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Womenhood Scene 1 To 9
Womenhood Scene 1 To 9
स्त्रीत्व
Scene : 1 Road Ext Day
Ch: Priya, Abhinav And Others
scene भागते हुए अभभनव और भिया से open होता है ... अभभनव और भिया बार-
बार पीछे मुड़कर दे खते हैं , भागते भागते भिया भगरती है तो अभभनव उसको उठाता है ,
भिया काां पते हुए स्वर में कहती है ..
भिया : अभभनव, अब मैं भाग नहीां सकती...मेरे
पाां व ही नहीां पाज़ेब भी थक चुके हैं ...
अभभनव : नहीां भिया, रुकना मौत है हमारे भिए...
हमे भागना होगा...please भहम्मत करो, run भिया,
run...भिया, मैं नहीां चाहूँ गा भक तुम पर कोई आां च आये ,
क्ोांभक मेरी भज़न्दगी तु मसे जुडी हुयी है , तु म हो तो मैं
हूँ ...
भिया डबडबायी नज़रोां से दे खती है , और अभभनव उसको भिपटा िेता है ...भिया बोिती
है ....
भिया : मैं भी तु म्हारे भबना जी नहीां सकती
अभभनव... i love you...
तभी उसे शोर सुनाई दे ता है , वह भिया को उठाकर पास की झाभड़योां के पीछे िे जाता
है ...
Cut to-
िोग जीप की तरफ़ बढ़ते हैं , तभी भिर चौधरी बोिता है ...
चौधरी : ससुरोां... तुम िोगोां के खोपड़ी मा भूसा
भरा है ..? कुांद हो गए हो क्ा...?
सारे स्टू डें ट्स ठहाका िगाते हैं ... इतने में classroom के दरवाज़े पर भिया नज़र
आती है , और वो बेनीराम की तरफ़ दे खकर पूछती है ...
भिया : may i come in sir... ?
बेनीराम के साथ साथ सभी स्टू डें ट्स और खन्ना पिटकर दे खते हैं , हुस्न की जीती जागती
मज्जल्लका भिया ररयेक्ट करके भिर पूछती है ...
भिया : may i come in sir... ?
बेनीराम : yes.. come in...पधारो...
भिया बिखाते हुए अन्दर आती है , तमाम स्टू डें ट्स आहें भरते हैं ... कैमरा खन्ना पर
close करते हैं , भजसका मुांह खुिा का खुिा रह जाता है , भिया classroom में नज़रें
दौडाती है , तो उसको सबसे पीछे एक सीट िािी भदखाई दे ती है , वो उधर बढ़ने िगती
है , तो अभभनव अपनी सीट से खड़ा होकर कहता है ...
अभभनव : excuse me, आप चाहें तो यहाूँ बैठ
सकती हैं , मैं वहाां बैठ जाता हूँ ...
भिया उनको deep look दे ते हुए कहती है ...
भिया : thank you... thank you very
much (अभभनव की तरफ़ हाथ बढ़ाते हुए)...i am
भिया....
अभभनव हाथ भमिाते हुए भझझकता है , तो सारे स्टू डें ट्स शोर मचाते हैं ..
दे वा-मेवा : अरे अभभनव, हाथ वो हाथ दे रही है ,
िे िे...
भिया दे वा और मेवा को एक hard look दे ती है , दोनोां हडबडा जाते हैं , अभभनव भबना
हाथ भमिाये ही वहाां से उठकर पीछे वािी सीट पर जाता है , भिया ररयेक्ट करती है ,
बेनीराम कहता है ..
बेनीराम: भिया, तुम्हारा पररचय भमिन बड़ा मधुर और
सराहनीय िगा... दे री से आने की वजह मैं तुम्हे बेंच पर
खड़े होने की सज़ा दे ने वािा था, िेभकन अब क्षमा करता
हूँ ...बैठ सकती हो...
भिया : thank you sir...(मन ही मन में)
खडूस... भिया को सज़ा दें गे...?
बेनीराम : (भिया से ) बेटा तुम्हारे चेहरे के भाव से
िगा, भक तु मने कुछ कहा...? शब्द नहीां थे , इसभिए
श्रवण नहीां कर सका...
भिया : no sir...मेरा face expressionless
है ...
भिया बोिते हुए बैठ जाती है और पीछे गया हुआ अभभनव अपना पररचय दे ते हुए कहता
है ...
अभभनव : सर...मैं भी अपना पररचय दे दू ां ...?
बेनीराम : अवश्य...
अभभनव : मेरा नाम अभभनव कुमार, मेरे भपताजी
का राजकुमार...
अभभनव आगे कुछ बोिे इससे पहिे खन्ना उसकी बात काटते हुए कहता है ...
खन्ना : महोदय, ये तो राजघराने का िगता है , भाई
माूँ का नाम राजकुमारी तो नहीां है ...?
स्टू डें ट्स हूँ सते हैं ...
खन्ना िाउड िीि करता है , तभी खन्ना की नज़र आती हुयी भिया और मनीषा पर पड़ती
है , वो उनको घूरता है , दे वा मेवा भी उसी भदशा में दे खते हैं , उनके खुिे हुए मुांह को
खन्ना हाथ से बांद करके बोिता है ...
खन्ना : control ह्यभमनाइज़रोां control...सािोां तुम िोगो की आूँ खोां में इतनी
कामुकता भरी हुयी है , भक तुम िािी िड़भकयोां दे ख ही िो, तो भी बेचाररयोां को
ipils िेना पड़ जाये ...
मेवा : बॉस, ग़िती क्ा हमारी आूँ खोां की ही है ...? कुछ क़सूर उनकी beauti का
भी तो है ...हमारी आूँ खोां को भकताब और black board से खीांच कर अपनी ओर िे
िेती हैं ...और भिया तो पेटरोि है ...हम अपनी वासना का एक चुटकी रख भी उसकी
तरफ़ िेंक दें , तो भी आग िग जाये...
खन्ना : अबे अपने मुांह का ये गटर बांद रख, वो तेरी होने वािी भाभी माूँ है ...
दे वा : बॉस, भकतनी भाभी माूँ आयीां और चिी गयीां... िेभकन आप भाई, बाप नहीां
बन पाए...
खन्ना : अबे चुप, इस बार िाइनि है ...
मेवा : अच्छा तो हम, भाभी माूँ जी के साथ आने वािी, सािी, मौभसयोां को तो िाइन
मार सकते हैं न...
खन्ना : वो तुम दोनोां जानो, भकस गटर में भगरना है ...
दे वा मेवा एक- दू सरे को look दे ते हैं , और चि दे ते हैं , दोनोां जाती हुयी भिय और
मनीषा के थोड़े करीब जाकर सीटी बजाते हैं , भिया पिट कर दे खने िगती है , मनीषा
कहती है ...
मनीषा : अरे जाने दे , वही दोनोां सैडिसोि हैं ...
भिया : नहीां, इन िोगोां को बताना तो पड़े गा, भाई जब सैडिसोि हो तो, सैंडि के
नीचे पड़े रहो, हमारी तरफ़ क्ोां उछि रहे हो...?
भिया तेज़ी से दे वा मेवा के पास पहुूँ चती है , और दे वा और मेवा के गाि पर एक
ज़ोरदार तमाचा मारती है , दे वा ररयेक्ट करता है , मेवा अपना गाि सहिाता है , खन्ना
आता है और पूछता है ...
खन्ना : क्ा हुआ...? इन दोनोां ने छे ड़ा क्ा...?
भिया : साथी तो तुम्हारे हैं , तुम्हे नहीां मािूम कैसे हैं ...? सुधर जाओ, नहीां तो घसीट
कर भिांभसपि के रूम में िे जाउां गी सबको...
भिया और मनीषा जाने िगती हैं , तभी खन्ना दे वा मेवा को एक ज़ोरदार थप्पड़ मारते हुए
कहता है .
खन्ना : सािोां तुम िोग अपनी गन्दी हरक़तोां से मेरा भी कैरे क्टर गन्दा कर रहे हो...?
आज से तुम िोग मुझसे भमिोगे, मगर दू र से ...
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