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गोविन्द यादव

एडवोके ट

पता 567/69 आनंद नगर जेल रोड आलमबाग लखनऊ।

मोबाईल 9935853616

दिनांक—09/03/2024।
……………………………………………………………………………

रजिस्टर्ड नोटिस

सेवा में,

शोएब अहमद

निवासी जैन मंदिर के सामने (रोड पर) पाकड़ के पेड़ वाली गली
बी ब्लॉक इन्द्रानगर, थाना गाज़ीपुर, पिन कोड 226016, मोबाईल
न 7499259325

प्रेषक,

काशी लाल पुत्र डकोर प्रसाद

ग्राम डीछौली, पोस्ट पूरब गांव, तहसील मुसाफिर खाना, जिला


अमेठी। पिन कोड 227815

महोदय,

मै अपने मुवक्किल के निर्देशानुसार आपको निम्न विधिक


नोटिस भेज रहा हूं।
1. यह कि आप और मेरे मुवक्किल एक दूसरे को भली
भांति जानते पहचानते थे , और आपने मेरे मुवक्किल से
भूमि विक्रय करने के बाबत 3,50,000(तीन लाख पचास
हजार रुपए) वर्ष 2023 में ऑनलाइन मोड से, तथा
2,00000(दो लाख रुपए) नकद लिए थे, जिसके एवज में
सुल्तानपुर रोड लखनऊ में स्थित भूमि का बैनामा और
कब्जा दिलाने का वादा किया था।
2. यह कि मेरे मुवक्किल ने आपसे उपरोक्त भूमि का
बैनामा करने को कहा, तो आपने टाल मटोल किया बाद
में आपने कहा भूखंड फायरिंग रेंज में है बैनामा नही हो
सकता, और 3,50,000 रुपए मेरे मुवक्किल को वापस करने
की बात कही उसी बाबत आपने 3,50,000(तीन लाख
पचास हजार रुपए) का चेक दिनांकित 30/01/2024 की मेरे
मुवक्किल को दी, और शेष नकद बाद में देने का वादा
किया।
3. यह कि आप द्वारा मेरे मुवक्किल को पंजाब नेशनल बैंक
की शाखा इंदिरा नगर लखनऊ, की चेक संख्या 576860
आई एफ एस सी कोड PUNB0185300, धनराशि
3,50,000(तीन लाख पचास हजार रुपए) दिनांक
30/01/2024 को दिया।
4. यह कि मेरे मुवक्किल ने आप द्वारा दी गई उपरोक्त
चेक अपनी बैंक भारतीय स्टेट बैंक शाखा अर्जुनगंज
लखनऊ, ब्रांच कोड 226002072 , MICR कोड 000024000
में क्रमश 07/02/2024, 20/02/2024 और 13/03/2024 को
लगाया गया जो कि खाते में अपर्याप्त धन होने के
कारण अनादरित हो गई और बैंक ने मेरे मुवक्किल को
मेमो सहित वापस कर दिया, जो की जानबूझ कर,
सुनियोजित, कू टरचित ढंग से आपने विधि विरूद्ध कार्य
किया है। इसकी सूचना मेरे मुवक्किल ने आपको दी तो
आपने जान से मारने की धमकी दी जिस कारण मेरा
मुवक्किल भयभीत है।
अतः आपको यह विधिक नोटिस इस आशय के साथ
प्रेषित कर रहा हूं कि इस नोटिस के प्राप्त होने 15 दिन
के अंदर चेक मे दर्शाई गई धनराशि 3,50,000(तीन लाख
पचास हजार रुपए) और नकद 2,00000(दो लाख रुपए)
शीघ्र वापस कर दें। अन्यथा मेरा मुवक्किल आपके विरूद्ध
विवश होकर सक्षम न्यायलय में वाद 138 एन आई एक्ट
वा अन्य धाराओं में वाद योजित करेगा जिसके समस्त
जिम्मेदार आप स्वयं होंगे।

लखनऊ

दिनांक

यह नोटिस कहीं से कटी फटी नही है इसे संभाल कर रखिएगा।

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