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Pea-Roll Along - HINDI
Pea-Roll Along - HINDI
ग्लूज़डोव लढ़
ु कता मटर
ह द
िं ी: अरववन्द गुप्ता
Illustrated by
यक्र
ू े नी परी कथा
V. Gluzdov
कभी एक आदमी र ता था जिसके छ बेटे और एक बेटी थी,
जिसका नाम ओलेन्का था. एक हदन बेटे ल िोतने के ललए बा र गए
तो उन् ोंने अपनी ब न से क ा कक व उनका खाना खेत में ले आए.
ओलेन्का ने पछ
ू ा, "मैं तुम् ें व ािं कैसे ढूिंढूिंगी?"
भाइयों ने क ा: " म झोपडी से लेकर ित
ु ाई करने वाली िग
तक तक एक नाली खोदें गे. यहद तुम नाली का अनस
ु रण करोगी तो
किर तम
ु में आसानी से ढूिंढ लोगी."
" म परू े हदन ल िोत र े थे. आपने मारे खाने के ललए कुछ
क्यों न ीिं भेिा?"
"न ीिं मैने तुम् ारा खाना भेिा था!" मााँ ने उत्तर हदया. "मैंने ओलेन्का को तुम् ारा खाना
लेकर खेत में भेिा था, और मुझे लगा कक व तुम् ारे साथ वापस आ र ी ोगी. लगता ै
व क ीिं अपना रास्ता भटक गई ै ."
किर सभी छ भाई एक-साथ ननकल पडे और ड्रैगन की नाली का पीछा करते ु ए
उसके आिंगन तक प ुिंि गए. वे गेट से अिंदर आये, और उनकी ब न उनसे लमलने के ललए
बा र दौडी.
"ओ , मेरे भाइयों, मेरे प्यारे भाइयों, मैं तुम् ें क ााँ नछपाऊिंगी?" ओलेन्का रोने लगी.
"ड्रैगन अभी बा र ै , लेककन िब व वापस आएगा तो किर वो तम
ु सबको खा िाएगा!"
तभी व ााँ ड्रैगन उनकी ओर उडकर आ र ा था और सााँप की तर िुिंिकार र ा था.
एक हदन मााँ कपडे धोने की ललए नदी पर गयी. उसने सडक पर अपनी ओर लुढ़कते ु ए एक छोटी मटर आते ु ए दे खी. उसने मटर
उठाई और खा ली, किर कुछ ी समय में उसके एक बेटे का िन्म ु आ और उसने उसे "लुढ़कता मटर" नाम हदया.
लुढ़कता मटर ब ु त तेज़ी से बढ़ा, व बढ़ता गया और बढ़ता गया, और यद्यवप वो उम्र में छोटा था, किर भी व बडा और ताकतवर था.
एक हदन वपता और लुढ़कता मटर एक कुआाँ खोद र े थे, और उनका िावडा एक पत्थर से टकराया. व एक ब ु त बडा पत्थर था, और
वपता उसे ननकालने में मदद करने के ललए अपने पडोलसयों को बल
ु ाने के ललए गए. लेककन लुढ़कते मटर ने वपता के वापस आने से प ले ी
पत्थर को उठाकर बा र िेंक हदया. पडोलसयों ने िब दे खा तो वे आश्ियशिककत भी ु ए और भयभीत भी, क्योंकक उन् ोंने दे खा कक लुढ़कता
मटर उनमें से र ककसी से अचधक ताकतवर था. सिमुि, वे इतने डरे ु ए थे कक वे उसे मार डालना िा ते थे. लेककन लुढ़कते मटर ने
पत्थर को वा में उछाला और किर से उसे पकड ललया. उसकी ताकत का य कारनामा दे खकर सारे पडोसी भाग गए.
वपता-पत्र
ु खुदाई करते र े . उन् ोंने तब तक खोदा िब तक कक उनकी कुदाल लो े के एक बडे टुकडे से न ीिं टकराई, और किर लुढ़कते
मटर ने उसे उठाकर नछपा हदया.
"वास्तव में य सि बात ै , बेटा," माता-वपता ने क ा. "लेककन वे एक बार िले गए और किर कभी वावपस न ीिं लौटे ." और किर
उन् ोंने लुढ़कते मटर को परू ी क ानी बतायी.
"न ीिं, न ीिं, मैं िाऊाँगा!" लुढ़कते मटर ने क ा, "वे मेरे अपने मािंस और खून ैं और मैं य पता लगाऊिंगा ोगा कक उनका क्या
श्र ु आ."
किर िो लो े का टुकडा उसे लमला था, व उसे लो ार के पास लेकर गया. "मेरे ललए एक तलवार बनाओ. वो जितनी ज़्यादा
बडी ोगी, उतनी ी अच्छी ोगी!" लढ़
ु कते मटर ने क ा. किर लो ार ने उसके ललए इतनी बडी और भारी तलवार बनाई जिसे कोई
भी उसकी दक
ु ान से उठाकर न ीिं ले िा सकता था. लेककन लुढ़कते मटर ने उसे आसानी से उठा ललया और उसे वा में ऊिंिा
उछाला.
"अब मुझे ग री नीिंद आएगी," उसने अपने वपता से क ा. "आप बार हदनों के बाद मुझे िगा दें , तब तक तलवार उडकर वापस
आएगी."
व बबस्तर पर लेट गया और बार हदनों तक सोता र ा, और किर तेर वें हदन तलवार उडती ु ई वापस आई, और उसने उडते
समय गुनगुना ट की आवाि की. वपता ने लुढ़कते मटर को िगाया. लुढ़कता मटर उछला और उसने अपनी एक उिं गली आगे कर दी,
और तलवार उससे आकार टकराई और किर दो ह स्सों में टूट गई.
"मैं इतनी घहटया तलवार के साथ अपने भाइयों और ब न की तलाश में न ीिं िा सकता ूिं ," लुढ़कते मटर ने क ा, "मेरे पास
इससे बे तर तलवार ोनी िाह ए."
और किर वो टूटी ु ई तलवार उठाकर लो ार के पास वावपस गया, "इससे मेरे ललए एक नई तलवार बना दो," उसने क ा. “दे खो,
इस बार मेरे िैसे ताकतवर आदमी के ललए एक उपयक्
ु त तलवार बनाओ!"
लो ार ने उसके ललए एक ऐसी तलवार बनाई िो प ली से भी बडी थी. लुढ़कते
मटर ने उसे दब
ु ारा वा में उछाला और किर बबस्तर पर लेट गया और किर अगले
बार हदनों तक सोता र ा. तेर वें हदन तलवार उडती ु ई गुिंिन करती ु ई आई जिससे
पथ्
ृ वी ह लने और कािंपने लगी. माता और वपता ने लुढ़कते मटर को िगाया. वो तुरिंत
अपने पैरों पर खडा ो गया और उसने अपनी एक उिं गली उठाई और तलवार उससे
िाकर टकराई लेककन इस बार तलवार टूटी न ीिं केवल थोडी सी मुड गई.
"य वास्तव में एक अच्छी तलवार ै !" लुढ़कते मटर ने क ा. "अब मैं अपने
भाइयों और ब न की तलाश में िा सकता ूिं . मााँ, मेरे ललए कुछ रोटी बनाओ, और किर
मैं अपनी यात्रा पर ननकलूिंगा."
उसने अपनी तलवार और थैला भर रोटी लीिं और किर अपनी मााँ और वपता को
अलववदा क कर घर से िल हदया.
उसने ड्रैगन के घर का पीछा ककया, और वो िल्द ी ििंगल में कािी अिंदर िला
गया. व तब तक िलता र ा िब तक कक व एक बाडे वाले आिंगन में न ीिं प ुिंि
गया, और उसके बीि में एक बडा घर था. व आाँगन में घस
ु ा और घर में िला गया,
और व ााँ उसे अपनी ब न ओलेन्का लमली.
"मैं अपनी मााँ और वपता के साथ र ती थी, लेककन ड्रैगन मुझे उठाकर ले आया, और ालााँकक मेरे छ
भाइयों ने मुझे छुडाने की कोलशश की, लेककन वे भी उसमें सिल न ीिं ु ए."
उन् ोंने अपनी तलवारें खीिंि लीिं और ड्रैगन ने लुढ़कते मटर पर ऐसा िोरदार प्र ार ककया कक व टखने तक लो े के खलल ान में िा धिंसा.
लेककन लुढ़कते मटर एक बार किर बा र आया और उसने अपनी तलवार ल राई और ड्रैगन को एक िवाबी झटका हदया जिससे व घटनों
ु तक लो े
के खलल ान में िा चगरा. ड्रैगन ने खुद को बा र ननकाला और व किर से लुढ़कते मटर के सामने आया और उसने उसे िशश में ग राई तक धकेल
हदया. लेककन लुढ़कता मटर डरने वालों में से न ीिं था, और उसने ड्रैगन को एक झटका हदया जिससे व िशश पर िा चगरा और किर किर एक और
वार में ड्रैगन की व ीिं मौके पर ी मौत ो गई.
किर लुढ़कता मटर कालकोठरी में गया, व ािं उसने अपने भाइयों को मुक्त कराया िो िीववत से अचधक मत
ृ थे, और उन् ें और अपनी ब न
ओलेन्का और ड्रैगन के घर के सभी सोने-िािंदी को साथ लेकर वो अपने घर के ललए ननकल पडा. लेककन उसने उन् ें य कभी न ीिं बताया कक व
उनका भाई था.
वे रास्ते में ककतने लिंबे समय तक िले य कोई न ीिं िानता, लेककन धीरे -धीरे वे एक ओक के पेड के नीिे आराम करने के ललए बैठ गए.
लडाई के बाद लुढ़कता मटर इतना थक गया था कक व ग री नीिंद में सो गया. और उसके छ भाइयों ने आपस में इस पर ििाश की, और क ा:
"लोग म पर िंसेंगे िब उन् ें पता िलेगा कक म छ भाई लमलकर भी ड्रैगन को न ीिं मार सके िबकक इस यव
ु ा लडके ने अकेले ी वो
सबकुछ कर हदखाया. और इसके अलावा उसे ड्रैगन की सारी दौलत भी लमल िाएगी."
और उन् ोंने तय ककया कक िब लुढ़कता मटर सो र ा और व एकदम अस ाय ोगा तो वे उसे ओक के पेड से बािंध दें गे और उसे ििंगली
िानवरों द्वारा खाए िाने के ललए व ीिं छोड दें गे.
"तो किर य व ी ोगा जिसे मने ओक के पेड से बािंधा ोगा! बे तर ोगा कक म तुरिंत वापस िाएिं और उसे खोल दें !" भाइयों ने क ा.
लेककन लुढ़कते मटर ने अपने किंधे के ऊपर के ओक को ल राया और
झोपडी की छत पर इतनी िोर से मारा कक झोपडी परू ी तर से िमीन पर
चगरकर ध्वस्त ो गई.
"िलो!"
"आपको भी शभ
ु हदन, मेरे लडकों!" आदमी ने क ा.
"आप क्या कर र े ैं?"
"िलो!"
इसललए वे तीनों एक साथ आगे बढ़े . वे िलते र े , िलते र े ,
और धीरे -धीरे उन् ोंने एक आदमी को नदी के ककनारे बैठे दे खा. उस
आदमी की मूिंछें सबसे लिंबी थीिं, और वो उनमें से केवल एक को
घम
ु ाता था ताकक पानी अलग ो िाए और दो ह स्सों में बिंट िाए,
जिससे एक रास्ता ननकल आए और किर सभी लोग नदी के तल
पर िलने में सक्षम ो सकें.
"नदी पार करने के ललए पानी को को ह स्सों में बााँट र ा ूिं ."
"िलो!"
वे एक साथ आगे बढ़े और उनका रास्ता आसान र ा,
क्योंकक प ाड- टाऊ र प ाड को अलग कर दे ता, पेड-उखाडू
र ििंगल को उखाड दे ता और मूिंछ-मरोडू उनके रास्ते में आने
वाली र नदी के पानी को बााँट दे ता था.
"तुम मेरे माललक न ीिं ो, इसललए लशकायत मत करो!" प ाड- टाऊ ने वापस क ा.
किर उसने व सब कुछ खाया िो उसे खाना था और िो कुछ उसे पीना था व उसने पी ललया.
किर प ाड- टाऊ की पीठ से त्विा की एक लिंबी पट्टी काटने के बाद बढ़
ू ा व ािं से िला गया.
प ाड- टाऊ ने कील को घम
ु ाया और ह लाया िब तक कक व ढीली न ीिं ो गई, और किर उसने
नए लसरे से रात का खाना पकाने का काम शरू
ु ककया. िब उसके दोस्त वापस आये तो व अभी भी
खाना बना र ा था.
"आप रात का खाना बनाने में इतनी दे र क्यों कर र े ैं?" उन् ोंने पछ
ू ा.
"मुझे झपकी आ गई और किर मैं खाने के बारे में सब भूल गया." प ाड- टाऊ ने क ा.
उन् ोंने पेट भर खाया और किर वे बबस्तर पर िले गए, और अगली सुब लुढ़कते मटर ने क ा:
"अब तम
ु घर पर र ो, पेड-उखाडू, और ममें से बाकी लोग लशकार करने िायेंगे."
वे िले गए, और पेड-उखाडू ने एक बडा राबत्रभोि बनाया और सोने के ललए
लेट गए. अिानक दरवाज़े पर आवाज़ आई: ठक, ठक, ठक!
"मैं तुम् ारा नौकर न ीिं ूाँ कक दरवाज़ा खोलाँ ू!" पेड-उखाडू ने क ा.
"आपको रात का खाना पाने में इतनी दे र क्यों ु ई?" उन् ोंने पछ
ू ा.
पेड-उखाडू ने क ा, "मझ
ु े झपकी आ गई और थोडी दे र प ले ी उठा."
लेककन प ाड- टाऊ ने कुछ न ीिं क ा, क्योंकक व िानता था कक क्या
ु आ था.
तीसरे हदन मूिंछ-मरोडू घर पर र ा और उसके साथ भी व ी ु आ.
लढ़
ु कते मटर ने दरवाज़ा खोला, और उसके सामने अब तक का सबसे छोटा बढ़
ू ा आदमी था, जिसकी दाढ़ी इतनी लिंबी थी कक व िशश पर
लटकी ु ई थी.
"मुझे द लीि के पार ले िलो, मेरे बेटे!" छोटे बढ़
ू े ने क ा.
लुढ़कते मटर ने उसे उठाया, झोपडी में ले गया, और उसे िशश पर ललटा हदया, और छोटा बढ़
ू ा आदमी गोल-गोल नािने लगा और उस पर
छोटी-छोटी उडान भरने लगा.
व झोपडी में वापस गया और उसने दे खा कक उसके तीन दोस्त उसका इिंतिार कर र े थे.
वे बैठ गए और खाना शुरू कर हदया, और खाना ख़त्म करने के बाद लुढ़कते मटर ने उनसे क ा:
व उन् ें बा र ले गया, लेककन, अिीब बात य ु ई, कक व ािं अब कोई ओक का पेड न ीिं था और कोई छोटा बढ़
ू ा आदमी भी
न ीिं था. क्योंकक उस छोटे बढ़
ू े आदमी ने ओक के पेड को िड से उखाड हदया था और वो उसे अपने साथ खीिंिकर ले गया था.
लुढ़कते मटर ने किर अपने दोस्तों को उसके साथ िो कुछ ु आ था, उसके बारे में बताया और उन् ोंने अपनी ओर से कबल
ू
ककया कक छोटे बढ़
ू े व्यजक्त ने उन् ें कील से लटका हदया था और उनकी पीठ से त्विा की पट्हटयााँ काटी थीिं.
"व एक दष्ु ट, छोटा बढ़
ू ा आदमी ै , और इससे बे तर ोगा कक म िाकर उसे खोिें," लुढ़कते मटर ने क ा.
"व मुझे न ीिं मारे गा," लुढ़कते मटर ने क ा. "व तो मैं ी था जिसने उसकी दाढ़ी दरार में ििंसाई थी.
लेककन तुम कौन ो और य ााँ क्या कर र ी ो?"
उन् ोंने पछ
ू ा, "तुम य ााँ क्यों आये ो? क्या तुम मुझसे लडने आए ैं या मेरे साथ शािंनत बनाने आए ो?"
"मैं य ााँ तुमसे लडने के ललए आया ूाँ!" लुढ़कते मटर ने क ा, "क्या तुमको लगता ै कक मैं तुम िैसे
लोगों के साथ शािंनत बनाऊिंगा?"
किर उनके बीि तलवारें खखिंि गईं, और वे लिंबे समय तक और भयिंकर रूप से लडते र े िब तक कक
अिंततः लुढ़कते मटर ने छोटे बढ़
ू े व्यजक्त पर िोरदार प्र ार न ीिं ककया और उसे मार डाला.
उसके बाद लुढ़कते मटर और रािकुमारी ने म ल में उन् ें जितना भी सोना और रत्न लमले, उन् ें ललया
और उन् ें तीन बोररयों में भरकर उस छे द के पास गए, जिसके नीिे से लुढ़कता मटर भूलमगत साम्राज्य में
आया था.
वे िल्द ी व ािं प ुिंि गए और लढ़
ु कते मटर ने अपने दोस्तों
की ओर चिल्लाना शुरू ककया.
लढ़
ु कते मटर ने एक बोरे को रस्सी से बााँध हदया.
"इसे ऊपर खीिंिो, भाइयों!" व किर चिल्लाया. "य बोरी
तुम् ारी ै!"
उसने तीसरी बोरी भी ऊपर भेिी और किर रािकुमारी को रस्सी से बााँध हदया.
"िलो म उसे थोडा ऊपर खीिंिेंगे और किर रस्सी को छोड दें गे." उन् ोंने क ा,
"उससे व चगरकर मारा िाएगा, और किर रािकुमारी मारी ो िाएगी."
लुढ़कते मटर को इस बात का अनम
ु ान लग गया वे क्या करें गे इसललए उसने रस्सी से
एक बडा पत्थर बााँध हदया.
उन् ोंने रस्सी खीिंिी और किर उसे छोड हदया, और पत्थर धडाम से नीिे आकर चगरा!
"व कौन था जिसने तुम् ें ढका था, मेरे नन् ें बच्िों?" िील ने पछ
ू ा.
िज़
ू ों ने क ा, "अगर तुम उसे न खाने का वादा करो तो म तुम् ें बताएिंगे."
"अच्छा, क्या तम
ु उस आदमी को पेड के नीिे बैठे ु ए दे ख र े ो, उसी ने य ककया."