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महा ा गां धी- एक ऐसा नाम िजसे सु नकर एक ऐसे तं ता से नानी का चे हरा हमारे सामने आ जाता है
िज ोने अिहं सा के माग पर चलते ए अं ेजो की नाक म दम कर िदया था। गां धी जी एक महान सोच वाले
साधारण से थे िज ोने अपनी अंितम सां स तक दे श के बारे म सोचा और भारत को आजादी िदलाने
म एक मह पू ण योगदान िदया।
ऐसी प र थित के बाद भी गां धी जी ने हार नही ं मानी और अपनी पढाई पू री करने के िलए अहमदाबाद गए
और िफर 1888 म लंदन जाकर वकालत की पढ़ाई करने का िनणय िकया।
महा ा गां धी का जीवन और उनके आदश सभी के िलए एक े रणा का ो है । जो उ ोंने अपने जीवन म
ा िकया है वो िकसी चम ार से कम नही ं है और इिसिलए वह करोडो िहं दु ािनयो के िदलो म राज
करते ह।
उ े महा ा, रा िपता, या बापू जै से नामो से भी पु कारा जाता है । उ ोन लाखो लोगो को अं ेजो के खलाफ
आजादी की लड़ाइ म आने के िलए े रत िकया ोकी वो चाहते थे की सभी दे शवासी अपने तं ंता के
मह को समझे ।
इनके बीच काई बार उ े जेल भी जाना पड़ा लेिकन उ ोंने हार नही ं मानी और भारत को अं गरे जो के
अ ाचारो से मु कराने के िलए अपना पू रा जीवन समरिपत कर िदया।
गां धी जी के िस ां त िसफ हमरे दे श तक सीिमत नही ं थे, उनकी स और अिहं सा वादी िवचारधारा से
मािटन लूथर और ने न मंडेला भी भािवत ए और नासिलय भे द के खलाफ सं घष िकया। उ ोंने
अपने जीवन म कुछ नै ितक मू अपनाऐ िज े लोग आज भी मानते ह। ये है - अिहं सा, स ाई,
आ िनभरता, ई र पर भरोसा, चोरी न करना, आ अनु शासन, समानता और भाईचारा।
भारत के लोग उनका अनु सरण करते ह ोंिक उ ोंने अपनी गलितयों को ीकर िकया और कभी िकसी
और को दोषी नही ं ठहराया । वो एक साधरण से इं सान थे िज ी बाते िशि त और अिशि त, गरीब और
अमीर सबको आसनी से समझ म आती थी। उनकी स ाई और िवन ता ने ही उ े महा ा बनाया िदया।
महा ा गां धी ने 8 अग 1942 म दसरे िव यु के दोरान अं ेजो को भगाने के िलए भारत छोडो आं दोलन
की शु आत की थी। इसमे उ ोन करो या मारो पर भाषण िदया। इस यु के अं त तक ि िटश सरकार ने ये
साफ कर िदया था िक वो सारे अिधकार और ताकत भारत को सौंप दे गी।
7. आपको मानवता म िव ास नही ं खोया चािहए। मानवता एक सागर है । आगर सागर की कुछ बू े गंदी है
तो इसका मतलब ये नही ं है की पूरा सागर ही गंदा है ।
दू सरे लोग इन िस ां तों का पालन करे इससे पहले गां धी जी ने इन िवचारो को अपने दै िनक जीवन म
अनु सरन िकया। म गां धी जी से े रत ँ ोिक वो एक बहादु र और आ िव ासी थे । उ ोन दे श को
तं ता िदलाने म अपने ाणों की आ ित दे दी। वो एक महान ने ता थे िजनका जीवन तो सादा था लेिकन
िवचार उ थे ।
हर साल 30 जनवरी 1948 को शहीद िदवस मनाया जाता है । नाथूराम गोडसे ने रा िपता को उस व गोली
मार कर ह ा कर दी जब वे िद ी के िबड़ला भवन म शाम की ाथना से उठ रहे थे ।
महा ा गां धी की शवया ा को आजाद भारत की सबसे बड़ी शवया ा कहा जाता है । गां धीजी को अं ितम
िवदाई दे ने के िलए करीब 10 लाख लोग साथ म चल रहे थे और 15 लाख लोग रा े म खड़े थे ।
गां धी जी के बारे म महान वै ािनक आईं ीन ने कहा था की हजारो साल बाद आने वाली न े इस बात पर
मु ल से िव ास करगी की हाड मास से बना ऐसा इं सान भी धरती पर कभी आया था।