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गतिविधि: आत्मजगरूकिा एिं स्ि-करुणा आिारिि

DAY 1 मेिा बढ़िा आभाि

आभाि महसूस किने की भिाना को स्िीकाि किना

चरण 1- आिाम किे - एक दीवार खोजे और उसे घूर े। . अपने ववचारों को बहने दे। ऐसा कम
से कम 5 ममनट के मिए करें । बने रहे। आप जैसे है वैसे ही ठीक है। यदद यह गतिववधि
प्राथममक ववद्यािय मे करिे है िो एक बाि गीि या chetna गीि करें ।

चरण 2 – सोचें - क्या आपको ऐसा िगिा है आपका ददमाग थोड़ा खािी है? यदद नहीीं , िो
घरू ने की गतिववधि करिे रहे। जब आप कु छ और करने के मिए िैयार महसस
ू करे, िो अपने
आप से पूछे - मै ककसके मिए आभारी हूूँ? अपने आस पास हो रही सभी अच्छी चीजों के बारे
मे सोचने के मिए 5 ममनट का समय तनकािे। अपने घर मे?अपने समुदाय मे? आसपास?

चरण 3- मेिे लिए आभािी हूूँ- एकबार जब आप सोचने का काम पूर ा कर िेिे है िो अपने आप
को प्रष्ठ के कें द्र मे बना िे। एक बड़ा िुम! किर अपनी आींखे बींद करे और उन सभी चीजों पर
ध्यान कें दद्रि करे जजनके मिए आप अपने जीवन मे आभारी है। 2 ममनट के बाद , अपनी
आींखे खोिे और अपनी ड्रॉइींग के चारों िरि एक घेर ा बनाए। किर ककन्ही 3 चीजों\िोगों\घटनाओीं
के नाम मिखे जजनके मिए आप आभारी है।

चरण 4 - मेिे परििाि के लिए आभािी- आइए थोड़ा और आभारी होने की ककमिि करें , िेककन
दूसरों के मिए! अगिे 2 ममनट उन सभी चीजों के बारे मे सोचने के मिए तनकािे, जजन्होंने
िोकडाउन आपके ददि को खुि ककया है। यह आपकी माूँ द्वारा आपका पसींदीदा भोजन पकाने
का प्रयास या सींदेि भेज ने वािे आपके ममत्र हो सकिे है उस प्रयास के बारे सोचे जो ककसी ने
आपको बेहिर महसूस कराने के मिए ककया हो। एक बार जब आप कर िे, िो पहिे गोिे के
चारों ओर एक और घेर ा बनाए और उसपर कु छ िब्द जोड़े । ये िब्द वे सभी छोटी छोटी चीजें
हो सकिी है जजनके मिए आप अपने पररवार और दोस्िों के मिए आभारी है।

चरण 5- दुतनया के लिए आभािी - अब चिो अपने अद्भुि ददि का ववस्िार करे। उपरोक्ि
प्रकिया को दोहराएीं िेककन अब दतु नया के बारे मे सोचे। एक बार जब आप कर िेिे है, िो
सकक ि नींबर के चारों ओर एक वृि बनाए। और उसपर कु छ िब्द जोड़े ।

चरण 6 -रुके औि धचंिन किे- अपने आप से पूछे , क्या ऐसा करने का कोई मििब है ?क्या
कृ िज्ञ होने से कु छ होिा है? अपने प्रति ईमानदार रहे और यह देखेने का प्रयास करे की आप
कै सा महसूस कर रहे है।
Day 2

गतिविधि: अपनी छोटी उपिब्धियों का जशन मनाये

चरण 1 - अपनी पीठ सीिी रखिे हुए एक आरामदायक जस्थति मे बैठे। अपनी आींखे बींद करे
और गहरी साींस िे? गतिववधि के मिए ददमागी रूप से िैयार हो जाए।

चरण 2- अब अपनी सभी उपिजब्ियों के बारे मे सोचे, - जैसे आपने कोई प्रतियोधगिा जीिी ,
आपने एक धचत्र बनाया या आपने साइककि चिना भी सीखा।

चरण 3- .आपको अपनी उपिजब्ियों के बारे मे कै सा िगा- कु छ प्रतिकियाएीं िे।

चरण 4- यह कै से करें - अब उन्हें एक कागज/ककिाब और किम िेने के मिए कहें और प्रति


सप्िाह पाींच ददन कसरि करने के मिए एक िक्ष्य तनिाकररि करने के मिए मिखें , स्वीकार करें
कक िक्ष्य का प्रयास ककया गया था।

चरण 6- अब उनसे आींखें बींद करने को कहें और उन्होंने जो िक्ष्य बिाया है उस पर सोचें।

Day 3

गतिविधि: आत्म-जागरूकिा- मेिे शिीि को समझना

मेिे शिीि को सुनना

अपने िरीर को सुनें और पिा करें कक उसे क्या कहना है!

चरण 1 - आराम से सुनने के मिए अपनी आूँखें बींद करें और अपनी श्वास पर ध्यान कें दद्रि
करें । िीरे-िीरे अपना ध्यान अपने िरीर के अिग-अिग दहस्सों पर िे जाएीं। क्या आपके पैर
में ददक है? या आपकी आींखें वविेष रूप से खुि हैं? ध्यान दें कक आपके िरीर के ववमभन्न अींग
क्या कह रहे हैं। सुनने पर ध्यान दें। यदद आप असहज महसूस करिे हैं िो ठीक है, यह बीि
जाएगा।

चरण 2- अपने िरीर को धचजननि करें , अपने िरीर का आकार बनाएीं और ववमभन्न भागों को
धचजननि करें । प्रत्येक भाग पर मिखखए कक आपका िरीर आपसे क्या कह रहा है। रींगों, प्रिीकों,
जो कु छ भी आप चाहिे हैं उसका उपयोग करें ।

चरण 3- - अब प्यार करो, अपनी आूँखें किर से बींद करो, और इन दहस्सों के बारे में सोचो।
आप ददक को प्यार कै से ददखा सकिे हैं? क्या स्रे धचींग से मदद ममििी है? या कु छ पानी है?
िरीर के प्रत्येक अींग को एक-एक करके िन्यवाद दें। और किर कु छ ऐसा करें जजससे आपको
अच्छा महसूस हो।

चरण 4- प्रतिबबींबबि करें कक आपके मिए क्या बदिा? आपका िरीर कै सा महसूस करिा है?

Note-
1. Do not give any judgement on any reflection. Provide listening ear to the participants.
2. Do not indulge or let anyone else indulge in clarification of any response
3. Every answer/reflection is correct from the lens of that respective person/community or
place.

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