Professional Documents
Culture Documents
हिंदी दिवस का महत्व
हिंदी दिवस का महत्व
⇢
⇢
⇢
⇢
⇢
⇢
⇢
⇢
⇢
⇢
ह दिं ी हदवस का म त्व
ह दिं ी हदवस उस हदन की याद में मनाया जाता ै हजस हदन ह दिं ी मारी राजभाषा बनी। आज
मारी सरकार द्वारा ह दिं ी को बढावा देने के हिए कई तर के काययक्रम चिाए जाए ।ैं ह दिं ी हदवस
के हदन कॉिेज और स्कूि स्तर पर हवद्याहथययों को ह दिं ी का म त्व बताया जाता ।ै इस हदन सभी
सरकारी कायायियों में हवहभन्न हवषयों पर ह दिं ी में व्याख्यान आयोहजत हकये जाते ।ैं ह दिं ी को
बढावा देने के हिए मारी वतयमान सरकार का कदम सरा नीय ।ै आज देश के नेता हवदेशों में
जाकर भी ह दिं ी में भाषण देने को म त्ता दे र े ।ैं ऐसा इहसिए हकया जा र ा ै ताहक भारत के
साथ-साथ हवश्व स्तर पर भी ह दिं ी भाषा का म त्व समझा जाए। य मारी सरकार के प्रयासों का
ी नतीजा ै तो ह दिं ी बोिने वािों की सख्िं या में िगातार इजाफा ोता हदख र ा ।ै हब ार देश
का प िा राज्य था हजसने ह दिं ी को अपनी आहिकाररक भाषा के तौर पर अपनाया था। ािािंहक
इस बात को नकारा न ीं जा सकता हक भारत में अग्रिं ेजी बोिने वािे िोगों की तादाद में िगातार
इजाफा ो र ा ,ै िेहकन आज भी देश में ह दिं ी बोिने वािों की सिंख्या सबसे ज्यादा ।ै देश की
जनता का एक बडा हा़ स्सा आज भी ह दिं ी बोिता ।ै उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश,
हब ार, राजस्थान, उत्तराखडिं , ररयाणा, झारखडिं आहद में एक बडी आबादी ह दिं ी भाषी िोगों की
।ै इस बात को में मेशा याद रखना चाह ये हक अपनी मात्र भाषा बोिने से न के वि म अपनी
सिंस्कृहत से जडु े र ते ैं बहकक य में एक-दसू रे के करीब िाने का जररया भी ।ै
ह दिं ी को ह िंदा रखने के हिए करने ोंगे प्रयास
य सत्य ै हक अग्रिं ेजी भाषा का इस्तेमाि हदनों हदन बढता जा र ा ।ै ऐसा इसहिए ै क्योंहक
अग्रिं ेजी एक ऐसा माध्यम ै हजसका हवश्व स्तर पर सबसे ज्यादा इस्तेमाि हकया जाता ।ै य ी
वज ै हक म िोगों को अिंग्रेजी सीखनी पडती ,ै िेहकन इसका मतिब य हबककुि भी न ीं
ै हक म अपनी मात्र भाषा को बोिने या सीखने में सिंकोच करें । अगर म ऐसा करें गे तो य
हविप्तु ोने की कगार पर प चिं जाएगी। आज हवश्व में ऐसे देश भी ै जो अपने देश में के वि
अपनी भाषा में ी काम को म त्व देते ।ैं रूस, चीन, जापान ऐसे ी उदा रण ै इन देशों में
इनकी ी भाषा में काम को म त्व हदया जाता ै और य वज ै हक इनकी भाषा िगातार फि-
फूि र ी ।ै क्या ऐसा मारे देश में ोना सिंभव न ीं? यकीनन ऐसा सभिं व ,ै िेहकन उसके हिए
म सबको सोचना ोगा। आज अग्रिं ेजी हवश्व की भाषा इसहिए बन पाई क्योंहक अग्रिं ेजों ने अग्रिं जे ी
को मेशा हजदिं ा रखा। व ज ािं भी गए उन् ें के वि अग्रिं ेजी में ी काम और सविं ाद को म त्ता दी।
हजस देश को भी अिंग्रेजों ने उपहनवेश बनाया व ािं व अपनी सिंस्कृहत और सभ्यता के हनशान
छोडते गए और देखते ी देखते उनकी सभ्यता और सिंस्कृहत को परू े हवश्न ने अपना हिया। ऐसा
मारी ह दिं ी के साथकरना भी ो सकता ,ै िेहकन इसके हिए में िगातार प्रयास करते र ने
ोंगे। तभी ह दिं ी को हवश्व पटि पर िे जाया जा सकता ।ै में ऐसे काननू बनाने ोंगे हक
कायायियों और स्कूि, कॉिेजों में ह दिं ी में सविं ाद और हिहखत कायय को जरूरी बना हदया
जाए। तभी ह दिं ी को बचाया जा सकता ।ै क ीं ऐसा न ो हक ह दिं ी एक इहत ास बन र जाए
और मारी पीहढयािं के वि हकताबों में इसके बारे में जानें।
ह दिं ी दुहनया की प्रमुख भाषाओ िं में से एक ै। तभी तो र साि 10 नवरी को हवश्व
ह िंदी हदवस मनाया ाता ै, बहक भारत में र साि 14 हसतिंबर को ह िंदी हदवस
मनाया ाता ै। 14 हसतिंबर एक ऐसा हदन ोता ै, ब ह िंदी न बोिने वािे िोग
भी ह दिं ी को याद कर िेते ैं। दरअसि, देश में अिंग्रे ी भाषा के बढ़ते चिन और
ह दिं ी की अनदेखी को रोकने के हिए ी य हदवस मनाया ाता ै। म ात्मा गािंधी
ने ह िंदी को नमानस की भाषा क ा था और इसे देश की राष्ट्रभाषा भी बनाने को
क ा था। इसके अिावा कई साह त्यकारों ने भी इसको िेकर अथक प्रयास हकए,
िेहकन इसे राष्ट्रभाषा का द ाा न ीं हमिा। ािािंहक इसे भारत की रा भाषा रूर
माना गया।
14 हसतिंबर, 1949 को सिंहवधान सभा ने देवनागरी हिहि में हिखी ह िंदी को भारत
की आहधकाररक भाषा के तौर िर स्वीकार हकया था। बाद में देश के ि िे प्रधानमिंत्री
ििंहित वा रिाि ने रू की सरकार ने इस एहत ाहसक हदन के म त्व को देखते ुए
र साि 14 हसतिंबर को ह दिं ी हदवस के रूि में मनाने का फैसिा हकया। ािािंहक
आहधकाररक रूि से ि िा ह दिं ी हदवस 14 हसतिंबर 1953 को मनाया गया था।
ह िंदी हदवस मनाने का उद्देश्य क्या ै?
ह दिं ी हदवस िर ह दिं ी के प्रहत िोगों को प्रोत्साह त करने के हिए िरु स्कार समारो
का आयो न भी हकया ाता ै। ह िंदी से ुडे कई िुरस्कार ैं, ह समें राष्ट्रभाषा
कीहता िुरस्कार और राष्ट्रभाषा गौरव िुरस्कार शाहमि ैं। राष्ट्रभाषा गौरव िुरस्कार
ािं िोगों को हदया ाता ै, व ीं राष्ट्रभाषा कीहता िुरस्कार हकसी हवभाग या सहमहत
आहद को हदया ाता ै।
भारत
रोचक तथ्य
Mcqs/Quiz