You are on page 1of 4

भारत सरकार

जल शि त मं ालय
जल संसाधन, नद वकास और गंगा संर ण वभाग
रा य सभा
अतारां कत न सं या 1697
िजसका उ र 01 अग त, 2022 को दया जाना है।
.....
भ-ू जल म आस नक और भार धातओ
ु ं का संदष
ू ण

1697. ी हरनाथ संह यादव:


ी वजय पाल संह तोमर:
या जल शि त मं ी यह बताने क कृपा करगे कः
(क) या सरकार इस बात से अवगत है क दे शभर म भू-जल म आस नक और भार धातु पाई
गई है और य द हां, तो त संबंधी यौरा या है;
(ख) दे श म द ू षत पानी ा त कर रहे नवास क सं या का यौरा या है; और
(ग) सरकार वारा उ तर दे श स हत दे श म पानी के संदष
ू ण को कम करने के लए या कदम
उठाए गए ह?
उ र
जल शि त रा य मं ी ( ी ब वे वर टूडू)
(क): जी, हाँ। क य भू म जल बोड (सीजीड यूबी) वारा पूरे दे श म व भ न वै ा नक अ ययन
और भूजल गुणव ा मॉनीट रंग के दौरान े ीय तर पर भूजल गुणव ा संबंधी आकड तैयार कए
जाते है । इन अ ययन से यह ात होता है क दे श के कुछ भाग के अलग-अलग े म आस नक
और भार धातए
ु ं बीआईएस क अनम
ु य सीमा से अ धक पाई गई है। इस संदभ म रा य-वार
ववरण अनुल नक-I म दया गया है ।

(ख): ामीण े म पेयजल ोत म आस नक और भार धातुओं स हत संदष


ू ण से भा वत
रहाइश का ववरण अनुल नक-II म दया गया है।

(ग): जल रा य का वषय होने के कारण आम जनता को पेय जल उपल ध कराने स हत जल


बंधन पर पहल करना ाथ मक प से रा य क िज मेदार है। हालां क, दे श म इस संबंध म क
सरकार वारा व भ न कदम उठाए गए ह। उनम से कुछ न न ल खत पैरा म दए गए ह।

क य दष
ू ण नयं ण बोड (सीपीसीबी) वारा उ र दे श स हत दे श म जल दष
ू ण क रोकथाम
और नयं ण के लए रा य दष
ू ण नयं ण बोड / दष
ू ण नयं ण स म तय (एसपीसीबी/पीसीसी)
के सहयोग से जल (रोकथाम और नयं ण) अ ध नयम, 1974 और पयावरण (संर ण) अ ध नयम,
1986 के ावधान को याि वत कया जा रहा है।
भारत सरकार वारा रा य क साझेदार के साथ अग त, 2019 से जल जीवन मशन (जेजेएम) को
याि वत कया जा रहा है ता क वष 2024 तक उ र दे श स हत दे श के येक ामीण घर को
नधा रत गुणव ा और नय मत एवं द घका लक आधार पर नल से पेय जल क आपू त क जा
सके। जेजेएम के अंतगत घर म नल का जल उपल ध कराने के लए जलापू त योजनाओं को बनाते
समय गुणव ा भा वत बि तय को ाथ मकता द जाती है। कसी वशेष व ीय वष म रा य /संघ
रा य े को न ध आवं टत करते समय, रासाय नक संदष
ू क से भा वत बि तय म रहने वाल
जनसं या को 10% वेटेज दया जाता है ।

चंू क, एक सरु त जल ोत के आधार पर पाइप जलापू त क म क योजना के काया वयन और


इसे आरं भ करने म समय लग सकता है अतः वशु ध प से एक अंत रम उपाय के प म रा य /
संघ रा य े को ऐसे रहाइश म सामुदा यक जल शोधन संयं (सीड यूपीपी) था पत करने क
सलाह द गई है , ता क पेय जल और खाना पकाने क आव यकताओं क पू त के लए येक घर
को 8-10 ल टर त यि त त दन (एलपीसीडी) क दर से पेय जल उपल ध कराया जा सके।

पेयजल और व छता वभाग वारा रा य ामीण पे यजल काय म (एनआरडीड यूपी) के एक


भाग के प म दनांक 22 माच, 2017 को एक रा य जल गुणव ा उप- मशन (एनड यू यूएसएम)
शु कया गया था, िजसे अब जेजेएम के तहत शा मल कर लया गया है ता क दे श म 27,544
आस नक/ लोराइड भा वत ामीण रहाइश को सुर त पेयजल उपल ध कराया जा सके।

आवास एवं शहर काय मं ालय वारा अटल नवीकरण और शहर प रवतन मशन (अमत
ृ ) के
मा यम से शहर े म सुर त एवं व छ पेयजल उपल ध कराने के लए उ र दे श स हत
सभी रा य सरकार के यास को सहायता दान क जा रह है । इसके अ त र त, 05 वष ( व
वष 2021-22 से 2025-26) क अव ध के लए दनांक 01 अ टूबर 2021 को अमत
ृ - 2.0 शु
कया गया है िजसका उ दे य दे श के सभी वैधा नक शहर म चालू घरे लू नल कने शन के मा यम
से जल क आपू त उपल ध कराई जा सके।

भारत सरकार वारा अ खल भारतीय यो यता के साथ भज


ू ल न कषण के नयं ण और व नयमन
के लए दनांक 24 सतंबर, 2020 को दशा नदश अ धसू चत कए गए ह। इन दशा नदश म भूजल
दष
ू ण को नयं त करने के लए अपनाए जाने वाले उपाय पर उपयु त ावधान शा मल ह।

इसके अ त र त, उपयु त भूजल पुनभरण / वषा जल संचयन के मा यम से भूजल संसाधन म


सध
ु ार के लए ठोस यास कर भूजल क गुणव ा म कुछ हद तक सध
ु ार कया जा सकता है ।
भारत सरकार वारा इस दशा म कई पहल क गई ह िज ह न न ल खत यूआरएल पर दे खा जा
सकता है : http://jalshakti-
dowr.gov.in/sites/default/files/Steps%20taken%20by%20the%20Central%20Govt%20for%20water_
depletion_july2022.pdf

*****
अनुल नक-I
"भज
ू ल म आस नक और भार धातओ
ु ं का संदष
ू ण" के संबध
ं म दनांक 01.08.2022 को रा य सभा म उ र दये जाने वाले
अतारां कत न सं या 1697 के भाग (क) के उ र म संद भत अनुल नक ।

भारत के भूजल म व भ न संदष


ू क वाले आं शक प से भा वत िजल क रा यवार सं या

म रा य / संघ रा य े आस नक लौह सीसा (0.01 कैड मयम ो मयम यरू े नयम (0.03
सं या (0.01 एमजी (1 एमजी /ल एम जी /ल (0.003 एम जी/ल (0.05 एम जी एम जी /ल से
/ल से अ धक) से अ धक) से अ धक) से अ धक) /ल से अ धक) अ धक)
1 आं दे श 7 12 2 1 8
2 तेलग
ं ाना 1 9 4 1 1 6
3 असम 20 22 5 1
4 अ णाचल दे श 5
5 बहार 27 35 6 9
6 छ ीसगढ 4 22 5 1 1 4
7 द ल 3 1 3 2 5 4
8 गोवा 2 1
9 गुजरात 12 11 1 4
10 ह रयाणा 16 19 17 8 3 18
11 हमाचल दे श 1 5 1
12 ज मू और क मीर 3 10 3 1 1
13 झारखंड 2 23 25 4
14 कनाटक 3 22 1 7 8
15 केरल 1 15 4 1
16 म य दे श 9 47 16 2 10
17 महारा 24 20 1 3
18 म णपुर 2 4
19 मेघालय 7
20 नगालड 5
21 उड़ीसा 5 31 4 2 4
22 पंजाब 16 13 10 8 10 16
23 राज थान 10 33 14 21
24 त मलनाडु 12 16 6 1 7 10
25 पुरा 3 8
26 उ र दे श 36 58 16 2 17 21
27 उ राखंड 3 8 7 1
28 पि चम बंगाल 11 21 7 2 3 1
29 अंडमान और नकोवार 3
30 दमन और द व 1
31 पुदच
ु रे 1
25 रा य और 29 रा य 18 रा य के
21 रा य के 11 रा य के 29 16 रा य के 62
संघ रा य े और संघ रा य 152 िजल के
कुल 176 िजल के िजल के भाग म िजल के भाग म
के 209 िजल े के 491 भाग म यरू े नयम
भाग म सीसी कैड मयम ो मयम
के भाग िजल के भाग
अनुल नक-II

"भज
ू ल म आस नक और भार धातओ ू ण" के संबध
ु ं का संदष ं म दनांक 01.08.2022 को रा य सभा म को उ र
दये जाने वाले अतारां कत न सं या 1697 के भाग (ख) के उ र म संद भत अनुल नक ।

पेयजल ोत म दष
ू ण से भा वत रहाइश का रा य/संघ रा य े -वार ववरण ( दनांक 27-
7-2022 के अनुसार)

म रा य का नाम गण
ु व ा भा वत रहाइशो क सं या
सं या लोराइड आस नक लौह लवणता नाइ े ट भार धातु
1. अ णाचल दे श - - 224 - - -
2. असम - 7 10,225 - - 3
3. बहार 1 11 449 - - -
4. छ ीसगढ 168 - 25 - - -
5. झारखंड 2 - 57 - - -
6. केरल 5 - 61 18 8 -
7. म य दे श 1 - - 4 - -
8. महारा 3 - 6 31 6 -
9. उड़ीसा 41 - 1972 26 6 -
10. पंजाब 182 556 7 - 23 103
11. राज थान 188 - 4 9,771 463 -
12. परु ा - - 748 - - -
13. उ र दे श 38 107 281 79 10 -
14. उ राखंड - - 2 - 1 -
15. पि चम बंगाल 42 133 18 1 - 5
कुल 671 814 14,079 9,930 517 111
ोत : जेजेएम-आईएमआईएस

*****

You might also like