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POWER OF TANTRIK SADHANA

जजवन कज पपरतयय क ककप रयय तनतपररकत ककप रयय हह ॰यह पपरकककत,यह तयरय मणडल,मनन षय कय
सस बसध,चकरतपर,कवचयर,भयवनययय सब कनछ तर तस तरप सय हज चल रहय हह ;कजसय हम जजवन तस तरप कहय तय हह ॰जजवन मय करई
घटनय आपकर ससचनय दय कर नहजस आतय हह ,कयरकय सयमयनय वयककत मय इतनय अकधक सयमरयर नहजस हरतय हह कय वह
कयल कय गकत कर पहय चयन सकय,भकवषय कय उसकर जयन हर,समय चकप र उसकय अधजन हर यय बयतय सस भव हज
नहजस,इसकलयय हमय तस तरप कज शककत कर समजनय आवशयक हह यहज इस बललग कय उदय शय हह .

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10 Jan 2016

जल अपसरर सससद.
जल परज तर सभज नय सन नय हह और आज मह एक गरपनजय बयत बतय रहय हन "जल अपसरय भज हरतज हह "।कजसकय बयरय मय
आज मह यहय आप सभज कय कलयय कलख रहय हस । महतवपसरर बयत तर यह कज बहरत कम लरग अपसरय कज उतपकत कय
बयरय मय जयनतय हह तर मह बतय दय तय हस कय अपसरय कय उतपकत समन द मस थन सय हनआ हह और इसकय बयरय मय अकधक
मयहजकत आपकर पन रयरर सय पपरयप हरगज। जप समन दपर मस थन सय अपसरयओस कय उतपकत हर रहय थय तब अपसरय वगर मय
सबसय आकखर मय "जल अपसरय" कय पपरतयकजकरर हनआ थय। जल अपसरय कभज इस दरप कय दरबयर मय यय कफर ककसज
अन दय कव/दय वतय कय पपरसननतय हय तन नपरत नहज करतज हह ,वह तर हमय शय आनस द मय रहतज हह अपनय कपतय समन दरप दय व कय
सयथ जर उनसय अतययकधक सनय ह करतय हह । अनय अपसरयएए तर अपनय कपतय कर छरड कर दय व लरक चकल गयज परस तन
जल अपसरय नय अपनय कपतय कय सयथ कभज नहज छरडय इसकलय इनकय महतव अतययकधक हह ।

आप अपसरय कर सयधयरर नय समझय कयन कय महयबलज हनन मयनजज कर एक अपसरय नय हज अस जनय कय रप मय जनम कदयय
हह । तर सरकचयय जब अपसरय हनन मयनजज कर जनम दय सकतज हह तर उनमय ककतनज कमतय हरगज उनकय कपपरय सयधक
वगरर कर सन ख दय नय कज? आप इतनय समकझयय अपसरयएए करइ सयधयरर यरकनयय मय सय नहज हह अकपतन अधरदयकवययए हह
जर अपनय सयधक कर सब कनछ दय नय कक कमतय रखतज हह । इस दनकनयय मय कनछ यय सय भज मन खर हह जर कहय तय हह "मह
गययरह कदनर मय अपसरय पपरतयक करवय दनगय" तर आप भज मय रय एक बयत समझ कलजजयय "कजसनय अपसरय सय पपरयम
ककयय हर उसकय कलयय तर कसफर गययरह कमकनट कय कयम हह परस तन अपसरय सय पपरयम करनय इतनय आसयन कययर नहज हह ।
करइ कहय तय हह अपसरयएए मस तरप शककत सय पपरतयक हरतज हह तर यय सय लरगर कय कलयय कसफर एक बयत कहनगय "इनकय
बयप करइ कवशवकमतपर हह कयय जर यय लरग मस तरप शककत सय पपरतयकजकरर करवय रहय हह ?"।

आप कचस कतत नय हर,मह यहय शयबर मस तरप कय वयसतकवक रप और उसकज कमतय कयय हह यय कलख रहय हन और यहय
पपरतयकजकरर कय बयत नहज हर रहय हह । यहय आज मय दनलरभ बयत बतय रहय हस ।

अपसरयएए पपरतयय क वयककत कय मन कज बयत बतय सकतज हह और भन त भकवषय वतरमयन भज बतय सकतज हह । यय कययर
कसफर "जल अपसरय"करतज हह जर दनलरभ हह तस तरप कय कय तरप मय और अब तक इसकय कवधयन गरपनजय रखय गयय हह ।
"जल अपसरय"अतयनत रतनकपपरयय हह ,वह एक कवशय ष रतन सय पपरयम करतज हह । रतन तर पन रयतन कयल मय समन दरप सय
पपरयपत हरतय थय और आज भज पपरयपत हरतय हज हह ,इसमय करइ सस दयह नहज हह । कपतय सय अतययकधक पपरयम हरनय कय कयरर
सय "जल अपसरय"कर रत अतययकधक कपपरय हह परस तन एक रतन यय सय भज हह जर "जल अपसरय"कर अतययकधक कपपरय
हह । अगर इस रतन पर गन हकयकल तस तरप कय शयसवत 55 मस तरप र सय कसद ककयय जययय तर पन रर सफलतय हम पपरयपत कर
सकतय हह और गन हकयकल जज इतर यरकन कज आरयधयय हह । इसजकलयय जब गन हकयकल कज पपरचणड शककत चह तनय हरतज
हह तब तर समसत इतर यरकनयय कशघपर जयगपरत हरतज हह । इस सयधनय मय एक कवशय ष रतन कय आवशयकतय हह और
कबनय रतन कय सयधनय कर सफल बनयनय कय करइ भज दनसरय मयगर नहज हह । इसकलयय कबनय कवशय ष रतन कय सयधनय करनय
कज सरचनय भज मतलब समय कर वयथर करनय कय समयन हह ।

इस सयधनय मय कजस रतन कय महतव हह ,आज वह रतन कम सय कम 900 रपयय कहरट सय मयकरट मय बय चय जय रहय हह
परस तन यहय पर मह उस गरपनजय रतन कय नयम नहज बतय रहय हस कयन कय अगर रतन कय नयम बतय दनगय तर लरग रतन कय
महतव कर समझकर महह गय दयम मय बय चनय शन र कर दय गय ।इस गरपकनय रतन मय गन हकयकल जज कय अदभन त शककत हह
कजसकय कयरर समसत अधर दय कव/दय वतयओस कय सयथ समसत इतर यरकन शककतययए मस तरप जयप सय तन रस त आककषरत हरकर
सयधक कय सयमनय आजयतज हह ,इसमय करइ सस दयह नहज हह कयन कय यह बयत गन हकयकल तस तरप मय कवशय ष रप मय कहय गयय
हह ।यह रतन सयधनय हय तन कम सय कम सववय चयर कहरय ट/रकत कय हरनय जररज हह और मह सयधनय हय तन सयधकय कर कम
सय कम पयच कहरय ट/रकत कय रतन 3100/- रपयय कय मन बनय चन कय हस कयन कय सन कशल नररलय सयधकर सय पपरयम करतय हह
पह सर सय नहज ।यहय यह गरपकनय रतन जर पयच कहरय ट कय हह 4500/-रपयय मय सयधयरर रतन कय रप मय कमलनय मयकरट
मय पपरयरस भ हरतय हह ,उकसकर मह 3500/-रपयय मय दय रहय हस और मह करइ सयधयरर रतन नहज दय रहय ह,स मह कसफर इस
सयधनय हय तन कवशय ष अचछय रतन दय रहय हस ।सयथ मय इस रतन कर मह गन हकयकल कय शयसवत 55 मस तपरर सय पपरयर-
पपरकतषठजत करकय दय रहय हस तयकक आपकर सयधनय मय पन रर सफलतय पपरयपत हर ।मय रय एक हज लकय हह "सभज सयधक
एक अचछय कसदपकध कर पपरयपत करय ,कजससय उनकर समसत सयधनय मय सफलतय पपरयपत करनय हय तन सहययक कसदपकध कमलय
",इसज तयतपयर कर पन ररतय दय नय मह आवशयक समजतय हस ।
मन झय यय सय वयककतयय कय बयरय मय सरचनय जररज हह जर इस कय तरप मय कनछ भज कर जयनय हय तन जययदय सरचतय नहज हह ,वनयर
इस दनकनयय मय सवयस कर धरकय दय नय वयलय सयधकर कय करइ कमज नहज हह ,इसकलयय वह कनछ मस तरप कवदय कय भररसय
अपनय आपकर सवयस घरकषत महयन तयस कतपरक समझ बह ठतय हह और कसफर कजवन मय दनखर सय सस घषर करतय रहय तय हह ।

"जल अपसरय"सयधनय कय यह कवशय षतय हह ,कजससय आप ककसज भज वयककत कय मन कय बयत और उसकय भसत भकवषय
वतरमयन जयन सकतय हह परस तन वह वयककत आपकय नजरर कय सयमनय उपकसथत हरनय जररज हह । अगर "जल
अपसरय"पपरसनन हर जययय तर सयधक कर कइ पपरकयर कय उपहयर कनतय पपरदयन करतज हह । यह सयधनय 21 कदनर कय
हह ,कजसमय पपरथम कदन मस तरप कय 108 बयर जयप करनय हह और बयकक कय 20 कदनर मय कसफर 54 बयर मस तरप कय जयप
करनय आवशयक हह । जब आप रतन कर पपरयपत करय तब उसय अपनय मधयमय उस गलज कय आकयर सय चयसदज कय धयतन मय
अस गनकठ बनयनय हह और पपरथम कदन पर अस गनकठ कर दकहनय हयथ मय पकडकर हज मस तरप कय 108 बयर जयप करकय अस गनकठ
कर उसज समय धयरर करनय हह । अस गनकठ कर धयरर करकय अनय 20 कदन जयप करतय समय आपकर सतपरज कक कमठज
आवयजय आयय गज और वह आवयज "जल अपसरय कज हरतज हह । इसमय वचन दय नय कय यय लय नय कय करइ कवधयन नहज हह
कयन कय "जल अपसरय" सयधनय मय सयधक 21 कदनर मय सफल हरनय कय अवसर हरतय हह । इस सयधनय कर कवशय ष मन हनतर
मय समपनन करनय पडतय हह ,यह भज एक इस सयधनय मय सफलतय पपरयपत करनय कय कवशय ष अस ग हह ।

सयधनय कसदपकध हय तन "शयबर जल अपसरय मस तरप " इस पपरकयर सय हह जर पन ररत: दनलरभ और गरपकनय हह जर दनकनयय कय
ककसज ककतयब मय नहज हह कयन कय यह मस तरप "नयथ समपपरदयय"मय गन र मन ख सय पपरयपत हरतय हह परस तन मह यहय सयधकर कय
कलययर हय तन अपनय गन रजज कय आजय सय हज आपकर मस तरप कवधयन बतयउगय ।

मस तरप :-

।। ॐ नमर आदय श गन रजज कर,आवर समनस दर कज पन कतपर जल अपसरय,समनस दर मय रहय नय वयलज,समनस दर मस थन सय कनकलनय
वयलज,जल अपसर तन महयरज नजर हह पन रयनज,***************************अमन क कय मन कक बयत
बतयओ****************भन त भकवषय वतरमयन बतयओ,*************कय अस दर कय कदखयओ************
।।

यहय मह नय 40% मस तरप कलखय हह और पन रर मस तरप कवधज-कवधयन "कवशय ष रतन" कय सयथ दय रहय हस कयन कय यहय पर मस तरप
कवधयन दय कर करई फययदय नहज हह और दय भज दन तर इसकय महतव कम हर जययय गय । पपरतयय क शबद कय एक अलग
मन लय हरतय हह और यह मन लय जर महतव सय समबकनधत हह उसकर सहज सयधक हज समझ सकतय हह ,यय सय कवधयन कर
समझनय मन खरर कय बस कक बयत नहज हह ।रतन पपरयपत करनय हय तन मन झय ई-मय ल सय समपकर करय -
amannikhil011@gmail.com

Water Nymph accomplishment.

Water Angel is heard all around and today I have a secret to tell myself "Water
Nymph is also" About Kjiske here today, I am writing to all of you. More importantly,
the extremely few people know about the origin of nymph I am telling the origin of
the nymph of the sea is churned and more about the legend of Mahiti be attained.
Origin of elves was the chanting from the churning sea nymph in class in the end,
"Water Nymph" was the manifestation. Water nymph ever in the court of Indra Devi,
or any un / god does not Nrut for pleasure, he is always in bliss with his father the
sea god is love them too. Other Apsraaa leave his father was God, but water nymph
Public corrugation with his father never left their significance is extremely purged.

You simply do not understand nymph Kyuke Mahabali Hanuman as a nymph in the
same Anjana gave birth. So think when the nymph Hanuman may lead them to give
pleasure to many capacity classes their beloved seeker? Not so much out of you
Understand Apsraaa no ordinary birth but is Ardhdeviya your seeker that holds the
potential to deliver everything. In this world nothing is fool Yese which also is called
"I got eleven days in the nymph direct Duga" So you understand my Liziye "nymph
who loved to work for him, but just eleven minutes to love nymph task is not so
simple. There is no direct power Kheta mantra is Apsraaa Yese Khuga just one thing
to people, "their father is no Biswmitr manifestation of what you are making is that
they spell power?".

You're not worried, I am here as Shabr actual spells and his ability to write Who and
what is happening here is not a matter of manifestation. I'm here to tell rarity in
today.

Apsraaa can tell each person's mind and tell incurred future may present. These
functions only "water nymph", which is rare in the field of system and the legislation
has been kept secret until now.

"Water Nymph" is very ratnapriya, he falls in love with a special gemstone. Gems
were obtained from the sea in ancient times and are still being received, no doubt
about it is not. Due to the extreme love of the Father "water nymph" a gem, but the
pass is too dear Yesa is also "water nymph" is dear to the extreme. Guhykali
mechanism on this gem eternal 55 Mantras proven success we can achieve is
absolutely speaking, and other vaginal Guhykali G is Aaradhya. So when there is
consciousness, then all other Guhykali the fierce power is Yonia Instantly awake.
This practice is in need of a particular gemstone and gemstone without any of the
success of cultivation is also not another way. So think of the mean time to practice
without a special gem is similar to waste.

In practice, the importance of this gem, today at least Rs 900 carat gem is being
sold on the market, but here I am on the name of the secret gems Kyuke am not
telling the name of the gem stones to tell people the importance of Duga Expensive
prices started to sell in understanding confidential shelve This amazing power of
gemstones in which all semi Devi Guhykali G / gods vagina with all other powers
were attracted immediately by chanting seeker is Ajati, It is no doubt In particular, it
stated in Kyuke Guhykali system to practice this gem Savva least four carats / Ratti
seekers to practice, and I must have at least five carats / stone Ratti 3100 / - Rs
mind Hu has made Kyuke Sushil Nrole Kyha devotees loves money not from the five
carat gem is the confidential 4500 / -rupye meet as a gemstone in the market in
general starts Usiko 3500 I / -rupye give in Hu and I'm not issue any ordinary jewel,
I'm just giving the practice an especially good gem in this gem I Guhykali Ksath 55
Mantras from the eternal life-giving by Pratishtit'm so absolutely you may be
successful in practice .My goal is the same, "the seeker to achieve a good
accomplishment, which is conducive for them to achieve success in the
accomplishment of all the practices found", this refers to the Puarnta I am turn
takes necessary.

Yese people think of me is important in this area not think much is to be anything
else in the world that self-deception is not lacking any of devotees, so he spells
gazing confidently declared itself self Great Tantric confused and just grieves in Life
is prone to conflict.

"Water Nymph" Silence is the attribute which any person can know the mind of the
matter and its past present future, but the eye of the person in front of you must be
present. If "water nymph" will be agreeable to the seeker provides many types of
gifts ever. This practice is of 21 days, which is the first day of the mantra 108 times
and only 54 times in 20 days of rest must chant. When you get the gems to the size
of his middle finger on the silver metal to Anguti and Anguti on the first day on the
right hand holding the mantra 108 times and at the same time to hold the Anguti.
Anguti by holding another 20 days while the woman that the sweet voices chanting
and the sound will come "is a water nymph. It does not promise to give or take any
legislative Kyuke" water nymph "seeker in practice succeed in 21 days There is an
opportunity. This practice has to be done in the particular auspicious, it is a special
part of achieving success in this practice.

Silence for accomplishment "Shabr water nymph mantra" is thus Puarnt: rare and
confidential in the world is not in a book Kyuke the mantra "Nath sect" master in the
home comes from, but I am here for the welfare of his devotees Master's
commandment to you Btauga legislation spells.

Here I wrote 40% spells and incantations absolutely mode-legislative "special jewel"
with Kyuke am giving here is not worth the mantra by legislation and sad, devalued
it will give. Each word has a different price and the price is related to the
importance seeker could understand him correctly, Yese legislation Murkho
understand that this is not just e-mail me to get Kratn Info -

amannikhil011@gmail.com

आदय श.......
Posted by Shri Govind Nath at 04:25

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Labels: Apsara mantra

Shri Govind Nath

“कलपजरयइट एकट,1957 ” कय तहत इस कय उललस घन करनय पर तजन सयल तक कज सजय, सयथ मह ढयई लयख तक
जन मयरनय हर सकतय हह । इसय कहनदज मह पपरकयशनयकधकयर कहय जयतय हह । इसकलयय करइ भज आटजरकल कर चन रयनय सय पन वर
अचछय तरहय सय सरकचयय । -(शपरज गरकवस द नयथ)

30 Dec 2015

परर सससद सरधनर.


2015 आज चलय जययय गय और इस नववषर पर आपकर
बहरत सयरय बधयई कय सयथ उचचकरकट कज सयधनययय भज पढनय कमलय गय। इसमय सय एक सयधनय आज हज दय रहय
ह,स "आकयश परज सयधनय"जर पपरयमयकरक हह और अनय लरगर नय जर गलत मस तरप कदयय हह तर उनकर भज अब सहज
मस तरप कमलय गय। यय सयधनय कवधयन अजमय र कय एक यय सय वयककत सय कमलय हह कजनहरनय परज सयधनयओस मय महयरत
हयसजल ककयय हनआ हह और वह एक कहस दन वयककत हह परस तन उनकय जयन कयकबलय तयरजफ हह ।

उनहरनय इसज सयधनय कय मयधयम सय कई परजयर कर कसद ककयय हह और कई लरगर कय मदत भज उनहरनय तहय कदल सय
ककयय हह कजसकय अगर हम शन ककप रयय अदय करनय चयहय तर समभव नहज हह । आज कय हज कदन दर वषर पन वर उनकय
परलरक गमन हनआ थय और आज भज वह हमयरय सयथ सयधनय कय मयधयम सय कजवजत हह परस तन दय ह कय मयधयम सय नहज
हह ।

इस सयधनय सय इकचछत कययर पन रर हरतय हह ,परज सयमनय आकर हमयरय कययरर कर समभयल लय तज हह । उसकय रप अतयस त
सनस दर हरतय हह ,उसकय शरजर हमय शय सन गस ध सय महय कतय रहय तय हह । उसकक आस खर मय दय खनय सय सयधक अपनय सबकनछ भन ल
जयतय हह और परज कय कदवयनय हर जयतय हह । जब वर सपशर करतज हह तर यय सय लगतय हह जह सय सयरज खवयकहश पन रर हर
गयज हर,उनकय शरजर हमय शय थस डय हरतय हह और वर जब सवयस हमय सपशर करय तर उसकय शरजर गरम हर जयतय हह परस तन
हमयरय सपशर सय उसकय शरजर गरम नहज हरतय हह ।

परज सयधक कर कभज नयरयज नहज करतज हह ,उसकज पपरतयय क कयमनय पन रर करतज हह । यय सयधनय करइ भज कर सकतय हह
जह सय शयदज-शन दय पन रष भज कर सकतय हह ।

एकयस त कमरय मय रयकतपर 10 बजय सय 12 बजय तक मस तरप जपय ।सन गएधजत धन प दजप जलय कर शन कप रवयर सय शन र करय और
तह हतजस (33) दजन कनतय जयप करय । जयप करतय समय "कतलसमज रतन" और कमठयई हयथ मय हज रखय । जब परज
पपरकट हर तब सबसय पहजलय उसय "कतलसमज रतन" कनकमरत अस गनठज पहय नययय और कमठयई उसय दय कर उसकय हयथ कर
चन मतय हनए उसकर अपनज पपरयकमकय बननय कय करशतय कययम रखनय कय वचन बधधतय करय लय । पकर पपरसनन हरनय पर
सयधक कक पपरतयय क इचछय पन रर करय गज ।

सबसय पहलय "कतलसमज रतन " कर अस गनठज मय बनवयकर सथयकपत करय और १०१ बयर दरद शरजफ पढय ।

"अललयह हनममय सललय अलय सह यदनय ममलयनय मन हकदव बयरजक वसललम सलयतर सलयमरकय यय रससलअललयह
सलललयहर तयलय अलह ह वसललम"

परज मस तरप कसदपकध हय तन मयलय कय आवशयकतय नहज हह और कबनय मयलय कय ररज 72 कमकनट जयप करनय हह ।"कतलसमज
रतन (हककक) अस गनठज" कर सयमनय रखकर हज मस तरप जयप करनय अकनवययर हह अनयथय हयकनकयरक हर सकतय हह । कयन कय
यह कतलसमज रतन करइ सयधयरर रतन नहज हह ,यह परज कय कपपरय रतन हह कजसय वर बहरत चयहतज हह । परज सयमनय
आनय कय बयद जब तक हम उसकर अस गनठज नहज पहय नयतय हह तब तक वर हमयरय वश मय नहज हर सकतज हह । उसकर
अस गनठज पहय नयनय सय वर हमयरज पपरयकमकय बन जयतज हह और हमय सभज सन ख दय तज हह । कबनय अस गनठज कय तर शयदज कय
करशतय तक नहज जन डतय हह तर सरकचयय तन महय परज कहसय करशतय जरडय गज ? इसकलयय उसकर कसफर "कतलसमज रतन सय बनज
अस गनठज हज पहय नययय ,अनय रतन सय बनज अस गनठज पहय नयनय सय वर नयरयज हर जयतज हह और कफर वयकपस कभज नहज आतज
हह ।

आकयश परज मस तरप :-

।। कबकसमललयह रहय मयनय रकहम आकयश पकर कय पयव मय घन स गर,नयचकत आवय -बजयतज आवय ,सरकत हर तर जयगकर
आवय ,जयगतज हर तर जलद आवय ,छमय छम करय -बयदल मय घरर करय ,मय रय हनकनम नहज मयनय तर पकर लरक सय जमजन पर
गजरय ,हज सयल जहननन म भरगय ,लयख लयख कबचछनन कक कपडय भरगय ,दनहयई सन लयमयन पह गमबर कक,दनहयई हसन-हनसह न
सयहब कज,मय रज भककत गन र कक शककत,फनरर मस तरप ईशवरर वयचय ।।

सयधनय मय कसफर सफयद वसतपर,आसन,कमठयई कय पपरयरग करय ।सर कय बयल ढकय हनए हर इसकलए सफयद रमयल सर पर
बयस धय और गन लयब कय इतपर वसतपरर पर लगयनय हह । सयधनय हय तन पकचछम कदशय कय तरफ मन ख करकय बह ठनय हह । जयप कय
समय कबच मय उठनय नहज चयकहयय और सयधनय करनय कय बयद हज आप आसन सय उठ सकतय हह ।

परज सयधनयओस कय कनयम :-

1.परज सयधनय मह वजपरयसन कय पपरयरग ककयय जयतय हह ,जह सय नमयज अदय करनय कय कलए बह ठतय हह ।

2. वसतपर सवचछ एवस धन लय हनए इसतय मयल करनय चयकहए ।

3. असतय भयषर सय बचनय चयकहए और यथयसस भव कम बरलनय चयकहए कययकक हम कजतनय जययदय बरलह गय मन ख सय
असतय तर कनकलय गय हज सयथ हज सयथ हमयरज उजयर भज जययदय नषट हरगज ।

4. सयधनय सथल सयफ एवस शयस त हरनय चयकहए । सयधनय सथल पर गस दगज नहजस फहलयनज चयकहए । हर ररज परचय
लगयनय चयकहए । एक बयत कय कवशय ष धययन रखह कक शमचयलय कय पयस कभज सयधनय नहजस करनज चयकहए और कमरय
मह भज शमचयलय नहजस हरनय चयकहए ।

5. सयधक कर मन , वचन एवस कमर सय बपरहचयर कय पयलन करनय चयकहए ।

6. सयधक कर शमच कय बयद सनयन और लघन शस कय कय बयद हयथ पह र धरनय चयकहए ।

7. परज सयधनयओस और अमलय मह चमडय सय बनज हनई वसतन ओस सय परहय ज रखनय चयकहए ।
8. इन सयधनयओस कर करनय कय कदनय मह गययतपरज मस तरप जप नहजस करनज चयकहए कययकक इससय सयधनय मह जर शककत
सस चयर हरतय हह उसकय कप रम अवररकधत हर जयतय हह ।

9. अगर सयधनय मह पन षपय कय पपरयरग करनय हर तर हमय शय तजवपर सन गकनधत पन षपय कय हज उपयरग करनय चयकहए ।
गन लयब और चमय लज कय पन षप इस दककषट सय उतम हह ।

10. सयधनय करनय कय बयद कनछ कमषठयन कय कवतरर हमय शय करनय चयकहए । इस बयत कर लरग हमय शय नजर अस दयज
कर दय तय हह ,वर लरग यह नहजस जयनतय कक यय सय करनय सय उनकज सफलतय कय पपरकतशत बढ जयतय हह ।

11.लरहबयन धन प कय हज पपरयरग करह । लरहबयन कर हर परज सयधनय मह इसतय मयल करनय सय सयधनय अपनय पसरर
पपरभयव दय तज हह ।

12. सयधनय मह ससतज आसन कय हज उपयरग करनय चयकहए ।

इन 12 कनयमय कय पयलन अवशय करह कययकक मह आपकर सफल हरतय हनए हज दय खनय चयहतय हस ।

आपकय कजवन कय कनरयशतय परज सयधनय सय समयपत हरगय यहज आनय वयलय नववषर मय आपकय भकवषय हरगय,आपकर
मरहबबत कय सयथ पपरयकमकय कमलय गज कजसय कसफर आप हज दय ख सकतय हर दनसरय करइ नहज दय ख सकतय हह । वर हमय शय
सयधक कय सयथ रहय तज हह ,उसकक सय वय करतज हह ,सयधक कर वर खन कशययस हज खन कशययस दय तज हह ,ककसज भज कययर कय कलयय
मनय नहज करतज हह ।

दनकनयय कय करइ भज ककतयब पढलर परस तन सन कशल नररलय नय कलखय हनयय शबदर कर आप ककसज ककतयब मय नहज पढनय
कमलय गय कयन कय इसमय अनन भव कय आधयर पर वररन ककयय हनआ हह । यय सय हज ककतयबह मय पढकर यह आटजरकल यहय पर
कलखय नहज गयय हह । यहय पर अनन भव और पपरयमयकरक कवधज-कवधयन कय सयथ यहय सब कनछ कलखय हनआ हह ।

"कतलसमज रतन" करइ सयधयरर रतन नहज हह यह कवशय ष पपरकयर कय हककक पतथर हह जर कमलनय दनलरभ हरतय हह ।
कनछ कदन पकहलय मन झय 7 रतन पपरयपत हनए,अब और भज रतन पपरयपत करनय हय तन मह पपरययस कर रहय हन। मन झय 7 रतन
पपरयपत हनए इसकलयय मह यहय आज यह सयधनय दय रहय अनयथय मह कबनय रतन कय सयधनय नहज दय सकतय थय ।

इस दनलरभ रतन कर मह बहरत कम धनरयकश मय आपकर दय रहय हस। मह चयहतय तर यह दनलरभ रतन 10-20 हजयर मय भज
दय सकतय थय परस तन तस तरप कय नयम पर सयधकर कय सयथ कखलवयड करनय मय रय कनयमर कय कवरद हह इसकलयय यह रतन मह
आपकर 1850 रपयर मय दय रहय हस कजसमय 100 रपयय आपकर करकरयर कय चयजर स अकतकरकत दय नय हरगय। इस
पपरकयर सय आपकर 1950/- रपयय मय "कतलसमज रतन" पपरयप हरगय और रतन कय सयथ मय उसकर कसद करनय कय
कवधयन भज कदयय जययय गय। ककसज दनसरय वयककत सय कसद ककयय हनआ रतन आपकय ककसज कयम कय नहज हह । रतन कर
आप सवयस कसद करह गय तर आपकर पन रर सफलतय पपरयपत हर सकतज हह और परज भज पपरतयक रप मय कसद हर सकतज
हह ।एक परज कय इलम भज मह आपकर बतय दनगय,कजससय आप अनय परजओ सय समपकर कर सकतय हह ।

ककसज भज पपरकयर कय परज सय समबकनधत पपरशन और "कतलसमज रतन" कर पपरयपत करनय हय तन ई-मय ल कय मयधयम सय
समपकर करय ।

amannikhil011@gmail.com
नववषर कज आप सभज कर शन भकयमनयएस ।

आदय श.......

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Shri Govind Nath


“कलपजरयइट एकट,1957 ” कय तहत इस कय उललस घन करनय पर तजन सयल तक कज सजय, सयथ मह ढयई लयख तक
जन मयरनय हर सकतय हह । इसय कहनदज मह पपरकयशनयकधकयर कहय जयतय हह । इसकलयय करइ भज आटजरकल कर चन रयनय सय पन वर
अचछय तरहय सय सरकचयय । -(शपरज गरकवस द नयथ)

28 Dec 2015

अपसरर सससद रहसय.

पकशचम भयरत कज अकत दनलरभ पयनडस कलपज "कहवलय नयगरयकद" गपरसथ मह 38 अपसरयओ कय धययन सकहत वररन हह |
मह नय अपसरय सयधनय इसज कय गपरसथयनन सयर कज हह और सफलतय पययज हह | अपसरय सयधनय अतययकधक उचचकरकट कज
सयधनय हह अपसरयओ कर दय वयस गनय,नक तययस गनय, एवस दय व कनयय भज कहय तय हह |
हमय शय अपसरय सयधनय इशयर करन मह करनज चयकहयय तर सफलतय कमलतज हह तर इसज पपरकयर कय अनय रहसय मह इस
ककतयब मह दय रहय हए स | आप अपसरय सयधनय कर सयमयनय यय लघन सयधनय मत समकझयय यह कवशय ष पपरकयर कय
सयधनय हह ,इसय करनय सय आप खन द हज समझ जयओगय कज ककतनज पपरचनड और गरपनजय हह अपसरय सयधनयएस |

अपसरय रतन कपपरययएस हह , जहयए रतन हरतय हह वहयए अपसरयएस आतज हह यह दपकवकतय रहसय बतय रहय हए स | अपसरय
सयधनय जह सय हज आप पपरयरस भ करह गय आपकय मकसतषक कय सवपन भयग-कचनतन भयग जयगपरत हर जयएगय और आपकर
आनस दमयज सतपरज यय इतरयरनज कय सयथ कवचरर करतय हनए कवचयर यय सवपन आकद आनय लगय गय, यह तक तजय रहसय हह
|

अपसरय जब कसद हर जयकत हह तब सयधक कहय तय हह "मह कनछ नहजस करतय, कफर भज आनस द सय रय हतय हए "स , उतम
शपरयरज कज सनस दर कसतपरयय मय रय पपरकत सय वयभयव भयव रखतज हह एवस जब भज मन झय ककसज वसतन कज आवशयकतय हरतज
हह , वह सवत: हज पपरयपत हरतज हह यह चतन थर रहसय बतय रहय हए स | अपसरय सय सयकयतकयर करनय हय तन बडय -बडय सयधन
मन कन, यरगज, तपसवज, कशव गर इतययकद भज तरसतय हह , अपसरय कज लमबयइ 6 फजट सय जययदय हरतज हह और वह
दय खनय मह अतयनत सनस दर एवस करमल हरतज हह यय सय पपरकतत हरतय हह उसकज उमपर 16 वषर हर | अपसरयएस दययलन हरतज
हह यह समसत मनरकयमनयओस कर पसरर करतज हह , जह सय कनरयशययन कत, लकहजन, आनस द हजन, शककत हजन, बरकझल,
वपरदतय कज और अगपरसर हरतय हनए जजवन मह अपसरयएस उसमय पन न: पपरयर फनसककत हह | जर पन रष इस सयधनय कर
करह गय उनमय कयमदय व कय समयन गजब कय आकषरर हरगय और कसतपरययए कखचज चलज आयय गज एवस जर कसतपरययए इसय
करह गज उनमय अपसरयओ कय समयन मरहकतय आ जयएगज और पन रष कखचय चलय आयय गय | अपसरय कय सपशर मयतपर सय हज
समसत ररग एवस वपरदयवसथय समयपत हर जयकत हह । वयककत कय चय हरय पर तय ज आ जयतय हह ,सनस दर सतपरज/पन रष अपसरय
सयधक कय आस-पयस मस डरयतय रहय तय हह ।

यय सय दनलरभ ककतयब आपकर पकहलय बयर पढनय कमलय गय कजसमय 38 पपरयमयकरक अपसरय सयधनययय दज हनयज हह ।मह नय
आज तक अपनय हज दयरय कलखय गयय ककतयब सय कनछ खयस लरगर सय अपसरय सयधनय करवययय हह कजसमय उनहय भज कम
समय मय सफलतय पपरयपत हनआ । मह नय इस कवषय पर आज तक चयर पपरकयर कय अलग अलग पयणडनकलकपयय कर
पढकर अभययस ककयय और वह सयधनययय भज करकय दय खय हह । यह सब कनछ हरनय कय बयद मय रय समझ मय आयय कय
"अपसरय रतन" सवरशरप य षठ हरतय हह जर अपसरय सयधनय मय कशघपर कसदपकध पपरयपत करनय मय मदत करतय हह । कयन कय
उसमय चह तनय ककप रयय सय यन कत हरतय हनयय अमक ततव हरतय हह ,यह रतन कवशय ष तरहय सय पपरयर-पपरकतकषठत करनय पडतय
हह ।

मय रय दयरय कलखजत इस ककतयब कय नयम "अपसरय कसदपकध रहसय" हह और इस ककतयब कय सयथ "अपसरय रतन"
कनशन लक कदयय जय रहय हह । ककतयब सय पपरयपत हरनय वयलज धनरयकश "गरजब ककसयन भयई/बहनर"कय मदत हय तन भय जय
जययय गय। इस ककतयब सय धन कमयनय हमयरय लकय नहज हह ,इस बयत कय ककपयय पयठगर धययन रखह ।
अब बयत करतय हह इस ककतयब मय कवशय ष कयय हह ?

इसमय अपसरय कय धययन, कवकनयरग, कवशय ष नययस, ऋकशनययस, करनययस, रकतनययस, कयमदय वनययस, अपसररनययस,
हपरदययदजनययस.....इतययकद। इस ककतयब मय मय नकय, कललयवतज, कवधजकचतय, सनस दरज, शन भगयमजनज, हस सयवलज,
सवरकलय, कपन ररमस जरज, पदपकमनज, गन ढशबदय, कचकतपरकर, कचतपररपय, गमरज, गयस धयरज.......जयय, मरकहनज, चस दरप वकप रय
इतययकद इस तरहय सय 38 अपसरय कय सयधनय सटजक रप सय ककतयब मय आपकर दय खनय कमलय गय। पपरतयय क अपसरय कय
कवशय ष धययन भज कदयय हनआ हह । ककतयब मय सब कनछ आसयन भयषय मय कदयय हनआ हह ,अपसरय सयधनयओस कय पन रर
कवधज-कवधयन आपकर ककतयब मय कमलय गय।सभज सयधनयओस कर एक हज "अपसरय रतन" पर ककयय जय सकतय हह ,इसकय
कलयय अनय रतनर कय करइ आवशयकतय नहज हह । कजस पपरकयर सय आपकर इस ककतयब मय गरपनजय मस तरप और दनलरभ
कवधयन पपरयपत हर रहय हह ,वह अनय ककतयबह मय नहज कमलय गय । यह करइ सयमयनय ककतयब नहज हह और इसकय
नयरचछयवर रयकश 3550/- रपयय रखय हह । ककतयब नयरचछयवर रयकश पपरयपत हरतय हज आपकर ई-मय ल कय मयधयम सय
भय ज कदयय जययय गय ।आप कहज सय भज ककतयब कय कपपरसनट आउट कनकयल सकतय हह ,यह आपकय कलयय सन लभ हर जययय गय
और ककतयब भज आपकर कनछ कदनर बयद कनरजयर सय पपरयपत हरगय,ककतयब कय सयथ मय "अपसरय रतन"भज कनशन लक मय
पपरयपत हरगय।

ककसज भज पपरकयर कय पपरशन हय तन और ककतयब पपरयपत करनय हय तन ई-मय ल सय समपकर करह ।

- amannikhil011@gmail.com

आदय श.......
Posted by Shri Govind Nath at 19:37

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Shri Govind Nath

“कलपजरयइट एकट,1957 ” कय तहत इस कय उललस घन करनय पर तजन सयल तक कज सजय, सयथ मह ढयई लयख तक
जन मयरनय हर सकतय हह । इसय कहनदज मह पपरकयशनयकधकयर कहय जयतय हह । इसकलयय करइ भज आटजरकल कर चन रयनय सय पन वर
अचछय तरहय सय सरकचयय । -(शपरज गरकवस द नयथ)
11 Nov 2015

पपषपददहर अपसरर सरधनर (शरबर ममतरत ).

गन र गररखनयथ पपरकरत एक शपरयषठ गपरसथ मय वकररत यह सयधनय कजसकज पपरकत सवयमज आहत नयथ जज कय पयस
उपलबध थज,यह गपरसथ अकत पपरयचजन हह .इसकय एक एक मस तरप अचन क और पपरयमयरजक हह ।

अपसरय सयधनय सय रपवतज सतपरज कय आकषरर हरतय हह , सजधनय सफल हरनय पर अपसरय आपकर सवगर सय दपरवय और
कदवय रसययन लयकर दय गज , कजसय पजनय कय बयद आपकर कभज बन डयपय नहज आएगय l

मय नकय अपसरय कसद प पन रष जर बपरमहशपरज कहय लययय और उनहरनय सवयस कवशवयकमतपर नय यह कहय हह 'कक पन षपदय हय कय
समयन अन करइ अपसरय सवगरलरक मय हर हज नहज सकतज,इसकय आगय सकभ कसदर नय सवजकययर ककयय हह "कक पन षप सय
भज जययदय सनस दर,पन षप सय भज जययदय करमल और पन षपदय हय अपसरय सय जययदय यरवनवकत और सनस दर अपसरय हह हज
नहज,उसकय समनदयर तर इतनय अदपकवतजय हह कक इसकय शरजर सय कनरस तर मयदक,मनमरहक,कयमभयव कर उतय कजत करनय
वयलय सन गसध पपरवयकहत हरतय रहतय हह । पन षपदय हय इतनज नयजन क हह कक एक बयर उसकर जर भज दय ख लय वह उसकर
कजस दगज भर नहज भन लय सकतय,उसकय नयन अतयस त दशरनजय हह ।

आज लयखय लरग अपसरय सयधनय करनय चयहतय हह


पर एक बयत ययद रखह कक उसकय सहज पपरयरग करह गय तर जजवन मह ककसज वसतन कज कयमनय बयकज नहज रहय गज
कमन नहज चयहतय कक सवगर कज सबसय शककतशयलज अपसरय उसकय सयथ हर वर चयहय तर आपकर सवगर कय दशरन भज
करय सकतज हह ।

अपसरय सयधनय सय हरनय वयलय मन खय लयभ :-

1:- जर सयधक पसरर रप सय हषट पन षट हरतय हनए भज आकषरक वयककततव न हरनय कय कयरर अनय लरगय कर अपनज और
आककषरत नहजस कर पयतय हह तथय हजन भयवनय सय गपरसत हरतय हह , इस सयधनय कय पपरभयव सय उनकय वयककततव अतयस त
आकषरक व चन मबकजय हर जयतय हह तथय उनकय सस पकर मह आनय वयलय सभज लरग उनकज और आककषरत हरनय लगतय हह .

2:- जर सयधक मन कय अनन कसल सनस दर जजवन सयथज पयनय चयहतय हह ककनतन ककसज कयररवश यह सस भव न हर रहय हर,
इस सयधनय कय पपरभयव सय उनकर मन कय अनन कसल सनस दर जजवन सयथज पपरयपत हरनय कज कसथकतययस उतपनन हर जयतज हह
और मनचयहय जजवनसयथज कमल जयतय हह .

3:- कजन सयधक कय वह वयकहक, पयकरवयकरक, सयमयकजक जजवन मह कलय श व तनयव कज कसथकत उतपनन हर, इस सयधनय
कय पपरभयव सय उनकय वह वयकहक, पयकरवयकरक व सयमयकजक जजवन मह पपरयम समहयदर कज कसथकतययस उतपनन हर जयतज हह .

4:- जर वयककत अकभनय कय कय तरप मह सफल हरनय कज इचछय रखतय हह ककनतन सफल नहजस हर पयतय हह , इस सयधनय कय
पपरभयव सय उनकय अस दर उतम अकभनय कज कमतय कज वक दकप ध हरनय कय सयथ-सयथ अकभनय कय कय तरप मह सफल हरनय कज
कसथकतययस उतपनन हर जयतज हह .

5:- जर सयधक यन वयवसथय मह हरनय पर भज पसरर यमवन सय यन कत नहजस हरतय हह , इस सयधनय सय उनकय अस दर उतम यमवन
व वयककततव कनखर आतय हह .

6:- जर सयधक/सयकधकय सन नदर रप समनदयर कज इचछय रखतय हह ककनतन पपरकककत दयरय कनरपतय सय दकणडत हह , इस
सयधनय कय पपरभयव सय उनकय अस दर आकषरक रप समनदयर कनखर आतय हह .
7:- जर सयधक कययरकयतपर मह मन कय अनन कसल अकधकयरज यय सहकमजर न हरनय कय कयरर असहज पकरकसथयय मह नमकरज
करतय हह , यय नमकरज चलय जयनय कय भय रहतय हह , इस सयधनय कय पपरभयव सय उनकय अकधकयरज व सहकमजर उनकय सयथ
कमतपरवत हर जयतय हह तथय नमकरज चलय जयनय कय भय भज समयपत हर जयतय हह .

8:- जर सयधक ऐसय मयनतय हह कक वह अनय लरगय कर अपनज बयत यय कययर सय पपरभयकवत नहजस कर पयतय हह , इस
सयधनय कय पपरभयव सय उनकय वयककततव अतयस त आकषरक व चन मबकजय हर जयतय हह तथय उनकय सस पकर मह आनय वयलय
सभज लरग उनकज और आककषरत हरकर उनकज बयतय यय कययर सय पपरभयकवत हरनय लगतय हह .

9:- जर पन रष/सतपरज कजवन मय अपनय कजवनसयथज सय पपरयपत हरनय वयलय सन खर सय वस कचत हर उनकय कलयय तर यह सयधनय
सबसय जययदय करनय उतम हह कयन कय इस सयधनय सय पन रष/सतपरज मय कयमततव जयगपरत हरकर कजवन मय पन रर सन ख
पपरयपत ककयय जयतय हह .

उपररकत कवषयय मह अतयस त कम समय मह हज अपय ककत पकररयम दय कर आनस दमय जजवन कर पपरशसत करनय वयलज यह
अपसरय सयधनय अवशय हज सस पनन कर लय नज चयकहए, कजससय कनकशचत हज आप अपनज इचछय कज पसररतय कर पपरयपत
कर सकतय हह व आनस दमय भमकतक जजवन वयतजत कर सकतय हह कययकक अपसरयएस समनदयर, यमवन, पपरयम, अकभनय,
रस व रस ग कय हज पपरकतरप हरतज हह , अतत इनकय पपरभयव जहयए भज हरतय हह वहयस पर समनदयर, यमवन, पपरयम,
अकभनय, रस व रस ग हज वययपत हरतय हह .

अपसरयओस कज सयधनय अनय क रपय मह कज जयतज हह , जह सय मयए , बहन, पन तरप ज, पतनज अथवय पपरयकमकय कय रप मह इनकज
सयधनय कज जयतज हह , ओर सयधक कजस रप मह इनकर सयधतय हह यय उसज पपरकयर कय वयवहयर व पकररयम भज सयधक
कर पपरदयन करतज हह , अपसरयओस कर पतनज यय पपरयकमकय कय रप मह सयधनय पर सयधक कर करई ककठनयई यय हयनज नहजस
हरतज हह , कययकक यह तर सयधक कय वयककततव कर इतनय अकधक पपरभयवशयलज बनय दय तज हह कक सयधक कय सस पकर मह
रहनय वयलय पपरतयय क वयककत अपसरय सयधक कय मन कय अनन कसल आचरर करनय लगतय हह और अपसरय कर पपरतयक
कर कलए जयनय पर वह कबनय ककसज बयधयतय कय सयधक कज सभज इचछयओस कज पसकतर करतज हह .मयए कय रप मह सयधनय पर
वह ममतयमय हरकर सयधक कय सभज पपरकयर सय पन तरप वत पयलन करतज हह तर बहन व पन तरप ज कय रप मह सयधनय पर
वह भयवनयमय हरकर सहयरगयतमक हरतज हह , ओर पतनज यय पपरयकमकय कय रप मह सयधनय पर उस सयधक कर उनसय
अनय क सन ख पपरयपत हर सकतय हह .अनय क पपरकयर कय दपरवय अपसरय सयधक कर सवयम हज पपरदयन करतज हह .

सयधनय कवधज:-

सबसय पकहलय ककसज बयजरट पर लयल वसतपर कबछययय और उस पर एक चयवल कय ढय कर बनययय ,चयवल कनमकनम सय रस गय
हरनय चयहजयय .अब चयवल पर "पन षपदय हय आकषरर कसदपकध यस तरप " सपथयकपत करकय मस तरप कय जयप करनय हह ।इस सयधनय
मय सफकटक कय मयलय हरनय जररज हह ,सयधनय सयत कदवसजय हह और शन कप रवयर सय शन र करनय हह ,मस तरप कय कनतय
11 मयलय जयप करनय जररज हह ।सयधक कय मन ख उतर कदशय कय तरफ हरनय चयहजयय ,आसन-वसतपर भज लयल रस ग कय
हरनय चयकहयय । यस तरप पर ररज गन लयब कय इतपर और पयच गन लयब कय फस ल चढययय ,घज कय कदपक लगययय जर मस तरप जयप
कय समय पपरजवकलत रहय ,धसप भज गन लयब कय हज हरनय जररज हह ।मस तरप जयप कय समय नजर यस तरप कय तरफ हर और
कबनय यस तरप कय सयधनय नय करय कयन कय इस यस तरप मय कवशय ष उजयर हह जर अपसरय कर सवगर सय लय कर पयतयल लरक तक
आककषरत करनय कय कमतय यन कत हह ।यस तरप कय सयथ आपकर अपसरय सय वचन पपरयपत करनय कय मस तरप भज पपरयपत हरगय
जर यहय पर दय नय उकचत नहज हह ।
मस तरप : -

।। ॐ आवय आवय शरमयतज पन षपदय हय कपपरयय रप आवय आवय कहलज कहलज मय रर कहम करह ,मनकचस तयवय ,कयरज करय वय ग सय
आवय आवय ,हर कर सयथ रहय कहलज कहलज पन षपदय हय अपसरय फटप ॐ ।।

मस तरप अतययकधक शककतशयलज हह । कजसकय पपरभयव शजघपरतय सय पपरयपत हरतय हह ।आप सभज कर सयधनय मय पन रर
कसदपकध पपरयपत हर यहज कयमनय करतय हन,यस तरप कय नयमचछयवर रयशज 1250/-रपयय हह और कजनहह पपरयपत करनय हर
वह सयधक समपकर करय ।

आदय श......
Posted by Shri Govind Nath at 10:18

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Labels: Apsara mantra


Shri Govind Nath

“कलपजरयइट एकट,1957 ” कय तहत इस कय उललस घन करनय पर तजन सयल तक कज सजय, सयथ मह ढयई लयख तक
जन मयरनय हर सकतय हह । इसय कहनदज मह पपरकयशनयकधकयर कहय जयतय हह । इसकलयय करइ भज आटजरकल कर चन रयनय सय पन वर
अचछय तरहय सय सरकचयय । -(शपरज गरकवस द नयथ)

2 Nov 2015

रममभर अपसरर ससदर,(पतरतयसककरण).

यह सन धयकरत आकटर कल हह मय रय रस मभय-अपसरय पर कजसमय एक शयबर मस तरप भज कदयय हनआ हह .

समन दरप मस थन मह सयतवय कप रम मह रस भय नयमक अपसरय कनकलज। वह सनस दर वसतपर व आभसषर पहनय हनई थजस। उसकज
चयल मन कर लन भयनय वयलज थज। यय भज दय वतयओस कय पयस चलजस गई। अपसरय पपरतजक हह मन
मह कछपज वयसनय कय। जब आप ककसज कवशय ष उदय शय मह लगय हरतय हह तब वयसनय आपकय मन कवचकलत करनय कय
पपरययस करतज हह । उस कसथकत मह मन पर कनयस तरप र हरनय बहनत जररज हह ।

अपसरय कवदय कज सयधनयओस मह सवररचच सयधनय कहज गई हह – अपसरय सयधनय कययकक अपसरय पपरतजक हह ससदयर
कक और ससदयर हज आधयर हह इस सस सयर मह
सपनदस शजलतय कय, गकतशजलतय कय... ससदयर यन कत हरनय, शपरग कस यर करनय मयनव सय भज अकधक पपरकककत कय गन र हह |
यह सयरज कक सयरज पपरकककत अपनय शपरग कस यर करनय मह हर कर वयसत सज बनज रहतज हह , कनत नसतन हरतज रहतज हह और
इस कयरन सय पपरकककत हमह मनरहर पपरतजत हरतज हह | शपरग कस यर करनय कय अथर हह अपनय -आप कर जजवन मह जरडकर
रखनय, सवस कक पपरसतन कत सजजव व सपकनदत रप मह करतय रहनय, जजवन मह ककसज जडतय कय पपरवय श तर दरस उसकय
करई आभयस तक न हरनय दय नय |शपरग कस यर करनय तर अपनय आप कय सममयन करनय हह और अपनय आप कय सममयन
करनय कय बयद हज तर करई कर सकतय हह ककसज दस स रय कय सममयन, इस
जजवन कय सममयन | जहयए जजवन कय सममयन हरतय हह वहयस यह समभव हज नहजस कक करई शपरग कस यर कय मयधयम सय
पपरसफनटन और कवकयस हरतय हह ससदयर कय और ससदयर हज आधयर हह इस जगत मह गकतशजलतय कय |यह बयत
कजतनज भमकतक रप सय सतय हह उतनज हह सतय हह अधययकतमक व सयधनयतमक रप सय भज | भमकतक रप मह ससदयर
कय जर सथयन हह , जर उसकय सपशर सय पपरयपत हरनय वयलज मयधन यर कक लहकरययस हरतज
हह वह वररन सय कहजस अकधक कवषय हह . अनन भकस तयय कय और अधययकतमक रप मह यहज बयत वकररत हह नयद व कबस दन कय
कमलन कय रप मह | नयद पपरतजक हह हह कशवतव कय एवस कबस दन पपरतजक हह शककत कय | इस समपसरर सचरयचर सक कषट कक
रचनय हज नयद व कबस दन
कय कमलन सय समभव हरई हह और कनतय हर रहज हह तथय कजस उतपपरयरक कक उपकसथकत मह असमभव हर रहज हह वह
ससदयर हह |

ससदयर सय सक जन हरतय हह कयम कय और इसज कयररवश भयरतजय सस सकककत मह कम कय सतन तन चछ यय हय य न हरतयर


एक पन रषयथर कय रप मह सवजकयर हनआ हह | भयरतजय
सस सकककत मह कयम कय अथर दह कहक भयवनयओस तक हज सजकमत नहजस हह वरन यह अपनय उदयत रप मह सयधनय भज हह ,
नयद व कबस दन कय समवय त रपकज |
कयम ततव कज उपय कय ककसज भज मनन षय सय समभव नहजस, यहयए तक कक ककसज सस नययसज
सय भज नहजस कययकक पपरतयय क जजवन कक उतपकत कय मयधयम कयम हह | कजस हय तन अथयरत कजस कयम भयवनय कय सफनरर
सय जजव कय गभर मह अस कन हरतय हह .वह बजजयररपर कय कल सय हज उस जजवन कय ससकम समक कत मह कहजस नप कहजस अस ककत
हर जयतय हह और वहज उसकय भजतर भज एक सघन भयव बन कर सदह व सयथ-सयथ चलतज रहतज हह |
ककसज भज वयककत मह कम भयवनय तर हर ककनतन , कम वयसनय नप हर कययकक कयवल कयमवयसनय कज नहजस करई भज
वयसनय
अपनय आप मह पपरवस चनय हरतज हह | इसकय कलए
कयय उपयय समभव हर सकतय हह ? इसकय एकमयतपर उतर ससदयर कक सयधनय यय सवयस मह ससदयर बरध कवककसत
करनय हह |
ससदयर बरध कक भयवनय कय कवकयस हर जयनय कय बयद हज करई उस परम ततव कय ससदयर समझ सकतय हह जर जगत
कय समसत ससदयर कय सक जन कतयर हह | कनकशचत
रप सय करई भज सक जनकतयर अपनय सक जन सय कनछ अकधक हज पपरभयवशयलज हरतय हह |
ससदयर शबद कहतय हज ककसज कय भज मयनस मह जर कबमब सवरपपरथम आतय हह वह ककसज सतपरज कय हरतय हह |

ससदयर व सतपरज मयनय एक दस स रय कय पययरयवयचज शबद हय और यह असहज भज नहजस हह कययकक इस सक कषट मह ससदयर कय
सवयरकधक सपनदनशजल रप एक सतपरज हज हर सकतज हह , मयतपर दह कहक रप मह हज
नहजस वरन उससय कहजस अकधक करमल भयवनयओस कय अकभवयककत करर कय रप मह | भयवनयओस कय ससदयर सय जर
उतपनन हरतय हह उसय हज लयसय अथयरत नतरन कहय गयय हह और ऐसय नतरन मह करई आवशयक नहजस कक हयथ-पयस व कक
गकतशजलतय हर | एक नतरन कक कसथकत वह भज हरतज हह जहयए मन नक तय कर उठतय हह और ऐसय तब हरतय हह जब मन
मह ससदयर बरध कक करई धयररय कनकमरत हरई हर | बलमग मह कनरस तर अपसरय सयधनय
अथवय यककरज सयधनययह पपरसतन तकरनय कय
यहज अथर हह कक सयधकय मह ससदयर बरध
पपरसफनकटत हर सकय, उनकय लयसय सय पकरचय हर सकय कययकक ककसज भज दय वज अथवय
दय वतय कय मसल सवरप लयसयमय हज हरतय हह , वह मयनव कक भयस कत कवषयद सय कघरय नहजस हरतय | एक छरटय.बचचय जब
पडनय जयतय हह तर उसय छरटय अ सय अनयर पढययय जयतय
हह यदकप छरटय अ सय अभयथरनय जह सय शबद भज.हह ककनतन वहबचचय उस शबद कय भयव गपरहर नहजस कर सकतय |
समनयदपरज कर भज वयकखयत करतय समय ( उसकय पपरयथकमक चरर मह ) उसकज पपरचकलत मयनयतयओस कय रप मह
पपरसतन त करनय एक कववशतय रहज हह ककनतन इसकय तयतपयर यह नहजस कक ससदयर शबद कय भयव कर हज सजकमत कर
कदयय जयए | सयथ हज यकद ऐसज वययखयय सय करई
कयमपरक भयव सयमनय आतय भज हह हह तर वह
कनरस तर टय कलकवजन, कवशय षकर मयसकजक चह नलस सय पपरसयकरत हर रहज नयकभ कय नजचय कय उन ‘कशषट’ झटकय सय तर
अकधक कशषट हह हज, कजनहह आज पकरवयर मह यन वय भयई और बहन सयथ-सयथ बह ठकर दय खनय मह करई कझझक महससस
नहजस करतय | ....... और कहयए तक वकजरत कर भज सकतय हह करई ऐसज बयतय कर ?कयम तर मनन षय कय
सहज पपरवयह हह | पपरवयह कर एक और सय वकजरत करह गय तर कहजस और सय मयगर खरज लय गय, भलय हज उस पपरययस मह
करई कवकककत हज
कयय न आकर समयजयए | मनन षय मह करई कवकककत नप समयए इसज कयररवश तर कववयह जह सय सस सकयर कय जनम हनआ |
एक सतपरज और एक पन रष कर परसपर सस यनकत करनय
कक धयररय बनज अनयथय आकदम यन ग मह तर कववयह जह सज करई धयररय हज नहजस थज | एक सतपरज और एक पन रष कय
कमलनय सय जर इकयई बनतज हह वह भज एक हज हरतज हह – कम सय
कम हमयरज सस सकककत तर हमह यहज बतयतज हह | ऋगवय द मह एक नवकववयकहत कर आशजवरचन दय तय समय कहय गयय हह –
वश पन तपरवतज भव, एकयदश पन तपर भव, समभयगय
भव | और ऐसज कथन कय पजछय जर भव हह वह यह हह ककयमवनयवसथय कय पशचयत पकत और पतनज परसपर वयसनय कय
भव कय पक थक हर जययय तथय सतपरज मयतक तव कय भव सय इतनज
अपसकरत हर जयए कक उसय अपनय पकत भज एक कशशन सयदकशय लगनय लगय | जजवन कय पपरकत ऐसज समपसरर दककषट कक
भयवनय मह कफर कम कक चचयर करनय वहयस सय नयसन हर सकतय थय ? ससदयर सयधनयएस ऐसय हज कसथतपपरज ऋकषयय दयरय
सक कजत कक गयज हह |

मनन षय कक मसल पपरवक कतयय कय समयधयन कववयह भलय हज समयज मह एक उपयय कय रप


मह सवजकयर कर कलयय गयय हर ककनतन आवशयक.नहजस कक इस उपयय कय दयरय उसकज पपरवक कतयय कय उदयकतकरर भज हर
जयए | यकद ऐसय हरतय तर एक कववयह कय बयद दस स रय कववयह कय बयद तजसरय ... यय कववयह एक सय करतय हनए भज कई
कसतपरयय सय समबनध रखनय कय छटपटयहट न हरतज वयककत मह | वयककत मह भयवनयओस कय उदयतजकरर कजस मयधयम
सय हर सकतय हह वह ससदयर बरध हज हह | एक वयककत बयग मह जयतय हह और कखलय हनए फस लय कक मन सकरयहट कर
कनहयरतय हनआ मन हज मन मह मन सकनरय कर आगय बढ जयतय हह और वहजए करई दस स रय वयककत उसय तरडकर अपनय करट
मह लगय लय नय चयहतय हह यय करई तजसरय उस फस ल कर ससस घकर मसलकर फहक दय तय हह |इनमह सय पपरथम वयककत
स रय वयककत भरगज तथय तजसरय ककसज
ससदयर-बरध सय यन कत वयककत हह , दस
बलयतकयरज कक मयनकसकतय सय यन कत वयककत हह | अब सयधक सवस हज तय कर लय कक वह ककस मयनकसकतय मह खडय हह
| आकखर भयवनयओस कय भज कनछ महतव हरतय हरगय –यकद जजवन मह नहजस तर कम सय
कम सयधनय मयगर मह अवशय हज | जजवन कय उतस कल अथयरत कजस कल मह मनन षय अपनय जजवन कय कनमयरर सतत
रप
सय करतय हह वह २१ सय ५० वषर कय मधय हरतय हह | पचयस वषर कय बयद ककसज नवजन भयव कर सवजकयर करनय कक चय तनय
अथवय ककसज नयय कययर कर हयथ मह लय नय कक कमतय कम हरनय लग जयतज हह जजवन कय यह मधय कयल कयवल
शयरजकरक व मयनकसक कमतय कक दककषट सय हज नहजस वरन पचयस वषर
कय पशचयत कय जजवन कर भज कमतयवयन बनयए रखनय कक दककषट सय महतवपन रर कल हरतय हह | जजवन कय ऐसय हज करय
मह
कजससयधनय कर, भलय हज अनय ककसज
सयधनय मह कवलमब कर, समपनन कर लय नय चयकहए वह हरतज हह अपसरय सयधनय कययकक अपसरयसयधनय सय शरजर कर
जर उजयर और शयरजकरक उजयर सय भज अकधक आवशयक मयनकसक उललयस पपरयपत हरतय हह वह आगयमज आजजवन कय
कलए अनय क रपस सय लयभपपरद कसद हरतय हह | यह एक अनन भत स तरय हह कक यकद अपसरय सयधनय कर समपनन करनय
कय उपरयस त अनय सयधनयओस कर पपरयरमभ ककयय जयए तर उनमह
अपय कयककत अकधक तजवपरतय सय सफलतय पपरयपत हरनय कक कसथकत बन जयतज हकययकज
अपसरय सयधनय करनय कय पशचयत कनशचय हज सयधक कय शयरजर मह ऐसय पकरवतरन हर जयतय हह जर आतस करक रप सय उसय
कनतय यमवनययन बनययय रखनय मह सहययक कसद हरतय हह | शयसतपरय मह अपसरय सय समबस कधत
अनय क कवधयनय कय कववरर पपरयपत हरतय हह कजनमह कहजस छह लयख तर कहजस सतपरह
लयख मनतपर जप करनय कय कवधयन हह | यहयए हमयरय.तयतपयर उनकज समयलरचनय करनय न हरकर इस तरय कर सपषट
करनय हह कक यकद सयधक कर उकचत करय मह गन र परमपरय मह सन रककत ककसज दनलरभ मनतपर कक
पपरयकपत हर जयए तर करई आवशयक नहजस कक वह सवस य कर ककसज जकटल कवधयन मह उलझययय | ककसज भज सयधनय कक
कवकशषटतय
कजस बयत मह कनकहत हरतज हह वह मयतपर यहज हह कक मनतपर पपरसस गकषरत अथयरत सहज शबदय मह गन र पपरदत हर |
सस यरग सय आगयमज अकधषठयतपरज वगर कक अपसरयओस कय रप मह मयनय अपसरयओस मह एक रमभय अपसरय कक जयनतज
पड रहज हह जर.सयधनय कय एक शपरयषठ मन हसतर हह | उचचकरकट कक अपसरयओस
कक शपरयरज मह रमभय कय पपरथम सथयन हह , जर
कशषट और मययरकदत मकर जयतज हह , ससदयर कक दककषट सय अनन पमय य कहज जय सकतज हह |
शयरजकरक ससदयर वयरज कक मधन रतय नक तय, सस गजत, कयवय तथय हयसय और कवनरद यमवन कक मसतज, तयजगज, उललयस
और
उमस ग हज तर रमभय हह | कजसकज सयधनय सय वक द वयककत भज यमवनवयन हरकर
समभयगयशयलज बन जयतय हह | कजसकज
सयधनय सय यरगज भज अपनज सयधनयओस मह पसररतय पपरयपत करतय हह |
अभजकपसत पमरष एवस ससदयर पपरयकपत कय कलए
पपरतय क पन रष एवस नयरज कर इस सयधनय मह
अवशय रकच लय नज चयकहए | समपसरर पपरकककत
ससदयर कर समय त कर यकद सयकयर रप कदयय तर उसकय नयम रमभय हरगय | सन नदर मयससल शयरजर, उननत एवस सन डमल
वक: सथल, कयलय घनय और लस बय बयल, सजजव एवस मयधन यर पसरर आए खय कय जयद स मन कर मन गध कर दय नय
वयलज मन सकयन कदल कर गन दगन दय दय नय वयलय अस दयज यमवन भर सय लदज हनई रमभय बडय सय बडय यरकगयय कय मन कर भज
कवकचकलत कर दय तज हह |

कजसकज दय ह यकषट सय पपरवयकहत कदवय गस ध सय


आककषरत दय वतय भज कजसकय सयकनधय कय
कलए लयलयकयत दय खय जयतय हह | सन नदरतम वसतपररलयनकयरय सय सन सकजजत, कचरयमवन,
जर पपरयकमकय यय कपपरय कर रप मह सयधक कय समक उपकसथत रहतज हह | सयधक कर समपसरर भमकतक सन ख कय सयथ
मयनकसक उजयर,शयरजकरक बल एवस वयसनतज ससदयर सय पकरपसरर कर दय तज हह | इस सयधनय कय कसद हरनय पर वह सयधक
कय सयध छययय कय तरह जजवन भर सन नदर और सममय रप मह रहतज हह तथय उसकय सभज मनररथय कर पसरर करनय मह
सहययक हरतज हह |

रमभय सयधनय कसद हरनय पर सयमनय वयलय वयककत सवस य कखस चय चलय आयय यहज तर चन मबकजय वयककतव हह | सयधनय सय
सयधक कय शरजर कय ररग, जजररतय एवस वक दतय समयपत हर जयतज हह | यह जजवन कक सवरशरप य षठ सयधनय हह | कजसय
दय वतयओस नय कसद ककयय इसकय सयथ हज ऋकष मन कन, यरगज सस नययसज आकद नय भज कसद ककयय इस सममय सयधनय कर |
इस सयधनय सय पपरयम और समपरर कय कलय वयककत मह सवतत पपरसफनकरत हरतज हह | कययकक जजवन मह यकद पपरयम नहजस
हरगय तर वयककत तनयवय मह कबमयकरयय सय गपरसत हरकर समयपत हर जययय गय | पपरयम कर अकभवयकत करनय कय
समभयगय और सशकत मयधयम हह रमभय सयधनय | कजनहयनय रमभय सयधनय नहजस कक हह , उनकयजजवन मह पपरयम नहजस हह ,
तनमयतय नहजस हह , पपरसफनललतय भज नहजस हह |

सयधनय कवकध:-

सयमगपरज:-
पपरयर-पपरकतकषठत रमभरतकजलन यस तरप , रमभय मयलय, ससदयर गन कटकय तथय सयफलय मन कदपरकय | यह रयकतपरकयलजन २७
कदन कक सयधनय हह | इस सयधनय कर ककसज भज पसकररमय कर, शन कप रवयर कर अथवय ककसज भज कवशय षकदन पपरयरमभ करह |
सयधनय पपरयरमभ करनय सय पसवर सयधक कर चयकहए कक सनयन आकद सय कनवक त हरकर अपनय सयमनय चमकज पर
गन लयबज वसतपर कबछय लह , पजलय यय सफयद
ककसज भज आसयन पर बह ठय, आकषरक
और सन नदर वसतपर पहनह | पसवर कदशय कक ओर मन ख करकय बह ठह | घज कय दजपक जलय लह |
सयमनय चमकज पर एक थयलज यय पलतय
रख लह , दरनय हयथय मह गन लयब कक पस खनकडययस लय कर रमभय कय आवयहन करह |

|| ओम ! रमभय अगचछ पसरर यमवन सस सतन तय ||

यह आवशयक हह कक यह आवयहन कम सय कम १०१ बयर अवशय हर पपरतयय क आवयहन मनतपर कय सयथ एक गन लयब कय
पस खनडज थयलज मह रखह | इस पपरकयर आवयहन सय पसरज थयलज पस खनकडयय सय भर दह | अब अपसरय मयलय कर पस खनकडयय कय
ऊपर रख दह इसकय
बयद अपनय बह ठनय कय आसयन पर ओर अपनय ऊपर इतपर कछडकय | रमभरतकजलन यनतपर कर मयलय कय ऊपर आसयन पर
सथयकपत करह | गन कटकय कर यनतपर कय दयए यज ओर तथय सयफलय मन कदपरकय कर यनतपर कय बयस यज ओर सथयकपत करह |
सन गकनधत अगरबतज एवस घज कय दजपक सयधनयकयल तक जलतय रहनय चयकहए |सबसय पहलय गन र पसजन ओर गन र
मनतपर जप कर लह (कजनकय गन र नय हर वह कशवजज कर गन र मयनकर "ओम नम: कशवयय"कय जयप करय ),कफर यस तरप
तथय अनय सयधनय सयमगपरज कय पस चरपचयर सय पसजन
समपनन करह | सनयन, कतलक, धन प, दजपक एवस पन षप चढयवह | इसकय बयद बयएस हयथ मह गन लयबज रस ग सय रस ग हनआ चयवल
रखह , ओर कनमन मनतपरय कर बरलकर यनतपर पर चढयवह

|| ॐ कदवयययह नमत ||
|| ॐ पपरयरकपपरयययह नमत ||
|| ॐ वयगजशवयय नमत ||
|| ॐ ऊजरसवलययह नमत ||
|| ॐ ससदयर कपपरयययह नमत ||
|| ॐ यमवनकपपरयययह नमत ||
|| ॐ ऐशवयरपपरदययह नमत ||
|| ॐ समभयगयदययह नमत ||
|| ॐ धनदययह रमभययह नमत ||
|| ॐ आररगय पपरदययह नमत ||

इसकय बयद उपररकत रमभय मयलय सय कनमन मस तरप कय ११ मयलय पपरकतकदन जप करह |

मस तरप :-

|| ॐ हपरजस रस रमभय ! आगचछ आजयस पयलय मनरवयस कछतस दय कह ऐस ॐ नमत ||

om hreem ram rambhe aagachch agyaam paalay paalay manovaanchchitam dehi


aim om phat.

पपरतयय क कदन अपसरय आवयहन करह , ओर हर शन कपरवयर कर दर गन लयब कक मयलय रखह , एक मयलय सवस य पहन लह ,
दसस रज मयलय कर रखह , जब भज ऐसय आभयस हर कक ककसज कय आगमन हर रहय हह अथवय सन गनध एक दम बढनय लगय
अपसरय कय कबमब नय तरप बस द हरनय पर भज सपषट हरनय लगय तर दसस रज मयलय सयमनय यनतपर पर पहनय दह | २७ कदन
कक सयधनय पपरतयय क कदन नयय -नयय अनन भव हरतय हह , कचत मह ससदयर भव भयव बढनय लगतय हह , कई बयर तर रप मह
अकभवक दकप ध
सपषट कदखयई दय तज हह | कसतपरयय दयरय इस सयधनय कर समपनन करनय पर चय हरय पर झयइययए इतययकद दरस हरनय लगतज हह
| सयधनय पसररतय कय पशचयत मन कदपरकय कर अनयकमकय उस गलज मह पहन लह , शय ष सभज सयमगपरज कर जल मह पपरवयकहत
कर दह | यह सन पकरककत सयधनय हह | पसरर मनरयरग सय सयधनय करनय पर अवशय मनरकयमनय पसरर हरतज हह |

जब रस मभय अपसरय सयमनय नय आयय यय कफर फल पपरदयन नय करय तर इस मस तरप कय 21 बयर जयप करय .

शयबर रस मभय अपसरय मस तरप :-

ll आओ आओ रस मभय रपवतज,सवगर दयर छरडकय,नहज आओगज तर दनहयई सवगर रयनज कज,दनहयई सवगर कय रयजय कज ll

आदय श......
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Shri Govind Nath


“कलपजरयइट एकट,1957 ” कय तहत इस कय उललस घन करनय पर तजन सयल तक कज सजय, सयथ मह ढयई लयख तक
जन मयरनय हर सकतय हह । इसय कहनदज मह पपरकयशनयकधकयर कहय जयतय हह । इसकलयय करइ भज आटजरकल कर चन रयनय सय पन वर
अचछय तरहय सय सरकचयय । -(शपरज गरकवस द नयथ)

30 Oct 2015

अपरनर अपसरर पतरतयसककरण सरधनर.

पपरतयय क धमर कय यह कवशवयस हह कक सवगर मह पन णयवयनप लरगय कर कदवय सन ख, समक दकप ध तथय भरगकवलयस पपरयपत हरतय
हह और इनकय सयधन मह अनयतम हह अपसरय जर कयलपकनक, परस तन कनतयस त रपवतज सतपरज कय रप मय कचकतपरत कज गई
हह । यसनयनज गपरसथय मय अपसरयओस कर सयमयनयत: 'कनफ' नयम कदय गयय हह । यय तरर, सनस दर, अकववयकहत, कमर तक
वसतपर सय आचछयकदत और हयथ मय पयनज सय भरय हनआ पयतपर कलए सतपरज कय रप मय कचकतपरत कज गई हह कजनकय नगन
रप दय खनय वयलय कर पयगल बनय डयलतय हह और इसकलए कनतयस त अकनषटकयरक मयनय जयतय हह । जल तथय सथल पर
कनवयस कय कयरर इनकय दर वगर
हरतय हह ।

शतपथ बपरयहर मह (११/५/१/४) यय तयलयबय मय पककयय कय रप मह तह रनय वयलज कचकतपरत कज गई हह और कपछलय


सयकहतय मह यय कनकशचत रप सय जस गलज जलयशयय मह , नकदयय मह , समन दरप कय भजतर वरर कय महलय मय भज रहनय वयलज
मयनज गई हह ।
इसलयम मह भज सवगर मह इनकज कसथकत मयनज जयतज हह । फयरसज कय 'हसरज' शबद अरबज
'हवरय' (ककषरलरचनय कनमयरज) कय सयथ सस बद बतलययय जयतय हह ।
यह जयनकयरज भयरतकरशगययन पर हह जर सतय हह ,अब मह आगय "अपरनय अपसरय कसदज"कय बयरय मय बतय रहय हस.

स यकस नवशजकनरतय भन कवरयमय॥"


"कनसकनमपस अकलस ककतदय हय गमरपयरधरकपकमपतहयरय। नसपरस हस सररतपदपदम

अथर-कजसकय शरजर कयसर कय उबटन सय सन नदर बनय हनआ हह , कजसकय गन लयबज सतनरए पर मरतज कय हयर झल
स रहय हह
चरर कमल मय नन परस रपज हस स शबद करतयए हर। एसज लरकरतर सन नदरज ककसय अपनय वश मय नकह कर सकतज।

आवशयक सयमगपरज-

गन लयब जल,गन लयब कय इतपर,करई भज अपसरय कय कचतपर,दजपक, शन द घज यय चमय लज कय तय ल, एक बय जरट,कररय शवय त


वसतपर कयसर दर गन लयब कय फस ल,शस ख कज मयलय, शवय त यय कसबल कय आसन, सफयद धरतज और मन खय सयमगपरज
"अपरनय अपसरय कसदज यस तरप "कजसकय कबनय यय सयधनय सस भव नहज हह .

कदन व समय-ककसज भज मयस कज एक तयरजख कर यय ककसज भज पन षय नकतपर मय कज जय सकतज हह यय कफर शन कल पक


शन कप रवयर कय कदन करय ,रयकतपर 11 बजय करय ।

कवकध-कवधयन:-
सयधनय कय करनय सय पसवर बयजरट पर शवय त वसतपर कररय वसतपर कबछय कर अपसरय कय कचतपर रखय और उसकय पन जन करय
जह सय भज आपकर करनय आतय हर सयथ मय "अपरनय अपसरय यस तरप कय पन जन करय .नजचय जर मस तरप दजयय हनए हह उसमय
"अपसरय अस गनययस" दजयय हह तर कचतपर कर सपशर करतय हनए कनमकनम यय अषटगस ध कय अपसरय कय कचतपर कर सपशर करय
(जहय-जहय शरजर कय भयगर कय उचचयरर हह वहय)

अस नयकरकयल रपययह नमत-कशरकस


आस वयसन कज रपययह नमत-कयशयय
इस सयगर रपययह नमत- नय तरप यर
ईए-मतयसय रपययह नमत -भपरमरय
उस मधन रययह नमत- कपरलय
ऊस गन लपन षपययह नमत- मन खय
एस गहरययह नमत-कचबन कय
ऐस पदपमपतपरययह नमत-अधररषठय
ओस दयकडमबजजययह नमत-दस तपस कतम
औस हसकसनयह नमत-कगपरवययह
अस पन षप वललयह नमत-भन जययरत
अत ससयरचसदरप मयय नमत-कनचय
कस सयगरपपरगलभययह नमत- वकय
खस पजपरपतपरकययह नमत-उदरम
गस वयसन कजझजलयह नमत-नयभम
घस गजसनस डययह नमत-जस घययह
चस ससदयररपययह नमत पयदयम
घस हकररमरकहनयह नमत-चररय
जस आकयशयय नमत-कनतमभयर
झस जगतमरकहनयह नमत-रपय
टस कयम कपपरयययह नमत- सवयरसगय

*अब अपसरय कय भयवर कज कलपनय करय -

ठस दय वमरकहनयह नमत-गतयमम
डस कवशव मरकहनयह नमत-कचतवनय
ढस अदरष रपययह नमत-दपरषटटह
तस अषटगस धययह नमत-सन गसधयषन
थस दय वदनलरभययह नमत-पपररयस
दस सवरमरकहनयह नमत-हयसयय
घस सवरमसगलययह नमत-करमलयस गयह
नस धनपपरदययह नमत- लकमयह
पस दय हसन खपपरदयय नमत-रतयह
फस कयमककप रडययह नमत-मधन रय
बस सन खपपरदययह नमत-हय मवतयह
भस आकलस गनययह नमत-रपययह
मस रयतपरमसमयपतयह नमत-गमयर
यस भरगपपरदययह नमत-भरगयह
रस रकतकप रयययह नमत-अपसरययह
लस पपररयकपपरयययह नमत-कदवययस गनययह
वस मनरवयस कछतपपरदयय नमत-अपसरययह
शस सवरसनखपपरदययह नमत-यरगरपययह
षस कयमककप रडययह नमत-दय वयह
सस जलककप रडययह नमत-करमलयस कगनयह
हस सवगर पपरदययह नमत-अपररयपसरययह

अब एक गन लयब कय पन षप कचतपर कय पयस रखय गन लयब कय इतपर रई मय लय कर कचतपर कय पयस रख दय । एवस अब सवयस
इतपर लगयवय ,मन लहठज यय इलययचज चबय जयऐ। अब लरटय मय जल लय उसमय गस गय जल कमलय कर कवनयरग करय .

कवकनयरग:-

ll ॐ असय शपरज अपररय अपसरय मस तरप सय कयमदय व ऋकष पस ककत छस द कयम ककप रडय शवरज दय वतय सस समनदयर बजजस कस
कयमशककत अस कजलकस शपरज अपररयपसरय कसधदयथरस रकत सन ख पपरदयय कपपरयय रपय र कसदनयथर मस तरप जपय कवनयरगत ll

नययस/करनययस:-

ॐअदपकवतजयसमएदयरनमत कशरकष
ॐकयमककप रडयकसधदययह नमत मन खय
ॐआकलस गनसन खपपरदययह नमत कहपरदज
ॐदय हसन खपपरदययह नमत गन हर
ॐआजनमकपपरयययह नमत पयदयर
ॐमनरवयस कछतकययरकसदययह नमत करसस पनटय
ॐ दकरदपरनयशय कवकनयरगययह नमत सरवयस गय
ॐसन भगययह अस गनषठयभययस नमत
ॐसमनदययरयह तजरनजभययस नमत
ॐरकतसन खपपरदयय मधयमयभययस नमत
ॐदय हसन खपपरदयय अनयकमकयभययम नमत
ॐ भरगपपरदयय ककनषठयभययस नमत
ॐ आजनमपपररयपपरदययह करतलपक षठयभययस नमत l

धययन:-

ll हय मपपरकयरमधयय सन रकवटपटलय रतनपजठयकधरढयस यकजए बयलयस समरयमत पकरमल कनसन मरदपभयकसधकममललभयरयम


पजनरतनस ग सतननयढट कनवलयनयनयस रतनकयसचजकरयभययस भपरयम दपभकतरतपलयभययस नवरकववसनयस रकतभसषयस गरयगयमप ll
मस तरप :-

(मस तरप सयधनय सयमगपरज कय सयथ उपलबध हह )


amannikhil011@gmail.com

रयतपरज कयल मय सयधनय कय समय अपसरय कर अपनज पपरयकमकय समझकर उसकर कमलनय कय भयव रख कर 11 मयलय
जयप "कप ररध भह रव मस तरप सय कसद पपरयर-पपरतजषठजत मयलय" सय जयप करय ,मस तरप जयप पसरर हर जयनय पर पपरभयव
पपरतयक हरनय लगतय हह । नयनय पपरकयर कज ककप रडय अपसरय दयरय कज जयतज हह कवचकलत हनए कबनय मस तरप जयप पसरर हर
जयए तर उकचत हह और अपसरय सयमनय आतय हज उससय वचन लय कलकजयय .

*कवशय ष:-

सयधनय सय एक कदन पसवर हज सयधनय कक कर सयफ कर लय नय चयकहए अधररयतपरज सय ममन रखय कर अकलय कदन रयत मयए
सयधनय सय पसवर ममन खतम हरतय हह वयसन कयमन कतय पसररतत वकजरत हह । सयधनय सय पसवर गन र,गरय श,कशव,इषट पसजन
अवशय कर लय नय चयकहए तयकज सयधनय कज सफलतय कज सस भयवनय बनज रहय यय सभज सयधनयओ ए कय आधयर हरतय हह .

*भयव कज पपरधयनतय:-

जर इस सयधनय कय मन खय अस ग हह , यह सयधनय कयम भयव कज हह अथर यय नहज कज आप कयमन क भयव सय करय । भयव यय
हह कज एक पपरयमज अपनज पपरययसज कय पपरयम मय वययकनल उसय पन कयर रहय हह और इस सयधनय मय अपरनय आपकज पपरयकमकय
हह .

*नरट- यय सयधनय एक कदवसजय अवशय हह परस तन सरल नकह हह कयन कय सयकतवक रह कर, ममन रह कर, कयम कप ररध
लरभ मरह तययग कर, मनकर शयस त रख कर हज आप सयधनय मय अपनज सफलतय कज सस भयवनय कर बढय सकतय सकतय
हह .इस सयधनय कर कबनय सयधनय सयमगपरज कय नहज करनय चयकहयय .बहरत कम रपयय मय आपकर इस सयधनय कज
सयमगपरज पपरयपत हरगज,जह सय "अपरनय अपसरय कसदज यस तरप " 750/- रपयय मय और सफकटक मयलय 350/- रपयय मय दय
रहय हन.इस कहसयब सय 1100/- रपयय मय आपकर पसरर पपरयमयकनक सयधनय सयमगपरज और "अपरनय अपसरय
पपरतयकककरर" मस तरप कदयय जययय गय.अब कजनकर मयलय नहज चयकहयय तर उनकय कलयय यस तरप भज उपलबध करवय दय गय
कफर एक बयत कहनगय यस तरप कय सयथ मयलय भज जररज हह .कजनकर सयधनय समझनय मय परय शयकन हर तर उनकर सयधनय
कडटय ल मय समजययज जययय गज l

************सयमगपरज पपरयपत करनय हय तन हमय email सय समपकर करय ****************

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“कलपजरयइट एकट,1957 ” कय तहत इस कय उललस घन करनय पर तजन सयल तक कज सजय, सयथ मह ढयई लयख तक
जन मयरनय हर सकतय हह । इसय कहनदज मह पपरकयशनयकधकयर कहय जयतय हह । इसकलयय करइ भज आटजरकल कर चन रयनय सय पन वर
अचछय तरहय सय सरकचयय । -(शपरज गरकवस द नयथ)

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गपरसथर कय आधयर पर पपरकयशक नय ककयय हनए अभययस सय यहय पर कनछ मस तरप -तस तरप सस भसकधत आकटर कल
परसट ककयय जयतय हह .मस तरप -तस तरप -यस तरप पपरतज कजनकज गहरज आसथय हर उनहह कनकचछत लयभ पपरयपत हरतय
हनए दय खय गयय हह परनतन कजनकज आसथय मह कनछ ककमयय हर उनहह असफलतय दय खनय पडतय हह इसकलयय
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कजममय दयरज भज पपरकयशक कज नहजस हरगज । अपनय सरच-समज कय कहसयब सय आप सभज सयधनययय सस पनन Google+
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ककसज कयरर लयभ नय हरनय पर पपरकयशक कज करई भज कजममय दयरज नहजस हह .

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