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जल सं

र ण
जल सं
र ण क क ह दो पार प रक व धय को
समझाइये

1960 अमरीका चार तशत डाक टकट: जल सं


र ण.

जल सं
र ण का अथ है
जल के योग को घटाना
एवं
सफाई, नमाण एवं
कृष आ द केलए अव श
नःच ण ( रसाइ लं
जल का पु ग) करना।

धीमी ग त के
शावर हेस (कम पानी गरम होने
ड्
के
कारण कम ऊजा का योग होता है
और
इसी लए इसे
कभी-कभी ऊजा-कु
शल शावर भी
).[कृ
कहा जाता है पया उ रण जोड़]

धीमा लश शौचालय एवं


खाद शौचालय. चू


पारं
प रक प मी शौचालय म जल क बड़ी
, इस लए इनका वक सत
मा ा खच होती है
नया म नाटक य असर पड़ता है

शौचालय म पानी डालने
केलए खारे
पानी
(समुपानी) या बरसाती पानी का इ ते
माल
कया जा सकता है

फॉसे
ट एरे
टस, जो कम पानी इ ते
माल करते
व त 'गीले
पन का भाव' बनाये
रखने
केलए
-छोटे
जल के वाह को छोटे कण म तोड़ दे
ता
है
। इसका एक अ त र फायदा यह हैक इसम
हाथ या बतन धोते
व त पड़ने
वाले
छ टे
कम हो
जाते
ह।
इ ते
माल कयेए पानी का फर से
इ ते
माल एवं
उनक रसाइ क लग:
शौचालय म पानी दे
ने
या बगीच
नली बं
द न लका, जो इ ते
माल हो जाने
केबाद
जल वाह को होते
रहने
दे
ने
केबजाय बं
द कर
दे
ता है

शीय वृ-रोपण कर तथा आदत म


जल को दे
बदलाव लाकर भी सं ,
चत कया जा सकता है
मसलन- झरन को छोटा करना तथा श करते
व त पानी का नल खु
ला न छोड़ना आ द।

जल सं
र ण का अथ है
जल के योग को घटाना
एवं
सफाई, नमाण एवं
कृष आ द केलए अव श
नःच ण ( रसाइ लं
जल का पु ग) करना।

धीमी ग त केशावर हे
ड्
स (कम पानी
गरम होनेकेकारण कम ऊजा का
योग होता हैऔर इसी लए इसे
कभी-कभी ऊजा-कु
शल शावर भी कहा
जाता है
).[कृ
पया उ रण जोड़]
धीमा लश शौचालय एवंखाद
शौचालय. चू

क पारं
प रक प मी
शौचालय म जल क बड़ी मा ा खच
होती है
, इस लए इनका वक सत
नया म नाटक य असर पड़ता है

शौचालय म पानी डालनेके लए खारे
पानी (समु पानी) या बरसाती पानी
का इ ते
माल कया जा सकता है

फॉसे
ट एरे
टस, जो कम पानी इ ते
माल
करतेव त 'गीले
पन का भाव' बनाये
रखनेके लए जल के वाह को छोटे
-
छोटेकण म तोड़ दे
ता है
। इसका एक
अतर फायदा यह हैक इसम हाथ
या बतन धोतेव त पड़नेवालेछ टे
कम हो जातेह।
इ ते
माल कये ए पानी का फर से
इ ते
माल एवंउनक रसाइ क लग:
शौचालय म पानी दे
नेया बगीचो म
फू
ल , पे
ड़ो आ द को पानी दे
ना।

नली बं
द न लका, जो इ ते
माल हो
जानेकेबाद जल वाह को होतेरहने
दे
नेकेबजाय बं
द कर दे
ता है

शीय वृ-रोपण कर तथा आदत म


जल को दे
बदलाव लाकर भी सं ,
चत कया जा सकता है
मसलन- झरन को छोटा करना तथा श करते
व त पानी का नल खु
ला न छोड़ना आ द

वा ण यक
जल बचाने
के उपकरण (जै
कई ऐसे से
धीमेलश
वाले
शौचालय), जो घर म मददगार होते
ह वे
वा ण यक जल बचाने
म भी उपयोगी स हो
सकते
ह। ावसा यक ेम जल बचाने
केअय
तकनीक म न न ल खत तरीके
शा मल ह:

जल-र हत शौचालय
कार को बना जल के
साफ़ करना
इ ारे
ड अथवा पै
र से
चलने
वाले
नल, जो रसोई
या नानघर म धोने
केकाम केलए जल के
छोटे
ब ट का उपयोग कर जल बचा सकते
ह।
दबावयु वाटर ू
स, जो पानी क जगह बगल
को साफ़ करने
केकाम आ सक.
ए स-रेफ म ोसे
सर रीसाइ क लग स टम
कू
लग टावर कं
डकट वीट कंोलस
जल-सं
चयक वा प टे
रलाइज़स, अ पताल
आ द म उपयोग केलए।

कृ

उपरी सचाई, क डजाइन धु


री

फसल क सचाई केलए, इ तम जल- मता का


अ भ ाय है
वा पीकरण, अपवाह या उपसतही जल
नकासी से
होने
वाले
नु
कसान का कम से
कम
भाव होना. यह नधा रत करने
केलए क कसी
भू
म क सचाई केलए कतने
जल क
, एक वा पीकरण पै
आव यकता है न योग म लाया
जा सकता है
। ाचीनतम एवं
सबसे
आम तरीक़ा
बाढ़ सचाई म पानी का वतरण अ सर असमान
, जसम भू
होता है म का कोई अं
शअतर पानी
ले
सकता है
ता क वो सरेह स म पया त मा म
पानी प ं । ऊपरी सचाई, क -धु
चा सके री अथवा
पा -ग तमान छ ट का उपयोग करतेए कह
अ धक समान एवंनयंत वतरण प त दे
ते
ह।
प सचाई सबसे
महं
गा एवं
सबसे
कम योग होने
, ले
वाला कार है कन पानी बबाद कयेबना पौध
क जड़ तक पानी प ं
चाने
म यह सव ेप रणाम
लाते
ह।

चू

क सचाई णाली म बदलाव लाना एक महं
गा
, अतः व मान
क़दम है व था म सं
र ण के यास
अ सर द ता बढ़ाने
क दशा म के त होते
ह।
तहत chiseling जमा मटट , पानी को बहने
इसके
से
रोकने
केलए कु

ड बनाना एवंमटट तथा वषा
क आ ता, सचाई काय म क बढ़ो री म मदद
शा मल ह।[1]

, जो वषा का पानी एवं


रचाज ग े बहा आ
पानी इक ा करते
ह एवं
उसे
भू
जल आपू
त के
रचाज म उपयोग म लाते
ह। यह कु
एंआ द के
नमाण म उपयोगी स होते
हैएवं
जल-बहाव
के
कारण होने
वालेमटट के रण को भी कम
करते
ह।
1. जल के
नुकसान, योग या बबाद म कसी
कार क लाभकारी कमी;
2. जल-सं
र ण के
काया वयन अथवा जल-
द ता उपाय को अपनातेए जल- योग म
कमी; या,
3. जल बं
धन क वक सत प तयां
जो जल
के
लाभकारी योग को कम करते
ह या
ह।[2][3] जल सं
बढ़ाते र ण का उपाय एक
या, आदत म बदलाव, उपकरण, तकनीक
या बे
हतर डजाइन अथवा या है
जो जल
के
नुकसान, अप य या योग को कम करने
केलए लागूकया जाता है
। जल- मता
जल-सं
र ण का एक उपकरण है
। इसका
प रणाम जल का बे
हतर योग होता है
एवं
इससे
जल क मां
ग भी कम होती है
। जल-
मता उपाय के
मूय एवं
लागत का
मू
यां
कन अ या य ाकृ साधन (यथा-
तक सं
ऊजा या रसायन) पर पड़ने
वाले
इसके
भाव को यान म रखकर कया जाना
चा हए। [2]'

जल- मता
जल मता को, कसी या, काय, या के
न पादन या सं
भा जल केयू
नतम मा ा के
प रणाम, या कसी ख़ास उ े
य केलए अपेत
उसम यु, लगने
जल क मा ा एवं वाले
या
वत रत जल क मा ा के
बीच के
संबं
ध के
एक
सं
के
तक के प म प रभा षत कया जा सकता है

यू
नतम जल ने
टवक का ल य एवं
डज़ाइन
लागत भावी यू टवक, जल-सं
नतम जल-ने र ण के
लए एक सम ढां
चा/ दशा नदशक है
जो कसी
औ ो गक या शहरी व था केलए जल- बं
धन
पदानुम के
आधार पर व छ जल तथा अप श
जल क यू , अथात
नतम मा ा नधा रत करता है
यह जल बचाने
केसभी उपयोगी उपाय पर वचार
करता है
। यह तकनीक सु
न त करता हैक
छत अव ध 'Systematic
डज़ाईनर वां
Hierarchical Approach for Resilient
Process Screening (SHARPS)' तकनीक से
सं
तुहै

अ धकतम जल वसू
ली क एक और था पत
तकनीक वॉटर पच ऐना ल सस टेनीक है

बहरहाल, यह तकनीक के
वल व छ जल क मा ा
बढ़ाने
एवं
पु
नः योग तथा पु
नःसृ
जन के
मा यम से
अप श जल म कमी लाने
पर ही के त है

इ ह भी दे

ब लन जल सं
साधन पर नयम
जीव व ान सं
र ण
सं
र ण नै
तकता
सं
र ण आं
दोलन
लागत भावी यू
नतम पानी ने
टवक
घाटे
क सचाई
पा र थ तक आं
दोलन
पयावरण सं
र ण
आवास सं
र ण
पै
न वा पीकरण
उ चतम जल
थायी कृ

उपयो गता सब मटर
जल के
झरने
का व षण

जल का मीटर
जल-मापन
जल पच
जल बं
धन पदानुम
वाटरसे

स दभ
1. US EPA, "Clean Water Through
Conservation ", कृ
ष सं
बं
धी लोग के
लए काय णाली
2. [ वकस, एमी. "पानी का योग और सं
र ण."
अ हा ट, MA वॉटर लो े
स. जू
न 2002.
434]
3. गीट्
स, एस., रे
स, डी., (2009). घाटे
के प
म सचाई- शु त-रणनी त को
क े म खे
जल उ पादकता को अ धकतम करना.
ए क. वॉटर मैज 96, 1275-1284
ने

ोत
हे , सै
मले यल एफ., "जल सं
मु र ण योजना:
सामा जक प सेवीकाय मां
ग नयंण
काय म केलए एक रणनी तक योजना का
वकास" (2005). अनुयु अनु
सं
धान
. टेसास रा य व व ालय.
प रयोजनाएं
कागज 2.

बाहरी क ड़याँ
H2O सं
र ण जल पद च कै
ल यू
ले
टर
जल सं
र ण क अनोखी पहल: नीर, नारी और
व ान

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title=जल_सं
र ण&oldid=4197581" सेलया गया
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साम ी CC BY-SA 3.0 के


अधीन है
जब तक अलग से
उ ले
ख ना कया गया हो।

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