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वो रड़की जजसने अऩने

सऩनों को एक डडब्फे भें


दपनामा

डॉ. ट्रें ट
मह एक छोटी रड़की की कहानी है जजसने फड़े सऩने सॊजोए थे.

वो रड़की ससपफ सिऺा चाहती थी. रेककन योडेसिमा भें रड़ककमों के सरए सिऺा
रगबग असॊबव थी. इससरए उसने अऩने बाई की स्कूरी ककताफों से ऩढ़ना-सरखना
सीखा औय भवेसिमों को चयते दे खते हुए गगनती सीखी.

जफ वो रड़की एक मुवा ऩत्नी औय भाॊ फनी, तो उसने अऩने रक्ष्मों को कागज के एक


टुकड़े ऩय सरखा औय उसे एक डडब्फे भें डारकय सभट्टी भें दपना ददमा. मह एक प्राचीन
अफ्रीकी अनष्ु ठान था जो उसे हभेिा माद ददराता कक वो अऩने सऩनों को छोड़ नहीॊ
सकती थी.

उसने अभेरयका जाने औय एक डडग्री हाससर कयने का सऩना दे खा. कपय एक दस


ू या,
औय बी ऊॉचा सऩना दे खा. औय अॊत भें उसने अऩने गाॊव की सबी रड़ककमों-रड़कों को
सिऺा ददराई.
वो रड़की जजसने अऩने सऩनों
को एक डडब्फे भें दपनामा
उसे एक रड़का भाना जा यहा था. भाता-पऩता ने उसके सरए एक
सम्भानजनक िोना रड़कों का नाभ बी चन
ु ा था जजसका अथफ था "आत्भा की
आवाज़ को सन
ु ो."
रेककन उस सदफ सुफह भें एक छोटे से गाॉव भें जो अफ जज़म्फाब्वे है ,
वो सूमोदम के िानदाय आग के गोरे की तयह उबयी.
फच्ची की दादी ने जल्दी से उसकी जन्भ की नाड़ काट दी औय उसे भाॉ की
ऩोिाक के पटे कऩड़े के अॊदय कसकय रऩेटा. कपय उसने उस कऩड़े को रार
धयती के नीचे गाड़ ददमा.
"मह हभाया प्राचीन तयीका है ," दादी ने कहा. "जजस फच्चे के जन्भ की नाड़
जभीन भें गाडी जाती है वो हभेिा अऩने घय को माद यखता है ."
छोटी रड़की एक झोंऩड़ी भें ऩरी-फढ़ी. घय की छप्ऩय घास की पूस की थी औय रेककन उसके गाॉव की अगधकाॊि छोटी रड़ककमों के सरए, सीखना औय
उसकी दीवाय सभट्टी की फनी थीॊ. स्कूर जाना "असॊबव" था. अगय ऩरयवायों के ऩास स्कूर के सरए ऩैसे होते,
हय ददन, वो रड़की ऩरयवाय के भवेसिमों की दे खबार कयती थी औय कई भीर तो वे अऩने रड़कों को स्कूर बेजते. रड़ककमों को घय ऩय खाना फनाना,
दयू से ऩानी औय जराऊ रकड़ी राती थी. कबी-कबी उसे स्कूर के यास्ते भें ककताफें सपाई कयना औय ऩानी, रकड़ी राना ऩड़ता था.
सरए फड़े रड़के ददख जाते थे. ओह, ककतना अच्छा हो अगय वो भुझे अऩनी ककताफें
दे दें औय भेयी अऩनी जराऊ रकड़ी रे रें!
छोटी रड़की के ऩरयवाय भें हय भदहरा ने "असॊबव" िब्द सन
ु ा था.
उससे अगधक ददफ नाक औय कुछ नहीॊ था जफ छोटी रड़की ने अऩनी
चाची की आॉखों भें आॉसू दे खे क्मोंकक वो अऩने ऩतत के ऩत्र को ऩढ़ नहीॊ
सकती थीॊ. ककसी अजनफी से ऩत्र ऩढ़वाने के अरावा उनके ऩास औय
कोई पवकल्ऩ नहीॊ था.
"मह नहीॊ होना चादहए!" छोटी फच्ची अऩनी भाॊ औय दादी ऩय
गचल्राई.
भदहराएॊ उस फच्ची की फात भान गईं.
उसकी दादी ने कहा, "हभें अऩने सरए ऩढ़ने औय सरखने
के सरए एक मुवा भदहरा की आॉखों की आवश्मकता है ."
"िामद तभ
ु वो फनो!"
छोटी रड़की ने पैसरा ककमा कक वो उनकी आॊखें
फनेगी. वो ऩढ़ना औय सरखना ज़रूय सीखेगी!

उसने अऩने बाई की स्कूर की ककताफ उधाय री


औय उसके ऩन्नों को ऩरटा. ककताफ के ऩन्ने
भस्
ु कुयाते हुए रोगों, फड़े िहयों औय ऊॊची इभायतों
की तस्वीयों से बये हुए थे.

उसके बाई, ततनिे ने इस ककताफ को एक अजीफ


नाभ से फुरामा - बूगोर. उस िब्द ने फच्ची की
जीब को बी गद
ु गद
ु ामा!

"भैं तम्
ु हें ऩढ़ना-सरखना ससखाऊॊगा," बाई ने
कहा. "रेककन तुम्हें इस फात को गुप्त यखना होगा.
औय फदरे भें तुम्हें भेये सरए कुछ कयना होगा."

छोटी रड़की भुस्कुयाई औय उसने वादा ककमा.


ततनिे ने छोटी फहन को िोना तयीके से मानी गीतों के भाध्मभ से ऩढ़ना ससखामा.
उसने स्वय औय व्मॊजन सीखे, अऩने बाई की कामफऩुजस्तका भें प्रत्मेक अऺय का ऩता
रगामा औय उसने उनकी आवाज़ें गाकय सीखीॊ.
जजस तयह उसने यजाई फनाने के सरए कऩड़ा ससरना सीखा, उसी तयह छोटी रड़की
ने िब्द फनाने के सरए स्वय औय व्मॊजन एक साथ ससरना सीखा. ओह, अऺयों ने जजस
तयह से िब्दों का तनभाफण ककमा, उसभें कैसे यहस्म तछऩे थे! औय जजस तयह से िब्द
कहातनमाॉ फुनते थे उसभें बी िब्दों ने यहस्म तछऩा यखा था!
कबी-कबी वो अऩने ऩाठों ऩय इतना ध्मान केंदित कयती थी, कक वो भवेसिमों को
दे खना बर
ू जाती थी. वो उन्हें बटकने औय ऩड़ोसी के भक्का के खेत भें चयने के सरए
छोड़ दे ती थी.
छोटी रड़की को सीखना इतना ऩसॊद था कक स्कूर का ददन खत्भ होने ऩय वो खुद
को योक नहीॊ ऩाती थी. भक्के के खेत उसकी कऺा फन गए, औय भवेिी उसके छात्र
फन गए. उसने अऩने भवेिी छात्रों को नाभ ददए औय उन्हें पवऻान औय गणणत ऩढ़ाई -
जो उसके ऩसॊदीदा पवषम थे. जफ वो भवेसिमों को चयाते सभम गणणत की सभस्माओॊ
को हर कयती थी तफ गाॊव के अन्म फच्चे उसकी ओय इिाया कयके कहते थे.
"वो जानवयों को ससखाने की कोसिि क्मों कयती है ?" वे कहते थे. "वे कबी बी
सीख नहीॊ सकते हैं!"
जफ फच्ची ने स्कूर जाना िुरू ककमा उसके तुयॊत फाद, उसका गाॉव फदरने रगा.
मुद्ध औय सूखे ने गाॉव के भदों को िहय के कायखानों औय ऩहाड़ों के ऩास सोने की
खदानों भें धकेर ददमा. जफ वे वाऩस रौटते तो वे भुकफकतफा के ऩेड़ों की चौड़ी
ऩजत्तमों के नीचे आयाभ कयते थे. वे ऩेड़ की िाखाओॊ से फैटयी से चरने वारे ये डडमो
रटकाते थे औय दतु नमा बय की खफयों का आनॊद रेते थे.
छोटी रड़की बी अऩना होभवकफ कयते सभम ख़फयों को सुनती थी. ये डडमो
कामफक्रभ उस रड़की को दयू -दयू तक रे गए. ऑस्ट्रे सरमा! मूयोऩ! अभेरयका!
वो सोचती थी कक क्मा वो कबी उन दे िों औय िहयों को दे ख ऩाएगी.
चन्िभा उगा औय अस्त हुआ, औय धीये -धीये छोटी रड़की एक मुवती, एक
ऩत्नी औय भाॉ फन गई. उसका गाॊव बी कुछ नमा फना. मुद्ध की सभाजप्त रड़कों
औय रड़ककमों की अगरी ऩीढ़ी के सरए आिा औय ऩरयवतफन रेकय आई.

हय फाय जफ वो अऩने फच्चों को स्कूर बेजती थी तो मव


ु ा भाॉ के ददर का
हौसरा फढ़ जाता था. जजस प्रेभ से वो उन्हें खाना णखराती थी उसी प्रेभ से वो
उन्हें सीखने के सरए बी प्रेरयत कयती थी.
अन्म रोगों ने बी उसके सऩने को साकाय कयने भें भदद की. जज़म्फाब्वे ने दयू -
दयाज के सिक्षऺत ऩुरुषों औय भदहराओॊ का स्वागत ककमा जो मुवा भाॉ के गाॉव के
फाये भें औय अगधक जानने के सरए अन्म दे िों से आते थे.
एक कहानी ने मुवा भाॊ का ददर ऩय फहुत प्रबाव डारा. अभेरयका भें , ऩुरुष औय
भदहरा दोनों अऩने ऩसॊदीदा
पवषमों का अध्ममन तफ तक
कय सकते थे जफ तक वे
चाहते थे.
इससे ऩहरे कक वो कुछ औय सभझ ऩाती, उसका सऩना औय फड़ा
हो चक
ु ा था. वो आगे की सिऺा के सरए अभेरयका जाने वारी थी!
जो-रक नाभ के एक दमारु भदहरा ने उस मुवती को सहाया ददमा.
"मदद तुभ सच भें इस सऩने को साकाय कयना चाहती हो," उसने
कहा, "तो उसे प्राप्त कयना सॊबव होगा."
"उसे प्राप्त कयना सॊबव होगा?" मुवती ने दोहयामा. "दटनोगोना!"
वो िोना बाषा भें पुसपुसाई.
सऩने सॊजोने वारे के सरए वो ककतना िजक्तिारी िब्द था.
मव
ु ती वो खुिखफयी अऩनी भाॊ को फताने के सरए दौड़ी.
"तम्
ु हें अऩने सऩनों को सरखना चादहए औय उन्हें जभीन के नीचे
दफा दे ना चादहए," उसकी भाॉ ने सझ
ु ाव ददमा. "धयती भाता उन्हें
फढ़ने भें भदद कये गी."
मह एक प्राचीन अनष्ु ठान था, वो जन्भ की नाड़ को दपनाने
जैसा था.
"'अऩने सऩनों का साकाय कयने के सरए ऩयू ी दतु नमा ऩय बयोसा
कयना, फेटी."
मव
ु ती ने जल्दी से कागज के एक टुकड़े ऩय चाय सऩने सरखे:
अभेरयका की मात्रा; एक डडग्री अजजफत कयना; कपय दस
ू यी, कपय तीसयी
डडग्री औय उसके फाद सफसे उच्चतभ डडग्री अजजफत कयना.
उसने कागज को एक ऩयु ाने दटन के डडब्फे भें यख ददमा.
"रुको!!" उसकी भाॉ गचल्राई. "फेटी तम्
ु हाये सऩनों का कोई
भतरफ नहीॊ होगा, जफ तक तभ
ु अऩने रोगों के सरए वो उऩहाय
वापऩस नहीॊ रातीॊ. हभेिा अऩने रोगों को माद यखना."
कपय मव
ु ती ने ऩाॊचवाॊ सऩना जोड़ा: अऩने गाॊव को सिऺा का
उऩहाय दे ना. उसके फाद उसने अऩना डडब्फा उसी खेत भें गाड़ ददमा,
जहाॉ उसने कबी भवेसिमों को चयते हुए दे खा था.
"दटनोगोना!" उसने गामा.
वो उसके सरए एक पविेष ददन था जफ मव
ु ती को एक अजीफ डाक दटकट मव
ु ती की जानकायी के बफना, भणु खमा ने प्रत्मेक गाॊववासी से कहा कक वो
औय एक पवश्वपवद्मारम की भह
ु य के साथ एक ऩत्र सभरा. सारों की ऩढ़ाई मव
ु ती की मात्रा को सॊबव फनाने के सरए जो कुछ बी कय सकते हैं वो कयें . कुछ ने
औय कड़ी भेहनत के फाद वो अफ आणखयकाय अभेरयका जा यही थी! उसकी भदद के सरए अऩनी भगु गफमाॊ, आभ औय भग
ूॊ परी आदद फेच दी.
इससे ऩहरे कक वो अऩना फैग ऩैक कय ऩाती, उस मव
ु ती को मात्रा के सरए दस
ू यों ने अऩने प्माय औय सभथफन के प्रतीक के रूऩ भें
औय ऩैसों की जरूयत थी. वो उसे कैसे सभरेंग?े उसे ऩैसे ददए.

मव
ु ती की भाॊ गाॊव के भणु खमा से सभरने गई. भणु खमा मव
ु ती अफ मव
ु ती के सऩने सच हो यहे थे!
औय उसके दफे हुए सऩनों का फहुत
सम्भान कयता था.
जफ मव
ु ती, अभेरयका जाने वारे पवभान भें चढ़ी, तो उसने अऩनी भाॊ के
फाये भें सोचा. जफ उसने स्कूर का ऩहरा ददन िरू
ु ककमा, तो उसने अऩने
बाई के चेहये की कल्ऩना की. दे य यात वो पवश्वपवद्मारम के ऩस्
ु तकारम
भें ऩढ़ती तो उसे अऩना गाॉव माद आता था. जफ वो अऩने फच्चों के बोजन
के सरए सॊघषफ कयती थी तो उसे जो-रक के िब्द माद आए. औय जफ बी
वो भहसस
ू कयती कक उसका सऩना कपसर यहा था तो वो पुसपुसाती,
"दटनोगोना."
उसे प्राप्त कयना सॊबव होगा.

मुवती ने एक के फाद एक डडगग्रमाॊ अजजफत कीॊ.

औय आणखयकाय उसका आणखयी सऩना बी ऩूया हो गमा. वो जज़म्फाब्वे भें


छोटी रड़ककमों औय रड़कों के सरए सिऺा राई, जैसा कक उसने कई सारों
ऩहरे वादा ककमा था.
पप्रम ऩाठक,

ग्राभीण योडेसिमा (जो अफ जजम्फाब्वे के नाभ से जाना जाता है ) भें ऩरी-फढ़ी एक मुवा फच्ची के रूऩ भें भेया
जीवन गयीफी, कभय तोड़ने वारे श्रभ औय उग्र मद्ध
ु की बमावहता से आकाय रे यहा था. रेककन स्कूर औय
ककताफों ने भुझे एक नई दतु नमा ददखाई - एक जादईु जगह जहाॊ कुऩोषण औय दहॊसा दै तनक वास्तपवकता का
दहस्सा नहीॊ थी. भैं वो जीवन चाहती थी - एक ऐसा जीवन जहाॉ भुझे सिऺा, खाने के सरए फहुत कुछ औय िाॊतत
सभरे. भेयी भाॊ औय दादी ने भझ
ु े पवश्वास ददरामा कक भेये ऩास खद
ु को औय दतु नमा तक को फदरने की ताकत है .
औय फाद भें , जो-रक - एक अभेरयकी सहामता कभी - ने भुझे एक ऐसा िब्द ससखामा जजसने भुझे यास्ता
ददखामा - वो प्राप्त कयने मोग्म है .

भेया दृढ़ पवश्वास है कक सिऺा गयीफी से फाहय तनकरने का एक यास्ता है . औय भुझे ऩता है कक भुझे जो
अवसय सभरे थे वो फहुत प्रबाविारी नहीॊ होते मदद भैं उन्हें साझा नहीॊ कयती. 2011 के जुराई भें , भेये फचऩन के
स्कूर के ऩुनतनफभाफण की एक ऩरयमोजना की नीॊव डरी. भटाऊ प्राइभयी स्कूर, ओऩया पवनफ्रे, सेव द गचल्रन,
औय अन्म रोगों की उदाय भदद से.अफ नई कऺाओॊ, खेर के भैदान, एक ऩस्
ु तकारम औय स्वच्छ ऩानी प्रदान
कयने वारे फोयहोर से सुसजजजत है . भाई पाउॊ डेिन, भटाऊ औय ऩूये ऺेत्र के आसऩास के सभुदामों भें रगबग
ऩाॊच हजाय फच्चों को िैक्षऺक सॊसाधन उऩरब्ध कयाता है .

सिऺक, भाता-पऩता, रयश्तेदाय औय दोस्त हभाये सफसे फड़े सॊसाधन हैं.

वे हभाये फच्चों के पवकास भें भहत्वऩूणफ बूसभका तनबा सकते हैं. भुझे उम्भीद है कक मह कहानी फच्चों को
सऩने दे खने औय कड़ी भेहनत कयने के सरए प्रेरयत कये गी.

एक छोटी सी फच्ची की सच्ची कहानी जजसने एक असॊबव सऩने को साकाय कय ददमा.


प्रेरक और सच्ची कहानी!

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