हिंदी (आधार) कोड सं -302 प्रश्नपत्र विश्लेषण एवं अंक वितरण टीप:-1. प्रश्नपत्र दो खंडो खंड ‘अ’ और ‘ब’ होगा। खंड ‘अ’ में 40 वस्तुपरक प्रश्न पूछे जाएंगे।इनमें से 40 प्रश्नों के ही उत्तर देने होंगे| खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रश्नों में उचित आंतरिक विकल्प दिए जाएंगे। निर्धारित समय-3 घंटे परीक्षा भार विभाजन भारांक 80 खंड अ वस्तुपरक प्रश्न विषयवस्तु भार
1. अपठित गद्यांश व पद्यांश( बहुविकल्पात्मक प्रश्न) 15 अंक
अ. एक अपठित गद्यांश (300 शब्द) 1 अंक × 10 प्रश्न 10 अंक
ब. एक अपठित पद्यांश (150 शब्द) 1 अंक × 5 प्रश्न 5 अंक
2. (अभिव्यक्ति और माध्यम पुस्तक के आधार पर)इकाई एक 05 अंक से पाठ 3,4 व 5 पर आधारित अभिव्यक्ति और माध्यम पुस्तक से बहुविकल्पात्मक प्रश्न 5 अंक 1 अंक × 5 प्रश्न 3. पाठ्य पुस्तक आरोह भाग 2 से बहु विकल्पात्मक प्रश्न 10 अंक
अ. पठित काव्यांश पर बहुविकल्पी प्रश्न 1 अंक × 5 प्रश्न 5 अंक
ब. पठित गद्यांश पर बहुविकल्पी प्रश्न 1 अंक × 5 प्रश्न 5 अंक
4. अनुपूरक पाठ्य पुस्तक वितान भाग 2 से बहुविकल्पात्मक 10 अंक
प्रश्न अ. पठित पाठों पर 10 बहुविकल्पी प्रश्न 1 अंक ×10 प्रश्न 10 अंक
खंड ब वर्णनात्मक प्रश्न
5. (अभिव्यक्ति और माध्यम पुस्तक के आधार पर)पाठ 3,4, 16 अंक 5,11,12 व 13 पर आधारित 1. दिए गए अप्रत्याशित विषयों में से किसी एक विषय पर 6 अंक लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेखन 6 अंक× 1 प्रश्न
2. कहानी का नाट्य रूपांतरण/ रेडियो नाटक/ अप्रत्याशित 4 अंक
विषयों के लेखन पर आधारित दो प्रश्न (विकल्प सहित) लगभग 40 शब्दों में 2 अंक × 2 प्रश्न 3 . पत्रकारिता और जनसंचार माध्यमों के लिए लेखन पर 6 अंक आधारित तीन में से दो प्रश्न (विकल्प सहित) लगभग 60 शब्दों में 3 अंक × 2 प्रश्न 6. पाठ्य पुस्तक आरोह भाग-2 व वितान पर आधारित 24 अंक 1. काव्य खंड पर आधारित तीन में से दो प्रश्न लगभग 60 6 अंक शब्दों में। (3x2=6 अंक) 2. काव्य खंड पर आधारित तीन में से दो प्रश्न लगभग 40 4 अंक शब्दों में। (2x2=4 अंक) 3. गद्य खंड पर आधारित तीन में से दो प्रश्न लगभग 60 6 अंक शब्दों में। (3x2=6 अंक) 4. गद्य खंड पर आधारित तीन में से दो प्रश्न लगभग 40 4 अंक शब्दों में। 5. वितान के पाठों पर आधारित तीन प्रश्नों में से किन्ही दो 4 अंक प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 शब्दों में(2x2=4 अंक) कु ल अंक 80 अंक पाठ्यक्रम के निम्नलिखित पाठ हटा दिए गए हैं:-
आरोह भाग 2 काव्य खंड गजानन माधव मुक्तिबोध -सहर्ष स्वीकारा है (पूरा पाठ) फिराक गोरखपुरी -गजल
गद्य खंड विष्णु खरे- चार्ली चैप्लिन यानी हम सब (पूरा पाठ)