Professional Documents
Culture Documents
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
|| दोहा ||
निश्चय प्रेम प्रतीनत ते, नििय करैं सिमाि।
n
जय श्री राम
तेनि के कारज सकल शुभ, ससद्ध करैं ििुमाि
जय श्री राम
.i|| चौपाई ||
df
ap
जय ििुमंत सं त नितकारी । सुि लीजै प्रभु अरज िमारी
जि के काज निलम्ब ि कीजै । आतुर दौरर मिा सुख दीजै
जय श्री राम
जय श्री राम
st
जाय निभीषण को सुख दीन्हा । सीता निरसख परम पद लीन्हा िाग उजारी
ं ु मिं िोरा । अनत आतुर यम कातर
ससध तोरा
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
n
जय श्री राम
ॐ ह्ीं ह्ीं ह्ीं ििुमंत कपीसा । ॐ हुं हुं हुं ििु अरर उर शीशा
जय श्री राम
.i
सत्य िोहु िरर शपथ पाय के । रामदूत धरु मारु धाय के
df
जय जय जय ििुमंत अगाधा । दु:ख पाित जि के नि अपराधा
पूजा जप तप िेम अचारा। िनिं जाित कछु दास तुम्हारा
ap
िि उपिि, मग नगरर गृि मािीं । तुम्हरे िल िम डरपत िािीं
पांय परों कर जोरर मिािौं । यनि अिसर अि के नि गोिरािौं
जय श्री राम
जय श्री राम
st
जय श्री राम
जय श्री राम
n
जय श्री राम
जय श्री राम
.i || दोहा ||
df
ap
प्रेम प्रतीतनि कनप भजै, सदा धरैं उर ध्याि।
तेनि के कारज सकल शुभ, ससद्घ करैं ििुमाि।।
जय श्री राम
जय श्री राम
st
In
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
भगवान हनुमान प्रभु श्री राम के परम् भक्त हैं, इसलिए बजरं ग बाण में मुख्य रूप से भगवान् राम की भी
सौगंध के लिए कुछ पंक्तक्तयां दी गयी है। ऐसा माना जाता है कक जब भी आप श्री राम का सौगंध िेंगें, तो
जय श्री राम
हनुमान जी आपकी मदद अवश्य करें गे। इसलिए पाठ में इन पक्तक्तयों के अवश्य पढ़ना चाहहए। इस प्रकार हैं
जय श्री राम
जय श्री राम
.in
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
जय श्री राम
उसके बाद हमुमान जी को प्रणाम करके बजरं ग बाण के पाठ का संकल्प िें।
st
जय श्री राम
हनुमान जी को फूि अकपवत करें और उनके समक्ष धूप, दीप जिाएं ।कुश से बना आसन नबछाएं और
उसपर बैठकर बजरं ग बाण का पाठ आरं भ करें ।
In
जय श्री राम
जय श्री राम
https://instapdf.in
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम