबंद्ध नहीं
होगा। वनम्नवलवखत व्यापक िीषड हैं, विन्हें वनरीक्षण सवमवत द्वारा वनरीक्षण के दौरान िावमल
दकया िाएगा।
11.1.1 उपलब्ध अिसंरचनात्मक सुविधाएं।
11.1.2 अध्यापकों का िास्तविक नामांकन और उनकी िैवक्षक अहडताएं।
11.1.3 िैक्षवणक मानक।
11.1.4 कक्षाओं में अध्यापन की प्रदक्रया।
11.1.5 ररकार्ड रखरखाि।
11.1.6 लेखा बही यह सुवनवित करने के वलए दक विद्यालय चलाने िाली सवमवत/
न्यास/कं पनी से अलग अपने लेखा बही रख रहा है।
11.1.7 बच्चों की संरक्षा एिं सुरक्षा से संबंवधत उपबंध।
11.1.8 अिि व्यवियों के संबंध में समािेि नीवतयों का कायाडन्िन।
11.1.9 विद्यालय प्रबंधन सवमवत के सदस्यों के साथ पारस्पररक िाताड।
11.1.10 बोर्ड द्वारा वििेष रूप से सूवचत कोई अन्य क्षेत्र।

11.2 आिवधक वनरीक्षण और संबध


ं न के विस्तारण हेतु वनरीक्षण :

11.2.1 बोर्ड संबद्ध विद्यालय का वनरीक्षण विस्तारण के समय अथिा विवनर्दडष्ट अिवध

के बाद संबंधन अिवध के दौरान दकसी भी समय कर सकता है। ऐसे वनरीक्षणों

की आिवधकता को बोर्ड द्वारा समय-समय पर वनधाडररत दकया िाएगा।

11.2.2 आिवधक वनरीक्षण, वनरीक्षण सवमवत द्वारा, विसमें बोर्ड द्वारा वनयुि एक

अथिा अवधक सदस्य िावमल हों, दकया िा सकता है।

11.2.3 वनरीक्षण प्रदक्रया को अवधक विक्षा उन्मुखी बनाने के वलए पररणाम आधाररत

कायडप्रणाली पर विर्श्ास दकया िाएगा।

11.2.4 खण्र् 11.2 के तहत वनरीक्षण में खंर् 11.1.1 से 11.1.10 में उवल्लवखत

सभी व्यापक िीषो अथिा कोई एक िावमल हो सकता है।

41
11.3 खंर् 11.1 और 11.2 में िावमल मामलों में, यह सुवनवित करना विद्यालय की

विम्मेदारी होगी दक विद्यालय में पढ रहे बच्चों के 4 माता-वपता वनरीक्षण के ददन

विद्यालय में उपवस्थत रहें, और वनरीक्षण सवमवत को उनसे परस्पर बातचीत करने की

अनुमवत दी िाए। इन चार माता-वपता में से दो पुरुष और दो मवहलाएं होनी चावहए

और उनमें एक बावलका के माता-वपता होने चावहए और एक वििेष आिश्यकताओं

िाले बच्चे के माता –वपता होने चावहए।

11.4 औचक वनरीक्षण :

बोर्ड, विद्यालय को कोई नोरटस ददए बगैर सवमवत से विसमें एक अथिा अवधक

सदस्य हों, दकसी भी समय संबद्ध विद्यालय का वनरीक्षण करिा सकता है।

11.5 वििेष प्रयोिनों हेतु वनरीक्षण :

बोर्ड, विद्यालय द्वारा अध्याय -15 में वनवहत उपबंधों के अनुसार विद्यालय के प्राप्त

आिेदनों पर वनणडय करने के वलए अथिा दकसी अन्य प्रयोिन हेतु, विसे बोर्ड द्वारा

आिश्यक समझा गया हो, एक अथिा अवधक सदस्यों िाली सवमवत से संबद्ध विद्यालय

का वनरीक्षण करिा सकता है।

11.6 इस वनरीक्षण ररपोटड पर बोर्ड द्वारा उपयुि कारड िाई के वलए विचार दकया िाएगा।

11.7 वनरीक्षण सवमवत :

11.7.1 विद्यालयों का वनरीक्षण एक गोपनीय कायड है और सदस्यों को उपलब्ध कराई

गई समस्त िानकारी न्यासी क्षमता में होती है। सदस्यों से समस्त िानकारी के

व्यिस्थापन में अत्यवधक सािधानी बरतने की अपेक्षा की िाती है।

11.7.2 सदस्यों से आिा की िाती है दक िे संबंधन की अपेक्षाओं को समझने के वलए

संबंधन उपविवधयों, परीक्षा उपविवधयों तथा बोर्ड के अन्य अनुदि


े ों में वनवहत

उपबंधों की िानकारी कर लें।

11.7.3 वनरीक्षण सवमवत के सदस्यों को उन्हें प्राप्त सूचना को दकसी अनावधकृ त व्यवि

को प्रकट करने से बचना अपेवक्षत है।

42
11.7.4 सदस्य यह सुवनवित करें दक विद्यालय का वनरीक्षण कायड ददिस में दकया िाता
है, िब विद्यालय में िास्ति में अध्यापन दकया िा रहा हो। वनरीक्षण न तो
अिकाि के ददन दकया िाए, न ही दकसी भी पररवस्थवत में विद्यार्थडयों को
अिकाि ददन विद्यालय में बुलाया िाए।
11.7.5 वनरीक्षण के बारे स्कू ल को सूवचत करना आिश्यक है तादक स्कू ल आिश्यक
व्यिस्थाएं कर सकें , सदस्यों को पहले से स्कू ल को संपकड करना चावहए।
11.7.6 सदस्यों को यह सुवनवित करना अपेवक्षत होता है दक औचक वनरीक्षण के
मामले में विद्यालयों को दकसी भी पररवस्थवत में वनरीक्षण के बारे में पहले से
सूवचत नहीं दकया िाता है।
11.7.7 सदस्यों को उन्हें सौंपा गया कायड यथासंभि िीघ्र पूरा करना अपेवक्षत होता है
परं तु यह वनयुवि पत्र में उवल्लवखत समय अिवध से बाद में नहीं होना चावहए।
11.7.8 सदस्य यह सुवनवित करें दक उन्हें उपलब्ध कराए गए लॉन-इन पररचय पत्रों
को दकसी अन्य व्यवि के साथ साझा नहीं दकया िाता है।
11.7.9 सदस्यों को सभी दस्तािेिों की िांच और सम्यक तत्परता के बाद कक्षाओं में
विद्यार्थडयों को अनुदि
े देने की प्रदक्रया पर रटप्पणी करना अपेवक्षत होता है।
11.7.10 सदस्य उन सभी दस्तािेिों को विनकी आिेदन र्ामड में कमी थी, एकत्र करने
तथा भेिने/अपलोर् करने का प्रयास करें गे।
11.7.11 सदस्यों को वनरीक्षण दकए िाने िाले विद्यालय से कोई मदद वलए बगैर, स्ियं
ऑनलाइन ररपोटड प्रोर्ामाड में िानकारी भरना अपेवक्षत होता है। इस ररपोटड को
वनवित रूप से वनधाडररत की गई समय सीमा के अनुसार प्रस्तुत दकया िाएगा।
11.7.12 िीवर्योग्रार्ी वनरीक्षण का अवत महत्िपूणड पहलू होता है। वनरीक्षण सवमवत के
सदस्य सुवनवित करें गे दक अिसंरचनाओं, कक्षाओं, प्रयोगिालाओं, खेल के
मैदानों चारदीिारी, एररयल दृश्य आदद सवहत समग्र प्रदक्रया को िीवर्योग्रार्ी
में िावमल दकया िाता है और बोर्ड द्वारा वनधाडररत तरीके में अपलोर् दकया
िाता है/ भेिा िाता है।
11.7.13 सदस्य अत्यवधक सािधानी बरतेगे और अिसंरचना, प्रिासन तथा िैक्षवणक
विषयों से संबंवधत सभी मुद्दों पर विचार करने के बाद ही अंवतम ररपोटड में
वसर्ाररिें करें गे।
11.7.14 वनरीक्षण सवमवत वनरीक्षण संचालन के तीन (03) कायड ददिस के भीतर बोर्ड
की अपेक्षाओं के अनुसार ररपोटड प्रस्तुत करे गी। वनधाडररत अिवध के भीतर ररपोटड
प्रस्तुत नहीं करने पर वनरीक्षण सवमवत के सदस्यों के वखलार् उपयुि कारड िाई
की िाएगी।
11.7.15 सदस्यों को उच्च स्तर की नीवतपरकता, नैवतकता और सत्यवनष्ठा को बनाए
रखना अपेवक्षत होता है। सदस्यों को विद्यालयों से दकसी प्रकार के आवत्य को
स्िीकार करने से बचना अपेवक्षत है।

43
अध्याय 12 िावस्त

12.1 यदद विद्यालय को बोर्ड के संबंधन उपविवधयों/ परीक्षा उपविवधयों के उपबंधों का

उल्लंघन करता पाया िाता है अथिा विद्यालय बोर्ड के वनदेिों का पालन नहीं करता

है तो बोर्ड के पास वनम्नवलवखत िावस्तयों लगाने की िवियां होंगी :

12.1.1 वलवखत चेतािनी।

12.1.2 रू0 5,00,000/- तक का िुमाडना लगाना।

12.1.3 विद्यालय को िररष्ठ माध्यवमक स्तर से माध्यवमक स्तर में क्रमािनवत करना।

12.1.4 विद्यालय में सेक्ट्िनों की संख्या को सीवमत करना।

12.1.5 विद्यालय को दो िषड की अिवध तक विद्यार्थडयों को बोर्ड परीक्षाओं में

प्रायोवित करने से वििर्िडत करना।

12.1.6 एक वनधाडररत अिवध के वलए संबंधन का वनलंबन।

12.1.7 विद्यालय को पांच िषड की अिवध तक संबंधन के वलए अथिा संबंधन के पुन:

स्थापन के वलए आिेदन करने से वििर्िडत करना।

12.1.8 दकसी वििेष विषय अथिा स्रीम से संबंधन को िापस लेना।

12.1.9 संबंधन को िापस लेना।

12.1.10 बोर्ड अन्य िावस्त विसे बोर्ड द्वारा िीक समझा गया हो।

12.2 बोर्ड खण्र् 12.1.1 से 12.1.9 में उवल्लवखत सभी िावस्तयों अथिा उनमें से दकसी

िावस्त को दकसी भी विद्यालय पर वनम्नवलवखत मामलों के वलए लगा सकता है:

12.2.1 परीक्षा, िैक्षवणक, प्रिासवनक और वित्तीय मामलों में घोर अनाचार हेतु

12.2.2 न्यायालय, कें द्र सरकार, राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार अथिा बोर्ड के

वनदेिों/अनुदि
े ों का प्रमावणत उल्लंघन, अननुपालन।

12.2.3 संबंधन उपविवधयों में वनधाडररत ितों का प्रमावणत उल्लंघन।

12.2.4 संबध
ं न उपविवधयों में वनधाडररत संबंधन हेतु आिश्यक अपेक्षाओं में दकसी भी

स्तर पर पायी गई कमी।

12.2.5 राज्य सरकार द्वारा मान्यता को िापस लेने पर।

12.2.6 राज्य सरकार द्वारा िारी अनापवत्त प्रमाणपत्र को िापस लेने पर।
44
12.2.7 कें द्र, राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार से विद्यालय को स्थायी रूप से असंबद्ध

करने, बंद करने की स्पष्ट अनुिंसा/ आदेि/ अनुरोध अवभव्यि पर अथिा

कोई अन्य िावस्त लगाने पर।

12.2.8 कें द्र, राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार से प्राप्त पत्र/संदभड/आदेि/ अनुरोध पर।

12.2.9 इन उपविवधयों की अपेक्षाओं के अनुसार अध्यापकों/ प्रधानाचायड को अध्यापक

प्रविक्षण हेतु नहीं भेिने के वलए।

12.2.10 अध्यापकों/ प्रधानाचायड/ कमडचाररयों को बोर्ड की अपेक्षाओं के अनुसार बोर्ड

परीक्षाओं की उत्तर पुवस्तकाओं का मूल्यांकन करने और अन्य सहायक

कायडकलापों हेतु नामांदकत एिं कायड मुि नहीं करने के वलए।

12.2.11 कोई कदाचार कृ त्य, उपेक्षा कायड/ चूक तथा परीक्षा उपविवधयों का अननुपालन

(विसमें परीक्षाएं संचावलत करने के संबंध में बोर्ड के वनदेिों की अिज्ञा भी

िावमल है) विससे सािडिवनक परीक्षाएं उत्तर पुवस्तकाओं का मूल्यांकन उनका

पररणाम प्रक्रमण तथा अन्य सहायक दक्रयाकलाप िोवखम में पड़ सकते हैं।

12.2.12 विद्यालय के कमडचारी (कमडचाररयों) द्वारा अथिा विद्यालय प्रबंधन से िुड़े

व्यवि (यों) द्वारा, िो विद्यालय के वनयंत्रण में हों अथिा विद्यालय का

संचालन करने िाले न्यास/ सवमवत/ कं पनी के वनयंत्रण में हों, सािडिवनक

परीक्षाएं आयोवित करने, उत्तर पुवस्तकाओं को मूल्यांकन करने, उनके पररणाम

प्रक्रमण तथा अन्य सहायक दक्रयाकलापों के संबंध में बोर्ड द्वारा िारी अवभव्यि

अथिा अंतर्नडवहत दकसी भी अनुदि


े का ऐसा उल्लंघन विससे सािडिवनक

परीक्षाओं उत्तर पुवस्तकाओं के मूल्यांकन और उनके पररणाम प्रक्रमण को िोवखम

हो अथिा िोवखम हो सकता हो।

12.2.13 विद्यालय अथिा विद्यालय के प्रमुख अथिा न्यास/ सवमवत/ कं पनी विन्होंने इन

उपविवधयों में ददए गए अथिा समय-समय पर िारी वनदेिों के अनुसार

विद्यालय को स्थावपत दकया है अथिा उसे संचावलत कर रहें हैं, द्वारा कतडव्यों

और विम्मेदाररयों से संबंवधत कोई उल्लंघन।

12.2.14 छात्रों को र्ीस की िापसी के संबंध में खण्र् 7.5 में वनवहत उपबंध का कोई

उल्लंघन।

45
12.2.15 लगातार तीन िषों से विद्यालय का खराब िैक्षवणक वनष्पादन विसमें िह

सामान्य उत्तीणड प्रवतित को कम से कम 50 प्रवतित उत्तीणडता पर बनाए रखने

में सक्षम नहीं रहा हो।

12.2.16 कोई अन्य मामला, विसे बोर्ड िावस्त लगाने के वलए अथिा संबंधन समाप्त

करने के वलए पयाडप्त गंभीर समझता हो।

46
अध्याय 13 िावस्तयां लगाने संबध
ं ी प्रदक्रया

बोर्ड के पास अध्याय 12 में उवल्लवखत िावस्तयां को लगाने िवि इस अध्याय में िैसा ददया

गया है, के अनुसार होगी:

13.1 खण्र् 12.1 और उसके उप खण्र्ों में पररभावषत िावस्तयों को साथ-साथ अथिा

लगातार लगाए िाने का आदेि ददया िा सकता है।

13.2 बोर्ड संबंवधत मामले में त्यों का सत्यापन करने और साक्ष्य एकवत्रत करने के वलए

वनम्नवलवखत में से, कोई एक अथिा सभी कारड िाई कर सकता है:

13.2.1 विद्यालय से ररपोटड अथिा स्पष्टीकरण मांगना।

13.2.2 अन्य प्रावधकाररयों तथा संबंवधत क्वाटडरों से रटप्पवणयां अथिा ररपोटड मांगना।

13.2.3 विद्यालय का दकया िाने िाला औचक वनरीक्षण करना।

13.2.4 कोई अन्य ऐसी कारड िाई, विसे त्यों का सत्यापन करने के वलए उपयुि

समझा िा सकता है।

13.3 त्यों का सत्यापन करने के बाद बोर्ड विद्यालय को प्रस्तावित कारड िाई के वलए कारणों

को वनधाडररत करने हेतु एक “कारण बताओ नोरटस” भेिेगा।

13.4 विद्यालय को नोरटस प्रावप्त की तारीख से अवधकतम 30 ददन में बोर्ड को दस्तािेिी

साक्ष्य, यदद कोई हो, के साथ अपना उत्तर प्रस्तुत करना अपेवक्षत होगा।

13.5 यदद कारण बताओ नोरटस की वनधाडररत अिवध के भीतर विद्यालय से कोई उत्तर/

अनुपालन/ रटप्पणी प्राप्त नहीं होती है तो बोर्ड द्वारा र्ाइल/ररकार्ड में उपलब्ध सामग्री

एिं साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए आगे की कारड िाई की िाएगी।

13.6 बोर्ड को प्रस्तुत की गई विद्यालय की ररपोटड बोर्ड द्वारा ररकार्ड में उपलब्ध सामग्री

तथा विवभन्न क्वाटडरों से प्राप्त/एकत्र की गई िानकारी के पररप्रेक्ष्य में िांच की िाएगी

और विकायत को बंद करने अथिा िावस्त लगाने के संबंध में कारड िाई इन उपविवधयों

के उपबंधों के अनुसार की िाएगी।

13.7 बोर्ड विद्यालय पर लगाई गई िावस्त तथा ऐसी िावस्त के प्रवतमानकों के संबंध में

सकारण आदेि िारी करेगा।

13.8 यदद लगाई गई िावस्त विसंबंधन की हो, तो विद्यालय के नाम को िैबसाइट में

उपलब्ध असंबद्ध विद्यालयों की सूची में िावमल दकया िाएगा।

47
13.9 संबंवधत राज्य सरकार को भी संबंधन िापस लेने के बारे में सूवचत दकया िाएगा।

13.10 विद्यालय, बोर्ड के िावस्त लगाने िाले आदेि के विरूद्ध अभ्यािेदन भेि सकता है।

विद्यालय के पास बोर्ड के आदेि के विरूद्ध अभ्यािेदन देने का वसर्ड एक अिसर

होगा।

13.11 यदद लगाई गई िावस्त, िुमाडने की हो, तो िुमाडने की रावि को बोर्ड के खाते में

िमा करने और विद्यालय द्वारा इस आिय का प्रमाणपत्र प्रस्तुत दकए िाने पर ही

अभ्यािेदन पर विचार दकया िाएगा।

13.12 अभ्यािेदनों पर विचार करने के बाद बोर्ड उपयुि आदेिों को पाररत कर सकता है।

13.13 प्रस्तुत दकए गए अभ्यािेदन पर बोर्ड द्वारा एक बार विचार करने पर और बोर्ड

द्वारा उवचत आदेि पाररत करने पर बोर्ड द्वारा आगे दकसी अन्य अभ्यािेदन पर

विचार नहीं दकया िाएगा।

13.14 विद्यालय पर िावस्त लगाते समय विद्यालय में पढने िाले विद्यार्थडयों के भविष्य

और कल्याण को ध्यान में रखा िाएगा।

13.15 विद्यालय को असंबद्ध करने अथिा क्रमािनवत करने के मामले में, विद्यार्थडयों को,

िो पहले से विद्यालय में कक्षा IX, X, XI और XII में पढ रहे है, िैसा भी

मामला हो, उसी विद्यालय से अथिा बोर्ड द्वारा स्िीकृ त अथिा वनधाडररत

विद्यालय से अपने संबंवधत बैचों में बोर्ड की परीक्षा में बैिने की अनुमवत होगी।

13.16 सभी खण्र्, विनमें िावस्त से संबंवधत उपबंध िावमल हैं, वनयवमत संबंधन के

मामलों में व्यिहायड सीमा तक लागू होंगे।

13.17 खण्र् 12.2.5 और 12.2.6 में उवल्लवखत मामलों में, बोर्ड खण्र् 13.3 के

तहत विद्यालय को कोई नोरटस ददए बगैर संबंधन को िापस ले सकता है।

48
अध्याय 14 सामान्य वनयम

ये वनयम बोर्ड से िुड़े सभी संबंद्ध विद्यालयों पर पूरी तरह से लागू होंगे। बोर्ड से संबंधन की

मांग करने िाले विद्यालयों की अनुप्रयोज्यता संभि सीमा तक सीवमत है। इन वनयमों का

उल्लंघन करने पर िावस्त लगाई िाएगी, िैसा दक इन उपविवधयों में व्यिस्था है।

14.1 प्रत्येक विद्यालय आिश्यक पररितडनों के साथ बोर्ड के संबंधन उपविवधयों का पालन

करने के वलए बाध्य होता है।

14.2 बोर्ड परीक्षाएं :

प्रत्येक संबंद्ध विद्यालय के वलए बोर्ड की परीक्षा उपविवधयों का आिश्यक पररितडनों के साथ

पालन करना अवनिायड है।

14.2.1 प्रत्येक संबंद्ध विद्यालय बोर्ड द्वारा वनधाडररत तरीके में िैक्षवणक सत्र के आरं भ के

समय पर कक्षा IX, X, XI और XII के संबंध में विद्यार्थडयों की संख्या सूची और

उनके ब्यौरे प्रस्तुत करे गा।

14.2.2 कोई भी संबंद्ध विद्यालय उन अभ्यार्थडयों को बोर्ड परीक्षा में उपवस्थत नहीं

करे गा, िो इसकी नामािली में नहीं है।

14.2.3 कोई भी संबंद्ध विद्यालय उन अभ्यार्थडयों को बोर्ड परीक्षा में उपवस्थत नहीं

करे गा, िो दकसी असंबद्ध विद्यालय/ िाखा में नामांदकत हैं।

14.2.4 कोई भी संबंद्ध विद्यालय उन अभ्यर्थडयों को बोर्ड परीक्षा में उपवस्थत नहीं

करे गा, िो इसकी नामािली में हैं, परं तु िो वनयवमत रूप से विद्यालय में

उपवस्थत नहीं हुए हैं अथिा बोर्ड परीक्षा में उपवस्थत होने के वलए न्यूनतम

उपवस्थवत की अपेक्षा को पूरा नहीं करते हैं।

14.2.5 प्रत्येक संबंद्ध विद्यालय वबना दकसी व्यिधान के वनयवमत रूप से संबध
ं न/

उन्नयन की मंिूरी लेते समय उवल्लवखत िषड में अपने िास्तविक एिं पात्र

विद्यार्थडयों को कक्षा X और XII की बोर्ड परीक्षाओं में वनयवमत रूप से

प्रायोवित करे गा अथिा अभ्यर्थडयों को प्रायोवित नहीं करने के बारे में उसके

कारणों को समय पर वलवखत में सूवचत करे गा।

49
14.2.6 बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय दकसी दूसरे बोर्ड /विर्श्विद्यालय की परीक्षा हेतु

अभ्यर्थडयों को नहीं भेिग


े ा। यह के िल सी.बी.एस.ई. की माध्यवमक और िररष्ठ

माध्यवमक परीक्षाओं हेतु अभ्यर्थडयों को तैयार करे गा।

14.3 बोर्ड, विद्यालय द्वारा कायड की औपचाररक स्िीकृ वत के साथ अथिा इसके बगैर दकसी

सािडिवनक परीक्षा अथिा बोर्ड परीक्षा के वलए दकसी विद्यालय का एक कें द्र के रूप में

चयन करे गा। यदद बोर्ड द्वारा दकसी विद्यालय का चयन दकसी सािडिवनक परीक्षा अथिा

बोर्ड परीक्षा के वलए एक कें द्र के रूप में दकया गया है, तो िह विद्यालय स्रांग रूम,

मूलभूत न्यूनतम आई टी अिसंरचना आदद िैसी सभी सुविधाओं अथिा बोर्ड द्वारा

सूवचत दकसी अन्य अपेक्षा की अवनिायडत: व्यिस्था करे गा।

14.4 संबंद्ध संस्थाओं के भिन और र्नीचर को परीक्षा आयोवित करने और स्थल मूल्यांकन

करने के वलए बोर्ड के वनपटान पर वनिुल्क रखा िाएगा। प्रबंधन और प्रधानाचायड

परीक्षाएं आयोवित करने, उत्तर पुवस्तकाओं के मूल्यांकन तथा अन्य सहायक

दक्रयाकलापों में बोर्ड का सहयोग करे गा। यदद बोर्ड द्वारा वनदेि ददया िाता है, तो

विद्यालय अध्यापकों और प्रधानाचायड को परीक्षक के रूप में विद्यालय द्वारा प्रस्तावित

सभी विषयों में कायड करने हेतु प्रदान करे गा। यदद िे ऐसा करने में असमथड रहते हैं

तो बोर्ड के पास विद्यालय को असंबंद्ध करने की कारड िाई करने सवहत उपयुि कारड िाई

करने का अवधकार होगा।

14.5 विद्यालय को अपनी व्यापक सूचना िाली िार्षडक ररपोटड तैयार करनी चावहए, विसमें

नाम, र्ाक पता एिं ई-मेल, दूरभाष संख्या, संबंधन वस्थवत, संबंधन अिवध,

अिसंरचना के ब्यौरे , िैक्षवणक कै लेण्र्र, अध्यापकों के ब्यौरे िावमल हों विसमें

अहडताएं अध्यापकों के प्रविक्षण के ब्यौरे , िैक्षवणक उपलवब्धयां, पयाडिरण विक्षा के

क्षेत्र में दकए गए सभी प्रयासों पर विस्तृत ब्यौरे , खेल उपलवब्धयां, निाचार, समग्र

पररणाम, पी टी ए दक्रयाकलाप, महत्िपूणड एस एम सी वनणडय, विद्यार्थडयों की संख्या

आदद िावमल हो और इसे प्रत्येक िषड वसतंबर माह की 15 तारीख से पहले विद्यालय

की िेबसाइट पर र्ालना चावहए।

14.6 विद्यालय प्रत्येक िषड कम से कम एक बार विद्यार्थडयों की वचदकत्सा िांच की व्यिस्था

करे गा तथा इसका उवचत ररकार्ड रखेगा।

50
14.7 विद्यालय यह देखने के वलए कदम उिायेगा दक विद्यार्थडयों और अध्यापकों के वलए

िारीररक एिं स्िास््य विक्षा, िीिन कौिल विक्षा, वर्विटल विक्षा, अनुभिात्मक

अवधगम राष्ट्रीय एकीकरण पर वििेष िोर देने के साथ मूल्य विक्षा विद्यालयी पाठ्यक्रम

में विवभन्न विषयों एिं दक्रयाकलापों के विक्षण के िररए विद्यार्थडयों को प्रदान की

िाती है।

14.8 विद्यार्थडयों में देिभवि एिं सेिा भाि को बढाने के वहत में एन सी सी/ एन एस

एस/ स्काउट एिं गाइर् को विद्यालय में लागू दकया िाना चावहए और ऐसे

दक्रयाकलाप में से कोई एक दक्रयाकलाप संबंधन प्राप्त करने से पहले िांछनीय होता है।

14.9 सी.बी.एस.ई. खेलकू द :

14.9.1 बोर्ड से संबद्ध सभी विद्यालय समय-समय पर तैयार दकए गए सी.बी.एस.ई.

अंतर- विद्यालयी खेलकू द प्रवतस्पधाड वनयमों का पालन करें गे।

14.9.2 बोर्ड से संबद्ध कोई भी विद्यालय सी.बी.एस.ई की अंतर विद्यालयी खेलकू द

प्रवतस्पधाडओं में भाग लेने के वलए उन अभ्यार्थडयों को नहीं भेिेगा िो इसकी

नामािली में नहीं हैं।

14.9.3 बोर्ड से संबद्ध तथा सी.बी.एस.ई. अंतर-विद्यालयी खेलकू द प्रवतस्पधाड आयोवित

करने िाला कोई भी ऐसे विद्यालय ऐसे सी.बी.एस.ई. अंतर विद्यालयी खेलकू द

प्रवतस्पधाडओं में भाग लेने के वलए उन अभ्यर्थडयों को अनुमवत नहीं देगा िो

भाग लेने िाले विद्यालयों की नामािली में नहीं है।

14.9.4 खेल िुल्क : सभी स्ितंत्र श्रेणी के विद्यालयों के वलए सी.बी.एस.ई. द्वारा समय

–समय पर यथा वनधाडररत िार्षडक खेल िुल्क को बोर्ड को भेिना अवनिायड है।

14.10 विद्यालय भिन का अनेक तरह से प्रयोग की अनुमवत व्यािसावयक विक्षा सवहत विक्षा

को बढािा देने और कौिल विकास के सीवमत प्रयोिनों के वलए दी िाती है परं तु

विद्यालय अपने भिन एिं अिसंरचना को दकसी िावणवज्यक दक्रयाकलाप हेतु प्रयोग

नहीं करे गा।

14.11 विद्यालय के पास कक्षाओं में उपयुि र्नीचर तथा कायाडलय उपकरण होना चावहए

और विद्यार्थडयों एिं कमडचाररयों की संख्या के वहसाब से होना चावहए।

14.12 कक्षा में विद्यार्थडयों की संख्या अत्यवधक नहीं होनी चावहए। कक्षा के दकसी एक

सेक्ट्िन में अनुकूलतम संख्या 40 है।

51
14.13 विद्यालय के पास िहां कहीं भी अपेवक्षत हो, विद्यालय में पढाए िाने िाले सभी

विषयों के वलए प्रयोगिालाएं होंगी। प्रयोगिालाओं में रखे उपकरण, अवभकमडक तथा

नमूने आदद लागू कानूनों, वनयमों तथा विवनयमों के अनुसार होंगे।

14.14 व्यािसावयक कोसड पढाने िाले विद्यालय विषय वििेषज्ञ/ अध्यापक को संविदा पर

अथिा अंि कावलक आधार पर वनयुि कर सकते हैं तथा उसी विषय में वििेषज्ञता

रखने िाले प्रवतवष्ठत तथा मान्यता प्राप्त संस्थाओं और उद्योगो से संसाधनों को साझा

कर सकते हैं।

14.15 अिि व्यवियों के अवधकार :

14.15.1 विद्यालय व्हील चेयर प्रयोगकताडओं के वलए िौचालय में रैम्प, उत्तोलकों/

वलफ्टों में श्रिण वसगनल िैसी उवचत सुविधाएं तथा ददव्यांग अवधकार

अवधवनयम 2016 में वनधाडररत उपबंधों के अनुसार अन्य संभावित

अिसंरचनात्मक सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।

14.15.2 विद्यालय “अिि व्यवियों के पुनिाडस संबंधी अवधवनयम 2016 के उपबंधों के

अनुसार और राष्ट्रीय विक्षा नीवत के अनुरूप” सामान्य विद्यालय में वििेष

िरूरतों िाले विद्यार्थडयों के समािेि को बढािा देगा।

14.16 विद्यालय, विसे सी.बी.एस.ई. से वनयवमत संबंधन स्िीकृ त हुआ है, को िार्षडक

िुल्क बोर्ड को भेिना अपेवक्षत होगा िो समय-समय पर वनधाडररत की गई

रावि का होगा। उि िार्षडक िुल्क को िार्षडक परीक्षा िुल्क के साथ, अथिा

बोर्ड द्वारा समय-समय पर वनधाडररत दकए गए के अनुसार िमा दकया िाएगा।

14.17 प्रत्येक विद्यालय कें द्र सरकार, राज्य/संघ राज्य क्षेत्र की सरकार तथा बोर्ड द्वारा

समय-समय पर अवधसूचनाओं, पररपत्रों और परामिड के रूप में िारी वनदेिों का

पालन करने के वलए बाध्य है।

14.18 विद्यालय बोर्ड द्वारा मांगी गई सूचना एिं वििरणों को वनधाडररत समय के भीतर

भेिेगा।

52
14.19 ररकार्ड/ प्रलेखन :

विद्यालय वनम्नवलवखत ररकार्ड/ दस्तािेि रखेगा:

क) दावखल एिं खाररि रविस्टर

ख) सभी कक्षाओं की िार्षडक परीक्षा के प्रश्न पत्रों एिं उत्तर पुवस्तकाओं को अगले

िैक्षवणक िषड के वसतंबर माह के अंत तक परररवक्षत दकया िाएगा, विसमें

आंतररक वनधाडरण से संबंवधत ररकार्ड भी िावमल होंगे।

ग) सभी छात्रों की उपवस्थवत ररकार्ड, वििेष रूप से बोर्ड परीक्षाओं के दावखले के

प्रयोिनाथड कक्षा IX, X, XI और XII (िहां भी अनुप्रयोज्य हो) की उपवस्थवत

ररकार्ड। इन रविस्टरों में प्रविवष्टयों की प्रधानाचायड द्वारा अथिा प्रधानाचायड द्वारा

नावमत दकसी अध्यापक द्वारा यथोवचत िांच की िाएगी और उस पर हस्ताक्षर

दकए िाएंगे।

घ) अध्यापन और गैर अध्यापन कमडचाररयों के सेिा ररकार्ड, विसमें वनयुवि पत्र,

पुवष्टकरण पत्र, सेिा पुवस्तकाएं तथा सेिा से संबंवधत अन्य पत्राचार िावमल है।

ङ) इन उपविवधयों में यथाविवनर्दडष्ट वित्तीय दस्तािेि।

च) विवनर्दडष्ट तारीखों के अनुसार विद्यालय द्वारा ओ ए एस आई एस तथा यू-र्ी आई

एस ई पोटडल पर िमा िार्षडक ई-वििरवणयां।

छ) सांविवधक बाध्यताओं के तहत अपेवक्षत कोई अन्य दस्तािेि।

ि) बोर्ड द्वारा समय-समय पर विवनर्दडष्ट कोई अन्य दस्तािेि।

14.20 प्रबंधन से संबंवधत अथिा विद्यालय संचावलत करने िाला कोई व्यवि अथिा संस्था,

दकसी अनवधकृ त व्यवि अथिा एिेंसी को परीक्षा, उत्तर पुवस्तकाओं के मूल्यांकन,

पररणाम की घोषणा अथिा कोई अन्य गोपनीय/ सहायक दक्रयाकलाप से संबंवधत

दकसी िानकारी को प्रकट नहीं करे गा।

14.21 प्रबंधन से संबंवधत अथिा विद्यालय चलाने िाला कोई व्यवि अथिा संस्था बोर्ड की

िैक्षवणक अथिा परीक्षा नीवतयों के मामले में विद्यार्थडयों और माता-वपताओं के मन

में संदह
े पैदा नहीं करे गा अथिा बोर्ड की बदनामी नहीं करे गा।

14.22 पहले से संबद्ध विद्यालयों के मामले में, यदद यह पाया िाता है दक विद्यालय में

कमरों के आकार इन उपविवधयों के खण्र् 4.1 में उवल्लवखत आकार से कम है, तो

बोर्ड कक्षाओं में विद्यार्थडयों की संख्या को सीवमत कर सकता है।

53
14.23 विद्यालय उस भूवम के दकसी भाग को बोर्ड के ररकार्ों में ब्यौरों को पररिर्तडत कराए

बगैर अलग नहीं करे गा, विसे बोर्ड द्वारा विद्यालय को संबंधन स्िीकृ त करते समय

ररकार्ड में वलया गया है।

14.24 विद्यालय, सभी कें द्रीय/ राज्य अवधवनयमों, विद्यालय पर लागू स्थानीय एिं वििेष

कानूनों को तैयार दकए गए वनयमों एिं विवनयमों और उसके तहत िारी दकसी अन्य

अनुदि
े ों तथा कायडकारी अनुदि
े ों के साथ कायाडन्ियन तथा अनुपालन के वलए एकमात्र

विम्मेदार होगा।

14.25 विद्यालय, ललंग विविष्ट लहंसा की िांच करे गा और यौन अपराधों से बच्चों का

संरक्षण अवधवनयम, 2012 (पी ओ सी एस ओ अवधवनयम), कायडस्थल पर

मवहलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम वनषेध और वनिारण एिं समाधान)

अवधवनयम, 2013 तथा अन्य कें द्र एिं राज्य अवधवनयमों में वनधाडररत ददिावनदेिों,

प्रवतमानकों एिं प्रदक्रयाओं का सख्ती से अनुपालन करे गा।

14.26 पयाडिरण विक्षा :

विद्यालय को िषाड िल संचयन, स्त्रोत पर अपविष्ट के पृथकन, काबडवनक अपविष्ट को

ररसाइकललंग, इलेक्ट्रॉवनक अपविष्ट सवहत अपविष्ट के उवचत वनपटान, उिाड बचत एिं

उिाड दक्ष इलेक्ट्रॉवनकल उपकरण के प्रयोग, कै म्पस में हररयाली, पयाडिरवणक संरक्षण

एिं स्िच्छता आदद पर बच्चों में सौर उिाड प्रयोग विक्षा और िागरूकता के माध्यम से

अपने पररसर में पयाडिरण के संरक्षण को बढािा देने का प्रयास करना चावहए।

विद्यालय की िार्षडक ररपोटड में इस संबंध में प्रत्येक िषड दकए गए सभी प्रयासों का

उल्लेख होना चावहए।

14.27 आिासीय विद्यालय :

विद्यालय, विनमें हॉस्टल की सुविधाएं हैं, सुवनवित करें गे दक िे इस संबंध में राष्ट्रीय

बाल अवधकार संरक्षण आयोग (एन सी पी सी आर) द्वारा समय-समय पर िारी

ददिा-वनदेिों का पालन करते हैं।

एन सी पी सी आर से प्राप्त ददिावनदेिों के अलािा, विद्यालय, कें द्र/ राज्य/ संघ

राज्य क्षेत्र की सरकार, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रावधकरण अथिा कें द्र/ राज्य/ राज्य

क्षेत्र की सरकार द्वारा इस संबंध में स्थावपत अथिा अवधकृ त दकसी अन्य प्रावधकरण

द्वारा िारी वनदेिों का भी अनुसरण एिं अनुपालन करे गा।

54
14.28 विद्यालय बोर्ड की उपविवधयों/ अनुदि
े ों, अनुप्रयोज्य अवधवनयमों, वनयमों तथा

विवनयमों के दकन्हीं प्रािधानों के उल्लंघन के दृष्टांतों के पररणाम स्िरूप प्रत्यक्ष अथिा

अप्रत्यक्ष रूप से बोर्ड द्वारा दकए गए खचों की िसूली अथिा उसे हुई हावनयों के

वलए दायी होगा।

14.29 विद्यालय बोर्ड के उन अवधकाररयों/ कमडचाररयों के बच्चों का दावखला करे गा, विन्होंने

चालू िैक्षवणक सत्र में अथिा चालू िैक्षवणक सत्र के पूिडिती िैक्षवणक सत्र में िहर/

विले में अथिा आस-पास के िहर/ विले में िहां विद्यालय वस्थत है, स्थानांतरण/

िुरूआती वनयुवि पर कायडभार ग्रहण दकया है।

14.30 विद्यालय िो स्थायी संबंधन श्रेणी में 2018 तक बोर्ड से संबद्ध थे, सामान्य संबंधन

श्रेणी में संबद्ध बने रहेंगे और इन विद्यालयों पर उपविवधयों के सभी प्रािधान,

प्रदक्रयाओं के मानकीकरण को सुवनवित करने, गुणित्ता विक्षा सुवनवित करने और

इन विद्यालयों को बोर्ड से संबद्ध प्रबंधन के समरूप योिना के सभी विद्यालयों के

समकक्ष लाने हेतु लागू होंगे।

55
अध्याय 15 वििेष उपबंध

वनम्नवलवखत वनयम िब तक दक इन उपविवधयों में अन्यथा वििेष रूप से उपबंवधत न हो

सभी संबंद्ध विद्यालयों पर लागू होंगे :

15.1 मतावधकारी विद्यालय :

बोर्ड से संबंधन की मांग करने िाला अथिा बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय िैक्षवणक सहायता,

िैक्षवणक मागडदिडन िनिवि के प्रविक्षण तथा अवतररि एिं सह पाियेत्तर दक्रयाकलाप

प्राप्त करने के सीवमत प्रयोिन हेतु मतदाता के साथ करार कर सकता है।

15.2 विद्यालय का संस्था/ न्यास/ कं पनी से अंतरण :

बोर्ड से संबंद्ध दकसी विद्यालय को बोर्ड के अनुमोदन के बगैर एक सवमवत/ न्यास/

कं पनी से दूसरी सवमवत/न्यास/ कं पनी में अंतररत दकए िाने की अनुमवत नहीं होती

है।

अंतरण का अनुमोदन वनम्नवलवखत के अधीन होगा :

15.2.1 विद्यालय को अनुरोध करने पर एक सवमवत/ न्यास/ कं पनी से दूसरी सवमवत/

न्यास/ कं पनी में इस ितड के अधीन अंतररत दकए िाने की अनुमवत दी िा

सकती है दक

क) विद्यालय के सिडथा अवस्तत्ि के खत्म होने के िास्तविक कारण हों, अथिा

ख) सवमवत/ न्यास/ कं पनी के वलए विद्यालय को चला पाना असंभि हो गया हो,

अथिा

ग) इस तरह का अंतरण विक्षा के उद्देश्य को बढािा देने के वहत में अत्यािश्यक

हो।

15.2.2 विद्यालय के अनुरोध पर विचार राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार से पूिड स्पष्ट

मंिूरी वमलने के बाद ही दकया िाएगा।

15.2.3 विद्यालय का एक सवमवत/ न्यास/ कं पनी से दूसरी सवमवत/ न्यास/ कं पनी में

अंतरण इन उपविवधयों में वनधाडररत ितों को पूरा करने पर ही की िाएगी।

15.2.4 पररविष्ट -। में दी गई िुल्क विद्यालय से एक सवमवत/ न्यास/ कं पनी से

दूसरी सवमवत/न्यास/ कं पनी में अंतरण की अनुमवत के वलए प्रभाररत की


िाएगी।

56
15.2.5 विद्यालय के एक सवमवत/ न्यास/ कं पनी से दूसरी सवमवत/ न्यास/ कं पनी में

अंतरण की अनुमवत संबंधी अनुरोध पर विचार के िल उन्हीं विद्यालयों के संबंध

में दकया िाएगा िो कम से कम पांच िषड से बोर्ड से संबद्ध हो।

15.2.6 खण्र् 15.2.5 के उपबंध उन मामलों में लागू नहीं होंगे, िहां विद्यालय के

एक सवमवत/ न्यास/कं पनी से दूसरी सवमवत/न्यास/कं पनी में अंतरण की

आिश्यकता बड़े पैमाने पर औद्योवगक, अिसंरचनात्मक तथा अन्य पररयोिनाओं

के अंतरण के कारण आिश्यक हुई हो।

15.2.7 खण्र् 15.2.1 और 15.2.5 के उपबंध खण्र् 2.1.6, 2.1.7 के अंतगडत

आने िाले विद्यालयों के मामलों में लागू नहीं होंगे, िहां विद्यालय के संचालन

अथिा प्रबंधन हेतु सवमवत/ न्यास/ कं पनी का पररितडन सािडिवनक क्षेत्र के

उपक्रमों, (कें द्र अथिा राज्य,) सांविवधक वनकायों, स्िायत्त वनकायों और

सरकारी विभागों आदद नीवत विषयक तकों के अनुसार आिश्यक हो गया हो।

15.3 दो पाररयों (विफ्टों) में विद्यालय :

विद्यालय बोर्ड के औपचाररक पूिड अनुमोदन के बगैर कक्षाओं को दो पाररयों में

संचावलत नहीं करे गा।

कक्षाओं को दो पाररयों में चलाने की अनुमवत बोर्ड द्वारा वनम्नवलवखत के अधीन दी िा

सकती है:

15.3.1 दो पाररयों में कक्षाएं चलाने के वलए विद्यालय के अनुरोध पर विचार संबंवधत

राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र की सरकार से अनुमवत लेने के बाद ही दकया िाएगा।

15.3.2 दो पाररयों के संबंध में अनुमवत को बोर्ड द्वारा वनयुि सवमवत द्वारा विद्यालय

पररसर के वनरीक्षण के बाद ही अनुमोददत दकया िाएगा।

15.3.3 इसमें सी.बी.एस.ई. के प्रवतमानकों के अनुसार प्रत्येक पारी के वलए पयडिेक्षण हेतु

अलग प्रधानाध्यापक अथिा उपप्रधानाचायड सवहत, अध्यापन और गैर अध्यापन

कमडचाररयों का अलग समूह होना चावहए।

15.3.4 इसमें पृथक विद्यालय ररकार्ड, िैसे दक दावखला रविस्टर, उपवस्थवत रविस्टर

आदद होना चावहए और दोनों पाररयों के अध्यापकों के वलए अलग कमडचारी

कक्ष होने चावहए।

57
15.3.5 प्रत्येक पारी में संचावलत कक्षाओं की अध्ययन योिना के अनुसार अध्यापन घंटों

का पालन दकया िाएगा और दोनों पाररयों के बीच कम से कम आधे घंटे का

अंतराल होना चावहए।

15.3.6 सामान्यत: विद्यालय को छोटी कक्षाओं को सुबह की पारी में चलाना चावहए

और बड़ी कक्षाओं को िाम की पारी में चलाना चावहए। यदद विद्यालय,

अन्यथा करना चाहता है तो इसके वलए राज्य सरकार से स्पष्ट अनुमवत प्राप्त

की िाएगी।

15.3.7 विद्यालय को दो पाररयों में चलाने की अनुमवत के वलए विद्यालय से पररविष्ट।

में यथावनर्दडष्ट िुल्क प्रभाररत की िाएगी।

15.4 विद्यालय को एक पररसर से दूसरे पररसर में स्थानांतररत करना :

विद्यालय वसर्ड उसी पते/ पररसर से कक्षाओं का संचालन करे गा, विस पर संबंधन

स्िीकृ त दकया गया था और बोर्ड की औपचाररक पूिड मंिूरी के बगैर दकसी दूसरे पते/

पररसर में स्थानांतररत नहीं होगा।

विद्यालय को एक पते/ पररसर से दूसरे पते/ पररसर में स्थानांतररत करने की अनुमवत

बोर्ड द्वारा वनम्नवलवखत के तहत दी िानी चावहए।

15.4.1 विद्यालय के अनुरोध पर विचार संबंवधत राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र की सरकार से

विद्यालय को नए स्थान पर नए स्थान के पूणड पते के साथ स्थानांतररत करने

की अनुमवत प्राप्त करने के बाद ही दकया िाएगा।

15.4.2 इस आिय के साथ विवधित रूप से नॉटरीकृ त िपथपत्र विद्यालय सी बी एस

ई की संबंधन संख्या अथिा नाम का प्रयोग पुराने स्थल पर नहीं करे गा और

दकसी समानंतर अथिा िाखा विद्यालय की अनुमवत नहीं होगी।

15.4.3 स्थानांतरण की अनुमवत को बोर्ड द्वारा वनयुि सवमवत द्वारा नये स्थल/ पररसरों

के वनरीक्षण के बाद ही अनुमोददत दकया िाएगा।

15.4.4 नये संबंधनों के वलए लागू अिसंरचना के संबंध में इन उपविवधयों की अपेक्षाओं

के अनुसार सभी अन्य दस्तािेि।

15.4.5 स्थानांतरण की अनुमवत के वलए पररविष्ट -। में दी गई र्ीस विद्यालय से

प्रभाररत की िाएगी।

58
15.5 विद्यालय का नाम पररितडन :

बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय को अपना नाम बदलने की अनुमवत वनम्नवलवखत ितो और

दस्तािेिी साक्ष्य िमा करने के अधीन दी िा सकती है :

15.5.1 विद्यालय को चलाने िाली सवमवत/ न्यास/ कं पनी द्वारा इस संबंध में पाररत

संकल्प अथिा िैसा भी मामला हो, सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रम (कें द्र अथिा

राज्य), सांविवधक वनकायों, स्िायत्त वनकायों तथा सरकारी विभागों से मंिूरी।

15.5.2 समुवचत सरकार से स्पष्ट मंिूरी/ अनुमोदन

15.5.3 इस आिय के साथ िपथपत्र िमा दकया गया हो दक पुराने नाम का और

प्रयोग नहीं दकया िाएगा।

15.5.4 विद्यालय के नाम को बदलने की अनुमवत भूवम स्िावमत्ि से संबंवधत दस्तािेिों

एिं अन्य दस्तािेिों की और राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकार से िैधता और

अनुमवत मंिूरी के अधीन होगी।

15.5.5 िुल्क िैसा दक पररविष्ट-। में दी गई र्ीस नाम बदलने की अनुमवत के वलए

विद्यालय से प्रभाररत की िाएगी।

15.6 विद्यालय की सवमवत के नाम में पररितडन :

बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय को चलाने िाली सवमवत को अपना नाम बदलने की अनुमवत

वनम्नवलवखत ितो और दस्तािेिी साक्ष्य िमा करने के अधीन दी िा सकती है :

15.6.1 समुवचत सरकार से स्पष्ट मंिूरी/ अनुमोदन।

15.6.2 सक्षम पंिीकरण प्रावधकारी से सोसायटी के नाम के पररितडन का एक प्रमाण पत्र दक

सवमवत का नाम बदल ददया गया है और पंिीकरण संख्या को दिाडते हुए ररकॉर्ड में दिड

दकया गया है।

15.6.3 िुल्क िैसा दक पररविष्ट-। में दी गई र्ीस सवमवत का नाम बदलने की अनुमवत के वलए

विद्यालय से प्रभाररत की िाएगी।

15.7 सेक्ट्िनों में िृवद्ध के वलए आिेदन :

बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय कक्षाओं में विद्यार्थडयों का दावखला वनवित रूप से इन

उपविवधयों में वनवहत उपबंधो और बोर्ड द्वारा इस संबंध में लगाई गई ितों के अनुसार

करें गे तथावप, विद्यालय सेक्ट्िनों को बढाने के वलए बोर्ड में आिेदन कर सकते हैं।

सेक्ट्िनों को बढाने की अनुमवत वनम्नवलवखत के अधीन होगी –

59
15.7.1 सेक्ट्िन बढाने के वलए पररविष्ट -। में दी गई समय सीमा के अनुसार अपेवक्षत

र्ीस के साथ आिेदन करना विद्यालय की विम्मेदारी होगी।

15.7.2 बोर्ड उपलब्ध सुविधाओं की उपयुिता का वनधाडरण करने के वलए वनरीक्षण कर

सकता है।

15.7.3 दकसी भी विद्यालय को आिेदन लंवबत रहने के दौरान भी सेक्ट्िनों को स्ित:

बढाने की अनुमवत नहीं दी िाती है, विद्यालय, बोर्ड से स्पष्ट अनुमोदन प्राप्त

करने के बाद ही सेक्ट्िनों को बढाएगा।

15.7.4 सेक्ट्िनों को बढाने की अनुमवत पररविष्ट-। के अनुसार अनुमेय सेक्ट्िन की कु ल

संख्या के अधीन होगी।

15.8 संबध
ं न की पुन: प्रावप्त हेतु आिेदन :

असंबंद्ध और क्रमािनत विद्यालयों के संबंधन को बहाल करने का अनुरोध वनम्नवलवखत

के अधीन होगा –

15.8.1 संबंधन की पुन: प्रावप्त संबंधी अनुरोध पररविष्ट -। में यथा वनर्दडष्ट अपेवक्षत

िुल्क िमा करने के अधीन होता है।

15.8.2 बोर्ड, विद्यालय के अनुरोध पर वनणडय लेने से पहले वनरीक्षण कर सकता है।

15.8.3 यह अनुरोध, विसंबंधन/ क्रमािनवत के आदेि में उवल्लवखत ितों, बोर्ड के

संबंधन/ परीक्षा उपविवधयों की अपेक्षाओं तथा दकसी अन्य ितड िैसा भी बोर्ड

द्वारा िीक समझा िाए के अधीन है।

15.8.4 बोर्ड क्रमािनवत वस्थवत के विद्यालय के संबंधन को, यदद उपयुि समझा गया

हो बहाल कर सकता है।

15.8.5 दकसी भी विद्यालय को विसंबंधन/क्रमािनवत के आदेि में ददए गए वनदेिों का

उल्लंघन करते हुए, भले ही इस संबंध में आिेदन बोर्ड में लंवबत हो, कक्षाओं

को िुरू करने/ संचावलत करने की अनुमवत नहीं है।

15.8.6 िमा की गई र्ीस को िापस नहीं दकया िाएगा अथिा समायोवित नहीं दकया

िाएगा, भले ही विसंबध


ं न/ क्रमािनवत के आदेि को बोर्ड द्वारा िापस नहीं

वलया गया हो।

60
15.9 कक्षा –VI से आगे की कक्षाओं के वलए पहले से संबद्ध विद्यालयों के वलए कक्षा -।

से आगे की कक्षाओं के संचालन हेतु आिेदन

बोर्ड से संबंद्ध कोई भी विद्यालय कक्षा 6 से आगे की कक्षाओं के संचालन हेतु बोर्ड से

औपचाररक अनुमोदन वलए बगैर कक्षा 1 से 5 तक की कक्षाओं को िुरू नहीं करे गा।

विद्यालय का ऐसा आिेदन वनम्नवलवखत के अधीन होगा :

15.9.1 बोर्ड, विद्यालय के अनुरोध पर वनणडय लेने से पहले वनरीक्षण कर सकता है।

15.9.2 कक्षा 1 से आगे की कक्षाएं चलाने संबंधी अनुरोध पररविष्ट -। में ददए गए के

अनुसार अपेवक्षत र्ीस िमा करने के अधीन है।

15.9.3 विद्यालय विक्षा का अवधकार अवधवनयम, 2009 के तहत कक्षा 1 से कक्षा 5

तक की कक्षाओं के वलए मान्यता राज्य के विक्षा विभाग से प्राप्त करे गा।

15.9.4 विद्यालय 1 से 5 तक की कक्षाएं उसी पररसर से संचावलत करे गा, िहां से

उच्च कक्षाएं संचावलत की िा रही हैं और विस पते पर संबंधन स्िीकृ त दकया

गया था।

15.10 विद्यालय को बंद करना :

बोर्ड से संबंद्ध विद्यालय को वनम्नवलवखत ितों के अंतगडत बोर्ड के अनुमोदन से स्थायी

रूप से बंद दकया िा सकता है :

15.10.1 विद्यालय चलाने िाली सवमवत/ न्यास/ कं पनी द्वारा इस संबंध में पाररत

संकल्प अथिा सािडिवनक क्षेत्र के उपक्रमों (कें द्र अथिा राज्य), सांविवधक

वनकायों, स्िायत्त वनकायों तथा सरकारी विभागों िैसा भी मामला हो, से

अनुमोदन विसमें स्कू ल को बंद करने के कारण हों।

15.10.2 समुवचत सरकार से स्पष्ट अनुमोदन।

15.10.3 विद्यालय को बंद करने की अनुमवत संबंधी अनुरोध पर विचार के िल उन

विद्यालयों के संबंध में ही दकया िाएगा, िो कम से कम तीन (3) िषड से

बोर्ड से संबद्ध हैं।

15.10.4 िह विद्यालय उस सत्र सवहत विससे समापन को अनुमोददत दकया गया है

अगले तीन (3) लगातार सत्रों हेतु बोर्ड से संबंधन हेतु आिेदन करने के वलए

पात्र नहीं होगा।

61
15.10.5 विद्यालय इस आिय का एक िपथपत्र िमा करे गा दक विद्यालय कक्षा IX,

X, XI और XII में पढने िाले विद्यार्थडयों को बोर्ड परीक्षा की सुविधा देने

उन्हें तैयार करने तथा भेिने के वलए मौिूदा अिसंरचना एिं अध्यापकों की

पयाडप्त संख्या रखेगा तथा उन्हें बनाए रखेगा।

15.10.6 समापन की अनुमवत के वलए पररविष्ट -। में यथा वनर्दडष्ट र्ीस विद्यालय से

प्रभाररत की िाएगी।

62
अध्याय 16 अध्यापकों का सेिाकालीन प्रविक्षण तथा

गुणित्ता वनधाडरण

16.1 िार्षडक प्रविक्षण :

प्रत्येक संबंद्ध विद्यालय अपने सभी अध्यापकों के वलए हर िषड वनम्नवलवखत प्रविक्षण

कायडक्रम आयोवित करे गा :

16.1.1 प्रत्येक विद्यालय, प्रत्येक अध्यापक के वलए विद्यालय स्तर पर 3 ददिसीय

आंतररक प्रविक्षण कायडक्रम आयोवित करे गा।

16.1.2 प्रत्येक विद्यालय को मुख्यतया बोर्ड के उत्कृ ष्टता कें द्रों (सी.ओ.ई). के सहयोग

से अथिा कें द्र/ संघ राज्य क्षेत्र/ राज्य/ क्षेत्रीय विक्षक प्रविक्षण संस्थाओं द्वारा

मान्यता प्राप्त दकसी अध्यापक प्रविक्षण संस्थान, सी.बी.एस.ई. सहोदय विद्यालय

पररसर के िररए अथिा दीक्षा (DIKSHA) अथिा स्ियं (SWAYAM) आदद

िैसे कें द्र/ राज्य के सूचना प्रौद्योवगकी मंचों के िररए अपने अध्यापकों के वलए

कम से कम 2 ददिसीय प्रविक्षण कायडक्रम आयोवित करना चावहए। विद्यालय

इस प्रविक्षण की व्यिस्था स्थावपत अध्यापक प्रविक्षण संस्थाओं की मदद से भी

कर सकता है।

16.2 वत्रिार्षडक प्रविक्षण :

खण्र् 16.1 के उपबंधों के अलािा, प्रत्येक विद्यालय अपने संपूणड अध्यापन कमडचाररयों

के वलए तीन िषड में कम से कम एक बार पूणड कावलक प्रविक्षण कायडक्रम, िो 5 ददन

से कम का नहीं हो, आयावित करे गा। ऐसे प्रविक्षण कायडक्रम को मुख्यत: बोर्ड के

सी. ओ.ई. के सहयोग से अथिा कें द्र/ संघ राज्य क्षेत्र/ राज्य/ क्षेत्रीय अध्यापक

प्रविक्षण संस्थाओं, सी.बी.एस.ई. सहोदय विद्यालय पररसर द्वारा मान्यता प्राप्त दकसी

अध्यापक प्रविक्षण संस्थान के िररए विद्यालय द्वारा आयोवित दकया िा सकता है।

विद्यालय इस प्रविक्षण को स्थावपत प्रविक्षण संस्थाओं की मदद से भी आयोवित कर

सकता है।

16.3 संपूणड प्रविक्षण कायडक्रम की, िैसा दक खण्र् 16.1 से 16.2 और उसके उपखण्र् में

विवनर्दडष्ट है, सही तरीके से िीवर्योग्रार्ी की िाएगी और अध्यापकों की प्रविक्षण

भागीदारी प्रमाणपत्र सवहत प्रलेवखत दकया िाएगा तथा ररकार्ों को सुरवक्षत रखा
63
िाएगा और संबंधन, उन्नयन, विस्तार आदद के समय अथिा वनरीक्षण के समय अथिा

िब भी बोर्ड द्वारा सत्यापन हेतु अपेवक्षत हो, प्रस्तुत दकया िाएगा।

16.4 प्रविक्षण बिट :

16.4.1 प्रत्येक विद्यालय अध्यापकों/ प्रधानाचायों के प्रविक्षण के वलए पयाडप्त बिट

वनर्दडष्ट करे गा।

16.4.2 प्रत्येक विद्यालय अध्यापकों/ प्रधानाचायों के सी.बी.एस.ई. प्रविक्षण कें द्र में,

प्रविक्षण के वलए बोर्ड द्वारा समय-समय पर यथा वनधाडररत र्ीस सी.बी.एस.ई.

को भेिेगा।

16.5 बोर्ड दकसी संबल व्यवि को प्रवतवनयुि करके विद्यालय में प्रविक्षण संचावलत करने के

वलए विदेिी विद्यालयों के अनुरोध पर इस ितड पर विचार कर सकता है दक प्रविक्षण

और प्रविक्षक की लागत एिं खचों को विद्यालय द्वारा िहन दकया िाएगा।

16.6 गुणित्ता वनधाडरण :

संचावलत विद्यालय के सभी पहलुओं में स्िीकायड गुणित्ता का स्तर स्थावपत करने में मदद करने

के वलए, बोर्ड गुणित्ता वनधाडरण मानदण्र् को तय कर सकता है और तदनुसार, बोर्ड द्वारा

वनधाडररत तरीके में गुणित्ता वनधाडरण की प्रदक्रया िुरू करने के वलए इसे विद्यालयों के वलए

अवनिायड कर सकता है।

64
अध्याय 17 संबध
ं न सवमवत

17.1 संबध
ं न सवमवत में सी.बी.एस.ई. वनयमािली के अनुसार वनम्न िावमल होंगे :

17.1.1 बोर्ड का अध्यक्ष।

17.1.2 बोर्ड द्वारा अपने सदस्यों में से चुने गए चार विक्षाविद, और

17.1.3 वनयंत्रण प्रावधकारी द्वारा नावमत एक सदस्य।

17.1.4 बोर्ड का सवचि सवमवत का सवचि होगा।

17.2 संबंधन सवमवत के पास इन उपविवधयों में वनवहत उपबंधों के संबंध में पूणड िवियां

होंगी।

17.3 संबंधन सवमवत इन उपविवधयों को लागू करने से संबंवधत सभी मामलों के संबंध में

रोिमराड के कायड करने के वलए बोर्ड के विवभन्न अवधकाररयों को अपनी िवियां

प्रत्यायोवित करने के वलए सक्षम होगी।

17.4 संबंधन सवमवत इन उपविवधयों को लागू करने से संबंवधत सभी मामलों में बोर्ड को

सलाह देगी।

17.5 इन उपविवधयों के उपबंधों में कोई पररितडन संबंधन सवमवत की मंिूरी के बगैर करने

की अनुमवत नहीं होगी।

65
अध्याय 18 व्याख्या, वनरसन और व्यािृवत्त

18.1 व्याख्या :

इन उपविवधयों के दकसी उपबंधों की व्याख्या संबंधी दकसी प्रश्न पर अध्यक्ष का वनणडय

अंवतम होगा।

18.2 वनरसन और व्यािृवत्त :

18.2.1 संबंधन विवनयमों तथा उनके तहत िारी दकसी अवधसूचना अथिा आदेि के

संबंध में मौिूदा उपबंधों का वनरसन एतद्द्वारा इन उपविवधयों द्वारा दकया िाता

है।

18.2.2 खण्र् 18.2.1 में ददए गए वनरसन का उि विवनयमों अथिा दकसी

अवधसूचना अथिा दकए गए आदेिों अथिा उनके अधीन दकए गए दकसी भी

कायड अथिा की गई कारडिाई के पूिडिती प्रचालन पर कोई प्रभाि नहीं पड़ेगा।

18.2.3 इन उपविवधयों के आरं भन पर लंवबत मौिूदा विवनयमों के तहत कोई कायडिाही

िहां तक हो सके इन उपविवधयों के प्रािधानों के अनुसार िारी रहेगी और

उसका वनपटान इन उपविवधयों के अंतगडत इस प्रकार दकया िाएगा मानो ऐसी

कायडिाही इन उपवनयमों के अधीन हो।

18.2.4 अपील/ अभ्यािेदन पर, िो ऐसे आरं भन के पहले दकए गए आदेि के विरूद्ध

इन उवपविवधयों के आरंभन पर लंवबत है, विचार दकया िाएगा तथा उसके

संबंध में आदेि इन उपविवधयों के अनुसार दकए िाएंग,


े मानो दक ऐसे आदेि

इन उपविवधयों के तहत दकए गए थे और अपील की गई थी।

18.2.5 इन उपविवधयों में ऐसा कु छ भी नहीं है, िो दकसी व्यवि को, विस पर ये

उपविवध लागू होती हैं, अपील/ अभ्यािेदन के दकसी अवधकार से उसे िंवचत

रखेंगे, िो इन उपविवधयों के प्रारं भ से पहले प्रिृत्त विवनयमों, अवधसूचनाओं

अथिा आदेिों के तहत उसके वलए उस प्रोदभूत हुए थे।

18.2.6 इन उपविवधयों के प्रारं भन से उि प्रारं भन से पहले दकए गए दकन्हीं आदेिों के

विरूद्ध समीक्षा के वलए दकसी अपील अथिा आिेदन पर उसी प्रकार तरिीह

दी िाएगी अथिा समीक्षा की िाएगी मानो दक ऐसे आदेि इन उपविवधयों के

अंतगडत ददए गए हों।

66
18.3 िाद दायर करने का अवधकार क्षेत्र :

18.3.1 सवचि ऐसा कानूनी व्यवि होगा विसके नाम से बोर्ड िाद कर सकता है अथिा

उसे िादी बना सकता है।

18.3.2 बोर्ड के वखलार् दायर दकए िाने िाले िादों के वलए कानूनी क्षेत्रावधकार के िल

ददल्ली संघ राज्य क्षेत्र होगा।

67
पररविष्ट -।

विवभन्न िीषों के तहत िुल्क अनुसच


ू ी
क्रम िुल्क िीषड सामान्य संबध
ं न मांग वनयवमत संबध
ं न
सं. पर
भारत में विदेि में भारत में विदेि में

1 माध्यवमक कक्षा पाठ्यक्रम 50,000 2,00,000 - 20,000 50,000


हेतु अनुमोदन
2 माध्यवमक स्तर तक नया 1,50,000 2,50,000 - 20,000 50,000
संबंधन
3 माध्यवमक स्तर में उन्नयन 1,00,000 2,00,000 - 20,000 50,000
4 अन्य बोर्ड से माध्यवमक स्तर 1,50,000 2,50,000 - 20,000 50,000
पर पदांतरण
5 िररष्ठ माध्यवमक स्तर तक 2,50,000 2,50,000 - 20,000 50,000
नया संबंधन
6 िररष्ठ माध्यवमक स्तर में 1,00,000 2,00,000 - 20,000 50,000
(उन्नयन)
7 अन्य बोर्ड से िररष्ठ 2,50,000 2,50,000 - 20,000 50,000
माध्यवमक स्तर पर पदांतरण
8 पुन: वनरीक्षण 50,000 1,00,000 - - -
9 आिवधक वनरीक्षण 50,000 1,00,000 - - -
10 औचक वनरीक्षण 50,000 1,00,000 - - -
11 दो पाररयों की अनुमवत उपरवलवखत उपरवलवखत - - -
(विद्यालय की हैवसयत के 1,2 अथिा 1,2 अथिा
अनुसार) 5 5
12 स्थान पररितडन की अनुमवत उपरवलवखत उपरवलवखत - - -
(विद्यालय की हैवसयत के 1,2 अथिा 1,2 अथिा
अनुसार) 5 5
13 विद्यालय सवमवत का नाम उपरवलवखत उपरवलवखत - - -
बदलने की अनुमवत 1,2 अथिा 1,2 अथिा
(विद्यालय की हैवसयत के 5 5
अनुसार)
14 सेक्ट्िन बढाने हेतु अनुमवत 1,00,000 1,00,000 - - -
(पुन: वनरीक्षण िुल्क को
छोड़कर)
15 विद्यालय का एक सवमवत से 5,00,000 5,00,000 - 10,000 20,000
दूसरी सवमवत में अंतरण
(पुन: वनरीक्षण िुल्क को
छोड़कर)
16 अवतररि विषय (विज्ञान) 10,000 50,000 - 2000 5,000
को िुरू करना (पुन: प्रवत विषय प्रवत विषय प्रवत विषय प्रवत विषय
वनरीक्षण िुल्क को छोड़कर)

68
पररविष्ट -।

17 अवतररि विषय (गैर- 5,000 20,000 - 2000 5,000


विज्ञान) को िुरू करना प्रवत विषय प्रवत विषय प्रवत विषय प्रवत विषय
(पुन: वनरीक्षण िुल्क को
छोड़कर)
18 संबंधन की बहाली 4,00,000 4,00,000 - 20,000 50,000
(पुन:वनरीक्षण िुल्क को
छोड़कर)
19 1-5 तक की कक्षाओं के 50,000 2,00,000 - 20,000 50,000
वलए अनुमवत (पुन:
वनरीक्षण िुल्क को छोड़कर)
20 संबंधन का 1-31 50,000 2,00,000 - -
विस्तार िनिरी
(वनरीक्षण िुल्क 1-29 1,00,000 2,50,000 - -
को छोड़कर) र्रिरी
1-31 1,50,000 3,00,000 - -
माचड
21 संबंधन बढाने के वलए प्रवत 25,000 25,000 -
माह विलंब िुल्क
22 संबंधन बढाने के वलए 1,00,000 1,00,000 -
अवधकतम विलंब िुल्क
23 िार्षडक िुल्क - - - 5000 10,000

69
पररविष्ट -।।
कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड से संबध
ं न की मांग करने िाले विद्यालयों के संबध
ं में विला
विक्षा अवधकारी द्वारा िारी दकए िाने िाले प्रमाणपत्र का संरूप

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रावधकरण (एन र्ी एम ए द्वारा िारी विद्यालय संरक्षा नीवत-2016),
राष्ट्रीय बाल अवधकार संरक्षण (एन सी पी सी आर) द्वारा तैयार की गई विद्यालय में बच्चों
की संरक्षा एिं सुरक्षा संबध ं ी वनयम पुस्तक और राष्ट्रीय भिन संवहता के अनुसार)
भाग –क

(इस भाग को विद्यालय द्वारा भरा िाएगा और सभी सहायक दस्तािेिों एिं मूल प्रमाणपत्रों के
साथ विला विक्षा अवधकारी के समक्ष प्रस्तुत दकया िाएगा)
सामान्य िानकारी
1. विद्यालय का नाम :
(नाम पूरी तरह से अनापवत्त
प्रमाणपत्र और मान्यता प्रमाणपत्र के
अनुसार होना चावहए)
2. विद्यालय का पता:
3. विद्यालय को आबंरटत यू र्ी आई
एस ई कोर्:
4. विद्यालय चलाने िाली न्यास/
सवमवत/ कं पनी (धारा -8 के
तहत) का नाम एिं पता
5. क्ट्या न्यास/ संस्था/ कं पनी सक्षम हां/ नहीं
पंिीकरण प्रावधकारी से विवधित रूप
से पंिीकृ त है और पंिीकरण दकस
तारीख में मान्य है?
6. वनम्न के संबंध में सी.बी.एस.ई. से वमवर्ल कक्षा/ माध्यवमक/ िररष्ठ माध्यवमक
प्रस्तावित संबंधन:
7. विद्यालय की अिवस्थवत * महानगर की नगर पावलका सीमा में
* िहर की नगरपावलका सीमा में, विनकी िनसंख्या
15 लाख से अवधक है।
* पहाड़ी क्षेत्रों में (योिना आयोग के प्रवतमानकों के
अनुसार)
* राज्य के रािधानी क्षेत्र की नगरपावलका सीमाओं में।
* श्रेणी X िहरों की नगरपावलका सीमा में
* द्वीप में।
* पहाड़ी कें द्र की नगरपावलका सीमाओं में।
* िहर की नगरपावलका सीमाओं मे, विनमें िनसंख्या
15 लाख से कम है।
* दकसी नगर/ िहर की नगरपावलका सीमाओं से
बाहर।

(प्रधानाचायड के हस्ताक्षर ) (विला विक्षा अवधकारी के हस्ताक्षर )

70
पररविष्ट -।।

8. क्ट्या विद्यालय कक्षा -X तथा कक्षा- हां/ नहीं


XII परीक्षा के संबंध में दकसी बोर्ड (यदद हां, तो बोर्ड का नाम बताएं)
से पहले से संबद्ध है? (यह भी उल्लेख करें कक क्या किद्यालय
कक्षा X अथिा XII के वलए संबंद्ध है )
9. िह दिाड/ स्तर/कक्षा, विस तक कक्षा --- से कक्षा ----- तक
विद्यालय का संचालन दकया िाता
है:
अनापवत्त प्रमाणपत्र (एन ओ सी) और मान्यता प्रमाणपत्र के संबध ं में िानकारी
10 क्ट्या विद्यालय ने सी.बी.एस.ई. से हां/नहीं
संबंधन के संबंध के वलए राज्य
सरकार से अनापवत्त प्रमाणपत्र प्राप्त
दकया है?
11 एन ओ सी का नम्बर तथा िारी
करने की तारीख:
12 क्ट्या विद्यालय ने कक्षा 1 से 8िीं हां/ नहीं
कक्षा तक के वलए राज्य सरकार से
मान्यता प्रमाणपत्र प्राप्त दकया है?
13 1 से 8 तक की कक्षा के वलए
मान्यता प्रमाणपत्र का नम्बर और
िारी करने की तारीख
भूवम के ब्यौरों और स्िावमत्ि के संबध ं में िानकारी
14 क्ट्या विद्यालय चारों ओर से पक्की हां/ नहीं
चारदीिारी से वघरा एक एकल
वनकटस्थ भूवम खंर् पर वस्थत है?
15 क्ट्या विद्यालय और खेल का मैदान हां/नहीं
दोनों चारों तरर् एकल सतत
चारदीिारी से वघरे एक एकल
कम्पाउण्र् में वस्थत है?
16 उपयुडि 14 और 15 के संबंध में िगड मीटर में क्षेत्रर्ल
विसमें विद्यालय वस्थत है, कु ल
क्षेत्रर्ल (िगडमीटर में):
17 भूवम, दकस तरीके से कानूनी रूप वबक्री विलेख/ पट्टा विलेख/ उपहार विलेख/
से विद्यालय/ न्यास/सवमवत/ कं पनी आबंटन आदद
के स्िावमत्ि में हैं:
18 उपयुडि वबन्दु 16 के संबंध में भूवम
के मावलक/ पट्टेदार का नाम:
19 यदद भूवम राज्य सरकार के --- से ---- तक कु ल िषड
प्रवतमानकों के अनुसार पट्टे के रूप
में सवमवत/ विद्यालय के स्िावमत्ि
में हो, तो पट्टे की अिवध:

(प्रधानाचायड के हस्ताक्षर ) (विला विक्षा अवधकारी के हस्ताक्षर )

71
पररविष्ट -।।

20 क्ट्या उपयुडि वबन्दु 16 के संबंध में कोई हां / नहीं यदद हां, तो ब्यौरा दें।
सािडिवनक सड़क, नहर अथिा आम रास्ता,
एच टी लाईन आदद उि भूवम से होकर
वनकलती है?
अवनिायड संरक्षा अपेक्षाओं के संबध
ं में िानकारी
21 क्ट्या विद्यालय का वनरीक्षण सरकारी हां/ नहीं
अवभयन्ता द्वारा दकया गया है और विद्यालय
चलाने के वलए विद्यालय भिन को
संरचनात्मक रूप से सुरवक्षत पाया गया है?
21(क) यदद हां, तो वपछली वनरीक्षण की तारीख:
22 क्ट्या विद्यालय का वनरीक्षण सरकारी हां/ नहीं
अवििमन विभाग के अवधकारी द्वारा दकया
गया है और विद्यालय भिन को अविसंरक्षा
की दृवष्ट से विद्यालय के वलए सुरवक्षत
घोवषत दकया गया है?
22(क) यदद, हां तो वपछले वनरीक्षण की तारीख:
23 क्ट्या विद्यालय पररसर की िांच लोक हां / नहीं
स्िास््य विभाग द्वारा की गई है और
स्िास््य एिं सर्ाई की वस्थवत को
संतोषिनक पाया गया है तथा पानी को
पीने योग्य सुरवक्षत पाया गया है?
23(क) यदद हां, तो वपछली वनरीक्षण की तारीख:
कमडचाररयों के संबधं में िानकारी
24 क्ट्या विद्यालय के पास समुवचत सरकार के प्रचावलत हां / नहीं
प्रवतमानकों के अनुसार अपने कमडचाररयों के वलए सुपररभावषत
सेिा वनयम और ितें हैं?
25 क्ट्या विद्यालय समुवचत सरकार के प्रवतमानकों के अनुसार हां / नहीं
अध्यापकों एिं अन्य कमडचाररयों को िेतन का भुगतान कर
रहा है?
26 क्या किद्यालय के अध्यापक ों एिों अन्य कर्म चाररय ों क िेतन हां/ नहीं
इले क्ट्र कनक क्लीयररों ग तरीके र्ें बैंक के र्ाध्यर् से किया जा रहा
है ? (व्यक्तिय ों क चेक अथवा नकदी रूप में भु गतान की
अनु मतत नहीं है )

मोहर सवहत विद्यालय मोहर सवहत विद्यालय


प्रबंधक के हस्ताक्षर प्रधानाचायड के हस्ताक्षर

(प्रधानाचायड के हस्ताक्षर ) (विला विक्षा अवधकारी के हस्ताक्षर )

72
पररविष्ट -।।

भाग –ख

(इस भाग को विला विक्षा अवधकारी द्वारा सभी सहायक मूल दस्तािेिों और मूल प्रमाणपत्रों
की िांच करने के बाद तथा विद्यालय का दौरा करने के बाद भरा चावहए)

र्ाइल सं0 -------------------------- िारी करने की तारीख ----------

1. प्रमावणत दकया िाता है दक विद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई उपयुडि िानकारी का

सत्यापन सभी दस्तािेिों एिं प्रमाणपत्रों के आधार पर तथा विद्यालय का दौरा करने

के बाद दकया गया है तथा सूचना को सही पाया गया है।


2. क्ट्या विद्यालय की संबंधन हेतु वसर्ाररि की गई? हां/ नहीं

(कृ पया सुवनवित करें दक विद्यालय वबन्दु सं. 1-26 के

साथ पररविष्ट –क में ददए गए ब्यौरों के अनुसार भूवम

संबंधी अपेक्षाओं को भी पूरा करता है।


3. सी.बी.एस.ई. के वमवर्ल कक्षा पाठ्यक्रम/ माध्यवमक/ िररष्ठ स्तर का उल्लेख करें

माध्यवमक हेतु सी.बी.एस.ई. से अनुिंसा की गई है।

हस्ताक्षर

िारीकताड र्ी ई ओ का नाम एिं मोहर

(विला विक्षा अवधकारी)/ विला स्तर पर विक्षा

प्रिासन से समतुल्य अवधकारी

विले का नाम :........................................

73
पररविष्ट -।।
भाग –ग

विला विक्षा अवधकारी उस कॉलम के सामने सही का वनिान लगाएगा विसमें विद्यालय भूवम

मानदण्र् को पूरा करता है


विद्यालय का नाम एिं पता विद्यालय के कानूनी स्िावमत्ि में कु ल भूवम
क्षेत्र:
क्रम विद्यालय का स्थान भूवम अपेक्षा संबवं धत कॉलम में सही का
सं. वनिान लगाएं
1. भारत में कहीं भी कम से कम 6000
िगड मी0
2. 15 लाख से अवधक िनसंख्या िाले िहरों का कम से कम 4000
नगरपावलका सीमा में िगड मी0
3. योिना आयोग (नीवत आयोग) द्वारा वनधाडररत कम से कम 4000
पहाड़ी क्षेत्रों में िगड मी0
4. राज्य रािधानी िहरों की नगरपावलका सीमा में कम से कम 4000
िगड मी0
5. उत्तर पूिी राज्यों में कम से कम 4000
िगड मी0
6. िम्मू एिं कश्मीर राज्य में कम से कम 4000
िगड मी0
7. गावियाबाद, नोएर्ा, र्रीदाबाद तथा गुड़ग्राम कम से कम 4000
िहरों की नगरपावलका सीमा में िगड मी0
8. पंचकु ला एिं मोहाली/ एस ए एस िहरों की कम से कम 4000
नगरपावलका सीमा में िगड मी0
9. श्रेणी –X िहरों (अहमदाबाद, बेंगलुरु, कम से कम 2000
हैदराबाद, पुणे) की नगरपावलका सीमाओं में अथिा िगड मी0
पहाड़ी स्टेिनों में
(माध्यवमक स्तर के वलए)
10. श्रेणी –X िहरों(अहमदाबाद, बेंगलुरु, कम से कम 3000
हैदराबाद, पुणे) की नगरपावलका सीमाओं में िगड मी0
अथिा पहाड़ी स्टेिनों में
(िररष्ठ माध्यवमक स्तर के वलए)
11. चेन्नई, ददल्ली, कोलकाता तथा मुम्बई अथिा कम से कम 1600
अरूणाचल प्रदेि राज्य में अथिा वसदक्कम राज्य में िगड मी0
अथिा द्वीपसमूहों की नगरपावलका सीमाओं में।
(माध्यवमक स्तर के वलए)
12 चेन्नई, ददल्ली, कोलकाता तथा मुम्बई अथिा कम से कम 2400
अरूणाचल प्रदेि राज्य में अथिा वसदक्कम राज्य में िगड मी0
अथिा द्वीपसमूहों की नगरपावलका सीमाओं में।
(िररष्ठ माध्यवमक स्तर के वलए)
हस्ताक्षर

िारीकताड विक्षा अवधकारी /र्ी.ई.ओ. का नाम एिं मोहर


(विला विक्षा अवधकारी)/ विला स्तर पर विक्षा
प्रिासन से समतुल्य अवधकारी
विले का नाम :

74
पररविष्ट -III

पहले से बोर्ड से संबद्ध ं विद्यालयों तथा कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड से संबध
ं न के विस्तार/उन्नयन की
मांग करने िाले विद्यालयों के संबध ं में विला विक्षा अवधकारी द्वारा िारीदकए िाने िाले प्रमाणपत्र
का संरूप।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रावधकरण (एन र्ी एम ए) द्वारा िारी विद्यालय संरक्षा नीवत, 2016राष्ट्रीय
बाल अवधकार संरक्षण (एन सी पी सी आर) द्वारा तैयार दकए गए विद्यालयों में बच्चोंकी संरक्षा एिं
सुरक्षा संबध
ं ी वनयम पुस्तक तथा राष्ट्रीय भिन संवहता के अनुसार।
भाग –क
(इस भाग को विद्यालय द्वारा भरा िाएगा और सभी सहायक दस्तािेिों तथा मूल प्रमाणपत्र के साथ
विला विक्षा अवधकारी के समक्ष प्रस्तुत दकया िाएगा)।
सामान्य िानकारी
सी.बी.एस.ई. द्वारा विद्यालय को आबंरटत संबंधन संख्या:
1.
2. सी.बी.एस.ई. के संबंधन पत्र के अनुसार विद्यालय का
नाम:
3. विद्यालय का पता;
4. दिाड/ स्तर/ कक्षा विस तक विद्यालय का संचालन दकया कक्षा—से कक्षा---
िा रहा है
5. क्ट्या सी.बी.एस.ई. संबंधन पत्र और राज्य एन ओ सी/ हां/ नहीं
मान्यता/ यू-उ आई एस ई में विद्यालय का नाम और
पता पूरी तरह से एक िैसा है
6. विद्यालय को आबंरटत यू –र्ी आई एस ई कोर्:
7. आि की तारीख में विद्यालय को चलाने िाले न्यास/
सवमवत/ कं पनी (धारा -8 के तहत) का नाम एिं पता
8. क्ट्या न्यास/ सवमवत/ कं पनी सक्षम पंिीकरण प्रावधकारी से हां/ नहीं
विवधित रूप से पंिीकृ त है और पंिीकरण दकस तारीख
में मान्य है?
9. ितडमान आिेदन का प्रयोिन: विस्तार/ उन्नयन हेतु
10. विद्यालय का अिवस्थवत  महानगर की नगर पावलका सीमा
में
 उस िहर की नगर पावलका
सीमा में, विसकी 15 लाख से
अवधक िनसंख्या है।
 पहाड़ी क्षेत्रों में (योिना आयोग
के प्रवतमानकों के अनुसार)
 राज्य की रािधानी िहर की
नगरपावलका सीमा में
 श्रेणी –X िहरों की नगरपावलका
सीमा में
 द्वीपसमूह में।
 पहाड़ी स्टेिन की नगरपावलका
सीमा में।
 उस िहर की नगरीय सीमा में,
विसकी िनसंख्या 15 लाख से
कम है।
 दकसी नगर/ िहर की
नगरपावलका सीमाओं से बाहर

75
11. क्ट्या विद्यालय ने कक्षा 1 से 8 तक की कक्षा के वलए राज्य हां/ नहीं

सरकार से मान्यता प्रमाणपत्र प्राप्त दकया है?

कक्षा 1 से 8 तक की कक्षा के वलए मान्यता प्रमाणपत्रं की


12.
संख्या तथा िारी करने की तारीख:

भूवम के ब्यौरों तथा स्िावमत्ि के संबध


ं में िानकारी
13. क्ट्या विद्यालय सभी ओर से एक पक्की चारदीिारी से वघरा हुआ हां/ नहीं

एकल वनकटस्थ भूवम खण्र् में वस्थत है?


14. क्ट्या विद्यालय और खेल का मैदान दोनों चारों ओर से एकल हां/ नहीं

सतत चारदीिारी से वघरे एकल पररसर में वस्थत हैं?


15. उपयुडि 12 और 13 के संबंध में कु ल क्षेत्र (िगड मीटर में) क्षेत्र िगडमीटर में

विसमें विद्यालय वस्थत है:


16. भूवम दकस तरीके से कानूनी रूप से विद्यालय/ न्यास/ सवमवत/ वबक्री विलेख/ पट्टा विलेख/

कं पनी के स्िावमत्ि में है: उपहार विलेख/ आबंटन आदद


17. उपयुडि वबन्दु -14 के संबंध में भूवम के मावलक/ पट्टेदार का

नाम:
18. यदद भूवम राज्य सरकार के प्रवतमानकों के अनुसार पट्टे के रूप ---- से ---- तक कु ल िषड

में सवमवत/ विद्यालय के स्िावमत्ि में हों: तो पट्टे की अिवध


19. क्ट्या उपयुडि वबन्दु-14 के संबंध में कोई सािडिवनक सड़क, हां/ नहीं यदद हां, तो ब्यौरा दें

नहर अथिा आम रास्ता एच टी लाईन आदद इस भूवम से

होकर गुिरती है?

अवनिायड संरक्षा अपेक्षाओं के संबंध में िानकारी


20. क्ट्या विद्यालय का सरकारी अवभयंता द्वारा वनरीक्षण दकया गया हां/ नहीं

है और विद्यालय भिन को संरचनात्मक रूप में विद्यालय

संचालन हेतु सुरवक्षत पाया गया है?

20(ए) यदद, हां तो वपछले वनरीक्षण की तारीख:


21 क्ट्या विद्यालय का सरकारी अवििमन विभाग के अवधकारी द्वारा हां/ नहीं

वनरीक्षण दकया गया है और विद्यालय भिन को अविसंरक्षा के

दृवष्टकोण से सुरवक्षत घोवषत दकया गया है?

21(ए) यदद हां, तो वपछले वनरीक्षण की तारीख

कमडचाररयों के संबंध में िानकारी


22 क्ट्या विद्यालय के समुवचत सरकार के प्रचवलत प्रवतमानकों के हां / नहीं

अनुसार अपने कमडचाररयों के वलए सुपररभावषत सेिा वनयम और

ितें हैं?

76
23 क्ट्या विद्यालय समुवचत सरकार के प्रवतमानकों के अनुसार हां / नहीं
अध्यापकों एिं अन्य कमडचाररयों को िेतन का भुगतान कर रहा
है?
24 क्ट्या विद्यालय के अध्यापकों और अन्य कमडचाररयों को इलेक्ट्रॉवनक हां / नहीं
क्ट्लीयररं ग के तरीके से बैंक के िररए िेतन का भुगतान दकया
िा रहा है?
(चेक अथिा नकदी में व्यवियों को भुगतान करने की अनुमवत
नहीं है)

मोहर के साथ विद्यालय प्रबंधक के हस्ताक्षर मोहर के साथ विद्यालय


प्रधानाचायड के हस्ताक्षर

(प्रधानाचायड के हस्ताक्षर ) (विला विक्षा अवधकारी के हस्ताक्षर )

भाग –ख

(इस भाग को सहायक दस्तािेिों एिं मूल प्रमाणपत्रों का सत्यापन करने और विद्यालय का दौरा करने के बाद

विला विक्षा अवधकारी द्वारा भरा िाना चावहए)

र्ाइल सं.--------------------- िारी करने की तारीख-----------------

1. प्रमावणत दकया िाता है दक विद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई उपयुडि िानकारी का

सत्यापन सभी सहायक दस्तािेिों एिं प्रमाणपत्रों के आधार पर तथा विद्यालय का दौरा करके

दकया गया है तथा िानकारी को सही पाया गया है।


2. क्ट्या विद्यालय ने संबंधन के विस्तारण/ उन्नयन करने के हां / नहीं

वलए वसर्ाररि की है विस्तारण/उन्नयन हेतु

हस्ताक्षर

िारीकताड विक्षा अवधकारी /र्ी.ई.ओ. का नाम एिं मोहर

(विला विक्षा अवधकारी)/ विला स्तर पर विक्षा

प्रिासन से समतुल्य अवधकारी

विले का नाम :

77
पररविष्ट -IV

िपथ पत्र
मैं/ हम ----------- पुत्र/ पुत्री/पत्नी श्री/ श्रीमती --------------- आयु ----------

- (िषड) --------(विद्यालय का नाम) को संचावलत करने िाली ---------------------

---- (धारा के तहत सवमवत/ न्यास/ कं पनी का नाम) का अध्यक्ष अथिा सवचि एतद्दिारा

सत्यवनष्ठा से एिं वनष्ठापूिडक वनम्नानुसार उल्लेख करता हं :

1. यह दक ----------------- (धारा 8 के तहत सवमवत / न्यास/ कं पनी का नाम)------

-,-----------(अवधवनयम का नाम, विसके तहत सवमवत/ न्यास पंिीकृ त है) के अंतगडत एक

पंिीकृ त सवमवत/ न्यास है।

2. यह दक ----------- (धारा 8 के तहत सवमवत/ न्यास/ कं पनी का नाम) गैर मावलकाना

स्िरूप की है।
3. यह दक विद्यालय को एक सामुदावयक सेिा के रूप में चलाया िा रहा है न दक एक व्यिसाय के

रूप में और विद्यालय में दकसी भी तरीके में, चाहे िो भी हो, कोई िावणवज्यक कायड नहीं दकया

होता है।

4. यह दक संस्था से प्राप्त आय के भाग को न्यास/ सवमवत/ कं पनी/ विद्यालय प्रबंधन सवमवत में

दकसी व्यवि को अथिा दकसी अन्य व्यवि/ संस्था को नहीं ददया िा रहा है और नहीं ददया

िाएगा। आिती एिं गैर आिती खचों को पूरा करने तथा विकासात्मक कायों में अंिदानों,

मूल्यह्रास एिं आकवस्मकता वनवध को पूरा करने के बाद बचत यदद कोई हो, का उपयोग के िल

उसी विद्यालय को उन्नत बनाने में तथा उसी विद्यालय में विक्षा के स्तर को बढाने के वलए
उपयोग दकया िाएगा।

5. यह दक विद्यालय दकसी दूसरी संस्था, संगिन अथिा वनकाय को नाम, मोटो, लोगो अथिा दकसी

अन्य गैर-िैक्षवणक दक्रयाकलाप का प्रयोग करने के वलए कोई प्रभार अदा नहीं कर रहा है।

6. यह दक संबंधन प्राप्त दकए बगैर विद्यालय सी.बी.एस.ई. प्रवतमान के तहत, कक्षाओं को वििेष रूप

से कक्षा IX/ X/ XI/ XII को नहीं खोलेगा और दकसी भी तरीके में सी.बी.एस.ई. नाम का प्रयोग

नहीं करे गा।

7. यह दक विद्यालय के प्रधानाचायड एिं संिाददाता/ प्रबंधक ने संबंधन एिं परीक्षा उपविवधयों में

वनवहत उपबंधो और बोर्ड द्वारा समय-समय पर िारी पररपत्रों की व्यविगत रूप से िांच कर ली

है। विद्यालय समय-समय पर िारी संबंधन एिं परीक्षा उपविवधयों, वनदेिों में वनवहत उपबंधों और

भू कानून का पालन करने के वलए िचनबद्ध है।

8. यह दक विद्यालय, विद्यालय एिं विद्यालय के स्टार् के संबंध में सभी सांविवधक अपेक्षाओं िैसे दक

ई पी एर्, ई एस आई तथा श्रम कानूनों आदद का अनुपालन सुवनवित करे गा।

78
9. यह दक विद्यालय, सुवनवित करे गा दक भिन संरक्षा, अविसंरक्षा, िलसंरक्षा, स्िास््य एिं सर्ाई

प्रमाणपत्र संबंवधत नगरपावलका अथिा राज्य प्रावधकरणों द्वारा वनधाडररत अिवध के अनुसार समय-

समय पर िारी दकए िा रहे हैं अथिा उनका निीकरण दकया िा रहा है।

10. यह दक विद्यालय सुवनवित करे गा दक कक्षाओं को िुरू करने से पहले विद्यालय के पास सभी

अपेवक्षत अिसंरचना उपलब्ध हैं।

11. यह दक विद्यालय सुवनवित करे गा दक संबंधन उपविवधयों में वनवहत उपबंधों के अनुसार पयाडप्त
संख्या में अहडक अध्यापक कक्षाएं िुरू करने से पहले विद्यालय के पास उपलब्ध हैं।

12. यह दक विद्यालय, संबंधन उपविवधयों में वनवहत िुल्क से संबंवधत उपबंधों का पालन करे गा और

िुल्क के िीषों में दकसी अदृश्य प्रभारों का सहारा वलए बगैर सत्र िुरू करने से पहले विद्यार्थडयों/

माता वपता को िुल्क के ब्यौरे प्रदर्िडत करे गा।

13. यह दक विद्यालय दकसी विद्याथी/ माता वपता को दकसी वििेष दुकान से पुस्तकें / स्टेिनरी/
स्कू ल ड्रेस खरीदने के वलए बाध्य नहीं करे गा।

14. यह दक विद्यालय पयाडिरण के संरक्षण हेतु प्रयास करने का प्रयत्न करे गा।

15. यह दक विद्यालय सुवनवित करे गा दक विद्यालय संबंधन हेतु आिेदन करने से पहले सभी आिश्यक
अपेक्षाओं को पूरा करता है तथा संबंधन के बाद सभी अन्य ितों को पूरा करे गा तथा संबंधन

उपविवधयों में यथावनर्दडष्ट अथिा समय-समय पर अवधसूवचत सभी सामान्य वनयमों का पालन

करे गा।

16. स्कू ल प्रारम्भन प्रमाणपत्र प्रस्तुत करे बगैर सीबीएसई प्रवतमान कक्षाएं नहीं िुरू करे गा। उस प्रमाण

पत्र का आिय यह होना चावहए दक सीबीएसई द्वारा लगाए सभी ितों और सामान्य वनयमों सवहत

संबंधन उपविवध में वनवहत उत्तर-संबंधन ितों का पालन दकया गया हो।

(यदद विद्यालय का आिेदन पदांतरण श्रेणी में आता है, तो कृ पया वनम्नवलवखत खण्र् को िपथपत्र

में िावमल करें ।)

17. यह दक राज्य प्रवतमान कक्षाएं IX से XII, िो सी.बी.एस.ई. के संबंधन से पहले चल रही

हैं, को राज्य बोर्ड परीक्षा हेतु प्रायोवित दकया िाएगा। राज्य प्रवतमान की कक्षाएं IX से XII

को चरणबद्ध तरीके में बंद दकया िाएगा। सी.बी.एस.ई. से संबंधन प्राप्त करने के बाद राज्य

बोर्ड प्रवतमान की कक्षाओं IX से XII में दावखला नहीं दकया िाएगा। राज्य बोर्ड विद्यालय को

सी.बी.एस.ई. में पदांतरण के बाद बंद दकया िाएगा।

(िपथपत्र को उवचत संरूप में और नोटरी द्वारा विवधित प्रमावणत होना चावहए)

79
पररविष्ट -V

नामांकन सारणी

क्रम विद्यालय का अिवस्थवत पररसर का क्षेत्र स्िीकृ त संबंधन सेक्ट्िनों की


सं. अवधकतम सं
(कक्षा I/VI से
X/XII तक)
क. खण्र् 3.6 में उवल्लवखत 1600 िगड मीटर के िल कक्षा – 10
क्षेत्र /िहर X तक
ख. खण्र् 3.6 में उवल्लवखत 2400 िगड मीटर कक्षा – XII 24
क्षेत्र /िहर तक
ग. खण्र् 3.6 में उवल्लवखत 3200 िगड मीटर कक्षा – XII 28
क्षेत्र /िहर तक
घ. कक्षा –X शहर (खण्ड 2000 िगड मीटर के िल कक्षा – 10
3.5) और खण्ड 3.7 में X तक
उल्लिल्लित क्षे त्र
र्. कक्षा –X शहर (खण्ड 3000 िगड मीटर कक्षा – XII तक 24
3.5) और खण्ड 3.7 में
उल्लिल्लित क्षे त्र
च. कक्षा –X शहर (खण्ड 4000 िगड मीटर कक्षा – XII तक 28
3.5) और खण्ड 3.7 में
उल्लिल्लित क्षे त्र और खण्ड
3.4 र्ें उक्तल्लक्तखत क्षेत्र/
शहर
छ. पैन इंवर्या (खण्र् 3.3) 6000 िगड मीटर कक्षा – XII 38
तक
ि. पैन इंवर्या (खण्र् 3.2) 8000 िगड मीटर कक्षा – XII 48
तक
झ. पैन इंवर्या (खण्र् 3.2) >8000 िगड कक्षा – XII तक
मीटर सेक्ट्िनों की संख्या उपरोि “ि” के
अनुसार 2000 िगड मी. से कम की
भूवम अपेक्षा इकाई के साथ सीवमत
होगी अथाडत प्रत्येक 2000 िगड मी.
अवतररि भूवम पर 12 सेक्ट्िन
. कक्षा XI और XII के वलए एक साथ वलए गए सेक्ट्िनों की कु ल संख्या दकसी विद्यालय हेतु
धाररत भूवम के आधार पर सेक्ट्िन की स्िीकृ त ईष्टतम संख्या के 1/3 से अवधक नहीं होनी
चावहए।
. सेक्ट्िनों और विद्यार्थडयों की संख्या विद्यालय में िास्तविक सुविधाओं के अनुसार सीवमत
होगी।
. एक सेक्ट्िन में विद्यार्थडयों की कु ल संख्या संबध
ं न उपविवधयों के खण्र् 4.8 में ददए गए
उपबंधो के अनुसार होगी।

80
पररविष्ट -VI

क्रम दकस कक्षा से दकस समय सीमा और सत्र विसमें उदाहरण/ स्पष्टीकरण : यदद
सं. कक्षा तक संबध
ं न है आिेदन िमा दकया िाना है विद्यालय सत्र अप्रैल 2020 से
माचड, 2023 तक संबध
ं न प्राप्त
करना चाहता है तो विद्यालय को
1 िनिरी और 31 माचड, 2019
के बीच आिेदन करे ।
(क) कक्षा -1 से कक्षा 8 दकसी भी सत्र में िब यदद इसमें कक्षाएं 1,2,3,4 और

(वमवर्ल कक्षा विद्यालय में कम से कम कक्षा 5 (सभी) आिेदन की तारीख पर

पाठ्यक्रम) 5 तक कक्षाएं चल रही हों संचावलत हो रही हैं।

(ख) कक्षा 6 से कक्षा 8 * दकसी भी सत्र में, िब यदद इसमें या तो कक्षा 6 हो,

(वमवर्ल कक्षा विद्यालय में कक्षा कम से कम या दर्र कक्षा 6 और 7 दोनों

पाठ्यक्रम) 6 हो तथा कक्षा 8 में आिेदन की तारीख पर संचावलत

विद्यार्थडयों का दावखला नहीं हो रही हो।

दकया गया हो

(ग) कक्षा -1 से कक्षा 10 दकसी भी सत्र में, िब यदद इसमें या तो कक्षा 6 तक


(माध्यवमक स्तर) विद्यालय में कम से कम कक्षा (सभी) कक्षाएं हों या दर्र
6 हो तथा कक्षा 8 में आिेदन की तारीख पर कक्षा 7
विद्यार्थडयों का दावखला नहीं तक (सभी) कक्षाएं चल रही हो।
दकया गया हो
(घ) कक्षा -6 से कक्षा 10 * दकसी भी सत्र में, िब यदद इसमें या तो कक्षा 6 हो,
(माध्यवमक स्तर) विद्यालय में कम से कम कक्षा या दर्र कक्षा 6 और 7 दोनों
6 तक हो तथा कक्षा 8 में आिेदन की तारीख पर संचावलत
विद्यार्थडयों का दावखला नहीं हो रही हो।
दकया गया हो।
(ड़) कक्षा -1 से कक्षा 12 दकसी भी सत्र में, िब यदद इसमें या तो कक्षा 6 तक
(िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय में कम से कम कक्षा (सभी) कक्षाएं हों या दर्र
स्तर) 6 हो तथा कक्षा 8 में आिेदन की तारीख में कक्षा 7 तक
विद्यार्थडयों का दावखला नहीं (सभी) कक्षाएं संचावलत हो रही
दकया गया हो हो।
(च) कक्षा -6 से कक्षा 12 * दकसी भी सत्र में, िब यदद इसमें या तो कक्षा 6 हो,
(िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय में कम से कम कक्षा या दर्र कक्षा 6 और 7 दोनों
स्तर) 6 तक हो तथा कक्षा 8 में आिेदन की तारीख को संचावलत
विद्यार्थडयों का दावखला नहीं हो रही हो।
दकया गया हो।
(छ) िररष्ठ माध्यवमक में दकसी भी सत्र में िब यदद इसमें आिेदन की तारीख पर
उन्नयन विद्यालय में कम से कम कक्षा कक्षा 9 तक कक्षाएं संचावलत हो
9 तक कक्षाएं संचावलत हों। रही हो।

81
(ि) माध्यवमक स्तर पर दकसी भी सत्र में िब यदद इसमें आिेदन की तारीख में
दूसरे बोर्ड से विद्यालय में दकसी दूसरे बोर्ड दकसी दूसरे बोर्ड की कक्षा -9 की
पदांतरण की कम से कम कक्षा 9 तक कक्षाएं चल रही हो।
की कक्षाएं हो।
(झ) िररष्ठ माध्यवमक स्तर दकसी भी सत्र में, िब यदद इसमें आिेदन की तारीख को
पर दूसरे बोर्ड से विद्यालय में राज्य बोर्ड की दकसी दूसरे बोर्ड की कक्षा -11
पदांतरण कम से कम कक्षा 11 तक की चल रही हो।
कक्षाएं हो।
(ञ) अवतररि विषय दकसी भी सत्र में, िब सत्र से विद्यालय 1 िनिरी और 31
पहले बढे हुए सेक्ट्िनों के साथ माचड, 2019 (सत्र 2018 -19)
कम से कम दो सत्र हो। को अथिा इनके बीच आिेदन कर
सकता है तथा अवतररि विषयों
हेतु अनुमवत पर अप्रैल, 2020 में
(सत्र 2020-21) में िुरू होने
िाले सत्र हेतु विचार दकया
िाएगा।
(ट) सेक्ट्िन में बढोतरी दकसी भी सत्र में, िब सत्र से विद्यालय 1 िनिरी और 31
पहले बढे हुए सेक्ट्िनों के साथ माचड, 2019 (सत्र 2018 -19)
कम से कम दो सत्र हो। को अथिा इसके बीच आिेदन कर
सकता है तथा बढे हुए सेक्ट्िनों के
वलए अनुमवत पर विचार अप्रैल,
2020 (सत्र 2020-21) में िुरु
होने िाले सत्र में दकया िाएगा।
(ि) संबंधन विस्तार उस सत्र से एक िषड पहले, यदद विद्यालय का संबंधन 1
सत्र में विसमें विद्यालय संबंद्ध अप्रैल, 2017 से 31 माचड,
हुआ है 2020 तक हो, तो विद्यालय 1
िनिरी और 31 माचड 2019 को
अथिा इसके बीच संबंधन के
विस्तारण हेतु आिेदन करे गा।
* उपयुडि मामलों (ख), (घ) और (च) में, यदद विद्यालय में आिेदन की तारीख को अथाडत 1
िनिरी और 31 माचड, 2019 के बीच कक्षा -8 तक पहले से कक्षाएं चल रही हों, तो विद्यालय के
आिेदन पर सत्र 2020-21 के वलए ही विचार दकया िाएगा और विद्यालय को सत्र 2019-2020
में सी.बी.एस.ई. प्रवतमान की कक्षाओं में दावखला करने की अनुमवत नहीं होगी।

82
पररविष्ट -VII

अध्यापकों की वनयुवि के संबध


ं में अहडताएं एिं अन्य ब्यौरे
िैक्षवणक पाठ्यक्रम (कक्षा IX-X)
ए-1 पाठ्यक्रम कानेरटक संगीत :
मुखररत/ रागात्मक िाद्य/ताल िाद्य
लहंदस्ु तानी संगीत :
मुखररत / रागात्मक िाद्य / ताल िाद्य
अहडता मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से संगीत में / संगीत के साथ स्नातक,
अथिा
वनम्नवलवखत में से दकसी एक में उच्चतर माध्यवमक / िररष्ठ माध्यवमक
:
1. गंधिड महाविद्यालय मण्र्ल, मुम्बई की संगीत वििारद
परीक्षा।
2. इं ददरा कला संगीत विर्श्विद्यालय, खैरागढ (एम.पी) की
संगीत वििारद परीक्षा।
3. प्रयाग संगीत सवमवत (संगीत अकादमी), इलाहाबाद की
संगीत प्रभाकर परीक्षा।
4. भातखंर्े संगीत विद्यापीि, लखनऊ (पूिड में मैररस कॉलेि
ऑर् वहन्दुस्तानी म्यूविक, लखनऊ) की संगीत वििारद
परीक्षा।
5. माधि संगीत महाविद्यालय, लस्कर, ग्िावलयर की अंवतम
परीक्षा।
6. बड़ौदा संगीत विद्यालय की उच्चतम परीक्षा।
7. संस्कार गंधिड विद्यालय, ग्िावलयर की अंवतम परीक्षा।
8. वनदेिक, विक्षा विभाग, मध्य प्रदेि द्वारा प्रदान दकया गया
संगीत रत्न वर्प्लोमा।
अथिा
उपयुडि 5 से 8 के बदले में संबंवधत एिेंवसयों/ संस्थाओं द्वारा प्रदान
दकया गया नया वर्प्लोमा/ वर्ग्री।
अथिा
प्राचीन कला कें द्र, चण्र्ीगढ द्वारा प्रदान की गई वनम्नवलवखत वर्ग्री/
वर्प्लोमा:
1. प्राचीन कला कें द्र की दकसी भी विषय में स्नातक के साथ
संगीत भास्कर।
2. दकसी भी विषय में स्नातक के साथ संगीत नृत्य भूषण
ए-2 पाठ्यक्रम पेंरटंग
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त संस्थान से पेंरटंग/ लवलत कलाओं में कम से कम 4
िषीय पूणडकावलक वर्प्लोमा के साथ उच्चतर माध्यवमक / इं टरमीवर्एट
/ िररष्ठ माध्यवमक परीक्षा।
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त संस्थान से कम से कम दो िषीय पूणडकावलक
वर्प्लोमा के साथ ड्राइं ग एिं पेंरटंग/ कला/ लवलत कला में स्नातक।
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से ड्राइं ग एिं पेंरटंग/ लवलत कला में
स्नातकोत्तर (एम.ए)

ए-3 पाठ्यक्रम राष्ट्रीय कै वर्ट कॉप्सड (एन सी सी)


अहडता 1. दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से सैन्य विज्ञान के साथ
स्नातक।

83
अथिा
एन सी सी के “बी” अथिा “सी” प्रमाणपत्र के साथ दकसी भी विषय
में स्नातक ।
और
2. एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से बी.एर्.
और
3. एसोविएट एन सी सी अवधकारी का प्रविक्षण पूरा दकया हो।
ए-4 पाठ्यक्रम व्यिसाय के मूलतत्ि/ लेखा-िोखा एिं लेखा कायड के मूलतत्ि
अहडता (या तो 1 या दर्र 2)
1. िावणज्य में/ िावणज्य के साथ स्नातक
और
एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से बी.एर्.
2. क्षेत्रीय विक्षा महाविद्यालय की िावणज्य के साथ बी ए. ईर्ी।
ए-5 पाठ्यक्रम कं प्यूटर अनुप्रयोग
अहडता 1. बी.एस.सी. कं प्यूटर साइं स / बी सी ए/ सूचना प्रौद्योवगकी
में स्नातक।
अथिा
एक विषय के रूप में गवणत के साथ दकसी भी विषय में स्नातक वर्ग्री
और ए आई सी टी ई/ विर्श्विद्यालय द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से
कं प्यूटर इं िीवनयररं ग/ आई टी में 3 िषीय वर्प्लोमा।
अथिा
एक विषय के रूप में गवणत के साथ दकसी भी विषय में स्नातक वर्ग्री
और ए आई सी टी ई/ विर्श्विद्यालय द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से
कं प्यूटर एप्लीके िन में कम से कम एक िषड का वर्प्लोमा।
अथिा
र्ी ओ ई ए सी सी से “ए” लेिल
और
2. एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से विक्षा स्नातक
(बी.एर्.)

िैक्षवणक पाठ्यक्रम (कक्षा XI-XII)


ए-6 पाठ्क्क्रम कानेरटक संगीत :
मुखररत/ िाद्य (रागात्मक) /ताल िाद्य(मृदग
ं म)
लहंदस्ु तानी संगीत :
मुखररत / िाद्य (रागात्मक) / ताल िाद्य
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से एम.ए. (संगीत) अथिा एम.
संगीत।
अथिा
वनम्नवलवखत में से दकसी एक में उच्चतर माध्यवमक/ िररष्ठ माध्यवमक :
1. संगीत अलंकार (एम. संगीत) अवखल भारतीय गंधिड
महाविद्यालय मण्र्ल, मुम्बई से 8 िषड।
अथिा
2. संगीत कोविद (एम. संगीत) इं ददरा कला संगीत विर्श्विद्यालय
खैरागढ से 8 िषड।
अथिा

84
3. संगीत प्रिीण (एम. संगीत) प्रयाग संगीत सवमवत, इलाहाबाद,
8 िषड।
अथिा
4. संगीत वनपुण (एम. संगीत) भातखण्र्े संगीत विद्यापीि,
लखनउ, 8 िषड।
अथिा
राज्य/कें द्र सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त दकसी संस्थान से संगीत में कम से
कम 2 िषीय वर्प्लोमा प्रमाणपत्र के बाद संगीत में बी.ए.।
अथिा
राज्य/ कें द्र सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त दकसी संस्थान से संगीत में कम से
कम 7 िषीय/ 8 िषीय वर्प्लोमा प्रमाणपत्र के साथ उच्चतर माध्यवमक/
िररष्ठ माध्यवमक ।
अथिा
दकसी भी विषय में स्नातक के साथ प्राचीन कला कें द्र, चण्र्ीगढ का
संगीत/ नृत्य वििारद।
ए-7 पाठ्यक्रम िैिप्रौद्योवगकी
अहडता मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से कम से कम 50 प्रवतित (अथिा इसके
बराबर) अंकों के साथ िैि प्रौद्योवगकी/ आनुिंविकी/ सूक्ष्म िीि विज्ञान/
िीिन विज्ञान/िैि विज्ञान/िैि रसायन में स्नातकोत्तर और मान्यताप्राप्त
संस्था राष्ट्रीय अध्यापक विक्षा पररषद से बी.एर्.।
ए-8 पाठ्यक्रम इं िीवनयररं ग लेखावचत्र-कला(ग्रादर्क्ट्स)
अहडता वनम्नवलवखत में से कोई एक :
1. कम से कम एक िषड की अिवध के मान्यताप्राप्त
वर्प्लोमा/प्रमाणपत्र के साथ ड्राइं ग एिं पेंरटंग में मास्टर वर्ग्री
बिते व्यवि ने अपने पाठ्यक्रम में (वियोमेररकल) ज्यावमतीय
एिं यांवत्रक ड्राइं ग का अध्ययन दकया हो।
2. विवध द्वारा स्थावपत मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय अथिा संस्थान से
इं िीवनयररं ग में स्नातक अथिा समकक्ष वर्ग्री।
3. विवध द्वारा स्थावपत मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय अथिा संस्थान से
िास्तुकला में स्नातक बिते उसने उच्च्तर माध्यवमक में अथिा
समकक्ष पाठ्यक्रम में (वियोमेररकल) ज्यावमतीय और यांवत्रक
ड्राइं ग को एक विषय के रूप में पढा हो।
4. मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से ड्राइं ग/ लवलत कला में स्नातक और
वनम्नवलवखत में से कम से कम 2 िषड की अिवध का ड्राइं ग
अध्यापक वर्प्लोमा/ प्रमाणपत्र रखता हो, बिते उसने स्नातक
स्तर पर (वियोमेररकल) ज्यावमतीय एिं यांवत्रक ड्राइं ग का
अध्ययन दकया हो और अथिा अध्यापक वर्प्लोमा/ प्रमाणपत्र
प्राप्त दकया हो।
i. कला एिं विल्प सरकारी विद्यालय लखनऊ का ड्राइं ग
अध्यापक प्रविक्षण प्रमाणपत्र (िषड 1959 से कला और
विल्प सरकारी महाविद्यालय, लखनऊ से कला में मास्टर,
प्रविक्षण प्रमाणपत्र)।
ii. रविस्रार विभागीय परीक्षा, रािस्थान सरकार, बीकानेर
द्वारा प्रदान दकया गया लवलत कला एिं विल्प में ड्राइं ग
अध्यापक प्रविक्षण प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा।

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iii. सरकारी कला महाविद्यालय, कोलकाता का ड्राइं ग अध्यापक
वर्प्लोमा।
iv. पूिडिती ददल्ली पॉलीटेकवनक अथिा समकक्ष स्तर के दकसी
अन्य कला संस्थान के कला विभाग का तीन िषीय
पूणडकावलक वर्प्लोमा पाठ्यक्रम (अथिा पांच िषीय अंि
कावलक वर्प्लोमा पाठ्यक्रम) बिते उन्होंने ददल्ली
पॉलीटेकवनक, ददल्ली में पुनियाड पाठ्यक्रम प्राप्त दकया हो।
v. ए.आई.सी.टी.ई का राष्ट्रीय इं टरमीवर्एट/ राष्ट्रीय वर्प्लोमा

vi. सरकारी कला विद्यालय, पंिाब, चंर्ीगढ से चार िषीय
कला मास्टर का पाठ्यक्रम।
vii. सरकारी औद्योवगक प्रविक्षण संस्थान, िम्मू से ड्राइं ग एिं
पेंरटंग प्रमाणपत्र (3 िषीय पूणडकावलक पाठ्यक्रम)।
viii. मुम्बई सरकार (महाराष्ट्र राज्य) द्वारा प्रदान दकया गया
ड्राइं ग और पेंरटंग में वर्प्लोमा।
ix. सरकारी कला विद्यालय, पंिाब चण्र्ीगढ से ड्राइं ग और
पेंरटंग में पांच िषीय वर्प्लोमा।
x. औद्योवगक प्रविक्षण वनदेिालय, पंिाब, चण्र्ीगढ का दो
िषीय कला एिं विल्प प्रमाणपत्र।
xi. दकसी भी राज्य तकनीकी विक्षा बोर्ड से मैकवनकल
इं िीवनयररं ग में वर्प्लोमा धारक (3 िषीय पाठ्यक्रम)।
xii. क्षेत्रीय विक्षा महाविद्यालय (एन सी ई आर टी) से
बी.टेक. विक्षा।
5. वनम्नवलवखत में से कम से कम 3 िषड अिवध का ड्राइं ग
अध्यापक वर्प्लोमा/ प्रमाणपत्र सवहत विसने दकसी मान्यताप्राप्त
विर्श्विद्यालय से स्नातक दकया हो, बिते
उसने स्नातक में ज्यावमतीय एिं मैकवनकल ड्राइं ग का अध्ययन दकया हो
अथिा ड्राइं ग अध्यापक वर्प्लोमा/ प्रमाणपत्र प्राप्त दकया हो।
i. पूिडिती ददल्ली पॉलीटेदिक के अथिा समकक्ष स्तर के दकसी अन्य
कला संस्था के कला विभाग का तीन िषीय पूणडकावलक
पाठ्यक्रम (अथिा पांच िषीय अंिकावलक पाठ्यक्रम) बिते उसने
ददल्ली पॉलीटेदिक, ददल्ली में पुनिचाड पाठ्यक्रम प्राप्त दकया हो।
ii. सरकारी कला विद्यालय, पंिाब चण्र्ीगढ से चार िषड का कला
मास्टर पाठ्यक्रम।
iii. सरकारी औद्योवगक प्रविक्षण संस्थान, िम्मू से ड्राइं ग एिं पेंरटंग
प्रमाणपत्र (3 िषीय पूणडकावलक पाठ्यक्रम)
iv. महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा प्रदान दकया गया ड्राइं ग और पेंरटंग
में वर्प्लोमा।
v. पंिाब, चण्र्ीगढ से सरकारी कला विद्यालय से ड्राइं ग एिं पेंरटंग
में पांचिषीय वर्प्लोमा।
vi. दकसी राज्य तकनीकी विक्षा बोर्ड से यांवत्रकीय इं िीवनयररं ग में
(3 िषीय पाठ्क्क्रम) वर्प्लोमा धारक।
6. पेंरटंग, मूर्तडकला और अनुप्रयुि कला के विषय में ददल्ली
विर्श्विद्यालय के लवलत कला की पांच िषीय स्नातक वर्ग्री
धारक।

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ए-9 पाठ्यक्रम पेंरटंग
अहडता लवलत कला में मास्टर वर्ग्री (पेंरटंग वििेषज्ञता के साथ)
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त संस्थान/ विर्श्विद्यालय से कम से कम 4 िषीय
वर्प्लोमा के साथ एक विषय के रूप में लवलत कला/ कला/ ड्राइं ग एिं
पेंरटंग में स्नातक।
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त संस्थान/ विर्श्विद्यालय से लवलत कला/ पेंरटंग/ ड्राइं ग
एिं पेंरटंग में कम से कम 5 िषीय (पूणडकावलक)/ 7 िषीय अंि
कावलक वर्प्लोमा के साथ उच्चतर माध्यवमक/ इं टरमीवर्एट/ िररष्ठ
माध्यवमक विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा।
ए-10 पाठ्यक्रम ग्रादर्क्ट्स
अहडता लवलत कला में मास्टर वर्ग्री (लेखावचत्र कला वििेषज्ञता के साथ)
अथिा
दकसी एक विषय के रूप में पेंरटंग/ ग्रादर्क्ट्स के साथ िावणवज्यक कला
में कम से कम 5 िषीय (पूणड कावलक) /7 िषीय अंिकावलक वर्प्लोमा
के साथ उच्चतर माध्यवमक/ इं टरमीवर्एट/ िररष्ठ स्कू ल प्रमाणपत्र परीक्षा।
लेखावचत्र कला (ग्रादर्क्ट्स), मूर्तडकला और अनुप्रयुि िावणवज्यक कला
संबंधी मान्यताप्राप्त संस्थान
पांच िषीय वर्प्लोमा हेतु :
1. ए.आई.सी.टी.ई का राष्ट्रीय वर्प्लोमा।
2. दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से लवलत कला में स्नातक
वर्ग्री।
3. सरकारी लवलत कला एिं विल्पकला महाविद्यालय, हैदराबाद
(राज्य तकनीकी विक्षा एिं प्रविक्षण बोर्ड, आंध्र प्रदेि)
4. सरकारी कला एिं विल्प विद्यालय/ महाविद्यालय, लखनऊ
(उद्योग वनदेिालय, उत्तर प्रदेि/ सांस्कृ वतक कायड एिं िैज्ञावनक
अनुसंधान, उ0प्र0)।
5. सर, िे.िे. कला विद्यालय, मुम्बई (महाराष्ट्र सरकार)
6. कला एिं विल्प महाविद्यालय, कलकता (सािडिवनक अनुदि

वनदेिालय, पविम बंगाल)
7. कला एिं विल्प महाविद्यालय, मद्रास (वनदेिक, उद्योग,
मद्रास)
8. कला एिं विल्प विद्यालय/ महाविद्यालय, पटना।
9. विर्श् भारती (पविम बंगाल) िांवत वनके तन।
10. कला एिं विल्प विद्यालय/ महाविद्यालय (पंिाब),
चण्र्ीगढ।
11. रविस्रार, विभागीय परीक्षा, बीकानेर (रािस्थान
सरकार) द्वारा प्रदान दकया गया पांच िषीय वर्प्लोमा।
चार िषीय वर्प्लोमा के वलए :
1. कला एिं विल्प विद्यालय/ महाविद्यालय, लखनऊ
2. कला एिं विल्प महाविद्यालय, चण्र्ीगढ
3. सर, िे.िे. कला विद्यालय, मुम्बई
4. विर्श् भारती (पविम बंगाल) िांवत वनके तन।
तीन िषीय वर्प्लोमा के वलए :

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1. मवहला पॉलीटेदिक, महारानी बाग, नई ददल्ली।
2. िारदा उकील कला विद्यालय, ददल्ली।
3. ददल्ली पॉलीटेदिक, ददल्ली।
4. सरकारी औद्योवगक प्रविक्षण संस्थान, िे एिं के िम्मू।
5. रविस्रार, विभागीय परीक्षा, रािस्थान सरकार, बीकानेर द्वारा
प्रदान दकया गया लवलत कला एिं विल्प में ड्राइं ग अध्यापक
प्रविक्षण प्रमाणपत्र।
6. कला एिं कला विक्षा िावमया वमवलया इस्लावमया नई ददल्ली में
बी.ए./ बी.ए. ऑनसड।
दो िषीय वर्प्लोमा के वलए :
1. कला एिं विल्प विद्यालय/ महाविद्यालय, लखनऊ।
2. औद्योवगक प्रविक्षण वनदेिालय, पंिाब, चण्र्ीगढ
3. िावमया वमवलया इस्लावमया, नई ददल्ली
4. औद्योवगक प्रविक्षण वनदेिालय, हररयाणा, चण्र्ीगढ
5. क्षेत्रीय विक्षा महाविद्यालय से लवलत कला में बी.ई.र्ी. वर्ग्री/
वर्प्लोमा।
ए-11 पाठ्यक्रम मूर्तडकला
अहडता लवलत कला मूर्तडकला में वििेषज्ञता के साथ में मास्टर वर्ग्री
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त संस्थान/ विर्श्विद्यालय से मूर्तडकला में कम से कम 5
िषीय (पूणड कावलक) वर्प्लोमा के साथ उच्चतर माध्यवमक/ इं टरमीवर्एट/
िररष्ठ माध्यवमक विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा।
मान्यताप्राप्त संस्थान- ग्रादर्क्ट्स विषय में यथा उवल्लवखत।
ए-12 पाठ्यक्रम अनुप्रयुि िावणवज्यक कला
अहडता लवलत कला (िावणवज्यक कला अथिा व्यािहाररक कला वििेषता के
साथ) में स्नातकोत्तर वर्ग्री
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त संस्थान/ विर्श्विद्यालय से िावणवज्यक कला में कम से
कम 5 िषीय (पूणडकावलक)/ 7 िषीय अंिकावलक वर्प्लोमा के साथ
उच्चतर माध्यवमक/ इं टरमीवर्एट/ िररष्ठ विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा
मान्यताप्राप्त संस्थान –ग्रादर्क्ट्स विषय में यथा उवल्लवखत ।
ए-13 पाठ्यक्रम नृत्य
कथक/ भरतनाट्यम/ कु चीपुड़ी/ ओवर्सी/ मवणपुरी
अहडता मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय/ संस्थान से नृत्य में मास्टर वर्ग्री अथिा इसके
समकक्ष।
ए-14 पाठ्यक्रम इन्र्ोमेरटक्ट्स प्रैवक्ट्टक्ट्स/ कं प्यूटर विज्ञान
अहडता बी ई/ बी.टेक कं प्यूटर विज्ञान/ कं प्यूटर इं िीवनयररं ग/ सूचना
प्रौद्योवगकी/ इलेक्ट्रॉवनक्ट्स/ इलेक्ट्रॉवनक्ट्स एिं संचार अथिा समकक्ष।
अथिा
एम सी ए/ एम.एस.सी/ कं प्यूटर विज्ञान/ सूचना प्रौद्योवगकी/
आई.टी. में वनष्णात (मास्टर) अथिा समकक्ष।
अथिा
एम.एस.सी (गवणत) और बी.एस.सी. (कं प्यूटर विज्ञान) अथिा
बी.सी.ए. अथिा समकक्ष।

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अथिा
गवणत अथिा भौवतकिास्त्र अथिा सांवख्यकी में स्नातकोत्तर वर्ग्री और ए
आई सी टी ई/ विर्श्विद्यालय द्वारा मान्यताप्राप्त दकसी संस्था से कं प्यूटर
इं िीवनयररं ग/ सूचना प्रौद्योवगकी में 3 िषीय वर्प्लोमा।
अथिा
1. गवणत अथिा भौवतक िास्त्र अथिा सांवख्यकी में स्नातकोत्तर वर्ग्री
और ए आई सी टी ई/ विर्श्विद्यालय द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था
से कं प्यूटर अनुप्रयोग में कम से कम स्नात्तकोत्तर वर्प्लोमा अथिा
समकक्ष
अथिा
र्ी ओ ई ए सी सी से “बी” लेिल।
2. एन सी टी ई मान्यताप्राप्त संस्थान से विक्षा स्नातक (बी. एर्)
के साथ स्नातक।
ए-15 पाठ्यक्रम उद्यवमता
अहडता मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय/ संस्थान से उद्यवमता में वनष्णात/ िावणज्य में
वनष्णात।
और
एन सी टी ई मान्यताप्राप्त संस्थान से विक्षा स्नातक (बी.एर्.)
ए-16 पाठ्यक्रम भारत का ज्ञान परम्पराएं और पद्धवतयां
अहडता स्नातकोतर अध्यापकों का दल (भौवतक, रसायन, िैिविज्ञान, इवतहास,
रािनीवत विज्ञान, अथडिास्त्र आदद)।
ए-17 पाठ्यक्रम विवध अध्ययन
अहडता 1. विवध में वनयवमत स्नातक वर्ग्री अथिा रािनीवत विज्ञान/ लोक
प्रिासन/ अंतरराष्ट्रीय संबंध में वनष्णात वर्ग्री अथिा समकक्ष
और
एन सी टी ई मान्यताप्राप्त संस्थानों से विक्षा स्नातक (बी.एर्.)
अथिा
2. विवध वनयवमत वनष्णात वर्ग्री (एल ए एल एम) अथिा इसके
समकक्ष
ए-18 पाठ्यक्रम राष्ट्रीय कै वर्ट कॉप्सड
अहडता 1. सैन्य विज्ञान के साथ दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से
स्नातकोत्तर।
अथिा
एन सी सी के “सी” प्रमाणपत्र के साथ दकसी विषय में स्नातकोतर।
और
2. एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्थान से बी.एर्.।
और
3. एसोविएट एन सी सी अवधकारी हेतु प्रविक्षण पूरा दकया गया।
व्यािसावयक पाठ्यक्रम
िी-1 पाठ्यक्रम खुदरा (ररटेल)
अहडता (खुदरा(ररटेल)/ माके रटंग(विपणन)) में एम बी ए अथिा पी िी
वर्प्लोमा।
अथिा
(खुदरा(ररटेल)/ माके रटंग(विपणन)) में वर्प्लोमा के साथ
एम.कॉम।

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िी-2 पाठ्यक्रम सूचना प्रौद्योवगकी
अहडता ए आई सी टी ई/ अनुमोददत संस्थान/ विर्श्विद्यालय से कं प्यूटर
विज्ञान/ सूचना प्रौद्योवगकी में स्नातक इं िीवनयररं ग/ प्रौद्योवगकी
अथिा
एम.एस.सी कं प्यूटर/ सूचना प्रौद्योवगकी
अथिा
एम सी ए/ र्ी ओ ई ए सी सी “बी” लेिल
िी-3 पाठ्यक्रम िेब एप्लीके िन
अहडता ए आई सी टी ई/ अनुमोददत संस्थान/ विर्श्विद्यालय से कं प्यूटर
विज्ञान/ सूचना प्रौद्योवगकी में इं िीवनयररं ग/ प्रौद्योवगकी स्नातक
अथिा
एम.एस.सी. कं प्यूटर/ आई टी
अथिा
एम सी ए/ र्ी ओ ई ए सी सी “बी” लेिल।
िी-4 पाठ्यक्रम ऑटोमोरटि
अहडता ऑटोमोबाइल इं िीवनयररं ग अथिा मैकवनकल इं िीवनयररं ग में बी.ई./
बी.टेक अथिा इसके समकक्ष
अथिा
ऑटोमेरटि क्षेत्र में 3 िषीय अध्यापन अथिा उद्योग अनुभि के साथ
ऑटोमोबाइल इं िीवनयररं ग अथिा मैकवनकल इं िीवनयररं ग में वर्प्लोमा।
िी-5 पाठ्यक्रम वित्तीय बािार प्रबंधन
अहडता एम.कॉम/ एम बी ए/ एम ए (अथडिास्त्र)/ वित्तीय प्रबंधन में
वनष्णात। व्यिसाय लेखाकरण में वित्तीय सेिा में वनष्णात अथिा
समकक्ष।
अथिा
वित्तीय बािारों में एन एस सी प्रमाणन (एन सी एर् एम) के
साथ मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय/ संस्थानों से स्नातक वर्ग्री, विसमें
वनम्न में कम से कम 60 प्रवतित के साथ 3 मॉड्यूल उतीणड दकए
हों।
1. वित्तीय बािार (आरम्भक मॉड्यूल)
2. पूंिी बािार र्ीलसड मॉड्यूल
3. अमौवलक बािार र्ीलसड मॉड्यूल
िी-6 पाठ्यक्रम पयडटन
अहडता कम से कम 1 िषड के कायड/ अध्यापन अनुभि के साथ दकसी
मान्यताप्राप्त संस्थान/ विर्श्विद्यालय से पररिहन एिं पयडटन प्रबंधन
में और पयडटन एिं आवत्य में स्नातकोत्तर
अथिा
कक्षा XII के बाि कम से कम 3 वर्षीय औद्योतगक अनुभव के
साथ तकसी मान्यताप्राप्त सं स्थान/ तवश्वतवद्यालय से पयय टन एवं
पररवहन प्रबं धन में तीन वर्षय की तिग्री/ तिप्लोमा।
िी-7 पाठ्यक्रम सौन्दयड एिं कल्याण
अहडता व्यिसाय में कम से कम 3 िषड के कायड अनुभि के साथ दकसी
मान्यताप्राप्त संस्था से कावन्तिधडक विज्ञान(कॉज़्मेटोलॉिी)/ सौंदयड
थैरेपी/ सौंदयड संस्कृ वत में वर्प्लोमा।

90
िी-8 पाठ्यक्रम कृ वष
अहडता कृ वष/ बागिानी में स्नातक वर्ग्री
अथिा
अध्यापन/ खेती से संबंवधत कायड में 3 िषड के अनुभि के साथ
बागिानी में वर्प्लोमा।
िी-9 पाठ्यक्रम खाद्य उत्पादन
अहडता एन सी एच एम सी टी अनुमोददत संस्थाओं से होटल प्रबंधन एिं
खानपान (के टररं ग) प्रौद्योवगकी में स्नातक वर्ग्री।
अथिा 3 िषड के अध्यापन/ होटल अनुभि के साथ एन सी एच एम
सी टी अनुमोददत संस्थाओं से होटल प्रबंधन एिं खानपान (के टररं ग)
प्रौद्योवगकी में वर्प्लोमा।
िी-10 पाठ्यक्रम फ्रंट ऑदर्स प्रचालन
अहडता एन सी एच एम सी टी अनुमोददत संस्थान से होटल प्रबंधन एिं
खान –पान (के टररं ग) प्रौद्योवगकी में स्नातक वर्ग्री
अथिा
3 िषड के अध्यापन/ होटल अनुभि के साथ एन सी एच एम सी
टी अनुमोददत संस्थान से होटल प्रबंधन एिं खान-पान (के टररं ग)
प्रौद्योवगकी में वर्प्लोमा।
िी-11 पाठ्यक्रम बैंककं ग
अहडता बैंक/ बीमा क्षेत्र में काम करने के अनुभि के साथ िावणज्य/
व्यिसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर।
िी-12 पाठ्यक्रम माके रटंग (विपणन)
अहडता व्यिसाय प्रबंधन/ माके रटंग (विपणन) में एम.कॉम/एम बी ए
स्नातकोत्तर वर्प्लोमा।
अथिा
3 िषड के अध्यापन अनुभि के साथ िावणज्य/ व्यिसाय प्रबंधन में
स्नातक
िी-13 पाठ्यक्रम स्िास््य देखभाल
अहडता आई एन सी द्वारा मान्यताप्राप्त संस्थान से बी.एस.सी नर्सिंग एिं
प्रसूवत विधा(वमर्िार्री) (4 िषीय)
अथिा
एक िषड के कायड अनुभि के साथ िी एन एम में (साढे तीन)3-
1/2 िषीय वर्प्लोमा।
िी-14 पाठ्यक्रम बीमा
अहडता बैंक/ बीमा क्षेत्र में कायड अनुभि के साथ िावणज्य/ व्यिसाय प्रबंधन
में स्नातकोत्तर
िी-15 पाठ्यक्रम एक्ट्स –रे तकनीवियन
अहडता विदकरण भौवतकी में स्नातकोत्तर
अथिा
1 िषड के कायड अनुभि के साथ बी एस.सी (रे वर्योग्रार्ी)
िी-16 पाठ्यक्रम बागिानी (हॉर्टडकल्चर)
अहडता कम से कम 1 िषड के कायड अनुभि के साथ दकसी मान्यताप्राप्त
संस्थान/ विर्श्विद्यालय से बागिानी में स्नातकोत्तर।
िी-17 पाठ्यक्रम टाइपोग्रार्ी एिं कं प्यूटर अनुप्रयोग

91
अहडता विर्श्विद्यालय अनुदान आयोग से (यू िी सी) मान्यताप्राप्त
विर्श्विद्यालय से कोई भी स्नातक वर्ग्री, 2 िषड के अध्यापन/
उद्योग अनुभि के साथ दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से कं प्यूटर
अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर वर्प्लोमा।
अथिा
कं प्यूटर साइं स/ आई टी में बी ई/बी.टेक
अथिा
एम सी ए
अथिा अध्यापन/ उद्योग में 3 िषड के अनुभि के साथ बी सी ए
िी-18 पाठ्यक्रम भू-स्थावनक प्रौद्योवगकी
अहडता विज्ञान/ गवणत/ भूगोल/कं प्यूटर विज्ञान / सूचना प्रौद्योवगकी में
स्नातकोत्तर
िी-19 पाठ्यक्रम इलेक्ट्रीकल प्रौद्योवगकी
अहडता इलेक्ट्रीकल इं िीवनयररं ग अथिा इलेक्ट्रीकल एिं इलेक्ट्रॉवनक
इं िीवनयररं ग में बी.ई./ बी टेक अथिा समकक्ष
अथिा
3 िषड के अध्यापन अथिा औद्योवगक अनुभि के साथ इलेक्ट्रीकल
इं िीवनयररं ग/ प्रौद्योवगकी में वर्प्लोमा अथिा समकक्ष।
िी-20 पाठ्यक्रम इलेक्ट्रॉवनक प्रौद्योवगकी
अहडता ई टी सी ई/ ई सी ई इलेक्ट्रॉवनक्ट्स इं िीवनयररं ग/ प्रौद्योवगकी में
बी.ई./ बी. टेक अथिा समकक्ष
अथिा
3 िषड के अध्यापन अथिा उद्योग अनुभि के साथ ई टी सी ई/ ई
सी ई में वर्प्लोमा।
िी-21 पाठ्यक्रम मीवर्या (एनीमेटर)
अहडता ए आई सी टी ई/ अनुमोददत संस्थान/ विर्श्विद्यालय से कं प्यूटर
विज्ञान/ सूचना प्रौद्योवगकी में इं िीवनयररं ग/ प्रौद्योवगकी स्नातक।
अथिा एम.एस सी कं प्यूटर/ आई टी
अथिा
एम सी ए/ र्ी ओ ई ए सी सी “बी” लेिल
िी-22 पाठ्यक्रम कराधान
अहडता कराधान में वििेषज्ञता के साथ िावणज्य में स्नातकोत्तर वर्ग्री
िी-23 पाठ्यक्रम लागत लेखाकरण
अहडता लागत लेखाकरण में वििेषज्ञता के साथ एम.कॉम
िी-24 पाठ्यक्रम कायाडलय प्रदक्रयाएं एिं पद्धवतयां
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से कायाडलय प्रबंधन और सवचिालय पद्धवत
में प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा के साथ विर्श्विद्यालय अनुदान आयोग यू िी
सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से कोई स्नातकोत्तर वर्ग्री।
अथिा
दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से कायाडलय प्रबंधन और सवचिालय पद्धवत
में प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा के साथ यू िी सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय
से कोई स्नातक वर्ग्री और दकसी प्रवतवष्ठत संगिन में अध्यापन/ कायड
करने का 2 िषड का अनुभि।
िी-25 पाठ्यक्रम आिुवलवपक (अंग्रेिी)

92
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से आिुवलवप में प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा के
साथ यू िी सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से कोई वनष्णात वर्ग्री।
अथिा
दकसी प्रवतवष्ठत संगिन में अध्यापन/ कायड के 2 िषड के अनुभि के
साथ दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से आिुवलवपक (अंग्रेिी) में
प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा के साथ यू िी सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से
कोई स्नातक वर्ग्री।
िी-26 पाठ्यक्रम आिुवलवप (वहन्दी)
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से आिुवलवप में प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा के
साथ यू िी सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से कोई वनष्णात वर्ग्री।
अथिा
प्रवतवष्ठत संगिन में अध्यापन/ कायड के दो िषड के अनुभि के साथ
दकसी मान्यताप्राप्त संस्था से आिुवलवप (वहन्दी) में प्रमाणपत्र/
वर्प्लोमा के साथ यू िी सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से कोई
स्नातक वर्ग्री।
िी-27 पाठ्यक्रम एयर कं र्ीिलनंग एिं रे फ्रीिरे िन
अहडता यांवत्रक (मैकवनकल) इं िीवनयररं ग में बी.ई./ बी.टेक
अथिा
एयर कं र्ीिलनंग एिं रे फ्रीिरे िन क्षेत्र में अध्यापन अथिा उद्योग में
3 िषड के अनुभि के साथ मैकनवनकल इं िीवनयररं ग में वर्प्लोमा।
िी-28 पाठ्यक्रम वचदकत्सा रोग वनदान विद्या (मेवर्कल र्ाईिोवस्टक)
अहडता मेवर्कल लैब प्रौद्योवगकी में स्नातक वर्ग्री
अथिा
प्रयोगिाला/ अस्पताल में अध्यापन/ कायड में 3 िषड के अनुभि के
साथ मेवर्कल लैब प्रौद्योवगकी में वर्प्लोमा।
िी-29 पाठ्यक्रम िस्त्र (टेक्ट्सटाइल) वर्िाइन
अहडता कपड़ा एिं िस्त्र वनमाडण में एम एस सी/ कपड़ा इं िीवनयररं ग/
वर्िाइन में स्नातक वर्ग्री अथिा समकक्ष।
अथिा
3 िषड के अध्यापन/ उद्योग अनुभि के साथ कपड़ा वर्िाइन
(टेक्ट्सटाइल) रं गाई एिं छपाई में वर्प्लोमा।
िी-30 पाठ्यक्रम वर्िाइन
अहडता वर्िाइन स्नातक
अथिा
लवलत कला वनष्णात
अथिा
अध्यापन/ उद्योग में 2 िषड के अनुभि के साथ वर्िाइन में
वर्प्लोमा/ प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के साथ स्नातक
िी-31 पाठ्यक्रम विक्रयकला (सेल्समैनविप)
अहडता व्यिसाय प्रबंधन/ विपणन में एम.कॉम/ एम बीए/ पी िी र्ी
अथिा 2 िषड के अध्यापन अनुभि के साथ िावणज्य/ व्यिसाय
प्रबंधन में स्नातक
िी-32 पाठ्यक्रम संगीत िादन
अहडता यू िी सी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से कोई स्नातक वर्ग्री और एक

93
िषड के अनुभि के साथ संगीत तकनीकी िादन में वर्प्लोमा।
िी-33 पाठ्यक्रम व्यिसाय प्रिासन
अहडता व्यिसाय प्रबंधन में एम.बी.ए/ एम.कॉम/ पी.िी. वर्प्लोमा
िी-34 पाठ्यक्रम खाद्य पोषण एिं आहार विज्ञान
अहडता एम.एस.सी. गृह विज्ञान/ एम.एस.सी
अथिा
खाद्य पोषण एिं आहार विज्ञान में प्रमाणपत्र/ वर्प्लोमा के साथ
कोई स्नातक वर्ग्री।
िी-35 पाठ्यक्रम िनसंचार माध्यम अध्ययन (मास मीवर्या स्टर्ीि)
अहडता मान्यताप्राप्त संस्थान/ विर्श्विद्यालय से पत्रकाररता/ िनसंचार/
िनसंचार माध्यम/ अंग्रेिी में वनष्णात वर्ग्री।
अथिा
अध्यापन/ मीवर्या उद्योग में कम से कम 2 िषड के अनुभि के साथ
मान्यताप्रापत संस्थान/ विर्श्विद्यालय से पत्रकाररता/ िन संचार(मास
कम्युवनके िन)/ िनंसचार माध्यम(मास मीवर्या))/ अंग्रेिी में स्नातक
वर्ग्री।
िी-36 पाठ्यक्रम पुस्तकालय एिं सूचना विज्ञान
अहडता पुस्तकालय एिं सूचना विज्ञान में स्नातक
िी-37 पाठ्यक्रम र्ै िन अध्ययन/ पररधान
अहडता सरकार से मान्यताप्राप्त संस्थानों/ विर्श्विद्यालय से र्ै िन वर्िाइन/
पररधान वनमाडण में स्नातक वर्ग्री अथिा समकक्ष।
िी-38 पाठ्यक्रम अनुप्रयुि गवणत
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से गवणत में एम.एस.सी।
और
एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से बी.एर्.।
िी-39 पाठ्यक्रम अनुप्रयुि भौवतक विज्ञान
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से भौवतक विज्ञान में एम.एस.सी.।
और
एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से बी.एर्.
िी-40 पाठ्यक्रम अनुप्रयुि रसायनिास्त्र
अहडता दकसी मान्यताप्राप्त विर्श्विद्यालय से रसायनिास्त्र में एम.एस.सी।
और
एन सी टी ई द्वारा मान्यताप्राप्त संस्था से बी.एर्.
िी-41 पाठ्यक्रम सुरक्षा
अहडता 1. दकसी भी विषय में स्नातक वर्ग्री
और
2. सुरक्षा सेिाओं में वर्प्लोमा
अथिा
अद्यतन तकनीकी िानकारी के साथ कम से कम 3 िषड के संगत
अनुभि के साथ भूतपूिड सेना सेिाकमी और विसके पास उवचत
सुसाध्य अनुभि हो।

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पररविष्ट -VIII
प्रारम्भन प्रमाणपत्र

(विद्यालय द्वारा संबंधन उपविवधयों के खण्र् 2.4.14 के अनुपालन में प्रस्तुत दकया िाएगा)।

विद्यालय का नाम और पता संबंधन संख्या

मंिूरी पत्र िारी करने की तारीख सत्र, विससे संबंधन मंिूर दकया गया

विद्यालय ने बोर्ड मंिूरी पत्र और संबंधन तथा परीक्षा उपविवधयों की विषयिस्तु पढ ली है।

संबंधन उपविवधयों के खण्र् 2.4.14 की अपेक्षाओं के अनुपालन में, प्रमावणत दकया िाता है दक :

1 विद्यालय ने बोर्ड में यह प्रमाणपत्र िमा करने से पहले कक्षा 9िीं/ 10िीं/ 11िीं/ 12िीं (िैसा भी

मामला हो) िुरू नहीं की है।

2 विद्यालय, आि की तारीख में, अथाडत ---------------- को (प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर करने की

तारीख) खण्र् 2.4 और उसके उपखण्र् 2.4.1 से 2.4.13 तक की अपेक्षाओं को पूरा करता है।

3 विद्यालय ने संभि हद तक अध्याय 14 सामान्य वनयम में वनवहत उपबंधो के अनुपालन को सुवनवित

दकया है और विद्यालय संबंधन अिवध में अध्याय 14 के उपबंधो का पूणड अनुपालन सुवनवित करने का

िचन देता है।


4 मंिूरी पत्र में लगाई गई ितों का विद्यालय द्वारा वनम्नवलवखत विविष्ट अनुपालन दकया गया है :

क.

ख.

ग.

घ.

र्.

च.
5 अब विद्यालय सी.बी.एस.ई. संबंधन की सभी अपेक्षाओं को पूरा करता है और सी.बी.एस.ई. प्रवतमान पर

कक्षाएं िुरू करने के वलए तैयार है।

प्रबंधक प्रधानाचायड

(प्रबंधक की मोहर) (प्रधानाचायड की मोहर)

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संबध
ं न –उप –विवधयां

कें द्रीय माध्यवमक विक्षा बोर्ड

“विक्षा कें द्र”, 2, सामुदावयक कें द्र, प्रीत विहार, ददल्ली-110092

िेबसाइट : www.cbse.nic.in ; www.cbseaff.nic.in

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