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Name of the Student:

Date of Issue: 12-9-22


Work sheet
Date of Submission: 15 -9-22
SUBJECT: HINDI
Topic: साराां श,आले ख
GRADE: 8

गद्यांश पढ़कर सयरयांश अपने शब्दां में लिखिए ।


टमाटर में भरपूर मात्रा में कैल्शशयम, फास्फोरस व ववटावमन 'ए' सी पाये जाते हैं । एवसविटी की वशकायत होने पर
टमाटरोां की खुराक बढाने से यह वशकायत दू र हो जाती है । हालााँ वक टमाटर का स्वाद अम्लीय )खट्टा( होता है , ले वकन
यह शरीर में क्षारीय प्रवतवियाओां को जन्म दे ता है।लाला टमाटर सुांदर और खाने में स्वावदष्ट होने के साथ पौवष्टक होते हैं ।
इसके खट्टे स्वाद का कारण यह है वक इसमें साइवटि क एवसि और मौवलक एवसि पाया जाता है वजसके कारण यह प्रत्यम्ल
के रूप में काम करता है। (टमाटर में ववटावमन 'ए' काफी मात्रा में पाया जाता है । यह आाँ खोां के वलये बहुत लाभकारी
है ।

टमयटर कय उपयदग
शरीर के वलए टमाटर बहुत ही लाभकारी होता है। इससे कई रोगोां का वनदान होता है । टमाटर शरीर से ववशे षकर गुदे से
रोग के जीवाणुओां को वनकालता है । यह पेशाब में चीनी के प्रवतशत पर वनयन्त्रण पाने के वलए प्रभावशाली होने के कारण
यह मधु मेह के रोवगयोां के वलए भी बहुत उपयोगी होता है । काबोहाइििेट की मात्रा कम होने के कारण इसे एक उत्तम
भोजन माना जाता है । टमाटर से पाचन शल्ि बढती है। इसके लगातार सेवन से वजगर बे हतर ढाँ ग से काम
करता है और गै स की वशकायत भी दू र होती है । जो लोग अपना वजन कम करने के इच्छु क हैं , उनके वलए टमाटर
बहुत उपयोगी है । एक मध्यम आकार के टमाटर में केवल 12 कैलोरीज होती है , इसवलए इसे पतला होने के भोजन के
वलए उपयु ि माना जाता है। माना जाता है वक टमाटर इतने पौवष्टक होते हैं वक सुबह नाश्ते में केवल दो टमाटर सम्पू णण
भोजन के बराबर होते हैं। ऐसा वनयवमत सेवन करते रहने से आपके वजन में जरा भी वृ ल्ि नहीां होगी। इसके साथ साथ
यह पूरे शरीर के छोटे मोटे ववकारोां को भी-दू र करता है । टमाटरके वनयवमत सेवन से श्वास नली का शोथ कम होताहै
प्राकृवतक वचवकत्सकोां का कहनाहै टमाटर खाने से अवत सांकुचन भी दू र होता हैऔर वक खााँ सी तथा बलगम से भी राहत
वमलती है। अवधक पके लाल टमाटर खाने वालोां को कैन्सर रोग नहीां होता। इसके सेवन से रोग प्रवतरोधक क्षमता भी बढती
है ।

टमाटर के गुण – [3]


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1
टमयटर कय उपयदग - [3]

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साराां श - ( word limit -80)

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2
इां सानी लालच के कारण जानवरोां के प्रवत िूरता वदन-ब-वदन बढती जा रही है । यह पाररल्थथवतकी तांत्र के
वलए अच्छा नहीां है । जानवर भी हमारे जीवन का वहस्सा हैं । जागरूकता पैदा करने के वलए आपको एक
लेख 'वजयो और जीने दो' वलखने के वलए कहा गया है । 120 शब्द

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3
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एक स्वथथ जीवन शै ली जीना कई लोगोां के वलए सवोच्च प्राथवमकता है । उपरोि कथन के आलोक में 'स्वथथ जीवन
शै ली बनाए रखना' ववषय पर एक ले ख 120 शब्दोां से अवधक में न वलखें।

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