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गोडसे @ गाँधी.

कॉम (नाटक)
नाट् यालेख: असग़र वजाहत
प रक पना, सं पादन एवं िनदशन
िनति या लय, आशीष कु मार

दी ां त समारोह- 2018 क पू व सं या पर
िदनां क: 14 अ टू बर, 2018
समय: शाम 6:30 बजे
अविध: 30 िमनट
थान: महावीर साद ि वेदी सभा मं डप

महा मा गाँधी अं तररा ीय िहं दी िव िव ालय, वधा, महारा ।


मं च पर मं च परे
मोहनदास करमचं द गाँधी: वीण कु मार पा डेय उ ोषक: हिषत मिण ि पाठी
जेलर: महीपाल ि पाठी काश सं योजन : राजू बावने, िशव कु मार
नथू राम गोडसे: सवश कु मार मिण विन सं योजन : पीयू ष मं ढरे
करकरे: दीपक कु मार व -स जा: दीपा
नाना आ टे : तारके र साद प-स जा : सु नीता थापा
रपोटर: भू षण भोयर तु ित- बं धक: राके श िव कमा, नीरज कु मार
क तू रबा: िनति या लय नाट् यालेख: असग़र वजाहत
यारेलाल: आशीष कु मार िनदशक: िनति या लय, आशीष कु मार
बावनदास: अजय राज सहायक िनदशक: अिपत राज
हवलदार1 : दीपा सहायक: सु नील कु मार , िजगर चौधरी
हवलदार 2: मयू र आनं द िचकटे मं च स जा: धमराज

नाटक के बारे म
तु त नाटक एक का पिनक घटना पर आधा रत है जो नथू राम गोडसे ारा रा िपता
महा मा गां धी को गोली मारने के साथ शु होती है। बापू उसक गोली से मरते नह बि क होश म
आने पर वो सबसे पहले गोडसे के बारे म जानना चाहते ह। वो कु छ समय बाद वतमान भारतीय
सरकार से गोडसे से जेल म िमलने क अनु मित मां गते ह। लेिकन उनक जान को गोडसे से खतरा है
कहकर उ ह रोकने क कोिशश क जाती है। अपनी मां ग को लेकर गाँधी अनशन पर बैठ जाते ह और
अं ततः सरकार को झु कना पड़ता है। गाँधी गोडसे से िमलने उसके वाड म पहँचते ह।
असग़र वजाहत के मौिलक नाट् यलेख क परं परा म “गोडसे @ गाँधी. कॉम” एक अ यं त
मह वपू ण नाटक है। यह नाटक बड़े फ़लक पर गाँधीवाद को प रभािषत और या याियत करते हए
उसक सं पू ण सं भावनाओं तथा सीमाओं पर साथक उठाता है। इसम वतमान राजनीितक और
सामािजक यव था का सतक रचना मक िव ेषण िकया गया है। उदार िहं द ु व बनाम क र िहं द ु व
क बहस का इस नाटक म एक नया आयाम िदखता िमलता है।

िवशेष आभार
ो. िगरी र िम , कु लपित, म. गां . अं . िहं दी िव िव ालय, वधा
ो. आनं द बधन शमा, ितकु लपित, म. गां . अं . िहं दी िव िव ालय, वधा
ो. कृ ण कु मार िसं ह, कु लसिचव, म. गां . अं . िहं दी िव िव ालय, वधा
डॉ. सतीश पावड़े, अ य , दशनकारी कला िवभाग (िफ़ म एवं रं गमं च)

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