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बेसिक शिक्षा परिषद (उ.प्र.

)
कक्षा-7

विषय-विज्ञान
पाठ-13 भोजन,स्वास्थ्य एवं रोग

I संचारी रोग
जानकारी
और रोकथाम के उपाय

प्रस्तुतकर्ता:

श्री मती गीता देवी (इ.प्रधानाध्यापिका)


पूर्व माध्यमिक विद्यालय मठ,बबीना,झाँसी (उ.प्र.)
संचारी रोग यानि संक्रामक रोग क्या है?

जैसे ही बरसात के दिन शुरू होते है या मौसम में


परिवर्तन होते है तो अत्यधिक बरसात के कारण जगह-
जगह पानी भर जाते है |
जिससे तरह तरह के अनेक नये कीटाणु रुके हुए पानी से पैदा होने लगते है, जो
अपने साथ अनेक रोगों को भी जन्म दे ते है | जिसका
प्रभाव मानव शरीर पर सबसे ज्यादा पड़ता है |
इस तरह से इन रोगों को मौसमी बीमारी, संक्रामक
बीमारी या संचारी रोग कहते है |
संचारी रोग यानि संक्रामक रोग
रोग जो किसी ना किसी रोगजनित कारको जैसे-
प्रोटोज़ोआ (Protozoa), कवक (Fungus),
जीवाणु (Bacterium), विषाणु (Virus) इत्यादि
के कारण होते है ।
Bacterium

(Protozoa Fungus

Virus
संक्रामक रोगों (Infectious diseases) में एक शरीर से
अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है ।
विभिन्न प्रकार के संचारी रोग या संक्रामक रोग :

चेचक है जा
(Chicken pox (Cholera

डेंगू ज्वर
(Dengue fever)
मलेरिया (Malaria) खसरा (Measles) प्लेग (Plague)

टेटनस (Tetanus) क्षय रोग


उपदंश (Syphilis (Tuberculosis)
पीत ज्वर (Yellow
हेपेटाइटिस ए
fever)
(Hepatitis A)

हेपेटाइटिस बी
(Hepatitis B)
कोरोनावायरस रोग (कोविड-19)

I. कोविड-19 (COVID-19) एक प्रकार का संक्रामक रोग है, जो 2019


F1 N1 नोवेल कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के कारण होता है।
II. इसकें सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होना शामिल
है।
संचारी रोग या संक्रामक रोगों के लक्षण
संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचाव के उपाय

संचारी रोग के लिए सबसे ज्यादा बदलते मौसम उत्तरदायी होते है तो


ऐसे में यदि सभी अपने स्तर पर इन रोगों की रोकथाम के लिए उपाय
करते है तो निश्चित ही काफी हद तक इन रोगों के फै लने पर नियंत्रण
पाया जा सकता है तो चलिए संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचाव के
उपायो को जानते है|
1-: संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचाव के लिए गंदे पानी का इक्कठा होना
सबसे बड़ा कारक बनता है ऐसे में बरसात के दिनों में छतो, टू टे फू टे सामानों में
पानी को इक्कठा नही होने देना चाहिए |

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2 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग गंदी नालियों में कीड़ो, के पैदा होने से होते है ऐसे
में यदि घरो के आस पास कोई नाली टू टी फू टी या खुली हुई है तो उन्हें सही करके
ढककर रखना चाहिए जिससे इनसे निकलने वाले कीटाणु हवा में फै लने से रोक सकते है
|
3 :- संचारी रोग या संक्रामक रोगों के लिए स्वच्छता भी काफी अहम भूमिका निभाती है
ऐसे में अपने आस पास के इलाको घरो, बाहरी स्थानों को साफ़ सुथरा रखना चाहिए,
जिससे इन साफ सुथरे जगहों पर मच्छर आदि अपना घर नही बना सकते है जो की काफी
हद तक मलेरिया जैसे खतरनाक बुखारो के लिए उत्तरदायी होते है |
4 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचने के लिए लोगो को खुले
में शौच करने से रोकना चाहिए जो की अनेक बीमारी के जन्म का
कारण बनते है |
5 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग जैसे मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू,
दिमागी या मस्तिस्क ज्वर जो की मच्छरों के काटने से फै लते है इसलिए
अशुद्ध पेयजल, जलभराव, कू ड़े कचरे का इक्कठा होने पर रोक लगानी
चाहिए |
6 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचने के लिए रात को सोते समय
मच्छरदानी का उपयोग जरुर करना चाहिए |
7 :- मच्छरों के फै लने से रोकने के लिए कीटनाशक धुएं, नीम के पत्तो के
धुए आदि करना चाहिए, जिससे शाम को धुएं के प्रभाव से ये विषैले मच्छर इन
क्षेत्रो में प्रवेश नही करते है|
8 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग के बचाव के लिए छोटो बच्चो के लिए
जन्म से अनेक टीके मौजूद होते है इसलिए डॉक्टरो के उचित सलाह के साथ
सभी बच्चो को इन रोकथाम के टीको को जरुर लगवाना चाहिए |
9 :- बहुत सारे संचारी रोग या संक्रामक रोग गंदे पानी के पीने से भी होते है जिनमे दस्त,
उल्टी आदि प्रमुख है इसलिए लोगो के लिए पानी पीने का स्वच्छ जल की समुचित व्यवस्था
होनी चाहिए तथा पीने के इन पानी को हमेसा ढककर रखना चाहिए और इज इन रोगों के
प्रभाव से कोई आ भी जाता है तो पानी को हमेसा उबालकर फिर ठंडा करके ही पानी पीना
चाहिए |
10 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग के प्रभाव में कोई भी आ जाता है,
बिना देरी किये डॉक्टर के पास जरुर जाना चाहिए और उनके सलाह के
आधार पर दवाई, चिकित्सा और खानपान पर ध्यान देना चाहिए |
धन्यवाद

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