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स ाँ स ों की म ल पे

स ाँ स ों की म ल पे ससमर ों मैं , पी क न म(2)


ससमरु मैं पी क न म
स ाँ स ों की म ल पे ससमर ों मैं , पी क न म(2)
अपने मन की मैं ज नाँ, और पी के मन की र म
स ाँ स ों की म ल पे ससमर ों मैं पी क न म(3)
ये ही मे री बों दगी है ये ही मे री पज
स ाँ स ों की म ल पे ससमर ों मैं पी क न म(2)
स ाँ स ों की म ल पे(3)
ससमर ों मैं (4)
पी क न म
स ाँ स ों की म ल पे ससमर
ों मैं
स ाँ स ों की म ल पे ससमर ों मैं पी क न म
इक त स जन मों सदर में और प्रीतम मस्जिद में
स ाँ स ों की म ल पे ससमर ों मैं पी क न म
प्रेम के रों ग में ऐसी डबी(3)
रों ग सदय सपय एक ही रप
प्रेम के रों ग में ऐसी डबी
रों ग सदय सपय एक ही रप
प्रेम की म ल जपते जपते ह गयी सुबह से श म
स ाँ स ों की म ल पे, ससमर ों मैं पी क न म(5)
हम दर नही ों कछु क म के दर नही ों सप के न म के
स ाँ स ों की म ल पे, ससमर ों मैं पी क न म
स ाँ स ों की म ल पे, ससमरों मैं पी क न म
प्रीतम क कुछ द ष नही ों है (3)
प्रीतम क कुछ द ष नही ों है व त है सनदोष(2)
अपने आप से ब ते करते ह गयी मैं बदन म
स ाँ स ों की म ल पे, ससमर ों मैं पी क न म(2)
स ाँ स ों की म ल पे(3)
ससमरु मैं (3)
पी क न म
स ाँ स ों की म ल पे, ससमर ों मैं पी क न म(2)
ससमर ों मैं पी क न म(5)

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