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ु सव्र
ु त भगवान की
ॐ जय मनिु सव्र
ु त स्वामी, प्रभु जय मनि
ु सव्र
ु त स्वामी
भक्ति भाव से प्रणमँू तम
ु को, जय अंतरयामी|| ॐ जय…
पिता तम्
ु हारे समि
ु त्र राजा, श्यामा के जाया
श्यामवर्ण मरू त है तेरी, पैठन में अतिशय दर्शाया|| ॐ जय…
जो ध्यावे सख
ु पावे सब ही, सब संकट दरू करें
मनवांछित फल पावें सब ही, जो प्रभु चरण धरें || ॐ जय…
निज-गण
ु ज्ञान का दीपक, ले आरती करूँ थारी
सम्यक ज्ञान दो सबको, जय त्रिभव
ु न के स्वामी|| ॐ जय…
ॐ जय मनिु सव्र
ु त स्वामी, प्रभु जय मनि
ु सव्र
ु त स्वामी
भक्ति भाव से प्रणमँ,ू जय अंतरयामी|| ॐ जय…