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10th Chemistry Notes in Hindi

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नह ीं किया जा सिता | और अगर िोई व्यक्तत बिना ले खि िी
अनम
ु तत िे इस नोट्स िो , किसी भी रूप (आडियो , विडियो ,
पुस्ति इत्यादि) में प्रिाशित िरने िी िोशिि िरता है तो िह
क़ानूनी रूप से िण्िनीय होगा |

इस ले ख में रसायन विज्ञानीं िे सभी अध्यायों से नोट्स तैयार किया


गया है | यह नोट्स िोिण पर क्षा िे साथ-साथ पॉशलटे क्तनि , IERT तथा
ITI जैसे प्रततयोगी पर क्षाओीं िे शलए भी उपयोगी है |

Chapter 1 : Acid, Base and Salt


1- अम्ल एि ऐसा पिाथण है , जो नीले शलटमस पेपर िो लाल िर िे ता
है तथा इसिा स्िाि खट्टा होता है |

जैसे- NaCl , H2SO4 , H2CO3 इत्यादि

2- आरदहतनयस िे आयतनि शसद्ाींत िे अनुसार, “जि अम्ल िो जल


में घोला जाता है , तो िह H+ तथा OH– में टूट जाता है |
HCl ⟺ H+ + Cl−

3- ब्रान्सस्टे ि और लौर िे अनुसार, “अम्ल ऐसा पिाथण है , जो जल में


घुलिर हाइड्रोतनयम आयन (H3O+) िे ता है |

4- जल में घुलने पर जो अम्ल क्जतना जल्ि H+ िा त्याग िर िे ता है


, िह अम्ल उतना ह प्रिल होता है |

5- क्षार ऐसा पिाथण है , जो लाल शलटमस पेपर िो नीला िर िे ता है |


तथा इसिा स्िाि िििा होता है |

जैसे- NaOH , Ca(OH)2 , KOH इत्यादि

6- क्षार जल में घुलिर OH– आयन िे ता है |

NaOH ⟺ Na+ + OH−

7- ऐसा पिाथण जो अम्ल अथिा क्षार से अशभकिया िरिे अपना रीं ग


ििल ले ता है , सूचि िहलाता है |

जैसे- शलटमस पेपर, मेथथल ऑरें ज , किनाल््थेशलन इत्यादि

8- pH पैमाने िा अविष्िार सारें सन ने सन 1909 ई० में किया था |

9- pH पैमाने िा उपयोग किसी विलयन िी अम्ल यता या क्षारिता


मापने िे शलए किया जाता है |

10- pH पैमाने में 0 से ले िर 14 बिींि ु होते हैं |

11- अम्ल य विलयनों िा pH मान 7 से िम होता है तथा क्षार य


विलयनों िा pH िा 7 से अथ्ि होता है |
12- उिासीन विलयनों िा pH मान 7 होता है | पानी एि उिासीन
विलयन है इसशलए इसिा मान 7 होगा |

13- यदि किसी विलयन में H+ आयनों िी सान्सरता अथ्ि हो जाये तो


िह विलयन अम्ल य होगा |

14- यदि किसी विलयन में OH– आयनों िी सान्सरता अथ्ि हो जाये
तो िह विलयन क्षार य होगा |

15- यदि किसी विलयन में H+ तथा OH– आयनों िी सान्सरता िरािर हो
ति िह विलयन उिासीन होगा |

16- किसी विलयन में pH तथा pOH मानों िा िुल योग 14 होता है
|
pH + pOH = 14

17- यदि किसी विलयन में H+ आयनों िी सान्सरता a हो, तो उस


विलयन िा

pH मान = -log10[a]

18- यदि किसी विलयन में OH– आयनों िी सान्सरता b हो, तो उस


विलयन िा

pOH मान = – log10 [b]

19- सािणबिि एि प्रिार िा सूचि है जो किसी पिाथण िा pH मान


ििलने िे साथ अपना रीं ग ििलता है |
20- सािणबिि सच
ू ि दिारा विशभन्सन pH मानों पर दिया गया विशभन्सन
रीं ग

pH मान रं ग

0 गहरा लाल

1 लाल

2 लाल

3 नारीं गीलाल-

4 नारीं गी

5 नारीं गीपीला-

6 हरापीला-

7 हरा

8 हरानीला-

9 नीला

10 गहरा नीला

11 गल
ु ािी

12 गुलािी

13 िैगनी

14 िैगनी

21- अम्लों के गुण :-

i) अम्ल िा स्िाि खट्टा होता है |

ii) यह क्षार िे साथ किया िरिे लिन ि जल िनाता है |

iii) जल में घुलिर H+ आयन िे ता है |

iv) ्ातुओीं से किया िरिे लिर् िनाता है तथा H2 गैस िाहर


तनिालता है |
2Fe + 6HCl ⟶ 2FeCl3 + 3H2 ↑

v) ्ातु ऑतसाइि से किया िरिे लिन िनाता है तथा जल


िाहर तनिालता है |

FeO + H2SO4 ⟶ FeSO4 + H2O

22- क्षारों के गुण :-

i) क्षारों िा स्िाि िड़िा होता है |

ii) अम्ल िे साथ किया िरिे लिन और जल िनाता है |

iii) जल में घुलिर OH– आयन िे ता है |

iv) अ्ातु ऑतसाइि से किया िरिे लिन और जल िनाता है |

CO2 + 2NaOH ⟶ Na2CO3 + H2O

v) गमण िरने पर जल उत्त्पन्सन िरता है |

NH4 OH ⟶ NH3 + H2O

23- जि अम्ल और क्षार आपस में अशभकिया िरते हैं , ति लिर्


और जल िा तनमाणर् होता है | यह किया ‘उिासीनीिरर्’ िहलाती है
|

24- लिर् उिासीन होता है इसशलए इसिा pH मान 7 होगा |


25- लिर् 6 प्रिार िे होते हैं -:

i) सामान्सय लिर्

जैसे – K2SO4, NaCl, KCl इत्यादि

ii) अम्ल य लिर्

जैसे- NaHSO4, NaHCO3, KHSO4 इत्यादि

iii) क्षार य लिर्

जैसे – Mg(OH)Cl, Ca(OH)Cl इत्यादि

iv) दविि लिर्

जैसे- K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O, FeSO4.(NH4)4.6H2 O इत्यादि

v) सींिर लिर्

जैसे- K4[Fe(CN)6], Na[Ag(CN)2], [Cu(NH3)4]SO4 इत्यादि

Chapter 2 : Some Basic Salts and Their Use

26- ्ािन सोिा(िपिे ्ोने िा सोिा) िा रासायतनि नाम सोडियम


िािोनेट तथा अर्ुसूि Na2CO3.10H20 होता है |
27- ्ािन सोिा िनाने िे शलए िाक्स्टि सोिा (NaOH) िे सान्सर
विलयन में CO2 गैस प्रिादहत किया जाता है |

2NaOH + CO2 ⟶ NaCO3 + H2O

28- ल -ब्लॉि विथ् तथा साल्िे अमोतनया विथ् से ्ािन सोिा िा


तनमाणर् किया जाता है |

29- धावन सोडा के गुण :-

i) यह एि गीं्ह न तथा किस्टल य पिाथण है |

ii) जल में घोलने पर ऊष्मा अिक्षेपी अशभकिया िरता है अथाणत


जि इसे जल में घोला जाता है , ति यह ऊष्मा उत्पन्सन िरता
है |

iii) ्ािन सोिा गमण िरने पर तनजणल सोडियम िािोनेट में ििल
जाता है |

Na2CO3.10H20 ⟶ Na2 CO3 + 10H20

iv) ्ािन सोिा िे जल य विलयन में CO2 गैस प्रिादहत िरने


पर िेकिींग सोिा(खाने िाला सोिा) प्राप्त होता है |

Na2CO3 + H2O + CO2 ⟶ 2NaHCO3

v) ्ािन सोिा अम्लों िे साथ अशभकिया िरिे लिर् तथा जल


िनाता है तथा CO2 गैस िाहर तनिलता है |
Na2CO3 + 2HCl ⟶ 2NaCl + H2CO3

vi) ्ािन सोिा रे त िे साथ किया िरिे िाींच(Na2SiO3) िनाता है


|

Na2CO3 + SiO2 ⟶ Na2SiO3 + CO2

vii) ्ातु लिर्ों िे साथ किया िरिे ्ातु िािोने ट िनाता है |

FeCl2 + Na2CO3 ⟶ FeCO3 + 2NaCl

30- धावन सोडा का उपयोग –

i) िपिे ्ोने में |

ii) प्रयोगिाला में अशभिमणि िे रूप में |

iii) िेकिींग पाउिर िनाने में

iv) िठोर जल िो मि
ृ ु िरने में |

v) पेट्रोशलयम िे िो्न में |

31- खाने िाला सोिा िनाने िे शलए सोिा ऐि (Na2CO3) िे जल य


विलयन में CO2 गैस प्रिादहत किया जाता है |

Na2CO3 + H2O + CO2 ⟶ 2NaHCO3

32- बेककंग सोडा के गुण –

i) यह एि सफ़ेि किस्टल य पिाथण है |


ii) िेकिींग सोिा िघ
ु में शमलाने पर ि्
ू िे र से िटता है |

iii) 100०C ति गमण िरने पर िेकिींग सोिा ्ािन सोिा में ििल
जाता है |

2NaHCO3 ⟶ Na2CO3 + H2O + CO2

iv) इसिा जल य विलयन क्षार य होता है |

v) िेकिींग सोिा अम्लों से अशभकिया िरिे लिर् तथा जल


िनाता है |

2NaHCO3 + H2SO4 ⟶ Na2SO4 + 2H2O + 2CO2

33- बेककंग सोडा के उपयोग –

i) ्ािन सोिा िनाने में |

ii) अक्ननिामि यींिों में |

iii) प्रयोगिाला में अशभिमणि िे रूप में |

iv) ििल रोट िनाने में |

v) खादय पिाथों िी सुरक्षा में |

34- नौसािर िा रासायतनि नाम अमोतनयम तलोराइि तथा अर्ुसूि


NH4 Cl होता है |

35- नौसािर िनाने िे शलए HCl विलयन में अमोतनया गैस प्रिादहत िी
जाती है |
NH3 + HCl ⟶ NH4Cl

36- नौसादर के गुण –

i) यह सफ़ेि रीं ग िा एि किस्टल य ठोस पिाथण है |

ii) इसे जल में घोलने पर ऊष्मा िा िोषर् होता है , अथाणत यह


जल िे साथ ऊष्मािोषी अशभकिया िरता है |

iii) नौसािर िो गमण िरने पर अमोतनया गैस िाहर तनिलती है


|

NH4Cl ⟺ HCl + NH3

iv) यह िाक्स्टि सोिा िे साथ अशभकिया िरिे अमोतनया गैस


िाहर तनिालता है |

NH4Cl + NaOH ⟶ NaCl + H2O + NH3

v)शलथाजण (PbO) िे साथ अशभकिया िरिे अमोतनया गैस िाहर


तनिालता है |

2NH4Cl + PbO ⟶ PbCl2 + H2O + 2NH3

37- नौसादर के उपयोग –

i) विदयत
ु ् सेल िनाने में |

ii) ििाई िे रूप में |


iii) प्रयोगिाला में अशभिमणि िे रूप में |

iv) पेंट िनाने में |

v) अमोतनया गैस िे तनमाणर् में |

38- किटिर िा रासायतनि नाम ‘पोटाि एलम’ अथिा ‘पोटै शियम


एल्युशमतनयम सल्िेट’ होता है तथा इसिा अर्ुसूि
K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O होता है |

39- किटिर एल्युशमतनयम और पोटै शियम िा एि दविि लिर् है |

40- किटिर िनाने िे शलए पोटै शियम तथा एल्यशु मतनयम सल्िेट िे
शमश्रर् िा एि साथ साींरर् किया जाता है |

K2SO4 + Al2(SO3)4 + 24H2O ⟶ K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O

41- किटकरी के गुण –

i) किटिर िा जल य विलयन अम्ल य होता है |

ii)यह एि रीं गह न किस्टल य पिाथण है |

iii) 90०C ति गमण िरने पर किटिर वपघल जाती है |

iv) 200०C पर गमण िरने पर इसिा पूर ा जल तनिल जाता है |


इस किटिर िो िन् किटिर िहते हैं |

K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O ⟺ K2SO4.Al2(SO4)3 + 24H2O


v) जल में घोलने पर यह अपने आयनों में विभतत हो जाती है
|

K2SO4.Al2(SO4)3.24H2O ⟺ K2SO4.Al2(SO4)3 + 24H2O


K2SO4 ⟺ 2K+ + SO4– -
Al2(SO4)3⟺2Al+++ + 3SO4– -

42- किटकरी का उपयोग –

i) जीिार्न
ु ािि िे रूप में

ii) जल िे िो्न में |

iii) अक्ननिामि यींि में |

iv) िपिा रीं गने में |

v) िागज तथा चमड़ा उदयोग में |

43- ब्ल थचींग पाउिर अथिा विरीं जि चूर्ण िा रासायतनि नाम


“िैक्ल्ियम आतसो तलोराइि” अथिा “िैक्ल्ियम हाइपो तलोराइि”
होता है | तथा अर्ुसि
ू CaOCl2 होता है |

44- विरीं जि चूर्ण िनाने िे शलए िुझे चुने िे अशभकिया तलोररन गैस
िे साथ िरायी जाती है |

Ca(OH)2 + Cl ⟶ CaOCl2 + H2O


45- विरीं जि चूर्ण िे औ्ोथगि तनमाणर् िे शलए ‘हे जनतले िर विथ्’
तथा ‘िैचमैन विथ्’ िा उपयोग किया जाता है |

46- ववरं जक चूणण के गुण –

i) यह हल्िे पीले रीं ग िा चूर्ण है |

ii) इसमें से तलोररन गैस िी गीं् आती है |

iii) विरीं जि चूर्ण िे जल य विलयन िो गमण िरने पर तलोररन


गैस िाहर तनिलती है |

CaOCl2 + H2O ⟶ Ca(OH)2 + Cl2 ↑

iv) CO2 िे साथ अशभकिया िरिे चुना पत्थर(CaCO3) िनाता है ,


तथा तलोररन गैस िाहर तनिलती है |

CaOCl2 + CO2 ⟶ CaCO3 + Cl2 ↑

v) तनु अम्लों िे साथ किया िरिे लिर् तथा जल िनाता है


और तलोररन गैस िाहर तनिलती है |

CaOCl2 + 2HCl ⟶ CaCl2 + H2O + Cl2 ↑

vi) विरीं जि चूर्ण िो गमण िरने पर यह आतसीजन गैस िाहर


तनिालता है |

2CaOCl2 ⟶ 2CaCl2 + O2 ↑
47- ववरं जक चूणण के उपयोग :-

i) तलोरोिामण (CHCl3) िे तनमाणर् में |

ii) िायुमींिल से जहर ल गैस हटाने में |

iii) जल िो िुद् िरने में |

iv) आतसीिारि िे रूप में |

v) चीनी िा रीं ग सफ़ेि िरने में |

Chapter 3 : Metals and Non-Metals

48) िे तत्ि जो ऊष्मा िे सच


ु ालि होते हैं तथा आघातिध्यण और तन्सय
होते हैं , तत्ि िहलाते हैं |

जैसे – Cu , Fe , Mg इत्यादि

49- धातुओं के भौततक गुण –

i) ्ातुएीं चमििार होती हैं |

ii) सोडियम और पोटै शियम िो छोड़िर अन्सय सभी ्ातुओीं िा


घनत्ि उच्च होता है |

iii) घातुओीं िे गलनाींि तथा तिथनाींि उच्च होते हैं |

iv) ्ातुएीं तन्सय होतीीं हैं अथाणत उनिो खीींचिर तार िनाया जा
सिता है |
v) ्ातुएीं विदयुत ् और उष्मा िी सच
ु ालि होती हैं |

vi) सा्ारर्त: ्ातुएीं िठोर होती हैं |

50- धातुओं के रासायतनक गुण –

i) आतसीजन िी उपक्स्थतत में ्ातुओीं िो जलने पर ्ातु


आतसाइि िनता है |

2Fe + O2 ⟶ 2FeO

ii) जल से अशभकिया िरिे ्ातु हाइड्रातसाइि िनाती हैं तथा


हाइड्रोजन गैस िाहर तनिलती है |

2Na + 2H2O ⟶ 2NaOH + H2 ↑

iii) तनु अम्लों से किया िरिे लिर् तथा हाइड्रोजन गैस िनाती
हैं |

Fe + H2 SO4 ⟶ FeSO4 + H2 ↑

iv) ्ातु तलोररन से अशभकिया िरिे तलोराइि यौथगि िनाती हैं


|

Cu + Cl2 ⟶ CuCl2

v) सिीय ्ातु (जैसे – Na तथा K) हाइड्रोजन से अशभकिया िरिे


हाइड्राइि िनाती हैं |
2Na + H2 ⟶ 2NaH

51- िे तत्ि क्जनमें ्ातुओीं िे गुर् नह ीं पाए जाते हैं , अ्ातु िहलाते
हैं | या ्ातुओीं िो छोड़िर अन्सय सभी तत्ि अ्ातु हैं |

जैसे – C , O , S इत्यादि

52- अधातुओं के भौततक गुण –

i) अ्ातु भींगरु होते हैं , अथाणत इनिो पीटने या खीींचने पर यह


जाते हैं |

ii) ह रा िो छोड़िर अन्सय सभी ्ातुओीं िे गलनाींि तथा


तिथनाींि उच्च होते हैं |

iii) अ्ातु विदयत


ु ् तथा ऊष्मा िे िुचालि होते हैं |

iv) अ्ातु िा घनत्ि िम होता है |

v) अथ्िाींि अ्ातु गैसीय रूप में पाए जाते हैं |

53- अधातओ
ु ं के रासायतनक गुण –

i) अ्ातु आतसीजन िी उपक्स्थतत में जलिर अपना आतसाइि


िनाते हैं |

S + O2 ⟶ SO2
ii) अ्ातु तलोररन गैस से अशभकिया िरिे तलोराइि यौथगि
िनाते हैं |

C + 2Cl2 ⟶ CCl4

iii) अ्ातु हाइड्रोजन से अशभकिया िरिे हाइड्राइि यौथगि िनाते


हैं |

N2 + 3H2 ⟶ 2NH3

54- किसी ्ातु िे लिर्ीय विलयन में िूिी हुई उसी ्ातु िी छड़ िो
‘इलेतट्रोि’ िहते हैं |

55- विदयुत ् रासायतनि श्रे र्ीीं में विशभन्सन इलेतट्रोिों िो उनिे मानि
इलेतट्रोि विभि िे िढ़ते िम में रखा जाता है |

56- विदयुत ् रासायतनि श्रे र्ी में उपर क्स्थत ्ातुएीं अथ्ि कियािील
तथा तनचे क्स्थत ्ातुएीं िम कियािील होती हैं |

57- क्जन पिाथों से ्ातुओीं िा तनष्िषणर् किया जाता है , खतनज


िहलाते हैं |

58- िे खतनज क्जनसे ्ातु िा तनष्िषणर् िम समय , िम लागत तथा


आसानी से हो जाये , अयस्ि िहलाता है |

जैसे – िापर िा अयस्ि िापर पाइराइट , एल्युशमतनयम िा अयस्ि


िातसाईट , लोहे िा अयस्ि हे मेटाईट इत्यादि
59- अयस्ि से ्ातु िे तनष्िषणर् िी किया ्ातुिमण िहलाती है |
्ातुिमण िे तीन मख्
ु य चरर् हैं –

i) अयस्ि िा साींरर्

ii) साींदरत अयस्ि िा अपचयन

iii)अपचतयत अयस्ि िा िो्न

60- अयस्ि िे साींरर् िी प्रमुख विथ्यााँ

i) िेन-प्लिन विथ् (झाग विथ्)

ii) चम्
ु ििीय पथ
ृ तिरर् विथ्

iii) गुरुत्िीय पथ
ृ तिरर् विथ्

61- धातु तनष्कर्णण के प्रमुख चरण

i)तनस्तापन

ii)भजणन

iii) प्रगलन

iv) गालि

v) अपचयन

vi) ्ातु िा िो्न


62- अपचयन की मख्
ु य ववधधयााँ

i) िोि दिारा अपचयन

ii) एल्युशमतनयम दिारा अपचयन

iii)विदयुत ् अपघटन दिारा अपचयन

iv) अमलगम विथ् दिारा अपचयन

63- ताबा(कापर) के प्रमुख अयस्क

i) िापर पाइराईट [ CuFeS2 ]

ii) तयुप्राईट [ Cu2O ]

iii) मैलेिाईट [ CuCO3.Cu(OH)2 ]

iv) िोिेलाईट [ CuS ]

v) एजुराईट [2CuCO3.Cu(OH)2 ]

64- ताबा का तनष्कर्णण


65- ताबा का उपयोग

i) विदयुत ् यींिो में |

ii) ितणन िनाने में |

iii) शसतिे िनाने में |

iv) एथेन िनाने में |

v) विदयुत ् ले पन में |

66- िो या िो से अथ्ि ्ातुओीं िे समाींगी शमश्रर् से प्राप्त ्ातु िो


शमश्र्ातु िहते हैं |

जैसे – पीतल , िाींसा , रोल्ि गोल्ि इत्यादि


67- िुछ प्रमख
ु ममश्र धातुएं –

i) पीतल ( 80% Cu , 20% Zn)

ii) िाींसा (88% Cu , 12% Sn)

iii) गनमेटल ( 88% Cu , 10% Sn , 2% Zn )

iv) रोल्ि गोल्ि ( 95% Cu , 5% Al)

v) िास्िर ब्राींज ( 85% Cu , 13% Sn , 2% P)

vi) मुरा ्ातु (95% Cu , 4% Sn , 1% P)

Chapter 4 : Sulphur Dioxide and Ammonia Gases

68- सिसे पहले सल्िर िाई ऑतसाइि गैस िा तनमाणर् ‘वप्रस्टले” ने


मरिर िी अशभकिया सान्सर सल््यरू रि अम्ल िे साथ िरािर किया
था |

69- प्रयोगिाला में सल्िर िाई ऑतसाइि गैस िा तनमाणर् तािे िे


छीलन िो सान्सर सल््यूररि अम्ल िे साथ गमण िरिे िनायीीं जाती
है |

Cu + 2H2SO4 ⟶ CuSO4 + 2H2O + SO2

70- सल्िर डाई ऑक्साइड के गुण -:


i) यह रीं गह न गैस है तथा इसमें से सल्िर िी तेज गीं् आती है
|

ii) यह जल में घुलनिील है |

iii) यह गैस िायु से 23 गुनी भार है |

iv) यह जल में घल
ु िर सल्यरु स अम्ल िनाती है |

SO2 + H2O ⟶ H2SO3

v) सूयण िे प्रिाि में इसिा अपघटन सल्िर ट्राई ऑतसाइि में


हो जाता है |

3SO4 ⟺ 2SO3 + S

vi) सूयण िे प्रिाि में सल्िर िाई ऑतसाइि तलोररन गैस से


अशभकिया िरिे सल््यरु रल तलोराइि िनाती है |

SO2 + Cl2 ⟶ SO2Cl2

vii) सल्िर िाई ऑतसाइि पानी में भीगे हुए िूलों या िपड़ों िा
रीं ग उड़ा िे ती है , यह किया विरीं जन अशभकिया िहलाती है और
यह एि अस्थायी अशभकिया है |

viii) सल्िर िाई ऑतसाइि हाइड्रोजन सल्िाइि िो सल्िर में


आतसीिृत िर िे ती है |

2H2S + SO2 ⟶ 2H2O + 3S


71- सल्िर डाई ऑक्साइड का उपयोग-

i) सल््यूररि अम्ल िनाने में |

ii) िीटार्ुनािि िे रूप में |

iii) चीनी िो िद
ु ् िरने में |

iv) रे िम और उन िा रीं ग उड़ाने में |

v) माींस िो सड़ने से िचाने में |

72- अमोतनया गैस िा तनमाणर् सिसे पहले ‘वप्रस्टले’ ने किया था |

73- प्रयोगिाला में अमोतनया गैस नौसािर और िुष्ि िुझे चुने िो


एि साथ गमण िरिे िनायीीं जाती है |

2NH4Cl+Ca(OH)2 ⟶ CaCl2 + 2H2O + 2NH3

74- अमोतनया गैस के गुण -

i) यह रीं गह न तथा तेज गीं् िाल गैस है | इसिो सूींघने पर


आाँखों में आींसू आ जाते हैं |

ii) अमोतनया गैस िायु से हल्िी है |

iii) यह जल में घुलनिील है |

iv) अमोतनया गैस अम्लों से किया िरिे अमोतनयम लिर्


िनाती है |
NH3 + HNO3 ⟶ (NH4)2NO3 + H2O

v) अमोतनया विदयुत ् स्िुशलींग िे प्रभाि से अपने अियिों में टूट


जाती है |

NH3 ⟺ N2 + 3H2

vi) सोडियम से अशभकिया िरिे सोिामाइि (NaNH2) िनाती है


तथा हाइड्रोजन गैस िाहर तनिलती है |

2Na + 2NH3 ⟶ 2NaNH2 + H2

vi) अमोतनया गैस िो आतसीजन िे साथ 800०C पर गमण िरने


पर नाईदट्रि ऑतसाइि प्राप्त होता है |

4NH3 + 5O2 ⟶ 4NO + 6H2O

vii) अमोतनया गैस तलोररन गैस से अशभकिया िरिे अमोतनयम


तलोराइि िनाती है |

8NH3 + 3Cl2 ⟶ 6NH4Cl + N2

viii) अमोतनया गैस मैननीशियम िे साथ उच्च ताप पर


अशभकिया िरिे मैननीशियम नाइट्राइि िनाती है तथा हाइड्रोजन
गैस िनाती है |
3Mg + 2NH3 ⟶ Mg3N2 + 3H2

75- अमोतनया गैस का उपयोग

i) ििण िे िारखाने में |

ii) िृबिम रे िम िनाने में |

iii) अश्रु गैस िनाने में |

iv) नाईदट्रि अम्ल िनाने में |

v) विस्िोटि िनाने में |

Chapter 5 : Classification of Elements

76- मेंिेल फ़ िी मल
ू आितण सरर्ी में तत्िों िो उनिे परमार्ु भार िे
िढ़ते िम में रखा गया था |

77- मेंडेलीफ़ की मूल आवतण सरणी के सामान्य लक्षण

i) इसमें तत्िों िो उनिे परमार्ु भार िे िढ़ते िम में रखा गया


था |

ii) इस आितण सरर्ी में 12 श्रेणर्याीं थीीं |

iii) इस आितण सरर्ी में 9 िगण अथिा समूह थे |

iv) इस आितण सारर्ी िे अनस


ु ार तत्िों िे िा मौशलि गर्

उनिा परमार्ु भार होता है |
v) इस आितण सरर्ी िे एि ह िगण या समह
ू में उपक्स्थत तत्िों
िे सभी गर्
ु ्मण समान होते हैं |

78- मेंडेलीफ़ की मूल आवतण सरणी की उपयोधगता

i) तत्िों िे अध्यन में आसानी

ii) परमार्ु भार ज्ञात िरने में उपयोगी

iii) नए तत्िों िे खोज में आसानी

79- मेंडेलीफ़ की मल
ू आवतण सरणी के दोर्

i) हाइड्रोजन िा िो जगहों पर स्थान

ii) अथ्ि परमार्ु भार िाले िुछ तत्िों िो िम परमार्ु भार


िाले तत्िों से पहले रखना

iii) नए तत्िों िे शलए उथचत स्थान िा अभाि

iv) तत्िों िा मूल लक्षर् परमार्ु भार नह ीं होता |

v) िुछ विपर त गुर्ों िाले तत्िों िो एि ह िगण में रखा गया |

80- मेंिेल फ़ िी मल
ू आितण सरर्ी में सींिो्न िरिे मोजले ने
मेंिेल फ़ िी आ्ुतनि आितण सरर्ी िी रचना किया था |

81- मेंडेलीफ़ की आधतु नक आवतण सरणी के लक्षण


i) इस आितण सारर्ी में 7 आितण तथा 9 िगण या समह
ू हैं |

ii) पहले आितण िो ‘अततलघु आितण’ िहते हैं , तयोकि इसमें


िेिल 2 तत्ि ह होते हैं |

iii) िस
ु रे तथा तीसरे आितण िो ‘लघु आितण’ िहते हैं , तयोकि
इनमें 8-8 तत्ि ह हैं | तीसरे आितण िे तत्िों िो प्रारुपी तत्ि
िहते हैं |

iv) चौथे तथा पाींचिे आितण में 18-18 तत्ि होते हैं , इसशलए
इनिो ‘ि घण आितण’ िहते है |

v) ि घण आितण में क्स्थत पहले 8 तत्िों िो सामान्सय तत्ि तथा


अन्सय 10 तत्िों िो सींिमर् तत्ि िहते हैं |

vi) छठिें तथा सातिें आितण में 32-32 तत्ि हो सिते हैं इसशलए
इनिो अतत ि घण आितण िहते हैं |

vii) छठिें आितण िे अन्सत: सींिमर् तत्िों िो लैन्सथेनाइि तथा


सातिें आितण िे अन्सत: सींिमर् तत्िों िो एक्तटनाइि िहा जाता
है |

82- मेंडेलीफ़ की आधतु नक आवतण सरणी की ववशेर्ताएं

i) तत्िों िे अध्यन में आसानी

ii) परमार्ु भार ज्ञात िरने में उपयोगी

iii) नए तत्िों िे खोज में आसानी


83- मेंडेलीफ़ की आधतु नक आवतण सरणी के दोर्

i) हाइड्रोजन िी क्स्थतत तन्ाणररत नह ीं है |

ii) ्ातुओीं तथा अ्ातुओीं िो एि ह िगण में रखा गया है |

iii) लैन्सथेनाइि तथा एक्तटनाइि श्रे र्ी िे तत्िों िो आितण सरर्ी


से अगल स्थान दिया गया है |

iv) समान गर्


ु ों िाले तत्िों िो अलग रखा गया है |

v) असमान गुर्ों िाले तत्िों िो एि साथ रखा गया है |

vi) आठिें समूह िो तीन उपसमूहों में िाटा गया है |

84- आधुतनक आवतण सारणी (दीर्ाणकार आवतण सारणी) की ववशेर्ताएाँ

i) इस आितण सारर्ी में 7 आितण तथा 18 िगण या समूह है |

ii) समान लक्षर् िाले तत्िों िो एि ह समूह में रखा गया है |

iii) तत्िों िो उनिे इलेतट्रातनि विन्सयास िे आ्ार पर रखा गया


है |

iv) इस आितण सारर्ी िो 4 ब्लॉि s, p, d तथा f में िाटा गया है


|

v) हाइड्रोजन िो पहले तथा 17िें िोनों िगों में रखा गया है |

85- आधुतनक आवतण सारणी (दीर्ाणकार आवतण सारणी) की उपयोग

i) तत्िों िे अध्यन में आसानी


ii) इलेतट्रातनि विन्सयास ज्ञात िरने में उपयोगी

iii) नए तत्िों िे खोज में आसानी

iv) तत्िों िा आयनन विभि ज्ञात िरने में आसानी

v) तत्िों िा इलेत ट्रान िीं्ुता ज्ञात िरने में आसानी

Chapter 6 : Valency of Carbon

86- रसायन विज्ञान िी िह िाखा क्जसमें िािणतनि यौथगिों िा


अध्ययन किया जाता है , िािणतनि रसायन िहलाता है |

87- जैििक्तत शसद्ाींत फ़्ाींस िे िैज्ञातनि जे० जे० िजीशलयस ने दिया


था |

88- जैििक्तत शसद्ाींत में िजीशलयस ने िताया था िी िािणतनि


यौथगिों िा तनमाणर् प्रयोगिाला में नह ीं किया जा सिता | यह िेिल
ईश्िर दिारा िनाये जीिों में ह पाया जाता है |

89- प्रयोगिाला में िनाया गया सिसे पहला यौथगि यरू रया था | क्जसे
फ्रेिररि िोहलर ने िनाया था |

90- िोहलर ने अमोतनयम सायने ट िो गमण िरिे यूररया प्राप्त किया


था |

NH4CNO ⟶ NH2CONH2
91- परु े ब्रहमाींि में सिसे अथ्ि िािणन िे यौथगि पाए जाते हैं ,
तयोंकि अन्सय तत्िों िी अपेक्षा िािणन में यौथगि िनाने या श्रींख
ृ ला
िनाने िी क्षमता सिसे अथ्ि है |

92- िािणन िो तरह िी श्रींख


ृ लाएीं िनाता है

i) खल
ु श्रींख
ृ ला

ii) िींि श्रींख


ृ ला

93- िािणन तीन प्रिार िा िीं् िनाता है

i) एिल िीं्
ii) दवििीं्

iii) बििीं्

94- िािणन परमार्ु िा आिार समचतुष्िल्िीय होता है | िािणन िे


किन्सह िो सींयोजिताओीं िे िीच िा िोर् 109० 28′ होता है |

95- िािणतनि यौथगिो िो िो भागों में िाटा गया है

i) खल
ु श्रींख
ृ ला यौथगि अथिा एशलिैदटि यौथगि

ii) िींि श्रींख


ृ ला यौथगि अथिा चिीय यौथगि
96- िींि श्रींख
ृ ला यौथगि अथिा चिीय यौथगि भी िो प्रिार िे होते हैं

i) समचिीय अथिा िािोचिीय यौथगि

ii) विषमचिीय यौथगि

97- िै तनि उपयोग िी लगभग सभी िस्तुओीं में िािणन पाया जाता है
|

98- कियात्मि समह


ू िे आ्ार पर िािणतनि यौथगिों िो मख्
ु यत: 7
भागो में िाटा गया है
99- समान कियात्मि समह
ू िे िािणतनि यौथगिों िे िढ़ते या घटते
अर्ुभार िे िम में रखने से जो श्रे र्ी िनेग ी उसे सजातीय श्रेर्ी
िहते हैं |

100- एल्िेन यौथगिो िा सामान्सय सूि CnH2n+2 होता है |

101- एल्िीन यौथगिों िा सामान्सय सि


ू CnH2n होता है |

102- एल्िाइन यौथगिों िा सामान्सय सूि CnH2n−2 होता है |

103- I.U.P.A.C िा पूर ा नाम International Union of Pure and Applied


Chemistry होता है |

Chapter 7 : Organic Compounds

104- िािणन तथा हाइड्रोजन िे सींयोग से िना यौथगि हाइड्रोिािणन


िहलाता है |

105- हाइड्रोिािणन िो प्रिार िे होते हैं –

i) खुल श्रींख
ृ ला िाले (एशलिैदटि) हाइड्रोिािणन

ii) िींि श्रींख


ृ ला िाले(एरोमैदटि) हाइड्रोिािणन
106- मेथेन िा अर्ुसि
ू CH4 होता है |

107- प्रयोगिाला में मेथेन गैस िनाने िे शलए सोडियम एशसटे ट िो


िाक्स्टि सोिा तथा बिना िुझे हुए चुने िे शमश्रर् िे साथ गमण िरिे
िनाई जाती है |

CH3CHOONa + NaOH ⟶ Na2CO3 + CH4

108- मेथेन के गुण -

i) यह एि रीं गह न , स्िािह न तथा गीं्ह न गैस है |

ii) यह जल िी अपेक्षा िािणतनि विलयिो में अथ्ि विले य है |

iii) अगर मेथेन गैस िो -164०C से िम ताप पर ठीं िा किया जाये


तो यह रि में ििल जाएगी |

iv) मेथेन गैस िो आतसीजन िी उपक्स्थतत में जलाने पर जल


तथा िािणन िाई ऑतसाइि गैस िनाती है |

CH4 + 2O2 ⟶ CO2 + 2H2O

v) मेथेन गैस ओजोन गैस से अशभकिया िरिे फ़मेक्ल्िहाइि


िनाती है |
2CH4 + 2O3 ⟶ HCHO + 3H2O + CO2

vi) 1000०C पर मेथेन अपने अियिों में टूट जाती है |

CH4 ⟶ C + 2H2

vii) सूयण िे हल्िे प्रिाि में तलोररन तथा ब्रोशमन मेथेन िे सिसे
हाइड्रोजन परमार्ुओीं िो विस्थावपत िर िे ते हैं |

CH4 + 4Cl2 ⟶ CCl4 + 4HCl


CH4 + Br2 ⟶ CBr4 + 4HBr

viii) मेथेन गैस नाइदट्रि अम्ल िे साथ अशभकिया िरिे


नाइट्रोमेथेन िनाती है |

CH4 + HNO3 ⟶ CH3NO2 + H2O

109- मेथेन के उपयोग

i) इसिा उपयोग मख्


ु यत: इीं्न िे रूप में किया जाता है |

ii) िैटररयों में |

iii) िािणन-ब्लैि िनाने में |

iv) हाइड्रोजन गैस िनाने में |

v) मेथथल एल्िोहाल िनाने में |


110- प्रयोगिाला में एथथल न अथिा एथीन गैस िनाने िे शलए एथथल
एल्िोहल िो 100०C पर एि साथ गमण किया जाता है , क्जससे एथथल
हाइड्रोजन सल्िेट प्राप्त होता है |

C2H5OH + H2SO4 ⟶ C2H5HSO4 + H2O

अि एथथल हाइड्रोजन सल्िेट िो 160०C पर गमण किया जाता है ,


क्जससे एथथल न गैस प्राप्त होती है |

C2H5HSO4 ⟶ C2H4 + H2SO4

111- एथथल न गैस िनाने िे शलए िोल्िे िी विदयुत ् अपघटनी विथ्


िा भी उपयोग किया जाता है |

112- एधथलीन गैस के गुण

i) यह एि हल्िी मीठी गीं् िाल गैस है , क्जसिो अथ्ि सूींघने


पर मूछाण आ जाता है |

ii) यह जल िी अपेक्षा िािणतनि विलायिों में अथ्ि विलेय है |

iii) आतसीजन िी उपक्स्थतत में एथथल न गैस िो जलाने पर


जल तथा िािणन िाई ऑतसाइि गैस प्राप्त होता है |

C2H4 + 3O2 ⟶ 2CO2 + 2H2O

iv) है लोजन से अशभकिया िरिे एथथल न िाईहै लाइि िनाती है |


v) हाइपोतलोरस अम्ल से अशभकिया िरिे एथथल न
तलोरोहाइडड्रन िनाती है |

vi) सान्सर सल््यूररि अम्ल से अशभकिया िरिे एथथल हाइड्रोजन


सल्िेट िनाती है |

vii) है लोजन अम्लों से अशभकिया िरिे एथथल है लाइि िनाती है


|

viii) िह अशभकिया क्जसमें एि पिाथण िे िई अर्ु आपस में


सींयोग िरिे एि िड़ा अर्ु िनाते हैं , िहुल िरर् िहलाती है |
रि एथथल न उच्च ताप तथा िाि पर िहुशलिृत होिर
पाशलएथथल न िनाती है |

113- एधथलीन के उपयोग -

i) प्लाक्स्टि िनाने में

ii) मस्टिण गैस िनाने में

iii) रिर तथा पाल थीन िनाने में

iv) िच्चे िलों िो पिाने में

v) तनश्चेति िे रूप में |

114- एथथल एल्िोहल िा रासायतनि अर्स


ु ूि C2H5OH होता है | इसिो
सा्ारर् भाषा में ‘िराि’ या ‘िाइन’ िहते हैं |

115- प्रयोगिाला में एथथल एल्िोहाल िनाने िे शलए एथथल ब्रोमाइि


िी अशभकिया िाक्स्टि सोिा िे िराई जाती है |

C2H5Br + NaOH ⟶ C2H5OH + NaBr

116- एथथल एल्िोहाल िा तनमाणर् किण्िन विथ् से भी किया जाता है


| सक्ष्
ू म जीिों दिारा िािणतनि पिाथो िो ्ीरे -्ीरे सरल िािणतनि
पिाथो में अपघदटत िरने िी किया िो ‘किण्िन’ िहते हैं | एथथल
एल्िोहल िनाने िे शलए ििणरा तथा स्टाचण यत
ु त पिाथो िा किण्िन
िराया जाता है |

C12H22O11 + H2O ⟶ C6H12O6 + C6H12O6


C6H12O6 ⟶ 2C2H5OH + 2CO2

117- एधथल एल्कोहाल के गुण -

i) यह एि रीं गह न तथा तीव्र गीं् िाला पिाथण है |

ii) इसिा तिथनाींि 78.1०C होता है |

iii) एथथल एल्िोहाल सान्सर सल््यूररि अम्ल िी उपक्स्थतत में


एशसदटि अम्ल से अशभकिया िरिे एस्टर(CH3COOC2 H5) िनाता
है |

C2H5OH + CH3COOH ⟶ CH3COOC2H5 + H2O

iv) एथथल एल्िोहाल सान्सर सल््यूररि अम्ल िे साथ 140०C पर


अशभकिया िरिे िाईएथथल ईथर िनाता है |

C2H5OH + H2SO4 ⟶ C2H5HSO4 + H2O


C2H5 HSO4 + C2H5OH ⟶ C2H5−O−C2 H5 + H2SO4

v) एथथल एल्िोहाल तलोररन से अशभकिया िरिे ट्राई-तलोरो


एशसटे क्ल्िहाइि(CCl3CHO) िनाता है |
C2H5OH+Cl2⟶CH3CHO+2HCl
CH3CHO+3Cl2⟶CCl3 CHO+3HCl

vi) एथथल एल्िोहाल िो तलोररन तथा िाक्स्टि सोिा िे साथ


गमण िरने पर तलोरोिामण( CHCl3) प्राप्त होता है |

C2H5OH + 4Cl2 + 6NaOH ⟶ CHCl3 + HCOONa + 5NaCl + 5H2O

vii) एथथल एल्िोहाल सोडियम से अशभकिया िरिे सोडियम


एथातसाइि(2C2H5ONa) िनाता है |

2C2H5OH+2Na⟶2C2H5ONa+H2

118- एधथल एल्कोहल के उपयोग -

i) तलोरोिामण िनाने में |

ii) क्स्पररट िनाने में |

iii) मदिरा िे रूप में |

iv) ईं्न िे रूप में |

v) पेंट तथा िातनणि िनाने में |

vi) ििाइयाीं िनाने में |

119- एशसदटि अम्ल िा अर्ुसूि CH3COOH होता है , इसिो सा्ारर्


भाषा में शसरिा िहते हैं |
120- प्रयोगिाला में एशसदटि अम्ल िनाने िे शलए एस्टर िा जल
अपघटन िराया जाता है |

CH3COOC2H5 + H2O ⟶ CH3COOH + C2H5OH

121- एमसटटक अम्ल के गुण -

i) यह रीं गह न तथा शसरिे जैसी गीं् िाला एि पिाथण है |

ii) यह पानी तथा िािणतनि विलायिों में विलेय है |

iii) सान्सर सल््यरू रि अम्ल िी उपक्स्थतत में एशसदटि अम्ल


एथथल एल्िोहाल से अशभकिया िरिे एस्टर िनाता है | यह
किया एस्टर िरर् िहलाती है |

CH3COOH + C2 H5OH ⟶ CH3COOC2H5 + H2O

iv) एशसदटि अम्ल िो गमण िरने पर एशसदटि ऍनहाइड्राइि प्राप्त


होता है |

CH3COOH + CH3COOH ⟶ CH3CO−O−CH3CO + H2 O

v) एशसदटि अम्ल िो शलथथयम एल्युशमतनयम हाइड्राइि िी


उपक्स्थतत में अपचयन िराने पर एथेनाल िनता है |

CH3COOH ⟶ CH3CH2OH
vi) एशसदटि अम्ल िाक्स्टि सोिा(NaOH) तथा सोिा ऐि (
Na2CO3) िे साथ अभीकिया िरिे सोडियम एशसटे ट िनाता है |

NaOH + CH3COOH ⟶ CH3COONa + H2O


Na2CO3 + 2CH3COOH ⟶ 2CH3COONa + CO2 + H2O

vii) सान्सर सल््यूररि अम्ल िी उपक्स्थतत में एशसदटि अम्ल


हाइड्रेजेईि अम्ल से अशभकिया िरिे मेथथल एशमन िनाता है |
यह अशभकिया क्श्मट अशभकिया िहलाती है |

CH3COOH + N3H ⟶ CH3 NH2 + CO + N2

122- एमसटटक अम्ल के उपयोग -

i) रिर और िागज उदयोग में |

ii) शसरिे िे रूप में |

iii) प्रयोगिाला में अशभिमणि िे रूप में |

iv) ििाइयों में |

v) रे िम िनाने में |

vi) िािणतनि विलायि िे रूप में |

123- पेट्रोशलयम एि चिीय श्रींख


ृ ला िाले सींतप्ृ त हाइड्रोिािणनों िा
शमश्रर् है | इसमें िािणन परमार्ुओीं िी सींख्या 1 से 40 ति होती है
|
124- पेट्रोशलयम िब्ि िा अथण ‘िच्चा तेल’ होता है |

125- पेट्रोशलयम िे साथ प्रािृतति गैस भी पाई जाती है |

126- पेट्रोशलयम िा िो्न प्रभाजि स्तम्भ में होता है |

127- पेट्रोल में िािणन परमार्ओ


ु ीं िी सींख्या 5 से 10 ति होती है |

128- िेरोशसन में िािणन परमार्ुओीं िी सींख्या 11 से 12 ति होती है


|

129- िीजल में िािणन परमार्ुओीं िी सींख्या 13 से 15 ति होती है |

130- पैराकिन मोम में िािणन परमार्ुओीं िी सींख्या 21 से 29 होती है |

131- जि उच्च िसा िाले तेल िो िाक्स्टि सोिा या िाक्स्टि पोटाि


िे साथ गमण किया जाता है , तो सोडियम या पोटै शियम लिर् िे
साथ क्नलसर न प्राप्त होता है | इन सोडियम या पोटै शियम लिर् िो
सािुन तथा इस किया िो सािुनीिरर् िहते हैं |

132- िाक्स्टि सोिा से िना सािन


ु िठोर सािन
ु होता है , जोकि जल
िे साथ िम झाग िे ता है |
133- िाक्स्टि पोटाि से िना सािन
ु मुलायम होता है , जो जल िे
साथ अथ्ि झाग िे ता है | िै तनि जीिन में मुलायम सािन
ु िा
उपयोग किया जाता है |

134- अच्छे साबुन के गुण -

i) इसमें 10 प्रततित से अथ्ि नमी नह ीं होनी चादहए |

ii) इसमें अत्यथ्ि मािा में क्षार नह ीं होना चादहए |

iii) इसमें िीटार्ुनािि पिाथण होने चादहए |

iv) अथ्ि झाग िे ने िाला होना चादहए |

v) एल्िोहाल में पूर्ण रूप से विलेय होता चादहए |

135- डिटजेंट या अपमाजणि िनाने िे शलए सिसे पहले लाररल


एल्िोहाल (C12H25OH) िी अशभकिया सल््यूररि अम्ल िे साथ िराई
जाती है |

C12H25OH + H2SO4 ⟶ C12H25O.SO3H + H2O

अि उपरोतत अशभकिया से प्राप्त लाररल सल््यूररि


अम्ल(C12H25O.SO3H) िी अशभकिया िाक्स्टि सोिा िे साथ िराई
जाती है , क्जससे सोडियम लाररल सल्िेट (C12H25O.SO3Na) प्राप्त होता
है , जोकि एि डिटजेंट है |

C12H25O.SO3H + NaOH ⟶ C12H25O.SO3Na + H2O


136- डडटजेंट के गुण -

i) यह िसा रदहत होते हैं

ii) िठोर तथा मृि ु िोनों तरह िे जल िे साथ अथ्ि झाग िे ता


है |

iii) इसिा जल य विलयन उिासीन होता है |

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 UP Board Model Papers [All Subject]

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