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नाथपंथ क अलौ कक साधनाऐ

यह एक नाथपंथी साधना के चार हेतू बनाया है | Meditation और कुंड लनी जागृती हेतू मं दये गये है | शंभूजती गु
गोर नाथ जी क पूजा प ती और कसी भी संकट से मु हेतू साधना publish क जायेगी | ये लॉग कसी भी अंध ा का
ो साहन नही करता है | साधना के लये कसीसे भी पैसे क मांग नही करता है | कोई भी माला,यं ,पूजा साम ी बेचते नही है और
नाही कभी बेचगे | समाजकाय के लए साधना मु त मै है |

FRIDAY, 11 MAY 2018

Siddh Kunjika Stotra ( स कुं जका तो )

स कुं जका तो

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पहले कुं जका ो को स कर ले संक प लेकर 11000 बार जप पूण करना चा हए,रमा के अनुसार साधक
वग अपनी सु वधानुसार इसके अ धक जप भी पूण कर ल तो सफलता का तशत और अ धक बढ़ ही जाता है
अ तु आल य एवं माद का याग करके पूण ा भाव एवं समपण से स प करना चा हए । 

भगवान शव ने पावती से कहा है क गा स तशती के संपूण पाठ का जो फल है वह सफ कुं जका तो के पाठ


से ा त हो जाता है। कुं जका तो का मं वयं स है इस लए इसे स करने क ज रत नह है। रमा के
अनुसार जो साधक संक प लेकर इसके मं का जप करते ए गा मां क आराधना करते ह मां उनक इ छत
मनोकामना पूरी करती ह। इसम यान रखने यो य बात यह है क कुं जका तो के मं का जप कसी को
नुकसान प ंचाने के लए नह करना चा हए। कसी को त प ंचाने के लए कुं जका तो के मं क साधना
करने पर साधक का खुद ही अ हत होता है। 
इसके ारा आ ा च का जागरण होता है इसम आ ा च के बीजो अ र का समावेश है और अ त तरीके से
मूलाधार च और कु ड लनी जागृत करने के सभी बीज अ र मं ो का उ लेख है । 

व नयोग :
 
ॐ  अ य ी कु जका ो मं य  सदा शव ऋ ष: ।
अनु ु पूछंदः ।
ी गुणा मका  दे वता ।
ॐ बीजं ।
ॐ श :।
ॐ ल क लकं ।
मम सवाभी स यथ जपे वनयोग: ।
 
ऋ या द यास:
 
ी सदा शव ऋषये नमः शर स ।
अनु ु प छ दसे नमः मुखे ।
गुणा मक दे वतायै नमः द ।
बीजं नमः नाभौ ।
श यो नमः पादौ ।
ल क लकं नमः सवागे ।
सवाभी स यथ जपे व नयोगः नमः अंजलौ।

कर यास:
 
अंगु ा यां नमः ।
तजनी यां वाहा ।
ल म यमा यां वषट ।
चामु डायै अना मका यां ं ।
व चे क न का यां वौषट ।
ल चामु डायै व चे करतलकर ा यां फट ।

दया द यास:
 
दयाय नमः ।
शरसे वाहा ।
ल शखायै वषट ।
चामु डायै कवचाय ं ।
व चे ने याय वौषट ।
ल चामु डायै व चे करतलकर ा यां फट ।
 
यानं: सहवा ह यै गुणा मका चामुंडा
र ने ी, र या, र पु पमालाधा रणी
लालव भू षता र ने ा मधुपा धारणी
मेघग ज न अ टाह सनी दानवकुलघा तनी
दासर णी रण या खेटक खड़गधा रणी
क याणी जगतजननी दे वी भव-भयहा रणी
                     
शव उवाच:
 
शृणु दे व व या म कुं जका तो मु मम।
येन म भावेण च डीजापः शुभम भवेत् ॥1॥
न कवचं नागला तो ं क लकं न रह यकम् ।
न सू ं ना प यानं च न यासो न च वाचनम् ॥2॥
कुं जकापाठमा ेण गापाठफलं लभेत् ।
अ त गु तरं दे व दे वानाम प लभम् ॥ 3॥
गोपनीयं य नेन वयो न रव पाव त।
मारणं मोहनं व यं त भनो चाटना दकम् ।
पाठमा ेण सं स येत् कुं जका तो मु मम् ॥4॥

अथ मं :
 
ॐ ल चामु डायै व चे। ॐ लौ ं ल जूं सः वालय वालय वल वल वल वल ल
चामु डायै व चे वल हं सं लं ं फट् वाहा।।"
 
॥ इ त मं ः॥
 
"नम ते प यै नम ते मधुम द न।
नमः कैटभहा र यै नम ते म हषा दनी ॥1॥
नम ते शु भह यै च नशु भासुरघा तनी ॥2॥
जा तं ह महादे व जपं स ं कु व मे।
कारी सृ पायै कारी तपा लका॥3॥
ल कारी काम प यै बीज पे नमोऽ तु ते।
चामु डा च डघाती च यैकारी वरदा यनी॥ 4॥
व चे चाभयदा न यं नम ते मं पणी ॥5॥
धां ध धूं धूजटे ः प नी वां व वूं वागधी री।
ां ूं का लका दे व शां श शूं मे शुभं कु ॥6॥
ं ंकार प यै जं जं जं ज भना दनी।
ां ूं भैरवी भ े भवा यै ते नमो नमः॥7॥
अं कं चं टं तं पं यं शं व ं व हं ं
धजा ं धजा ं ोटय ोटय द तं कु कु वाहा॥
पां प पूं पावती पूणा खां ख खूं खेचरी तथा॥ 8॥
सां स सूं स तशती दे ा मं स कु व मे॥
 
फल ु त:
 
इदं तु कुं जका तो ं मं जाग तहेतवे।
अभ े नैव दात ं गो पतं र पाव त॥
य तु कुं जकया दे वहीनां स तशत पठे त् ।
न त य जायते स रर ये रोदनं यथा॥
कालीपु वदा म स यं स यं पुनः स यं ।
तो ं परमा तं सवकाले न लेशमा शंसयं ।।
 

। ी यामले गौरीतं े शवपावती संवादे कुं जका तो ं संपूणम् ।

ीनाथजी  गु जी को आदे श आदे श आदे श


     कसी भी कार क जानकारी के लए इस नंबर पर फ़ोन कर :    
शंकरनाथ - 9420675133

नंदेशनाथ - 8087899308
MaYuR JoShI at 21:29

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5 comments:

Pradnya Hinge 16 May 2018 at 22:10


iska bahitahi accha result hai
Reply

vaidehi kulkarni 19 May 2018 at 04:00


The Most powerful Mantra ever !
Reply

Monal jadhav 21 May 2018 at 10:02


So important and powerful mantra. Also with powerful effect
Reply

Vaishali kulkarni 25 May 2018 at 09:10


The best mantra
Reply

Vaishali kulkarni 25 May 2018 at 09:10


The best mantra
Reply

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