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Shashi Tharoor's Column
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Hindi News / Opinion / Shashi Tharoor's Column We Cannot
टॉप Say With Confidence That Tomorrow Will Look The Same As
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शहर शशि थरूर का कॉलम: हम भरोसे से
विदेश नहीं कह सकते कि आने वाला कल बीते
कल के जैसा ही दिखाई देगा
चुनाव
2022 5 दिन पहले
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शशि थरूर, पूर्व कें द्रीय मंत्री और सांसद
राशिफल होम वीडियो सर्च ई-
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सुनने में भले ही यह घिसी-पिटी बात लगे, लेकिन यह
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लाइफ &
भारत में मैं बड़ा हुआ, उसमें अमूमन ज्यादा कु छ
साइंस
बदलता नहीं था। चीजें धीरे-धीरे एक प्रक्रिया के तहत
फे क न्यूज़
परिवर्तित होती थीं। वो बदलने में इतना समय लेती
एक्सपोज़
थीं कि अकसर तो कोई उन पर गौर भी नहीं कर पाता
ओपिनियन था।
मधुरिमा मिसाल के तौर पर, वर्ष 1975 में लोग जैसे घरों में
आज का राशिफल मेष
रहते थे, परिवहन के जैसे साधनों में यात्राएं करते थे,
मैगजीन जिन चीज़ों का उपभोग करते थे, जो पढ़ते थे, जिन मेष|Aries
माध्यमों से संवाद करते थे, घर-कार्यालय में जिन
MPTET पॉजिटिव- आप वर्तमान
उपकरणों का इस्तेमाल करते थे, दूरदर्शन या
2020 गतिविधियों के अलावा
आकाशवाणी पर जो देखते या सुनते थे आदि दूसरे क्षेत्रों में भी रुचि लें,
इत्यादि, वह वर्ष 1950 की तुलना में बहुत ज्यादा इससे आपको नई-नई
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अलग नहीं हुआ करता था। लेकिन 1975 और जानकारी मिलेंगी। साथ
ही रचनात्मक कार्यों में भी
2000 के बीच तो जैसे ही दुनिया ही बदल गई थी!
कु छ समय जरूर व्यतीत
और उसके बाद भी बदलाव की लहर और तेज ही हुई
करें, आप सकारात्मक
है।
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हमारे देश में बुलेट ट्रेन की गति से बदलाव आए हैं ई-
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और होते ही जा रहे हैं। इनके साथ हम भी बहे चले पेपर
जा रहे हैं। अलबत्ता 1991 का साल भारत के लिए
एक वाटरशेड-मोमेंट था, लेकिन उससे पहले के दस-
पंद्रह सालों में लोग पहले ही अनेक बदलाव देख चुके
थे, जैसे कि रंगीन टीवी का अवतरण, वामपंथियों के
विरोध के बावजूद कम्प्यूटरों की आमद, काम करने
की जगहों पर नई तकनीक का इस्तेमाल जैसे वर्ड
प्रोसेसर्स और फै क्स मशीनें। लेकिन उदारीकरण के
साथ ही विदेशी कारों और कं ज्यूमर-उत्पादों की भीड़ Advertise with Us |
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नए कम्प्यूटर, मोबाइल फोन, इंटरनेट और ईमेल का
पदार्पण हुआ। बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग और Our Divisions
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इंटरनेशनल कॉल सेंटर चलन में आए। ऐसी फील्ड्स
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में भी कम्पनियां जन्म लेने लगीं, जिनके बारे में लोगों
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को पहले पता ही नहीं था। मेरी पीढ़ी के नौजवानों को MoneyBhaskar.com
पढ़ाई और नौकरी के वैसे अवसर उपलब्ध नहीं थे। HomeOnline.com
इसके बाद बदलावों ने और गति पकड़ी। नए कारोबार BhaskarAd.com
2005 में जो इंडस्ट्री धूम मचा रही थी- मिसाल के This website follows the DNPA
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तौर पर मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शन- वह 2015 आते-आते
(सस्ते और सटीक वॉइस-रेकग्निशन सॉफ्टवेयर की
कृ पा से) विलुप्त हो गई। साक्षरता बढ़ गई, लेकिन
लोगों ने चिटि्ठयां लिखना बंद कर दिया। वे अब
कॉल, टेक्स्ट और ईमेल करते हैं। मनोरंजन का साधन
टेलीविजन नहीं रहा, फोन ने उसकी जगह ले ली।
स्क्रीन पर किताबें पढ़ी जाने लगीं।
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दुनिया जिस तरह के उथलपुथल के दौर से गुजरी थी,
वही हमारे युग में भी दोहराया जाएगा। आज पांच
क्षेत्रों में नाटकीय तकनीकी प्रगति देखी जा रही है-
रोबोटिक्स और रिमोट-कं ट्रोल्ड मशीनें, एनर्जी,
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन तकनीक और
डीएनए सीक्वेंसिंग।
पांच परिवर्तन
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करना हो वे 24 घंटे में कु छ
समय अपनी सांस के प्रति
जागरूक रहें
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रुक्मिणी बनर्जी
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बच्चों की बुनियाद मजबूत पेपर
करना है तो घर-स्कू ल में अनेक
गतिविधियां करें
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कॉलम: एकांत में सुख उठाने
की कला और सहन का
मतलब होता है हर स्थिति को
स्वीकार करके चलना
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पं.विजयशंकर मेहता का
कॉलम: सफलता की यात्रा में
जब जीत हमारे
होम हिस्से में आती वीडियो सर्च ई-
है तो कई हारते भी होंगे पेपर
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पर आधारित फिल्मों और
उनकी कहानियों की वापसी
का क्या अर्थ है?
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अनुराग वत्स का कॉलम: नए
दौर के पाठकों के लिए
डिजिटल टेक्स्ट पढ़ना, उसे
मार्क और शेयर करना एक
‘कू ल’ आइडिया
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