You are on page 1of 2

सोशल मीडिया 

और मनोरं जन

इं टरने ट  एक बे हतरीन सं चार का साधन है ।  इं टरने ट के द्वारा हम चं द से कण्ड्स में मे ल करके सन्दे श भे ज सकते
है । किसी प्रकार की कोई मीटिं ग है वह इं टरने ट  द्वारा  की जा सकती है ।  व्हाट् सप्प लाखो लोग इस्ते माल कर
रहे है ।  इससे सन्दे श भे जना  , कॉल और वीडियो कॉल आसानी से किया जा सकता है ।  फेसबु क चै ट और
वीडियो कालिं ग भी लोग आये दिन करते है ।
अधिकां श भारतीय सोशल मीडिया पर मनोरं जन और रोमांस की बातें करने को तवज्जो
दे ते हैं । हालां कि जब बात दे श की होती है तो फिर वे राष्ट् रवादी हो जाते हैं । इसका
खु लासा भारतीय भाषा में दे श के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्ले टफार्म शे यर चै ट की एक
रिपोर्ट से हुआ है । शु क्रवार को इस रिपोर्ट को जारी किया गया है ।
शेयर चैट ने वर्ष 2019 के लिए यूजर जनरे टेड कंटें ट (यूजीसी) के ट्रें ड और टॉपिक पर
रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि इसके उपयोगकर्ता सबसे ज्यादा मनोरं जन से जुड़े
कंटें ट अपलोड करते हैं। कुल कंटें ट में इसकी हिस्सेदारी 23 फीसदी की है । इस साइट पर
दस
ू री सबसे ज्यादा पोस्ट रोमांस से संबंधित है , जिसकी हिस्सेदारी 14 फीसदी है ।
लेकिन आम चुनाव 2019, पल
ु वामा अटै क और विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी जैसी
घटनाओं पर अधिकतर उपयोगकर्ता राष्ट्रवादी हो जाते हैं और राष्ट्रीय भावना को ऊपर
उठाने जैसे कंटें ट ही पोस्ट ही करते हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक 15 अगस्त के आसपास तो लोग दे शभक्ति से संबंधित सामग्री पोस्ट


करते हैं। गौरतलब है कि शेयर चैट पर इस समय 15 भारतीय भाषाओं में कंटें ट पोस्ट
करने की सुविधा है और इस पर अभी हर महीने करीब छह करोड़ एक्टिव यूजर पोस्ट
डालते हैं।
इंटरनेट  एक बेहतरीन संचार का साधन है ।  इंटरनेट के द्वारा हम चंद सेकण्ड्स में मेल करके सन्दे श भेज
सकते है । किसी प्रकार की कोई मीटिंग है वह इंटरनेट  द्वारा  की जा सकती है ।  व्हाट्सप्प लाखो लोग
इस्तेमाल कर रहे है ।  इससे सन्दे श भेजना  , कॉल और वीडियो कॉल आसानी से किया जा सकता है ।  फेसबुक
चैट और वीडियो कालिंग भी लोग आये दिन करते है ।

कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव में जब सम्पर्ण


ू दे श लॉकडाउन है और लोग अपने घरों में वक्त गज
ु ार रहे
हैं तो इस दौर में सोशल मीडिया लोगों के लिए हर लिहाज से बेहतर माध्यम साबित हुआ है । यहां न केवल लोग
लॉकडाउन की बोरियत दरू करने के तरह तरह के मनोरं जन कर रहे हैं बल्कि कोरोना को लेकर सकारात्मक
विचारों का आदान प्रदान भी जारी है ।
रसोई में बनाये गए लजीज व्यं जनों से न केवल लोग अपने सोशल ने टवर्किं ग पे ज को सुं दर बना रहे हैं बल्कि
गायन, पें टिं ग जै सी छिपी हुई कलाओं का इस खाली वक्त में बखूबी प्रदर्शन करने में जु टे हैं । आज लोगों के
लिए यह सोशल मीडिया घर मे रहते हुए सबसे जु ड़ाव और कलाओं को सामने लाने का माध्यम बन गया है ।
कहने को तो टिक टॉक केवल एक मामूली ऐप है ले किन लॉकडाउन के दौरान लोग इसके माध्यम से भरपूर
मनोरं जन कर रहे हैं । अलग-अलग तरीकों से चु टकू ले सु नाकर कहकहे लगाने का यह माध्यम इस दौर में खूब भा
गया है । यु वा, महिलाएं , बच्चे सभी इसका प्रयोग कर रहे हैं । आम नागरिकों के साथ फिल्मी सितारे भी इससे
अछतू े नही हैं । वह सभी इसके जरिये लॉकडाउन को रोचक और सफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं ।
लोग खु द के द्वारा बनाये गए एक से बढ़कर एक व्यं जनों को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खूब वाहवाही
लूट रहे हैं । बच्चे हो या यु वा जिन लोगों ने आज तक रसोई में कदम नही रखा वह लोग अपनी पाक
प्रतिभा को विकसित करने में जु टे हैं कोई नया व्यं जन बनाकर सोशल मीडिया पर तारीफें भी बटोर रहे
हैं । इसके साथ साथ गीत गायन और चित्रकारी में भी लोग हाथ आजमा रहे हैं और घरों में समय के
सदुपयोग के बारे में लोगों को बता रहे हैं ।

कोरोना के इस काल में डटकर खड़े रहने के लिए मन में सकारात्मक ऊर्जा का होना जरूरी है । यही वजह है कि
लोग अपने अपने सोशल मीडिया पे ज पर ऐसी प्रेरक उक्तियों को लगातार पोस्ट कर रहे हैं । इनमें बड़े बड़े
महापु रुषों, मशहरू सामाजसे वियों और प्रख्यात लोगों द्वारा कहे गए वचनों को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है
ताकि इस मु श्किल घड़ी का लोग डटकर मु काबला करें औऱ मन से नकारात्मक विचार न आने पाए।

Submitted by - Shrijana Barua , sociology honours, roll no. 2022/0587

You might also like