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हिन्दुओं से बेशर्म कोई जाति - Navbharat Times Reader's Blog
हिन्दुओं से बेशर्म कोई जाति - Navbharat Times Reader's Blog
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�ह��� से बेशम� कोई जा�त
September 15, 2015, 11:38 PM IST र�व महोर in कोई तो बता दे सच ओ मेरे भाई! | पोल बोल
इ�तहास कहता है �क �ह��� से बेशम� कोई जा�त नही…हो सकता है मेरे श�द लोग� को बुरे लगे पर इ�तहास दे खने पर और गजनवी के बारे म� पढ़कर खून खौल
रहा है �क �ह�� कैसा वग� है जो जा�तय� म� बंटा �आ है कभी संघ�ठत नही होता… कभी गलत का �वरोध नह� करता… �य��क हम लोग भगवान और भा�य के
भरोसे बैठे रहते ह� हम | अगर कोई कहता है �क �ह��� (अन�गनत वीर भारतीय यो�ा को छोड़ कर) ने वीरता का काय� �कया था…म� पुछना चा�ंगा अगर वीरता
का काय� �कया था तो �ह���तान गुलामी क� जंजीर� म� �य� जकडा…
एक �म� बचपन म� अफगा�न�तान के गजनी नामक �थान गये थे | वहाँ उ�ह�ने उस जगह को दे खा जहाँ �ह�� औरत� क� नीलामी �ई थी | उस �थान पर
मुसलमान� ने एक �त�भ बना रखा है | �जसमे �लखा है-
‘��तरे �ह�दो�तान, नीलामे दो द�नार’
अथा�त इस जगह �ह���तानी औरत� दो-दो द�नार म� नीलाम �ई | उस समय तो यह सब बाते समझ नह� आई पर आज उस वा�य के बारे म� जानने क� इ�छा �ई |
खोजने पर पता चला �क महमूद गजनवी ने �ह��� को अपमा�नत करने के �लये अपने स�ह हमल� म� लगभग चार लाख �ह�� औरत� पकड़ कर गजनी उठा ले
गया | महमूद गजनवी जब इन औरत� को गजनी ले जा रहा था तो वे अपने �पता, भाई और प�तय� से बुला-बुला कर �बलख-�बलख कर रो रही थी और अपनी
र�ा के �लए क� �नवेदन कर रही थी | ले�कन करोडो �ह��� (गैर सै�नक) के बीच से मु�� भर मुसलमान सै�नक� �ारा भेड़ बक�रय� क� तरह ले जाई गई | रोती
�बलखती इन लाख� �ह�� ना�रय� को बचाने न उनके �पता आये, न प�त, न भाई और न ही इस �वशाल भारत के करोड़ो समा�य �ह�� उनक� र�ा के �लये न तो
कोई अवतार �आ और न ही कोई दे वी दे वता आये | महमूद गजनवी ने इन �ह�� लड़�कय� और औरत� को ले जा कर गजनवी के बाजार म� समान क� तरह ब�च
ड़ाला | �व� क� �कसी वग� के साथ ऐसा अपमान नही �आ जैसा �ह�� वग� के साथ �आ | और ऐसा इस�लये �आ �य��क वह सोचते ह� �क जब अ�याचार बढ़े गा
तब भगवान �वयं उ�ह� बचाने आय�गे | पर�तु इ�तहास से सबक लेते �ये �ह��� को समझ लेना चा�हये �क भगवान भी अ�वहा�रक अ�ह�सा व अ�तस�ह�णुता को
नपुसंकता करार दे ते ह� | �यो�क भगवान ने अपने सभी अवतार� म� यही संदेश �दया है �क अपनी र�ा �वयं कर� | तु�ह� ने� �दए ह� गलत का �वरोध करो पीछे मै
सदै व तु�हारे साथ खड़ा �ँ | पर�तु अ�याचा�रय� के ��त�पधा� �कये �बना उनके �ारा मारे जाना �वग� का माग� न होकर नरक का माग� है �मरण रखो एक गाल पर
कोई मारे तो �सरा गाल आगे कर दो यह तो आय� क� नी�त नही, अ�यायी से �ेम अ�ह�सा यह तो गीता क� �न�त नही, हे राम बचाओ जो कहता है वह कायर है �वयं
अपना ह�यारा है जो करे वीरता, अ�त साहस वही भगवान �ी राम एवं �ी कृ�ण का ��य है |
�डस�लेमर : ऊपर �� �वचार लेखक के अपने ह�
लेखक
र�व महोर
सामा�जक काय�कता�.
1 of 6 01/06/23, 11:59
�ह��आ� से बे शम� कोई जा�त - Navbharat Times Reader's Blog https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/Someone...
आयु 25 से अ�धक, �सफ� 5 साल के �लए भुगतान,जीवन
बीमा �ी�मयम पर 58%* बचत
2 4 ( )- .
5089
( )- 6- . 12566
. 2720
12
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• 2 years ago
आपने जो �लखा है वो शत ��तशत स�य है.ओर �जनको संदेह है वो लोग mopla का दं गा, direct action,
�वभाजन के समय �तन कट� �ई आयी �ह�� म�हलाये, 1990 क�मीरी �ा�ण� का नरसंहार, अभी वत�मान म�
पा�क�तान से �व�था�पत �ह�� जो जयपुर म� आज भी आ रहे ह� वो अपनी दा�तान सुना द� गे मेरे साथ चल
लेना.आज भी love jihad मे फंसा कर �यादातर �ह�� म�हला� के साथ इसी तरह का �वहार �कया जाता
है.अगर हमारी बेट� को कोई मार दे तो हम पूरे जीवन भर आ�म�ला�न से भरे �ए रहते ह� और दोषी को सजा
�दलाना चाहते ह�,ले�कन अगर सोचो कोई हमारी बेट� को उठा ले जाए और उसके साथ ब�त से जेहाद� �मलकर
�राचार करे और �फर कुछ �दन बाद मन भर जाए तो गांव म� �कसी ओर के घर भेज दे ओर ये उस अभा�गन के
साथ ये लगातार होता रहे और हम कुछ भी ना कर पाए तो इस घटना को �या कह�गे??एसी घटनाये कौनसा स�य
समाज �वीकार करेगा??ले�कन ये सच है ये जेहाद� मान�सकता एसा ही करती है. सी�रया, इराक़, ली�बया,
अफगा�न�तान, बां�लादे श, पा�क�तान जेसे दे श जो एक आसमानी �कताब को पढ़कर ये �राचार करते ह�.आँखे बंद
करने से सच नह� छु पता है, अक़बर जेसे जा�हल क�थत secular के हरम मे 5000 म�हलाएं थी और हमे पढ़ाया
जा रहा है क� वो महान था.
0 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• New Delhi • 4 years ago
wrong article... there is no such place ... planted story ..... u can see similar story by 2-3
more people in google... but not a single authentic post..
2 of 6 01/06/23, 11:59
�ह��आ� से बे शम� कोई जा�त - Navbharat Times Reader's Blog https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/Someone...
0 1 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 1 year ago
very well explained in gurbani i.e how mughals came to india and guru nanan dev ji
given reminder to lift sword but brahmins misguided people and then mughals
looted india
0 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Riyadh, Saudi Arabia • 5 years ago
ravi ji, pls i request you to provide an authentic source of whatever you have written but
not from your rss literature. because everybody knows now what this organization was
busy doing during the last 70 or so years. whatever poison you have spilled over here is
more than enough to radicalize people. just one question i will ask you... what you are
gaining by doing such dirty work??? what good you are doing to anybody by
propagating such a false poisonous baseless propaganda ???
0 2 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 3 years ago
yeh to sirf ek ghazni ki haqeeqat hai islam ne 1400 saal tak puri duniya mein jo
jehadi terrorism se crores non muslims ko maar dala abhi uski haqeeqat aur bhi
hai yeh rss ki baatein nhi islam ki sachai hai
0 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 3 years ago
bharatiy muslim
0 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 3 years ago
pagal sal
0 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Varanasi • 7 years ago
र�व जी , जो काम कभी गज़नवी ने �ह�� औरतो के साथ �कया था आज वही काम आइ एस आइ एस वाले मु��लम
औरतो के साथ कर रहे है / सभी जा�तया बेशम� है /
1 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Unknown • 7 years ago
र�व जी ये केवल् �ह��ओ का मामला नही है...... उस व� हर जगह हर ज़ात पात मे इस तरह �क घटनाये घ�टत
होते रहे है और आज भी कुछ भी बदला नही है बस लाशो के चेहरे और कफन बदल गये है....�या आपको सी�रया
का �ब�ोह नही �दख रहा है......इस �व�ोह का जीमेदार कौन है.....�या वे इ�लामी कटरपं�थ जीमेदार है जो
रा��प�त हो हटाने के �लये �ब�ोह पर उतर आये....या वह रा��प�त जीमेदार है जो हटना नही चाहता........चाहे
सी�रया क���तान ही �यो ना बन जय? इस�लये मेरे दो�त इ�तहास के प�नो को �या पलटना इ�तहास तो अपने
आप को खुद ही �हराता है! जब र�क ही ��क बन जाते है तो वहा पर �कसी का जोर नही चलता है.....�या �ह��
और �या मु��लम सब के सब ठगे से दे खते रह जाते है.......?और दो�त इस�लये मे कहता � क� जबतक हमारा
अहम नही जायगा...जबतक हमलोग अपने से पहले �सरे के �वकाश मे खुश नही होगे तबतक हमलोग एक नही
होगे और जब एक नही होगे तो वही होता रहेगा जो अबतक होते रहा है!
1 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 7 years ago
�डयर र�व राज जी,आदाब, आपक� पो�ट यक�नन आखो मे आसू ले अ�त है, अ�याचार चाहे �कसी भी धम�, जाती,
या क�यु�नट� के साथ हो, वो �न�दा के लायक़ है, मे भी एअक मु��लम � ले�कन �फर भी मुजे भी पड़कर भौत �ख
�आ, अगर सच मे ऐसा कुछ हा है तो बो�त गलत घटना है, और अ�त �न�दनीय है, ले�कन मेरे �भसाहेब अगर हम
ए�तहास को पड पड कर कभी औरंगेज़ेब �बाही अकबर कभी बाबर और कभी ग़ज़नवी को कोसते रहेगे और �फर
इस के ��त��या सव�प मुसलमानू के साथ बुरा बता�व करेगे या सोचेगे तो ऐसा केरने से � भी वही पाप करेगे जो
इन इ�तहास के बुरे राजाओ या अकता�ओ ने �कये, बेहतर होगा के हम अपने आज को सावरे और इ�तहास से
सबक लेकर मानवता का उधार करे एसी मे सुब का �ला है. बाक� आपक� मज़�,
3 of 6 01/06/23, 11:59
�ह��आ� से बे शम� कोई जा�त - Navbharat Times Reader's Blog https://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/Someone...
2 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
???? ????? • 4 years ago
परवेज आलम तुम जो कर रहे हो वो भी एक �कार का �जहाद है �जसे अल त�कया कहते है �कतनी बार
भरोसा कर� तुम मु��लमो पर हर बार भरोसा तोड़ दे ते हो और आसमानी �कताब म� �लखा है उसके �हसाब से
हमे का�फर करार दे कर आतंक मचाते हो ले�कन अब कोई भरोसा नही करेगा तुम लोगो पर म��जदे , मदरसे
आतंक के अ�े है और वहां पर तु म लोग ह�थयार छु पाते हो और �ह�� �वरोधी ग�त�व�धयां करते �ए सेकड़ो
बार पकड़े गए हो । अब तो तु�हारे ह�थयार से ही जवाब �मलेगा तुम लोगो को
5 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 2 years ago
आपने सच कहा है भाई. ये जो ट�वी चैनल पर बैठकर बोलते ह� वो अल त�कया है.ओर जो हक�कत म�
मदरसे मे बताया जाता है वो �दखाई दे ता है जब आबाद� 30%के आसपास हो जाती है. तब खुलकर उ�मा
सामने आ जाती है.
2 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• 3 years ago
भरोसा मत कर इसे मार
1 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Delhi • 7 years ago
�ारे �ह�� भई लोग भगवान पे �यादा भरोसा करते है, अपने आप पे नही. और हमारे भगवान भी तो अनेक है,
इसी �लये लोग सोचते है क� कोई ना कोई भगवान ज�र उनक� मदद करेगा. एकता नाम क� कोई चीज नही है हम
लोगो मे. �जसका फायदा हमेसा से �सरे लोग उठाते रहे है और आज तक उठा रहे है.
2 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Unknown • 7 years ago
�ब�कुल सही कह रहे है
2 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Unknown • 7 years ago
�ब�च�ा जनकारी �दान �कये है --ध�यबाद
1 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Unknown • 7 years ago
आदरणीय र�व राज जी ! सही कहा है आपने ! ब�त अ�छा लेख !
2 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• Unknown • 7 years ago
1 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
• drshobhabharadwaj • 2 years ago
अं�ेज नह� महोदया ईसाइय� ने लुटा, मुग़ल� ने लुटा.जब ये लोग टाग�ट करते ह� तब इं�डया नह� बोलते ह�. ये
हमेशा कह�गे �ह�� �ा�ण� ने ये �कया, �ह�� राजाओ ने ये �कया.
0 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
र ? ?व ?श ? • Indore, • 7 years ago
ब�त ही सु�दर् �लखा है भाई साब आपके साहस को �मन्
2 0 • जवाब द� • �शकायत कर�
4 of 6 01/06/23, 11:59
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सबसे च�च�त पो�ट सुपर�हट पो�ट
1. प�लेदार-37
2. सा�ह��यक मंच पर दो �वजेता रचनाएं- 96
3. चार नई क�वताएं- 35
4. सा�ह��यक मंच पर दो �वजेता क�वताएं- 97 (एवरे�ट �दवस-�लॉग सं�या- 3550)
5. चार बाल का�मय कथाएं- 1
टॉ�पक से खोज�
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