You are on page 1of 11

विभिन्न प्रवििूवि एजेंसिय ां

और र ज्य िभियक और गैर-


र ज्य िभियक की िूभिक

आां िररक िुरक्ष

Copyright © 2014-2021 Testbook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved
Download Testbook

विभिन्न प्रवििूवि एजेंसिय ां और र ज्य िभियक


और गैर-र ज्य िभियकों की िूभिक

विभिन्न िुरक्ष एजेंसिय ां


 केंद्रीय सुिक्षा बल दो प्रकाि के होते हैं, CAPF औि CPMF. CAPFs,केंद्रीय सशस्त्र पुललस बलों के ललए खडा है। इस नई शब्दािली को सेना
के अनुिोध पि 2011 िें पेश ककया गया था। िततिान िें CAPF िें केंद्र के कनम्नललखखत आठ पुलिि बि श विि हैं।

 BSF

 CRPF

 ITBP

 CISF

 SSB

 NSG

 SPG

 RPF

 पहले छह, अथातत, BSF, CRPF, ITBP, CISF, SSB और NSG गृह िांत्र िय (MHA) के प्रशासकनक कनयंत्रण िें हैं, जबकक SPG िांवत्रिांडि
िसिि िय के अधीन है औि RPF रेि िांत्र िय के अधीन है।

 इन सिी का नेतृत्व िररष्ठ IPS अवधक री किते हैं।

 इन पांचों िें से असधकांश उच्च पद आईपीएस असधकारियों द्वािा प्रवतकनयुसि के िाध्यि से ििे जाते हैं। ये बि MHA को िह यि और
वििरण करिे हैं।

 पहले उन्हें केंद्रीय अधधिैननक बि (CPMF) के रूप िें जाना जाता था। इन पांचों िें से BSF, SSB, ITBP सीिा सुिक्षा बल हैं जबकक CRPF
आं तरिक सुिक्षा औि चुनाि कततव्य के ललए है।

 CRPF देश के प्रिुख िहत्वपूणध प्रविष्ठ नों को िुरक्ष िी प्रदान किता है। NSG कि ांडो बि है जो आिांकि द िे िड़ने के लिए है,
लेककन उच्च जोखखि िाले VIP सुिक्षा की देखिाल िी किती है।

 SPG प्रधानिंत्री और पूिध प्रध निांत्री की िुरक्ष के लिए है जबनक RPF रेििे की िांपवि की िुरक्ष करि है और य वत्रयों की िुरक्ष
िुननलिि करि है।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 2
Download Testbook

 सीिा सुिक्षा बल (BSF) एक िीि िुरक्ष बि है।


 इसकी स्थ पन 1 भदिांबर, 1965 को हुई थी। इसकी प्राथविक िूविका शांवतकाल के दौिान प नकस्त न और ब ग्ल
ां देश
के ि थ ि रि की अां िर ष्ट्र
ध ीय िीि ओ ां की रक्ष करन औि सीिा पाि अपिाध को िोकना है।
 BSF क नेित्व
ृ एक IPS अवधक री करि है और यह गृह िांत्र िय (MHA) के प्रश िननक ननयांत्रण िें है।
 1965 के िाित-पाककस्तान युद्ध ने िौजूदा सीिा प्रबंधन प्रणाली की अपयातप्तता का प्रदशतन ककया औि प नकस्त न के
ि थ ि रि की अां िरर ष्ट्रीय िीि ओ ां की रक्ष करने के विलशष्ट जन देश के ि थ एक एकीकृि केंद्रीय एजेंिी के
िीि िुरक्ष बि रूप िें सीिा सुिक्षा बल का गठन ककया।
(BSF)  BSF ने 'िुसि ि भहनी' क प्रसशक्षण, ििथधन और एक भहस्स बन य थ । इसने बांग्लादेश की िुसि िें िी िहत्वपूणत
िूविका कनिाई।
 186 बट लियन िें BSF के 2,50,000 जि न हैं। इसकी कुछ बटाललयन CRPF के ि थ दांडक रण्य और जम्मू-
कश्मीर के नक्सि प्रि विि क्षेत्र िें िी िैन ि हैं।
 BSF की िायु शाखा ने 2013 िें केदािनाथ आपदा के दौिान उत्तिाखंड िें िाहत कायत िें िी िचनात्मक िूविका कनिाई
थी। कोिक ि और गुि ह टी िें स्थस्थि बीएिएफ की दो बट लियनों को िाष्ट्रीय आपदा प्रवतभिया बल (NDRF) के
रूप िें नावित ककया गया है।

 CRPF देश का सबसे बडा केंद्रीय िशस्त्र पुलिि बि है।


 यह 27 जुि ई, 1939 को ि उन ररप्रेजेंटेनटव्ि पुलिि के रूप िें अस्तस्तत्व िें आया। िाित की स्वतंत्रता के बाद, यह
केंद्रीय रिजित पुललस बन गई औि तब से, बल ने ि कि और क्षिि ओां िें उल्लेखनीय िृलि हाससल की है।
 इसिें 234 बट लियन (Bns) की ि कि है, सजििें बट लियनों को खड़ करन और कि करन शाभिल है।
 िततिान िें CRPF िें 195 कायतकािी बटाललयन, दो आपदा प्रबंधन बटाललयन, चाि िभहला बटाललयन, 10 आिएएफ
बटाललयन, पांच ससग्नल बटाललयन, 10 कि ांडो बट लियन फॉर रेिोल्यूट एक्शन (COBRA बट लियन), एक स्पेशि
केंद्रीय ररजिध ड्यूटी ग्रुप, एक प लिि य िेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG) औि 40 सिूह केंद्र औि अन्य संबद्ध संस्थान औि प्रसशक्षण केंद्र।
पुलिि बि  CRPF ने प्र कृविक आपद ओ ां और आपद ओ ां के दौर न िह यि के लिए NDRF की िीन बट लियन िी गठठि की
(CRPF) हैं।
 यह ि रि िरक र के गृह िांत्र िय (MHA) के तत्वािधान िें कायत किता है। सीआिपीएफ का नेतृत्व एक आईपीएस
असधकािी किते हैं।
 CRPF की प्राथविक िूविक क नून और व्यिस्थ बन ए रखने, उग्रि द को रोकने और नक्सि विरोधी अभिय नों को
अां ज ि देने के लिए पुलिि के िांि िन िें र ज्य / केंद्र श सिि प्रदेशों की िह यि करने िें ननभहि है।
 सीआिपीएफ देश िि िें चुनाि किाने िें िी अहि िूविका कनिाती है। इसके अलािा, यह जम्मू िें िाता िैष्णो देिी के
िंभदि औि अन्य धाविि क स्थलों सभहत कुछ िहत्वपूणध प्रविष्ठ नों और इि रिों की िुरक्ष िी प्रद न करि है।

 ITBP (िाित-वतब्बत सीिा पुललस) एक िीि िुरक्ष बि है।


 इसका नेतृत्व एक IPS अवधक री किता है औि यह गृहिांत्र िय (MHA) के प्रशासकनक कनयंत्रण िें है।
ि रि-विब्बि  ITBP की स्थापना 24 अक्टू बर 1962 को चीन के वतब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ िाित की सीिा पि सुिक्षा के ललए की
िीि पुलिि गई थी।
(ITBP)  1962 िें ि रि-िीन िांघर्ध के िद्दे नजर इिे ि र िेि बट लियनों के ि थ स्थाभपत ककया गया था।
 िततिान िें, ITBP की बटाललयनें िद्द ख के क र कोरि दरे िे अरुण िि प्रदेश के दीफू ि िक, िाित-चीन सीिा के
3,488 ककलोिीटि को किि किते हुए सीिा सुिक्षा कततव्यों पि तैनात हैं।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 3
Download Testbook

 िानियुि सीिा चौककयााँ सीिा के पलििी, िध्य औि पूिी क्षेत्रों िें 21,000 फीट की ऊाँ चाई पि हैं। ITBP एक पिधिीय
प्रलशलक्षि बि है और अवधक ांश अवधक री और पुरुर् पेशेिर रूप िे प्रलशलक्षि पिधि रोही और स्कीयर हैं।
 ITBP िुख्य रूप से पांच कायों के साथ एक बहुआयािी बल है
 उिरी िीि ओ ां पर िौकिी, िीि उल्लांघनों क पि िग न और उनकी रोकथ ि करन औि स्थानीय
लोगों िें िुरक्ष की ि िन को बढ ि देन
 अिैध आव्रजन औि सीिा पाि तस्किी की जााँच किें
 संिेदनशील प्रवतष्ठानों औि खतिनाक VIPs को िुरक्ष प्रद न करें
 ककसी िी क्षेत्र िें गडबडी की स्थस्थवत िें व्यिस्थ बह ि करन और िांरलक्षि करन
 देश िें श ांवि बन ए रखने के ललए
 ITBP द्वािा संचाललत सीिा चौककयााँ उच्च-िेग ि िे िूफ नों, बर्फ़ीि िूर्फ न, भहिस्खिन और िूस्खिन के अलािा
उच्च ऊं चाई औि अत्यसधक ठं ड के खतिों के संपकत िें हैं, जहााँ तापिान शून्य से 40 कडग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता
है।
 ITBP पहले ही आपद प्रबांधन िें 1,032 कविि यों को प्रसशलक्षि कर िुक है, सजििें 98 कविि यों को रेनडयोिॉसजकि,
र ि यननक और जैविक आप ि स्थस्थवियों िें प्रलशलक्षत ककया गया है।
 ITBP किांडो इकाइयााँ अफग ननस्त न िें ि रि के दूि ि ि और ि लणज्य दूि ि िों को िी िुरक्ष प्रद न करिी हैं। बल
1981 िे िावषि क कैि श ि निरोिर य त्र के दौिान तीथतयावत्रयों को सुि क्षा प्रदान कि िहा है। ITBP याभत्रयों को
संचाि, सुिक्षा औि सचककत्सा किि प्रदान किता है।

 CISF पूरे ि रि िें स्थस्थि 300 औद्योभगक इक इयों और अन्य प्रविष्ठ नों को िुरक्ष किि प्रदान किता है।
 इसकी स्थ पन िर्ध 1969 िें हुई थी। यह 59 घिेलू औि अं तििाष्ट्रीय हिाई अड्डों सभहत 307 औद्योवगक इकाइयों को
सुिक्षा किि औि 86 औद्योवगक उपििों को अवग्न सुिक्षा किि प्रदान किता है।
 औद्योवगक क्षेत्र जैसे परि णु ऊज ध िांयांत्र, अां िररक्ष प्रविष्ठ न, टकि ि, िेि क्षेत्र और ररफ इनरी, प्रिुख बांदरग ह, भदल्ली
िेट्रो, ि री इां जीननयररिं ग और इस्प ि िांयांत्र, बैर ज, उिधरक इक इय ाँ, हि ई अड्डे और पनवबजिी / थिधि वबजिी
िांयांत्र जो कें द्रीय साितजकनक उपििों के स्वाभित्व औि कनयंत्र ण िें हैं। , औि िाितीय िुद्र ा का उत्पादन किने िाले
किेंसी नोट प्रेस CISF द्वािा संिलक्षत हैं।
केंद्रीय औद्योभगक
 CISF का नेिृत्व एक IPS अवधक री करि है और यह गृह िांत्र िय (MHA) के प्रश िननक ननयांत्रण िें होि है।
िुरक्ष बि
अथतव्यिस्था के िैश्वीकिण औि उदािीकिण के साथ, CISF देश की एक प्रिुख बहु-कुशल सुिक्षा एजेंसी बन गई है, जो
(CISF)
आतंकिादी औि नक्सल प्रिावित क्षेत्रों सभहत विभिन्न क्षेत्रों िें देश के प्रिुख िहत्वपूणध बुननय दी ढ ांिे की स्थ पन को
िुरक्ष प्रद न करने के लिए अननि यध है।
 25 फिििी, 2009 को िाितीय संसद ने CISF (संशोधन) असधकनयि, 2008 के पारित होने के साथ देश िर िें ननजी
और िहक री प्रविष्ठ नों को िुरक्ष प्रद न करने के लिए कें द्रीय औद्योभगक सुि क्षा बल के प्रािधान को अवधकृ त
ककया।
 यह अवधननयि विदेशों िें ि रिीय भिशनों की िुरक्ष के लिए िीआईएिएफ की िैन िी और िांयुि र ष्ट्र श ांवि
अभिय नों िें इिकी ि गीद री का िी प्रािधान किता है।

िशस्त्र िीि बि  SSB (सशस्त्र सीिा बल) एक िीि िुरक्ष बि है।


(SSB)  SSB का नेतृत्व एक IPS अवधक री करि है और यह गृह िांत्र िय (MHA) के प्रश िननक ननयांत्रण िें िी है।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 4
Download Testbook

 इसकी प्राथविक िूविक नेप ि और िूट न के ि थ ि रि की अां िर धष्ट्रीय िीि की रक्ष करन है। इिे पहिे विशेर् िेि
ब्यूरो के न ि िे ज न ज ि थ ।
 SSB (विशेष सेिा ब्यूिो) की स्थ पन 1963 की शुरुआि िें ि रि-िीन युि के िद्देनजर की गई थी।
 बल का प्राथविक कायत िॉ (रिसचत एं ड एनाललससस वििं ग) के ललए सशस्त्र सहायता प्रदान किना औि सीिािती आबादी
िें िाष्ट्रीयता की िािना पैदा किना औि प्रेिणा, प्रसशक्षण, विकास, कल्याण कायतििों की एक सतत प्रभिया के िाध्यि
से प्रवतिोध के ललए उनकी क्षिताओ ं का विकास किना था। औि तत्कालीन एनईएफए, उत्तिी असि (असि के उत्तिी
क्षेत्रों), उत्तिी बंगाल (पलिि बंगाल के उत्तिी क्षेत्रों), उत्ति प्रदेश, भहिाचल प्रदेश औि लद्दाख की पहाकडयों िें
गवतविसधयां
 SSB जम्मू और कश्मीर िें आिांकि द विरोधी अभिय नों और झ रखांड और वबह र िें नक्सि विरोधी अभिय नों िें
िी िग हुआ है। यह ि रि के विभिन्न भहस्सों िें आां िररक िुरक्ष किधव्यों, य नी िुन ि किधव्यों और क नून
व्यिस्थ किधव्यों क प िन किता है।
 SSB की िूविका िें कनम्नललखखत शाविल हैं:
1. िीि ििी क्षेत्रों िें रहने ि िे िोगों िें िुरक्ष की ि िन को बढािा देन ा।
2. सीिा पाि अपर धों और अनसधकृि प्रिेश य ि रि के क्षेत्र िे ब हर ननकिने को रोकने के लिए।
3. िस्करी और अन्य अिैध गविविवधयों को रोकने के लिए।

 िाष्ट्रीय सुिक्षा गाडत (NSG) 1984 िें एक िांघीय आकस्मिक िैन िी बि के रूप िें स्थ भपि एक विशेर् बि है
सजिक िुख्य रूप िे आिांकि द विरोधी गविविवधयों के लिए उपयोग नकय गय है औि 1986 िें िाितीय संस द
के िाष्ट्रीय सुिक्षा गाडत असधकनयि के तहत कैवबनेट ससचिालय द्वािा बनाया गया था। .
 यह पूरी िरह िे केंद्रीय िशस्त्र पुलिि बि ढ ि
ां े के िीिर क ि करि है। NSG 100 प्रवतशत प्रवतकनयुसि बल है
औि तैनात सिी किी सेना, सीएपी, िाज्य पुललस औि अन्य संगठनों से प्रवतकनयुसि पि हैं।
 इिक प्र थभिक क यध विलशष्ट पररस्थस्थवियों िें आिांकि दी खिरों को श भिि करन और बेअिर करन और
क उां टर ह ईजैक और बांधक बि ि भिशन शुरू करन है। उन्हें िीिीआईपी को िोबाइल सुिक्षा सुिक्षा प्रदान किने
का कायत िी सौंपा गया है।
 NSG एक विसशष्ट बल है जो िाष्ट्र को दूसिी पंसि की िक्षा प्रदान किता है। उन्होंने िाित की एकता की िक्षा किने िें
िहत्वपूणत िूविका कनिाई है औि देश के सािासजक ताने -बाने को तोडने के ललए िाष्ट्र वििोधी तत्वों के प्रयासों को
र ष्ट्रीय िुरक्ष ग डध विफल ककया है। एनएसजी ने निीनति तकनीक के कब्जे िें आतंकिादी संगठनों पि बढत बनाए िखी है।
(NSG)  उन्हें दुकनया की सितश्रेष्ठ विशेष संचालन इकाइयों िें से एक िाना जाता है। NSG का नेतृत्व एक IPS असधकािी किता है
औि यह गृह िांत्र िय (MHA) के प्रश िननक ननयांत्रण िें है।
 NSG के विसशष्ट लक्ष्यों िें शाविल हैं:
 आिांकि दी खिरों क िटस्थकरण।
 हि और जिीन पर अपहरण की स्थस्थवियों िे ननपटन
 बि ननपट न (IDE’s की खोज, पता लगाना औि कनष्क्रिय किना)
 विलशष्ट पररस्थस्थवियों िें आिांकि भदयों को श भिि किना औि उन्हें कनष्क्रि य किना
 बांधक बि ि
 NSG ने 2008 िें 26/11 के हिले िें िुंबई िि िें कई हिलों के बाद आतंकिाभदयों को बाहि कनकालने औि बंधकों को
छु डाने के ललए ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो और ऑपरेशन ि इक्लोन क प्रदशधन नकय । इस घटना के बाद िुब
ं ई, हैदिाबाद,
चेन्नई औि कोलकाता िें चाि नए एनएसजी हब स्थाभपत ककए गए।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 5
Download Testbook

 एनएसजी के तहत र ष्ट्रीय बि डेट केंद्र (NBBC) ि नेिर िें र ष्ट्रीय बि डे ट केंद्र का िखिखाि किता है औि िाज्य
के असधकारियों के अनुिोध पि देश के विभिन्न भहस्सों िें विस्फोट के बाद का अध्ययन किता है। यह विस्फोटकों औि
विस्फोटों की घटनाओ ं पि एक डेटा बैंक िखता है जो सुिक्षा बलों के काि आ सकते हैं।

केंद्रीय िांवत्रिांडि  यह प्रधान िंत्री की अध्यक्षता िें िाष्ट्रीय सुिक्षा के िािलों पि कायतकािी काितिाई के ललए शीषत कनकाय है औि इसिें
की िुरक्ष िांबांधी आि तौि पि िक्षा, विदेश िािलों, गृह औि वित्त िंत्री शाविल होते हैं। यह र ष्ट्रीय िुरक्ष पर र जनीविक ननगर नी और
िभिवि ननणधय िेने के लिए सजम्मेद र है।

 यह िाित का शीषत कायतकािी कनकाय है जो र ष्ट्रीय िुरक्ष और रणनीविक भहिों के ि ििों पर प्रध न िांत्री क य ि
ध य को
सलाह देता है।
 यह निांबर, 1998 िें स्थ भपि नकय गय थ । यह ि िररक नीवि ििूह (SPG), र ष्ट्रीय िुरक्ष िि हक र बोडध
र ष्ट्रीय िुरक्ष (NSAB) और र ष्ट्रीय िुरक्ष पररर्द िसिि िय (NSCS) िे भििकर एक वत्र-स्तरीय िांगठन त्मक िांरिन है।
पररर्द  निंबि 2018 िें, िाष्ट्रीय सुिक्षा सलाहकाि अजीत डोिाल को SPG का अध्यक्ष बनाया गया था।
 NSC औि CCS दोनों की एक सिान सदस्यता है जो कनणतय लेने औि कायातन्वयन को आसान बनाने िें िदद किती है।
 िाष्ट्रीय सुिक्षा परिषद (NSC) औि िाष्ट्रीय सुिक्षा सलाहकाि (NSA) िाष्ट्रीय सुिक्षा के िािलों पि प्रध न िांत्री क य धिय
को सलाह देते हैं।

 इं टेललजेंस ब्यूिो (IB) ि रि की आां िररक खुभर्फय एजेंिी है और प्रविवष्ठि रूप िे दुननय की िबिे पुर नी खुभर्फय
एजेंिी है। इिे 1947 िें गृह िांत्र िय के िहि केंद्रीय खुभफय ब्यूरो के रूप िें पुनगधठठि नकय गया था
 ब्यूिो िें कानून प्रिततन एजेंससयों के कितचािी शाविल हैं, सजनिें ज्य द िर ि रिीय पुलिि िेि (आईपीएि) और िेन िे
हैं। ह ि ाँनक, इां टेलिजेंि ब्यूरो (DIB) के ननदेशक हिेश एक IPS अवधक री िहे हैं।
 घिेलू खुभफया सजम्मेदारियों के अलािा, आईबी को विशेष रूप से भहम्मतससिं हजी सविवत (सजसे उत्ति औि उत्ति-पूित सीिा
सविवत के रूप िें िी जाना जाता है) की 1951 की ससफारिशों के बाद सीिािती क्षेत्रों िें खुभफया संग्रह का काि सौंपा
गया है।
 1947 से पहले, यह कायत सैन्य खुभफया संगठनों को सौंपा गया था। िाित के िीति औि पडोस िें िानि गवतविसध के
सिी क्षेत्रों को इं टेललजेंस ब्यूिो के कततव्यों के चाटति के ललए आिंकटत ककया गया है।
इां टेलिजेंि ब्यूरो
 इं टेललजेंस ब्यूिो का उपयोग िाित के िीति से खुभफया जानकािी हाससल किने के ललए ककया जाता है औि यह काउं टि-
(IB)
इं टेललजेंस औि आतंकिाद वििोधी कायों को िी अं जाि देता है।
 इं टेललजेंस ब्यूिो को कसथत तौि पि बहुत सािी सफलताएं विली हैं, लेककन इं टेललजेंस ब्यूिो द्वािा ककए गए कायों को
शायद ही किी अिगीकृत ककया जाता है। एजेंसी के आसपास अत्यसधक गोपनीयता के कािण, इसके बािे िें या इसकी
गवतविसधयों के बािे िें बहुत कि ठोस जानकािी उपलब्ध है
 इं टेललजेंस ब्यूिो शुरू िें िाित की आं तरिक औि बाहिी खुभफया एजेंसी थी। 1962 के िाित-चीन युद्ध के बाद, औि बाद
िें 1965 िें िाित-पाककस्तान युद्ध के बाद, 1968 िें इसे वििासजत कि भदया गया औि केिल आं तरिक खुभफया का
कायत सौंपा गया।
 इं टेललजेंस ब्यूिो आतंकिाद कनिोध को लेकि िुख्य सिन्वयक एजेंसी है। यह पूिे देश िें विभिन्न िाज्यों की पुललस के
साथ सिन्वय किता है

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 6
Download Testbook

 िाष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ि रि िें आिांक क िुक बि करने के लिए ि रि िरक र द्व र स्थ भपि एक िांघीय
एजेंिी है।
 यह केंद्रीय आिांकि द विरोधी क नून प्रििधन एजेंिी के रूप िें कायत किता है।
 एजेंसी को िाज्यों की विशेष अनुिवत के वबना िाज्यों िें आतंकिाद से संबंसधत अपिाधों से कनपटने का असधकाि है।
 एजेंिी 31 भदिांबर, 2008 को िांिद द्व र र ष्ट्रीय ज ि
ां एजेंिी अवधननयि, 2008 के अवधननयिन के ि थ अस्मस्तत्व
िें आई।
 NIA को 2008 के िुांबई आिांकी हििों के ब द बन य गय थ क्योंकक आतंकिाद से कनपटने के ललए एक केंद्रीय
एजेंसी की आिश्यकता िहसूस की गई थी। एनआईए के संस्थापक िहाकनदेशक िाधा विनोद िाजू थे, औि उन्होंने 31
र ष्ट्रीय ज ांि एजेंिी
जनििी, 2010 तक सेिा की।
(NIA)
 एजेंसी को NIA अवधननयि की अनुिूिी िें ननभदि ष्ट अवधननयिों के िहि अपर धों की ज ि
ां और अभियोजन िि ने
क अवधक र भदय गय है।
 एक िाज्य सिकाि केंद्र सिकाि से एक िािले की जांच NIA को सौंपने का अनुिोध कि सकती है, बशते िािला NIA
असधकनयि की अनुसूची िें कनभहत अपिाधों के ललए दजत ककया गया हो।
 केंद्र सिकाि िाित िें कहीं िी ककसी िी अनुसूसचत अपिाध की जांच NIA को अपने हाथ िें लेने का आदेश िी दे सकती
है।
 NIA के असधकािी जो ि रिीय पुलिि िेि और ि रिीय र जस्व िेि िे लिए गए हैं, उनके पास िे सिी शसियां,
विशेषासधकाि औि दासयत्व हैं जो ककसी िी अपिाध की जांच के संबंध िें पुललस असधकारियों के पास हैं।

 MAC आतंकिाद से लडने के ललए एक बहु-एजेंिी केंद्र है सजसका जनादेश आतंक िाद से संबंवधत इनपुट को भदन-
प्रवतभदन साझा किना है।
 खुभफया प्रयासों को सुव्यिस्थस्थत किने के ललए भदल्ली िें िल्टी-एजेंसी सेंटि (एिएसी) औि विभिन्न िाज्यों िें िह यक
बहु-एजेंिी केंद्र िल्टी-एजेंिी िेंटर (SMACs) बनाए गए, सजसिें विभिन्न सुिक्षा एजेंससयों के प्रवतकनसध शाविल थे।
(MAC)  सूचना का सिय पि आदान-प्रदान सुकनलित किने औि बेहति सह-संचालन सुकनलित किने के ललए नई भदल्ली िें िल्टी-
एजेंसी सेंटि (एिएसी) औि िाज्य स्ति पि सहायक िल्टी-एजेंसी सेंटि (एसएिएसी) औि अन्य एजेंससयों के इं टेललजेंस
वििं ग के िुख्यालय िें 24x7 कांट्रोि रूि स्थ भपि नकए गए हैं। खुभफया एजेंससयों के बीच सिन्वय
 िततिान िें, MAC—SMACs नेटिकत के देश िि िें फैले 416 नोड हैं और नई भदल्ली िें िैक िुख्य िय िे जुड़े हैं।

 नेशनल इं टेललजेंस वग्रड या NATGRID एक इं टीग्रेटेड इं टेललजेंस वग्रड है जो ि रि िरक र के कई विि गों और िांत्र ियों
के डे ट बेि को लििं क करेग ि नक इां टेलिजेंि के व्य पक पैटनध को इकट्ठ नकय ज िके सजिे इां टेलिजेंि एजेंसियों
द्व र आि नी िे एक्सेि नकय ज िके।
 यह पहिी ब र 2008 िें िुांबई पर हुए आिांकि दी हििों के ब द प्रस्त विि नकय गय थ और 2013 िें ि िू
नेशनि इां टेलिजेंि होन थ लेककन अिी तक ऐसा नहीं हुआ है।
भग्रड  NATGRID एक खुभफया-साझाकिण नेटिकत है जो िाित सिकाि की विभिन्न एजेंससयों औि िंत्रालयों के स्टैंडअलोन
(NATGRID) डेटाबेस से डेटा को जोडता है।
 यह एक आतंकिाद-िोधी उपाय है जो िरक री डेट बेि िे कर और बैंक ख िे के वििरण, िेनडट क डध िेनदेन, िीज
और आव्रजन ररकॉडध और रेि और हि ई य त्र के क यधििों िभहि कई िूिन ओ ां को एकत्र और एकवत्रि करि
है।
 यह िांयुि डेट 11 केंद्रीय एजेंसियों को उपिब्ध कर य ज एग

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 7
Download Testbook

1. अनुसंधान औि विश्लेषण वििं ग


2. इं टेललजेंस ब्यूिो
3. केंद्रीय जांच ब्यूिो
4. वित्तीय खुभफया इकाई
5. केन्द्रीय प्रत्यक्ष कि बोडत
6. िाजस्व खुभफया कनदेशालय
7. प्रिततन कनदेशालय
8. नािकोकटक्स कंट्रोल ब्यूिो
9. सेंट्रल बोडत ऑफ एक्साइज एं ड कस्टम्स
10. केंद्रीय उत्पाद शुल्क खुभफया िहाकनदेशालय
 NCTC औि NIA के विपिीत, जो केंद्रीय संगठन हैं, नेटवग्रड एक ऐसा उपकिण है जो सुिक्षा एजेंससयों को देश िें विभिन्न
संगठनों औि सेिाओ ं के एकभत्रत डेटा से आतंकिादी संभदग्धों पि प्रासंवगक जानकािी का पता लगाने औि प्राप्त किने िें
सक्षि बनाता है।
 यह आतंकिाभदयों की पहचान किने, उन्हें पकड़ने और उन पर िुकदि िि ने िें िदद करेग और आिांकि दी ि सजशों
को पूिध-ख िी करने िें िदद करेग ।

 िाष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) प्रधान िंत्री कायातलय िें र ष्ट्रीय िुरक्ष िि हक र के अधीन एक िकनीकी
खुभफय एजेंिी है।
 इसकी स्थापना 2004 िें हुई थी। इसिें नेशनि इां स्टीट्यूट ऑफ भिप्टोिॉजी ररििध एां ड डेििपिेंट (NICRD) िी शाविल
है, जो एसशया िें अपनी तिह का पहला संस्थान है।
 र ष्ट्रीय िकनीकी अनुिांध न िांगठन (NTRO), सजिे िूि रूप िे र ष्ट्रीय िकनीकी िुविध एां िांगठन (NTFO) के रूप
िें जाना जाता है, एक अत्यसधक विसशष्ट तकनीकी खुभफया जानकािी एकत्र किने िाली एजेंसी है।
र ष्ट्रीय िकनीकी
 जबकक एजेंसी िाितीय सशस्त्र बलों सभहत विभिन्न खुभफया एजेंससयों के तकनीकी वििं ग के कािकाज को प्रिावित नहीं
अनुिांध न िांगठन
किती है, यह आं तरिक औि बाहिी सुिक्षा पि अन्य एजेंससयों को तकनीकी खुभफया जानकािी प्रदान किने के ललए एक
सुपि-फीडि एजेंसी के रूप िें कायत किती है।
 एजेंसी िाित की बाहिी खुभफया एजेंसी, रिसचत एं ड एनाललससस वििं ग के कनयंत्रण िें है, ह ि ांनक यह कुछ हद िक
स्व यि बनी हुई है।
 संगठन उच्च तकनीक कनगिानी कायत किता है, सजसिें उपग्रह कनगिानी, स्थलीय कनगिानी, इं टिनेट कनगिानी, िाष्ट्रीय सुिक्षा
तंत्र के ललए िहत्वपूणत िाना जाता है।

 2004 केंद्रीय िाष्ट्रीय एजेंसी के रूप िें संभदग्ध वित्तीय लेनदेन से संबंसधत जानकािी प्राप्त किने, प्रसंस्किण, विश्लेषण
औि प्रसाि किने के ललए सजम्मेदाि है।
 FIU-IND िनी िॉन्ड्रां ग और िांबांवधि अपर धों के खखि फ िैलिक प्रय िों को आगे बढ ने िें र ष्ट्रीय और
वििीय खुभफय
अां िर धष्ट्रीय खुभफय , ज ांि और प्रििधन एजेंसियों के प्रय िों के ििन्वय और िुदृढीकरण के लिए िी सजम्मेद र है।
इक ई
 FIU-IND एक स्विांत्र ननक य है जो िीधे विि िांत्री की अध्यक्षि ि िी आसथि क खुभफय पररर्द (EIC) को ररपोटध
- ि रि (FIU-
करि है।
IND)
 FIU-IND का िुख्य क यध नकद/िांभदग्ध िेनदेन ररपोटध प्र प्त करन , उनका विश्लेषण किना औि, जैसा उसचत हो,
िूल्यिान वित्तीय जानकािी को खुभफया/प्रिततन एजेंससयों औि कनयािक प्रासधकिणों को प्रसारित किना है।
 FIU-IND के कायत हैं:

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 8
Download Testbook

1. सूचना का संग्रह
2. सूचना का विश्लेषण
3. सूचनाओ ं का आदान-प्रदान
4. केंद्रीय िंडाि के रूप िें कायत किें
5. सिन्वय
6. अनुसंधान औि विश्लेषण

 रिसचत एं ड एनाललससस वििं ग (RAW) िाित की प्राथविक विदेशी खुभफया एजेंसी है। यह 21 सििांबर, 1968 को िीन-
ि रिीय और ि रि-प नकस्त न युिों की खुभफय विफिि ओ ां के ब द स्थ भपि नकय गय थ , सजिने ि रि
िरक र को एक विशेर्, स्विांत्र एजेंिी बन ने के लिए र जी नकय , जो पहिे विदेशी खुभफय ज नक री एकत्र
अनुिांध न और करने के लिए ििभपि ि थी, दोनों घरेिू और विदेशी खुभफय इां टेलिजेंि ब्यूरो के द यरे िें रह है।
विश्लेर्ण प्रि ग  एजेंसी का प्राथविक कायत विदेशी खुभफया जानकािी एकत्र किना, आिांकि द-ननरोध िें िांिग्न होन , प्रवि-प्रि र को
बढ ि देन , ि रिीय नीवि ननि धि ओ ां को िि ह देन और ि रि के विदेशी रणनीविक भहिों को आगे बढ न है।
 यह ि रि के परि णु क यधिि की िुरक्ष िें िी श भिि है। कई विदेश ी विश्लेषक िॉ को एक प्रिािी संगठन िानते
हैं औि इसे िाित की िाष्ट्रीय शसि के प्राथविक उपकिणों िें से एक के रूप िें पहचानते हैं।

 केंद्रीय ज ि
ां ब्यूरो (CBI) ि रि की िबिे प्रिुख ज ि
ां पुलिि एजेंिी है। यह िाित सिकाि के अवधकाि क्षेत्र िें है।
 CBI प्रिुख आपर वधक ज ांि िें श भिि है और ि रि िें इां टरपोि एजेंिी है।
 इिकी स्थ पन 1941 िें विशेर् पुलिि प्रविष्ठ न के रूप िें की गई थी, सजिे घरेिू िुरक्ष क क ि िौंप गय थ ।
1 अप्रैि, 1963 को इिक न ि बदिकर केंद्रीय ज ांि ब्यूरो कर भदय गय । इसका आदशत िाक्य "उद्योग,
कनष्पक्षता, अखंडता" है।
 एजेंिी िुख्य िय नई भदल्ली िें स्थस्थि है, सजसके क्षेत्र ीय कायातलय पूि े िाित के प्रिुख शहिों िें स्थस्थ त हैं। CBI की
देखिेख काविि क, लोक सशकायत औि केंद्र के पेंशन िंत्रालय के काविि क औि प्रसशक्षण वििाग द्वािा की जाती है,
सजसकी अध्यक्षता एक केंद्रीय िंत्री किते हैं जो सीधे प्रधान िंत्री को रिपोटत किता है।
केंद्रीय ज ि
ां ब्यूरो
 जबकक िांयुि र ज्य अिेररक िें िांघीय ज ांि ब्यूरो की िांरिन के अनुरूप, CBI की शविय ां और क यध अवधननयिों
(CBI)
द्व र विलशष्ट अपर धों िक िीभिि हैं (िुख्य रूप से भदल्ली विशेष पुललस स्थापना अवधकनयि, 1946)। CBI क
नेित्व
ृ एक ननदेशक करि है, एक IPS अवधक री जो पुलिि िह ननदेशक के रैंक क होि है।
 CBI की जांच की कानूनी शसियां DSPE असधकनयि 1946 से ली गई हैं, जो भदल्ली विशेष पुललस प्रवतष्ठान (सीबीआई)
औि केंद्र शाससत प्रदेशों के असधकारियों को शसियां, कततव्य, विशेषासधकाि औि दासयत्व प्रदान किता है।
 केंद्र सिकाि ककसी िी क्षेत्र (केंद्र शाससत प्रदेशों को छोडकि) िें जांच के ललए सीबीआई की शसियों औि असधकाि क्षेत्र
का विस्ताि कि सकती है, संबंसधत िाज्य की सिकाि की सहिवत के अधीन।
 सब-इं स्पेक्टि के पद पि या उससे ऊपि के CBI के सदस्यों को पुललस थानों का प्रिािी असधकािी िाना जा सकता है।
असधकनयि के तहत, CBI केिल केंद्र सिकाि द्वािा असधसूचना के साथ जांच कि सकती है।

 आसथि क प्रिततन िहाकनदेशालय एक क नून प्रििधन एजेंिी और आसथि क खुभफय एजेंिी है जो ि रि िें आसथि क क नूनों
को ि गू करने और आसथि क अपर ध िे िड़ने के लिए सजम्मेद र है।
प्रििधन ननदेश िय
 यह िाजस्व वििाग, विि िांत्र िय क भहस्स है।
 इसिें िाितीय िाजस्व सेिा, ि रिीय पुलिि िेि और ि रिीय प्रश िननक िेि के असधक री श विि हैं।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 9
Download Testbook

 इस कनदेशालय की उत्पसत्त 1 िई, 1956 को हुई, जब विदेशी िुद्र विननयिन असधननयि, 1947 के िहि विननिय
ननयांत्रण क नूनों के उल्लांघन िे ननपटने के लिए आसथि क ि ििों के विि ग िें एक 'प्रििधन इक ई' क गठन नकय
गय थ । िर्ध 1957 िें, यह इक ई क न ि बदिकर 'प्रििधन ननदेश िय' कर भदय गय ।
 प्रिततन कनदेशालय का िुख्य उद्देश्य िाित सिकाि के दो प्रिुख असधकनयिों, विदेशी िुद्रा प्रबंधन असधकनयि 1999
(FEMA) औि धन शोधन कनिािण असधकनयि 2002 (PMLA) को लागू किना है।

र ज्य अभिभियकों की िूभिक


 जब कोई िरक र प्रत्यक्ष य अप्रत्यक्ष रूप िे अपने ही िोगों य दूिरे देश के िोगों के खखि फ आिांकि द िें लिप्त होिी है, िो
इिे र ज्य के अभिनेि ओ ां द्व र आिांकि द कहा जाता है।

 साथ ही, नकिी अन्य देश के खखि फ आिांकि द, ि हे िह अां िरर ष्ट्रीय आिांकि द के ििथधन िें हो य उि देश को अस्थस्थर करने
के लिए, 'ब हरी र ज्य प्र योसजि आिांकि द' के रूप िें िगीकृ त ककया जा सकता है।

 कश्मीि िें आतंकिाद प नकस्त न और ISI प्रि ि की र ज्य नीवि की प्रत्यक्ष अभिव्यवि है, जबनक इां नडयन िुज भहदीन य
सििी द्व र आां िररक आिांकि द परोक्ष रूप िे आईएिआई और प नकस्त न र ज्य द्व र ििसथि ि है। इसललए, पाककस्तान जो
एक शाश्वत िाज्य अभिनेता है, िाित की आं तरिक सुिक्षा को प्रत्यक्ष औि अप्रत्यक्ष रूप से चुनौती दे िहा है।

 इसी तिह, पूिोत्ति िें आतंकिाद के संबंध िें बाहिी िाज्य अभिनेताओ ं के रूप िें बांग्लादेश औि म्ांिाि की िूविका पि बाि-बाि
आिोप लगाए गए हैं। आतंकिाद को सिथतन विभिन्न िाध्यिों से हो सकता है, जैसे उग्रि दी िांगठनों को वििीय िह यि ,
िकनीकी िह यि , हसथय र, प्रलशक्षण और ढ ांि गि ििथधन, य िैि ररक ििथधन।

गैर-र ज्य अभिभियकों की िूभिक


 इस िािले िें, आिांकि द क क यध नकिी ऐिे व्यसि य ििूह द्व र नकय ज ि है जो नकिी िरक र िे िांबि य वििपोवर्ि
नहीं है।

 गैि-िाज्य अभिभियकों का आितौि पि अपने एजेंडे का पालन किते हुए ककसी िरक र य िरक री एजेंिी के ि थ कोई प्रत्यक्ष
य अप्रत्यक्ष िांबांध नहीं होि है, हालांकक अप्रत्यक्ष संबंधों को पूि ी तिह से खारिज नहीं ककया जा सकता है। नक्सिी, लिट्टे
औि उिर-पूिी िरिपांथी गैर-र ज्य अभिनेि ओ ां के कु छ उदाहिण हैं।

 िश्कर-ए-िैयब (LeT) और इां नडयन िुज भहदीन (IM) जैसे कई िहत्वपूणत आतंकिादी सिूह िी गैि-िाज्य अभिभियक होने
का दािा किते हैं, लेककन उन्हें पाककस्तान से िास्तविक सिथतन प्राप्त है।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 10
Download Testbook

 गैर-र ज्य अभिभियकों क उपयोग अननि यध रूप िे एक प्रॉक्सी ित्व क रोजग र है, जो पाककस्तान की स्थस्थ वत को
अस्वीकायतता की कडग्री देता है। हालांकक, इसिें कोई संदेह नहीं है कक लश्कि-ए-तैयबा जैसा तथाकसथत 'गैि-सिकािी तत्वों' िें से
कोई िी पाककस्तान से सभिय वित्त पोषण, सैन्य औि सैन्य सिथतन के वबना दण्ड से िुसि के साथ काि नहीं कि सकता था।

 ISI और ऐिे ििूहों के घननष्ठ िांबांध अच्छी िरह िे प्रिेखखि हैं क्योंनक 26/11 जैिे हििों िें उनकी प्रत्यक्ष िांलिप्ति है। इन
सिूहों का उद्देश्य न केिल जम्मू औि कश्मीि जैसे िाज्यों िें अस्थस्थिता पैदा किना है, बस्थल्क देश को अस्थस्थि किने का एक बडा
उद्देश्य िी है।

 यह वछटपुट आिांकि दी हििों के ि ध्यि िे नकय ज ि है, जो आतंक औि दहशत फै लाते हैं। यह आसथि क आधुकनकीकिण
को आगे बढाने के ललए िाितीय िाज्य की क्षिता पि िी प्रवतकूल प्रिाि डाल सकता है।

 नकिी नोटों िे देश की ब ढ िी अथधव्यिस्थ को किजोर करने क एक िरीक है। इसललए, पाककस्तान से संचाललत होने
िाले तथाकसथत 'गैि-िाज्य' अभिभियको िें से कुछ िाज्य की नीवत के स्पष्ट चाटति के तहत काि कि िहे िाज्य के प्रवतकनसध हैं।

आं तरिक सुिक्षा | विभिन्न प्रवतिूवत एजेंससयां औि िाज्य अभिभियकों औि गैि-िाज्य अभिभियकों की िूविका पृष्ठ 11

You might also like