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[(भारत के राजपत्र, भाग-II, खण्ड-3, उप खंड (i) में प्रकाशनार्थ]

भारत सरकार
पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर्

अधि‍
सूचना

नई‍दिल्ली, 4th अप्रैल 2016

सा.का.नन.395(अ).- भारत सरकार द्वारा प्रारूप ननर्म अर्ाथत ्, पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट
(प्रबंधन और सीमापारीर् संचलन) ननर्म 2015 का और संशोधन करने के िलए भारत सरकार के तत्कालीन
पर्ाथवरण और वन मंत्रालर् की अधधसच
ू ना सं. का.आ.582 (अ) तारीख 24 जल
ु ाई, 2015 द्वारा उन सभी
व्र्क्तितर् से, क्तजनके उससे प्रभािवत ोोने की संभावना र्ी, उस तारीख से क्तजसको उस राजपत्र प्रनतर्ां, क्तजसमें
र्ो अधधसूचना अंतिवथ्‍ट ो, , उपल्‍ध करा ीी जाती ो,, सा िीन की अवधध के भीतर आ्ेप और सुााव
आमंत्रत्रत करते ोुए एक प्रारूप अधधसूचना प्रकािशत की गई र्ी ;

और जनता को उित अधधसूचना को अंतिवथ्‍ट करने वाले राजपत्र की प्रनतर्ां 24 जुलाई, 2015 को
उपल्‍ध करा ीी गईं र्ी;

और केन्रीर् सरकार द्वारा उित प्रारूप ननर्म के संबंध में िवननिीथ ्‍ट अवधध के भीतर जनता से
प्राप्त आ्ेप और सुााव पर सम्र्ित: िवचार कर िलर्ा गर्ा ो, ;

अत: अब केन्रीर् सरकार, पर्ाथवरण संर्ण अधधननर्म, 1(89 (1(89 का 2() की धारा 9, धारा 8
और धारा 25 द्वारा प्रीत्त शक्तितर् का प्रर्ोग करते ोुए, पररसंकटमर् अपिश्‍ट (प्रबंधन, प्रो्‍तन और
सीमापारीर् संचलन) ननर्म, 2008 को िसवार् उन बात के अधधक्ांत करते ोुए क्तजन्ोे ेसे अधधक्मण से पूवथ
ककर्ा गर्ा ो, र्ा करने का लोप ककर्ा गर्ा ो, , ननम्निलिखत ननर्म बनाती ो, , अर्ाथत:-

अध्याय ।‍

प्रारम्भिक

1. संक्षिप्त नाम और प्रारं ि – (1) इन ननर्म का संक्ष्प्त नाम पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट (प्रबंध और
सीमापार संचलन) ननर्म, 2016 ो, |

(2) र्े राजपत्र में उनके प्रकाशन की तारीख से प्रवत्ृ त ो गे |

2. लागू होना- र्े ननर्म अनुसूधचर् में र्र्ा िवननिीथ ्‍ट पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन को लागू
ो गे ककन्तु ननम्निलिखत पर लागू नोीं ो गे –

(क) जल (प्रीष
ू ण ननवारण और ननर्ंत्रण) अधधननर्म, 1974 (1974 का 6) और वार्ु (प्रीष
ू ण
ननवारण और ननर्ंत्रण) अधधननर्म, 1985 (1985 का 14) और इसके अधीन बनाए गए और
समर्-समर् पर र्र्ासंशोधधत ननर्म के उपबंध के अधीन आने वाले अपिश्‍ट जल र्ा
ननशेिषत ग,स;

(ख) वािणक्तयर्क पोत पररवोन अधधनर्म, 1958 (1958 का 44) और इसके अधीन बनाए गए
और समर्-समर् पर र्र्ासंशोधधत ननर्म के उपबध के अधीन आने वाले सुसंगत बेस रे खा
के पांच ककलोमीटर से परे पोत के प्रचालन से ननकलने वाला अपिश्‍ट;

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(ग) परमाणु ऊजाथ अधधननर्म, 1962 (1962 का 33) और इसके अधीन बनाए गए और समर्-
समर् पर र्र्ासंशोधधत ननर्म के उपबंध के अधीन आने वाले रे डडर् धमी अपिश्‍ट;

(घ) अधधननर्म के अधीन बनाए गए और समर्-समर् पर र्र्ासंशोधधत ज,व-धचककत्सीर् अपिश्‍ट


(प्रबंध और प्रो्‍तन), ननर्म, 1998 के अधीन आने वाले ज,व धचककत्सीर् अपिश्‍ट; और

(ञ) अधधननर्म के अधीन बनाए गए और समर्-समर् पर र्र्ासंशोधधत नगरपािलका ोस


अपिश्‍ट (प्रबंध और प्रो्‍तन) ननर्म, 2000 के अधीन आने वाले अपिश्‍ट |

3. पररिाषाएं – (1) इन ननर्म में जब तक कक संीभथ से अन्र्र्ा अपेक्ष्त न ोो;

1. “अधधननर्म’’ से पर्ाथवरण (संर्ण) अधधननर्म, 1986 (1986 का 29) अिभप्रेत ो, ;

2. ''वा्‍तिवक प्रर्ोिता'' से ेसा अधधभोगी अिभप्रेत ो, जो पुन: उपर्ोग, पुन:चक्ण, पुन:प्राक्तप्त,


पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण सिोत उपर्ोग ोे तु पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट को अधधप्रािपत
और प्रसं्‍कृत करता ो, ;

3. “प्राधधकार’’ से ननर्म 9 के उपननर्म (2) के अधीन मंजूर पररसंकटमर् अपिश्‍ट के सज


ृ न, प्रो्‍तन,
संग्रोण, ग्रोण, शोधन, पररवोन, भंडारण, पुन:उपर्ोग पुनचथक्ीकरण, पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण
सिोत उपर्ोग और ननपटान के िलए अनुज्ञा अिभप्रेत ो, |

4. “बेिसल अिभसमर्’’ से पररसंकटमर् अपिश्‍ट के सीमापार संचलन और उनके ननपटान के ननर्ंत्रण पर


संर्ि
ु त रा्‍र पर्ाथवरण कार्थक्म अिभसमर् अिभप्रेत ो, ;

5. ''अबाध शोधन, भंडारण ओर ननपटान सुिवधा'' से ेसी सुिवधा अिभप्रेत ो, क्तजसका िवकास पररसंकटमर्
और अन्र् अपिश्‍ट के शोधन, भंडारण और िवननमाथण प्रसं्‍करण, शोधन, प,केज, भंडारण, पररवोन,
उपर्ोग, संग्रोण, न्‍ट करने, पररवतथन, त्रबक्ी ोे तु ीे ने, ो्‍तांतरण के ीनरान उत्पन्न अपिश्‍ट के
ननपटान के िलए ककसी अधधभोगी के पररसर के अंीर ककर्ा गर्ा ोो;

9. “केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ’ से जल (प्रीष
ू ण ननवारण और ननर्ंत्रण) अधधननर्म, 1974 (1974 का
6) की धारा 3 की उपधारा (1) के अधीन गि त केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ अिभप्रेत ो, ;

7. ''सााा शोधन, भंडारण और ननपटान सुिवधा'' से ेसी सााा सुिवधा अिभप्रेत ो, क्तजसे व्र्क्तितगत रूप
से र्ा रायर् सरकार र्ा ककसी सिु वधा के अधधभोगी प्रचालक द्वारा संर्ि
ु त रूप से र्ा अधधभोधगर् के
सोर्ोग से अिभननधाथरण ककर्ा गर्ा ोो क्तजसका उपर्ोग पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के शोधन,
भंडारण और ननपटान के िलए अनेक अधधभोधगर् र्ा वा्‍तिवक उपर्ोकताथओं द्वारा सााा सुिवधा के
रूप में उपर्ोग ककर्ा जाएगा;

8. ''पुन: प्रसं्‍करण'' से अिभप्रेत ऊजाथ र्ा संसाधन र्ा ीोन की पुन: प्राक्तप्त और प्रनत्‍र्ान के मा‍र्क से
पारं पररक इंधन र्ा कच्ची सामधग्रर् र्ा ीोन के प्रर्ोग में पररणामी कमी के उद्देश्र् से िवननमाथण
प्रकक्र्ाओं में अपिश्‍ट सामधग्रर् का प्रर्ोग ो, ;

(. ''गोन ीे खभाल उपकरण'' से जीवन र्क उपकरण अिभप्रेत ो, और इसमें ्‍वा्‍्र् एवं पररवार
कल्र्ाण मंत्रालर् द्वारा समर्-समर् पर र्र्ाननिीथ ्‍ट उपकरण शािमल ो, ;

10. “ननपटान’’ से ेसा कोई प्रचालन अिभप्रेत ो, जो पुन:प्रर्ोग, पुनचथक्ीकरण, पुन: प्राक्तप्त र्ा पुन:उपर्ोग
सो-प्रसं्‍करण सिोत उपर्ोग की ओर नोीं ले जाता ो, और इसके अन्तगथत अक्तजथत कचरे में भननतक
रसार्न, ज,िवक उपचार, भ्‍मीकरण सुरक्ष्त खत्ता-्‍र्ल में और ननपटान सक्तम्मिलत ो,;

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11. “ननर्ाथत’’ से इसके व्र्ाकरिणक रूप भेी और सोजातीर् पी में भारत से भारत के बाोर ककसी ्‍र्ान
को ले जाना अिभप्रेत ो, ;

12. “ननर्ाथतक’ से पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का ननर्ाथत करने वाले ीे श सिोत ेसे ननर्ाथतक ीे श
की अधधकाररता के अधीन कोई व्र्क्तित र्ा अधधभोगी अिभप्रेत ो, जो पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट
का ननर्ाथत करता ो, ;

13. “पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का पर्ाथवरणीर् दृक्त्‍ट से अनुकूल प्रबंध’’ से र्ो सुननक्तश्चत करने के
िलए अपेक्ष्त सभी उपार् करना अिभप्रेत ो, कक पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का प्रबंध ेसी रीनत
से ोो जो ेसे अपिश्‍ट के पररणाम्‍वरूप प्रनतकूल प्रभाव के िवरुद्ध ्‍वा्‍्र् और पर्ाथवरण को
संरक्ष्त करे गा;

14. “पर्ाथवरणीर् दृक्त्‍ट से अनुकूल प्रनद्र्ोधगककर्ां’’ से केन्रीर् सरकार द्वारा समर् समर् पर अनुमोिीत
कोई प्रनद्र्ोधगकी अिभप्रेत ो, ;

15. “सुिवधा’’ से ेसा कोई ्‍र्ापन अिभप्रेत ो, क्तजसमें पररसंकटमर् और/र्ा अन्र् अपिश्‍ट के उत्पाीन,
प्रो्‍तन, संग्रोण, प्रवेश, शोधन, भंडारण, उपुन:प्रर्ोग, पुनचथक्ीकरण, पुन: प्राक्तप्त , पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-
प्रसं्‍करण, उपर्ोग और ननपटान के आनष
ु ंधगक प्रकक्र्ाएं चलाई जाती ो,;

19. “प्ररूप’’ से इन ननर्म से उपाबद्ध प्ररूप अिभप्रेत ो, ;

17. “पररसंकटमर् अपिश्‍ट’’ से कोई ेसा अपिश्‍ट अिभप्रेत ो, जो अपने भननतक, रासार्ननक, ज,िवक,
प्रनतकक्र्ात्मक, िवषाित, यवलनशील, िव्‍फोटक र्ा ्र्कारी ज,से ल्ण के कारण ्‍वा्‍्र् र्ा
पर्ाथवरण को चाोे अकेले र्ा अन्र् अपिश्‍ट र्ा पीार्ों के सम्पकथ से खतरा काररत करता ो, र्ा खतरा
काररत करने की संभावना ो, और इसमें ननम्निलिखत सक्तम्मिलत ोोगा-

(i) अनुसूची 1 के ्‍तंभ 3 के अधीन िवननिीथ ्‍ट अपिश्‍ट;

(ii) अनुसूची 2 के वगथ क और वगथ ख में र्ा अनुसूची-।। के वगथ ग में र्र्ािवननिीथ ्‍ट ककन्ोीं ल्ण
के अपिश्‍ट संघटक के िलए िवननिीथ ्‍ट संकेन्रण सीमाओं के समान र्ा उससे अधधक रखने वाले
अपिश्‍ट; और

(iii) ेसे अपिश्‍ट के आर्ात र्ा ननर्ाथत की बाबत अनुसूची-।।। के भाग क में िवननिीथ ्‍ट अपिश्‍ट र्ा
भाग क में िवननिीथ ्‍ट के िसवाए अपिश्‍ट र्िी उसमें अनुसूची-।।। के भाग ग में िवननिीथ ्‍ट कोई
पररसंकटमर् ल्ण ो, ;

18. “आर्ात’’ से इसके व्र्ाकरणीर् रूपभेी और सोजातीर् पी के अनुसार भारत में भारत के बाोर के
्‍र्ान से लार्ा जाना अिभप्रेत ो, ;

1(. “आर्ातक’’ से कोई व्र्क्तित र्ा अधधभोगी अिभप्रेत ो, जो पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का आर्ात
करता ो, ;

20. “माल सूची’’ से इन ननर्म के उपबंध के अनुसार भेजने वाले द्वारा त,र्ार ककर्ा गर्ा और
ो्‍ता्ररत पररवोन ी्‍तावेज अिभप्रेत ो, ;

21. ककसी कारखाना र्ा पररसर के संबंध में ’’अधधभोगी’’ से ेसा व्र्क्तित अिभप्रेत ो, क्तजसका कारखाना र्ा
पररसर के कक्र्ाकलाप पर ननर्ंत्रण ो, और इसके अन्तगथत पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के क्‍जे
में कोई पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट ो, ;

22. “व्र्र्न सुिवधा का प्रचालक’’ से ेसा व्र्क्तित अिभप्रेत ो, जो पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के
संग्रोण, ग्रोण, शोधन, भंडारण और व्र्र्न की सुिवधा पर ्‍वािमत्व रखता ो, र्ा प्रचािलत करता ो, ;

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23. “अन्र् अपिश्‍ट’’ से आर्ात र्ा ननर्ाथत के िलए अनुसूची 3 के भाग ख और भाग ग में िवननिीथ ्‍ट
अपिश्‍ट अिभप्रेत ो, और इसमें ीे श में ्‍वीे शी रूप से उत्पािीत ेसे सभी अपिश्‍ट शािमल ो,;

24. ''पूवथ-प्रसं्‍करण'' से अपिश्‍ट को सो-प्रसं्‍करण र्ा पुन: चक्ीकरण र्ा आगे ककसी अन्र् प्रसं्‍करण के
िलए उपर्ुित बनाने ोे तु अपिश्‍ट का शोधन करना अिभप्रेत ो, ;

25. “पुन:चक्ीकरण’’ से मूल प्रर्ोजन र्ा अन्र् प्रर्ोजन के िलए पर्ाथवरणीर् अनुकूल रीनत से पररसंकटमर्
र्ा अन्र् अपिश्‍ट का पुन: उद्धार और पुन: प्रसं्‍करण अिभप्रेत ो, ;

29. “पुन:उपर्ोग’’ से इसके मूल उपर्ोग र्ा अन्र् उपर्ोग के प्रर्ोजन के िलए पररसंकटमर् र्ा अन्र्
अपिश्‍ट का उपर्ोग अिभप्रेत ो, ;

27. ''पन
ु :प्राक्तप्त'' से पन
ु :चक्ीकरण से कोई ेसा पररचालन र्ा कार्थकलाप अिभप्रेत ो, क्तजसमें िवननिीथ ्‍ट
सामधग्रर् की पुन: प्राक्तप्त की जाती ो, ;

28. “अनस
ु च
ू ी’’ से इन ननर्म से उपाबद्ध अनस
ु च
ू ी अिभप्रेत ो, ;

2(. संघ रायर् ्ेत्र के संबंध में “रायर् सरकार’’ से संिवधान के अनुच्छे ी 239 के अधीन ननर्ुित उसका
प्रशासक अिभप्रेत ो, ;

30. “रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ’’ से जल (प्रीष
ू ण ननवारण और ननर्ंत्रण) अधधननर्म, 1974 (1974 का 6)
की धारा 4 के अधीन गि त रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ अिभप्रेत ो, और इसके अन्तगथत संघ रायर्
्ेत्र प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण सिमनत के अधीन गि त भी ो, ;

31. “भंडारण’’ से अ्‍र्ार्ी अवधध के िलए ककसी पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का भंडारण अिभप्रेत ो,
क्तजसके अन्त में ेसे अपिश्‍ट का प्रसं्‍करण र्ा ननपटान ककर्ा जाता ो, ;

32. “सीमापार संचलन’’ से एक ीे श की अधधकाररता के अधीन ्ेत्र से र्ा ीस


ू रे ीे श की अधधकाररता के
अधीन ्ेत्र के मा‍र्म से र्ा ककसी ीे श की अधधकाररता के अधीन न आने वाले ्ेत्र के मा‍र्म से
पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का कोई संचलन अिभप्रेत ो, , परन्तु र्ो कक संचलन में कम से कम
कोई ीो ीे श अन्तवथिलत ो ;

33. “पररवोन’’ से वार्ु, रे ल, सड़क र्ा जल द्वारा पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का अपतट संचलन
अिभप्रेत ो, ;

34. “पररवाोक’’ से वार्ु, रे ल, सड़क र्ा जल द्वारा पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का अपतट पररवोन में
लगा व्र्क्तित अिभप्रेत ो, ;

35. “शोधन’’ से ककसी पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के भननतक, रासार्ननक र्ा ज,िवक ल्ण र्ा
संरचना को पररवनतथत करने के िलए ढं ग, तकनीक र्ा प्रकक्र्ा अिभप्रेत ो, क्तजससे कक नुकसान काररत
करने की इसकी ्मता को कम ककर्ा जा सके;

39. “’प्रर्ुित तेल’ से ननम्निलिखत कोई तेल अिभप्रेत ो, -

(i) प्रर्ुित इंजन तेल, धगर्र तेल, ोाइड्रोिलक तेल, टरबाइन तेल, कम्प्रेशर तेल, औद्र्ोधगक धगर्र
तेल, ताप अन्तरण तेल, रांसफामथर तेल और उनके टें क के तल के मलबे सिोत कच्चा तेल र्ा
्‍पेन्ट तेल सिोत िसन्र्ेिटक िमधित तेल से व्र्ुत्पन्न; और

(ii) पुन:सं्‍करण के िलए उपर्ुित र्िी र्ो अनुसूची V के भाग क में ननधाथररत िवननीे श को पूरा
करता ो, ककन्तु इसमें अपिश्‍ट तेल सक्तम्मिलत नोीं ो, ;

37. ''उपर्ोग'' से एक संसाधन के रूप में पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का उपर्ोग अिभप्रेत ो, ;

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38. “अपिश्‍ट’’ से ेसी सामग्री अिभप्रेत ो, जो उत्पाी र्ा उपोत्पाी नोीं ो, क्तजनका उत्पाीन, पररवतथन र्ा
उपभोग के प्रर्ोजन के िलए सज
ृ नकताथ के िलए आगे कोई उपर्ोग नोीं ो, ।

्‍प्‍टीकरण – इस खंड के प्रर्ोजन के िलए –

(i) अपिश्‍ट में ेसी सामग्री सक्तम्मिलत ो, क्तजसका सज


ृ न कच्ची सामग्री के उत्कषथण के ीनरान, कच्ची
सामग्री से म‍र्वती और अक्तन्तम उत्पाी के प्रसं्‍करण, अंनतम उत्पाी के उपभोग और अन्र्
मानवीर् कक्र्ाकलाप के मा‍र्म से ककर्ा जा सकेगा और प्रकक्र्ा के भाग के रूप में सज
ृ न के
्‍र्ान पर पुन:चक्ीत र्ा पुन:उपर्ोगी अविश्‍ट को अपवक्तजथत करता ो, |

(ii) उपोत्पाी से ेसी सामग्री अिभप्रेत ो, जो उत्पाीन प्रकक्र्ा द्वारा एकमात्र र्ा पर्
ृ कत: उत्पािीत
नोीं ककर्ा गर्ा ो, ककन्तु प्रकक्र्ा में उत्पािीत ककर्ा गर्ा ो, और इस प्रकार उपर्ोग ककर्ा गर्ा ो,
|

3(. “अपिश्‍ट तेल’’ से ेसा कोई तेल अिभप्रेत ो, क्तजसमें कच्चा तेल, िमिण, टें क सतो कचरा और
प,रोिलर्म परर्‍करणी सं्‍र्ापन र्ा पोत से सक्तृ जत तरल तेल और ऊजाथ पुन: प्राक्तप्त के िलए भट्टी में
ईंधन के रूप में उपर्ोग ककर्ा जा सकता ो, र्िी र्ो इस प्रकार र्ा प्रसं्‍करण के पश्चात अनुसूची 5
के भाग ख में अधधकधर्त िवननीे श को परू ा करता ो, |

(2) इन ननर्म में प्रर्ुित श्‍ी और पी जो र्ोां पररभािषत नोीं ो, ककन्तु अधधननर्म में पररभािषत ो, का
वोी अर्थ ोोगा जो उनका अधधननर्म में ो, ।

अध्याय ।।‍

पररसंकटमय और अन्य अपशिष्टों के प्रबंिन‍की प्रक्रिया

4. पररसंकटमय और अन्य अपशिष्टों के प्रबंिन‍के शलए अधििोगी के िानयत्व‍ –

(1) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन के िलए अधधभोगी ननम्निलिखत कीम का पालन करें गे,
अर्ाथत ् :

(क) ननवारण;
(ख) न्र्ूनीकरण;
(ग) पन
ु : प्रर्ोग;
(घ) पुन: चक्ीकरण;
(ड.) सो-प्रसं्‍करण सिोत पुन:प्राक्तप्त, उपर्ोग;
(च) सुरक्ष्त ननपटान;
(2) अधधभोगी पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के सुरक्ष्त और पर्ाथवरणीर् अनुकूल प्रबंध के िलए
उत्तरीार्ी ोोगा |

(3) ककसी अधधभोगी के ्‍र्ापन में सक्तृ जत पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट को ककसी अधधक
ृ त वा्‍तिवक
प्रर्ोगकताथ को भेजा र्ा बेचा जाएगा र्ा ककसी अधधकृत ननपटान सिु वधा में इसका ननपटान ककर्ा जाएगा।

(4) ककसी अधधभोगी के ्‍र्ापन से पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का इन ननर्म के उपबंध के अनुरूप
प्राधधकृत वा्‍तिवक प्रर्ोिता र्ा प्राधधकृत ननपटान सुिवधा तक पररवोन ककर्ा जाएगा।

(5) ेसा अधधभोगी जो अपने पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का शोधन र्ा ननपटान, शोधन के प्रचालक
द्वारा कराना चाोता ो, वोां भंडारण और ननपटान सुिवधा उस सुिवधा के प्रचालक और ेसी जानकारी जो
सरु क्ष्त भंडारण और ननपटान के िलए आवश्र्क ोो, ीी जाएगी।

(9) अधधभोगी पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन के समर् सभी पर्ाथप्त उपार् करे गा-

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(क) संीष
ू क को ननर्ंत्रत्रत करे गा और ीघ
ु ट
थ नाओं को रोकेगा तर्ा मानव और पर्ाथवरण पर उनके
पररणाम को सीिमत करे गा; और

(ख) ्‍र्ल पर कार्थ कर रोे व्र्क्तितर् को समुधचत प्रिश्ण, उपकरण और उनकी सुर्ा को
सुननक्तश्चत करने के िलए आवश्र्क जानकारी उपल्‍ध कराएगा |

(5) पररसंकटमय और अन्य अपशिष्टों के‍ पयाावरणीय‍ अनुकूल‍ प्रबंि के शलए‍ राज्‍य‍ सरकार‍ के‍ िानयत्‍
व‍ -‍
(1) रायर् में उद्र्ोग िवभाग र्ा रायर् सरकार द्वारा इस संबंध में प्राधधकृत कोई अन्र् सरकारी अिभकरण,‍
िवद्र्मान और भावी आद्र्ोधगक पाकथ, संपीा और औद्र्ोधगक समूो में पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के
पुन:चक्ीकरण, पूव-थ प्रसं्‍करण और अन्र् उपर्ोग के िलए औद्र्ोधगक ्‍र्ान र्ा शेड का ननधाथरण र्ा आवंटन
सनु नक्तश्चत करना;

(2) रायर् में िम िवभाग र्ा रायर् सरकार द्वारा इस संबंध में प्राधधकृत ककसी सरकारी अिभकरण द्वारा
ननम्निलिखत कार्थ ककए जाएंगे, -

(क) पुन:चक्ीकरण, पूव-थ प्रसं्‍करण और अन्र् उपर्ोग संबंधी कार्थकलाप में लगे कािमथक की पोचान
और पंजीकरण सुननक्तश्चत करना;

(ख) ेसी सुिवधाओं की ्‍र्ापना में सुगमता प्रीान करने के िलए ेसे कािमथक के समूो को बनाने
में सोार्ता प्रीान करना;

(ग) पुन:चक्ीकरण, पुन:प्रसं्‍करण और अन्र् उपर्ोग में लगे कािमथक के िलए औद्र्ोधगक कनशल
िवकास संबंधी कार्थकलाप करना;

(घ) वािषथक ननगरानी करना और पुन:चक्ीकरण, पुन:प्रसं्‍करण और अन्र् उपर्ोग में लगे कािमथक
की सुर्ा और ्‍वा्‍्र् को सुननक्तश्चत करना।

(3) प्रत्र्ेक रायर् सरकार द्वारा इन उपबंध के प्रभावी कार्ाथन्वर्न के िलए एकीकृत र्ोजना बनाई जा
सकती ो, और केन्रीर् सरकार में पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् को वािषथक ररपोटथ प्र्‍तुत की
जा सकती ो, ।

(9) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन के िलए प्राधधकार का मंजूर ककर्ा जाना.-(1)
पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रो्‍तन, उत्पाीन संग्रोण, भंडारण, प,केक्तजंग, पररवोन, प्रर्ोग, शोधन,
प्रसं्‍करण, पुन:चक्ीकरण, पुन: प्राक्तप्त, पूवथ-प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण, उपर्ोग, त्रबक्ी, अंतरण र्ा ननपटान में
लगी सिु वधा के प्रत्र्ेक अधधभोगी द्वारा प्ररुप 1 में रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को आवेीन ककर्ा जाना और
इन ननर्म के प्रकाशन की तारीख से सा िीन की अवधध के अंीर रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से प्राधधकार
प्राप्त करना अपेक्ष्त ोोगा। प्राधधकार के िलए ेसे आवेीन के सार् ननम्निलिखत ी्‍तावेज में से प्रत्र्ेक की
एक प्रनत ोोगी, अर्ाथत ् :

(क) जल (प्रीष
ू ण ननवारण और ननर्ंत्रण अधधननर्म, 1974 (1974 का 25) और / वार्ु (प्रीष
ू ण
ननवारण और ननर्ंत्रण अधधननर्म, 1985 (1985 का 21) के अधीन रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ
से प्रचालन की सोमनत।

(ख) जल (प्रीष
ू ण ननवारण और ननर्ंत्रण अधधननर्म, 1974 (1974 का 25) और / वार्ु (प्रीष
ू ण
ननवारण और ननर्ंत्रण अधधननर्म, 1981 (1981 का 21) के अधीन रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ
द्वारा मंजूर ्‍र्ापना की सोमनत।

(ग) प्राधधकार के नवीकरण के मामले में , पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के िलए प्राधधकार में
िवननिीथ ्‍ट बिो:स्राव, उत्सजथन मानक और शतों के संबंध में ्‍व-प्रमािणत अनुपालन ररपोटथ ।

6
परन्तु र्ो कक प्राधधकार के िलए नवीकरण का आवेीन ेसे प्राधधकार की समाक्तप्त के तीन मास पूवथ
ककर्ा जा सकेगा :

परं तु र्ो और कक-

(i) परन्तु र्ो और कक इन ननर्म के प्रारं भ की तारीख से पव


ू थ पररसंकटमर् अपिश्‍ट (प्रबंध,
प्रो्‍तन और सीमापार संचलन) ननर्म, 2008 के उपबंध के अधीन प्राधधकृत ककसी व्र्क्तित
से ेसे प्राधधकार की अवधध की समाक्तप्त तक प्राधधकार का आवेीन करने की अपे्ा नोीं
ोोगी।

(ii) अनुसूची IV में िवननिीथ ्‍ट पररसंकटमर् अपिश्‍ट के पुनचथक्ण र्ा पुनससंस्‍करण में लगा कोई
व्र्क्तित क्तजसके पास पररसंकटमर् अपिश्‍ट (प्रबंधन, प्रो्‍तन और सीमापार संचलन)
ननर्म, 2008 के अधीन रक्तज्‍रीकरण ो, , को ेसे रक्तज्‍रीकरण के अवसान की अवधध तक
प्राधधकार के िलए आवेीन करना अपेक्ष्त नोीं ो, ।

(2) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ प्राधधकार के िलए सभी पररप्रेक्ष्र् में पूणथ आवेीन की प्राक्तप्त पर ेसी जांच
के पश्चात ् क्तजसे वो आवश्र्क समाे और समाधान ोोने पर कक आवेीक पररसंकटमर् अपिश्‍ट र्ा उसके
समान ककसी व्‍तु के िलए र्र्ा क्त्‍र्नत, संग्रोण, भंडारण, प,ककं ग पररवोन, शोधन, प्रसं्‍करण, उपर्ोग,
िव‍वंस, पुनचथक्ण, पुन: प्राक्तप्त, पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण, उपर्ोग, िवक्र् का प्र्‍ताव, ो्‍तांतरण र्ा
ननपटान, के िलए समुधचत सुिवधाएं रखता ो, और तकनीकी ्मताओं तर्ा उप्‍कर जो केंरीर् प्रीष
ू ण बोडथ
द्वारा समर् समर् पर और ्‍र्ल ननरी्ण के मा‍र्म से िवननिीथ ्‍ट मानक प्रचालन प्रकक्र्ा और अन्र् िीशा
ननीे श के अनुरुप ो,, एक सन बीस िीन की अवधध में आवेीक को प्ररुप 2 में प्राधधकार जो पांच वषथ की अवधध
के िलए िवधध मान्र् ोोगा और उसमें अधधकधर्त ेसी ीशाओं के अ‍र्धीन ोोगा, ीे गा। अनस
ु च
ू ी IV में िीए गए
अनुसार सामान्र् रूप से पुनचक्ीकरणर्ोग्र् पररसंकटमर् अपिश्‍ट के िलए, केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा
पोले से ोी त,र्ार ककए गए मागथीशथक िसद्धांत अपनाए जाएंगे :
परं तु र्ो कक प्राधधकार के नवीकरण के ीशा में रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ ेसे प्राधधकार प्रीान करने
से पोले अपना समाधान करे गा कक र्ो पूवथ से प्रीान ककए गए ककसी प्राधधकार में िवननिीथ ्‍ट ीशाओं के
उल्लंघन में नोीं ो, और इसे ननरी्ण ररपोटथ में अिभिलिखत ककर्ा जाएगा।

(3) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा उपननर्म (2) के अधीन प्रीत्त प्राधधकार के सार् उस बोडथ द्वारा
ो्‍ता्ररत ्ेत्र ननरी्ण ररपोटथ की प्रनत क्तजसके पररसंकटमर् र्ा उसके समान ककसी व्‍तु में और अन्र्
अपिश्‍ट संग्रोण, भंडारण, प,केक्तजंग, पररवोन, उपचार प्रसं्‍करण, उपर्ोग, िव‍वंस, पुनचथक्ण, प्रनत प्राक्तप्त,
पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण, उपर्ोग और िवक्र् का प्र्‍ताव, अंतरण र्ा ननपटान के िलए पर्ाथप्त सुिवधाओं
की सूचना ोोगी और केंरीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा समर् समर् पर िवननिीथ ्‍ट मानक प्रसं्‍करण प्रचालन
के मागथीशथक िसद्धांत का अनप
ु ालन करे गा ।

(4) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ आवेीक की उसमें कारण को अिभिलिखत करते ोुए और सुनवाई का
र्ुक्तितर्ुित अवसर ीे ते ोुए इन ननर्म के अधीन ककसी प्राधधकार को प्रीान करने से इंकार कर सकेगा ।

(5) इन ननर्म के अधीन प्राधधकृत प्रत्र्ेक अधधभोगी उसके द्वारा प्रबंधधत प्ररुप 3 में पररसंकटमर् और
अन्र् अपिश्‍ट के अिभलेख रखेगा और त,र्ार करे गा तर्ा प्ररुप 4 में िवननिीथ ्‍ट ्‍र्नर के सिोत वािषथक रुप
से 30 जून र्ा उससे पूवथ प्रत्र्ेक िवत्तीर् वषथ जो उस िववरणी से संबंधधत ो, , को रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ
को प्र्‍तत
ु करे गा ।

(9) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन के िलए इन ननर्म के अधीन
अधधरोिपत ीशाओं की िविशक्त्‍टर्ां सिोत एक रक्तज्‍टर रखेगा और र्ो कार्ाथलर् समर् के ीनरान ककसी भी
िोतबद्ध र्ा प्रभािवत व्र्क्तित के ननरी्ण के िलए खल
ु ा रोे गा।

7
(7) पररसंकटमर् और अन्र् अपिशषट् के प्राधधकृत वा्‍तिवक प्रर्ोिता खरीीे गए पररसंकटमर् और अन्र्
अपिश्‍ट के अिभलेख के प्राधधकार के सार् रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा जारी की गई पासबुक में रखेगा।

(8) प्राधधकृत वा्‍तिवक उपर्ोगकताथ को पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट को केवल वा्‍तिवक प्रर्ोगकताथ
की पासबुक में प्रिवक्त्‍ट करने के बाी ोी सौंपा जाएगा।

7. प्राधिकार‍को‍ननलंबबत‍या‍रद्द‍करने‍ की‍िम्‍‍त.- (1) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ, र्िी उसके िवचार में
प्राधधकार का धारक प्राधधकार में ीशाओं र्ा अधधननर्म के ककसी उपबंध में र्ा इन ननर्म में से ककसी को भी
अनुपालन करने में असफल रोा ो, तो उसको सुनवाई का अवसर ीे गा और उसके कारण को अिभिलिखत करने
के पश्चात ् ननर्म 9 के अधीन ेसी अवधध जो वो लोक िोत में आवश्र्क समाे जारी प्राधधकार को रद्द र्ा
ननलंत्रबत कर सकेगा ।
(2) प्राधधकार में ननलंत्रबत र्ा रद्द ोोने पर रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ व्र्क्तित क्तजसका प्राधधकार ननलंत्रबत
र्ा रद्द ककर्ा गर्ा ो, , को पररसंकटमर् अपिश्‍ट को सुरक्ष्त भंडारण और प्रबंध के िलए ननीे श ीे सकेगा और
ेसा व्र्क्तित ेसा ननीे श का अनुपालन करे गा ।

8. पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍टों‍का‍िंडारण.- (1) प्रसुिवधाओं के अधधभोगी, न्‍बे िीन से अनधधक
अवधध के िलए पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट को भंडार कर सकेगा और ेसे अपिश्‍ट में िवक्र् अंतरण,
भंडार, पुनचथक्ण, पुन:प्राक्तप्त, पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण और उपर्ोग का अिभलेख रखेगा और इन अिभलेख
को ननरी्ण के िलए उपल्‍ध रखेगा ।

परं तु र्ो कक रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ ननम्निलिखत मामल के न्‍बे िीन की अवधध को िव्‍ताररत
कर सकेगा, अर्ाथत ् :-

(i) प्रनतवषथ ीस टन तक छोटे सज


ृ नकताथ उनकी वािषथक ्मता के एक सन अ्‍सी िीन तक;

(ii) वा्‍तिवक प्रर्ोिता और ननपटान सुिवधा के प्रचालक उनकी वािषथक ्मता के एक सन अ्‍सी िीन
तक।

(iii) अधधभोगी जो संबद्ध रायर् में शोघन, भंडारण, ननपटान प्रसुिवधा नोीं रखते ो,;

(iv) अपिश्‍ट क्तजन्ोें इनके पुनचक्थण, पुन: प्राक्तप्त, पूव-थ प्रसं्‍करण, सो-प्रसं्‍करण र्ा

उपर्ोग के िलए प्रकक्र्ा के िवकास ोे तु िविश्‍ट रूप से भंडाररत ककए जाने की आवश्र्कता ोो;

(v) ककसी अन्र् मामले में , औधचत्र्पूणथ आधार पर एक सन अ्‍सी िीन तक।

9.‍पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍टों‍का‍ोपयोग.-‍(1) उत्पाीक के पररसर सिोत (र्िी र्ो प्रकक्र्ा का भाग
नोीं ो, ) एक संसाधन के रूप में पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट उपर्ोग र्ा‍सो-प्रसं्‍करण र्ा ककसी अन्र्
प्रर्ोग के िलए पूव-थ प्रसं्‍करण, केवल केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा िीए गए िीशाननीे श र्ा मानक के
आधार पर अपिश्‍ट के संबंध में रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से प्राधधकार प्राप्त करने के पश्चात ् ोी ककर्ा
जाएगा।

(2) जोां िविश्‍ट उपर्ोग के िलए मानक प्रचालन पद्धनतर्ां र्ा मागथीशथक िसद्धांत उपल्‍ध न ो , वोां केन्रीर्
प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से अनुमोीन की वांछा की जाएगी जो परी्ण के आधार पर अनुमोीन प्रीान करे गा और
इसके बाी केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा मानक प्रचालन प्रकक्र्ाएं र्ा िीशाननीे श त,र्ार ककए जाएंगे:

परं तु र्ो कक र्िी परी्ण िविश्‍ट उपर्ोग के संबंध में िवशेष अपिश्‍ट के िलए ककर्ा गर्ा ो, तर्ा
पर्ाथवरण मानक का अनुपालन उपीिशथत ककर्ा गर्ा ो, तो रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा इसी अपिश्‍ट
तर्ा उपर्ोग के संबंध में केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा अलग से परी्ण की अपे्ा के त्रबना प्राधधकार
मंजूर ककर्ा जा सकता ो, और ेसे सफल परी्ण के मामल के केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ सभी रायर्
प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडों को सूधचत करे गा।

8
(3) सीमें ट संर्ंत्र में अपिश्‍ट के सो-प्रसं्‍िरण के िलए परी्ण की आवश्र्कता नोीं ोोगी क्तजसके िलए
मागथीशथक िसद्धांत केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा पोले ोी उपल्‍ध करा िीए गए ो, ; तर्ािप वा्‍तिवक
उपर्ोगकत्ताथ द्वारा अपिश्‍ट के सो-प्रसंसकरण के संबंध में सीमें ट संर्ंत्र के िलए पर्ाथवरण (संर्ण)
अधधननर्म, 1(89 (1(89 का 2() के अंतगथत अधधसूधचत मानक का अनुपालन सुननक्तश्चत ककर्ा जाएगा:

परं तु र्ो कक मानक के अधधसूधचत ोोने तक पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के अन्र् उपर्ोग ोे तु
र्र्ा प्रर्ोयर् प्रकक्र्ा अपनाई जाएगी, ज,साकक ऊपर उपीिशथत ककर्ा गर्ा ो, ।

10. वास्‍
तविवक‍प्रयो‍‍ताओं ं‍ के‍शलए‍मानक‍प्रचालन‍पद्धनत‍या‍मागाििाक‍शसद्धांत.-‍पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु
पररवतथन मंत्रालर् र्ा केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा समर् समर् पर पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के
पर्ाथवरणीर् अनुकूल प्रबंधन के िलए मानक प्रचालन पद्धनतर्ां र्ा मागथीशथक िसद्धांत जारी कर सकेगा।

अध्‍
याय‍।।।
पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍ट‍का‍ययात‍और‍ननयाात

11. पररसंकटमय‍ और‍ अन्‍


य‍ अपशिष्‍टों‍ का‍ ययात‍ और‍ ननयाात‍ (सीमापार‍ संचलन).-‍ पर्ाथवरण वन और
जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर्, इन ननर्म के उपबंध के अनुसार पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के सीमापार
संचलन के िलए नोडल मंत्रालर् ोोगा ।

12. पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍टों‍के‍ययात‍और‍ननयाात‍के‍शलए‍कायानीनत.- (1) पररसंकटमर् और
अन्र् अपिश्‍ट का ककसी अन्र् ीे श से भारत में नन्‍तारण करने के िलए कोई आर्ात अनुज्ञेर् नोीं ोोगा ।

(2) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का आर्ात केवल पुनचथक्ण, पुन:प्राक्तप्त, पुन:उपर्ोग और सो-
प्रसं्‍करण सिोत, उपर्ोग के िलए ोी अनुज्ञेर् ोोगा ।

(3) अनुसूची III के भाग क में पररसंकटमर् अपिश्‍ट का आर्ात ननर्ाथतक ीे श की पूवथ सूधचत सोमनत के
सार् वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं के िलए अनुज्ञेर् ोोगा और इसके िलए पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन
मंत्रालर् की अनुमनत अपेक्ष्त ोोगी।

(4) अनुसूची III के भाग ख में अन्र् अपिश्‍ट का आर्ात पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर्
की अनुमनत से अनुज्ञेर् ोोगा।
(5) अनुसूची III के भाग घ में अन्र् अपिश्‍ट का ननर्म 13 में ीी गई प्रकक्र्ा के अनुसार और उपर्ि
ुथ त
अनस
ु च
ू ी के नीचे की िटप्पणी के अनस
ु ार अनज्ञ
ु ेर् ोोगा।

(9) अनुसूची VI में िवननिीथ ्‍ट पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का आर्ात अनुज्ञेर् नोीं ोोगा।

(7) भारत से अनुसूची III और अनुसूची VI के भाग क और भाग ख में सूचीबद्ध पररसंकटमर् और अन्र्
अपिश्‍ट का आर्ात पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् की अनुमनत से ोोगा। अनुसूची III और
अनुसूची VI के भाग क में सच
ू ीबद्ध पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के आर्ात के िलए आवेीन के मामले
में , उन पर आर्ातक ीे श की पव
ू थ सधू चत सोमनत के आधार पर िवचार ककर्ा जाएगा।

(8) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट , जो अनुसूची III में िवननिीथ ्‍ट नोीं ो,, ककं तु अनुसूची III के भाग ग
में उक्तल्लिखत पररसंकटमर् ल्ण ीशाथतें ो,, के आर्ात तर्ा ननर्ाथत के िलए इन्ोें र्र्ा क्त्‍र्नत, भारत से
आर्ात र्ा ननर्ाथत, ककए जाने से पूवथ पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् की पूवथ िलिखत अनुमनत
अपेक्ष्त ोोगी।

9
13. पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍टों‍के‍ननयाात‍की‍प्रक्रिया‍-‍(1) अनुसूची ।।। के भाग क और भाग ख
में ननिीथ ्‍ट पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के आर्ात र्ा सीमापारीर् संचलन ोे तु वोन के इच्छुक
वा्‍तिवक प्रर्ोिता प्ररूप 5 के सार् इसमें सूचीबद्ध ी्‍तावेज सिोत अनुसूची ।।। के भाग क के संबंध में
ननर्ाथतक ीे श के पव
ू थ सधू चत सोमनत सिोत प्र्‍तािवत आर्ात के िलए पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन
मंत्रालर् को आवेीन करें गे और इसके सार् ोी संबंधधत रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ के सूचनार्थ आवेीन की एक
प्रनत भेजेंगे और इस संबंध में संबंधधत रायर् प्रीष
ू ण बोडथ से पावती आवेीन सिोत पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु
पररवतथन मंत्रालर् को प्र्‍तत
ु की जाएगी।

(2) अनुसूची ।।। के भाग घ में सूचीबद्ध अन्र् अपिश्‍ट के आर्ात के िलए आर्ातक के िलए पर्ाथवरण,
वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् की अनुमनत अपेक्ष्त नोीं ोोगी। तर्ािप, आर्ातक द्वारा अनुसूची VIII में
सूचीलबद्ध ी्‍तावेज के अनतररित र्र्ाक्त्‍र्नत, ननम्निलिखत ी्‍तावेज , ज,सा भी मामला ोो, के सार् सीमा
शुल्क प्राधधकरण को प्ररूप 9 के अनस
ु ार अपेक्ष्त सच
ू ना प्र्‍तुत की जाएगी। अनस
ु च
ू ी VIII (बेसेल सं. बी 1110)
के क्मांक 4 (ड.) से 4 (ा) में सूचीबद्ध प्रर्ुित व,द्र्ुत तर्ा इलेिरॉननकी संर्ोजन के िलए इन ननर्म के
अंतगथत प्रलेखन की कोई िवशे्‍ट अपे्ा नोीं ो, :

(क) िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर् से आर्ात अनुज्ञक्तप्त, र्िी लागू ोो;

(ख) जल (प्रीष
ू ण का ननवारण एवं ननर्ंत्रण) अधधननर्म, 1(74 (1(74 का 25) और वार्ु (प्रीष
ू ण का
ननवारण एवं ननर्ंत्रण) अधधननर्म, 1(81 (1(81 का 21) और समर्-समर् पर र्र्ा संशोधधत इन ननर्म के
सार्-सार् ई-अपिश्‍ट (प्रबंधन एवं प्रो्‍तन) ननर्म, 2011, जो भी प्रर्ोयर् ोो, के अंतगथत प्राधधकार के अंतगथत
िवधध मान्र् सोमनतर्ां;

(ग) ेसा आर्ातक जो व्र्ापारी ो, , वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं की ओर से अपिश्‍ट का आर्ात करता ो, , द्वारा
प्ररूप 7 में एक बार का प्राधधकार प्राप्त करे गा और इस प्राधधकार की एक प्रनत प्ररुप 9 के सार् संलग्न की
जाएगी।

(3) अनुसूची 3 के भाग ख के िलए, समर्-समर् पर र्र्ासंशोधधत ई-अपिश्‍ट (प्रबंधन एवं प्रो्‍तन)
ननर्म, 2011 की अनुसूची I के अंतगथत र्र्ा सूचीबद्ध ककसी प्रर्ुित व,द्र्ुत और इलेिरॉननकी संर्ोजन र्ा
अनतररित पूजों र्ा संघटक के भाग र्ा उपभोयर् व्‍तओ
ु ं के आर्ात के मामले में , आर्ातक को उित (प्रबंधन
एवं प्रो्‍तन) ननर्म, 2011 के अंतगथत उत्पाीक के रूप में िव्‍ताररत उत्पाीक ीानर्त्व-प्राधधकार प्राप्त करने
की आवश्र्कता ोोगी।

(4) अनूसूची ।।। के भाग घ में सूचीबद्ध अपिश्‍ट के प्रेषण की ्‍वीकृनत से पूव,थ सीमा शुल्क प्राधधकरण
द्वारा अनुसूची VIII के कॉलम (3) में िीए गए अनुसार ी्‍तावेज का सत्र्ापन ककर्ा जाएगा।

(5) अनुसूची ।।। के भाग क और भाग ख के संबंध में पूणथ आवेीन की प्राक्तप्त पर, पर्ाथवरण, वन और
जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् द्वारा रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडों से प्राप्त िटप्पिणर् और प्रे्ण , र्िी कोई ो , पर
िवचार करते ोुए आवेीन की जांच की आएगी और आर्ातक के पास ननम्निलिखत के ोोने की शतथ के
अ‍र्धीन सा िीन की अवधध के अंीर आर्ात के िलए अनुमनत प्रीान की जा सकती ो, -

(i) पर्ाथवरणीर् दृक्त्‍ट से अनुकूल सुिवधाएं;

(ii) उत्पन्न अपिश्‍ट के शोधन तर्ा ननपटान के िलए पर्ाथप्त व्र्व्‍र्ाएं;

(iii) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से िवधध मान्र् प्राधधकार और अनुमनत;

(iv) अनस
ु च
ू ी ।।। के भाग क के अपिश्‍ट के मामले में ननर्ाथतक ीे श से पव
ू थ सधू चत सोमनत।

10
(9) पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् द्वारा संबंधधत पत्तन तर्ा सीमा शुल्क प्राधधकरण ,
केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ और संबंधधत रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को अनुमनत की प्रनत प्रेिषत की जाएगी
ताकक अनुसूची VIII में िीए गए उनके संबंधधत कार्ों के बारे में अनुपालन सुननक्तश्चत ककर्ा जा सके।

(7) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का आर्ातक अपने द्वारा आर्ानतत पररसंकटमर् और अन्र्
अपिश्‍ट के अिभलेख का रख-रखाव प्ररूप 3 में करे गा और इस प्रकार रखे गए अिभलेख को ननरी्ण ोे तु
उपल्‍ध करार्ा जाएगा।

(8) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का आर्ातक िवत्त वषथ क्तजसका संबंध िववरणी से ोो, के 30 जून
को र्ा उससे पोले रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को प्ररूप 4 में वािषथक िववरणी ीािखल करे गा।

(() परी्ण र्ा अनुसंधान और िवकास उद्देश्र् के िलए आर्ात ककए जा रोे पररसंकटमर् और अन्र्
अपिश्‍ट के 1000 ग्राम र्ा 1000 िम.ली. तक के नमन
ू को इन ननर्म के अंतगथत आर्ात ोे तु अनुमनत
प्राप्त करने की आवश्र्कता से छूट ोोगी।

(10) पत्तन और सीमा शुल्क प्राधधकरण द्वारा सुननक्तश्चत ककर्ा जाएगा कक ननभार के सार् प्ररुप 9 में िीए
गए अनुसार संचलन ी्‍तावेज ोो और संीेो के मामले में ननर्ाथतक ीे श द्वारा प्रत्र्ार्ोक्तजत र्ा मान्र्ता प्राप्त
प्रर्ोगशाला से अपिश्‍ट ननभार के िवश्लेषण की परी्ण ररपोटथ का सीमा शुल्क द्वारा सत्र्ापन ककर्ा जाए।

14.‍ िारत‍ से‍ पररसंकटमय‍ और‍ अन्य‍ अपशिष्ट‍ के‍ ननयाात‍ की‍ प्रक्रिया.-‍ (1) अनुसूची ।।। के भाग क,
अनस
ु च
ू ी ।।। के भाग ख और अनस
ु च
ू ी VI में िवननिीथ ्‍ट अपिश्‍ट का ननर्ाथत करने का इच्छुक कोई अधधभोगी
अनुसूची ।।। के भाग क और अनुसूची VI में िवननिीथ ्‍ट अपिश्‍ट के संबंध में ननर्ाथत करने वाले ीे श से
िलिखत में पूवथ सूधचत सोमनत के सार् पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्र्‍तािवत सीमापरीर् संचलन के
िलए पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् को बीमा कवर के सार् प्ररुप 5 में आवेीन प्र्‍तुत करे गा।

(2) उप-ननर्म (1) के अधीन ककसी आवेीन की प्राक्तप्त पर, पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर्
पूणथ आवेीन जमा करने की तारीख से सा िीन की अवधध में प्र्‍तािवत ननर्ाथत के िलए अनुमनत ीे सकता ो,
और ेसी ीशाएं अधधरोिपत कर सकेगा जो वो आवश्र्क समाे ।

(3) पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् उप-ननर्म (2) के अधीन प्रीत्त अनुमनत की प्रनत रायर्
के रायर् प्रीष
ू ण ननर्त्रंण बोडथ जोां अपिश्‍ट उत्पन्न ोुआ ोो और उस रायर् के प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को जोां
ननर्ाथत का पत्तन अवक्त्‍र्त ो, तर्ा संबंधधत पत्तन और सीमा शुल्क प्राधधकरण को, ननर्ाथत अनम ु नत की
ीशाओं का अनप
ु ालन सनु नक्तश्चत करने के िलए अग्रेिषत करे गा ।

(4) ननर्ाथतक र्ो सुननक्तश्चत करे गा कक आर्ात करने वाले ीे श से पूवथ सूधचत सोमनत, जोां कोीं लागू ोो,
प्राप्त ोोने से पूवथ ननभार को नोीं भेजा जाएगा ।

(5) ननर्ाथतक र्ो सुननक्तश्चत करे गा कक ननभार के सार् प्ररूप 9 में संचलन ी्‍तावेज ो गे ।

(9) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का ननर्ाथतक प्ररूप 3 में उसके द्वारा ननर्ाथत ककए गए पररसंकटमर्
र्ा अन्र् अपिश्‍ट का अिभलेख रखेगा और ेसे रखे गए अिभलेख को ननरी्ण के िलए उपल्‍ध कराएगा ।

15. अवैि‍ यातायात.-‍ (1) भारत के बाोर और भीतर पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का ननर्ाथत और
आर्ात अव,ध समाा जाएगा र्िी, -

(i) र्ो इन ननर्म के अनस


ु ार केंरीर् सरकार की अनज्ञ
ु ा के त्रबना ो, , र्ा

(ii) अनुज्ञा ाु े और िम्र्ा िववरण ीे कर र्ा कपट से प्राप्त की गई ो, ;

(iii) र्ो संचलन ी्‍तावेज में उपबंधधत िशिपंग ्‍र्नर के अनुसार नोीं ो, ; र्ा

11
(iv) इसका पररणाम जानबूाकर पररसंकटमर् अपिश्‍ट और अन्र् अपिश्‍ट के बेसल
अिभसमर् और अंतररा्‍रीर् र्ा रा्‍रीर् िवधध के सामान्र् िसद्धांत के अनतक्मण में ककए
गए व्र्र्न (अर्ाथत ् न्‍ट करना) में ननकलता ो, ।

(2) पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के अव,ध आर्ात की ीशा में , आर्ातकताथ अपिश्‍ट के भारत में
पोुंचने की तारीख से न्‍बे िीन की अवधध के भीतर अपनी लागत पर प्रश्नगत अपिश्‍ट का पुन: ननर्ाथत
करे गा और इसका कक्र्ान्वर्न संबंधधत पत्तन और सीमा शुल्क प्राधधकरण द्वारा सनु नक्तश्चत ककर्ा जाएगा।
पत्तन और सीमा शुल्क प्राधधकरण द्वारा ेसे अपिश्‍ट के ननपटान की ीशा में , वे र्ो कार्थ उस रायर् के
प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ, जोां पत्तन िवद्र्मान ो, , की अनुमनत से इन ननर्म के अनुसार करें गे।

(3) पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के अव,ध आर्ात की ीशा में , जोां आर्ातक का पता लगाना संभव न
ोो, तो अपिश्‍ट को सीमा शुल्क प्राधधकरण द्वारा ककसी ेसे प्रर्ोिता को बेचा जा सकता ो, क्तजसके पास
संबंधधत रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से इन ननर्म के अंतगथत प्राधधकार ोो र्ा प्राधधकृत शोधन, भंडारण और
ननपटान सुिवधा को भेजा जा सकता ो, ।

अध्‍
याय‍-‍IV

पररसंकटमय‍तथा‍अन्‍य‍अपशिष्‍टों‍के‍िोिन,‍िंडारण‍और‍ननपटान‍के‍शलए‍सुविविा

16. पररसंकटमय‍ तथा‍ अन्‍


य‍ अपशिष्‍टों‍ के‍ िोिन,‍ िंडारण‍ और‍ ननपटान‍ के‍ शलए‍ सुविविा.-‍ (1)‍ रायर्
सरकार, अधधभोगी, ककसी सिु वधा का प्रचालन र्ा अधधभोधगर् का संगम व्र्क्त्‍टक रूप से र्ा संर्ि
ु त रूप से र्ा
पर्
ृ क रूप से रायर् में पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के शोधन, भंडारण और ननपटान की सुिवधा सर्ािपत

करने के िलए ्‍र्ल की पोचान करने के िलए क्तजम्मेीार ो गे ।

(2) सामान्र् सिु वधा का प्रचालन र्ा आबाध सिु वधा का अधधभोगी, इस संबंध में केंरीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण
बोडथ द्वारा समर्-समर् पर जारी ककए गए तकनीकी मागथीशथक िसद्धांत के अनुसार, उपचार, भंडारण और
व्र्र्न सुिवधा डडजाइन और ्‍र्ािपत करे गा और इस संबंध में रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से डडजाइन और ले-
आउट का अनुमोीन प्राप्त करे गा ।

(3) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ ननर्िमत रूप से सााा र्ा आबाध शोधन, भंडारण और ननपटान सुिवधाओं
के ्‍र्ापन तर्ा प्रचालन को मानीटर करे गा ।

(4) सााा सुिवधा का प्रचालक र्ा आबाध सुिवधा का अधधभोगी केंरीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा
समर्-समर् पर जारी ककए गए मागथ-ीशथक िसद्धांत र्ा मानक प्रचालन प्रकक्र्ाओं के अनुसार सुिवधा के सुरक्ष्त
और पर्ाथवरणीर् दृक्त्‍ट से अनुकूल प्रचालन तर्ा इसके समापन और समापन पश्चात की अव्‍र्ा के िलए
क्तजम्मेीार ोोगा।

(5) सााा सुिवधा प्रचालक र्ा आबाध सुिवधा के अधधभोगी द्वारा प्रोक्त्‍तत ककए गए पररसंकटमर् और
अन्र् अपिश्‍ट का प्ररुप-3 में अिभलेख रखा जाएगा।

(9) सााा सुिवधा का प्रचालक र्ा आबाध सुिवधा का अधधभोगी िवत्त वषथ क्तजसका संबंध िववरणी से ोो,
के 30 जून को र्ा उससे पोले रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को प्ररूप 4 में वािषथक िववरणी ीािखल करे गा।

12
अध्‍
याय‍V
पररसंकटमय‍अपशिष्‍ट‍की‍पैकेम्गंग,‍लेबलीकरण‍और‍पररवहन

17. पैकेम्गंग‍ और‍ लेबलीकरण.-‍ (1) पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का प्रो्‍तन करने वाले ककसी
अधधभोगी और शोधन, भंडारण तर्ा ननपटान सुिवधा के प्रचालक द्वारा र्ो सुननक्तश्चत ककर्ा जाएगा कक
पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट की प,केक्तजंग केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा समर्-समर् पर जारी
मागथीशथक िसद्धांत के अनस
ु ार सरु क्ष्त प्रो्‍तन, भंडारण और पररवोन के िलए उपर्ि
ु त तरीके से की जाए।
लेबिलंग का कार्थ प्ररुप 8 के अनुसार ककर्ा जाएगा।
(2) लेबल ेसी सामग्री का बना ोोगा जो धोने र्ोग्र् न ोो, दृश्र्मान ोो और जलवार्ु कारक को सोन
करने में समर्थ ोो।

18. पररसंकटमय‍ और‍ अन्‍य‍ अन्‍य‍ अपशिष्‍टों‍ का‍ पररवहन.-‍ (1) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का
पररवोन इन ननर्म और मोटर र्ान अधधननर्म, 1(88 के अधीन केन्रीर् सरकार द्वारा बनाए गए ननर्म
तर्ा इस संबंध में समर्-समर् पर केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा जारी मागथीशथक िसद्धांत के अनुसार
ोोगा।
(2) अधधभोगी पररवोनकताथ को अपिश्‍ट की पररसंकटमर् प्रकृनत के संबंध में प्ररूप ( में सुसुंगत सूचना
और आपात क्त्‍र्नत की ीशा में ककए जाने वाले उपार् को उपल्‍ध कराएगा और पररसंकटमर् और अन्र्
अपिश्‍ट आधान को प्ररूप 8 के अनुसार धचक्तन्ोत करे गा ।
(3) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के अंनतम ननपटान के िलए ेसी सुिवधा तक पररवोन, जो अपिश्‍ट
उत्पन्न ोोने वाले रायर् से अलग रायर् में मनजी
ू ोो, तक पररवोन के मामले में प्रेषणकताथ द्वारा ीोन रायर्
के रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से 'अनापक्तत्त प्रमाणपत्र' प्राप्त ककर्ा जाएगा।

(4) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के पन


ु चथक्ण र्ा सो-प्रसं्‍करण सिोत उपर्ोग के िलए पररवोन के
मामले में , प्रेषक द्वारा पररवोनकताथ को अपिश्‍ट सौंपे जाने से पव
ू थ ीोन रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडों को
सूधचत ककर्ा जाएगा।

(5) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के पन


ु चथक्ण, सो-प्रसं्‍करण सिोत उपर्ोग र्ा ननपटान के िलए मल

रायर् और गंतव्र् से अलग रायर् के मा‍र्म से पारगमन के मामले में , प्रेषणकताथ पररवोनकताथ को अपिश्‍ट
सौंपे जाने से पूवथ पारगमन रायर् के संबंधधत रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को पूवथ सूचना ीे गा।

(9) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के पररवोन के मामले में , सरु क्ष्त पररवोन का ीानर्त्व प्रेषणकताथ
र्ा प्राप्तकताथ, जो भी पररवोन की व्र्व्‍र्ा करता ोो और संबंधधत रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से पररवोन के
िलए आवश्र्क प्राधधकार रखता ोो, की ोोगी। र्ो ीानर्त्व मालसूची में ्‍प्‍ट रूप से बतार्ा जाना चािोए।

(7) पररवोन के िलए प्राधधकार की प्राक्तप्त प्रेषणकताथ र्ा प्राप्तकताथ द्वारा की जाएगी क्तजसकी ओर से
पररवोन की व्र्व्‍र्ा की जा रोी ो, ।

19.‍केवल‍िे ि‍के‍िीतर‍ही‍प्रयोग‍क्रकए‍गाने‍वाले ‍ पररसंकटमय‍और‍अन्‍


य‍अपशिष्‍ट‍के‍शलए‍मालसूची‍प्रणाली‍
(संचालन‍िस्‍
तावेग).-‍(1) अपिश्‍ट का प्रेषणकताथ नीचे िीए गए रं जक कूट को िमलाकर प्ररुप 10 में मालसूची
की सात प्रनतर्ां त,र्ार करे गा और प्रेषणकताथ द्वारा सभी सात प्रनतर् पर ो्‍ता्र ककए जाएंगे।

रं गक‍कूट‍सदहत‍प्रनत‍संख्‍या प्रयोगन

(1) (2)

प्रनत 1 (श्वेत) प्रेषणकताथ द्वारा सभी सात प्रनतर् को ो्‍ता्र करने के


बाी रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को अग्रेिषत की जाएगी।

13
प्रनत 2 (पीला) प्रेषणकताथ द्वारा पररवोनकताथ के उस पर ो्‍ता्र लेने के
पश्चात ् अपने पास रखी जाएगी और शेष 5 प्रनतर् को
पररवोनकताथ द्वारा ले जार्ा जाएगा।

प्रनत 3 (गुलाबी) अपिश्‍ट प्राप्त करने के पश्चात प्राप्तकताथ (वा्‍तिवक


प्रर्ोिता र्ा शोधन, भंडारण और ननपटान सिु वधा प्रचालक)
द्वारा अपने पास रखी जाएगी और शेष 4 प्रनतर् पर
प्राप्तकताथ द्वारा िवधधवत ो्‍ता्र ककए जाएंगे।

प्रनत 4 (संतरी) अपिश्‍ट को ्‍वीकार ककए जाने के पश्चात ् प्राप्तकताथ द्वारा


पररवोनकताथ को सौंपी जाएगी।

प्रनत 5 (ोरा) प्राप्तकताथ द्वारा रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को भेजी
जाएगी।

प्रनत 6 (नीला) प्राप्तकताथ द्वारा प्रेषणकताथ को भेजी जाएगी।

प्रनत 7 (भूरा) र्िी प्रेषणकताथ अन्र् रायर् में ो, तो प्राप्तकताथ द्वारा


प्रेषणकताथ के रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को भेजी जाएगी।

(2) प्रेषणकताथ प्रनत 1 (श्वेत) को रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को अग्रेिषत करे गा और पररसंकटमर् अपिश्‍ट
र्ा अन्र् अपिश्‍ट के ककसी वोन रायर् से पररवोन करने की ीशा में प्रेषणकताथ अपिश्‍ट के संचलन के बारे
में वोन रायर् के रायर् प्रीष
ू ण बोडों को सधू चत करे गा।

(3) कोई पररवोनकताथ पररवोन के िलए प्रेषणकताथ से अपिश्‍ट को तब तक ्‍वीकार नोीं करे गा जब तक
उसके सार् प्रकट करने के िलए ो्‍ता्ररत 3 से 7 प्रनतर्ां संलग्न न ो ।
(4) पररवोनकताथ प्रकट करने के िलए प्राप्तकताथ द्वारा तारीख सिोत सम्र्कत: ो्‍ता्ररत प्रनत 3 से 7
को अपिश्‍ट कन्साइनमें ट के सार् प्र्‍तुत करे गा ।
(5) अपिश्‍ट को ्‍वीकार करने के पश्चात प्राप्तकताथ द्वारा पररवोनकताथ को प्रनत 4 (संतरा) सौंपी जाएगी
और प्रनत 5 (ोरा) अपने रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को और प्रनत 9 (नीला) प्रेषणकताथ को तर्ा प्रनत
3 (गल
ु ाबी) प्राप्तकताथ के पास रोे गी।

(9) र्िी प्रेषणकताथ अन्र् रायर् में ोो तो प्रनत 7 (भूरा) केवल रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को ोी भेजी
जाएगी।

अध्‍
याय‍VI
विवविवि‍

20. अशिलेख‍और‍विववरणी.-‍(1) पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का प्रो्‍तन करने वाले अधधभोगी और
ननपटान सिु वधा के प्रचालक द्वारा ेसे प्रचालन का प्ररुप 3 में अिभलेख रखा जाएगा।

(2) पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट का प्रो्‍तन करने वाले अधधभोगी और ननपटान सुिवधा के प्रचालक
द्वारा प्ररुप रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को प्ररूप 4 में वािषथक िववरणी भेजी जाएगी।

(3) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ, पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के ननपटान ोे तु सुिवधाओं के
अधधभोधगर् और प्रचालक से प्राप्त वािषथक िववरणी के आधार पर उत्पन्न, पुनचथकक्त प्रनतप्राप्त,
सो-प्रसं्‍करणकृत सिोत उपर्ोग में लाए गए अपिश्‍ट; पन
ु :आर्ानतत तर्ा ननपटान ककए गए अपिश्‍ट की
वािषथक सच
ू ी बनाएगा और प्रत्र्ेक वषथ 30 िसतम्बर तक केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को प्र्‍तुत करे गा। रायर्

14
प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा पररसंकटमर् अपिश्‍ट उत्पन्नकताथओं, वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं तर्ा और सााा तर्ा
आबाध ननपटान सुिवधाओं की सूची भी त,र्ार की जाएगी और प्रत्र्ेक ीो वषथ में केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ
को सूचना प्र्‍तत
ु की जाएगी।

(4) केन्रीर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन संबंधन की समेककत समी्ा
ररपोटथ त,र्ार करे गा और वषथ में एक बार 30 िीसम्बर से पोले अपने िसफाररश के सार् इसे पर्ाथवरण, वन
और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् को भेजेगा।

21. प्राधिकाररयों‍का‍िानयत्‍व – अनुसूची VII के ्‍तंभ (2) में िवननिीथ ्‍ट प्राधधकारी इन ननर्म के उपबंध
के अधीन रोते ोुए उस अनुसूची के ्‍तंभ (3) में िवननिीथ ्‍ट कतथव्र् को करे गा ।

22. िर्
ु टा ना‍ की‍ ररपोटा ‍ करना.‍ - जब ककसी पररसंकटमर् र्ा अपिश्‍ट का प्रो्‍तन करने वाले अधधभोगी
और ननपटान सुिवधा के प्रचालक की सुिवधा में पररवोन के ीनरान कोई ीघ
ु ट
थ ना ोोती ो, तो अधधभोगी र्ा
प्रचालक र्ा पररवोनकताथ द्वारा तत्काल रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को ीघ
ु ट
थ ना के िवषर् में टे लीफोन, ई-मेल
के मा‍र्म से सूचना ीी जाएगी और इसके बाी प्ररुप 11 में एक ररपोटथ भेजी जाएगी।

23 ननपटान‍सविु विा‍के‍अधििोगी,‍ययातकताा‍या‍ननयाातकताा‍और‍प्रचालक‍का‍िानयत्‍
व.-‍‍

(1) ननपटान‍ सुविविा‍ के‍ अधििोगी,‍ ययातकताा‍ या‍ ननयाातकताा‍ और‍ प्रचालक‍ पर्ाथवरण र्ा तत
ृ ीर् प् को
पररसंकटमर् अपिश्‍ट और अन्र् अपिश्‍ट के अनुधचत प्रो्‍तन और प्रबंधन के कारण काररत सभी ्नतर् के
िलए ीार्ी ो गे ।
(2) ननपटान सुिवधा का अधधभोगी और प्रचालक केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ की पूवाथनुमनत से रायर्
प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को इन ननर्म के उपबंध के अधीन ककसी उल्लंघन के िलए उद्ग्रोण के रूप में िवत्तीर्
शाक्त्‍तर् का संीार् करने के िलए ीार्ी ो गे

24. अपील.- (1) रायर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ के उसके प्राधधकार को रद्द करने, ननर्‍त करने र्ा उसके
नवीकरण से इनकार करने के िलए व्र्धर्त कोई व्र्क्तित उस तारीख से तीस िीन की अवधध के भीतर क्तजसको
उसे आीे श संसूधचत ककर्ा गर्ा र्ा प्ररूप 12 में अपीलीर् प्राधधकारी अर्ाथत ् रायर् के पर्ाथवरण सधचव को अपील
कर सकेगा ।

(2) अपील प्राधधकार तीस िीन की उित अवधध के समापन के पश्चात ् अपील पर िवचार कर सकेगा र्िी
उसका र्ो समाधान ोो जाता ो, कक अपीलार्ी पर्ाथप्त कारण से समर् के भीतर अपील फाइल करने से
ननवाररत र्ा ।

(3) इस ननर्म के अधीन फाइल की गई प्रत्र्ेक अपील का ननपटारा इसके फाइल ककए जाने की तारीख से
सा िीन की अवधध के भीतर ककर्ा जाएगा ।

अनुसूची ।‍‍
[ननर्म 3(1)(17)(i) ीे खें]
पररसंकटमय‍अपशिष्‍ट‍ोत्‍
पन्‍
न‍करने‍वाली‍प्रक्रियाओं ं‍की‍सच
ू ी‍
ि.सं. प्रक्रकया‍ पररसंकटमय‍अपशिष्‍ट *
(1) (2) (3)
1. पेरोकेिमकल प्रकक्र्ाएं और 1.1 फरनेस र्ा ररएिटर अवशेष और कचरा
पाइरोिलिटक संकक्र्ाएं 1.2 ट, री अवशेष और आसवन प्रकक्र्ा से क्त्‍टल बनटम
1.3 ऑर्ली ्‍लज पार्स
1.4 काबथननक अवशेष
1.5 ईंधन को ्ार से धोने पर बचा अवशेष
1.9 ्‍पेन्ट केटािल्‍ट और मॉलीिर्ल
ू र सीव्स

15
1.7 अपिश्‍ट जल के शोधन से ऑर्ल
2. कच्चे तेल और प्राकृनतक ग,स का 2.1 जल र्ि
ु त कीचड़ को छोड़कर डड्रल किटंग्स
उत्पाीन 2.2 तेल र्ि
ु त ्‍लज
2.3 तेल र्ुित डड्रिलंग मड
3. पोत वाोन सिोत पेरोिलर्म तेल 3.1 तेल र्ुित कागगो अवशेष, वािशंग वॉटर और ्‍लज
भंडारण की टं ककर् की सफाई, उन्ोें 3.2 केिमकल र्ुित कागगो अवशेष और ्‍लज
खाली करना और उनका रख-रखाव 3.3 ्‍लज और तेल से संीिू षत कफल्टसथ
3.4 पोत वाोन से तेल र्ुित ब,ला्‍ट वॉटर
4. प्रर्ुित तेल का पेरोिलर्म 4.1 त,लीर् ्‍लज र्ा पार्स
परर्‍करण र्ा पुन: प्रसं्‍करण र्ा 4.2 ्‍प,ट क,टािल्‍ट
अपिश्‍ट तेल का पन
ु : चक्ण 4.3 ्‍लॉप तेल

4.4 प्रकक्र्ा से उत्पन्न काबथननक अवशेष


4.5 तेल र्ुित ्‍पेन्ट िले
5. ोाइड्रोिलक िस्‍टम र्ा अन्र् 5.1 प्रर्ुित र्ा ्‍पेन्ट ऑर्ल
अनुप्रर्ोग में लुब्रीकेन्ट के रूप में 5.2 तेल र्ुित अपिश्‍ट र्ा अवशेष
िमनरल र्ा िसन्र्ेिटक तेल का 5.3 अपिश्‍ट किटंग तेल
उपर्ोग करते ोुए औद्र्ोधगक
प्रचालन
9. क्तजंक का गनण उत्पाीन और/र्ा 9.1 क्तजंक सल्फेट और अन्र् क्तजंक संघटक के उत्पाीन
औद्र्ोधगक उपर्ोग के बाी उत्पन्न ्‍लज और कफल्टर प्र,स केक
9.2 िव्ेपी रूप में क्तजंक फाईन्स र्ा धल
ू कण र्ा
क्त्‍कीिमन्ग
9.3 क्तजंक भ्‍म र्ा क्त्‍कीिमन्ग के प्रसं्‍करण से उत्पन्न
अन्र् अवशेष
9.4 फ्लू ग,स धूल कण और अन्र् िविवित कण
7. अल्र्िु मननर्म को छोड़कर क्तजंक र्ा 7.1 रोक्त्‍टं ग से उत्पन्न फ्लू धूलकण
लेड र्ा कॉपर और अन्र् नॉन-फेरस 7.2 प्रोसेस अवशेष
धातुओं का प्रारं िभक उत्पाीन 7.3 आसेननक र्ुित ्‍लज
7.4 ्‍लज और अवशेष सिोत नॉन फेरस धातु
7.5 माजथक से ्‍लज
8. कॉपर का गनण उत्पाीन 8.1 ्‍प,न्ट इलेिरोिलिटक घोल
8.2 ्‍लज और कफल्टर केिस
8.3 फ्ले ग,स धूलकण और अन्र् िविवित कण
(. लेड का गनण उत्पाीन (.1 लेड र्ि
ु त अवशेष
(.2 लेड एश र्ा फ्लू ग,स से िविवित कण
(.3 प्रर्ुित ब,िरर् से एिसड
10. क,डिमर्म और आसथननक और उनके 10.1 क,डिमर्म और आसथननक र्ुित अवशेष
संघटक का उत्पाीन और/र्ा
औद्र्ोधगक उपर्ोग
11. प्रारं िभक और गनण एल्र्ुिमननर्म 11.1 ऑफ ग,स अिभकक्र्ा से ्‍लज
का उत्पाीन 11.2 पॉट लाईननंग अपिश्‍ट सिोत क,र्ोड अविश्‍ट

16
11.3 अपिश्‍ट र्ुित तार
11.4 फ्लू ग,स धूल कण और अन्र् िविवित कण
11.5 ड्रॉस और साल्ट ्‍लज शोधन से उत्पन्न अपिश्‍ट
11.9 प्रर्ुित एनोड ब्स
11.7 एल्र्ुिमना पररषकरणी
् से वेनेडडर्म ्‍लज
12. धातु सतो शोधन ज,से कक इधचंग, 12.1 अम्ल और ्ार अवशेष
्‍टे ननंग, पॉिलश करना, गेल्वा 12.2 ्‍पें ट अम्ल और ्ार
नाईक्तजंग, सफाई करना, ग्रीस ोटाना, 12.3 सल्फाइड, सार्नाइड और िवष,ले धातुओं से र्ि
ु त
प्लेिटंग आिी ्‍प,न्ट बार् र्ा ्‍लज
12.4 काबथननक िवलार्क से र्ुित बार् से उत्पन्न ्‍लज
12.5 फा्‍फेट ्‍लज
12.9 ्‍टे ननंग बार् से ्‍लज
12.7 ताम्बा नन्ारण अवशेष
12.8 प्लेिटंग म,टल ्‍लज
13. अन्र् लनो एलोर् सिोत आर्न और 13.1 ्‍पें ट िपकिलंग िलकर
इ्‍पात का उत्पाीन (इलेक्तिरकक 13.2 अम्ल ररकवरी इकाई से ्‍लज
फरनेस, ्‍टील रोिलंग और 13.3 बेनजोल अम्ल ्‍लज
कफननिशंग िमल्स, कोक ऑवन और 13.4 डडकेन्टर टं की टार ्‍लज
उपोत्पाी संर्ंत्र) 13.5 टार भंडारण की टं की का अवशेष
13.9 कोक ओवन उपोत्पाी संर्ंत्र से अवशेष
14. ोाडथनधगंग ऑफ ्‍टील 14.1 सार्नाइड - नाइरे ट र्ा नाइराईट र्ि
ु त ्‍लज
14.2 ्‍पेन्ट ोाडथननंग साल्ट
15. ए्‍बे्‍टस र्ा ए्‍बे्‍टस र्ुित पीार्ों 15.1 ए्‍बे्‍टस र्ुित अवशेष
का उत्पाीन 15.2 डड्‍काडेड ए्‍बे्‍टस
15.3 ग,स ननकासी शोधन से उत्पनन
् धूल कण र्ा
िविवित कण
19. काक्त्‍टक सोडा और िलोरीन का 19.1 मकथरी सेल प्रकक्र्ा से उत्पन्न मकथरीधारक ्‍लज
उत्पाीन 19.2 अवशेष र्ा ्‍लज और कफल्टर केिस
19.3 ब्राईन ्‍लज
17. खननज अम्ल का उत्पाीन 17.1 प्रकक्र्ा अम्लीर् अवशेष, कफल्टर केक, धल
ू कण
17.2 ्‍पें ट क,टािल्‍ट
18. नाइरोजेनस और काम्प्ल,िस उवथरक 18.1 ्‍पें ट उत्प्रेरक
का उत्पाीन 18.2 काबथन अवशेष
18.3 आसथननक र्ि
ु त ्‍लज र्ा अवशेष
18.4 वॉटर कूिलंग टावर से क्ोिमर्म ्‍लज
1(. फीनोल का उत्पाीन 1(.1 फीनोल र्ुित अवशेष र्ा ्‍लज
1(.2 ्‍पें ट उत्प्रेरक
20. िवलार्क का उत्पाीन और/र्ा 20.1 संीिू षत एरोमेिटक, एिलफेिटक र्ा नेफटे ननक
औद्र्ोधगक उपर्ोग िवलार्क से र्ुित िवलार्क जो पुन: उपर्ोग के िलए
उपर्ुित ोो र्ा न ोो
20.2 ्‍पें ट िवलार्क
20.3 आसवन अवशेष

17
20.4 प्रकक्र्ा ्‍लज
21. पें ट, रं जक, लेकसथ, वाननथश, 21.1 प्रकक्र्ा अपिश्‍ट, अवशेष और ्‍लज
प्लाक्त्‍टक और ्‍र्ाोी का उत्पाीन 21.2 ्‍पें ट िवलार्क
और/र्ा औद्र्ोधगक उपर्ोग
22. प्लाक्त्‍टक का उत्पाीन 22.1 ्‍पें ट उत्प्रेरक
22.2 प्रकक्र्ा अवशेष
23. ग ी, काबथननक सीमें ट, आसंजक 23.1 अपिश्‍ट र्ा अवशेष (जो वन्‍पनत र्ा जीव जन्तु
और रे क्तजन का उत्पाीन और/र्ा सामग्री से न बना ोो)
औद्र्ोधगक उपर्ोग 23.2 ्‍पें ट िवलार्क
24. केनवस और कपड़े का उत्पाीन 24.1 रासार्ननक अवशेष
25. का्‍ परररक्ष्र् का औद्र्ोधगक 25.1 रासार्ननक अवशेष
उत्पाीन और ननरुपण 25.2 का्‍ ्ार बार् से अवशेष
29. कृत्रत्रम रं जक , म‍र्वती रं जक और 29.1 प्रकक्र्ा अपिश्‍ट ्‍लज/अम्ल, िवषाित धातुओं,
रं ग का उत्पाीन र्ा औद्र्ोधगक काबथननक र्नधगक से र्ि
ु त अवशेष
उपर्ोग 29.2 वार्ु कफलटरे शन तंत्र से धूल कण
29.3 ्‍पें ट अम्ल
29.4 ्‍पें ट िवलार्क
29.5 ्‍पें ट उत्प्रेरक
27. काबथननक - िसिलकॉन र्नधगक का 27.1 प्रकक्र्ा अवशेष
उत्पाीन
28. औषधी/फामाथच्र्ूिटकल्स और 28.1 प्रकक्र्ा अवशेष और अपिश्‍ट
्‍वा्‍्र् पररचर्ाथ का 28.2 ्‍पें ट उत्प्रेरक
उत्पाीन/ननरूपण 28.3 ्‍पें ट काबथन
28.4 ऑफ ्‍पेसीकफकेशन उत्पाी
28.5 वे उत्पाी क्तजनकी नतधर् बीत चुकी ो,
28.9 ्‍पेन्ट िवलार्क
2(. ्‍टाक - पाईल्स सिोत कीटनाशक 2(.1 प्रकक्र्ा अपिश्‍ट/अवशेष
का उत्पाीन और ननरुपण 2(.2 अवशेष कीटनाशक से र्ि
ु त ्‍लज
2(.3 क्तजनकी नतधर् बीत चुकी ो, और ऑफ-
्‍पेसीकफकेशन कीटनाशक
2(.4 ्‍पें ट िवलार्क
2(.5 ्‍पें ट उत्प्रेरक
2(.9 ्‍पें ट अम्ल
30. चमथशोधन 30.1 अवशेष और ्‍लज र्ुित क्ोिमर्म
31. इलेिरोननक उद्र्ोग 31.1 प्रकक्र्ा अवशेष और अपिश्‍ट
31.2 ्‍पें ट एधचंग रसार्न और िवलार्क
32. लुगीी और कागज उद्र्ोग 32.1 ्‍पें ट रसार्न
32.2 तेज अम्ल और ्ार के उपर्ोग से उत्पन्न
सं्ारक अपिश्‍ट
32.3 घुलनशील काबथननक ोे लाई्स (एओएिस) र्ुित
प्रकक्र्ा ्‍लज
33. पररसंकटमर् अपिश्‍ट / रसार्न के 33.1 पररसंकटमर् रसार्न /अपिश्‍ट से संीिू षत खाली

18
प्रो्‍तन के िलए प्रर्ि
ु त ब,रल/कंटे नर/लाईनर
बेरेल /कन्टे नर का िवसंीष
ू ण 33.2 संीिू षत कॉटन र, ग र्ा अन्र् सफाई सामग्री
34. पररसंकटमर् अपिश्‍ट / रसार्न के 34.1 िवसंीष
ू ण से उत्पन्न रसार्न र्ि
ु त अवशेष
प्रो्‍तन के िलए प्रर्ि
ु त 34.2 ब,रेल /कन्टे नर की सफाई/ननपटान से उत्पन्न
बेरेल /कन्टे नर का िवसंीष
ू ण अपिश्‍ट जल के शोधन से ्‍लज
35. इस अनुसूची में प्रकक्र्ाओं से 35.1 ननकास वार्ु र्ा ग,स सफाई अवशेष
ननकास ोुए वार्/ु ग,स , जल और 35.2 िवषाित धातु र्ि
ु त ्‍पें ट आर्न एिसचें ज रे िसन
अपिश्‍ट जल का शुिद्धकरण और 35.3 अपिश्‍ट जल के शोधन से उत्पन्न रासार्ननक
शोधन और सााा औद्र्ोधगक ्‍लज
बिो:स्राव शोधन संर्ंत्र (सीईटीपी) 35.4 ऑर्ल और ग्रीस क्त्‍किमंग
35.5 कूिलंग जल से क्ोिमर्म ्‍लज
39. काबथननक संघटक /िवलार्क के िलए 39.1 ककसी भी प्रकक्र्ा र्ा आसवन के अवशेष
शुिद्धकरण प्रकक्र्ा 39.2 ्‍पें ट काबथन र्ा कफल्टर मीडडर्म
37. पररसंकटमर् अपिश्‍ट पीार्ों की 37.1 वेट ्‍क्बसथ से ्‍लज
शोधन प्रकक्र्ाएं, उीाोरणार्थ पूवथ 37.2 भ्‍मीकरण से उत्पन्न राख और गलू ग,स
प्रसं्‍करण, भ्‍मीकरण और सांरण िलीननंग अवशेष
37.3 सांरण र्ा वा्‍पीकरण अवशेष
38. क्ोिमननर्म, म,गनीज, ननकेल, 38.1 प्रककर्ा अवशेष
क,डिमर्न इत्र्ािी ज,सी भारी 38.2 ्‍पें ट अम्ल
धातओ
ु ं से र्ि
ु त अर््‍क का
रासार्ननक का प्रसं्‍करण

*‍इस‍अनुसूची‍में ‍अन्‍तविवाष्‍ट‍अपशिष्‍ट‍पिाथथों ‍को‍िाशमल‍करना,‍अनुसूची‍II के‍ोपयोग‍को‍यह‍ििााने‍के‍शलए‍


प्रवाररत‍नहीं‍करता‍है ‍क्रक‍अपशिष्‍ट‍पिाथा‍पररसंकटमय‍नहीं‍है ।‍विववाि‍के‍मामले‍में ,‍यह‍मामला‍पयाावरण,‍वन‍
और‍गलवायु‍पररवतान‍मंत्रालय‍द्वारा‍गदित‍की‍गई‍तकनीकी‍समीिा‍सशमनत‍को‍िेगा‍गाएगा।‍‍
दटप्‍पण:‍ उच्च मात्रा कम प्रभाव वाले अपिश्‍ट पीार्थ ज,से फ्लाई ेश, फॉसफोक्तजप्सम, रे ड मड, जेरोसाइट,
पार्रोमेटलक्तजथकल प्रचालन से ्‍ल,ग्स, माईन टे िलंगस और अर््‍क बेननकफिसर्ेशन ररजेि्स को पररसंकटमर्
अपिश्‍ट की िेणी से ोटार्ा गर्ा ो, । इन अपिश्‍ट के प्रबंधन के संबंध में पर्
ृ क मागथीशथक िसद्धांत केन्रीर्
प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा जारी ककए जाएंगे।

19
अनुसूची ।।
[ननर्म 3(1)(17)(ii) ीे खें]
सांद्रता‍सीमाओं ं‍सदहत‍अपशिष्‍ट‍र्टकों‍की‍सच
ू ी‍

वगा‍क‍:‍नन्ालन सांरता सीमाओं पर आधाररत [िवषाितता ल्ण नन्ालन प्रकक्र्ा (टीसीएलपी) र्ा
घुलनशील प्रारं िभक सीमा सांरता (एसटीएलसी)]

वगा संर्टक सांद्रता शम.ग्रा/ली.में


(1) (2) (3)
क1 आसेननक 5.0
क2 बेररर्म 100.0
क3 क,डिमर्म 1.0
क4 क्ोिमर्म और/र्ा क्ोिमर्म (III) र्नधगक 5.0
क5 लेड 5.0
क6 म,गनीज 10.0
क7 पारा 0.2
क8 सेलेननर्म 1.0
क9 चांीी 5.0
क10 अमोननर्ा 50*
क11 साइनाइड 20*
क12 नाइरे ट (नाइरे ट-नाइरोजन के रूप में) 1000.0
क13 सल्फाइड (एच2एस के रूप में) 5.0
क14 1,1 - डार्िलोरोइधर्लीन 0.7
क15 1,2 - डार्िलोरोइर्ेन 0.5
क16 1,4 - डार्िलोरोबेंजीन 7.5
क17 2,4,5 - राइिलोरोकफनॉल 400.0
क18 2,4,9 - राइिलोरोकफनॉल 2.0
क19 2,4 - डार्नाइरोटॉलुइन 0.13
क20 बेंजीन 0.5
क21 बेंजो (क) पार्ररन 0.001
क22 ब्रोमोडाइिलोरोिमर्ेन 9.0
क23 ब्रोमोफॉमथ 10.0
क24 काबथनटे रािलोराइड 0.5
क25 िलोरोबेंजीन 100.0
क26 िलोरोफॉमथ 9.0
क27 कक्सोल (ऑर्गो + मीटा + पारा) 200.0
क28 डाईब्रोमोिलोरोिमर्ेन 10.0
क29 ोे िसािलोरोबेंक्तजन 0.13
क30 ोे िसािलोरो्‍र्ूटाडडन 0.5
क31 ोे िसािलोराइर्ेन 3.0
क32 िमर्ाइलइर्ाइल ककटोन 200.0
क33 नेपर्िलन 5.0
क34 नाइरोबेंक्तजन 2.0
क35 पेंटािलोरोफेनोल 100.0
क36 पाइरीडडन 5.0
क37 टे रािलोरोइधर्लीन 0.7
क38 राईिलोरोइधर्लीन 0.5

20
वगा संर्टक सांद्रता शम.ग्रा/ली.में
(1) (2) (3)
क39 िवनाइलिलोरोइड 0.2
क40 2,4,5 - टी.पी. (िसलवेिस) 1.0
क41 2,4 - डाइिलोरोकफनॉिसीएसेिटक एिसड 10.0
क42 अलािलोर 2.0
क43 अल्फा एचसीएच 0.001
क44 एराजाइन 0.2
क45 बीटा एचसीएच 0.004
क46 ्‍र्ूटािलोर 12.5
क47 िलोरडेन 0.03
क48 िलोरपाइरीफॉस (.0
क49 डेल्टा एचसीएच 0.004
क50 एंडोसल्फान (अल्फा + बीटा + सल्फेट) 0.04
क51 एंडड्रन 0.02
क52 इधर्र्ॉन 0.3
क53 ोे प्टािलोर (और इसके इपॉक साइड) 0.008
क54 आइसोप्रोटूरॉन 0.(
क55 िलंडन
े 0.4
क59 मालाधर्र्ॉन 1(
क57 िमर्ॉिसीिलोर 10
क58 िमर्ाईलपाराधर्अन 0.7
क5( मोनोक्ोटोफॉस 0.1
क90 फोरे ट 0.2
क91 टॉिसाकफन 0.5
क92 एन्टीमोनी 15
क93 बेररिलर्म 0.75
क94 क्ोिमर्म (vi ) 5.0
क95 कोबाल्ट 80.0
क99 तांबा 25.0
क97 मोिलवडेनम 350
क98 ननकेल 20.0
क9( र्,िलर्म 7.0
क70 वानाडडर्म 24.0
क71 क्तजंक 250
क72 फ्लोराइड 180.0
क73 अक्तल्ड्रन 0.14
क74 डाईिलोरीडाईकफनाइलराईिलोरीइर्ेन (डीडीटी), 0.1
डाईिलोरीडाईकफनाइलडाईिलोरीइधर्िलन (डीडीई),
डाईिलोरीडाईकफनाइलडाईिलोरीइर्ेन (डीडीडी)
क75 डाईएक्तल्ड्रन 0.8
क79 ककपोन 2.1
क77 माइरे िस 2.1
क78 पोलीिलोरोननटे ड बाईकफनाइल 5.0
क7( डॉईऑक्तिसन 2,3,7,8-टीसीडीडी 0.001
वगा ख‍: कुल‍प्रारं शिक‍सीमा‍सांद्रता‍(टीटीएलसी)‍पर यिाररत
21
वगा संर्टक सांद्रता शम.ग्रा./क्रक.ग्रा.
(1) (2) (3)
ख1 े्‍बे्‍टस 10000
ख2 टोटल पेरोिलर्म ोाइड्रोकाबथन (टीपीएच) 5000
(सी5 - सी 39)
िटप्पणी :
(1) वगथ क के क1 से क91 में संघटक की सूची के िलए परी्ण पद्धनत िवषाितता ल्ण नन्ालन प्रकक्र्ा
(टीसीएलपी) पर आधाररत ोोगा और नन्ालन र्ोग्र् संघटक के नन्‍कषथण ोे तु र्ूएसईपीए परी्ण पद्धनत
1311 का प्रर्ोग ककर्ा जाएगा।
(2) वगथ क के क92 से क7( के घटक की सूची के िलए परी्ण पद्धनत घुलनशील प्रारं िभक सीमा सांरता
(एसटीएलसी) पर आधाररत ोोगी और क,िलफोननथर्ा कोड िवननर्मन (सीसीआर) के शीषथक 22 की धारा
99291 के पररिश्‍ट ।। में ीी गई अपिश्‍ट नन्‍कषथण परी्ण (ड्‍ल्र्ूएटी) प्रकक्र्ा का प्रर्ोग ककर्ा
जाएगा।
(3) अमोननर्ा (क10), साइनाइड (क11) और क्ोिमर्म VI क94 के मामले में , नन्‍कषथण
टीसीएलपी/एसटीएलसी पकक्र्ाओं में ननिीथ ्‍ट नन्ालन मा‍र्म की बजार् डडक्त्‍टल्ड पानी का प्रर्ोग करके
ककर्ा जाएगा।
(4) इन नन्ालन पद्धनतर् का उपर्ुि
थ त िविश्‍ट लीधचंग/एिसरे िशन प्रकक्र्ा सार केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण
बोडथ द्वारा प्रकािशत पररसंकटमर् अपिश्‍ट के ल्ण वणथन तर्ा िवश्लेषण के म,नुअल में शािमल ो, और
र्िी र्िी र्ो पद्धनत उित म,नुअल में शािमल न ोो तो मापन के िलए उपर्ुित संीभथ पद्धनत अपनाई जा
सकती ो, ।
(5) ए्‍बे्‍टस के मामले में , ननिीथ ्‍ट सांरता सीमाएं केवल तभी लागू ो गी र्िी सामग्री भरु भुरी, पाउडरीकृत
र्ा मोीन टुकड़े की अव्‍र्ा में ोो।
(9) अपिश्‍ट में िवश्लेिषत ककए जाने वाले पररसंकटमर् घटक उद्र्ोग की प्रकृनत और प्रकक्र्ा में प्रर्ुित
सामधग्रर् के प्रासंधगक ो गे।
(7) ेसे अपिश्‍ट क्तजसमें नीचे सूचीबद्ध घटक में से कोई एक पार्ा जाए तो उन्ोें पररसंकटमर् समाा
जाएगा परं तु र्ो कक वे इस अनस
ु च
ू ी के वगथ ग में सच
ू ीबद्ध िवशेषताओं को प्रीिशथत करें :
1. एिसड एमाइड
2. एिसड ोाइड्राइड
3. एमाइन
4. एंथ्रािसन
5. िेणी क में सूचीबद्ध को छोड़कर अन्र् ेरोमेिटक कंपाउं ड
6. ब्रोमेट, (ोाइपो-ब्रोमाइट)
7. िलोरे ट (ोाइपो-िलोराइ्स)
8. काबगो नील
9. फेरो- िसिलकेट और एलार्
10. ो, लोजेन - ेसे र्नधगक वाली सामग्री जो आरथ वार्ु र्ा जल के सार् संपकथ में आने पर एिसडडक
वा्‍प उत्पन्न करते ो, अर्ाथत िसिलकॉन रे रािलोराइड, एल्र्ुिमननर्म िलोराइड, टाइटे ननर्म
टे रािलोराइड
11. ो, लोजन - साइलेनेस
12. ो, लोक्तजनेटेड एिलफेिटक कंपाउं ड
13. ोाइड्राजाइन
14. ोाइड्राइड
15. अकाबथननक एिसड
16. अकाबथननक पेरॉिसाइड

22
17. अकाबथननक िटन कंपाउं ड
18. लोडेट
19. (आइसो ऑर र्ार्ो-) साइनेट
20. म,गनीज-िसिलकेट
21. मकैप्टन
22. मेटल काबगो ननल
23. मेटल ोाइड्रोजन सल्फेट
24. नाइराइड
25. नाइराइल
26. काबथननक ेजो और एजोिसी कंपाउं ड
27. काबथननक पेरोिसाइड
28. काबथननक ऑिसीजन कंपाउं ड
29. काबथननक सल्फर कंपाउं ड
30. काबथननक-िटन कंपाउं ड
31. काबथननक नाइरो-और नाइरोसो कंपाउं ड
32. ोाइड्रोजन, काबथन, िसिलकॉन, आर्रन, एल्र्ुिमननर्म, टाइटे ननर्म, म,गनीज, म,ग्नीिशर्म, क,क्तल्शर्म
के ऑिसाइड और ोाइड्रोिसाइड को छोड़कर ऑिसाइड और ोाइड्रोऑिसाइड
33. कफन,नधथ्रननन
34. कफनॉिलक कंपाउं ड
35. एल्र्िु मननर्म क,क्तल्सर्म और आर्रन के फॉ्‍फेट को छोड़कर फॉ्‍फेट कंपाउं ड
36. प्री-एिसड के साल्ट
37. कुल सल्फर
38. टं ग््‍टन कंपाउं ड
39. टे ल्र्रु रर्म और टे ल्र्ुररर्म कंपाउं ड
40. सफेी और लाल फॉ्‍फेरस
41. 2-एिसटाइलएिमनोफ्लोररन
42. 4-एिमनोडाइकफनाइल
43. बेंजीडाइन और इसके साल्ट
44. त्रबस (िलोरोिमर्ाइल) इर्र
45. िमर्ाइल िलोरोिमर्ाइल इर्र
46. 1,2 - डाइब्रोमो-3-िलोरोप्रोपेन
47. 3,3- डाइिलोरोबेंक्तजडाइन और इसके साल्ट
48. 4-डाइिमर्ाइलएिमनोएजोबेंक्तजन
49. 4-नाइरोबाइकफनाइल
50. बीटा-प्रोपार्ोल,िटोन

वगा ग :‍पररसंकटमय‍विविेषताओं ं‍के‍यिार‍पर‍

ऊपर िीए गए सांरता सीमा के अलावा, पीार्थ र्ा अपिश्‍ट को पररसंकटमर् अपिश्‍ट के रूप में वगीकृत ककर्ा जाएगा
र्िी अपिश्‍ट में ननम्निलिखत में से कोड पररसंकटमर् भी संघटक की उपक्त्‍र्नत प्रीिशथत ोोती ोो:

वगा ग1: ज्‍वलनिील- अपिश्‍ट क्तजके नमूने में यवलनशील र्ा आग पकड़ने वाला ननम्निलिखत में से कोई भी गुण प्रीिशथत
ोो, नामत :-

23
(i) यवलनशील रव, र्ा रव का िमिण, र्ा रव क्तजसके घोल में ोस र्ा आ्‍र्गन (उीाोरणार्थ, पें ट, वाननथश, रोगन
आिी, परं तु व,से सत्व र्ा अपिश्‍ट शािमल न ो क्तजन्ोें उनकी पररसंकटमर् िविश्‍ट के कारण अन्र्र्ा वगीकृत
ककर्ा गर्ा ोो), क्तजनसे 600 सेक्तल्र्स के कम तापमान पर यवलनशील वा्‍प उत्सक्तजथत ोोती ोो। इस ीीक्तप्त त्रबंी ु का
मापन एएसटीएमडी 93-79 के अनरू
ु प िलोयड कप टे ्‍ट प्रणाली द्वारा र्ा केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ
द्वारा प्रकािशत एक समतुल्र् परी्ण पद्धनत द्वारा र्र्ा ननधाथररत तरीके से ककर्ा जाएगा;
(ii) जो रव न ोोते ोुए भी मानक तापमान और ीबाव पर घषथण, नमी के अपशोषण र्ा ्‍वत: प्रवनतथत रासार्ननक
पररवतथन और सुलगाने पर प्रबलता से ननरं तर जलते ोुए पररसंकट उत्पन्न करने में स्म ो ;
(iii) जो ीोनीर् संपीडडत ग,स ोो;
(iv) जो ऑिसीकारक ोो और िविशक्त्‍टकरण के उद्देश्र् से व,सा पीार्थ ज,से िलोरे ट, परम,गनेट, अकाबथननक
पेरोिसाइड, र्ा नाइरे ट ो,, जो काबथननक पीार्थ के ीोन को तीव्र करने के िलए तत्परता से ऑिसीजन नसक्तजथत
करते ो,।
वगा ग2: संिारकता- अपिश्‍ट क्तजसके प्रनतननधधक नमूने में ननम्निलिखत में से सं्ारकता की कोई भी िविशक्त्‍ट प्रीधर्थत
ोोती ोो, नामत :-

(i) जो जल र्ुित ोो और क्तजसका पीएच 2 के समतुल्र् र्ा उससे न्र्ून र्ा 12.5 के समतुल्र् र्ा अधधक ोो;
(ii) जो रव ोो और इ्‍पात (एसएई1020) का परी्र्मान 550 सेक्तल्सर्स के तापमान पर 6.35 िममी प्रनतवषथ की ीर से
सं्रण करें ;
(iii) जो जलर्ुित न ोो और, समभार जल के सार् िमधित ककए जाने पर ेसा कोल बनाता ोो, क्तजसका पीएच2 से न्र्ून
र्ा 12.5 से अधधक र्ा समतुल्र् ोो;
(iv) जो रव न ोो और, समतुल्र् भार जल के सार् िमधित ककए जाने पर ेसा रव उत्पन्न करता ोो जो इ्‍पात
(एसएई1020) को परी्र्मान 550 सेक्तल्सर्स के तापमान पर 6.35 िममी प्रनतवषथ से अधधक की ीर सं्ररत करता
ोो।
िटप्पणी :
सं्ारकता ननधाथररत करने के उद्देश्र् से, पीएच ननधाथरण के िलए भारतीर् मानक ्‍र्ूरो 9040 ग पद्धनत, सं्ारकता
िवशेषताओं को ्‍र्ािपत करने के िलए ्‍टील (एसएई1020) की िीशा में सं्ारकता के िलए एनएसीई
टीएम 01 9( : धातुओं के प्रर्ोगशाला सं्ारण परी्ण और ईपीए 1110क पद्धनत को अपनार्ा जाएगा।
वगा ग3: प्रनतक्रियात्वमकता विवस्फोटक- ोस अपिश्‍ट प्रनतकक्र्ात्मक िविश्‍ट र्ि
ु त माना जाएगा र्िी अपिश्‍ट का
प्रनतननधधक नमूना ननम्निलिखत प्रीिशथत करें , नामत :-
(i) जो सामान्र् र्ा अक्त्‍र्र ोो त्रबना डडटोनेिटंग के आसानी से उग्र पररवतथन उत्पन्न करता ोो;
(ii) जो जल के सार् तीव्र प्रनतकक्र्ा करे र्ा जल के सार् प्रछन्न िव्‍फोटक िमिण बनाता ोो;
(iii) जो जल के सार् िमधित ककए जाने पर मानव ्‍वा्‍्र् र्ा पर्ाथवरण के िलए खतरनाक मात्रा में िवष,ली ग,स, वा्‍प
र्ा धम्र
ू उत्पन्न करें ;
(iv) जो सार्नाइड र्ा सल्फाइड ोो, क्तजसे 2 और 12.5 पीएच अवक्त्‍र्नत में एिसपोज ककए जाने पर मानव ्‍वा्‍्र् र्ा
पर्ाथवरण के िलए खतरनाक मात्रा में िवष,ली ग,स, वा्‍प र्ा धूम्र उत्पन्न ोोता ोो;
(v) जो डडटोनेशन र्ा िव्‍फोटक प्रनतकक्र्ा करने में स्म ोो, र्िी इसे प्रबल अनभर््‍त स्रोत के सामीण्र् र्ा परररुद्ध
तािपत ककर्ा जाए;
(vi) जो डडटोनेशन र्ा िव्‍फोटक अपघटन र्ा मानक तापमान और ीबाव पर प्रनतकक्र्ा करने में स्म ोो;
(vii) जो प्रनतबंधधत िव्‍फोटक ोो।
वगा ग4: विवषा‍त - अपिश्‍ट िवषाितता का ल्ण प्रीिशथत करता ो, , र्िी
(i) अपिश्‍ट के संघटक की सांरता इस अनस
ु ूची के वगथ क और ख में सूचीबद्ध सीमा के समतुल्र् र्ा उसमें अनुज्ञेर्
ननधाथररत सीमा से अधधक ोो;
(ii) र्ो प्रनत ककलोग्राम 2500 िम.ग्रा. से कम तीक्ष्ण मनिखक एलडी50 रोा ोो;
(iii) इसमें प्रनत ककलोग्राम 4300 िम.ग्रा. से कम तीक्ष्ण त्वचीर् एलडी50 रोा ोो;

24
(iv) ग,स र्ा वा्‍प के रूप में प्रनत िमिलर्न 10000 भाग से कम तीक्ष्ण अंत:श्वसन एलसी50 रोा ोो;
(v) िविलर्न जल में प्रनत लीटर 500 िम.ग्रा. के सांरण और बीआईएस परी्ण पद्धनत 9582-2001 में
र्र्ाननिीथ ्‍ट परी्ण पररक्त्‍र्नतर् में जेब्राकफश (ब्रेककडेननर्ो रे ररर्ो) के िलए (9 घंटे के अंीर 50
प्रनतशत मत्ृ र्ु ीर के सार् तीक्ष्ण जलीर् िवषाितता रखता ोो;
(vi) अनुभव र्ा मानक संीभथ परी्ण पद्धनत के आधार पर जो मानव ्‍वा्‍्र् र्ा पर्ाथवरण को अपनी क,सरकारी,
म्र्ूटाजेनेिसटी, इंडोक्क्तइन भंगुरता, अधचर िवषाितता, धचर िवषाितता, ज,व संग्राोी गुण र्ा पर्ाथवरण में उपक्त्‍र्नत
के कारण खतरा उत्पन्न करे ।
वगा‍ ग5‍:‍पिाथा‍ या‍अपशिष्‍ट‍गो‍स्‍वत:‍ज्‍वलनिील‍हो‍-‍ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट क्तजनके पररवोन में सामान्र्
क्त्‍र्नतर् के अंतगथत ्‍वत: गमथ ोोने र्ा वार्ु के संपकथ में आने पर गमथ ोोने और तत्पश्चात इसमें आग पकड़
लेने की प्रवक्तृ त्त ोो।

वगा‍ग6‍:‍पिाथा‍या‍अपशिष्‍ट‍गो‍गल‍से‍शमधित‍होने‍पर‍ज्‍वलनिील‍गैस‍ोत्‍
सम्गात‍करते‍हों‍-‍ेसे पीार्थ र्ा
अपिश्‍ट जो जल से संपकथ में आने पर ्‍वत: यवलनशील ो र्ा खतरनाक मात्रा में यवलनशील ग,स उत्पन्न
करते ो ।

वगा‍ ग7‍ :‍ ऑ‍‍सीकारक‍ -‍ ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट जो ्‍वर्ं अननवार्थ रूप से ीोनशील न ो , ककन्तु
सामान्र्तर्ा ऑिसीजन उत्पन्न करके अन्र् सामग्री में आग लगने के कारक र्ा सोार्क ोो सकते ो,।

वगा‍ ग8‍ :‍ काबाननक‍ पेराऑ‍‍साइड‍ :‍ ेसे काबथननक पीार्थ र्ा अपिश्‍ट क्तजनमें वाइवेलेंट ओ-ओ संरचना ोो,
क्तजनमें एिजोर्िमथक ्‍वत: त्वररत िवघटन ोो सकता ोो।

वगा‍ ग9‍:‍विवष‍(तीव्र)‍:‍ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट क्तजन्ोें र्िी ननगल र्ा सूंघ िलर्ा जाए र्ा त्वचा से संपकथ में
आ जाएं तो मत्ृ र्ु का कारण बन सकते ो , गंभीर ्नत पोुंचा सकते ो र्ा ्‍वा्‍र् के िलए ोाननकारक ोो
सकते ो ।

वगा‍ग10‍:‍संिामक‍पिाथा‍ - ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट क्तजनमें व्र्वोार्थ सक्ष्


ू म जीव र्ा उनके िवष ो जो पशुओं
र्ा मनु्‍र् में बीमारी फ,लाते ो ।

वगा‍ ग11‍:‍वायु‍ या‍गल‍से‍ संपका‍में ‍ यने‍ पर‍विवषा‍‍


त‍गैसों‍का‍ोत्‍
सगान‍-‍ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट जो वार्ु
र्ा जल से संपकथ में आने पर खतरनाक मात्रा में िवषाित ग,सें उत्सक्तजथत करें ।

वगा‍ग12‍:‍पारर-विवषा‍‍त‍-‍ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो र्िी उत्सक्तजथत ोो जाएं तो पर्ाथवरण पर तात्कािलक र्ा
िवलंत्रबत रूप से पर्ाथवरण पर प्रनतकूल प्रभाव डाल सकते ो र्ा िवष,ले प्रभाव छोड़ सकते ो ।

वगा‍ ग13‍ :‍ जो ककसी उपार् से नन्‍तारण के पश्चात अन्र् सामग्री िवसक्तजथत कर सकते ो अर्ाथत लीचेट
क्तजसमें ऊपर सूचीबद्ध िवशेषताओं में से कोई एक िवशेषता ोो सकती ो, ।

25
अनुसूची‍।।।
(ननर्म 3 (1) (17)(iii), (3)(23),12,13 और 14 ीे खें)
(िाग क)
िाग क : पूवा सूधचत स्वीकृनत सदहत ययात‍और‍ननयाात‍के शलए अनुप्रयु‍त पररसंकटमय‍अपशिष्‍टों‍पिाथथों की सूची‍
बेसल कन्‍
वेंिन‍का ोपाबंि VIII*)
बेसल सं. पररसंकटमय अपशिष्ट का वणान
(1) (2)
क1 िातु और िातु य‍
ु त अपशिष्ट
क 1010 धातु अपिश्‍ट और वे अपिश्‍ट क्तजसमें ननम्निलिखत ककसी भी धातु के एलार् ो ककन्तु भाग ख और भाग घ में
िविश्‍ट रूप से सूचीबद्ध ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर
- एंिटमनी
- क,डिमर्म
- सीसा
- टे ल्र्ूररर्म
क 1020 अपिश्‍ट क्तजनमें संघटक र्ा संीष
ू क ो,, ्‍र्ूल रुप में धातु अपिश्‍ट को छोड़कर, कोई र्ा ननम्निलिखत :
- एंिटमनी, एंिटमनी र्नधगक
- क,डिमर्म, क,डिमर्म र्नधगक
- सीसा, सीसा र्नधगक
- टे ल्र्ूररर्म, टे लर्ूररर्म र्नधगक
क 1040 अपिश्‍ट क्तजनमें धातु काबगो नाईल संघटक ोो
क 1050 ग,ल्वेननक गाी
क 1070 ज्‍ता प्रसं्‍करण, धुल और आपंक से ननच्छािलत अवशेष अर्ाथत जेरोसाइट, ोे मेटाईट आिी
क 1080 सांरण में सीसा और क,डिमर्म वाली सूची ख में सक्तम्मिलत न ककए गए अपिश्‍ट क्तजंक अवशेष के भाग ग में उपीिशथत
पररसंकटमर् ल्ण संप्रीिशथत करने के िलए पर्ाथप्त ो, ।
क 1090 िवद्र्त
ु रोधी तांबे की तार के भ्‍मीकरण से प्राप्त भ्‍म
क 1100 तांबा प्रगालक की ग,स शोधन प्रणाली से प्राप्त धल
ू और अवशेष
क 1120 तांबा िवद्र्ुत परर्‍करण और िवद्र्ुत प्रापण की संकक्र्ाओं में से िवद्र्ुत अपघटनी शोधन प्रणाली के एनोड अवपंक
को छोड़कर अपिश्‍ट ्‍लज
क 1140 अपिश्‍ट िर्ूपुररक िलोराइड और कॉपर साइनाइड उत्प्रेरक जो तरल ्‍वरूप में न ो , अनुसूची VI में
संबंधधत इंीराज नोट करें
क 1150 मुिरत पररपर् के भ्‍मीकरण से उत्पन्न मूल्र्वान धातु भ्‍म जो भाग ख के अंतगथत न ोो
क 1160 अपिश्‍ट लेड एिसड ब,टररर्ां र्ा संपूणथ र्ा कुचली ोुईं
क 1170 त्रबन छटी परु ानी ब,टररर् का सक्तम्मिण जो भाग ख ब,टररर् में शािमल नोीं ो,। अपिश्‍ट ब,टररर्ां जो अनस
ु च
ू ी ।।
में उक्तल्लिखत भाग ख ननिोत संघटक में िवननिीथ ्‍ट नोीं ो,, पररसंकटमर् ो,।
क2 मुख्यत: अकाबाननक संर्टकों वाले अपशिष्ट म्गसमें िातु और काबाननक पिाथा अंतविवाष्ट हों
क 2010 क,र्ोड ककरण नािलकाएं और अन्र् सकक्र्कृत कांच से सकक्र्कृत कांच के अपिश्‍ट
क 2030 क,टािल्‍ट अपिश्‍ट ककन्तु सूची ख में िवननिीथ ्‍ट ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर
क3 मुख्यता काबाननक संर्टकों वाले अपशिष्ट, म्गसमें िातु और अकाबाननक सामग्री हों
क 3010 पेरोिलर्म कोक और त्रबटुमेन के उत्पाीन र्ा प्रसं्‍करण से उत्पन्न अपिश्‍ट
क 3020 अपिश्‍ट खननज तेल जो उनके मूल रुप में आशानर्त उपर्ोग के िलए अनप
ु र्ुित ो
क 3050 रे िसन लेटेिस, प्लाक्त्‍टसाइजर, सरे श र्ा आसजंक के उत्पाीन, संरुपण एवं उपर्ोग से उत्पन्न ेसे अपिश्‍ट, सूची
ख में िवननथिी्‍ट ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर (ख 4020)
क 3120 िेडडंग से फ्लफ-लाइट फ्र,िशन
क 3130 अपिश्‍ट काबथननक फा्‍फोरस र्नधगक
क4 ऐसे अपशिष्ट म्गनमें या तो अकाबाननक या काबाननक संर्टक हों।
क 4010 भेषज उत्पाी के उत्पाीन और ननिमथत तर्ा उपर्ोग से उत्पन्न अपिश्‍ट ककन्तु उन अपिश्‍ट को छोड़कर जो सूची ख

26
में िवननिीथ ्‍ट ो,।
क 4040 का्‍ संरे्ी रसार्न के िवननमाथण संरुपण और उपर्ोग से उत्पन्न अपिश्‍ट (इसमें का्‍ संर्ण रसार्न से
उपचाररत का्‍ट शािमल नोीं ो,)
क 4070 ्‍र्ाोी, रं जक, वणक, आसव, प्रला्ा वाननथश के उत्पाीन, संरुपण और उपर्ोग से उत्पन्न अपिश्‍ट सूची ख में
िवननिीथ ्‍ट को छोड़कर (4010)
क 4100 औद्र्ोधगक बिोग,स के शोधन के िलए औद्र्ोधगक प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण उपकरण से प्राप्त अपिश्‍ट ेसे अपिश्‍ट को
छोड़कर जो सूची ख में िवननिीथ ्‍ट ो,
क 4120 अपिश्‍ट क्तजसमें पेरोऑिसाइड ोो सकता ो, , िमधित ोो सकता ो, र्ा संीिू षत ोो सकता ो,
क 4130 ेसे अपिश्‍ट प,केज और आद्र्ान, क्तजनमें अनुसूची 3 के भाग ग की खतरनाक िवशेषताओं को पररलक्ष्त करने
के िलए पर्ाथप्त सांरण में अनस
ु च
ू ी ।। के घटक शािमल ो
क 4140 अनुसूची ।। में उक्तल्लिखत और अनुसूची ।।। के भाग ग की खतरनाक िवशेषताओं का प्रीिशथत करने वाले
घटक के तीनुरूपी िविश्‍टी र्ा पुराने रसार्न (िवननमाथता द्वारा सं्‍तुत अवधध के अंीर प्रर्ोग न ककर्ा
गर्ा) से र्ुित र्ा िमधित अपिश्‍ट
क 4160 मुितशेष सकक्र्त काबथन जो सूची ख में शािमल नोीं ो, (ख 2060)

*र्ो सूची पररसंकटमर् अपिश्‍ट के सीमा पार संचलन पर बेसल कन्वें शन के उपाबंध VIII पर आधाररत ो, तर्ा इसमें
कन्वें शन के अनुच्छे ी 1, प,रा 1 (क) के अधीन पररसंकटमर् के रुप में माने गए अपिश्‍ट समािव्‍ट ो,। इस सूची में
अपिश्‍ट का समावेशन पररसंकटमर् के श्‍ी को अलग नोीं करता ो, ।

बेसल कन्वें शन के उपाबंध VIII में (इस अनुसूची के भाग ग) में िीए गए पररसंकटमर् ल्ण के उपर्ोग से प्रीिशथत ोोता
ो, कक अपिश्‍ट पररसंकटमर् नोीं ो, । िाग-क में ‍ पररसंकटमय‍ अपशिष्‍ट‍ प्रनतबंधित‍ ह‍ तथा पयाावरण, वन और
गलवायु पररवतान मंत्रालय की अनम
ु नत तथा विविे ि व्यापार महाननिे िालय के लाइसेंस,‍ यदि‍ लाग‍ू हो, के बबना ोनका
ययात क्रकए गाने की अनुज्ञा नहीं िी गा सकती।

िाग ख
ययात और ननयाात के‍शलए लागू होने वाले अन्य अपशिष्टों की सच
ू ी, म्गनके शलए पव
ू ा सधू चत सहमनत अपेक्षित नहीं है ।‍
(बेसल कन्वेिन का ोपाबंि IX*)
बेसल सं. अपशिष्टों का वणान
ख1 िातु और िातुयु‍त अपशिष्ट
ख1010 धाक्तत्वक, ग,र-परर्ेपण रुप में धातु और धातु एलॉर् अपिश्‍ट :
-र्ोररर्म ्‍क्,प
-रे र्र अर्थ ्‍क्,प
ख 1020 ननम्निलिखत (शीट, प्लेट, बीम, छड़ इत्र्ािी) के रूप में ननिमथत एलॉर् सिोत ्‍वच्छ, असंीिू षत धातु ्‍क्,प
:
- एंिटमनी ्‍क्,प
-बेररिलर्म ्‍क्,प
- क,डिमर्म ्‍क्,प
- सीसा ्‍क्,प (सीसा अम्ल ब,टररर् को छोड़कर)
-िसिलननर्म ्‍क्,प
- टे ल्र्रु रर्म ्‍क्,प
ख 1030 अपिश्‍ट ननिोत अपवतथक धातुएं
ख 1031 धाक्तत्वक परर्ेपण रुप (धातु चूण)थ में मोक्तल्बडेनम, अंग्‍टन, िटटे ननर्म, टें टालूम, ननर्ोत्रबर्म एवं रोे ननर्म धातु और
िमि धातु अपिश्‍ट, सूची क के अंतगथत प्रिवक्त्‍ट क 1050 में िवननिीथ ्‍ट ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर, गाल्वननक ्‍क्,प
ख 1040 िवद्र्ुतशक्तित उत्पाीन के समंजक ्‍क्,प जो ्‍नेोक तेल, पीसीबी र्ा पीसीटी द्वारा पररसंकटमर् तर् करने की सीमा
तक प्रीिू षत न ोो।
ख 1050 भाग ग िवशेषताओं को प्रीिशथत करने के िलए पर्ाथप्त सांरता में अनुसूची II में विणथत क,डिमर्म, एंिटमनी,
शीशा और टे ल्र्रू रर्म ननिोत िमधित अलनो धातु ो, वी फ्र,िशन ्‍क्,प

27
ख 1060 पाउडर सिोत धाक्तत्वक एिलमेंटल रुप में अपिश्‍ट िसिलननर्म और टे ल्र्ूररर्म
ख 1070 ताम्र और ताम्र िमि धातुओं का अपिश्‍ट िव्ेिपत रुप में जब तक कक उनमें अनुसूची II में उक्तल्लिखत कोई संघटक
जो भाग ग की िवशेषताओं का प्रीशथन करने की सीमाओं तक िवननिीथ ्‍ट सांरण सीमाओं तक अंतिवथ्‍ट न ोो।
ख 1080 क्तजंक भ्‍म और अपिश्‍ट क्तजसमें िमि अपिश्‍ट िव्ेिपत रुप में ोो जब तक कक उनमें अनुसूची II में उक्तल्लिखत कोई
संघटक जो भाग ग की िवशेषताओं का प्रीशथन करने की सीमाओं तक िवननिीथ ्‍ट सांरण सीमाओं तक अंतिवथ्‍ट
न ोो।
ख 1090 मानक ब,टरी िवननीे श के अनुरुप अपिश्‍ट ब,टररर्ां, सीसा, क,डिमर्म र्ा पारे से बनी ब,टररर् को छोड़कर।
ख 1100 धातुओं को गलाने, प्रगलन और परर्‍करण से उत्पन्न अपिश्‍ट र्ुित धातु :
- आसेननक, शीशा र्ा क,डिमर्म ननिोत ्‍ल,ग जो प्रसं्‍करण र्ा परर्‍करण के िलए ताम्र प्रसं्‍करण से
प्राप्त ोोता ोो।
- पुन: परर्‍करण ोे तु बोुमूल्र् धातुओं के प्रसं्‍करण से प्राप्त ्‍ल,ग
ताम्र ग्लन से उत्पन्न क्ुिसबल सिोत ररफ्र,िरी सं्‍तर के अपिश्‍ट
0.5% से कम िटन सिोत ट,टेलम र्ुित िटन ्‍ल,ग
ख 1110 अनुसूची ।।। के भाग ग में सूचीबद्ध एसेम्बलीज को छोड़कर प्रर्ुित िवद्र्ुत और इल,िरॉननक एसेम्बलीज
- व,द्र्ुत और इल,िरोननक एसेम्बलीज क्तजनमें केवल धातुएं र्ा िमि धातुएं ो
-इल,क्तिरकल और इल,िरोननक पज
ु ों के ेसे ्‍क्,प अपिश्‍ट (छपाईर्ि
ु त सककथट बोडथ सिोत) क्तजनमें
अनुसूची ।।। के भाग क में शािमल एिर्म
ू ुलेटसथ तर्ा अन्र् ब,टररर्ां, मरकरी क्त्‍वच, क,र्ोड रे ्र्ूब के
कांच व अन्र् कक्र्ाशील कांच पीसीबी क,पीिसटसथ इत्र्ािी न ोो र्ा क,डिमर्म, मरकरी, सीसा
पॉलीिलोरीनेिटड बाई कफनाइल ज,से अवर्व से संीिू षत न ोो र्ा उन चीज से क्तजनमें इन्ोें ननकाला गर्ा
ोो और उनमें अनुसूची ।।। के भाग ग में ननिोत िवशेषता, उसमें िवननिीथ ्‍ट सांरण की सीमा तक न ो ।
ख 1120 प्रर्ुित क,टिल्‍ट िसवाए ेसे तरल पीार्ों के क्तजसका उपर्ोग क,टािल्‍ट के रुप में ककर्ा गर्ा ोो, क्तजनमें ननम्न में से
कोई भी शािमल ोो :
रांजीशन धातुए,ं भाग क और अनुसूची VI में शािमल अपिश्‍ट क,टािल्‍ट को छोड़कर (प्रर्ुित क,टािल्‍ट,
क,टािल्‍ट के रुप में उपर्ोग ककए गए तरल पीार्थ र्ा अन्र् क,टािल्‍ट) :
्‍क,क्तन्डर्म टाइटे ननर्म
वेनेडडर्म क्ोिमर्म
म,गनीज लनो
कोबाल्ट ननकेल
कॉपर क्तजंक
र्िरर्म क्तजरकोननर्म
ननर्ोत्रबर्म मॉिल्‍डेनम
ो, फननर्म ट,टालम
टं ग्‍टन रे ननर्म
ल,न्र्ेनाइड (ील
ु भ
थ -भू धातुए)ं :
ल,न्र्ेनम सीररर्म
प्रािसर्ोडार्िमर्म ननर्ोडाईिमर्म
समेररर्म र्ूरोिपर्म
गेडोिलननर्म टरत्रबर्म
डडसप्रोिसर्म ोोलिमर्म
इत्रबर्
थ म र्िु लर्म
र्ेटरिवर्म लुटेिटर्म
ख 1130 क,टािल्‍टर्ुित िलीन्ड ्‍प,ट बोुमूल्र् धातु
ख 1140 ोस रुप में बोुमूल्र् धात,ु क्तजसके अंतिवथ्‍ट अपिश्‍ट क्तजसके अंतिवथ्‍ट अनुरेख अकाबथननक साइनाइड ोो
ख 1150 समुधचत प,केक्तजंग तर्ा लेबिलंग के सार् प्रक्ष्ण्ण ्‍वरूप में मूल्र्वान धातु, और िमि धातु अपिश्‍ट (सोना,
चांीी, प्लेिटनम वगथ के ककन्तु पारा को छोड़कर)
ख 1160 मुिरत सकथट बोडथ के भ्‍मीकरण बोुमूल्र् धातु भ्‍म, (सूची क क 1150 से संबंधधत प्रिवक्त्‍ट नोट करें )
ख 1170 फोटोग्राकफक कफल्म के भ्‍मीकरण से बोुमल्
ू र् धातु भ्‍म
28
ख 1180 चांीी ो, लाइड और धाक्तत्वक चांीी वाली अपिश्‍ट फोटोग्राकफक कफल्म
ख 1190 चांीी ो, लाइड और धाक्तत्वक चांीी वाला अपिश्‍ट फोटोग्राकफक कागज
ख 1200 आर्रन और ्‍टील के िवननमाथण से उत्पन्न ग्रेनल
ु ेिटड ्‍ल,ग
ख 1210 आर्रन और ्‍टील के उत्पाीन से उत्पन्न ्‍ल,ग क्तजसमें िटटे ननर्म डाइ-ऑिसाइड और वेनेडडर्म के स्रोत के रुप में
्‍ल,ग शािमल ो,
ख 1220 क्तजंक उत्पाीन के ्‍ल,ग, क,िमकली ्‍ट, ्‍लाइयड, क्तजसमें आर्रन अंश अधधक ो, (20% से अधधक) और क्तजसे
औद्र्ोधगक िवननीे श के अनुसार मुख्र्त: ननमाथण के िलए प्रसं्‍कृत ककर्ा गर्ा ो,
ख 1230 आर्रन और ्‍टील के िवननमाथण से उत्पन्न िमल ्‍केिलंग**
ख 1240 कापर-ऑिसाइड िमल ्‍केल
ख2 मुख्यत: अकाबाननक संर्टक वाले अपशिष्ट िातु म्गनमें‍िात‍ु और‍काबाननक तत्व हो सकते ह।
ख 2010 ग,र-िव्ेिपत रुप में खनन संकक्र्ाओं से अपिश्‍ट :
- प्राकृनतक ग्रेफाइट अपिश्‍ट
- ्‍लेट अपिश्‍ट
- अभ्रक अपिश्‍ट
- ल्र्ूसाइट, नेफलाइन और नेफलाइन साइनाइट अपिश्‍ट
- फेल्डसपार अपिश्‍ट
- फ्लोर्‍फार अपिश्‍ट
- फाउं ड्री संकक्र्ाओं में प्रर्ुित िसिलका को छोड़कर ोस रुप में िसिलका अपिश्‍ट
ख 2020 ग,र-िव्ेिपत रुप में कांच अपिश्‍ट :
- कांच िर्ल
ु ेट और अन्र् अपिश्‍ट क,र्ोड रे ्र्ब
ू अन्र् और एक्तिटवेिटड कांच से एक्तिटवेिटड िर्ल
ू ेट के अलावा कांच
्‍क्,प
ख 2030 ग,र-िव्ेिपत रुप में सेरािमक अपिश्‍ट :
सेरािमक अपिश्‍ट और ्‍क्,प (धातु सेरािमक लवण)
- सेरािमक आधाररत रे शें
ख 2040 मुख्र्तर्ा अकाबथननक घटक वाले अन्र् अपिश्‍ट :
- फ्लू ग,स डीसलफरीजेशन से उत्पन्न आंिशक परर्‍कृत क,क्तल्शर्म सल्फेट (एफजीडी)
- भवन धगराने से उत्पन्न अपिश्‍ट क्तजप्सम वालबोडथ र्ा प्ला्‍टर बोडथ
-मुख्र् रूप से ननमाथण और अपघषी अनुप्रर्ोग के िलए औद्र्ोधगक िविशक्त्‍टर् के अनुसार प्रसं्‍कृत और
उच्च लनो तत्व (20% से अधधक) वाले रासार्ननक रूप से क्त्‍र्र, ताम्र उत्पाीन से ्‍ल,ग
- ोस रुप में सल्फर
- क,क्तल्शर्म सार्नामाइड के उत्पाीन से लाइम्‍टोन (पीएच < 9)
- सोडडर्म, पोटे िशर्म, क,क्तल्शर्म िलोराइड
- कारबोरन्डम (िसिलकॉन कारबाइड)
- खंडडत कंक्ीट
- िलधर्र्म टे न्टालम और कांच ्‍क्,प वाला ननिोत िलधर्र्म-ननर्ोत्रबर्म
ख 2060 अनुसूची ।। के ककसी घटक के भाग ग के ल्ण के प्रीशथन की सीमा तक र्ुित ्‍प,न्ट एक्तिटवेटेड काबथन,
उीाोरणार्थ पेर्जल की अिभकक्र्ा और खाद्र् उद्र्ोग की प्रकक्र्ाओं और िवटािमन उत्पाीन के कारण ोोने वाले
्‍प,न्ट एक्तिटवेिटड काबथन (भाग क (क 4160) पर सम्बद्ध प्रिवक्त्‍ट नोट करें )
ख 2070 क,क्तल्शर्म फ्लोराइड ्‍लज
ख 2080 अनुसूची VI में शािमल नोीं रसार्न उद्र्ोग प्रकक्र्ाओं से उत्पन्न ोोने वाले अपिश्‍ट क्तजप्सम (क 2040 में
संबंधधत प्रिव्‍ट नोट करें )।
ख 2090 पेरोिलर्म कोक र्ा त्रबटुमन से बने ्‍टील र्ा एल्र्ुमीननर्म उत्पाीन से उत्पन्न अपिश्‍ट एनोड ब्स, जो कक
सामान्र् औद्र्ोधगक िवननीे श के अनस
ु ार साफ ककए गए ो, (िलोर एल्कली इल,िरोलाइिसस में एनोड ब्स और
म,टालजीकल उद्र्ोग को छोड़कर)
ख 2100 एल्र्ुिमननर्म के अपिश्‍ट ोाइड्रे्स तर्ा अपिश्‍ट अल्र्ुिमना तर्ा ग,स सफाई, फ्लोिर्ल
ु ेशन र्ा कफल्टर प्रकक्र्ाओं
के िलए प्रर्ुित ेसी सामधग्रर् को छोड़कर

29
ख 2130 सड़क ननमाथण और रख-रखाव से त्रबटुिमनस सामग्री (ए्‍फाल्ट अपिश्‍ट) क्तजसमें टार शािमल न ोो
(अनस
ु च
ू ी VI, क 3200 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट नोट करें )
ख3 मख्
ु यतया काबाननक संर्टक वाले अपशिष्ट, म्गनमें िातु और अकाबाननक पिाथा हो सकते ह
ख 3027 लेबल सामग्री उत्पाीन में प्रर्ि
ु त कच्ची सामधग्रर् से र्ुित ्‍व-आसंजक लेबल ल,िमनेट अपिश्‍ट
ख 3030 टे िसटाइल अपिश्‍ट
ननम्निलिखत सामधग्रर्ां बशते कक वे अन्र् अपिश्‍ट से िमधित न ो और ननम्निलिखत िविशक्त्‍टर् से
त,र्ार ककए गए ो :
- रे शम अपिश्‍ट (ररिलंग, धागा अपिश्‍ट और गानेटेड ्‍टॉक के िलए अनुपर्ुित कॉकून सिोत)
 काडेड र्ा कॉम््‍ड नोीं
 अन्र्
- धागा अपिश्‍ट सिोत ककन्तु गानेटेड ्‍टॉक को छोड़कर ऊन र्ा पशु के मोीन र्ा खुरीरे बाल
का अपिश्‍ट
 ऊन र्ा पशु के पतले बाल के नवॉर्ल
 ऊन र्ा पशु के पतले बाल के अन्र् अपिश्‍ट
 पशु के खुरीरे बाल के अपिश्‍ट
- सूती अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट और गानेटेड ्‍टॉक सिोत)
 धागा अपिश्‍ट (सूत अपिश्‍ट सिोत)
 गानेटेड ्‍टॉक
 अन्र्
- पटसन की र्‍सी और अपिश्‍ट
- र्‍सी और शुद्ध पटुआ के अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट और गानेटेड ्‍टॉक सिोत) (कनािवस ्‍टीवा
एल.)
- र्‍सी और जूट और अन्र् टे िसटाइल बा्‍ट फाइबर (पटसन, शुद्ध पटुआ और रामी को छोड़कर)
के अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट और गानेटेड ्‍टॉक सिोत)
- र्‍सी और िससाल तर्ा जेनस वनकुमारी के अन्र् टे िसटाइल रे श के अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट
तर्ा गानेटेड ्‍टॉक सिोत)
- र्‍सी, नवॉर्ल तर्ा नाररर्ल के अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट तर्ा गानेटेड ्‍टॉक सिोत)
- र्‍सी, नवॉर्ल तर्ा अबाका के अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट तर्ा गानेटेड ्‍टॉक सिोत) (मनीला
पटुआ र्ा मुसा टे िसटाइल वगथ)
- र्‍सी, नवॉर्ल तर्ा नाररर्ल और अन्र् वन्‍पनत टे िसटाइल रे श , क्तजन्ोें अन्र्त्र कोीं
अधधसधू चत र्ा सक्तम्मिलत नोीं ककर्ा गर्ा ो, , के अपिश्‍ट (धागा अपिश्‍ट तर्ा गानेटेड ्‍टॉक
सिोत)
- मानव ननिमथत रे श के अपिश्‍ट (नवॉर्ल, धागा अपिश्‍ट और गानेटेड ्‍टॉक सिोत)
 िसंर्ेिटक रे श के
 कृत्रत्रम रे श के
- फटे परु ाने व्‍त्र और अन्र् फटे परु ाने टे िसटाइल पीार्थ
- प्रर्ुित र, ग, ्‍क्,प सुतली, कॉडेज, र्‍सी तर्ा केबल और सुतली, कॉडेज, र्‍सी की फटी पुरानी
सामधग्रर्ां र्ा टे िसटाइल सामधग्रर् के केबल
 छं टनी ककए ोुए
 अन्र्
ख3035 अपिश्‍ट टे िसटाइल फ्लोर कवररंग, कापेट
ख3040 रबर अपिश्‍ट
ननम्निलिखत सामधग्रर्ां, बशतें कक उन्ोें अन्र् अपिश्‍ट के सार् िमधित न ककर्ा जाए :
ोाडथ रबर (ज,से इबोनाइट) का अपिश्‍ट तर्ा ्‍क्,प
अन्र् रबर अपिश्‍ट (अन्र्त्र ननिीथ ्‍ट ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर)
ख3050 अशोधधत कॉकथ तर्ा का्‍ अपिश्‍ट :
- का्‍ अपिश्‍ट तर्ा ्‍क्,प, चाोे उन्ोें लों , त्रब्रकेट , पेलेट र्ा समान ्‍वरूप में संकुधचत ककर्ा

30
गर्ा ोो र्ा नोीं
- कॉकथ अपिश्‍ट : कुचले गए, ीानेीार र्ा ग्राउं ड कॉकथ
ख3090 कृिष-खाद्र् उद्र्ोग से उत्पन्न ोोने वाले अपिश्‍ट, बशते कक वे संक्ामक न ो :
- वाइन ली
- शु्‍क तर्ा ्‍टे राइल ककए गए स्‍जी के अपिश्‍ट, अविश्‍ट और उपोत्पाी, चाोे पशुओं के
िखलाने में प्रर्ुित पेलेट के रूप में ो र्ा न ो , क्तजन्ोें अन्र्त्र अधधसूधचत र्ा सक्तम्मिलत नोीं
ककर्ा गर्ा ोो
- डेगरा : वसार्ुित पीार्ों र्ा पशु र्ा वन्‍पनत व,िस के शोधन के पररणाम्‍वरूप प्राप्त अविश्‍ट
- ोड्डडर् तर्ा िसंग के अपिश्‍ट, नन्‍काम, वसामुित, समान्र् रूप से त,र्ार (ककन्तु आकार में
काटे गए नोीं), एिसड से शोधधत र्ा क्तजलेिटन मुित
- मत््‍र् अपिश्‍ट
- कोकोआ के नछलके, भस
ू ी, चमड़े और अन्र् कोकोआ अपिश्‍ट
- उपोत्पाी को छोड़कर कृिष-खाद्र् उद्र्ोग से उत्पन्न अन्र् अपिश्‍ट जो मानव र्ा पशु उपभोग
के िलए रा्‍रीर् तर्ा अंतररा्‍रीर् अपे्ाओं और मानक का अनुपालन करते ो ।
ख3070 ननम्निलिखत अपिश्‍ट :
- मानव केश का अपिश्‍ट
- अपिश्‍ट पआ
ु ल
- पशु चारे के रूप में प्रर्ोग ककए जाने के िलए पेंिसिलन के उत्पाीन से प्राप्त डीएक्तिटवेटेड फंगस
माइसेिलर्म
ख3080 रबर के छटनी अपिश्‍ट और ्‍क्,प
ख30(0 चमड़े के गाी को छोड़कर चमड़े के छं टनी तर्ा अन्र् अपिश्‍ट र्ा चमड़े की सामधग्रर् के उत्पाीन के
िलए अनुपर्ुित चमड़े के घटक क्तजनमें ोे िसाव,लेंट क्ोिमर्म िमिण और बार्ोसाइड सक्तम्मिलत न ोो
(अनस
ु च
ू ी VI, क3100 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीें खें)
ख3100 चमड़े की धूल, राख, गाी र्ा म,ीा क्तजनमें ोे िसाव,लेंट क्ोिमर्म िमिण और बार्ोसाइड सक्तम्मिलत न ोो
(अनुसूची VI, क30(0 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीें खें)
ख3110 फेलम गरी अपिश्‍ट क्तजसमें क्तजनमें ोे िसाव,लेंट क्ोिमर्म िमिण र्ा बार्ोसाइड र्ा संक्ामक पीार्थ
सक्तम्मिलत न ोो (अनस
ु ूची VI, क3110 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीें खें)
ख3120 खाद्र् रं जक से िमधित अपिश्‍ट
ख 3130 अपिश्‍ट पॉलीमर ईर्र और अपिश्‍ट ग,र-पररसंकटमर् मोनोमर ईर्र पेरािसाइड फोरिमंग में अ्म
ख 3140 न्र्म
ू ,िटक और अन्र् टार्र अपिश्‍ट, संसाधन पन
ु :प्राक्तप्त, पन
ु :चक्ण, पन
ु :सध
ु ार ककन्तु प्रत्र्् पन
ु :उपर्ोग न ककए
जाने वाल को छोड़कर
ख4 ऐसे अपशिष्ट, म्गनमें अकाबाननक और काबाननक र्टक हो सकते ह :
ख 4010 मुख्र्तर्ा जल आधाररत र्ा लेट,िस पेंट, ्‍र्ाोी और ोाडेंड वाननथश वाले अपिश्‍ट, क्तजनमें काबथननक, साल्वेट, भारी
धातु र्ा बार्ोसाइट उस सीमा तक नोीं ो, कक उन्ोें पररसंकटमर् कोा जा सके (भाग क 4070 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
ख 4020 रे िसन, लेट,िस, प्लाक्त्‍टसाइजर ग्लस
ू र्ा एडो, िसव के उत्पाीन, ननमाथण और उपर्ोग से उत्पन्न अपिश्‍ट जो भाग
क में सच
ू ीबद्ध नोीं ो,, साल्वेंटमि
ु त ो, और उस सीमा तक अन्र् संीष
ू क जो भाग ग की िवशेषताओं को नोीं ीशाथते ो,
(भाग क, क3050 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
ख 4030 ब,टरी सिोत प्रर्ुित एकल प्रर्ोग क,मरा, जो भाग क में शािमल नोीं ो, ।
ख 4030 ब,टरी सिोत प्रर्ुित एकल प्रर्ोग क,मरा, जो भाग क में शािमल नोीं ो, ।

* र्ो सूची पररसंकटमर् अपिश्‍ट के सीमापार संचलन संबंधी बेसल कन्वें शन के उपाबंध-IX पर आधाररत ो, और इसमें
वे अपिश्‍ट सक्तम्मिलत ो,, जो बेसल कन्वें शन के अनच्
ु छे ी-। में पररसंकटमर् के रुप में विणथत नोीं ककए गए ो,। िाग‍ख‍में‍
अपशिष्‍ट‍ प्रनतबंधित‍ ह‍ और‍ इनका‍ ननयाात‍ पयाावरण,‍ वन‍ और‍ गलवायु‍ पररवतान‍ मंत्रालय‍ और‍ विविे ि‍ व्‍यापार‍
लाइसेंस‍महाननिे िालय,‍यदि‍लागू‍हो,‍की‍अनुमनत‍के‍बबना‍करने‍की‍अनुमनत‍नहीं‍िी‍गा‍सकती‍है ।‍‍

नोट :

31
(1) कॉपर िातुमल, म्गसमें तांबा 65% से अधिक और सीसा और कैडशमयम िमि:1.25% और 0.1% तक या इससे
कम, स्पट ‍‍लींड मेटल कैटाशलस्ट तांबा हो; और तांबा ररवर्टास, केक और विवशिष्ट, म्गसमें सीसा और कैडशमयम
िमि: 1.25% और 0.1% या इससे कम हो, को पयाावरण,‍वन‍और‍गलवाय‍
ु पररवतान मंत्रालय में ‍ राज्‍य‍प्रिष
ू ण‍
ननयंत्रण‍ बोडा‍ द्वारा‍ प्राधिकृत‍ इकाईयों‍ (वास्‍
तविवक‍ प्रयो‍‍ताओं ं)‍ को‍ विविे ि‍ व्‍यापार‍ महाननिे िालय‍ के‍
लाइसेंस‍के‍बबना‍और‍पयाावरण,‍वन‍और‍गलवायु‍ पररवतान‍मंत्रालय‍की‍स्‍
वीकृनत‍से‍ अनुमनत‍है ।‍तांबा
ररवटा स, केक और अपशिष्ट म्गनमें सीसा और कैडशमयम िमि: 1.25% और 0.1% से अधिक है , या ोस प्रनतबंधित
संवगा में है म्गसके शलए‍ पयाावरण,‍ वन‍ और‍ गलवायु‍ पररवतान मंत्रालय (वास्तविवक प्रयो‍‍ता)‍ से‍ अनुमनत‍
प्राप्‍त‍ इकाईयों‍ द्वारा‍ प्रसंस्‍करण‍ या‍ पन
ु :ोपयोग‍ के‍ शलए‍ विविे ि‍ व्‍यापार‍ महाननिे िालय‍ के‍ लाइसेंस‍ के‍
विवरूद्ध‍ययात‍की‍अनुमनत‍है ।‍‍

(2) म्गंक राख‍या‍विवयोगन में स्कीशमंग, म्गसमें म्गंक 65% से अधिक और सीसा और कैडशमयम िमि 1.25% और
0.1% या इससे कम है और स्पैट ‍लीन्ड मेटल कैटाशलस्ट, म्गसमें म्गंक है , विविे ि‍ व्‍यापार‍ महाननिे िालय‍ की
अनुज्ञम्प्त के बबना पयाावरण, वन और गलवायु पररवतान मंत्रालय (वास्तविवक ोपिो‍ता) के साथ रम्गस्रीकृत
यूननटों को‍ रम्गस्रीकरण पत्र में ोपिशिात वाविषाक मात्रा सीमा तक ययात की अनुमनत है । म्गंक राख‍ और‍
स्कीशमंग, म्गसमें म्गंक 65% से कम‍ है ‍ और सीसा और कैडशमयम िमि 1.25% और 0.1% या इससे अधिक है
और हाडा म्गंक स्पैल्‍टर‍और‍ता्र ‍िातुमल,‍म्गसमें सीसा 1.25% से अधिक है ,‍ोस‍ननबाम्न्ित‍प्रवगा‍ के‍अिीन‍
है ‍ म्गसके‍शलए‍पयाावरण, वन और गलवायु पररवतान मंत्रालय‍(वास्‍
तविवक‍ोपिो‍‍ता)‍से‍ रम्गस्रीकृत इकाईयों
द्वारा‍प्रसंस्‍करण‍या‍पुन:ोपयोग‍के‍प्रयोगन‍के‍शलए‍विविे ि‍व्‍यापार‍महाननिे िालय‍अनुज्ञम्प्त‍पर‍ययात‍
की‍अनुमनत‍िी‍गई‍है ।‍‍‍

32
भाग ग

पररसंकटमय विविेषताओं ं की सूची

कोड विविेषता‍

एच 1 विवस्फोटक

कोई िव्‍फोटक पीार्थ र्ा अपिश्‍ट ोस र्ा तरल पीार्थ र्ा अपिश्‍ट (र्ा पीार्ों र्ा अपिश्‍ट का
िमिण) ो, , जो ्‍वर्ं में रासार्ननक प्रनतकक्र्ा द्वारा ेसे तापमान और ीाब और ेसी गनत पर ग,स
उत्पाीन में समर्थ ो, , जो आस-पास की व्‍तुओं को ोानन पोुंचाता ो, ।

एच 3 ज्वलनिील द्रव

"यवलनीर्" श्‍ी का वोी अर्थ ो, जो यवलनशील का ो, । यवलनशील रव्र् ेसे रव्र् सा रव्र् का िमिण
ो, र्ा िवलर्न र्ा ननलंबन से ोसर्ुित रव्र् ो, "(उीाोरणार्थ पें ट, वाननथश, रोगन इत्र्ािी, ककन्तु इनमें
ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट सक्तम्मिलत नोीं ो, , क्तजन्ोें उनके खतरनाक िवशेषताओं के कारण अन्र् रुप में
वगीकृत ककर्ा गर्ा ो, ) जो िलोयड-कप टे ्‍ट में 60.5 डडग्री सेक्तल्सर्स से अनाधधक के तापमान पर र्ा
ओपन-कप टे ्‍ट में 60.5 डडग्री सेक्तल्सर्स से अनाधधक के तापमान पर यवलनीर् वा्‍प छोड़ते ो,। (चूंकक
ओपन-कप टे ्‍ट और िलोयड-कप टे ्‍ट के पररणाम सवथर्ा तल
ु नीर् नोीं ो, और समान जांच के पर्
ृ क
पररणाम भी पररवतथनशील ो,, अत: ेसे अंतर को अनुज्ञात करने के िलए उपरोित अंक से िवननर्मन
में फेरबील करना इस पररभाषा के अिभप्रार् के अनुरूप ोोगा)।

एच 4.1 ज्वलनीय िोस

िव्‍फोटक के रुप में वगीकृत से िभन्न ोस अपिश्‍ट ोस जो पररवोन के ीनरान ाेली गई


पररक्त्‍र्नतर् के अधीन आसानी से आग पकड़ लेते ो, र्ा घषथण, ्‍वप्रनतकक्र्ा से आग लगा सकते ो,।

एच 4.2 ऐसे पिाथा या अपशिष्ट, गो स्वत: ज्वलनिील है

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, क्तजनके पररवोन में सामान्र् पररक्त्‍र्नतर् के अधीन ्‍वत: गमथ ोोने की
संभावना ोोती ो, र्ा जो वार्ु के संपकथ में आने पर गमथ ोो जाते ो, और कफर आग पकड़ सकते ो,।

एच 4.3 गल से संपका होने पर ज्वलनीय गैसें ोत्सम्गात करने वाले पिाथा या अपशिष्ट

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो जल से पर्‍पर कक्र्ा द्वारा ्‍वत: यवलनीर् बनने के र्ा खतरनाक मात्रा में
यवलनीर् ग,से छोड़ सकते ो,।

एच 5.1 ऑ‍सीकरण

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो ्‍वर्ं आवश्र्क रुप से ीोनशील नोीं ो,, ककन्तु साधारणतर्ा ऑिसीजन
छोड़कर अन्र् सामग्री में आग लगा सकते ोें , आग लगाने में सोार्क ोो सकते ो,।

एच 5.2 काबाननक पैरो‍साइड्स

ेसे काबथननक पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, क्तजनमें वाइवेलंट ओ-ओ संरचना ो, व ऊ्‍मीर् अक्त्‍र्र पीार्थ ो, ,
क्तजनमें ्‍वत: त्वररत ऊ्‍मा्ेपक िवघटन ोो सकता ो, ।

एच 6.1 विवष (तीव्र)

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो र्िी ननगल र्ा सूंघ िलए जाएं र्ा त्वचा से संपकथ द्वारा र्ा तो मत्ृ र्ु का
कारण बनने, गंभीर ्नत पोुंचाने र्ा ्‍वा्‍्र् के िलए ोाननकारक ोो सकते ो,।
33
एच 6.2 संिामक पिाथा

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो ेसे जीवन्म सूक्ष्म जीव र्ा उनके ेसे जीव िवष से मुित ो,, जो पशुओं र्ा
मनु्‍र् में बीमारी फ,लाते ो, र्ा ेसा संीेो ो, ।

एच 8 संिारक

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो रासार्ननक कक्र्ा द्वारा जीिवत ऊतक के संपकथ में आने पर गंभीर ्नत
पोुंचाएंगे, र्ा पररवोन के साधन को काफी ्नत पोुंचाएंगे र्ा न्‍ट भी कर ीें गे, र्े अन्र् पररसंकट
उत्पन्न कर सकते ो,।

एच 10 वायु या गल के संपका में विवषैली गैसों का ोत्सगान

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो वार्ु र्ा जल से पर्‍पर कक्र्ा द्वारा खतरनाक पररमाण में िवष,ली ग,सें छोड़
सकते ो,।

एच 11 विवषैली (विवलंबबत या धचरकाशलक)

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो र्िी सूंघ िलए जाएं र्ा क्तजनका अंतग्रोथ ण कर िलर्ा जाए र्ा र्िी त्वचा में
प्रवेश कर लें तो िवलंत्रबत र्ा धचरकािलक प्रभाव िीखा सकते ो,, क्तजनमें कािसनेंजेनिसटी शािमल ो,।

एच 12 पारर-विवषा‍‍त‍‍

ेसे पीार्थ र्ा अपिश्‍ट, जो र्िी उत्सक्तजथत ोो जाएं तो पर्ाथवरण पर बार्ोएकुमुलेशन के द्वारा तुरंत र्ा
िवलंत्रबत प्रनतकूल प्रभाव और/र्ा बार्ोिटक प्रणाली पर िवष,ला प्रभाव छोड़ते ो, र्ा छोड़ सकते ो,।

एच 13 जो ककसी उपार् से नन्‍तारण के पश्चात अन्र् सामग्री छोड़ने में समर्थ ो,, उीाोरणार्थ लीचेट, क्तजसमें
ऊपर सूचीबद्ध कोई एक ल्ण भी ो, ।

34
िाग र्

ययात और ननयाात के‍ शलए लागू होने वाले अन्य अपशिष्टों की सच


ू ी, म्गनके शलए‍ पयाावरण,‍ वन‍ और‍
गलवाय‍ु पररवतान‍मंत्रालय‍की‍अनम
ु नत‍पव
ू ा सधू चत सहमनत अपेक्षित नहीं है ।‍(बेसल कन्वेिन का ोपाबंि
IX*)
बेसल सं. अपशिष्टों का वणान
ख1 िातु और िातुयु‍त अपशिष्ट
ख1010 धाक्तत्वक, ग,र-परर्ेपण रुप में धातु और धातु एलॉर् अपिश्‍ट :
- बोुमूल्र् धातु (सोना, चांीी, प्लेिटनम ककं तु पारा नोीं)**
- लोोा और ्‍टील ्‍क्,प**
- ननकल ्‍क्,प**
- एल्र्िू मननर्म ्‍क्,प**
- क्तजंक ्‍क्,प**
- िटन ्‍क्,प**
- टं ग्‍टन ्‍क्,प**
- मॉिल्‍डेनम ्‍क्,प**
- ट,टालम ्‍क्,प**
- कोबाल्ट ्‍क्,प**
- िव्‍मर् ्‍क्,प**
- टाईट, ननर्म ्‍क्,प**
- जरकोननर्म ्‍क्,प**
- म,गनीज ्‍क्,प**
- जरमेननर्म ्‍क्,प**
- वेनेडडर्म ्‍क्,प**
- ो, फननर्म ्‍क्,प**
- इंडडर्म ्‍क्,प**
- ननर्ोत्रबर्म ्‍क्,प**
- रे ननर्म ्‍क्,प**
- ग,िलर्म ्‍क्,प**
- म,ग्नीिशर्म ्‍क्,प**
- तांबा ्‍क्,प**
- क्ोिमर्म ्‍क्,प**
ख 1050 िमि अलनो धातु ो, वी फ्र,िशन ्‍क्,प क्तजसमें भाग ख 1050 में ननिीथ ्‍ट धातुओं से अलग धातु िमधित ो और
भाग ग की िवशेषताओं का प्रीशथन करने के िलए पर्ाथप्त सांरण में अनस
ु च
ू ी II में संघटक शािमल न ो ।
ख 1100 धातओ
ु ं को गलाने, प्रगलन और परर्‍करण से उत्पन्न अपिश्‍ट र्ि
ु त धातु
- ोाडथ क्तजंक ्‍पेलटर**
- क्तजंक र्ुित ड्रोस ** :
~ ग,ल्वेनाइक्तजंग ्‍ल,ब क्तजंक टॉपड्रोस (>90% क्तजंक)
~ ग,ल्वेनाइक्तजंग ्‍ल,ब क्तजंक बॉटम ड्रोस (>92% क्तजंक)
~ क्तजंक डाई काक्त्‍टग ड्रोस (>85% क्तजंक)
~ ोाट डडप ग,ल्वेनाइजसथ ्‍ल,ब क्तजंक ड्रोस (ब,च) (>92% क्तजंक)
~ क्तजंक क्त्‍किमंग्स
- एल्र्ुिमननर्म ्‍कीिमंग (र्ा ्‍कीम) लवण ्‍ल,ग को छोड़कर
ख 1110 व,द्र्ुत और इल,िरोननक एस,म्बलीज (िप्रंिटड सककथट बोडथ, इलेिरॉननक संघटक और तार सिोत), जो प्रत्र््
पुन: प्रर्ोग के प्रर्ोजन ोे तु और पुनचक्थण र्ा अंनतम ननपटान के िलए न ो
- प्रर्ुित व,द्र्ुत और इल,िरोननक एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात मरम्मत के िलए और मरम्मत के बाी आर्ात के

35
एक वषथ के अंीर वापस ननर्ाथत के िलए ककर्ा गर्ा ोो * * *
- प्रर्ुित व,द्र्ुत और इल,िरोननक एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात ककराए के िलए और आर्ात के एक वषथ के अंीर
वापस ननर्ाथत के िलए ककर्ा गर्ा ोो * * *
- प्रर्ुित व,द्र्ुत और इल,िरोननक एस,म्बलीज क्तजनका ननर्ाथत मरम्मत के िलए और मरम्मत के बाी पुन:
आर्ात के िलए ककर्ा गर्ा ोो
- प्रर्ुित व,द्र्ुत और इल,िरोननक एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात परी्ण, अनस
ु ंधान एवं िवकास, पररर्ोजना कार्थ
उद्देश्र् और आर्ात की तारीख से तीन वषों की अवधध के अंीर वापस पुन: ननर्ाथत करने के िलए ककर्ा
गर्ा ोो * * *
- वारं टी पन
ु :्‍र्ापन के िलए आर्ानतत कलपज
ु ें परं तु र्ो कक सामान संख्र्ा में खराब र्ा अकार्थशील पज
ु ें
आर्ात के एक वषथ की अवधध के अंीर वापस ननर्ाथत ककए जा रोे ो * * *
- र्ा मंत्रालर्, अंतरर् िवभाग और परमाणु ऊजाथ िवभाग द्वारा आर्ात की गई प्रर्ुित व,द्र्ुत और
इल,िरोननक एस,म्बलीज * * *
- प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक एस,म्बलीज (भारी संख्र्ा में नोीं; संख्र्ा तीन र्ा इससे कम) क्तजनका
आर्ात व्र्क्तितर् के िलए अपने ननजी प्रर्ोग के िलए ककर्ा गर्ा ोो
- प्रर्ि
ु त ल,पटॉप, पसथनल कंप्र्ूटर, मोबाईल, ट, बलेट प्रत्र्ेक में से एक क्तजसका एक आर्ात संघटन द्वारा
एक वषथ के अंीर ककर्ा जाता ोो
- एकल व्र्क्तितर् के ्‍वािमत्व और आवास के ्‍र्ानांतरण पर आर्ानतत प्रर्ुित व,द्र्ुत और इल,िरोननक
एस,म्बलीज
- प्रर्ुित मल्टी फंिशन िप्रंट और कॉपी करने की मशीनें (एमएफडी) * * * *
- प्रर्ुित व,द्र्ुत और इल,िरोननक एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात एअरलाइन द्वारा एअर क्ाफ्ट के अनुर्ण के
िलए ककर्ा गर्ा ोो और उन्ोें जोाज पर र्ा सीमा शुल्क बंधधत ्ेत्र के एअर साइड पर क्त्‍र्त संबंधी
एअर लाइन भंडारण में रखा गर्ा ोो
ख3 मुख्यत:‍काबाननक संर्टक वाले अपशिष्ट, म्गनमें िातु और अकाबाननक पिाथा हो सकते ह
ख 3020 पेपर, पेपर बोडथ और पेपर उत्पाी अपिश्‍ट * *
ननम्निलिखत सामग्री, बशते उन्ोें खतरनाक अपिश्‍ट में नोीं िमलार्ा गर्ा ो, :
ननम्निलिखत के पेपर अपिश्‍ट और पेपर र्ा पेपर बोडथ ्‍क्,प:
- अिवरं क्तजत पेपर र्ा पेपर बोडथ र्ा लोरीार पेपर र्ा पेपर बोडथ
- अन्र् पेपर र्ा पेपर बोडथ मुख्र्तर्ा रं क्तजत रसार्न लुगीी से बने, व्र्ापक रुप से रं गा न गर्ा ोो
- मुख्र्तर्ा र्ांत्रत्रक लुगीी (उीाोरणार्थ समाचार पत्र, पत्रत्रका और ेसे ोी मुिरत सामग्री) से बना पेपर र्ा पेपर बोडथ
- अन्र्, ककं तु उन तक सीिमत नोीं
1) लेिमनेिटड पेपर बोडथ,
2) अवगीकृत ्‍क्,प
ख 3140 - एअर क्ाफ्ट के अनुर्ण के िलए एअरलाइन द्वारा ररिरडडंग के िलए आर्ात ककए गए और ररिरडडंग
के बाी पुन: ननर्ाथत ककए जाने के िलए मूल उपकरण िवननमाथताओं को ननर्ाथत ककए गए एअरक्ाफ्ट टार्र
और उन्ोें जोाज पर र्ा सीमा शल्
ु क बंधधत ्ेत्र के एअर साइड पर क्त्‍र्त संबंधी एअर लाइन भंडारण में
रखा गर्ा ोो
िटप्पणी :

* र्ो सूची पररसंकटमर् अपिश्‍ट के सीमापार संचलन संबंधी बेसल कन्वेंशन के उपाबंध-IX पर आधाररत ो, और इसमें वे अपिश्‍ट
सक्तम्मिलत ो,, जो बेसल कन्वेंशन के अनुच्छे ी-। में पररसंकटमर् के रुप में विणथत नोीं ककए गए ो,।

* * ीे श में आर्ात की अनुमनत वा्‍तिवक प्रर्ोिता र्ा एक बारगी (आधार पर रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा प्राधधकृत
वा्‍तिवक प्रर्ोिता की ओर से व्र्ापारी को सीमा शुल्क प्राधधकरण द्वारा इन ननर्म की अनुसूची VIII में ननिीथ ्‍ट
ी्‍तावेज के सत्र्ापन के अ‍र्धीन ो, ।

* * * ीे श में आर्ात की अनुमनत केवल मूल उपकरण ननमाथताओं से वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं को और सीमा शुल्क प्राधधकरण
द्वारा इन ननर्म की अनस
ु च
ू ी VIII में ननिीथ ्‍ट ी्‍तावेज के सत्र्ापन के अ‍र्धीन ो, ।

36
* * * * ीे श में आर्ात की अनमनत
ु वा्‍तिवक प्रर्ोिता र्ा इन ननर्म की अनुसूची VIII के अंतगथत र्र्ा ननिीथ ्‍ट सीमाशुल्क
प्राधधकरण द्वारा अपेक्ष्त और सत्र्ािपत ी्‍तावेज के अनरू
ु प वा्‍तिवक प्रर्ोिता की ओर से व्र्ापारी को ो, । एक बार
एमएफडी के ्‍वीे शी रूप से िवननिमथत ोो जाने पर मल्टीफिशन िप्रंट और कॉपी करने की मशीन के िलए मुित व्र्ापार की
नीनत की समी्ा की जाएगी।

अनुसूची‍III‍ के‍िाग‍ग‍में ‍ बबना‍''तारे ''‍वाले‍ सूचीबद्ध‍अन्‍य‍सिी‍अपशिष्‍टों‍के‍शलए‍सीमा‍िुल्‍


क‍प्राधिकरण‍की‍
ितथों ,‍ यदि‍ कोई‍ हों,‍ के‍ अनुपालन‍ के‍ अध्‍यिीन‍ पयाावरण,‍ वन‍ और‍ गलवायु‍ पररवतान‍ मंत्रालय‍ से‍ क्रकसी‍ िी‍
िस्‍
तावेग‍के‍बबना‍अनुमनत‍है ।‍‍‍‍‍

अनुसूची IV
[ननर्म 9 (1) (ii) और 9(2) ीे खे)]
सामान्‍
य‍रूप‍से‍पुन:चिण‍योग्‍य‍पररसंकटमय‍अपशिष्‍टों‍की‍सूची

ि. सं. अपशिष्ट
(1)‍ (2)‍
1 पीतल ड्रास
2 कॉपर ड्रास
3 कॉपर ऑिसाइड िमल ्‍केल
4 कॉपर प्रत्र्ावत
ृ , केक और अविश्‍ट
5 िवपेक्ष्त रुप में अपिश्‍ट कॉपर और कॉपर िमि
6 और प्रसं्‍करण र्ा शोधन के िलए कॉपर प्रसं्‍करण से धातुमल
7 आईएसआरआई कोड पीार्थ अर्ाथत "ड्रर्ूड" सिोत िवद्र्ुतरोधी कॉपर तार ्‍क्,ब र्ा पीवीसी सीिटंग के
सार् कॉपर
8 जेली कफल्ड कॉपर तारें
9 कॉपर वाली ्‍प,ट िलीर्रड म,टल क,टिल्‍ट
10 ननककल, क,डिमर्म, क्तजंक, कॉपर और आसेननक वनेडडर्म और कोबाल्ट वाले ्‍प,ट क,टिल्‍ट
11 क्तजंक ड्रास-ोॉट डडप ग,ल्वनाइजर ्‍ल,ब
12 क्तजंक ड्रास-बाटम ड्रास
13 ग,ल्वानाईक्तजंग और डाई-काक्त्‍टं ग प्रचालन से ोोने वाली क्तजंक राख/्‍क्ीिमंग
14 ्‍म,लिटंग और धातओ
ु ं के शोधन से उत्पन्न क्तजंक राख/्‍क्ीिमंग/अन्र् क्तजंक वाले अपिश्‍ट
15 त्रबखरने वाले क्तजंक अलार् अपिश्‍ट सिोत क्तजंक राख और अपिश्‍ट
16 क्तजंक वाले ्‍प,ट िलीर्डथ म,टल क,टािल्‍ट
17 ब,टरी (प्रबंधन और प्रो्‍तन) ननर्म, 2001 के अधीन न आने वाली धग्रड प्लेट सिोत प्रर्ि
ु त ल,ड एिसड
ब,टरी प्ले्स और अन्र् ल,ड ्‍क्,प/राख/अपिश्‍ट।
(*ब,टरी ्‍क्,प अर्ाथत आईएसआरआई कोड में सक्तम्मिलत ल,ड, ब,टरी प्ले्स, कोड वडथ "रे ल्स" ब,टरी लग्स
आईएसआरआई में सक्तम्मिलत कोडवडथ "रे िस"; आईएसआरआई कोड में शािमल ्‍क्,प ड्रेन/शु्‍क, ल,ड
ब,टरीज) कोड वडथ "रे न्स"
18 व,द्र्त
ु और इलेिरॉननक पज
ु ों के अपिश्‍ट घटक, क्तजसमें अनस
ु च
ू ी III भाग क में सच
ू ीबद्ध एिर्म
ु ल
ु ेटसथ और
अन्र् ब,टररर् के संघटक, मरकरी क्त्‍वच, क,र्ोड-रे ्र्ूबस से कक्र्ाशील ग्लास िर्ूले्स और अन्र् कक्र्ाशील
ग्लास और पीसीबी - केपीिसटे सथ और अन्र् अनुसूची II के संघटक के सार् अन्र् संीिू षत घटक (र्र्ा
क,डिमर्म, मरकरी, लेड, पोलीिलोररनेिटड, बाइकफनाइल) उस सीमा तक शािमल ो, कक र्े इस अनुसूची III के
भाग ग में ननीे िशत पररसंकट ल्ण प्रीिशथत करते ो,।
19 पें ट और इंक ्‍लज/अविश्‍ट
20 प्रर्ुित तेल और अपिश्‍ट तेल

37
अनुसूची V
[ननर्म 3 (39) और 3(3() ीे खें]
िाग क
पुन:चिण के शलए ोपयु‍त प्रयु‍त तेल के विवननिे ि

ि.सं. पैरामीटर अधिकतम अनुज्ञेय सीमाएं


(1) (2) (3)
1 पोलीिलोरीनेिटड वाईकफनाइल (पीसीबी) <2 पीपीएम*
2 सीसा 100 पीपीएम
3 आसेननक 5 पीपीएम
4 क,डिमर्म + क्ोिमर्म + ननकल 500 पीपीएम
5 पोलीेरोमेिटक ोाइड्रोकाबथन्स (पीएएच) 6%

िाग ख
अपशिष्ट तेल से व्युत्पन्न इंिन के विवननिे ि

ि.सं. पैरामीटर अधिकतम अनुज्ञेय सीमाएं


(1) (2) (3)
1 सेडडमें ट 0.25%
2 सीसा 100 पीपीएम
3 आसेननक 5 पीपीएम
4 क,डिमर्म + क्ोिमर्म + ननकल 500 पीपीएम
5 पोलीेरोमेिटक ोाइड्रोकाबथन्स (पीएएच) 6%
6 कुल ोे लोजन 4000 पीपीएम
7 पोलीकोलरीनेिट बाई-कफलाइल (पीसीबी) <2 पीपीएम*
8 सल्फर 4.5%
9 जल तत्व 1%
* इलेिरॉन क,पचर डडटे िटर (ईसीडी) का प्रर्ोग करते ोुए ग,स िलक्तिवड क्ोमेटोग्राफी (जीएलसी) द्वारा संसूचन सीमा 2
पीपीएम ो, ।

38
अनुसूची VI

[ननर्म 12 (9) , 12(7) और 14(1) ीे खें]

ययात के शलए प्रनतविषद्ध पररसंकटमय और‍अन्‍य‍अपशिष्ट

बेसल सं.* पररसंकटमय‍और‍अन्‍


य‍अपशिष्‍टों‍का वणान
(1)‍ (2)‍
क 1010 धातु अपिश्‍ट ननम्निलिखत में से ककसी भी सिमिण का अपिश्‍ट ककं तु अनुसूची III के भाग
ख और भाग ग में िविश्‍ट रूप से सूचीबद्ध ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर
- आसेननक
- बेरेिलर्म
- मरकरी
- सेलेननर्म
- र्ेिलर्म
क1020 अपिश्‍ट क्तजनमें संघटक र्ा संीष
ू क ो,, ्‍र्ूल रुप में धातु अपिश्‍ट को छोड़कर, ननम्निलिखत में से कोई
:
- बेरेिलर्म; बेरेिलर्म र्नधगक
- सेलेननर्म; सेलेननर्म र्नधगक
क 1030 वे अपिश्‍ट, क्तजनमें ननक्तम्निलिखत से कोई संघटक् संीष
ू क सक्तम्मिलत ोो :
- आसेननक; आसेननक र्नधगक
- पारा; पारा र्नधगक
- र्ेिलर्म; र्ेिलर्म र्नधगक
क 1040 संघटक के रूप में ोे िसावेलेन्ट क्ोिमर्म र्नधगक वाला अपिश्‍ट
क 1140 तरल ्‍वरूप में अपिश्‍ट की िर्ूरिपक िलोराइड और कॉपर सार्नाइड केटािल्‍ट (अनुसूची III के
भाग क में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
क 1090 धातओ
ु ं के अम्लोपचार से उत्पन्न अपिश्‍ट लीकर
क 1110 कॉपर िवद्र्ुत परर्‍करण और िवद्र्ुत प्राषण सनकक्र्ाओं से उत्पन्न ्‍पें ट िवद्र्ुत अपघटनी
िवलर्न
क1130 ्‍पें ट उत्कीणथन िवलर्न क्तजसमें घिु लत कॉपर ोो
क 1180 अपिश्‍ट व,द्र्ुत एवं इल,िराननक एस,म्बलीज र्ा ्‍क,प (िवद्र्ुत उत्पाीन से उत्पन्न ्‍क्,प
एस,म्बलीज शािमल नोीं ो,) क्तजनमें एिर्ूमुलेटर ज,से घटक और अनुसूची III भाग क में सक्तम्मिलत
अन्र् ब,टररर्ां, मकथरी ्‍वीच, क,र्ोड - ककरन ्र्ूब से उद्विलत ग्लास और कुछ सीमा तक अन्र् उद्विलत
ग्लास और पीसीबी - क,पेिसटर र्ा अनुसूची II के घटक (अर्ाथत क,डिमर्म, मकथरी, सीसा,
पॉलीिलोररनेिटड बाईकफनाइल) से संीिू षत घटक जो अनस
ु च
ू ी III के भाग ग में इंधगत जोिखम पण
ू थ ल्ण
प्रीिशथत करते ो, (भाग खख 1110 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
क 1190 वे्‍ट म,टल केबल्स, प्लाक्त्‍टक कोिटड र्ा इन्सुलेिटड र्ा कोलतार के सार् संीिू षत, पीसीबी, सीसा
क,डिमर्म अन्र् ओरगेनोोे लोजन संघटक र्ा अन्र् घटक ज,सा कक अनुसूची II में उक्तल्लिखत ो, , क्तजस
सीमा तक वे अनस
ु च
ू ी III के भाग ग में इंधगत पररसंकटमर् िवशेषताएं प्रीिशथत करें ।
क2 मुख्यत: अकाबाननक संर्टकों वाले अपशिष्ट म्गसमें िातु और काबाननक पिाथा अंतविवाष्ट हों
क 2020 अकाबथननक फ्लोरीन संघटक के अपिश्‍ट, जो रव र्ा ्‍लज के रुप में ो, , ककन्तु क्तजसमें भाग ख में
ननिीथ ्‍ट ेसे अपिश्‍ट शािमल नोीं ो,
क 2040 रासार्ननक औद्र्ोधगक प्रकक्र्ा से उद्भत
ू अपिश्‍ट क्तजप्सम र्िी वो अनुसूची II में उक्तल्लिखत संघटक
39
जो अनुसूची III के भाग ग में इंधगत पररसंकटमर् िवशेषताएं इंधगत करते ो (भाग खख
2080 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
क 2050 अपिश्‍ट ए्‍बे्‍टस (धल
ू और रे शा)
क2090 कोर्ला चािलत िवद्र्ुत संर्ंत्र फ्लाई-ेश क्तजसमें भाग ग की िवशेषताओं को पर्ाथप्त रूप से
प्रीिशथत करने की सीमा तक सांरण में अनुसूची II के संघटक शािमल ो
क3‍ मख्
ु ‍यत:‍काबाननक‍संर्टक‍वाले‍अपशिष्‍ट‍म्गनमें ‍िात‍
ु और‍अकाबाननक‍सामग्री‍हों‍
क 3030 ेसे अपिश्‍ट, क्तजनमें सीसा अपरकोटररोधी र्नधगक ्‍लज र्ा अंतिवथ्‍ट ो, र्ा उनमें ो, र्ा उनसे संीिू षत
ो, ।
क 3040 अपिश्‍ट तापीर् (उ्‍मा ्‍र्ानांतरण) तरल
क 3060 अपिश्‍ट नाइरोसेलुलोस
क3070 रव र्ा ्‍लज के रूप में िलोरोकफनोल सिोत अपिश्‍ट कफनोल , कफनोल र्नधगक
क3080 अपिश्‍ट ईर्र क्तजसके अंतगथत वो नोीं ो, जो सूची ख में िवननिीथ ्‍ट नोीं ो,
क 3090 अपिश्‍ट चमथ धल
ू , भ्‍म, ्‍लज र्ा िवचण
ू थ जब उसमें ोे िसावेलेंट क्ोिमर्म र्नधगक र्ा बार्ोसाइड ोो
(भाग खख 3100 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
क 3100 चमथ शोधन और अन्र् चमथ अपिश्‍ट र्ा चमथर्नधगक अपिश्‍ट जो कक चमथ व्‍तुओं के ननमाथण में उपर्ुित
न ोो। ोे िसावेलेंट क्ोिमर्म र्नधगक और बार्ोसाइड ोो (भाग खख 30(0 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)।
क 3110 फेलम जरी अपिश्‍ट, क्तजसमें ोे िसावेलेंट क्ोिमर्म र्नधगक र्ा बार्ोसाइड र्ा संक्ामक पीार्थ भी ो, (भाग
खख 3110 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)।
क3140 अपिश्‍ट अो, लोजनीकृत काबथननक िवलार्क ककं तु उन अपिश्‍ट को छोड़कर जो भाग ख में
िवननिीथ ्‍ट ो,
क 3150 अपिश्‍ट ो, लोजनीकृत काबथननक त्रबलर्न
क3190 अपिश्‍ट ो, लोजनीकृत र्ा अो, लोजनीकृत ननजथला आसवन अवशेष जो काबथननक िवलार्क पुन: प्राक्तप्त की
संकक्र्ा से उत्पन्न ोो
क3170 ेलीफ,िटक ो, लोजनीकृत ोाइड्रोकाबथन के उत्पाीन से उत्पन्न अपिश्‍ट (ज,से िलोरोमेर्ेन,
ोाइिलोरोईर्ेन, िवनाइल िलोराइड, िवननलीडीन िलोराइड, एिलल िलोराइड और एिपिलोरोाइडड्रन)
क 3180 अपिश्‍ट पीार्थ और व्‍तुएं, क्तजनमें संीष
ू ण के सार् पॉलीिलोरीनेिटड बाईकफलाईल (पीसीबी), पॉली
िलोरे नेिटड टरकफनाइल (पीसीटी), पॉलीिलोररनेिटड न,फ्र्लीन (पीसीएन) र्ा पॉली ब्रोिमनेिटड
बाइकफनाइल (पीबीबी) र्ा इन र्नधगक का कोई अन्र् पॉलीबॉिमनेिटड एनेलॉग शािमल ो, ।
क 3190 अपिश्‍ट ट, री अविश्‍ट (ए्‍फाल्ट सीमें ट के िसवार्), जो कक शोधन, आसवन र्ा ककसी काबथननक
सामग्री के पाइरोिलटक शोधन से उद्भत
ू ोोते ो,।
क3200 सड़क ननमाथण और अनुर्ण कार्ों से उत्पन्न त्रबटुिमनस सामग्री (ए्‍फाल्ट अपिश्‍ट)
(भाग ख, ख 2130 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें)।
क4 ऐसे अपशिष्ट म्गनमें या तो अकाबाननक या काबाननक संर्टक हों।
क 4020 न,ीाननक और संबंधधत अपिश्‍ट ; मेडडकल, निससंसग, डेंटल, वेटेनरी र्ा व,से ोी कार्ों से उत्पन्न अपिश्‍ट
तर्ा अ्‍पताल र्ा रोधगर् के अन्वेषण र्ा ननीान के ीनरान र्ा अनस
ु ंधान पररर्ोजनाओं के ीनरान उत्पन्न
अपिश्‍ट।
क 4030 बार्ोसाइड और फाइटो-फामाथ्‍र्ुिटकल्स के उत्पाीन, ननमाथण और प्रर्ोग से प्राप्त अपिश्‍ट, क्तजनमें
कीटनाशी, शाकनाशी अपिश्‍ट भी ो, जो िवननीे श से पर्
ृ क कालातीत (िवननमाथता द्वारा सं्‍तुनत
अवधध के अंीर अप्रर्ुित) ो, र्ा उसके अिभप्रेत मूल उपर्ोग के िलए अनुपर्ुित ो,।
क 4050 वे अपिश्‍ट, जो ननम्निलिखत में से ककसी से िमलकर बने ो,, सक्तम्मिलत ो, र्ा उनमें से ककसी से संीिू षत ो,
:
- मूल्र्वान धातु को छोड़कर अकाबथननक साइनार्ड, अकाबथननक सार्नाइड के ोस रुप में िमलकर बने

40

- काबथननक साइनाइड
क 4060 अपिश्‍ट तेल/जल, ोाइड्रोकाबथन/जल िमिण, इमल्सन
क4080 िव्‍फोटक प्रकृनत के अपिश्‍ट (ककं तु भाग ख में िवननिीथ ्‍ट ेसे अपिश्‍ट को छोड़कर)
क40(0 इस अनुसूची के ख 2120 में िवननिीथ ्‍ट से अलग अम्लीर् र्ा बेिसक िवलर्न
क 4110 वे अपिश्‍ट, जो ननम्निलिखत में से ककसी से िमलकर बने ो,, सक्तम्मिलत ो, र्ा उनमें से ककसी से संीिू षत ो,
:
- कोई सजातीर् पॉलीिलोरीकृत डाइबेंजोफ्र्ूरान
- कोई सजातीर् पॉलीिलोरीकृत डाइबेंजो-पी-डाइऑिसीन
क4150 अनुसंधान और िवकास र्ा अ‍र्ापन कार्थकलाप से उत्पन्न अपिश्‍ट रसार्न पीार्थ क्तजनकी पोचान
नोीं की गई ो, और/र्ा नए ोो और उनके मानव ्‍वा्‍्र् और/र्ा पर्ाथवरण पर पड़ने वाले प्रभाव ज्ञात न
ोो
ख 1‍ िातु‍और‍िातु‍शमधित‍अपशिष्‍
ट‍
ख 1110 पुन: प्रर्ोग ोे तु प्रर्ुित गोन ीे खरे ख वाले धचककत्सा उपकरण
ख1115 प्लाक्त्‍टक से इंसुलेिटड र्ा कोिटड अपिश्‍ट सामग्री, जो इस अनुसूची के क11(0 में शािमल
नोीं ो,, ककसी अव्‍र्ा में संसाधन पुन:प्राक्तप्त, पुनरर्कथण, पुन:रूद्धार, प्रत्र्् पुन:उपर्ोग र्ा
व,कक्तल्पक प्रर्ोग र्ा ककसी अन्र् ननपटान संबंधी संकक्र्ाओं के िलए अिभप्रेत, अननर्ंत्रत्रत
तापीर् प्रकक्र्ाओं ज,से खुले में जलाना को छोड़कर
ख1250 कार्थकाल परू ा कर चक
ु े वाोन के अपिश्‍ट क्तजनमें तरल र्ा अन्र् पररसंकटमर् संघटक शािमल
न ो
ख2 मुख्यत: अकाबाननक संर्टक वाले अपशिष्ट म्गनमें ‍िातु और काबाननक तत्व िाशमल‍हो सकते ह
ख2050 कोर्ला चािलत िवद्र्त
ु संर्ंत्र के फ्लाई-ेश, इस अनस
ु च
ू ी के ख2090 में संबंधधत प्रिवक्त्‍ट ीे खें
ख2110 बॉिसाइट अविश्‍ट (लाल िमट्टी) (11.5 से कम तक पीएच ोल्का ककर्ा गर्ा)
ख2120 2 से अधधक और 11.5 से कम पीएच के सार् अपिश्‍ट एिसड अर्वा बेिसक घोल, जो ्र्कारी र्ा
अन्र्र्ा पररसंकटमर् नोीं ो, (इस अनुसूची के ख 4090 में प्रिवक्त्‍ट ीे खें)
ख3 मुख्यत:‍काबाननक संर्टक वाले अपशिष्ट, म्गनमें िातु और अकाबाननक पिाथा िाशमल‍हो सकते ह
ख3010 ोस प्लाक्त्‍टक अपिश्‍ट
एक िविशक्त्‍ट तक त,र्ार ननम्निलिखत प्लाक्त्‍टक र्ा िमधित
प्लाक्त्‍टक अपिश्‍ट :
- नॉन-ो, लोक्तजनेिटड पॉिलमर और कोपॉिलमर के प्लाक्त्‍टक ्‍क्,प क्तजनमें ननम्निलिखत सक्तम्मिलत ोो
ककं तु ननम्निलिखत तक सीिमत न ो :
इधर्लीन, ्‍टाइरीन, पॉिलप्रिपलीन, पॉिलइर्ीलीन, टे ररफ र्,लेट, एकक्लोनाइराइल, ्‍र्ूटाडाइन,
पोिलएिसटल, पोिलएमाइड, पोिल्‍र्ूिटलीन, टे ररफ र्,लेट, पोली काबगो नेट, पोिलइर्र, पोिलफननिलन,
सल्फाइड, एकक्िलक पोिलमर, अल्केन सी10 - सी13 (प्लाक्त्‍टसाइसजर), पोिलर्ूररर्ेन (सीएफसी
रिोत), पोिलिसलोिसेन, पोिलिमर्ाइल िमर्ाक्ाइलेट, पोिल िवनाइल अल्कोोल, पोिलिवनाइल
्‍र्ूटाइराल, पोिलिवनाइल एिसटे ट
- ननम्निलिखत सिोत शोधधत अपिश्‍ट रे िसन र्ा संघनन उत्पाी : र्रू रर्ा फामथक्तल्डोाइड रे िसन, फेनोल
फमथक्तल्डोाइड रे िसन, मेलामाइन फमथक्तल्डोाइड रे िसन, इपोक्तिस रे िसन, अल्काइड रे िसन, पोिलएमाइड
- ननम्निलिखत फ्लोररनेटेड
पोिलमर अपिश्‍ट
(उपभोग पश्चात अपिश्‍ट को छोड़कर) :
परफ्लोरोइधर्िलन/प्रोिपिलन, परफ्लोरो अल्कोिसी अल्केन,

41
टे राफ्लोरोइधर्लीन/परफ्लोरो िवनाइल ईर्र (पीएफए), टे राफ्लोरोइधर्लीन/परफ्लोरो िमर्ाइल
िवनाइल ईर्र (एमएफए),
मेटाफ्लोरो अल्कोिसी अल्केन, पोिलिवनाइलफ्लोराइड, पोिलिवनाइलडेननफ्लोराइड
ख3029 तरल पीार्ों के िलए सस
ु ंोत प,केक्तजंग के पूव-थ शोधन से उत्पन्न ननम्निलिखत अपिश्‍ट, क्तजनमें
अनस
ु ूची II में उक्तल्लिखत संघटक भाग ग की िवशेषताओं का प्रीशथन करने के िलए पर्ाथप्त
सांरण में शािमल न ो :
- ग,र-पर्
ृ िकरण र्ोग्र् प्लाक्त्‍टक फ्र,िशन
- ग,र-पर्
ृ िकरण र्ोग्र् प्लाक्त्‍टक-एलिु मननर्म फ्र,िशन
ख3065 पशु र्ा वन्‍पनत मूलक अपिश्‍ट खाद्र् वसा और तेल - (र्र्ा फ्राइंग तेल)
ख3140 अपिश्‍ट न्र्ूमेिटक टार्र प्रत्र्् पुन: उपर्ोग के िलए
भ46 घरे लू संग्रिोत अपिश्‍ट/नगरीर् अपिश्‍ट
भ47 घरे लू अपिश्‍ट के भ्‍मीकरण से उत्पन्न अवशेष

अनस
ु च
ू ी-VII
[ननर्म 13(9) और 21 ीे खें]
प्राधिकरणों और‍तिनरू
ु पी‍कत्‍तव्ा ‍यों‍की सच
ू ी

ि.सं. प्राधिकरण तत्संबंिी कताव्य


(1)‍ (2)‍ (3)‍
1 पर्ाथवरण (संर्ण) अधधननर्म, 1986 i. पररसंकट अपिश्‍ट की पोचान करना
के अंतगथत पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु ii. पररसंकटमर् अपिश्‍ट के ननर्ाथतकताथओं को अनम
ु नत
पररवतथन मंत्रालर् iii पररसंकटमर् अपिश्‍ट के आर्ाकताथओं को अनुमनत
iv. भारत से पररसंकटमर् अपिश्‍ट के अिभवोन के िलए अनुमनत
v. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के पर्ाथवरण अनुकूल
प्रबंधन को बढावा ीे ना
vi. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट प्रबंधन से संबंधधत
कार्थकलाप संबंधी प्रिश्ण और जागरुकता कार्थक्म प्रार्ोक्तजत
करना।
2 जल (प्रीष
ू ण ननवारण एवं ननर्ंत्रण) i. रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडों के कार्थकलाप का समन्वर्।
अधधननर्म, 1974 के अंतगथत गि त ii. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंध को संचािलत करने
केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ वाले प्राधधकाररर् के िलए प्रिश्ण पाठ्र्क्म का आर्ोजन।
iii. अपिश्‍ट और लीचेट की अिभकक्र्ा और व्र्र्न के िलए मानक
और िवननीे श की िसफाररश करना। पररसंकटमर् अपिश्‍ट के
वगीकरण के िलए प्रकक्र्ाओं की िसफाररश करना।
iv. पररसंकटमर् अपिश्‍ट के प्रो्‍तन की सिु वधाओं का र्र्ा
आवश्र्कता ननरी्ण करना
v. इन ननर्म में शािमल करने के िलए अपिश्‍ट की पोचान करने
के िलए ्ेत्र िविश्‍ट प्रलेखन
vi. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के ननवारण र्ा न्र्ूनीकरण
और प्रो्‍तन के िलए िीशाननीे श त,र्ार करना और अद्र्तन
करना
vii. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के पुनरर्कथण, उपर्ोग

42
पूव-थ प्रसं्‍करण सो-प्रसं्‍करण के िलए मागथननीे श /मानक
प्रचालन पद्धनतर् को त,र्ार और अद्र्तन करना
viii. पररसंकटमर् अपिश्‍ट के प्रबंधन संबंधी वािषथक समी्ा
ररपोटथ त,र्ार करना
ix. पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् द्वारा समर्-
समर् पर सौंपा गर्ा कोई अन्र् कार्थ
3 रायर् सरकार/संघ रायर् ्ेत्र i. सााा पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट शोधन भंडारण
सरकार/प्रशासन और ननपटान सिु वधा (टीएसडीएफ) के िलए ्‍र्ल की
पोचान करना
ii. पर्ाथवरण प्रभाव आकलन ररपोटों का मूल्र्ांकन और ्‍र्ल के
अनुमोीन के ननणथर् की सूचना ीे ना र्ा ्‍र्ल अधधग्रोण करना
र्ा प्रसिु वधा के प्रचालक र्ा ीखलीार र्ा ीखलीार के संघ को
्‍र्ल के अधधग्रोण की सच
ू ना ीे ना
iii. ्‍र्ल की अधधसूचना
iv. रायर् र्ा संघ रायर् ्ेत्र में सभी संभाव र्ा िवद्र्मान
ननपटान ्‍र्ल की सूची को समर्-समर् पर प्रकािशत करना
4 जल (प्रीष
ू ण ननवारण एवं ननर्ंत्रण) i. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का सच
ू ीकरण
अधधननर्म, 1974 के अंतगथत गि त ii. प्राधधकार का िीर्ा जाना और नवीकरण
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ र्ा प्रीष
ू ण iii. पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् द्वारा जारी
ननर्ंत्रण सिमनतर्ां ननर्ाथत और आर्ात सिोत प्राधधकार के िविभन्न उपबंध और
शतों के अनुपालन को मॉनीटर करना
iv. आर्ातकताथओं द्वारा आर्ात के िलए िीए गए आवेीन की
जांच करना और उन आवेीन को पर्ाथवरण, वन और
जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् को अग्रेिषत करना
v. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट की उत्पक्तत्त को रोकने र्ा
कम करने र्ा न्र्ून करने के कार्थक्म का कक्र्ान्वर्न
vi. इन ननर्म के उल्लंघन के िवरुद्ध कारथ वाई करना
vii. पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् द्वारा समर्-
समर् पर इन ननर्म के अंतगथत सौंपा गर्ा कोई अन्र् कार्थ
5 िवीे श व्र्ापार (िवकास और i. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के आर्ात के िलए
िवननर्मन) अधधननर्म, 1992 के अनज्ञ
ु क्तप्त का अनी
ु ान
अंतगथत गि त िवीे श व्र्ापार ii. आर्ात र्ा ननर्ाथत के िलए प्रनतिषद्ध पररसंकटमर् और अन्र्
मोाननीे शालर् अपिश्‍ट के िलए अनुज्ञक्तप्त से इंकार करना।
6 भारतीर् पत्तन अधधननर्म, 1908 i. ी्‍तावेज का सत्र्ापन करना
(1908 का 15) के अधीन पत्तन ii. ककसी अव,ध व्र्ापार के बारे में पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु
प्राधधकरण और सीमा-शुल्क पररवतथन मंत्रालर् को सधू चत करना
अधधननर्म, 1962 (1962 का 52) के iii. आर्ात और ननर्ाथत के िलए अनुमनत िीए गए अपिश्‍ट का
अंतगथत सीमा शुल्क प्राधधकरण र्र्ा आवश्र्कता िवश्लेषण करना
iv. इन ननर्म के उपबंध और पररसंकटमर् और अन्र्
अपिश्‍ट के िवश्लेषण के संबंध में पीाधधकाररर् को
प्रिशक्ष्त करना
v. भारतीर् पत्तन अधधननर्म, 1908 र्ा सीमा-शुल्क अधधननर्म,

43
1962 के अंतगथत उल्लंघन के िलए ननर्ाथतकताथ र्ा
आर्ातकताथ के िवरुद्ध कारथ वाई करना।

अनुसूची VIII
[ननर्म 13 (2) और 13(4) ीे ख)े ]

अनुसूची‍III के‍िाग‍में ‍विवननदिा ष्‍ट‍और‍अन्‍


य‍अपशिष्‍टों‍के‍ययात‍के‍शलए‍सीमा-िुल्‍
क‍प्राधिकरण‍द्वारा‍
सत्‍यापन‍के‍शलए‍िस्‍
तावेगों‍की‍सच
ू ी

ि. बेसल‍ अन्‍
य‍अपशिष्‍
ट‍का‍विववरण‍ िस्‍तावेगों‍की‍सूची‍
सं.‍ सं.

(1)‍ (2)‍ (3)‍ (4)‍


1 ख1010 धाक्तत्वक, ग,र-परर्ेपण रुप में धातु और (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
धातु एलॉर् अपिश्‍ट : ी्‍तावेज;
- बोुमूल्र् धातु (सोना, चांीी, प्लेिटनम (ख) जोां कोीं लागू ोो, िवीे श व्र्ापार
ककं तु पारा नोीं) मोाननीे शालर् से आर्ात अनज्ञ
ु क्तप्त;
- लोोा और ्‍टील ्‍क्,प (ग) ननर्ाथत करने वाले ीे श की ननरी्ण
- ननकल ्‍क्,प अिभकरण र्ा िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर्
- एल्र्िू मननर्म ्‍क्,प द्वारा अनुमोिीत ननरी्ण एवं प्रमाणन अिभकरण
- क्तजंक ्‍क्,प द्वारा जारी पूव-थ िशपमेंट ननरी्ण प्रमाण पत्र;
- िटन ्‍क्,प (घ) वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं के िलए वार्ु तर्ा जल
- टं ग्‍टन ्‍क्,प अधधननर्म के अंतगथत कार्थ करने के िलए िवधध
- मॉिल्‍डेनम ्‍क्,प मान्र् सोमनत पत्र और इन ननर्म के अंतगथत
- ट, टालम ्‍क्,प प्राधधकार । व्र्ापाररर् के िलए केवल संबंधधत
- कोबाल्ट ्‍क्,प रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से एक बार का व,ध
- िव्‍मर् ्‍क्,प प्राधधकार अपेक्ष्त ो, ;
- टाईट, ननर्म ्‍क्,प (ड़) आर्ात ककए जा रोे अपिश्‍ट की रासार्ननक
- जरकोननर्म ्‍क्,प िवश्लेषण संबंधी ररपोटथ ;
- म,गनीज ्‍क्,प (च) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबधं धत
- जरमेननर्म ्‍क्,प रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
- वेनेडडर्म ्‍क्,प वािषथक िववरण की पावती प्रनत ।
- ो, फननर्म ्‍क्,प
- इंडडर्म ्‍क्,प
- ननर्ोत्रबर्म ्‍क्,प
- रे ननर्म ्‍क्,प
- ग,िलर्म ्‍क्,प
- म,ग्नीिशर्म ्‍क्,प
- तांबा ्‍क्,प
- क्ोिमर्म ्‍क्,प
2 ख1050 िमि अलनो धात,ु ो, वी फ्र,िशन ्‍क्,प (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
क्तजसमें भाग ख 1050 में ननिीथ ्‍ट धातओ
ु ं ी्‍तावेज;

44
से अलग धातु िमधित ो और भाग ग की (ख) जोां कोीं लागू ोो, िवीे श व्र्ापार
िवशेषताओं का प्रीशथन करने के िलए मोाननीे शालर् से आर्ात अनज्ञ
ु क्तप्त;
पर्ाथप्त सांरण में अनुसच
ू ी II में (ग) ननर्ाथत करने वाले ीे श की ननरी्ण
उक्तल्लिखत संघटक शािमल न ो । अिभकरण र्ा िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर्
द्वारा अनुमोिीत ननरी्ण एवं प्रमाणन अिभकरण
द्वारा जारी पूव-थ िशपमेंट ननरी्ण प्रमाण पत्र;
(घ) वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं के िलए वार्ु तर्ा जल
अधधननर्म के अंतगथत कार्थ करने के िलए िवधध
मान्र् सोमनत पत्र और इन ननर्म के अंतगथत
प्राधधकार । व्र्ापाररर् के िलए केवल संबंधधत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से एक बार का िवधध
मान्र् प्राधधकार अपेक्ष्त ो, ;
(ड़) आर्ात ककए जा रोे अपिश्‍ट की रासार्ननक
िवश्लेषण संबंधी ररपोटथ ;
(च) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबधं धत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
वािषथक िववरण की पावती प्रनत ।
3 ख1100 धातओ
ु ं को गलाने, प्रगलन और परर्‍करण (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
से उत्पन्न अपिश्‍ट र्ुित धातु ी्‍तावेज;
- ोाडथ क्तजंक ्‍पेलटर (ख) जोां कोीं लागू ोो, िवीे श व्र्ापार
- क्तजंक र्ि
ु त ड्रोस : मोाननीे शालर् से आर्ात अनज्ञ
ु क्तप्त;
~ ग,ल्वेनाइक्तजंग ्‍ल,ब क्तजंक टॉप ड्रोस (ग) ननर्ाथत करने वाले ीे श की ननरी्ण
(>90% क्तजंक) अिभकरण र्ा िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर् द्वारा
~ ग,ल्वेनाइक्तजंग ्‍ल,ब क्तजंक बॉटम अनुमोिीत ननरी्ण एवं प्रमाणन अिभकरण द्वारा
ड्रोस (>92% क्तजंक) जारी पूव-थ िशपमेंट ननरी्ण प्रमाण पत्र;
~ क्तजंक डाई काक्त्‍टग ड्रोस (>85% (घ) वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं के िलए वार्ु तर्ा जल
क्तजंक) अधधननर्म के अंतगथत कार्थ करने के िलए िवधध
~ ोाट डडप ग,ल्वेनाइजसथ ्‍ल,ब क्तजंक मान्र् सोमनत पत्र और इन ननर्म के अंतगथत
ड्रोस (ब,च) (>92% क्तजंक) प्राधधकार । व्र्ापाररर् के िलए केवल संबंधधत
~ क्तजंक क्त्‍किमंग्स रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से एक बार का व,ध
- एल्र्ुिमननर्म ्‍कीिमंग (र्ा ्‍कीम) प्राधधकार अपेक्ष्त ो, ;
लवण ्‍ल,ग को छोड़कर (ड़) आर्ात ककए जा रोे अपिश्‍ट की रासार्ननक
िवश्लेषण संबंधी ररपोटथ ;
(च) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबधं धत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
वािषथक िववरणी की पावती प्रनत ।
4 ख1110 व,द्र्त
ु और इल,िरोननक एस,म्बलीज (िप्रंिटड सककथट बोडथ, इलेिरॉननक संघटक और तार सिोत), जो
प्रत्र्् पन
ु : प्रर्ोग के प्रर्ोजन ोे तु और पन
ु चक्थण र्ा अंनतम ननपटान के िलए न ो
(क) प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात मरम्मत के ी्‍तावेज;

45
िलए और मरम्मत के बाी आर्ात के एक (ख) पुन: ननर्ाथत के िलए वचन पत्र;
वषथ के अंीर वापस ननर्ाथत के िलए ककर्ा (ग) पव
ू वती आर्ात का िववरण, र्िी उनके पन
ु :
गर्ा ोो ननर्ाथत के संबंध में कोई पक्तु ्‍ट ोो;
(घ) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबधं धत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
वािषथक िववरण की पावती प्रनत;
(ड़) पुन: ननर्ाथत ककए जा रोे मरम्मत ककए गए
और मरम्मत न ककए जा सकने र्ोग्र् व,द्र्त

तर्ा इलेिरांननक एस,म्बलीज और कलपज
ु ों र्ा
अंग र्ा घटक र्ा उपभोयर् व्‍तुओं का ग्रोण
करने के िलए ननर्ाथत करने वाली कंपनी से
प्रमाण पत्र ।
(ख) प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात ककराए के ीसतावे
् ज;
िलए और आर्ात के एक वषथ के अंीर (ख) पुन: ननर्ाथत के िलए वचन पत्र;
वापस ननर्ाथत के िलए ककर्ा गर्ा ोो (ग) पव
ू वती आर्ात का िववरण, र्िी उनके पन
ु :
ननर्ाथत के संबंध में कोई पक्तु ्‍ट ोो;
(घ) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबधं धत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
वािषथक िववरण की पावती प्रनत ।
(ग) प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
एस,म्बलीज क्तजनका ननर्ाथत मरम्मत के ी्‍तावेज;
िलए और मरम्मत के बाी पन
ु : आर्ात के (ख) त्रिु टपण
ू थ व,द्र्त
ु और इलेिरॉननक एस,म्बलीज
िलए ककर्ा गर्ा ोो के ननर्ाथत का प्रमाण अर्ाथत ् सीमा शल्
ु क
प्राधधकरण द्वारा अधधप्रमािणत िशिपंग र्ा वार्ु
मागथ संबंधी ी्‍तावेज ।
(घ) प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात परी्ण, ी्‍तावेज;
अनुसध
ं ान एवं िवकास, पररर्ोजना कार्थ (ख) पुन: ननर्ाथत के िलए वचन पत्र;
उद्देश्र् और आर्ात की तारीख से तीन (ग) पव
ू वती आर्ात का िववरण, र्िी उनके पन
ु :
वषों की अवधध के अंीर वापस पुन: ननर्ाथत ननर्ाथत के संबंध में कोई पक्तु ्‍ट ोो;
करने के िलए ककर्ा गर्ा ोो (घ) ननर्ाथत करने वाले ीे श की अधधकृत
अिभकरण से चाटथ डथ इंजीननर्र प्रमाण पत्र र्ा
प्रमाण पत्र क्तजसमें कार्थशीलता, िवननमाथण की
तारीख, अविश्‍ट काल और क्म संख्र्ा िलखी गई
ोो;
(ड़) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबंधधत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
वािषथक िववरण की पावती प्रनत;
(च) तीन वषथ के अंत में पन
ु : ननर्ाथत ककए जा रोे

46
पुराने कार्थशील र्ा अकार्थशील व,द्र्त
ु तर्ा
इलेिरांननक एस,म्बलीज और/र्ा कलपज
ु ों र्ा अंग
र्ा घटक र्ा उपभोयर् व्‍तओ
ु ं का ग्रोण करने के
िलए ननर्ाथत करने वाली कंपनी से प्रमाण पत्र ।
(ड़) वारं टी पन
ु :्‍र्ापन के िलए आर्ानतत (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
कलपज
ु ें परं तु र्ो कक सामान संख्र्ा में ी्‍तावेज;
खराब र्ा अकार्थशील पुजें आर्ात के एक (ख) र्िी खराब संघटक के ्‍र्ान पर प्रनत्‍र्ापन
वषथ की अवधध के अंीर वापस ननर्ाथत ककए के रूप में नवीकृत संघटक आर्ात ककर्ा जा रोा
जा रोे ो ोो तो समतल्
ु र् संख्र्ा के खराब संघटक के
आर्ात ोे तु वचन पत्र;
(ग) पव
ू वती आर्ात का िववरण, र्िी उनके पन
ु :
ननर्ाथत के संबंध में कोई पक्तु ्‍ट ोो;
(घ) पुन: ननर्ाथत ककए जा रोे खराब र्ा
अकार्थशील और कलपज
ु ों र्ा अंग र्ा घटक र्ा
उपभोयर् व्‍तुओं का ग्रोण करने के िलए ननर्ाथत
करने वाली कंपनी से प्रमाण पत्र;
(ड़) वारं टी अवधध के ीनरान व,द्र्त
ु तर्ा
इल,िरांननक की मरम्मत के िलए पुराने र्ा
नवीकृत कलपज
ु ों के प्रर्ोग के संबंध में घोिषत
नीनत संबध
ं ी ी्‍तावेज ।
(च) र्ा मंत्रालर्, अंतरर् िवभाग और ---
परमाणु ऊजाथ िवभाग द्वारा आर्ात की
गई प्रर्ि
ु त व,द्र्त
ु और इल,िरोननक
एस,म्बलीज
(छ) प्रर्ि
ु त व,द्र्त
ु और इल,िरोननक ---
एस,म्बलीज (भारी संख्र्ा में नोीं; संख्र्ा
तीन र्ा इससे कम) क्तजनका आर्ात
व्र्क्तितर् के िलए अपने ननजी प्रर्ोग के
िलए ककर्ा गर्ा ोो
(ज) प्रर्ि
ु त ल,पटॉप, पसथनल कंप्र्ट
ू र, ---
मोबाईल, ट, बलेट प्रत्र्ेक में से तीन
क्तजसका आर्ात संघटन द्वारा एक वषथ के
अंीर ककर्ा जाता ोो
(ा) एकल व्र्क्तितर् के ्‍वािमत्व और सीमा शल्
ु क प्राधधकरण के िवद्र्मान मागथ ननीे श
आवास के ्‍र्ानांतरण पर आर्ानतत के अनुसार
प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक
एस,म्बलीज
(ञ) प्रर्ुित व,द्र्त
ु और इल,िरोननक ---
एस,म्बलीज क्तजनका आर्ात एअरलाइन
द्वारा एअर क्ाफ्ट के अनुर्ण के िलए

47
ककर्ा गर्ा ोो और उन्ोें जोाज पर र्ा
सीमा शल्
ु क बंधधत ्ेत्र के एअर साइड
पर क्त्‍र्त संबंधी एअर लाइन भंडारण में
रखा गर्ा ोो
(ट) प्रर्ुित मल्टी फंिशन िप्रंट और कॉपी करने (क) लीान और प,केक्तजंग के त्रबल सिोत मूल ीे श
की मशीनें (एमएफडी)* का प्रमाण पत्र ;
(ख) कम से कम पांच वषों के अवशेष कार्थकाल
और क्म संख्र्ा वाली व्‍तओ
ु ं की कार्थशीलता के
िलए ननरी्ण अिभकरण द्वारा जारी और ननर्ाथत
करने वाले ीे श र्ा िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर्
द्वारा अनम
ु ोिीत ननरी्ण एवं प्रमाणन अिभकरण
से प्रमािणत प्रमाण पत्र;
(ग) उत्पाीक के रूप में समर् समर् पर र्र्ा
संशोधधत ई-अपिश्‍ट (प्रबंधन एवं प्रो्‍तन)
ननर्म, 2011 के अंतगथत िव्‍ताररत उत्पाीक
ीानर्त्व - प्राधधकार;
(घ) एमएफडी ए3 और इससे बढे आकार की
िप्रिटंग के िलए ोोगा;
(ड़) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबंधधत
रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
वािषथक िववरण की पावती प्रनत।
5 ख3020 पेपर, पेपर बोडथ और पेपर उत्पाी अपिश्‍ट (क) िवधधवत भरा ोुआ प्ररूप 9 - संचलन
ननम्निलिखत सामग्री, बशते उन्ोें ी्‍तावेज;
खतरनाक अपिश्‍ट में नोीं िमलार्ा गर्ा (ख) िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर् से आर्ात
ो, : अनुज्ञक्तप्त, जोां कोीं प्रर्ोयर् ोो;
ननम्निलिखत के पेपर अपिश्‍ट और (ग) ननर्ाथत करने वाले ीे श की ननरी्ण
पेपर र्ा पेपर बोडथ ्‍क्,प: अिभकरण र्ा िवीे श व्र्ापार मोाननीे शालर् द्वारा
- अिवरं क्तजत पेपर र्ा पेपर बोडथ र्ा अनम
ु ोिीत ननरी्ण एवं प्रमाणन अिभकरण द्वारा
लोरीार पेपर र्ा पेपर बोडथ जारी पूव-थ िशपमेंट ननरी्ण प्रमाण पत्र;
- अन्र् पेपर र्ा पेपर बोडथ मुख्र्त: घ) वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं के िलए इन ननर्म के
रं क्तजत रसार्न लुगीी से बने, व्र्ापक अंतगथत कार्थ करने के िलए िवधध मान्र् सोमनत
रुप से रं गा न गर्ा ोो पत्र। व्र्ापाररर् के िलए केवल संबंधधत रायर्
- मख्
ु र्त: र्ांत्रत्रक लग
ु ीी (उीाोरणार्थ प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ से एक बार का व,ध प्राधधकार
समाचार पत्र, पत्रत्रका और ेसे ोी अपेक्ष्त ो, ;
मुिरत सामग्री) से बना पेपर र्ा पेपर (ड़) आर्ात ककए जा रोे अपिश्‍ट की रासार्ननक
बोडथ िवश्लेषण संबंधी ररपोटथ ;
- अन्र्, ककं तु उन तक सीिमत नोीं (च) िपछले िवत्त वषथ में आर्ात के िलए संबंधधत
1) लेिमनेिटड पेपर बोडथ, रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को फाइल की गई
2) अवगीकृत ्‍क्,प वािषथक िववरणी की पावती प्रनत ।
9 ख3140 एअर क्ाफ्ट के अनरु ्ण के िलए सीमा शल्
ु क प्राधधकरण के िवद्र्मान मागथ ननीे श

48
एअरलाइन द्वारा ररिरडडंग के िलए के अनुसार
आर्ात ककए गए और ररिरडडंग के बाी
पुन: ननर्ाथत ककए जाने के िलए मूल
उपकरण िवननमाथताओं को ननर्ाथत ककए
गए एअरक्ाफ्ट टार्र और उन्ोें जोाज
पर र्ा सीमा शल्
ु क बंधधत ्ेत्र के एअर
साइड पर क्त्‍र्त संबंधी एअर लाइन
भंडारण में रखा गर्ा ोो

पणी‍एमएफडी के ्‍वीे शी रूप से ननमाथण ोो जाने पर मल्टी फंिशन िप्रंट और कॉपी करने की मशीन के
*‍दटप्‍
िलए मुित व्र्ापार की नीनत की समी्ा की जाएगी।

49
प्ररुप 1
[ननर्म 6(1) ीे खें]

पररसंकटमय और अन्य अपशिष्ट के संग्रहण/पररवहन/ग्रहण/िंडारण/पुनचािण/पुन: प्रसंस्करण/िोिन/


ननस्तारण/ययात/‍ननयाात के शलए प्राधिकार प्रिान/नवीकरण के शलए अपेक्षित यवेिन

िाग क : सामान्य‍(सिी‍के‍द्वारा‍िरा‍गाए)‍‍
1. (क) इकाई का नाम और पता और प्रसुिवधा का अव्‍र्ान :
(ख) प्रसुिवधा के अधधभोगी र्ा नन्‍तारण सुिवधा के प्रचालक का नाम और पीनाम, टे लीफोन, फ,िस और
ई-मेल सिोत
(ग) क्तजसके िलए प्राधधकार अपेक्ष्त ोो (कृपर्ा समधु चत कक्र्ाकलाप(प ) को इंधगत करें )
(i) उत्पाीन
(ii) संग्रोण
(iii) भंडारण
(iv) पररवोन
(v) ग्रोण
(vi) पुन: प्रर्ोग
(vii) पुनचथक्ण
(viii) पुन: प्राक्तप्त
(ix) पूवथ प्रसं्‍करण
(x) सोप्रसं्‍करण
(xi) उपर्ोग
(xii) शोधन
(xiii) नन्‍तारण
(xiv) भ्‍मीकरण
(घ) प्राधधकार के नवीनीकरण के मामले में पव
ू थ प्राधधकार संख्र्ा और तारीख और पव
ू थ की पर्ाथवरणीर् ्‍वीकृत की
शतों, जोां कोीं लागू ोो, के संबंध में अनुपालन ररपोटों सिोत िपछले तीन वषों की वािषथक िववरिणर्
की प्रनतर्ां उपल्‍ध कराएं :
2. (क) प्रनतवषथ प्रो्‍तन ककए जाने वो अपिश्‍ट की प्रकृनत और मात्रा (मीिरक टन र्ा ककलो लीटर में )
(ख) ककसी भी समर् भंडाररत अपिश्‍ट की प्रकृनत और मात्रा (मीिरक टन र्ा ककलो लीटर में )
3. (क) उत्पाीन की कमीिशननंग और उत्पाीन का वषथ :
(ख) उद्र्ोग में कार्थ ोोते ो, :
(i) 01 िशफ्ट
(ii) 02 िशफ्ट
(iii) चनबीस घंटे
4. आपात-कालीन प्रनतकक्र्ा र्ोजना (ईआरपी) की प्रनत उपल्‍ध कराएं क्तजसमें केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ के
मागथीशथक िसद्धांत में र्र्ा िवननिीथ ्‍ट आपात क्त्‍र्नतर् (अर्ाथत ्) छलकना र्ा ररसाव ोोना र्ा आग लगना)
क्त्‍र्नतर् से ननपटने के िलए प्रकक्र्ाओं का ननराकरण ककर्ा गर्ा ोो। ेसे ईआरपी में ननम्निलिखत, ककं तु
इन तक सीिमत नोीं, शािमल नोीं ो गे :
 घटनाओं को सीिमत और ननर्ंत्रत्रत करना ताकक प्रभाव को न्र्ूनतम ककर्ा जा सके और लोग ,
पर्ाथवरण और संपक्तत्त के सम् उत्पनन ोोने वाले खतरे को सीिमत ककर्ा जा सके;
 लोग पर पर्ाथवरण के संर्ण के िलए आवश्र्क उपार् का कक्र्ान्वर्न करना;

50
 उपल्‍ध सुर्ा उपकरण और संसाधन के िववरण सिोत घटनाओं की क्त्‍र्नतर् और उनके पररणाम
को ननर्ंत्रत्रत करने के िलए की जाने वाली अपेक्ष्त कारथ वािोर् का िववरण;
 ्‍टाफ द्वारा ककए जाने वाले अपेक्ष्त कत्तथव्र् में उनके प्रिश्ण की व्र्व्‍र्ा;
 संबंधधत प्राधधकाररर् और आपात सेवाओं को सधू चत ककए जाने की व्र्व्‍र्ा; और
 आफ साइट उपशमन में सोार्ता प्रीान करने की व्र्व्‍र्ा।
5. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रो्‍तन के ीनरान उनके त्रबखरने, ररसाव र्ा आग लगने की
क्त्‍र्नत में ब,क गारं टी प्र्‍तत
ु करने की गुजाइश सिोत सभी प्रावधान का अनुपालन करने के संबंध में वचनबंध
र्ा घोषणा उपल्‍ध कराएं ।

िाग ख : पररसंकटमय अपशिष्ट‍के‍ोत्‍


पन्‍
नकतााओं ं‍के‍द्वारा‍िरा‍गाए‍
1. (क) िवननिमथत उत्पाी और सोउत्पाी (नाम और प्रनतवषथ उत्पाीवार मात्रा) :
(ख) इनपुट और आउटपट ु ीशाथते ोुए प्रकक्र्ा फ्लोशीट सिोत प्रकक्र्ा का िववरण (कच्ची सामधग्रर्ां, रसार्न,
उत्पाी, सोउत्पाी, अपिश्‍ट, उत्सजथन, मलजल इत्र्ािी)। कृपर्ा अलग से शीट संलग्न करें :
(ग) प्रनतवषथ उत्पन्न अपिश्‍ट की िवशेषताएं (अपिश्‍टवार) और मात्रा
(घ) उपर्ि
ुथ त (ग) के प्रबंधन की पद्धनत :
I. संर्ंत्र के अंीर प्रनतभूत भंडारण की ्मता और पद्धनत;
II. संर्ंत्र के अंीर उपर्ोग (िववरण उपल्‍ध कराएं);
III. र्िी संर्ंत्र के अंीर उपर्ोग में न लार्ा जाता ोो तो कृपर्ा िववरण ीें कक इस अपिश्‍ट का
िर्ा ककर्ा जाता ो, ;
IV. वा्‍तिवक प्रर्ोिताओं/ टीएसडीएफ को पररवोन की व्र्व्‍र्ा ।
(ड़) उपर्ुि
थ त त्रबंी ु (ग) के सभी अपिश्‍ट के सुरक्ष्त प्रो्‍तन के िलए उपल्‍ध कराए गए पर्ाथवरण सुर्ा
उपार् और पर्ाथवरण सुिवधाओं का िववरण:
2. पररसंकटमर् रसार्न का िवननमाथण, भंडारण और आर्ात ननर्म 1989 के अधीन र्र्ापररभािषत पररसंकटमर्
रसार्न के भंडारण से इन ननर्म के अनुसार उत्पन्न पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट

िाग ग : िोिन, िंडारण और ननस्‍


तारण‍सविु विा‍के‍प्रचालकों‍द्वारा‍िरा‍गाए‍
1. ननम्निलिखत सिोत सुिवधा का िववरण उपल्‍ध कराएं :
(i) ्‍र्ान की अवक्त्‍र्नत, ले-आउट सिोत निशा उपल्‍ध कराएं;
(ii) अपिश्‍ट का सुरक्ष्त भंडारण और भंडारण ्मता;
(iii) शोधन प्रकक्र्ाएं और उनकी ्मताएं;
(iv) प्रनतभत
ू खत्ता ्‍र्ल;
(v) भ्‍मीकरण, र्िी कोई ोो;
(vi) लीचेट संग्रोण और शोधन प्रणाली;
(vii) अक्तग्न शमन प्रणािलर्ां;
(viii) ननगरानी सिोत पर्ाथवरण प्रबंधन र्ोजना; और
(ix) उत्पन्नकताथओं से अपिश्‍ट का पररवोन करने की व्र्व्‍र्ा ।

2. शोधन, भंडारण और नन्‍तारण सिु वधा ्‍र्ल पर ककए जाने वाले ककसी अन्र् कार्थकलाप का िववरण
उपल्‍ध कराएं।
3. पर्ाथवरण पूवाथनुमनत की प्रनत संलग्न करें ।

िाग र् : पररसंकटमय या‍ अन्‍


य‍ अपशिष्टों‍ के‍ पुन:चिणकतााओं ं‍ या‍ पूव-ा प्रसंस्करणकतााओं ं‍ या‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍
सह‍प्रसंस्‍
करणकतााओं ं‍या‍प्रयो‍‍ताओं ं‍द्वारा‍िरा‍गाए

51
1. ्‍वीे शी र्ा आर्ात अर्वा ीोन स्रोत से प्रनतवषथ प्राप्त िविभन्न अपिश्‍ट की प्रकृनत और मात्रा :

2. क्तजला उद्र्ोग केन्र र्ा ककसी अन्र् प्राधधकृत सरकारी अिभकरण द्वारा जारी पंजीकरण के अनुसार
सं्‍र्ािपत ्मता :

3. भंडारण ्मता सिोत अपिश्‍ट के प्रनतभत


ू भंडारण का िववरण उपल्‍ध कराएं :

4. इनपुट और आउटपुट ीशाथते ोुए प्रकक्र्ा फ्लोशीट सिोत प्रकक्र्ा का िववरण (इनपुट अपिश्‍ट रसार्न,
उत्पाी, सोउत्पाी, उत्पन्न अपिश्‍ट, उत्सजथन, मलजल इत्र्ािी)। कृपर्ा अलग से शीट संलग्न करें :

5. उत्पाी र्ा सोउत्पाी के अंनतम प्रर्ोिताओं का िववरण उपल्‍ध कराएं:

9. अपिश्‍ट की नन्‍तारण की पद्धनत सिोत बिोस्राव शोधन संर्ंत्र, ्‍क्बर इत्र्ािी ज,सी प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण
प्रणािलर् का िववरण उपल्‍ध कराएं :

7. वनृ तक ्‍वा्‍्र् और सुर्ा उपार् का िववरण उपल्‍ध कराएं :

8. िर्ा सिु वधा की सं्‍र्ापना केन्रीर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ के मागथीशथक िसद्धांत के अनुरूप की गई ो, ? र्िी ोां
तो इन मागथीशथक िसद्धांत के अनुपालन संबंधी ररपोटथ उपल्‍ध कराएं :

(. प्रसुिवधा तक अपिश्‍ट के पररवोन की व्र्व्‍र्ा:

यवेिक‍के‍हस्‍
तािर
तारीख .............‍ ‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍पिनाम
स्थान ..............

52
प्ररूप 2
[ननर्म 6(2) ीे खें]

राज्य प्रिष
ू ण ननयंत्रण बोडा द्वारा‍अधििोधगयों,‍पुन:च्रकणकतााओं ं,‍पुन: प्रसंस्करणकतााओं ं,‍पुन:प्रयो‍‍
ताओं ं,‍
प्रयो‍‍ताओं ं‍और‍ननस्‍तारण‍सुविविाओं ं‍के‍प्रचालकों‍के‍प्राधिकार की मंगूरी‍या‍नवीनीकरण का प्ररुप

1. प्राधधकार की संख्र्ा और जारी करने की तारीख :

2. आवेीन का संीभथ (संख्र्ा और तारीख)

3. ..........के...........को ...............में क्त्‍र्त पररसर में पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के उत्पाीन, संग्रोण, ग्रोण
भंडारण, पररवोन, पुन: प्रर्ोग, पुन:रर्कथण, पुन: प्राक्तप्त, पूवथ प्रसं्‍करण, सो प्रसं्‍करण, उपर्ोग, शोधन
नन्‍तारण र्ा ककसी अन्र् प्रर्ोग के िलए संलग्न ो्‍ता्ररत ननरी्ण ररपोटथ के आधार एतीद्वारा
प्राधधकार की मंजूरी ीी जाती ो, ।

प्राधिकार‍का‍विववरण‍

क्.सं. इन ननर्म की नन्‍तारण र्ा पुन:रर्कथण मात्रा टन/वषथ


अनस
ु धू चर् I, II और III र्ा उपर्ोग र्ा सो
के अनुसार पररसंकटमर् प्रसं्‍करण इत्र्ािी की
अपिश्‍ट की िेणी प्राधधकृत पद्धनत

(1) प्राधधकार ............. की अवधध के िलए िवधध मान्र् ोोगा।

(2) प्राधधकार ननम्निलिखत सामान्र् और िविश्‍ट शतों के अ‍र्धीन ोोगा। (कृपर्ा सामान्र् शतों के अनतररित
लगाई जाने वाली ककन्ोी आवश्र्क िविश्‍ट शतों, र्िी कोई ो , को ्‍प्‍ट करें :

प्राधिकार‍की‍सामान्‍
य‍ितें :‍

1. प्राधधकृत व्र्क्तित पर्ाथवरण (संर्ण) अधधननर्म, 1986 और उसके अंतगथत बनाए गए ननर्म के उपबंध का
अनुपालन करे गा।
2. प्राधधकार र्ा उसका नवीनीकरण रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा प्राधधकृत अधधकारी के अनुरोध पर ननरी्ण
के िलए प्र्‍तत
ु ककर्ा जाएगा।
3. प्राधधकृत व्र्क्तित उसे प्राधधकार के मा‍र्म से अनुज्ञेर् को छोड़कर पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट को
ककराए पर नोीं ीे गा, उधार नोीं ीे गा, िवक्र् नोीं करे गा, अंतरण नोीं करे गा र्ा अन्र्र्ा पररवोन नोीं करे गा।
4. प्राधधकृत व्र्क्तित द्वारा आवेीन में र्र्ा उक्तल्लिखत कािमथक , उपकरण र्ा कार्थीशाओं में अप्राधधकृत
पररवतथन उसके प्राधधकार के भंग का कारक ोोगा।
5. प्राधधकृत व्र्क्तित त्रबखराव, ररसाव, आग इत्र्ािी ज,से सभी प्रकार के ्‍र्ल िविश्‍ट संभािवत दृश्र्
और उनके संभािवत प्रभाव पर िवचार करते ोुए आपात कार्थवाोी प्रकक्र्ा (ईआरपी) कक्र्ाक्तन्वत करे गा
क्तजसके िलए र्ो प्राधधकार प्रीान ककर्ा जा रोा ो, और सार् ोी ननर्िमत समर् अंतराल पर इस संबध ं
में मॉक डड्रल करे गा।
53
6. प्राधधकृत व्र्क्तित 'पररसंकटमर् अपिश्‍ट के ोर्ालन तर्ा नन्‍तारण के कारण ोोने वाली पर्ाथवरणीर्
्नत के िलए कार्ाथन्वर्न ीानर्त्व और ीं ड' के संबंध में केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ के मागथीशथक
िसद्धांत में रे खांककत ककए गए उपबंध का अनुपालन करे गा।
7. प्राधधकृत व्र्क्तित का र्ो कतथव्र् ोोगा कक वो प्रसिु वधा बंी करने ोे तु रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ की पव
ू ाथनम
ु नत
प्राप्त करे ।
8. आर्ानतत पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का अिभवोन और ककसी आकक्त्‍मक ीघ
ु ट
थ ना तर्ा उसकी
ननकासी संकक्र्ा के िलए पूणथ रूप से बीमा ककर्ा जाएगा।
9. आर्ानतत पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट की खपत के अिभलेख का रखरखाव ककर्ा जाएगा ।
10. आर्ानतत पररसंकटमर् र्ा अन्र् अपिश्‍ट के पन
ु :रर्कथण र्ा पन
ु : प्रर्ोग र्ा पुन: प्राक्तप्त र्ा पन
ु :
प्रसं्‍करण र्ा पुन: उपर्ोग के ीनरान उत्पन्न ोोने वाले पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का शोधन
और नन्‍तारण प्राधधकार की िविश्‍ट शतों के अनुरूप ककर्ा जाएगा ।
11. आर्ातकताथ र्ा ननर्ाथतकताथ आर्ात र्ा ननर्ाथत और ्नत, र्िी कोई ोो, के न्र्ूनीकरण, का खचथ वोन करे गा।
12. प्राधधकार के नवीनीकरण के िलए कोई आवेीन इन ननर्म के अंतगथत अधधकधर्त के अनुसार ककर्ा जाएगा।
13. पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् र्ा केन्रीर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ द्वारा समर्-समर् पर जारी
मागथीशथक िसद्धांत के अनुसार अनुपालन के िलए कोई अन्र् शतें।
14. वािषथक िववरणी वषथ के 31 माचथ की अवधध को सुननक्तश्चत करते ोुए 30 जून तक ीजथ की जाएगी।

ख.‍विवशिष्‍ट‍ितें:‍‍

तारीख : ‍‍‍‍गारी करने वाले प्राधिकारी के हस्तािर


पिनाम और मद्र
ु ा

54
प्ररुप 3

[ननर्म 6 (5), 13(7),14(9),19(5) और 20(1) ीे खें]

पररसंकटमय और अन्य अपशिष्टों के अशिलेख के रखरखाव हे तु प्रारुप

1. प्रसुिवधा का नाम और पता :


2. प्राधधकार जारी ककए जाने की तारीख और उसकी संीभथ संख्र्ा :
3. प्रो्‍तन ककए गए (उत्पन्न र्ा प्राप्त) पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का वणथन :

तारीख‍ इन‍ ननयमों‍ की‍ कुल‍ मात्रा‍ (मीदरक‍ िंडारण‍की‍प्रगनत‍ गंतव्‍य‍ स्‍
थान‍ या‍
अनुसूधचयों‍ I, II और‍ टन)‍ गहां‍ से‍ प्राप्‍त‍
III‍ के‍ अनुसार‍ िेणी‍ हुय‍है ‍
सदहत‍ अपशिष्‍ट‍ का‍
प्रकार‍

* उपर्ुि
थ त तािलका को ्‍वीे शी और आर्ानतत अपिश्‍ट के िलए अलग-अलग भरें ।

4. भेजे गए उत्पाी सिोत पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के प्रबंधन और पुनरर्कथणकताथ र्ा पव


ू थ
प्रसं्‍करणकताथ और प्रर्ोिता के मामले में ककसे भेजा गर्ा, का तारीखवार िववरण :

5. पर्ाथवरणीर् ननगरानी की तारीख (प्राधधकार र्ा केन्रीर् प्रीष


ू ण ननर्ंत्रण बोडथ के मागथननीे श के अनुसार)

अधििोगी‍के‍हस्‍
तािर‍

तारीख‍.............‍
स्‍
थान‍..............‍‍

55
प्ररूप 4

[ननर्म 6 (5), 13(8), 19(9) और 20 (2)]


वाविषाक विववररणयां फाइल करने के शलए प्रारूप

[अप्र,ल से माचथ की पूवव


थ ती अवधध के िलए प्रत्र्ेक वषथ के 30 जन
ू तक रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को प्र्‍तुत ककर्ा जाए]

1. प्रसुिवधा का नाम और पता :

2. प्राधधकार संख्र्ा और जारी करने की तारीख :

3. प्राधधकृत व्र्क्तित का नाम, टे लीफोन, फ,िस नम्बर और ई-मेल सिोत पूरा पता :

4. वषथ के ीनरान उत्पाीन (उत्पाीवार) जोां कोीं प्रर्ोयर् ोो

िाग‍क.‍पररसंकटमय‍अपशिष्‍
ट‍के‍ोत्‍
पन्‍
नकताा‍के‍द्वारा‍िरा‍गाए‍

1. उत्पन्न अपिश्‍ट की िेणीवार कुल मात्रा

2. प्रेिषत की गई मात्रा

(i) ननपटान सुिवधा को

(ii) पुन:रर्कथणकताथ र्ा सो-प्रसं्‍करणकताथ र्ा पूवथ प्रसं्‍करणकताथ को

(iii) अन्र्

3. आंतररक रूप से उपर्ोग में लाई गई मात्रा, र्िी कोई ोो

4. वषथ के अंत में भंडाररत मात्रा-

िाग‍ख.‍िोिन,‍िंडारण‍और‍ननपटान‍सुविविा‍के‍प्रचालकों‍द्वारा‍िरा‍गाए‍

1. प्राप्त की गई कुल मात्रा-

2. वषथ के प्रारं भ में भंडार में मात्रा-

3. शोधधत मात्रा-
4. खत्ता ्‍र्ल में नन्‍ताररत और शोधन के पश्चात मात्रा-

5. भ्‍मीकरण की गई मात्रा (र्िी लागू ोो)-

9. ऊपर िवननिीथ ्‍ट से अलग प्रसं्‍करण की गई मात्रा-

7. वषथ के अंत में भंडाररत मात्रा-

िाग‍ग.‍पन
ु :च्रकाणकतााओं ं‍या‍सह-प्रसंस्‍
करणकतााओं ं‍या‍अन्‍
य‍प्रयो‍‍ताओं ं‍द्वारा‍िरा‍गाए

1. वषथ के ीनरान प्राप्त अपिश्‍ट की मात्रा-

(i) घरे लू स्रोत

(ii) आर्ानतत (र्िी लागू ोो)

2. वषथ के प्रारं भ में भंडार में मात्रा-

56
3. पुनरर्ककत की गई र्ा सो-प्रसं्‍करण की गई र्ा प्रर्ुित मात्रा-
4. प्रेषण ककए गए उत्पाी की मात्रा (जोां कोीं लागू ोो)-

5. उत्पन्न अपिश्‍ट की मात्रा-

9. नन्‍ताररत अपिश्‍ट की मात्रा-

7. पुन: ननर्ाथत की गई मात्रा (जोां कोीं लागू ोो)-

8. वषथ के अंत में भंडाररत मात्रा-

तारीख ............‍ अधििोगी‍या‍ननपटान‍सविु विा‍


स्थान .............‍ ‍‍‍‍‍‍‍के‍प्रचालक‍के‍हस्तािर :

57
प्ररुप 5

[ननर्म 13(1) और 14(1) ीे खें]

पुनप्रायोग‍या‍पुनचािण‍या‍पुन:‍प्राम्प्त‍या‍सह-प्रसंस्‍
करण‍या‍ोपयोग‍के‍शलए‍पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍ट‍
के‍ययात‍या‍ननयाात‍के‍शलए‍यवेिन‍

यवेिक‍द्वारा‍िरा‍गाए‍
ि.सं. विववरण ययातक‍या‍ननयाातक‍द्वारा दिया
गाने वाला विववरण‍
(1) (2) (3)
1. भारत में आर्ातकताथ र्ा ननर्ाथतकताथ (नाम और पता)
संपकथ व्र्क्तित

टे लीफोन,फ,िस और ई-मेल

सुिवधा का ्‍र्ान/पता

आर्ात र्ा ननर्ाथत का कारण


2. भारत के बाोर आर्ातकताथ र्ा ननर्ाथतकताथ (नाम और पता)
3. आर्ात र्ा ननर्ाथत ककए जाने वाले अपिश्‍ट का िववरण

(क) मात्रा
(ख) बेसल सं.
(ग) एकल/बोु संचलन
(घ) अपिश्‍ट का रासार्ननक संघटन (िववरण संलग्न करें , जोां लागू
ोो)
(ड.) भननतक िवशेषताएं
(च) िवशेष प्रो्‍तन अपे्ाएं, र्िी लागू ो
4. अनुसूची ।।।क के पररसंकटमर् अपिश्‍ट के िलए िर्ा पूवथ सूधचत
सोमनत प्राप्त की गई ो,
5. ययातकताा‍के‍शलए‍
(क) पर्ाथवरणीर् सुर्ोपार् सिोत प्रकक्र्ा का िववरण (अलग से शीट
संलग्न करें )
(ख) पुनचथक्ण र्ा सो-प्रसं्‍करण र्ा पुन: प्राक्तप्त र्ा उपर्ोग की ्मता
राज्‍य‍ प्रिष
ू ण‍ ननयंत्रण‍ बोडा‍ से‍ विवधि‍ मान्‍
य‍ प्राधिकार‍ और‍ प्रचालन‍ की‍
वैि‍सहमनत‍में‍से‍प्रत्‍येक‍की‍प्रनत‍संलग्‍
न‍करें ।‍
6. िपछले तीन वषों में पर्ाथवरण, वन और जलवार्ु पररवतथन मंत्रालर् की
अनुमनत के प्रनत आर्ात का िववरण
7. प्रवेश का बंीरगाो

8. वचन बंध

म, सत्र्ानन्‍ ा से घोषणा करता ोूं कक :

(i) ीी गई जानकारी मेरे सवगो त्तम ज्ञान के अनुसार पूणथ और सोी ो, और िवधधक रूप से प्रवतथनीर् िलिखत बा‍र्ताओं के संबंध में
करार कर िलर्ा गर्ा ो, कक और र्ो कक कोई लागू बीमा अर्वा अन्र् िवत्तीर् प्रनतभूनतर्ां सीमापार संचलन को शािमल करते
ोुए लागू ो, र्ा लागू रोें गी।

(ii) अनुज्ञात अपिश्‍ट का अिभवोन और ककसी आकक्त्‍मक ीघ


ु ट
थ ना तर्ा उसकी ननकासी संकक्र्ा के िलए पूणथ रूप से बीमा ककर्ा
जाएगा।

58
(iii) आर्ानतत अपिश्‍ट की खपत और अंनतम ीशा का अिभलेखन ककर्ा जाएगा और प्रत्र्ेक नतमाोी में रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ
को उसकी ररपोटथ भेजी जाएगी।

(iv) ेसे पररसंकटमर् अपिश्‍ट, जो कच्ची सामग्री के रूप में आर्ानतत पररसंकटमर् अपिश्‍ट के उपर्ोग से ोमारे पररसर में
उत्पन्न ोोता ो, , का शोधन और ननपटान प्राधधकार की शतों के अनस
ु ार ककर्ा जाएगा।

(v) म, ननर्ाथत और नुकसान, र्िी कोई ोो के न्र्ूनीकरण का खचथ वोन करने की सोमनत ीे ता ोूं।

(vi) मुाे इस बात की जानकारी ो, कक िम्र्ा प्रमाण पत्र/वचनबंध ीे ने/इन ननर्म और िवधधपूणथ आीे श का अनुपालन न करने के
िलए िवशेष शाक्त्‍तर् की व्र्व्‍र्ा ो, , क्तजसके अंतगथत जुमाथने और कारावास की संभावना भी ो, ।

(vii) र्िी आर्ातकताथ को ्‍वीकार्थ न ोो तो ननर्ाथत ककए गए अपिश्‍ट वापस ले िलए जाएंगे।

यवेिक के हस्तािर
पिनाम
तारीख ......................
स्‍
थान......................

59
प्ररुप 6
[ननर्म 13(2), 13(10) और 14(5)ीे खें]
सीमापार संचालन - संचलन िस्तावेग

ि.सं. विववरण ननयाातक/ययातक द्वारा दिए गाने


वाला विववरण
1 ननर्ाथतकताथ (नाम और पता) :
संपकथ व्र्क्तित
टे लीफोन,फ,िस और ई-मेल
2. अपिश्‍ट उत्पन्नकताथ (नाम और पता):
:
संपकथ व्र्क्तित
टे लीफोन,फ,िस और ई-मेल :
उत्पक्तत्त ्‍र्ल
3. आर्ातकताथ र्ा वा्‍तिवक प्रर्ोिता (नाम और पता) :
:
संपकथ व्र्क्तित :
टे लीफोन,फ,िस और ई-मेल
4. व्र्ापारी (नाम और पता)
संपकथ व्र्क्तित
टे लीफोन,फ,िस और ई-मेल
वा्‍तिवक प्रर्ोिता का िववरण (नाम, पता, टे लीफोन और ई-मेल)
5. आवेीक की संीभथ संख्र्ा (र्िी कोई ोो) :
6. लीान पत्र (प्रनतिलिप संलग्न करें ) :
7. आर्ात/ननर्ाथत का ीे श
8. अपिश्‍ट का सामान्र् िववरण
(क) मात्रा
(ख) भननतक िवशेषताएं
(ग) अपिश्‍ट का रासार्ननक संघटन, जोां लागू ोो िववरण संलग्न करें
(घ) बेसल सं.
(ड.) र्ूएन पोत पररवोन सं.
(च) र्ूएन वगथ
(छ) र्ूएन सं.
(ज) एच संख्र्ा
(ा) वाई संख्र्ा
(ञ) आईटीसी (एचएस)
(ट) सीमाशुल्क कोड (एच.एस.)
( ) अन्र् (िवशेष ्‍र्नरा ीें )
(. प,केज का प्रकार
संख्र्ा
10. ीघ
ु ट
थ नाओं की क्त्‍र्नत में आपात प्रावधान सिोत िवशेष प्रो्‍तन अपे्ाएं
11. एकल/बोु पारे षण के अ‍र्धीन संचलन
बोु संचलन की क्त्‍र्नत में -
(क) प्रत्र्ेक पारे षण की संभािवत तारीख र्ा पारे षण की बारं बारता
(ख) अनुमाननत कुल मात्रा और प्रत्र्ेक पारे षण की मात्रा
1
12. अपिश्‍ट का पररवाोक (नाम और पता)
संपकथ व्र्क्तित
टे लीफोन, फ,िस और ई-मेल

60
पंजीकरण संख्र्ा
पररवोन का साधन (सड़क, रे ल, अंतीे शीर् जल मागथ, समुर, वार्ु)2
अंतरण की तारीख

वाोक के प्रनतननधध के ो्‍ता्र


13. पररसंकटमय‍और अन्य अपशिष्ट के शलए ननयाातक की र्ोषणा :
म, प्रमािणत करता ोूं कक ऊपर क्.सं.1 से 12 तक ीी गई जानकारी मेरे सवगो त्तम
ज्ञान के अनुसार पूणथ और सोी ो, । म, र्ो भी प्रमािणत करता ोूं कक िवधधक रूप से
प्रवतथनीर् िलिखत बा‍र्ताओं की बावत र्ो करार कर िलर्ा गर्ा ो, कक कोई
लागू बीमा र्ा अन्र् िवत्तीर् प्रनतभूनतर्ां सीमापार पारगमन को शािमल करते
ोुए लागू रोें गी।
तारीख :...................... ो्‍ता्र :............................

नाम :...............................

ययातकताा‍(वास्‍
तविवक‍प्रयो‍‍ता‍या‍व्‍
यापारी)‍द्वारा‍िरा गाए

14. आर्ातकताथ/वा्‍तिवक प्रर्ोिता/व्र्ापारी2/3 द्वारा प्राप्त माल

प्राप्त मात्रा ..........................कक.ग्रा./ली.


तारीख :
नाम : ो्‍ता्र:

15. पुन: प्राक्तप्त की पद्धनतर्ां


आर कोड*
प्रर्ुित प्राद्र्ोधगकी (िववरण संलग्न करें , र्िी आवश्र्क ोो)
16. म, र्ो प्रमािणत करता ोूं कक इन ननर्म के तोत शािमल घोिषत माल के अलावा
उपर्ि
ुथ त प्रेिषत माल में अन्र् कुछ भी आर्ानतत और पन
ु : चकक्त नोीं ककर्ा
जाएगा।
ो्‍ता्र :
तारीख :
17. संचलन सोमनत के िलए िविश्‍ट शतें, र्िी लागू ो (िववरण संलग्न करें )

नोट :-(1) सूची संलग्न करें , र्िी एक से अधधक ोो; (2) उपर्ुित िवकल्प चुन;े (3) आपात क्त्‍र्नत में तत्काल स्म प्राधधकारी से
संपकथ करें ; (4) र्िी वाोक एक से अधधक ोो, तो क्.सं.12 में िविीत सूचना ीें ।
संचलन प्रलेख में प्रय‍
ु त लर्ु रूपों की सच
ू ी

पुन:‍प्राम्प्त‍‍संक्रियाएं (*)

यर1 इसंसधन (प्रत्र्् भ्‍मीकरण से िभन्न) र्ा ऊजाथ उत्पाीन के अन्र् साधन के रूप में प्रर्ोग।

यर2 िवलार्क का उद्धरण/पन


ु रूत्पाीन।

यर3 ेसे काबथननक पीार्ों का पुनचथक्ण/उद्धरण, जो िवलार्क के रूप में प्रर्ुित नोीं ोुए ो,।

यर4 धातुओं और धातु सक्तम्मिण का पुनचथक्ण/उद्धरण।

यर5 अन्र् अकाबथननक पीार्ों का पन


ु चथक्ण/उद्धरण ।

यर6 अम्ल और ्ार का पुनरूत्पाीन ।

यर7 प्रीष
ू ण उपशमन के िलए प्रर्ुित संघटक की पुन: प्राक्तप्त ।

61
यर8 उत्प्रेरक से संघटक की पुन: प्राक्तप्त ।

यर9 प्रर्ुित तेल का पुन:पररशोधन र्ा पोले प्रर्ुित तेल के अन्र् पुनरूपर्ोग।

यर10 भूिम उपचार क्तजसके पररणाम्‍वरूप कृिष र्ा पररक्त्‍र्नतकीर् सुधार का फार्ीा।

यर11 सं. आर 1 से आर 10 तक की ककसी भी संकक्र्ा से प्राप्त अविश्‍ट सामधग्रर् का प्रर्ोग।

तारीख:‍ हस्‍तािर:‍

स्‍थान‍:‍ पिनाम‍:‍

62
प्ररूप 7
[ननर्म 13(2)(ग) ीे खें]

अनुसूची‍।।।‍के‍िाग‍र्‍के‍अपशिष्‍
ट‍के‍शलए‍व्‍यापाररयों‍के‍एकबारगी‍प्राधिकार‍के‍शलए‍
यवेिन‍पत्र‍का‍प्ररूप

(व्र्ापारी द्वारा रायर् प्रीष
ू ण ननर्ं त्रण बोडथ को प्र्‍तुत ककर्ा जाए)

1. व्र्ापारी का नाम और पता, टे लीफोन, फ,िस :


संख्र्ा और ई-मेल सिोत
2. िटन/व,ट संख्र्ा/आर्ात/ननर्ाथत कोड :
3. आर्ात ककए जाने वाले अन्र् अपिश्‍ट का :
िववरण और मात्रा
4. भंडारण, र्िी कोई ोो, का िववरण :
5. प्राधधकृत वा्‍तिवक उपर्ोगकताथ (ओं) का/के नाम :
और पता/पते

प्राधिकृत‍व्‍
यम्‍त‍के‍हस्‍
तािर‍

तारीख‍:‍

स्‍
थान‍:‍

63
प्ररूप 8

[ननर्म 17(1) और 18(2) ीे खें]

पररसंकटमय‍और‍अन्‍
य‍अपशिष्‍ट‍के‍कंटे नरों‍की‍लेबशलंग‍

सावधानी से प्रो्‍तन करें

इन ननर्म की अनुसूधचर् ।। और ।।। के असंगत अपिश्‍ट और पीार्थ


भाग ग के अनुसार अपिश्‍ट की िेणी और ....................
िवशेषताएं.............................................
कुल मात्रा ............................................. भंडारण की तारीख
अपिश्‍ट की भननतक अव्‍र्ा ( ोस/अद्धथ ोस/रव) :
प्रेषणकताथ का नाम और पता प्राप्तकताथ का नाम और पता
फोन ............................ फोन ................................
ई-मेल .......................... ई-मेल ..........................
टे लीफोन और फ,िस संख्र्ा .......................... टे लीफोन और फ,िस संख्र्ा ..........................
संपकथ व्र्क्तित .............................. संपकथ व्र्क्तित ..............................
आपात क्त्‍र्नत में कृपर्ा संपकथ करें ..............................

दटप्‍पणी‍:‍

1. लेबल की प्‍ृ भूिम का रं ग - फ्लोरे सेंट र्ेलो

2. श्‍ी 'पररसंकटमर् अपिश्‍ट' और 'सावधानी से प्रो्‍तन करें ' िोन्ीी, अंग्रेजी और ्ेत्रीर् भाषा में
्‍प्‍ट रूप से और लाल रं ग में िलखे जाएं।

3. श्‍ी 'अन्र् अपिश्‍ट' िोन्ीी, अंग्रेजी और ्ेत्रीर् भाषा में संतरे रं ग में ्‍प्‍ट रूप से िलखे जाएं।

4. लेबल न िमटने वाली और मनसम सो सामग्री का ोोना चािोए।

64
प्ररुप 9

[ननर्म 18(2) ीे खें]

पररवहन यपात म्स्थनत (रे म) काडा

[अपिश्‍ट के प्रेषणकताथ द्वारा िीए गए पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट के पररवोन के ीनरान पररवाोक द्वारा
सार् रखा जाए]

1. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट की िवशेषताएं :

ि. सं. अपशिष्ट का प्रकार िौनतक गण


ु रासायननक संर्टक प्रिाव‍ संबंिी‍ प्राथशमक ोपचार
पररसंकट‍ यवश्यकताएं

2. आग की क्त्‍र्नत में अपनाई जाने वाली प्रकक्र्ा :

3. त्रबखरने/ीघ
ु ट
थ ना/िव्‍फोट की क्त्‍र्नत में
अपनाई जाने प्रकक्र्ा :

4. िवशेषज्ञ सेवाओं के िलए कृपर्ा संपकथ करें :


(i) नाम और पता :
(ii) टे लीफोन नं. :

(प्रेषणकताा‍का‍नाम,‍संपका‍के‍शलए‍नभ‍
बर‍और‍हस्‍
तािर)

तारीख‍..................‍

स्‍
थान‍...................‍

65
प्ररूप 10

[ननर्म 1((1) ीे खें]

पररसंकटमय‍और‍अन्‍य अपशिष्ट‍संबि
ं ी‍मालसच
ू ी

1. प्रेषणकताथ का नाम और डाक का पता :


(फोन नं. और ई-मेल सिोत)
2. प्रेषणकताथ का प्राधधकार संख्र्ा :
3. सच
ू ी ी्‍तावेज संख्र्ा :
4. पररवाोक का नाम और पता :
(फोन नं. और ई-मेल सिोत)
5. वाोन का प्रकार : (रक/ट, कर/िवशेष वाोन)
6. पररवाोक की पंजीकरण संख्र्ा
7. वाोन की पंजीकरण संख्र्ा
8. प्राप्तकताथ का नाम और डाक का पता
(फोन नं. और ई-मेल सिोत)
9. प्राप्तकताथ का प्राधधकार संख्र्ा
10 अपिश्‍ट का िववरण
11. कुल मात्रा ..............घन मी. र्ा मीिरक टन
कंटे नर की संख्र्ा संख्र्ा..............
12. वा्‍तिवक ्‍वरूप ( ोस/अधथ ोस/गाी/त,लीर्/ट, री/्‍लरी/रव)
13. प्रो्‍तन संबंधी िवशेष अनुीेश और अनतररित सूचना
14. प्रेषणकताथ का प्रमाण-पत्र म, र्ो घोषणा करता ोूं कक पारे षण की अंतवथ्‍तुएं
समुधचत पोत पररवोन के नाम से ऊपर पूणथतर्ा और सोी
रुप में विणथत की गई ो, और उन्ोें प्रवगीकृत प,क
धचन्ोांककत और लेबिलत ककर्ा गर्ा ो, और वो लागू
रा्‍रीर् सरकारी िवननर्म के अनस
ु ार सड़क द्वारा
पररवोन के िलए सभी प्रकार से उपर्ुित ीशा में ो, ।
नाम और मुोर : ो्‍ता्र: माो िीन वषथ

15. अपिश्‍ट की प्राक्तप्त के िलए पररवाोक की अिभ्‍वीकृनत


टं ककत नाम और ्‍ट, म्प : ो्‍ता्र माो िीन वषथ

19. पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट की प्राक्तप्त की बाबत प्राप्तकताथ का प्रमाण-पत्र


टं ककत नाम और ्‍ट, म्प : ो्‍ता्र माो िीन वषथ

66
प्रारूप 11

[ननर्म 22 ीे खें]

िर्
ु टा ना‍की‍ररपोटा करने‍के‍शलए‍प्रपत्र

[प्रसुिवधा र्ा प्रेषणकताथ र्ा प्राप्तकताथ र्ा पररवोनकताथ द्वारा रायर् प्रीष
ू ण ननर्ंत्रण बोडथ को प्र्‍तुत ककर्ा जाए]

1. ीघ
ु ट
थ ना की तारीख और समर् :

2. ीघ
ु ट
थ ना के कारक का क्म :

3. ीघ
ु ट
थ ना में शािमल पररसंकटमर् और अन्र् अपिश्‍ट का िववरण :

4. ्‍वा्‍्र् र्ा पर्ाथवरण पर ीघ


ु ट
थ ना के प्रभाव
के मूल्र्ांकन की तारीख :

5. ककए गए आपातकालीन उपाए :

6. ीघ
ु ट
थ ना के प्रभाव को समाप्त करने के िलए उ ाए गए कीम :

7. ेसी ीघ
ु ट
थ नाओं की पुनरावक्तृ त्त रोकने के िलए उ ाए गए कीम :

तारीख : हस्तािर :

स्थान : पिनाम :

67
प्ररूप 12

[ननर्म 24(1) ीे खें]

राज्य प्रिष
ू ण ननयंत्रण बोडा द्वारा गारी यिे ि के विवरूद्ध अपील िायर करने का यवेिन

1. अपील करने वाले व्र्क्तित का नाम और पता :

2. आीे श की संख्र्ा, तारीख और उस प्राधधकरण का पता


क्तजसके िवरुद्ध अपील की जा रोी ो, : (आीे श की प्रमािणत प्रनत संलग्न करें )
3. अपील करने का आधार :

4. मांगी गई राोत :

5. प,रा 2 में संीिभथत आीे श, क्तजसके िवरुद्ध अपील


ीार्र की जा रोी ो, , के अनतररित अनुलग्नक की सूची :

हस्तािर.......................‍
तारीख :
‍‍‍‍‍‍नाम और पता‍......................‍
----------------------------------------X--------------------------------------------X----------------------------------
[23-16/2009-एचएसएमडी]

वनाथ शसन्हा)
(विवश्‍
संर्ि
ु त सधचव, भारत सरकार

68

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