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A PROJECT REPORT

ON

“AUTOMATIC PHASE CHANGER ”

SUBMITTED IN PARTIAL FULFILLMENT OF THE REQUIREMENTS FOR THE AWARD OF

(ITI) IN

ELECTRICIAN

UNDER

NATIONAL COUNCIL FOR VOCATIONAL TRAINING, UTTAR PRADESH

SUBMITTED BY

Name of Student(s) (MOHDAZAM) Roll No.15

GUIDED BY

(Mr. Deepak Kumar Pandey)

YASH PRIVATE INDUSTRIAL TRAINING INSTITUTE

YASH NAGAR, AYODHYA

2023-24

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


This is to certify that “Mohd Azam”
of “Yash PVT. Industrial Training Institute, Yash Nagar,
Ayodhya” has successfully completed the project work titled
“AUTOMATIC PHASE CHANGER” in partial fulfillment
of requirement for the completion of “Electrician” course as
prescribed by the institute curriculum.

This project report is record of authentic work carried out by


him/her during the period from 2023 to 2024.

Trade Head Principal

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


This project is done as a semester project, as a part course
curriculum.

Title of the project " ”

We are heartily thankful to our Principal Mr. Ramesh V.


Koti and the Trade Head Mr. Deepak Kumar Pandey,
Yash Pvt. Industrial Training Institute, Yash Nagar,
Ayodhya for valuable guidance and assistance, without
which the accomplishment of the project would have never
been possible.

We also thank for giving this opportunity to explore into the


real time project in which we have chosen the topic.

Name of Student –Mohd Azam

Roll No-15

Sr. Title Page No Remarks

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


No

1 Abstract 1

2 Project Report 2

3 Planning 3

4 Raw Material 4

5 Over All Experience 5

6 Joint Efforts 6

7 Economy 7

8 Construction 8

9 Technology 19

10 Estimating And Costing 10

 APC इसका पूरा नाम (Automatic Phase Changer) है ।


 मार्केट में इसका दाम लगभग 3000 से ₹4000 हैं हमने इसे लगभग 1800 में
तैयार किया ।
 हम लोगों ने 2 से 3 बार अलग-अलग दुकानों पर जाकर इसमें लगे उपकरणों को
इकट्ठा किया है।
 फिर हमने इसका सर्किट डायग्राम बनाया और इस पर काम रू किया ।

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


 इसका कार्य यह है अगर थ्री फेस सप्लाई से लोड को सप्लाई दे रहे हैं और
किसी वजह से किसी एक या दो पेज में कोई फाल्ट आ गया फिर भी लोड पर कोई
प्रभाव नहीं पड़ेगा जब तक तीनों फेस में कोई दिक्कत ना आए तब तक लोड पर
कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा |

 P- PLANNING  रूपरेखा

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


 R- RAW MATERIAL
 O- OVER ALL EXPERIENCE

 कच्चासामान

 पूर्णअनुभव

 सम्मिलितप्रयास

 अर्थव्यवस्था

 निर्माणरचना

 तकनीक

*PLANNING*
 आज का समय आधुनिक समय है |
 जैसा की हमने गांव में देखा है किसी भी समस्या के कारण
जैसे हल्की तेज हवा के कारण या अन्य किसी एनवायरमेंटल
कंडीशन की वजह से हमारी जो 3 फे स सप् ला ई आ ती है |

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


 वह बीच में कोई भी एक या दो फे स डैमेज होने के कारण हमारे घर की लाइट चली
जातीहै|
 वहां दो-तीन दिन तक लाइट नहीं आती है। यह सभी देख के हमारे दिमाग में आया
कि क्यों ना हम कुछ ऐसा करें कि इस समस्या से छुटकारा पा
सकें जैसे कि हमने पाली फेस चैप्टर में पढ़ा था कि हम
इस प्रोजेक्ट पर कार्य कर सकते हैं।
 फि र ह म ने अ प ने क् ला स टी च र के मा ध् य म से औ र ह म ने गू ग ल
यू ट्यू ब प र इसके बा रे में जा न का री प्रा प् त की फि र इसी प्र का र
ह म ने इस प्रो जे क् ट प र का र्य शुरूकर दि या ।

*RAW MATERIL*
 इस प्रोजेक्ट को बनाने में विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक कं पोनेंट की आवश्यकता हुई |

1-Switch

2-Transformer (9-0-9)

3-Rectifier IN4007

4-Capacitor 1000 mf (35v, 5v)

5-LED (18v)

6-Relay (18v)

7-Transisitor B.E 147

8-Holder

9-Bulb

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


 मैंने पूरा सामान अपने नजदीकी मार्केट फै जाबाद में जाकर अलग-अ ल ग दुका नों प र सभी
सामानों का प्राइस चेक किया वह कितने का है इसके बाद हमने जहां पर हमें सस्ता मिला वहां
पर खरीद हमने उसके बाद हमने प्रोजेक्ट का कार्य करना शुरू कर दिया |

*OVER ALL EXPERIENCE*


 इस प्रोजेक्ट के माध्यम से हमें निम्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में जानकारी हुई|

Switch:- फे स का काम सर्किट को ऑन करना या उसको ऑफ करना होता है |


Transformers (9-0-9):- ट्रांसफार्मर 2 प्रकार के होते हैं एक होता है स्टेप अप एक होता
है | स्टेप डाउन स्टेप अप ट्रांसफॉर्मर का काम निम्न वोल्टेज को उच्च वोल्टेज में परिवर्तित करना
औ र स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर का काम उच्च वोल्टेज से निम्न वोल्टेज में परिवर्तित करना होता है |

Bridge rectifier:- एक सप्लाई को डीसी सप्लाई में बदलने के लिए हम ब्रिज रेक्टिफायर
का प्रयोग करते हैं |

Capacitor:- इसका कार्य पलसेटिंग डीसी को शुद्ध डीसी में बदलना होता है |
LED light (18v):- Light Emitting Diode .

Relay:- एक विद्युत स्विच है जो एक दूसरे विद्युत परिपथ के द्वारा होली या बंद की जाती है जो
की मुख्य पर्वत से असंबद्ध (आइसोलेटेड) होती है |

Holder:- फोल्डर एक ऐसा उपकरण है जो संगत इलेक्ट्रिक लैंप बेस के लिए यांत्रिक रूप
से विद्युत कनेक्शन प्रदान करता है |
Bulb:- यह तप दीपदीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है |

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


*JOINT EFFORT*

 इस प्रो जे क् ट को बनाने के लिए हमने अपने क्लास इंचार्ज से


और अपने सहपाठी और कुछ अन्य जगहों से जैसे कि गूगल युटुब
ऐसे अन्य जगह से हमने प्रो जे क् ट के बारेमें जानकारी ली|
 इस प्रो जे क् ट से प ह ले हमने और भी कई प्रो जे क् ट देखा
जिसमें की हम असफल रहे उसके बाद हमें इस प्रो जे क् ट का
सुझाव आया कि हम ऑटोमेटिक फे स चेंजर प र कार्य करें या
प्रो जे क् ट हमें काफी इंटरेस्टिंग लगा|
 जिससे कि हमने अपने मित्रों से सुझाव लिया और अपने क्लास
इंचार्ज से भी सुझाव लिया|
 उन्होंने हमें प र मि शन दी बनानेके लिए और फि र हमने इसमें
लगने वाले उपकरणों का अध्ययन किया और उसको प र चे ज करके
हमने प्रो जे क् ट का कार्य शुरू कर दिया |

*Economy*

 इस प्रोजेक्ट के निर्माण में हमने लगभग ₹1800 खर्च किया |


 इस प्रोजेक्ट में तीन लोग का सहयोग है इस प्रोजेक्ट का खर्च हमने अपने पैरेंट्स से प्राप्त किया|

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


 इस प्रोजेक्ट में संपूर्ण सामानों की लिस्टिंग करके उसका अवलोकन किया गया हमारे प्रोजेक्ट का नाम है
ऑटोमेटिक फे स चेंजर (APC).
 इसमें एक लोड लगा है जिसे आर वाई बी सप्लाई से प्रचलित किया गया है इसमें कोई एक सप्लाई कट गई तो
लोड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा दो सप्लाई कट जाने पर भी लोड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा |
 जब तक तीनों सप्लाई नहीं करेगी लोड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा ऐप्स का प्रयोग वाहन किया जाता है |
 जहां उपयोगिता प्रदाता के तीन चरण सेवा उपलब्ध नहीं है या स्थापित करना बहुत महंगा है|

*Construction*
 सर्वप्रथम हमने इसमें स्विच (9-0-9) ट्रांसफार्मर ,ब्रिज रेक्टिफायर
कैपेसिटर ,रिले ,बल्ब ,और होल्डर का प्रयोग किया उसके बाद इसका सर्किट
डायग्राम बनाया |

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 फिर सर्किट डायग्राम के अनुसार हमने कनेक्ननक्श
शुरू किया सबसे पहले इनपुट
सप्लाई स्विच में दिया उसके बाद ट्रांसफार्मर में कनेक्ननक्श
किया इसके
माध्यम से स्टेप डाउन हुआ उसके बाद डायोड से ब्रिज रेक्टिफायर बनाकर
उसमें कनेक्ननक्श
दिया इसके माध्यम से सप्लाई AC से DC (18v) में चेंज हुआ
उसके बाद हमने इसमें कैपेसिटर लगाया इसके माध्यम से वोल्टेज फिल्टर
हुआ फिर हमने उसका कनेक्ननक्श
आगे एलईडी 18V लाइट में दिया उसके बाद
रिले में कनेक्ननक्श
किया और उसके बाद में लोड को दे दिया इस प्रकार हमारा
कनेक्ननक्श
पूरा हुआ |

*TECHNOLOGY*
 APC जिसका पूरा नाम ऑटोमेटिक फेस चेंजर है|
 यह एक सर्किट है जो चरण को स्वचालित रूप से बदलता है|
 इस प्रकार इसका उपयोग घरेलू अस्पताल और यहां तक की उद्योग में
आपातकालीन भी किया जा सकता है |

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


 इसका सिद्धांत इस प्रकार है कि किसी भी माल या अस्पताल में सप्लाई को
अनुरोध के बिना सप्लाई को चेंज कर देना विदाउट उसके मेग्नीट्यूड और
वोल्टेज बदले हुए |

Technology:-

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


Sr. No Name of Items Quantity Rate Amount

01 SWITCH 03 20 60
02 TRANSFORMER 03 120 360
03 DIODE (IN4007) 18 3 54
04 LED (18V) 03 25 75
05 CAPACITOR (1000mf) 03 10 30
06 TRANSISTOR (Be147) 03 03 09
07 RESISTANCE (22ohm) 03 01 03

Bridging Skills Gaps in Global Compostable Packaging Ecosystem


08 ZENER DIODE (18V) 03 06 18
09 RELAY (PCB) 03 12 36
10 HOLDER 01 30 30
11 BULB (5Watt) 01 50 50
12 PLUG TOP 01 30 30
13 WIRE 10Meter 100 100
14 SHEET BOARD _ 300 300
15 DESIGN PAPER _ 175 175

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