You are on page 1of 101

√दुआओं में याद रखना _

र पु
(उप यास)
अनुराग कु मार सह

WingsHouse
क तु त
FlyWings
ईमेल: teamflywings@gmail.com
INSTAGRAM: the_flywings
WingsHouse क तु त
र पु (उप यास)
लेखक: अनुराग कु मार सह
© अनुराग कु मार सह
ISBN: 978-81-953995-4-3

थम सं करण (अFटूबर 2021)


मू य: ₹ 160
कवर इल ेशन : नवनीत
सह कवर कलर : हरे
सैनी
कवर डजाईन: शाहनवाṆ खान
इस कताब के सभी अ धकार सुरि त ह ।
इस काशन का कोई भी ह सा, काशक और लेखक क लिखत पूवा'नुम त के बना, पुनः का शत करना,
त नकालना, वतरण करना, फोटोकॉपी, रकॉ?डग या कसी भी अ य मेकै नकल या इलेF ो नक
मा³यम के ज रए पुनः उपयोग नह? कया जा सकता।
कसी के भी @ारा इस कहानी का उपयोग करना न षद है।

: Manipal Technologies Limited


भारत म हद भाषा म का शत

यह एक का प नक कताब है। कहानी के सभी च र , नाम व घटनाएँ, लेखक क क पना पर आधा रत ह


और
कसी भी जी वत या मृत से, कसी भी कार का स ब ध, एक संयोग मा है।
उन सभी पाठक T के नाम, जो उन कहा नय T पर व ास करते ह
िजसम कोई सुपरहीरो 5 नया को बचाता है
नम कार म T!
म एक बार फर आप सबके सामने अपने नये उप यास ‘र पु ’ को लेकर तुत 5ँ। इससे पहले सूरज पॉके ट
बुF स से मू त सीरीज का मेरा पहला नॉवेल ‘मुखौटे का रह य’ का शत इआ था, जो बाल सा ह य से जुẒा
इआ रह य-रोमांच नॉवेल था। उसे पाठक T ने बइत सराहा और यार दया।
मेरा 5 सरा यास 'अमोघ' एक सुपरहीरो नॉवेल था, उसे भी आप पाठक T का भरपूर यार मला। ‘र पु ’ इस
क Ẓी क तीसरी क s त है।
वष fi पहले म ने एक कै र F टर सोचा था, र पु जो क आधा रा स और आधा इंसान था। म उस पर
एक शृंखला लखना चाहता था पर कसी कारणवश उसे आगे नह? बढ़ा पाया था। वष fi बाद जब म ने 5 बारा से
इस पर काम करना शुV कया तो फर से अटक गया। कारण यह था क मुझे उसके आसपास के वातावरण और
करदार के
लए कु छ सूझ नह? रहा था। फर अचानक मुझे अपनी पहली कहानी मुखौटे का रह य क याद आई िजसम म ने
एक रह यमय जंगल कं द वन दखाया था जो क वा तव म पाताल के कई @ार म से एक @ार था। वहाँ रहने
वाली क V जनजा त जो कभी रा स T क अनुयायी थी ले कन अब उ ह T ने रा स T से अपने सभी संबंध तोẒ लए
थे। तब
म ने तय कर लया क र पु को म कं द वन म ही था पत क Vं गा।
अब मेरे दमाग ने कहानी का ताना-बना बुनना शुV कर दया था और र पु आकार लेना शुV हो गया।
र पु एक ऐसा करदार है िजसने अपनी सारी Ṇ दगी एक अंधकू प म बताई, जहां उसक माँ के अलावा और
कोई 5 सरा ाणी नह? था। और जब वह एक दन उस अंधकू प से बाहर नकला तो देखा क कं द वन पर एक
भयानक वपदा टूट प Ẓी थी। ले कन जब वह उनक मदद के लए सामने आया तो उसे पता चला क ये लोग तो
उससे नफरत करते ह ।
आिखर F या वजह थी इसक ? F या वह उनका दल जीत पाया? F या वह कं द वन को उस वपदा से बचा पाया?
इन सवाल T का जवाब तो आपको तुत उप यास पढ़ कर ही ा त होगा।
उ मीद करता 5ँ मेरे पछले नॉवेल मुखौटे का रह य और अमोघ क तरह र पु भी आपक पसंद क कसौट
पर ख Ẓा उतरेगा।
आपक अमू य राय का आकां ी
अनुराग कु मार सह
अर t य शहर क उ K री सीमा म ि थत घने वन म एक जीप आकर V क थी।
िजसम से तीन सवार नीचे उतरे। दो ल Ẓ क और एक ल Ẓ का। तीन T क उ e 23-
24 साल के करीब थी। और सभी कॉलेज के टूड ट थे। उन सबक कदकाठ सामा य
थी और पहनावा भी आधु नक था। लक Ẓ य T ने जहाँ ज?स कट’ और टॉप पहन
रखा था वह?
ल Ẓ का ज?स, ट -शट’ और जैके ट म था। उनम से एक ल Ẓ क िजसका रंग गहरा
सांवला था, उसने अपने कं ध T पर एक ैवेल बैग लटका रखा था। उसका नाम काई था।
जब क 5 सरी ल Ẓ क और ल Ẓ के का नाम И मशः रीमा और रॉक था।
“बस तुम सबक या ा यह? ख म होती है। अब यहाँ से आगे मुझे अके ले ही जाना
होगा। तुमलोग मुझे छोẒ ने यहाँ तक आये उसके लए थ F स रीमा और रॉक ।” काई
ने मु कु रा कर वदा लेना चाहा। रीमा और रॉक ने उसक बात पर बुरा सा मुंह बना
लया। “ हाट डू यु मीन अके ले जाना होगा। तुमने हमसे वादा कया था अपना घर
अपना जंगल दखाने का। भूल गई F या?” रीमा के चेहरे पर नाराṆ गी और अ व ास
के भाव
थे।
“ये जंगल ही तो मेरा घर है। और ये जंगल तुम घूम ही चुक हो। अब तुमलोग T को
इससे आगे ले जाने क पर मशन नह? है मेरे पास।” काई ने असमथ’ता जताते इए
कहा। “ओ कम ऑन काई। हम यहाँ फू ल प Kी या मोर खरगोश देखने नह? आये। वी
वांट
रयल जंगल। जो आगे है। जहाँ 5 ल’भ जंगली जीव ह । घने और ऊँ चे पेẒ ह । और
वो आ दम कबीला जहाँ से तुम आई हो।” रॉक ने बुरा मुंह बनाते इए कहा।
“यहाँ से आगे जाने का याल दमाग से नकाल दो तुमलोग। तुमलोग शायद
जानती नह? हो आगे कन- कन चीज T से तु हारा पाला प Ẓ सकता है।” काई ने चेतावनी
भरे लहजे म कहा।
“तुम हम डरा रही हो काई। है न?” रीमा ने संदेह जताते इए कहा। उसके चेहरे पर
एक अंजाना डर झलक रहा था।
“ये जंगल अपने अंदर सैक ẒT खतरे छु पाये इए है। म सफ’ तुमको आगाह कर रही
5ँ।” काई ने समझाने क को शश क ।
“और तुम? तुम भी तो अके ली जा रही हो काई। वो भी नह थी। इस घने और
भयावह जंगल के खतरे F या तुमको नुकसान नह? पइंचाएंगे।” रॉक ने ताना मारा।
“म इस जंगल क बेट 5ँ रॉक । इस जंगल के व य ाणी ही नह? यहाँ के
खतरे भी मुझे पहचानते ह । तुम मेरी फ़ И मत करो।” काई पलटती इई बोली। वो
अब और
यादा बहस करने के मूड म नह? थी। उसने अपना ैवेल बैग कं धे पर एडज ट
कया और आगे बढ़ने लगी। रीमा और रॉक वह? ffi ज होकर रह गये। जा हर था काई
उनको अपने साथ नह? ले जाने वाली थी।
“F या-F या लान बनाया था। इस काई क ब s ची ने सब चौपट कर दया।”
रीमा
अपसेट सी काई को जाते इए देखती इई बोली।
“ कसने कहा लान चौपट हो गया?” रॉक मु कु राया।
“F या मतलब तु हारा? कह? तुम आगे जाने के बारे म तो नह? सोच रहे हो?” रीमा
रॉक क मु कु राहट का मतलब तुरंत समझ गई।
“इतने नजद क आकर वापस लौटने क बात तो म सोच भी नह? सकता।”रॉक ने
5 ढ़ वर म कहा।
“तु हारा दमाग तो ख़राब नह? हो गया। सुना नह? काई ने F या कहा। आगे ख़तरा
ही ख़तरा है।” रीमा ने संदेह जताया।
“उसक फ़ И मत करो। मेरे पास मेरी प टल है। इसके रहते कोई ख़तरा हमारे
आसपास भी नह? फटके गा।” रॉक ने अपनी जेब से एक प टल नकालते इए आ त
वर म कहा।
“ओ माय गॉड। तुम अपने साथ गन लाये हो? काई को पता चला तो वो बइत
नाराṆ होगी।” रीमा प टल देख कर ह Ẓ ब Ẓा गई।
“उसे पता चलेगा तब न।” रॉक भेद भरी मु कान के साथ बोला।
“उसे भनक भी नह? लगेगी क हम उसके पीछे ह ।” रॉक रीमा का हाथ पक Ẓ
कर एक झाẒी क ओट म चला गया।
“ओ R फ। अ s छा इआ वो दोन T मेरी बात मान कर V क गये वना’ ॉē लम हो
जाती।” काई ने पीछे मुẒ कर एक नजर मारी। 5 र-5 र तक कोई नह? दख रहा था।
उसने राहत क सांस ली और आगे बढ़ने लगी। जैसे-जैसे वो आगे बढ़ रही थी जंगल
और यादा घना और अंधकारमय होने लगा था। म भी अपे ाकृ त गीली और
मुलायम होने लगी थी। जगह-जगह जहरीले जीव-जंतु जैसे सांप- ब s छू इधर-उधर वचरण
कर रहे थे। काई ऐसे वातावरण म रहने क अ?य त थी। उसने एक पेẒ से एक पतली
मगर ल बी टहनी तोẒ ली थी और Ṇ मीन को टटोल-टटोल कर सावधानी से आगे बढ़
रही थी। पर वो इस बात से बेख़बर थी क रीमा और रॉक छु प-छु प कर उसके पीछे
ही चल रहे थे। पर ये पीछा m यादा देर तक चल नह? पाया। जंगल के टेढ़े-मेढ़े रा ते,
काई क तेṆ चाल और जंगल का घना अँधेरा ज द ही काई को उनक आँख T से ओझल
करता चला गया। अब रॉक और रीमा उस घने और अंधकारमय वन म अके ले रह गये
थे। रॉक ने अँधेरे से बचने के लए टॉच’ जला लया था।
“ओ नो। काई कहाँ चली गई?” रीमा ने घबराए वर म कहा।
“पता नह?, अभी तो सामने दख रही थी। घने जंगल और अंधकार के कारण
आगे कु छ दख नह? रहा।” रॉक ने परेशान वर म टॉच’ को इधर-उधर घुमाया। उनको
काई तो नह? दखी पर अँधेरे म रहने को अ?य त चमगाद ẒT के झुंड म हलचल
ज V र मचा द । एक तेṆ शोर के साथ चमगाद ẒT का झुंड उ Ẓ ता चला गया।
“हे भगवान! ये जंगल कतना डरावना है। चलो रॉक वापस चलते ह ।” रीमा बुरी
तरह कांपते इए बोली।
“ओ शटअप रीमा। ब s च T जैसे बहेव न करो। ये सफ’ चमगाद Ẓ थे।” रॉक ने
बुरा सा मुंह बनाते इए कहा। हालाँ क डर तो वो भी रहा था पर जंगल घूमने के
N ल ने उसके डर को दबा रखा था।
“पर काई तो...” रीमा ने वाF य अधूरा छोẒ दया।
“कोई बात नह?। हम उसके भरोसे थोẒे ही न आये थे। और फर म तु हारे साथ 5ँ।
कसी भी खतरे से नपटने के लए मेरी प टल है ही। फर डर कस बात का?”
रॉक ने रीमा को आ त करना चाहा। हालाँ क रीमा से यादा वो ख़ुद को आ त कर
रहा था।
रीमा का डर तो कम नह? इआ परंतु उसने कु छ बोला नह?। टॉच’ क सी मत
रौशनी म वो ख़ामोशी से आगे बढ़ते रहे। काई को देख रॉक ने भी एक पतली और लंबी
डाल तोẒ ली थी और वो उसी को टटोल-टटोल कर आगे बढ़ रहा था। वो डाली न
सफ’ Ṇ मीन टटोलने बि क Ṇ मीन पर र गने वाले Ṇ हरीले क ẒT से बचने म भी
उनक मददगार सा बत हो रही थी। पर ख़तरा सफ’ दलदल या Ṇ हरीले जीव के V प म
नह? आता। ख़तरा कसी भी V प म आ सकता है। और रॉक और रीमा के सामने जो
ख़तरा आया वो एक ऊँ गली िजतना लंबा और सुई िजतना पतले तीर के V प म था जो
बना आवाṆ कये उनक गद’न T म धंसता चला गया। इससे पहले क वो कु छ समझ
पाते उनक चेतना लु त होती चली गई और उनका अचेत शरीर ध म से Ṇ मीन पर
गरता चला गया।
ΩΩΩ
5 सरी तरफ काई जंगल के उस घने और ख़तरनाक ह से को पार कर एक
घाट नुमा ह से के पास पइँच चुक थी। वो घाट नुमा ह सा ब Ẓे-छोटे पथरीली और
नुक ली च ान T से भरा इआ था। और वहां गुफाN और कं दराN का भी जाल
सा
बछा इआ था।
अ त वशालकाय और सघन वृ T ने उस घाट को ढ़क रखा था। ये घाट जंगल के
सबसे 5 ग’म इलाक T म से एक था। यहाँ कभी गलती से भी सूय’ क करण वेश
नह? कर पाती। इस लए यहाँ वह? जीव-जंतु रह सकते ह जो क नशाचर ह T। कहने
वाले इसे इसको मौत क घाट भी कहते ह । कहते ह इसके अंदर जाने वाला इंसान
कभी लौट कर नह? आता। पर काई बेख़ौफ उस घाट म उतरने लगी थी। ये उसका घर
था। उसका पूरा बचपन यहाँ गुजरा था। यहाँ के एक-एक च ान और एक-एक वृ
से उसका भावना मक र s ता था।
वो ब Ẓे आराम से कभी वृ क डा लय T म कू दती या च ान T से फसलती
इई
अपना सफ़र तय कर रही थी। और अंततः वो उस घाट के तल म ख Ẓी थी। वो
तल F या था मानो जैसे पाताल का ही 5 सरा V प था। हर तरफ छोट -ब Ẓी च ान
गुफाएं और कं दराएँ। और सबसे व च था वहां मौṆूद ह क धीमी नीली रौशनी जो
वहां य -त प Ẓे चमक ले प थर T से आ रही थी। काई को उस रौशनी म सहज होने म
बस कु छ ही पल लगे थे। अब उसे सबकु छ साफ़-साफ़ दख रहा था।
वो तेṆी से आगे बढ़ते इए एक व च थान पर पइंची जहाँ बइत सारी गुफाN का
@ार दख रहा था। गुफा के सामने फै ली ब Ẓी-ब Ẓी च ान T को काट कर भयानक मू
तयाँ बनाई गई थ?। ये काई का कबीला था। क V जनजा त का वत’मान नवास।
अपने कबीले के पास पइँच कर काई ने अपने ेवल बैग से एक भ T पू जैसा
बाजा
नकाला और उसे मुंह से लगा कर जोर-जोर से बजाने लगी। बाजे क आवाṆ गूंजते ही
उस गुफा से बइत सारे जंगली नकलने लगे। और देखते ही देखते गुफा के बाहर
लोग T क भीẒ इक हो गई। सबके सब लंबे-तग Ẓे और ह े-क े लग रहे थे। कसी
क भी लंबाई सात फु ट से कम नह? थी।
काई को देख कर सब ख़ुशी से नाच उठे । काई भी मु कु रा कर सबका अिभवादन
करने लगी और एक-एक करके सबसे मलने लगी। तभी अचानक एक अधेẒ उ e का
जंगली गुफा से बाहर आया। उसक कदकाठ बाक जंग लय T से m यादा मजबूत और
ब Ẓी थी। उसको देखते ही सभी अिभवादन क मु ा म झुक गये और उसके आगे से
हट कर उसे रा ते देने लगे। उसका नाम करीट था। वो उस कबीले का सरदार और
काई का पता था। काई ने झुक कर अपने पता का अिभवादन कया। जवाब म
सरदार करीट ने काई पर एक गंभीर 5 डाली। उसके चेहरे के भाव म एक स ती
थी।
“तु ह यहाँ आते इए कसी ने देखा तो नह? है काई?” करीट ने गंभीर भाव से
पूछा।
“नह? सरदार।” काई ने भी न e ले कन गंभीर वर म कहा। इतने दन T बाद वो
अपने पता को देख कर बइत खुश थी और वो बाबा कह कर उनके गले लग कर
अपनी स नता करना चाहती थी। परंतु कबीले के नयम T से बंधी वो ऐसा
नह? कर पाई।
“बइत ब ढ़या। अब जाओ थोẒा आराम कर लो।” करीट ने संि त V प से अपनी
बात ख म क और वापस मुẒ गये।
सभी वापस गुफा के @ार से अंदर जाने को इए पर तभी एक तेṆ आवाṆ ने उनके
कदम T को जक Ẓ लया। ये नगाẒT क आवाṆ थी। काई इन नगाẒT क आवाṆ से
अ s छ तरह प र चत थी। ये नगाẒे जंगल क संचार व था थी। जब भी जंगल

कसी का संदेश एक कोने से 5 सरे कोने म पइँचाना होता था क V नगाẒT का इ
तेमाल करते थे।
उन नगाẒT क आवाṆ कू टभाषा (कोड) म होती थी िजनको सफ’ क V ही समझ
सकते थे। काई ने ³ यान से नगाẒT क आवाṆ म छपी कू ट भाषा को समझने
का
यास कया। और उसका अथ’ समझते ही उसका मुंह खुला का खुला रह गया।
“हे ब ल देवता।” काई के मुंह से कबीले के इ देवता का नाम नकला। रा
सराज ब ल क VN के इ देवता थे। कबीले के बाहर प थर को तराश कर
बनाई गई अ धकतर मू त रा सराज ब ल क ही थी। क VN का मानना था क ब
ल देवता क कृ पा के कारण ही क VN का अि त व मटते- मटते रह गया। और ब ल
देवता ख़ुद इस घाट के अंदर रह कर बाहरी श ुN से उनक र ा करते ह ।
“F या इआ काई? तुम इतनी परेशान F य T हो रही हो?” काई क सखी झाẒी ने
हैरानी से पूछा।
“मेरे दो त मुसीबत म ह झाẒी।” काई ने कांपते इए कहा।
“पर तुमने तो कहा था तुम अके ली आई हो।” झाẒी हैरान हो गई।
“हाँ, म ने उन दोन T को सीमा से काफ बाहर ही रोक दया था। और उनको वह? से
लौट जाने को कहा था। पर लगता है उनलोग T ने मेरी बात नह? मानी और चुपचाप
मेरे पीछे आने लगे ह T गे।” काई ने च तत वर म कहा। अपनी भूल पर वो ख़ुद को
कोस रही थी।
“मुझे उनको बचाना होगा।” काई ने ख़ुद से 5 ढ़ वर म कहा।
“तुम पागल हो गई हो F या? पता है न वो दोन T कनके ह थे चढ़े ह ?” झाẒी ने
कांपते वर म कहा।
“हाँ, जानती 5ँ। वो ‘असुरा’ और उनके सा थय T के पास ह । पर वो मेरे दो त ह
। मुझे उनको बचाना ही होगा।” काई िṆ द पर अ Ẓ गई।
“तुम अगर भूल गई हो तो याद दला 5ँ असुरा और उनके सा थय T को तु हारे पता
सरदार करीट ने ही कबीले से नकाला था। और तब से वो अपने व ोही सा थय T के
साथ अपना अलग गुट बना कर रहता है। और क VN के कसी नयम को नह? मानता।
क VN को देखते ही मार डालता है। इस लए क VN ने उनका ब ह R कार कर रखा है
और उनके े म जाने पर भी तबंध है। अगर तुम वहां गई तो जदा नह? बचोगी।”
झाẒी ने चेतावनी भरे अंदाṆ म कहा था।
“कु छ भी कर झाẒी, मुझे वहां जाना ही होगा।” काई ग Ẓ ग Ẓा उठ ।
“ठ क है पर अभी तुम आई हो। सबक न Ṇ र तुमको ही ढूंढेगी। थोẒा V को म कोई
तर Ṇ ब नकालती 5ँ।” झाẒी ने हार मानते इए कहा। और फर काई ने कु छ नह?
कहा।
दोन T चुपचाप गुफाN के अंदर बढ़ते चले गये।
§§§§§
रॉक और रीमा क चेतना धीरे-धीरे लौट रही थी। । पहले तो उनक समझ म कु छ
नह? आया। फर अचानक वो एक झटके से उठ कर बैठ गये। वो एक बंद गुफा के अंदर
थे। वो बांस के बने एक म Ṇ बूत पजरे के अंदर Ṇै द थे। गुफा के अंदर एक ह का
नीला
काश फै ला था िजससे गुफा के अंदर क हरेक चीज साफ़ दख रही थी।
पर चारो तरफ नजर दौẒाने पर भी उनको कोई काश का ोत जैसे कोई मशाल
या लालटेन आ द नह? मला। बइत ³ यान से देखने के बाद उनक समझ म आया क
ये
काश कु छ चमक ले प थर T से आ रही थी जो गुफा म ही इधर-उधर लावा रस प Ẓी
इई थी।
“ये हम कहाँ आ गये ह ?” रीमा ने V आंसे वर म पूछा। उसक आँख T म डर और
हैरत एक साथ न Ṇ र आ रहा था।
“ये कोई अंडर ाउंड जगह है। कोई गुफा वगैरह।” रॉक ने ³ यान से नरी ण
करते इए कहा। डर उसक आँख T म भी न Ṇ र आ रहा था।
“यानी हम फं स गये ह । अब हमारी ब ल द जायेगी। हम खौलते क Ẓाहे म उबाला
जायेगा। हम मरने वाले ह ।” रीमा के स का बाँध टूट गया था। मृ यु के क पना से
उसक आँख T से आंसू क धारा बहने लगी थी।
“शटअप रीमा। कु छ नह? होगा हम ।” रॉक भय मि त वर म बोल उठा। पर
उसक कांपती आवाṆ ने उसक पोल खोल द थी।
“मुझे तु हारे साथ आना ही नह? चा हए था। काई क बात मान कर वापस लौट
जाना चा हए था।” रीमा का रोना लगातार जारी था।
रीमा को चुप कराने के लए रॉक कु छ नह? बोल पाया। दहशत ने उसके भी सोचने
समझने क ताकत कुं द कर द थी। अभी वो सोच ही रहा था क F या करे तभी चार ह
े- क े जंगली उनके सामने आकर ख Ẓे हो गये और पजरे का दरवाṆा खोलने लगे।
रॉक ने अं तम यास के लए अपनी जेब टटोली। पर अफ़सोस उसका प टल नदारद था।
वो समझ गया क अब उसका अंत नकट है।
ΩΩΩ
काई के लौट के आने क ख़ुशी म सरदार करीट ने उ सव का आयोजन कया था।
रंग- बरंगे प रधान म क V ी और पुV ष अपनी परंपरागत शैली म नृ य कर रहे थे।
सरदार करीट स हत सभी मुख क V मंडली नृ य का आनंद ले रहे थे। इस रास-
रंग के माहौल म सभी नाच रहे थे, झूम रहे थे। कसी का ³ यान अपनी तरफ न देख काई
ने झाẒी को इशारा कया। और दोन T न Ṇ र बचाते इए उस थान से बाहर नकल
आये।
मलने जुलने का काय'И म पहले ही हो चुका था इस लए कसी को भी उनक
अनुपि थ त क भनक भी नह? लगी।
काई और झाẒी भी कबीले क परंपरागत पोशाक म थे। उनक कमर म कटार और
कं धे पर कमान लटका था। ज द ही दोन T क VN क सुर ा सीमा से नकल कर
उस
े क तरफ बढ़ने लगे जहाँ असुरा और उसका गुट छपा रहता था।
“V को काई, असुरा और उनके सा थय T ने इस े म जगह-जगह मौत का जाल
बछा रखा है। हम छु पते-छु पाते और सावधानी से आगे बढ़ना होगा।”आगे बढ़ते काई को
झाẒी ने हाथ पक Ẓ कर रोकते इए कहा।
काई ने तुरंत अपना बढ़ता कदम वह? रोक लया। असुरा और उसका गुट 5दा“त
शकारी थे। वो शकार क ऐसी-ऐसी घातक तकनीक जानते थे िजससे एकबार म पूरे
कबीले को साफ़ कया जा सकता था। इस लए इतने उ पात मचाने के बाद भी क V
असुरा के इलाके म आने से डरते थे।
काई और झाẒी छु पते- छपाते आगे बढ़ रहे थे। घने पेẒT और झा Ẓ य T के जाल के
कारण उ प न अंधकार के बाव Ṇूद वहां बखरे छोटे-ब Ẓे चमक ले प थर T से
नकलती ह क नीली रौशनी म उन को सबकु छ साफ़-साफ़ दख रहा था। पथरीली Ṇ मीन
होने के बाद भी नीचे बखरे वृ के सूखे प KT और घासफू स के कारण पूरा रा ता ढ़का
इआ था। इस लए वो एक लंबी टहनी क मदद से Ṇ मीन टटोल-टटोल कर आगे बढ़ रहे थे
ता क असुरा और सा थय T ने अगर कोई जाल बछाया भी हो तो वो समय रहते उससे
बच सक । ऐसी कु छ सावधा नयां कVँ अपने ब s च T को बचपन से ही सखाते आते थे
ता क जंगल क ज टल और 5 ग'म जीवन को सरलता से िजया जा सके ।
अचानक आगे बढ़ती काई और झाẒी ठठक कर V क ग । दोन T क कटार उनके
हाथ म आ गया था। और वो सतक' भाव से पास क झा Ẓ य T क तरफ देखने लगे थे।
दरअसल झा Ẓ य T म ह क सी सरसराहट इई थी िजसका अथ' वो अ s छ तरह समझ
गई थ?। उन झा Ẓ य T के पीछे कोई बाघ या शेर घात लगा कर हमले के लए तैयार
बैठा था। कु छ ण बीते और एक ह क सरसराहट फर सुनाई द । बजली क तेṆी से
काई का कमान उसक हाथ म आ गया और उसने तीर कमान पर चढ़ा कर पूरी ताṆ त
से ख?च कर चला दया। झा Ẓ य T के पीछे एक तेṆ गुरा'हट गूंजी। ये एक शेर क
दद' भरी दहाẒ
थी। काई ने अचूक नशाना लगाया था। तीर सीधा शेर के जब Ẓे को भेदते इए अंदर धंस
गया था। काई और झाẒी ने कटार संभाल लया। तीर लगने के बाद दो तरह

त И या होती है। या तो शेर मैदान छोẒ भाग ख Ẓा होता है। या फर...
या फर शेर और भी उ होकर अपने हमलावर पर पलटवार करता है। और यहाँ
5 सरी त И या इई थी। शेर एक लंबी छलांग भरते इये झा Ẓ य T के बाहर आ गया
था। पर काई और झाẒी पहले ही उछल कर अपना थान छोẒ चुके थे। और इससे
पहले क शेर अगली छलांग लगा कर उनको चोट पइंचाता वो शेर पर कू द ग और
अपनी कटार का भरपूर वार शेर क खोप Ẓी पर कया।
शेर दद' और गु से म दहाẒा और उस झटके से काई और झाẒी भी उछल कर 5 र
जा गरे। पर तुरंत ही संभल कर आ Иामक मु ा म ख Ẓे हो गये। पर शेर 5 बारा हमले
के
लए नह? उठा। उसके ाण-पखेV उ Ẓ चुके थे। काई और झाẒी ने एक दयनीय 5 उस
मृत शेर पर डाली और ाथ'ना करने क मु ा म घुटन T के बल बैठ गये। ये क VN
क परंपरा का ह सा था। वो उस मृत जीव क आ मा क शां त के लए ाथ'ना कर
रही थ?।
“बेचारा, नाहक ही मारा गया।” काई अफ़सोस भरे वर म उठती इई बोली।
“ये अ s छा नह? इआ काई। शेर क दहाẒ 5 र तक गूंजी थी। असुरा और
उसके सा थय T को पता चल गया होगा क उनके इलाके म उनके अलावा भी कोई
है।” झाẒी
च तत वर म बोली।
“इस लए हमको Ṇ द से Ṇ द वहां तक पइंच कर अपना काम ख़ म करना होगा।”
काई 5 ढ़ वर म बोली।
दोन T सहे लयां तेṆी से आगे बढ़ने लगी। उनक सावधानी म कोई कमी नह? आई
थी। पर इस आकि मक घटना ने उनक एका ता ज V र भंग कर द थी िजसका
ख़ा मयाṆा उनको भुगतना प Ẓा।
आगे बढ़ते उनके Ṇ दम एक पतले धागे से उलझ गये और धागा टूट गया। और उनके
कदम T के नीचे क Ṇ मीन तैलीय और चप चपी हो गई और उनका Ṇ मीन पर संतुलन
बनाये रखना मुिs कल हो गया। उ ह T ने संभलने क बइत चे ा क पर ख़ुद को फसलने
से रोक नह? पाये। और फसलते इए सामने एक गहरे ग े म समा गये। ये असुरा और
उनके सा थय T @ारा बछाया गया एक घातक जाल था। इसम वो एक गहरे ग े के
पास कु छ तेल भरे गुē बारे रख देते थे िजनको एक पतले धागे से बाँध दया जाता था।
धागा टूटते ही तेल गुē बारे से आकर Ṇ मीन पर फ़ै ल जाता और शकार फसलते इए
गहरे ग े म गर जाता था। और वही इआ था। अपनी पूरी सतक' ता के बाव Ṇूद काई और
झाẒी ख़ुद को गहरे ग े म गरने से रोक नह? पाए थे। पर ख़तरा सफ' उतने तक
ही
सी मत न था। और इसका अंदाṆा काई और झाẒी को तुरंत हो गया जब एक लंबी और
मोट स पल आकृ त उनको अपने शकं जे म कसती चली गई। वो वशाल और
गहरा ग ा वशाल अजगर T का नवास थान था जहाँ लगभग पांच-छः अ त
वशालकाय अजगर मौṆूद थे। िज ह T ने काई और झाẒी को बुरी तरह जक Ẓ रखा था।
काई और झाẒी अपने कबीले क े ल Ẓाक थ?। और बना संघष' कये हार
मानना उनके
वभाव म नह? था। वो बचने के लए बुरी तरह कसमसा रही थी। पर यहाँ एक इंसान को
लगभग तीन-तीन अजगर T ने अपनी कुं डली म जक Ẓ रखा था। और उनक कटार भी
उनके हाथ से छू ट चुक थ?। कुं डली का असहनीय दबाव उनक ास णाली को
अव V द कर रहा था। चेतना लु त हो रही थी।
अब थोẒी ही देर म उनक मृ यु नि त थी। और इस कटु स य से काई और झाẒी
भी अवगत हो चुके थे। F य T क उनक आँख T के आगे के 5s य धुंधले होते जा रहे
थे।
उन आिख़री धुंधले 5s य म उनको एक मानव आकृ त ग े म कू दती दखी। वो
आकृ त आठ फु टा लंबी थी। उसके बाल ल बे थे और हवा म लहरा रहे थे। कदकाठ
म Ṇ बूत थी। उसने बजली क तेṆी से अजगर T का मुंह पक Ẓा और दबा दया।
अजगर T क पक Ẓ ढ ली इई और वो उनको काई और झाẒी से अलग करता चला
गया।
अपना शकार हाथ से नकलता देख सभी अजगर उस मानव आकृ त पर टूट प Ẓे
और उसको अपनी कुं डली म जक Ẓ लया। पर उन छः अजगर T का सामू हक बल भी
उस आकृ त को जक Ẓ ने म नाकाम सा बत हो रहा था। वो उन अजगर T को लए इए ग
े के नुक ले ह से क तरफ ले जाता और उनको एक गहरा घाव दे जाता। अजगर
त Ẓ प कर अलग होते और फर से उसे जक Ẓ लेते पर उनका दबाव का र Kी भर भी
असर उस आकृ त पर हो रहा हो ऐसा लग नह? रहा था। उ टा उनके Ṇ म T पर
बढ़ोतरी होती जा रही थी। ये बल योग काफ देर तक चला। अंततः अजगर T को
घुटने टेकने प Ẓे। सभी के सभी अजगर घायल और प त से Ṇ मीन पर प Ẓ गये। उस
आकृ त ने अचेत काई और झाẒी को अपने कं ध T पर उठाया और एक लंबी छलांग लगा
कर ग े से बाहर नकल आया। उसने ब Ẓे आराम से दोन T को Ṇ मीन पर लटाया और
उनको घूरने लगा। धीरे-धीरे दोन T क चेतना वापस आने लगी। और वो एक झटके से उठ
कर बैठ ग ।
और तब उनक नजर अपने सामने ख Ẓे उस आठ फु टा वशालकाय ह े-क े मानव
आकृ त पर प Ẓी। जंगल क नीली रौशनी म अब उसका व V प साफ़-साफ़ दख रहा
था। उसका पूरा शरीर धूल धूस रत लग रहा था। या फर उसक वचा का रंग ही ऐसा
था।
उसके ल बे घुंघराले बाल अभी भी हवा म लहरा रहे थे। कप Ẓे के नाम पर सफ'
एक लंगोट दख रहा था जो शायद कसी शेर क खाल का बना लग रहा था। और
सबसे
m यादा आक षत करने वाली चीṆ थी उसक चमक ली क थई आँख जो बना पुतली के
नजर आ रही थी।
काई और झाẒी पहले तो असमंजस भाव से उसे देखती रह?। और फर उनक
आँख व मय से गोल हो ग । और उनके मुंह से बस एक ही श ē द नकला… ‘र पु
’।
§§§§§
रॉक और रीमा को गुफा के अंदर के पजरे से बाहर नकाला जा चुका था। और वो
अब खुली जगह आ गये थे। उन दोन T को दो-दो ह े-क े सात फू टे जंगली ने पक Ẓ रखा
था। उनक पक Ẓ के आगे वो ख़ुद को बेबस पा रहे थे। उनके सामने एक प थर
का
सहासन रखा इआ था िजस पर असुरा वराजमान था। असुरा क कदकाठ उसके नाम
के अनुV प ही थी। भीमकाय शरीर, भयानक चेहरा, गंदे दांत, लाल और Иू र आँख
। कु ल मला कर कसी भी इंसान के अंदर सहरन पैदा कर सकने वाला व।
उसके सामने पथरीली Ṇ मीन पर लाल रंग से एक तं च ह बना इआ था। असुरा का
इशारा पाते ही उसके सा थय T ने रॉक और रीमा को कु छ सुंघाया, िजसे सूंघते ही
दोन T का शरीर श थल प Ẓ ता चला गया।
“बैठो।” असुरा तं - च ह क तरफ इशारा करते इए कठोर वर म बोला। रॉक
और रीमा कसी आ Kाकारी ब s चे क तरह उस लाल रंग से बने तं च ह के अ दर
जाकर बैठ गये। असुरा के सभी साथी आ य’ और कौतइल से सबकु छ देख रहे थे।
ये सब उनके लए भी नया और अनोखा था। आज जंगल म जब उनको रॉक और
रीमा के V प म अपना शकार मला तो असुरा ने उनको मारने के बजाय जदा पक Ẓ
कर लाने को कहा। और अब वो उनके साथ कसी तरह तं И या कर रहा था। ऐसा
पहले कभी नह? इआ था। पर ये पूछने क ह मत कसी म नह? थी।
असुरा अपनी जगह से उठा और मं बुदबुदाते इए रॉक और रीमा पर कु

छ Ẓ कने लगा। रॉक और रीमा के शरीर म अचानक एक जोरदार कं पन शुV हो
गया और उनके शरीर से उजा’ क लहर नकलने लगी और हवा म एक 5 सरे से संयोग
कर एक आकृ त का नमा’ण करने लगी। और ज द ही वो एक बाṆ क उजा’ आकृ त
म बदल गई। असुरा ने मं पढ़ते इए ऊपर आसमान क तरफ इशारा कया और वो
उजा’ बाṆ अपने पंख लहराते इए तेṆी से ऊपर क तरफ उ Ẓ गई। और उसके बाद
अचानक रॉक और रीमा के शरीर म होने वाला कं पन बंद हो गया और वो अचेत
होकर उसी तं
च ह के अंदर ही लुढ़क गये।
“हाहाहा! म सफल हो गया। म सफल हो गया।” असुरा ख़ुशी से नाच उठा। उसके
सा थय T क समझ म कु छ नह? आया पर वो भी अपने सरदार क ख़ुशी म स म
लत
होते इए हंसने
लगे।
ΩΩΩ
असुरा @ारा भेजी गई बाṆ क ऊजा’ आकृ त धरती के वायुमंडल को पार करते इए
अनंत आकाश तक पइँच गई थी जो अपने अंदर कतना रह य छु पाए इए ह इसक
कोई थाह नह? है। और ऐसा ही एक रह य आज सामने आने वाला था। F य T क
हमेशा शांत नजर आने वाले बा आकाश म आज अ Ṇीब सी हलचल थी। कोई चीṆ
बइत तेṆी से गुजरी थी। परंतु उसक ग त इतनी ती थी क एक झ T के के अलावा
कु छ भी
प नह? इआ। उस उजा’ आकृ त को शायद इसी चीṆ क तलाश थी।
वो फ़ौरन उस दशा क तरफ उ Ẓ ने लगा िजधर वो झ T का गुजरा था। देखते ही
देखते उस ऊजा’ बाṆ क ग त भी बढ़ने लगी और अब उसे वो आकृ त साफ़-
साफ़
दख रही थी जो उसके सामने से गुजरी थी।
वो वा तव म ये एक वशालकाय ग VẒ था िजसका आकार एक फाइटर लेन
िजतना ब Ẓा था और वो उसी पीड म उ Ẓ ते इए बढ़ भी रहा था। पर वो ग VẒ प ी
अके ला नह? था। उसके सामने से एक और ग VẒ प ी आता दखा। वो तेṆ ग त

ब कु ल फाइटर लेन क तरह गोता खाते इए आगे बढ़ रहा था। पीछे कु छ 5 री पर
दो प ी और भी थे। सबका आकार एक फाइटर लेन िजतना ही था। और ऐसा लग
रहा था जैसे उनम कोई रेस हो रही हो। वो उजा’ बाṆ भी तेṆी से लहराते इए उस
रेस म शा मल हो गया। पर वो अभी भी उन चार T ग VẒो से पीछे था। और ये उसके
उ 5ेs य म एक ब Ẓी बाधा थी।
इस लए उसने अपनी ग त ती क और सबसे पीछे उ Ẓ ने वाले ग VẒ के अंदर
समाता चला गया। उस ग VẒ को एक ह का झटका लगा पर उसने अपनी ग त म
कोई अंतर नह? आने दया। Ṇ द ही चारो ग VẒो क ग त अपने चरम पर पइँच गई
और अब वो दखने भी बंद हो गये। और फर अचानक सभी ग VẒ के अंदर से एक
वशाल और सफ़े द अंडाकार आकृ त नकली और नीचे गरने लगी। ये आकृ त उन
ग VẒ के अंडे थे जो तेṆी से गरते इए धरती के वायुमंडल म वेश कर रहे थे।
वो चारो वशाल अंडे पृ*वी के वातावरण म वेश करते ही कसी उ का पड क
तरह घष’ण से जलने लगे। फल व V प चार अंडे म तीन अंडे चटकने लगे। पर चौथे
म कोई प रवत’न ना इआ। घष’ण के कारण अंडे कसी उ का पड क तरह नजर आ
रहे थे। और फर तीन अंडे पूरी तरह टूट कर जल गये। और उससे तीन प ी नकल कर
अलग- अलग दशा म उ Ẓ गये। परंतु चौथा अंडा कसी जलते इए उ का क
तरह
धरती के वायुमंडल के अंदर वेश करता चला गया।
वो जलता इआ वशाल अंडा सीधा अर t य शहर के जंगल के उसी ह से क
तरफ
गरने लगा िजधर असुरा और उसके साथी तं И या कर रहे थे।
ΩΩΩ

“तुम र पु ही हो न?” हैरान काई धूसर रंग क उस वशालकाय कदकाठ वाले


श स को अपलक नहारे जा रही थी। झाẒी का भी लगभग वैसा ही हाल था।
“कौन र पु ? मेरा नाम तो V है। मेरी माँ मुझे इसी नाम से पुकारती है।”
वो श स िजसे र पु पुकारा जा रहा था थोẒा चढ़ता इआ बोला। उसक आँख T
म मासू मयत झलक रही थी।
“कौन है तु हारी माँ?” इस बार झाẒी ने सवाल कया।
“वो म नह? बता सकता। माँ ने अंजान लोग T से बात करने को मना कया है।”
र पु थोẒा सकु चाते इए बोला।
“पर तुमने हमारी जान बचाई है। तो हम अंजान कहाँ इए?” काई र पु के
भोलेपन पर मु कु रा उठ ।
“हाँ, हम तो दो त इए। ये काई है और म झाẒी।” झाẒी ने मु कु राते इए
अपना हाथ बढ़ा दया। र पु पहले तो थोẒा हचका परंतु फर उसने भी अपना हाथ
आगे बढ़ा दया।
“तुमलोग कौन हो और इस इलाके म F या कर रही हो? यहाँ तो कोई भी नह? आता
जाता।” र पु ने सशं कत नजर T से दोन T को घूरते इए कहा।
“हम अपने दो त T क तलाश म इधर आये ह । उनको कु छ 5 वृ K वाले लोग T ने
पक Ẓ लया है। F या तुम इस बारे म कु छ जानते हो?” काई ने र पु क शंका
5 र करते इए कहा।
“नह?, म यादा बाहर नह? नकलता। माँ ने मना कर रखा है। वो तो तुमलोग T क
चीख़ सुनी तो कारण जानने बाहर नकल आया।” र पु ने नकारा मक मु ा म सर
हलाते इए कहा।
“ओह! F या तुम हमारे दो त T को ढूँढने म हमारी मदद कर सकते हो?” काई ने
पूछा।
“नह?, म तु हारे साथ नह? चल सकता। मुझे तो अब वापस लौट जाना चा हये। माँ
को पता चल गया तो वो बइत गु सा ह T गी।” र पु घबराते इए बोला।
काई ने कु छ और कहना चाहा पर र पु कु छ सुनने को तैयार न इआ। वो तेṆी
से पलटा और एक तरफ तेṆी से भागता चला गया। काई और झाẒी उसके पीछे जाने क
सोची पर अभी रॉक और रीमा को ढूंढना m यादा ज V री था इस लए वो र पु
का
याल छोẒ आगे बढ़ गये।
ΩΩΩ
काई और झाẒी अब उस थान के बलकु ल पास पइँच चुके थे जहाँ असुरा और
उनके साथी रॉक और रीमा के साथ उपि थत थे। वो इस व त एक ऊँ चे पेẒ क
डाल म प K य T क ओट लेकर बैठ उनक नगरानी कर रही थ?। रॉक और रीमा
अब भी तं वृK के अंदर ही अचेत लेटे थे। असुरा अपने प थर के आसन पर ³ यानम न बैठा
था। असुरा के साथी बार-बार आकाश क तरफ देख रहे थे।
“हे ब ल देवता, ये लोग तो कोई तं И या कर रहे ह ।” काई हैरत से बोली।
“यही तो इनका काम है। नरब ल देकर घातक तं श याँ हा सल करना।” झाẒी
घृणा भरे श ē द T म बोली।
“पर ये लोग बार-बार ऊपर क तरफ F य T देख रहे ह ?” काई ने हैरत भरे वर
म कहा।
“पता नह?। पर अब हमारे पास m यादा समय नह? है। जो करना है ज द करो।”
झाẒी ने गंभीर वर म कहा। काई ने फ़ौरन अपना तीर कमान नकाल कर तान दया।
झाẒी भी अपनी कमर से कु छ गो लयां नकाल चुक थी। आँख T ही आँख T म इशारा
इआ और झाẒी ने वो गो लयां तं वृK क तरफ उछाल दया। वो धूe गो लयां
थ?
िजनका योग क V धुँआ फ़ै लाने म करते थे।
‘फट’ क आवाṆ के साथ वो गो लयां तं वृK के आसपास फट? और उनसे गहरा
काला धुँआ नकल कर फ़ै लने लगा। उसी समय काई के कमान से एक तीर नकला
और तं वृK के चारो तरफ फ़ै ले असुरा के सा थय T म से एक क छाती पर लगा।
और वो दद’ से चीख़ता इआ Ṇ मीन पर गर गया। और उसके बाद काई के कमान से
एक के बाद एक कई तीर नकले और असुरा के सा थय T क दद’ भरी ची कार भी गूंज
उठ । परंतु धुएं के कारण कु छ भी न Ṇ र नह? आ रहा था।
सही मौṆा देख काई और झाẒी डाल से कू द कर तं वृK के पास आ गई और
बेहोश रॉक और रीमा को कं धे पर उठा तेṆी से भागने लगी। तं वृK क प र ध से
बाहर आते ही रॉक और रीमा का शरीर एकबार तेṆी से कांपा और शांत हो गया। काई
और झाẒी को इसका आभास तक नह? इआ। पर प थर के आसन पर ³ यान लगाये बैठे
असुरा को एक झटका ज V र लगा और उसक आँख खुल गई। उसका तं भंग हो गया
था। िजसका असर उस थान क तरफ गरते जलते अंडे पर भी प Ẓा था।
एक उजा’ आकृ त तेṆी से उस जलते इए अंडे से अलग हो गई और तेṆी से बेहोश
रॉक और रीमा म समा गई। और वो जलता इआ अंडा इस झटके से हवा म घूम गया
और उसके गरने क दशा बदल गई। अब उस अंडे क गरने क दशा जंगल के
5सरे
ह से क तरफ थी। उस ह से क तरफ िजधर क V रहते थे।
“नह????” अंडे क दशा बदलते देख असुरा Иोध म च लाया। उसका नवाला
मुंह तक आते-आते उससे छन गया था। धुंआ छट चुका था। असुरा के बचे साथी
अपने-अपने ह थयार संभाल चुके थे और इधर-उधर देख रहे थे। काई और झाẒी
5र
नकल चुके थे।
“पक Ẓो उनको। एक भी जदा नह? नकलना चा हये।” असुरा एक तरफ इशारा
करता इआ Иोध से च लाया। असुरा के साथी फ़ौरन उस दशा क तरफ भागे।
ΩΩΩ
5 सरी तरफ वो जलता अंडा एक तेṆ आवाṆ के साथ पथरीली Ṇ मीन से टकराया
और Ṇ मीन के अंदर एक ब Ẓा और गहरा ग ा हो गया। उस जलते इए अंडे को
गरते इए कु छ क VN ने भी देखा था जो अपने नवास के बाहर उस े क
नगरानी व अ य काम के लए नकले थे। उ साहवश वो उसी दशा क तरफ भागे िजधर
वो जलता इआ अंडा गरा था। रा ते म आये झा Ẓ य T को हटाते इए वो ब Ẓे उ साह से
उस ग े के पास पइँच गये। कसी भी आकि मक ख़तरे से नपटने के लए उन सबके
हाथ म भाले मौṆूद थे। पर जैसे ही उ ह T ने उस गहरे ग े म झाँकने क को शश क
उनक आँख भय और आ य’ से फट प Ẓ ने को उताV हो गई।
धरती पर एक काफ चौẒा और गहरा ग ा हो गया था। उसम बीचोबीच वो अंडा
चमक रहा था। अंडा कम से कम दस फु ट लंबा और पांच फ ट चौẒा था। घष’ण के
कारण लगी आग बुझ चुक थी और अब धीरे-धीरे अंडे म दरार प Ẓ रही थी और अंडा
चटकने लगा था।
अचानक इए इस बदलाव ने क V जंग लय T के भय म ती वृिद कर द थी।
उनके हाथ अपने भाले पर कस गये थे। और फर अचानक उस अंडे के खोल को
फाẒ कर एक ग VẒ शावक बाहर आ गया।
उसका आकार एक हाथी िजतना ब Ẓा था। बाहर नकलते ही वो मुंह उठाकर च ला
उठा और उसके पंख झटके से फै ल गये। वो ग VẒ शावक उन क VN को व च
नजर T से घूर रहा था।
ये सल सला कु छ पल चला और फर अचानक उसके पंख फ Ẓ फ Ẓा उठे ।
उसके पंख T क फ Ẓ फ Ẓाहट ने मानो आसपास आंधी सी ला द थी।
क V बचने के लए नीचे झुके पर ग VẒ शावक क वो छलांग उन पर हमला
करने
के लए नह? था। वो छलांग ग VẒ शावक ने उ Ẓ ने के लए लगाई थी।
इससे पहले क क V कु छ समझ पाते ग VẒ शावक उ Ẓ कर उनके सर के ऊपर
से
नकल गया।
ΩΩΩ
एक अ Kात थान पर जो कसी कं दरा का ह सा लग रही थी वहां तीन साये
³ यानम न बैठे इए थे। अंधकार के कारण उनक आकृ त प नह? हो रही थी। उसके
सामने एक क V ी हाथ जोẒे बैठ थी िजसक उ e लगभग 45 वष’ क थी। क V
ी ने कु छ फल उनके सामने रख छोẒे थे। ये उसके न य कम’ का ह सा था। वो त
दन फल इक े करती और उनम से कु छ फल लेकर उस कं दरा के अंदर जाती और
तीन T के सामने रख देती। उस ी क उपि थ त का आभास होते ही वो तीन T साये
³ यान तोẒ ते और सामने रखा फल हण करते और वापस ³ यान म चले जाते। आज
भी कु छ ऐसा ही इआ था। उस क V ी क उपि थ त का आभास पाते ही तीन T
साये ³ यान तोẒ फल हण करने लगे। पर आज इस दनचया’ म थोẒा बदलाव इआ
था। वो क V ी वहां से उठ कर जाने के बजाय चुपचाप सर झुकाए बैठ रही।
“कु छ कहना चाहती हो, जीवा?” तीन T म से एक साये ने उस क V ी क तरफ
देखते इए ा मक 5 से कहा।
“हाँ, गुV माV त।” वो क V ी िजसका नाम जीवा था, ने सर झुकाये ही संि त
उ K र दे दया।
“और वो बात V से संबं धत है। है न?” 5 सरे साये ने पूछा।
“जी हाँ, गुV जा बु।” जीवा ने पुनः संि त म ही उ K र दया।
“V अपने अि त व से जुẒे और तु हारे @ारा लगाये गये तबंध से ाकु
ल हो रहा है।” तीसरे साये ने मु कु राते इए कहा।
“हाँ, गुV संपाती। V अब 25 वष’ का हो गया है। अब न उसे बहलाना संभव है
और न उस पर अंकु श लगाना।”
“अब उसक आव s यकता है भी नह? जीवा।” गुV माV त बोले।
“F या मतलब? म समझी नह?।” जीवा च fi क ।
“इसका अथ’ है आज से V के जीवन का नया अ ³ याय शुV होगा। अपने
जीवन के उ 5ेs य क तरफ वो अपना पहला Ṇ दम बढ़ायेगा। और उसे उसके सवाल T
के जवाब
मलना भी शुV हो जायेगा।” गुV जा बु मु कु राते इए बोल उठे ।
“पर गुV देव, मेरा V बइत भोला और नासमझ है। म ने उसे हमेशा बाहरी संसार
से छु पा कर पाला है। उसे कभी ‘कू प’ से बाहर तक नह? आने दया म ने। उसे तो पता
भी
नह? है बाहर कस- कस तरह के ख़तरे ह ।” जीवा घबराते इए बोली।
“तु हारे अंदर क माँ तुम पर हावी हो रही है जीवा। तुम भूल रही हो क तुम
क VN क े तम योदाN म से एक थी। और तुमने ख़ुद उसे शि त कया है।
उसे हर तरह क युद कलाN म पारंगत कया है। हर मुसीबत से नपटने म स म बनाया
है। इतना ही नह? वो ख़ुद भी तो असी मत श य T का वामी है। भला कोई ख़तरा
उसका F या बगाẒ पायेगा?” गुV संपाती ने मु कु राते इए कहा।
“परंतु गुV देव क V समाज ने हमको ब ह R कृ त कर रखा है। वो मेरे पु से
नफ़रत करते ह । वो हमको कभी नह? अपनाय गे। अगर उनको पता चल गया क वो
जदा है तो वो उसे मारने क पूरी को शश कर गे।” जीवा भयाИांत वर म बोल उठ ।
“संघष’ तो होगा पर तु हारा पु इन सब बाधाN को पार करेगा और सारा कं
दवन उसे भय के कारण नह? अ पतु ेम और स मान के कारण र पु कह कर
पुकारेगा।
नभ’य रहो।”
गुV संपाती के तक fi ने जीवा को न VK र कर दया था। वो अब कु छ न बोल
सक और चुपचाप उठ कर चल द । उस कं दरा से नकल कर थोẒी 5 र चलते
इए एक
वशाल बरगद के पेẒ के पास पइंची। उस बरगद के पेẒ के अंदर एक वशाल
कोटर नजर आ रहा था। वो बना हचक उस कोटर म समाती चली गई। उस कोटर के
अंदर एक र सी लटक थी िजसे थाम कर वो नीचे उतरती चली गई।
वो थान एक वशाल और गहरे कु एं के तल जैसा था जहाँ उसके Ṇ दम प Ẓे।
अंदर बइत सारी गुफाएं दख रही थी। ये थान उसका नवास थान था िजसे उसने कू प
कह कर पुकारा था। F य T क वो थान एक गहरे और वशाल कु एं जैसे ग े के तल म
ि थत थी। उसने उनम से एक गुफा के @ार म वेश करती चली गई।
“V , म आ गई।” जीवा फल एक जगह रखते इए च लाई।
“V , कहाँ हो तुम? चलो भोजन कर लो। फर श ण भी आरंभ करना है।”
अपने बेटे का कोई उ K र न पाकर जीवा फर च लाई। पर जवाब फर भी नह? आया।
सशं कत जीवा उस गुफा से नकल कर 5 सरी गुफाN को भी देख लया पर V का
कह? कु छ पता नह? था। V आज तक कभी भी कू प से बाहर नह? नकला था।
जीवा ने उसे स त हदायत दे रखा था क उसे कू प से बाहर नह? जाना है। कू प
ही उसक 5 नया थी। यहाँ ही वो पला-बढ़ा था। खेला-कू दा था। सभी तरह का श
ण हा सल
कया था।
वो कई बार ऊपर जाने क िṆ द करता था पर जीवा उसे सही समय का इंत Ṇार
करने क बात कह कर येक बार मना कर देती थी। और आज शायद वो सही समय
ख़ुद आ गया था। V कू प से बाहर जा चुका था।
जीवा का 5 दय तेṆी से ध Ẓ कने लगा। उसे गुV माV त, जा बु और संपाती क
बात याद आने लगी। V अपने जीवन के उ 5ेs य के पथ पर अ सर हो चुका था।
उसका संघष’ शुV हो चुका था।
“हे ब ल देवता। मेरे बेटे क र ा करना।” जीवा ने ाथ’ना म हाथ उठा दया।
ΩΩΩ
काई और झाẒी रॉक और रीमा को लए थोẒी 5 र नकल आई थ?। वो जानती थी
क असुरा के साथी उनके पीछे ह और वो रॉक और रीमा को कं धे म लए 5 र तक
नह? भाग पाय गी। असुरा के साथी न सफ’ मा हर और 5 दा“त शकारी थे बि क तं
-मं म भी नपुण थे। और अपनी तं व Bा का योग वो बे हचक अपने शकार पर
करते थे। इस लए उनके लए ज V री था क वो रॉक और रीमा को होश म लाय ।
भागती इई काई और झाẒी क नजर मली और दोन T ने रॉक और रीमा को अपने कं धे
से उतार कर Ṇ मीन पर लटा दया। झाẒी ने अपनी कमर से एक ज Ẓी नकाली और
बारी-बारी से रॉक और रीमा क नाक के आगे कर दया। ये मूछा’ तोẒ ने क बूट थी
िजसे क V हमेशा अपने साथ रखते थे। ज Ẓी सूंघते ही रॉक और रीमा झटके से उठ
बैठे ।
“क...काई।” रॉक और रीमा दोन T ही काई को देख च fi क उठे ।
“मेरे मना करने के बाव Ṇूद भी तुमलोग नह? माने न?” काई ने ह के Иोध म
कहा। रॉक और रीमा ने बना कोई उ K र दए सर झुका लए। उनको अपनी ग़लती का
पूरा अहसास था।
“तुमलोग मरते-मरते बचे हो। अगर म नह? आती तो...”
“काई, इन बात T का समय नह? है। ख़तरा अभी टला नह? है। असुरा के सा थय T
के आने से पहले हमको उनके े से नकलना होगा।” झाẒी ने काई क बात काटते
इए
च तत वर म कहा।
“ओह हाँ, गु से म म भूल ही गई थी क हम कहाँ है। रॉक ... रीमा... ज द उठो,
हम नकलना होगा।” काई झटके म ख Ẓी हो गई। रॉक और रीमा को 5 बारा बोलने क
ज V रत नह? प Ẓी। वो सब उठ कर ख Ẓे हो गये और तेṆी से भागने लगे। पर Ṇ द ही
उनको महसूस इआ क कोई चीṆ एक तेṆ सरसराहट के साथ उनके पीछे आ रही है।
और जब उ ह T ने पलट कर उस सरसराहट का रह य जानना चाहा तो उनक आँख
भय और हैरत से फै लती चली गई। उनको अपने पीछे सांप क तरह सरसराती इई कई
सारी मोट और लंबी जंगली बेल आती दख?। उनक ग त असाम य V प से तेṆ थ?।
“हे भगवान, ये F या चीज ह ?” भागती इई रीमा दहशत से च लाई।
“ये असुरा का एक घातक तं है...सप’बेल।” झाẒी ने भागते इए ही जवाब दया।
“V कना मत। अगर हम इन सप’बेल के चंगुल म फं स गये तो मर कर ही छू ट गे।”
भागती इई काई ने चेतावनी भरे वर म कहा।
“ कस बुरी घ Ẓी म म ने जंगल के अंदर जाने का फै सला कया था।” रॉक ख़ुद
को कोसता इआ बोला।
सभी उस सप’बेल से बचने के लए जी जान छोẒ कर भाग रहे थे। इस लये
उनको ये जरा भी याल नह? आया क जंगल का वो ह सा न सफ’ पथरीला बि क
उब Ẓ- खाब Ẓ भी था। पर जब तक उनको ये अंदाṆा हो पाता उनके भागते Ṇ दम T को
ठोकर लगी और उनक ती ग त को ेक लगता चला गया। इससे पहले क वो संभल
पाते सप’बेल पहले उनके पैर T और फर पूरे बदन को अपनी गर त म लेती चली गई।
सप’बेल के बंधन म काई, झाẒी, रीमा और रॉक ऐसे कसमसा रहे थे जैसे
अजगर क कुं डली म उसका शकार कसमसाता है। अगर वो कोई साधारण बेल होती
तो काई और झाẒी उसे अपने शकारी चाकू से अब तक काट चुके होते। पर वो मं
त बेल थी
िजसके पश’ के भाव के कारण काई और झाẒी के शरीर ज Ẓ हो गया था। और
वो ऊँ गली हलाने म भी ख़ुद को असमथ’ पा रहे थे।
रीमा और रॉक तो वैसे भी कु छ कर नह? सकते थे। यही वो व त था जब
असुरा दल के चार-पांच शकारी भागते इए वहां पइँच गये। उनक हालत देख कर वो
मु कु रा उठे । और फर अचानक वो लोग कु छ मं बुदबुदाने लगे िजसके तुरंत बाद ही
काई और बा कय T के शरीर से लपट बेल का शकं जा कसने लगा।
काई और झाẒी समझ गये असुरा दल वाले मारण तं का योग कर रहे थे।
कसाव बढ़ते ही चारो त Ẓ प उठे । पर उस ज Ẓ हालत म वो कु छ भी नह? कर
सकते थे
सवाय आने वाली मौत को चुपचाप वीकार करने के अलावा।
पर तभी ‘ध प’ क आवाṆ के साथ एक साया उनके पास कू दा। इससे पहले क
कोई कु छ समझ पाता, उसने आगे बढ़ कर काई से लपट सप’बेल को पक Ẓा और
अपने अतुलनीय बल का प रचय देते इए उसे काई के शरीर से अलग कर 5 र फ

दया। और फर उसने एक के बाद एक झाẒी, रीमा और रॉक से लपटे सप’बेल को
भी वैसे ही अलग कर 5 र फ क दया।
सप’बेल के शरीर से अलग होते ही काई, झाẒी, रीमा और रॉक के ज Ẓ शरीर
म श का संचार होना शुV इआ और वो झटके से उठ बैठे । और तब उ ह T ने अपने
बचाने वाले को ³ यान से देखा।
“र पु ?” हैरान काई और झाẒी के मुंह से नकला। रीमा और रॉक भी हैरानी से
उस वशालकाय आकृ त को देख रहे थे जो एक न Ṇ र म कसी दै य सा आभास करा
रहा था।
असुरा दल के शकारी भी हैरानी से र पु को देखे जा रहे थे िज ह T ने उसके
इतने श शाली मारण तं से उनके शकार को बचा लया था। और अगले ही पल वो
हैरानी गु से म बदलती चली गई।
“तू जो भी है। असुरा के शकार को बचा कर तुमने अपने जीवन क भयंकर भूल
क है। अब इसका प रणाम भुगतने को तैयार हो जा।” उनम से एक ने कु छ मं
बुदबुदाते इए हाथ T से एक ख़ास इशारा कया। और देखते ही देखते र पु @ारा फ क
गई सभी सप’बेल पुनः र गते इए आगे बढ़ और र पु को जक Ẓ ती चली गई।
र पु उस बंधन से नकलने के लए बल लगा पाता इससे पहले ही उसका शरीर
ज Ẓ होना शुV हो गया, काई और झाẒी समझ गई क तं ने अपना असर दखाना
शुV कर दया है और अगर उ ह T ने Ṇ द ही कु छ नह? कया तो मारण तं र पु
क जान ले लेता। काई और झाẒी ने आँख T ही आँख T म इशारा कया और झाẒी ने अपनी
कमर से एक पु Ẓ या नकाली और र पु क तरफ उछाल दया। उस पु Ẓ या से कु
छ धूल कण नकल कर र पु पर गरा और आग का ती भभका सा उठा। बेल जल
कर राख़ होने लगा।
ये एक तरह का भभूत था जो हर क V के पास होता था। क V जानते थे क
आग क लपट कई तरह के तं को न R फल कर देता है। इस लए हर क V सुर ा क
5 से ये भभूत अपने साथ रखता था।
र पु अब संभल कर ख Ẓा हो गया था। उसका Иोध भी अब चरम पर पइँच चुका
था। वो गु से म इंकार भरता इआ असुरा दल क तरफ बढ़ा।
असुरा दल ने भी उससे िभ Ẓ ने के लए अपने-अपने भाले उठा लये। उ ह T ने
एकसाथ कु छ मं बुदबुदाया और र पु पर नशाना साध कर अपना-अपना भाला
ख?च मारा।
परंतु इस बार र पु सावधान था। वो एक झटके म अपनी जगह से उछला और
भाले के रा ते से हट गया। सारे भाले उसके पीछे ि थत एक वशाल वृ म जा धंसे।
पल भर म ही वो हरा-भरा पेẒ ठंू ठ म बदल गया। उसके सारे प Kे काले होकर
झ Ẓ गये और पेẒ चरमरा कर टूट गया। र पु ये 5s य देख कर हैरान रह गया। अगर
एक भी भाला उसे छू जाता तो उसका हाल भी उस पेẒ जैसा ही होना था।
र पु ने फ़ौरन उस वृ क एक ब Ẓी और मोट डाल को उठाया और उसे मु
दर क तरह घुमाता इआ असुरा दल पर टूट प Ẓा। वो अब उनको और कोई मौṆा
देने के प म ब कु ल भी नह? था।
असुरा दल ने अपने शकारी चाकू से उसका मुṆाबला करना चाहा परंतु र पु के
ताṆ तवर और चपल वार T के कारण उनको हमले का अवसर ही नह? मल रहा था।
र पु का एक-एक हार उनपे घन क तरह बरस रहा था। न वो कोई तं नकाल
पा रहे थे और न कोई मं बुदबुदा पा रहे थे। उनका शरीर लइलुहान होता चोट T के
नशान से भरता जा रहा था। और तभी उनम से एक ने वो अ या शत हर Ṇ त कर द ।
उसने अपनी जेब से एक पु Ẓ या नकाल कर Ṇ मीन पर पटक दया। चारो तरफ
धुँआ ही धुँआ फ़ै ल गया। और जब धुँआ छं टा तो असुरा दल का कोई भी
शकारी वहां नजर नह? आ रहा था। सभी मैदान छोẒ कर भाग गये थे।
§§§§§
“तुम तो चले गये थे न? फर हमारी मदद करने अचानक से कहाँ
से आ गये?” काई ने र पु क तरफ हैरानी से देखते इए कहा।
“हां, चला तो गया था पर फर सोचा तुमलोग दो त हो और मुसीबत म हो इस लए
वापस लौट आया।” र पु ने भोलेपन से जवाब दया।
“अ s छा इआ तुम लौट आये वना’ हम तो गये थे काम से।” झाẒी ने
राहत भरे वर म कहा।
“F या ये दोन T वह? ह िजनको तुम बचाने आई थी?” र पु ने रीमा और
रॉक क तरफ इशारा करते इए पूछा।
“हां,”
“ये मुझे घूर F य T रहे ह ?” र पु ह क नाराṆ गी के साथ बोला।
र पु के बोलते ही रीमा और रॉक ने सकपकाते इए अपनी न Ṇ र फे र
ल?। वा तव म उ ह T ने जब से र पु को देखा था वो तब से ही उनको घूरे
जा रहे थे जो क र पु को नागवार गुजर रही थी।
“ये लोग इस जंगल के नह? ह । जंगल के बाहर वाली 5 नया से आये
ह । इस लए
इनके लए यहाँ क हर चीṆ अनोखी और अंजानी ह ।” काई ने बात
संभालते इए कहा। रीमा और रॉक ने भी घबराते इए काई क बात का
मूक समथ’न कया। ये देख
झाẒी के चेहरे पर ह क मु कान आ गई।
“मेरे वचार से तुमलोग जंगल म काफ घूम चुके हो और बइत से रह य
से अवगत हो चुके होगे। अब यहाँ और V कना है या वापस जाना है?” काई
ने रीमा और रॉक क तरफ मुẒ ते इए कहा।
“वापस जाना है।” रीमा और रॉक दोन T के मुंह से एकसाथ नकला।
“गुड। तो चलो म तुमको ऊपर तक छोẒ...” काई बोलते-बोलते अचानक
च fi क गई।
“ चयां SSS।” क तेṆ आवाṆ ने उसका ³यान भंग कर दया था। इस
आवाṆ ने
न सफ’ उनके कान के पदˇ बि क आसपास के पेẒT के पKे भी हला दए
थे।
“ये कै सी आवाṆ थी?” झाẒी चfiक कर बोली।
“ये तो कसी प ी के चीख़ने क आवाṆ थी।” काई ने हैरानी से जवाब
दया।
“पर इतनी ती ता तो कसी प ी के चीख़ने म ह ग Ṇ नह? हो सकती।”
झाẒी शं कत वर म बोली।
“और ये आवाṆ हमारे इलाके क तरफ से आ रही है।” काई हैरानी से
बुदबुदाई। तभी अचानक माहौल नगाẒT क आवाṆ से गंूज उठा। काई और
झाẒी ने फ़ौरन
अपना सारा ³ यान उन नगाẒT क आवाṆ पर के ि त कर द । और उस आवाṆ
म छु पे स देश को सुन कर उनक आँखे हैरत से फै लती चली गई।
“F या इआ?” रीमा ने ा मक 5 से काई क तरफ देखा।
“हमारे इलाके म एक दै याकार प ी देखा गया है और उसने अपनी
उ Ẓान से जंगल म तूफ़ान मचा रखा है। जो भी चीṆ उसके रा ते म आ रही
है वो तनके क तरह उ Ẓ जा रही है चाहे इंसान हो या पशु-प ी।” झाẒी
कांपते वर म बोली।
“मतलब हमारा कबीला...मुसीबत म है।” काई बुदबुदाई।
“हम फ़ौरन नकलना होगा।” झाẒी घबराते इए बोली।
“पर रीमा और रॉक को घाट के ऊपर पइंचाना भी जVरी है।” काई
असमंजस म बोली।
काई और झाẒी पशोपेश म थे। वो रीमा और रॉक को अपने कबीले म नह?
ले जा सकते थे। और न ही इस जगह छोẒ सकते थे।
“तुम दोनT इनको ऊपर छोẒ आओ। उस दै याकार प ी से म नपट
लूँगा।” दोनT को असमंजस म देख र पु बोल उठा।
“तुम? नह?...तुम वहां नह? जा सकते।” काई उलझन भरे वर म बोली।
“मेरा भरोसा करो। म उस प ी को आसानी से रोक सकता 5ँ।” र पु 5 ढ़
वर म बोला।
“हम जानते ह तुम कर सकते हो पर फर भी तुम नह? जा सकते।” इस बार
झाẒी बोल उठ ।
“पर F य T?” र पु उलझन म था।
“F य T क क VN ने तुमको और तु हारी माँ को ब ह R कृ त कर रखा है।
वे तुमसे नफ़रत करते ह । उनको तो पता भी नह? है क तुम जी वत हो।
अगर उनको पता चल गया तो वे तुमको ह गṆ नह? छोẒ गे।” काई ने उसे
समझाते इए कहा।
“पर वो मुझसे नफ़रत F य T करते ह ? म ने F या बगाẒा है उनका?” र पु
अब भी उलझन म था।
“ये एक लंबी कहानी है। अभी हमारे पास इतना व त नह? है। बस इतना
समझ लो तुम वहां नह? जा सकते।” काई ने अं तम नण’य सुनाया।
“ठ क है, फर म इन दोन T को घाट के ऊपर तक छोẒ कर आ जाता 5ँ।”
र पु ने बुझे मन से कहा।
“हां, ये ठ क रहेगा।” काई को ये वचार जम गया।
और फर काई और झाẒी, रीमा और रॉक से वदा लेकर अपने कबीले
क तरफ चल दये जब क रीमा और रॉक , र पु के साथ नकल गये।
ΩΩΩ
जंगल क नगरानी कर रहे क V र क T का एक दल हैरानी से ख Ẓा उस
ग VẒ शावक को देख रहा था जो उछल-उछल कर सामने से आता दख रहा
था। वो अभी उẒ नह? पा रहा था। उसके पंखT क फẒफẒाहट से आसपास
तेṆ आंधी सी चल रही थी िजसके भाव से आसपास क चीṆ उ Ẓ ती इई
दख रही थी।
“हे ब ल देवता, इसक उ Ẓान तो सारे जंगल को तबाह कर डालेगी।”
क V दल का नेता हैरानी से आँख फाẒे बोल उठा।
“अब F या कर ?” क V वाचक 5 से नेता क तरफ देखने लगे।
“छोẒो-छोẒो, सब एक साथ तीर छोẒो।” गVẒ शावक को नीचे आता
देख नेता चीख़ उठा।
अपने नेता का नदˇश मलते ही ‘सक-सक’ क तेṆ आवाṆ के साथ
कई तीर क VN के कमान से छू टे। तीर फ कने से पहले क VN ने
ख़ुद को कमर से वृ क डाल T म इस कार बाँध लया था ता क उनके दोन T
हाथ आजाद रह और वो तेṆ आंधी के कारण हवा म न उ Ẓ जाय ।
एक साथ कई तीर लगने से गVẒ शावक दद’ और बेचैनी से तẒप उठा।
उसके पंखT क फ Ẓ फ Ẓाहट और भी m यादा बढ़ गई और उसके
फ Ẓ फ Ẓाने से लगी चोट से वृ से बंधे कV हवा म उछलते चले
गये।
उनको जक Ẓ ने वाली र सी भी उस झटके को झेल नह? पाई और टूट गई।
क V दल के लोग T का शरीर उछलते इए पथरीली Ṇ मीन पर गरा और बुरी
तरह चो टल होता चला गया।
अब वो उस ग VẒ शावक के ठ क सामने प Ẓे इए थे। तीर लगने के
कारण ग VẒ शावक Иो धत और उ Kेिजत हो चुका था और अब वो उस कारण
को मटा देने को त पर हो उठा था िजसने उसको चोट पइंचाई थी। उसने
अपना एक पंजा हवा म उठाया और तेṆी से नीचे लहराया। उसका नशाना
एक चो टल कV था जो बचने के
लए कु छ भी करने क ि थ त म नह? था।
पर तभी काई ने उछल कर उस चो टल क V को पक Ẓा और उसे ले कर
पलटती चली गई और ग VẒ शावक का पंजा खाली पथरीले धरातल से
टकराया। वो दद’ से ची कार कर उठा।
तब तक बाक चो टल क V भी संभल चुके थे और उस ग VẒ शावक के
आगे से हट चुके थे। ठ क उसी व त झाẒी ने अपनी कमर म ख T सी 2-3
धूe गो लयां नकाली और Ṇ मीन पर पटक दया।
देखते ही देखते चारो तरफ गाढ़ा काला धुँआ फ़ै ल गया और गVẒ
शावक को कु छ भी दखना बंद हो गया। Иोध और उ Kेजना म ग VẒ शावक
तेṆी से पंख फ Ẓ फ Ẓाने लगा। िजसके भाव से उ प न आंधी से कु छ
पल म ही सारा धुँआ छंट गया। पर अब वहां एक भी क V नजर नह? आ
रहे थे।
काई और झाẒी ने उन कु छ पल T म ही सबको वहां से हटा कर छु पा
दया था।
कसी को सामने न देख वो Иो धत गVẒ शावक ने अपने पंख फẒफẒाये
और एक तेṆ उछाल के साथ वो जगह छोẒ द ।
इधर एक च ान क ओट म छपे सभी क V हैरानी से उसे जाते
देखते रहे। काई और झाẒी ने अपने साहस और चतुराई से न सफ’
अपने कबीले क र ा क थी बि क उस मुसीबत का Vख़ भी 5सरी तरफ मोẒने
म सफल हो गये थे।
ΩΩΩ
5 सरी तरफ र पु ने रीमा और रॉक दोन T को अपने कं ध T पर बठा रखा
था और सावधानी से ऊपर चढ़ रहा था। रीमा और रॉक ने डर के मारे अपनी
आँख बंद कर रखी थी। ये चढ़ाई काफ फसलन भरी और ख़तरनाक थी पर र
पु ब Ẓे आराम से ऐसे चढ़ता जा रहा था जैसे ये उसके रोṆ का काम हो।
ज द ही वो घाट के ऊपर उस
थान पर पइँच गये जहाँ उनको सुई चुभा कर बेहोश कया गया था।
“मेरा काम ख़ म इआ अब तुमलोग जा सकते हो।” र पु ने दोनT को
नीचे उतारते इए कहा।
“नह?...हम यहाँ मत छोẒो। ये जगह बइत अंधकारमय और Ṇ हरीले ज
तुN से भरी इई है। पहले हमारे पास टॉच’ और गन थी इस लए हम यहाँ तक
आ गये थे पर अब…” रॉक घबराते इए बोला।
“हाँ, लीज हम वहां तक छोẒ दो जहाँ से हमने काई को वदा कया था।”
रीमा
ग Ẓ ग Ẓाती इई बोली।
“ठ क है, चलो।” र पु ने जवाब दया।
अभी वो कु छ Ṇ दम चले ही थे क ‘ चयां’ क तेṆ आवाṆ ने उनके
बढ़ते Ṇ दम T म जैसे ेक लगा दये। वो दै याकार ग VẒ शावक भी उस
घाट को पार करते इए ऊपर आ गया था।
“ये तो ऊपर तक आ गया।” रीमा हैरानी से देखते इए बोली।
“ये अगर शहर म पइँच गया तो हाहाकार मच जायेगा।”
“नह?, मेरे रहते ऐसा नह? होगा। म इस ग VẒ शावक को जंगल क सीमा
पार नह? करने 5ंगा।” र पु ने तेṆी से दौẒ लगा द ।
“ऐ V को। हम हमारी जीप तक तो छोẒ दो।” रॉक च लाया।
पर र पु नह? V का। उसका पूरा ³ यान ग VẒ शावक पर था जो उछल-उछल
कर सामने से जा रहा था F य T क वो उ Ẓ नह? पा रहा था। उसके पंख T क
फ Ẓ फ Ẓाहट से आसपास तेṆ आंधी जैसा भाव हो रहा था िजससे
आसपास क चीṆ उ Ẓ ती जा रही थी।
“सबसे पहले इसक फ Ẓ फ Ẓाहट ख़ म करनी होगी।” र पु ने उछलते
इए एक मोट और वशाल लता को उखाẒ लया और उसका फं दा बना कर
ग VẒ शावक क तरफ उछाल दया। फं दा सीधा गVẒ शावक के गले म फं स
गया। एक Ṇोरदार झटका लगा और भागते शावक को वह? V क जाना प Ẓा।
और फर र पु ने तेṆी से घूमते इए उसको लताN से जक Ẓ दया।
“ चयां।” ग VẒ शावक बेचैनी से अपने पंख फ Ẓ फ Ẓाने लगा
िजसके फल व V प उससे लपट लता के टुक Ẓे-टुक Ẓे हो गये।
“ओRफ। इसके पंख ने तो मेरी बाँधी लताN को मFखन क तरह काट
दया।”
र पु हैरान सा देखता रह गया। जब क ग VẒ शावक ने इस मौके का
फ़ायदा उठाते इए अपने पंख का ती हार र पु पर कया। और र पु का शरीर
हवा म उछलता इआ कई वृ T को तोẒ ता इआ 5 र जा गरा। ग VẒ शावक कु छ
m यादा ही उ Kेिजत हो गया था और इस बात को र पु भी अ s छ तरह समझ
रहा था। उसे कसी भी तरह उस ग VẒ शावक को रोकना था और वो भी बना इसको
नुकसान पइंचाए। इस लए वो इसबार उछला और उस शावक क पीठ पर सवार हो
गया।
शावक इस अनचाही सवारी को गराने के लए मचला और एक ल बी उछाल
लेता चला गया। पर र पु ने अपना संतुलन बग Ẓ ने न दया और उसक पीठ
पर जमा रहा। पर शावक ने भी जैसे र पु को गराने क Ṇ सम खा रखी थी।
वो ल बी- ल बी उछाल लेता रहा और र पु को गराने क को शश करता
रहा। र पु भी समझ गया था क वो m यादा देर तक संतुलन न बना पायेगा।
इस लए उसने अपनी उँग लय T को एक ख़ास मु ा म सीधा कया और ग VẒ
शावक के पंख T पर एक सधा
हार कर दया। वो एक मम’ हार था िजसके कारण ग VẒ शावक का पंख
बेṆान सा हो गया और वो नीचे गरने लगा। पर र पु ने उसके पंख T को
एक झटका देकर उसके गरने क दशा बदल द और अब वो वापस घाट क
तरफ गरने लगा।
Ṇमीन पर गरते इए वो कु छ 5र ठ क वैसे ही घसटता चला गया जैसे
कोई वमान ठ क से ल डग ना करने क वजह से घसटता है। घसटने क
वजह से उसके शरीर पर ज म आ गये थे और वो थोẒा श थल प Ẓ गया
था। र पु उसक पीठ पर से उतर चुका था और उसी के पास खẒा उसे
नहार रहा था। तभी आसपास इई हलचल ने उसका ³ यान ख?चा और वो च fi क
कर चारो तरफ देखने लगा। देखते ही देखते वो दज’न भर क V योदाN से
घरता चला गया जो तीर कमान और भाल T से लैस थे। र पु समझ गया
क वो ग VẒ शावक के साथ क VN के े म आ गरा था।
§§§§§
5 सरी तरफ अ त र से तीन दानवीय आकृ त तेṆी से पृ*वी क ओर बढ़े जा रहे
थे। इनम से पहला कसी गर गट क वशेषता लए था वह? 5 सरा उ लू क और तीसरा
ब s छू क तरह था। और वे बइत तेṆी उ Ẓ ते इये पृ*वी क क म वेश कर चुके
थे। पर तभी पृ*वी के बा म t डल म ही तीन मानवीय आकृ तय T ने उनका रा
ता रोक
लया।
उनम से दो पुV ष थे और एक नारी। वो थे तो इ सान T जैसे ही पर उनके कु
छ फ चस’ पि य T क तरह न Ṇ र आ रहे थे जैसे क उनक नाक च T च क तरह थी।
उनका शरीर नौकाकार था। उनके शरीर पर पि य T के समान ही श क थे। बस उनके
पंख नह? थे। पर उनक कं ध T पर पंख से बने ब तर थे जो उनको उ Ẓ ने क श
दे रहा था। उनके पैर के पंजे पि य T के समान ही थे। इनक लंबाई भी कम से
कम दस फ ट क थी या न ये आम इंसान से डेढ़ गुने लंबे थे।
आगे बढ़ते वे तीन T दानव ठठक कर V क गए। अचानक आए इस वधान ने उनके
Иोध को भ Ẓ का दया था।
“एक परजीवी र का रा ता रोकने का अंजाम जानते हो तुम?” पहली दानवीय
आकृ त ने Иोध भरे वर म कहा िजसक वशेषताएँ गर गट से मलती थी।
“हमको अंजाम से डरा रहे हो पराजीवी र T? तुम जानते भी हो क हम कौन ह ?
हम ह एक इमायु योदा। होम र क T का सेनानायक। म 5ँ सेनानायक गधारा। और
ये ह मेरे साथी योदा कपोता और पंखुẒी। हमको आकाश का र क बनाया गया है। ता क
तुम जैसे पराजीवी र पृ*वी के अंदर वेश न कर पाएँ। वयं ग V ण देवता क कृ पा
के V प म प व होमा प ी हमारा वाहन बनते ह । और तुम हमको धमका रहे हो
मूख’।” ख़ुद को इमायु योदा कहने वाला वह श श िजसने ख़ुद को गधारा कहा था
गु से म तमतमा उठा।
तीन T इमायु योदा हवा म ि थर ख Ẓे थे। गधारा क पीठ पर दो पंख तलवार
Иॉस क तरह टंगी थी। वह? कपोता क छाती म Иॉस के V प म बे ट थी िजसम
छोटे-छोटे पंख अटके थे कसी चाकू क तरह। पंखुẒी के हाथ म फर से बनी चाबुक
थी।
“तू भी नह? जानता क हम कौन ह मूख’ इमायु। हम कोई मामूली र नह? ह
िजनको तुम होम र क आसानी से मार दया करते हो। म 5ँ गर गट र और मेरा नाम
है ग रट। और ये है मेरे साथी डंकन और उलूक। हमारे रा ते से हट जा इमायु वना’
बइत पछताएगा।” पहला र िजसने ख़ुद को ग रट कहा था चेतावनी भरे वर म
बोला।
5 सरा र उलूक जो क उ लू जैसी श F ल और वशेषता लए था वह भी खूंखार
वर मे बोला, “अपने ाण T पर तरस खा। ये अं तम चेतावनी है।”
तीसरा र डंकन भी पीछे नह? रहा और बोला, “अगर ये मौका चुके तो समझो
अपना जीवन चूक गए।”
जवाब म इमायु योदा कपोता गु से म चीख़ा, “तु हारे रा ते से हट जाएं। ता क तुम
पृ*वी को म V भू म म बदल दो।”
“िजस कार तुमने अ य ह T क उव’रा श को चूस कर उसे जीवन र हत
कर
दया वही दशा हम पृ*वी क नह? होने द गे।” पंखुẒी ने नणा’यक वर म कहा।
“चाहे ाण चले जाए पर हमारे रहते तुम धरती के अंदर वेश ह? कर
पाओगे।”
गधारा ने चेतावनी भरे वर म कहा।
जवाब म ग रट के चेहरे पर कु टल मु कान आ गई। और वह बोला, “अगर तुम
लोग अपना ब लदान देने के लए इतने आतुर हो तो… ग रट तु हारी सहायता ज V र
करेगा।”
कहने के साथ ही सर’ क आवाṆ के साथ ग रट के मुंह से ल बी जीभ नकल कर
चाबुक क तरह तीन T इमायु योदाN को लगी। तीन T के बदन पर एक गहरी ख़र T च लग
गई और वो उछल कर पीछे क तरफ गर गये।
तीन T इस हार से आ य’च कत रह गये। तीन T ही संभल कर ख Ẓे हो गए थे।
“आ य’। आकाश त व क श के कारण हमारे शरीर अभेद ह । फर भी ये 5
हम ख़र T च मारने म सफ़ल हो गया।” कपोता हैरत भरे वर म अपने ख़र T च को
देखते इये बोला।
“लगता है इन परजीव र T ने अपनी श यां बढ़ा ली है। इसक कट ली जीभ से
बच कर रहना होगा।” पंखुẒी सावधान करते इये बोली। उसके हाथ म उसका चाबुक
आ गया था।
“ चता मत करो ये मामूली ख़र T च हमारा कु छ नह? बगाẒ सकते। बस एक बार
इसके जीभ मेरे नशाने पर आ जाएं इसक जीभ ही काट कर फ क 5ँगा।” गधारा ने
आ Иामक वर म कहा और अपनी पंख कटास नकाल लया।
ग रट क जीभ एक बार फर लपलपाई। पर इसबार तीन T इमायु योदा ने अपने
अपने पंख वाले ह थयार से ग रट के वार को न R फल कर दया था।
“अब तू अपने धूत’ वार से हम 5 बारा ख़र T च नह? लगा पाएगा 5 ।” गधारा ने Иू
र मु कान के साथ कहा।
जवाब म ग रट के चेहरे पर फर से एक कु टल मु कान आ गई। और वह धूत’ता से
हँसता इआ बोला, “ये मामूली ख़र T च तो बस तु हारे अभेद शरीर को चीर कर रा ता
बनाने के लए था। असली वार तो… डंकन को करना है।
इससे पहले क गधारा, कपोता या पंखुẒी कु छ समझ पाते ब s छू क श
वाले र डंकन के डंक से तरल धार छू ट कर तीन T योदाN से टकराई। उस तरल का
पश’ उनके र से होते ही उनके शरीर पंगु होना शुV हो गए।
कपोता हैरान होता इआ बोला, “उफ़। हमारे शरीर पंगु हो गए ह ।”
“हम अपने हाथ-पाँव हला तक नह? पा रहे है।” पंखुẒी ने भय मि त आ य’ म
कहा।
“ये सब अव s य इस 5 डंकन के त V वष का असर है। पर ये वष m यादा
देर तक हम पंगु नह? रख पाय गे। आकाश त व क श से ये वष Ṇ द ही निRИ य हो
जाएगा।” गधारा ने गु से और बेबसी भरे वर म कहा।
जवाब म ग रट धूत’ता से हंसा और बोला, “इतना समय हमारे लए काफ होगा
पृ*वी के वातावरण म वेश करते के लए और तु हारे…अंत र क गहराईय T म
खो जाने के लए।”
कहते इये ग रट ने अपनी जीभ का ती वार गधारा, कपोता और पंखुẒी पर
कया। तीन T ही असंतु लत होकर पीछे गरने लगे। तीन T के चेहरे पर डर और आ य’
न Ṇ र आ रहा था।
“ओ R फ। हम अ तआ म व ास के च F कर म मारे गए। अब हम हमेशा के
लए अनंत गहराईय T म खो जाएंगे।” कपोता नराश वर म बोल उठा।
“पंगु होने के कारण हम होमा प ी तक को बुला नह? सकते।” पंखुẒी ने
ववशता से हाँ म हाँ मलाया।
“डू ब मरने वाली बात तो ये है क हमारे होते इए भी ये 5 पराजीवी धरती के
अंदर
वेश करते म सफल हो जाएंगे।” गधारा ने अफ़सोस भरे वर म कहा।
तीन T योदा अंत र क गहराई म गर रहे थे। पर पंगु होने के कारण वो कु छ
भी नह? कर पा रहे थे। अब कोई देव 5 त ही आकर उनके ाण T क र ा कर सकता
था।
और उस आवाṆ ने उनको ये अहसास दला दया क उनको बचाने के लए वहाँ
कोई देव 5 त आ गया था। F य T क गरते इए तीन T योदाN के नीचे एक वशाल
होमा प ी आ गया था िजसके कारण वो तीन T उसपर अटक गए थे। वह? आगे
बढ़ते तीनT
पराजीवी र T को एक-एक पंख तलवार क तरह आ लगी और वो पीछे क तरफ
उछल गए।
“ऐसा नह? होगा। ना तो तुमलोग अंत र क गहराईय T म खोले वाले वाले हो...
और ना ही ये 5 पराजीवी धरती के अंदर वेश करने वाले ह । F य T क उसके रा ते
क द वार बन कर आ ख Ẓा इआ 5ँ...म ।
सबक आँख आ य’ से उस ओर घूम ग । उनके सामने इमायु जा त का सबसे
महान योदा ख Ẓा था।
आकाशवीर।
आकाशवीर का शरीर और कदकाठ बाक इमायु क तरह ही था। पर एक चीṆ थी
जो उनको बा कय T से अलग करती थी। और वो थे उसके वशाल और म Ṇ बूत पंख
और उसके हाथ म थमा अध’ च ाकार पंख का ख Ẓ ग।
“ओह हो। आकाश का रखवाला आकाशवीर ख़ुद आया है हमसे टकराने। अब
आएगा म Ṇा।” कहते इये ग रट क जीभ एकबार फर नकली और उसने आकाशवीर
को जक Ẓ लया।
पर आकाशवीर सावधान था। उसक अध’चं ा कार पंख कटास तेṆी से घूमी।
ख s च क आवाṆ इई और ग रट क जीभ के टुक Ẓे हो गए और आकाशवीर
आ Ṇाद हो गया। ग रट दद’ से त Ẓ प उठा।
“तु हारा म Ṇा ज द ही तु हारी सजा बनने वाली है। F य T क तु हारी जो जुबान क
ची
क तरह चल रही है वो अब तु हारा साथ नह? देने वाली है और अगर तु ह ये लगता है
क तु हारा साथी अपनी वही घसी पट चाल 5 बारा चल कर मुझे पंगु बना देगा तो
ये तु हारी भूल है।”
कहते इये आकाशवीर अपने पंख क ओट ले ली और डंकन के डंक से नकले तV
वष क फु हार का वार बेकार हो गया।
और तभी आकाशवीर के पंख T से गोली क तरह कई छोटे-छोटे पंख नकल कर
डंकन के शरीर को छेदते चले गए।
अगला वार करने के लए अब डंकन जी वत ही नह? बचा। उसके शरीर के अंदर न
जाने कतने छ हो गए।
ये देख कर ग रट आगे बढ़ा पर आकाशवीर क पंख कटास ने उसका भी काम
तमाम कर दया।
“लो मेरे पंख T क वषा’ से ना तो इसका डंक बचा और ना ये ख़ुद ये। तेरे साथी तो
धराशायी हो गए परजीवी र अब देखते ह तू F या कर पाता है।” ये कहते इये
आकाशवीर तीसरे र क तरफ बढ़ा जो क उ लू क तरह दखता था।
“अब तू कु छ भी नह? देख पाएगा आकाशवीर F य T क जब उलूक कसी से ल Ẓ ता है
तो... तो अँधेरे क चादर फै ला कर ल Ẓ ता है।”
ये कहते इये उलूक ने अपने पंख फै ला दया िजसके अंदर से काली याही सी
गाढ़ा फोम सा धुंआ नकल कर चारो ओर फ़ै लने लगा। देखते ही देखते वो काला
गाढ़ा धुआँ आकाशवीर को अपने अंदर समेटता चला गया।
उस माया ने आकाशवीर जैसे योदा को भी परेशानी म डाल दया था। F य T क न तो
उसे कु छ दखाई दे रहा था और न ही वह आसानी से अपने हाथ-पाँव हला पा रहा था।
“ओ R फ। ये कै सी माया है? चारो तरफ का वातावरण एकाएक काफ सघन हो गया
है मानो म नवा’त म ना होकर कसी तरल मा³ यम म 5ँ। मेरी ग त कम हो रही है और
चारो तरफ अँधेरा ऐसा है क हाथ को हाथ सुझाई ना दे।” आकाशवीर ख़ुद से ही
ब Ẓ ब Ẓा उठा।
“मगर मुझे सब कु छ दख रहा है और इतना ही नह? मेरी ग त अब भी उतनी
ही ती और... जानलेवा है।” कहते इये उलूक अपने पंज T से आकाशवीर के शरीर
पर एक के बाद एक ख़र T च लगाने लगा।
आकाशवीर को कु छ भी दखाई नह? दे रहा था। वातावरण म बस आकाशवीर क
चीख़ और ख s च-ख s च क आवाṆ गूंज रही थी।
‘ओ R फ। एक तो ये अँधेरा उपर से ये सघन वातावरण म ना तो ठ क से वार कर पा
रहा 5ँ और ना ही वार बचा पा रहा 5ँ। अगर ये И म इसी कार चलता रहा तो ये
पराजीवी र अपनी कु ि सत मंशा म सफल हो जाएंगे। मुझे कु छ तो करना ही
होगा, कु छ तो सोचना होगा। कु छ ऐसा जो इस अंधेरे घने जाल को तोẒ सक ।
उसे छ न-
िभ न कर सके । मगर Fया?’
ज मी आकाशवीर तेṆी से सोच रहा था। पर उसे कोई रा ता दखाई नह? दे रहा
था। तभी उसके दमाग म एक वचार क fi धा।
‘हां...एक रा ता है िजसका इ तेमाल म वपरीत ि थ त म ही करता 5ँ। पंख-घूण’
क श ।’
और फर आकाशवीर अपने पंख T क सहायता से घरनी क तरह गोल गोल घूमने
लगा। काले अंधेरे वातावरण के कारण पहले उसक ग त धीमी थी। पर धीरे-धीरे
उसक ग त बढ़ने लगी। देखते ही देखते उसके घूण’न क ग त ती तम तर पर पइँच
गई। ये ग त अब इतनी ती हो गई थी क उस पर वार करता उलूक भी उसके पश’ से
झटका खाकर 5 र जा गरा।
घूण’न के कारण देखते ही देखते अंधेरे क चादर धूल क तरह छ न-िभ न हो गई।
उलूक हैरानी से अपनी माया का अंत होते देख रहा था।
उलूक क माया का अंत होते देख आकाशवीर के चेहरे पर मु कान आ गई। वह गव’
से बोल उठा, “िजसके आगे ब Ẓी-ब Ẓी उ काएँ भी तनके के सामान उ Ẓ जाती है
फर ये का लमा F या चीज है।”
ये बात सुन कर उलूक एकबार फर गु से म आगे बढ़ा। परंतु आकाशवीर अब उसे
5 सरा मौṆा देने के प म नह? था।
“बस 5 । अब म तु ह 5 सरा मौṆा नह? मलेगा। मेरी पंख-कटास तु हारे उन पंख T
को काट देगी िजससे ये श उ प न होती है।”
ख s च क आवाṆ इई और आकाशवीर ने अपनी अध’चं ाकार पंख तलवार से
उलूक के पंख को काट दया ।
उलूक दद’ और भय से चीख़ा। पर आकाशवीर के अगले वार ने उसक गद’न उẒा


§§§§§
:
पृ*वी के बा म t डल म एक ब Ẓा सा पड घूमता न Ṇ र आ रहा था। देखने म
वह
कसी ब Ẓे उ का पड जैसा लग रहा था पर वा तव म ऐसा नह? था। अ त र म
घूमता वह पड असल म एक गु त ठकाना था।
अंदर बइत वशालकाय गोलाकार थान न Ṇ र आ रहा था। जहाँ सैक ẒT लोग खẒे
दख रहे थे। उसके बीच एक मंच था िजस पर एक बूढ़ा इंसान ख Ẓा था जो क उनका
नेता लग रहा था। उसके साथ दो-तीन र क भी ख Ẓे थे।
वह सब देखने म मानव ही लग रहे थे ले कन उनके कु छ फ चस’ पि य T क
तरह न Ṇ र आ रहे थे। जैसे क उनक नाक च T च क तरह मुẒी इई थी, उनका
शरीर नौकाकार था। उनके शरीर पर पि य T के समान श क थे, ले कन उनके पंख
नह? थे। पैर के पंजे पि य T के समान ही न Ṇ र आ रहे थे।
“कै से? आिख़र ये सब इआ कै से होम र क T?” वह बूढ़ा इंसान जो क उन
सबका नेता न Ṇ र आ रहा था गु से म भ Ẓ कते इये बोला।
“इतनी सुर ा के बाव Ṇूद शावक नीचे कै से चला गया है। होम र क T ने उसे
नीचे
गरने से रोका F य T नह??”
“सबकु छ अचानक हो गया होमप त।” एक होम र क ने सहमते इये कहा और
अपना सर झुका दया।
िजसके जवाब म उस बूढ़े श स िजसे होमप त कह कर बुलाया गया था और भी
m यादा भ Ẓ क गया। वह हाथ उठाते इये गु से म बोला।
“बकवास बंद करो। F या तु ह जरा भी अंदाजा है क वो शावक हमारी इमायु
जा त के लए कतना मह वपूण’ है। F या तुम भूल गए क प ी देवता ग V ण ने
इमायु जा त को आकाश का र क बनाया है और तीक के V प म प व होमा प
ी को हमारी सवारी। हमारी हर श और साम*य’ का ोत प व होमा ही ह । उनके
धारक होने के कारण ही हम इमायु कहलाते ह ।”
“प व होमा के कारण ना सफ’ हम इस अनंत आकाश म बना कसी बाधा के
वचरण कर सकते ह बि क उनके सैकड T अ t ड T म से कसी एक अंडे से
नकलने
वाला शावक आकाश त व का धारक होता है जो हमारी चम कारी श य T का ोत है।
और उसके अंडे से बाहर नकलने तक उसका वशेष ³ यान रखना प Ẓ ता है। फर
तुमलोग T से ये गलती इई कै से?”
“हम तो उसक सुर ा के लए पूरी तरह त पर थे होमप त। जैसे ही वो अंडे से
बाहर आता हम उसे अपनी सुर ा म ले लेते। पर तु वो अंडा पृ*वी के वातावरण

वेश करने के प ात भी नह? फू टा और नीचे चला गया।” पहले होम र क ने अपनी
सफाई म उ K र दया।
“आपने अगर पृ*वी म वेश पर नषेध ना लगाया होता तो हम उसी ण अंडा ले
आते। पर तु हम ववश थे इस लए आपको सुचना देने यहां आ गए।” 5 सरे होमर क ने
भी पहले का साथ देते इए कहा।
“F या कहा? अंडा पृ*वी के वातावरण म वेश के बाद भी नह? फू टा। ये अस
भव है। स दय T से होमा प ी अंत र म अंडे देते ह और उसके अंडे पृ*वी के
वातावरण म
वेश करते ही घष’ण से जल जाते ह । आज तक कसी होमा प ी ने पृ*वी पर अंडा
नह? दया। ये तो अनथ’ है। महाअनथ’ है। हम वो अंडा वापस लाना होगा।”
होमर क T क बात सुन कर होमप त आ य’ म प Ẓ गया। उसके ने व मय से फै ल
गए। उसे व ास नह? हो रहा था क जो कु छ उसने सुना वह स य है।
“F या बात है होमप त? F या अनथ’ हो गया?”
उस आवाṆ ने सबका ³ यान आक षत कर लया। सबक नगाह उस ओर घूम गई
िजधर से आवाṆ आई थी। आकाशवीर गधारा, कपोता और पंखुẒी स हत वहाँ आ
गया था।
आकाशवीर को देखते ही होमप त के चेहरे पर मु कान आ गई।
“आकाशवीर। हमारा मानसपु ।” होमप त ने आगे बढ़ कर आकाशवीर को गले
लगा लया।
“बात F या है होमप त? आपको इतता पहले कभी नह? देखा।” आकाशवीर ने
गले लगते हैरान भरे वर म कहा।
“बात होने वाली ही है पु । तुम तो जानते ही हो क हमारी चम कारी
श य T का ोत होमा शावक है िजसक उ प त प व होमा के @ारा क जाती
है। और प व होमा येक तीन वष’ म पृ*वी के सात च F कर लगा कर उ Ẓान
के दौरान ही अपने अंडे देते ह । और वो अंडे पृ*वी के वातावरण म वेश के पूव’
ही घष’ण से जल जाते ह और होमा शावक अंडे क खाल से नकल कर अपनी
उ Ẓान आरंभ कर देता है।” होमप त परेशान वर म बोले।
“तो इसम सम या F या है? F या इस बार प व होमा क उ Ẓान И या म
कोई
बाधा आ गई।” आकाशवीर ने च fi कते इये पूछा।
“नह?। प व होमा @ारा दए गए अंडे म से एक अंडा पृ*वी के वातावरण म वेश
कर गया है।” होमप त ने च तत वर म जवाब दया।
“F या? ये...कै से हो सकता है? प व होमा @ारा छोẒा गया अंडा कभी भी धरती
तक बना जले पइँच ही नह? सकता। ये असंभव है।” आकाशवीर आ य’च कत वर म
बोल उठा।
तभी गधारा ने बीच म टोकते इये कहा, “परंतु इसम चता क F या बात है
होमप त। उसे तो हमारे होमर क एक आदेश पर वापस ले आएंगे। और वो भी मानव T
के नगाह म आने से पहले।”
“ चता का कारण वो अंडा नह? बि क उससे उ प न शावक है।” होमप त ने च तत
भाव से कहा।
“ऐसी F या ख़ास बात है उस शावक म ?” गधारा च fi क उठा।
“आकाश त व।” होमप त ने धीरे से कहा।
होमप त क बात सुन कर आकाशवीर और गधारा दोन T ही उछल प Ẓे। उनके मुंह
से एक साथ नकला, “आकाश-त व?”
होमप त ने च तत वर म जवाब दया, “हां, आकाश-त व। हमारी सारी श य T
का ोत। िजसे प व होमा येक तीन वष’ म छोẒ ते ह ।”
आकाशवीर एक झटके म होमप त क चता का कारण समझ गया। उसने फ़ौरन
कहा, “ओह। फर तो उस शावक को वापस लाना और भी आव s यक हो गया है।
आकाश त व का कसी गलत हाथ T म प Ẓ ने का अथ’ है वनाश। मुझे आ Kा द िजए।

वयं उसे लाने को जाना चाहता 5ँ।”
होमप त ने आकाशवीर के कं ध T पर हाथ रखते इये कहा, “मेरा भी ऐसा ही वचार
है।”
तभी गधारा ने बीच म टोकते इये कहा, “ठह रये होमप त। आकाशवीर इस
अिभयान म अके ला नह? जाएगा। हम भी इस अिभयान म उनके साथ जाएंगे।”
गधारा क बात सुन कर होमप त और आकाशवीर दोन T च fi क कर उसक ओर
देखने लगे। होमप त ने गधारा के घाव T को देखते इये कहा,
“परंतु सेनानायक गधारा, तुमलोग घायल हो। तु ह अभी व ाम क आव s यकता
है।”
जवाब म गधारा ने छाती चौẒी करते इये कहा, “वीर कभी व ाम नह? करते
होमप त। अब म इस अिभयान क सफलता के बाद ही व ाम कVं गा। वैसे भी
पराजीवी र T से मात खाने क जो मान सक वेदना म झेल रहा 5ं उसके लए
ये
अिभयान औष ध का काय’ करेगा।”
“हम भी इस अिभयान म जाने क अनुम त द जाय।” कपोता ने भी गधारा का
साथ देते इये कहा, “सेनानायक स य कह रहे ह होमप त।” पंखुẒी भी पीछे नह? रही।
गधारा, कपोता और पंखुẒी को इस कार वनती करता देख होमप त हैरान रह
गये। उनक छाती गव’ से चौẒी हो गई। वह गव’ से बोले, “तुम सचमुच एक वीर
इमायु हो गधारा। हम तु ह इस अिभयान म जाने क अनुम त देते ह ।”
“तो फर चलो। हम शीh धरती पर जाकर शावक को ढूँढ़ना होगा।” आकाशवीर ने
गधारा के कं धे पर हाथ रखते इये कहा।
ΩΩΩ

र पु हैरानी से क V र क T को देख रहा था। सभी आ Иामक मु ा मे अपने-


अपने अ ताने इये थे। सैक ẒT तीर और भालाN का ल ę य वही था।
“ये तो वही है। र पु ।” पहला क V योदा गु से म फु फकारा।
“हमने तो सोचा था ये अपनी माता के साथ ही गभ’ म ही मर गया होगा। परंतु ये तो
जी वत है। इसका अथ’ है इसक माँ भी अव s य जी वत होगी।” 5 सरा क V योदा गु
से म च लाया।
“लगता है उसने इसे पाताल मे छपा रखा था। इस लए हमारी न Ṇ र T से बच गया
था तब ये। पर अब नह? बच पाएगा। हमला।” तीसरा क V योदा चीखा।
एक साथ सैक ẒT तीर और भाले छू टे। उनको देख कर र पु क आँख भय
और आ य’ से फै ल गई। वो हाथ उठा कर चीख़ा।
“नह?। नह?। ऐसा मत करो।”
पर तब तक देर हो चुक थी। ये बात र पु को भी समझ आ गई थी। वह
बजली क तेṆी से पलटा और हाथ पैर फ़ै ला कर िजतना हो सकता था Ṇ मीन पर गरे
ग V ड शावक को कवर करने क को शश क ।
पर ग V ड शावक का शरीर बइत ब Ẓा था। अ धकतर तीर और भाले र पु
के कठोर शरीर से टकराई। और बना उसे नुकसान पइंचाए टुक ẒT मे बदल गई। वो र
पु के शरीर म ख़र T च लगाने मे भी सफल नह? रही। पर उसके आसपास से नकले तीर
भाल T का नशाना ग V ड शावक का शरीर बन गया।
ख s च-ख s च क आवाṆ के साथ कई-कई सारे तीर भाले आ द आकर उस
गVẒ
शावक को लगा। उस ग VẒ शावक के मुंह से दद’ भरी च कार नकली। वह ऊपर
आकाश क तरफ मुंह करके Ṇोर से च लाया।
उस शावक क च कार पृ*वी के वायुम t डल को चीरता इआ अ त र तक
पइँच
गया। और अ त र मे च F कर लगाती होमा प ी के कान T तक पइँच गई। अपने
ब s चे क चीख़ क आवाṆ को वह माँ तुरंत पहचान गई।
उसके मुंह से भी चयां...अआआ क तेṆ आवाṆ नकली। मानो एक माँ क छाती
फट गई हो। और वह वशाल होमा प ी ने तेṆी से गोता खाया और पृ*वी के
वायुमंडल मे वेश कर गई।
उस होमा प ी के V दन से पूरा जंगल काँप उठा था। क V जंगली अभी जो कु
छ इआ था उसी सदमे से नह? उबर पाये थे। और इस तेṆ आवाṆ ने मानो उनके सोचने
समझने क श ही छ न ली थी।
“हे ब ल देवता, ये आवाṆ कै सी थी?” एक क V जंगली हैरत से बोला।
“ये आवाṆ तो... आसमान से आ रही है।” 5 सरा क V हैरानी से ऊपर देखता इआ
बोला।
र पु भी आसमान से आ रही उस तेṆ आवाṆ को सुन पा रहा था। और शायद
उसको समझ भी पा रहा था इस लए उसके मुंह से अपने आप नकला, “दद’ से त Ẓ पते
ब s चे ने अपनी मां को पुकारा है। अब उसक मां यहां आ रही होगी।”
§§§§§
5 सरी तरफ आकाश म एक मग-21 लहरा रहा था। उसके अंदर बैठा
पायलट रे डयो स देश पर कसी से बात कर रहा था। अचानक से उसके सामने И न
से कोई चीṆ बइत तेṆी से गुजर गई थी। वो चीṆ इतनी तेṆी से गुजरी थी क
पायलट को भी समझ नह? आया क वो चीṆ आिख़र थी F या। पायलट ने अपना
वमान उसके पीछे लगा दया और रे डयो पर सूचना देने लगा।
“हेलो। अ फा वन। हमारे सामने से अभी एक R ला ग ऑ ē जेF ट गुजरी है।
हमारी रडार भी उसे पक Ẓ नह? पा रही।”
“उसका पीछा करो।” 5 सरी तरफ से आवाṆ आई।
“म कर रहा 5ँ सर, पर उस R ला ग ऑ ē जेF ट क पीड बइत m यादा है।” पायलट
तेṆी से उसका पीछे करते इये बोला।
“उससे रे डयो स पक’ करने क को शश करो।”
“हमने को शश क थी पर स पक’ नह? हो पा रहा है।”
“मदद भेजी जा रही है तब तक उसका पीछा जारी रखो। ज द ही वो वमान हमारी
गर त म होगा।”
कहने के साथ ही 5 सरी तरफ से कॉल कट गया। ज द ही तीन और वमान अलग-
अलग दशा से उ Ẓ चले। ल ę य एक ही था उस अ Kात ‘R लाइंग ऑ ē जेF ट को
ढूंढ़ कर उसे घेर लेना।
और थोẒी देर बाद ऐसा ही इआ। चार अलग-अलग दशा से आते ल Ẓाकू वमान ने
उस अ Kात उ Ẓ न व तु को घेर लया था। परंतु हैरत क बात ये थी वह अ Kात
उ Ẓ न व तु इतनी तेṆी से उ Ẓ रहा था क उसके फ चस’ F लीयर नह? हो रहे थे।
“ये 5s मन देश का कोई हाईटेक टोही वमान मालूम प Ẓ ता है। इसे कोई मौṆा देना
मूख’ता है। अटैक!”
नदˇश मलते ही चारो वमान ने एक साथ उस अ Kात उ Ẓ न व तु पर मसाईल का
हमला कर दया।
बूम-बूम-बूम क तेṆ आवाṆ इई। एक कण’भेद धमाका इआ। और उस अ Kात
उ Ẓ न व तु क आकृ त िF लयर इई। उसे देख कर वमान म बैठे सभी ह F के -
ब F के रह
गए।
F य T क िजनको वे एक वमान समझ रहे थे वो एक प ी था। एक अ त
वशालकाय प ी। एक वमान से भी m यादा ब Ẓा प ी। वह एक होमा प ी था। अ त र
म वचरण करने वाला प व होमा प ी जो अपने शावक क आवाṆ सुन कर
धरती के अंदर
वेश कर चुका था। मसाईल T का उस पर कोई असर नह? इआ था। जो प ी अ त
र के नवा’त का दबाव झेल सकता हो भला ये साधारण मसाइल उसका F या बगाẒ
पाते। पर इस व त वह बइत Иोध म था और अपने पंख बुरी तरह फ Ẓ फ Ẓा रहा
था। अपनी खोज म यह वधान उसे ब कु ल पसंद नह? आया था।
सर’-सर’-सर’ क तेṆ आवाṆ इई। उसके पंख क फ Ẓ फ Ẓाहट से सैक ẒT क सं
या
म पंख, गोली क र तार से नकले और उन वमान T से टकराने लगे। देखते ही
देखते वो पंख ē लेड क तरह वमान T को काटने लगे। देखते ही देखते वो वमान
टुक ẒT म कटते चले गए।
भ Ẓाम क तेṆ आवाṆ इई और चारो वमान अ नयं त होकर नीचे गरने लगे।
तीन वमान T म तुरंत ही ē ला ट हो गया। चौथे वमान म भी आग पक Ẓ चुक थी।
जलता इआ वमान अ नयं त घूमता इआ नीचे-नीचे जंगल म गरने लगा था।
ΩΩΩ
र पु उस ग VẒ शावक क तरफ झुका और उसके शरीर से धंसे तीर और भाले
नकालने लगा। असहनीय दद’ से वह ग VẒ शावक त Ẓ प उठा।
र पु उसे सां वना देता बोल उठा, “शांत रहो। तु हारे दद’ का ही इलाज कर रहा
5ं। माँ यहाँ होती तो ये काम वो करती। उनके नेहपूण’ पश’ और चम कारी ज Ẓी-बू टय T
क ताṆ त तो मेरे पास नह? है। पर फलहाल तु ह मुझसे ही काम चलाना होगा।
क V जंगली हैरानी से उसे देख रहे थे। पर उ होने र पु को रोकने क को शश
नह? क । वह अपने @ारा छोẒे गए सैक ẒT तीर T और भाल T का अंजाम देख चुके थे।
उनम से एक भी र पु के धूसर शरीर मे खर T च तक नह? डाल पाये थे।
र पु धीरे-धीरे उस ग V ड शावक के शरीर को सहला रहा था। उसने धीरे
से
आँख बंद क और बुदबुदाने लगा, “माँ कहती है क मुझ पर देवताN क कृ पा है।
य द म ³ यान के ि त कVँ तो अपने पश’ मा से कसी के भी Ṇ म भर सकता
5ँ। देखता 5ँ उनक ये बात कतनी सही है और कतनी गलत?”
र पु ने अपनी आँख बंद कर ली और अपनी हथेली से प ी के गले म
पश’
कया। दद’ से त Ẓ पते ग VẒ शावक क V दन एकदम से बंद हो गई। ऐसा लगने लगा
मानो उसका दद’ छू मंतर हो गया। चम कारी तरीके से उसके Ṇ म भी भरते चले गए।
ये देख कर क V र क T के मुंह आ य’ से खुल गए। उनको अपनी आँख T
पर
व ास नह? हो रहा था क जो कु छ उनक आँख T ने देखा था वो सच था या एक
सपना।
इस चम कार को सरदार करीट और काई ने भी देखा था जो अभी-अभी उस शोर
का कारण जानने वहाँ आ पइंचे थे।
“हे ब ल देवता! ये तो वही है िजसक भ व R यवाणी गुVN ने क थी।”
सरदार
करीट ने हैरत भरे वर मे कहा।
“इसका अथ’ है र पु ही र क है।” काई भी वह 5s य देख कर हैरान थी।
क V र क T के हाथ से श छु ट गए। सभी के शरीर अिभवादन क मु ा मे
मुẒ गए।
“र पु ! र क! र पु ! र क! र पु ! र क!”
उन सभी क खुसुर-फु सुर सुन कर र पु क आंख खुल गई। उसने ग V ड
शावक क तरफ देखा। उसके Ṇ म भर चुके थे। वह ब Ẓे यार और अपनेपन से र
पु को
नहार रहा था। र पु ने यार से उसक गद’न सहलाई और उठ ख Ẓा इआ।
अपने सामने सभी क VN को झुकता देख और र पु -र पु च लाता देख वह
हैरान हो रहा था। उसे समझ नह? आ रहा था क जो क V उसके ख़ून के यासे हो
रहे थे वो अचानक उसक जय-जयकर F य T कर रहे ह ।
अचानक उसक न Ṇ र काई पर प Ẓी। वह उसे देख मु कु रा उठा। और आगे
बढ़ते
इये बोला,
“अरे तुम तो वही हो न? दो त! F या नाम था...हाँ काई।”
“तुम इसे जानती हो काई?” सरदार करीट हैरत भरे वर मे बोला।
“हाँ सरदार, इसने दो बार मेरी जान बचाई। और मेरे शहरी दो त T को सुरि त
ऊपरी रा ते तक पइंचाया।” काई ने िझझकते इये सरदार को सारी कहानी बता द ।
सारी बात सुन कर सरदार क आँख नम हो गई। वह र पु के सामने हाथ जोẒ
दये और रोता इआ बोला, “हम माफ़ कर दो र पु ! तुमने मेरी बेट क जान बचाई।
और हमने तु हारे तु हारी माँ के साथ कतना बुरा सलूक कया। तुमको गभ’ म ही मारने
क को शश क । और देखो नय त ने तुमको हमारा तारणहार बना कर भेज दया।”
र पु सरदार क बात सुन कर हैरान रह गया। उसे कु छ भी समझ नह? आ रहा
था।
“आप F या कह रहे ह मेरे प ले कु छ नह? प Ẓ रहा है। और आप सभी मुझे बार-
बार
र पु कह कर F य T बुला रहे ह । मेरा नाम तो V है। और आपने मुझे मारने
क को शश कब क ? आप मेरी माँ को कै से जानते ह ?”
र पु ने एकसाथ कई सवाल दाग़ दये।
“तु हारे सभी सवाल का जवाब मलेगा र पु ! परंतु पहले तुम बताओ। तुमने कहा
था क इसक माँ आ रही है। तु ह ये कै से पता?” सरदार करीट ने िज Kासावश
सवाल
कया।
“पता नह?! मुझे ऐसा अहसास इआ। और मेरे अहसास अ F सर सही नकलते ह
।” र पु ने जवाब दया।
“ फर तो इस ग VẒ शावक को सकु शल उसक माँ से मलवाना बइत ज V री है।
जब ये शावक इतना वशाल और भयंकर है तो इसक माँ कतनी वशाल होगी। उसका
गु सा तो इस पूरे जंगल को उजाẒ कर रख देगा” सरदार ने च तत वर म कहा।
“नह?, ऐसा नह? होगा। मेरे रहते ऐसा कदा प नह? होगा। म इस शावक को सकु शल
उसक माँ से मलवाऊं गा।” र पु 5 ढ़ वर म बोला।
“हाँ, ऐसा ही होगा। और इस काय’ म हम क V तु हारी पूरी सहायता कर गे।”
सरदार करीट ने र पु के कं धे पर हाथ रखते इये उसे आ त कया।
“ कस कार क सहायता सरदार?” र पु ने सवाल कया।
“हमारे पास तु हारे लए कु छ है। शायद वह व तु तु हारे लए ही दान क गई थी।
आओ मेरे साथ!” कहते इये सरदार करीट पलट गया और जाने लगा। हैरान र पु भी
उसके पीछे-पीछे चलने लगा।
§§§§§
सरदार करीट र पु के साथ एक गुफा के अंदर वेश कर चुका था। वो गुफा ब Ẓी
अजीब सी थी। जैसे क कोई मं दर का गभ'गृह अथवा साधना क हो। गुफा म प
थर से बनी तीन ब Ẓी-ब Ẓी आदम Ṇ द तमा लगी इई थी। िजसम से एक वानर क
थी, 5 सरी रीछ क और तीसरी गद क थी। उनके आगे एक और तमा बनी इई
थी जो क कसी दै य क लग रही थी। र पु ब Ẓे ³ यान से उन तमाN को देख रहा
था।
“ये कनक मू तयाँ ह ?” िज Kासावश र पु ने पूछ ही लया।
सरदार करीट मु कु राया और फर बोला, “ये जो सबसे आगे मू त दख रही है न
ये हम क VN के देवता ह , दै यस eाट ब ल!”
“ओह! ब ल देवता! माता ने बताया था इनके बारे म ! ये भगवान व R णु के
परम भ थे िज होने अपना सबकु छ ई र को दान दे दया था। िजससे स न
होकर भगवान व R णु ने इनको अनंत काल के लए पाताल का स eाट बनने का वरदान
दया था।” र पु ने दाभाव से हाथ जोẒ दया।
“सही कहा! हजार T वष' पूव' जब हमारे बचे खुचे क V पूव'ज T ने अपने पाप के लए
देवताN से मा मांगी तो देवताN ने उनको ब ल देवता के संर ण म स fi प दया। ब
ल देवता ने हमारा संर क बनना वीकार कया और हमारे लए नयम बनाए। उनके ही
माग'दश'न के कारण कालवन समझा जाने वाला ये वन कं दवन म बदल गया। आज
अगर क VN का अि त व बचा इआ है तो के वल ब ल देवता के ही कारण।”
सरदार
करीट ने मु कु राते इये कहा।
“परंतु क VN ने ऐसा कौन सा पाप कया था िजसके कारण उनको देवताN के
कोप का भाजन बनना प Ẓा था।” र पु ने फर िज Kासावश कया।
ये सवाल सुन कर सरदार करीट गंभीर हो गया और बताना शुV कया।
“इसके पीछे एक बइत ाचीन कथा है। आज से हजार T वष' पूव' जब अर t य
शहर और कं दवन एक घना जंगल इआ करता था जहाँ हम क VN के पूव'ज T का
नवास था जो रा स T क त न ध बन कर रहती थी। कहा जाता था इस जंगल म ही
कह? पाताल का @ार था िजससे रा स नकल कर आते थे और इंसान T पर हमले
करते थे और फर भाग कर वा पस पाताल म घुस जाते थे। कोई इंसान उनके पीछे
न आ पाए इस लए
उ ह T ने हमारे पूव'ज क VN को कई त ल मी ताकत दे रखी थ?। ता क अगर कोई
जंगल क तरफ आय भी तो क VN से बच कर न जाने पाय । उनम से ही एक श
थी तं मारक मुखौटे।
वो मुखौटा भी उ ह? रा सी श य T से यु था। इसको पहनने वाला अजेय हो
जाता था। उसम अमानवीय श आ जाती थी। उनका शरीर अभेB और कठोर हो
जाता था। उनके अंदर क Иू रता और आ Иामकता अपने चरम पर पइँच जाती
थी। और फर पूरी क पूरी सेना भी उनका मुकाबला नह? कर पाती थी। ये मुखौटा
तं -मं से सद कया इआ था। इसको बनाने के लए जी वत पदाथ fi का योग कया गया
था। जैसे जानवर के बाल, ह इयां और पे शयाँ। इसको पहनने वाला जब तक
अपनी म Ṇ से मुखौटा न उतारे तब तक कोई भी उसे उतार नह? सकता था। इसके
रहते क V को हराना लगभग अस भव था।
जब उनका उ पात हद से यादा बढ़ गया तो इंसान T ने मल कर एक य K कया
और देवताN से सहायता मांगी। पर देवता देव-असुर सं ध से बंधे इए थे इस लए वो
उनक मदद करने के लए धरती पर नह? आ सकते थे। इस लए उ ह T ने धरती पर
ही रहने वाले देव T को क VN से नपटने का िज मा स fi प दया जो क आधे देव थे
और आधे मानव थे। उ ह T ने यहाँ के सद ऋ ष मु नय T के साथ मल कर कई
घातक द अ -श बनाएं और इंसानी सेनाN के साथ मल कर क VN पर हमला कर
दया। महाभयानक सं ाम इआ। दोन T प T क तरफ से लाख T हताहत इए।
पर अंततः अपने द अ T क मदद से उनलोग T ने सम त क VN का नाश
कर
दया। उनके सभी त ल मी ह थयार चुन-चुन कर ख़ म कर दये । सभी मुखौट T को
आग के हवाले कर दया गया और पाताल के @ार को भी बंद कर दया गया। और इस
तरह क VN का आतंक भी हमेशा-हमेशा के लए समा त हो गया।
परंतु वा तव म कु छ क V जंगली बच गए थे। उ होने हार वीकार कर लया और
देवताN के आगे आ म समप'ण कर दया। देवता भी पूरी क V जा त का नाश नह?
करना चाहते थे इस लए उ होने पाताल से दै यराज ब ल का आ yान कया और
उनको हमारा संर क नयु कर दया। और इस तरह हम ब ल देवता के नयम T का
पालन करते इये यहाँ नवास करने लगे।”
र पु ये कथा सुन कर मं मु ध हो गया था।
“अ 5¸त कथा थी। परंतु ये बाक क तीन तमाएँ कनक ह ?”
र पु क बात सुन कर सरदार करीट एक बार फर मु कु रा उठे ।
“मुझे पता था क तुम अगला यही करोगे। इन तमाN के बारे म जानने
के
लए आगे क कथा सुनो। ब ल देवता ने हमारा संर क बनना वीकार तो कर लया था
और हमारे लए नयम कानून भी बना दया था परंतु उनके साथ सम या ये थी क वह
m यादा समय तक कं दवन म V क नह? सकते थे। F य T क उनके ऊपर स पूण' पाताल

िṆ मेदारी थी। और अगर वो पाताल चले जाते तो संभव था क क V फर से अपने
माग' से भटक जाते और वनाश के पथ पर पुनः अ सर हो जाते। इस लए इस सम
या के समाधान के लए उ होने नारायण का मरण कया।
नारायण उनक सम या समझ गए और ीराम के V प म अपने भ हनुमान,
जा बवंत और संपाती का मरण कया। भु क पुकार पर तीन T ही भ उनके सामने
कट हो गए और मरण का कारण पूछा। भु ने सारी सम या स व तार बता
दया।
भु के नदˇश पर तीन T ने ही अपनी जा त के कु छ चु नदा वीर T को कं दवन बुला
लया और उनको क VN के साथ ही रहने और उनक र ा का नदˇश दया। इस कार
वानर, रीछ और गद जा त क VN के साथ मल कर कं दवन म नवास करने
लगी। वो न
सफ' क VN के साथ मल जुल कर रहने लगे थे अ पतु उनको स य और धम' के
माग' पर चलने को े रत भी करते रहे थे। इस लए उनके स मान म क VN ने वानर
देवता हनुमान, रीछ देवता जा बवंत और गद देवता संपाती क भी पूजा करने लगे। ये
तीनT
तमा उ ह? तीनT क ह ।”
र पु फर से वैसे ही कसी मासूम ब s चे क तरह वो कथा सुन रहा था। उसे
देख कर सरदार करीट पुनः मु कु रा दया।
“अगर कोई और िज Kासा है तो वो भी पूछ लो र पु !”
“िज Kासा तो और भी बइत से ह परंतु अभी के वल एक और क आप
मुझे यहाँ F य T लाये ह ?” र पु ने गंभीर वर म कहा।
जवाब म सरदार करीट ने कु छ नह? कहा। वह आगे बढ़ा और उन तमाN के
पीछे के थान से एक सं5 क उठा लाया। सरदार ने वह सं5 क उसके सामने रख दया
था।
र पु ब Ẓे ³ यान से उस सं5 क को नहार रहा था। सं5 क बइत पुराना था और
उसम बइत सुंदर न F काशी क इई थी। उस सं5 क के ऊपर तीन गोले बने इये थे। तीन T
गोले म एक एक मुख बना इआ था। उनम से एक मुख वानर का था, 5 सरा रीछ का
और तीसरा गद का। र पु समझ गया था क ये सं5 क वही चीṆ थी िजसे देने क
बात सरदार करीट ने उससे कहा था। पर हैरानी क बात ये थी क उस सं5 क को
खोलने क कोई जगह उसे दखाई नह? दे रही थी।
वह टटोल-टटोल कर पूरे सं5 क को जांच चुका था पर उसे सं5 क खोलने क
कोई यु समझ नह? आई। तब र पु ने उलझन भरी न Ṇ र T से सरदार करीट क
तरफ देखा जैसे क पूछ रहा हो क ये सं5 क कै से खुलेगा।
सरदार करीट उसक उलझन समझ गया और बोला, “इस सं5 क क चाभी तुम
ख़ुद हो। समझ लो ये तु हारी अं तम परी ा है। ये सं5 क त ल मी है। इसम रखी व
तु तु हारे लए है। इस लए सुर ा क 5 से इसे तु हारे नाम से ही बांधा गया है।
तुम एक-एक करके इन तीन T गोल T को पश' करो। अगर तुम वही इये िजसके लए ये
सं5 क बांधा गया है तो ये अपने आप खुल जाएगा।”
र पु को सरदार क बात समझ आ गई। उसने एक-एक करके तीन T ही गोल T को
पश' कया। उसके पश' करते ही तीन T गोले चमकने लगे। तेṆ आवाṆ होने लगी। जैसे
क उस सं5 क के अंदर क यां क णाली स И य हो गए ह T। और अगले ही पल
वह एक तेṆ ग Ẓ ग Ẓाहट के साथ वह सं5 क खुल गया।
सं5 क खुलता देख सरदार करीट आंदो लत न Ṇ र आने लगा।
“भ व R यवाणी सही थी! तुम ही र पु हो! तुम ही र क हो! हमने तु ह
पहचानने म भूल कर द । हमने तु हारी ह या का यास कया। र वरोध म हम
इतने अंधे हो गए क गुV के वचन पर भी व ास नह? कया। ये हमने F या कर
दया?”
कहते-कहते सरदार करीट वलाप करने लगा। र पु सरदार को वलाप करता
देख हैरान इआ जा रहा था। उसे कु छ समझ नह? आ रहा था।
“आप F या कह रहे ह मुझे कु छ समझ नह? आ रहा है सरदार। ये सब F या है?
आपने मेरी ह या का यास कया? पर म तो आपको जानता तक नह? 5ँ। पर आपको
और आपके कबीले को देख कर लग रहा है जैसे क आप सब मुझे जानते हो। आिख़र
आपलोग मुझे र पु कह कर F य T पुकार रहे हो?”
र पु के सवाल सुन कर सरदार करीट थोẒा शांत इआ। उसने अपने आपको
संभाला और कहा, “म जानता 5ँ तु हारे मन म बइत से घुम Ẓ रहे ह T गे। पर अभी
उनके जवाब जानने का समय नह? है। सं ेप म बस इतना जान लो क जो कु छ हो रहा
है उसके बारे म गुVN ने वष fi पूव' ही बता दया था। और ये सं5 क भी तु हारे लए
ही
दया था और कहा था क जब तुम सामने आओगे तब एक महायुद क शुV आत होगी
और तु ह वह युद अके ले ही ल Ẓ ना होगा। और तब इस सं5 क म रखी व तु तु हारे
काम आएगी। जब तुम इस युद को जीत लोगे तो तु हारे सभी के उ K र भी मल
जाएंगे। इस लए आगे बढ़ो और इस सं5 क के अंदर रखी व तुN को हण करो।”
सरदार क बात सुन कर र पु आगे बढ़ा और झुक कर सं5 क के अंदर झाँकने
लगा। सं5 क के अंदर तीन चीज रखी इई थी। एक मु दर, एक पाश और एक तरल व
से भरी एक शीशी।
र पु असमंजस क ि थ त म था। वह 5 बारा सरदार क तरफ देखने लगा। सरदार
उसका आशय समझ गया था। वह सं5 क क तरफ झुका और ऊं गली दखा कर
एक-
एक चीṆ के बारे म बताने लगा।
“ये मु दर देख रहे हो? ये गुV जा बु @ारा न मत अ है। इसके एक हार से ब Ẓी-
ब Ẓी शलाएँ भी खंड-खंड होकर रेत बन जाती है। इस संसार म कोई भी ऐसी भौ तक
व तु नह? है जो इसके हार को झेल सके । परंतु ये ख़ुद अ वनाशी है। संसार का
कोई भी अ -श इसे खं डत नह? कर सकता। इस लए इस अ को ‘अख t डा’
नाम दया गया है। इस अ क एक ख़ा सयत ये भी है क वार के बाद ये अ
वयमव अपने धारक के पास पुनः लौट आती है।” सरदार करीट उस मु दर क तरफ
इशारा करके उसक ख़ा सयत बता रहा था।
“अ 5¸त!” च कत र पु ने वो अ 5¸त मु दर उठा लया, िजसे अख t डा कहा गया
था। वह अ ब कु ल फू ल क तरह ह का था जैसे उसम कोई वजन ही न हो।
सरदार करीट ने पाश क तरफ इशारा करते इये कहा, ये पाश गुV माV त
@ारा
न मत अ वनाशी पाश है। इसे वानर क पाश के बाल T से बनाया गया है। इस पाश को
मन से संचा लत कया जा सकता है। और यह सु वधानुसार अपना आकार घटा बढ़ा
सकती है। कोई भी जीव इसक पक Ẓ से न छु ट सकता है और ना ही इसके बंधन को
तोẒ सकता है।”
“वाह! अ त उ K म!” र पु ने आगे बढ़ कर वह पाश भी उठा लया। पाश
उठाते ही वह कसी सप' क तरह र पु क कमर से लपट गया।
ये देख कर र पु च कत हो उठा। F य T क उसने पाश को मन ही मन ऐसा ही
करने का नदˇश दया था। ऐसा करके वह पाश क श क परख करना चाहता था।
अब उस सं5 क म बस तरल व से भरी शीशी बाṆ था। र पु ने उस शीशी क
तरफ इशारा करते इये पूछा, “और ये तरल व से भरी ये शीशी कै सी है? इससे F या
होगा?”
“ये उ Ẓ न तरल है! गुV संपाती @ारा न मत ये श व तु ह लघु उ Ẓान म
सहायता
दान करेगी। तु ह इस व को पीना होगा। इस व को पीते ही ये तु हारे शरीर के
क म सं चत हो जायेगा। उसके बाद जब भी तु हारी इ s छा होगी ये व तु हारे शरीर को दस
पल T के लए गुV व बल से मु कर देगा। और तुम हवा म w लांग लगा कर लघु
उ Ẓान भर सकते हो। दस पल समा त होते ही तु हारे शरीर का भार पुनः सामा य हो
जायेगा। और तुम पुनः धरती पर गरने लगोगे। अतः इस श का ³ यान से योग
करना।” सरदार करीट ने समझाते इये कहा।
सरदार का कहना था क र पु ने वह शीशी खोली और गटगट कर सारा तरल
हलक से नीचे उतार लया। उस व के पीते ही उसका शरीर कु छ पल T के लए
चमका और फर सामा य हो गया जो इस बात का इशारा था क उ Ẓ न व उसके
शरीर म
सं चत हो चुका था।
“ये सारी श याँ तु ह कं दवन और वहाँ के ािणय T क सुर ा हेतु मली
है। इस लए कभी भी इसका 5V पयोग मत करना।” सरदार करीट ने उसे चेतावनी देते
इये कहा था।
“म ³ यान रखूँगा सरदार!” र पु ने अ त उ साह के साथ जवाब दया। इन अ T
और श य T को ा त कर उसक ख़ुशी का कोई ठकाना नह? था। वह कसी ब s चे
क तरह उन श य T को इ तेमाल करने के लए मचल रहा था।
“मुझे जो िṆ मेदारी स fi पी गई थी वह पूण' इई। म ने तु हारी व तु तु ह स fi प द
है अब तुम बताओ, आगे तु हारा F या इरादा है?” सरदार ने र पु क तरफ
वाचक 5 से देखते इये सवाल कया।
“सबसे पहले तो उस ग VẒ शावक को उसक माँ से मलवाना है। अ यथा उसक
माँ पूरे कं दवन को उजाẒ कर रख देगी।” र पु ने गंभीर वर म कहा।
“परंतु इसके लए तु ह शावक को कसी ऊँ चे थान पर ले जाना होगा जहाँ से वह
बना कसी वधान के अपनी माँ क 5 म आ जाये। पर तुम ऐसा करोगे कै से?
F य T क उस शावक के Ṇ म भले ही भर गए ह T कतु अभी उसम इतनी श
नह? है
क वह इतनी चढ़ाई ख़ुद कर सके ।” सरदार करीट परेशान वर म बोला।
“वैसे तो म उस शावक को उठा कर भी ले जा सकता 5ँ। पर एक तो उसका
आकार बइत ब Ẓा है 5 सरा वह शावक है, तो हो सकता है वह थोẒी उछल-कू द भी
करे तो शायद ये इतना आसान न हो... कहते कहते र पु चुप हो गया परंतु अचानक
ही उसके दमाग म एक याल आया, “पर हाँ, एक काम कया जा सकता है। परंतु
उसम मुझे आप सभी क सहायता क आव s यकता होगी।
“तु हारी कसी भी कार क सहायता करके हम क VN को बइत स नता होगी।
बताओ F या करना होगा?” सरदार करीट ने उसे आ त करते इये कहा।
र पु सरदार करीट को अपनी योजना समझाता चला गया।
§§§§§
र पु के नदˇश पर क V जंग लय T ने वो कारनामा कर दखाया था। उन सबने
मल कर लक Ẓी का एक बइत ब Ẓा ИाR ट तैयार कया था। प ी का ब s चा लक Ẓी
से बने उसी ИाR ट के उपर ख Ẓा था िजसम लक Ẓी के ही बने गोल प हये लगे इये
थे। र पु अपने पाश से उस ИाR ट को ख?चता इआ आगे बढ़ रहा था।
वैसे तो इतने ब Ẓे प ी के भार को ख?चते इये कसी पहाẒी पर चढ़ाई करना
असंभव था। परंतु र पु अमानवीय शारी रक श य T का वामी था। साथ ही वह कृ त
संक प था क वह उस शावक को उसक माँ से मलवा कर ही रहेगा। उस शावक
के
लए जंगल क हर चीṆ अनोखी थी। वह टुकु र-टुकु र करके हर चीज को नहार रहा
था। आसपास काफ फलदार वृ थे। वह शावक च fi क कर उन वृ T के फल T को
देख रहा था। जब क 5 सरी तरफ र पु का पूरा ³ यान वह ИाR ट गाẒी ख?चने क
तरफ था।
“ह फ-ह फ। बइत भारी है तू। ले कन चलो, तेरी कू दफांद से ये मेहनत यादा
बेहतर है। शुИ कर म सही समय पर पइँच गया वना’ अब तक वो जंगली तुझे मार
कर पका चुके होते। क V जंग लय T से क गई पूछताछ से इतना तो पता चल गया
क तू उपर आकाश से आया है। अब जब तक तेरी मां नह? मल जाती तू मेरे संर ण
म रहेगा। र पु के रहते जंगल का कोई भी ाणी तेरी तरफ टेढ़ नगाह से नह? देख
पाएगा।” र पु ख़ुद से ही ब Ẓ-ब Ẓ करता इआ चल रहा था।
“वैसे भी तेरे Ṇ म तो भर ही चुके ह मगर कम Ṇोरी अभी बाṆ है। अब जब
तक तू ठ क नह? हो जाता तेरी र ा मेरी िज मेदारी है। तू समझ रहा है म F या कह रहा
5ँ।” कहते-कहते र पु ने न Ṇ र घूमा कर शावक क ओर देखा।
शावक का ³ यान अब भी फलदार वृ T क तरफ ही था। वह ललचाई न Ṇ र T से उसी
तरफ देख रहा था।
ये देख कर र पु बोलते-बोलते च fi क उठा, “ओह, तुझे भूख लगी है!”
शावक ने र पु क तरफ ब Ẓी मासू मयत से देखा जैसे कह रहा हो क हाँ मुझे
भूख लगी है। र पु भी थोẒा थक गया था। इस लए उसने ИाR ट ख?चना बंद
कर
दया था। पाश समट कर वा पस उसक कमर से लपट गई थी।
“अभी तेरी भूख शांत करता 5ँ। चल!”
कहते इये र पु ने अपने पाश को मन ही मन नदˇश दया।
सर’र’र’ क आवाṆ के साथ पाश ल बा होता चला गया और एक फलदार वृ क
टहनी से जा लटका। र पु ने उस पाश क मदद से उस टहनी को Ṇोर से हलाया।
अगले ही पल उस वृ से टप-टप-टप क आवाṆ करते इये बइत सारे फल टूट
कर प ी के आसपास गरते चले गए। प ी अपने आसपास इतने सारे फल T को गरता
देख च fi क उठा।
“अब देख F या रहा है? ज द -ज द खा ले फर हम आगे भी बढ़ना है।” र पु ने
फल T क तरफ इशारा करते इये कहा और झुक कर एक फल उठा लया और धीरे धीरे
उसे चबा कर खाने लगा।
फल खाने के बाद उसने गुठली बाहर थूक द । शावक ब Ẓे ³ यान से र पु को फल
खाता देख रहा था।
और फर अगले ही ण उसने तेṆी से Ṇ मीन पर गरे अन गनत फल T को एक
साथ ही नगल लया।
“अरे ये F या कर रहा है? एक-एक करके फल… ओ R फ!” इससे पहले क र पु
अपनी बात पूरी कर पाता उस शावक ने मुंह खोल कर गुठ लयां बाहर उगल द ।
दज’न T गुठ लयां र पु के शरीर से आकर टकरा गई।
“5 । तेरा ये 5 साहस?” र पु गु से म आगे बढ़ने लगा।
ये देख कर वह शावक सहम कर सकु Ẓ गया और सहमी न Ṇ र T से र पु क तरफ
देखने लगा। उसक आँख T म मासू मयत भरे भाव थे।
र पु गु से से उसक तरफ देख रहा था। पर तभी उसक हँसी छु ट गई। वह
ठहाके मार कर हंसने लगा।
“हाहाहा! शैतान, मुझसे मसखरी करता है!”
र पु को ठहाका मार कर हंसता इआ देख वह शावक भी खुशी से चहकने लगा
और च? च? करने लगा। दोन T ही थोẒी देर तक इसी तरह म ती करते इये फल खाते
इये सु ताते रहे।
थोẒी देर सु ताने के बाद र पु उठ ख Ẓा इआ था। उसके दमाग म एक वचार
आया था।
“जब तक तेरी माँ नह? मल जाती F य T न तब तक तुझे उ Ẓान का श ण दया
जाये?” र पु ने शावक क तरफ देखते इये कहा।
जवाब म उस शावक ने च? च? करके हामी भर द ।
“पर उसके लए पहले हम ऊं चाई पर जाना होगा। पर अब इतने फल खा लए ह
क वहां तुझे ख?च कर ले जाना मुिs कल होगा। और अगर तू कू द कर गया तो आधे
जंगल म वैसे ही कोहराम मच जाएगा। ठहर कु छ सोचना होगा।” कहते इये र पु
सोचपूण’ मु ा म आ गया।
और फर अचानक उसे एक याल आया। उसने अपना पाश शावक क गद’न म
लपेट द और उसे दशा दखाता इआ आगे बढ़ने लगा। शावक पैदल चलता इआ
र पु के पीछे-पीछे चलने लगा।
र पु और वो शावक धीरे-धीरे चढ़ाई चढ़ते इये ऊं चाई तक आ ही गए। वह
इस व त एक ऊं ची पहाẒी के कनारे ख Ẓे थे। दोन T ही कनारे से नीचे क तरफ
झांक रहे थे। ऊँ चाई बइत m यादा थी। नीचे पूरा जंगल दख रहा था। आसपास बस
पहाẒी ही पहाẒी दखाई दे रही थी। वह शावक उस ऊं चाई को देख कर बार-बार डर
कर पीछे हट रहा था। जब क र पु उसे बार-बार आगे क तरफ बढ़ने को ो सा हत
कर रहा था।
“कू दना तो प Ẓेगा ही वना’ उ Ẓ ना कै से सीखोगे?” र पु ने शावक को समझाते
इये कहा।
ले कन जवाब म वह शावक च? च? करता इआ पीछे हट गया। जब र पु ने देखा
क शावक कसी भी तरह आगे बढ़ने को तैयार नह? है तो वह हार मानते इये बोला,
“अ s छा चलो। म भी तु हारे साथ कु 5ंगा। फर तो कू दोगे न?”
जवाब म वह शावक च? च? कर चहकने लगा। िजसका मतलब था क उसने इस
बात के लए हामी भर द है।
“तो फर चलो, म तैयार 5ँ।” कहते इये र पु उछल कर शावक क पीठ पर
सवार हो गया।
जवाब म शावक ने ख़ुशी से अपने पंख फै ला दया और चहकते इये नीचे कू द
गया। परंतु ये उसक पहली उ Ẓान थी। इससे पहले उसने छोटे-छोटे ही उछाल ली थी
पर कभी लंबा उ Ẓ ने क को शश नह? क थी। इस लए उसक ग त असंतु लत
हो गई
िजसक वजह से उसक उ Ẓान अ नयं त सी होने लगी थी और वह नीचे गरने लगा
था।
ले कन र पु उसक पीठ पर सवार था। उसने गरने से बचने के लए उसक गद’न
पक Ẓ ली और और उसका सर थपथपाते इये कहा, “ओ R फ, घबराओ मत! अपने
पंख को ि थर करो!”
र पु क बात सुन कर शावक क खोई ह मत वापस लौटने लगी और उसने
अपने दोन T पंख सीधे कर लए िजससे उसक उ Ẓान ि थर होती चली गई और
उसक अ नयं त उ Ẓान एक बार फर उसके नयं ण म आने लगी।
र पु उसक ह मत बढ़ाते इये फर से चीख़ा, “शाबाश! अब धीरे-धीरे अपने
पंख T से हवा को काटने क को शश करो।”
और अब शावक कसी लाईडर क तरह हवा के च F कर काट रहा था। ये देख
कर उस पर सवार र पु खुशी म चीख उठा, “ये इई ना बात। अब पंख T को
थोẒा...अरे...ये F या?”
बोलते इये र पु का ³ यान अचानक एक तरफ चला गया और उसक आँख
व मय से फै लती चली ग ।
और उसके व मय का कारण वही जलता इआ वमान था जो अ नयं त होकर
नीचे क तरफ गर रहा था।
“हे ब ल देवता! ये जलता इआ वमान जंगल म गरा तो बइत तबाही होगी। इसको
रोकना होगा।”
र पु ने प ी क गद’न म अपना पाश लपेट दया और उसे दशा देता इआ उस
वमान क तरफ उ Ẓ ता चला गया।
शावक के साथ उ Ẓ ता इआ र पु उस जलते वमान के पास पइंच गया था। उसने
देखा क वमान के अंदर पायलट फं सा इआ है और वो मदद के लए ‘हे प! हे
प!’
च ला रहा है।
“ओह। इसम तो कोई फं सा है। पहले इसे बचाना होगा।”
र पु को उसक भाषा तो समझ नह? आई पर वह इतना समझ गया था क अगर
उसने उसे उस वमान से बाहर नह? नकाला तो वह बचेगा नह?। उसने शावक क पीठ
से वमान क तरफ ज प लगा दया। उसके दोन T हाथ के नाख़ून वमान क बॉडी म
धंसते चले गए।
उस झटके से पाइलट का ³ यान र पु पर गया। हैरत से उसक आँख फै ल गई
थी। यां क ग Ẓ ब Ẓ के कारण वह वमान से इजेF ट भी नह? हो पा रहा था। उसने
तो जीने क उ मीद ही छोẒ द । परंतु मदद उसे इस V प म न Ṇ र आएगी उसने सपने म
भी नह? सोचा था।
अभी वह पाइलट इस सदमे से नकल भी नह? पाया था क अपनी अमानवीय श
का दश’न करते इये र पु ने एक हाथ से पायलट क तरफ का गेट उखाẒ डाला।
पायलट ने भ fi च F के वर म पूछा, “क...कौन हो तुम?”
र पु ने संि त वर म जवाब दया, “र पु !। इस कं दवन का र क।”
“तुम इंसान हो या रा स?” पायलट ने आँख फाẒ ते इये उससे सवाल
कया।
“दोन T!” कहते इये र पु ने पायलट को वमान से नकाला और वापस शावक के
उपर कू द गया।
पायलट अपने वमान को नीचे गरता देख कर च लाया, “ओफ! मेरा वमान!”
“ कृ त क ममतामयी गोद छोẒ कर अंधी आधु नकता के पीछे भागने वाले का ह
एक दन यही होना है। मगर र पु के रहते आधु नकता का ये Ṇ हर मेरी कृ त मां
को कोई नुकसान नह? पइंचा पाएगा।” र पु ने कहा और पायलट को भ fi च F का
छोẒ वापस जलते वमान क तरफ छलांग लगा द ।
र पु के हाथ म उसका अख t डा न Ṇ र आ रहा था। उसने वमान को ल ę य
बना कर अपने मु दर को उछाल दया।
ध Ẓाम क आवाṆ इई। मु दर मसाइल क तरह उस वमान से टकरा गया। वह
हार इतना Ṇोरदार था क वमान हवा म ही टुक Ẓे-टुक Ẓे होते चले गये। वमान
बलकु ल छोटे-छोटे टुक Ẓे म त ē द ल हो गया था।
अपना काम करके मु दर वापस र पु के पास लौट आया था। पर अब र पु का
शरीर भी तेṆी से नीचे गरता जा रहा था। कु छ ही सेक ड म उसका शरीर धरती से
टकरा जाता और उसके शरीर के चथ Ẓे Ṇ मीन पर बख़र जाते।
पर ऐसा नह? इआ। र पु ने फ़ौरन ही गुV संपाती @ारा द गई उ Ẓ न व का ³यान
कया। उसका शरीर ह का होता चला गया। और उसके गरने क ग त एकदम कम हो
गई।
ऐसा लग रहा था जैसे क वह पैराशूट से नीचे उतर रहा हो।
थोẒी ही देर म वह बइत आराम से Ṇ मीन पर पइँच गया था। नीचे शावक पहले ही
पायलट को लेकर सुरि त नीचे उतर चुका था। कु छ क V जंगली भी दौẒ ते इए वहाँ
आ पइँचे थे। र पु उस पाइलट के पास गया और पूछा, “कौन हो तुम?”
“म इं डयन एयरफोस’ का पायलट 5ं। हम एक अ Kात हवाई चीṆ का पीछा कर
रहे थे। तभी उस चीṆ ने हम पर हमला कर दया और… फर हम पता चला क वो
चीṆ कोई वमान नह? बि क एक वशालकाय प ी है।”
“ओह! वो ज V र इसक मां होगी। यानी वो अपने ब s चे को ढूंढ़ती इई यहां पइंच
गई है।” र पु सोचपूण’ मु ा म बोला।
पायलट च fi का, “इ...इसक मां?”
र पु ने गंभीर वर म पूछा, “ कस दशा म गया वो वशालकाय प ी ? बताओ!”
पायलट ने एक तरफ उँगली दखाते इये जवाब दया, “उ...उस दशा म !”
र पु क V जंग लय T क तरफ घूम गया और बोला, “म इसक मां को ढूंढ़ने जा
रहा 5ं। मेरे वापस आने तक ये तु हारी सुर ा म रह गे।”
क VN ने उसे आ त करते इये जवाब दया, “ऐसा ही होगा र पु ।”
जैसे ही र पु आगे बढ़ने को इआ उस शावक ने जाते इए र पु का रा ता रोक
दया। वह इशारे से उसे जाने से मना कर रहा था। उसक आँख भ?ग गई थ?। ये
देख कर र पु उसे पुचकारने लगा। वह उसे समझाते इये बोला, “तु ह अपने साथ
नह? ले जा सकता दो त। पर तु तुम चता मत करो। म तु हारी मां को लेकर ही
लौटूंगा। ये र पु का वादा है।”
जवाब म शावक मुंह उठा कर चीख़ने लगा। और जब उसने अपना मुंह नीचे कया
तो उससे टे नस ग द के आकार का मोती बाहर आ गरा। ये देख कर र पु च fi क
उठा और उसने वो मोती उठा लया।
“ये F या? ओह समझ गया। इसे दखाने से तु हारी मां को यक न हो जाएगा क तुम
मेरे पास हो।”
जवाब म शावक ने च? च? करते इये अपना सर हला दया।
“अ s छ बात हा, म ज द ही लौटूंगा।” ये कहते इये र पु ने अपनी उ Ẓ न
व Bा का मरण कया और हवा म एक तेṆ उछाल भरी। कु छ ही पल T म वो हवा म
परवाṆ करता न Ṇ र आ रहा था।
ले कन वह इस बात से अंजान था क जंगल म एक बइत ब Ẓी श ने Ṇ दम
रख
दया था। जहां अंडा गरा था वहाँ पर आकाशवीर उतर रहा था। एक जलजले के Ṇ दम
जंगल क धरती से उठ रहे थे और 5 सरे जलजले के Ṇ दम प Ẓ रहे थे।
ΩΩΩ
5 सरी तरफ शहर के अंदर कसी साव’ज नक थान पर बइत सारे लोग T क भीẒ
इक हो गई थी। ये कोई चौराहे जैसी जगह थी। भीẒ हैरानी से उपर क तरफ देख
रही थी।
“अरे, ये देखो। ये F या है? ये तो कोई च Ẓ या है। इतनी बẒी।”
सबने देखा एक वशाल प ी चयां क आवाṆ के साथ सामने से नीचे क तरफ
गोता लगाता इआ आ रहा था।
ये देख कर एक आदमी च लाया, “भागो। ये तो हमारी तरफ ही आ रहा है।”
5 सरा आदमी भयभीत वर म बोला, “ये दै य प ी कहां से आ गया?
उस प ी को नजद क आता देख भयभीत भीẒ तेṆी से भागने लगी। पर उस प
ी क ग त उन सबसे m यादा तेṆ थी। भीẒ को अब अपनी मौत साफ़ न Ṇ र आने लगी
थी। कई लोग T ने डर क वजह से अपनी आँख बंद कर ली थी।
पर तभी वह प ी उनके सर के उपर से गुजर कर उंचा उठता चला
गया। तभी धाẒ क आवाṆ आई।
और वह प ी अ नयं त सा उ Ẓ ता इआ एक उंची बि डंग से टकरा गया।
ट F कर इतनी Ṇ बरद त थी क बि डंग के टुक Ẓे नीचे गरने लगे।
तभी हवा म एक ल Ẓाकू वमान न Ṇ र आया। उसके अंदर बैठा पायलट वड И
न से उस प ी को बि डंग से टकराता देख रहा था।
उसने तुरंत रे डयो संपक’ कया और बोला, “सर, एक अ s छ ख़बर है और एक
बुरी। हमारे नव’ गैस बम का असर हो रहा है। वो प ी ठ क से उ Ẓ नह? पा
रहा। ले कन वो शहर के अंदर वेश कर चुका है। अब F या कर ?”
5 सरी तरफ से रे डयो से आवाṆ आई, “अब तु ह कु छ करने क ज V रत नह?
है। सेना का हे लकॉ टर वहां पइंचता ही होगा। मुझे वो प ी हर हाल म चा हए… िṆ
दा।” तभी घर’-घर’ करते इये सेना के 2-3 हे लकॉ टर प ी के पास मंडराने लगे।
वो लोग
रे डयो संपक’ @ारा एक 5 सरे से जुẒे इये थे।
एक सै नक बोला, “म जाल फ कने के लए तैयार 5ं। तुम कॉ टर को ि थर करो।”
एक हे लकॉ टर का साईड का दरवाṆा खुला । उसम से एक वायुसै नक हाथ म
नेटगन लए प ी पर नशाना साधने लगा।
फट क आवाṆ इई।
और नेटगन से जाल छू टता इआ प ी क तरफ बढ़ा।
इससे पहले क प ी कु छ समझ पाता उसके शरीर से एक ब Ẓा जाल आकर
टकराया।
चयां क आवाṆ के साथ प ी उस जाल क Ṇै द म त Ẓ पने लगा।
पर वह जाल m यादा देर तक उस प ी को रोक नह? पाया। उसने उ होकर अपना
जाल तोẒ डाला।
जब उस वायुसै नक ने ये 5s य देखा तो वह भ fi च F का रह गया। उसने सपने म
भी नह? सोचा था क वह प ी उस जाल को तनके क तरह तोẒ देगा।
तभी ध Ẓाम क एक आवाṆ इई।
उस प ी ने Иोध म उछल कर अपने पंख फ Ẓ फ Ẓाये थे िजसके फल व V प वो
हे लकॉ टर पंख से टकरा कर कसी बि डंग से टकरा गया था। हे लकॉ टर का
पछला
सरा बि डंग को तोẒ कर अंदर घुस गया था।
पर अगले ही पल वो हे लकॉ टर बि डंग से फसल कर नीचे गरने लगा।
नीचे ख Ẓी भीẒ अपने उपर गरते हे लकॉ टर को भयभीत न Ṇ र T से देखने लगी।
ये सब इतना अचानक इआ था क उनके पास बचने का कोई मौṆा न था। एक
दद’नाक मौत उनका मुṆ5 र बन चुका था।
पर तभी वह गरता इआ हे लकॉ टर हवा म ठ क लोग T के सर से थोẒा उपर
आकर ि थर हो गया।
र पु का पाश हे लकॉ टर के पछले ह से से लपटा इआ था। और बि डंग
के टॉप पर ख Ẓा र पु अपने अतुलनीय बल का प रचय देते इये उस हे लकॉ
टर को
गरने से रोक चुका था।
वह प ी क तरफ भ fi च F का होकर देखता इआ बोला, “ओ R फ! ये तो बइत उ
हो रहा है। ज V र इन मानव T ने इसे कसी कार क नशीली दवा दे रखा है। मूढ़म त
मानव। हवा को मु म Ṇै द करने चले थे।
र पु पाश म लटका हे लकॉ टर छोẒ चुका था। और अब उसने प ी क
तरफ ज प लगा द ।
वह मन ही मन सोचने लगा, ‘इसे शांत करना आसान नह? होगा। मगर इसे शांत तो
करना ही होगा अ यथा ये पूरा नगर उजाẒ कर रख देगा। और इसका सबसे आसान
उपाय है वो मोती।
उसके हाथ T म वो मोती न Ṇ र आने लगा जो प ी के ब s चे ने उसे दया था।
उसने सोचा था उस प ी को ये मोती दखाते ही वह शांत हो जाएगा और चुपचाप
जंगल क तरफ लौट जाएगा।
पर ये उसक भूल सा बत इई। जैसे ही र पु उसके न Ṇ द क आया उस प ी
ने अपने पंख का वार कर उसे 5 र उछाल दया।
वार इतना Ṇोरदार था क र पु कई बि डं स को तोẒ ता इआ पार नकल गया।
अगर कोई और होता तो उसके ाण पखेV उ Ẓ गए होते। पर ये र पु था।
वह
तुरंत ही संभल कर ख Ẓा हो गया।
र पु मन ही मन सोचने लगा, ‘ओ R फ! लगता है नशीली औष ध का भाव कु छ
m यादा ही हो गया है। इसको रोकने के लए अब मुझे वही पुराना तरीका
अपनाना प Ẓेगा जो म चाहता नह? था।’
§§§§§
5 सरी तरफ जंगल म ही एक थान जहाँ कु छ जंगली पहरा दे रहे थे। ग VẒ
शावक को लक Ẓी से बने पजरे म रखा गया था। ग VẒ शावक Ṇोर-Ṇोर से च ला
रहा था। और उसका इस Ṇ दर च लाना उन क V जंग लय T को परेशान कर रहा
था।
आिख़र जब शावक क च? च? क आवाṆ सहन नह? इई तो एक क V जंगली
च ला उठा, “ओ फ़! चुप कर! कतना च लाता है?”
5 सरा जंगली भी गु से म बोला, अगर सरदार और र पु का आदेश ना होता तो
इस दै य प ी को म क s चा ही चबा जाता।
तभी एक आवाṆ गूंजी, “प व होमा को आं शक त होने के नाम से ही हमारे
रोम काँप उठते ह । और तुमलोग उसको क s चा चबाने क बात कर रहे हो? ऐसी
अप व इ s छा तुम जैसे तुs छ इंसान T के मानस म ही आ सकता है।
क V जंगली ने घूम कर आवाṆ क दशा म देखा। और वह बुरी तरह हैरान न Ṇ र
आने लगे थे।
सामने आकाशवीर ख Ẓा गु से म काँप रहा था। उसके हाथ म पंख क श F ल
वाली अद’ च ाकार तलवार थी।
वह Иो धत एवं आ И मक मु ा म उनको घूर रहा था।
आकाशवीर गु से म दहाẒा, “प व होमा शावक को वतं कर दो। अ यथा अपने
भयानक अंत के तुमलोग वयं दोषी होगे।”
जवाब म एक क V जंगली च लाया, “हर ग Ṇ नह?, ये प ी र पु के संर ण
म है। उनके आदेश के बना इस प ी को कोई वतं नह? कर सकता।”
5 सरा जंगली भी गु से म बोला, “हम क V जा त के शि त वनर क दल
के सद य ह । तु हारे जैसे सौ भी आ जाएं तो हमारे सामने पल भर भी नह? ठहर
सकते। जहां से आये हो वह? लौट जाओ।”
कहते इये सारे जंगली आ И मक मु ा म अपने भाले को उठाये आकाशवीर को घूरने
लगे।
आकाशवीर खूंखार वर म बोला, “ये तो सफ’ तुमलोग हो। अगर ख़ुद तु हारा
मा लक र पु भी यहां होता ना तो भी मुझे होमा शावक को वतं करने से नह?
रोक
पाता।
कहते इये आकाशवीर व Bुत ग त से आगे बढ़ा। और उसने अपने शरीर को इस
तरह घुमा कर वार कया क सारे जंगली चार अलग-अलग दशाN म उछलते चले
गए।
ΩΩΩ
र पु अपनी लघु उ Ẓान का योग कर एक उंची टावर पर लटक गया था। उसक
न Ṇ र उस प ी को ढूंढ रही थी।
तभी उसने देखा क पु लस क गा Ẓ यां घटना थल पर पइंच गई है। उनलोग T
ने प ी के चारो ओर एक घेरा सा बना रखा था। फायर गेड वाले भी पइंच गए थे।
वो लोग प ी पर पानी क मोट धार छोẒ रहे थे।
प ी उस धार से कु छ वच लत सा हो रहा था। आसपास भगद Ẓ का माहौल था।
इमारत टूट प Ẓी थ?।
र पु ये 5s य देख कर च fi क उठा था। सच तो ये था उसका अ धकतर जीवन
अंधकू प के अंदर ही बीता था। जहां से वह कभी-कभी ही बाहर नकलता था। उसने
तो ठ क से जंगल भी नह? देखा था। पर आज एक ही दन म न सफ’ जंगल बि क
उसक सीमा पार कर शहर के अंदर भी दािखल हो गया था। शहर क एक-एक
चीṆ उसे
व च और चम कारी लग रही थी। वह ज द से ज द इस थान से वापस जंगल लौट
जाना चाहता था।
र पु मन ही मन ब Ẓ ब Ẓाया, “उ फ़! मुझे वापस लौटने म सफ’ कु छ ही पल लगे
ह T गे। इतनी देर म इस प ी ने यहां कोहराम मचा दया। इसे रोकने का रा ता ज द
ही
नकालना प Ẓेगा वना’ इस नगर को s मशान बनते देर नह? लगेगी।”
र पु सही सोच रहा था। F य T क प ी Иोध म पु लस और फायर गेड
क गा Ẓ यां अपने पंख से काटते इए उ Ẓा रहा था। सारे पु लसवाले जान बचा कर भाग
रहे थे।
ये सब देख र पु फर ब Ẓ ब Ẓाया, “इंह, ये मूख’ सोचते ह पानी क धार से ये
उस
वशाल प ी को रोक ल गे। पर इनक इस हर Ṇ त से मुझे वो रा ता मल गया िजसक
मदद से म इस प ी के उपर चढ़े नशे के भाव को ख़ म कर सकता 5ं।”
ये कहते इये र पु ने टावर से प ी क तरफ छलांग लगा द । उसके हाथ म
उसका मु दर न Ṇ र आ रहा था।
र पु ने वो मु दर व Bुत क ग त से नीचे प ी क तरफ फ क द । देखने म
ऐसा लग रहा था क र पु का नशाना प ी है। परंतु ऐसा था नह?।
मु दर मसाईल क र तार से प ी के ठ क आगे Ṇ मीन को फोẒ कर अंदर
धंसती चली गई।।
ये देख कर एक ण के लए वह प ी भी च fi क गया।
अगले ही पल Ṇ मीन से पानी क बौछार नकलती चली गई िजसक धार सीधे प ी
के सर पर गरने लगी। उस हार क वजह से Ṇ मीन पर भी गहरा ग ा बन गया
था
िजसम लबालब पानी भर गया था।
इस अ या शत धार ने उस प ी को भी वच लत कर दया।
ये देख कर र पु मु कु रा उठा और बोला, “माना तु ह इस मौसम म नान करना
पसंद नह? आएगा पर ये नान तो तु हे करना ही होगा।”
कहने के साथ ही र पु ने प ी क गद’न को पाश से लपेट कर ग े क तरफ
झुका दया। पानी क बौछार से प ी बुरी तरह मचल रहा था।
र पु ने कहा, “बस! िजतना पानी इसके अंदर जाना था जा चुका। अब इसके
गद’न के ख़ास ह से पर मम’ हार करना होगा।”
र पु ने उछल कर प ी क गद’न को पक Ẓ लया और एक सट क मम’
हार
कया। हार का असर तुरंत इआ। प ी ने उ ट कर द । र पु भी उसे छोẒ कर
नीचे कू द गया।
र पु ने अपने कमर से मोती नकालते इये कहा, “ये हार इसके अंदर के
उपापचय И याN को असंतु लत कर देगा और इसके अंदर क सारी नशीली औष
ध उ ट @ारा बाहर आ जाएगी। अब इसके मि त R क से औष ध का असर ख़ म हो
चुका होगा तो जब म इसे ये मोती दखाऊं गा तो ये मुझ पर हमला नह?… आउच।
र पु अपना वाF य पूरा भी नह? कर पाया F य T क कसी ने पीछे से उस पर
Ṇोरदार हार कया था। उस हार ने उसे असंतु लत करके रख दया था।
र पु तुरंत ही संभल गया और पलट कर देखा तो सामने गधारा, कपोता और
पंखुẒी ख Ẓे थे। वह अपने होमा पि य T पर सवार नीचे ल डग कर रहे थे।
गधारा हैरानी से उसक तरफ देख रहा था।
वह च fi कते इये बोला, “आकाश त व तुम तुs छ मानव T के पास? व ास नह?
होता। ला, वो आकाश त व मेरे हवाले कर दे।
कहते इये गधारा हाथ बढ़ा कर उससे आकाश त व मांगने लगा। जब क र पु
समझ नह? पा रहा था क ये सब हो F या रहा है?
ΩΩΩ
5 सरी तरफ आकाशवीर प ी शावक को वतं करा रहा था। वनर क जंगली
इधर-उधर घायल प Ẓे इये थे। उनम इतनी भी श नह? बची थी क वह ख Ẓे भी हो
सक । मुṆाबला तो 5 र क बात थी।
आकाशवीर ने शावक को पुचकारते इये कहा, “बस शावक, अब घबराने क
ज V रत नह?। म तु ह अभी वतं करता 5ं।”
तभी उस शावक का पश’ करते इये आकाशवीर च fi क उठा और बोला, “अरे,
तु हारे पश’ से मुझे वो अहसास F य T नह? हो रहा जो कसी भी आकाश त व धारक
शावक के पश’ से होती है। इसका तो एक ही मतलब नकलता है। शावक ने आकाश
त व उगल दया है।”
आकाशवीर ने घूम कर क V जंग लय T क तरफ देखा और बोला, “ये काम भी
तुम 5 मानव T का लगता है। पर तु ह अनुमान भी नह? है क इस 5 साहस का प
रणाम F या होगा?”
ये कहते इये आकाशवीर एक क V जंगली क गद’न पक Ẓ कर हवा म उठा
लया और गु से म बोला, “बताओ कहां है आकाश त व?”
वह जंगली घबराए वर म बोला, “हम नह? मालूम तुम कस आकाश त व क बात
कर रहे हो? और हम पर हमला करके तुम क VN के कानून को चुनौती दे रहे हो? याद
रखना र पु तु हारा बइत बुरा ह करेगा।
उसक बात सुन कर आकाशवीर और भी m यादा Иो धत हो उठा और बोला, “बुरा
ह तो तुमलोग T का होगा अगर मुझे आकाश त व ना मला तो। और रही बात तु हारे
र पु क तो उससे मुझे ख़ुद ही मलना होगा F य T क मुझे लग रहा है जहां तु
हारा र पु देवता होगा वह? आकाश त व भी होगा।”
कहते इये आकाशवीर ने उस जंगली को उठा कर हवा म उछाल दया।
§§§§§
र पु हैरान न Ṇ र T से गधारा, कपोता और पंखुẒी को देख रहा था। गधारा और
उनके दोन T साथी अब भी वशाल होमा पि य T के ऊपर बैठे थे।
वह हैरान वर म बोला, कौन हो तुमलोग? तु हारी सवारी इन वशाल पि य T को
देख कर लग रहा है। तुमलोग वह? से आये हो जहां से ये प ी।
जवाब म कपोता गुरा'या, अस?य जंगली! बकवास करना छोẒ और चुपचाप
आकाश त व हमारे हवाले कर दे।
कपोता क बात ने र पु को Иो धत कर दया। उसने अपना पाश हवा म लहराया
और कपोता को ख?च कर नीचे गरा दया।
कपोता गु से म बोला, “ये F या कया तूने?”
र पु ने हँसते इये जवाब दया, “तुमने मुझे अस?य बोला तो म दखा रहा था क
अस?यता F या होती है!”
कपोता गु से म उठ कर ख Ẓा हो गया।
तभी गधारा चीख़ते इये पंखुẒी क तरफ घूमा और बोला, “इस जंगली से उलझने
का समय नह? है। पंखुẒी इससे आकाश त व छ न लो।
पंखुẒी ने जवाब दया, ठ क है गधारा!
कहते इये पंखुẒी कलाबाजी खाती इई र पु के सामने ज प करती जा ख Ẓी
इई। पंखुẒी के हाथ म पंख T के फर वाली चाबुक थी िजसे वो नचा रही थी। उसके
हTठT
पर एक तीख़ी मु कान थी। वह ब Ẓे गौर से उसे नहार रही थी।
वह मुसकु राते इये बोली, “ब ल हो, और आकष'क भी। पर अफ़सोस... हमारे श ु
हो।
कहते इये पंखुẒी ने अपनी पंख वाले चाबुक से र पु पर वार कर दया।
स Ẓाक क आवाṆ इई।
और र पु क पीठ पर खून के नशान बनते चले गए।
ये देख कर र पु हैरान हो गया। F य T क उसके अभेB शरीर को आजतक कोई
भी
श काट नह? पाया था।
पर ये समय अभी हैरान होने का नह? था। F य T क कपोता के हाथ म छोटे-छोटे
पंख T का गुs छा न Ṇ र आ रहा था िजसे उसने चाकू क तरह र पु क तरफ
उछाल
दया था।
वह बोला, “अब तेरी लाश से ही हम आकाश त व वसूल कर गे।”
ले कन र पु ने उसका वार बचा लया और वो पंख पीछे बि डंग म जाकर धंस
गए।
र पु ने र पु पाश बढ़ा कर कपोता को जक Ẓ लया और कहा, “तुमलोग अब
मुझे गु सा दला रहे हो।”
पंखुẒी ने अपने फर चाबुक के वार से र पु के पाश को काट दया और बोली,
“गु सा होने पर तू कौन सा हम से जीत जाएगा?”
इससे पहले क पंखुẒी चाबुक का वार 5 बारा र पु पर करती र पु ने उसे
अपनी मु म जक Ẓ लया और बोला, तू ी थी इस लए तेरा थम हार म ने
झेल
लया। पर तुम तो सर पर ही चढ़ने को आमादा हो गई।
कहते इये र पु ने चाबुक पक Ẓे-पक Ẓे ही पंखुẒी को लात मार कर उछाल
दया। चाबुक पंखुẒी के हाथ से छू ट गई।
और फर र पु ने उस फर चाबुक के कई हार पंखुẒी पर कर दये। पंखुẒी
ल 5 लुहान होकर चीख़ने लगी।
वातावरण म चाबुक क स Ẓाक-स Ẓाक और पंखुẒी क आह गूंजने लगी।
तभी र पु क पीठ पर कई पंख चाकू क तरह आकर धंस गए। र पु ने सर
घुमा कर देखा तो च fi क प Ẓा। F य T क उसका शरीर ज Ẓ होने लगा था।
वह घुटन T के बल नीचे बैठ गया। ये देख कर कपोता ठहाके लगा कर हंसने लगा।
वह हँसते इये बोला, “हाहाहा! ये ज Ẓ करने वाले पंख थे जंगली। अब तू
अपनी
इ s छा से एक उंगली भी नह? हला पाएगा।”
कपोता सही कह रहा था। सचमुच वह चाह कर भी एक उंगली भी नह? हला पा
रहा था।
उसे बेबस देख कपोता ने अपना एक पंख नकाल लया और बोला, “अब बस एक
वार और तेरी गद'न ध Ẓ से अलग हो जाएगी।”
र पु मुसकु राते इये बोला, “पहले ख़ुद क गद'न तो बचा लो।”
र पु क मु कान देख कपोता सोच म प Ẓ गया। पर तब तक देर हो चुक थी।
अचानक कपोता के सर पर एक बि डंग का मलबा आ गरा। र पु अब भी उसी
तरह बैठा था। मलबे म र पु क पाश लपट इई थी। यानी वो मलबा र पु ने ही
गराया था।
गधारा नीचे उतर चुका था। वो हैरानी से र पु क तरफ देख रहा था।
वह बोला, “आ य'! तुने कपोता और पंखुẒी जैसे योदा को घायल कर दया। ये
तो इमायु जा त के े तम योदाN म से एक थे। और तुझ पर ज Ẓ पंख का असर
भी नह? इआ?”
र पु मु कु राते इये बोला, “हाँ, F य T क मेरे अंदर गुV संपाती का द व सं
चत है जो न सफ' मुझे लघु उ Ẓान क श देती है अ पतु कसी भी बाहरी
आ И मण T के
भाव को m यादा देर तक रहने भी नह? देती।
कहते इये र पु ने गधारा पर हार कर उसे हवा म उछाल दया।
गधारा तुरंत संभल गया और अपनी पीठ से दो पंख तलवार ख?चता इआ बोला,
“देखता 5ं तेरी श याँ कतनी देर तक तुझे मुझसे बचा पाती है।”
कहते इये गधारा ने पंख तलवार T का वार र पु पर करना शुV कर दया।
र पु झुक कर एक पंख तलवार का वार बचा गया पर 5 सरे पंख तलवार का वार
उसको घायल करता चला गया।
र पु के मुंह से कराह फू ट पẒी।
तभी गधारा ने अपने प ी को आवाṆ लगाते इये चीखा, “Fवैका!”
इससे पहले क र पु कु छ समझ पाता गधारा के इशारे पर वो प ी र पु को
अपने पंजे म दबाए उपर आकाश म उ Ẓ गया।
िजतनी तेṆी से वह प ी उसे ऊपर ले गया उतनी ही तेṆी से उसने र पु को नीचे
भी फ क दया।
ध म क आवाṆ इई।
र पु फ़ोस' के साथ Ṇ मीन से टकराया। उस ट F कर से Ṇ मीन फट गई और
वहाँ दरार प Ẓ गई।
वह तीन T वहाँ आ ख Ẓे इये जहां र पु गरा प Ẓा था। उसके बदन पर कोई
हलचल
दखाई नह? दे रही थी। तीन T वजयी मु ा म ख Ẓे ठहाके लगा रहे थे।
गधारा हँसते इये बोला, “हाहाहा! हमसे टकराने चला था। धूल म मल गया।
कपोता इससे आकाश त व छ न लो।
कपोता हँसते इये बोला, “हाहाहा! जा हल जंगली।”
कपोता र पु क तरफ झुका ता क उससे आकाश त व ले सके ।
पर अचानक उसके चेहरे से र पु का घूंसा टकराया और वह 5 र उछलता चला
गया।
र पु एक झटके म उठ ख Ẓा इआ और बोला, “तुमलोग T ने जो वार करने थे
तुम सब कर चुके हो। अब मेरी बारी है।”
र पु को सही सलामत ख Ẓे देख तीन T हैरान रह गए।
र पु ने अपना मु दर उठा लया और बोला, अब ये अस?य जंगली तु ह स?यता
का ऐसा पाठ पढ़ाएगा क तुम मरते दम तक उसे भूल नह? पाओगे। जय ब ल देवता!”
कहते इये र पु ने मु दर का ती हार तीन T पर कया।
तीन T ही चीख़ते इये 5 र उछल गए।
पर र पु ने इतने पर ही बस नह? कया। उसने तीन T को अपनी पाश म जकẒ
लया और घुमाते इये हवा म बइत 5 र उछाल दया।
तीन T के चीख़ने क आवाṆ से पूरा वातावरण थरा' उठा।
पर र पु ने उनक तरफ पलट कर भी नह? देखा। वह धीरे-धीरे चलता इआ उस
वशाल होमा प ी के पास आया और वह मोती नकाल कर उसे दखाने लगा।
पहले तो वह प ी घबराया पर जब उसने उसके हाथ म मोती देखा तो वह शांत हो
गया।
र पु ने उससे कहा, “ये मोती देख रही हो? ये तु हारे ब s चे ने मुझे दया है।
वह यहाँ से 5 र जंगल म तु हारा इंत Ṇार कर रहा है। F या तुम उससे मलना चाहती
हो?”
जवाब म उस प ी ने सर हला दया।
ये देख कर र पु ब s च T क तरह हंस दया और ख़ुश होता इआ बोला, “ फर तु
ह मुझे अपनी पीठ क सवारी करवानी होगी ता क हम शीh ता से इस नगर और इसके
कोलाहल से नकल सक ।”
प ी ने एक बार फर सर हला कर हामी भर द ।
र पु तुरंत ही पाश क सहायता से उसक पीठ पर चढ़ कर बैठ गया। और प
ी ने एक ऊं ची उ Ẓान भरी। और देखते ही देखते दोन T ही उस शहर से ओझल होकर
जंगल क तरफ बढ़ने लगे।
( )
राज कॉ म F स से लेकर फ F शन कॉ म F स तक, कई सुपर हीरोṆ क
कहा नयां
लखने वाले ‘अनुराग कु मार सह जी’ क लेखनी के लए रीडस’ पहले से
ही उनके कायल ह । उनक लेखनी क खास बात यह है क उनक इमेिजनेशन
पॉवर हम खासी लुभाती है। उनक लेखन शैली हम आज के युग से कई वष’
पीछे ख?चने क ताकत रखती है। शायद यही चीṆ एक रोमांचक कहानी पढ़ने
वाले पाठक को आक षत करती है।
कॉ म F स क 5 नया से अलग, जब उ ह T ने पहली बार ‘मुखौटे का रह य’
नाम से उप यास जगत म कदम रखा तो ये कताब ‘सूरज पॉके ट बुF स’ क
ब s च T क कताब T म सबसे तेṆी से पसंद क जाने वाली कहानी बनी। ये
उप यास बाल पॉके ट क त Ṇ’ पर आज के Ṇ माने के ब s च T के हसाब से
लखा गया उप यास था, िजसम जहाँ एक तरफ मॉडन’ टेF नोलॉजीज के साथ
तीन ब s च T का ुप है वह? 5000 साल पुरानी एक वलु त स?यता क ल Ẓाई भी
है।
‘अमोघ’ उनके उप यास जगत का 5 सरा कारनामा है। ये कताब बयां करती
ह तीन
सुपर हीरोṆ क अनोखी कहानी, ये कहानी एक नए शोध के साथ-साथ, एक
एFशन पैक सुपरहीरो वाली कताब के V प म पसंद क गई।
- अनुराग कु मार सह @ारा लिखत तीसरा फं तासी उप यास है!
ध यवाद मेरे माता- पता और प रजन T का िज ह T ने सदा ही मुझे ो सा हत कया और कभी मेरे लेखन म
बाधा नह? डाली।
ध यवाद मेरे गुV जन T का िज ह T ने मुझे इस यो य बनाया क म आज क पनाशीलता क इस उ Ẓान को भर
पाया। ध यवाद मेरी यारी बहन मा और नेहा का िजसने न सफ’ मेरा हौसला बढ़ाया बि क लेखन या ा
म मेरी
सहयोगी भी बन?।
ध यवाद मेरे परम म T का िजनके सुझाव और माग’दश’न से मेरी कई कहा नयाँ अपने समापन तक पइंची।
ध यवाद मथलेश गु ता और जयंत कु मार बलौच का िजनक वजह से ये कहा नयाँ उप यास क श F ल ले
सक?। ध यवाद आलोक कु मार जी का िजनक वजह से म ये आभार लख पाया।
और अंत म ध यवाद उस परमे र का िजसक वराट कहानी का म छोटा सा ह सा 5ँ।
WingsHouse
फं तासी | एडव चर | हॉरर
फं तासी | एडव चर |
हॉरर क 5 नया म
आपका वागत है
WingsHousePostbox#08
F या है व स हाउस?
व स हाउस एक ऐसा समूह है जो 5 नयाभर क जा5 ई फं तासी, एडव चर और
हॉरर कहा नय T को कताब के V प म आप सभी के सामने तुत करता
है। व स हाउस
हद के पाठक T क मांग को ³ यान म रखने इए काय’ कर रहा है। ज द ही
आपको कई ऐसी तमाम कताब पढ़ने के लए मल गी िज ह आप कह? न कह?
खोज रहे थे। जा5 ई जंगल से लेकर समु या ा और खजाने क खोज
से लेकर टाइम ेवल तक क कहा नयां।
आज हम बात कर गे एक और सुपर हीरो क िजसे हम इस बार फर उप
यास के V प म लेकर आये ह - र पु , लेखक- अनुराग कु मार सह, ले
कन आपको याद होगा “अमोघ” अनुराग कु मार सह जी @ारा लखी गई और
मेरे @ारा स पा दत क इई एक योर सुपर हीरो कताब थी, इससे पहले
‘सूरज पॉके ट बुF स’ म 2017 म आई कताब “मुखौटे का रह य” वह कताब
थी िजसने इस खास वधा क शुV आत क थी, एक लेखक और पाठक के तौर
पर मुझे ऐसी कहा नय T ने बखूबी लुभाया था! इस लए म लगातार ऐसी कहा
नय T क तलाश करता रहा।
व स के पहले सेट म हमने एक सुपर हीरो लांच कया िजसका नाम था-
“समु शैवाल”। वो एक ऐसे सुपर हीरो क कहानी थी जो समु पर राज करता था,
मुझे वो
कताब ब Ẓी शानदार लगी और म उसे स पा दत और का शत करने के लए
उ सा हत हो उठा। जब कताब बनकार तैयार इई “शैवाल-समु का महायोदा” नाम
सुझाया। ये
कताब इन दन T अमेजन और kindle पर उपल ē ध है!
उ मीद है सुपरहीरो फं तासी म यह कहानी – र पु आपको पसंद आयी
होगी! अगर हाँ तो हमने ज V र बताय । म तो चाहता 5ँ इसका 5 सरा भाग भी
आना चा हए।
खैर, आप F या सोचते ह ? ज V र बताइयेगा!
च लए अब बात करते ह व स हाउस के इस तीसरे सेट म कताब कौन-कौन
सी ह :


:
आप सभी लेखक और पाठक अपने e- सुझावT के साथ, हम ईमेल
कर सकते
ह।
आपके दए सुझाव T को अगले सेट के
WingsHousePostbox म शा मल
कया जाएगा।
उ मीद है आपको हमारा यह यास पसंद आएगा।
Subject: WingsHousePostbox
ईमेल: teamflywings@gmail.com

( व स हाउस И ए टव ट म के सद य और
लेखक)
!
‘ ’
!
:
| |
-01
1. -
( )
: ₹160
2. -
( )
: ₹160

3.
( ‘ ’ )
; ₹160

4. & 11:59
( )
₹180
कताब T को आड'र करने के लए हम आज ही संपक' कर या अमेजन से आड'र कर
फोन/whatsapp- 9660035345
:
| |
-02

1.
( )
: ₹250
2. -
( )
: ₹160

4.
( )
₹210

कताब T को आड'र करने के लए हम आज ही संपक' कर या अमेजन से आड'र कर


फोन/whatsapp- 9660035345
@ापर युग से नकलकर आ गई ह अपराजेय रा सी श याँ और पूरा व ा ह- ा ह कर उठा है!
इनको रोकने का बीẒा उठाया तीन महानायक T धनुष, आ नेय और वे दका ने।
परंतु रा सी श याँ अ यंत बल ह । उनको रोकने के लए जागृत करना प Ẓेगा ी कृ R ण का अमोघ च И और उसे
जागृत करने के लए चा हए ी कृ R ण का 'मोर पंख' और 'पांचज य शंख', जो छपा है समु क गहराइय T म
वलु त @ा रका नगरी म ।
F या क लयुग के महानायक हर त ल मी बाधा को पार कर पइँच पाएंगे @ा रका और रोक पाएंगे सृ के इस
महा वनाश को?
जानने के लए पढ़ , अनुराग कु मार सह क कलम से नकला एक सुपरहीरो फ टेसी नॉवेल:
5000 वष’ पूव’ जब महाभारत का महायुद समा त हो गया था और पांडव अपने पौ परीि त को राज-पाट स fi प
कर वग’लोक क ओर थान कर चुके थे। @ापर अपने अंत क तरफ बढ़ रहा था और क लयुग अपने आगमन के
लये नये रा ते तलाश रहा था । ये वो समय था जब पुt य श याँ ीण प Ẓ ने लगी थी और काली श य T
को एकबार फर अपने पैर पसारने का मौका मल गया । और ये घटनाИ म शुV इआ वहां से बइत 5 र कं दवन म
िजसे अब कालवन कहा जाने लगा था। F य T क ये वन मौत और आतंक का पया’य बन चुका था। F य T क जो भी
इस वन के अंदर जाता जदा वापस नह? आता था। और उसका कारण थे पाताल म रहने वाले रा स। पाताल से
धरती पर आने के बइत गने-चुने रा ते ह । और कं दवन उन गने-चुने रा ते म से एक था। जहाँ से रा स बाहर आते
और धरती पर रहने वाली इंसानी बि तय T पर हमला कर वापस लौट जाते। इंसान T ने कं दवन म जाकर उस @ार को
तलाशने क बइत को शश क पर सफल नह? हो पाये। F य T क उस पाताल @ार क र ा करती थी रा स T @ारा
नयु एक खूंखार और शकारी ‘कबीलाई जनजा त’ िजनक श य T का ोत था रा स T क घातक और मारक
तं श य T से यु ‘मुखौटे’।

You might also like