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प्रकाश की एक ककयण ऩय

अल्फर्ट आइॊस्र्ीन की कहानी


प्रकाश की एक ककयण ऩय
अल्फर्ट आइॊस्र्ीन की कहानी
100 सार ऩहरे जफ आकाश भें ताये घभ ू यहे थे,
औय ऩथ् ृ वी सम
ू ट की ऩरयक्रभा कय यही थी, औय जफ
भार्ट की हवाएॉ नदी के तर् ऩय फसे एक छोर्े से शहय
ऩय फह यही थीॊ तफ एक फच्र्े का जन्भ हुआ.

भाता-पऩता ने उसका नाभ अल्फर्ट यखा.


अल्फर्ट एक सार का हुआ. रेककन उसने एक शब्द बी नहीॊ फोरा.
अल्फर्ट दो सार का हुआ. ऩय उसने एक शब्द बी नहीॊ कहा. कपय अल्फर्ट तीन सार का हुआ. औय वो कपय बी कुछ नहीॊ फोरा.
ककतना
ककतना प्माया!!
अरग!!

उसके भाता-पऩता को चर्ॊता हुई. छोर्ा अल्फर्ट फाकी फच्र्ों से इतना


उसने फस अऩनी फडी-फडी जजऻासु आॉखों से र्ायों ओय दे खा.
अरग क्मों था? क्मा कुछ गडफड थी? रेककन वो उनका ही फच्र्ा था,
वो दे खता यहा औय अर्यज कयता यहा. औय अर्यज कयता यहा.
इसलरए वे उससे खफ ू प्माय कयते थे. . . र्ाहें वो जैसा था.
एक ददन जफ अल्फर्ट बफस्तय ऩय फीभाय ऩडा तो उसके पऩता ने उसे एक
कम्ऩास ददमा. कम्ऩास की गोर डिब्फी भें एक र्ॊफु कीम सईु थी. इससे
कोई पकट नहीॊ ऩडता कक अल्फर्ट कम्ऩास को ककस ओय भोडता, क्मोंकक
र्म्
ु फकीम सईु हभेशा उत्तय की ओय ही इशाया कयती थी, जैसे कक कोई
अदृश्म हाथ उसे ऩकडे हो. अल्फर्ट उससे इतना है यान हुआ कक उसका
ऩयू ा शयीय काॊऩने रगा.
अर्ानक उसे मह ऩता र्रा कक दनु नमा भें ऐसे तभाभ यहस्म नछऩे थे
जजन्हें अबी बी कोई अच्छी तयह नहीॊ सभझ ऩामा था.
वो उन यहस्मों को सभझना र्ाहता था.
कपय अल्फर्ट सवार ऩछ ू ने रगा. वो घय ऩय सवार ऩछू ता था. रेककन अल्फर्ट अन्म छात्रों की तयह नहीॊ फनना र्ाहता था.
वो स्कूर भें इतने साये सवार ऩछू ता था कक कुछ लशऺकों को अल्फर्ट
क्रास भें एक अडर्न रगने रगा. लशऺकों ने अल्फर्ट से कहा कक जफ वह दनु नमा के नछऩे यहस्मों को खोजना र्ाहता था.
तक वो अन्म फच्र्ों की तयह व्मवहाय कयना नहीॊ सीखेगा तफ तक वो
कुछ बी हालसर नहीॊ कय ऩाएगा.
एक ददन जफ अल्फर्ट अऩनी साइककर ऩय शहय से कुछ दयू जा
यहा था, तफ उसने सयू ज की ककयणों को ऩथ् ृ वी की ओय आते हुए
दे खा. उसने सोर्ा, अगय भैं उनभें से एक ककयण ऩय सवायी करॊ तो
कैसा होगा? कपय उसी सभम औय उसी जगह, अल्फर्ट अफ अऩनी
साइककर ऩय नहीॊ था, वो अफ सडक ऩय बी नहीॊ था. वो सम ू ट प्रकाश
की एक ककयण ऩय सवाय होकय अॊतरयऺ भें दौड रगा यहा था.
अल्फर्ट के ददभाग भें तफ तक का मह सफसे फडा औय सफसे
योभाॊर्क पवर्ाय था. इस अनब ु व ने उसके ददभाग को सवारों से
बय ददमा.
कपय अल्फर्ट ने ऩढ़ना औय अध्ममन कयना शर ु ककमा.
उसने प्रकाश औय ध्वनन के फाये भें ऩढ़ा. गभी औय र्ॊफ ु कत्व के फाये
भें बी. उसने गुरुत्वाकषटण के फाये भें बी ऩढ़ा. गुरुत्वाकषटण वो
अदृश्म शजक्त थी जो हभें ऩथ्ृ वी की ओय खीॊर्ती थी औय र्ॊद्रभा को
फाहयी अॊतरयऺ भें तैयकय जाने से योकती थी.
अल्फर्ट ने सॊख्माओॊ के फाये भें ऩढ़ा. अल्फर्ट को गणणत ऩसॊद थी.
गणणत, यहस्मों का ऩता रगाने वारी एक गुप्त बाषा थी. रेककन वो
सफ ऩढ़ाई अल्फर्ट के सबी सवारों का जवाफ नहीॊ दे ऩाई. इसलरए वो
रगाताय ऩढ़ता, अर्यज कयता यहा, औय सीखता यहा.
अल्फर्ट कॉरेज की ऩढ़ाई ख़त्भ कयके अऩने भनऩसॊद पवषमों को ऩढ़ाना र्ाहता उसे एक सयकायी ऑकपस भें एक साधायण, सकून की नौकयी
था.... उन सफ पवषमों को जजनको उसने गहयाई से ऩढ़ा था. रेककन अल्फर्ट को लभरी. उस दफ्तय भें उसने अन्म रोगों के पवर्ायों औय
लशऺक की कहीॊ कोई नौकयी नहीॊ लभरी. आपवष्कायों के साथ काभ ककमा. वो अऩना काभ फहुत अच्छी
इसलरए उसने एक अन्म नौकयी ढूॊढी. तयह औय फहुत जल्दी कय िारता था. . . इससे उसे सोर्ने औय
अर्यज कयने के लरए कापी सभम लभर जाता था.
अल्फर्ट अऩनी र्ाम भें र्ीनी को घरु ते हुआ दे खता था वो अऩने ऩाइऩ से ननकरते धए ु ॊ को ननहायता था
- र्ीनी र्ाम भें कैसे गामफ हो जाती थी. औय उसे हवा भें घरु ते हुए दे खता था.
वो कैसे होता था? एक र्ीज ककसी दस ू ये भें कैसे पवरीन हो जाती थी?
कपय उसने उन्हें गहयाई से सभझना शर ु ककमा. उसने इस पवर्ाय
के फाये भें सोर्ा कक दनु नमा भें सफ र्ीज़ें, छोर्े -छोर्े कणों की फनीॊ
थीॊ जजन्हें दे ख ऩाना फहुत भजु श्कर था - उन्हें "ऩयभाणु" कहा
जाता था. कुछ रोगों को ऩयभाणुओॊ की भौजूदगी ऩय मकीन नहीॊ
था, रेककन अल्फर्ट के पवर्ायों ने मह साबफत कयने भें भदद की
दनु नमा भें हय र्ीज ऩयभाणओ ु ॊ की फनी होती थी.
महाॊ तक कक र्ीनी औय र्ाम, धआ
ु ॊ औय हवा बी.
अल्फर्ट औय हभ सबी रोग.

मह ककताफ बी
ऩयभाणओु ॊ की ही
फनी है !
अल्फर्ट ने गनत के फाये भें बी सोर्ा.
उसने भहसस
ू ककमा कक दनु नमा भें हय र्ीज़ हभेशा गनतशीर होती है .
अॊतरयऺ भें सबी पऩॊि घभ
ू ते हैं, वे सभम के साथ फढ़ते हैं. महाॊ तक कक
जफ हभ सोते हैं तफ बी हभ अऩने ग्रह के साथ सम ू ट की ऩरयक्रभा कयते हैं,
औय हभाया जीवन बपवष्म भें मात्रा कयता है . अल्फर्ट ने सभम औय स्ऩेस
को एक नए नज़रयए से दे खा. ऩहरे कबी ने वैसे नहीॊ दे खा था.
अल्फर्ट ने अऩने पवर्ायों को लरखा. कपय उसने उन कागज़ों को लरपापे भें
िारा औय उन्हें पवऻान ऩबत्रकाओॊ को बेजा. ऩबत्रकाओॊ ने अल्फर्ट द्वाया बेजे
हय ननफॊध को छाऩा. दस ू ये वैऻाननकों औय प्रोपेसयों ने बी अल्फर्ट के रेखों
औय शोध भें रुचर् ददखाई. वाकई भें वे फहुत ददरर्स्ऩ थे!
"अल्फर्ट एक अद्भत

कपय रोगों औय सॊस्थाओॊ ने अल्फर्ट को उनके साथ काभ कयने औय ऩढ़ाने के
प्रनतबा का धनी है !"
लरए आभॊबत्रत ककमा.
जीवन भें ऩहरी फाय, रोगों ने कहा, "अल्फर्ट एक अद्भत
ु प्रनतबा का धनी है !"
अफ अल्फर्ट साया ददन वो कय सकता था जजससे उसे प्माय था.
अफ वो कल्ऩना, आश्र्मट, औय सोर् की दनु नमा भें जी सकता था.
अल्फर्ट फहुत फडी-फडी र्ीजों के फाये भें सोर्ता था. वो फहुत छोर्ी-छोर्ी र्ीजों के फाये भें बी सोर्ता था.
वो ऩयू े ब्रहभाॊि के आकाय औय भाऩ के फाये भें सोर्ता था. जैसे कक ऩयभाणु - जजनसे सफ कुछ फना था उनके बीतय क्मा था.
उसने र्ॊफ
ु कत्व औय गुरुत्वाकषटण जैसे यहस्मभमी फरों के फाये भें
बी सोर्ा. सबी र्ीजें कैसे काभ कयती हैं उन्हें सभझने के उसने
नए तयीके खोजे.

दे खने भें फहुत छोर्े …


फेहद सक्ष्
ू भ!
अल्फर्ट जहाॉ बी जाता वो फस सोर्ता औय सोर्ता. अल्फर्ट की
ऩसॊदीदा सोर्ने वारी जगहों भें एक उसकी छोर्ी नाव थी. जफ हवा
फहती तो वो अऩनी कल्ऩनाशीरता को ऩानी भें उडान बयने दे ता था.
जफ कबी अल्फर्ट को ककसी फेहद ऩेर्ीदा औय भजु श्कर सभस्मा से
जझ
ू ना होता तो वो अऩनी नाव को ककनाये ऩय खीॊर् रेता था औय कपय
अऩना वामलरन फजाता था.
सॊगीत, अल्फर्ट को फहुत सकून दे ता था. उसे रगता था कक सॊगीत से वो
फेहतय सोर् ऩाता था.
अल्फर्ट ने ऐसे कऩडे बी र्न
ु े जजन्हें ऩहनकय वो अच्छी तयह सोर् सके.
उसकी ऩसॊदीदा ड्रेस थी एक ढीरी-ढारी ऩैंर् औय स्वेर्य. वो बफना भोजों के
भोज़ों के बफना
जूते ऩहनता था. उसने कहा क्मोंकक वो अफ फडा हो गमा था, इसलरए अफ
भेये ऩैय कापी
कोई बी उसे भोज़े ऩहनने को भज़फयू नहीॊ कय सकता था.
खश ु हैं!
जजस कस्फे भें वो यहता था, वहाॊ की सडकों ऩय वो अऩने पवर्ायों भें भग्न होकय घूभता
यहता था. फाकी रोग उसकी इस आदत के अभ्मस्त हो गए थे. कबी-कबी रोग उसे
आइसक्रीभ का कोन खाते हुए दे खते थे. उसके रॊफे, फहते, जॊगरी फारों के साथ उसे
कहीॊ बी ऩहर्ाना जा सकता था. उम्र के साथ अफ उसके फार सपेद हो र्ुके थे.
अल्फर्ट जहाॉ बी गमा उसने ब्रहभाॊि के यहस्मों को जानने की कोलशश
की. औय वो उस प्रकाश की ककयण को कबी नहीॊ बर ू ा जजस ऩय र्ढ़
कय उसने अऩनी ऩहरी कल्ऩना की उडान बयी थी.
अल्फर्ट ने मह ऩता रगामा कक कोई बी व्मजक्त, मा र्ीज, अॊतरयऺ भें
प्रकाश की गनत से अचधक तेजी से मात्रा नहीॊ कय सकती थी.
उसने मह बी ऩता रगामा कक मदद र्ीज़ें, प्रकाश के आसऩास की गनत
मह पवर्ाय इतना अद्भत
ु था कक रोगों को उस ऩय ऩहरे पवश्वास ही नहीॊ
से मात्रा कयें गी तो कई अजीफोगयीफ र्ीजें होंगी!
हुआ. रेककन वैऻाननकों ने फाद भें उसकी सच्र्ाई को साबफत ककमा.
उस स्ऩीि ऩय शामद अल्फर्ट के लरए केवर कुछ लभनर् ही गज
ु यें हों

ऩय फाकी रोगों के लरए अनेकों सार फीत गए होंगे! वो सर् है !

वो सर् है !
अल्फर्ट अऩने जीवन के अॊनतभ ददन के अॊनतभ ऺण तक
सोर्ता ही यहा.

उसने वो सवार ऩछू े जजन्हें ऩहरे ककसी ने कबी नहीॊ ऩछ


ू े थे.
उसने वो उत्तय खोजे वो ऩहरे कबी ककसी ने नहीॊ खोजे थे.
उसने कल्ऩनाशीरता के वे सऩने दे खे जो ऩहरे कबी ककसी ने
नहीॊ दे खे थे.

अल्फर्ट के पवर्ायों ने अॊतरयऺ मान औय उऩग्रह फनाने भें भदद


की, जजनसे रोग र्ॊद्रभा औय उससे आगे की मात्रा कय सके.
अल्फर्ट की सोर् से हभें अऩने ब्रहभाॊि को सभझने भें भदद
लभरी. ककसी ने बी ऩहरे, वैसा नहीॊ सोर्ा था.

रेककन साथ-साथ अल्फर्ट हभाये साभने कई फडे प्रश्न छोड


गमा. आज बी वैऻाननक उन सवारों ऩय काभ कय यहे हैं.

अल्फर्ट आइॊस्र्ीन
ऐसे प्रश्न जजनका उत्तय शामद आऩ एक ददन खोजेंगे . . .
अऩनी सोर् औय कल्ऩनाशजक्त से.

सभाप्त

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