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Best 4000 Smart Question Bank SSC General Knowledge in Hindi Next Generation Smartbook by Testbook and S Chand Fee9ba70
Best 4000 Smart Question Bank SSC General Knowledge in Hindi Next Generation Smartbook by Testbook and S Chand Fee9ba70
ssc
सामा ान (जीके) - हदी
चै र वाइज
वी डयो लेसन
प रचय
ाट े न बक ल?
लेवल 3 : ये अवधारणा और गणना दोन ही ि से क ठन ह। इस लेवल के SSC सले न पो ( ेजुएट लेवल) जैसी
पर ाओ ं के लए उपयोगी ह। जो मु ल और गणना वाले को हल करने के कौशल को बढ़ाने म मददगार होता है।
SSC CHSL पर ा डाक सहायक, लोअर िडवीजनल क, कोट क, सॉिटग अ स ट, डाटा एं टी ऑपरेटर आ द के पद के लए
उ ीदवार क भत के लए आयो जत क जाती है।य द आप SSC CHSL िटयर 1 के लए ल बना रहे ह तो आपको पता होना चा हए
िक सामा जाग कता अनुभाग 50 अंक का वेटेज रखता है।
जैसा िक अब आप जानते ह, एसएससी भत म सीट पाने के लए उ ीदवार के पास सामा ान पर एक मजबूत पकड़ होनी चा हए।
SSC ाट े न बक बुक सभी मह पूण चीज को याद रखने म आपक मदद करने के लए एक आदश गाइड है।
पर ा क ठनाई र : मैिटकुलेशन
SSC CGL टीयर I, SSC MTS, SSC GD क ब े ल, SSC IMD (पाट I) और SSC Selection पो (मैिटक र)जैसी सभी
पर ाओ ं म जीए से न होता है। पर ाओ ं म पूछे जाने वाले का र मैिटक या न 10व के र का होता है। पर ा के
क ठनाई र का अंदाजा लगाने के लए, उ ीदवार को NCERT क बु को पढ़ना चा हए। मैिटक र क एसएससी
पर ाओ ं को ै क करने के लए यह कुछ ए पट-रेकमडेड िट दए गए ह :
पर ा क ठनाई र : इंटरमीिडएट
SSC CHSL, SSC CPO, और SSC चयन पद जैसी पर ाओ ं म क ठनाई का र अ धक होता है और उ ीदवार को भत
ि या म अपनी सीट को िफ करने के लए वा व म अ तैयार करने क आव कता होती है।
SSC Selection पो
SSC Selection पो पर ा के लए उप त होने वाले उ ीदवार को सामा जाग कता पर आधा रत का यास
करना होगा।नीचे हमने ान क त करने के लए कुछ मह पूण वषय का उ ेख िकया है :
सामा ान के लए ाट िट
उ ीदवार एसएससी पर ा के लए कुछ ए पट िट और िट पा सकते ह।
पर ा पैटन और पा म क ज च कर
उ ीदवार को नवीनतम एसएससी पा म और पर ा पैटन के अनुसार स ी से तैयार करनी चा हए।
उ ीदवार को अंकन योजना और नकारा क अंकन मानदं ड के बारे म भी पता होना चा हए।
उ ीदवार को उ तम अंक से जुड़े वषय पर अ धक ान देना चा हए।
करट अफेयस क व भ े णय पर ान द
करट अफेयस क मुख े णय पर मु ान द। रा ीय और अंतर ीय समाचार, खेल, व ान और तकनीक और कला
और सं ृ त, जैसे से न से अ धक को पूछे जाने क संभावना होती है इस लए इ सबसे पहले तैयार कर।
इन को हल करने के लए, उ ीदवार को िपछले 6 महीने के करट अफेयस के बारे म अ तरह से अपडेट होना
ं
चा हए। वै क घटनाओ पर ान देने से आपको इस अनुभाग के को आसानी से हल करने म मदद मलेगी।
समय बंधन का यास कर
उ ीदवार को अपने समय बंधन कौशल म सुधार पर ान देना चा हए।
उ ीदवार को अ ास करते समय उनके ारा लए गए समय पर ान देना चा हए।
कम समय म अ धक अंक : चूंिक सामा जाग कता म कम गणना आधा रत होते ह, आप पूरे सामा जाग कता
अनुभाग को ज ी से हल कर सकते ह। व ान और तकनीक, खेल और करट अफेयस अनुभाग को ठ क से तैयार करने से
आपको कम से कम 20 अंक ा करने म मदद मल सकती है।
नकारा क अंक पाने क कम संभावना : चूंिक सामा जाग कता म हल करने के लए कुछ भी नह है , आपको हमेशा
पता चलेगा िक आपको उ र पता है या नह ।इसका मतलब है िक इस बात क कोई संभावना नह है िक आप जानबूझकर िकसी
उ र को गलत च त कर।
वषय-सूची
चै र सं ा. चै र लेवल पृ सं ा
1. ाचीन इ तहास लेवल I 1
लेवल II 4
लेवल III 7
ाट आंसर क 12
सॉ ुशन 14
लेवल II 44
लेवल III 47
ाट आंसर क 52
सॉ ुशन 54
लेवल II 87
लेवल III 90
ाट आंसर क 95
सॉ ुशन 97
लेवल II 127
ाट आंसर क 138
सॉ ुशन 140
लेवल II 174
ाट आंसर क 183
सॉ ुशन 185
चै र सं ा. चै र लेवल पृ सं ा
6. राजनी त लेवल I 213
लेवल II 222
ाट आंसर क 239
सॉ ुशन 242
लेवल II 300
ाट आंसर क 310
सॉ ुशन 312
लेवल II 338
ाट आंसर क 345
सॉ ुशन 347
9. भौ तक व ान लेवल I 368
लेवल II 372
ाट आंसर क 380
सॉ ुशन 382
लेवल II 412
ाट आंसर क 420
सॉ ुशन 422
चै र सं ा. चै र लेवल पृ सं ा
11. जीव व ान लेवल I 447
लेवल II 452
ाट आंसर क 464
सॉ ुशन 467
लेवल II 510
ाट आंसर क 518
सॉ ुशन 520
लेवल II 553
ाट आंसर क 567
सॉ ुशन 570
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1
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ाचीन
इ तहास on
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Chapter.
LEVEL
1 1
-
86
Questions
TTA
:
14
Seconds
A)
समु गु B)
कठोर
1.
न ल खत
म
से
कौन
गलत
मलान
ह? C)
अशोक D)
पुलके शन
II
TTA
:
21
Seconds 14.
कताब-उल- हद
पु क
क
रचना
कसने
क
ह?
A)
अथव-वेद-जा ुई
सू
का
ान B)
ऋ ेद
-
ु त
के
भजन
का
ान TTA
:
17
Seconds
C)
यजुर
-वेद
य ीय
सू
का
ान D)
साम
-वेद
-
व ान
का
ान A)
अल
मासुदी B)
अल-ब नी
2.
मोहन
जोदड़ो
कस
नदी
के
तट
पर
त
ह? C)
सुलेमान D)
फरदौसी
TTA
:
9
Seconds 15.
रावी
नदी
का
वै दक
नाम
ा
ह?
A)
रावी B)
सधु TTA
:
10
Seconds
C)
घ र D)
सर ती A)
अ नी B)
शुतु
3.
न ल खत
म
से
कस
ाचीन
क व
ने
अ भ ानशाकुंतलम
को
लखा
ह? C)
प षणी D)
का लदी
TTA
:
8
Seconds 16.
इनम
से
कौन
भारतीय
उपमहा ीप
म
ोटो-ऐ तहा सक
चरण
का
एकमा
A)
भासा B)
शू क उदाहरण
ह?
C)
आयभट D)
का लदास TTA
:
19
Seconds
4.
_______
च क ा
और
श
च क ा
पर
एक
ाचीन
सं ृ त
ंथ
ह। A)
वै दक
स ता B)
सधु
घाटी
क
स ता
TTA
:
14
Seconds C)
गु
काल D)
मगध
सा ा
A)
अथशा B)
रघुवंशम् 17.
न ल खत
म
से
कौन
‘अ ा ायी’
पु क
का
लेखक
ह?
C)
सु ुत
सं हता D)
अ भ ानशाकुंतलम् TTA
:
11
Seconds
5.
" वपास"
___________
नदी
का
ऋ ै दक
नाम
ह। A)
बाणभ B)
पा णनी
TTA
:
12
Seconds C)
शू क D)
पतंज ल
A)
चनाब B)
ास 18.
'न चकेता
का
उ ेख
__________
म
ह।
C)
झेलम D)
रावी TTA
:
9
Seconds
6.
भगवान
गौतम
बु
का
ज
ान
ह A)
अथववेद B)
कठोप नषद
TTA
:
8
Seconds C)
शतपथ
ा ण D)
इनम
से
कोई
नह
A)
लु नी B)
सारनाथ 19.
भारत
म
वै दक
स ता
__________
नदी
के
कनार
वक सत
ई।
C)
बोध
गया D)
वैशाली TTA
:
12
Seconds
7.
इं डका
पु क
कसने
लखी
ह? A)
तापी B)
सर ती
TTA
:
7
Seconds C)
नमदा D)
गोदावरी
A)
मेग नीज B)
अर ू 20.
'मोहनजो-दड़ो'
श
का
अथ
ा
ह?
C)
चाण D)
इनम
से
कोई
नह TTA
:
7
Seconds
8.
वै दक
धम
को
________
के
प
म
भी
जाना
जाता
था। A)
पसंदीदा
शहर B)
मुद
का
टीला
TTA
:
13
Seconds C)
रहने
क
जगह D)
एक
बाजार
े
A)
बु
धम B)
ा णवाद 21.
वै दक
काल
म,
समाज
को
_______
वग
म
वभा जत
कया
गया
था
जसे
C)
जैन
धम D)
हडो न वण
कहा
जाता
ह।
9.
1921
म
म टगोमेरी
जले
म
रावी
नदी
के
तट
पर
त
मुख
शहर
कौन
सा TTA
:
12
Seconds
A)
छह B)
तीन
था?
TTA
:
15
Seconds C)
पाँच D)
चार
A)
क ौज B)
हड़ ा 22.
ईसा
पूव
छठी
शता ी
म
मगध
महाजनपद
का
पहला
शासक
था-
C)
वैशाली D)
मगध TTA
:
15
Seconds
10.
चं गु
थम
को
उसके
पु
_______
ारा
ानांत रत
कया
गया
था। A)
महावीर B)
सेनजीत
TTA
:
13
Seconds C)
ब सार D)
अजातश ु
A)
समु गु B)
भानुगु 23.
ऋ ेद
क
अ धकांश
स ताएँ
कस
नदी
के
पास
त
थ ?
C)
ं दगु D)
पु गु TTA
:
13
Seconds
11.
मृ क टक
________
ारा
लखा
गया
ह। A)
नमदा B)
सर ती
TTA
:
9
Seconds C)
गंगा D)
गोदावरी
A)
का लदास B)
सु का 24.
वै दक
काल
के
मह पूण
दवताओं
के
सही
समूह
का
चयन
क जये।
C)
बलहाना D)
भासा TTA
:
19
Seconds
12.
स
गाय ी
मं
कसके
ारा
बनाया
गया
था? A)
ा,
जाप त,
ग ड़ B)
शेषनाग,
चं ,
यम
TTA
:
11
Seconds C)
व ण,
व ु,
शव D)
अ ,
इं ,
सोम
A)
मनु B)
कौ 25.
ारं भक
वै दक
काल
के
दौरान
दो
वधानसभाएं
ा
थ ?
C)
व ा म D)
उ ी TTA
:
11
Seconds
13.
गौतम
बु
का
ज
लु नी
म
आ
था
इसक
पु
कसके
शलालेख
से A)
स म त B)
सभा
होती
ह? C)
स म त
और
सभा D)
न
तो
1
और
न
ही
2
https://amzn.to/3HVqlZK ाचीन
इ तहास
80.
राजा
हषवधन
ने
ान
का
एक
बड़ा
क
ा पत
कया,
जसे
_____
म 92.
उस
पु क
का
ा
नाम
ह
जसम
बौ
संघ
ारा
बनाए
गए
नयम
का
'भ - वहार'
कहा
जाता
था। उ ेख
मलता
ह?
TTA
:
16
Seconds TTA
:
15
Seconds
A)
मथुरा B)
काशी A)
ो B)
वनय
पटक
C)
क ौज D)
ह र ार C)
महा भ न मण D)
पंचतं
81.
'दवानाम या
यदश '
के
नाम
से
कसे
जाना
जाता
था? 93.
न
का
मलान
क जये:
TTA
:
12
Seconds पु क लेखक
A)
अशोक
मौय B)
ब ुसार
मौय
1 अ ा ायी A भरत
C)
चं गु
मौय D)
महाप
नंदा
2 ना
शा B वराह म हर
82.
बौ
ंथ
म मा
नकाय
कसम
ह
3 बृहत्
जातक C पा ण न
TTA
:
13
Seconds
A)
सं ृ त B)
पाली TTA
:
26
Seconds
C)
ाकृत D)
तेलेगु A)
1(B),
2(C),
3(A) B)
1(B),
2(A),
3(C)
C)
1(C),
2(A),
3(B) D)
1(C),
2(B),
3(A)
83.
न
ांग
ने
न ल खत
म
से
कस
शासक
के
दरबार
का
दौरा
कया?
TTA
:
12
Seconds 94.
सुरकोटदा
का
पुराता क
ल
कस
रा
म
त
ह?
A)
अशोक B)
हषवधन TTA
:
12
Seconds
C)
ब सार D)
चं गु
मौय A)
गुजरात B)
कनाटक
C)
राज ान D)
ह रयाणा
84.
न ल खत
म
से
कस
अव ध
को
ह ू
धम
के
ण
युग
के
प
म
जाना
जाता
ह? 95.
कौन-सा
बो धस
भगवान
इं
क
तरह
व
धारण
करता
ह?
TTA
:
12
Seconds TTA
:
12
Seconds
A)
मौय
काल B)
गु
काल A)
मंजू ी B)
मै ेय
C)
उ र
गु
काल D)
उ र
मौय
काल C)
व पाणी D)
अ मताभ
85.
सधु
घाटी
स ता
का
एक
बंदरगाह
शहर
न ल खत
म
से
कौन
सा
था? 96.
न ल खत
म
से
कस
पुराता क
ल
म
गत
आवास
के
माण
ह?
TTA
:
10
Seconds TTA
:
12
Seconds
A)
राखीगढ़ी B)
धोलावीरा A)
बुजहोम B)
मेहरगढ़
C)
कालीबंगा D)
लोथल C)
राणा
पुंडई D)
पलवोय
86.
चाण
के
कई
वचार
को
न
म
से
कस
पु क
म
लखा
गया
था? 97.
बौ
धम
म
" र "
का
ा
अथ
ह?
TTA
:
11
Seconds TTA
:
14
Seconds
A)
पुराण B)
राजतरं गणी A) पटक B)बु ,
ध
(धम),
संघ
C)
अथशा D)
महा वा C)स ,
अ हसा,
क णा D)शैल,
समा ध,
संघ
98.
न ल खत
म
से
ा
वेदांग
नह
ह?
TTA
:
12
Seconds
LEVEL
2 87
-
166
Questions A)
क B)
न
C)
पूवमीमांसा D)
श ा
87.
'बृह ं हता'
के
लेखक
कौन
थे? 99.
सधु
घाटी
स ता
का
ाचीन
बंदरगाह
न ल खत
म
से
कौन
सा
ह?
TTA
:
16
Seconds TTA
:
11
Seconds
A)
आयभ B)
वराह म हर A)
मोहनजोदड़ो B)
कालीबंगा
C)
अमर सह D)
गु C)
हड़ ा D)
लोथल
88.
अजंता
क
च कला
म
मंजु ी
कस
धम
से
संबं धत
ह? 100.
'भारतीय
मै कयावेली'
कसे
कहा
जाता
था?
TTA
:
13
Seconds TTA
:
12
Seconds
A)
बौ
धम B)
जैन
धम A)
कौ ट B)
वशाखद
C)
आजीवक D)
उपरो
म
से
कोई
नह C)
मेग नीज़ D)
चं गु
मौय
89.
1922
म
सधु
के
तट
पर
लरकाना
जले
म
कस
शहर
क
खुदाई
क
गई 101.
24व
जैन
तीथकर
कौन
थे?
थी? TTA
:
10
Seconds
TTA
:
16
Seconds A)
ऋषभदव B)
महावीर
A)
मोहनजोदड़ो B)
धनुषकोडी C)पा नाथ D)
सुम तनाथ
C)
कांची D)
हड़ ा 102.
सां
ू ल
ऑफ
फलॉसफ
क
ापना
________
ारा
क
गई
थी।
90.
ू सरा
बौ
प रषद
__________
के
शासनकाल
के
दौरान
आयो जत TTA
:
15
Seconds
कया
गया
था। A)
पतंज ल B)
गौतम
TTA
:
14
Seconds C)
कुम रला
भ D)
क पला
A)
उदयभ B)
महाप नंदा
103.
यूना नय
के
लेखन
म
कसे
'स ोकोटस'
कहा
जाता
था?
C)
शशुनाग D)
कालाशोक TTA
:
17
Seconds
91.
प व
पु क
'भगवद
गीता'
कसने
लखी? A)
अशोक B)
ब ुसार
TTA
:
14
Seconds C)
चं गु
मौय D)
घनानंद
A)
का लदास B)
वा ी क
104.
न ल खत
म
से
कौन
सी
पु क
हषवधन
ारा
नह
लखी
गई
थी?
C)
सूरदास D)
वेद
ास TTA
:
28
Seconds
To Practice 3751 More Questions
From Remaining Chapters
Buy NOW
Available at
&
C.
सुरसेना III.
राजपुरा
125.
वै दक
समाज
को
चार
वग
म
वभा जत
करने
का
उ ेख
कस
ंथ
म
ह?
TTA
:
18
Seconds
D.
क ोज IV.
मथुरा
A)
ऋ ेद
का
पु ष
सू B)
यजुवद
नीचे
दए
गए
वक
म
से
सही
उ र
के
लए
कोड
का
चयन
कर: C)
मुंडक
उप नषद D)
शतपथ
ा ण
TTA
:
30
Seconds
126.
सं ृ त
भाषा
का
पहला
ाकर णक
पाठ
__________
ारा
लखा
गया
A)
A
-
II,
B
-
I,
C
-
IV,
D
-
III B)
A
-
II,
B
-
III,
C
-
IV,
D
-
I
था।
C)
A
-
III,
B
-
II,
C
-
IV,
D
-
I D)
A
-
III,
B
-
II,
C
-
I,
D
-
IV
TTA
:
12
Seconds
114.
न ल खत
म
से
कस
वेद
म
रोग
का
उपचार
ह? A)
वा ी क B)
क ण
TTA
:
19
Seconds C)
पा ण न D)
का लदास
A)
यजुवद B)
ऋ ेद
127.
जेपी
जोशी
ने
न ल खत
म
से
कस
ान
क
खोज
क
थी?
C)
सामवेद D)
अथववेद
TTA
:
17
Seconds
115.
न ल खत
म
से
कौन
सा
महाजनपद
अपनी
राजधानी
से
सही
ढंग
से
मलान
होता
ह/ह?
https://amzn.to/3HVqlZK ाचीन
इ तहास
Buy NOW
Available at
&
206.
महाभारत
के
कस
पव
से
भगवद
गीता
नकाली
गई
ह? 217.
खजुराहो
त
कंद रया
महादव
मं दर
न ल खत
म
से
कसके
ारा
TTA
:
16
Seconds बनाया
गया
था?
A)
भी
पव B)
शां त
पव TTA
:
14
Seconds
A)
वधाधर B)
धंगदव
C)
सौ पटका
पव D)
आ द
पव
C)
वजयपाल D)
जयवमन
207.
बुराइय
को
समा
करने
के
लए
वै दक
दवता
इं
को
__________
के
प
म
जाना
जाता
था। 218.
जैन
धम
म,
तीन
र
( र )
दए
गए
ह
और
उ
नवाण
का
माग
कहा
TTA
:
18
Seconds जाता
ह।
वे
ा
ह?
A)
अ B)
महान
यो ा TTA
:
24
Seconds
A)
सही
बोली,
सही
ान
और
सही B)
सही
व ास,
सही
ान
और
सही
C)
काश
और
श D)
वायु
आचरण वहार
208.
न ल खत
म
से
कौन
बौ
धम
म
नवाण
क
अवधारणा
का
सबसे C)
सही
व ास,
सही
रा ा
और
सही D)
सही
व ास,
सही
ान
और
सही
अ ा
वणन
करता
ह? आचरण आचरण
TTA
:
23
Seconds
219.
गु
काल
के
दौरान,
सोने
के
स
को
न ल खत
म
से
कस
नाम
से
A)
कामना
क
लौ
का
वलु
होना B)
यं
का
पूण
अंत
ना मत
कया
गया
था?
C)
क ाण
और
व ाम
क
अव ा D)
सभी
समझ
से
पर
एक
मान सक
TTA
:
12
Seconds
अव ा
A)
पक B)
टंक
209.
न ल खत
म
से
कस
ल
से
हड़ ा
काल
के
आरंभ
म
कलेबंदी
के C)
ाम D)
दीनार
माण
मले
ह?
TTA
:
18
Seconds 220.
बौ
धम
के
हीनयान
सं दाय
के
संबंध
म
न ल खत
म
से
कौन-सा
A)
बनवाली B)
रोपर वक
सही
ह?
TTA
:
27
Seconds
C)
लोथल D)
अमरी
A)
इस
सं दाय
को
बड़
वाहन
के
प
म B)
वे
बु
क
मू त
पूजा
म
व ास
210.
दवताओं
क
ु त
करने
के
लए,
वै दक
भजन
के
भाग
को
_________ भी
जाना
जाता
ह करते
ह
कहा
जाता
ह। C)
हीनयान
सं दाय
म
बो धस
क D)
हीनयान
व ान
ने
जनसाधारण
के
TTA
:
18
Seconds कोई
अवधारणा
नह
ह साथ
बातचीत
करने
के
लए
ाकृत
A)
सं हता B)
वेदांत भाषा
का
उपयोग
कया
था
C)
ा ण D)
सां 221.
इनम
से
कस
शासक
का
उ ेख
स ोकोट् स
के
प
म
कया
गया
था?
211.
मौय
सा ा
के
पतन
के
बाद
द ण
ावणकोर
के
कुछ
ह
के
साथ TTA
:
14
Seconds
म ुर
और
त ेवे ी
जल
पर
कसने
क ा
कया?
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इ तहास
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LEVEL 1 1 - 86 Questions
Sol
1. Sol
5.
सही
उ र
वक
2)
यानी
ास
ह।
यजुर
वेद
-
इसम
य
या
य
अनु ान
करते
समय
कह
जाने
वाले
मं आधु नक-समय
का
नाम ऋ ै दक
नाम
शा मल
ह।
इसम
पूजा
अनु ान
के
लए
भजन
शा मल
ह।
साम
वेद
-
यह
धुन
और
मं
का
वेद
ह।
इसम
ु नया
के
सबसे
पुराने
मं चनाब अ नी
और
अनु ान
संबंधी
धुन
शा मल
ह। रावी पु शनी
अथववेद
-
तनाव,
चता
और
अ
सम ाओं
को
ू र
करने
के
लए
जा ुई
झेलम वता ा
सू
शा मल
ह।
हालां क
इसम
द नक
जीवन
के
लए
गैर
जा ुई
नु
े भी
शा मल
ह। ास वपास
ऋ ेद
-
सबसे
पुराना
ात
वेद।
यह
दवताओं
क
शंसा,
ांड
व ान,
दाश नक
और
का नक
जैस
े वषय
से
संबं धत
ह। Sol
6.
सही
उ र
लु नी
ह।
Sol
2. Key
Points
मोहन
जोदड़ो
पा क ान
के
सध
ांत
के
लरकाना
जले
म
सधु
नदी
के
तट
पर
त
ह। भगवान
बु ,
स ाथ
गौतम,
का
ज
623
ई.पू.
लु नी
के
स
उ ान
Key
Points म
आ
था,
जो
ज
ही
एक
तीथ ल
बन
गया।
तीथया य
म
भारतीय
स ाट
अशोक
भी
थे,
ज ने
वहां
अपना
एक
ारक
यह
1922
म
ी
आर
डी
बनज
ारा
खोजा
गया
था
और
इसे
1980
म ंभ
बनवाया
था।
यूने ो
के
व
वरासत
ल
के
प
म
ना मत
कया
गया
था।
यह
ाचीन
समय
म
ु नया
क
सबसे
पुरानी
ब य
म
से
एक
ह
और
यह Additional
Information
सधु
घाटी
स ता
म
ब ी
का
सबसे
बड़ा
ल
ह।
एक
वशाल
लकड़ी
के
अ धरचना
के
साथ
एक
बड़ी
इमारत
जो
ेट
ैनरी भारत
म
बौ
धम
(अनाज
भंडारण
बेस)
लगती
थी,
सर
मो टमर
ीलर
ारा
खोजा
गया
था भारत
म
बौ
धम
क
शु आत
2,600
वष
पहले
एक
जीवन-
और
साथ
ही
बड़
सावज नक
ान
को
भी
पास
म
खोजा
गया
था
और प त
के
प
म
ई
थी
जसम
को
बदलने
क
मता
थी।
बृहत ानागार
कहा
जाता
था। यह
द ण
और
द ण-पूव
ए शयाई
दश
के
मह पूण
धम
म
से
एक
ह।
Sol
3. धम
अपने
सं ापक
स ाथ
गौतम
क
श ाओं,
जीवन
के
अनुभव
सही
उ र
कालीदास
ह। पर
आधा रत
ह।
Key
Points उनका
ज
शा
वंश
के
शाही
प रवार
म
आ
था,
जो
लुं बनी
म
क पलव
ु से
शासन
करते
थे,
जो
भारत-नेपाल
सीमा
के
पास
का लदास
ाचीन
भारत
के
महान
शा ीय
सं ृ त
क वय
और
नाटककार त
ह।
म
से
एक
ह। 29
वष
क
आयु
म,
गौतम
ने
घर
छोड़
दया
और
धन
के
अपने
उनके
लेखन
से
पता
चलता
ह
क
वह
उ ैन
के
एक
प व
ा ण
थे,
और जीवन
को
अ ीकार
कर
दया
और
जीवनशैली
या
चरम
आ -
उ ने
ा णवादी
सीखने
क
व भ
शाखाओ
ं का
ान
ा
कया
था। अनुशासन
को
अपनाया।
उनक
का
तभा
उनके
सभी
काय
म
ब त
अ ी
तरह
से
प रल त
होती लगातार
49
दन
के
ान
के
बाद,
गौतम
ने
बहार
के
एक
गांव
ह,
जो
माल वका म ,
व मोवशीय,
अ भ ान-सकुंतला,
और
रघुवंश, बोधगया
म
एक
पीपल
के
पेड़
के
नीचे
बो ध
( ानोदय)
ा
कुमारसंभव
और
मेघ ू त
जैसी
क वताएँ
ह। कया।
बु
ने
अपना
पहला
उपदश
यूपी
के
बनारस
शहर
के
पास
सारनाथ
Important
Points गाँव
म
दया
था।
इस
घटना
को
धम-च -पालन
(कानून
का
प हया
कृ
पायन,
जसे
भासा
और
वेद
भासा
के
नाम
से
भी
जाना
जाता
ह।
मोड़ना)
के
प
म
जाना
जाता
ह।
भासा उ
पारंप रक
प
से
महाभारत
के
लेखक
के
प
म
जाना
जाता
ह।
उनक
मृ
ु 803
वष
क
आयु
म
483
ईसा
पूव
म
यूपी
के
एक
उ
वेद
और
पुराण
का
त प
भी
माना
जाता
ह।
क
े कुशीनगर
नामक
ान
पर
ई
थी।
घटना
को
महाप र न न
के
प
म
जाना
जाता
ह।
चार
महान
स :
शु का
एक
सव े
च कूट
के
लए
जाना
जाता
ह
जसका
शीषक
दशकुमारच रत
(दस
राजकुमार
का
रोमांच)
ह। ु ख
( ुःख)
संसार
का
सार
ह।
शू क हर
ुख
का
एक
कारण
होता
ह
-
समुदय।
उनके
ारा
तीन
सं ृ त
नाटक
मृ क टका
(छोटी
म ी
क
गाड़ी),
वनवासवद ,
और
एक
भान,
प भृतक
ह। पी ड़त
को
बुझाया
जा
सकता
था
-
नद ष।
इसे
अथांग
म ा
(आठ-गुना
पथ)
का
पालन
करके
ा
कया
जा
सकता
ह।
वह
ग णत
और
खगोलशा ी
के
प
म
स
ह।
उनके
काम
म
कई
तरह
के
वषय
शा मल
ह,
जैसे
क
वगमूल Sol
7.
आयभ सही
उ र मेग नीज ह।
नकालना,
घात
समीकरण
को
हल
करना
और
हण
क
भ व वाणी
करना। Key
Points
यह
ह ू
धम
का
एक
प
ह
जो
वेद
ारा
ुत
क
गई
र ी
वचारधाराओं अबू
रहान
अल-ब नी
एक
ईरानी
व ान
थे।
और
पौरा णक
के
इद- गद
घूमता
ह। उ
व भ
नाम
से
जाना
जाता
ह:
-
बौ
धम
क
ापना
स ाथ
गौतम
ने
क
थी। भारत- व ा
के
जनक
जैन
धम
क
ापना
महावीर
ने
क
थी। तुलना क
धम
के
जनक
हडो न
क
ापना
अ र पस
ारा
क
गई
थी।यह
एक
ऐसा
दशन
ह आधु नक
भूग णत
के
जनक
जो
मानता
ह
क
सुख
और
दद
ही
एक
ऐसी
चीज
ह
जो
इं सान
क
शारी रक पहला
मानव व ानी
भलाई
के
लए
मायने
रखती
ह। उ ने
कताब-उल- हद
पु क
क
रचना
क ।
अलब नी
(अबू
र म
ब नी)
एक
फारसी
व ान
था
जो
1017
म
गजनी
Sol
9. के
महमूद
के
साथ
भारत
आया
था।
हड़ ा: उ ने
भारत
व ा,
ह ू
धा मक
मा ताओं,
री त- रवाज
और
सामा जक
संगठन
पर
ट णी
क ।
1921
म,
दया
राम
साहनी
ने
टश
भारत
के
पंजाब
ांत
के
म टगोमरी
जले
म
हड़ ा
क
स ता
का
खुलासा
कया। Additional
Information
हड़ ा
के
पुराता क
न ष
एक
पं
म
अ
भंडार
थे,
मातृ
दवी
क
म ी
क
मू त,
तांबे
के
पैमाने,
लग
के
प र
के
च ,
आ द। अल-मसुदी
क
पु क-
द
मीडोज
ऑफ
गो
सुलेमान
क
पु क
-
भारत
और
चीन
के
ाचीन
लेख
Sol
10. फरदौसी
क
पु क
-
शाहनामे
सही
उ र समु गु
ह।
Sol
15.
चं गु
थम
को
उसके
पु
समु गु ारा
ानांत रत
कया
गया
था।
रावी
नदी
का
वै दक
नाम
पा शनी
था।
Key
Points ऋ ेद
म
स - सधु
के
नाम
से
जानी
जाने
वाली
7
न दय
के
समूह
का
उ ेख
ह।
समु गु
(335
ई
-
380
ई ): पांच
न दय
के
साथ
सर ती
नदी
उन
7
न दय
म
से
6
नदी
बनाती
ह,
समु गु
गु
राजवंश
का
सबसे
महान
राजा
था। हालां क
7व
क
अभी
भी
पु
नह
ई
ह।
उसके
शासनकाल
का
सबसे
व ृत
और
ामा णक
अ भलेख यमुना
को
का लदी
भी
कहा
जाता
ह
जो
भारतीय
रा
प म
बंगाल
म
याग
श /इलाहाबाद
ंभ
शलालेख
म
संर त
ह,
जो सुंदरवन
के
आसपास
क
एक
नदी
ह।
उसके
दरबारी
क व
ह रसेन
ारा
र चत
ह।
समु गु
के
सै
अ भयान
को
वी.ए.
थ
ल खत
भारत
के Sol
16.
नेपो लयन
के
प
म
उसके
वणन
को
ायसंगत
मानते
ह।
शीषक:
क वराज,
परम
भागवत,
अ मेध प र मा,
व म
सव- सधु
घाटी
क
स ता
भारतीय
उपमहा ीप
म
ोटो-ऐ तहा सक
चरण
का
राजो े ा केवल
गु
शासक
के
पास
सव-राज-ओ ेता
क एकमा
उदाहरण
ह।
उपा ध
थी। हम
इस
चरण
को
ोटो-ऐ तहा सक
मानते
ह
क
आधु नक
इ तहासकार
इलाहाबाद
ंभ
के
शलालेख
म
शीषक
धम
चारक
बंध
ु का ने
उस
अव ध
क
ल पय
क
खोज
क
ह,
ले कन
उ ने
इसे
ड
नह
उ ेख
ह,
अथात
वह
ा णवादी
धम
के
वतक
था। कया
ह।
Sol
13. Sol
18.
सही
उ र
अशोक
ह।
Important
Points कठोप नषद
म
न चकेता
का
उ ेख
ह।
249
ईसा
पूव
म
मौय
स ाट
अशोक
ारा
न मत
ंभ
पर
शलालेख
इस
बात
क काठोप नषद
यम
(मृ ु
के
ामी)
और
न चकेता
(12
साल
के
युवा
लड़के)
गवाही
दता
ह
क
भगवान
बु
का
ज
623
ईसा
पूव
म
द णी
नेपाल
के
तराई के
बीच
क
बातचीत
ह।
मैदान
म
त
लु नी
के
प व
े
म
आ
था। न चकेता
मृ
ु और
उससे
बाद
के
जीवन
का
अथ
तलाश
करने
के
लए
म
घर
छोड़कर
चला
गया।
लु नी
म
ईसा
पूव
तीसरी
शता ी
से
बौ
तीथ ल
क
कृ त
के
बार
म उप नषद
ाचीन
सं ृ त
ंथ
ह
जनम
ह ू
धम
क
कुछ
क ीय
दाश नक
मह पूण
माण
ह। अवधारणाएं
और
वचार
ह,
जनम
से
कुछ
को
बौ
धम
और
जैन
धम
जैसी
लु नी
नेपाल
के
क पलव ु
जले
म
त
ह। बु
का
ज
लुं बनी
म
आ धा मक
परंपराओं
के
साथ
साझा
कया
गया
ह।
था। कथा
उप नषद
ाथ मक
उप नषद
म
से
एक
ह
जो
कृ
यजुवद
के
कथा
व ालय
के
अं तम
आठ
खंड
म
स हत
था।
Sol
14.
सही
उ र
अल-ब नी
ह। Sol
19.
Key
Points
https://amzn.to/3HVqlZK ाचीन
इ तहास
भारत
म
वै दक
स ता
सर ती
नदी
के
कनार
वक सत
ई। अ धकांश
ऋ ेद
स ताएं
सर ती
के
पास
त
थ ।
ऋ ेद
क
पु क
6
म
'ना द ु त
सू '
नाम
का
एक
भजन
शा मल
ह, ऋ ेद
म
काबुल,
ात,
खुरम,
गुमल,
सधु,
झेलम,
चनाब,
र व,
ास
और
जसमे सर ती
क
ु त
करने
के
लए उ
"आदश
माँ,
नायाब
नदी, सतलुज
न दय
का
भी
उ ेख
ह।
सव
दवी"
कहा
गया ह। ऋ ेद
के
नदी ु त
सू
म
शंसा
को
न दय
क
शंसा
का
ोत
कहा
ऋ ेद
म
एक
श शाली,
बफ ली
नदी
सर ती
का
उ ेख
ह,
जसके जाता
ह।
कनार
पर
सा ह
क
ु
क
जानी
थी। न दय
के
पुराने
नाम:
धमा भमानी
ह ुओ
ं ारा
प व
माना
जाने
वाली
इस
नदी
को "पहाड़
से
समु
तक
अपने
माग
म शु
और
अ
सभी
न दय
क
म हमा
से
पर" ऋग-वै दक
नाम आधु नक
नाम
व णत
कया
गया
ह।
सधु सधु
सर ती
का
पता
लगाने
के
यास
को
शु
म
2003
म
फा
क
पर
रखा
गया
था। वत ा झेलम
सर ती
ह रटज
ोजे
को
क ीय
पयटन
और
सं ृ त
मं ालय
ारा अ नी चनाब
शु
कया
गया
था
ले कन
इसे
2005
म
रोक दया
गया
था।
प ी रव
Sol
20. वपाशा ास
सही
उ र
वक
-
2
अथात्
मुद
का
टीला
ह।
शतुद सतलुज
हड़ ा
क
खोज
के
एक
साल
बाद,
मोहनजो-दड़ो
के
पुराता क
ल
को
1922
म
मा ता
दी
गई
थी। Sol
24.
मोहनजो-दड़ो
का
वकास
ागै तहा सक
सधु
सं ृ त
से
लगभग
3,000 सही
उ र
ह
अ ,
इं ,
सोम।
ईसा
पूव
आ
था
और
यह
ाचीन
सधु
घाटी
स ता
के
सबसे
बड़
शहर
म
से
एक
था। अ ,
इं
और
सोम
वक
म
से
वै दक
काल
के
मह पूण
दवताओं
के
शहरी
नयोजन
और
बेजोड़
स वल
इं जी नय रग
ने
इसे
अपने
समय
का
सबसे सही
समूह
ह।
उ त
और
उ ेखनीय
प र ृ त
शहर
बना
दया।
मोहनजो-दड़ो
का
अथ
ह
'मुद
का
टीला'।
इस
ान
के
आधु नक
नाम
क Important
Points
ा ा
सधी
म
"मुद
का
टीला"
के
प
म
क
गई
ह।
अ
का
सं ृ त
श
का
अथ
अ
ह।
सधु
घाटी अ
ाचीन
भारत
क
वै दक
पौरा णक
कथाओं
म
ू सरा
सबसे
मह
ल मह पूण
दवता
ह।
यह
एक
नवीनतम
ल
ह
जो
गुजरात
म
मौजूद
ह। 200
ऋ ै दक
भजन
अ
को
सम पत
ह।
इसे
अ
ल ,
जनम
2
भाग
थे,
के
वपरीत
3
भाग
म वै दक
ह ू
पौरा णक
कथाओं
म
इं
दवताओ
ं के
राजा
ह।
धोलावीरा
वभा जत
कया
गया
था। इं
को
वषा
दवता
माना
जाता
था।
इसम
नचले
शहर
के
अलावा
एक
म
शहर
मौजूद
ह। इं
को
कभी-कभी
"
हजार
आं ख
वाला
"
कहा
जाता
ह।
इसम
एक
कृ म
ट
गोदी
बाड़ा
ह। सोमा
एक
पौधा
पैदा
करने
वाला
श शाली
पेय
था
जो
वै दक
ब लदान
का
इसम
चावल
क
सबसे
शु आती
खेती
के
माण
ह। एक
मौ लक
ाव
था।
लोथल
दवता
सोमा
"पौध
का
राजा
"
था।
यह
सधु
घाटी
के
लोग
के
लए
एक
बंदरगाह
के
प
म
काय
करता
था।
Additional
Information
सधी
भाषा
म,
इसका
अथ
ह
"मुद
का
टीला"।
यह
सभी
सधु
शहर
म
सबसे
बड़ा
ह। व
ु एक
दवता
ह
जो
तीन
चरण
म
पृ ी
को
ढकते
ह।
मोहनजो-
द
ेट
बाथ
भी
यहां
मौजूद
ह। ग ड़
भगवान
व ु
के
प ी
और
वहाण
(पवत)
ह।
दड़ो
कां
क
नृ
करती
ई
लड़क
और
पशुप त
के
प
क यम
मृ ु
के
दवता
ह।
एक
मुहर
भी
यहां
पाई
गई
ह।
ऋ े दक
काल
के
दौरान,
आ दवासी
समाज
को
तीन
समूह
म
वभा जत
कया
गया
था-
यो ा,
पुजारी
और
लोग।
Sol
21. सु
नामक
चौथा
वभाजन
ऋ े दक
काल
के
अंत
क
ओर
कट
सही
उ र
वक
4
अथात्
चार
वण
ह। आ
क
इसका
उ ेख
ऋ ेद
क
दसव
पु क
म
पहली
बार
आ
ह,
जो
क
नवीनतम
जोड़
ह।
वै दक
काल
म,
समाज
को
4
वग
म
वभा जत
कया
गया
था
ज
वण
रग
वै दक
काल
म
पुजा रय
को
उपहार
के
प
म
दए
गए
दास
के
संदभ
ह।
कहा
जाता
ह।
वे
मु
प
से
घरलू
उ
के
लए
नयो जत
म हला
दास
थ
।
चार
वण
ह:
ा ण,
य,
वै
और
शू ।
यह
ह
क
ऋग
वै दक
काल
म
दास
का
उपयोग
सीधे
कृ ष
या
धमशा
ने
वण
के
आदश
" वसाय "
के
बार
म
नयम
का
उ ेख
कया अ
उ ादक
ग त व धय
म
नह
कया
जाता
था
।
ह।
ऋ ेद
के
युग
म
वसाय
पर
आधा रत
भेदभाव
शु
कया
गया
था
ले कन
ा ण
-
वेद
का
अ यन
करना
और
श ा
दना,
ब लदान
करना
और
दान यह
वभाजन
ब त
तेज
नह
था
क
इसम
व भ
प रवार
के
संदभ
हएक
दना/ ा
करना।
ही
प रवार
के
भीतर
अलग-अलग
वसाय
ए
।
य
-
यु
म
संल
होना,
लोग
क
र ा
करना
और
ाय
का
बंधन
ऋ े दक
काल
के
दौरान,
समाज
म
आ दवासी
त
मजबूत
थे
और
कर
के
करना,
वेद
का
अ यन
करना,
ब लदान
दना,
और
उपहार
बनाना।
सं ह
या
भू म
क
संप
के
संचय
के
आधार
पर
सामा जक
वभाजन
वै
-
कृ ष,
पशुचारण
और
ापार
म
संल
होना। अनुप त
थे।
शू
-
उ
केवल
एक
काय
स पा
गया
था
अथात्
तीन
"उ "
वण
क
सेवा
समाज
अभी
भी
आ दवासी
और
काफ
हद
तक
समतावादी
था।
करना।
यह
प
से
इं गत
करता
ह
क
ऋ े दक
काल
म
सामंतवाद
Sol
22.
का
कोई
सबूत
नह
था।
ब सार
(558-491
ई.पू.): Sol
25.
ब सार हयक वंश से
संबं धत
छठी
शता ी
ईसा
पूव
म मगध
(543-492
सभा ारं भक
ऋ ै दक
काल दोन
वधानसभाओं
को
दशाती
ह।
ईसा
पूव) महाजनपद
के
पहले
शासक थे।
म हलाएं
भी
इस
सभा
म
शा मल
होती
थ
और
उ सभावती
कहा
जाता
था
ब सार
ने
कई
जनजा तय
और
े
को
एक
साथ
लाकर
मगध
रा
क
ऋ ेद
सभा
के
बार
म
ा यक
और
शास नक
काय
के
साथ-साथ एक
ापना
क ।
नृ
और
जुआ
सभा
के
प
म
बोलता
ह।
Sol
23. जब क स म त एक
लोक
सभा
थी
जसम
जनजा त
के
लोग
आ दवासी
सही
उ र
सर वसाय
के
लए
एक त
होते
थे।
ती
ह
।
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इ तहास
उप नषद
को
वेद
से
जुड़
ह ू
धम
म
ु तय
का
अं तम
ोत
माना
जाता
ह। "जातक" बौ
धम
के
लोग
का एक
प व ह।
उप नषद
को
भारतीय
दशनशा
का
मह पूण
ोत
माना
जाता
ह
और
यह जातक नामक
सा ह क
म 500
से
अ धक
कथाएँ
ह
और
पाली क
मूल
प
से
ा,
जीव
और
जगत
के
ान
से
संबं धत
ह। ाचीन
भारतीय भाषा
म
लखी
गई पं ह
ंथ
का
दसवां
ह, जसम
सु
पटक
का
खु क नकाय ( पटक
का
ू सरा
या
बौ
पाली
से
संबं धत
Sol
30.
ह)
बौ
धम
के
सं दाय
हीनयान
के स ांत
को
तपा दत
करता
ह।
चौथे
बौ
प रषद को व ागामनी
अभय और क न के तहत मश: ीलंका
(77
ईसा
पूव)
और
क ीर
(127
सीई)
म
आयो जत दो
अलग-अलग प रषद
म वभा जत कया Sol
36.
गया
ह, जसके
प रणाम प बौ
धम का
वभाजन हीनयान
(थेरवाद
बौ )
और
दयोफर,
असम
म
त
एक
पुराता क
ल
ह।
महायान म
आ।
Sol
31. यह
पुरात
नदशालय,
असम
सरकार
के
अंतगत
संर त
पुरात
पाक
और
च रत भारतीय स ाट हषवधन
क
जीवनी ह,
ज ने
606
से
647
ई ी
तक
उ र ल-सं हालय
ह।
भारत
पर
शासन
कया
और वधन
वंश के
शासक
थे।
इसे बाणभ ने
लखा
था, दयोफर
पहाड़ी,
दयोपानी
के
आर त
वन
का
ह ा
ह।
जो सातव
शता ी
ई ी
के
सं ृ त
लेखक
थे। दयोपानी
वन
भी
कृ म
भांग
के
पौध
के
लए
स
ह।
दयोफर
पहाड़ी
सातव
शता ी
ई ी
क
थी।
Sol
32.
Sol
37.
कोणाक
सूय
मं दर एक
13व
शता ी
का
ह ू
मं दर
ह
जो उड़ीसा म
त
ह गौतम
बु
और
सूय
दव
को
सम पत
ह।
मं दर
एक वशाल
रथ
के
आकार का
ह,
मं दर
उ म प र
क
न ाशी के वह बौ
धम
के
सं ापक थे
और
उनका
मूल
नाम स ाथ था।
लए
जाना
जाता
ह
जो
पूरी
संरचना
को
समा व करता
ह। वह
एक य थे
और शा
गण के
थे।
आ ान
ा
करने
के
बाद,
उ ने 'बु '
या
'वाइज
वन' क
उपा ध
ा
Sol
33. क।
सही
उ र
रायगड़
ह। अपने
आ ान
ा
के
बाद,
वे सारनाथ गए
और पहली
बार
श ा दी।
Key
Points
Sol
38.
बु
के
जीवन
से
संबं धत
अ महा ान
ह
:
लुं बनी हड़ ा क
खुदाई राय
बहा ुर
दया
राम
साहनी
ने
1921 म
क
थी।
बोध
गया यह पंजाब
(पा क ान)
के
म टगोमरी
जले
म
रावी
नदी के
तट
पर
त
ह।
सारनाथ
कुशीनगर हड़ ा
ल
से
मह पूण
खोज।
ाव ी
मानव
शरीर रचना
क बलुथा
प र
क
मू तयाँ
सं क ा
अनाज
का
भंडार
राजगृह
बैलगाड़ी
वैशाली
गौतम
बु
का
ज ,
563
ई.पू.
म,
नेपाल
के
क पलव ु
के
लुं बनी
गाँव
म, Sol
39.
शा
य
वंश
म
आ
था। सही
उ र
वक
1
ह,
अथात
गुजरात।
लोथल
ाचीन
सधु
घाटी
स ता
का
एक
शहर
ह
जो
गुजरात
म
त
ह।
Important
Points
यह
गुजरात
रा
के
भाल
े
म
त
ह
और
1954
म
खोजा
गया
था।
महा भ न मण
या
महा नवाण
उस
घटना
को
कहा
जाता
ह
जब
गौतम
बु
ने
अपना
घर
ाग
दया
था।
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इ तहास
Sol
52.
ी
गु
गु
वंश
के
सं ापक
थे।
चं गु
थम
को
ापक
प
से
गु
युग
के
सं ापक
के
प
म
जाना
हड़ ा
स ता
क
मुहर
मु
प
से चौकोर
आकार
क थ
और
इस
मुहर
से जाता
ह
जो
320
ई ी
म
उनके
रा ा भषेक
के
साथ
शु
होता
ह।
एक
प र
जसे ीटाइट कहा
जाता
था,
से
हम
सधु
घाटी
स ता
के समु गु
गु
वंश
के
शासक
क
सबसे
बड़ी
माना
जाता
ह।
धा मक
जीवन
का
अंदाजा
लगता
ह।
मह पूण
ब ु
मु
पु ष
दवता पशुप त
थे,
( ोटो- सवा) तीन
चेहर
और
दो
स ग
के
साथ गु
वंश:
एक
यो गक
मु ा
म
बैठने
के
प
म
मुहर
म
त न ध
करते
थे।
वह चार
जानवर ( हाथी,
बाघ,
राइनो
और
भस )
से
घरा
आ
ह
और
उसके गु
वंश
के
सं ापक
ी
गु
थे।
पैर
पर दो
हरण दखाई
दते
ह। वह
घटो च
ारा
सफल
आ
था।
इन
दोन
को
महाराजा
कहा
जाता
था।
सधु
घाटी
स ता वतमान
उ र-पूव
अफगा न ान
से
पा क ान
और
उ र- अगला
शासक
चं गु
थम
था
और
वह
सबसे
पहले
महाराजा धराज
प म
भारत
तक
फैली
ई
थी।
स ता
घ र-हकरा
नदी
और
सधु
के कहलाया।
नदी-नाल
म
पनपी।
सधु
घाटी
स ता
ु नया
क
चार
सबसे
पुरानी चं गु ,
म
लगभग
330
ई ी
म
समु गु
ारा
सफल
आ,
ज ने
लगभग
स ताओं
म
से
एक
ह।
इसे
हड़ ा
स ता
के
प
म
भी
जाना
जाता
ह
और पचास
वष
तक
शासन
कया।
यह
ड
णाली
पर
आधा रत
संग ठत
योजना
के
लए
स
ह। वह
एक
महान
सै
तभा
था
और
कहा
जाता
ह
क
उसने
द न
म
एक
सै
अ भयान
क
कमान
संभाली
थी,
और
व
े
क
वन
जनजा तय
को
Sol
53.
→
सही
उ
तर
ह
लुं बनी
।
भी
अपने
अधीन
कर
लया
था।
समु गु
के
उ रा धकारी
चं गु
तीय,
जसे
व मा द
के
नाम
से
भी
जाना
जाता
ह,
ने
मालवा,
गुजरात
और
का ठयावाड़
के
ापक
े
पर
भगवान
बु
का
ज
563
ईसा
पूव
म
द णी
नेपाल
के
तराई
मैदान
म
वजय
ा
क ।
त
लुं बनी
के
प व
े
म
आ
था।
मुख
ब ु
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इ तहास
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&
Sol
106. Sol
112.
म
सा ा :
जातक
कथाएँ
सा ह
रचनाएं
ह
जो गौतम
बु
के
पछले
ज के
बार
म
ह।
बौ
धम: बौ
धम
एक
मत
ह
जसक
ापना स ाथ
गौतम ("बु ") यह
कु
के
पास
म
भारत
म
त
था।
ने पाचव
शता ी
ई.पू. म
क
थी। इसक
ापना
उपरीरा
वासु
के
पु
म
त
ने
क
थी।
बौ
धम
अपने
सं ापक
स ाथ
गौतम
क
श ाओं,
जीवन
के
अनुभव
पर उपरीरा
के
अ
पु
बृह थ
(मगध
क
ापना),
मावेला,
य ु,
म नवाहन
और
आधा रत
ह,
जनका
ज
लगभग
563
ईसा
पूव
म
आ
था। राज
थे।
म
क
राजधानी वराटनगरी (राज ान
के
जयपुर
जले
म
वतमान
बैराट)
Sol
107. म
थी।
'माल वका-अ म म्'
कालीदास
ारा
लखा
गया
था।
का लदास
एक
शा ीय
सं ृ त
लेखक
और
ाचीन
भारत
के
महान
नाटक
लखने
वाले Sol
113.
और
नाटककार
थे। सही
उ र
A
-
II,
B
-
I,
C
-
IV,
D
-
III
ह।
कालीदासा
क
उ ेखनीय
कृ तयाँ
ह:
अ भ ानशाकु लम्।
मगध
:
रघुवंशम्।
यह
वतमान
बहार
म
त
था
मेघ ू तम्।
मगध
क
राजधानी
राजगृह
ह
।
व मोवशीयम्।
पहली
बौ
प रषद
राजगृह
म
आयो जत
क
गई
थी।
कुमारासंभावाम। व
:
Sol
108. व
क
राजधानी
कौशांबी
ह
।
सही
उ र
वक
4)
अथात
मंगो लया
ह।
यह
वतमान
इलाहाबाद
म
त
था।
व
रा
यमुना
नदी
के
तट
पर
त
था।
माण
के
अनुसार,
हड़ ा
के
लोग
अफगा न ान,
प सया
और
ओमान
के सुरसेना
:
साथ
ापार
करते
थे। सुरसेना
क
राजधानी
मथुरा
ह
।
ले कन
इस
बात
के
कोई
माण
नह
ह
क
वह
मंगो लया
के
साथ
भी
ापार यह
वतमान
उ र
दश
म
त
ह।
करते
थे। क ोज
:
क ोज
क
राजधानी
राजापुरा
ह
।
व ु
का
नाम े
(जहां
से
साम ी
आयात
क
जाती
थी) यह
क ीर
के
ह ुकुश
पहाड़
के
आसपास
त
था।
Sol
111.
सही
उ र
मगध
ह
|
सुरकोटदा
म
घोड़
क
ह य
के
अवशेष
पाए
गए
थे।
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इ तहास
कन :
यह
नवीनतम
साइट
ह
जो
गुजरात
म
त
ह।
दो
भाग
वाले
अ
साइट
के
वपरीत
इसे
3
भाग
म
वभा जत वह
कुषाण
वंश
का
एक
स ाट
था
और
ू सरी
शता ी
(c.120–144
CE)
म
धोलावीरा
कया
गया
था। त त
था।
नचले
शहर
के
अलावा
एक
म
शहर
त
ह।
कुषाण
स ाट
ने
पहली
बार
चांदी
के
ान
पर
सोने
के
स
का
उपयोग
कया
था
उनके
सा ा
क
मु
राजधानी
गांधार
के
पु अपुरा
म
त
थी
।
इसम
एक
कृ म
ट
डॉकयाड
ह।
उसने
द णी
उजबे क ान
और
ता ज क ान
से
लेकर
उ री
भारत
तक
इसम
चावल
क
शु आती
खेती
के
माण
ह।
लोथल फैले
एक
सा ा
पर
शासन
कया,
जहाँ
तक
द ण-पूव
म
मथुरा
था
यह
सधु
घाटी
के
लोग
के
लए
एक
बंदरगाह
का
काय
करता
था। वह
कुषाण
सा ा
के
सं ापक
कुजुला
कड फसेस
के
वंशज
थे
।
वह
बौ
धम
के
संर क
थे
और
गांधार
से
चीन
तक
महायान
बौ
धम
के
सारण
म
मह पूण
भू मका
नभाई
थी
।
सधी
भाषा
म,
इसका
अथ
ह
"मृतक
का
टीला"। उ ने
प रषद
के
मुख
के
प
म
क ीर
म
4
व
बौ
प रषद
का
संचालन
यह
सभी
सधु
शहर
म
सबसे
बड़ा
ह। कया।
मोहनजोदाड़ो द
ेट
बाथ
भी
यहाँ
त
ह। इसक
अ ता
वसु म
और
अ घोष
ने
क
थी।
कां
क
नृ ांगना
और
पशुप त
क
एक
मोहर
भी
यहाँ
पाई
गई 32
भौ तक
च
पर
आधा रत
बु
के
च
उनके
समय
के
दौरान
बनाए
गए
ह। थे।
Sol
140.
Sol
135.
जैन
धम
म, तीथकर एक
उ ारकता
ह
इ ोने
जीवन
क
पुनज
क
धारा
को
मुख
शलालेख
13 क लग
के
साथ
उनके
यु के
बार
म
ववरण
दता
ह। पार
करने
म
सफल
रह
ह
और
ू सर
के
अनुसरण
के
लए
एक
माग
बनाया
ह।
चौदह
मुख
शलालेख ह। जैन
धम
म 24
तीथकर ह।
दो
क लग
लेख
नए
व जत
े
म
पाए
जाते
ह। पा नाथ
23व
तीथकर
थे
मुख
ंभ
लेख
को
मह पूण
शहर
म
ा पत
कये
गए थे। महावीर अं तम
तीथकर
थे।
सू
शला
लेख और सू ंभ
लेख ह।
Sol
141.
Sol
136.
ना सक
शलालेख
पर
गौतमी
पु
सातकण
क
उपल यां
दज
ह।
यह
त मल
भाषा
के
ाकरण
और
त मल
सा ह
और
भाषा
व ान
के
े वो
सातवाहन
राजवंश
से
थे।
म
ारं भक
काय
ह। ना सक
के
शलालेख
क
आधार शला
उनक
मां
गौतमी
बाल ी
ने
रखा
था।
इसे
त मल
म
टो पयार
ने
लखा
था। शलालेख नागापण
पर
उनक
जीत
के
बार
म
दशाता
ह।
यह त मल
ाकरण पर
एक
काय
ह। सातवाहन
राजवंश
के
स हव
राजा,
हाल
अपनी
पु क
गाथास सती
के
यह
उस
समय
के
राजनी तक
और
सामा जक
प र
के
वषय
म
भी
बताता लए
स
थे।
ह। सातवाहन
राजवंश
के
सं ापक
समुक
थे।
त मल
भाषा
का
योग
संगम
सा ह
म
कया
गया
था।
Sol
142.
Sol
137. सही
उ र
ह,
चीनी
बौ
भ
ु ेन
ांग।
सही
उ र
व ा म
ह। Key
Points
Key
Points
चीनी
बौ
भ
ु न
ांग
ने
पुलके शन
तीय
के
शासनकाल
के
दौरान
व ा म
गाय ी
मं
के
रचनाकार
ह। चालु
सा ा
का
दौरा
कया
और
अपने
लेखन
म
उनक
शंसा
क ।
गाय ी
मं
पहली
बार
ऋ ेद
म
दखाई
दया। चीनी
तीथया ी
न
ांग
ने
सातव
शता ी
म
भारत
का
दौरा
कया
और
इसे
सा व ी
मं
के
प
म
भी
जाना
जाता
ह। पं ह
वष
तक
रह।
हष
के
शासनकाल
के
दौरान,
भारत
प च ं ने
म
लगभग
16
व श
ने
इस
भजन
क
रचना
क ,
जो
अ ,
इं
और
अ
दवताओं
को वष
लग
गए।
सम पत
ह,
। न
ांग
ने
वणन
कया
क
भारत
को
तीन
वण
ा ण,
य
और
शू
(जो
वै दक
और
उ र
वै दक
ंथ
म
गाय ी
मं
का
ापक
प
से
उ ेख
कया कृ ष
करते
ह)
म
वभा जत
कया
गया
था,
इन
तीन
के
साथ
अ त र
वण
गया
ह। भी
थे
ज
अछत
के
प
म
जाना
जाता
था।
यह
मं
उपनयन
समारोह
का
एक
मह पूण
ह ा
था। हष
के
शासनकाल
और
न
ांग
या ा
के
दौरान,
उ ने
दज
कया
क
बौ
गो ामी
तुलसीदास
हनुमान
चालीसा
के
संगीतकार
थे। धम
को
नालंदा
के
साथ
अठारह
सं दाय
म
वभा जत
कया
गया
था,
जहां
इसके
स
क
ने
10000
भ ुओ
ं को
महायान
ू ल
के
बौ
दशन
क
Sol
138. श ा
दी
थी।
670
ई.
म
एक
अ
चीनी
तीथया ी
ने
भारत
का
दौरा
कया-
आई-
ग-
भारत
म फा- हएन क
या ा
चं गु
तीय
के
शासनकाल
के
दौरान
ई
थी। जसने
नालंदा
को
भी
अपने
या ा
वृ ांत
म
दज
कया।
फा- हएन एक
चीनी
बौ
भ ु
और
अनुवादक
थे
ज ने
चीन
से
भारत
तक
पैदल
या ा
क ,
म
ए शया
म
प व
बौ
ल
का
दौरा
कया,
और
399- Additional
Information
412
के
समकालीन
भारतीय
उपमहा ीप
और
द ण
पूव
ए शया
के
बीच दरबारी
बौ
ंथ
का
अ ध हण
कया
था। राजा राजवंश सा ह कार
और
लेखक
कव
उ ने
अपने
या ा
वृतांत 'ए
रकॉड
ऑफ़
बु
कगड ' म
अपनी
या ा
पुलके शन
का
वणन
कया
ह। चालु
वंश र वकर त ऐहोल
शलालेख
तीय
चं गु
तीय,
जसे व मा द भी
कहा
जाता
ह,
उ री
भारत
के
श शाली
स ाट
(380-415
ई.पू.)
थे। पु भू त
वंश
/
वधन बाणभ -हषच रत
हषवधन बाणभ
हषवधन- यद शका,
र ावली
और
वंश
Sol
139. नागानंद
सही
उ र
ह
क न
। चालु
वंश:
https://amzn.to/3HVqlZK ाचीन
इ तहास
Sol 147. Key Points
Sol
166. Sol
172.
छं द ह
- सही
उ र
वक
1)
ह
अ नी।
"11 जब
उ ने
पु ष को
वभा जत
कया
तो
उ ने
कतने
ह े
कए? आधु नक- दन
का
नाम ऋगवै दक
नाम
वे
उसके
मुंह,
उसक
बाह
को
ा
कहते
ह?
वे
उसक
जाँघ और
पैर
को
ा
कहते
ह? चेनाब अ नी
12.
ा ण
उसका
मुंह
था,
उसक
दोन
भुजा
राज थी। रावी पु शनी
उनक
जांघ
वै
बन
ग ,
उनके
चरण
से
शू
उ
ए।”
यहाँ
पु ष
कभी
सव ,
सवश मान,
सव
होने
का
उ ेख
करता
ह। झेलम वत ा
ास वपाशा
LEVEL
3 167
-
249
Questions
Sol
173.
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&
गु
वंश
के
सं ापक
ी
गु
थे। दो
वशेष
शला
ापक
को
महामं
के
नदश
के
प
म
लोग
को
न
वह
घटो च
ारा
सफल
आ
था।
इन
दोन
को
महाराजा
कहा
जाता
था। और
सुलह
करने
के
लए
अं कत
कया
गया
था
और
उन
स ांत
को
अगला
शासक
चं गु
थम
था
और
वह
सबसे
पहले
महाराजा धराज ा पत
कया
जस
पर
अशोक
ने
क लग
और
इसके
सीमावत
कहलाया। जनजा तय
के
शासन
का
आधार
मांगा।
चं गु ,
म
लगभग
330
ई ी
म
समु गु
ारा
सफल
आ,
ज ने
लगभग पृथक
क लग
ापक,
वा व
म,
क लग
के
लोग
के
लए
ह
और
कह
और
पचास
वष
तक
शासन
कया। नह
पाए
जाते
ह।
वह
एक
महान
सै
तभा
था
और
कहा
जाता
ह
क
उसने
द न
म
एक पृथक
क लग
ापक
म
अशोक
ने
शासन
के
अपने
स
स ांत
को
भी
सै
अ भयान
क
कमान
संभाली
थी,
और
व
े
क
वन
जनजा तय
को ीकार
कया
था,
"सभी
नाग रक
मेर
ब
े ह।
जैसा
क
म
अपने
ब
के
भी
अपने
अधीन
कर
लया
था। लए
चाहता
ं क
वे
सभी
इस
ु नया
म
आनंद
और
सुख
ल।"
समु गु
के
उ रा धकारी
चं गु
तीय,
जसे
व मा द
के
नाम
से
भी
जाना
जाता
ह,
ने
मालवा,
गुजरात
और
का ठयावाड़
के
ापक
े
पर Sol
183.
वजय
ा
क ।
ादातर
चांदी
से
बने
पंच- च त
स े ,
बहार
म
ब तायत
से
पाए
जाते
मुख
ब ु थे।
गु
राजाओं
के
शासन
के
दौरान
कुछ
स
घटनाएँ : ये
पटना
शहर
के
गोलकपुर
म,
पू णया
और
अ
ान
पर
पाए
गए
थे।
कुशान
स े ,
ब र
म
खुदाई
म
पाए
गये
ह
जो
कुषाण
सा ा
क
सीमा
स
चीनी
तीथया ी
फा ान
चं गु
तीय
के
शासनकाल
के
दौरान
भारत को
दशाता
ह।
आए
थे।
भारत
म
अपने
नौ
वष
के
वास
म
से,
उ ने
बतायागु
सा ा
म
छह Sol
184.
साल। सही
उ र
जैन
दशन
ह।
चं गु
तीय
ने
प मी
भारत
के
शक
प
के
खलाफ
यु
छड़ा। Key
Points
शक
प
के
अं तम
शासक
सह
III
को
परा जत,
ग ी
से
उतारकर
मार ीकरण:
दया
गया।
प मी
मालवा
और
का ठयावाड़
ाय ीप
म
उसके
े
को
गु
सा ा
म
मला
लया
गया
था। समा ध
मरण
या
स ेखना
े ा
से
मौत
को
गले
लगाना
ह
जब
घरवाले
कुमारगु
ने
नालंदा
व व ालय
क
न व
रखी। और
सं ासी
दोन
यह
कहते
ह
क
वृ ाव ा,
लाइलाज
बीमारी,
गंभीर
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इ तहास
Sol
189. Sol
193.
मनु ृ त
म
दए
गए
ववाह
के
कुल
आठ
प
ह।
एनसीईआरटी क ा
12व
म
इन
बहार के गया
जले म
त महाबो ध
वहार रा
से
एकमा यूने ो
व आठ
ववाह
प
म
से
चार
का
उ ेख
ह।
य़े
ह
-
धरोहर
ल ह।
यह बोधगया
म एक बौ
मं दर
ह,
जहां
बु
के
ान
के
बार
म
कहा
जाता
ह पहला:
एक
बेटी
का
उपहार,
उसे
महंगे
कपड़
पहनाने
और
उसे
गहने
भट
करने
क
उ
ान
ा
आ
था। के
बाद,
वेद
म
सीखे
ए
को,
जसे
पता
यं
आमं त
करता
ह,
को
स ा नत
करता
ह।
Sol
190. चौथा:
पता
ारा
बेटी
को
उपहार
दने
के
बाद
उसने
जोड़
को
पाठ
के
साथ
मेसो ल थक
आयु । संबो धत
कया,
"आप
दोन
अपने
कत
को
एक
साथ
नभा
सकते
ह",
और
ू
े को
स ान
दखाया
ह।
मेसो ल थक
युग
लगभग 9000
ईसा
पूव
से
4000
ईसा
पूव तक
गरता
ह। पांचवां:
जब
ू
े को
अपनी
इ ा
के
अनुसार,
संबं धय को
और
ु न
को
यह
पुरापाषाण
युग
और
नवपाषाण
युग
के
बीच
का
सं मणकालीन
चरण खुद
के
लए
जतना
धन
दया
जा
सकता
ह,
उसके
बाद
एक
युवती
मलती
था। ह।
हालाँ क
मेसो ल थक
पु ष
अब
भी
शकार
पर
काफ
हद
तक
नभर
थे, छठा: एक
युवती
और
उसके
ेमी
का ै क
संघ
जो
े ा
से
हो।
ले कन
अब
वे
कु ,े
भेड़,
बकरी,
गाय-बैल,
भस,
जंगली
घोड़ा,
आ द जानवर
का
शकार
करना
शु
कर
दते
थे। Sol
194.
म
दश
के आदमगढ़
और
राज ान
के
बागोर से
जानवर
के
शकार
का
सबसे
पहला
सबूत
मला।
वे
मेसो ल थक
ल
ह। वदह
सा ा
क
शु आत
न म
वदह
ने
क
थी।
न म
वदह
इ ाकु
पु
थे।
Sol
191. यजुवद
म
इसका
उ ेख
कया
गया
था।
सही
उ र
वक
3)
ह
अथात
धोलावीरा। दवी
सीता
इस
रा
क
राजकुमारी
थ ,
वह
वदह
के
राजा
जनक
क
बेटी
थ।
सधु
घाटी
स ता
वतमान
उ र-पूव
अफगा न ान
से
पा क ान
और
उ र- जनकपुर
इसक
राजधानी
थी।
प म
भारत
तक
फैली
ई
थी।
स ता
घ र-हकरा
नदी
और
सधु
के
नदी-नाल
म
पनपी।
सधु
घाटी
स ता
ु नया
क
चार
सबसे
पुरानी Sol
195.
स ताओं
म
से
एक
ह।
इसे
हड़ ा
स ता
के
प
म
भी
जाना
जाता
ह
और
https://amzn.to/3HVqlZK ाचीन
इ तहास
ऋ ेद
क
रचना
ारं भक
वै दक
युग
म
ई
थी। यजुवद
और
अथववेद
म
कृ -आयस,
ामा
और
ाम-अयस
यह
1500
ईसा
पूव
-
1000
ईसा
पूव
के
बीच
था। श
लोह
के
शु आती
नाम
माने
जाते
ह।
अत:
वक
3
सही
चार
वेद
ऋग,
यजुर,
साम
और
अथव
ह। ह।
अ
तीन
क
रचना
उ र
वै दक
युग
म
ई
थी।
उ र
वै दक
काल
1000
ईसा
पूव
-
600
ईसा
पूव
के
बीच
था। Sol
200.
ागै तहा सक
काल
उस
समय
को
संद भत
करता
ह
जब
कोई
लेखन
और सही
उ र
मथुरा
ह।
वकास
नह
था
या
लेखन
का
कोई
सबूत
नह
ह।
सुरसेन
रा
उ र
दश
म
वतमान
ज
े
के
अनु प
एक
ाचीन
भारतीय
Sol
196. े
था।
वक
1
सही
नह
ह, अथात बाद
के
वै दक
काल
म
म हलाओं
को
मह पूण सुरसेन
क
राजधानी
मथुरा
थी।
राजनी तक
वशेषा धकार
ा
ए। बौ
अंगुटारा
नकया,
सुरसेना
कहती
ह
क
यह
सोलह
महाजनपद
म
से
एक
था।
ारं भक
वै दक
काल
(ऋ े दक
काल)
के
वपरीत,
बाद
म
वै दक
काल
म हलाओं
के
अ धकार
के
लए
उदार
नह
था। Important
Points
म हलाओ
ं क
त
म
कोई
सुधार
नह
आ।
वे
अभी
भी
पु ष
के
लए सोलह
महाजनपद
इस
कार
ह:
नीच
और
अधीन
माने
जाते
थे।
म हलाओं
ने
वधानसभाओं
म
भाग
लेन
े के
अपने
राजनी तक
अ धकार
को
भी 1.
कासी
खो
दया।
इस लए,
वक
1
सही
नह
ह। 2.
कोशल
बाद
म
वै दक
लोग
समु
से
प र चत
थे
और
उ ने
बाबुल
जैस
े दश
के
साथ 3.
अंगा
ापार
कया। 4.
मगध
वंशानुगत
ापा रय
(वा नया)
का
एक
वग
अ
म
आया।
वै
ापार 5.
व ी
और
वा ण
पर
भी
काम
करते
थे।
उ ने
खुद
को
ग
के
तौर
पर
संग ठत 6.
म ा
कया
ह
जस
गनास
के
नाम
से
जाना
जाता
ह। 7.
सले
ऋ े दक
काल
के
न ा
के
अलावा,
सोना
और
चांदी
के
स े
जैसे 8.
कु
सतामना
और
शनाला
का
उपयोग
व नमय
के
मी डया
के
प
म
कया 9.
व
जाता
था। 10.
पांचाल
बाल
ववाह
आम
हो
चुके
थे। 11.
म
ऐतरय
ा ण
के
अनुसार,
एक
बेटी
को
ुख
का
ोत
बताया
गया
ह। 12.
सुरसेन
13.
अ ाका
Sol
197. 14.
अवंती
सही
उ र
सर ती
नदी
ह। 15.
गांधार
Key
Points 16.
क ोज
Sol
199.
सही
उ र
यजुवद
ह।
मुख ब ु
यजुवद:-
"यजुस"
का
अथ
ह
"य
का
सू "
और
यजुवद
य
क
ाथना
क
पु क
ह।
यह
अनु ान-अपण
मं /मं
का
संकलन
करता
ह।
इसके
दो
कार
ह:-
1.
कृ
यजुवद
2.
शु
यजुवद
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इ तहास
Sol
207.
दोहर
दफन
के
सा
बुराइय
को
समा
करने
के
लए
वै दक
दवता
इं
को
महान
यो ा के
प
म
जाने
चावल
क
भूसी
के
अवशेष
लोथल
जाते
थे।
घोड़
क
टराकोटा
मू त
के
सा
जहाज़
बनाने
का
ान
इं
-
आकाश
का
ामी,
व
का
दवता, बा रश
और एक
महान
यो ा।
एक
जहाज
का
टराकोटा
मॉडल
इं
का
वाहन
सफेद
हाथी
(ऐरावत)
ह और
इनका एक
ह थयार व ह।
Sol
208.
कुंड
भू म
के
सा
लकड़ी
के
कुंड
के
सा नबाना
( नवाण): बु
के
श ण
का
अं तम
ल
नबाना
क
ा
थी।
यह
कालीबंगा
सात
अ
वे दय
के
सा
एक
जगह
नह
थी
ले कन
एक
अनुभव
था
और
इसी
जीवन
म
ा
कया
जा
जुताई
क
ई
सतह
सकता
ह।
नवाण
का
अथ
ह
सभी
इ ाओं
को
ू र
करना
और
क
को
समा
करना,
जो
अंततः
पुनज
से
मु
क
ओर
ले
जाता
ह।
घोड़
क
ह याँ
अंडाकार
क
सुरकोटड़ा Sol
209.
दफ़न
कये
ए
मटके
मो तयाँ
बनाने
वाली
ुकान बनवाली
Sol
210.
एक
अनूठी
जल
बंधन
णाली
ढोलावीरा सं हता म भगवान
के
लए
मं ,
ाथना
और
भजन का
सं ह
ह।
एकमा
ान
जसे
3
भाग
म
वभा जत
कया
गया
था
वेद
के
भजन
भाग
को
सं हता
कहा
जाता
ह,
यह
भी
वेद
का
ह ा
ह।
इसक
कुल
सं ा चार ह
- (1) ऋ ेद
सं हता, (2) सामवेद
Sol
202. सं हता (3) यजुवद
सं हता, (4) अथववेद
सं हता
सही
उ र
वक
4
ह।
Sol
211.
गाग ,
मै ेयी
और
लोपामु ा
वै दक
युग
क
मुख
म हला
दाश नक
थ ।
गाग ,
ऋ ष
वाचक ी
क
बेटी
थी
और
वह
वै दक
समय
क
एक
महान पां
ने
मौय
सा ा
के
पतन
के
बाद
द ण
ावणकोर
के
कुछ
ह
के
व ान
थी। साथ
म ुर
और
त ेवे ी
जल
पर
क ा
कर
लया।
अग
ऋ ष
क
प ी
लोपामु ा
ने
ऋ ेद
के
दो
छं द
क
रचना
क । इसक राजधानी
म ुर म
थी
जो वैगई
नदी के
तट
पर
त
ह।
मै ेयी
ऋ ष
मै ी
क
पु ी। पां ा
के
ज
म
एक एकल
मछली
या
जुड़वां
मछली शा मल
थी।
ऋ ष
मै ी
म थला
म
वदह
सा ा
म
रहते
थे। सबसे पहला
ात
पां न
शासक
मु ुकुदमी था।
" म थला"
बहार
म
मौजूद
ह
और
इसक
मूल
भाषा
मै थली
ह। सबसे
महान
पां ा
राजा
न ुजे लयन थे।
Sol
203. Sol
212.
सही
उ र
वक
1
ह,
अथात
गाय।
उ ने ाकृत
भाषा का संर ण कया। इस लए,
वक
3
सही
नह
ह।
गाय,
ऊंट,
घोड़
और
शेर
को
मुहर
पर
नह
दखाया
गया
था। सातवाहन
वंश का
सं ापक समुका था। इस लए,
वक
1
सही
ह।
यू नकॉन
(बैल)
सबसे
अ धक
जवान
का
त न ध
करता
था। उसने कृ का
ान
लया,
जसने
प म
म
ना सक
तक
रा
का
व ार
वा व
म,
घोड़ा
एक
जानवर
था
जो
हड़ ा
स ता
के
लए
अ ात
था। कया।
जानवर
का
वच
एक
मह पूण
घटना
थी
जसे
स ता
म
दखा
जा
सकता
ह। Sol
213.
चोल
Sol
204.
पु षाथ
या
जीवन
के
चार
उ
धम,
अथ,
काम
और
मो
ह।
तीक
च :
चीता
Sol 206.
Sol
225. Sol
232.
सही
उ र
वक
2
अथात्
भाकर
वधन
ह। सही
उ र
वक
3
अथात
टोल
के
सं ाहक
ह
मौय
नगर
शासन
म
शू ा ा
श
टोल
का
सं ाहक
ह।
भाकर
वधन
ने
गुजर
को
हराया
और
पड़ोसी
रा
पर
अपना
नयं ण पा ा ा वा ण
अधी क
बढ़ाया।
वह
पु भू त
प रवार
के
थे। सम ा ा बाजार
के
अधी क
लगभग
606
शता ी
म
हषवधन
को
सहासन
ा
आ
और
उसने
647 पौ ा ा वजन
और
माप
के
अधी क
शता ी
तक
शासन
कया।
नवा ा जहाज
के
अधी क
Sol
226. शू ा ा टोल
के
सं ाहक
फा ान
(405-411
ई ी):
वह
एक
चीनी
बौ
भ ु
थे
जो
च गु
तीय मेग नीज चं गु
मौय के
दरबार
म से ूकस
नकेटर का
राज ू त
था।
के
शासनकाल
म
भारत
आए
थे। वह
भारत
म
304
ईसा
पूव
से
299
ईसा
पूव
तक
रह।
इ ग
(671–695
ई ी):
एक
चीनी
या ी
थे,
वह
बौ
धम
के
संबंध
म मेगैथेन
के
संदभ
मौय
काल
क
सामा जक
और
राजनी तक
त
पर
काश
भारत
आये
थे
और
उ ने
हम
पहले
गु
शासक
के
बार
म
जानकारी
दी
थी। डालते
ह।
हषवधन
(606
ई ी
से
647
ई ी): उनके
अनुसार,
भारतीय
समाज 7
जा तय म
वभा जत
था,
जो
दाश नक,
वह
पु भू त
वंश
का
सबसे
मुख
शासक
था। कसान,
चरवाहा,
ापारी,
यो ा,
पयवे क
और
पाषद
थे।
उसने
अपनी
राजधानी
क ौज
से
शासन
कया। गुलामी
अनुप त
थी।
हष
के
तहत
पु भू त
सा ा
उ र
और
उ र-प मी
भारत
तक
व ृत
आ। Sol
249.
इस
सा ा
का
व ार
पूव
म
काम प
तक
और
द ण
म
नमदा
नदी
तक
था। हीनयान
मू त
पूजा
म
व ास
नह
करता
ह और
आ -अनुशासन
और
ान
हषच रत
म
बाणभ
ारा
उनके
शासनकाल
को
अ ी
तरह
से के
मा म
से
गत
मो
ा
करने
क
को शश
करते
ह।
ले खत
कया
गया
ह। इस
कार
हीनयान
का
अं तम
उ नवाण ह।
चीनी
या ी
न
ांग
ने
इनके
काल
म
भारत
का
दौरा
कया। महायान
या
"महान
वाहन"
बु
के
बु
और बु
क
मू त
क
पूजा
और
बो धस को
बु
कृ त
का
तीक
मानते
ह।
Sol
247.
संभवनाथ तीसर
जैन
तीथकर
थे।
तीथकर:
तीथकर
' श ण
भगवान'
या
जैन
धम
म
'फोड
नमाता'
के
प
म
जाना
जाता
ह।
जैन
धम
म,
यह
माना
जाता
ह
क
ेक
ांडीय
युग
24
तीथकर
पैदा
करता
ह।
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