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मध्य प्रदश अनज्ञ

ु ापन मडल (विद्युत) विननयम,1960

1. सक्षिप्त नाम और प्रारम्भ

2. पररभाषाए

3. अनज्ञ
ु ापन मडल की ननयक्ु तत और विधान

4. मडल क कायय

5. मडल की बठकें

6. गणपनू तय

7. मडल क ननणयय

8. बठक का सभापनत

9. उपसममनत

10. सचिि क दानयत्ि

11. इन विननयमों क अधीन परीिाए

12. परीिकों की ननयक्ु तत

13. प्रिश हतु अहयता

14. (एक) पययििक की परीिा में प्रिश क मलए अहयता

(द ) तार ममस्त्री परीिा में प्रिश क मलए अहयता

15. परीिा में सक्म्ममलत ह न क मलए आिदन पर

16. पययििक परीिा

17. परीिण और रटु ि सिा

18. तार ममक्स्त्रयों की परीिा

19. परीिाओ में सक्म्ममलत ह न स छूि

20. पययििकों क सिमता प्रमाणपर तथा अनज्ञ


ु ा पर प्रदान करना

21. तार ममस्त्री (िायरमें न) क प्रमाण-पर तथा अनज्ञ


ु ापर प्रदान करना

1
22. सिमता का प्रमाण-पर और पययििक अनज्ञ
ु ापर और तार ममस्त्री प्रमाण-पर था अनज्ञ
ु ापर की
दस
ू री प्रनतमलवप स्त्िीकृत करना

23. अनज्ञ
ु ापर की िापसी या ननलम्बन

24. विद्यत
ु ठकदारों क अनज्ञ
ु ापर

25. ठकदार अनज्ञ


ु ापर क मलय आिदन पर

26. एक समचु ित अनज्ञ


ु क्प्त ए'' और ''बी'' श्रणी की उपयत
ु त अनज्ञ
ु क्प्त विटहत फीस का भग
ु तान करन
पर प्रा प ''ज'' में उस ठकदार क दी जायगी क्जसन मडल क इस बात स समाधान करा टदया ह
कक

27. ठक का तारीका

28. कायय पण
ू य ह न की ररप िय

29. ठकदार की अनज्ञ


ु क्प्त की अिचध तथा निीनीकरण

30. ठकदार क अनज्ञ


ु ापर की प्रनतमलवप स्त्िीकृत करना

31. ठकदार का अनज्ञ


ु ा-पर ननरस्त्त या ननलक्म्बत करना

32. ठकदार पययििक या तार ममस्त्री व्दारा अननयममतता या अिहलना

33. सचिि व्दारा विननयमों क अधीन जारी ककए गए समस्त्त अनज्ञ


ु ा-पर धारक विद्यत
ु ् ठकदारों,
पययििकों और तार ममक्स्त्रयों की एक पजी रखी जाएगी

34. फीस

35. अन्य राज्य व्दारा जारी ककए गए पययििक क सिमता प्रमाण-पर की मान्यता

36. विलप्ु त

37. विलप्ु त

 अनस
ु ि
ू ी

2
मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्युत) विननयम,1960

अधिसच
ू ना क्रमाक 1319-627-तरह-ददनाक-14 अप्रल, 1960 -- मध्य प्रदश राजपर भाग 4 (ग)
क पष्ृ ठ 739-757 पर प्रकामशत तथा अचधसि
ू ना क्रमाक 2818 एफ- 1 -21 -तरह- 86, टदनाक 19-6-
91 मध्य प्रदश राजपर भाग 1 टदनाक 3- 1 – 1992 क पष्ृ ठ 4 पर प्रकामशत एि सश चधत

1. सक्षिप्त नाम और प्रारम्भ - (1) इन विननयमों क मध्य प्रदश अनज्ञ


ु ापन मडल (विद्यत
ु ) विननयम,
1960 कहा जा सकगा ।
(2) इनका काययिर सम्पण
ू य मध्य प्रदश ह गा ।
(3) यह तरु न्त प्रित्ृ त होंग I

2. पररभाषाए- इन विननयमों में - जब तक सन्दभय स अन्यथा अपक्षित न ह -


(क) ''(पररषद) मडल'' स इन विननयमों क खण्ड 3 क अधीन गटठत अनज्ञ
ु ापन मडल अमभप्रत ह
(ख) ''ठकदार'' स अमभप्रत ह िह व्यक्तत या सस्त्था ज कक ननयममत या ननयममत प स मध्य प्रदश
में विद्यत
ु ् सस्त्थापन का व्यिसाय करता ह ;
(ग) ''प्र प'' स अमभप्रत ह इन विननयमों क सलग्न प्रा प;
(घ) ''अनज्ञ
ु क्प्त'' स अमभप्रत ह इन विननयमों क खण्ड 26 क अधीन जारी ठकदार की अनज्ञ
ु क्प्त
क्जसकी व्याख्या तद्नस
ु ार की गई ह ;
(ड) ''अनस
ू ि
ू ी'' स अमभप्रत ह इन विननयमों क सलग्न अनस
ु ि
ू ी;
(ि) ''सचिि'' स अमभप्रत ह अनज्ञ
ु ापन मडल का सचिि ।
एक- अनज्ञ
ु ापन मडल

ु ापन मडल की ननयक्ु तत और वििान - इन विननयमों क कक्रयाक्न्ित करन क मलय राज्य शासन
3. अनज्ञ
ननम्नानस
ु ार अनज्ञ
ु ापन मडल का गठन करगी-

1 [(एक) शासन का मख्


ु य अमभयन्ता (विद्यत
ु सरु िा) ज मडल का अध्यि ह गा ।
2[(द ) िररष्ठ सहायक विद्यत
ु ननरीिक ज मडल का सदस्त्य और सचिि ह गा ।
3[(तीन) मध्य प्रदश विद्यत
ु मडल व्दारा नामाककत ट्रासममशन एि वितरण प्रभार मध्य प्रदश विद्यत

मडल का प्रनतननचध ।
4[(िार) तकनीकी मशिा का सिालक ।

1. अचध० क्र० 1318 एफ-1-21-तरह 86 टद० 3-3-90 व्दारा स्त्थावपत ।


2. अचध० क्र० 1160-एफ-2-47-तरह 79 टद० 4-4-81 व्दारा स्त्थावपत ।
3. अचध. क्र० 3164-2328 -तरह, टद० 19-8-75 व्दारा स्त्थावपत ।

(पाि) खननज विभाग का प्रनतननचध ।


[(छ:) मध्य प्रदश विद्यत
ु मडल व्दारा नामाककत मध्य प्रदश विद्यत
ु मडल क उत्पादन प्रभाग का
नामननटदय ष्ि प्रनतननचध I

3
(सात) मध्य प्रदश का प्रनतननचध ।
(आठ) मध्य प्रदश क अनज्ञ
ु ापन विद्यत
ु कान्ितिसय का प्रनतननचध ।
[(न ) भारत सरकार क मख्
ु य खननज ननरीिक का प्रनतननचध ।

[दिप्पणी-- (1) खण्ड (सात) और (आठ) में उक्ललखखत प्रनतननचध शासन व्दारा मान्यता प्राप्त सगठन या
सस्त्था स ह गा । मान्यता प्राप्त सस्त्था या सगठन क अभाि में शासन व्दारा नामननटदय ष्ि प्रनतननचध ह गा।
उतत प्रनतननचध इस्त्िीिूि आफ दी इस्त्िी यश
ू न आफ इजीननयसय (भारत) का ननयममत (सगटठत) सदस्त्य
ह ना िाटहय या प्रत्यक प्रकरण में उसक समकि अहयता िाला ह क्जस राज्य शासन स्त्िीकृनत दें ।

(2) िकक्लपक सदस्त्य क प में टहत धारण करन िाल प्रनतननचध का नामननटदयष्ि व्यक्तत ।

4. मडल क कायय-- मडल क कायय इसक अधीन रहें ग मडल व्दारा ननम्न कायों क कक्रयान्ियन क मलए
क ई भी ननणयय अक्न्तम ह गा-
(एक) विद्यत
ु ् ठकदारों की अनज्ञ
ु क्प्त स्त्िीकृत करना;
(द ) द पययििकों एि तार ममक्स्त्रयों क मलय परीिाओ का आय जन करना ;
(तीन) (क) पययििकों क सिमता और अनज्ञ
ु ा-पर प्रमाण-पर स्त्िीकृत करना;
(ख) तार ममस्त्रीओ क प्रमाण-पर एि अनज्ञ
ु ा-पर दना;
(िार) इन विननयमों क अधीन प्राप्त आिदन परों का ननराकरण;
(पाि) आिदनों एि प्रमाण-परों क ज असत्य पाय जाि, ननराकृत करना एि उन पर मलए गए ननणययों
अनस
ु ार इस ननममत्त उचित काययिाही करना;
(छ:) जब मडल का यह समाधान ह जाए कक पययििक एि तार ममस्त्रीओ क ननधायररत परीिा में , उनकी
य ग्यता एि अनभ
ु ि क आधार पर, छूि दी जा सकती ह, जसा भी मामला ह , छूि दना;
(सात) इन विननयमों क अधीन राज्य में विमभन्न कन्रों पर परीिा एि जाि हतु प्रनतननचधयों क
नामाककत करना;
(आठ) विद्यत
ु ठकदारों पययििकों एि तार ममक्स्त्रयों व्दारा की गई अननयममतताओ क सन
ु ना एि उनका
ननरीिण करना; और
(न ) सामान्यत: विननयमों में उललखखत ननयमों का पालन करिाना ।

ु ापन सममनतया- (1) सभागीय विद्यत


[4 क सभागीय अनज्ञ ु ् ननरीिक क प्रत्यक मख्
ु यालय क मलय एक
सममनत गटठत की जाएगी, क्जस सभागीय अनज्ञ
ु ापन सममनत कहा जायगा । इसकी अचधकाररता,
सभागीय विद्यत ननरीिक की अचधकाररता क भीतर सम्पण
ू य िर पर ह गी ।

1. अचध० क्र० 3164-2328 तरह, टद० 19-8-75 व्दारा स्त्थावपत ।

2. अचध० क्र० 1216-5589 तरह-69 टदनाक 2-4-1969 व्दारा स्त्थावपत ।


3. अचध० क्र० 1318-एफ-1-21 तरह-86 व्दारा स्त्थावपत ।

4
(2) सभागीय अनज्ञ
ु ापन सममनत में ननम्नमलखखत सदस्त्य होंग अथायत ्-
(क) मध्य प्रदश विद्यत
ु मडल व्दारा नामाककत अधीिण यरी अध्यि
(ख) एक राज्य सरकार व्दारा नामननटदयष्ि तकनीकी सस्त्था का प्रनतननचध सदस्त्य
(ग) सम्बक्न्धत सभागीय विद्यत
ु ननरीिक सदस्त्य/सचिि

(3) सभागीय अनज्ञ


ु ापन सममनत गटठत ह न पर ननन्नमलखखत विषयों क बार में मडल क कृत्यों का
ननिहयन सभागीय अनज्ञ
ु ापन सममनत व्दारा ककया, जाएगा और इन विननयमों क अधीन इन कृत्यों क बार
में मडल इसक अध्यि या सचिि क प्रनत ककया गया क ई भी ननदे श क्रमश: सभागीय अनज्ञ
ु ापन सममनत,
उसक अध्यि तथा सचिि क प्रनत ननदे श समझा जाएगा—
(क) विद्यत
ु ् ठकदारों क ''बी'' श्रणी की अनज्ञ
ु क्प्तया मजूर करना;
(ख) तार ममक्स्त्रयों क मलय परीिाए सिामलत करना;
(ग) तार ममक्स्त्रयों क प्रमाण-पर तथा अनज्ञ
ु ापर मजूर करना;
(घ) ककसी उम्मीदिार क तार ममस्त्री क मलए विटहत परीिा में बठन स छूि प्रदान करना जबकक
सभागीय अनज्ञ
ु ापन सममनत का यह समाधान ह जाए कक उसकी (उम्मीदिार की) अहयताओ और
अनभ
ु ि क कारण िह ऐसी छूि पान का हकदार ह;
(ड.) तार ममक्स्त्रयों की परीिाए लन तथा उनका परीिण करन क प्रय जन क मलए उसकी अचधकाररता
क अधीन विमभन्न कन्रों में प्रनतननचधयों क नामननटदय ष्ि करना;
[(ि) ''बी'' श्रणी क विद्यत
ु ठकदारों तथा तार ममक्स्त्रयों व्दारा ककय गय कदािार क मामलों की
सन
ु िाई करना तथा उनका विननश्िय करना;
(छ) सभागीय अनज्ञ
ु ापन सममनत क आबटित ककय गय कृत्यों क कारण उद्भत
ु ककसी विषय क बार
में आिदन परों तथा प्रशसा परों क सम्बन्ध में काययिाही करना और आिदन पर तथा प्रशसा पर
गलत पाय जान की दशा में ऐसी काययिाही करना जसा कक विननश्ित की जाय; और
(ज) इन विननयमों क अधीन उसक कृत्यों तथा उत्तरदानयत्िों क समचु ित ननियहन करन हतु
सामान्यत: ऐसी काययिाही करना जसी की आिश्यक समझी जाय ।

4 -ख. विननयम 4 - क क खण्ड (3) क अधीन सभागीय अनज्ञ


ु ापन सममनत क विननश्िय स व्यचथत
क ई भी व्यक्तत मडल क अपील कर सकगा । प्रत्यक ऐसी अपील मलखखत में ह गी और उसक साथ उस
आदश की एक प्रनतमलवप सलग्न की जायगी, क्जसक कक वि द्ध अपील की गई ह और व्यचथत व्यक्तत
व्दारा सममनत का आदश प्राप्त ह न की तारीख स द मास क भीतर प्रस्त्तत
ु की जायगी ।]

5. मडल की बठकें - (एक) प्रत्यक छह माह में मडल की एक सामान्य सभा आय क्जत की जायगी ।
(द ) अध्यि जब िह उचित समझ मडल की विशष बठक बल
ु ा सकगा ।
(तीन) सचिि व्दारा प्रत्यक बठक का सि
ू ना पर प्रत्यक सदस्त्य क बठक क 15 टदन पि
ू य भजा जायगा।

6. गणपनू तय - मडल की बठक में 1[िार] सदस्त्यों की उपक्स्त्थनतयों पर गणपनू तय माना जाएगा ।

7. मडल क ननणयय – (एक) मडल क प्रत्यक ननणयय क बठक में ननधायररत करना अथिा सम्बक्न्धत परों
का प्रसार मडल क सभी सदस्त्यों क करना ।

5
(द ) बठक में प्रस्त्तत
ु सभी प्रश्नों का बहुमत क आधार पर ननराकरण करना ।
(तीन) मडल क प्रत्यक सदस्त्य क सभी प्रश्नों का प्रसार करना एि मलखखत ननणयय प्राप्त ह न पर
बहुमत क आधार पर कक्रयान्ियन करना ।

ु ान - इन विननयमों क अधीन ककय गय कायो या काययिाटहयों


[7-क. काययिादहयों की प्रमाणणकता एि अनम
क मडल क सदस्त्यों व्दारा नकारा नही जायगा िाह ि मडल क सविधान क रटु ि या अननयममतता स ही
तयों न सम्बक्न्धत ह ।

8. बठक का सभापनत- मडल की प्रत्यक बठक अध्यि व्दारा सिामलत की जायगी यटद िह उपक्स्त्थत ह
त अन्यथा बठक में उपक्स्त्थत सदस्त्यों में स बठक का सभापनत िन
ु ा जायगा ।

9. उपसममनत - मडल का यह अचधकार ह गा कक िह उप-सममनत का गठन कर एि इन उप-सममनतयों क


मडल क अचधकार प्राप्त रहें ग ।

10. सधचि क दानयत्ि - सचिि का दानयत्ि ह गा कक-


(एक) विद्यत
ु ठकदारों क अनज्ञ
ु क्प्त जारी करन हतु प्राप्त आिदन परों की जाि करना और इसस
सम्बक्न्धत पर व्ििहार करना;
(द ) पययििकों एि तार ममस्त्रीयों की परीिा क प्रिश क मलए प्राप्त आिदन परों की जाि करना एि
उसस सम्बक्न्धत पर व्यिहार करना;
(तीन) विद्यत
ु ठकदारों और पययििकों तथा तार ममक्स्त्रय क जारी ह न िाल अनज्ञ
ु ा परों तथा
सिमता प्रमाण-परों पर हस्त्तािर करना;
[(िार) विद्यत
ु ठकदारों की अनज्ञ
ु क्प्त का निीकरण करना ।

[(10 क. सधचि क कृत्यों का प्रत्याय जन - मडल, सचिि क ऐस कृत्यों क क्जन्हें िह आिश्यक समझ,
अधीिण यरी (विद्यत
ु सरु िा) तथा काययपालन यरी (विद्यत
ु सरु िा) क प्रत्याय क्जत कर सकगा ।

1. अचध० क्र० 3674 - 2259 तरह, टद० 3-7-64 व्दारा स्त्थावपत ।


2. अचध० क्र. 1956-646 - तरह टद० 19-5-61 व्दारा स्त्थावपत ।
3. अचध० क्र० 1318 – एफ - 1 - 21 तरह -86 टद० 3-3-90 व्दारा स्त्थावपत ।
4. उपर ततानस
ु ार स्त्थावपत ।

द –परीिायें

[11. इन विननयमों क अिीन परीिाए - िषय म एक बार जल


ु ाई में ऐस स्त्थान या स्त्थानों पर तथा
ऐसी तारीखों क ली जाएगी जसा कक सचिि समय-समय पर अिधाररत करें I

12. परीिकों की ननयक्ु तत


(एक) मन्डल व्दारा मलय गय ननणयय अनस
ु ार स्त्थानीय परीिकों की ककसी भी परीिा कन्र पर

6
ननयक्ु तत करना ।
(द ) ऐस स्त्थानीय परीिक राज्य शासन व्दारा ननधायररत शल
ु क प्राप्त करन क अचधकारी रहगें ।

13. प्रिश हतु अहयता


(एक) क ई भी ब्यक्तत ज मध्य प्रदश में कम स कम 3 िषय स ननिास कर रहा ह या कायय का
अभ्यस्त्त ह और िह परीिा में प्रिश हतु अहयता रखता ह त उस परीिा में प्रिश की पारता
रहगी ।
(द ) क ई भी व्यक्तत ज विननयम (एक) क अनस
ु ार मध्य प्रदश में ननिास नही करता ह और कायय
करन का अभ्यस्त्त न ह तथा परीिा में प्रिश हतु अन्य अहयताए रखता ह , मन्डल अपन
स्त्िवििक स उस अनम
ु नत प्रदान कर सकगा ।

तीन-परीिाओ में अभ्यधथययों का प्रिश

[14. (एक) पययििक की परीिा में प्रिश क मलए अहयता – (क) पययििक की सिमता परीिा क
मलए उम्मीदिार मध्य प्रदश माध्यममक मशिा ब डय व्दारा सिामलत हायर सककण्डरी स्त्कूल सिीकफकि परीिा
(10+2) स्त्कीम या ब डय व्दारा मान्यता प्राप्त अन्य समकि परीिा गखणत, भ नतक शास्त्र तथा रसायन
शास्त्र विषयों क लकर उत्तीणय ह , और
(ख) तारममस्त्री की परीिाओ क िार व्यिसायों, अथायत ्, घरल,ू औद्य चगक, मशर परर तथा भमू मगत में
स कम स कम द व्यिसायों में उत्तीणय ह या ऐसा प्र द्य चगक प्रमाणपर पश कर ज कक मन्डल व्दारा
इस प्रय जन क मलय मान्यता प्राप्त ह और ऊपर िखणयत अहयता क अजयन क पश्िात ् विद्यत
ु ् सस्त्थापन
कायय में मन्डल क समाधानप्रद प में कम स कम पाि िषय का व्यिहाररक अनभ
ु ि ह , और
या
विद्यत
ु सस्त्थापन कायय में कम स कम द िषय का व्यिहाररक अनभ
ु ि ह और मन्डल व्दारा
मान्यता प्राप्त ककसी सस्त्था में पययििक पा यक्रम का प्रमशिण प्राप्त ककया ह या इजीननयररग की ककसी
भी शाखा में डडग्री/डडप्ल मा ह ।

दिप्पणी- ऐस उम्मीदिार क , क्जसन दसिी परीिा उत्तीणय की ह 2


[जुलाई, 1991] में या उसक पि
ू य
सिामलत परीिा में प्रिश टदया जाएगा । तत्पश्िात ऐस दसिी पास उम्मीदिार क , ज जनिरी, 1991 में
परीिा में सक्म्ममलत हुआ ह या इस तारीख क पि
ू य 2 िषय क भीतर परीिा में सक्म्ममलत हुआ ह और
असफल ह गया । जनिरी, 1993 में या उसक पि ू य सिामलत परीिाओ में प्रिश टदया जाएगा ।

1. अचध० क्र० 1318-एफ- 1 - 21 तरह - 86 टद० 3.3.90 व्दारा स्त्थावपत ।


2. अचध० क्र० 2818-एफ-1 - 21 तरह - 86 टद० 19-6-91 व्दारा स्त्थावपत ।

(द ) तार ममस्त्री परीिा में प्रिश क मलए अहयता -तार ममस्त्री परीिा में अभ्यथी क िायररग का कायय
और अन्य विद्यत
ु ् उपकरणों का कायय का अनभ
ु ि ज द िषय स कम का नही ह गा और ज मध्य प्रदश
में अनज्ञ
ु ावपत विद्यत
ु ् ठकदार क अधीन ह गा या ऐसा अन्य व्यिहाररक अनभ
ु ि ज मन्डल व्दारा

7
समाधानप्रद ह , अम्यथी धारण करता ह ।

15. परीिा में सक्म्ममलत ह न क मलए आिदन पर -प्रत्यक अभ्यथी इन विननयमों क अधीन परीिा हतु
एक आिदन पर प्रा प ''क'' (पययििक हत)ु या ''ख'' (तार ममस्त्री हत)ु जसा भी मामला ह में प्रस्त्तत

करगा और उस पर अपन ननय जक, मक्जस्त्ट्रि या राज्य सरकार क राजपत्ररत श्रणी क अचधकारी क समि
अपन हस्त्तािर करगा । अभ्यथी इस आिदन पर क पण
ू य कर सचिि क इस प्रय जन हतु ननयत टदनाक
क पि
ू य अग्रवषत करगा एि आिदन क साथ प्रा प में उक्ललखखत प्रमाण पर सलग्न करगा । अभ्यथी व्दारा
जमा ककया गया शल
ु क क्जसका आिदन परीिा में प्रिश क मलय अगीकृत/स्त्िीकार ककया जायगा क ककसी
भी कारण स शल
ु क िापस नही ककया जायगा
परन्तु यह कक मडल क यह अचधकार रहगा कक िह अपना सन्त षप्रद प में समाधान ह जान
पर अम्यथी क गत परीिा में सक्म्ममलत ह न क उचित कारणों आगामी परीिा में त्रबना शल
ु क टदय
सक्म्ममलत ह न की अनम
ु नत दी जाय ।

चार--परीिा की पद्धनत और विषय

16. पययििक परीिा -


1
[(क) पययििण क मलए सिमता प्रमाण-पर प्रदान करन की परीिा क मलए उम्मीदिार की परीिा
नीि टदय गय पा यक्रम क अनस
ु ार मलखखत प्रश्न परों व्दारा तथा व्यिहाररक म खखक परीिण करक ली
जायगी-
मलखखत परीिा में िार प्रश्न पर होंग-
प्रथम प्रश्न पर --- विद्यत
ु मसद्धात (इलक्तट्रमसिी थ्य री)
द्वितीय प्रश्न पर ---विद्यत
ु उपय ग
तत
ृ ीय प्रश्न पर -विद्यत
ु सस्त्थापनों की सस्त्थापन तथा उसका अनरु िण
ितथ
ु य प्रश्न पर --खान सस्त्थापन
गर खननक सस्त्थापन में अहयता प्राप्त करन क मलए उम्मदिार क प्रथम, द्वितीय तथा तत
ृ ीय प्रश्न
पर में उत्तीणय ह ना आिश्यक ह खननक सस्त्थापन में अहयता प्राप्त करन क मलए उम्मीदिार क प्रथम
तथा ितथ
ु य प्रश्न पर में उत्तीणय ह ना ह गा ।
प्रत्यक प्रश्न पर क मलय 50 अक होंग और िह द घण्ि का ह गा ।
म खखक तथा व्यिहाररक परीिा, मलखखत प्रश्न परों क मलए विटहत पा यक्रम पर आधाररत ह गी तथा
उसक मलय 100 अक होंग ।
परीिा में उत्तीणय ह न क मलय उम्मीदिार क प्रत्यक मलखखत प्रश्न पर में कम स कम 20 अक
और म मलक एि व्यिहाररक परीिा में 40 अक प्राप्त करन होंग ।]
क्जस उम्मीदिार न गर खननक सस्त्थापन क मलए अहयता परीिा उत्तीणय कर ली ह और

1. अचध० क्र० 1318-एफ-1-21 तरह- 86 टद० 3-3-90 व्दारा स्त्थावपत ।


ज खननक सस्त्थापना की परीिा दना िाहता ह । उस प्रथम प्रश्न पर पन
ु : दन की छूि दी जायगी ।

(ख) पाठयक्रम--

8
प्रथम प्रश्न पर ---विद्यत
ु शक्तत क मसद्धात (प्रारक्म्भक ज्ञान) ।
ु शक्तत क मसद्धात— विद्यत
विद्यत ु भार, धारा एि र क विद्यत
ु क प्रनतर ध की इकाई का कानन
ू ,
प्रनतर ध का कानन
ू , और ि लिज में व्यतत विद्यत
ु शक्तत का पररणाम ि उसकी गणना, विद्यत

पररभ्रमण का क्रम ि समान्तरताए व्यिहाररक प स ि लिज में व्यतत विद्यत
ु शक्तत का पररणाम,
प्रिाह, प्रनतर ध, ऊजाय, एि शक्तत । विद्यत
ु शक्तत यनू नि क सबध (क.डब्ल.ू ) और यात्ररक शक्तत यनू नि
(हासय पॉिर) विद्यत
ु िम्
ु बकीय, इ.एम.एफ. का उत्पादन और कफलममग हण्ड ननयम, िुम्बकीय, रासायननक,
और ताप विद्यत
ु ीय शक्तत, िम्
ु बकीय प्रणाली तथा उसका कक्रयान्िन I

मिररयल--- कडतिसय, नान कन्डतिसय और इन्श्यल


ू िसय (त्रबजली का प्रिाह र कन िाला यन्र),
भ नतकी यन्र एि उसस सम्बक्न्धत यन्र, ट्रासफामयस तल, ताप और आरय ता का यन्रों पर प्रभाि, चिकनाई
और उनका उपय ग ।
विमभन्न प्रक्रार क तार, कबलस, क्स्त्िि, सककयि, ब्र कसय किआउि तथा अन्य, और उनकी
उपय चगता सामान्यत पररमाप और जानकारी परक ज विद्यत
ु ीय पस्त्
ु तक में टदय गय ह का उपय ग I

ु शक्तत का प्रजनन--- प्राकृनतक ससाधनों की शक्तत, प्राईम मह


विद्यत ू िसय क प्रकार, विद्यत
ु प्रिाह
प्रजनन की विचध, िकक्लपक विद्यत
ु और सीधी शक्तत ।

ए० सी० जनरिसय (िकक्पपक) -- आिश्यक उपकरण और रिनात्मक लिण, विद्यत


ु शक्तत क
पररणाम की विचध एि उस पर ननरन्तर ननयन्रण करना, मसन्क्र नाइक्जग की विचध एि मसद्धान्त, सामान्य
स्त्िीि पिल एि उसस सम्बक्न्धत उपकरण ।

डी० सी० जनरिसय-- आिश्यक उपकरण एि रिनात्मक लिण, शन्त सीरीज एि डायन मस तथा
उसकी लािखणकता, विद्यत
ु खम्बों स चिनगारी क कारण, कम्यि
ू िसय एि उनका रख-रखाि, काबयन ब्रशस
एि उनका समाय जन एि सभाल ि लिों में विद्यत
ु शक्तत का पररणाम ननयमन एि विचधया समानान्तर
कक्रया क प्रकार, सामान्य सलग्नक स्त्िीि पिल एि उसक उपकरण ।

बिरीज -प्राथममक विद्यत


ु घिक, सख
ू घिक, अनप
ु रू क या एकत्ररत बिरीज या विद्यत
ु यन्रों का
सस्त्थापन, सीमा, तजाब सलस; ननकल स्त्पात या अलकानीन घिक, प्रारक्म्भक तथा उसक पश्िात ् बिरीज
का िाक्जयग सककयि का िाक्जयग एि गणना सीरीज एि समानान्तर सककयि, बिरीज का रख-रखाि,
हाइड्र मीिसय का उपय ग ।

ए० सी० म िसय -- त्रबना विद्यन्


ु मय पदाथय क स्त्िशय स त्रबजली क प्रिाह की प्ररणा क मसद्धान्त
(स्त्करल कज और स्त्लीपररग क समान) सीक्र नस और म िसय का विननयम, उनका उपय ग, सस्त्थापन
प्रारम्भ करन और िलन शक्तत की विचध और उनकी पररितयनशीलता ।
डी० सी० म िसय-- सीरीज शि और कम्पाउण्ड समान म िसय, उनका उपय ग, शु करन की विचध
और गनत ननर धक ओर प्रिलन क पीछ करना क मसद्धान्त ।

ए०सी० सर्कयि-- ितिसय क फस और फस प्रनतर ध का अन्तर, ए.सी. सककयि में इन्डतशन और

9
कयसीरन्स, समयानस
ु ार या ननरतरता, ऊजाय या ऊजाय सिार एक फस ि तीन फस प्रणाली, स्त्िार और
डलिा कनतशन फस अनक्र
ु म का ज्ञान ।

उपकरण ननयन्त्रण और व्यिस्त्थापन - विमभन्न प्रकार क स्त्िीिज और सककयि ब्रकसय और


किआऊ स, स्त्िािसय, रग्यल
ु िसय का ज्ञान, ए०सी० और डी०सी० द नों म िसय और उनक िायररग म िसय क
साथ क सरिणशीलता क उपाय ।

रूपान्त्तरण-- ट्रासफारमसय क एक फस और तीन फस उनकी बनािि, उपय चगता और रख-रखाि,


समानान्तर काययशीलता, आि ट्रासफारमसय, िवपग, तापमान गनतशीलता, उपकरण ट्रासफारमसय का ज्ञान ।

रूपान्त्तरण- ऊजाय यन्रों क िलान क र िरी कम्बिसय और मरतयरू ी या रतिीफायर क मसद्धान्त ।

ट्रान्त्समीशन और वितरण-
(क) ऊपरी मख्
ु य लाइन ननम्न दाि बनान की सरल गणना एि सामान्य मसद्धान्त मध्यम एि
उच्ि दाब लाइन, कन्डतिसय का आकार, पािों की लम्बाई, साग्स, विद्यत
ु खम्बों की िमता, कडतिसय में
अन्तर, क्रास आम्सय, तापमान का प्रभाि, बनािि का दबाि, कूलता एि आम्लता, इन्सल
ु िसय तारों पर
तनाि, ब्रक स, स्त्िस, स्त्ट्रस, गाडय िायसय और उनक बिाि क मसद्धान्त सामान्य मसद्धान्त, अचथिंग विद्यत

अरस्त्िसय और विद्यत
ु कन्डतिसय और उसका परीिण, परीिण एि रटु िगत स्त्थान ।

(ख) सतही तार- (अण्डर ग्राउण्ड किलस) भमू म में सीध तार त्रबछान की सरल गणना और उसक
सामान्य मसद्धान्त, नान्द और पाईप्स, ऊपरी भमू म और सतही भमू म क जतशन पठी क ननयक्न्रत करना,
बाधना प्लाक्म्बग करना, वितरण पिल एि विद्यत
ु बच्ि, ज ड पिल कम्पाउण्ड, कम्पाउण्ड का मक्लिग
और पिलों का नस्त्तीकरण कम्पाउण्ड क साथ परीिण एि रटु िगत स्त्थान दखना ।

प्रकाश-- मिल कफलामन्ि लम्प्स, फल रासन्ि लम्प्स सककयि, उच्ि दाब की लयमू मनस यब
ू का
सस्त्थापन, फ ि मट्रीक यनू न स और सामान्य नाप दि प्रकाशता और इसकी प्रारक्म्भक गणना की
सामान्य माग सड़क प्रकाश, िाईम स्त्िीिस ।

बचाि क ननयम-- कायय करन का ज्ञान ।


(एक) भारतीय विद्यत
ु शक्तत ननयम
(द ) िायररग ननयम विद्यत
ु क आकक्स्त्मक आघात स पीडड़त व्यक्ततयों का बिाि ि प्रत्यापयण ।

भाग-- -द : घरलू सस्त्थापन

िायररग-- विमभन्न प्रकार क िायररग त्रबछान जस तलीि, मिल, शीथड, लकड़ी और कवपग, कब
अनस
ु ार शीथड सामान्य प्रकाश एि उच्ि दाब का घरलू स्त्थानों पर आिश्यक स्त्िीिगयर क साथ सस्त्थापन
छ ि उपकरण, अस्त्थायी सस्त्थापन का िायररग और विमभन्न सस्त्थापनों क मल
ू य एि सामान का अनम
ु ान
तथा छ ि उपकरण I

10
सर्कयि डायग्राम्स - विमभन्न सककय स क मलए विद्यत
ु सय ग -
(एक) घरलू िायररग मख्
ु य और उपवितरण क साथ क्स्त्िि और किआउ स आटद प्रत्यक सककयि क दबाि
क साथ ।
(द ) बिाि क उपाय क साथ उनका उठाि ।

उपकरण - हीिसय, कूकसय, रफ्रीजरिसय और घरलू उपकरणों का रख-रखाि एि सस्त्थापन विद्यत


ू घण्िी और
इडीकिसय छ िी म िसय पम्प और विद्यत
ू िढ़ाि ।

ु क - घरलु सिाओ क मलय ए०सी० और डी०सी० द नों क मलए ऊजाय शक्तत म िसय।
ऊजाय का नाप एि शप
विद्यत
ु शक्तत स सम्बक्न्धत सामान्य गणना, ऊजाय प्रारम्भ करन का प्रारक्म्भक ज्ञान की विचध ।

परीिण और रदु ि सिा - िायररग सस्त्थापन और घरलू उपकरणों में रटु िपण
ू य स्त्थानों का पता लगाना.
इन्सल
ु शन और ननरन्तरता, परीिण रटु ियों क दरू करना, सतही इन्सल
ु शन प्रनतर ध का परीिण, सतही
परीिण ।

रिा क उपाय - फ्यज


ू और किआउि का प्रारक्म्भक ज्ञान, म िसय, घरलू उपकरणों का सतही विद्यतीकरण
आटद, लाइिननग अरस्त्िसय का उपय ग ।

औद्य धगक सस्त्थापन -

िायररग - औद्य चगक िर में ऊजाय एि सामान्य प्रकाश क सस्त्थापन क साथ विमभन्न प्रकार क िायररग
त्रबछान जस लकड़ी पर बनाय गय और कवपग पिल, मिल, शी स, कब क समान कन्डयि
ु और आरमाउडय
तार । अस्त्थायी सस्त्थापन और छ ि उपकरणों की िायररग ।

सर्कयि डायग्राम्स -विद्यत


ु सस्त्थापन हत-ु -
(एक) डी.सी. और ए०सी० जनरिसय (प्रजनक) स्त्िीि पिल ट्रासफारमसय
(द ) मख्
ु य और उपवितरण पिल सककयि ब्रकसय क साथ, स्त्िीि, फ्यज
ू स ् यनू न स और प्रत्यक सककयि क
मलए दबाि का परक;
(तीन) डी० सी० और ए० सी० म िसय, उनक स्त्िािसय एि रग्यल
ू िसय
(िार) बिरी िालू करन क उपकरण;
(पाि) यन्रों क बदलना;
(छ:) ससाधारण एि बिाि क उपाय ।

पम्प (यन्त्र) सस्त्थापन - हड, ऊजाय और विद्यत


ु शक्तत की माग क सामान्य मसद्धान्त और प्रारक्म्भक
गणना।

उपकरण - जनरिसय, विद्यत


ु म िसय, विद्यत
ु मलफ्ि, विद्यत
ु धातु गलान की भ िी, विद्यत
ु यन्रों का

11
ज ड़, उपकरणों में तार लगाना, ताप और नमी क उपकरणों का सस्त्थापन और रख-रखाि ।
ऊजाय और विद्यत
ु शक्तत क शल
ु क और माप -
ऊजाय और िाि मीिसय, ए० सी० और डी० सी० द नों कपसीिसय क व्दारा ऊजाय प्रिाह शक्तत में
सध
ु ार की सामान्य गणना ।
ऊजाय और विद्यत
ु शक्तत स सम्बक्न्धत मल
ू यों की सामान्य गणना, माग और विद्यत
ु शक्तत प्रारम्भ करन
की विचध का सामान्य ज्ञान ।

17 परीिण और रदु ि सिा - रटु ियों क दरू करना, विमभन्न यन्रों में िायररग सस्त्थापन ऊपरी वितरण
सिाओ और सतही तारों, म िसय ए ० सी ० और डी० सी ० जनरिसय का स्त्थान पर परीिण करना ।
इन्सल
ु शन और ननरन्तर परीिण सतही इन्सल
ु शन प्रनतर ध का परीिण, सतही परीिण ।
रिा क उपाय - प्रजनन म िसय, यन्रों, उपकरणों क सतही तारों का सामान्य ज्ञान । किआउि, सककयि
ब्रकसय, फ्यज
ू स का उपय ग । अचधक दाब और कम दाब स बिाि, थमयल ट्रीप्स । अचधक िलायमान और
मदानी र क स्त्िीिज स बिाि ।

''प्रश्न पर तीन-विद्यत
ु सस्त्थापनाओ की सस्त्थापना, परीिण तथा
उनका अनरु िण''
भारतीय विद्यत
ु अचधननयम, 1910 अचधननयम की धाराए 2,12,18,21,22,24,26,28,30,33,34
36,39,50,51,53 और 54 तथा अनस
ु ि
ू ी क खण्ड छह, सात एि आठ स तरह तक I

भारतीय विद्यत
ु ननयम, 1956 ( इडडयन इलक्तट्रमसिी रूपस, 1956)
समस्त्त ननयम, अध्याय तीन, न , दस तथा उपबन्ध 1 स 7 तक तथा 10 स 12 तक क छ डकर ।

मध्य प्रदश मसनमा (विननयमन) ननयम, 1972


अध्याय (िार) ननयम 72, 77, 78 (3) 80, 81 82 तथा 85

भारतीय मानक
भारतीय मानक 3043 - 1987... क ड आफ प्रक्तिस फार अचथयग ।
भारतीय मानक 1646 – 1982… क ड आफ प्रक्तिस फार फायर सफ्िी आफ इडक्स्त्ट्रयल त्रबक्लडग्स,
इलक्तट्रकल जनरटिग एण्ड डडस्त्ट्रीब्यटू िग स्त्िशन्स
भारतीय मानक 900 - 1965 क ड आफ प्रक्तिस फार इनस्त्िालशन एण्ड मन्िनन्स आफ
इन्डकसन म िसय ।
भारतीय मानक 10028 - 1981 - क ड आफ प्रक्तिस फार मसलतशन इस्त्िालशन एण्ड मन्िनन्स
1982 तथा 1985 (समस्त्त भाग) आफ ट्रान्सफारमसय
भारतीय मानक 1866 – 1983 क ड आफ प्रक्तिस फार मन्िनन्स एण्डसप
ु रिीजन आफ
इन्सल
ु टिग आईल इन सवियस ।
भारतीय मानक 732 - 1982 तथा क ड आफ प्रक्तिस फार इलक्तट्रकल िायररग इन्स्त्िालशनस
् ।
1985 (समस्त्त भाग)
भारतीय मानक – 10118 - तथा क ड आफ प्रक्तिस फार मसलतशन, इस्त्िालशन एण्ड मन्िनन्स

12
1985 आफ क्स्त्ििगीयर एण्ड कन्ट्र ल गीयर ।
भारतीय मानक 5572 - 1978 तलामसकफकशन आफ हजारडस एररया (अदर दन माइसन्स फार
इलक्तट्रकल इन्स्त्िालशन्स ।
भारतीय मानक 5571 - 1979 गाइड फार मसलतशन आफ–इलक्तट्रकल इतयप
ू मन्ि फार हजारडस
एररया ।

[प्रश्न-पर] 3[तीन] - ''खान अचधष्ठापन''


1

तार लगाना विमभन्न प्रकार क तार लगाना ( िायररग) जस सतह पर लाइटिग क प्रय जनाथय
तलीि लड कबर, कब प्रकार क शी ड तथा जमीन क अन्दर िाल पािर तथा प्रकाश अचधष्ठापनों क मलय
आरमडयतार ।
पररपथ आरख (सर्कयि डायग्राम) - -ननम्नमलखखत क मलय विद्यत
ु सय जन (कनतशन) ---
(क) टदष्िधारा तथा प्रत्याितीधारा जननर (डी० सी० तथा ए० सी० जनरिर), क्स्त्िि ब डय पररणाममर
(ट्रासफामयर) आटद ;
(ख) पररपय विय जक (सककयि ब्रकसय) सटहत वितरण ब डय (डडस्त्ट्रीब्यश
ू न ब डय, क्स्त्िस फ्यज
ू यनू नि
तथा गि एण्ड क्स्त्िि,
(ग) टदष्िधारा तथा प्रत्याितीधारा (डी० सी० तथा ए० सी०) म िसय उनक स्त्िािय र तथा रगल
ु िर,
(घ) बिरी िाजयर तथा लैंप कत्रबन ।
उपकरण क्जसमें क यला और तल खदानों क सकिमय स्त्थलों पर उपय ग ह न िाल फ्लम ग्रफ
ु उपकरण
भी शाममल हैं ।
ननम्नमलखखत का अचधष्ठापन तथा अनरु िण -
(क) विद्यत
ु लपिक (इलक्तट्रकल बाइन्डसय) क्जसमें स्त्ििामलत उपकरण कषयण (हालज) सिाती पख
(िन्िीलटिग फन) पप यनू नि तथा कम्प्रशर शाममल ह, क ननयरण गीयर तथा स्त्िािय र,
(ख) रतिीफायर, र िरी कनििय र, विद्यत
ु इजन ( इलक्तट्रकल ल क म टिि) तथा बिरी िाक्जयग
स्त्िशन,
(ग) प िे बल तथा ट्रासप िे बल उपकरण-

क यला कािन िाल यर - यात्ररक भारक (ल डसय), कनियर, डड्रल यनू नि सटहत डड्रल पनल, इलक्तट्रक
स िल, ड्रग लाइन, खुली कास्त्ि खदानों एि फस पप में काम आन िाल र िरी डड्रलस उनक ननयरण चगयर
गि एण्ड बातसों क सक्म्ममलत करत हुय ।

(घ) पािर तथा लाइटिग ट्रान्सफारमसय तथा कपीमसिसय,


(ि) इक्न्ट्रसकली सरु क्षित मसगनमलग उपकरण क्जनमें िमलफ न यर शाममल हैं,

1. अचध० क्र० 1318 एफ-1-21 तरह - 86 टदनाक 3-3-90 व्दारा पन


ु : क्रमावित ।
2. अचध० क्र० 16-3527 तरह-72, टदनाक 7-1-75 व्दारा स्त्थावपत ।

(छ) शाि फायररग उपकरण किल क साथ, उनका उपय ग, सामनयक जाि था अनरु िण ।

13
पवपग, हामलग तथा कुन्त्डलन िाइडडग अधिष्ठापनों तथा अन्त्य - फस मशीनररय में भार, विद्यत
ु ्
शक्तत तथा ऊजाय (एनजी) क सामान्य मसद्धात तथा उनकी प्रारमभक गणना ।

शक्तत तथा ऊजाय (एनजी) मापन एि प्रभार – िािमीिर, टदष्िधारा तथा प्रत्यािती धारा, (डी० सी०
तथा ए० सी०) द नों प्रकार की उजाय (एनजी) क म िर क विद्यत
ु शक्तत का मापन, कपीमसिरों व्दारा पािर
फतिर का सध
ु ार । शक्तत तथा ऊजाय (एनजी) की लागत स सम्बक्न्धत साधारण गणना । माग (डडमाड)
तथा ऊजाय (एनजी) क मलय प्रभार ननकालन की रीनतयों का प्रारमभक ज्ञान ।

परीिण तथा रदु ि का पता लगाना - विद्यत


ु उपकरण तथा कत्रबलों ननम्न दबाि तथा दरू स्त्थान
स ननयरण करन िाल पररपथयों में भू सपकयन (अचथयग) या अन्य रटु ि का पता लगाना । विद्यत
ु र धन
(इन्सल
ु शन) और सातत्य परीिण (कन्िीन्यि
ू ी िस्त्ि) । रटु िय का सध
ु ार करना, विद्यत
ु ् र धन, भ-ू प्रनतर ध
परीिण, लीकज रिात्मक साधन की जाि करना । भप
ू रीिण तथा उसकी सातत्यता (कन्िीन्यि
ू ी) ।

प िे बल तथा ट्रासप िय बल उपकरणों क मलय लचकदार ट्रमलग कबबल - विमभन्न प्रकार क लिकदार
कत्रबलों, क्जसमें प्लायबल आरमडयतार भी शाममल ह का ज्ञान; उनका अचधष्ठापन, अनरु िण रटु ि का पता
लगाना, िलकनाइज्ड ज ड व्दारा दि मरम्मत एि परीिण ।

सरु िा तथा रिात्मक उपकरण - मशीनररयों क धातु फ़्रम क भ-ू सम्पकयन (अचथयग) का ज्ञान
पररपथ विय जक ( सककयि ब्रकर) में बक अप प्र ितशन क मलय एि० आर० सी० कािय राइज फ्यज
ू ों का
उपय ग । पररपथ विय जक ( सककयि ब्रकर) में ओिर ल ड न िालि तथा अथय लीकज प्र ितशन तथा
स्त्िािय स ।

सरु िा ननयम - अध्याय 10 की ओर विशष ननदें श क तथा इक्ण्डयन इलक्तट्रमसिी लस, 1956 का
व्यािहाररक ज्ञान ।

म णखक एि व्यािहाररक परीिण

पा यक्रम क आधार एक म खखक एि व्यिहाररक परीिक का मलखखत पपर ह गा ।

18. तार ममक्स्त्रयों की परीिा -


(क) नीि टदय गय पा यक्रम क अनस
ु ार तार ममक्स्त्रयों की परीिा पण
ू त
य : म खखक और व्यािहाररक ह गी I
परीिा पाि भागों में ह गी और सफल उम्मीदिार क पाि किाओ में ननम्ना- नस
ु ार प्रमाण पर टदय
जािें ग ।
किा - 1 भाग 1 स 5 उत्तीणय उम्मीदिारों क सामान्य ।
किा - 2 भाग 1 स 2 उत्तीणय उम्मीदिारों क घरलू ।
किा - 3 भाग 1 स 3 उत्तीणय उम्मीदिारों क औद्य चगक ।
किा - 4 भाग 1 स 4 उत्तीणय उम्मीदिार क ओव्हर हड ।

14
किा - 5 भाग 1 स 5 उत्तीणय उम्मीदिारों क सतही भाग ।
(ख) पा यक्रम ---

भाग-एक
(क) उच्ि दाब हतु ज ड़ गए तारों क नाप की जाि करना ।
(ख) लम्पस क उपय ग का परीिण, घिी और बिरी, मानक तार गज, गीजर का उपय ग, रटु ि क मलए
सतही िस्त्िर परीिण, सककयि फमसग आउि का परीिण और उसकी विचध और उपय ग ।
(ग) कृत्ररम स्त्िास ककया उपिार ।
(घ) सककयिसय में विमभन्न प्रकार क उपकरणों क ज ड़ना ।
(ड) भारतीय विद्यत
ु ् अचधननयम तथा ननयमों क अधीन सामान्य ज्ञान ।
(ि) विद्यत
ु ् क प्रनतर धक की इकाई की विचध ।
(छ) ए० सी० तथा डी० सी० वितरण में अन्तर ।
(ज) मानक तार गज का उपय ग ।
(स) सककयिसय क वितरण क मलए रखाचिर (डायग्राम) ।

भाग - द
तारों क ज ड़न की ननम्न विचध ------
(1) तलीि तार ससाधन ।
(2) लकड़ी पिल ।
(3) लीड उपय चगता ।
(4) सी० िी० एस० प्रणाली ।
(5) कन्डयि
ु प्रणाली ।
घरलू तारों का सतहीकरण, द नान स्त्िीि क साथ द या तीन स्त्थानों पर लम्प्स ननयरण, सीरीज
में द लम्प्स या समानान्तरता ।
अनम
ु ान परक क साथ सविस्त्तार तार का सस्त्थापन रखाचिर I विद्यत
ु ् घिी क साथ और
गनतसि
ू क यर क साथ पखों में तार लगाना और अन्य उपय गी उपकरण।
पखों और गनतसि
ू क यरों में सामान्य रटु ि ।
कम दरू ी क मलए ऊपरी सतह पर तार त्रबछाना, कि, लीड जानन की विचधया ।
आतररक मानक तारों में सीध ज ड़ लगाना ।

भाग-तीन
डी० सी० जनरिसय विद्यत
ु ् शक्तत पररणाम गनत ननयरक क साथ सस्त्थापन और ज ड़ना डी. सी०
म िसय विमभन्न श्रणी क स्त्िािसय क साथ ए० सी० एक फस और प ली फस जनरिसय क साथ विद्यत

शक्तत पररणाम गनत ननयरक का सस्त्थापन एि ज ड़ना, ए० सी० म िसय, र िरी विभाजन क साथ चगयसय
पर ननयरण और उस प्रारम्भ करना ट्रासफारमसय और कन्डतिसय का सस्त्थापन और उन्हें ज ड़ना ।

15
भाग - चार
खम्बों क लगाना, र कना तथा बिाि तारों की दरू ी, सरु िा उपाय, सतही तारों का त्रबछाना,
प्रकाशकीय पकड़ और विमभन्न प्रकार क कन्डतिसय, ज ड़ना और सधीकरण कन्डतिसय और साग में दरू ी
रखना ।

19. परीिाओ में सक्म्ममलत ह न स छूि-


(1) (अ) मडल, पययििक की परीिा में बठन स ककसी उम्मीदिार क छूि द सकगा यटद िह इस
प्रय जन क मलय मडल व्दारा मान्यता प्राप्त विद्यत
ु इजी- ननयररग में उपाचध या पर पाचध धारण करता
ह , और (क) उसक पास कम स कम 2 िषय का पश्िातिती
् व्यिहाररक अनभ
ु ि ह , या (ख) ऐसा प्रमशिण
प्राप्त ककया ह ज कक मडल व्दारा अनम
ु टदत ककया गया ह ।
परन्तु क्जस उम्मीदिार न 45 िषय की आयु पण
ू य नही की ह उस यथाक्स्त्थनत विननयम 17 में विटहत
ककया गया तत
ृ ीय प्रश्न पर या ितथ
ु य प्रश्न पर उत्तीणय करना ह गा ।
(ख) विननयम 11 में अन्तवियष्ि ककसी बात क ह त हुय भी, मडल तत ृ ीय प्रश्न पर तथा ितथ
ु य प्रश्न
पर में की अनतररतत परीिा ऐस स्त्थानों तथा ऐसी तारीखों में जसा कक िह आिश्यक समझ सिामलत कर
सकगा ।
(2) मडल ककसी भी उम्मीदिार क तार ममस्त्री क परीिा क ककसी भाग यास भी भागों में सक्म्ममलत
ह न स छि द सकगा यटद िह उन्नत यन्र विज्ञान सम्बन्धी प्रमाण-पर धारक ह तथा इस हतु मडल
व्दारा मान्यया प्राप्त ह । और कम स कम उसन द िषो तक तार त्रबछान और या विद्यत
ु सस्त्थापन का
कायय ककसी विद्यत
ु ठकदार क अधीन मध्य प्रदश में ककया ह या मडल व्दारा व्यिहाररक अनभ
ु ि
सत षजनक पाया ह ।
(1) अन्य व्यािहाररक अनभ
ु ि रखता ह , या
(2) ऐसा प्रमशिण प्राप्त ककया ह , ज ब डय क वििार स समाधानप्रद ह ।

ु ा पर प्रदान करना - प्रत्यक ऐस अभ्यथी क , क्जसन


[20. पययििकों क सिमता प्रमाणपर तथा अनज्ञ
पययििक की परीिा उत्तीणय करली ह या क्जस ऐसी परीिा में बठन स छूि दी गई ह यथा क्स्त्थनत प्रा प
''सी'' या ''डी'' में सिमता का एक प्रमाण-पर तथा ''ई'' में अनज्ञ
ु ापर प्रदान ककया जायगा ।

ु ापर प्रदान करना-- प्रत्यक ऐस अभ्यथी क क्जसन


[21. तार ममस्त्री (िायरमें न) क प्रमाण-पर तथा अनज्ञ
तार ममस्त्री (िायरमें न) की परीिा उत्तीणय करली ह या क्जस ऐसी परीिा में बठन स छूि द दी गई ह ,
प्रा प ''एफ'' या ''जी'' में प्रमाण-पर और प्रा प ''एि'' में अनज्ञ
ु ापर प्रदान ककया जायगा ।

[22. सिमता का प्रमाण-पर और पययििक अनज्ञ


ु ापर और तार ममस्त्री प्रमाण-पर था अनज्ञ
ु ापर की दस
ू री
प्रनतमलवप स्त्िीकृत करना - पययििक क सिमता प्रमाण-पर का या अनज्ञ
ु ा ।

1. अचध. क्र. 1318 - एफ- 1-21 तरह- 86, टदनाक3-3-90 व्दारा स्त्थावपत ।
2. अचध. क्र. 498-1582--तरह 76, टद० 5-3-77 व्दारा स्त्थवपत ।

पर या तार ममस्त्री क प्रमाण-पर या अनज्ञ


ु ापर की दस
ू री प्रनतमलवप प्राप्त करन क मलय ननधायररत शल
ु क

16
जमा करन पर तथा मडल का यह समाधान करन पर कक उसका मल
ू प्रमाण-पर या अनज्ञ
ु ापर गम
ु ह
गया ह, सचिि का समाधान ह जान पर तथा आिदक का अद्धय आकार का फ ि 1
(51X6 ममली मीिर)
(किल परममि क मामल में) क्जसमें स एक हस्त्तािररत ह प्रस्त्तत
ु करन पर जारी ककया जा सकगा ।

ु ापर की िापसी या ननलम्बन - इन विननयमों क अधीन प्रत्यक अनज्ञ


23. अनज्ञ ु ापर का धारक
यटद ककसी प्रकार की अननयममतता, विननयमों का उललघन, करता पाया जायगा ज मडल समस्त्त
अनज्ञ
ु ापरों ज कक इन विननयमों क अधीन स्त्िीकृत ककय गय ह क िापसी या ननलम्बन क मलए ननणयय
ल सकगा ।

23. क [ XXX XXX ] विलप्ु त

24. विद्यत
ु ठकदारों क अनज्ञ
ु ापर
(1) क ई भी व्यक्तत विद्यत
ु ठकदार का कायय तब तक नही करगा जब तक कक उस इन
विननयमों क अधीन अनज्ञ
ु ापर जारी नही ककया गया ह ।
(2) क ई भी अनज्ञ
ु ापर का धारक विद्यत
ु ठकदार क ई भी कायय सम्पाटदत नही करगा जब तक
कक उस इस कायय क मलय अनज्ञ
ु ापर व्दारा प्राचधकृत नही ककया गया ह ।

ु ापर क मलय आिदन पर - अनज्ञ


25. ठकदार अनज्ञ ु ापर प्राप्त करन क मलए आिदन पर ननधायररत
प्रा प आई'' में करगा ।

26. एक समधु चत अनज्ञ


ु क्प्त ए'' और ''बी'' श्रणी की उपयत
ु त अनज्ञ
ु क्प्त विदहत फीस का भग
ु तान
करन पर प्रारूप ''ज'' में उस ठकदार क दी जायगी क्जसन मडल क इस बात स समािान करा ददया ह
र्क -

(क) िह ननयममत प स विद्यत


ु सस्त्थापन कायय का व्यापार करता ह तथा परीिण क आिश्यक उपकरण
ननधायररत अनस
ु ि
ू ी अनस
ु ार रखता ह ।
(ख) िह (यटद ठकदार पजीकृत सस्त्था ह या उसका भागीदार ह त उसक कायय ननष्पादन करन िाला
सचिि) ननयममत, पण
ू क
य ामलक कमयिारी ह तथा ननम्न य ग्यताए, प्रमाण-पर या अनज्ञ
ु ापर धारण करता ह -
(एक) अ'' श्रणी ठकदार क मलय विननयम 20 क अधीन सिमता प्रमाण-पर या अनज्ञ
ु ापर
पययििक क मलय अचधकृत ककया ह ।
[(द ) ''बी'' श्रणी की अनज्ञ
ु क्प्त क मलय रग्यल
ु शन 20 क अधीन मन्जरू ककया

1. अचध०क्र० 1281 - 5677 - तरह-68, टद. 5-4-69 व्दारा स्त्थावपत ।


2. विननयम 23 क अचध० क्र० 1754 - 4057 तरह- 79 टद० 12-11-80 व्दारा ज ड़ा गया तथा अचध० क्र ० 1318-एफ-1-
21 –तरह - 86 टद० 3-3-90 व्दारा विलुप्त ।
3. अचध. क्र. 3674-2259 तरह. टद० 30-7-64 व्दारा ज डा गया ।
4. उपर ततानुसारर स्त्थावपत ।
5. अचध० क्र० 1318-एफ-1-21 तरह-86, टद० 3-3-90 व्दारा सश चधत ।
6. अचध० क्र० 3164-2328 तरह 19-8-75 व्दारा ज ड़ा गया ।

17
गया पययििण क मलय सिमता का प्रमाण-पर तथा अनज्ञ
ु ापर और/या घरलू तथा औद्य चगक सस्त्थापन
हतु तार ममस्त्री क मलय विननयम 21 क अधीन जारी ककया गया प्रमाण-पर तथा अनज्ञ
ु ापर ।
[ (तीन) (X X X
1
X X X) विलप्ु त ।

(ग) उसका परू ा स्त्िाफ विननयम 21 क अधीन पण


ू क
य ामलक तार ममस्त्री क अनज्ञ
ु ापर का धारक ह ।
[(घ) परीिण करन िाल ऐस उपकरण ज कक उपखड (क) क अधीन अपक्षित ह, ि उपकरण नही ह
क्जन्हें कक मडल में ऐस अन्य ठकदार क नाम स रक्जस्त्ट्रीकृत ककया गया ह ज क ई अनज्ञ
ु क्प्त धारण
करता ह या क्जसकी अनज्ञ
ु क्प्त विननयम 31 क अधीन ननलत्रबत कर दी गयी ह ।
(ड.) िह अनज्ञ
ु क्प्त यटद मन्जूर की गई ह त ककसी ऐस व्यक्तत व्दारा उपय ग में नही लाई जायगी
क्जसकी अनज्ञ
ु क्प्त विननयम 31 क अधीन रह या ननलत्रबत ह गई ह ।
(2) (क) विननयम 1 क अधीन उक्ललखखत शतो का पालन जब तक अनज्ञ
ु ापर काययशील ह ठकदार करगा

(ख) खण्ड (1) क अधीन शतो क यटद ठकदार ककसी भी शतय का पालन नही करगा त उसका अनज्ञ
ु ापन
तरु न्त ननलक्म्बत माना जायगा ।
(ग) शतो क उपखण्ड (ख) क अनस
ु ार यटद अनज्ञ
ु ापर लगातार छह माह क मलय ननलक्म्बत ककया जाता ह
त उस ननरस्त्त माना जाएगा ।
(घ) ठकदार व्दारा आिदन करन पर ननधायररत विटहत शल
ु क जमा करन पर अनज्ञ
ु ापर की श्रणी में
पररितयन ककया जा सकगा यटद निीन श्रणी क अनज्ञ
ु ापर क मलय िह अहयताए परू ी करता ह ।
[(3) मशिु, (क) क ई भी ठकदार प्रमशिण क प्रय जनों क मलय अनज्ञ
ु ा-पर धारक कमयिारीिन्ृ द क
अनतररतत मशिुओ क काम पर लगा सकगा ।
(ख) काम पर लगाय गए मशिुओ की सख्या, उन मशिुओ क छ कर, ज ऐस प्र द्य चगकीय प्रमाण पर
क धारक ह जस कक इस प्रय जन क मलय मडल व्दारा मान्य ककय गय हों, तथा द अन्य क अपिक्जयत
करत हुय, ठकदार क पास काययरत प्रत्यक पण
ू क
य ामलक अनज्ञ
ु ा- पर धारक कमयिारीिन्ृ द क मलय द स
अचधक नही ह गी ।
(ग) ककसी मशशु क काम पर लगान पर ठकदार सात टदन क भीतर उस मडल में रक्जस्त्ट्रीकृत करिायगा
और ऐस ब्य र प्रस्त्तत
ु करगा जस कक अपक्षित ककय जाए प्रत्यक मशशु क मलय रक्जस्त्ट्रीकरण फीस 2-00
पय दय ह गी । पहल स ही काम पर लगाय गय मशिुओ क इस खड क प्रितयन की तारीख स एक मास
क भीतर उसी प्रकार रक्जस्त्ट्रीकृत ककया ककया जायगा ।
1. अचध० क्र० 1318-F-1-21- तरह, टदनाक 3-3-90 व्दारा विलुप्त ।
2. अचध० क्र. 1754- 4057- तरह-79 टद० 12-11-80 व्दारा स्त्थावपत ।
3. अचध० क्र० 1754-4057, टद० 12-11-80 व्दारा स्त्थावपत ।

(घ) ककसी मशिु क काम पर लगान का प्राथममक प्रय जन अनज्ञ


ु ापन मडल स अनज्ञ
ु ा- पर अमभप्राप्त.
करन क. मलय उस प्रमशक्षित करना ह । अतएि, द िषय की मशछुता क पश्िात ठकदार मशशु की
यथाक्स्त्थत परीिा में बठन या छूि प्राप्त करान की व्यिस्त्था करगा । ऐसा मशशु ज उसक रक्जस्त्ट्रीकरण स
िार िषय क भीतर अनज्ञ
ु ापर अमभप्राप्त करन में असमथय रह त िह ठकदारों में स ककसी भी ठकदार क
साथ मशशु क प में बन रहन स िक्जयत कर टदया जायगा ।
(ड.) जहा, ककसी ठकदार व्दारा काम पर लगाए गए मशिुओ में स पिास प्रनतशत स अचधक मशिु खण्ड
(घ) में विननटदयष्ि कालािचध क भीतर अनज्ञ
ु ापरों क अमभ- प्राप्त करन में असमथय ह िहा यह उपधारणा
18
की जायगी कक ठकदार उसक मशशओ
ु क उचित प स प्रमशक्षित करन में असमथय ह और मशिुओ की
अचधक- तम सख्या ज उसक व्दारा रखी जा सकती ह ऐसी सीमा तक घिा दी जायगी जसी कक मडल
व्दारा विननक्श्ित की जाए ।'']

(4) कमयचाररयों की पजी -प्रत्यक ठकदार प्रा प 'क' में विटहत एक पजी रखगा क्जसमें पययििक, तार
ममस्त्री और मशिुओ की उसक व्दारा की गई ननयक्ु तत का उललख ह गा शासन क विद्यत
ु ननरीिक या
उसक प्रनतननचध क ननरीिण क मलए ऐसी पजी उपलब्ध रखी जायगी । ककसी भी ऐस व्यक्तत क क्जसका
नाम ऐसी पजी में प्रविष्ि न ह तार ममस्त्री का कमयिारी नही माना जायगा ।

(5) उपकरणों क अच्छी हालत में बनाय रखना - प्रत्यक ठकदार अनस
ु ि
ू ी में उललखखत उपकरणों क
अच्छी हालत में कायय य ग्य रखगा शासन क विद्यत
ु ननरीिक या उसक प्रनतननचध व्दारा माग जान पर
ऐस उपकरण ननरीिण क मलए रख जायेंग ।

[(6) सिा समाक्प्त का सच


ू ना पर – अनज्ञ
ु ा-पर का धारक, पययििक और/या तार ममस्त्री विद्यत
ु अनज्ञ
ु ापर
ठकदार क यहा स सिा समाप्त करत ही इसकी सि
ू ना द नों क ठकदार एि अनज्ञ
ु ापर धारक क सचिि
क प्रस्त्तत
ु करनी ह गी । खण्ड (1) क अनस
ु ार ठकदार कायय छ ड़ कर गए अनज्ञ
ु ापर धारक क स्त्थान पर
पययििक और/या तार ममस्त्री ननयत
ु त करगा एि उसका नाम तथा प्रमाणपर का क्रमाक सचू ित करगा ।

ु क्प्त- (1) ककसी विननटदय ष्ि कायय तथा छह मास स अनचधक कालािचध क मलय
[26-क. अस्त्थायी अनज्ञ
अस्त्थायी अनज्ञ
ु क्प्त ऐस ककसी ठकदार क विटहत फीस का सदाय करन पर जारी की जा सकगी ज -

(क) ककसी अन्य राज्य स अनज्ञ


ु क्प्त धारण करता ह और उसक अधीन उस राज्य में िस ही कायय करन
क मलय सिम ह ।
(ख) 'बी' श्रणी की अनज्ञ
ु क्प्त धारण करता ह ज ककसी एक राजस्त्ि क्जल क मलए ह और िह अन्य क्जल
में कायय करना िाहता ह ।
1. अचध० क्र० 3674-2259 - तरह; 30-7-64 व्दारा स्त्थावपत ।
2. अचध० क्र० 1318-एफ-1-20-तरह-86, टद० 3-3-90 व्दारा स्त्थावपत ।

(2) उपखण्ड (1) क अधीन प्रदाय की गई अस्त्थायी अनज्ञ


ु क्प्त विटहत फीस का सदाय करन पर
और छह मास क मलए बढ़ाई जा सकगी ।

ु क्प्त की अधिकाररता - विननयम 26 क अधीन जारी की गई अनज्ञ


[26 ख. ठकदारों की अनज्ञ ु क्प्त
नीि दशायय गए िरों क भीतर प्रित्ृ त रहगी-
‘ए' श्रणी : सम्पण
ू य राज्य ।
'बी' श्रणी : िह राजस्त्ि क्जला क्जसक मलए पष्ृ ठाककत ककया गया ह या ऐसा पष्ृ ठाकन न ह न की
दशा में, िह राजस्त्ि क्जला जहा ठकदार का मख्
ु यालय क्स्त्थत ह ।
27. ठक का तारीका - अनज्ञ
ु ापर का धारण ठकदार प्रत्यक ठक का कायय मलखखत में प्राप्त करगा और
अनज्ञ
ु ापर ठकदार उसक मलय दानयत्िाधीन ह गा, क्जस सामान का उसन उपय ग ककया ह क्जस रीनत स

19
समान लगाया गया ह उसका गण
ु तथा लगान का प्रकार ।
ठकदार उसक व्दारा मलय गए ठकों का इन्राज प्रपर 'एल' में विटहत रीनत में करगा तथा शासन
क विद्यत
ु ननरीिक या उसक प्रनतननचध क ननरीिण क मलय उपलब्ध करायगा ।
ठकदार ककसी भी कायय का प्रारम्भ विद्यत
ु ननरीिक क मलखखत सि
ू ना टदए त्रबना नही करगा ।

ू य ह न की ररप िय - विननयम 26(1) (ख) क अधीन विद्यत


[28 कायय पण ु सस्त्थापन कायय समाक्प्त क
पश्िात अनज्ञ
ु ापर का धारक कमयिारी सस्त्थान कायय का ननरीिण करगा और कायय पण
ू य ह न की ररप िय
स्त्िामी एि विद्यत
ु सभरण अचधकारी क अनज्ञ
ु ापर धारक क हस्त्तािर सटहत ठकदार अपन प्रनतहस्त्तािर
कर दगा।

ु ार- (1) विननयम 28 क अधीन कायय पण


[28 क. रदु ि का सि ू य ह न की ररप िय प्रस्त्तत
ु करन पर भी,
ठकदार प्रदाय प्रारम्भ ह न की तारीख स तीन मास की कालािचध समाप्त ह न क पि
ू य या उस तारीख क
क्जसक कक कायय प्रारम्भ ककया गया ह, जानकारी में आई ककसी भी रटु ि क तत्परता स सध
ु ारगा ।
(2) ठकदार, उपयत
ुय त कालािचध क समाप्त ह न पर कायय का ननरीिण करगा तथा प्रनतष्ठापन का परीिण
करगा और पाई गई रटु ियों क , यटद क ई ह , सध
ु ारगा तथा प्रनतष्ठापन क स्त्िामी और विद्यत
ु प्रदाय
अचधकारी क ऐस प्रा प में, जसा कक मडल व्दारा विटहत ककया जाय, परीिण ररप िय प्रस्त्तत
ु करगा ।
(3) परीिण ररप िय प्रस्त्तत
ु ककय जान पर, ठकदार प्रनतष्ठापन में की ककसी भी रटु ि क मलय उत्तरदायी
नही ह गा मसिाय ऐसी रटु ि या ननयमों क ऐस अनतक्रमण क कारण ज उसकी उपिा या अनप
ु यत
ु त कायय
क शल क फलस्त्ि प हुई ह और ज खण्ड (2) क अधीन परीिण ररप िय प्रस्त्तत
ु करन की तारीख स तीन
मास की कालािचध समाप्त ह न क पि
ू य जानकारी में आई ह ।
1. अचध० क्र० 1318, टद० 3-3-90 व्दारा स्त्थावपत ।
2. अचध० क्र० 2674-2259, टद० 30-7-64 ।
3. अचध० क्र० 1754-4057, टद० 12-11-80 व्दारा स्त्थावपत ।
4. अचध० क्र० 1754-4057, टद० 12-11-80 व्दारा स्त्थावपत ।

ु क्प्त की अिधि तथा निीनीकरण - इन विननयमों क अधीन मन्जूर अथिा निीकृत


29. ठकदार की अनज्ञ
प्रत्यक विद्यत
ु ठकदार की अनज्ञ
ु क्प्त जारी करन अथिा निीकरण की तारीख स तीन िषय क भीतर
अक्न्तम अग्रजी िषय क अिसान ह न पर समाप्त ह जाएगी तथा इसक पश्िात ् उसका निीकरण प्रत्यक
तीन िषय की अिचध क मलय ककया जाएगा ।
निीकरण क मलय आिदन पर तथा निीकरण फीस जमा ककय जान क समथयन में तत्सम्बन्धी
िालन, कमयिारीिन्ृ द की घ षणा प्रा प ''एम'' में तथा उपकरणों क परीिण स सम्बक्न्धत प्रमाण-पर प्रा प
''एन'' में अनज्ञ
ु क्प्त की समाक्प्त की तारीख स कम स कम एक माह पि
ू य सचिि क प्रस्त्तत
ु ककया जायगा।
अनज्ञ
ु क्प्त समाक्प्त की तारीख स पि
ू य निीकृत न कराई गई अनज्ञ
ु क्प्त ननलक्म्बत मानी जायगी और
अनज्ञ
ु क्प्त की समाक्प्त की तारीख क पश्िात ् छह मास- तक निीकृत न कराई गई अनज्ञ
ु क्प्त रह मानी
जायगी और उस अिचध क पश्िात ् नई अनज्ञ
ु क्प्त प्राप्त करना ह गी :
परन्तु इन सश धनों क प्रित्ृ त ह न क पि
ू य विचधमान्य सी'' िगय क ठकदार की अनज्ञ
ु क्प्त विटहत
फीस का सदाय ककया जान पर और ऐसी शतो पर ज पि
ू य विननयमों क अधीन लागू हों, 31 टदसम्बर,
1991 क समाप्त ह न िाली कालािचध क मलए निीकृत की जा सकगी, ककन्तु ऐसी अनज्ञ
ु क्प्त निीकरण
क पश्िात ् किल उस राजस्त्ि क्जल क मलय विचधमान्य रहगी क्जसक मलए िह पष्ृ ठाककत की गई ह ।]

20
ु ापर की प्रनतमलवप स्त्िीकृत करना - सचिि का सन्त षप्रद समाधान ह जान पर एि
30 ठकदार क अनज्ञ
गम
ु हुए अनज्ञ
ु ा-पर क प्रमाण-पर हतु विटहत शल ु क जमा करन क पश्िात ् इन ननयमों क अधीन जारी
अनज्ञ
ु ा-पर की द्वितीय प्रनत ठकदार क स्त्िीकृत की जाएगी ।

ु ा-पर ननरस्त्त या ननलक्म्बत करना - ननयमों का उललघन करन पर मडल क वििार


31. ठकदार का अनज्ञ
स मडल ठकदार का अनज्ञ
ु ा-पर ननरस्त्त या ननलक्म्बत कर सकगा ।

32. ठकदार पययििक या तार ममस्त्री व्दारा अननयममतता या अिहलना - ठकदार, पययििक या तारममस्त्री
ककसी रटु ि या अननयममतता या अिहलना का द षी पाया जान पर सचिि आिश्यक जाि करगा तथा
अपना प्रनतिदन मडल क दगा । इस सम्बन्ध में मडल व्दारा मलया गया ननणयय अक्न्तम ह गा ।

33. सधचि व्दारा विननयमों क अिीन जारी र्कए गए समस्त्त अनज्ञ


ु ा-पर िारक विद्यत
ु ् ठकदारों,
पययििकों और तार ममक्स्त्रयों की एक पजी रखी जाएगी ।

चार-फीस
[34. फीस - इन विननयमों क अधीन उदगह
ृ ीत की जान िाली फीस ननम्नानस
ु ार विटहत की जाती ह-
(क) पययििक :

पय
1. परीिा में प्रिश क मलय आिदन क्जसमें सिमता मजरू ी 40.00 खनन या गर खनन प्रमाण-पर
तथा अनज्ञ
ु ा सक्म्ममलत ह । की प्रत्यक विषय क मलए ।
2. परीिा स छूि क मलए आिदन क्जसमें सिमता प्रमाण 30.00 खनन या गर खनन प्रत्यक विषय
पर की मजरू ी तथा अनज्ञ
ु ा सक्म्ममलत ह । क मलए I
3. सिमता प्रमाण-पर या अनज्ञ
ु ा की दस
ू री प्रनत जारी करन 20.00
क मलय ।
(ख) तार ममस्त्री (िायर मन) :
1. परीिा में प्रिश क मलए आिदन क्जसमें प्रमाण-
पर की मजूरी तथा अनज्ञ
ु ा सक्म्ममलत ह
(क) द , तीन और िार में स प्रत्यक िगय क मलए 20.00
(ख) पाििें िगय क मलए 30.00
(ग) प्रथम िगय क मलए 70.00
2. प्रत्यक िगय हतु परीिा स छूि क मलए आिदन क्जसमें 10.00
प्रमाण-पर की मजूरी तथा अनज्ञ
ु ा सक्म्ममलत ह ।
3. प्रमाण-पर या अनज्ञ
ु ा की दस
ू री प्रनत मजरू करन क मलए । 10.00

(ग) ठकदार :
1. नई अनज्ञ
ु क्प्त का जारी ककया जाना -

21
(क) श्रणी “ए'' क मलए 400.00
(ख) श्रणी ''बी'' क मलए 200.00
2. अनज्ञ
ु क्प्त का उच्ि िगय में पररितयन । 200.00
3. अनज्ञ
ु क्प्त की दस
ू री प्रनत का जारी ककया जाना-
(क) श्रणी “ए'' 100.00
(ख) श्रणी ''बी'' 50.00
4. प्रत्यक तीन िषय या उसक ककसी भाग क मलए निीकरण
फीस यटद सम्यक् प स पण
ू य ककया हुआ आिदन-पर -
(क) अनज्ञ
ु क्प्त क अिसान ह न क कम स कम एक माह पिू य
प्रस्त्तत
ु ककया जाए-

(एक) श्रणी ''ए'' 100.00


(द ) श्रणी ''बी'' 50.00
(ख) अनज्ञ
ु क्प्त क अिसान ह न क पश्िात ् एक मास क पि
ू य
प्रस्त्तत
ु ककया जाए-
(एक) श्रणी “ए'' 160.00
(द ) श्रणी ''बी'' 50.00
(ग) अनज्ञ
ु क्प्त क अिसान ह न क एक मास पश्िात ् प्रस्त्तत

ककया जाए -
(एक) श्रणी ए 240.00
(द ) श्रणी ''बी'' 120.00
(घ) विननयम 26-ए क अधीन अस्त्थाई अनज्ञ
ु क्प्त छह मास या
उसक ककसी भाग क मलए –
(एक) विननयम 26-ए (1) क अधीन 1000.00
(द ) विननय 26-ए (2) क अधीन 100.00

दिप्पणी - फीस की दनगी मध्य प्रदश राज्य सरकार क खजान में शीषय- '' 0043 ितसस एण्ड यि
ू ीज
आन इलतट्रीमसिी - 102 - फीस अण्डर टद इलतट्रीमसिी लस'' में की जाएगी एि िालान की मल
ू प्रनत
आिदन क साथ सचिि क भजी जाएगी ।
(17) विननयम 35 क स्त्थान पर ननम्नमलखखत विननयम स्त्थावपत ककया जाय, अथायत ् -

35. अन्त्य राज्य व्दारा जारी र्कए गए पययििक क सिमता प्रमाण-पर की मान्त्यता - मडल अन्य ऐस
राज्यों व्दारा जारी ककए गए पययििकों क सिमता प्रमाण-पर क मान्यता प्रदान कर सकगा, क्जन्होंन
मडल की राय में पययििकों की परीिा क मलए ऐसा पा यक्रम अगीकार ककया ह ज विननयम 17 क
अधीन विटहत पा यक्रम स कम स्त्तर का न ह । तथावप उम्मीद- िारों क ऐस प्रश्न-परों में बठना
आिश्यक ह गा क्जनक समकि प्रश्न-पर मडल की राय में अन्य राज्यों व्दारा ऐस पययििक की परीिा क
मलए विटहत नही ककय गय हें ।
36. X X X X X X (विलप्ु त) (अचध० क्र० 1318 टद० 3-3-90 दखखय ] ।

22
37. X X X X X X (विलप्ु त) अचध. क्र. 1318 टद० 3-3-90 दखखय ।

अनस
ु च
ू ी
विननयम 26 क अनस
ु ार ठकदार व्दारा उसक अधीन रख गय उपकरण ए'' बगय क अनज्ञ
ु ापर धारक
ठकदार क मलय
1. इसल
ु शन िस्त्िर 500 ि ल स ।
2. छ िा (आसान) अमिर डायल (15 स० मी० 50 एम्प. श्रणी का ।
3. छ िा ि लि मीिर डायल (15 स० मी०) 50 एम्प० श्रणी का ।
4. भमू म प्रनतर धात्मक िस्त्िर ।
''बी'' िगय क अनज्ञ
ु ापर िारक ठकदार क मलय
1. इन्सल
ु शन िस्त्िर 500 ि ल स ।
2. छ िा अमिर डायल (15 स० मी०) 50 एम्प. श्रणी का ।
3. छ िा ि लिमीिर (15 स. मी. ) 500 ि लि श्रणी का ।
''सी'' िगय क अनज्ञ
ु ापर धारक ठकदार क मलय
X X X X X X (विलप्ु त) [अचध. क्र. 1318, टद. 3-3-90 दखखय ] I

[मध्य प्रदश अनज्ञ


ु ापर मडल (विद्यत
ु ्) विननयग का विननयम 15 दणखय ]
पययििक परीिा में प्रिश हतु आिदन-पर

1. परू ा नाम बड़ अिरों में


2. वपता का नाम
3. परू ा पता
4. जन्म टदनाक एि आगामी जन्म टदन क आयु
5. य ग्यता का वििरण
उत्तीणय परीिा मलय गय विषय िषय

6. व्यािहाररक ज्ञान

ननय जक का नाम कब स कब तक ककय गए कायय का वििरण


7. माध्यम क्जसक व्दारा आिदक परीिा दना िाहता ह अग्रजी/टहन्दी
8. क षालय की रसीद क्रमाक ि टदनाक क्जसक व्दारा परीिा शल
ु क
जमा ककया गया ह
9. कन्र जहा आिदक परीिा दना िाहता ह

10. मध्य प्रदश में ननिास की अिचध ।


कब स..........................................................कब तक.......................... स्त्थान...................
मैं घ षणा करता हू कक उपर तत वििरण मर जानकारी और विश्िास क आधार सत्य ि शद्ध
ु ह

23

टदनाक....................................
....................................
(............................)
आिदक क हस्त्तािर
मर समि हस्त्तािर ककय
हस्त्तािर...............................
पद.....................................

(1) ननम्नमलखखत दस्त्तािज आिदन क साथ सलग्न करें -


(एक) आिदन क स्त्तम्भ 5 एि 6 में उललखखत प्रमाण-परों एि अक सचू ियों की सत्य प्रनतया ज कक
राजपत्ररत अचधकारी व्दारा प्रमाखणत की गई ह ।
(द ) राजपत्ररत अचधकारी या दण्डा चधकारी व्दारा मल
ू त: निीनतम िररर प्रमाण-पर I
(तीन) विननमय 34 क अधीन उक्ललखखत िालान की प्रनत क्जसक व्दारा ननधायररत परीिा शल
ु क जमा
ककया गया ह ।
(िार) द निीनतम चिर (51 X 63 ममलीमीिर आकार क) क्जसमें स एक पर पीछ हस्त्तािर ककय
गय हों।
''(द ) आिदन-पर पर आिदक क विद्यमान ननय जक, गक्जस्त्ट्रि, सरकार क राजपत्ररत अचधकारी या
मध्य प्रदश विद्यत
ु मडल क ऐस अचधकारी की उपक्स्त्थनत म ज सहायक यरी की पक्तत स नीि का
न ह , आिदक व्दारा हस्त्तािर ककय जान िाटहय । आिदक क नमन
ू क तीन हस्त्तािर ज उपयत
ुय त
अचधकाररयों में स ककसी अचधकारी व्दारा सम्यक् प स अनप्र
ु माखणत ककय गय हों भी सलग्न ककय
जायेंग । ''
(12) यटद उम्मीदिार अनतम द िषों क द रान सिामलत परीिा में बठा ह त -

माह/िषय जब परीिा र ल न० कन्र विषय परीिाफल में बठा


1. 2. 3. 4. 5.

24
प्रारूप ''बी''
[मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापर मडल (विद्यत
ु ्) विननयम का विननयम 15 दखखय]
तार ममस्त्री परीिा हतु आिदन पर
1. परू ा नाम बड़ अिरों में
2. वपता का नाम
3. परू ा पता
4. जन्म टदनाक तथा आगामी जन्म टदनाक क आयु
5. अहयताओ का वििरण

उत्तीणय परीिा मलय गय विषय िषय

7. व्यािहाररक ज्ञान

ननय जक का नाम कब स कब तक ककय गए कायय का वििरण

7. (क) परीिा का भाग क्जसमें आिदक परीिा दना िाहता ह ।


(ख) परीिा का माध्यम क्जसमें आिदक परीिा दना िाहता ह ।
टहन्दी/अग्रजी
8. क षालय की रसीद क्रमाक ि टदनाक क्जसक व्दारा परीिा शल
ु क जमा ककया गया ह ।
9. कन्र जहा आिदन परीिा दना िाहता ह ।
10. मध्य प्रदश में ननिास की अिचध ।

कब स…………………………………..कब तक………………………………………………....... स्त्थान…………………………………......... मैं


घ षणा करता हू कक उपर तत वििरण मरी ननजी जानकारी स सत्य एि शद्ध
ु ह ।
टदनाक....................................
मर समि हस्त्तािर ककय हस्त्तािर...............................
पद.....................................
(1) ननम्नाककत प्रमाण-पर आिदन पर क साथ सलग्न करें ---
(क) आिदन क स्त्तम्भ 5 एि 6 में उक्ललखखत प्रमाण-परों एि अक सचू ियों की सत्य प्रनतयों ज कक
राजपत्ररत अचधकारी व्दारा प्रमाखणत की गई हों ।
(ख) राजपत्ररत अचधकारी या दण्डाचधकारी व्दारा जारी निीनतम िररत प्रमाण-पर (मल
ू त:) ।
(ग) विननयम 34 में उललखखत िालन की प्रनत क्जसक व्दारा ननधायररत परीिा शल
ु क जमा ककया गया
ह।
(घ) द निीनतम फ ि (51 X 63 मम० मी० आकार क) क्जसमें स एक पर पीछ हस्त्तािर ककए गए
हों
''(द ) आिदन पर पर आिदक क विद्यमान ननय जक, मक्जस्त्ट्रि, सरकार क राजपत्ररत अचधकारी या
मध्य प्रदश विद्यत
ु मडल, क ऐस अचधकारी की उपक्स्त्थनत में ज सहायक यरी की पक्तत स
नीि का न ह , आिदक व्दारा हस्त्तािर ककय जान िाटहय । आिदक क नमन
ू क तीन

25
हस्त्तािर ज उपयत
ुय त अचधकाररयों में स 'ककसी अचधकारी व्दारा सम्यक् प स अनप्र
ु माखणत
ककय गय हों भी सलग्न ककय जायेंग । ''

प्रारूप ''सी''
[मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत ्) विननयम, 1960 क ननवियम 20 दखखय।
सिमता का प्रमाण-पर
श्री................................................... व्दारा अनज्ञ
ु ापन मडल क सन्त षप्रद ननधायररत पययििक
परीिा उत्तीणय ककय जान पर ज कक टदनाक...................................................... क आय क्जत की
गई थी सफलतापि
ू क
य उत्तीणय करन पर यह सिमता प्रमाण-पर जारी ककया जाता ह क्जसक अनस
ु ार
माईननग/नान-माइननग अथिा सभी प्रकार का विद्यत
ु ् सस्त्थापन कायय ककया जायगा ।
अध्यि
अनज्ञ
ु ापन मडल
टदनाक .............................19
सचिि
अनज्ञ
ु ापन मडल
प्रारूप ''डी''
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ्) विननयम, 1960 क विननयम, 20 दणखए ]
सिमता का प्रमाण-पर
श्री …………………………………………व्दारा अनज्ञ
ु ापन मडल क यह विश्िास टदलान पर कक िह पययििक
परीिा की य ग्यता पण
ू य करता ह क। यह सिमता का प्रमाण-पर जारी ककया जाता ह ।
टदनाक...............................19
अध्यि
अनज्ञ
ु ापन मडल
सचिि
अनज्ञ
ु ापन मडल

प्रारूप ''ई''
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ) विननयम, 1960 क विननयम 20 दणखए ]
पययििक क मलए अनज्ञ
ु ा-पर
प्रथम पष्ृ ठ
जारी ह न का टदनाक.....................

द्वितीय पष्ृ ठ
नाम..................................................................
सिमता प्रमाण-पर का क्रमाक ि टदनाक...........................................
तत
ृ ीय पष्ृ ठ
फ ि ग्राफ (छाया चिर)

26
चतथ
ु य पष्ृ ठ
मध्य प्रदश शासन की अचधसि
ू ना क्रमाक................................................. ...
टदनाक........................
.................................. व्दारा जारी ननयमों क अनस
ु ार यह अनज्ञ
ु ापर पारता धारी क विद्यत

सस्त्थापन कायय ननरीिण करन और माईननग और नान माईननग कायय सम्पाटदत करन क मलय जारी
ककया जाता ह ककन्तु यह अनज्ञ
ु ा-पर धारक विद्यत
ु ठकदारी कायय तब तक नही कर सकगा जब तक
कक िह ठकदार का अनज्ञ
ु ापर प्राप्त नही करता ।
यह अनज्ञ
ु ा-पर पारताधारी व्यक्तत व्दारा भरा एि उपय ग ककया जाएगा ।
सचिि अध्यि
अनज्ञ
ु ापन मडल अनज्ञ
ु ापन मडल
(X X X विलप्ु त)

प्रारूप ''एफ''
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल विद्यत
ु ) विननयम, 1960 का विनयम 21 दणखय ]
तार ममस्त्री प्रमाण-पर
यह प्रमाखणत ककया जाता ह कक श्री... ..................................................................व्दारा तार ममस्त्री
....................................परीिा ज कक टदनाक........................................... क टदनाक क
आय क्जत की गई थी में ननम्नानस
ु ार सस्त्थापन िगो में उत्तीणय की ह ।
घरलू विद्यत
ु सस्त्थापन
और औद्य चगक विद्यत
ु सस्त्थापन
और ओव्हर हड विद्यत
ु ीकरण
तथा सतही कबलस
सभी प्रकार का विद्यत
ु सस्त्थापन कायय
सचिि अध्यि
अनज्ञ
ु ापन मडल अनज्ञ
ु ापन मडल
टदनाक........................... 19

27
प्रारूप ''जी''
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ्) विननयम, 1960 का विननयम 21 दणखए ]
तार ममस्त्री प्रमाण-पर
श्री………………………………………………….. व्दारा अनज्ञ
ु ापन मडल क यह समाधान कराए जान पर कक उसकी
य ग्यताए उस तार ममस्त्री क मलए आय क्जत ननधायररत परीिा की अहयताए रखता ह क हार ममस्त्री
प्रमाण-पर ननम्न श्रखणयों क कायय सम्पाटदत करन क मलए जारी ककया जाता ह-
घरलू विद्यत
ु ् सस्त्थापन
और औद्य चगक विद्यत
ु सस्त्थापन
और ओव्हर हड विद्यत
ु ककरण

और सतही कबलस
सभी प्रकार का विद्यत
ु ् सस्त्थापन कायय
टदनाक.............................19
सचिि अध्यि
अनज्ञ
ु ापन मडल अनज्ञ
ु ापन मडल

प्रारूप एच
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ) विननयम, 1960 क विननयम 21 दणखय ]
तार ममस्त्रों का परममि
जारी ह न का टदनाक
द्वितीय पष्ृ ठ
नाम
तार ममस्त्री प्रमाण पर क्रमाक ि टदनाक
तत
ृ ीय पष्ृ ठ
फ ि ग्राफ (छायाचिर)
ितथ
ु य पष्ृ ठ
मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मन्डल (विद्यत
ु ्) विननयम, 1960 क अधीन यह अनज्ञ
ु ापर धारक क
ननम्न श्रखणयों का विद्यत
ु ् ठकदारी कायय करन की अनम
ु नत प्रदान करता ह ।
अनज्ञ
ु ापर में उललखखत धारक व्दारा ककया जान िाला कायय ।
श्रणी-एक सामान्य
श्रणी-द -घरलू विद्यत
ु ् सस्त्थापन
श्रणी-तीन-औद्य चगक विद्यत
ु ् सस्त्थापन
श्रणी-िार-ओव्हरहड विद्यत
ु ीकरण
श्रणी-पाि-सतही कबलस
सचिि अध्यि
अनज्ञ
ु ापन मन्डल अनज्ञ
ु ापन मन्डल
(X X X X X X (विलप्ु त)
सलग्नक-क

28
प्रारूप “आई''
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापर मडल (विद्यत
ु ्) विननयम, 1960 का विननयम 25 दणखय ]
ठकदार अनज्ञ
ु क्प्त क मलय आिदन-पर
1. आिदक का नाम एि पता ।
2. स्त्िामी/पािय नर/प्रनतननचधा/सचिि का नाम
ननिास का पता तथा आयु और पजीयन
क्रमाक यटद िह सहकारी सस्त्था या सममनत
ह तब एि एि पजीयन की सत्यप्रनतमलवप सटहत ।
3. यटद ठकदार क अनज्ञ
ु ापर पि
ू य में जारी
ककया गया ह त उसका पण
ू य वििरण दें ।
4. प्रमाखणत पययििक/तार ममस्त्री का वििरण ।
नाम अनज्ञ
ु ापन क्रमाक कायय की श्रणी प्राथममकता का टदनाक
(क) पययििक ।
(ख) तार ममस्त्री ।
5. स्त्थावपत उपकरणों का पण
ू य वििरण ।
उपकरण का नाम ननमायण ननमायता का वििरण क्रमाक

6 जमा ककए गए शल
ु क की क षालय, रसीद सलग्न करें ।
(एक) मैं/हम घ षणा करत हैं कक/करता हू कक उपर तत वििरण में उललखखत जानकारी मर/हमार
पण
ू य ज्ञान स सही ह और मैंन/हमन ि शते एि ननयम ज्ञात कर मलए हैं क्जसक अन्तगयत विद्यत

अनज्ञ
ु ापर स्त्िीकृत ककया जाता ह । इसक उललघन पर अनज्ञ
ु ापर ननरस्त्त या िापस ककया जा सकता
ह ।
(द ) मैं/हम घ षणा करता हू/करत हैं कक मर/हमार पास मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मन्डल (विद्यत
ु )
विननयम, 1960 की निीनीकृत प्रनत उपलब्ध ह तथा मैं /हम इनका पालन करगें । मैं/हम पययििक
तथा तार ममस्त्री, तार- ममक्स्त्रयों व्दारा प्रस्त्तत
ु घ षणापर ज कक अनक्र
ु माक 4 में उललखखत ह
मर/हमार व्दारा प्रनतहस्त्तािररत कर अनज्ञ
ु ापर क साथ सलग्न कर रह हैं ज कक िापस ककया जािें ।
मैं /हम यह अश्िासन दत हैं कक हम पययििक/तार ममस्त्री क ननयक्ु तत तथा पता बदलन पर सचिि
अनज्ञ
ु ापन मन्डल क इसकी सि
ू ना 7 टदन में दगें तथा मरा/हमारा अनज्ञ
ु ापर तदनस
ु ार पष्ृ ठाककत
करायग ।
(तीन) मैं /हम प्रमाखणत करत हैं कक मद 5 में उललखखत उपकरण सही ह और विननयमों क
अनस
ु ार ह ।
भागीदारों क हस्त्तािर, यटद क ई हों .........................
1 ............................... हस्त्तािर
2 ................................ टदनाक......................
प्रा प ''आई'' में , ननम्नमलखखत टिप्पणी अत म ज ड़ा जाय, अथायत ्-

29
टिप्पणी - आिदन-पर क साथ ननम्नमलखखत दस्त्तािज होंग-
(एक) आिदक व्दारा ननयत
ु त ककय गय कमयिारीिन्ृ द में स प्रत्यक व्यक्तत क मलय प्रा प ''एम'' में
घ षणापर ;
(द ) उपकरणों क स्त्िाममत्ि क सबत
ू क साथ उपकरण क मलय प्रा प ''एन'' में परीिण प्रमाणपर,
सामान्यत: उस फमय स, क्जसस कक उपकरण क्रय ककय गय हैं, प्राप्त मल
ू कशममों या रसीद क
सबत
ू क प में स्त्िीकार ककया जायगा । ऐस कश मेंमों/ऐसी रसीद क न ह न पर एक शपथपर भजा
जायगा;
(तीन) अनज्ञ
ु क्प्त फीस क भग
ु तान क समथयन में मल
ू ट्रजरी िालान;
(िार) ठकदार क, या भागीदारी फमय क मामल में , ठकदार क प में हस्त्तािर करन क मलय प्राचधकृत
भागी दार क या कम्पनी क मामल मैं ठकदार की ओर स हस्त्तािर करन क मलय प्राचधकृत अचधकारी
क हस्त्तािर ककसी मक्जस्त्ट्रि, सरकार क ककसी राजपत्ररत अचधकारी या मध्य प्रदश विद्यत
ु मन्डल क
ककसी ऐस अचध- कारी क व्दारा ज सहायक यरी की पक्तत स नीि का न ह , अनप्र
ु माखणत करिाकर
भज जायग । ''
अनल
ु ग्नक ख
प्रारूप ''ज''
[ मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ) विननयम, 1960 का विननयम 26 दणखय ]
मध्य प्रदश शासन ऊजाय विभाग
विद्यत
ु ् ठकदार का अनज्ञ
ु ापर
टदनाक
मध्य प्रदश शासन ऊजाय विभाग की पजीयन क्रमाक समय-समय पर तथा सश चधत
विज्ञक्प्त क्रमाक.............. टदनाक....................... में उक्ललखखत अचधसि
ू नाओ का पालन करन पर
श्री/सिय श्री .................................... क मध्य प्रदश में विद्यत
ु ् सस्त्थापन का कायय ककय जान क
मलए एतद्द्िारा अचधकृत ककया जाता ह ।
अनज्ञ
ु ापर ननणयय की श्रणी
अनज्ञ
ु ा पर का काययिर
(ए) श्रणी - समस्त्त विद्यत
ु ् सस्त्थापन कायो क करन की अनम
ु नत :
परन्तु यह कक 33 कक० िा० स अचधक अश्ि शक्तत क मलए सस्त्थापन कायो क मलय मख्
ु य विद्यत

ननरीिक की मलखखत अनम
ु नत आिश्यक ह गी ।
(बी) श्रणी --- मध्यम दाब विद्यत
ु सस्त्थापनाओ में ग्रामीण िरों में 25 हासय पािर/ ककल िाि स
अनचधक सय क्जत भार (कनतिड ल ड) तथा अन्य िर मैं 10 हासय पािर/ककल िाि स अनचधक
सय क्जत भार (कलतिड ल ड) तक कायय करन क मलए अनज्ञ
ु प्त ककया गया I उस अनज्ञ
ु मस का धारक
मलफ्ि सस्त्थापनाओ तथा भमू मगत कत्रबलों का कायय करन का हकदार नही ह गा'' ।
(सी) श्रणी [X X X X X X ] विलप्ु त ।
………………………………………. ………………………………….
सचिि अध्यि
मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल
(विद्यत
ु ) जबलपरु (विद्यत
ु ) जबलपरु

30
टदनाक…………………………………..
पद नाम ननयक्ु तत का टदनाक छ ड़न का टदनाक
1. पययििक
(एक)
(द )
(तीन)
2. तार ममस्त्री
(एक)
(द )
(तीन)
(िार)
(पाि)
निीनीकरण का टदनाक समाक्प्त का टदनाक सचिि क हस्त्तािर
1.
2.
3.
4.
5

प्रारूप क
[मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ्) विननयम, 1960 का विननयम 26(4) दणखय]
कमयचाररयों क पजी
अनक्र
ु माक कमयिारी का पद अनज्ञ
ु ापर ननयक्ु तत का छ ड़न का वििरण
नाम क्रमाक टदनाक टदनाक
1. 2. 3. 4. 5. 6. 7.

31
प्रारूप ''एल''
[मध्य प्रदश अनज्ञ
ु ापन मडल (विद्यत
ु ्) विननयम, 1960 का विननयम 27 दणखय]
ठक की पजी
अनक्र
ु माक स्त्िामी या पता जहा कायय कायय का प्रकार प्रारम्भ करन का
उपभ तता का नाम ककया जाना ह टदनाक
1. 2. 3. 4. 5.

कायय समाक्प्त पररिण का पररिण का पररिण सस्त्थापन ककए गए अनज्ञ


ु ापर ठकदार क
का टदनाक टदनाक पररणाम धारक क हस्त्तािर विननयम 28 क हस्त्तािर
अनस
ु ार
(6) (7) (8) (9) (10)

प्रथम एम मटु रत नही I

32

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