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चित्र: वी.

ग्लूज़डोव लढ़
ु कता मटर
ह द
िं ी: अरववन्द गुप्ता
Illustrated by

यक्र
ू े नी परी कथा
V. Gluzdov
कभी एक आदमी र ता था जिसके छ बेटे और एक बेटी थी,
जिसका नाम ओलेन्का था. एक हदन बेटे ल िोतने के ललए बा र गए
तो उन् ोंने अपनी ब न से क ा कक व उनका खाना खेत में ले आए.

ओलेन्का ने पछ
ू ा, "मैं तुम् ें व ािं कैसे ढूिंढूिंगी?"
भाइयों ने क ा: " म झोपडी से लेकर ित
ु ाई करने वाली िग
तक तक एक नाली खोदें गे. यहद तुम नाली का अनस
ु रण करोगी तो
किर तम
ु में आसानी से ढूिंढ लोगी."

उसके बाद भाई िले गये.

अब, मैदान के पार ििंगल में एक ड्रैगन र ता था. उसने आकर


भाइयों द्वारा बनाई गई नाली को लमट्टी से भर हदया, और किर खुद
की एक नाली बनाई, िो सीधे उसके घर के दरवािे तक िाती थी. और
िब ओलेन्का अपने भाइयों के ललए रात का खाना लेकर गई तो व
भी उस नाली की सीध में गई, और किर वो सीधे ड्रैगन के आिंगन में
प ुिंिी. तुरिंत ड्रैगन ने उसे पकड ललया.

शाम को भाई घर आये और उन् ोंने अपनी मााँ से क ा:

" म परू े हदन ल िोत र े थे. आपने मारे खाने के ललए कुछ
क्यों न ीिं भेिा?"
"न ीिं मैने तुम् ारा खाना भेिा था!" मााँ ने उत्तर हदया. "मैंने ओलेन्का को तुम् ारा खाना
लेकर खेत में भेिा था, और मुझे लगा कक व तुम् ारे साथ वापस आ र ी ोगी. लगता ै
व क ीिं अपना रास्ता भटक गई ै ."

भाइयों ने क ा, " म िाकर उसकी तलाश करें गे."

किर सभी छ भाई एक-साथ ननकल पडे और ड्रैगन की नाली का पीछा करते ु ए
उसके आिंगन तक प ुिंि गए. वे गेट से अिंदर आये, और उनकी ब न उनसे लमलने के ललए
बा र दौडी.

"ओ , मेरे भाइयों, मेरे प्यारे भाइयों, मैं तुम् ें क ााँ नछपाऊिंगी?" ओलेन्का रोने लगी.
"ड्रैगन अभी बा र ै , लेककन िब व वापस आएगा तो किर वो तम
ु सबको खा िाएगा!"
तभी व ााँ ड्रैगन उनकी ओर उडकर आ र ा था और सााँप की तर िुिंिकार र ा था.

"मुझे एक आदमी की गिंध आ र ी ,ै मुझे कई आदलमयों की गिंध आ र ी !ै " ड्रैगन ने


क ा. "अच्छा, मेरे लडकों य बताओ, क्या तुम मुझसे लडने आए ो या मेरे साथ शािंनत
स्थावपत करने आए ो?"

" म तुमसे लडने के ललए!" भाइयों ने क ा.

"तो किर, िलो, म लो े के खलल ान में िलें ."

वे खलल ान में गये ि ााँ की ज़मीन लो े की बनी ु ई थी, परन्तु वे अचधक दे र तक


न ीिं लडे. क्योंकक ड्रैगन ने उन् ें अपने एक ी प्र ार में िशश पर चगरा हदया. किर ड्रैगन ने
उन् ें मत
ृ अवस्था में बा र ननकाला, और एक ग री कालकोठरी में िेंक हदया.
मााँ और वपता अपने बेटों के लौटने का इिंतज़ार करते र े , लेककन उनका इिंतज़ार व्यथश र ा.

एक हदन मााँ कपडे धोने की ललए नदी पर गयी. उसने सडक पर अपनी ओर लुढ़कते ु ए एक छोटी मटर आते ु ए दे खी. उसने मटर
उठाई और खा ली, किर कुछ ी समय में उसके एक बेटे का िन्म ु आ और उसने उसे "लुढ़कता मटर" नाम हदया.

लुढ़कता मटर ब ु त तेज़ी से बढ़ा, व बढ़ता गया और बढ़ता गया, और यद्यवप वो उम्र में छोटा था, किर भी व बडा और ताकतवर था.

एक हदन वपता और लुढ़कता मटर एक कुआाँ खोद र े थे, और उनका िावडा एक पत्थर से टकराया. व एक ब ु त बडा पत्थर था, और
वपता उसे ननकालने में मदद करने के ललए अपने पडोलसयों को बल
ु ाने के ललए गए. लेककन लुढ़कते मटर ने वपता के वापस आने से प ले ी
पत्थर को उठाकर बा र िेंक हदया. पडोलसयों ने िब दे खा तो वे आश्ियशिककत भी ु ए और भयभीत भी, क्योंकक उन् ोंने दे खा कक लुढ़कता
मटर उनमें से र ककसी से अचधक ताकतवर था. सिमुि, वे इतने डरे ु ए थे कक वे उसे मार डालना िा ते थे. लेककन लुढ़कते मटर ने
पत्थर को वा में उछाला और किर से उसे पकड ललया. उसकी ताकत का य कारनामा दे खकर सारे पडोसी भाग गए.

वपता-पत्र
ु खुदाई करते र े . उन् ोंने तब तक खोदा िब तक कक उनकी कुदाल लो े के एक बडे टुकडे से न ीिं टकराई, और किर लुढ़कते
मटर ने उसे उठाकर नछपा हदया.

कुछ समय बीत गया, और एक हदन लुढ़कते मटर ने अपने माता-वपता से पछ


ू ा कक क्या य सि था कक उसके छ भाई और एक
ब न थे.

"वास्तव में य सि बात ै , बेटा," माता-वपता ने क ा. "लेककन वे एक बार िले गए और किर कभी वावपस न ीिं लौटे ." और किर
उन् ोंने लुढ़कते मटर को परू ी क ानी बतायी.

"मैं उनकी तलाश में िाऊिंगा," लुढ़कते मटर ने क ा.

मािं-बाप उससे ऐसा न करने की लमन्नत की.


"ऐसा मत करो, बेटा," उन् ोंने क ा. "तम्
ु ारे भाई तम्
ु ारी ब न को ढूिंढ़ने गए, और वे सभी छ लडके मारे गए, और तम
ु तो
एकदम अकेले ो इसललए तुम् ारा भी व ी ाल ोगा."

"न ीिं, न ीिं, मैं िाऊाँगा!" लुढ़कते मटर ने क ा, "वे मेरे अपने मािंस और खून ैं और मैं य पता लगाऊिंगा ोगा कक उनका क्या
श्र ु आ."

किर िो लो े का टुकडा उसे लमला था, व उसे लो ार के पास लेकर गया. "मेरे ललए एक तलवार बनाओ. वो जितनी ज़्यादा
बडी ोगी, उतनी ी अच्छी ोगी!" लढ़
ु कते मटर ने क ा. किर लो ार ने उसके ललए इतनी बडी और भारी तलवार बनाई जिसे कोई
भी उसकी दक
ु ान से उठाकर न ीिं ले िा सकता था. लेककन लुढ़कते मटर ने उसे आसानी से उठा ललया और उसे वा में ऊिंिा
उछाला.

"अब मुझे ग री नीिंद आएगी," उसने अपने वपता से क ा. "आप बार हदनों के बाद मुझे िगा दें , तब तक तलवार उडकर वापस
आएगी."

व बबस्तर पर लेट गया और बार हदनों तक सोता र ा, और किर तेर वें हदन तलवार उडती ु ई वापस आई, और उसने उडते
समय गुनगुना ट की आवाि की. वपता ने लुढ़कते मटर को िगाया. लुढ़कता मटर उछला और उसने अपनी एक उिं गली आगे कर दी,
और तलवार उससे आकार टकराई और किर दो ह स्सों में टूट गई.

"मैं इतनी घहटया तलवार के साथ अपने भाइयों और ब न की तलाश में न ीिं िा सकता ूिं ," लुढ़कते मटर ने क ा, "मेरे पास
इससे बे तर तलवार ोनी िाह ए."

और किर वो टूटी ु ई तलवार उठाकर लो ार के पास वावपस गया, "इससे मेरे ललए एक नई तलवार बना दो," उसने क ा. “दे खो,
इस बार मेरे िैसे ताकतवर आदमी के ललए एक उपयक्
ु त तलवार बनाओ!"
लो ार ने उसके ललए एक ऐसी तलवार बनाई िो प ली से भी बडी थी. लुढ़कते
मटर ने उसे दब
ु ारा वा में उछाला और किर बबस्तर पर लेट गया और किर अगले
बार हदनों तक सोता र ा. तेर वें हदन तलवार उडती ु ई गुिंिन करती ु ई आई जिससे
पथ्
ृ वी ह लने और कािंपने लगी. माता और वपता ने लुढ़कते मटर को िगाया. वो तुरिंत
अपने पैरों पर खडा ो गया और उसने अपनी एक उिं गली उठाई और तलवार उससे
िाकर टकराई लेककन इस बार तलवार टूटी न ीिं केवल थोडी सी मुड गई.

"य वास्तव में एक अच्छी तलवार ै !" लुढ़कते मटर ने क ा. "अब मैं अपने
भाइयों और ब न की तलाश में िा सकता ूिं . मााँ, मेरे ललए कुछ रोटी बनाओ, और किर
मैं अपनी यात्रा पर ननकलूिंगा."

उसने अपनी तलवार और थैला भर रोटी लीिं और किर अपनी मााँ और वपता को
अलववदा क कर घर से िल हदया.

उसने ड्रैगन के घर का पीछा ककया, और वो िल्द ी ििंगल में कािी अिंदर िला
गया. व तब तक िलता र ा िब तक कक व एक बाडे वाले आिंगन में न ीिं प ुिंि
गया, और उसके बीि में एक बडा घर था. व आाँगन में घस
ु ा और घर में िला गया,
और व ााँ उसे अपनी ब न ओलेन्का लमली.

"शुभहदन, बेटी!" लुढ़कते मटर ने क ा, िो न ीिं िानता था कक वो उसकी ब न थी.

ओलेन्का ने क ा, "आपको भी शुभहदन, अच्छे यव


ु ा! आप य ािं क्यों आए ैं. ड्रैगन
अभी बा र गया ै , लेककन वो िल्द ी वापस आएगा और आपको खा िाएगा."
" म दे खेंगे! शायद व मझ
ु े न ीिं खा पायेगा. लेककन तम
ु कौन ो, लडकी, और तम
ु य ााँ क्यों ो?"

"मैं अपनी मााँ और वपता के साथ र ती थी, लेककन ड्रैगन मुझे उठाकर ले आया, और ालााँकक मेरे छ
भाइयों ने मुझे छुडाने की कोलशश की, लेककन वे भी उसमें सिल न ीिं ु ए."

"तुम् ारे भाई क ााँ ैं?" लुढ़कते मटर ने पछ


ू ा.
"ड्रैगन ने उन् ें कालकोठरी में िेंक हदया, और मझ
ु े य भी न ीिं पता कक वे अब िीववत ैं या मत
ृ ."
"शायद मैं तम्
ु ें मक्
ु त कर सकता ूाँ ," लढ़
ु कते मटर ने क ा.
"िब मेरे छ भाई वो काम न ीिं कर सके, तो किर आप अकेले वो कैसे कर पाएिंगे!"

" म दे खेंगे, म दे खेंगे!" लुढ़कते मटर ने क ा.


किर व खखडकी के पास बैठकर प्रतीक्षा करने लगा.

धीरे -धीरे ड्रैगन उडकर वापस आया. व घर में उडकर आया


और उसने अपनी नाक से सिंघ
ू कर क ा.
"मुझे एक आदमी की गिंध आ र ी ै !" व चिल्लाया.

"बेशक आप एक आदमी को सूिंघ र े ैं, क्योंकक मैं य ााँ ूाँ !"


लुढ़कते मटर ने आगे आते ु ए क ा.
"और तम
ु य ााँ क्यों आए ो, मेरे बेटे? क्या तम
ु मझ
ु से लडना
िा ते ो या मेरे साथ शािंनत स्थावपत करना िा ते ो?"

"मैं तुमसे लडने के ललए! आया ूिं" लुढ़कता मटर चिल्लाया.

"अच्छा, तो िलो लो े के खलल ान में िलते ैं."


"िलो!"
वे लो े के खलल ान ने िशश पर आए और व ािं पर ड्रैगन का सामना लुढ़कते मटर से ु आ.

"आप प ले मला करें ," ड्रैगन ने क ा.

"न ीिं आप करें !" लुढ़कते मटर ने क ा.

उन् ोंने अपनी तलवारें खीिंि लीिं और ड्रैगन ने लुढ़कते मटर पर ऐसा िोरदार प्र ार ककया कक व टखने तक लो े के खलल ान में िा धिंसा.
लेककन लुढ़कते मटर एक बार किर बा र आया और उसने अपनी तलवार ल राई और ड्रैगन को एक िवाबी झटका हदया जिससे व घटनों
ु तक लो े
के खलल ान में िा चगरा. ड्रैगन ने खुद को बा र ननकाला और व किर से लुढ़कते मटर के सामने आया और उसने उसे िशश में ग राई तक धकेल
हदया. लेककन लुढ़कता मटर डरने वालों में से न ीिं था, और उसने ड्रैगन को एक झटका हदया जिससे व िशश पर िा चगरा और किर किर एक और
वार में ड्रैगन की व ीिं मौके पर ी मौत ो गई.
किर लुढ़कता मटर कालकोठरी में गया, व ािं उसने अपने भाइयों को मुक्त कराया िो िीववत से अचधक मत
ृ थे, और उन् ें और अपनी ब न
ओलेन्का और ड्रैगन के घर के सभी सोने-िािंदी को साथ लेकर वो अपने घर के ललए ननकल पडा. लेककन उसने उन् ें य कभी न ीिं बताया कक व
उनका भाई था.

वे रास्ते में ककतने लिंबे समय तक िले य कोई न ीिं िानता, लेककन धीरे -धीरे वे एक ओक के पेड के नीिे आराम करने के ललए बैठ गए.
लडाई के बाद लुढ़कता मटर इतना थक गया था कक व ग री नीिंद में सो गया. और उसके छ भाइयों ने आपस में इस पर ििाश की, और क ा:

"लोग म पर िंसेंगे िब उन् ें पता िलेगा कक म छ भाई लमलकर भी ड्रैगन को न ीिं मार सके िबकक इस यव
ु ा लडके ने अकेले ी वो
सबकुछ कर हदखाया. और इसके अलावा उसे ड्रैगन की सारी दौलत भी लमल िाएगी."

और उन् ोंने तय ककया कक िब लुढ़कता मटर सो र ा और व एकदम अस ाय ोगा तो वे उसे ओक के पेड से बािंध दें गे और उसे ििंगली
िानवरों द्वारा खाए िाने के ललए व ीिं छोड दें गे.

भाइयों ने वो काम तरु िं त ककया. उन् ोंने लढ़


ु कते मटर को पेड से बािंध हदया और वे उसे व ीिं छोडकर िले गए.
लेककन लढ़
ु कता मटर सोता र ा और उसे कुछ भी म सस
ू न ीिं ु आ. व एक हदन के ललए सोया और एक रात के ललए सोया, और िब व
उठा तो उसने खुद को ओक के पेड से बिंधा ु आ पाया. लेककन िब उसने झटका हदया और आ भरी, तब तुरिंत पेड, अपनी िडों के साथ िमीन
से बा र ननकाल आया, और लुढ़कते मटर ने पेड को अपने किंधे के ऊपर रख ललया और किर वो घर की ओर िल पडा. व घर के पास आया
और उसने अपने भाइयों को अपनी मााँ से बात करते ु ए सुना.
" मारे घर छोडने के बाद क्या आपके और भी बच्िे ु ए मााँ?" भाइयों ने मााँ से पछ
ू ा.
" ााँ, सि में !" मााँ ने उत्तर हदया. "मेरा एक बेटा ु आ, जिसका नाम लुढ़कता मटर ै , और वो तुम् ें ढूिंढने गया था."

"तो किर य व ी ोगा जिसे मने ओक के पेड से बािंधा ोगा! बे तर ोगा कक म तुरिंत वापस िाएिं और उसे खोल दें !" भाइयों ने क ा.
लेककन लुढ़कते मटर ने अपने किंधे के ऊपर के ओक को ल राया और
झोपडी की छत पर इतनी िोर से मारा कक झोपडी परू ी तर से िमीन पर
चगरकर ध्वस्त ो गई.

"आप ि ािं ैं व ीिं र ें क्योंकक आप िो ैं व ी ैं और उससे बे तर


कुछ न ीिं ैं, मेरे भाइयों!" वो चिल्लाया. "अब मैं अकेले ी िाऊिंगा और परू ी
दनु नया में घम
ू ूिंगा."
और किर व अपनी तलवार किंधे पर उठाकर अपने रास्ते िल पडा.

व आगे बढ़ता गया और उसने अपने सामने दो प ाड दे खे. उनके


बीि एक आदमी खडा था िो अपने दोनों ाथों और पैरों से प ाडों को
अलग करने की कोलशश कर र ा था.

"शुभहदन दोस्त!" लुढ़कते मटर ने क ा.

"आपको भी शुभहदन!" आदमी ने उत्तर हदया.

"आप क्या कर र े ैं?"

"मैं रास्ता बनाने के ललए इन दोनों प ाडों को अलग कर र ा ूाँ ."

"और आप क ािं िा र े ैं?"

"दनु नया को दे खने और अपना भाग्य आिमाने के ललए."

"मैं भी य ी करने ननकला ूाँ ! आपका नाम क्या ै ?"


"प ाड- टाऊ. तुम् ारा क्या ै?"

"लुढ़कता मटर. किर क्या, दोनों साथ िलते ैं !"

"िलो!"

किर वे एक साथ िले, वे िले और वे िले, और उन् ोंने ििंगल में


एक आदमी को दे खा िो ओक के पेडों को उनकी िडों से उखाड र ा था.
वो पेड को बस खीिंिता था, और पेड तुरिंत िड समेत बा र ननकल आता
था.

"शुभहदन दोस्त!" लुढ़कते मटर और प ाड- टाऊ ने क ा.

"आपको भी शभ
ु हदन, मेरे लडकों!" आदमी ने क ा.
"आप क्या कर र े ैं?"

"रास्ता बनाने के ललए मैं पेडों को उखाड र ा ूाँ ."

"आप क ािं िा र े ैं?"

"अपनी ककस्मत तलाशने के ललए."

" म भी य ी करने को ननकले ैं. आपका नाम क्या ै ?"

"पेड-उखाडू. तुम् ारा क्या ै?"

"लुढ़कता मटर और प ाड- टाऊ. िलो, म साथ िलें !"

"िलो!"
इसललए वे तीनों एक साथ आगे बढ़े . वे िलते र े , िलते र े ,
और धीरे -धीरे उन् ोंने एक आदमी को नदी के ककनारे बैठे दे खा. उस
आदमी की मूिंछें सबसे लिंबी थीिं, और वो उनमें से केवल एक को
घम
ु ाता था ताकक पानी अलग ो िाए और दो ह स्सों में बिंट िाए,
जिससे एक रास्ता ननकल आए और किर सभी लोग नदी के तल
पर िलने में सक्षम ो सकें.

"शुभहदन दोस्त!" उन् ोंने उसे बल


ु ाया.
"आपको भी शुभहदन, मेरे लडकों!"

"आप क्या कर र े ो?"

"नदी पार करने के ललए पानी को को ह स्सों में बााँट र ा ूिं ."

"तुम क ााँ िा र े ो?"

"अपनी ककस्मत तलाशने के ललए."

" म भी य ी करने ननकले ैं. आपका नाम क्या ै ?"

"मूिंछ-मरोडू. तुम् ारा क्या ै ?"

"लुढ़कता मटर, प ाड- टाऊ और पेड-उखाडू. िलो, साथ िलें !"

"िलो!"
वे एक साथ आगे बढ़े और उनका रास्ता आसान र ा,
क्योंकक प ाड- टाऊ र प ाड को अलग कर दे ता, पेड-उखाडू
र ििंगल को उखाड दे ता और मूिंछ-मरोडू उनके रास्ते में आने
वाली र नदी के पानी को बााँट दे ता था.

वे िलते र े और वे िलते र े , और वे एक बडे ििंगल के


बीि में खडी एक छोटी सी झोपडी के पास आये. उन् ोंने अिंदर
कदम रखा, और - क्या आप यकीन करें गे - व ािं अिंदर कोई
न ीिं था.

"य ी व िग ै ि ािं म रात बबताएिंगे," लढ़


ु कते मटर
ने क ा.

उन् ोंने झोपडी में रात बबताई और सुब लुढ़कते मटर ने


क ा:

"तुम घर पर र ो, प ाड- टाऊ, और मारे ललए रात का


खाना पकाओ, और म तीनों लशकार करने िायेंगे."

वे िले गए, और प ाड- टाऊ ने एक बडा राबत्रभोि


बनाया और किर वो सोने के ललए लेट गया. अिानक दरवाज़े
पर आवाज़ आई: ठक, ठक, ठक!

"दरवािा खोलो!" कोई चिल्लाया.


"य ााँ तुम् ारा कोई नौकर न ीिं ै िो दरवाज़ा खोले!" प ाड- टाऊ ने वापस िवाब हदया. दरवाज़ा
खल
ु ा, और व ी आवाज़ किर से आयी:
"मुझे द लीि के पार ले िलो!"

"तुम मेरे माललक न ीिं ो, इसललए लशकायत मत करो!" प ाड- टाऊ ने वापस क ा.

और लो! - व ााँ सबसे छोटा बढ़


ू ा आदमी, जिसे कभी दे खा गया था, द लीि पर िढ़ आया. उसकी
दाढ़ी इतनी लिंबी थी कक व िशश पर ललथड र ी थी. छोटे बढ़
ू े आदमी ने प ाड- टाऊ को बालों से
पकडा और उसे दीवार पर एक कील पर लटका हदया.

किर उसने व सब कुछ खाया िो उसे खाना था और िो कुछ उसे पीना था व उसने पी ललया.
किर प ाड- टाऊ की पीठ से त्विा की एक लिंबी पट्टी काटने के बाद बढ़
ू ा व ािं से िला गया.
प ाड- टाऊ ने कील को घम
ु ाया और ह लाया िब तक कक व ढीली न ीिं ो गई, और किर उसने
नए लसरे से रात का खाना पकाने का काम शरू
ु ककया. िब उसके दोस्त वापस आये तो व अभी भी
खाना बना र ा था.

"आप रात का खाना बनाने में इतनी दे र क्यों कर र े ैं?" उन् ोंने पछ
ू ा.
"मुझे झपकी आ गई और किर मैं खाने के बारे में सब भूल गया." प ाड- टाऊ ने क ा.

उन् ोंने पेट भर खाया और किर वे बबस्तर पर िले गए, और अगली सुब लुढ़कते मटर ने क ा:

"अब तम
ु घर पर र ो, पेड-उखाडू, और ममें से बाकी लोग लशकार करने िायेंगे."
वे िले गए, और पेड-उखाडू ने एक बडा राबत्रभोि बनाया और सोने के ललए
लेट गए. अिानक दरवाज़े पर आवाज़ आई: ठक, ठक, ठक!

"दरवािा खालो!" एक आवाि आयी.

"मैं तुम् ारा नौकर न ीिं ूाँ कक दरवाज़ा खोलाँ ू!" पेड-उखाडू ने क ा.

"मुझे द लीि के पार ले िलो!" व ी आवाि किर से आयी.

"तुम मेरे माललक न ीिं ो, इसललए ववलाप या लशकायत मत करो!" पेड-उखाडू


ने उत्तर हदया.

और लो! - व ााँ द लीि पर िढ़कर झोपडी में सबसे छोटा बढ़


ू ा आदमी
आया, जिसे कभी दे खा गया था, जिसकी दाढ़ी इतनी लिंबी थी कक व िशश पर
बबखरी ु ई थी. उसने पेड-उखाडू को बालों से पकडा और उसे एक कील पर लटका
हदया, और किर उसने व सब खाया िो उसे खाना था और िो कुछ उसे पीना था
व उसने पी ललया. किर पेड-उखाडू की पीठ से त्विा की एक लिंबी पट्टी काटने
के बाद, बढ़
ू ा व ािं से िला गया.
पेड-उखाडू इस तर और उस तर घम
ू ता र ा िब तक कक व मुक्त ोने
में सिल न ीिं ो गया, और किर व तुरिंत रात का खाना नए लसरे से पकाने की
तैयारी की.

िब उसके दोस्त वापस आये तो व तभी भी खाना पका र ा था.

"आपको रात का खाना पाने में इतनी दे र क्यों ु ई?" उन् ोंने पछ
ू ा.
पेड-उखाडू ने क ा, "मझ
ु े झपकी आ गई और थोडी दे र प ले ी उठा."
लेककन प ाड- टाऊ ने कुछ न ीिं क ा, क्योंकक व िानता था कक क्या

ु आ था.
तीसरे हदन मूिंछ-मरोडू घर पर र ा और उसके साथ भी व ी ु आ.

किर लुढ़कते मटर ने क ा:

"वास्तव में आप तीनों को रात का खाना लमलने में दे र ो र ी ै!


कल आप लशकार पर िायें, और मैं घर पर र ूाँगा."

सुब ो गई, और लुढ़कता मटर घर पर ी र ा िबकक उसके तीन


दोस्त लशकार पर गए. उसने एक बडा खाना बनाया, और िैसे ी व सोने
के ललए लेटा, दरवािे पर एक आवाज़ आई: ठक, ठक, ठक!

"दरवािा खोलो!" कोई चिल्लाया.

लढ़
ु कते मटर ने दरवाज़ा खोला, और उसके सामने अब तक का सबसे छोटा बढ़
ू ा आदमी था, जिसकी दाढ़ी इतनी लिंबी थी कक व िशश पर
लटकी ु ई थी.
"मुझे द लीि के पार ले िलो, मेरे बेटे!" छोटे बढ़
ू े ने क ा.
लुढ़कते मटर ने उसे उठाया, झोपडी में ले गया, और उसे िशश पर ललटा हदया, और छोटा बढ़
ू ा आदमी गोल-गोल नािने लगा और उस पर
छोटी-छोटी उडान भरने लगा.

"आप क्या िा ते ैं?" लुढ़कते मटर ने पछ


ू ा.
"आप िल्द ी दे खेंगे कक मैं क्या िा ता ूाँ !" छोटे बढ़
ू े आदमी ने क ा, और, अपना ाथ बढ़ाकर, व लुढ़कते मटर को बालों से पकडने ी
वाला था, लेककन लुढ़कता मटर चिल्लाया: "आ , तुम भी अच्छे न ीिं ो!" और किर उसने बढ़
ू े को दाढ़ी से पकड ललया.
किर, एक कुल् ाडी लेकर, व छोटे बढ़
ू े आदमी को घसीटकर एक ओक के पेड के पास ले गया, उसने ओक के पेड को दो ह स्सों
में ववभाजित कर हदया और छोटे बढ़
ू े आदमी की दाढ़ी को दरार में डाल हदया.
"आप इतने बरु े ैं कक आपने मेरे बाल पकडने की कोलशश की," उसने छोटे बढ़
ू े आदमी से क ा, “दे खो, अब तुम् ें मेरे लौटने तक
तुम् ें य ीिं र ना ोगा."

व झोपडी में वापस गया और उसने दे खा कक उसके तीन दोस्त उसका इिंतिार कर र े थे.

"क्या राबत्र भोि तैयार ै ?" उन् ोंने पछ


ू ा.
" ािं, व तैयार ै और लिंबे समय से आपका इिंतिार कर र ा ै ," लुढ़कते मटर ने उत्तर हदया.

वे बैठ गए और खाना शुरू कर हदया, और खाना ख़त्म करने के बाद लुढ़कते मटर ने उनसे क ा:

"मेरे साथ आओ और मैं तुम् ें एक सबसे असामान्य दृश्य हदखाऊिंगा!"

व उन् ें बा र ले गया, लेककन, अिीब बात य ु ई, कक व ािं अब कोई ओक का पेड न ीिं था और कोई छोटा बढ़
ू ा आदमी भी
न ीिं था. क्योंकक उस छोटे बढ़
ू े आदमी ने ओक के पेड को िड से उखाड हदया था और वो उसे अपने साथ खीिंिकर ले गया था.
लुढ़कते मटर ने किर अपने दोस्तों को उसके साथ िो कुछ ु आ था, उसके बारे में बताया और उन् ोंने अपनी ओर से कबल

ककया कक छोटे बढ़
ू े व्यजक्त ने उन् ें कील से लटका हदया था और उनकी पीठ से त्विा की पट्हटयााँ काटी थीिं.
"व एक दष्ु ट, छोटा बढ़
ू ा आदमी ै , और इससे बे तर ोगा कक म िाकर उसे खोिें," लुढ़कते मटर ने क ा.

अब, छोटा बढ़


ू ा आदमी िब ओक के पेड को खीिंि र ा था और उसने एक रास्ता छोड हदया था जिसका अनस
ु रण करना उनके
ललए आसान था, और व उन् ें िमीन में इतने ग रे गड्ढे तक ले गया कक व अथा ग रा लग र ा था.
लढ़
ु कते मटर ने प ाड- टाऊ से क ा:
"गड्ढे से नीिे उतरो, प ाड- टाऊ!" उसने क ा.

"मैं न ीिं िाऊिंगा!" प ाड- टाऊ ने उत्तर हदया.

"तुम् ारा क्या ख्याल ै, पेड-उखाडू और मूिंछ-


मरोडू?"

लेककन न तो पेड-उखाडू और न ी मिंछ


ू -मरोडू
छे द से नीिे िाने का िोखखम उठाने को तैयार थे.

"ब ु त अच्छा, किर मैं ी वो य करूाँगा!"


लुढ़कते मटर ने क ा. "आओ एक रस्सी बािंधों!"

उन् ोंने एक रस्सी बााँधी और लुढ़कते मटर ने


उसके एक लसरे को अपने ाथ पर लपेट ललया.

"अब मुझे नीिे करो!" उसने क ा.


उन् ोंने उसे नीिे छोडना शरू
ु कर हदया और इसमें उन् ें कािी समय लगा, क्योंकक गड्ढा इतना ग रा था
कक उसकी तली तक प ुिंिना पाताल लोक तक प ुिंिने िैसा था. लेककन आखख़रकार उन् ोंने उसे नीिे उतारा, और
लुढ़कते मटर उस िग का पता लगाने के ललए ननकल पडा. व िलता र ा, और किर उसके सामने एक ववशाल
म ल आया. व अिंदर घस
ु ा, और व ािं सब कुछ िगमगा उठा, क्योंकक म ल सोने और ब ु मूल्य पत्थरों से बना
था. व एक कक्ष से दस
ू रे कक्ष में घम
ू ता र ा, और अिानक उसकी ओर एक रािकुमारी दौडती ु ई आई. व
इतनी सिंद
ु र थी कक कोई भी कलम उसका वणशन न ीिं कर सकती थी और कोई भी िीभ उसकी प्रशिंसा न ीिं कर
सकती थी.

"आप य ााँ क्यों आए ैं, अच्छे यव


ु ा?" उसने पछ
ू ा.
लुढ़कते मटर ने क ा, "मैं िमीन पर िैली दाढ़ी वाले एक छोटे बढ़
ू े आदमी की तलाश कर र ा ूिं."
"आ ," उसने क ा, "छोटे बढ़
ू े आदमी की दाढ़ी एक ओक के पेड की दरार में ििंस गई ै और व उसे बा र
ननकालने की कोलशश कर र ा ै . उसके पास मत िाओ न ीिं तो व तुम् ें मार डालेगा िैसा कक उसने प ले कई
लोगों के साथ ककया ै ."

"व मुझे न ीिं मारे गा," लुढ़कते मटर ने क ा. "व तो मैं ी था जिसने उसकी दाढ़ी दरार में ििंसाई थी.
लेककन तुम कौन ो और य ााँ क्या कर र ी ो?"

रािकुमारी ने क ा, "मैं एक रािकुमारी ूिं और एक रािा की बेटी ूिं . व छोटा बढ़


ू ा आदमी मझ
ु े ले आया
और उसने मुझे य ािं बिंदी बनाकर रखा ै ."

"मैं तुम् ें मुक्त कर दाँ ग


ू ा, डरो मत! बस मुझे उसके पास ले िलो."
रािकुमारी लढ़
ु कते मटर को छोटे बढ़
ू े आदमी के पास ले गई, और दे खो! - व व ीिं बैठा, अपनी दाढ़ी को
स ला र ा था, जिसे वो दरार से बा र ननकालने में सिल ु आ था. लुढ़कते मटर को दे खते ी छोटा बढ़
ू ा
आदमी गुस्से से लाल ो गया.

उन् ोंने पछ
ू ा, "तुम य ााँ क्यों आये ो? क्या तुम मुझसे लडने आए ैं या मेरे साथ शािंनत बनाने आए ो?"

"मैं य ााँ तुमसे लडने के ललए आया ूाँ!" लुढ़कते मटर ने क ा, "क्या तुमको लगता ै कक मैं तुम िैसे
लोगों के साथ शािंनत बनाऊिंगा?"

किर उनके बीि तलवारें खखिंि गईं, और वे लिंबे समय तक और भयिंकर रूप से लडते र े िब तक कक
अिंततः लुढ़कते मटर ने छोटे बढ़
ू े व्यजक्त पर िोरदार प्र ार न ीिं ककया और उसे मार डाला.
उसके बाद लुढ़कते मटर और रािकुमारी ने म ल में उन् ें जितना भी सोना और रत्न लमले, उन् ें ललया
और उन् ें तीन बोररयों में भरकर उस छे द के पास गए, जिसके नीिे से लुढ़कता मटर भूलमगत साम्राज्य में
आया था.
वे िल्द ी व ािं प ुिंि गए और लढ़
ु कते मटर ने अपने दोस्तों
की ओर चिल्लाना शुरू ककया.

"क्या तुम अभी भी व ााँ ो, मेरे भाइयों?" व चिल्लाया.

" म ैं!" िवाब आया.

लढ़
ु कते मटर ने एक बोरे को रस्सी से बााँध हदया.
"इसे ऊपर खीिंिो, भाइयों!" व किर चिल्लाया. "य बोरी
तुम् ारी ै!"

उन् ोंने बोरी को ऊपर खीिंिा और रस्सी को नीिे लटकाया,


और किर लुढ़कते मटर ने दस
ू री बोरी को बािंध हदया.

"इसे ऊपर खीिंिो! य भी तुम् ारी ै!" लुढ़कता मटर चिल्लाया.

उसने तीसरी बोरी भी ऊपर भेिी और किर रािकुमारी को रस्सी से बााँध हदया.

"रािकुमारी मेरी ै !" उसने चिल्लाकर क ा.

तीनों दोस्तों ने रािकुमारी को बा र ननकाला, और अब छे द के नीिे केवल लुढ़कता


मटर ी बिा था.

"िलो म उसे थोडा ऊपर खीिंिेंगे और किर रस्सी को छोड दें गे." उन् ोंने क ा,
"उससे व चगरकर मारा िाएगा, और किर रािकुमारी मारी ो िाएगी."
लुढ़कते मटर को इस बात का अनम
ु ान लग गया वे क्या करें गे इसललए उसने रस्सी से
एक बडा पत्थर बााँध हदया.

"अब मुझे ऊपर खीिंिो!" वो चिल्लाया.

उन् ोंने रस्सी खीिंिी और किर उसे छोड हदया, और पत्थर धडाम से नीिे आकर चगरा!

"य मेरे ब ु त अच्छे दोस्तों का ाल ै!" लुढ़कते मटर ने क ा, और व छे द के ननिले


भाग में राज्य में घम
ू ने के ललए ननकल पडा. व िलता र ा, और अिानक आकाश में बादल
छा गए, और वर्ाश ोने लगी, और ओले भी चगरे . लुढ़कता मटर एक ओक के पेड के नीिे नछप
गया. िब व व ााँ खडा था तो उसने पेड की िोटी पर एक घोंसले से िील के बच्िों की
ि ि ा ट सुनी. व पेड पर िढ़ गया और उसने अपना कोट उतारकर िील के बच्िों को
उससे ढक हदया.

बाररश रुक गई और एक ववशाल िील, बच्िों का वपता, उडता ु आ आया.

"व कौन था जिसने तुम् ें ढका था, मेरे नन् ें बच्िों?" िील ने पछ
ू ा.
िज़
ू ों ने क ा, "अगर तुम उसे न खाने का वादा करो तो म तुम् ें बताएिंगे."

"बबलकुल मत डरो, मैं उसे न ीिं खाऊिंगा!"

"अच्छा, क्या तम
ु उस आदमी को पेड के नीिे बैठे ु ए दे ख र े ो, उसी ने य ककया."

िील पेड से नीिे उड गया.

"तुम् ें िो भी िाह ए मुझसे मािंगो और मैं व करूिंगा." उसने लुढ़कते मटर से क ा,


"य प ली बार ै कक मेरा कोई भी बच्िा इतनी भारी बाररश में न ीिं डूबा ै."
"मुझे मेरे अपने राज्य में वावपस ले िलो," लुढ़कते मटर ने
िील से क ा.

िील ने क ा, "ऐसा करना आसान न ीिं ोगा, लेककन अगर म


अपने साथ छ बैरल मािंस और छ बैरल पानी ले िाएिं तो मैं य
कर सकिंू गा. र बार िब मैं अपना लसर दाह नी ओर घम
ु ाऊिं तो आप
मािंस का एक टुकडा मेरे मिंु में डाल दे ना, और र बार िब मैं सर
बाईं ओर घम
ु ाऊिं तो आप मुझे एक घट
ूिं पानी दे ना. यहद आप ऐसा
न ीिं करें गे तो म कभी भी व ािं न ीिं प ुाँि पाएिंगे. क्योंकक मैं रास्ते
में ी मर िाऊाँगा."

उन् ोंने छ बैरल मािंस और छ पानी ललया और लढ़


ु कते मटर
ने उन् ें िील की पीठ पर रख हदया और खुद भी िढ़ गया वे उडे
और िब भी िील अपना लसर दाह नी ओर घम
ु ाता, लुढ़कता मटर
उसके मुिं में कुछ मािंस डाल दे ता और िब भी व उसे बायीिं ओर
घम
ु ाता तो व उसे एक घट
ूिं पानी दे ता.
वे कािी दे र तक उडते र े और वे लगभग लुढ़कते मटर के
राज्य तक प ुिंिने ी वाले थे कक िील ने किर से अपना लसर
दाह नी ओर घम
ु ाया. लुढ़कते मटर ने छ में से आखखरी बैरल में
दे खा, और य दे खकर कक व ािं मािंस का एक भी टुकडा न ीिं बिा
था, उसने अपने पैर का एक टुकडा काटा और उसे दे हदया.
"व क्या था िो मैंने अभी खाया?" िील ने पछ
ू ा. "ब ु त
अच्छा था."

"मेरे अपने मािंस का एक टुकडा," लुढ़कते मटर ने अपने


पैर की ओर इशारा करते ु ए उत्तर हदया.
िील ने कुछ न ीिं क ा, लेककन उसने मािंस का टुकडा
उगल हदया और, लढ़
ु कते मटर को उसका इिंतिार करने के
ललए छोडकर, और वो िीववत पानी लाने के ललए उड गया.
व िल्द ी िीववत पानी के साथ वापस आया, और िैसे ी
िील ने उसे लुढ़कते मटर के पैर पर डाला, व तेिी से किर
से ठीक ो गया.

उसके बाद िील घर उड गई, और लुढ़कता मटर अपने


तीन अववश्वासी दोस्तों की तलाश में ननकल पडा.

अब, तीनों रािकुमारी के वपता के म ल में प ुिंि गए थे,


और अब वे व ीिं र र े थे और आपस में झगड भी र े थे,
क्योंकक उनमें से प्रत्येक रािकुमारी से शादी करना िा ता था
और उसे दस
ू रों को न ीिं दे ना िा ता था.
य ीिं पर लुढ़कते मटर ने उन् ें पाया, और िब
उन् ोंने उसे दे खा तो वे डर से सिेद ो गए.
लुढ़कते मटर ने क ा:

"दे खो मेरे अपने भाइयों ने मुझे धोखा हदया, तो


मैं तुमसे क्या उम्मीद कर सकता ूाँ ! मुझे लगता ै
कक मैं तुम् ें माफ़ कर दिं ग
ू ा."
किर उसने उन् ें माि कर हदया.

उसके तरु िं त बाद लढ़


ु कते मटर ने रािकुमारी से
शादी की और वे दोनों मेशा खुशी-खुशी साथ र े .

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