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Anchor Dilogs
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आँखों में ख़ुशी, लबो पर हँसी, गम का कहीं नाम न हो। ये सुबह लाए आपकी जिंदगी में इतनी खुशी,
जिसकी कभी शाम ना हो।
मैं kartik आपका host आपका dost आप सभी का स्वागत करता हूं , इस सुहाने से मौसम की सुहानी
सी सुबह के , बहुत ही अनोखे से दिन में। जहां हम सभी मिलकर एक नये सफर की शुरुआत करने जा रहे हैं।
Gunjan:
सफ़र-वफ़र तो कर लिया जाएगा, दिन भी अनोखा बना दिया जाएगा लेकिन ये तो बताओ किस सुहाने
मौसम की तुम बात कर रहे हो। तुम्हारी बात से मुझे ऐसा लगता है कि बर्फ परने वाली है।
Kartik:
नहीं नहीं Gunjan ऐसी बात नहीं है . हम सब मिलकर सुहाने से दिन में नए सफर की सुरुवात करने जा
रहे हैं तो अपने आप मौसम भी सुहाना हो जाएंगे।
Kartik:
Oh, Now I see, you just kidding. So, This is the way we are going through.
Hold a second, by the way, Why are you here, this is my stage. I am the only star in
this event. So, just tell me what are you doing here?
Gunjan:
Kartik:
तुम ऐसे कै से मुझे ignore कर सकती हो! 6 फीट का बंदा यहां खड़ा तुझे नजर नहीं आ रहा है as a
entertainer.
लगता है तुझे अपनी आंखों का इलाज करवाने की जरूरत है , कभी कहती हो बर्फ परने वाली है or अभी
6 फीट का बंदा ही नहीं दिख रहा।
Gunjan:
Oh, so you are the entertainer. I see, this is your way to entertain
someone. Let’s see my way.
Kartik:
अच्छा मुझे किसी ने ऐसा कहा तो था कि इस सुहाने सफर में मेरा भी कोई हमशफ़र होगा, पता
नहीं था कि तुम्हारे जैसी नकचढ़ी मुझे join करेगी।
Gunjan:
क्या मतलब है तुम्हारा, मैं नकचढ़ी हूं। मैं तो नन्हीं सी, मुन्नी सी, छोटी सी, मासूम सी बच्ची
हूं।
Kartik:
Uff ये मासूमियत, अगर ऐसी बात है तो लगता है इस बच्ची को मुझे ही संभालना होगा। कोई
ना, मैं तो संभल ही लूंगा। चलो अपनी मासूमियत से हमारे guest का welcome song से स्वागत
करो। मैं भी तो देखु तुम्हारी मासूमियत.
Gunjan:
गाना तो मुझे नहीं आता लेकिन guest के स्वागत में मैं कु छ चांद लफ्ज वाया करना
चाहती हूं।
Gunjan:
हमारी महफ़िल में लोग बिन बुलाये आते हैं। क्यूकी यहाँ स्वागत में फू ल नहीं पलकें
बिछाये जाते हैं।
Gunjan:
Gunjan:
दिल को सुकू न मिलता है मुस्कु राने से, महफ़िल में रौनक आती है दोस्तों के आने से।
इसी बात पर मैं अपने दोस्तों को बुलाना चाहूंगी। (Sneha, Mansi, Nancy please come
on the stage).
Kartik:
Kartik:
हां बिल्कु ल, तुम्हें यकीन नहीं है क्या, चलो तो फिर मैं तुम्हें दिखा ही देता हूं . Are
you ready. It’s show time.
Hera:
Kartik:
Hera:
Kartik:
What your plan to begin, You are late my old friend, we already started
event, you are the person who interrupted fashion show.
Hera:
Kartik:
We already show the ramp walk let’s check these people knowledge. So, I
request our honorable “Sagir Sir” to ask your questions.
Hera:
Kartik:
हाथों की लकीरे तकदीर बन जाती है , आपके जसा इतना अच्छा साथी हो तो महफ़िल सवर जाती है।
Hera:
इस तारिफ के लिए सुक्रिया, इससे मुझे रवीन्द्र नाथ टैगोर की बड़ी मशहूर पंक्ति याद आ रही है , जो
हमारे अगले performance पर base है।
Kartik:
वाह क्या बात कहि है रवीन्द्र नाथ टैगोर जी ने, पर लगता है हमारे audience को समझ नहीं आया। to
please unhe samhjaye.
Hera:
चलो ठीक है पर समझने से अच्छा मैं तुम्हें दिखाता हूँ। जिसके लिए मैं nancy को बुलाना चाहता हूँ।
Kartik:
What a energetic performance इसी सिलसिले को आगे बढ़ते हुए मैं Sneha ko बुलाना चाहता
हूँ
Such a lovely performance. इसे आगे बढ़ाते के लिए मैं अपनी पुरानी मासूम co-entertainer को बुलाता
हूं।
Hera:
क्या बात है , मजा आया। इसी बात पर एक तुम्हारा performance भी बनता है। क्या तुम्हें ऐसा लगता
है कि तुम अपने old co-entertainer को टक्कर दे सकते हो।
Kartik:
Hera:
I am proud of you Kartik, such a tough competition. Let’s discuss with our
audience. (Review)
I heard somewhere, Two is always better then one. Now you ready for Duo
performance. For our first duo performance I would like to call Nitish & Pintu.
(Appreciate)
Gunjan:
जो दिल का हो खुबसूरत खुदा येसे लोग कम बनाये है , जिन्हे एसा बनाया है आज वो ही चारो
तरफ छाये है
Hera:
क्या बात है इस बात पर, चलो धीरे -धीरे चले ताल मिला कर, रंगीन शोर में डू बते चले, मन
उड़ान भरे , परिन्दो की तरह उर चले। जिस तरह परिंदे हमेशा group में रहते हैं उसी तरह हमारे अगले
performer है (vivek, Ruchir, Habib, Pintu, Punit, Shahid, Nitish those are
presenting group dance).
Hera:
रुको जाओ इतनी भी क्या जल्दी है , तुम्हारे इस अनोखा दिन की शाम अभी बाकी है। हम dono
का साथ अभी बाकी है।
कु छ इस तरह से वो मुस्कु राते हैं कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं। उनकी बातों
का अजी क्या कहिए अल्फ़ाज़ तारिफ़ बनकर अपने आप निकल आते हैं।
Hera: oh, I know that person whom you talking about. That’s our “Sagir
Sir”.
Kartik: correct, you are absolutely right sir please come on the stage for
…………………
Kartik:
Hera: appreciate