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Jac 12th Hindi Core Set1 Model Paper 2022
Jac 12th Hindi Core Set1 Model Paper 2022
सामान्य तनदे श-
सभी प्रश्न अतनवायश ैं।
प्रश्नों की कुल संख्या 40 ै।
प्रत्येक प्रश्न के शलए 1 अंक तनधाशररि ै।
प्रत्येक प्रश्न के चार ववकल्प हदए गए ैं। इनमें से एक स ी ववकल्प का चयन कीजिए।
गलि उत्तर के शलए कोई अंक न ीं काटे िाएाँगे।
कलि-कुसम
ु से पथ सजा है,
बादिों-से अनच
ु रों ने स्िणण की पोशाक धारी।
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रात का राजा खड़ा है, राह में बनकर लभखारी।
01. ठदनकर की सिारी को दे खकर कौन मैदान छोड़कर भाग जाते हैं?
A. तारे B. लभखारी
C. सारथी D. चारण
02. ‘पर ठििकता दे खकर यह’ पंक्तत से कवि का तया आशय है?
03. ‘कलि-कुसम
ु से पथ सजा है ’ पंक्तत में कौन-सा अिंकार है ?
A. उपमा B. रूपक
C. मानिीकरण D. उत्प्प्रेक्षा
04. अनप
ु यत
ु त कथन छाूँठिए -
राह पर खड़ा है , सदा से िूँ ि नहीं है । ठदन थे जब िह हरा-भरा था और उस जनसंकुि चौराहे पर अपनी
छतनार डालियों से बिोठहयों की थकान अनजाने दर करता था। पर मैंने उसे सदा िूँ ि ही दे खा है ।
पत्रहीन, शाखाहीन, र्नरििंब, जैसे पथ्
ृ िी रूपी आकाश से सहसा र्नकिकर अधर में ही अिक गया हो।
रात में िह कािे भत-सा िगता है, ठदन में उसकी छाया इतनी गहरी नहीं हो पाती क्जतना कािा उसका
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क्जस्म है और अगर चचतेरे को छायाचचत्र बनाना हो तो शायद उसका-सा अलभप्राय और न लमिेगा। प्रचंड
धप में भी उसका सखा शरीर उतनी ही गहरी छाया जमीन पर डािता जैसे रात की उक्जयारी चाूँदनी में ।
जब से होश संभािा है , जब से आूँख खोिी है , दे खने का अभ्यास ककया है, तब से बराबर मझ
ु े उसका
र्नस्पंद, नीरस, अथणहीन शरीर ही ठदख पड़ा है ।
C. जनजागरण D. जनजीिन
A. सदाबहार िक्ष
ृ B. जड़ िक्ष
ृ
C. िूँ ि िक्ष
ृ D. हीन िक्ष
ृ
A. र्नराचश्रत B. अििंब
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D. उपरोतत सभी
A. नीरस B. व्यापक
C. मनोरं जक D. संकुचचत
A. समस्या की ररपोिण को
12. संिाददाताओं के बीच काम का विभाजन आमतौर पर ककस बात को ध्यान में रखते हुए ककया जाता
है ?
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C. प्रामाणणकता का अभाि D. वितरण का अभाि
A. सन ् 1826 B. सन ् 1840
C. सन ् 1887 D. सन ् 1926
A. कल्पना B. संस्मरण
C. क्जज्ञासा D. नीर्त
जग क्जस पथ्
ृ िी पर जोड़ा करता िैभि,
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19. कवि स्ियं को शेष संसार से अिग मानता है, तयोंकक -
C. िह जग-र्नमाणता है
21. ‘शीति िाणी में आग लिए कफरना’ ककस अथण को द्योर्तत करता है ?
22. ‘मैं प्रर्त पग से उस पथ्ृ िी को िुकराता’ पंक्तत के माध्यम से कवि तया कहना चाहता है?
A. िह पथ्
ृ िी का सम्मान नहीं करता B. संसार उसके िोकर पर है
23. ‘तया भिूँ तया याद करूूँ’ ककस विधा की रचना है?
A. संस्मरण B. आत्प्मकथा
C. अनि
ु ाद D. डायरी
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25. ‘हम दरदशणन पर बोिेंगे’ पंक्तत में ‘हम’ का तात्प्पयण है –
A. मीडडया B. समाज
C. दशणक D. रचनाकार
A. प्रयोगिादी B. प्रगर्तिादी
C. नई कविता D. छायािादी
27. ‘बहुत कािी लसि जरा से िाि केसर से कक जैसे धि गई हो’ में कौन-सा अिंकार है?
A. पन
ु रुक्ततप्रकाश B. उत्प्प्रेक्षा
C. अर्तशयोक्तत D. मानिीकरण
A. अंजना की पत्र
ु ी B. िेणखका की सहकमी
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C. एकर्नष्ि सेिा-भाि के कारण D. ईमानदारी के कारण
A. पाररिाररक और सामाक्जक चन
ु ौर्तयों के कारण
C. पन
ु विणिाह के लिए
A. क्जज्ञासा B. इर्तहास
C. घण
ृ ा का भाि D. ईष्याण का भाि
A. 15 िषण B. 20 िषण
C. 25 िषण D. 30 िषण
A. आिश्यकतानस
ु ार िस्तओ
ु ं का क्रय करने िािे ग्राहक
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B. अचधकतम िस्तओ
ु ं का क्रय करने िािे ग्राहक
C. फैं सी िस्तओ
ु ं की खरीदारी करने िािे ग्राहक
A. र्नबंध B. कहानी
C. संस्मरण D. रे खाचचत्र
A. घड़ी B.पैंि
C. ककसन दा D. चड्ढ़ा
40. ‘जो हुआ होगा’ जुमिे में कौन-सा भाि र्नठहत है?