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अब करुँ गी तेरे साथ Direct बात Direct बात Direct Direct Direct बात .......... x2
Scene-1
भाई वो दे ख कैसे धीरे धीरे चल रही है
लड़कियां तो ह सब
क्यों ऐसा क्या होता ह लड़कियों के बैग में ........ दिखा तो जरा
अच्छा तू स्कूल मत जाना बेटा, बहार का बिलकुल मत खाना, आचार को तो हाथ भी मत लगाना, सर
मत धोना और ये कपडे बिलकुल नहीं चलेंगे जाओ change करके आओ, चप्पल मत पहनना, तेरी कल
केले के पेड़ से शादी भी करवानी पड़ेगी ...बेटा किसी को कुछ मत बोलना ....
साँस भी न लँ ू???
सन
ु मैडम तझ
ु े अलग से कहा लेकर गयी थी
ये चन्
ु नी में क्या छुपा रखा है ...दिखा मझ
ु े
माँ स्कूल में सब मेरा मजाक उड़ाते है और मेरे सब कपडे भी गंदे हो जाते है
माँ आपको पता है आज हमारे स्कूल में वर्क शॉप थी....हमे पीरियड्स के बारे में बताया
हे भगवान ् पीरियड्स के बारे में ...तुम्हारे स्कूल में ये सब सिखाते है क्या ? कलमुही कहींकी ये सब
करने जाती हो स्कूल में तू
Scene-2
चलो चलो चलो ....सागर सागर सागर ......(Making scene of a bus)
Are मैडम ये क्या कर दिया .....ओहोहो.....परू ी सीट गन्दी कर दी यार .....मैडम ने तो परू ी सीट लाल
कर दी ... भाई लाल किया पर स्टै मिना बहुत है ...
अरे मैडम ऐसे टाइम पर घर में बैठा करते है आप बहार घूम रही हो
(AT SHOP)
भैया भैया वो दे ना
वो क्या मैडम
भैया वो
ठीक है ....अच्छा सुन मैडम को न्यूज़ पपेर में लपेट के और काली पन्नी में डालना मत भूलना
...जल्दी दे
भैया ऐसे ही दे दो
मैडम ऐसे कैसे दे द ु ...मैडम अगर ऐसे ही दे दिया तो लोगों को पता चल जाएगा आपके वो दिन चल
रहें है
(IN CLASS)
ये सर .....सर आ गये सर
No No No No No...सर परु े साल इसी चैप्टर का इंतज़ार किया ...और आप कह रहे हो घर से पढकर
आना .... Sharma सर ने अपनी क्लास में पढ़ा दिया है .... आप कह रहे हो घर से पढकर आना .......
(Student voices) और सर Sharma सर ने दो दो बार revise भी करवा दिया है वो चैप्टर .....सब
इंतज़ार कर रहें है बहुत टाइम से
बैठ जा ....माँ से पच
ु कार आना पैदा कैसे हुआ था पता चल जाएगा
सुनो में तुम्हारे रोज कितने काम करती हूँ ...आज तुम्हे भी मेरा एक काम करना पड़ेगा
क्या
भैया एक डिस्प्रिन दे ना
ओये छोटू ...एक डिस्प्रिन निकाल
भैया ये भी दे दो ....
ओ पैड चाहिए ..... कोनसा द ू भाई ultra large, Ultrathin extralong वाला night वाला बोलो कोनसा
दँ .ू ...अच्छा ये बता दो छोटा वाला पैक दे ना है या बड़ा वाला
भैया डिस्प्रिन दो ना
Are डिस्प्रिन मिल जाएगी ये बताओ पैड कोनसा ...stayfree..whisp.... are भाई साहब क्या पैसा तो
लेते जाओ (Man runs away)
Scene-3
Teacher in the class narrating some formula ----- class cheering ---- girl student asks –
Sit down
Sir please
Teacher shouted to girl ….. Get up and get out ….and listen you are a very dirty girl
Are किताब में नहीं पड़ा रिप्रोडक्शन वो दे ख सामने live example है ..... भाई पूरा का पूरा लाल हुआ
पड़ा है ....भाई इसकी तो फट गयी ...... यार वो तो ठीक है मगर ये सब निकलता कहाँ से है ???......
are इतनी बड़ी हो गयी मगर अभी भी इसने बिस्तर गिला करना नहीं छोड़ा
ये कैसा समाज है जहाँ इतनी Insensitivity, जहाँ पर Menstrual cycle के बारे में बात करना भी घण
ृ ा
मन जाता है ये एक biological process है अगर हम इसके बारे में publicaly बात कर लेंगे तो क्या हो
जाएगा? Taboo टूटे गा understanding बढ़े गी
अरे मैडम ये बात हम लडको को क्यूँ समझा रही हो इन लड़कियों को समझाओ और अच्छे से
समझाओ ये इनकी प्रॉब्लम है हम क्यों समझे .....जब कुदरत ने ये बीमारी दी है तो वो ही इसका
solution भी दे गी हम क्यूँ पड़ें इन चक्करों में हम तो लड़के है ....हमें क्यूँ समझा रही हो .... बताओ
.....और हमारे मुद्दे नहीं है ये हमें मत समझाओ......
A girl from team - बीमारी ....क्या ये सच में बीमारी है ....ये एक natural process है .....जब लड़के
इसके बारे में बात नहीं करना चाहते ....हिचकिचाते है ....अलग तरह से बात करते है इसे बीमारी
कहते है .....तो सोचकर दे खो लड़कियों की क्या हालत होती होगी उनपर क्या बितती होगी जब
पीरियड्स के बारे में बात की जाती है
जी बिलकुल लड़कियों की ही है
ठीक है लडको की समस्या के बारे में बात कर लेते है ....जब आपको सबसे पहले night fall हुआ था
तब कैसा लगा था ??
ये आप क्या बात कर रहें हैं publically ये बात सहीं नहीं है ऐसे मत करो
पापा से बात की थी ?
नहीं
मम्मी को बताया था ?
नहीं
क्यूँ ?
ऐसी बातें कोई बताता है क्या घर वालो को ....दोस्त को बताया था बुत उसको भी ज्यादा नहीं बताया
था मैंने
सोचिये जब आप अपनी बात करने में हिचकिचाते है शर्म करते है डरते है तो इस पुरुष प्रधान समाज
में लड़कियों को कितनी दिक्कत होती होगी ....ये कह रहें की इस विषय को यहाँ उठाने की क्या
जरुरत है ? हैं ? .....जबकि night fall आज भी लडको के समाज में taboo माना जाता है .....पहली बार
जब night fall होता है तो लड़का बोखला जाता है की मेरे साथ हो क्या गया ...पागल हो जाता है कुछ
समझ में ही नहीं आता अचानक रात को सोते हुए सपना आता है कपड़ो के बिच में गीलापन महसूस
होता है और एक डीएम बोखला सा जाता है .....ना माँ से बात कर पाता है न बाप से बात कर पाता
है अपने दोस्तों से बात करता ह तो वो भी उतना ही जानते है जीता की वो या फिर किसी हाकिम के
पास जाता है .....यही चीज़ जब लड़कियों के साथ होती है तो शुरू शुरू में लड़कियां भी हिचकिचाती है
डरती है बात करने में घबराती है ....अपनी माँ को हिम्मत करके पहली बार बताती है तो माँ कहती
है .....गांवों में क्या करना है और क्या नहीं करना है बता दे ती है ... और शहर होता है तो पैड दे ती है
.....ये बताती है की इसे रखना कैसे है .... अखबार में लपेट के ....काली पन्नी में ऐसे मोड़ के ...ढे र
सरे कपड़ो के निचे किसी कबर्ड में ऐसे छुपा क्र रखना की पापा की नज़र न पड़ जाये कहीं भैया न
दे ख ले ...जैसे कोई पाप कर दिया हो ...कोई गुनाह कर दिया हो
इतने स्वाभाविक सी एक चीज़ है उसे इतना unnatural बना दते है ...इतना ...इतना उसे abnormal
बना दे ते है की लड़कियों के लिए हमेशा guilt factor रह जाता है वो ....बात करने में घबराने लगती है
लडकियां ....ये natural सी चीज़ को इतना छुपा छुपा कर उसे secret बना दे ते है
अच्छा ज्यादातर लड़के तो ये भी नहीं जानते की वो पैदा कैसे हुए थे .....पूछकर दे खे .....भाई साहब
आप....हम ??.. पैदा कैसे हुए थे..... जी जी क्या बस हो गया था .....बस हो गए पैदा ......भाईसाहब
आप कैसे हुए थे ? .....सबको पता है इ चीज़े हो जाते है पैदा इसमें बताने वाली का बात है .....हो
जाते है
Girl from the team – लडको को ये भी नहीं पता की वो पैदा कैसे हुए थे | ज्यादातर लोग सोचते है
की लडको को सब पता होता है ...लड़के सबकुछ जानते है ...लेकिन सच तो ये है की लडको का भी
अपना एक संसार होता है एक दनि
ु या होती है जिसके बारे में वो खुलकर बात नहीं करते वो openly
बात ही नहीं करना चाहते शेयर भी नहीं करते जो बाते बहार आती है veg और non-veg चुटकुलों के
रूप में कैसे एक लड़का शरीफ बनता है माँ बाप के प्यार से ex-bhai के मिलन के अलावा कैसे एक
एग और एक स्पर्म पुरे के परु े शारीर का रूप ले लेता है ..आँखे बनती है कान बनते है .....एक परू ा
शरीर बनता है .....ये एक जादई
ु संसार है और इस जादई
ु संसार की शुरुवात होती है Menstrual Cycle
से ...और जब इसकी शुरुवात ही Menstrual Cycle से होती है तो इसके बारे में बात करना घण
ृ ा का
विषय कैसे बन जाता है ....जरुरत है की आगे बढ़कर बात करें सवाल करें ताकि लोगों को पता चल
सके की Menstrual Cycle की शुरुवात आखिर होती कहा से है और किस वजह से होती है
Boy From team – दे खिये ये natural सी चीज़ को tv ads में कैसे दिखाया जाता है की आपको normal
कैसे रहना है ...... आप भी दे खकर है रान हो जायेंगे
Girl from the team – आज भी भारत में 80% से ज्यादा महिलाएं जो है वो पीरियड्स के दौरान परु ाने
कपड़े, रुई, परु ाने लिहाज़ से निकली हुई रुई जो की बहुत ही गन्दी होती है अपने पति के परु ाने पजामे,
पत्ते और राख का इस्तेमाल करती हैं ताकि लोगों को पता न चल जाये की उन पर क्या बीत रही है
वो किस situation से गज़
ु र रही है ...
बहुत जरुरी है ये समझना की उसे पीरियड्स के वक्त कितने medical assistance की जरुरत है कितने
phycological सपोर्ट की जरुरत है
महीने के वो दिन चल रहें है तेरे तू बाथरूम के पास ही रहे गी और तू कहीं नहीं जाएगी
Boy from team- मैडम परे शान मत होइए आपकी समस्या का हल है मेरे पास......सिर्फ 36 रुपये ....
(whispers of 36rs. )
दे खा फुसफुसाना ...खुशियों को लगे पंख normal सी चीज़ को abnormal बना कर बेचते है | क्या है ये
किस लिए है ये अगर जरुरत है आज किसी चीज़ की तो वो है बात करने की संवाद करने की अपने
आस पास दे खने की ....शायद ये पहला step होगा discrimination को हटाने के लिए जब लड़के और
लड़कियों के शारीर के बारे में हम जानेंगे हम अपने शारीर के बारे में जानेंगे तब भेदभाव नहीं होगा
अगर जरुरत है आज किसी चीज़ की तो वो ह बात करने की उस बारे में जो सदियों से धारणा चली
आ रही है उसे ख़त्म करके एक नयी सोच विकसित करने की ...जहाँ पीरियड्स एक guilt factor नहीं
होगा
डायरे क्ट बात डायरे क्ट बात डायरे क्ट डायरे क्ट डायरे क्ट बात .... x3
चप
ु रहली बहुत ....
डायरे क्ट बात डायरे क्ट बात डायरे क्ट डायरे क्ट डायरे क्ट बात .... x3
All the team sings the आशाएं दिल की song together to end the नुक्कड़ नाटक