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27 अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित

(2023-24)

(स हवीं लोक सभा)

इ पात मं ालय

[ ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड


(आरआईएनएल) म रोजगार म अ य पछड़े वग का ितिनिध व सुिन त करने
और उनके क याण के िलए कए गए उपाय]

स ाईसवां ितवेदन

लोक सभा सिचवालय


नई द ली
दसंबर, 2023 /अ हायण, 1945 (शक)
स ाईसवां ितवेदन

अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित


(2023-24)

(स हवीं लोक सभा)

[ ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड


(आरआईएनएल) म रोजगार म अ य पछड़े वग का ितिनिध व सुिन त करने और
उनके क याण के िलए कए गए उपाय]

इ पात मं ालय

18.12.2023 को लोक सभा म तुत कया गया।


14.12.2023 को रा य सभा के पटल पर रखा गया।

लोक सभा सिचवालय


नई द ली
दसंबर, 2023 /अ हायण, 1945 (शक)
सी.ओ.ओबीसी सं.

मू य: पये-------

@ 2023 लोक सभा सिचवालय ारा

लोक सभा के या तथा काय संचालन िनयम (सोलहवां सं करण) के िनयम 382 के
अंतगत कािशत और लोक सभा सिचवालय ारा मु त।
वषय-सूची

पृ ठ
सिमित क संरचना (2022-23)…...……………………………………………… (i i i )
सिमित क संरचना (2023-24)…...……………………………………………… (i v)
ा कथन …………………………………………………………………………………….. (vi )
भाग-I
या या मक व लेषण
अ याय एक इ पात मं ालय.............................................................................................. 1
अ याय दो ट ल ऑथो रट ऑफ इं डया िलिमटे ड …………………………………………… 8

अ याय तीन सेल म ओबीसी के िलए आर ण नीित के काया वयन का अवलोकन ........ ....... 12
अ याय चार सेल म ओबीसी का ितिनिध व ……….………………….. 17

अ याय पांच सेल आर ण नीित के काया वयन के िलए िनगरानी तं …………..…………… 22


अ याय छह सेल मे सेवाओं /जॉ स क आउटसोिसग........................ 28
अ याय सात सेल म िनगिमत सामा जक उ रदािय व (सीएसआर) ............. 31
अ याय आठ रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल)............ 35

भाग -II
ट प णयां/िसफा रश 48
अनुबध

अनुबध
ं एक सेल म स पक अिधका रय क सूची ………………………… 62
प रिश ट
I सिमित क दनांक 05.10.2023 को हुई बैठक क कायवाह सारांश………….….... 64

II सिमित क दनांक 05.10.2023 को हुई बैठक क कायवाह सारांश ………….….... 69


अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2022-23) क संरचना
ी राजेश वमा - सभापित

सद य
लोक सभा
2. ी ट . आर. बालू
3. ी बंद संजय कुमार
4. ी बे लाना च शेखर
5. ी रमेश बधूड़
6. ी दले वर कामैत
7. ीमती र ा िन खल खाडसे
8. डॉ. वामी सा ीजी महाराज
9. सु ी एस. जोितम ण
10. ी पी. सी. मोहन
11. डॉ. ीतम गोपीनाथ राव मुंडे
12. ी रोडमल नागर
13. ी बालक नाथ
14. ी अजय िनषाद
15. ी परबतभाई सवाभाई पटे ल
16. ी चु नीलाल साहू
17. ी चं शेखर साहू
18. ी के. सुधाकरन
19. ी अशोक कुमार यादव
20. ी याम िसंह यादव
रा य सभा
*21. ी दनेशचं जेमलभाई अनावाड या
22. ीमती गीता उफ च भा
23. ी राजे गहलोत
24. ी नारायण कोराग पा
*25. ी जुगलिसंह लोखंडवाला
26. ी सुभाष च बोस प ली
27. ी सकलद प राजभर
28. ी राम नाथ ठाकुर
29. ी हरनाथ िसंह यादव
30. ी शंभू शरण पटे ल
*18.08.2023 से सद य नह ं रहे ।
(i i i )
अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2023-24) क संरचना
ी राजेश वमा - सभापित
सद य
लोक सभा

2. ी ट . आर. बालू
3. ी बंद संजय कुमार
4. ी बे लाना च शेखर
5. ी रमेश बधूड़
6. ी दले वर कामैत
7. ीमती र ा िन खल खाडसे
8. डॉ. वामी सा ीजी महाराज
9. सु ी एस. जोितम ण
10. ी पी. सी. मोहन
11. डॉ. ीतम गोपीनाथ राव मुंडे
12. ी रोडमल नागर
13. ी बालक नाथ
14. ी अजय िनषाद
15. ी परबतभाई सवाभाई पटे ल
16. ी चु नीलाल साहू
17. ीमती शिम ा सेठ
18. ी के. सुधाकरन
19. ी राम िशरोम ण वमा
20. ी अशोक कुमार यादव

रा य सभा
21. ी अबीर रं जन ब वास
22. ीमती गीता उफ च भा
23. ी राजे गहलोत
24. ी नारायण कोराग पा
25. ी मानस रं जन मंगराज
26. ी शंभू शरण पटे ल
27. ी सुभाष च बोस प ली
28. ी सकलद प राजभर
29. डॉ. वी. िशवादासन
30. ी हरनाथ िसंह यादव
सिचवालय

1. डॉ. संजीव शमा - संयु त सिचव

2. ी महे वर - िनदे शक

3. ीमती नीना जुनेजा - उप सिचव


ा कथन

म, अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2023-24) का सभापित, सिमित ारा


उनक ओर से ितवेदन तुत करने हे तु ािधकृ त कए जाने पर, इ पात मं ालय से संबंिधत
‘ ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल)
म रोजगार म अ य पछड़े वग का ितिनिध व सुिन त करने और उनके क याण के िलए कए
गए उपाय’ वषयक यह स ाईसवां ितवेदन तुत करता हूँ।

2. सिमित ने 05.10.2023 को इ पात मं ालय, ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल)


और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल) के ितिनिधय के सा य िलए। सिमित इ पात
मं ालय, ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड
(आरआईएनएल) के ितिनिधय को सा य के िलए सिमित के सम उप थत होने और वषय क
जांच के संबंध म सिमित ारा वांिछत जानकार तुत करने के िलए ध यवाद य करना चाहती
है ।

3. सिमित ने 05 दसंबर, 2023 को हुई अपनी बैठक म इस ितवेदन पर वचार कया और


इसे वीकार कया।

4. सिमित, सिमित से संब लोक सभा सिचवालय के अिधका रय ारा सिमित को दान क
गई बहुमू य सहायता के िलए उनक सराहना करती है ।

5. संदभ और सु वधा क से, सिमित क ट प णय और िसफा रश को ितवेदन के भाग–


दो म मोटे अ र म मु त कया गया है ।

नई द ली; राजेश वमा


दसंबर, 2023 सभापित,
अ हायण, 1945 (शक) अ य पछड़े वग के क याण संबंधी
सिमित

(vi )
भाग-एक
अ याय -एक
इ पात मं ालय

तावना

1.1 अ य िपछड़े वग के क याण संबंधी सिमित ने इस िवषय क जांच करने के िलए


इ पात मं ालय और उसके िनयं णाधीन दो सावजिनक े के उप म नामत: सेल और
आरआईएनएल म रोजगार म अ य िपछड़े वग का ितिनिध व सुिनि त करने और उनके
क याण के िलए कए गए उपाय िवषय का चयन कया था। सिमित ारा एक कए गए
त य, उनके िव ेषण, ट पिणयां और िसफा रश इस रपोट के आगामी पैरा ाफ म अंत व क
गई ह। सिमित को यह भी पता चला है क इ पात मं ालय लौह और इ पात उ ोग क
आयोजना और िवकास, आव यक आदान जैसे लौह-अय क, चूना प थर, डोलोमाइट, मगनीज
अय क, ोमाइ स, फे रो-िम धातु, पंज आयरन आ द के िवकास और अ य संबंिधत काय के
िलए िज मेदार है।

1.2 सिमित चाहती थी क इ पात मं ालय म अ य िपछड़े वग के ितिनिध व के बारे म


उसे अवगत कराया जाए। इस संबंध म एक िल खत नोट के मा यम से कहा गया था क
इ पात मं ालय म कमचा रय क वीकृ त सं या 245 है , जसम से 31.08.2023 तक
184 कमचार तैनात ह। कमचा रय का ववरण नीचे दया गया है -

म पद वेतन तर सं वीकृत
सं. सं या
1 सिचव तर 17 1
2 अपर सिचव तर तर 15/16 1

3 संयु सिचव तर तर 14 5
4 िनदे शक उपसिचव तर 16

तर 12/13/13A

1
5 अवर सिचव तर तर 11 24

6 सहायक िनदे शक /अनुभाग तर 8-10 45

अिधकार तर
7 अराजप त तर तर 2-7 92
8 एमट एस तर तर 1 61

कुल 245

1.3 जब सिमित ने कमचा रय क कुल सं या ( थित म) के बारे म जानना चाहा, तो


मं ालय ने एक िल खत नोट के मा यम से िन निल खत जानकार तुत क :-

मं ालय म कमचा रय क कुल सं या (पद म) िन नानुसार है -

समूह कमचा रय क अ य ओबीसी


कुल सं या पछड़ा का
वग ितशत
समूह क 45 8 17.77

समूह ख 74 23 31

समूह ग 65 14 21.53

कुल 184 45 24.45

1.4 उपयु आंकड़ क संवी ा करने पर सिमित ने पाया क सम सं या म और


वशेष प से समूह क और समूह ग म अ य पछडे ़ वग का ितिनिध व कम है । इसके
कारण के बारे म पूछे जाने पर, सिचव, इ पात मं ालय ने सा य के दौरान िन नानुसार
कहा-

2
“चूं क भत से संबंिधत मामला ड ओपीट के पास िन हत है ,
इसिलए ड ओपीट से ा होने के बाद अपे त जानकार उिचत
समय पर दान क जाएगी।”

1.5 इसके अलावा, एक पूरक उ र म, मं ालय ने बताया :-

“इ पात मं ालय केवल एमट एस के पद के िलए संवग िनयं ण


ािधकरण है । इ पात मं ालय म अ य पद कािमक और िश ण
वभाग, आिथक काय वभाग, सां यक और काय म काया वयन
मं ालय, राजभाषा वभाग और एमएसएमई ारा अ खल भारतीय
सेवाओं, क य समूह ए सेवाओं, भारतीय आिथक सेवा, भारतीय
सां यक सेवा, क य सिचवालय सेवा, क य सिचवालय आशुिल पक
सेवा और भारतीय उ म वकास सेवा आ द से भरे जाते ह। संवग
ािधकार इन संवग से संबंिधत अिधका रय /कािमक क भत और
उनक सेवाओं के िनयोजन के िलए उ रदायी होते ह। इसके अलावा,
मं ालय ारा पद के सृजन के समय आर ण े णयां विनद नह ं क
जाती ह। तदनुसार, कमचा रय क विश ण
े ी का उ लेख कए बना
संवग ािधका रय को केवल सेवाओं के िनयोजन के िलए मांग क जाती
है ।

ड ओपीट ओएम सं या 36012/22/93-एएसट (एससीट ) दनांक


08.09.1993 के अनुसार, भारत सरकार के तहत िस वल पद और
सेवाओं म सीधी भत के मा यम से भर जाने वाली र य का 27%
ओबीसी के िलए आर त होगा। इ पात मं ालय एमट एस क भत के
िलए एसएससी को र य क सूचना दे ते समय ड ओपीट के

3
दशािनदश का पालन करता है ता क ओबीसी के िलए िनधा रत सह
र यां सुिन त क जा सक।”

1.6 मं ालय ने एक िल खत उ र के मा यम से आगे सूिचत कया क यह समय-


समय पर ओबीसी के आर ण के िलए कािमक और िश ण वभाग (ड ओपीट ) ारा
जार नीित/ दशािनदश का पालन करता है ।

“ड ओपीट ओएम सं या 36012/2/1996-ईएसट ट (आरईएस) दनांक


02.07.1997 के पैरा 4-ए के अनुसार, ओबीसी के िलए आर ण
पदो नित म लागू नह ं होता है ।

जहां तक अ य पछडे ़ वग के ितिनिध व म कमी का संबंध है , इ पात


मं ालय सिमित क ट प णय से संबंिधत संवग िनयं क
मं ालय/ वभाग को अवगत करा रहा है ।”

1.7 इसके अलावा, इ पात मं ालय म म ट टा कंग टाफ ेड के संबंध म यह


सूिचत कया गया:-

“…..इ पात मं ालय म एमट एस ेड म िनयु उपल ध र य के


आधार पर और कमचार चयन आयोग (एसएससी) ारा आयो जत
ितयोगी पर ा के मा यम से क जाती है । इ पात मं ालय म
एमट एस के ेड म 61 वीकृ त पद ह, इ पात मं ालय म वतमान म 49
एमट एस कायरत ह। इस कार, आज क तार ख म 12 र यां ह। इस
मं ालय ने प सं ए-42/38/2022-ईएसट ट दनांक 07.04.2022 के
मा यम से एसएससी को भत के िलए 09 र य (अनार त-05,
एससी-01 और ओबीसी-03) क सूचना द है , जसम ओबीसी क 03

4
र य को सूिचत कया गया है । शेष 03 र य को एसएससी को
भेजा जाएगा जसम ओबीसी क 01 र भी शािमल है । एमट एस के
61 पद का 27 ितशत 16 पद होता ह। इ पात मं ालय म 12
ओबीसी एमट एस पहले से ह काम कर रहे ह। जैसा क ऊपर बताया
गया है , एसएससी ारा भत के मा यम से ओबीसी ण
े ी के 04
एमट एस म शािमल होने के बाद कमी समा हो जाएगी ।”

1.8 सिमित को यह भी बताया गया था क इ पात मं ालय म ट टा कंग टाफ के


िलए रो टर का रखरखाव करता है जो िन नानुसार है :-

आर आर क जस तर पर रो टर क रो टर के
प रो टर बनाए रखा सं या उ तन क
जाता है ितिथ

मं ालय म ओबीसी के िलए संपक अिधकार

1.9 जब सिमित ने यह जानना चाहा क या इ पात मं ालय म अ य पछड़ा वग के


कमचा रय के िलए संपक अिधकार िनयु कया गया है , तो मं ालय ने हां म सूिचत
कया और िन नानुसार यौरा उपल ध कराया :-

वष नाम पदनाम ण
े ी

27.06.2023 से ी अजीत कुमार उप सिचव एसट


अब तक साह

1.10 सिमित ने नोट कया क ओबीसी के िलए संपक अिधकार एसट ण


े ी से
संबंिधत है और ओबीसी ण
े ी से ओबीसी कमचा रय के िलए संपक अिधकार िनयु
नह ं करने के कारण के बारे म जानना चाहा । इस संबंध म, सा य के दौरान, यह

5
बताया गया क ओबीसी ण
े ी से िनदे शक तर के अिधकार उपल ध नह ं थे, ले कन
िनचले तर के अिधकार को संपक अिधकार के प म िनयु कया जाएगा।

इस संबंध म सिमित को बाद म एक िल खत उ र के मा यम से िन नानुसार


सूिचत कया गया:-

“इ पात मं ालय म कमचा रय क सं या बहुत कम है । इसिलए, उप


सिचव तर पर केवल एक संपक अिधकार बनाया गया था। तथा प,
सिमित के िनदश का अनुपालन करते हुए इ पात मं ालय ने दनांक
10.10.2023 के का. ा.सं या 14019/2/2023- थापना ारा उप-
सिचव ी सुभाष कुमार को ओबीसी ण
े ी से संबंिधत उप सिचव के प
म िनयु कया है ।”

1.11 सिमित इस बात से भी अवगत होना चाहे गी क सीधी भत म आर ण नीित का


कोई लाभ उठाए बना अपनी यो यता के आधार पर चयिनत ओबीसी उ मीदवार को
सामा य सीट के साथ समायो जत कया जाता है या नह ं। इस संबंध म, मं ालय ने
िल खत उ र म बताया क:–
“ड ओपीट ओएम सं या 36012/22/93-ईएसट (एससीट ) दनांक
08.09.1993 के अनुसार, सामा य उ मीदवार के िलए िनधा रत समान
मानक पर खुली ितयोिगता म यो यता के आधार पर ओबीसी भत से
संबंिधत उ मीदवार को 27% के आर ण कोटा के खलाफ समायो जत
नह ं कया जाएगा। इसके अलावा, ड ओपीट ओएम सं या
36012/2/1996-ईएसट (आरईएस) दनांक 02.07.1997 के पैरा 5 के
अनुसार, एससी/एसट /ओबीसी से संबिं धत उ मीदवार क िनयु , जो
यो यता के आधार पर क गई थी (और आर ण के कारण नह ं) को
6
आर ण म नह ं िगना जाना चा हए, उ ह सामा य ण
े ी क िनयु के
प म माना जाना चा हए।”

1.12 सा य के दौरान जब सिमित ने यह जानना चाहा क या पछले दो वष म


ओबीसी कमचा रय से कोई िशकायत ा हुई है , तो मं ालय ने प कया क पछले दो
वष म कसी भी ओबीसी कमचार से कोई िशकायत ा नह ं हुई है ।

7
अ याय – दो
ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड
तावना

2.1 सिमित को पता चला है क ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) भारत


म इ पात बनाने वाली सबसे बड़ कंपनी है और दे श के क य सावजिनक े उ म
(सीपीएसई) के महार म से एक है । यह एक पूर तरह से एक कृ त लोहा और इ पात
िनमाता है , जो घरे लू और िनयात बाजार के िलए बुिनयाद और वशेष दोन इ पात का
उ पादन करता है और इ पात उ पाद क एक व तृत ख
ं ृ ला दान करता है ।

2.2 सिमित को यह भी पता चला क सेल एक ऐसी सं था है जसका रा िनमाण म


योगदान और ितब ता अथक रह है । सेल दे श के बुिनयाद ढांचे के वकास के क म है
और र ा, रे लवे, तेल और गैस, िनमाण, बजली और िश पंग जैसे मुख े के िलए एक
मह वपूण कंपनी है । सेल भारतीय रे लवे के िलए रे ल और प हय /ए सल जैसी मह वपूण
व तुओं का िनमाण करता है और कई विश बाजार क सेवा के िलए चौड़ लेट बनाता
है ।

कंपनी क संरचना

2.3 सिमित ने पाया है और जैसा क अगले पैरा ाफ म बताया गया है क सेल के


पांच एक कृ त इ पात संयं , तीन वशेष इ पात संयं और एक फेरो िम धातु संयं ह
जो मु य प से भारत के पूव और म य े म थत ह और क चे माल (कै टव
खदान ), मु य प से लौह अय क के घरे लू ोत के िनकट थत ह।

एक कृ त इ पात संयं

िभलाई इ पात संयं (बीएसपी), छ ीसगढ़

8
दग
ु ापुर इ पात संयं (ड एसपी), प म बंगाल
राउरकेला इ पात संयं (आरएसपी), ओ डशा
बोकारो इ पात संयं (बीएसएल), झारखंड
इ को इ पात संयं (आईएसपी), प म बंगाल

वशेष इ पात संयं

िम धातु इ पात संयं (एएसपी)*, प म बंगाल


सेलम इ पात संयं (एसएसपी)*, तिमलनाडु
व े रै या लौह एवं इ पात संयं (वीआईएसपी), कनाटक
*नीितगत विनवेश के तहत

सेल क विभ न इकाइयां ह, जैस-े लौह एवं इ पात अनुसंधान एवं वकास क
(आरड सीआईएस), इं जीिनय रं ग एवं ौ ोिगक क (सीईट ) और बंधन िश ण
सं थान (एमट आई) ये सभी रांची म थत ह, कोिलयर डवीजन, क य कोयला आपूित
संगठन धनबाद म थत है ; पयावरण बंधन भाग कोलकाता म थत है , सेल
र ै टर यूिनट (एसआरयू) का मु यालय बोकारो म है ; ोथ डवीजन और सेल ोथ
व स कु ट म और क य वपणन संगठन का मु यालय कोलकाता म है , जो अ य कुछ
सहायक कंपिनय के अलावा दे श यापी वपणन और वतरण नेटवक का सम वय करता
है ।

सेल के िनदे शक मंडल क संरचना

2.4 जब सिमित ने ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) के बंधन बोड/शीष


बंधन िनकाय क संरचना और उसम ओबीसी के ितिनिध व के बारे म अवगत होना
चाहा, तो मं ालय ने एक िल खत उ र के मा यम से िन नानुसार तुत कया:-

9
“ ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) भारत म इ पात िनमाण म अ णी
कंपनी है । यह एक पूर तरह से एक कृ त लोहा और इ पात िनमाण क कंपनी है ,
जो घरे लू िनमाण, इं जीिनय रं ग, ऊजा, रे लवे, ऑटोमो टव और र ा उ ोग के िलए
तथा िनयात बाजार म ब के िलए सामा य और वशेष दोन कार के इ पात
का उ पादन करता है । सेल भारत सरकार क एक महार कंपनी है ।

सेल के िनदे शक मंडल क संरचना (01/09/2023 क थित के अनुसार)


िन नानुसार है :

i) अ य - 1

ii) पूणकािलक िनदे शक -7

iii) सरकार िनदे शक - 2

iv) वतं िनदे शक - 6

कुल 16

वतमान म, सेल के बोड म एक (1) िनदे शक अ य पछड़ा वग से संबंिधत है । ”

2.5 जब सिमित ने अ य पछड़ा वग ण


े ी के िनदे शक को आबं टत काय के बारे म
जानना चाहा तो मं ालय ने अपने पूरक उ र म िन नानुसार बताया;

“ओबीसी ण
े ी से संबिं धत िनदे शक सेल के बोड म एक वतं िनदे शक है ।
उनक ज मेदा रयां वह ह जो सीपीएसई के बोड म वतं िनदे शक के
िलए कंपनी अिधिनयम ारा स पी गई ह। सेल बोड म एक वतं िनदे शक

10
के प म ज मेदार होने के अलावा, उ ह िन निल खत बोड उप-
सिमितय के अ य के प म ज मेदार स पी गई है ;

सीएसआर सिमित, प रचालन मु े सिमित और िन निल खत बोड उप-


सिमितय के सद य के प म भी:, रणनीितक मु े और संयु उ म

 सीएसआर सिमित
 प रचालन मु संबंधी सिमित

और िन निल खत बोड उप-सिमितय के सद य के प म भी:

 प रयोजना सिमित
 रणनीितक मु े और संयु उ म
 नामांकन और पा र िमक संबंधी सिमित।”

11
अ याय-तीन

सेल म ओबीसी के िलए आर ण नीित के काया वयन का अवलोकन

3.1 जब सिमित ने ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) म सीधी भत म


विभ न े णय के पद म ओबीसी के 27% आर ण के िलए नीित के काया वयन का
अवलोकन करना चाहा तो एक िल खत नोट के मा यम से िनम वत सूिचत कया गया:-

“सावजिनक उ म वभाग (ड पीई), उ ोग मं ालय, भारत सरकार ारा


दनांक 27 जुलाई, 1995 के कायालय ापन सं या 6/45/94-ड पीई
(एससी/एसट सेल) ारा सावजिनक उ म म िनयु य म अ य पछड़ा
वग (ओबीसी) के िलए आर ण के संबंध म जार कए गए रा पित
महोदय के िनदश के अनुसार आर ण का ितशत िन नानुसार है -

‘आर ण का ितशत: खुली ितयोिगता के मा यम से अ खल भारतीय


आधार पर सीधी भत के मा यम से भर जाने वाली सावजिनक उ म
म र य का 27 ितशत (स ाईस ितशत) ओबीसी के िलए आर त
होगा। खुली ितयोिगता के अलावा अ खल भारतीय आधार पर सीधी
भत के िलए अ य पछडे ़ वग क पा ता 25.84 ितशत है । थानीय
भत के िलए, ओबीसी के िलए पा ता रा य और क शािसत दे श
अनुसार िभ न होती है ।’

सेल म होने वाली सीधी भत म रा पित महोदय के िनदश के तहत अ य पछड़ा वग के


िलए यथािनधा रत आर ण के िन निल खत ितशत का अनुपालन कया जाता है :

 अ खल भारतीय तर पर भत (समूह क और ख के पद ) के िलए

12
भत के कार ओबीसी

अ खल भारतीय तर पर खुली ितयोगी पर ा के मा यम से 27%

अ खल भारतीय तर पर खुली ितयोगी पर ा से इतर 25.84%

 े ीय आधार पर क गई भत (समूह ग के पद ) के िलए

सेल के संयं / इकाईय के विभ न रा य म थत होने के कारण े ीय


तर पर भत करते समय, उस वशेष रा य के िलए समय-समय पर िनधा रत
कए गए आर ण के ितशत का अनुपालन कया जाता है । संयं म होने
वाली भत के िलए िनधा रत कए गए ितशत का यौरा िन नानुसार है :

संयं रा य ओबीसी
(%)
िभलाई इ पात संयं छ ीसगढ 6

दग
ु ापुर इ पात संयं / इ को इ पात संयं /िम धातु प म बंगाल 22

इ पात संयं

राउरकेला इ पात संयं ओ डशा 12

बोकारो इ पात संयं झारखंड 12

सेलम इ पात संयं तिमलनाडु 27

व े रै या लौह एवं इ पात संयं कनाटक 27

13
चं पुर फेरो-िम धातु संयं महारा 27

3.2 सिमित ने आर ण नीित के समुिचत काया वयन के िलए वकिसत तं के यौरे के


बारे म जानना चाहा, इस संबंध म सिमित को िल खत उ र के मा यम से िन नानुसार
सूिचत कया गया:-

‘सेल म अ य पछड़ा वग के िलए आर ण पर रा पित महोदय के िनदश को लागू


करने के िलए सेल म िन निल खत उपाय कए गए ह

 सेल म पद पर सीधी भत के िलए जार व ापन म अ य पछड़ा वग के


आर ण के साथ-साथ उन उ मीदवार को द जा रह छूट और रयायत प
प से िनधा रत होती ह जसे रा ीय समाचारप और सेल क वेबसाइट पर
व ा पत कया जाता है ।
 रा पित महोदय के िनदश ारा यथािनधा रत रो टर का रखरखाव कया जाता
है ।
 सेल के संयं / इकाइय म संपक अिधका रय क िनयु क गई है ।

 बैकलॉग क थित क िनयिमत आधार पर मॉिनट रं ग क जाती है और


बैकलॉग को समा करने के यास कए जाते ह। भत के िलए व ापन
बैकलॉग, य द कोई हो, को इं िगत करता है ।

• वा षक आधार पर/आव यकता अनुसार रो टर का िनर ण संबंिधत


संयं /इकाइय म कया जाता है ।
 सेल म सीधी भत के िलए िनधा रत ऊपर आयु सीमा म अ य पछड़ा वग के
उ मीदवार को 3 वष क छूट दान क जाती है । अ य पछड़ा वग को िल खत

14
पर ा के िलए अहक अंक ( वालीफाइं ग मा स) म छूट दान क जाती है ।
उनका मू यांकन िशिथल कए गए मानक के आधार पर कया जाता है और
ओबीसी उ मीदवार के िलए एक अलग योगयता
् तैयार क जाती है । योगयता

के आधार पर चयिनत अ य पछड़ा वग के उ मीदवार को आर ण कोटे के
तहत समायो जत नह ं कया जाता है ।

 अ खल भारतीय तर पर भत (समूह क और ख के पद ) के िलए

भत के कार ओबीसी

अ खल भारतीय तर पर खुली ितयोगी पर ा के मा यम से 27%

अ खल भारतीय तर पर खुली ितयोगी पर ा से इतर 25.84%

3.3 विभ न े णय के पद म अ य पछड़े वग के आर ण के िलए नीित के


काया वयन के अवलोकन पर, सिमित को िल खत नोट के मा यम से कुछ जानकार द
गई, जसे सेल के एक ितिनिध ारा मौ खक सा य के दौरान भी दोहराया गया, जो
िन नानुसार है :

“ े ीय आधार पर क गई भत (समूह ग के पद ) के िलए

सेल के संयं / इकाईय के विभ न रा य म थत होने के कारण े ीय तर


पर भत करते समय, उस वशेष रा य के िलए समय-समय पर िनधा रत कए
गए आर ण के ितशत का अनुपालन कया जाता है ।

15
संयं म होने वाली भत के िलए िनधा रत कए गए ितशत का यौरा
िन नानुसार है :

संयं रा य ओबीसी (%)

िभलाई इ पात संयं छ ीसगढ 6

दग
ु ापुर इ पात संयं / इ को इ पात संयं /िम धातु प म बंगाल 22

इ पात संयं

राउरकेला इ पात संयं ओ डशा 12

बोकारो इ पात संयं झारखंड 12

सेलम इ पात संयं तिमलनाडु 27

व े रै या लौह एवं इ पात संयं कनाटक 27

चं पुर फेरो-िम धातु संयं महारा 27

उपयु आर ण, रा पित महोदय के िनदश के अनुसार, मी लेयर के


अंतगत आने वाले य य / वग पर लागू नह ं होते |”

16
अ याय –चार

सेल म ओबीसी का ितिनिध व

4.1 जब सिमित ने पद /वग /वेतनमान के विभ न तर पर कमचा रय क कुल


सं या और वतमान म उनम अ य पछड़ा वग के कमचा रय क सं या के बारे म पूछा,
तो मं ालय ने िन निल खत आंकडे ़ तुत कए:-


े ी समूह कुल ओबीसी ओबीसी
कमचार का
ितशत

कायपालक क 10513 1936 18.41

गैर- ख एवं 47156 7572 16.05

कायपालक ग

कुल 57669 9508 16.48

4.2 सिमित ने नोट कया क सभी ुप 'ए', 'बी' और ुप 'सी' म ओबीसी र य क


कमी है और इसके कारण के बारे म जानकार मांगी। इस संबंध म सिमित को एक
िल खत नोट के मा यम से सूिचत कया गया:-

“सेल क जनश म दो मुख े णयां शािमल ह: कायकार और गैर-


कायकार । कायकार (समूह-ए) लगभग 18.4% ह और गैर-कायकार
(समूह बी और सी) कुल जनश का 81.6% ह।

17
सेल म कमचा रय का एक बड़ा ह सा 1993 से पहले भत कया गया
था, और चूं क उस समय ओबीसी का एक ण
े ी के प म उ लेख नह ं
कया गया था, इसिलए उ ह "सामा य" के प म वग कृ त कया गया
था। इस कार, अ य पछड़ा वग के कमचा रय के ितशत क गणना
के िलए, केवल उन कमचा रय को ज ह ने अपनी ण
े ी को ओबीसी
(1993 के बाद) के प म उ ल खत कया है , को कुल जनसं या म
उनके अनुपात के िलए यान म रखा जाता है जसम सभी कमचार
शािमल ह अथात जो 1993 से पहले और बाद म शािमल हुए थे।

सेल कायका रय (समूह-क) क सीधी भत म ओबीसी के िलए 27%


आर ण क नीित का पालन करता है और इसका उ े य कायकार कैडर
(समूह-क) म अिनवाय 27% ओबीसी ितिनिध व को पूरा करना है ।
सेल म गैर-कायकार (समूह-ग) पद के िलए भत के मामले म, संबंिधत
रा य , जहां सेल संयं थत ह, के िलए लागू ड ओपीट दशािनदश के
अनुसार अ य पछड़े वग के िलए आर ण क मा ा का पालन कया
जाता है । तदनुसार, सरकार के दशा-िनदश के आधार पर कसी वशेष
रा य के िलए अ य पछडे ़ वग के आर ण का रा य- विश ितशत
6% से 27% तक िभ न होता है ।”

5 एक कृ त इ पात संयं और 3 वशेष इ पात संयं के आंकड़े नीचे दए गए ह:-


समूह –ग
ओबीसी ण
े ी म ओबीसी
कुल
संयं से संबंिधत % क भत के
ककमचार
कमचार िलए
रा यवार

18
िनधा रत
%
बीएसपी 15608 1914 12.26% 6.00%
ड एसपी 7776 759 9.76% 22.00%
आरएसपी 12773 1304 10.21% 12.00%
बीएसएल 11540 2910 25.22% 12.00%
आईएसपी 4967 1306 26.29% 22.00%
एएसपी 601 63 10.48% 22.00%
एसएसपी 800 378 47.25% 27.00%
वीआईएसएल 250 74 29.60% 27.00%

सेल म बैकलॉग र यां

4.3 सिमित ने पाया क अ य पछड़े वग के िलए आर त र य का बैकलॉग


मौजूद है और उ ह ने इसके कारण के बारे म जानकार मांगी । इस संबंध म मं ालय ने
एक िल खत नोट के मा यम से कितपय सूचना तुत क जसे मौ खक सा य के दौरान
भी दोहराया गया:-

“ दनांक 01.09.2023 क थित के अनुसार, समूह क और समूह ग के


पद म मशः 76 और 19 बैकलॉग पद ह। बैकलॉग र यां मु य प
से वशेष कार के पद के िलए उपयु उ मीदवार क अनुपल धता या
चयिनत उ मीदवार के ारा पूव अनुमान के अनुसार वाइन नह ं करने
जैसी चुनौितय के कारण उ प न हुई ह। याधीन भितय के
व ापन म इन बैकलॉग र य को शािमल कया जाता है ।”

19
4.4 जब सिमित ने ओबीसी ण
े ी के िलए बैकलॉग र य को भरने के िलए शु
कए गए वशेष भत अिभयान के बारे म जानन चाहा, तो मं ालय ने बताया क पछले 5
वष म कोई वशेष भत अिभयान नह ं हुआ है । बैकलॉग र य , य द कोई ह , का
उ लेख भत व ापन म ह कया जाता है । इस संबंध म, सिमित को एक िल खत
िनवेदन के मा यम से यह भी सूिचत कया गया क:-

“र ओबीसी ण
े ी के पद को भरने के िलए सेल का कोण अगले
भत च म बैकलॉग पद को िनरं तर शािमल करने पर आधा रत है । सेल
म पछले पांच वष म वशेष भत अिभयान क अनुप थित के िलए
कई कारक ज मेदार ह जैसे क विभ न संयं /इकाइय म विश पद
के मामले म सीिमत र यां, संगठना मक आव यकताएं, भत के
अगले च के िलए व ापन म शािमल करना आ द। इसके अलावा,
बैकलॉग पद को वतमान च म आर त पद के अलावा भत च के
अगले चरण म शािमल कया गया है ।”

4.5 सिमित ने जानना चाहा क या भत म कसी सम या का सामना करना पड़


रहा है । इस संबंध म मं ालय ने एक िल खत उ र म बताया क िच क सा कायका रय ,
पैरामे डकल टाफ स हत कितपय विश भूिमकाओं और बॉयलर ऑपरे टर तथा
माइिनंग मे स जैसे सां विधक पद पर सेल उपयु ओबीसी उ मीदवार क तलाश नह ं
कर पाया है । तथा प, सेल का इरादा इन बैकलॉग/कमी र य को अनुवत भत च म
शािमल करके और भत व ापन आ द का यापक चार करके यापक पहुंच के मा यम
से दरू करने का है ।

4.6 इसके अलावा, जब सिमित ने पद के विभ न तर पर भत म ओबीसी ण


े ी से
संबंिधत उ मीदवार को द गई रयायत और छूट के बारे म जानना चाहा, तो मं ालय ने
अपने िल खत उ र म िन नानुसार बताया-

20
“सेल, ड पीई के दशािनदश के अनुसार उसका अनुपालन करते हुए ओबीसी को रयायत
और छूट दान करता है :

 सेल म सीधी भत के िलए अ य पछड़ा वग के उ मीदवार को िनधा रत


ऊपर आयु सीमा म 3 वष क छूट दान क जाती है ।
 ओबीसी को िल खत पर ा के िलए अहता अंक म छूट दान क जाती है ।
 ओबीसी उ मीदवार का मू यांकन िशिथल मानक के आधार पर कया जाता
है और ओबीसी उ मीदवार के िलए एक अलग मे रट सूची तैयार क जाती है ।
 सामा य मे रट के आधार पर चयिनत ओबीसी को आर ण कोटे के तहत
समायो जत नह ं कया जाता है ।”

21
अ याय-पांच
आर ण नीित के काया वयन के िलए िनगरानी तं

रो टर र ज टर

5.1 सिमित यह जानना चाहती थी क या सेल म ड ओपीट मानदं ड के अनुसार


रो टर र ज टर का रखरखाव कया जा रहा है । इस संबंध म, मं ालय ने एक िल खत
उ र के मा यम से िन नवत कहा :-

“ रा पित के िनदश के अनुसार पो ट आधा रत रो टर र ज टर बनाए


जाते ह। पा े णय के िलए आर ण शु करने के साथ समय-समय
पर ड पीई के िनदश के अनुसार रो टर को अ तन कया जाता है । जहां
तक उ मीदवार के डे टा/ यौरे का संबंध है , भत च के पूरा होने के साथ
और भत के अगले च से पहले आव यकता के अनुसार रो टर को
अिधकतर अ तन कया जाता है । ड पीई दशा-िनदश के अनुसार पद
के िलए रो टर अलग से रखे जाते ह। रो टर र ज टर (आरआर) को
बंधन िश ओ
ु ं (समूह क) जैसी के य भत के िलए के य प से
रखा जाता है जब क संयं /इकाई तर क भितय के िलए रो टर का
अनुर ण संबंिधत संयं /इकाइय ारा कया जाता है ।

आरआरएस रो टर रखे जाने रो टर क रो टर उ नयन क


क प ित का तर सं या तार ख

सीधी भत ई1 ( बंधन भत के िलए रो टर को यादातर


िश )ु के तर अिधसूिचत पद भत च के पूरा होने के
पर सेल कॉप रे ट के अनुसार साथ और भत के अगले

22
कायालय ारा अलग से च से पहले
क य भत के आव यकता के अनुसार
िलए क य प से अपडे ट कया जाता है ।
एस 1/एस 3 तर समय-समय पर जार
पर और आर ण से संबंिधत
डॉ टर /संबिं धत ड पीई दशािनदश के
वशेष ता के िलए अनुसार रो टर को
कायकार संवग म अ यतन कया जाता
क गई भत के है ।.
िलए संयं /इकाई
तर पर

संयं /इकाई तर पर समपत संपक अिधका रय (एलओ) ारा रो टर


का िनयिमत िनर ण कया जाता है । ये िनर ण सालाना या
आव यकतानुसार होते ह। कोई ितकूल ट पणी दज नह ं क गई है । ”

अ य पछड़ा वग के िलए संपक अिधकार

5.2 सिमित ने यह भी जानना चाहा क या सेल म ओबीसी ण


े ी के िलए संपक
अिधकार िनयु कए गए ह और या वे ओबीसी ण
े ी के ह। इस के िलए भी मं ालय
ने एक िल खत िनवेदन के मा यम से सूिचत कया :-

“िनवेदन है क सेल ने लोक उ म वभाग (ड पीई) ारा दान कए गए


दशािनदश के अनुसार संपक अिधका रय (एलओ) क िनयु क है ।
इन दशािनदश म एलओ के चयन के िलए कसी वशेष ण
े ी या जाित

23
को िन द नह ं कया गया है । तथा प, यह िनवेदन है क 15 इकाइय म
से 13 इकाइय म ओबीसी ण
े ी से एलओ ह। दो छोट इकाइय के िलए
जहां एलओ अ य े णय से ह, सेल इस भूिमका को िनभाने के िलए
उपयु कमचार उपल ध होने पर ओबीसी ण
े ी से एलओ क पहचान
करने और िनयु करने के िलए काम कर रहा है । एलओ क सूची
अनुबंध-एक म द गई है ।”

5.3 सिमित ने यह भी जानना चाहा क या संपक अिधका रय को कोई िश ण


दया जा रहा है जस पर एक पूरक उ र म मं ालय ने कहा है :-

“ सेल अपने संपक अिधका रय को विनयामक अनुपालन और भावी


संचार को शािमल करने वाले यापक िश ण काय म को उजागर
करके सश बनाने के िलए ितब है , जससे विभ न े णय के िलए
आर ण नीितय और रो टर को लागू करने म योगदान िमलता है ।
संपक अिधका रय के िश ण के िलए विभ न संयं म िश ण
आयो जत कया जाता है । आर ण पर इस तरह का सबसे हािलया
िश ण काय म 13.10.2023 को सलेम ट ल लांट म आयो जत
कया गया था। संपक अिधका रय के िश ण के िलए विभ न संयं
म िश ण आयो जत कया जाता है । आर ण पर इस तरह का सबसे
हािलया िश ण काय म 13.10.2023 को सेलम ट ल लांट म
आयो जत कया गया था।.”

ओबीसी के िलए िशकायत िनवारण तं

5.4 सिमित ने जानना चाहा क या सेल म अ य पछड़ा वग के कमचा रय के िलए


कोई िशकायत िनवारण तं है । इस संबंध म, मं ालय ने िन नानुसार सूिचत कया:-

24
“सभी कमचा रय (ओबीसी स हत) के िलए सेल संयं और इकाइय म भावी
आंत रक िशकायत िनवारण मशीनर वकिसत और था पत क गई है । िशकायत
के भावी िनवारण के िलए संयं /इकाई तर पर संयु िशकायत सिमितयां ग ठत
क गई ह।

सेल संयं /इकाइयां िशकायत िनपटान णाली का अनुर ण कर रह ह और


कमचा रय को वेतन अिनयिमतताओं, काय दशाओं, थानांतरण, अवकाश, काय
असाइनमट और क याण सु वधाओं आ द जैसे सेवा मामल से संबिं धत िशकायत
उठाने के िलए येक तर पर अवसर दया जाता है इ पात संयं म व मान
पयावरण क सहभागी कृित को यान म रखते हुए अिधकांश िशकायत का
अनौपचा रक प से िनवारण कया जाता है । णाली यापक, सरल और लचीली है
और कमचा रय और बंधन के बीच सामंज यपूण संबंध को बढ़ावा दे ने म भावी
सा बत हुई है ।

यह िनवेदन है क सेल ने वष से रा ीय तर से लेकर शॉप- लोर तर तक


विभ न तर पर कायरत विभ न प ीय सिमितय के मा यम से अपने
संयं /इकाइय म िमक के साथ संवाद क णाली वकिसत और था पत क है ।
इनम से कुछ मंच जैसे इ पात उ ोग के िलए रा ीय संयु सिमित (एनजेसीएस)
और इ पात उ ोग म सुर ा, वा य और पयावरण पर संयु सिमित
(जेसीएसएसआई) स र के दशक क शु आत से काम कर रहे ह। और मजदरू ,
सुर ा, उ पादन और उ पादकता और िशकायत के िनपटान से संबंिधत विभ न
मु को िनपटाने के िलए पया प से सश ह। इन िनकाय , जनम अ य
पछड़ा वग ण
े ी के य भी शािमल ह, ने सभी कमचा रय के संबंध म
िशकायत / ववाद और अ य संबंिधत मु क पहचान और िनवारण के िलए एक
स य तं दान कया है ।

25
अ य पछड़ा वग के कमचा रय के मामले म िशकायत िनवारण क
मौजूदा णाली के अनुसार वशेष प से िशकायत /िनवारण के िलए
अलग-अलग िशकायत र ज टर/आंकडे ़ नह ं रखे जा रहे ह।

तथा प, सेल संयं /इकाइय म अ य पछडे ़ वग से संबिं धत कमचा रय


क िशकायत के िनपटान के िलए एक पृथक िशकायत सिमित का गठन
कया गया है ।”

5.5 जब सिमित ने यह जानना चाहा क ओबीसी के िलए अलग से िशकायत का


िनपटारा य नह ं कया जाता, तो मं ालय ने िल खत उ र से सूिचत कया :-

“सेल ने इ पात उ ोग के िलए रा ीय संयु सिमित (एनजेसीएस) और इ पात


उ ोग म सुर ा, वा य और पयावरण पर संयु सिमित (जेसीएसएसआई) जैसी
विभ न प ीय सिमितय के मा यम से एक ढांचा था पत कया है ,जहां
ओबीसी ण
े ी स हत विभ न पृ भूिम के कमचार मजदरू , सुर ा, उ पादन जैसे
कई मह वपूण मु पर स य प से चचा करते ह और िशकायत का समय पर
समाधान करते ह। ये सिमितयां कमचा रय क िचंताओं क पहचान करने और
उ ह संबोिधत करने के िलए एक मंच के प म काम करती ह।

चूं क इन सिमितय के साथ-साथ संयं /इकाई तर पर कायरत ेड


यूिनयन /संघ म कामगार ितिनिध अ य पछड़ा वग ण
े ी से भी होते
ह, अत: इस समय अिधकांश संयं /इकाइय म पृथक अ य पछड़ा वग
कमचार क याण संघ मौजूद नह ं है ।

इसके अलावा, यह सुिन त करने के यास म क ओबीसी कमचा रय


क िशकायत का भावी ढं ग से समाधान कया जाए, सेल ने अपने

26
संयं /इकाइय म वशेष िशकायत सिमितय क थापना क है । इन
सिमितय म एक नािमत संपक अिधकार शािमल है जो वशेष प से
ओबीसी क िचंताओं को दरू करने के िलए ज मेदार है , इस कार एक
समावेशी और सामंज यपूण काय थल बनाने के िलए संगठन क अटू ट
ितब ता को रे खां कत करता है ।”

ओबीसी कमचार क याण संघ

5.6 सेल म ओबीसी कमचार क याण संघ के संबंध म, संगठन के एक ितिनिध ने


बताया क कसी भी इकाई म कोई संघ नह ं है । तथा प, एक संघ है जसे हाल ह म सेलम
इ पात संयं म पंजीकृ त कया गया है । इसके अलावा सिमित को सा य के दौरान सूिचत
कया गया था क :-
“सभी संपक अिधका रय को िनदश दया जाएगा क वे ओबीसी वेलफेयर
एसोिसएशन बनाने के िलए अ य ओबीसी कमचा रय के साथ मामला उठाएं। 15
दन के भीतर िनदश जार कए जाएंगे और इस संबंध म हुई गित को सिमित को
तुत कया जाएगा। कंपनी तर पर ओबीसी वेलफेयर एसोिसएशन का गठन 3
मह ने क अविध के भीतर कया जाएगा और यूिनट तर पर ओबीसी कमचा रय
को भी एसोिसएशन बनाने के िलए शािमल कया जाएगा।”

27
अ याय – छह

सेवाओं /जॉ स क आउटसोिसग

6.1 सिमित ने सेल क विभ न इकाइय /संयं म नौक रय /सं वदा कमचा रय क
आउटसोिसग के संबंध म विश यौरा जानना चाहा था, जस पर िल खत उ र के
मा यम से मं ालय ने िन नानुसार कहा है :-

“सेल के संयं और इकाई मु य प से िन वदा या के मा यम से


आधुिनक करण और व तार काय म के तहत वशेष और अ थायी कृित के
काय के साथ-साथ विभ न चालू प रयोजनाओं के कायकलाप के िलए काय
सं वदा दान करते ह।

ठे केदार सं वदागत काय को िन पा दत करने के िलए सं वदा िमक को िनयु


करता है । दनांक1.9.2023 क थित के अनुसार सेल के ित ान म ठे केदार
ारा िनयो जत ठे का िमक क सं या 68792 है । सं वदा िमक क जाित, धम
आ द से संबंिधत यौरे का रखरखाव नह ं कया जाता है । तथा प, हमारे अिधकांश
ठे का िमक थानीय/ आस-पास के े से ह जनम मु य प से पछड़े समुदाय
के िमक शािमल ह।

सेल म िछटपुट काय , संयं और उपकरण के आविधक पूंजीगत


मर मत और अ थायी रखरखाव के काय, नई प रयोजनाओं से संबिं धत
काय के साथ-साथ मौजूदा सु वधाओं म प रवधन, संशोधन और सुधार
(एएमआर), सड़क िनमाण, हाउसक पंग और अपिश िनपटान आ द
का ठे का दया जाता है ।

28
ठे का िमक क सेवा शत ठे का म ( विनयमन एवं उ सादन) अिधिनयम, 1970
और अ य यो य अिधिनयम के अंतगत अिभशािसत होती ह। धान िनयो ा के
प म सेल यह सुिन त करता है क मजदरू संदाय अिधिनयम, 1936 और
यूनतम मजदरू अिधिनयम, 1948 म यथािनधा रत उपयु सरकार ारा
अिधसूिचत क गई यूनतम मजदरू के अनुसार ठे केदार ारा उनके िमक को
मजदरू का िनयिमत और सह भुगतान कया जाए।

मुख िनयो ा के प म सेल विभ न सां विधक ावधान जैसे पीएफ कटौती,
ईएसआई कवरे ज, ईपीएस’95 आ द का अनुपालन भी सुिन त करता है । ठे केदार
ारा ठे का िमक का क याण सुिन त करने के िलए िन वदा द तावेज म
विश िनबंधन और शत भी शािमल क गई ह। ठे का िमक को, िनयिमत
कमचा रय क तरह ह , काय प रसर के भीतर सभी बुिनयाद क याणकार
सु वधाएं जैसे कट न/जन सु वधाएं/पेयजल/ व ामालय/ ाथिमक िच क सा आ द
उपल ध ह।”

6.2 जब सिमित ने यह जानना चाहा क या सेल क विभ न इकाइय /संयं म


कायरत सं वदा कमचा रय को यूनतम मजदरू अिधिनयम, 1948 के ावधान के
अनुसार मजदरू का भुगतान कया जा रहा है , तो मं ालय ने सूिचत कया :-

“सेल म, यूनतम मजदरू अिधिनयम के अनुसार सभी कमचा रय को यूनतम मजदरू


का भुगतान सुिन त करने के िलए एक मजबूत तं मौजूद है । इस तं म प र मी
पेरोल बंधन, िनयिमत आकलन और अनुपालन क मॉिनट रं ग शािमल है ता क यह
सुिन त कया जा सके क येक कमचार को सां विधक यूनतम मजदरू क दर के

29
अनुसार मजदरू ा हो, जससे क कानूनी आव यकताओं और उिचत ितपूित
काय णाली को बनाए रखा जा सके।

विभ न सां विधक ावधान जैसे पीएफ कटौती, ईएसआई कवरे ज, ईपीएस'95 आ द के
अनुपालन क िनगरानी क जाती है और संयं /इकाइय म बंधन के अिधकृत
ितिनिध ारा अनुपालन सुिन त कया जाता है । ठे केदार ारा ठे का म क याण
सुिन त करने के िलए िन वदा द तावेज म विश िनबंधन और शत भी शािमल क
जाती ह और मजदरू के समथन म आव यक द तावेज तथा अ य सां विधक व ेषण
जैसे पीएफ, ईएसआई आ द को भुगतान के बल क ोसेिसंग के िलए मजदरू बल के
साथ ठे केदार ारा संल न कया जाना होता है । ठे केदार के साथ उ प न कसी भी मु े
क थित म, धान िनयो ा ठे का म ( विनयमन और उ सादन) अिधिनयम, 1970
के ावधान के अनुसार स य प से कारवाई करता है ।”

30
अ याय-सात
िनगिमत सामा जक उ रदािय व (सीएसआर)

7.1 सिमित को यह पता चला क सेल म, कंपनी अिधिनयम, 2013 के सीएसआर


ावधान के अनुपालन म, दनांक 1 अ ैल, 2014 से, पछले 3 व ीय वष के औसत शु
लाभ (एएनपी) का कम से कम 2% वा षक सीएसआर यय के िलए िनधा रत कया गया
है । सिमित को यह भी पता चला क सेल ने चालू सीएसआर गित विधय को जार रखने
के िलए चालन बजट से िनिधय का आवंटन जार रखा है ता क ितकूल व ीय
थितय , अथात सां विधक प से सीएसआर बजट के 'शू य' ( व वष 2016-17 --
2019-20) होने के दौरान भी ज मेदार कॉप रे ट के प म अपनी ज मेदा रय को पूरा
कया जा सके। पछले पांच वष के दौरान सेल सीएसआर प रयोजनाओं पर कए गए
यय का यौरा िन नानुसार है :

( पये/करोड़)

पछले 3 वष
आवं टत सीएसआर क रािश ( पछले व
व ीय के लाभ के 2%
.सं. वष म अित र यय के समायोजन के कया गया यय
वष के अनुसार
बाद)*
सीएसआर
2018-
1 -82.06 30.00 31.18
19
2019-
2 -13.48 33.00 27.56
20
2020-
3 39.44 50.00 47.18
21
2021- 80.47 (88.21-
4 88.21 94.24
22 7.74)

31
162.46
(इसम बक खाते म
ह तांत रत

5
2022-
171.72
157.95 सीएसआर के
23 (171.72-13.77)
अ यियत 51.73
करोड़ पये क रािश
शािमल है )

इसके अलावा, कंपनी क सीएसआर नीित के अनुसार, संयं और इकाईय /कॉप रे ट


तर पर सीएसआर प रयोजनाओं/ कायकलाप क पहचान िन निल खत मापदं ड
म से कसी एक या इनके संयोजन के मा यम से क जाती है :

1. इन-हाउस योजनाब प रयोजनाएं।


2. जला शासन/ थानीय सरकार िनकाय/जन ितिनिधय आ द से ा
ताव।
3. प रयोजना मोड म विश सीएसआर पहल करने के िलए व ीय सहायता
दान करने हे तु एक पंजीकृ त और वशेष िनकाय से ताव/ अनुरोध, जो
इस संबंध म विध म िनधा रत मानदं ड को पूरा करने क शत के अ यधीन
हो।

इस मोड के मा यम से कोई सीएसआर गित विध केवल तभी वीकाय है


जब इसे प रयोजना मोड म संप न करने क योजना बनाई गई हो। इन
ताव पर संब एजसी क व सनीयता और उसके काय क गुणव ा क
जांच करने के बाद ह वचार कया जाता है ।

सेल बोड ारा अनुमो दत सीएसआर नीित के अनुसार सीएसआर


गित विधयां आयो जत क जाती ह।“

32
7.2 इसके अलावा, सेल से पूछा गया क वष 2023-24 के दौरान सीएसआर िनिधय
का उपयोग कैसे कया जाएगा, जस पर मं ालय ने िल खत उ र के मा यम से बताया
क:-
“सेल सीएसआर पहल कंपनी अिधिनयम, 2013 क अनुसूची - सात के अनु प
आने वाले मह वपूण े म मु य प से ट ल टाउनिशप और खदान क प रिध
म, कंपनी अिधिनयम, 2013 के सीएसआर उपबंध (धारा 135), इसक अनुसूची-
सात, सीएसआर (सीएसआर नीित) िनयम, 2014 और सीएसआर संशोधन िनयम,
2021 और 2022 के अनु प काया वत क जाती ह ।

व वष 2023-24 के दौरान सीएसआर के िन निल खत शीष के तहत पहले से


िनधा रत िनिध इस कार है :-
( पये करोड़ म)

. सेल सीएसआर मह वपूण े और


2023-24
सं. यय

1 िश ा 32.56

2 वा य दे खभाल 23.46

3 आजी वका अजन 15.22

4 म हला सश करण 3.79

5 पेयजल 3.39

6 व छता 2.83

7 खेल 40.61

33
8 कला और सं कृ ित 1.57

9 ामीण वकास 6.58


सामा जक सुर ा (व र नाग रक
10 4.50
दे खभाल)

11 पयावरण संवहनीयता 5.29

12 कािमक का मता िनमाण 1.25

सेल संयं /इकाइयाँ यादातर झारखंड, छ ीसगढ़, ओ डशा, प म बंगाल, महारा


के पछड़े े और झारखंड तथा छ ीसगढ़ आ द के 6 आकां ी जल म थत ह,
जहां अिधकांश आबाद वंिचत/ पछड़े समुदाय से संबंिधत है ।

34
अ याय-आठ

रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड

तावना

8.1 सिमित ने पाया है क आरआईएनएल-वीएसपी को कंपनी अिधिनयम, 1956 के


तहत 18.02.1982 को ग ठत कया गया था और यह इ पात मं ालय के शासिनक
िनयं ण के तहत, इ पात े म अनुसूची-क क एक नवर कंपनी है , जसम भारत
सरकार क 100% ह सेदार है । इसका पंजीकृ त और िनगिमत कायालय
वशाखप टनम, आं दे श म थत है । उ म ने 31.03.2023 तक 14729 िनयिमत
कमचा रय (कायकार - 4818 और गैर-कायकार - 9911) को रोजगार दया।

वज़न / िमशन:

8.2 सिमित को यह भी बताया गया है क कंपनी का वज़न अ यंत द इ पात


िनमाता बनना है जो दे श म सबसे बड़ा एकल थान तट आधा रत इ पात संयं हो।

औ ोिगक / यावसाियक संचालन:

8.3 आरआईएनएल क मु य गित विधय म वशाखप टनम, आं दे श म अपनी


चालन इकाई से लंबे इ पात उ पाद का उ पादन और चार खान , अथात आं दे श के
माधारम खान (डोलोमाइट), ज ग यपेटा खान (चूनाप थर), गभम (मगनीज) खान और
कंटाडा खान ( वा ज) का चालन शािमल है ।

आरआईएनएल के मुख उ पाद म बार, वायर रॉड, राउं ड, चरल, बले स


और पग आयरन शािमल ह और कंपनी 5 े ीय कायालय , 23 शाखा ब कायालय
और 21 टॉकया स के यापक वपणन तं के मा यम से कोयला रसायन (अमोिनयम
स फेट, बजोल उ पाद आ द) और लैग जैसे उप-उ पाद का वपणन भी करती है ,

35
जनसे ेषण आ यकताओं क पूित होती है ।

आरआईएनएल ने भारतीय रे लवे के आयात ित थापन क आव यकता को पूरा


करने के िलए उ र दे श के लालगंज म एक लाख ह ल ित वष क उ पादन मता से
एक फो ड ह ल संयं (एफड यूपी) क थापना भी क है । इकाई वा ण यक
चालनाधीन है और उ पादन म गित आ रह है ।

ई टन इ वे टम स िलिमटे ड (ईआईएल) 51% ह सेदार स हत कंपनी क एक


सहायक कंपनी है , जसक मेसस उड़ सा िमनरल डे वलपमट कंपनी िलिमटे ड
(ओएमड सी) और मैसस द बसरा टोन लाइम कंपनी िलिमटे ड (बीएसएलसी) नामक दो
सहायक कंपिनयां ह। आरआईएनएल क आईसीवीएल म संयु उ म के पम मशः
25.94% ह सेदार है ।

8.4 दनांक 25 िसतंबर, 2023 तक रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल)


के िनदे शक मंडल क संरचना के बारे म पूछे जाने पर सिमित को िन नवत बताया गया:

कायकार िनदे शक
1. ी अतुल भ ट अ य -सह- बंध िनदे शक
2. ी ड . के. मोहं ती िनदे शक (वा ण य)
3. ी अ ण कांित बागची िनदे शक (प रयोजना) और अित र भार
िनदे शक ( चालन)
4. ी सुरेश चं पांडे िनदे शक (कािमक) और अित र भार िनदे शक
(व )
अंशकािलक सरकार िनदे शक (अथात सरकार ारा नािमत)
5. सु ी सुकृित िलखी, अपर सिचव और व ीय सलाहकार, इ पात मं ालय, भारत

36
सरकार
6. सु ी िचका चौधर गो वल, अपर सिचव (इ पात), इ पात मं ालय, भारत
सरकार
अंशकािलक गैर-सरकार िनदे शक (अथात वतं िनदे शक)
7. ी सुनील कुमार हरानी
8. ी घन याम िसंह

ओबीसी के आर ण हे तु नीित के काया वयन का अवलोकन


8.5 सिमित ने यह जानना चाहा क िनदे शक मंडल म कतने अिधकार ओबीसी

े ी के ह, जस पर मं ालय ने उ र दया:-

"िनदे शक मंडल म कोई भी सद य ओबीसी ण


े ी का नह ं है ।"

आरआईएनएल म आर ण नीित

8.6 इसके आगे, इस संबंध म सिमित को िल खत ट पण के मा यम से सूिचत कया


गया:-

“आरआईएनएल म, दनांक 08/09/1993 से अ य पछड़ा वग (ओबीसी) के िलए


आर ण लागू कया गया है । ड ओपीट के दशािनदश के अनुसार, सभी े णय
के पद म खुली ितयोिगता के मा यम से अ खल भारतीय आधार पर सीधी भत
म र य का 27% ओबीसी (एनसीएल) ण
े ी के िलए आर त है । खुली
ितयोिगता के अलावा अ खल भारतीय तर पर सीधी भत के िलए, पद क सभी
े णय म र य का 25.84% अ य पछड़ा वग (एनसीएल) के िलए आर त है ।
इसके अलावा, ओबीसी-एनसीएल से संबंिधत उ मीदवार य द उ ह अनार त

37
उ मीदवार के बराबर कसी भी छूट का लाभ उठाए बना मे रट पर चुना जाता है ,
तो उ ह आर त कोटा अथात ओबीसी म नह ं दखाया जाता है । चूं क, सभी
े णय के पद म सरकार दशािनदश के अनुसार ओबीसी ण
े ी के िलए आर त
र य को समय पर भरा जा रहा है , आरआईएनएल को ओबीसी आर ण के
काया वयन म कसी वशेष बाधा का सामना नह ं करना पड़ रहा है ।“

8.7 इसके आगे, वष 1993 के बाद भत के बारे म व तार से पूछे जाने पर, सिमित को
िल खत ट पण के मा यम से िन नवत सूिचत कया गया:-

“ दनांक 08/09/1993 से अब तक 3298 उ मीदवार, जो ओबीसी ण


े ी से संबंिधत
ह, आरआईएनएल म शािमल हुए, जनम से 978 उ मीदवार को यो यता के
आधार पर चुना गया था। चूं क इन 978 उ मीदवार को अनार त उ मीदवार के
बराबर मे रट पर, अथात बना कसी छूट का लाभ उठाए चुना जाता है , तो उ ह
आर त कोटा अथात ओबीसी (एनसीएल) के वग म नह ं दखाया जाता।“

8.8 आरआईएनएल म व र पद धारण करने वाले अ य पछड़ा वग ण


े ी से संबंिधत
अिधका रय क सं या तुत करने के िलए कहे जाने पर मं ालय ने िन नवत
सूिचत कया:-

“शीष बंधन पद म अ य पछड़ा वग के कमचा रय क सं या इस कार


है :

.सं. े ई8 ई7 ई6 कुल योग


1 चालन - 1 146 147
2 प रयोजना - - 4 4

3 वा ण य - 1 11 12

4 कािमक - - 10 10

38
5 व - - 8 8

6 अ य - - 2 2
7 कुल योग - 2 181 183

वतमान म आरआईएनएल म विभ न तर पर कायरत अ य पछड़े वग


के कमचा रय क सं या नीचे द गई है :

01.09.2023 तक
गैर-कायपालक कायपालक

े ी कुल कमचार अ य पछड़े वग ण
े ी कुल कमचार अ य पछड़े वग
के कमचा रय क के कमचा रय क
सं या सं या
केट - - जेओ 5 -
ट आर 3 3 ई0 - -
एस1 12 3 ई1 181 36
एस 2 73 31 ई2 714 204
एस 3 1015 558 ई3 546 204
एस 4 809 407 ई4 1689 272
एस 5 940 429 ई5 315 35
एस 6 942 342 ई6 866 181
एस 7 68 8 ई7 251 2
एस 8 718 21 ई8 12 -
एस 9 347 14 ई9 - -
एस एफड
2711 126 4 -
10
एस 1829 87 सीएम 1 -

39
11 ड
कुल 9467 2029 कुल 4584 934

आरआईएनएल म कमचा रय क सं या

8.9 मं ालय और आरआईएनएल म पद के विभ न तर पर सिमित को यथासूिचत,


कमचा रय क कुल सं या और उनम अ य पछड़े वग के कमचा रय क सं या
(01.09.2023 तक) िन नवत है :-

गैर-कायपालक कायपालक

े ी ओबीसी% ण
े ी ओबीसी%
ट के 0.00 जेओ 0.00
ट आर 100 ई0 0.00
एस1 25.00 ई1 19.89
एस 2 42.47 ई2 28.57
एस 3 54.98 ई3 37.36
एस 4 50.31 ई4 16.10
एस 5 45.64 ई5 11.11
एस 6 36.31 ई6 20.90
एस 7 11.76 ई7 0.80
एस 8 2.92 ई8 0.00
एस 9 4.03 ई9 0.00
एस10 4.65 एफड 0.00
एस11 4.76 सीएमड 0.00
कुल योग कुल 20.37
21.43
योग

40
8.10 मं ालय ने आगे यह भी बताया क दनांक 8 िसतंबर, 1993 तक
पद /वग /वेतनमान के विभ न तर पर कमचा रय क कुल सं या और उनम अ य
पछडे ़ वग के कमचा रय क सं या िन नवत है :-

गैर-कायपालक कायपालक

े ी ओबीसी% ण
े ी ओबीसी%
ट आर 0.00 जेओ 0
एस1 1.70 ई0 9.16
एस 2 2.18 ई1 6.95
एस 3 4.65 ई2 0.23
एस 4 2.68 ई3 3.61
एस 5 0.58 ई4 8.62
एस 6 3.61 ई5 6.01
एस 7 1.69 ई6 12.46
एस 8 4.06 ई7 0.00
एस 9 0.00 ई8 0.00
एस 10 0.00 ई9 0.00
एस 11 0.00 एफड 0.00
कुल 3.41 कुल 5.72

8.11 जब सिमित ने बैकलॉग र य का यौरा मांगा तो इस संबंध म मं ालय ने


जानकार द :-

“ओबीसी र य म कोई बैकलॉग र यां िच हत नह ं ह।”

41
8.12 समूह ग के ितशत म कमी संबंधी एक के उ र म, मं ालय ने बताया है क
भ व य म इस कमी को पूरा कया जाएगा। हालाँ क, भत अिभयान और वशेष भत
अिभयान संबंधी एक के उ र म, संगठन ने बताया है :-

" पछले तीन वष म कोई भत नह ं हुई है और पछले तीन वष म कोई वशेष भत


अिभयान भी नह ं चलाया गया है ।"

8.13 सिमित ारा यह पूछे जाने पर क या आरआईएनएल म कािमक व िश ण


वभाग के मानदं ड अनुसार रो टर र ज टर रखे जा रहे ह, मं ालय ने िन नवत बताया-

“ जी हां, येक पद के िलए अलग-अलग रो टर र ज टर रखे जा रहे ह। तथा प,


पद आधा रत रो टर क शु आत के साथ, उस पद के िलए भत क विध, उस पद
के िलए िनधा रत यूनतम शै क यो यता और उस ण
े ी (अथात क, ख, ग या घ)
को यान म रखते हुए कुछ पद के िलए सामा य रो टर शु कए गए ह।

नीचे उ ल खत यौरे के अनुसार आरआईएनएल म रो टर र ज टर रखे जा रहे


ह-

रो टर बनाने का रो टर क रो टर के अ तनीकरण
रो टर र ज टर क प ित
तर सं या क ितिथ
समूह क 7

समूह ख -
सीधी भत 31.12.2022
समूह ग 4

समूह घ 1

42
आरआईएनएल म समूह-ख म कोई सीधी भत नह ं क जाती। समूह-ख के पद को
समूह-ग से पदो नित ारा भरा जाता है ।

आरआईएनएल मु यालय म रो टर र ज टर रखे जा रहे ह। इसके अलावा, कमी


और बैकलॉग से संबंिधत र य , य द कोई ह , को र ज टर म दशाया जाता है ।
अ य पछड़े वग के संपक अिधकार ारा ितवष रो टर र ज टर का
िनर ण/अिध मा णत कया जा रहा है ।

आरआईएनएल म, ओबीसी संपक अिधकार ारा कोई वसंगित उजागर नह ं क


गई है ।

अ य पछड़ा वग हे तु संपक अिधकार

8.14 यह पूछे जाने पर क या आरआईएनएल म ओबीसी ण


े ी के िलए संपक
अिधका रय क िनयु क ग ह और या वे ओबीसी ण
े ी के ह, सिमित को सूिचत
कया गया क ी जी. अ पा राव, महा बंधक (एमएम) को अ य पछड़ा वग हे तु संपक
अिधकार िनयु कया गया है । संपक अिधकार ओबीसी ण
े ी का है । संपक अिधकार
ितवष रो टर र ज टर का िनर ण/अिध मा णत करता है और ओबीसी संपक
अिधकार ारा कोई वसंगित उजागर नह ं क गई है ।

ओबीसी कमचा रय क िशकायत का िनवारण

8.15 सिमित आरआईएनएल म िशकायत िनवारण तं के बारे म अवगत होना चाहती


थी। इस संबंध म मं ालय ने बताया क ओबीसी कमचा रय के िलए कोई अलग िशकायत
िनवारण णाली नह ं है । हालाँ क, सभी कमचा रय को कंपनी म मौजूदा िनवारण णाली
म अपनी िशकायत का समाधान करने क सु वधा द गई है , जसम ओबीसी कमचा रय
से संबंिधत मामले भी शािमल ह। पछले दो वष के दौरान ओबीसी कमचा रय से ा
43
िशकायत क कुल सं या के बारे म पूछे जाने पर, मं ालय ने बताया क दनांक
6.10.2022 को ओबीसी ण
े ी के एक कमचार से एक िशकायत ा हुई थी, जसका
िनयम के अनुसार दनांक 6.7.2023 को समाधान और िनपटारा कया गया था।

इसके अलावा, सिमित ने यह जानना चाहा क ओबीसी कमचा रय क िशकायत


का अलग से समाधान न िनकालने के या कारण ह, मं ालय ने अपने िल खत उ र म
बताया -
"कायकार और गैर-कायकार कमचा रय के िलए आरआईएनएल के िनयम के
तहत प रक पत मौजूदा िशकायत िनवारण मशीनर / या ओबीसी कमचा रय
क भी ज रत को पूरा करती है ।"

िशकायत के िनवारण के िलए ओबीसी कमचार क याण संघ क भूिमका के बारे


म पूछे जाने पर, मं ालय ने अपने िल खत उ र म बताया क-

“वीएसपी ओबीसी कमचार क याण संघ के ितिनिध ओबीसी कमचा रय के


क याण से संबंिधत विभ न मु पर चचा करने हे तु ओबीसी के महा बंधक
(एमएम) और संपक अिधकार तथा महा बंधक (एचआर)-आईआर के साथ मह ने
म कम से कम एक बार और जब भी आव यक हो, बैठक कर रहे ह।“

सेवाओं/नौक रय क आउटसोिसग

8.16 जब सिमित ने यह जानना चाहा क या आरआईएनएल अपनी सेवाओं को


आउटसोस करता है और अपनी विभ न इकाइय /संयं म सं वदा कमचा रय को
िनयु करता है , मं ालय ने िल खत ट पण के मा यम से बताया :-

44
“आरआईएनएल म वा षक रखरखाव, प रवधन, संशोधन और मर मत,
तकनीक सफाई, कट न, भार मर मत काय, संयं के व तार म टन-क काय
आ द जैसी कुछ सेवाएं सं वदा अिभकरण के मा यम से िन पा दत क जा रह
ह।

स पे गए काय को पूरा करने के िलए विभ न सं वदा अिभकरण ारा काय पर


लगाए गए ण
े ीवार सं वदा िमक इस कार ह - 31.08.2023 क थित के
अनुसार, कुशल: 4,627; अध कुशल: 3,641; अकुशल: 7,506; कुल: 15,774 ।

सं वदा आधार पर कायरत कुल कमचा रय क पद-वार, मद-वार सं या


नीचे द गई है :

26.09.2023 तक
पदनाम
कमचा रय क सं या
ला टर 1
ला टर हे पर 3
िच क सा अिधकार 3
िच क सा वशेष 1
खान फोरमैन 4
चालक-सह-यां क 2
सिचवीय अिधकार 1
वशेष (सामा य
1
िच क सा)
कुल योग 16

45
िनजी उ मी आरआईएनएल म सं वदा िमक के य िनयो ा ह। मुख िनयो ा के
प म आरआईएनएल क भूिमका ठे केदार ारा सां विधक ावधान के काया वयन को
सुिन त करना है । हालाँ क, कसी अिनवाय ावधान के अभाव म, आरआईएनएल
बंधन िनजी उ िमय पर ओबीसी कामगार को अपने संगठन म काम पर रखने के िलए
जोर दे ने क थित म नह ं है । धान िनयो ा होने के नाते आरआईएनएल सं वदा
कािमक को समय-समय पर े ीय म आयु (के य), वशाखपत टनम ारा
अिधसूिचत यूनतम वेतन का भुगतान सुिन त कर रहा है ।

उपयु के अलावा, आर आई एन एल ारा सं वदा अिभकरण ारा ई पी एफ एवं एम पी


अिधिनयम, 1952 ई एस आई अिधिनयम, 1948 आ द के अंतगत सभी सां विधक
ावधान का अनुपालन सुिन त कया जा रहा है ।

आरआईएनएल/वीएसपी ने काय आदे श म यूनतम वेतन अिधिनयम, 1948 से संबंिधत


खंड शािमल कए ह। तदनुसार, आरआईएनएल मुख िनयो ा होने के नाते े ीय म
आयु (के य), वशाखप टनम ारा अिधसूिचत यूनतम वेतन का भुगतान सं वदा
अिभकरण ारा बक के मा यम से सुिन त कर रहा है ।

(i) यूनतम वेतन अिधिनयम, 1948 के भुगतान के अनु प, सं वदा अिभकरण आर


एल सी (के य), वशाखप टनम ारा अिधसूिचत यूनतम वेतन का भुगतान
सं वदा कािमक को कर रह है |

(ii) य द सं वदाकार समय के भीतर वेतन का भुगतान करने म वफल रहता है , तो


सं वदा के िनयम और शत के अनुसार, एक कैलडर मह ने म अिधकतम 10% के
साथ येक दन के िलए िमक क सकल मजदरू का 1% तक जुमाना लगाया
जा रहा है |

46
(iii) अिभकरण ारा सं वदा िमक को पी एफ और ई एस आई के भुगतान म चूक के
मामले म, सं वदा ावधान के अनुसार शा त लगाई जा रह है |

(iv) ठे का िमक को वेतन के भुगतान म वलंब/न कए जाने के मामले म सं वदा के


ावधान के अनुसार अिभकरण के व कारवाई क जा रह है ।“

सी एस आर िनिधय का उपयोग

8.17 सिमित ारा िनगिमत सामा जक दािय व (सी एस आर) के तहत वष 2023-24 म
िनिधयाँ जार करने के संबंध म पूछे जाने पर मं ालय ने सूिचत कया क:-

“आरआईएनएल म, व वष 2016-17 और उसके बाद के िलए सीएसआर बजट


क संवैधािनक आव यकता (अथात त काल पछले तीन वष का 2% औसत शु
लाभ) शू य है । हालाँ क, मौजूदा प रयोजनाओं/काय म को िनरंतर आधार पर
बनाए रखने और एक ज मेदार कॉप रे ट होने के िलए आरआईएनएल क
ितब ता को दे खते हुए, सीएसआर बजट आवंटन व वष 2021-22 तक जार
रखा गया था। इसके बाद, कंपनी क अिन त व ीय थित को दे खते हुए, व
वष 2022-23 और व वष 2023-24 के िलए सीएसआर गित विधय के िलए
वा षक बजट आवं टत नह ं कया गया है । चालू व ीय वष 2023-24 के दौरान
सीएसआर गित विधय के िलए बजट आवंटन क संभावना शू य है ।“

47
भाग - दो

ट प णयां/िसफा रश

इ पात मं ालय म अ पव का अ प ितिनिध व

1. सिमित के पास उपल ध सभी सूचनाओं और सामि य क जांच करने के साथ सिमित

के सम तुत मौ खक सा य के मा यम से रखे गए त य पर वचार के

प रणाम व प, सिमित ने कुछ ट प णयां और िसफा रश क ह जो ितवेदन के इस भाग

के आगामी पैराओं म अंत व ट ह।

2. सिमित ने नोट कया है क 31.08.2023 क थित के अनुसार इ पात मं ालय म

245 क वीकृत मता क तुलना म मौजूदा सं या 184 क है । 184 मौजूदा पद म से

अ पव ण
े ी के 45 कमचार ह, जो मं ालय क कुल जनश का 24.45% है । इसी कार

समूह ‘क’ सेवा म अ य पछड़े वग का ितिनिध व 17.77%, समूह ‘ख’ म 31% और

समूह ‘ग’ म 21.53% है । सिमित ने इ पात मं ालय म मौजूदा जनश के साथ-साथ

समूह ‘क’ और ‘ग’ क सेवा म अ य पछड़े वग के अ प ितिनिध व पर अपनी िचंता

य क । सिमित को ात हुआ है क इन संवग से संबंिधत अिधका रय /कािमक क

भत और सेवाओं क िनयु के िलए संवग िनयं ण ािधकार उ रदायी होते ह। सिमित

इस बात क सराहना करती है क इ पात मं ालय अ प ितिनिध व के संबंध म सिमित

क ट प णय से संवग िनयं क मं ालय/ वभाग को अवगत कराता है ।

48
अनय
् पछड़े वग के कमचा रय के िलए संपक अिधका रय क िनयु

3. सिमित ने पाया था क मं ालय म अ य पछड़े वग के िलए संपक अिधकार के प म

उप-सिचव तर के एक अिधकार को िनयु कया गया है जो अनुसूिचत जनजाित ण


े ी

से संबंिधत ह। सिमित इस त य क सराहना करती है क सिमित क बैठक के बाद अ य

पछड़ा वग ण
े ी से संबंिधत उपसिचव तर के एक अनय
् अिधकार को मं ालय म अ य

पछड़े वग के कमचा रय के िलए संपक अिधकार के प म िनयु कया गया है ।

भारतीय इ पात ािधकरण (सेल)

सेल के शीष बंधन म अ पव का ितिनिध व

4. सिमित को ात है क सेल के शीष बंधन िनकाय/िनदे शक मंडल म एक अ य , 7

पूणकािलक िनदे शक, 2 सरकार िनदे शक और 6 वतं िनदे शक शािमल ह। सेल के शीष

बंधन म अ य पछड़े वग के ितिनिध व के संबंध म सिमित को ात हुआ है क सेल

के िनदे शक मंडल म िनदे शक क िनयु म आर ण का कोई ावधान नह ं है । तथा प,

सिमित इस त य क सराहना करती है क िनदे शक मंडल के िनदे शक म से एक िनदे शक

अ य पछड़ा वग ण
े ी से संबंिधत है । सिमित को प प से यह व दत हो रहा है क

इन िनदे शक क िनयु भारत सरकार ारा क जाती है । इस संबंध म, सिमित िसफा रश

करती है क ऐसे सभी यास कए जाएं तथा समाधान िनकालने के तर के और साधन

49
खोजे जाएं जससे अ य पछड़े वग से अिधक य य /अिधका रय को िनदे शक मंडल म

िनयु /नािमत कया जाए। ऐसी िनयु य पर वशेष प से उन मामल म वचार कया

जाए जो िनधा रत मानदं ड के अनु प ह ।

सेल म अ पव का ितिनिध व

5. सिमित यह भी नोट करती है क 57669 क कुल मौजूदा सं या म से 9508 कमचार

अ पव के ह, जो क सेल क कुल जनश का 16.48% है । सिमित को यह जानकार द

गई है क कमचा रय क दो े णयां, यथा- कायकार (समूह 'क') और गैर-कायकार

(समूह 'ख' और 'ग'), ह। समूह 'क' म अ य पछड़े वग का ितिनिध व मा 18.41% है

और समूह ‘ख’ तथा ‘ग’ के मामले म यह आंकड़ा इन दोन समूह क कुल सं या का मा

16.05% है । सिमित पाती है क न केवल संगठन क कुल मता, ब क सेल म सेवा के

येक समूह म अ पव का ितिनिध व कम है । सिमित इस बात से िचंितत है क अ य

पछड़े वग के िलए आर ण नीित के काया वयन के तीस वष के बाद भी उनका ितशत

सम मौजूदा सं या तथा सेवा के ऐसे येक समूह म जहां सेल म सीधी भत क जाती

है , के िनधा रत 27% के कर ब नह ं पहुंच सका है । अत:, सिमित मं ालय से प श द

म यह िसफा रश करती है क वह सेल म अ य पछड़ा वग के कमचा रय के कम

ितिनिध व के मु े का समाधान करने के तर के और साधन खोजने के िलए इस मामले

को उ चतम तर पर उठाए और समयब तर के से कायकार और गैर-कायकार दोन

पद म अ पव के िलए 27% आर ण के अिधदे श को ा त करने हे तु अ य पछड़े वग के

50
िलए आर ण नीित को ईमानदार से लागू करने के िलए ठोस यास करे । जब तक क

अिधदे िशत 27 ितशत के ल य को ा नह ं कर िलया जाता है , सिमित को हर छह

मह ने म एक बार तथा क गई कारवाई टपपण


् तुत करते समय अिनवायत: अ पव

क ऐसी र य को भरने के िलए उठाए गए कदम के वषय म सूिचत कया जाए।

6. सिमित इस बात क सराहना करती है क जो अ यथ सीधी भत म बना आर ण के

तथा अपनी यो यता के आधार पर उ तण होते ह, उ ह अ पव सीट के साथ समायो जत

नह ं कया जाता है । सिमित इस बात क सराहना करती है क सेल ड ओपीट के आदे श

का िनरपवाद प से पालन करता है । इस संबंध म, सिमित िसफा रश करती है क ऐसे

अ पव उ मीदवार क सूची का अलग से तैयार क जाए जो सेवा के येक समूह म

अपनी यो यता के आधार पर उ तण होते ह।

सेल म बैकलॉग र यां

7. सिमित नोट करती है क 01.09.2023 तक, अ पव के िलए समूह 'क' और 'ग' म

मशः 76 और 19 बैकलॉग पद मौजूद ह। सिमित को यह बताया गया है क अ य पछडे ़

वग के िलए बैकलॉग र य का कारण विश पद के िलए उपयु अ यिथय क

अनुपल धता या चयिनत उ मीदवार ारा यथा उपे त प से कायभार हण न करना

है । सिमित इस त य क सराहना करती है क सेल बैकलॉग क सं या को कम कए बना

51
अ पव के िलए बैकलॉग र य को अगले वष के दौरान आने वाले व ापन के च म

िनरंतर शािमल करता है । उपयु त य के बावजूद, सिमित िसफा रश करती है क-

(क) बैकलॉग र य को अलग से व ा पत कया जाए और र य

के िलए उपयु अ पव उ मीदवार को आक षत करने हे तु ेस और भत

साइट म इसे यापक कवरे ज / चार दया जाए;

(ख) इसके अलावा, विश संवग म अ य पछडे ़ वग के िलए बैकलॉग

र य को भरने के िलए सव म ितभा को आक षत करने हे तु संबंिधत

े के मुख शै क सं थान क सहायता से कपस म भत काय म

आयो जत कए जाएं। आरं भ म, िश ओ


ु /ं िश ओ
ु ं को सेल म उनक

सेवाओं को िनयिमत करने से पूव, उनके काय ोफाइल के िलए ासंिगक

े म आवशयक
् अनुभव दान करने हे तु उ ह िनयु त कया जाए।

सेल म अ पव के िलए संपक अिधकार

8. सिमित इस बात क भी सराहना करती है क सेल के येक संयं /इकाई म

अ य पछड़े वग के िलए संपक अिधकार िनयु कए गए ह। छोट इकाइय /संयं म दो

संपक अिधका रय के अलावा शेष सभी संपक अिधकार अ य पछड़ा वग ण


े ी के ह तथा

उन छोट इकाइय /संयं म भी संपक अिधका रय के प म िनयु कए जाने के िलए

अ य पछड़ा वग ण
े ी के उपयु कमचा रय क पहचान क जा रह है । संपक अिधकार

52
रो टर र ज टर का िनयिमत प से िनर ण करते ह और रो टर र ज टर म कोई

वसंगित नह ं पाई गई है । सिमित इस बात क भी सराहना करती है क सेल म संपक

अिधका रय और ड िलंग अिधका रय को समय-समय पर आर ण संबंधी मामल म े

के वशेष ारा िश ण भी दान कया जाता है । तथा प, सिमित यह िसफा रश करती

है क येक संयं /इकाई के सभी संपक अिधका रय के नाम, पते, संपक नंबर और ई-

मेल आईड सेल क इं ानेट/वेबसाइट पर अपलोड कए जाएं ता क अ य पछड़ा वग के

कमचार संगठन म आर ण के मामले के संबंध म कसी भी सहायता के िलए अपने

संपक अिधका रय से संपक कर सक।

सेल म रो टर र ज टर

9. सिमित ने स नतापूवक पाया क सेल म जन संपक अिधका रय ारा रो टर

र ज टर का रख-रखाव और िनयिमत प से इसका िनर ण/अिध माणन कया जाता

है और उनम कोई वसंगित नह ं पाई गई है । तथा प, सिमित िसफा रश करती है क

पारदिशता लाने और सभी कमचा रय क जानकार के िलए संपक अिधका रय ारा

विधवत मा णत रो टर र ज टर को सेल के इं ानेट/वेबसाइट पर अपलोड कया जाए।

सेल म िशकायत िनवारण णाली

10. सिमित को यह नोट करके स नता हुई है क सेल म िशकायत िनवारण णाली

मौजूद है । तथा प, मौजूदा णाली के अनुसार, वशेष प से ओबीसी कमचा रय क

53
िशकायत /िशकायत के िनवारण के संबंध म पृथक िशकायत र ज टर/डे टा का रखरखाव

नह ं कया जा रहा है ।

सिमित को यह भी बताया गया क सेल ने इ पात उ ोग के िलए रा ीय संयु

सिमित (एनजेसीएस) और इ पात उ ोग म सुर ा, वा य और पयावरण संबंधी संयु

सिमित (जेसीएसएसआई) जैसी विभ न प ीय सिमितय के मा यम से एक े मवक

था पत कया है , जहां ओबीसी ण


े ी स हत विभ न पृ भूिम के कमचार कई मह वपूण

मु पर स य प से चचा करते ह जैसे मजदरू , सुर ा, उ पादन, और िशकायत का

समय पर समाधान। ये सिमितयां कमचा रय क िचंताओं क पहचान करने और उ ह दरू

करने के िलए एक मंच दान करती ह। इस संबंध म सिमित चाहती है क िशकायत का

पता लगाने और उनके प रणाम व प उनके िनवारण के िलए सेल के कमचा रय और

बंधन के ितिनिधय के साथ आयो जत बैठक क आवृ के बारे म सूिचत कया जाए।

सिमित को द गई उपयु जानकार के आलोक म, सिमित िसफा रश करती ह:–

(क) ओबीसी कमचा रय ारा दज कराई गई िशकायत के संबंध म

अलग िशकायत र ज टर और डे टा रखा जाए ता क सेल बंधन ारा

िशकायत क कृित और उनके िनवारण के संबंध म वा त वक डे टा

उपल ध हो सके। सेल के कमचा रय क जानकार के िलए इस संबंध म

सूचना इं ानेट/वेबसाइट पर भी अपलोड क जाए; और

54
(ख) विभ न मु के िनवारण के िलए उन पर कये गए वचार-

वमश का कायवृ तैयार/रख-रखाव कया जाए ता क चचा के दौरान

िलए गए सभी िनणय को उिचत प से काया वत कया जा सके। सेल

के कमचा रय क जानकार के िलए चचा के कायवृ इं ानेट/वेबसाइट

पर भी अपलोड कए जाएं।

सेल म ओबीसी कमचार क याण संघ

11. सिमित इस त य क शंसा करती है क सेल के येक संयं /इकाई म

िशकायत िनवारण तं मौजूद है । तथा प, इस तं से बंधन और कमचा रय के बीच

आविधक बातचीत सुिन त नह ं हो पाती है । इसिलए, सिमित क राय है क ओबीसी

कमचार क याण संघ संगठन के भीतर ओबीसी क भत , क याण और िशकायत से

संबंिधत मु को उठाने के िलए एक भावी मंच हो सकता है । हाल ह म, सेलम ट ल

लांट, तिमलनाडु ने ओबीसी कमचार क याण संघ बनाने और पंजीकृ त करने म ओबीसी

कमचा रय को ो सा हत करने के िलए इस दशा म एक कदम उठाया है । इसिलए

सिमित यह िसफा रश करती है क सेल अ य इकाइय /संयं म अ य पछड़ा वग के

कमचा रय को अपने संबंिधत संयं म ओबीसी कमचार क याण संघ बनाने के िलए

ो सा हत करे य क यह ओबीसी क याण के मु को हल करने के िलए एक और मंच

हो सकता है ।

55
सेल म आउटसोिसग/सं वदा कमचा रय को िनयु करना

12. सिमित नोट करती है क वतमान म सेल म ठे केदार के मा यम से लगभग

68,792 सं वदा मक िमक कायरत ह। सिमित इस त य से अनिभ नह ं है क इनम

से अिधकांश कामगार थानीय/प रधीय े से ह जहां पछड़ा समुदाय मु य प से

रहता है । सिमित यह जानकर स न है क ठे का म क सेवा शत ठे का म ( विनयमन

और उतसादन)
् अिधिनयम, 1970 और अ य लागू अिधिनयम के ावधान के अनुसार

िनयं त क जा रह ह। सेल मुख िनयो ा होने के नाते यह सुिन त करता है क ऐसे

सभी िमक को मजदरू संदाय अिधिनयम, 1936 और यूनतम मजदरू अिधिनयम,

1948 के ावधान के अनुसार यूनतम मजदरू िमले। इसके अित र , काय प रसर के

अंदर सं वदा िमक को िनयिमत कमचा रय के समान ह सभी मूलभूत सु वधाएं जैसे

कट न/जन सु वधा/पेयजल/ ाथिमक िच क सा आ द उपल ध ह। यहां यह कहने क

आव यकता नह ं है क सेल को इस वृ को भावी ढं ग से बनाए रखना चा हए और

' म क ग रमा' के िस ांत को यान म रखते हुए िनयिमत कमचा रय और सं वदा

कमचा रय के बीच सौहाद का वातावरण बनाए रखना चा हए और ित बं बत करना

चा हए।

56
रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल)

आरआईएनएल के शीष बंधन म अ य पछड़े वग का ितिनिध व

13. सिमित को ात हुआ है क रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल) के

शीष बंधन म अ य , तीन पूणकािलक िनदे शक, दो अंशकािलक आिधका रक िनदे शक

(सरकार ारा नािमत िनदे शक) और दो अंशकािलक गैर-सरकार िनदे शक ( वतं

िनदे शक) शािमल ह। तथा प, आरआईएनएल के िनदे शक मंडल म अ य पछडे ़ वग का

कोई ितिनिध व नह ं है । सिमित मानती है क िनदे शक क िनयु य म आर ण का

कोई ावधान नह ं है । सिमित को यह प है क इन िनदे शक क िनयु भारत सरकार

ारा क जाती है । इस संबंध म सिमित इ पात मं ालय का यान दनांक 18 अ ैल,

2011 के ड पीई ओएम सं या 2011 जीएम क ओर आकृ करना चाहती है , जसम यह

उ लेख कया गया है क य द म हलाओं स हत अनुसूिचत जाित, अनुसूिचत जनजाित

और अ य पछड़ा वग क े णय के य क य सावजिनक े उ म (सीपीएसई) के

बोड म गैर-सरकार िनदे शक क िनयु के िलए िनधा रत मानदं ड के साथ आगे आते ह

तो उ ह वर यता द जानी चा हए।

इस संबंध म सिमित िसफा रश करती है क कसी ऐसे िनवारण पर पहुंचने के िलए

सभी यास कए जाएं जससे िनदे शक मंडल म अ य पछड़ा वग ण


े ी के

य य /अिधका रय क िनयु क जा सके। यह कहने क आव यकता नह ं है क ऐसी

57
िनयु य पर वशेष प से उन मामल म वचार कया जाए जो िनधा रत मानदं ड के

अनुसार ह ।

आरआईएनएल म ओबीसी का ितिनिध व

14. सिमित नोट करती है क आरआईएनएल म कुल मौजूदा 14,051 कमचा रय म

से 2967 ओबीसी कमचार ह, जो संगठन म कुल मश का 21.08% है । सिमित को

यह बताया गया है क कमचा रय क दो े णयां ह अथात कायकार और गैर-कायकार ।

कायकार संवग म ओबीसी का ितिनिध व मा 20.37% है और गैर-कायकार संवग

म यह कुल सं या का 21.43% है । सिमित नोट करती है क ओबीसी के िलए 27%

ितिनिध व संगठन क सम सं या और आरआईएनएल के कायकार और गैर-

कायकार दोन संवग म भी प रल त नह ं होता है । सिमित पुन: इस बात पर िचंता

य करती है क अ य पछडे ़ वग के िलए आर ण नीित के काया वयन के तीस वष

के बाद भी उनका ितशत सम मौजूदा सं या और सेवा के येक समूह, जहां

आरआईएनएल म सीधी भत क जाती है , म िनधा रत 27% के कर ब नह ं पहुंच पाया

है । सिमित मं ालय से िसफा रश करती है क वह आरआईएनएल म अ य पछड़ा वग के

कमचा रय के कम ितिनिध व के मु े का िनवारण करने के िलए इस मामले को

उ चतम तर पर उठाए और समयब तर के से कायकार और गैर-कायकार दोन पद

म 27% ओबीसी आर ण के अिधदे श तक पहुंचने के िलए अ य पछड़े वग के िलए

आर ण नीित को ईमानदार से काया वत करने के िलए ठोस यास करे ।

58
आरआईएनएल म रो टर र ज टर

15. सिमित इस बात क सराहना करती है क आरआईएनएल म मु यालय तर पर येक

पद के िलए रो टर र ज टर का अनुर ण कया जाता है और संपक अिधका रय ारा वा षक

आधार पर इसका िनर ण/अिध माणन कया जाता है तथा इसम कोई वसंगित कट नह ं हुई

है । तथा प, सिमित ितवेदन के इस भाग म अपनी पूव िसफा रश के अनुसार िसफा रश करती

है क पारदिशता लाने और सभी कमचा रय क जानकार के िलए संपक अिधका रय ारा

विधवत मा णत रो टर र ज टर को आरआईएनएल क इं ानेट/वेबसाइट पर अपलोड कया

जाए।

आरआईएनएल म ओबीसी के िलए संपक अिधकार

16. सिमित इस बात क भी सराहना करती है क ओबीसी के िलए संपक अिधकार के प म

एक महा बंधक अिधकार को िनयु कया गया है जो वयं ओबीसी ण


े ी से संबंिधत है । संपक

अिधकार वा षक आधार पर रो टर र ज टर का िनर ण करते ह और रो टर र ज टर म कसी

वसंगित को कट नह ं कया है । तथा प, सिमित िसफा रश करती है क संपक अिधकार का

नाम, पता, संपक नंबर और ई-मेल आरआईएनएल क इं ानेट/वेबसाइट पर अपलोड कया जाए

ता क अ य पछड़ा वग के कमचार संगठन म आर ण के मामले के संबंध म कसी भी सहायता

के िलए अपने संपक अिधकार से संपक कर सक।

59
आरआईएनएल म िशकायत िनवारण तं

17. सिमित यह जानकर स न है क आरआईएनएल म एक औपचा रक िशकायत िनवारण

तं मौजूद है । कायकार और गैर-कायकार कमचा रय के िलए मौजूदा िशकायत िनवारण तं म

ओबीसी कमचा रय को भी शािमल कया जाता है जैसा क आरआईएनएल के िनयम के तहत

प रक पत है । वीएसपी ओबीसी कमचार क याण संघ के ितिनिध महा बंधक (एमएम) और

ओबीसी कमचा रय के संपक अिधकार तथा साथ ह महा बंधक (एचआर)-आईआर के साथ

मह ने म नयू
् नतम एक बैठक करते ह और ओबीसी कमचा रय के क याण से संबंिधत विभ न

मु पर, जब कभी आव यक हो, चचा करते ह। इस संबंध म, सिमित िसफा रश करती है क

अ य पछड़ा वग के कमचा रय के िलए अपनी िशकायत दज कराने के िलए एक अलग

िशकायत िनवारण तं था पत कया जाए और ऐसी सामने आई िशकायत का उिचत रकॉड

रखा जाए और उनका िनवारण का अनुर ण भी कया जाए और इसे आरआईएनएल क

इं ानेट/वेबसाइट पर अपलोड कया जाए।

आरआईएनएल म आउटसोिसग/ सं वदा कमचा रय को िनयु करना

18. सिमित नोट करती है क वतमान म आरआईएनएल म ठे केदार के मा यम से लगभग

15,774 सं वदातमक
् िमक कायरत ह। सिमित को ात हुआ है क सं वदा म क सेवा शत

को ठे का म ( विनयमन और उ सादन) अिधिनयम, 1970 और अ य लागू अिधिनयम के

ावधान के अनुसार शािसत कया जा रहा है । आरआईएनएल मूल िनयो ा होने के नाते यह

सुिन त करता है क ऐसे सभी कामगार को मजदरू संदाय अिधिनयम, 1936 और यूनतम

60
मजदरू अिधिनयम, 1948 के ावधान के अनुसार यूनतम मजदरू िमले। इसके अित र ,

सं वदा िमक को काय प रसर के अंदर सभी मूलभूत सु वधाएं जैसे कट न/जन

सु वधा/पेयजल/ ाथिमक िच क सा आ द उपल ध ह जैसी क िनयिमत कमचा रय को उपल ध

होती ह। सिमित यह मानती है क कसी अिनवाय ावधान के अभाव म आरआईएनएल िनजी

उ िमय /ठे केदार को अपने संगठन म अ य पछड़ा वग के कामगार को शािमल करने के िलए

बल नह ं दे सकती है । तथा प, सिमित िसफा रश करती है क आरआईएनएल सं वदा

एजसी/ठे केदार को सं वदा िमक को िनयो जत करते समय अ य पछड़े वग के य य को

अपनी इ छा से वर यता दे ने के िलए ो सा हत करे ।

नई द ली; राजेश वमा


दसंबर, 2023 सभापित,
अ हायण, 1945 (शक) अ य पछड़े वग के क याण संबंधी
सिमित

61
अनुबंध - एक

पछले 5 वष के दौरान सेल संयं और इकाइय म ओबीसी के िलए संपक अिधका रय के नाम
और पदनाम

संयं /इकाई नाम अविध पदनाम वग


(सव/ ी) (_ से_तक)

िभलाई इ पात संयं ी ताप शेखर नायक 2016 से ड जीएम (कािमक) ओबीसी
अब तक

दग
ु ापुर इ पात संयं ी आर. एस. 2016 से व र बंधक ओबीसी
जायसवाल अब तक (कािमक)

बोकारो इ पात संयं ी सी. आर. के. सुधांशु 2018 वर बंधक ओबीसी

सु ी रचा कुणाल 2019 ड एम (कािमक) ओबीसी

सु ी एम. रानी 2019 से ड जीएम (कािमक) ओबीसी


अब तक

राउरकेला इ पात संयं ी पी. के. साहु 2016 -व र बंधक ओबीसी


2019
(कािमक)

ी बी. के. बेहेरा 2019– एजीएम (आईई) ओबीसी


2021
ी रो बन कुमार 2021 से ड जीएम (कािमक) ओबीसी
अब तक

आईआईएससीओ ीरव िसंह 2016 से व र बंधक ओबीसी

इ पात संयं अब तक (कािमक)

िम इ पात संयं ी दशरथ रवानी 2016 से व र बंधक ओबीसी


अब तक (कािमक)

सलेम इ पात संयं सु ी ड . लाव या फरवर बंधक (कािमक) ओबीसी


2016 से

62
अब तक

वीआईएसपी थिनयारासु एम. एन. 2016- जीएम ( ै फक और ओबीसी


2022
आईईड )

डॉ. सुजीत कुमार 2022 से एसीएमओ ओबीसी


अब तक

क य वपणन संगठन ी अमलधर 2017- सीिनयर ड ड ओबीसी


2020
(िच क सा सेवाएं)

सु ी स पता अिधकार 2020 से बंधक एससी


अब तक

चं पुर फेरो िम धातु सु ी वंदना एम. दे शमुख 2016 - एजीएम (पीएंडए) ओबीसी
2021
संयं
हो नी मुबारक 2021 - बंधक (कािमक) ओबीसी
2022
ी पंटू पी. पजाई 2020 से बंधक (कािमक) ओबीसी
अब तक

कोिलयर डवीजन ी अमरे श कुमार 2016 से एजीएम (माईिनंग) ओबीसी


अब तक

सेल र ै टर यूिनट ी जे. ट . रघु 2016 से जीएम (एफएंडए) ओबीसी


अब तक

सीसीएसओ ी वाई. के. पासवान 2016 से ड जीएम (पीएंडए) एससी


अब तक

रांची थत इकाइयां ी यू. के. गु ा 2016 से जीएम (एफएंडए) ओबीसी


(सीईट , 2021
ी रजवान ए. िस क 2021 से ड जीएम,एमट आई ओबीसी
आरड सीआईएस,
अब तक
एमट आई, एसएसओ)

कॉप रे ट कायालय मोलोय गो वामी 2016 से जीएम (कािमक) ओबीसी


अब तक

63
प रिश – एक
अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2022-23)

अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2022-23) क 05 अ टू बर, 2023 को


सिमित क 'ड ', संसद य सौध, नई द ली म आयो जत यारहवीं बैठक का कायवाह
सारांश।
सिमित क बैठक 1135 से 1300 बजे तक हुई।

उप थत

ी राजेश वमा – सभापित

सद य
लोक सभा
2. ी ट . आर. बालू
3. डॉ. वामी सा ीजी महाराज
4. डॉ. ीतम गोपीनाथ राव मुंडे
5. ी रोडमल नागर
6. ी परबतभाई सवाभाई पटे ल
7. ी चं शेखर साहू
8. ी याम िसंह यादव
रा य सभा
9. ी नारायण कोराग पा
10. ी राम नाथ ठाकुर
सिचवालय

1. डॉ. संजीव शमा - संयु सिचव

2. ी महे र - िनदे शक

3. ीमती नीना जुनेजा - उप सिचव

64
ितिनिधय क सूची

इ पात मं ालय

म सं. नाम पदनाम


1. ी नागे नाथ िस हा सिचव
2. ीमती िचका चौधर गो वल अपर सिचव
3. ी अिभजीत नर संयु सिचव
4. ी संजय रॉय संयु सिचव

ट ल अथॉ रट ऑफ़ इं डया िलिमटे ड (सेल)

म सं. नाम पदनाम


1. ी अमरद ु काश अ य
2. ी के. के. िसंह िनदे शक (कािमक)

रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल)

म सं. नाम पदनाम


1. ी अतुल भ ट सीएमड
2. ी सुरेश चं पा डे य िनदे शक (कािमक)

2. सव थम, सभापित ने इ पात मं ालय के अंतगत ट ल अथॉ रट ऑफ़ इं डया िलिमटे ड

(सेल) और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल) म ‘रोजगार म अ य पछड़े वग का

ितिनिध व सुिन त करने और उनके क याण के िलए कए गए उपाय ' वषय पर इ पात

मं ालय के ितिनिधय ारा जानकार दे ने के िलए बुलाई गई सिमित क बैठक म सिमित के

सद य का वागत कया। ितिनिधय के सं प रचय के बाद, सभापित ने इ छा य क

65
क सिमित को ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल) और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड

(आरआईएनएल) म ओबीसी के आर ण क थित, सेल और आरआईएनएल क विभ न संवग

सं या म ओबीसी ितिनिध व क कुल सं या और सेल और आरआईएनएल म ओबीसी के

क याण को सुिन त करने के िलए मं ालय/संगठन ारा उठाए गए कदम के बारे म अवगत

कराया जाए।

3. सिमित ारा जांच कए गए वषय के संबंध म एक सम त वीर तुत करने के िलए,

इ पात मं ालय, सेल और आरआईएनएल के ितिनिधय ने सेल और आरआईएनएल के संगठन

ोफाइल, व ीय उपल धय , इ पात उ ोग से संबंिधत सं जानकार और मं ालय, सेल और

आरआईएनएल के विभ न संवग म मौजूद ओबीसी ण


े ी के कमचा रय क वा त वक सं या,

बैकलॉग र य क थित और अ य पछडे ़ वग के िलए िनधा रत बैकलॉग र य को भरने

के िलए उठाए जा रहे कदम आ द के बारे म एक सं पॉवर पॉइं ट ेजटे शन द ।

4. पावर वाइं ट ेजटे शन पूर होने के उपरांत, सभापित/सद य ने इस वषय से संबंिधत

विभ न पहलुओं पर प ीकरण मांगे। सिमित के सभापित और सद य ारा अ य बात के

साथ-साथ बैठक के दौरान उठाए गए मुख मु े / बंद ु िन नवत थे -

(i) इ पात मं ालय म अ य पछड़े वग का ितिनिध व िनधा रत 27% से कम होने

के कारण, मं ालय ारा इस संबंध म ड ओपीट से प ीकरण मांगा जाए।

66
(ii) इ पात मं ालय म संपक अिधकार अ य पछड़ा वग ण
े ी के बजाय अनुसूिचत

जनजाित ण
े ी के थे। मं ालय से इसम सुधार करने को कहा गया ।

(iii) इ पात मं ालय के शासिनक िनयं णाधीन सेल और आरआईएनएल म विभ न

तर पर पद /संवग म अ य पछडे ़ वग के िलए िनधा रत 27% ितिनिध व

और कमी के कारण;

(iv) सेल के ितिनिध ारा विभ न रा य म ओबीसी के अनुपात के बारे म बताया

गया;

(v) सेल म बैकलॉग र य क वा त वक सं या और अ य पछडे ़ वग के िलए

िनधा रत बैकलॉग र य को भरने के िलए या कदम उठाए जा रहे ह;

(vi ) सेल के अंतगत विभ न संयं म अ य पछड़े वग का ितिनिध व;

(vii) सेल और आरआईएनएल म ओबीसी ण


े ी के संपक अिधका रय क सं या;

(viii) आरआईएनएल म बंधन ारा ओबीसी कमचार क याण संघ के साथ आयो जत

बैठक क आवृ ;

(ix) सेल और आरआईएनएल म संपक अिधका रय को दान कया गया िश ण;

और

67
(x) सेल और आरआईएनएल म कॉरपोरे ट सामा जक दािय व फंड के अंतगत

एससी, एसट और ओबीसी के क याण के िलए कया जा रहा काय।

5. सभापित ने मं ालय, सेल और आरआईएनएल के ितिनिधय को इस वषय पर

जानकार दे ने के िलए सिमित के सम उप थत होने के िलए ध यवाद दया। सिमित ने

ितिनिधय को िनदश दया क वे उन के िल खत उ र जनका उ ह ने बैठक के

दौरान उ र नह ं दया अथवा के संबंध म अपे त सूचना जो उनके पास त समय

उपल ध नह ं थी, यथाशी तुत कर ।

6. चूं क ी फंग बैठक के दौरान ासंिगक और मह वपूण मु े उठाए गए थे और

चूं क सिमित संसद के आगामी स म ितवेदन को अंितम प दे ने और तुत करने

क इ छुक है , इसिलए यह ताव कया जाता है क बैठक को सिमित का औपचा रक

सा य माना जाए।

त प ात, सिमित क बैठक थिगत हुई।


बैठक क कायवाह क श दश: ित रकॉड म रखी गई।

****

68
प रिश – दो

अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2023-24)

अ य पछड़े वग के क याण संबंधी सिमित (2023-24) क दनांक 05 दसंबर,


2023 को सिमित क 'ड ', संसद य सौध, नई द ली म आयो जत दस
ू र बैठक
का कायवाह सारांश।

सिमित क बैठक 1505 से 1600 बजे तक हुई।

उप थत

ी राजेश वमा – सभापित


सद य

लोक सभा

2. ी ट .आर. बालू
3. ी रमेश बधूड़
4. ी दले वर कामैत
5. ीमती र ा िन खल खाडसे
6. सु ी एस. जोितम ण
7. ी पी. सी. मोहन
8. डॉ. ीतम गोपीनाथराव मुंडे
9. ी चु नीलाल साहू
10. ी राम िशरोम ण वमा
11. ी अशोक कुमार यादव

69
रा य सभा
12. ी अबीर रं जन व ास
13. ीमती गीता उफ च भा
14. ी राजे गहलोत
15. ी नारायण कोराग पा
16. ी हरनाथ िसंह यादव

सिचवालय

1. डॉ. संजीव शमा — संयु त सिचव


2. ी महे वर — िनदे शक
3. ीमती नीना जुनेजा — उप सिचव

2. सव थम, सभापित ने सिमित क बैठक म सद य का वागत कया। इसके


प चात, सिमित ने िन निल खत ा प ितवेदन को वीकार करने के िलए उन
पर वचार कया:-

एक. वा य एवं प रवार क याण मं ालय से संबंिधत ‘अ खल भारतीय


आयु व ान सं थान (ए स) म रोजगार म अ य पछड़े वग का ितिनिध व
सुिन चत करने और उनके क याण के िलए कए गए उपाय’ वषयक ा प
ितवेदन।

दो. इ पात मं ालय से संबंिधत ‘ ट ल अथॉ रट ऑफ इं डया िलिमटे ड (सेल)


और रा ीय इ पात िनगम िलिमटे ड (आरआईएनएल) म रोजगार म अ य पछड़े
वग का ितिनिध व सुिन त करने और उनके क याण के िलए कए गए उपाय’
वषयक ा प ितवेदन।

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3. सिमित ने सं त चचा के उपरांत उपयु त ा प ितवेदन को वीकार
कया और सभापित को ितवेदन को अंितम प दे ने तथा इ ह संसद के दोन
सदन म तुत करने के िलए ािधकृत कया।

*4. XXXX XXXX XXXX XXXX

*मामला इस ितवेदन से संबंिधत नह ं है ।

त प चात, सिमित क बैठक थिगत हुई।

कायवाह क श दशः ित रकॉड म रखी गई।


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