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किसान और सांप की कहानी 

एक बार एक किसान सर्दियों के दिनों में अपने खे तों में से गु ज़र रहा था। तभी उसकी नज़र एक
ठं ड में सिकुड़ते हुए सांप पर पड़ी।
किसान को पता था की सांप बहुत ही खतरनाक जीव है ले किन फिर भी उसने उसे उठाया और
अपनी टोकरी में रख लिया।
फिर उसके ऊपर उनसे घास और पत्ते दाल दिए ताकि उसे कुछ गर्मी मिल जाए और वो ठण्ड
की वजह से मरने से बच जाये ।
जल्द ही सांप ठीक हो गया और उसने टोकरी से निकल कर उस किसान को काट लिया जिसने
उसकी इतनी मदद की थी।
उसके जहर से तु रं त ही उसकी मौत हो गयी और मरते मरते उसने अपनी आखिरी साँस में यही
कहा “मु झसे ये सीख लो, की कभी किसी दुष्ट (बु रे, नीच) पर दया न करो”।

नै तिक शिक्षा: कुछ लोग ऐसे होते हैं की जो अपने स्वभाव को कभी नहीं बदलते हैं , फिर चाहे
हम उनके साथ कितना भी अच्छा व्यवहार करें । हमे शा उन लोगों से सावधान रहें और उनसे
दरू ी बनाए रखें जो केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं ।

भे ड़िया और सारस की कहानी


एक बार एक भे ड़िया किसी जानवर को खा रहा था और जल्दबाज़ी में खाते हुए उसके गले में
एक हड्डी फस जाती है । काफी कोशिशें करने के बाद भी वो हड्डी उसके गले से नहीं
निकलती। अब वो एक बु री स्थिति में फस चु का था।
तभी उसको एक सारस दिखा और उसकी लम्बी चोंच दिखी। उसको दे खते उसको एक सु झाव्
आया की सारस उसकी मदद कर सकता है । वो मदद के लिए सारस के पास गया।
उसने सारस से कहा की वो उसकी मदद करे बदले में उसे वो उसका इनाम दे गा।
पहले तो सारस घबराया की भे ड़िये के मुँ ह में अपनी चोंच डालके निकलने से उसको कोई
नु क्सान न हो पर भे ड़िये के इनाम दे ने के लालच में उसने हाँ कर दी।
क् रे न ने जल्द ही हड्डी उसके गले से निकल दी। हड्डी निकलते ही भे ड़िया चलने लग पड़ा
तो सारस ने कहा, मे रा इनाम? तो भे ड़िये ने कहा की,” क्या यह काफी नहीं है कि मैं ने तु म्हारा
सिर को बिना काटे ही अपने मुँ ह से बाहर निकालने दिया, यही तु म्हारा इनाम है ”।

नै तिक शिक्षा: जिसको कोई आत्मसम्मान नहीं है उसकी सहायता करने के लिए किसी पु रस्कार
की अपे क्षा ना करें । स्वार्थी लोगों के साथ रहने से आपको किसी प्रकार की मदद नहीं मिले गी।

बंदर और डॉल्फिन
एक बार की बात है , कुछ नाबिक अपने नौकायन जहाज में समु दर् की ओर निकल पड़े । उनमें से एक नाबिक,
लं बी यात्रा के लिए अपने पालतू बं दर को साथ लाया।

जब वे समु दर् मैं बहुत दरू थे , एक भयानक तूफान ने उसकी जहाज को पलट दिया। हर कोई समु दर् में गिर
गया, और बं दर को यकीन था कि वह डू ब जाएगा।
अचानक एक डॉल्फिन दिखाई दी, और उसने बं दर को उठाया। बे जल्दी एक द्रीप पर पहुंच गए, और बं दर
डॉल्फिन की पीठ से नीचे आ गए।

फिर डॉल्फिन ने बं दर से पूछा, “क्या आप इस जगह को जानते हैं ?” बं दर ने जवाब दिया, “हां , मैं जानता
हं ।ू वास्तव में इस द्रीप का राजा मे रा सबसे अच्छा दोस्त है ।

क्या आप जानते हैं , मैं वास्तव में एक राजकुमार हं ।ू ” डॉल्फिन जानता था, कि इस द्रीप पर कोई नहीं रहता
है । डॉल्फिन ने कहा, “अच्छा तो तु म एक राजकुमार हो।

अब तु म राजा हो सकते हो।” बं दर ने पूछा, “मैं राजा कैसे हो सकता हं ?ू ”

डॉल्फिन ने जवाब दिया, “यह आसान है , जै सा कि आप इस द्रीप पर एकमात्र प्राणी है । तो आप


स्वाभाविक रूप से एक राजा ही है ।”

नै तिक शिक्षा : झठ


ू बोलने वाले कभी भी मु सीबत में पड़ सकते हैं ।

 पिता और पु तर्  Short Story in Hindi with Moral


एक पिता ने अपने बे टे को सर्वोत्तम शिक्षा, अच्छा नै तिक समर्थन, पै सा और सब कुछ सहायता प्रदान की।
फिर एक दिन वह लड़का शीर्ष बन जाता है ।

उनके बे टे को दुनिया के सबसे अच्छे कार्यालय में , एक अच्छा काम मिलता है । उनके पिता गर्भ और बहुत
शक्तिशाली महसूस करते हैं ।

एक दिन, वह अपने बे टे की कार्यालय में गया। बे टा अपनी कुर्सी पर बै ठा था। पिता उसके पीछे की तरफ
जाते हैं , और अपना हाथ अपने बे टे के कंधों पर रखते हैं ।

फिर पिता ने , अपने बे टे से एक सवाल पूछते हैं । “दुनिया में सबसे शक्तिशाली आदमी कौन है ?” पिता को
उम्मीद थी कि लड़का कहे गा, बे शक आपहै पिताजी।

ले किन बे टा गर्व से कहता है , मैं सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हं ।ू पिता शर्म महसूस किया, गीली आँ खों के
साथ कार्यालय से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था।

ले किन गे ट पर, अपने बे टे से एक बार फिर से पूछता है । “तो आपको लगता है , कि आप सबसे शक्तिशाली
है । फिर बे टे ने कहा, “नहीं पिताजी आप सबसे शक्तिशाली है ।”

पिता: “ले किन कुछ मिनटों पहले , आप कहा था कि आप सबसे शक्तिशाली है ।”

बे टा: “मैं ने ठीक ही कहा था, क्योंकि उस समय आपके हाथ मे रे कंधों पर थे । आपसे बहुत प्यार करता हं ू
पिताजी।”

नै तिक शिक्षा : पिता माता के आशीर्वाद के बिना, हम कुछ भी नहीं है ।

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