रै खक नह होता, उ ह अनओ मक तरोधक (नॉन-ओ मक रे ज टर) कहते ह। कसी तरोधक के सर के बीच वभवा तर तथा उससे वा हत व ुत धारा के अनुपात को उसका व ुत तरोध (electrical resistannce) कहते ह।इसे ओ म मापा जाता है। इसक तलोमीय मा ा है व ुत चालकता, जसक इकाई है साइम स।
जहां
R व तु का तरोध है, जो ओ म मापा गया है,
J·s/C2के तु य V व तु के आर-पार का वभवांतर है, वो ट म मापा गया। I व तु से होकर जाने वाली व ुत धारा है, ए पीय़र म मापी गयी। ब त सारी व तु म, तरोध व ुत धारा या वभवांतर पर नभर नह होता, यानी उनका तरोध थर रहता है।
भ - भ V-I वै श , जो अलग-अलग तरोध के सूचक ह
समान धारा घन व मानते ए, कसी व तु का व ुत तरोध, उसक भौ तक या म त (ल बाई, े फल आ द) और व तु जस पदाथ से बना है उसक तरोधकता का फलन है।
जहाँ
"l" उसक ल बाई है
"A" अनु थ प र छे द े फ़ल है और "ρ" व तु क तरोधकता है
इसक खोज जाज ओ ने सन 1820 ई. म क । [1],
व ुत तरोध यां क घषण के कुछ कुछ समतु य है। इसक SI इकाई है ओ ( च ह Ω). व भ पदाथ क तरोधकता तरोधकता, /पदाथ ओ मीटर