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ह िं दी परियोजना कायय

कक्षा: दसवी िं अ
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उदाहरण : बतरस लालच लाल िी मुरली धरी लुिाय |

सां ह िरै भ ह
ं नु हँ सै , दै न िहै , नटी जाय ||
*
उदाहरण : हाथी जैसी दे ह है , गैंडे जैसी खाल |

तरबूजे- सी खोपड़ी , खरबूजे से गाल ||


*
उदाहरण :वह खू न िहो किस मतलब िा

कजसमें उबाल िा नाम नहीं

वह खू न िहो किस मतलब िा

आ सिे दे श िे िाम नहीं |


*
उदाहरण : माली आवत दे खख िे िकलयनुँ िरे पुिार

फूले फूले चुन लई िाखि हमारी वार


*
उदाहरण : हां सही न जाती मुझसे अब आज भूख

िी ज्वाला

िल से ही प्यास लगी है हो रहा ह्रदय मतवाला


*
उदाहरण : रे नृप बालि िाल बस बोलत तोकह न

संभार

धनुही सम किपुरारी धनु कवकदत सिल संसार


*
उदाहरण : एि ओर अजगर ही लखख एि ओर मृग

राय

कविल बटोही बीच ही परयो मूर्ाा खाए


*
उदाहरण : कसर पर बैठ्यो िाग आं ख दोउ खात

कनिारत

खींचत जीभकहं स्यार अकतकहआनंद उर धारत


*
उदाहरण : अखखल भुवन चर अचर सब हरर मुख में लखख

मातु

चकित भई गद् गद वचन कविकसत दृग पुलिातु


*
उदाहरण : बाल दसा सुख कनरखख जसोदा, पुकन पुकन

नन्द बुलवाकत

अंचरा-तर लै ढ़ािी सूर, प्रभु ि दू ध कपयावकत


*
उदाहरण : अँसुवन जल कसंची-कसंची प्रेम-बेकल बोई

मीरा िी लगन लागी, होनी हो सो होई


पद परिचय
1) अपूवाय पत्र कलखती है ।
अपूवाय -- व्यखिवाचि संज्ञा, स्त्रीकलंग, एिवचन, िताा िारि, 'कलखती है ' किया िा िताा ।

पत्र -- जाकतवाचि , पुखलंग , एिवचन , िमािारि , ‘कलखती है ’ किया िा िमा।


2) गोलू ने उसे बहुत मारा।
उसे --पुरूषवाचि सवानाम,अन्य पुरूष,उभय कलंग,एिवचन,िमा िारि,‘मारा’ किया िा
िमा।

3) किकतज प ली ििा में पढ़ता है ।


प ली- संख्यावाचि कवशेषण , कनकित संख्यावाचि कवशेषण, स्त्रीकलंग , एिवचन ,
अकधिरण िारि, ‘ििा’ िा कवशेषण |

4) य पुस्ति अप्पू िी है ।
य - सावानाकमि कवशेषण,स्त्रीकलंग,
एिवचन,‘पुस्ति’ िा कवशेषण।
5) अथवा बहुत शैतान लड़िा है ।
बहुत प्रकवशेषण, पुखलंग, एिवचन, िमािारि, ‘शैतान’ िा कवशे षण ।
शैतान- गुणवाचि कवशेषण, पुखलंग, िमािारि, ‘लड़िा’ िा कवशेषण ।
6) किग्धा कनबंध हलखती ै ।
हलखती ै - सिमािकिया, स्त्रीकलंग, एिवचन, ‘कलख’धातु, वतामानिाल,
किगधा इसिी िताा
7) बच्चे रोज़ स्कूल जाते ैं ।
जाते ैं - अिमाि किया, पुखलंग, बहुवचन,
‘जा’ धातु , वतामान िाल, ‘बच्चे’ इसिे िताा ।
8) हमारे कवद्यालय के पीछे खेल िा मैदान है ।
के पीछे - संबंधबोधि अव्यय, स्थानवाचि, ‘कवद्यालय’ िा संबंध अन्य शब्ों
से जोड़ने वाला।
कतयरि
उदाहरण
राम ने पुस्ति कलखी।
राम पुस्ति कलख रहा है ।
उस ने झूठ बोला।
उसने उसे पिड़ा।
राम ने किताब खरीदी।
*
*उदाहरण
राम द्वारा पुस्ति कलखी जा रही है ।
उस िे द्वारा झूठ बोला जा रहा था।
उसिे द्वारा वह पिड़ा गया।
राम िे द्वारा किताब खरीदी गइा ।
राम िे द्वारा िार चलाइा गइा ।
*
*उदाहरण
सीता िे द्वारा सोया जाता है ।
पकियों से आसमान में उड़ा जाता है ।
उस से चला नहीं जाता।
उससे चुप नहीं बैठा जाता।
अब थोड़ा आराम किया जाए।
वाक्य
*उदाहरण
*
हचहिया उिती ै ।
श्रेयािंश पतिंग उिा ि ा ै ।
गाय घास चिती ै ।
*उदाहरण
*
चन्दन खेल िर आया और सो गया ।
मैंने उसे बहुत मनाया परन्तु वह नहीं मानी

िम खाया िरो अन्यथा मोटे हो जाओगे ।
*
*उदाहरण
यकद अकधि द ड़ोगे तो थि जाओगे।
यद्यकप मैंने उसे बहुत मनाया तथाकप वह
नहीं माना।
जैसा िाम िरोगे वैसा फल कमलेगा।
किकतज ने बताया कि वह पटना जाएगा ।
मोदी जी ने िहा कि अच्छे कदन आएँ गे।
हिश्र वाक्य के भेद
सिंज्ञा उपवाक्य
उदाहरण
किकतज ने बताया कि वह पटना जाएगा ।
मोदी जी ने िहा कि अच्छे कदन आएँ गे।

हवशेषण उपवाक्य
उदाहरण
जो दु बला - पतला लड़िा है उसे िमज़ोर मत समझो ।
कजस लड़िे िा (कजसिा) मन पढ़ाई में नहीं लगता, वह मेरा दोस्त
नहीं हो सिता।
हिया हवशेषण उपवाक्य
उदाहरण
जब घटा कघरने लगी , तब मोर नाचने लगा ।
जहाँ बस रुिती है ,वहाँ बहुत लोग खड़े रहते हैं ।

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