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हमारा दे श भारत में यूँ तो अने कोों तीर्थ है पर इनमें जो सबसे प्रमुख माने जाते है वो है इक्यावन शक्ति पीठ,
बारह ज्योतततलिंग, सात सप्तपुरी और चार धाम। आज हम अपनी इस पोस्ट में आपको इन सभी जगहोों के
बारे में जानकारी दें गे तर्ा इक्यावन शक्ति पीठोों के राज्यवार नाम बताएूँ गे।
12 ज्योहतहलिंग :
धरती पर भगवान तशव के 12 ज्योतततलिंग माने गए हैं । तहों द धातमथक पुराणोों के अनुसार इन्ीों 12 जगहोों पर
भगवान तशव स्वयों प्रकट हुए।
1. सोमनार्
यह तशवतलोंग गुजरात के सौराष्ट्र में स्र्ातपत है ।
मद्रास में कृष्णा नदी के तकनारे पवथ त पर स्र्ातपत है श्री शै ल मक्तिकाजुथन तशवतलोंग।
3. मिाकाल
उज्जै न में स्र्ातपत महाकालेश्वर तशवतलोंग, जहाों तशवजी ने दै त्ोों का नाश तकया र्ा।
मध्यप्रदे श के धातमथक स्र्ल ओोंकारे श्वर में नमथदा तट पर पवथतराज तवोंध्य की कठोर तपस्या से खु श होकर
वरदान दे ने यहाों प्रकट हुए र्े तशवजी। जहाों ममलेश्वर ज्योतततलिंग स्र्ातपत हो गया।
5. नागे श्वर
6. बै द्यनार्
7. भीमशं कर
8. त्र्यं म्बकेश्वर
नातसक (महाराष्ट्र) से 25 तकलोमीटर दर त्र्यों म्बकेश्वर में स्र्ातपत ज्योतततलिंग।
9. घु ष्मेश्वर
महाराष्ट्र के औरों गाबाद तजले में एलोरा गुफा के समीप वेसल गाोंव में स्र्ातपत घु ष्मेश्वर ज्योतततलिंग।
10. केदारनार्
तहमालय का दु गथम केदारनार् ज्योतततलिंग। उत्तराखों ड में क्तस्र्त है ।
11. हिश्वनार्
12. रामेश्वरम्
7 सप्तपु री : सनातन धमथ सात नगरोों को बहुत पतवि मानता है तजन्ें सप्तपुरी कहा जाता है ।
1. अयोध्या,
2. मर्ु रा,
3. हररद्वार,
4. काशी,
5. काोंची,
6. उज्जै न
7. द्वारका
उद्दे श्य र्ा उत्तर, दतिण, पवथ और पतिम चार तदशाओों में क्तस्र्त इन धामोों की यािा कर मनुष्य भारत की
साोंस्कृततक तवरासत को जाने-समझें ।
1. बदरीनार् धाम किां िै- उत्तर तदशा में तहमालय पर अलकनोंदा नदी के पास
प्रहतमा- तवष्णु की शातलग्राम तशला से बनी चतुभुथज मततथ। इसके आसपास बाईों ओर उद्धवजी तर्ा दाईों ओर
कुबेर की प्रततमा।
2. द्वारका धाम किां िै- पतिम तदशा में गुजरात के जामनगर के पास समुद्र तट पर।
प्रहतमा- भगवान श्रीकृष्ण।
3. रामेश्वरम किां िै- दतिण तदशा में ततमलनाडु के रामनार्पुरम तजले में समुद्र के बीच रामेश्वर द्वीप।
प्रहतमा- तशवतलोंग
4. र्गन्नार्पु री किां िै- पवथ तदशा में उडीसा राज्य के पुरी में।
प्रहतमा- तवष्णु की नीलमाधव प्रततमा जो जगन्नार् कहलाती है । सु भद्रा और बलभद्र की प्रततमाएों भी।
51 शल्लिपीठ
ये दे श भर में क्तस्र्त दे वी के वो मों तदर है जहाूँ दे वी के शरीर क़े अोंग या आभषण गीरे र्े ।
शक्तिपीठोों के बारे में सम्पणथ जानकारी आप हमारे तपछले लेख 51 शक्ति पीठ पर प्राप्त कर सकते है ।
बं गाल के शल्लिपीठ
1. काली मोंतदर – कोलकाता
3. तिस्त्रोता- जलपाइगु डी
4. बहुला- केतुग्राम
5. वक्त्रेश्वर- दु ब्राजपुर
6. नलहटी- नलहटी
7. नन्दीपुर- नन्दीपुर
8. अट्टहास- लाबपुर
9. तकरीट- बडनगर
मध्यप्रदे श के शल्लिपीठ
तहमलनाडु के शल्लिपीठ
उत्तरप्रदे श के शल्लिपीठ
रार्स्र्ान के शल्लिपीठ
गु र्रात के शल्लिपीठ
आं ध्रप्रदे श के शल्लिपीठ
मिाराष्ट्र के शल्लिपीठ
पं र्ाब के शल्लिपीठ
उडीसा के शल्लिपीठ
35. तवरजादे वी- पुरी
असम के शल्लिपीठ
37. कामाख्यादे वी- गुवाहाटी
मेघालय के शल्लिपीठ
38. जयोंती- तशलाोंग
हिपु रा के शल्लिपीठ
39. राजराजेश्वरी तिपुरासुों दरी- राधातकशोरपु र
िररयाणा के शल्लिपीठ
40. कुरुिेि शक्तिपीठ- कुरुिेि
नेपाल के शल्लिपीठ
42. गण्डकी- गण्डकी
श्रीलं का के शल्लिपीठ
45. लोंका शक्तिपीठ- अज्ञात
हतब्बत के शल्लिपीठ
46. मानस शक्तिपीठ- मानसरोवर
51 वीों पोंचसागर शक्तिपीठ है । यह कहाों क्तस्र्त है इसके बारे में कोई जानकारी नहीों है ।