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िबि म लािहरहमािनरहीम

फातेहा का तरीका
फातेहा शु करने से पहले तीन मतबा द द शरीफ पढ़े -
द द शरीफ -"अ ला ह मा स ले अला सै यदना व मौलाना महु मिदन
व व अला आलेिह व सहिबही व बा रक व सि लम "
1) सरह ू कािफ़ न :- (1 मतबा पढ़े) " िबि म लािहरहमािनरहीम "
"कल ु या अ योहल कािफ़ न ० ला अअबदु ु मा-तअबदन ु ू ० वला अ तमु आबेदू ना माअअबदु
० वला अना आबेदु म मा अब ुम ० वला अ तमु आबेदू ना माअअबदु ० लकम ु दीनोकम ु
वलेयदीन०
2) सरह ू इखलास :- (3 मतबा पढ़े ) " िबि म लािहरहमािनरहीम "
कल ु हव लाहो अहद ० अ लाह समद ० लम यिलद० व लम यलद ू ० वलम यकु लह ०
कफवनु ु अहद ०
3) सरह ू फलक़ :- (1 मतबा पढ़े) " िबि म लािहरहमािनरहीम "
कल ु आऊज़ो बेरि बल फ़लक़ ० िमन शर मा ख़लक़ ० व िमन शर गासेिकन इज़ा वक़ब० व
िमन श रन न फासाते िफ़ल ओकद ० व िमन शर हासेिदन इज़ा हसद ०
4) सरह ू नास :- (1 मतबा पढ़े ) " िबि म लािहरहमािनरहीम "
कलु आऊज़ो िबरि बन नास ० मिलिकन नास ० इलािह नास ० िमन श रल व वािसल
ख नािसल लज़ी यवसवे ु सो फ सदु ू र नास ० िमनल िज नते व नास ०
5) सरह ू फातेहा :- (1 मतबा पढ़ ) " िबि म लािहरहमािनरहीम "
अलह दु िल लाहे रि बल आ ल मीन ० अरहमािनरहीम ० मािलके यौिम ीन ० इ या
कानअबदु ू व इ या कन तईन ० इ देनस िसरातल मु तक़ म ० िसरा त लज़ी न अनअम त
अलैिहम ग़ै रल मगदिब ू अलैिहम वलद ा लीन ० (आमीन )
6) सरह ू बक़रह :- (1 मतबा पढ़े ) " िबि म लािहरहमािनरहीम "
अिलफ लाम मीम ० ज़ालेकल िकताबु ला रायबफ ह हदिल ल मु क़ न लज़ीना यमेू नूना
िबल ग़ैबे व यिक ु मनू सलाता व िम मा रज़कनाहम यनिफ़क़न ु ू ० व लज़ीना यमेु नुना बेमा
उ ज़ेला इलयका वमा उ ज़ेला िमन क़ि लक ० व िबल आख़ेरते हम् यकेू ननू ०उलाइका अला
हदि मर र बेिहम व उलाइका हमल ु मिु लहन ०
व एलाहकम ु ऐलाहँ वािहद ० लाइलाहा इ ला हवरहमानरहीम०ु इ ना रहमत लाहे क़रीबिमनल
ुं
मोहसेनीन ० व मा अरसलनाका इ ला रहमतिु लल आलमीन ० मा काना महु मदनु अबा अहा
िदम िम रजालेकु म वाला िकरसल ू ु लाह वख़ातमन नबी यीन ० व कान लाहो बे कु ले शि यन
अलीमा ० इ न लाहा व मलायकतोह यस ु लनाू अल न निब ये या अ यु हल लज़ीना आ म नू
स लु अलैहे वस लेमू त लीमा ०
"अ ला ह मा स ले अला सै यदना व मौलाना महु मिदन व अला आलेिह व सहिबही व बा रक व सि लम"
अि बया अलिैह सलाम व औिलया ए िकराम क बारगाह म न व पशे िकया जाए और अपने मरहमनै को
इसाले सवाब कर | अय परवरिदगारे आलम हमने जो कछ ु करआन
ु शरीफ क आयत ितलावत िकये और जो कछ ु भी अज़कारे खरै
िकया इसम हमसे पढ़ने म जो भी ग़लितयाँ ह उसे अपने फ़ ल से मआफ ु फरमा कर साथ ही जो भी शीरनी तब कात पशे िकया गया है
ये सारा कछ ु इि तमाई नज़राना आकाऐ दो आलम हज़रेू अक़रम स ल लाहो अलहैे वस लम क बारगाहे बेकस पनाह म पशे है क़बल ु ू
फरमा, आप के सदक़े व तफ़ैु ल आदम अलिैह सलाम से लकेर इसा तक तमाम अि बया अलिैह सलाम क बारगाह म न है क़बल ु ू
फरमा, खलफाय ु राशदीन, सहाबये िकराम ताबईन तबे ताबाईन अइ माए मु तहदेीन,आप के वािलदनै आप के साहबेजादे साहबेज़ािदया,
अहले बैते अतहार क बारगाह म न है क़बल ु ू फरमा, हज़रत मौलाए क़ायनात मौला अली शरेे खदा, ु हज़रत फाितमत ज़ोहरा
रिज़अ ला अ होमा हज़रत इमामे हसने मु तबा,शोहदाए कबला हज़रत इमामे हसनै अलिैह सलाम, क बारगाह म न है क़बल ु ू फरमा
पीराने पीर द तगीर हज़रत ग़ौसलु आज़म रिज़अ लाहअ हो,अताय रसल ू वाजये वाजगान हज़रत वाजा ग़रीब नवाज़ अजमरेी
रिज़अ लाहअ हो िसलिसलए क़ाद रया िचि तया न शबिदया ं सोहरवरिदया व तमाम सालिसल के बज़गाने ु ु दीन क बारगाह म न है
इसे क़बलु ू फरमा, परीू दिनया
ु के मिु लम मिु लमा मोिमन मोिमना जो इस दिनया ु से गज़रचके
ु ु ह उन तमाम क अरवाह को न है क़बल ु ू
फरमाते हए ख़ससन ु ू िबल ख़सस ु ू (अगर मरहमनै के िलए है तो यँू कह) इस सब का सवाब मरहम............................क अरवाह को
न है क़बल ु ू व मक़बलू फरमा (और अगर िकसी वली या आकए दो आलम स ल लाहो अलहैे वस लम क बारगाह म पशे करना हो
तो यँू कह) ये सारा कछ ु ू व मक़बलू फरमा - (3 बार कह )| इ न लाहा
ु नज़राना......................क बारगाह म पशे कर रहे ह इसे तू क़बल
व मलाऐ कतह योस लना ू अल न नबी या अ योहल लज़ीना आमानसु लू अलहैे व स लमेु त लीमा | (परीू द द शरीफ पढ़ कर ये
कह ) “ सु हाना र बीका रि बल इ ज़ते अ मा यसफेू न वसलामनु अलल मरसलीन ु व ह दो िल लाहे रि बल आलमीन बे रहमतेका
या अरहमर राहमेीन ”
इ लामी मिहन के नाम व बज़ग
ु ु क खास तारीख़
5 महरम
ु उस बाबा फरीदगजें शकर रहमतु ला अलैह 1 महरम
ु 7 र जब
14 महरम ु उस हज़रत मु तफा रजा खां मिु तए आज़म िह द 2 सफर 8 शाबान
10 महरम ु -यौमे आशरह
ू शहादत हज़रत इमामे हसैन अलैिह सलाम व शोहदाय कबला 3 रबीउल अ वल 9 रमजान
18 महरमु हज़रत स यदु साजेदीन इमाम ज़ैनल ु आबेदीन इ ने इमामे हसैन रहमतु ला अलैह
26 महरम
4 रबीउल आिखर 10 श वाल
ु उस हज़रत स यद ताजल ु औिलया बाबा ताजु ीन नागपरु
1 सफर हज़रत हाजी वा रस अली शाह दवेा शरीफ 5 जमािदउल अ वल 11 िज़लकादह
25 सफर उस आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां फ़ािज़ले बरे लवी रहमतु लाह अलैह 6 जमािदउल आिखर 12 िज़ल िह जा
12 रबीउल अ वल आमदे मु तफा जने ईद िमलादु नबी स ल लाहो अलैहे वस लम
11 रबीउल आिखर यारव शरीफ िनयाज़ हज़रत हज़रू ग़ौसे पाक रहमतु लाह अलैह
6 र जब उस हज़रात वाजा गरीब नवाज़ रहमतु ला अलैह िमन जािनब:-
2 शाबान िवसाल हम सब के इमाम इमामे आज़म इमाम अबू हनीफा रहमतु लाह अलैह हािफज मो. रमज़ान क़ादरी साहब
15 शाबान शबे बारात िनयाज़ हज़रत ओवैशे करनी रहमतु लाह अलैह (पाली ोजे ट)
3 रमजान िवसाल खातनेू ज नत स यदा तािहरा फ़ातेमा ज़ोहरा रिज़अ लाह तआला अ हा ममताज़
ु अहमद नरीू (पाली)
10 रमजान िवसाल उ मलु मोमनेीन हज़रत ख़दीजतल ु कबरा
ु रिज़अ लाह तआला अ हा अ दलु रशीद (कालरी) मो. शहज़ाद (MPEB)
17 रमज़ान िवसाल उ मलु मोमनेीन हज़रत आएशा िस ीक़ा रिज़अ लाह अ हा अ दल ु वहीद खान (बाबा िबरयानी)
21 रमज़ान शहादत अमी ल मोमनेीन हज़रत अली शरेे खदा ु करम लाहो अ हो सािदक़ िनयाज़ी (राज़ा भाई)
1 श वाल ईदलु िफ़ िनयाज़ फ़रज़ दाने रसल ू हज़रत तािहर, कािसम, इ ाहीम रिज़अ लाह अ हो
जो हज़रत अपने घर म
10 िज़ि ह जा िनयाज़ हज़रत इ ाहीम व इ माईल अलैिह सलाम हलकए द दो नात क
महिफ़ल सजाना चाहते ह,
ज़ेरे एहतेमाम - िजला कमटेी वो इ तेयाक अली
िमनहाजल
ु क़रआन
ु इटरने
ं शनल इिडया
ं िबरिसहं परु पाली िजला उम रया 9407002248 (9329195304) से रा ता कर
नोट:- इस पच का मक़सद है क हमारी बहन,बेिटयाँ व कोई भी हज़रात खदु फातेहा दे सक,
हिदया Rs 20/-
और इसे याद कर ल तो और भी बेहतर होगा|
िम हाज ि ंटस पाली

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