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जानवर� के हुकूक

संपादक- मौलाना जलील अहसन नदवी रह.


📗📗 राहे अमल �ह�ी.

िबि��ा�हरर् हमािनरर्�हम
१} अबू दाउद क� �रवायत का खुलासा | रावी सुहेल
इबनुल ह�ा�ल�ा रदी.
जानवर को भूखा रखना अ�ाह के गजब का स� हे जब
आदमी काम लेना चाहे तो उसे खुब अ�ी तरह �खला
िपला और इतना काम ना ले क� वो थक कर बेहाल हो जाए.

२} �रयाजु�ा�लहीन क� �रवायत का खुलासा | रावी


अ��
ु ाह िबन ज़ाफर रदी.
रसूलु�ाह‫ ﷺ‬एक अंसारी के बाग म� दा�खल हुए जहा एक
ऊंट बंधा हुवा था, जब ऊंट ने रसूलु�ाह‫ ﷺ‬को देखा तो
गमनाक आवाज़ िनकाली और दोनो आंखो से आंसू बहने
लगे, रसूलु�ाह‫ ﷺ‬उसके पास गए और शफाकत से अपना
हाथ उसक� कोहान और कनपटी पर फेरा तो उसको सुकून
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हो गया, आप‫ ﷺ‬ने पूछा क� इस ऊंट का
मा�लक कौन हे? ये ऊंट िकस श�स का
हे? तो एक अंसारी नवजवान आया और
उसने कहा क� ए अ�ाह के रसूल! ये ऊंट
मेरा हे, आप‫ ﷺ‬ने फरमाया �ा तू अ�ाह से नही डरता?
इस बेजुबान जानवर के बारे म� िजसे अ�ाह ने तेरे क�े
म� दे रखा हे? ये ऊंट अपने आंसुओ ं और अपनी आवाज़ के
ज�रये मुझ से �शकायत कर रहा था क� तू इसको भूखा
रखता हे और बराबर काम लेता हे.

३} मुि�म क� �रवायत का खुलासा | रावी अबू हुरैरा रदी.


रसूलु�ाह‫ ﷺ‬ने फरमाया क� जब तुम हरयाली के ज़माने
म� सफर करो तो ऊंट� को उनका �ह�ा जमीन से दो, और
जब तुम आकाल के ज़माने म� सफर करो तो उनको तेज
चलावो.
यानी जब हरयाली का ज़माने हो और जमीन पर हर तरफ
घास उगी हुई हो तो सफर म� ऊंट� को चरने का मौका दो,
और जब आकाल का ज़माने हो और जमीन पर घास ना हो
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तो सवा�रय� को तेज चलाओ तािक ज�
मंिज़ल पर पहुंच जाए, और रा�े म� भूक
�ास क� मुसीबत से बच जाए.

४} मुि�म क� �रवायत का खुलासा | रावी शद्दाद िबन


औस रदी.
रसूलु�ाह‫ ﷺ‬ने फरमाया क� अ�ाह ने हर काम बेहतर
तरीके से करना फज़र् करार �दया हे तो जब तुम िकसी को
क� करो तो उसे अ�ी तरह से क� करो, और जब तुम
िज�ह करो तो अ�े तरीके से िज�ह करो, और तु�े से हर
एक को चा�हए क� अपनी छु री तेज करले और िज�ह होने
वाले जानवर को आराम पहुंचाये देर तक तडपने के �लए ना
छोड दे, इस तरह िज�ह करे क� ज�ी से उसक� जान
िनकल जाए.

५} मुि�म क� �रवायत का खुलासा | रावी जािबर रदी.


रसूलु�ाह‫ ﷺ‬ने जानवर के चेहरे पर मारने और उसके चेहरे
को दागने से मना फरमाया हे.
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६} �म�ात क� �रवायत का खुलासा |
रावी अ��
ु ाह िबन अमर िबन अल
आस रदी.
जानवर का �शकार गो� खाने के �लए तो
जाईज हे लेिकन तफरीह के �लए �शकार खेलना इ�ाम
म� मना हे. तफरीही �शकार का मतलब ये हे क� आदमी
�शकार तो करे लेिकन उनका गो� ना खाये, यूं ही मार कर
फ�क दे .

७} अबू दाउद क� �रवायत का खुलासा | रावी अबू मसूद


रदी.
हम एक सफर म� रसूलु�ाह‫ ﷺ‬के साथ थे, तो आप‫ﷺ‬
अपनी िकसी ज़�रत के �लए चले गए, इस बीच हमने एक
छोटी �च�डया देखी, िजसके साथ दो ब�े थे, हमने उसके
दोनो ब�� को पकड �लया तो �च�डया अपने पर� को खोल
कर उन ब�� के उपर मंडलाने लगी.
इतने म� रसूलु�ाह‫ ﷺ‬तशरीफ लाए और उसक� बेचैनी
देखी तो फरमाया क� इसको ब�े क� वजह से िकसने दख

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पहुंचाया हे? इसके ब�े इसे वापस करो,
और आपने उन �च�टय� के घर देखे िजन
को हमने जला �दया था, तो आपने पूछा, इन
को िकसने जलाया? तो हमने बताया क� हम
लोग� ने जलाया हे, आप‫ ﷺ‬ने फरमाया क� आग क� सजा
देना आग के मा�लक (अ�ाह) का हक हे.

८} बुखारी व मुि�म क� �रवायत का खुलासा | रावी अबू


हुरैरा रदी.
रसूलु�ाह‫ ﷺ‬ने फरमाया क� एक आदमी रा�ा म� जा रहा
था उसको बहुत �ादा �ास लगी, इधर-उधर देखा एक
कुव� �मला वो उसमे उतर गया और पानी िपया, (डोल, र�ी
नही थी) जब कुव� से बाहर आया तो देखा क� एक कु�ा
�ास क� वजह से जुबान िनकाले भीगी �मट्टी खा रहा हे, उस
आदमी ने �दल म� सोचा क� इस कु�े को उतनी ही �ास
लगी हे िजतनी क� मुझे लगी थी, वो तुर� कुव� म� उतर पडा,
अपने चमडे के मोजे म� पानी भर कर मुंह म� थामे बाहर आया
और कु�े को िपलाया तो अ�ाह ने उसके इस अमल क�
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कदर क� और उसक� माफ� फरमा दी,
लोग� ने पूछा �ा चौपाय� पर भी रहम
करने पर सवाब �मलता हे? आप‫ ﷺ‬ने
फरमाया हर जानदार के साथ रहम करने पर
सवाब �मलता हे.

९} �तम�ज़ी क� �रवायत का खुलासा | रावी इबने अ�ास


रदी.
रसूलु�ाह‫ ﷺ‬ने जानवर� को आपस म� लडाने से मना
फरमाया हे.

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