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√दुआओं में याद रखना _

रात के यारह बज रहे थे।


आशुतोष अ वाल ह बे आदत ब तर पर लेटते टाइम यूटयूब चैनल ज V र देखता था।
दनभर क खबरे उसक मान सक भूख इआ करती थ?। जब से उसे मोबाइल पर यूटयूब
देखने क लत प Ẓी थी, ट वी से तो मानो उसका नाता ही टूट गया था।
वह यूटयूब पर यूज चैनल पसंद कर ही रहा था क एक चैनल पर शरद का फोटो
देखकर उछल प Ẓा।
उसे इतना ब Ẓा शॉक लगा क उछलकर रब Ẓ के बबुए क भां त ब तर पर बैठ गया।
और उस खबर को देखने लगा और उस व उसके कान T म पघला सीसा प Ẓ ने लगा
जब उसने जाना क एक दन पहले उसने अपना R लेट िजस शरद नामक को
कराये पर दया है, वो ईनामी खूंखार ह यारा है और पु लस को उसक श 5 त से तलाश
है।
Ŋ कर के श ē द उसके दमाग म टनटनाने लगे।
”ओह गॉड!”
उसने गहरी सांस खा रज क । यह आवाज ब तर पर लेट उसक प नी ने सुन ली थी।
प नी आंख बंद कये लेट थी और सोने का य न कर रही थी।
उसे पता होता था क आशुतोष तो बारह-एक बजे से पहले सोने वाला नह? है। इसके
लए उसक प नी ने उससे तकरार भी क थी, वो चाहती थी क आशुतोष कम-से-कम
ब तर पर मोबाइल न चलाया करे, यह 5 सरी बात थी क उस म हला को हाट्सएप क
लत प Ẓी इई थी ले कन वह हाट्सएप से ऊबकर ज द ही सोने क आद हो गयी थी।
अभी रात के यारह बज रहे थे। यही उन लोग T के सोने का टाइम था।
आशुतोष एकाएक रब Ẓ के बबुए क भां त ब तर पर उछलकर बैठ गया था। यह
हरकत उस म हला ने देखी तो थी ले कन खास नो टस नह? कया था ले कन जैसे ही
आशुतोष के मुंह से एक V दन नकला-”ओह गॉड-!”
म हला च क उठ ।
वर सामा य नह? था।
म हला च ककर उठ बैठ -”F या इआ तु ह ?”
”शा लनी, ब Ẓी गलती हो गयी।”
वह जोर देती इई बोली-”F या गलती?”
”कल िजस करायेदार को हमने R लैट दया है, वो खूंखार ह यारा है, उस पर प s चीस
हजार का ईनाम है-।”
”अरे!” शा लनी के चेहरे पर पूरे बारह बज गये थे और आंख गोल हो गय?-”ले कन तु
ह एकाएक पता कै से चला-?”
”ये देखो-।” आशुतोष ने ईयरफोन मोबाइल से अलग कया और वी डयो ार भ कर
दया।
तुर त ही वी डयो चलने लगा।
आशुतोष एक चेहरे पर उंगली रखता इआ बोला-”यह वाला है शरद-।”
थोẒी देर वी डयो चलाकर उसने पाउस कर दया और अत'नाद करता बोला-”F या
कVं म ?”
”पु लस को फोन करो।” शा लनी बोली।
वह घुटे-घुटे वर म बोला-”खूंखार ह यारा है, कल को हम कोई नुकसान न पइंचा दे-।”
”नुकसान तो तब पइंचाएगा जब उसे पता चलेगा क यह काम हमने कया है-पु लस तो
ॉ मस कर रही है क सूचना देने वाले का नाम गु त रखा जाएगा।”
”या फर उस लेडी को फोन कVं िजसने उसे R लैट दलाया था-F या नाम था उसका,
हां शायद वीना।”
”न-।” शा लनी बोली-”तब तो ज V र भेद खुल जाएगा क पु लस को इ फाम' हमने
कया है-आप कसी च F कर म मत प Ẓो, सीधे पु लस को इ फाम' करो, पु लस
इस इ फाम'र को गु त रखेगी, घबराने वाली F या बात है-?”
”ओके ।” आशुतोष ने नण'य ले लया।
उसने तुर त सौ न बर डायल कर दया।
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तुत उप यास हमारे पछले उप यास T-अवैध, जुम' का ओवरटेक, Иाइम Иॉनोलॉजी क
चैथी और अं तम क Ẓी है। इस बार हम पछले उप यास T का सारांश नह? दे रहे ह ,
पछले
तीन उप यास T का सारांश लखने बैठ गे तो आधा उप यास सारांश से ही भर जाएगा।
यही मोटा कारण है क बना सारांश दये नये उप यास ‘ И मनल फादर’ का
घटनाИ म शुV कर रहे ह -। पछली कहानी जानने के लए रीडर को पछले तीन T उप
यास पढ़ने प Ẓ गे। ध यवाद।
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उस समय रात के यारह बजकर प ह मनट हो रहे थे जब पु लस िजि सयां अ वाल
बि डंग के सम ग त शू य इई।
ध Ẓाध Ẓ पु लसकम उतरे।
मानो उ ह पहले ही नदˇ शत कर दया गया हो।
एक-एक पु लसकम उस बि डंग के चार T तरफ फै लता चला गया। ये सब णभर म
हो गया था।
दो इं पेF टर र ज के अ धकारी बि डंग प रसर म बढ़े और एक जीना चढ़कर शरद
वाले R लैट के सम ि थर इए।
दोन T के हाथ म नंगे रवॉ वर लहरा रहे थे।
उनके पीछे दो कां टे बल ख Ẓे थे। इं पेF टर ने एक नजर R लैट के ऊपर लगी प का
पर अं कत न बर देखा और उस R लैट क कॉलबेल पुश कर द ।
भीतर कर'र' क ³ व न उ प न इई।
पु लस अमला सतक' मु ा म आ गया। वे दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगे।
जब दो मनट यूं ही खच' हो गये और कोई त И या नह? उभरी तो इं पेF टर ने पुनः
एक बार बेल पुश क ।
इस बार भी देर तक कोई खोलने नह? आया।
पुनः एक बार घंट बजायी गयी। इसी के साथ इं पेF टर ने दरवाजे का हैि डल
मोẒ कर देखा।
दरवाजा खुल गया।
अंदर अंधेरा था।
कु छ भी दखाई नह? देता था।
पु लस एकाएक साइड म हो गयी। मानो भीतर से कोई गोली चला दे तो खुद को बचाया
जा सके ।
वह शरद को कसी खतरनाक आतंक क तरह ट कर रहे थे।
एक ने अपने मोबाइल टॉच' जलाई और भीतर काश डाला तथा झांककर देखा।
ल वग हॉल खाली।
जहां तक काश गया, कोई नजर नह? आया। चार T पु लसक मय T के हाथ म
मोबाइल आ चुका था और टॉच' ऑन हो चुक थी।
पहले एक इं पेF टर भीतर व इआ। बाय हाथ म मोबाइल और दा हने हाथ म
रवॉ वर ताने वह भीतर घुसा।
उसके पीछे-पीछे बाक भी तीन T घुसे।
चार मोबाइल टॉच' से वह हॉल जगमगा उठा था।
हॉल नज'न था।
वे लोग दबे पांव एकमा कमरे क तरफ बढ़े।
हालां क उ ह आशा थी क R लैट म कोई होगा नह? F य T क तब R लैट खुला नह?
होता ले कन शरद अगर बाहर भी गया है तब भी R लैट खुला F य T होना चा हए?
यह दमाग म ग दश कर रहा था।
वे चार T एकमा कमरे क तरफ बढ़े। उसका दरवाजा ढु का इआ था।
आ ह ता से दरवाजा खोला।
कमरे म अंधेरा ा त था। जैसे ही मोबाइल ने भीतर झांका, अंधेरा लु त हो गया।
सामने ब तर पर एक लेटा इआ था।
वह शख-नख चादर से ढका था। कमरे के पंखे, कू लर सब बंद थे। यह बात शद द
हैरत क थी क इतनी गम म कोई बना पंखा चलाये कमरे के भीतर लेटा इआ
था, वो भी चादर ओढ़कर। उन लोग T का च कना लािजमी था और वे लोग च के ।
तब तक दो पु लसक मय T ने पूरे R लैट क छानबीन कर ली थी। कचन और
बाथ V म खंगाल डाला था, वहां कोई नह? था।
इं पेF टर ने हाथ बढ़ाकर ि वच ऑन कर दया। कमरा काश से भर उठा।
यह देखकर उन लोग T क आंख हैरत से फट रह गय? क कमरे के फश' पर लेडीज
कप Ẓे फै ले इए थे।
फश' पर बखरे प Ẓे कप ẒT म एक ेक पजामा, ले कन उसका कलर बताता था क वह
लेडीज है, ट -शट' और लेडीज अ तव' फश' पर जहां-तहां बखरे इए थे।
कमरे म एक तरफ एक मोबाइल फू टा इआ था। उसके टूटे इए पाट'स् फश' पर बखरे
प Ẓे थे।
यह च काने वाला त*य था।
लेटा श स अभी भी पूव' क भां त लेटा था। चादर ओढ़े। उसक पूरी काया चादर से
ढक थी।
R लैट खुला, ब Kी गुल, पंखे-कू लर बंद, और एक स Ẓी गम म ब तर पर लेटा
है, यह बइत च काने वाली बात थी और उन लोग T क भा वत कर रही थी।
तभी एक इं पेF टर ने उंगली से ब तर पर टूट इई चू Ẓ य T क तरफ इशारा कया।
ब तर क चादर पर टूट इई चू Ẓ यां प Ẓी थ?।
कमरे क अव था हत भ कमरे वाली थी।
तभी एक इं पेF टर ने वर खा रज कया-”ऐ म टर-!”
उनके रवॉ वर T के मुंह अब बेपरवाह हो गये थे F य T क इतना तो वे जान चुके थे क
कम-से-कम इस R लैट म अपराधी से उनक जान को कोई खतरा नह? था। पूरे R लैट
म एक ही था और वह भी ब तर पर चादर ताने लेटा था।
इं पेF टर क क Ẓ क आवाज कमरे म गूंज उठ थी। ले कन लेटे इए पर कोई
भाव नह? प Ẓा।
वह टस-से-मस भी नह? इआ।
इं पेF टर नजद क गया और चादर का एक कोना प Ẓ कर ख?च
डाला। इसी के साथ वहां उपि थत लोग T क घुट -घुट सी चीख
नकल गयी। वह एक लाश थी।
आंख उबली इ थ?।
एक म हला क लाश थी।
वीना क ।
लाश पूण' न न थी।
एक रेशा भी शरीर पर नह? था।
पु लस क आंखं◌े फट -क -फट रह गय?।
*******
वहां हलचल मच चुक थी।
R लैट मा लक आशुतोष अ वाल को तलब कर लया गया था। उसका रहाइशी घर भी
पास ही म था। उस व उसके तोते उ Ẓ गये जब उसे सूचना मली-”R लैट म एक लाश
है।”
उसका मुंह खुला का खुला रह गया। उसने इं पेF टर से पूछा-” कसक -F या शरद क ?”
”नह?-एक म हला क लाश है-न न अव था म ।”
”F या?” आशुतोष के मि त R क म धमाका इआ।
श ē द मि त R क पर हथौẒे बरसाने लगे-‘लाश-म हला क लाश-न नाव था म ।’
उसके दमाग के घुरˇ उ Ẓ चुके थे। वह भागा-भागा R लैट पर पइंचा।
इं पेF टर राघवे सह उसे भीतर लेकर गया।
R लैट के बाहर प Ẓो सय T क भीẒ एक हो चुक थी। सभी को पता चल गया था क
R लैट म लाश है और ये भी क एक म हला क लाश है और न न अव था म है।
भारी कौतूहल का वषय था।
ब Ẓी शॉF ड करने वाली खबर थी।
आशुतोष अ वाल लाश तक पइंचा।
लाश पर नजर प Ẓ ते ही वह च क उठा। उसके मुंह से नकला-”अरे! यह तो वीना है।”
”कौन वीना?” पास ख Ẓे इं पेF टर राघवे ने कया।
”इसी ने कल शरद को R लैट दलवाया था-इसी क जमानत पर म ने R लैट कराये पर
दया था।” उसक हैरत का कोई ठकाना नह?
था। ”शरद कहां है?” राघवे ने अबूझा
कया। ”मुझे F या मालूम?”
”बाहर कू ट कसक ख Ẓी है?”
”कहां बाहर?”
”यह? बि डंग के आगे।”
”पता नह?।”
”इस वीना का पता- ठकाना?”
”हां मेरे पास इसके आधार क जीरॉF स कॉपी है। उसम इसका न बर भी लखा है।”
आशुतोष जीराF स कॉपी लाने के लए बाहर नकल गया।
घटना थल पर उ s चा धकारी आ चुके
थे। लाश का मुआएना कया गया।
लाश क गद'न पर हरे नशान प Ẓे इए थे, आंख उबली इई थ?, चेहरे पर तनाव खचा
था।
बाक शरीर पर कोई नशान नह? था।
लाश को पलटकर देखा गया। पछली साइड पर भी कोई च y नह? था।
एसएसपी ने रह यो@ाटन कया-”इसको गला घ T टकर मारा गया है, हाथ से गला
घ T टा गया है-मुंह भी बंद कया गया है।”
”यह मड'र शरद ने कया है।” राघवे ने बताया।
”वह तो सचमुच खूंखार ह यारा है।” एसएसपी ने आगे कहा-”बकौल आशुतोष, शरद
यहां एक दन पहले ही श R ट इआ था और उसे R लैट इस वीना ने ही दलाया था तो
शायद शरद वीना कर र s तेदार रहा होगा।”
राघवे बोला-”कम-से-कम पुराना प र चत तो ज V र है-वरना एक दन म वह वीना से
शारी रक स ब ध नह? जोẒ सकता-।”
”ऐसा भी हो सकता है क शरद ने वीना का रेप करने क को शश क हो और इसी के
चलते शरद ने वीना का मड'र कर दया हो।”
राघवे बोला-”ले कन सर मुझे ऐसा नह? लगता क शरद ने रेप करने क को शश क
हो।” वह फश' पर प Ẓे कप ẒT क तरफ इशारा करता इआ बोला-”यहां फश' पर वीना के
कप Ẓे फै ले इए है, अगर शरद ने जबद' ती क होती तो कप Ẓे ज V र फटे होते, कोई
तो कप Ẓा फटा होता-जबद' ती म बगैर कप Ẓे फाẒे पूण' न न नह? कया जा सकता।”
” फर तो ज V र वीना शरद क पुरानी वा कफकार रही होगी ले कन...।”
”ले कन सर?”
”ऐसा F या इआ हो सकता है क शरद ने वीना का मड'र कर दया?”
राघव खोप Ẓी ल Ẓाते इए बोला-”हो-न-हो यही बात होगी क आज दन म शरद
क वी डयो रलीज इई है, वो वी डयो वीना ने देखी होगी और इसी कहा-सुनी म शरद ने
वीना का मड'र कर दया।”
एसएसपी ऊपर-नीचे गद'न हला रहा था।
फोटो ाफस' लाश के विभ न कोण से फोटो ख?च रहे थे। वी डयो ाफ भी हो रही थी।
कमरे के एक कोने म प Ẓे मोबाइल के टूटे इए पाट्'स एक जगह एक त कर लये
गये थे।
फगर ट्स दल जहां-तहां से ट्स कलेF ट कर रहा था।
बाद म एसएसपी एक लेडी कां टे बल से बोला-”डैड बॉडी को कप Ẓे पहना दो।”
लेडी कां टे बल कप Ẓे पहनाने चली।
आशुतोष जीरॉF स कॉपी ले आया था।
उसम लखे फोन न बर पर जब कॉल क गयी तो वो न बर ि वच ऑफ आया।
राघवे आशुतोष से बोला-”कोई अ टरनेट न बर?”
”नह? सर, एक ही न बर दया था।”
”यह तो ि वच ऑफ आ रहा है।”
एसएसपी ने पूछा-”F या ए ेस िF लयर नजर आ रहा है?”
”हां ए ेस िF लयर है।”
इस पते पर कां टे बल भेजो-जब वीना क फै मली के लोग आ जाय तो इं ोगेशन करो
क शरद का उनसे F या स ब ध है और अब शरद कहां हो सकता है?
”ओके सर।”
एसएसपी ने वायरलेस पर क ोल V म से कहा- ”िजले के सभी रा त T को सील कर
दया जाये और एक-एक क शना त करके बाहर नकलने दया जाये-शरद क
फोटो िजले भर क पु लस को हाट्सएप कर द जाये, अगर शरद िजले से बाहर भागने
क को शश करे तो पक Ẓा जाना चा हए।”
एसएसपी को अपना ही लहजा खोखला नजर आ रहा था। उसे पता था क शरद को
पक Ẓ ना इतना आसान नह? है। शरद अब तक बइत 5 र नकल चुका होगा।
ले कन जो को शश क जा सकती थ?, उसके लए पु लस वभाग तबद था।
वीना क फै मली से भी कोई आशा नह? बंधी थी।
वह खूंखार ह यारा यहां भी एक मड'र कर गया था।
एसएसपी ने नदˇ शत कया-”यहां आसपास लगे सीसीट वी को खंगालो-।”
आशुतोष बोला-”इस बि डंग के इ स कामन ए रया म कै मरे लगे ह -इस R लैट के
बाहर भी लगा है, नीचे भी लगा है।”
एसएसपी ने राघवे से कहा-”सीसीट वी खंगालो।”
कु छ उ चत दशा- नदˇश देकर उ s चा धकारी वहां से चले गये।
*******
आधा घ t टा प ात ही रोते-कलपते वीना के प रजन आ गये थे।
वीना का प त और दो ब s चे।
लाश को कप Ẓे पहना दये गये थे।
जब ब s च T क 5 वीना पर प Ẓी तो वहां एक कोहराम मच
गया। चीखो-पुकार मच गयी।
वीना का प त राके श भी फफक उठा।
कु छ देर के बाद इं पेF टर राघवे वीना के प त राके श को एक तरफ ले गया और
उससे पूछा-”शरद के बारे म F या जानते हो?”
”कौन शरद?” राके श ने त कया।
”यही िजसको वीना ने R लैट कराये पर दलाया था-।”
”हां-ऽऽ” राके श मृ त पर जोर डालते इए आगे बोला-”एक आदमी कल सुबह के
टाइम पर आया तो था हमारे घर, वीना बता रही थी क वह उसक कसी ffiे ड का
हंसब ड है और उसे वीना के रेफरे स से R लैट कराये पर लेना है।”
”वैरी गुड!” राघवे को सफलता क करण नजर आई-”कौन-सी ffiे ड-F या नाम था
उसका?”
”नाम तो म ने नह? पूछा-नाम पूछना म ने ज V री नह? समझा।”
”वीना के मोबाइल म उसका न बर तो होगा?”
”हां, ले कन मोबाइल नह? होना चा हए, उसका मोबाइल कं ट यू ि वच ऑफ आ रहा
है, हम लोग रात आठ बजे से लगातार लगा रहे ह -सारी र s तेदारी म फोन लगा दये
और हम F या पता था क वह यहां मृत प Ẓी है।” कहकर राके श पुनः फफक उठा।
और आ तीन से आंख छपाकर रोने लगा।
राघवे ने उसे ढांढस बंधाया-”होनी को कोई नह? टाल सकता राके श जी, ले कन अब
ह यारा िजतनी ज द पक Ẓा जाये, उतनी ही ज द दवंगत क आ मा को शाि त
मलेगी।”
राके श ने अपने आंसू प T छे और नाम'ल होने क को शश क ।
राघवे ने कहा-”कमरे म एक मोबाइल टूटा इआ मला है, F या आप वीना के मोबाइल
को पहचानते हो?”
राके श ने वीकृ त म गद'न हलायी।
राघवे ने टूटा इआ मोबाइल उसे दखाया।
राके श Vं धे गले से बोला-”यह वीना का ही मोबाइल है-।”
”F या वीना क शरद से पुरानी वाक फयत थी?”
”नह?-कल पहली बार वह हमारे यहां आया था-वीना ने मुझे बताया था क उसक एक
बचपन क ffi ड का हसब ड अपने कारोबारी सल सले म एक महीना बरेली म रहना
चाहता है, इसके लए वह R लैट दलाने म उसक मदद करेगी। यह एक नॉम'ल बात
थी, म ने कहा था क अ s छ बात है, आपको मदद करनी चा हए-कल शरद हमारे घर
आ गया था और काफ देर बैठा रहा था-म ूट पर नकला था तो उसे ाइंग V म म
छोẒ गया था।”
राघवे च कत वर म बोला-”यह ब Ẓी हैरान करने वाली बात है क शरद ने मा एक
दन म वीना को अपने मोहपाश म फं सा लया था, स ब ध कायम कर लये थे, यह बात
हलक से नह? उतर रही।”
”ऐसा नह? हो सकता।” राके श नर तर इंकार करता बोला-”वीना ऐसी नह? थी।”
”तब तो और भी अ धक आ य' क बात हो गयी क शरद एक सं ांत म हला को कस
कार अपने ेमजाल म फं सा पाया-इसका मतलब शरद जा5 जानता है-।”
”आप अवैध स ब ध क बात इतने व ास से कै से कह रहे ह ?” राके श ने राघवे
को शंका क 5 से देखा।
राघवे बोला-”F य T क वीना क लाश न न
थी।” ”Fया?”
”और चादर पर कु छ नशान मले ह जो सेF स क गवाही देते ह -हमारे ए F सपट' ने
बताया
क कु छ नशान एक दन पुराने ह या न कल के ह और शरद कल ही श R ट इआ
था, या न R लैट म आते-आते उसने कसी ी से स ब ध बनाये थे।”
राके श क आंख चैẒा गय? थ?।
उसे सहसा यक न नह? हो रहा था।
राघवे क बात सुनते इए नर तर राके श क गद'न इंकार म हली थी।
वह अ त म बोला-”ऐसा नह? हो सकता-वो ऐसी औरत नह? थी-मुझे कभी उसक
शकायत नह? मली।”
”बहरहाल-।” राघवे बोला-”मुझे वीना का न बर दो। उसक कॉल ह नकालकर
यह जाना जाये क उसक कौन-सी ffiे ड ने उसे फोन कया था।”
राके श ने वीना का न बर बोला।
राघवे ने फोन म डाला।
*******
उस व रात का एक बज रहा था।
इं पेF टर राघवे एक ए F सपट' के साथ अ वाल बि डंग का सीसीट वी खंगाल रहा
था।
बि डंग के कामन ए रया और मेन इ स के तीन-चार लोके शन म कै मरे लगे थे।
दन के तीन बजे वीना कू ट से आई थी। कू ट उसने जीने के आगे टैt ड क और
चलकर एक जीना चढ़ा।
वह ेक पजामा, ट -शट' पहने इए थी, उसके हाथ T म चू Ẓ यां थ? और चेहरा सजा इआ
था।
राघवे उसक एक-एक И या को नोट कर रहा था।
वह फ ट R लोर पर पइंची। अब 5 सरे कै मरे क जद म आ चुक
थी। फ ट R लोर के एक दरवाजे क उसने कॉलबेल घनघनाई।
वेट करने लगी।
वह कु छ परेशान-सी नजर आ रही थी।
उसके हाथ म उसका फोन था।
उसके थत होने के ये ल ण 5 गोचर होते थे क बेल बजाने के बाद वह नर तर
दो कदम इधर से चार कदम उधर से हलती रही।
तीस सेके t ड के अंतराल पर दरवाजा खुल गया था। खोलने वाला शरद था जो उसे
देखकर मु कु राया था।
ले कन वीना नह? मु कु रा सक थी। उसने शरद का चेहरा देखा था और चेहरे पर कसी
कार के भय ने अपना अ धप य जमाया था।
वह सहमा इआ चेहरा लेकर भीतर व हो गयी थी। शरद के चेहरे पर मु कान नरंतर
बनी इई थी।
वीना के भीतर घुसते ही शरद ने वीना के गले म हाथ डाल दया था और 5 सरे हाथ से
दरवाजा बंद कर दया था।
दरवाजा बंद होते ही 5s य गायब हो गया था। अब वे दोन T कसी भी कै मरे के दायरे
म नह? आते थे।
जब शरद ने वीना के गले म हाथ डाला था तो पूरे अ धकार से डाला था और वीना ने
उसका कोई वरोध नह? कया था अ पतु वीना के चेहरे पर कोई मु कान का भाव नह?
उपजा था तदा प वह सहमी इई सी मालूम प Ẓ रही थी।
इं पेF टर राघवे ने उसके एक-एक भाव को रीड कया और उसे प रभा षत भी कया।
वह ए F सपट' से बोला-”इससे सा बत हो गया क शरद ने रेप करने क को शश म मड'र
नह? कया है, उसने वीना के गले म िजस अ धकार से हाथ डाला है और वीना ने
कोई
वरोध नह? कया और कसी कार च कने के ल ण भी नह? उभरे इससे सा बत इआ
क वीना अपनी रजामंद के साथ शरद के साथ रलेशन म थी।”
पीछे एक एसआई और आशुतोष अ वाल बैठे थे।
एसआई बोला-”ले कन िजस तरह राके श ने बताया क वीना शरद को कल से पहले तक
जानती-पहचानती ही नह? थी, कल सुबह शरद को उनके घर जाकर अपनी पहचान
बतानी प Ẓी थी तो या न शरद ने एक ही दन म वीना से रलेशन बना लया?”
राघवे बोला-”एक ही दन म नह? बि क कु छ ही घ t ट T म -बेडशीट पर कु छ ऐसे
नशान
मले ह जो सेF स के बाद पैदा होते ह , उसम कु छ नशान आज के ह और कु छ
कल के ह ।”
उनक सबक 5 ट वी И न पर चपक थी।
एक И न पर आठ छोटे-छोटे बॉF स नजर आ रहे थे। वे आठ T को ताक रहे थे।
समय गुजरता जा रहा था ले कन अभी कै मरे क जद म कु छ भी उ लेखनीय नह? आ पा
रहा था।
इस बीच राघवे बोला-”अब हम खासतौर पर यह देखना है क R लैट का दरवाजा
खुला इआ F य T था-F या शरद खुला छोẒ गया था?-हालां क उसे कसी भी सूरत खुला
नह? छोẒ ना चा हए-िजस घर म लाश मौजूद हो, उसे कोई खुला कै से छोẒ कर जा
सकता है?”
राघवे चचा' कर रहा था।
एसआई बोला-”ऐसा भी तो हो सकता है क शरद तो लॉक करके गया हो ले कन बाद म
कसी ने लॉक तोẒा हो?”
”ले कन लॉक टूटा इआ तो नजर नह? आया।”
एसआई चुप रह गया।
वे सफ' अपनी बुिद को शाप' कर रहे थे। वरना कु छ मनट प ात् स s चाई सामने आ ही
जाने वाली थी।
कु छ स भावनाएं कट क जा रही थ?।
प रणाम कु छ देर बाद सामने आ ही जाना था।
और वो प रणाम सामने आया वीना के वेश के ठ क बयालीस मनट प ात्।
दरवाजा खुला।
उन लोग T क ध Ẓ कन V क गय? थ?।
शरद बाहर नकला।
उसके मुंह पर V माल बंधा इआ था।
वे लोग सांस साधकर 5s य को देख रहे थे।
शरद ने बाहर से दरवाजे का ह डल फं साया और एक ण ख Ẓे होकर जीने क तरफ
देखा। त प ात् वह जीना उतरता चला गया।
उसके बाद वह कई कै मर T क जद म आया और फर तेज ग त से पैदल चलता इआ
उस
बि डंग से 5 र हो गया।
राघवे बोला-”यह मड'र कर चुका है, इसक बॉडी ल वेज बता रही है।”
वे लोग दम साधे И न देखते रहे।
फर ए F सपट' ने पांच T सेके t ड क ऑटो पीड से 5s य को दौẒाना शुV
कया। उन लोग T को रात एक से सुबह के पांच बज गये थे।
जब सीन खुद पु लस क मय T वाला उभर आया तो उ ह T ने И न को ऑफ कर दया।
इस बीच शरद लौटकर वापस नह? आया था और कसी भी का वेश उस R लैट म
नह? इआ था।
जब И न के समयानुसार रात साढ़े यारह बजे इं पेF टर राघवे अपने अमले समेत
वयं 5s य म उभरकर आया तो उसने थोẒी देर और देखने के बाद И न ऑफ
करवा द ।
ज V री वी डयो ए F सपट' ने अपनी साइट पर शेयर कर ली थ?।
*******
इं पेF टर जाख Ẓ के हाथ म पीएम रपोट' थी।
उसे इसी रपोट' क बेस ी से ती ा थी।
उसने त परता के साथ रपोट' पढ़ और उस समय उसे चार सौ चालीस वो ट का
झटका लगा जब उसे पता चला क रपोट' के अनुसार दोन T मड'र लाश मलने के
पछली रात को इए ह ।
वह च fi क उठा।
या न R लैट से दोन T जदा वापस नकली ह ।
वह ब Ẓ ब Ẓा उठा-”ऐसा कै से हो सकता है? अगर जदा वापस नकली ह तो सीसीट
वी क फु टेज म F य T नह? आ ।”
वह शॉF ड होकर रह गया।
वह दोबारा रपोट' पढ़ने लगा।
मगर टग म कोई भी प रवत'न नह? मला।
वह एक बार डि F ट हॉि पटल क साइट पर गया।
मोबाइल खोलकर इसी रपोट' को वह डि F ट हॉि पटल क साइट पर पढ़ने लगा।
सेम टू सेम।
उसके तो सारे इराद T पर तुषारापात हो गया।
अब कस कार वह मोना और सनम को दोषी ठहरा सकता था। हालां क हतो सा हत
तो वह पहले ही हो चुका था। तमाम F लू िजनके आधार पर वह दोषी ठहराना चाहता
था, वो F लू निRИ य हो चुके थे।
सबसे ब Ẓा शॉक उसे तब लगा था जब िजन बैग T के मा³ यम से वह मोना, सनम
को चाजˇ बल करना चाहता था और वही बैग मोना के घर नकल आये थे और टेलर
ने भी बयान दे दया था क उसने तो यही वाले बैग सले ह जो मोना के घर से बरामद
इए है, लाश वाले बैग वह नह? जानता क कहां से आये?
रऊफ मयां टेलर को झूठा सा बत करने के लए जाख Ẓ ने पास क 5 कान का
सीसीट वी दखवा लया ले कन टेलर स s चा सा बत इआ।
बस दो बैग सलवाकर ले जाता शरद ही दखलाई प Ẓा। उसके अलावा कोई भी बैग
ले जाता नह? दखा।
कई दन पीछे और दो दन आगे तक क रका?डग देख डाली थी।
इसके अलावा जाख Ẓ ने राजनगर के हर बैग टेलर से प Ẓ ताल कर ली थी क F या
उसने बैग सलकर दये थे।
सबक मं◌ुडी इंकार म हल जाती थी क नह? हमने कसी को इतना ब Ẓा साइज और
इस कलर म बैग सलकर नह? दये ह ।
जाख Ẓ का यह F लू भी िजसे क वह बइत दमदार समझ रहा था, टांय-टांय फ स हो
गया।
5 सरा उसे पीएम रपोट' पर बइत भरोसा था क जब माधु, पाV क वापसी सीसीट वी
म कै द नह? इई है तो प सी बात है क उनके मड'र R लैट म ही इए ह और इसक
गवाही
ल R ट लॉबी म रखे वे दो बैग भी दे रहे थे जो इतना फू ले इए थे क उनम लाश होने क
भरपूर स भावनाएं थ?-
मगर अब F या क रये-
पीएम रपोट' ने तो सा बत कर दया क उस रात तो मड'र इए ही नह? है बि क अनुसार
उससे अगली रात को मड'र इए ह और अगली रात म शरद, मोना, सनम म से कोई भी
उस R लैट म पाया नह? गया है-।
शरद-?
शरद का याल आते ही जाख Ẓ क खोप Ẓी म एक च И वात ग दश करने लगा।
अगर शरद दोषी नह? है तो फर भागा F य T?
जब भागा है तो इसका अथ' इआ क वह दोषी है और अगर यह माना जाये क वह
दोषी है तो प सी बात है क वह अके ला दोषी नह? है।
मोना, सनम भी दोषी ह ।
ले कन ब Ẓा तो यह पैदा होता है क मोना-सनम के दोष अ ततः सद कै से
कये जाय ?
अ ततः-
दोष कै से सद कये जाये?
ये ब 5 जाख Ẓ के लए ददˇ-सर बन गया।
अभी तो एक सनसनीखेज खबर जाख Ẓ क ती ा कर रही
थी। वह लेट नाइट सोया था इस लए देर से सोकर उठा।
फर तैयार होने क ह Ẓ ब Ẓी म उसने न अपना हाट्सएप चेक कया और न यूज पर
5 पात कया वरना उसे पता चल जाता क बरेली म शरद ने कस हौलनाक घटना को
अंजाम दया है।
मगर उसक खोप Ẓी तो पो टमाट'म रपोट' ने ही चकर घ नी बना द थी। सारे पासे उलट
गये थे। सब आशाN पर तुषारापात हो गया था।
अब फर से नये सरे से इ वे ट गेशन करनी थी।
मोना व सनम को तो फलहाल वह भूलकर भी चाजˇ बल नह? कर सकता था F य T क
ऐसा कोई मसौदा ही उसके पास नह? था।
इस ददˇ- सरी के आलम म उसे एसएसपी क श 5 त से याद सतायी।
उसने एसएसपी को डायल कर दया।
*******
घंट जाने पर 5 सरी तरफ से फोन रसीव इआ-”हेलो।”
”जय ह द सर।”
”जय ह द जाख Ẓ-F या तुमने पीएम रपोट' पढ़ ?”
”हां सर, अभी तो पढ़ रहा था, ब Ẓी हैरान करने वाली रपोट' ह -मड'र इए ह बारह तारीख
को और रपोट' बता रही है क तेरह तारीख को मड'र इए ह -।”
”F या तु ह शक है रपोट' पर?”
”यस सर, मुझे रपोट' पर शक है-घटना थल पर प Ẓी लाश T क कं डीशन नह? बताती थी
क लाश कम-से-कम छ Kीस घंटे पुरानी ह , वे लाश आठ-दस घंटे पुरानी तो नह? लगती
थ?।”
”ले कन हम अपने अनुभव के बना पर पीएम रपोट' तो नह? झुठला सकते, हां पीएम
रपोट' के आधार पर हम अपना अनुभव झुठला सकते ह ।”
”F या इसम सर आपको कसी ष ं क बू नह? आ रही?”
”नह?, पीएम रपोट' म F या ष ं हो सकता है?”
इं पेF टर जाख Ẓ हताशा म चुप रह गया। थोẒी देर बाद बोला-”म बसरा रपोट' क
ती ा कVं गा।”
”उससे F या होगा?”
इस पर जाख Ẓ चुप रह गया। सच तो यह था क वह ड ेशन का शकार हो चुका
था।
उसक अव था ब कु ल ऐसी थी मानो कसी को सफलता मलने ही चली हो और
फर एकाएक पता चले क यह तो सब मरी चका था।
सफलता का तो अभी 5 र-5 र तक पता नह? है-।
तो िजस कार वह अपना माथा धुन लेगा, ठ क इसी कार अभी जाख Ẓ अपना
सर पीट रहा था।
वह हताशापूण' वर म बोला-”सर इस के स म मुझे भारी ष ं क बू आ रही है।”
”Fया?”
”रऊफ मयां टेलर ने िजन दो बैग T को पहचानकर कहा था क यह म ने सले ह , बाद
म उन बैग T को खुद के सले होने से इंकार F य T कर दया?”
”F य T क 5 सरी बार उसने िजन दो बैग T को देखा उसे रऊफ ने सचमुच सला था,
पहले वाले बैग T को देखकर वह धोखा खा गया था और 5 सरे वाले बैग T को देखकर वह
झट से पहचान गया क नह?, म ने तो यही सले थे।”
”F या यहां ख Ẓा नह? होता क िजन बैग T म लाश मली थ? ब कु ल उ ह? कलर
और साइज के बैग मोना के घर से मलते ह जब क यह साइज माकˇ ट म उपल ē ध
नह? रहता?”
एसएसपी ने एक ण ठहरकर जवाब दया-”इसम मुझे शरद का ष ं नजर आता है,
शरद ने जानबूझकर चार बैग सलवाए, दो मोना को ग R ट कये और दो अपने लये
सलवाये, बाद म शरद ने अपनी प नी और बेट का मड'र करके उन दो बैग T का
इ तेमाल कया-।” उ साह म भरकर एसएसपी कहता चला गया-”दो बैग शरद ने मोना
को इस लए ग R ट कये थे ता क वह सोसायट के कै मर T म आ जायं◌े और घटना
थल से मले बैग T को उन बैग T से मलान करके इसे मोना के िखलाफ एक सुबूत मान
लया जाये।”
”आपका मतलब है क शरद खुद मोना को फं साना चाहता था?”
”हां, मोना से उसक 5s मनी रही होगी, वह एक तीर से दो नशाने करना चाहता था-एक
तरफ उसने अपनी प नी-बेट को भी मार डाला और 5 सरी तरफ इसी आरोप म मोना
और सनम को फं साने क चाल चल द -।”
”ले कन यह तो नहायत ही बेवकू फाना योजना थी शरद क ।” तेजी से सांस लेने के
बाद जाख Ẓ आगे बोलता चला गया-”जब खुद शरद मोना और सनम के साथ-साथ है तो
यह योजना सफल योजना कहां इई, सफल योजना तो तब होती जब खुद साइड
रहकर मोना, सनम को फं सा देता।”
”तब उसक चाल खुल सकती थी, ऐसा शरद ने सोचा होगा।” एक ण ठहरकर पुनः
एसएसपी का वर नकला-”अगर वह खुद साइड हो जाता तो मोना यह इ जाम लगाती
क ये मड'र हमने नह? बि क शरद ने कये ह , तब मामला क R यूजन का हो जाता और
अब जब क शरद खुद साथ म है तो मोना क R यूजन का माहौल И येट नह? कर सकती-
शरद को यक न होगा क वह आजीवन खुद को त Ẓीपार कर सकता है-इस योजना के
तहत उसने मोना, सनम को मड'रर बनाने का लान रचा।”
”ले कन...।”
”ले कन-?”
”F या शरद को यह Kान नह? होगा क जब वो बैग मोना के घर पर मल जाएंगे तो
उसक योजना तो अपने आप धराशायी हो जाएगी और जब बैग ग R ट कये ह तो जा
हर सी बात है क वो घर पर मल गे।”
”यहां शरद क योजना रही होगी मोना के घर से बैग T को चुराने क या फर कसी
बहाने से बैग T को ले जाने क -मानो वह मोना से कहता क वो बैग मुण्◌े देना, थोẒा
काम है, कल वापस कर 5ंगा, इस तरह वो बैग मोना से ले जाता ले कन मोना का
सौभा य यह
नकला क शरद अपनी इस अं तम चरण क योजना के लए समय नह? नकाल पाया
और इस तरह पु लस को वो बैग मोना के घर से मल गये-।”
जाख Ẓ क बुिद त s तरी क मा नद अपनी धुरी पर नाच रही थी।
थोẒा ठहरकर उसने उलझा इआ रखा-”आपका मतलब है क शरद उन मड'र को
सोसायट के R लैट म दखाना चाहता था-पु लस जब ल R ट-लॉबी म रखे बैग देखे तो
समझे क उन बैग म लाश है-?”
”हां।” एसएसपी ने उलझे को सुलझाया-”इसके लए शरद ने बाकायदा मोना व
सनम को एक प पढ़ाई होगी क यह ब तर और ग 5े खराब ह , इ ह अपने घर ले
जाओ और यहां के लए म 5 सरे ग 5े ला 5ंगा, मोना ने बैग T म वो ग 5े ही भरे
ह T गे।”
”अगर शरद मोना व सनम को मड'र के इ जाम म फं साना चाहता था तो गेट पर ए
रिज टर म उसने मधुर पाV क आउ टग F य T दज' करायी?”
एसएसपी एकदम चुप रह गया।
शायद एसएसपी गहरी प Ẓ ताल म चला गया था। तब तक जाख Ẓ ने 5 सरा दाग
दया-”और अगर मधुर व पाV का मड'र उस R लैट म नह? इआ था तो उनक वापसी
सीसीट वी म दज' F य T नह? इई?”
एसएसपी ने 5 सरे का जवाब पहले दया- ”स भवतः सीसीट वी से उस फु टेज
को शरद ने वयं डलीट मार दया होगा-यह कोई ब Ẓा काम नह? है, वहां के स F यो
रट
इ चाज' को हायर करना है जो क एक मामूली बात है, पैसे पर लोग बकते ह -वह
इंचाज' के साथ खुद सोसायट कं ोल V म म गया होगा और अपने हाथ से मधुर पाV

आउ टग को डलीट मार दया होगा।”
”तो फर रिज टर म आउ टग F य T दज' कराएगा?”
”यह काम पहले हो गया होगा।” एसएसपी दमाग मथते इए बोला-”जब वह मधुर व
पाV के साथ आउट इआ होगा तो सामा य И या के तहत उपि थत गाड' ने उनक
आउ टग दज' करी- फर रात म जब शरद मड'र कर चुका, तब वह सोसायट आया होगा
और इंचाज' से मला होगा और उसे लालच देकर डली टग का काय' कया होगा ले कन
रिज टर से आउ टग इस लए डलीट नह? हो सकती क फर ओवर राइ टग हो जाती
जो
क पक Ẓ म आ जाती- फर उसने बइत यादा ³ यान इस लए नह? दया होगा क जब
सीसीट वी म ही आऊ टग नह? दखाई देगी तो रिज टर क आऊ टग को एक धोखा मान
लया जाएगा जो क तुम मान रहे हो।”
जाख Ẓ का दमाग ब कु ल नचुẒ गया
था।
वह ठहरे इए वर म बोला-”इसका मतलब इस योजना को सफल करने म इंचाज' यादव
क भी भू मका है?”
” ब कु ल-ले कन तुम उसे सा बत नह? कर सकते- F य T क उसने अगर एक बार
इंकार कर दया क ऐसा कोई काम नह? इआ है क कसी फु टेज को डलीट मारा गया
हो तो तु हारे पास उसे झूठा सा बत करने के लए कु छ नह? है-।”
”ले कन मेरे पास एक बंदा है सर जो इस बारे म कु छ-कु छ जानता है-।”
”कौन?”
”सरदार-दरोगा-जो उस R लैट म मोना, सनम, शरद के रहते घुस चुका है और बाद म
भी जब म सीसीट वी खंगालने के लए सोसायट गया था तो म ने स वल ेस म उसे
वहां
देखा था, मेरे पइंचने के बाद वह चला गया था-।”
”अsछा।”
”मुझे लगता है, वो सरदार एसआई मुझे कोई काम क जानकारी दे सकता है।”
” ाई करो।”
”मोना-सनम का F या कVं ?”
”छोẒो, छोẒ ना प Ẓेगा, हमारे पास कोई ऐसा सुबूत नह? है क हम उन पर के स बना
सक और बना जीडी पर चढ़ाए हम कसी को चैबीस घ t टे से यादा हवालात म नह?
रख सकते।”
जाख Ẓ के चेहरे पर ऐसा तनाव पैदा इआ था जैसे कसी का बना बनाया कारवां लुट
गया हो।
कल तक वह कतना खुश था।
उसे पूण' आशा बंधी थी क वभाग @ारा उसक खूब पीठ थपथपाई जाएगी ले कन एक
दन म समीकरण ऐसे बदल गये थे क उसे आज मोना सनम को छोẒ ने पर ववश होना
प Ẓ रहा था।
वह चुप रहा था तो उधर से एसएसपी का वर पुनः खा रज इआ-”मोना सनम को वा?
नग देकर छोẒ दो क वह शहर से बाहर नह? जाएगी और जब भी ज V रत प Ẓेगी
कानून क मदद कर गी, अपनी इ वे ट गेशन जारी रखो-।”
एसएसपी ने सांस ली और आगे कहा-”तु ह पता होगा ही क शरद ने एक मड'र और कर
दया है।”
”F या?” जाख Ẓ तो कु स पर बैठे -बैठे उछल पẒा।
”F या तु ह नह? पता?”
”अभी म ने कोई यूज नह? देखी है, न हाट्सएप चेक कया है, बस सीधे पीएम रपोट'
देखी थी और मेरे दमाग क ग ली उ Ẓ गयी-तभी म ने आपको फोन लगाया-।”
”अरे भाई, शरद यहां से भागकर बरेली गया था-और फर...।” एसएसपी वीना
ह याकांड के बाबत बताता चला गया।
5s य पटल पर जो कु छ उभरकर आया था, वो सब बताने के बाद एसएसपी अंत म
बोला-”अब शरद बरेली से भी गायब हो गया है, पु लस ने िजले क नाके बंद कर द थी
ले कन वह हाथ नह? आया है, वह पहले ही िजले से बाहर नकल चुका है।”
जाख Ẓ क हैरत का कोई ठकाना नह? था। उसके मुंह से नकला-”यह तो सचमुच
खूंखार ह यारा है-बस दो दन बरेली म V का और मड'र करके चला गया ले कन...।”
”ले कन?”
”य पैदा होता है क एक-दो दन म शरद वीना से शारी रक स ब ध कै से था
पत कर सकता है, इसका अथ' इआ क उनक के म पुरानी थी।”
”बकौल राके श-।” एसएसपी ने कहा-”जो वीना का प त है, उसका कहना है क वीना
और उसका प रवार शरद को जानता ही नह? था, राके श के अनुसार शरद वीना क
कसी बचपन क सहेली का प त था और उस सहेली ने वीना को फोन कया था क वह
उसके प त को एक R लैट कराये पर दला दे, तब वीना ने शरद क मदद क ।”
”यह तो सरासर झूठ है सर-यह बात तो हम अ s छ तरह जानते ह क शरद क प नी का
मड'र पहले ही हो चुका है, तब वह वीना को फोन कै से कर लेगी?”
”यही गु थी उलझ रही है।” एसएसपी का वर थत था-”तो फर वो फोन कसने
कया?”
”इस स ब ध म राके श F या बताता है?”
”उसने तो बस इतना ही बताया क वीना ने उसे बताया था क उसक एक पुरानी ffi ड
का फोन आया है क उसका प त कसी कारोबारी सल सले म एक माह बरेली V के गा
और वह उसे R लैट दलाने म मदद करे-राके श ने यह सवाल वीना से करना ज V री
नह? समझा क उस ffi ड का F या नाम है और न वीना ने बताना ज V री समझा
था।”
”इसका मतलब वीना झूठ बोली थी अपने प त से?” जाख Ẓ इि य T पर जोर
डालता इआ कह रहा था-”F य T क जब मधुर पहले ही मर चुक है और उसी क ह या
करके शरद भागा है, तब भला मधुर का फोन कै से आया हो सकता है?”
”ले कन यह भी सा बत नह? हो रहा क शरद और वीना क पुरानी कै म थी-तब
सवाल पैदा होता है क फर शरद वीना तक कै से पइंचा और कै से कु छ घ t ट T म
इतना आक षत कर लया क वह उससे स ब ध बना पाया है।”
”यह तो गु थी और भी उलझ गयी-एक मनट-।” कु छ सोचते-सोचते जाख Ẓ
एकाएक चुप इआ।
एसएसपी समझ चुका था क उसे कोई ब 5 मला है िजसक गहन प Ẓ ताल के लए
वह ठहर गया है।
थोẒे से अंतराल बाद ही जाख Ẓ बोल उठा-”F या ऐसा नह? हो सकता क वीना को
मधुर के बजाय मोना ने फोन कया हो-?”
जाख Ẓ क आंख सकु Ẓी थ?।
एसएसपी के मुंह से नकला-”ओऽऽ यस- ब कु ल हो सकता है-मोना ने शरद को
अपना हसब ड बता दया हो बशतˇ वीना ने कभी मोना के हसब ड को देखा न हो-।”
”हां ऐसा कई बार होता है क कसी ने अपने ffi ड के हसब ड को या वाइफ को
कभी नह? देखा हो सकता है-यह तो एक नॉम'ल बात है।”
” ब कु ल।”
”वीना क कॉल डटेल?”
”अभी काम चल रहा
है।”
”और इधर मोना व सनम क कॉल डटेल पर भी काम चल रहा है, एक बार वीना का
न बर भेजना, म चेक करता 5ं क मोना ने उससे बातचीत क थी या नह?।”
”ओके ।”
”मोना व सनम का अभी F या कVं ?”
”ffi करो-चैबीस घ t टे से यादा हम थाने म नह? रख सकते ह जब क उ ह थाने म
रखे चैबीस घ t टे से अ धक हो चुके ह ।”
”ओके सर।”
”ओके ।”
उनका स पक' व s छेद इआ।
जाख Ẓ ने कु स क पुs त से गद'न टका ली और आंख बंद कर ल?।
उसका दमाग नचुẒ चुका था। दमाग के अंदर सांय-सांय क ³ व न उ प न हो रही थी।
*******
हवालात से एक बार पुनः मोना व सनम को टॉच'र V म म ले जाया गया
था। दोन T ही संKाशू य थ?।
पछले तीस घ t टे से अ धक समय से वे थाने म थ?।
समय पर उनको उ पल खाना और नाs ता पइंचा देता
था। एक बार पुनः उनको टॉच'र V म म ले जाया गया
था।
हवालात म रहकर कई बार मोना ने कां टे बल से कहा था-”हम कब छोẒा जाएगा, हम
F य T हवालात म रखा गया है, म अपना वक ल बुलवा रही 5ं।”
ले कन कसी कां टे बल ने कसी कार का कोई उ K र नह? दया था। अलब Kा यह
बात इं पेF टर जाख Ẓ तक ज V र पइंचा द थी।
जाख Ẓ ने अब तक बात को सुना-अनसुना कया था।
अब टॉच'र चेयर पर बैठ दोन T जन T क सूरत सपाट थी।
इं पेF टर जाख Ẓ भीतर दािखल इआ और उनके सामने चेयर पर जमता इआ बोला-”म
ने तु हं◌े जो मौका दया था तुमने गंवा दया- कसी भी के स क इ वे ट गेशन एक दन म
नह? हो जाती है, तुम छः महीने बाद भी सुरि त नह? हो। कानून क तलवार तुम पर
लटक रहेगी, इ वे ट गेशन िजतनी पुरानी होती जाती है, आरो पय T पर दफाएं उतनी
अ धक बढ़ती जाती ह , अभी भी तु हारे पास समय है, मेरे दल म तु हारे लए सॉR ट
कॉन'र है, म वादा करता 5ं तु ह बचा लूंगा, सारा ठ करा शरद के सर पर फोẒ 5ंगा
और तु ह शरद क सािजश का ह सा सा बत कर 5ंगा-।”
मोना 5 ढ़ वर म बोली-”ले कन सवाल पैदा होता है क हमारी कु छ जानकारी म भी
तो हो, हमारे R लैट से शरद अपनी फै मली के साथ वापस चला गया था, फर उसने फै
मली के साथ F या कया, यह तो वही बताएगा न, भला म या कोई 5 सरा इस बारे म
F या बता सकता है?”
”तु हारे R लैट से मधुर व पाV अगर जी वत नकली थ? तो सीसीट वी कै मरे म F य T
नह? आय??”
मोना जाख Ẓ क आंख T म झांकती इई बोली-”मेरे याल से तु हारे यह सवाल ब Ẓा
पुराना हो गया, इसको कई बार रट चुके हो, एक ही जगह दमाग को F य T धुन रहे
हो?”
”जवाब F या है तु हारे पास?”
”म जवाब दे चुक 5ं-सीसीट वी से छेẒ छाẒ क गयी है-गेट के ए आउट रिज टर
म उन दोन T क आउ टग दज' है और मेरे याल से आपके लए यह जवाब काफ
है-।”
जाख Ẓ मोना क आंख T म झांकते इए मु कु राया और बोला-”तुमने शरद को अपने
बचपन क ffi ड वीना के यहां बरेली भेजा था?”
मोना के चेहरे क रंगत बदल गयी।
अभी तक जो सपाट सूरत थी और संKा-शू यता छायी थी वो यूं उ Ẓ न छू हो गयी मानो
गम' तवे पर एक बूंद पानी क डाल द हो।
णभर को तो ककत' वमूढ़ हो गयी।
थोẒी देर को तो वो मानो टेचू बनकर रह गयी थी। जो अंग जहां था वह? ि थर हो गया
था-आंख वह? ठहरी रह गय? थ? और मुंह उतना ही खुला रह गया था।
जैसे काठ क मूरत।
काटो तो खून नह?।
जाख Ẓ ब Ẓी तीę णता के साथ उसके भाव को रीड कर रहा था।
उसक अवाक् अव था को देख रहा था।
मोना को थोẒी देर लगी खुद क टूट-फू ट से बाहर आने म । उसके अधर कांप उठे -”म-
म-मतलब?”
जाख Ẓ क मु कान गहरी हो गयी थी।
वह बोला-”बाद बाक तो सब ठ क है क तुमने शरद को बरेली भेजा वीना के
यहां, ले कन सवाल यह है क तु ह वीना से यह झूठ बोलने क F या ज V रत थी
क शरद तु हारा हसब ड है इस लए वीना उसे R लैट दलाने म मदद करे?”
”म-म ने कब बोला झूठ-?”
” फर F या बोला?”
”म-म ने-म-म ने तो कु छ नह? बोला-।”
”वीना झूठ बोल रही है F या?”
”क् -F या बोल रही है वीना?”
”उसने बताया क मेरी बचपन क दो त मोना ने मुझे फोन पर कहा था क शरद उसका
हसब ड और वह कारोबारी सल सले म एक महीना बरेली म गुजारना चाहता है इस लए
उसे वह बरेली म R लैट दलाने म मदद करे-।”
”झूठ बोल रही है।” जैसे ह द का रंग होता है ठ क वैसा ही रंग अभी मोना के चेहरे
का था।
और सनम तो मानो जूẒी के मरीज के भां त कांप रही हो।
वह तो थरथरा जाती थी।
मोना ने आगे सवाल कया-”क् -F या शरद पक Ẓा गया?”
” ब कु ल पक Ẓा गया।” जाख Ẓ वजया मक मु कान मु कु रा रहा था-”तभी म ने
तुमसे कहा क तु ह जो सुअवसर मला है, तुम उसे गंवा रही हो-तुम लोग T का अब
खेल ख म हो चुका है-शरद के ऊपर प ा और बेलन फहराया जा रहा है, नाक म मच'
का पानी डाला जा रहा है और वह अपना और तु हारा अपराध टेप रकॉड'र क भां त
उगलता जा रहा है ले कन...।”
उसने एक ण को वराम लया।
तदोपरांत बोला-”मेरी तुमसे हमदद है F य T क तुम खूबसूरत बदन हो, तुम दोन T बइत
खूबसूरत और जवान हो, हर मद' चाहे वह कसी भी टेटस से हो, खूबसूरत औरत को
लेकर सॉR ट थकर रहता है, औरत क खूबसूरती हर मद' के दल पर असर करती
है इस लए म दल से नह? चाहता क तुम अपराधी बनो, तु ह सजाएं ह T और फांसी
हो-
अभी सबकु छ मेरे हाथ म है, म जानता 5ं तु हारी कोई-न-कोई मजबूरी रही होगी ले कन
तुम मुझे एक-एक बात सच बताओ, तु ह बचाने का दा य व मेरा है, म वायदा करता
5ं।”
जाख Ẓ के लहजे म इतना अपन व का भाव समाया इआ था िजतना एक पुV ष के
लहजे म तभी समाता है जब वह ेमालाप करते इए ी को रझाना चाहता हो-।
मोना ने गहरी सांस छोẒी थी।
उसके चेहरे पर बइत से भाव चढ़े और उतरे थे।
अब अं तम न R कष' वाले भाव चेहरे पर थायी होकर रह गये थे। @ @ मट चुका
था। इसी के म 5ेनजर उसने गहरी सांस छोẒी थी।
अब उसे बताना था।
हठध मता या योजनाबदता उ Ẓ न छू हो चुक थी।
जैसे सबकु छ समा त हो जाता है और एक शू य क थापना हो जाती है, वैसा ही शू
य मोना के अि त व पर था पत हो चुका था।
जाख Ẓ ठ क कार रीड कर रहा था।
एक-एक भाव को वह भली-भां त समझ पा रहा था। यही कारण था क इस समय वह
रोमांच क पराका ा पर था।
उन तल T से उसने तेल नकाल लया था जो सूख चुके थे।
बस अब प रणाम आने ही वाला था।
मोना ने सोच T के समु म डू बकर खामोशी को ल बा ख?चा तो जाख Ẓ ने श
े र
दया-”बोलो।”
”हां यह सच है-देखो म पहले तु ह एक बात बताऊं -।” वह कु छ कहने से पहले
एक भू मका बांध रही थी।
ले कन इससे पहले क वह आगे कु छ कह पाती उससे पहले उस V म म एक भूचाल
आ गया िजसने जाख Ẓ को ज ẒT से उखाẒ डाला।
ठ क उसी समय क म एक И मनल लॉयर व इआ था। वह ब Ẓी तेजी म था।
वह सीधे जाख Ẓ के सर पर सवार हो गया और बोला-”मेरे F लाइंट को आप बगैर
जीडी पर चढ़ाए चालीस घ t टे तक थाने म कै से रख सकते ह ?”
उसके वर म कोẒे क फटकार थी और ये कोẒा सीधे जाख Ẓ के कान T म फटका था।
जाख Ẓ ह Ẓ ब Ẓा उठा-”कौन Fलाइंट?”
”मोना और सनम-शरद बरेली से भी मड'र करके रफू च F कर हो गया और पु लस उसक
परछाई तक नह? पा सक तो इस बना पर आप मेरी लेडीज F लाइंट को चालीस
घ t टे तक थाने म कै से ता Ẓ त कर सकते ह ?”
मोना रचाज' हो गयी थी।
जो हताशा और नराशा के भाव उस पर था पत इए थे वो यूं सर पर पैर रखकर
भागे थे मानो अंधकार ने काश को देख लया हो।
*******
जाख Ẓ क बुिद नाच उठ ।
उस पचास वष य काले कोटधारी को देखकर जाख Ẓ बुरी तरह ह Ẓ ब Ẓा उठा।
जाख Ẓ बफरता इआ बोला-”आप बाहर जाइये, आप भीतर कै से आये?”
वक ल एक कु स ख?चकर वह? जमकर बैठ गया और बोला-”मुझे मेरे F लाइंट से 5र
करने वाले कौन होते ह -आप सरासर इललीगल काम कर रहे ह -।”
”पु लस इ ोगेशन चल रही है, ये इललीगल कै से है?” इं पेF टर भ Ẓ का-”ये ह यारोपी ह
और अपना गुनाह कु बूल कर रहे ह -।”
”आप चाज' लगाकर कोट' म पेश क िजए- फर रमांड पर लाइये और पूछताछ क िजए-
मालूम है आपको क पछले चालीस घ t टे से मेरे F लाइंट थाने म पक Ẓ कर बैठा रखे ह ,
FयT?”
”नह?, चालीस घ t टे नह? इए ह -।”
”चैबीस घ t टे से यादा हो गये?”
”म इस दौरान 5 सरे काम T म बजी था, मुझे अब फु रसत मली है इ ोगेशन क ।”
”आप बजी थे तो F या आपको राइट हो जाता है क आप ए F यू ड के लीगल राइट
का हनन कर गे?”
”आप बस प ह मनट को बाहर जाइये फर म इनका चालान करता 5ं।” जाख Ẓ
अपनी खोप Ẓी धुन लेने को तैयार था।
उसक समझ म नह? आया क ऐन व पर उसके सर पर यह आफत कहां से टूट
पẒी?
बस मोना मुंह से अपना अपराध उगलने ही जा रही थी। अगर उसे ऐसा पता होता तो वह
दरवाजा बो ट करके रखता।
लायर बोला-”पहली बात तो आपको कसी पूछताछ का कोई राइट नह? बनता, आप
चालान क रये और 5 सरी बात शरद वीना का मड'र करके रफू च F कर हो चुका है
और वीना इनक ffi ड भी नह? है।”
”आरोपी कु बूल कर चुका है क वीना उसक ffi ड रही है।” जाख Ẓ गरजकर बोला।
लायर बोला-”पु लस तो लालच और लोभ या कोई झांसा देकर, मनोवैKा नक तौर
पर तोẒ कर या थड' ड ी इ तेमाल करके कु छ भी कु बुलवा सकती है-मेरे सामने
कु बुलवाइये-म बैठा तो 5ं।”
जाख Ẓ ने देखा क वक ल के कोट क ऊपरी जेब म एक मोबाइल उ टा करके रखा
था,
िजसका कै मरा बाहर झांक रहा था।
जाख Ẓ अपनी दाढ़ मच मचा रहा था। वह यूं हतो सा हत हो रहा था जैसे कसी के
हाथ से सुअवसर छू ट गया हो।
जाख Ẓ अ ततः मोना क तरफ मुẒा और अपने वर को काफ हद तक स तु लत
करते इए बोला-”हां मोना जी, वक ल साहब तो कानूनी पेचीद गय T म फं साकर आपको
फांसी पर चढ़वाकर ही मान गे, एक बात तो जो सव'स म त से मानी जाती है, वो यह क
वक ल और इं पेF टर का जब भी झग Ẓा होता है तो इसके नुकसान मुि जम को उठाने
प Ẓ ते ह , वक ल तो सफ' फ स का लोभी होता है, उसे मुि जम से कोई मतलब नह?
ले कन
इं पेF टर कई बार मुि जम का हमदद' हो जाता है और उसे लाभ पइंचाना चाहता है
ले कन वक ल का इं पेF टर से झग Ẓा इं पेF टर को इतना िख न कर देता है क
फर इं पेF टर मुि जम पर तग Ẓी दफाएं ठोकता है।”
”आप फर मेरे F लाइंट पर मनोवैKा नक भाव बना रहे ह , आप खुली धमक दे रहे ह
क जो अपराध मेरे मुविF कल ने कया ही नह? है उसको वो कु बूल कर ले वरना फर
वो आपके कोप का शकार बनेगा, आप छपी इई धमक नह? दे सकते।”
”आप चुप बैठ गे या नह??”
”आप सीधे सवाल पू छये-मनोवैKा नक हो शयारी मत दखाइये।”
जाख Ẓ फर मोना क तरफ मुẒा, उसे पता था क वक ल से सर खपाने म उसका
नुकसान ही है।
जाख Ẓ मोना से मुखा तब होता इआ बोला-”आप बता रही थ? क...आपने इतना तक
कहा था...हां यह सच है, देखो म पहले एक बात बताऊं ...अब उसके आगे बोलो-।”
”हां म यही कह रही थी-।” मोना शुV इई-” क यह सच है क वीना को तो म
जानती ही नह?, मेरी ऐसी कोई बचपन क सहेली नह? है िजसका नाम वीना हो और जो
बरेली म ē याही हो-।”
जाख Ẓ क दाढ़ कट कटा उठ?। वह खीझ से भर गया। वह बोला-”अब तुम बयान
बदल रही हो।”
”म ने अभी बयान ही कहा दया था।” मोना तपाक से बोली-”वही बात तो म तु ह बताने
जा रही थी िजसम जब व न पैदा हो गया क भाई न तो म वीना को जानती 5ं और न
मेरा शरद से कोई 5 सरा स ब ध है, शरद से सफ' मेरा इतना ही स ब ध रहा है क
उसक और मेरी बेट F लासम ट्स रही थ?, यूं हमारे बीच प रवा रक स ब ध बन गये-म
ने नया R लैट लया तो मेरी बेट सनम ने पाV को वद फै मली R लैट देखने बुलवा
लया- जहां वे एक रात V के और अगले दन चले गये- फर शरद ने अपनी प नी और
बेट के साथ F या कया, कस तरह उन दोन T का मड'र इआ, यह म कै से बता सकती
5ं-?”
जाख Ẓ ने Иोध क अव था म एक मुF का बनाकर अपनी ही टांग पर मारा और वक
ल को आ नेय ने T से घूरा।
उसके बाद वह उठकर ख Ẓा हो गया और क से बाहर नकल गया।
उसके बाहर नकलते ही वक ल मोना से बोला-”तुमने कोई ऐसा बयान तो नह? दया जो
इकबाले-जुम' हो-।”
”न-।” मोना मु कु राकर बोली-”आप सही टाइम पर आ गये वरना यह मुझे तोẒ चुका
था-इसने यह जो कह दया क...।” मोना एकाएक चु पी लगा गयी और गहन 5 से
वक ल को देखने लगी।
उसे याल उम Ẓा क यह भी कोई पु लस क चाल तो नह? है क इस कार
वह इकबाले-जुम' के बयान ले रही हो।
पु लस क चाल-
इस वाF य ने उसका मि त R क ठनका दया और उसने श ē द T पर यूं ेक लगाया मानो
सौ क पीड से चलती कसी गाẒी का ए F सीड ट होने जा रहा हो और ाइवर
ेF स पर ख Ẓा हो गया हो।
वक ल बोला-”चुप F य T हो गयी?”
मोना उसे शंका क 5 से देखती इई बोली- ”आपको कसने अ वाइंट कया है?”
”सीएफ ने।”
सीएफ का नाम मोना के लए व सनीय था।
सीएफ को वयं मोना या सनम के अलावा तीसरा कोई श स नह? जानता था ले कन-
खुद सीएफ भी तो अभी तक रह यमयी था।
मोना सीएफ के स ब ध म इससे इतर कहां जानती थी क वह खुद को मोना का
शुभ चतक बताता है।
F या यह जाख Ẓ क सािजश नह? हो सकती क वह कसी रह यमयी करदार को पैदा
करके मोना का व ास जीतने का य न करे और जब मोना उसे अपना व ास दे बैठे तो
वो करदार मोना से राज उगलवा ले-?
हां यह हो सकता है।
मोना ने बैठे -बैठे
सोचा।
” कस सोच म डू ब गय? तुम?” वक ल ने उसे त ा से बाहर नकाला।
”म सोच रही 5ं क यह सीएफ कौन है?”
”F या तुम सीएफ को नह? जानती?” वक ल च क उठा
था। मोना ने इंकार म गद'न हलायी।
वक ल ने एक ण ठहरकर मोना को देखा, तदोपरांत उसके अधर पर मु कान िखली।
वह बोला-”शायद तुम मुझ पर व ास नह? कर पा रही हो, कोई बात नह?, ऐसा होता है
और यह अ s छ अव था है और इससे कम-से-कम यह सा बत इआ क तुम लये ट
हो-एक औरत होकर भावनाN म न बहकर बुिद का इ तेमाल करना, यह कमाल क
बात है।” कहकर वक ल मु कु राया।
मोना अपने टाइल म धीमे से हंसी और बोली-”मद fi क यह आदत मुझम मद fi से दो ती
रखने के कारण आ गयी।”
इस बात पर वक ल ठ ा मारकर हंसा।
और अगले ण हंसी पर ेक लगाता बोला-”एक बात ³ यान से सुनो...अपने मुंह से कु छ
भी कु बूल मत करना-अभी तक कया तो नह??”
मोना ने साधारण अंदाज म इंकार म गद'न हला द ।
”गुड-यह बइत झांसा देगा, हालां क म अभी तु ह ले जाऊं गा ले कन फर भी समझा
रहा 5ं-चैबीस घ t टे से अ धक कसी को भी थाने म नह? रखा जा सकता है, या तो
चालान काटो या छोẒो-और यह चालान काटने क ि थ त म अभी है नह? F य T क तब
यह कोट' म मुंह क खा जाएगा इस लए छोẒ ना इसक मजबूरी है...।”
मोना के अधर िखले।
यह सुनकर उसे बइत अ s छा लगा।
वक ल उठता इआ बोला-”म इससे पता करता 5ं क यह F या टेप लेने जा रहा है...।”
वक ल बाहर नकल गया।
मोना ने मु कु राकर सनम को देखा और बोली-”हमारी क मत अ s छ
है।” ”म मी यह सीएफ कौन है?”
मोना ने मुंह पर उंगली रख द और बोली-”कोई चचा' नह?-सारी बात घर ह T गी-ओके
।” सनम चुप रह गयी।
मोना ने एक गहरी सांस ख?ची।
*******
अगले आधा घ t टा म मोना व सनम को थाने से ffi कर दया गया
था। उन दोन T के मोबाइल भी उन दोन T के हवाले कर दये गये
थे।
मोना थाने से बाहर नकली और उसने अपने प त उ पल को फोन करके थाने बुला
लया।
वे तीन T कू ट पर बैठकर थाने से घर पइंच गय?।
वह वक ल थाने से ही वापस चला गया था। फर मोना को वह नह? दखाई पẒा।
मोना के पास उसका न बर भी नह? था जो वह उसको कॉ टेF ट करती, हालां क वह
उससे मलना चाहती थी। कम-से-कम थ F यू बोलना चाहती थी ले कन वक ल अपना
काम करके जा चुका था।
मोना अपने घर पइंची तो उसने इस बात का ³ यान भी नह? दया क पछले कु छ दन T से
जो एक नीम पागल िजसका वा त वक नाम पन F का था; वह मोना के घर के ऐन सामने
वाली द वार पर टेक लगाए जमीन पर बैठा था।
उसका खजाना कदा चत एक गंदा सा बोरा, िजसम गंदे कागज और पालीथीन भरी प Ẓी
थी, यूं अपने अंकपाश म समेटे बैठा था मानो वह उसका जीवन भर का सरमाया हो।
उसने मोना व सनम क कू ट देखी तो उसक अव था म च जग
आई। वह थोẒा कु लबुलाया था और उसक 5 म गहनता उ प न हो
चुक थी। उ पल ने चाबी से मु य @ार अनलॉक कया और तीन T भीतर
समाये।
कु स के पास पइंचकर मोना ने यूं रए F ट कया मानो वह बइत थक चुक हो, ध म से
कु स पर गर प Ẓी और सनम से बोली-”बेट एक गलास ठ t डा पानी दे
दे।” सनम ffi ज क तरफ बढ़ गयी।
चूं क ह बेमालूम उ पल को अपने कमरे म समा जाना चा हए था F य T क मोना क
तरफ से उसे इससे अ धक अथाॅ रट नह? थी क वह उसका कोई भी काम करने के बाद;
उस काम के स ब ध म कोई कर सके ।
ले कन आज वह थोẒी देर ि थर रह गया था।
मोना ने उसे वाचक 5 से देखा। कदा चत थोẒा सा घूरकर देखा जैसे पूछ रही हो
क F या काम है?
उ पल ने पूछा-”यह F या च F कर था सब?”
”खा मयाजा।” वह संि त वर म बोली और मु कु राने लगी।
”कै सा खा मयाजा?”
”अ Z याशी का, मद'खोरी
का।” ”मतलब?”
”आप बे फ И रहो और अपने कमरे म जाओ-म एक औरत 5ं, इस 5 नया क सबसे
ताकतवर ह ती, िजसे चाहे पानी पला 5ं, अभी पु लस को पानी पलाकर आ रही 5ंं।”
तदोपरांत उसने सनम के हाथ से पानी का गलास लया और गटागट पया।
गलास सनम को थमाती इई वह बोली-”मेरी वुजूद को जदा रखने के लए यह
ाt ड अपनी श य T का इ तेमाल मेरे बचाव म करता है, F य T करता है, जानते
हो?” उसने एक ण उ पल क आंख T म झांका; फर बोली-”F य T क यह ाt ड
मेरी प र И मा
करता है, F य T क म एक औरत 5ं।”
उ पल मा दो ण वहां और ठहरा; त प ात् वह अपने कमरे क तरफ चलता बना।
सनम बोतल को वापस ffi ज के हवाले करके मोना के पास आई और बोला-”ममा...यह
सीएफ कौन है?”
”इसी जवाब का तो मुझे श 5 त से इंतजार है-कौन है यह सीएफ-यह सीएफ कौन है?”
”अगर ऐन व पर सीएफ ने लायर को नह? भेजा होता तो आज तो हमारा बंटाधार हो
गया होता-।”
”ले कन...।” मोना क बुिद नाच रही थी। वह अपने फोन क तरफ झपट और क -
पैटन' खोलती इई बोली-” पैदा होता है क जाख Ẓ को शरद और वीना के बारे
म कै से पता चला?”
सनम व मयकारी वर म बोली-”F या शरद ने वीना आंट का मड'र कर दया-?”
”वो तो हम झूठ बोल रहा होगा ता क हम सच बोल उठ ; भला शरद को वीना का
मड'र करने क F या आव s यकता है? ले कन सवाल पैदा होता है क जाख Ẓ वीना
का नाम और बरेली तथा शरद का वहां होना, यह सब कै से जानता है? यह तो ब Ẓे
हैरत क बात है।”
”मगर म मी वो वक ल भी कह रहा था क शरद वीना का मड'र करके भाग गया, इसका
मतलब कु छ-न-कु छ तो इआ है-।”
”हां यार, इसी लए म उस वक ल को ढूंढ रही थी मगर वह तो गधे के स?ग T क
तरह गायब हो गया-।”
”अब सारी डटेल वीना आंट से पता चल सकती है या शरद से या फर सीएफ से।”
”सीएफ से पता करते ह -अगर बरेली म कोई घटना घट है तो स भव है वीना या शरद के
फोन पु लस ने ज ē त कर रख ह T इस लए उनको फोन करना खतरनाक हो सकता है।”
”सीएफ...।” सनम कहने ही जा रही थी क मोना का फोन बज उठा।
रगटोन ने बताया, हाट्सएप कॉल थी।
मोना ब Ẓ ब Ẓाई-”इन तीन T म से ही कोई टपका।”
कहते इए उसने मोबाइल का R लेप खोला और चहकती इई बोली-”सीएफ कॉल कर रहा
है।”
” रसीव करो।”
सनम के मुंह से नकला।
*******
Иाइम इं पेF टर राघवे थाना एसएचओ पुरी के पास बैठा था और थत वर म
कह रहा था-”वीना मड'र सु नयोिजत इआ है-वीना ने अपने प त से झूठ बोला था क
शरद उसक बचपन क सहेली का हसब ड है F य T क वीना क कॉल ह म कोई
ऐसा न बर नह? मला जो उसने अपनी कसी ffi ड से बात क हो।”
”तब F या स भावना है?” पुरी ने त
कया। ”कु छ वाइंट्स दमाग को उलझा रहे ह
?” ”Fया?”
”शरद यहां से ढाई सौ कलोमीटर 5 र राजनगर का रहने वाला है, वहां से वह अपनी
बीवी और बेट का मड'र करके भागा है-तो F या उसने यह मड'र वीना के लए कये थे
क अब वह वीना के पास रहेगा?”
”लगता तो नह?-F य T क दोन T अधेẒ ह -शरद के न बर से F या वीना को कॉल होती
रही है?”
”नह?-शरद का यहां से जो न बर मला है वो फज नकला-वह फज आईडी पर था
ले कन राजनगर पु लस के पास जो उसका असली न बर है, उससे एक बार भी वीना
के न बर पर कॉल नह? इई है-।”
”तब कै से माना जा सकता है क शरद वीना का ेम- संग पुराना है?”
राघवे जोर देता इआ बोला-”सवाल पैदा होता है क वीना क कसी ffi ड ने जब
वीना को फोन कया ही नह? था तो वीना को झूठ बोलने क F या ज V रत प Ẓ गयी?
और सवाल यह भी है क फर वीना और शरद का प रचय कै से इआ और ब Ẓा
यह है
क शरद वीना से दै हक स ब ध बनाने म कै से सफल
इआ?” पुरी क खोप Ẓी अपनी धुरी पर नाच रही थी।
पुरी बोला-”मड'र F य T इआ होगा इसका रह य तो मेरी समझ म आता है ले कन उसके
पीछे क कोई भी टोरी दमाग म नह? आती।”
”मड'र F य T इआ होगा?” राघवे ने वाचक 5 उस पर रख द ।
पुरी बोला-” प सी बात है क कल के दन राजनगर पु लस ने शरद क एक वी डयो
ेस रलीज क थी, वो वी डयो खूब वायरल हो रही है, ज V र वो वी डयो वीना ने भी
देखी होगी और उसी के बाबत वीना शरद के पास गयी होगी, शरद को वीना खतरा नजर
आई होगी और यूं उसने वीना का मड'र कर दया होगा।”
”या न आप मानकर चल रहे ह क वीना इस बारे म कु छ नह? जानती थी क शरद
अपनी बीवी और बेट का मड'र कर चुका है?”
”शायद।”
”नह?, ऐसा नह? हो सकता-मेरे याल से मधुर और पाV ह याकांड म वीना का भी रोल
रहा है, तभी शरद उनक ह या करके सीधे वीना के पास भागकर पइंचा।”
”ले कन अगर वीना और शरद का पुराना स ब ध रहा है तो फर वीना या शरद क कॉल
ह म यह डटेल F य T नह? मलती? दोन T ने कभी एक-5 सरे से बात नह? क
?” राघवे चुप रह गया। उसके पास कोई समु चत जवाब नह? था।
क म थोẒी देर को नीरवता छा गयी।
*******
मोना ने फोन रसीव कया-”हैलो।”
”हाय मोना!”
”कौन?” मोना ने जानबूझकर कया।
उधर से कहा गया-”हम तो तु हारे फ र s ते भी पहचान लेते ह , फर यह न पहचानने
का नाटक F य T?”
”आप सीएफ बोल रहे ह ।”
”हां यही पहचान है हमारी।”
मोना ने दो ण का गैप दया, इस बीच उसने दमाग म ब 5 वि थत कये, तदोपरा त
बोली-”म आपके बारे म थोẒा जानना चाहती 5ं-।”
”तु हारे आ शक और सनम के भी-तु हारी खूबसूरती के द वाने ह
-।” ”कु छ अपने बारे म बताओ?”
”यही मुक मल प रचय है हमारा-F या तु हारे द वान T क इससे अलग कोई पहचान हो
सकती है क वह तु हारा द वाना है?”
मोना सहसा हंस छू ट और बोली-”बइत खूबसूरत बात कही-मेरे पास होते तो म तु ह
ईनाम देती।”
”F या देत??”
”तु हारी वा हशात के घोẒे खोल देती।”
”तब धरती पर एक तूफान बरपा हो जाता।”
”मेरा वुजूद इ ह? तूफान T को उठाने के लए है।” मोना च Kाकष'क हंसी म हंस रही
थी। ऐसे वाF य T पर उसके दल क कली अलग कार से िखलती थी जैसे क अब
िखल रही थी।
उधर से गहरी सांस ली गयी थी। मानो न जाने सीएफ को F या भावना उठ जो उसने
गहरी सांस ली।
सीएफ बोला-”इसी कारण तो तु ह बचाने के लए जां नसारी कर रहे ह क तु हारे साथ
तूफान उठा सकं ◌े वरना फर इतनी ज 5ोजहद क ज V रत F या थी; यहां लोग नद ष T का
साथ नह? देते ह तो दो षय T का साथ कौन दे?”
”वैसे तुम इतने भूखे F य T हो, अमूमन मद' इतने भूखे तो नह? होते। मद fi क हालत तो
यही होती है क मल जाए तो अ लाह-अ लाह न मले तो खैर स ला।”
सीएफ उसक इस बात पर हंसा और फर ग भीर होता इआ बोला-”अपनी पोजीशन
तु ह व आने पर समझाएंगे ले कन यह सच है क हां हम इतने ही भूखे ह । मेरी
अव था ब कु ल ऐसी है जैसे कोई ब ली मलाई क हिt डयां देखकर आह भरती है,
वैसे ही म तु ह और सनम को देखकर आह भर रहा 5ं।”
”तो आ जाओ।” मोना के वर म वाभा वक ेम उम Ẓा। वह बोली-”मुझसे इतना यासा
मद' देखा नह? जाता, मेरी बांह फ Ẓ कने लगती ह ।”
”हाय!” सीएफ के मुंह से नकला। शीh ही वह वर च ज करता इआ बोला-”यह ेम
भरी बात तो बाद म होती रह गी, पहले फलहाल काम क बात कर ली जायं◌े।”
”ये भी तो काम क बात ह ।” मोना धीमे से और सांस T के बल बोली थी।
जैसे सीएफ ने सुना ही न हो, वह बोला-”F या तु ह शरद क कर ट पोजीशन पता
है?” ”न-।” मोना आगे भी कु छ कहना चाहती थी ले कन चुप लगा गयी।
सीएफ मोना के कान म व फोट सा करता बोला-”शरद ने वीना का मड'र कर दया है।”
”F या कह रहे हो?” मोना सचमुच उछल प Ẓी थी।
इस खबर को भले ही उसने जाख Ẓ और वक ल के मुंह से सुना था ले कन व ास
नह? कर पायी थी और यही लगा था क ये लोग उसे तोẒ ने क को शश कर रहे ह ता

उसके मुंह से स s चाई उगलवा सक ।
ले कन अभी वह सीएफ पर भी पूण'V पेण व ास नह? करती थी। उसे यही लगता था
क जो भी मेरा हमदद' बनने क को शश करता है दरअसल वह वांग रचता है मेरे मुंह से
स य जानने का। इस लए मोना अपने ह T ठ कसकर भ?च लेती थी।
उधर से सीएफ ने कहा-”F या तुमने अभी तक यूज नह? देखी?”
”कहां यार, थाने म थी तो जाख Ẓ ने मोबाइल ज ē त कर लये थे और अब थाने से छू ट
5ं तो अभी घर म सांस ही ली है, एक गलास पानी ही पया है क तु हारा फोन बज
उठा।”
”शरद ने वीना का मड'र कर दया है, वक ल तो बता रहा था क वह जब V म म
घुसा था तो जाख Ẓ तु ह इसी स ē जेF ट पर घेरे इए था और तु हारे मुंह से डबल ह
याकांड का बयान लेने ही जा रहा था। वह अगर एक मनट और लेट हो जाता तो तुम
तो फं स गयी थ?।”
”यह वक ल तुमने भेजा था?”
”F या वक ल ने इस बारे म नह? बताया?”
”हां बताया था।”
”तो इस बारे म FयT?”
”अभी मुझे कसी पर यक न नह? है, यह 5 नया जो कभी मेरी दो त इआ करती थी,
आज बैरी बनी बैठ है-।”
”हां वो वक ल म ने ही भेजा था और सफ' इतना ही नह? बि क पीएम रपोट' भी म ने
बदलवा द है।”
”F या कह रहे हो?”
”अब तुम ब कु ल सेफ हो चुक हो, न त रहो- िजस रात या न बारह तारीख क
रात को मधुर व पाV का मड'र इआ था ले कन पीएम रपोट' म तेरह तारीख के मड'र
का हवाला है।”
”यह कै से इआ?”
”म ने कया-डॉF टर को एक लाख V पये देकर- कस नस को कै से दबाया जाता है, म
अ s छ तरह जानता 5ं, यहां जज तक बकते ह ले कन हर कसी के हाथ T नह?
बकते।”
मोना ने गहरी सांस ली।
ले कन इस सांस म राहत के गहरे पुट थे।
सीएफ आगे बोला-”म पैसे के मामले म ब Ẓा अ व ासी आदमी 5ं, उस व अपने पास
से इस लए खच' कर दया था क तुम हवालात म थी-सोचो क अगर पीएम रपोट' म
बारह तारीख का हवाला आया होता तो F या होता, इं पेF टर जाख Ẓ पीएम रपोट' के
इंतजार म ही बैठा था, वह तु ह जीडी पर चढ़ाने के लए तबद था मगर पीएम रपोट'
देख लेना चाहता था और पीएम रपोट' ने उसके दमाग क धि जयां उ Ẓा द?-।”
मोना के जेहन म कई T ने ज म लया। उसे सबसे अ धक आ य' इस बात पर था क
जब मौत वाकई बारह और तेरह तारीख क रात म इई थ? तो पीएम रपोट' म उससे
अगली रात का हवाला F य T था?
मोना चुप रही तो सीएफ आगे बोला-”यह पीएम रपोट' अगर हमने नह? बदलवायी होती
तो तु हं◌े फांसी पर चढ़ने से बचाने वाला इस धरती पर नह? था-जब मड'र उसी रात को इए
ह िजस रात म वे दोन T तु हारे R लैट म थ? तो तु ह कौन बचा सकता था-?”
एक सनसनी मोना के शरीर को छू कर नकल गयी।
वह अभी भी चुप रही।
सीएफ आगे बोला-”ले कन यह जो एक लाख बीस हजार V पया म ने खच' कया है, यह
तु ह देना है-आज या कल ही क डेट म -।”
मोना सुन रही थी।
”हैलो।”
”हां सुन रही 5ं।”
”इतनी गहरी चु पी FयT?”
”तु हारी आवाज मुझे अ s छ लगती है।”
”हम भी उतने ही अ s छे ह ले कन ये चीज बाद म -जब सर से पानी उतर जाये।”
”जाने कब वो दन आएगा?” मोना ने अलसाते इए पूछा।
”वो दन आएगा-आएगा नह? बि क म लेकर आऊं गा-अभी एक लाख बीस हजार देना है
आपको, वो भी कै श-कब भेजूं बंदा?”
”आप तो एक लाख बता रहे थे, पीएम रपोट' के ?”
”बीस हजार लायर के -आपको भली-भां त पता है क लायर अगर ऐन व पर नह?
पइंचता तो आपके साथ जाख Ẓ F या सुलूक करता?”
”हां, यह सच है-उस ल हं◌े को सोचते इए भी म सहर उठती 5ं-वक ल अगर पांच मनट
क भी देरी कर देता तो जाख Ẓ ने मेरा बंटाधार कर दया था।”
”वही-मदद म ने क है और अभी बात ख म नह? इई है, पु लस ने तु हारा पीछा नह?
छोẒा है, आगे भी तु ह कानून से बचाने क िज मेदारी मेरी है-म कानून क नस-नस से
वा कफ 5ं, मुझे पता है क कब कौन-सी नस दबानी है और कौन-सी छोẒ नी है-म
आपक हरचंद मदद कVं गा ले कन इसम जो पैसा खच' होगा, वो आप ही को करना
होगा-।”
” ब कु ल-आई एम
रेडी।” ”गुड-कब भेजूं
बंदा?”
”अब इतना पैसा एट एम से नकालने म तीन दन लगते ह तो चैथे दन भेजना और
भेजना F य T, तुम खुद आना-आिखर तु ह मुअ K र भी कर द गे-।”
”नह?, अभी म नह? मल सकता 5ं, जब तक खतरा टल नह? जाता, मामला हल नह? हो
जाता, फर उसके बाद तो हमेशा के लए तु हारे ही पास आ जाना चाहता 5ं-एक
करायेदार के हवाले से-ले कन उसी कमरे म कयाम कVं गा िजसम तुम और सनम
रहती हो-बेड पर बीच म थोẒी-सी जगह खाली रहती होगी, वो मुझे कराये पर दे
देना।”
मोना हंस छू ट ।
यह बात उसे बइत खूब लगी।
बोली-”फू ल T-सा वागत है तु हारा-तुमने तो मेरे शरीर को पुल कत कर दया-अब बस वो
दन ज द लाओ, और न त Ẓ पाओ-।”
”पैस T के लए कब भेजूं बंदा?”
”चैथे दन।”
”ओके ।”
उधर से गहरी सांस ली गयी थी।
*******
थोẒी देर बाद सनम चाय बना लाई थी।
एक कप मोना को पक Ẓाते इए तथा 5 सरे कप से खुद सुẒ कते इए बोली-”यह भेद नह?
खुला क यह सीएफ कौन है?”
”उसे छोẒ, मुझे तो इस बात पर हैरत हो रही है क शरद ने वीना का मड'र कर दया।”
”F या यह सच है?” सनम बेयक नी के साथ बोली।
”तू कोई ट वी यूज खोल-यू ूब पर देख, कह? न कह? यह खबर होगी, मुझे तो यक
न नह? हो रहा यार-।” मोना ने गहरी सांस छोẒी।
सनम ने चाय म एक घूंट मारा और फर कप को टे बल पर रखा तथा मोबाइल पर
यू ूब खोल लया।
तमाम वी डयोज सामने आने लग?।
वह И न भगाने लगी। वह कसी वी डयो म शरद का चेहरा या फर शरद का नाम
पढ़ना चाहती थी।
इस बीच मोना घूंट भरती इई बोली-”यह आदमी इतना खूंखार कै से हो सकता है?
इसने तो कभी एक म F खी नह? मारी और अब एक औरत का मड'र कर डाला, वो भी
दो दन के भीतर-ऐसी F या बात इई?” मोना बार-बार जेहन झटक रही थी।
”अरे म मी-ऽ-ऽ!” सनम एकाएक बुरी तरह च क थी। एक यूज चैनल के वी डयो पर
उसक 5 ि थर हो गयी थी।
शरद का फोटो और उसका नाम सामने था।
वह ब Ẓ ब Ẓाई-”सीएफ सही कह रहा है-शरद तो ट वी यूज म है-।”
मोना को भी झटका लगा था। डर लािजमी था, कह? पु लस के हाथ न प Ẓ जाये? कह?
कोई बयान तो नह? दे दया?
मोना के मुंह म चाय जहां क तहां अटक गयी। वह चाय पीना भूल चुक थी और
उसने कप टे बल पर रख दया।
वे दोन T उस यूज पर झुक इ थ?।
Ŋ कर ब Ẓे चटपटे अंदाज म बइत सनसनी बनाकर उस खबर को सुना रहा था।
वो वी डयो पु लस @ारा रलीज क गयी वी डयो थी ले कन उसे इन दोन T न देखा या न
इस मैटर को सुना था।
रले टव वी डयो पर जब सनम क 5 प Ẓी तो उसक चीख नकलते नकलते बची।
”म मी यह एक वी डयो देखो, इसम लखा है खूंखार ह यारा शरद-।”
”मॉय गाड!” मोना का चेहरा फ F क था।
ले कन वो पहले उसी वी डयो को देखती रही थी।
वह लगभग पांच मनट क वी डयो थी।
इस बीच वे दोन T चाय पीना भूल चुक थ?।
वी डयो देखने के बाद दोन T ने एक-5 सरे का चेहरा
देखा। उन दोन T के चेहरे फ F क प Ẓ चुके थे।
कदा चत यह वही वी डयो थी जो पु लस ने रलीज क थी। या न इस वी डयो म शरद के
सूया'वंशी वाले 5s य थे िजसम वह बैग लये ल R ट लॉबी म ख Ẓा था और ल R ट म
वेश कर रहा था। जूम करके शरद का चेहरा अ धक िF लयर कया गया था।
ले कन उन दोन T के चेहरे पीले प Ẓ ने का कारण इतना भर था क उस वी डयो म वे
दोन T भी थ? ले कन उनके लए सुकू न क बात यह थी क पु लस ने उनके चेहरे थोẒे
से धुंधला
दये थे िजससे उनक शना त नह? हो पाती थी।
तब भी वे पीली प Ẓी जा रही थ? F य T क भले ही धुंधले चेहर T के साथ, ले कन
वह 5 नयाभर म वायरल हो रह? थी और वो भी ह या रन के चार के साथ।
सनम कांपते इए अधर T से बोली-”म मी और भी वी डयो है शरद क -।” कहते इए उसने
एक अ य रले टव वी डयो टाट' कर द ।
वह एक यूज Ŋ कर था जो ब Ẓे खतरनाक अंदाज म पढ़ रहा था-”एक खूंखार ह यारा
िजसने राजनगर म अपनी बीवी और बेट का खून कया, ब Ẓी बेरहमी के साथ और
बैग T म भरकर उन लाश T को ठकाने लगाया, वहां से भागकर वह खूंखार ह यारा
बरेली पइंचता है, जहां उसक े मका रहती है, शायद पूव' े मका...उस े मका से
खूंखार
ह यारा स ब ध बनाता है-दै हक स ब ध...और फर उस े मका का मड'र करके वह
बरेली से भी भाग जाता है-भागते इए खूंखार ह यारा सीसीट वी म कै द इआ-।”
और इसके बाद И न पर वो 5s य उभर आते ह जब शरद दरवाजा बंद करके और मुंह
पर V माल बांधकर R लैट से नकलता है और ल बे डग भरते इए बि डंग से 5 र चलता
चला जाता है-।
पा व से Ŋ कर क आवाज आ रही थी-”यही है वह खूंखार ह यारा िजसने राजनगर म
अपनी बीवी और बेट का बेरहमी के साथ क ल कया था, वहां से भागकर वह अपनी
पूव' े मका वीना के पास पइंचता है, जहां खूंखार दै हक स ब ध बनाता है और
एक
दन प ात् ही अपनी इस े मका का भी मड'र करके चला जाता है-।
सी रयल कलर-
जो एक के बाद एक मड'र करता चला जा रहा है, वो भी वातीन के -।”
Ŋ कर ब Ẓे रोचक अंदाज म पढ़ रहा था मानो उसे ब Ẓी मसालेदार खबर मल गयी हो
िजसे अ s छ तरह से भुनाना उसका परम कत' हो।
सनम और मोना ककत' वमूढ़ क अव था म थे।
दोन T ffi ज होकर रह गयी थ?।
मानो उ ह लकवा मार गया हो।
हर थोẒी देर म उनका शरीर बस इतनी हरकत क परमीशन देता था क वो एक-5 सरे
का चेहरा देख लेती थ?-
हैरान वर म ।
अ व ास के साथ।
वे एक के बाद एक वी डयो देखती चली जा रही थ?। अनेक वी डयो विभ न रा ीय
चैनल व अनेकानेक लोकल यूज चैनल पर शरद क खबर छायी इई थ?।
वत'मान का वह सबसे सनसनीखेज चेहरा बन गया था।
लगभग घ t टेभर बाद जब मोना ने मोबाइल बंद कर दया।
वह एक कु स पर सर पक Ẓ कर बैठ गयी। ब Ẓ ब Ẓाई-”इसने ऐसा F य T
कया?” सनम चकर घ नी बनी थी।
बोली-”वो तो पु लस क मेहरबानी है क उसने हमारे चेहरे धुंधला दये वरना F या होता-
हम तो समाज म बदनाम हो जाते, कह? मुंह छपाने को जगह नह? मलती।”
”यह हरामजादा है कहां?-कहां भाग गया-इसे मड'र करने क F या ज V रत थी? ओ
मॉय गॉड-अब म उसके पास तुझे कभी नह? भेजूंगी-यह तो खूंखार औरतखोर बन चुका
है।”
”ले कन म मी...।”
”Fया?”
” यूज रीडर बता रहा था क शीना क लाश न न हालत म मली है-F या रेप के चलते
इसने मड'र कर दया?”
मी डया ने वीना का नाम बदलकर शीना कर दया था।
मोना उ K र व V प बोली-”शायद ऐसा ही होगा, इसने वीना का रेप करने क को शश
क होगी-वो ऐसी औरत नह? है, हालां क शरीफ भी नह? है, म उसे जानती 5ं, बइत शम
ली
है-ल Ẓ के स लाई करो तो उ ह यूज कर लेगी ले कन अपनी मज से कु छ नह? कर
पाती थी-।”
”ले कन म मी-अब तो शरद के पास जाना खतरनाक है-वो तो हम भी मार डालेगा।”
”नह?, अब म उसके पास तुझे नह? भेजूंगी।”
”तब F या होगा-वो जदा रहा तो हम सूली पर लटकवा देगा-कई िजल T क पु लस
उसके पीछे प Ẓी है-कब तक भागेगा, जब भी हाथ आ गया तो हमारा उसी दन बंटाधार
हो जाएगा।”
बइत मोट चता क लक र सनम के माथे पर प Ẓी थी। वैसी ही चता म मोना घुली
जा रही थी।
*******
इं पेF टर जाख Ẓ थाना सदर पइंचा।
उसे एसआई जीपी सह क तलाश थी।
थोẒी देर बाद जाख Ẓ ने जीपी सह को पा लया। वह उसे लेकर ांगण म एक तरफ को
चला।
जीपी थोẒा सशं कत था।
जाख Ẓ बोला-”माधुरी-पाV मड'र के स के बारे म तु हारे पास F या डटेल ह ?”
जीपी ने जाख Ẓ क सूरत तक ।
नजर ठहराकर उसने जाख Ẓ का चेहरा पढ़ लेना चाहा।
जीपी को शंका होने लगी थी क जाख Ẓ न जाने कस म त से F या पूछ रहा है।
जब उसे उ K र देने म कु छ देर इई तो जाख Ẓ पैने वर म बोला-”इतना व F य T ले
रहे हो-? F या बात बनाने क को शश करोगे?”
”नह? सर, म सोच रहा 5ं क यह मड'र के स इतना उलझ कै से गया क अभी तक
नह? खुल रहा।”
”कै से खुलना चा हए?”
”ह यारा तो मुझे शरद ही लग रहा है।”
”इसम नई बात F या है-ऐसी बात तो आज एक र F शे वाला भी कर रहा है, तुम एक
एसआई होकर यूं जनरल बात करोगे तो तुम पर शक गहराना लािजमी है-।”
”मुझ पर शक-मुझ पर कै सा शक सर?” जीपी अनायास हंसा।
”तुम फालतू हंस रहे हो, ऐसा काम कोई तब करता है जब कह? अपनी कायली मटाने
क को शश करता है-।”
जीपी फर ठ ा मारकर हंसा और बोला-”आप तो सर मेरे पीछे प Ẓ गये, ऐसा लग रहा है
जैसे आप मुझी को का तल समझ रहे हो।”
” मले इए लगते हो।”
जीपी फर मु कु राया। इस बार भी उसने हंसने क को शश क थी ले कन यह जानते
इए वह सफ' मु कु राकर रह गया जब उसे भान इआ क वह अपने अ धकारी के
सामने ख Ẓा है और वह अ धकारी ग भीर है-।”
जीपी बोला-”सर...इसम कोई दो राय नह? ह क यह मड'र शरद ने कये ह और वह
अपने टेशन से गायब भी है तथा बरेली म भी वह एक मड'र कर चुका है-।”
”तुम इस कहानी म कहां पर ठहरते हो?”
”म-म -म तो सर कह? नह? ठहरता?”
” फर सूया'वंशी सोसायट म कै से च F कर लगाते रहे हो-?”
”हां, सूया'वंशी सोसायट ...ए F चुअली सर वहां सनम के R लैट म दो ऑटो वाले sयामू
और पौधीना बना आवनर कॉल के उसके R लैट म पइंच गये थे-तो उ ह स F यो रट
गाड' ने पक Ẓ लया था-बाद म स F यो रट ने पु लस को फोन कया तो म पइंचा ले
कन सोसायट उन दोन T पर पु लस के स नह? करना चाहती थी इस लए उन दोन T को
छोẒ ना प Ẓ गया, बस इतना द ल है हमारा।”
जाख Ẓ क 5 अ धक पैनी हो गयी थी। वह जीपी क आंख T म झांकता इआ
बोला-”तब फर स वल ेस म दोबारा F य T गये?”
”दोबारा गया?”
”म ने खुद देखा था तु ह , मेरी गाẒी ए टर हो रही थी, तुम गेट पर यादव से कु छ बोल
रहे थे-मुझे देखते ही तुम दोन T सतक' इए और अगले ण तुम वहां से रफू च F कर हो
गये।”
”हां सर याद आया।” जीपी वि थत वर म बोला- ”आप ठ क कह रहे है, मुझे भी
याद आया-ए F चुअली उस दन म बाइक से उधर टहल रहा था-यादव गेट पर ख Ẓा था
और उसने मुझे नम कार कया-म भी वहां दो मनट के लए ख Ẓा हो गया और
बात
करने लगा ले कन तभी म ने देखा क एक पु लस जीप वहां ए टर इई- फर म
अपनी दौẒ-धूप को आगे बढ़ गया-।”
जाख Ẓ गहराई से जीपी को रीड कर रहा था। उसका चेहरा पढ़ रहा था और उसक
बॉडी ल वेज देख रहा था।
जाख Ẓ को कह? कु छ खटक रहा था।
जाख Ẓ ने पूछा-”वो दोन T मड'र उस R लैट म ही इए थे-?”
”F या कह रहे ह सर-मड'र तो तेरह और चौदह माच' क रात इए ह जब क मधुर और
पाV बारह और तेरह माच' क रात उस R लैट म ठहरी थ?।”
”आप कै से दावा कर सकते हो क मड'र तेरह क रात म इए थे?”
”यह दावा म नह?, पीएम रपोट' कर रही है-।”
”पीएम रपोट' बदली गयी है।”
जीपी गोल-गोल आंख T से जाख Ẓ को देख रहा था।
वह बोला-”आपका मतलब है क शरद ने डॉF टर को खरीद लया?”
”कोई 5 सरी ताकत भी है जो यहां काम कर रही है-शायद मोना का प त, ले कन वह
डॉF टर तक नह? पइंच पाएगा, कोई तीसरा आदमी खेल, खेल रहा है-।”
जीपी सोचनीय मु ा म ब Ẓ ब Ẓाया-”वह तीसरा आदमी कौन हो सकता है?”
”मेरा शक तुम पर है।”
”F या कह रहे हो सर?” जीपी उछल पẒा।
जाख Ẓ क 5 म ē लेड जैसी पैनी धार थी जो मानो जीपी के अि त व को चीरा
लगाती जा रही हो।
उसने फर फ क हंसी हंसने क को शश क -”म-मेरे ऊपर आपका शक है-?”
”इस के स क िजतनी भी जानकारी तु ह है बना छपाये उगलो वरना मेरे शकं जे म फं स
जाओगे, टॉफ के हो इस लए पहले बता रहा 5ं, नौकरी पर बन आएगी।”
जीपी के चेहरे क हंसी उ Ẓ चुक थी। उस पर स नाटा ा त हो गया था। उसक
समझ म नह? आ रहा था क वह F या टेप ले-।
ले कन अ ततः वह इसी 5 ढ़ता पर कायम था। वह बोला-”मुझे य V प से बस
इतनी जानकारी है क s यामू व पौधीना वहां सोसायट म न जाने कस परपज से चले
गये थे,
वहां वे पक Ẓ लये गये, वहां भी स F यो रट ने पु लस को इ फाम' कया, म गया ले
कन न तो सनम और न सोसायट s यामू व पौधीना पर के स करने के मूड म थी इस
लए उ ह छोẒ दया-सोसायट मेरे े म आती है इस लए मेरा उधर से गुजरना होता
है, इसी के चलते एक-दो बार म सोसायट पर यादव से बातचीत करता रहा 5ं-
बस-।”
”पीएम रपोट' कौन बदलवा सकता है?”
”इस बारे म म कु छ नह? कह
सकता।”
”जब तुम R लैट म घुसे थे तो उस समय मड'र हो चुके थे, तु हारी मोना-शरद से
F या डील इई?”
”म-मोना-शरद से डील?” जीपी को जैसे ब s छू ने डंक मारा था। बोला-”उस समय
तक तो कसी के इ म म ही नह? था क उन दोन T का मड'र हो चुका है...और पीएम
रपोट' के अनुसार तो उस समय तक वे दोन T जदा थ?-।”
”अगर जदा थ? तो F या R लैट म तुमने उ ह देखा?”
”नह?-मुझे वे R लैट म नह? मली थ?।”
”तो फर कहां थ??”
जीपी एक ण के अंतराल पर बोला-”R लैट म तो नह? थी-।”
”इसका मतलब उन दोन T का मड'र हो चुका था?”
”ले कन पीएम रपोट' तो इस बात क मुखालफत कर रही है, रपोट' के अनुसार वे उस
दन आने वाली रात को मड'र क गयी ह -।”
”तो उन दोन T को कह? जदा तो होना चा हए था?-गेट रिज टर के अनुसार वे दन के
तीन बजे के बाद उस R लैट से नकली ह -तो फर वे उस समय कहां थ? दोन T जब
तुम R लैट म घुसे-?”
जीपी मृ त पर जोर देता इआ बोला-”उस समय तो R लैट म मोना, सनम और शरद थे-
पाV और मधुर नह? थ?-।”
”या न उस समय तक उन दोन T का मड'र हो चुका था, तब पैदा होता है क तुमने
R लैट म उन दोन T क लाश देखी ह T गी-।”
”न-नह?-ऽऽ म ने लाश नह? देख?।”
जाख Ẓ मु कु रा उठा।
जहरीली मु कान म -।
बोला-”अब तुम एसएसपी साहब के सामने जवाब दोगे-या तो एसएसपी साहब को संतु
करोगे या अपने व V द काय'वाही करवाओगे।”
जीपी के प Kे ढ ले होने लगे।
”ओके , गुड बाय-एसएसपी साहब क कॉल का इंतजार करो-।”
जाख Ẓ तेजी से अपनी बुलेट क तरफ बढ़ा।
जीपी ख Ẓा-ख Ẓा ffi ज हो चुका था।
*******
जीपी भागा-भागा इं पेF टर हजारी लाल के पास पइंचा।
चेहरे पढ़ने म पारंगत हजारीलाल जीपी को देखते ही समझ गया।
स बो धत होता इआ बोला-”F या बात है जीपी, कै से परेशान हो-?”
”Иाइम इं पेF टर जाख Ẓ साब अभी आये थे, इ ोगेशन के लए।”
”अ s छा, कससे इ ोगेशन हो रही है?”
”मुझसे-।”
”तुमसे-?” हजारीलाल को आ य' इआ। उसने जीपी क घबराहट को नो टस कया और
आगे बोला-”F या पूछताछ कर रहे थे?”
जीपी घबराहट को नयं ण करने के असफल य न के साथ बोला-”वही इआ
िजसका मुझे डर था-वह मेरे जवाब T से असंतु होकर गये ह -वो मुझे अब एसएसपी
ऑ फस म तलब करने वाले ह -।”
”कु छ बताओगे भी क F या पूछताछ क ?”
”उ ह शक है क म ने ह यार T के साथ डील क है-उनक नजर म म और यादव ह
यारे शरद और मोना से मले इए ह -वो एक पर मुझे उलझा गये ह क बारह
तारीख क रात को अगर मड'र नह? इआ तो तेरह तारीख को दन म म s यामू और
पौधीना मैटर म R लैट म गया था-तो उनका यह है क तब या तो मधुर व पाV उस
R लैट म जदा होनी चा हए थ? या अगर उनका मड'र हो चुका था तो उ ह जदा होना
चा हए था-वो मुझसे पूछ रहे ह क तुमने F या देखा-।”
”तुमने F या बताया?”
”जो रए लट है, वो म ने बताया दया क जब म R लैट म घुसा था तो R लैट म शरद,
मोना और सनम थी, मधुर व पाV नह? थ?-।”
”F या बोला जाखẒ?”
”बोले फर कहां थ? वे दोन T, पीएम रपोट' और गेट रिज टर दोन T के अनुसार उस
समय वे जदा थ? और सोसायट म ही थ? तो तु ह नजर F य T नह? आ -?”
हजारीलाल के माथे पर एक सलवट प Ẓ चुक थी।
मोट सलवट-
वह गहनता के साथ सोचने लगा क इसका संतोषजनक जवाब F या हो सकता है।
इस बीच हजारीलाल बोला-”तु ह कहना चा हए क जो म ने देखा वो बताया, अब मधुर
और पाV कहां थ?, इसके बारे म म F या बता सकता 5ं-यह तो यादव बताएगा क उस
समय वो सोसायट के अंदर थ? या बाहर थ??”
”म ने कहा।” जीपी बोला-” क मुझे तो उस समय R लैट म तीन लोग शरद, सनम और
मोना ही मले थे ले कन जाख Ẓ साहब मुझ पर शक कर रहे ह , एसएसपी ऑ फस
बुलाया है-।”
”तु हारे पास तो गवाह ह -यादव, s यामू और पौधीना-।”
”इस डी लग म जाख Ẓ साहब सबक भू मका बता रहे ह -।”
”घबराओ मत, कु छ नह? होगा-बस टूटना मत-।”
”मुझे एसएसपी साहब के सामने तलब कया जाएगा।”
”कोई बात नह? है, म बताता 5ं क तु ह F या कहना है?”
हजारीलाल ने एक गहरी सांस ली और जीपी को कु छ समझाता चला गया।
*******
जैसे ही 5 सरी तरफ से फोन उठाया गया, जीपी भ Ẓ का-”साले कतनी देर से तुझे फोन
लगा रहा 5ं, उठा F य T नह? रहा-?”
”F या साब, अब तो मुझे छोẒ दो, अब तो पु लस ने भी मुझे छोẒ दया है-।”
”तुझसे कु छ बात करनी है, कहां है तू?”
”म आपसे बात करना नह? चाहता।”
”अरे ज V री काम है मेरे भाई, तू घबराता F य T है, म ने आज तक तुझे कु छ कहा है
या कोई कार'वाही क है तेरे ऊपर?”
”म आपसे मलना ही नह? चाहता, म आपक सूरत देखना नह? चाहता, आपने ही तो
मुझे फं सवा दया था क शरद क कार का...।”
”फालतू बकवास नह?।” जीपी ने एकदम उसक बात काट -”अभी कहां है तू?”
” र s तेदारी म -घर पर- बहार म ।”
”साले, स Ẓ क पर ऑटो चला रहा है, आवाज आ रही है और तू कह रहा है क म
बहार म 5ं, झूठ F य T बोल रहा है?”
” बहार म भी टे पो चलते ह , यहां पर भी स Ẓ क ह , और अब म कभी राजनगर आऊं
गा भी नह?, कभी नह?, बइत बुरे लोग ह राजनगर के , साले कानून के पच Ẓे म फं सा
देते
ह ।”
”देख तुझसे मेरा मलना बइत ज V री है।”
”तभी तो म नह? मलूूंगा, आपके ज V री का मतलब है फर कानून के कसी पचडे़
म फं स जाना-आज के बाद यह फोन ही हमेशा के लए बंद हो जाएगा-गुड
बाय-।”
”हेलो-हेलो।”
5 सरी तरफ से डसकनेF ट कर दया।
जीपी बइत परेशान था। उसने त काल रडाइल कया।
मगर ि वच ऑफ क उ@ोषणा ने उसके माथे पर शकन पैदा कर द ।
वह झुंझला उठा।
उसने एक हाथ का मुF का 5 सरे हाथ पर मारा-”ओ शट!”
*******
यह घटना भी पूव' क भां त थी।
ऐसा ही तो इआ था पछली बार भी क s यामू ऑटो लेकर स Ẓ क पर चल रहा था और
एक पु लस जीप ने उसे ओवरटेक कया था व आगे लगाकर s यामू को ग तशू य होने को
ववश कया था।
इस बार भी ठ क ऐसा ही इआ।
s यामू ऑटो चला रहा था और एक पु लस जीप सायरन बजाती इई उसके आगे आई
और स नल देकर उसे V कने का इशारा कया।
s यामू को ेक लेने ही पẒे।
s यामू क 5 जब अगली पेसे जर सीट पर बैठे इं पेF टर जाख Ẓ पर ठहरी तो
अनायास वह सहमकर रह गया।
इस इं पेF टर के नाम से उसके औसान खता होते
थे। खतरनाक इं पेF टर था। पछली बार उठा लया
था। F या इस बार भी यही मंशा है?
s यामू क V ह कांपी।
पु लस जीप और ऑटो दोन T ि थर हो चुके थे।
जाख Ẓ बोला-”गाẒी म बैठ।”
s यामू रो देने वाले वर म बोला-”F य T साहब, अब F या बात है?”
”बैठ, बताते ह , ले कह? नह? जा रहे ह , यह? रह गे- कु छ बात करनी है।”
s यामू ने जीप क पछली सीट क तरफ देखा। एक नवयुवती बैठ थी। पु लस कां टे बल
थी, नहायत सुंदर थी।
s यामू को उसका मुख Ẓा मनमोहक लगा। उसका मुख Ẓा देखते ही वह अपना V दन भूल
चुका था।
जाख Ẓ पुनः ेशर देता इआ बोला-”बैठ गाẒी म , थोẒी बात करनी है-।”
”साहब फर से थाने लेकर तो नह? जाओगे, बांधकर तो नह? डालोगे?”
”न-।”
s यामू ने ऑटो थोẒा और साइड लगाया व उतरकर चाबी जेब के हवाले करते इए
उसी सीट क तरफ बढ़ा िजस पर नवयुवती बैठ थी।
दरवाजा खोलकर वह भीतर बैठ गया। नवयुवती सरककर 5 सरी तरफ हो चुक थी।
s यामू ने बैठते इए ही एक भरपूर 5 युवती के गठ ले शरीर पर डाली थी। उसे वो
5s य बइत मनमोहक लगा था।
जब उसने दरवाजा बंद कर लया तो पु लस जीप थोẒा से आगे र गी और साइ Ẓ
होकर ख Ẓी हो गयी।
जाख Ẓ पीछे को पलटता इआ बोला-”जीपी F या कह रहा था?”
”जीपी?” एक वाF य ने s यामू को युवती के आकष'ण से बाहर नकाल दया था।
वह यूं उछला था जैसे उसे शॉक लगा हो।
उसके मुंह से बरबस नकला-”क-कौन जीपी?”
”सब-इं पेF टर जीपी सह।” जाख Ẓ का वर संि त था।
”उससे तो कोई बात नह? हो रही थी।”
”अभी आधा घ t टा पहले उससे तु हारी बात इई है।”
”नह? सर।”
”लो सुनवा देते ह ।” जाख Ẓ फोन म गया और उसने एक कॉल रकॉ?डग ऑन कर द ।
यह जानकर s यामू हैरत से दोभर हो गया क अभी बमुिs कल आधा घ t टा पहले
उसक जो बात जीपी से इई थी, जाख Ẓ उसक रका?डग सुना रहा था।
s यामू बोला-”F या यह रकॉ?डग आपको जीपी साहब ने द ?”
”नह?, मोबाइल कं पनी ने। तुम उसे छोẒो, तुम यह बताओ क तुम जीपी से मलना
F य T नह? चाहते हो?”
s यामू हाथ जोẒ ने लगा। V दन करते इए बोला- ”साब, म बइत गरीब आदमी 5ं, ऑटो
चलाकर जैसे-तैसे गुजर कर रहा 5ं, गरीबी का यह आलम है क शाद तक नह? हो पा
रही है,एक अदद बीवी को तरस रहा 5ं, मुझे F य T पु लस के पच Ẓे म फं साया जा रहा
है, म तो पु लस क सूरत भी देखना नह? चाहता।”
”तुमने फोन पर जीपी से कहा क उसी ने तु ह शरद के पीछे लगाया था...।”
s यामू चेहरे पर ब Ẓा सा वाचक च ह लए जाख Ẓ क सूरत तकता रहा।
जाख Ẓ आगे बोला-”तुमने यह बात मुझे तो नह? बतायी थी क जीपी ने ही तु ह शरद के
पीछे लगाया था-।”
”अब साहब कौन-सी बात बताई, कौन-सी नह? बतायी, F या मुझे याद है और F या म
भूल गया-स s ची बोल रहा 5ं, मेरी अपनी बुिद इई प Ẓी है-मेरी बस इतनी गलती
थी
क म पाV से यार करने लगा था और उसे ढूंढते इए सूया'वंशी सोसायट चला गया था-
बस उस सोसायट म कदम रखना मेरे लए जु म का घर हो गया- यार F या कया
िज दगी पर पैबंद लग गये, मुझे ऐसा नह? पता था, वरना म तो साला यार का श ē द
भी मं◌ुंह से खा रज नह? करता-।”
जाख Ẓ संतु लत वर म बोला-”देख s यामू, मेरी हमद दयां तेरे साथ ह , तू एक नेक और
स s चा आदमी है वरना सोच क म तुझे F य T छोẒ ता-मुझे डबल मड'र के स म ह यारे
क ज V रत है, म तुझी को ह यारा सा बत करके अपनी दौẒ-धूप बंद कर देता, मगर नह?,
म जानता 5ं तू नद ष है इस लए म ने तुझे छोẒा।”
जाख Ẓ के वर म म ी क मा ा कु छ अ धक घुली-”मुझे इंसान को पढ़ने का इनर
आता है, एक नजर देखकर बता सकता 5ं क आदमी कस कै टे गरी का है, तू आ
शक
मजाज तो ज V र है मगर आपरा धक वृ K का नह? है ले कन हमसे अगर झूठ
बोलेगा तो हमारे गु से को झेलेगा, फर तुझे कोई बचाने वाला नह? होगा-।”
”म ने तो सर आपसे कु छ भी झूठ नह? बोला-एक-एक बात ऐसे खोलकर बता द क
कोई 5 सरा F या बता पाएगा?”
”वहां R लैट म F या डी लग इई थी?”
”कब?”
”जब तू R लैट म गया था और स F यो रट ने पक Ẓ लया था, एक बार तो तू गाड'
के साथ जाकर दरवाजे से ही वापस लौट आया था ले कन दोबारा जब गया था तो तेरे
साथ जीपी भी था, तब तुम लोग R लैट म घुसे थे-।”
”हां साहब, दोबारा च F कर म हम R लैट म घुसे थे, यह बात तो आपक जायज
है।” ”तो वहां पर तूने F या देखा?”
”बस वही जो दखा क...मोना और शरद फश' धो रहे थे और सनम एक तरफ ख Ẓी थी,
बस यही मुक मल 5s य था।”
”मधुर और पाV कहां थ??”
”वो तो कह? नह? थ? या न उस R लैट म नह? थ?।”
जाख Ẓ क Ẓ क वर म बोला-”झूठ मत बोल वरना साले उ टा लटका 5ंगा-म तुझे
बचा सकता 5ं तो दारे त त पर भी चढ़ा सकता 5ं-वहां R लैट म लाश थ?-।”
”लाश -ऽऽ-? नह? साहब।”
”थ?।” जाख Ẓ जोर देते इए बोला-”उस व या तो मधुर और पाV उस R लैट म
जदा थ? या फर उनक लाश वहां थ?-तूने F या देखा?” जाख Ẓ ने s यामू क आंख T म
झांकते
इए सीधा सवाल कया।
s यामू बोला-”साहब...िजतनी स s चाई है, वो म आपको पहले भी बता चुका 5ं और
फर बता रहा 5ं क उस व R लैट म मोना, सनम और शरद थे-मधुर और पाV वहां नह?
थे।”
जाख Ẓ ने थोẒी देर उसे ठहरी इई नजर से देखा, तदोपरांत बोला-”जाख Ẓ तुझसे FयT
मलना चाहता है और F या बात करना चाहता है?”
”यह पु लस बइत बुरी चीज है सर, इसके बारे म सुनते थे क यह र सी का सांप बना
देती है मगर अब जब भुगत रहे ह तो पता चल रहा है क यह तो बगैर र सी के सांप
तो F या अजगर बना सकते ह , बताओ...म ने तो कु छ कया भी नह?, बस एक ल Ẓ क
से इ s क कया था और उसक मुझे ऐसी सजा मली क अभी तक तुम मुझे घेरे ख Ẓे
हो-।”
”जीपी F या कहना चाहता है तुझसे?”
”यह तो वही जाने क कस र सी का सांप बनाना है-म तो आप लोग T क सूरत
ही देखना नह? चाहता-।”
”अब तू एक काम करेगा...यह मेम तेरे साथ रह गी...।”
s यामू ने बात पूरी सुनने से पहले 5 सरी िख Ẓ क पर बैठ युवती को देखा और
कहा-”यह तो बइत अ s छ बात है, जब तक चाह साथ रह ।”
”यह मेमसाब पु लस कां टे बल है और इनका एक झ नाटेदार थ प Ẓ अ s छे-अ s छ T
क अ F ल ठकाने लगा देता है-।”
”ऐसी पटाई हो तो मजा भी आये।”
जाख Ẓ ने उसे कु छ देर घूरकर
देखा। s यामू भोली सूरत लये बैठा
रहा।
जाख Ẓ आगे बोला-”तुम अभी जीपी़ को फोन करोगे, वह तुमको मलने बुलाएगा F य T क
वह अपने दल क बात फोन पर करना नह? चाहेगा। तुम वहां जाना और उससे बात
करना, ये मेम उस बातचीत को 5 र से शूट कर गी-F या समझा?”
”समझ गया-यह काम...।” वह कहते-कहते चुप हो गया। वह कहने जा रहा था क यह
काम म पहले भी कर चुका 5ं ले कन चुप इस लए लगा गया क यह बात उसने अपने
बयान म जाख Ẓ को नह? बतायी थी इस लए चुप रह गया।
जाख Ẓ ने कु रेदा-”यह काम-?”
”यह काम तो म आसानी से कर सकता 5ं।”
”वैरी गुड!”
”मैडम तो मेरे साथ ही रह गी न?”
”हां-।”
”बस तब तो आप मुझसे कोई भी काम करा लो-।”
जाख Ẓ क आंख T म गहरी चमक पैदा इई। यह? से उसे एक लान मला।
एक नये लान ने उसके दमाग म त 5V ती हा सल क ।
जाख Ẓ फलहाल बोला-”उतरो तुम और अपने ऑटो म बैठो और हमारे यहां से जाते ही
तुर त जीपी को फोन लगाओ।”
”F या मैडम नह? उतर गी?”
”तू तो उतर।”
”हां म तो उतरता 5ं।”
s यामू ने नीचे उतरा। उसी गेट से युवती भी नीचे उतरी।
*******
s यामू अपने ऑटो म आ बैठा।
वह युवती जो नहायत सुंदर थी और स वल ेस पहने थी, s यामू के ऑटो म पैसे
जर सीट पर बैठ थी।
पु लस जीप जा चुक थी।
s यामू अपनी सीट पर बैठे इए पीछे को पलटा और युवती से बोला-”मेम, आपका नाम
जान सकता 5ं-?”
”सपना-।”
” कसका-?”
” हाट-?”
”मेरा मतलब है क आप कसी का सपना हो क यूं ही नाम सपना रख लया है?”
”फालतू बकवास नह?।” ल Ẓ क ने आंख तरेर?। उसके चेहरे पर नागवारी फै ल चुक
थी।
”देिखये मैडम-।” s यामू बाज आने वाला नह? था। स भलकर बोला-”यह मेरी ह रही
है क मेरे ऑटो म कोई ल Ẓ क पीछे बैठ गयी है तो यूं समिझये क मेरी 5 नया रंगीन
हो गयी है और आप तो यूं भी बइत खूबसूरत ह , F या आपको इ म है क आप
कतनी खूबसूरत ह -?”
युवती को गु सा तो बइत आया ले कन s यामू के लहजे म कोई ऐसी व श बात थी क
वनोद भाव के साथ उसक बात का जवाब देने का ल Ẓ क का मन हो उठा । वह
बोली-”ऐसी कौन औरत होगी िजसे अपनी खूबसूरती का इ म न हो, हां ऐसा हो सकता
है क उसे अपनी बदसूरती का इ म न हो।” कहकर युवती अनायास हंसी।
s यामू को उसका यह हंसता इआ चेहरा बइत सलौना लगा। वह एकटक कसी क र s मे
को देखने क 5 से देखता रह गया।
उसके हंस लेने के बाद s यामू बोला-”मगर तुम तो औरत नह? हो-।”
इस बार सपना चढ़ गयी-”F या बकवास कर रहे हो तुम?” उसने आंख तरेर?।
”आपका तो गु सा भी कमाल है-खैर...मुझसे कोई गु ताखी इई हो तो म माफ चाहता
5ं, आप यह मत समझना क आपके पु लसवाली होने के चलते म डर रहा 5ं-न-बि क
आप इतनी खूबसूरत ह ...खैर... फर आप बुरा मान जाएंगी।”
सपना आंख तरेरती बोली-”जब तू मेरे साथ ऐसी बात कर रहा है तो ऑटो पर अके
ली ल Ẓ क देखकर F या करता होगा?”
”पटा लेता 5ं-।”
सपना ने दो ण उसे ठहरकर देखा। फर बोली-”कोई के स अभी तक नह? लदा तेरे
ऊपर?”
s यामू अपनी शट' का कॉलर ख Ẓा करता बोला-”मेरी पटाई ल Ẓ कयां के स मेरे पीछे के
लए घूमती ह -।” वह ज द से आगे बोला-”म आपसे थोẒी माफ चा5ंगा क बैठते ही
आपसे तकरार होने लगी- पछली डेढ़ सौ ल Ẓ कय T के साथ कभी तकरार नह? इई है-
मेरी गलती यह रही क म ने आपक तारीफ कर द जो क शायद मुझे नह? करनी चा हए
थी।”
सपना बइत धीमे से मु कु रा रही थी।
थोẒा गैप देकर बोली-”मुझसे F या चाहते हो?”
”बस बात -बाक जो आप चाह वो हो जाएगा-।”
” पछली डेढ़ सौ ल Ẓ कय T से कै से फु रसत मल जाती है?”
”यह कॉलेज क ल Ẓ कयां...।” s यामू मुंह बनाता इआ बोला-”जी तो चाहता है क
इनसे कभी दो ती न कVं , अगर मुझे एक अदद ल Ẓ क अ s छ -भली आप जैसी
मल जाये तो म इन डेढ़ सौ क डेढ़ सौ के न बर डलीट कर 5ं मगर नसीब इतना फू टा
है क आप जैसी ल Ẓ क तो मलने से रही-यह कॉलेज क ल Ẓ कयां इतनी बेमुर वत
होती ह
क इनक सूरत देखकर मेरा कलेजा जलता है-चार दन तो खूब मुह ē बत कर गी और
फर ठु कराकर चल प Ẓ गी और आठ दन बाद फर लौट आएंगी-यह महीने म आठ दन
पता नह? इ ह F या हो जाता है क मुझे छोẒ जाती ह -।”
”चल जो काम तुझे बताया है, वो कर ले पहले।”
”काम-? कौन सा काम कVं ?”
”अबे साले, जीपी को फोन लगा।”
”व लाह, आपके मुंह से गाली कतनी अ s छ लगी-वॉव, मजा आया-F या आप मां-
बहन क गाली भी बकती ह -?”
”अबे मादरचोद, अभी एक चमाट 5ंगी-चल फोन लगा।”
” कतना सुकू न मला मेरे दल को-आपके हाथ से पट लूं तो मजा ही आ जाये।”
”फोन लगा रहा है क नह??”
”लगा रहा 5ं मेरी मां-काहे बग Ẓ ती हो?”
s यामू ने फोन खोला और जीपी का न बर बाहर नकाला तथा सपना से बोला-”F या
बोलना है जीपी से?”
”अभी साहब ने F या बताया था?”
”ओह हां समझ गया।”
कहने के साथ ही उसने डाय लग कर द ।
5 सरी तरफ घंट जाने लगी थी।
*******
उधर से रसीव इआ-”हैलो।”
”हां साब, F या कह रहे थे?”
”म कह रहा 5ं क तू मुझसे मल-कहां है अभी-?”
”जह नुमी चैक।”
”यह कहां है?”
”मेरे 5 भा' य क स Ẓ क पर और जीरो कलोमीटर क 5 री पर।”
”देख पहे लयां मत बुझा-म तेरे फायदे क बता रहा 5ं वरना उलटा लटक जाएगा, मुझे
तुझसे हमदद है यार, बेवजह तू मड'र के स म अंदर चला जाएगा-।”
”मुझे हमद दयां सफ' ल Ẓ कय T क अ s छ लगती है, तु हारी हमदद का मुझे F या
करना है?”
”तू अभी है कहां-?”
”आप काम बताइये, म स Ẓ क पर दौẒ रहा 5ं-हर अगले मनट मेरा पता बदल जाता
है तो F या बताऊं -?”
”म तुझसे मलना चाहता 5ं, अभी, इसी व -।”
”पायल सनेमा पर आ जाओ।”
”ठ क है, आता 5ं, वह? V ककर रहना।”
”ले कन मामला F या है सर, यह तो बता दो, ज V र कसे पचडे़ ही म फं साओगे और
आपको आता F या है-पु लस क दो ती जी का जंजाल है।”
”न-ऐसा नह? है, इस डबल मड'र के स म तू फं स सकता
है-।” ”F या आप फं साओगे, हथक Ẓी लेकर आ रहे हो?”
”अरे नह? भाई, तुझे बचाना चाहता 5ं।”
”ऐसा तो हो ही नह? सकता-पु लस और कसी क मदद कर दे-नेपो लयन बोनापाट' मेरे
सामने न इआ वरना म उसे बताता क पु लस का कसी क मदद करना नामुम कन है।”
”तू बइत बोलता है।”
”तभी तो आपके च F कर म फं स गया 5ं।”
”ठ क है, म पायल सनेमा आ रहा 5ं-मुझे वह? मल।”
”ठ क है- कतनी देर म आ रहे हो?”
”आधा घ t टे म पइंच रहा 5ं।”
”आइये, म इंतजार कर रहा 5ं ले कन ज द छोẒ देना, मुझे रोजी-रोट भी कमानी है।”
”हां-हां-।”
”ठ क है आओ।”
डसकनेF ट इआ और s यामू ने उस युवती क तरफ आंख मटकाकर देखा।
*******
”मैडम, को ड क चलेगी।”
”नह?, कु छ नह? चलेगा।”
”मेरे लए तो चलेगा।” s यामू ऑटो से उतरा और पैदल चलते इए पास ही एक कॉन'र से
दो सौ एमएल क दो को ड क खरीद? और उ ह लेकर वापस आया।
अपनी अगली सीट पर बैठ गया और एक सपना को बढ़ाते इए बोला-”एकदम च ड है
मजा आ जाएगा-।”
पहले सपना ने उसे घूरकर देखा।
इस बीच s यामू बोला-”ऐसा F या बैर मैडम-वैसे एक बात बताऊं ...मुझे ल Ẓ कय T से
दो ती बइत अ s छ लगती है, भगवान मुझे िज दगी म कु छ दे या न दे बस ल Ẓ कय T
से दो ती कराता रहे, मुझे िज दगी से कोई शकायत नह? रहेगी-लो-।”
s यामू क श ē द अदायगी कु छ ऐसी थी क सपना मन-ही-मन मु कु राये बगैर न रह
सक । छु पाने के बावजूद भी अधर T पर धीमी सी मु कान र ग ही गयी।
अ ततः उसने बोतल पक Ẓ ली।
जब वह बोतल पक Ẓ रही थी, उससे णभर पहले s यामू ने कहना शुV कर दया
था-”पु लसवाली होकर भी को ड क पर इतना ऐतराज-? पु लसवाल T क नजर तो
माले-हराम पर टूट रहती है-।”
सपना F य T क मु कान को ज ē त करना चाह रही थी इस लए वह हंस छू ट । उसने बोतल
अपने हाथ म ले ली थी और वह परे को देखने लगी।
वह जोर T से मु कु रा रही थी ले कन अपनी मु कान संय मत करने का य न कर रही थी।
उसने बोतल क डाट खोली।
s यामू अपनी बोतल से दो घूंट मार चुका था। सपना पर ही 5 चपकाये इए था।
सपना को चुप देखकर वह पुनः बोल उठा-”वैसे तु हारी जैसी ल Ẓ क को पटाना
बइत मुिs कल काम है।”
इस बार सपना उसे वा त वक V प से घूरने लगी थी। वह को ड क म घूंट भी भर रही
थी।
s यामू तुर त आगे बोला-”मालूम है मैडम, अरब म पुराने जमाने क F या मा यता
थी?” सपना ने उसे घूंट चढ़ाते इए देखा।
वह खुद आगे बोला-”अरब म पुराने जमाने म यह बात ब Ẓी मश 5 र थी क जो आदमी
इ s क म मुिē तला नह? होता है, वह ब Ẓा कमीना होता है, उसके साथ अ लाह क बरकत
नह? होत?।”
सपना के अधर धीमे से मु कु राये।
s यामू ही आगे बोला-”इस लए वहां हर उ e का इ s क फरमाता था, क म
टांग लटक होती थ? और इ s क से फु रसत नह? मलती थ?।”
”वह? से नसीहत उठाये हो Fया?”
”वजा फरमाया-मुझे यह को ड क भी उतनी अ s छ नह? लगती है िजतना अ s छा
ल Ẓ कय T से बात करना लगता है और आपको-?”
”मुझे भी ल Ẓ कय T से बात करना अ s छा लगता है।”
s यामू ने उसे गोल आंख T से देखा और घूंट भरता इआ बोला-”तुम ल Ẓ कय T से बात
करोगी तो तु ह F या खाक मजा आएगा?”
सपना ने को ड क म घूंट भरा और बोली-”जीपी F या कह रहा था?”
”बस अगले बीस मनट म पायल सनेमा आने वाला है-।”
” कतनी 5 र है यहां से?”
”यही सामने तो है।”
सपना ने घूंट हलक से उतारा।
s यामू बोला-”आपका न बर F या है?”
”यह चमाट देखा है।”
”खुशनसीबी-।” s यामू चहककर बोला-”हालां क म कभी कसी ल Ẓ क के हाथ से
पटा तो नह? 5ं ले कन सोचता 5ं तो रोमां चत हो जाता 5ं क कसी हसीना के हाथ से
पटते इए कतना मजा आएगा-।”
सपना मु कु रा रही थी।
थोẒा सा गेप देकर बोली-” कतनी ल Ẓ कय T को पटा चुके हो अब तक?”
”वो डेढ़ सौ का आंक Ẓा झूठा है ले कन यह मेरा टागˇट ज V र है, आपका न बर
प s चीसवां है ले कन आपका न बर सुपर है-िज दगी बहाल हो जाये अगर आपसे दो
ती हो जाए तो-।”
”ब Ẓे लीच Ẓ हो तुम।”
”लो नह? बोलते।” s यामू पलटकर बैठ गया और व t ड И न के पार झांकने लगा।
जब s यामू कु छ देर तक नह? बोला तो सपना बोली-”कै से पटा लेते हो इतनी ज
द ल Ẓ कय T को-?”
”बात करते इए।” वह पुनः एकाएक पलटकर बैठ गया-”मुझे लगता है ल Ẓ क तो
पटने को तैयार ही बैठ रहती है, बस पटाने वाला चा हए-।”
”आिखर F या देखती है ल Ẓ क तुमम ?”
”यह सवाल ब Ẓा साफ है ले कन इसका जवाब ब Ẓा गंदा है-म ऐसे जौहर दखाता 5ं क
ल Ẓ क बाद म अपने प त को छोẒ कर भी मेरे पास आ जाती है-।”
”उधर को मुंह करके बैठो।”
”लो म तो उधर ही मुंह कये बैठा था, एक आपने ही मुंह इधर करवाया।”
s यामू ने फर व t ड И न क तरफ मुंह कर लया।
सपना काफ देर तक शा त बैठ रही।
*******
थोẒी देर बाद s यामू का फोन बज उठा था।
s यामू ने कु छ देर जान-बूझकर बजने
दया।
इस И या को पछली सीट पर बैठ सपना शुR क 5 से देख रही
थी। फोन कटने से पहले s यामू ने फोन उठाया-”हैलो।”
”कहां है?”
”पायल सनेमा।”
”म तो ख Ẓा 5ं सनेमा के आगे।”
”अभी आया, बस एक मनट म हािजर इआ।”
”ज द आ।”
”आया।”
फोन ड कनेF ट इआ।
सपना के भीतर फु त का सू पात हो चुका था। उसने अपने वे नट बेग से एक इंट म ट
नकाला और उसे s यामू क पे ट क बे ट म भीतर से फं सा दया। छोटा-सा इंट मे ट
था।
फर s यामू से बोला-”कहां है वो?”
”सामने।”
”या न तुम ऑटो से जाओ, म पैदल जाऊं तो कतना अंतर आएगा?”
”साथ-साथ ही पइंच गे, म जब तक ऑटो ख Ẓा करके उत Vं गा तब तक हम लोग तु
ह नजर आ जाएंगे।”
”वैरी गुड-जाओ।” सपना अपना वै नट बैग कं धे पर डालती इई ऑटो से उतर गयी।
s यामू ऑटो टाट' करने के बाद और ग तमान होने से पहले बाहर को गद'न नकालते इए
सपना से बोला-”मैडम चली मत जाना, कु छ बात अभी अधूरी रह गय? ह -।”
सपना बइत धीमे से मु कु राई िजससे उसक मु कान प न हो सके ले कन बजा
हर बोली-”चल, चल आगे बढ़।”
”बढ़ गये आगे।” s यामू ने ए F सीलेटर छोẒा और ब Ẓे अंदाज म लहराते इए ऑटो
लेकर गया और कु छ सेके t ड प ात् ही उसने तेज र R तार ऑटो एकाएक जीपी के
पास ि थर
कया।
तेज र R तार होने के कारण जब उसने पॉवर ेक लये तो ऑटो एक तरफ से थोẒा
ख Ẓा हो गया था। दो सेके t ड के वल ब से ख Ẓा वाला ह सा जमीन पर गरा।
उसक इस हरकत से जीपी डर ही गया था F य T क जीपी से एक मीटर से भी कम
5 री पर s यामू ने यह टंट दखाया था।
जीपी च कते इए बोला-”अबे साले मारेगा Fया?”
तब तक s यामू ऑटो से बाहर नकल आया था और बोला-”काश म आपको मार ही
सकता-तो फर यह रोज-रोज का झंझट तो ख म होता।”
”तू पागल है-म तेरे भले के लए काम कर रहा 5ं।”
”F या जोक सुनाया है साहब, पु लस और कसी के भले के लए काम करे और वो
भी इतनी बैचेनी के साथ-यह तो जोक ऑफ स चुरी हो गया सर-।”
”बकवास मत कर-।”
”ठ क है, F या करना है बताइये?”
”हां।” जीपी अपनी बुलेट को ट ड करके उस पर बैठा था।
s यामू उसके पास गया और कु छ इस कोण से ख Ẓा हो गया क सामने से कोई वी
डयो बनाये तो दोन T का पोज िF लयर हो सके ।
जीपी बोला-”पु लस तुझे गवाही के लए उठा सकती है-।”
”वो तो उठा चुक ।”
”मतलब?”
”अरे आपको नह? पता क एक इं पेF टर जाख Ẓ ने मुझे उठाया था और एक दन से
यादा थाने म रखा और फर छोẒ दया-।”
”अब फर उठाया जाएगा तुझे।”
”ये कन च F कर T म फं साया जा रहा है साब मुझे, म इ s कबाज आदमी, मुझे थाने-
दरबार से F या लेना-देना?”
”लेना-देना प Ẓ गया ले कन यह सब तेरी भलाई के लए है...।”
”अजी F या खाक मेरी भलाई के लए है-मेरी भलाई तो इसी म है क म कसी
नवयौवना से इ s क ल Ẓाऊं ।”
”आज तू कु छ यादा नह? बोल रहा है?”
”F य T क मुझे इ s क का बुखार चढ़ा है। मेरा सर झूम रहा है, म थोẒी देर बाद पागल T
क तरह घूमता दखाई 5ंगा।”
”चुप हो जा यार, मेरी बात सुन ले, तू तो अपना सरा'टा बांध रहा है।”
”हां सुनाओ-।” s यामू सीधा इआ।
”तुझे गवाही के लए बुलाया जाएगा और तुझे वहां इतना ही बोलना है क उसम कह?
मेरी गद'न न फं स जाये।”
”हां बता दो, F या-F या बोलना है, म ने तो पहले भी उतना ही बोला था क कह? आपक
गद'न न फं से-।”
”हां समझदार है तू, इसी लए तो तुझे याद कया-देख सुन, तुझे बताना है क तू धोखे से
सूया'वंशी सोसायट पइंच गया था-जैसा क तू बता रहा है, बस वही बोलना है-।”
”स s चाई भी वही है साहब, इससे र Kीभर इधर-न-उधर-।”
”हां ठ क है, अब मेरी ए होती है जब क तू पक Ẓ लया जाता है, म तुझे लेकर
R लैट म जाता 5ं तो उस मैटर पर तुझसे पूछा जाएगा क तूने R लैट म F या देखा-।”
”यही पूछा जाएगा क तूने वहां लाश देखी या नह? देख?? मधुर व पाV को वहां जदा
देखा या नह??”
”अबे साले तुझे कै से पता क तुझसे वहां यह पूछा जाएगा?”
”इतना तो हम पैदाइशी जानते ह , ध नया भाभी के के साथ घुट ना पहनकर बचपन म
जब हम खेला करते थे तो ध नया भाभी यही सब बात हम बताती थ?।”
”तू फर बकवास करने लगा, ले कन तूने सब यह जाना कै से क पु लस तुझसे ऐसा कु छ
पूछेगी?” जीपी ने उसे सशं कत 5 से देखा।
”बताया न आपको, अभी तो बताया, इतनी ज द भूल गये-हमारी ध नया भाभी
ना ेदमश के खानदान से ता लुक रखती है, सोहलव? पीढ़ से आती है-।”
”देख तू बकवास मत कर, मेरी बात ³ यान से सुन ले।”
”हां सुनाओ।”
”यह तू आज फु दक F य T रहा है?”
”अभी-अभी साब एक ल Ẓ क देखी है िजसका नशा दमाग पर सवार हो गया है, बस
और कोई भी बात नह? है, इतनी सी बात है।”
जीपी के चेहरे पर नागवारी के भाव पैदा इए ले कन वह उन भाव को मटाता इआ
संतु लत वर म बोला-”जब तुझसे पूछा जाये क तूने R लैट म F या देखा तो बस
वही बताना जो तूने ए F चुअल देखा था-।”
”हां तो और F या बोलूंगा, जो देखा है, वही तो बताऊं गा।”
”तुझे घुमाया जाएगा क पाV, मधुर कहां थ? या वहां उन दोन T क लाश थ? ले कन ऐसा
वहां कु छ नह? था- फर तुझ पर ेशर बनाया जाएगा क F या जीपी सह ने शरद, मोना
से कोई डी लग क थी तो इसम भी तुझे बोलना है क कोई डी लग नह? इई थी-कोई
डी लग इई ही नह? थी तो झूठ F य T बोलेगा, ले कन तुझे ह Ẓ काया जाएगा मगर तू
डरना मत-।”
”जी म तो ध नया भाभी के सवा कसी से नह? डरता।”
”उसके बाद तू बताना क जीपी सह दरोगा जी मुझे अपने साथ थाने बैठाकर ले गये थे
ले कन रा ते म ही ह Ẓ काकर वापस कर दया, बस उसके बाद से फर दरोगा जी से मेरा
कोई स पक' नह? इआ, वो आिखरी स पक' था।”
”यही तो म बोला था थाने म ।”
”ले कन अब यादा ह Ẓ काया जाएगा, डराया धमकाया जाएगा ले कन िजतना म ने
बताया है, उससे आगे एक श ē द नह? बोलना।”
”या न हमने जो शरद का पीछा कया, फर हम लोग रात म मोना के घर गये, सुबह म
आप गये-आपने मोना से बात क , फर...।”
”हां-हां यही, उस बाबत कु छ नह? बताना है-कु छ नह? बताना है तो मतलब कु छ नह?
बताना है-F या समझा- कसी हाल म जुबान नह? खोलनी है।” जीपी ह Ẓ काते इए
बोला।
s यामू ने कहा-”आप चता मत करो, साब-म पु लस को घुमाना जानता 5ं, ध नया भाभी
ने मुझे सारे कौशल सखा दये ह मगर एक बात तो बताइये साब-।”
”Fया?”
”यह क पु लस ने जब मुझे छोẒ दया था तो फर यह F या नया लफ Ẓा अब इआ
जा रहा है?”
”वो साला शरद जब तक हाथ नह? आएगा, तब तक यह पु लस क उठा-पटक चलती
रहेगी-कभी उठाएंगे कभी छोẒ गे, वो हरामजादा पता नह? कौन से कोने म जा
छपा।”
”म ने सुना है शरद ने बरेली म भी एक कांड मचा दया।”
”हां, बरेली म भी एक मड'र करके भाग गया वो-।”
”ब Ẓा कमीना है और मुझसे भी ब Ẓा आ शक आदमी है, वो तो साला खतरनाक आ
शक है, डायरेF ट सेF स करता है और खून कर डालता है।”
”बस तुझे यही समझाना था।” जीपी श ē द T पर जोर देता इआ बोला-”तूने मेरी एक-
एक बात को अ s छ तरह से समझ लया न?”
”आप चता मत करो साहब, बइत तेज दमाग का आदमी 5ं म -आिखर अपनी ध नया
भाभी का देवर 5ं, कोई मजाक बात थोẒे ही है।”
”चल ठ क है।” जीपी बाइक पर बैठा तथा बोला-”और ऑटो जरा ठ क से चलाया कर,
यह ऑटो है कोई हवाई जहाज नह? है।”
”जब कोई अ s छ -भली ल Ẓ क म देख लेता 5ं तो मेरा दमाग िभ नौट हो जाता है,
दमाग पर सुV र चढ़ जाता है।”
”चल ठ क है।” जीपी ने बाइक टाट' क ।
s यामू बोला-”यह पु लस का लफ Ẓा अब कब पẒेगा?”
”कभी भी तुझे बुलाया जा सकता है।” कहते इए जीपी चला गया।
s यामू अपने ऑटो क तरफ बढ़ा था।
*******
अगले कु छ सेके t ड म s यामू पुनः ऑटो लेकर उसी थान पर पइंचा था, जहां से
चला था और सपना को छोẒा था।
वह सपना क ती ा करता रहा मगर सपना जब पांच और दस मनट तक भी नह? आई
तो उसे बेचैनी इई।
s यामू को उसने फोन न बर दे नह? रखा था जो वह बात करता। s यामू ऑटो से बाहर
नकलकर इधर-उधर गद'न घुमाकर देखने लगा मगर उस प का 5 र-5 र तक पता
नह? था।
s यामू क बेचैनी बढ़ रही थी। इस कार का इंतजार उससे नह? होता था।
उसे उ मीद तो पूरी थी क वह ज V र आएगी F य T क उसने एक इंट मे ट s यामू क
कमर म टूम रखा था।
बीस मनट गुजर गये।
अब s यामू थक उठा।
उसे कतई भी अ s छा नह? लग रहा था। कम-से-कम एक बार वह ल Ẓ क सामने आ
जाती, फर चाहे तुर त चली जाती।
वह अजब कै फयत का शकार
था। प s चीस मनट का व गुजर
गया। उसक उ मीद टूटने लग?।
उसे एक ला नग सूझी, चूं क वह इंट म ट लेने ज V र आएगी ले कन कह? छपकर शायद
वह मजे ले रही है, उसके मजे के गुē बारे म यूं पन क जाए क ऑटो टाट' करके ले
जाया जाये, अपने आप बाहर आएगी-ज V र।
उसे अपना इरादा जंचा।
वह तुर त ऑटो म बैठा और पायल सनेमा क तरफ ही मोẒ कर धीरे-धीरे आगे बढ़ने
लगा, उसे आशा थी क कह?-न-कह? से वह नमूदार हो उठे गी।
अभी वह धीरे से र गा ही था क उसका फोन बज उठा। उसने फोन देखा, नया न बर था।
उसने रसीव कया-”हैलो।”
”अरे कहां चल दये?”
s यामू क कली िखल उठ , ले कन थोẒा रोषपूण' वर म बोला-”कहां हो
तुम?” ”आ रही 5ं।”
”यह फोन आधा घ t टा पहले कर देत? तो म कम-से-कम आधा घंटा तो सुकू न से जी
लेता।”
उधर से वह हंसी।
s यामू ने ऑटो साइड करके ख Ẓा कर लया था।
फर उधर से कहा गया-”बस थोẒा वेट करो, म आ रही 5ं।”
”तुम कसके साथ बजी हो?”
”कै मरे के साथ।”
”देखो, यह कोई भी रकाबत बदा's त नह? है।”
”म आ रही 5ं।”
”फोन कटने से पहले आओ।”
”आ गयी।”
एकाएक सपना s यामू को अपने सामने स Ẓ क पर नजर आने लगी। वह चलती इई
इधर ही आ रही थी।
s यामू ने फोन काट दया।
उसे बला का सुकू न मला।
आंख T म रोशनी आ गयी।
सपना चलती इई आ रही थी और वह उसे एकटक नहार रहा था। जीन और शट' म
सपना ब Ẓी हसीन लग रही थी।
जब सपना टे पो के पास आई तो सपाट सूरत थी। उसने पास आकर कहा-”कहां चल
दये थे-?”
”तु ह खोजने।”
सपना धीमे से मु कु रायाी और पछली सीट पर जाकर बैठ गयी।
वह कु छ बोलती उससे पहले s यामू बोल उठा-”तु हं◌े या तो इतना सुंदर नह? होना चा हए
था या मुझे छोẒ कर जाना नह? चा हए।”
”अरे कमाल हो तुम तो।” वह अपनी हंसी दबाती बोली-”म F या तु हारी महबूबा 5ं-?”
s यामू पीछे को पलटा और बोला-”तो मेरा जवाब है-हां।”
”जबद' ती।”
”मेरी तरफ से, तु हं◌े िज दगी भर नह? भूल पाएंगे।”
”चलो, अब V को मत।”
”चल दये-।” s यामू ने ऑटो टाट' कया और उसे ग त दे द बोला-” कतनी पीड को
आप पसंद करती ह ?”
”मतलब?”
”आप कतनी पीड को पसंद करती ह ?” s यामू ने बेक ू मरर से झांका था।
”फु ल पीड।” यकायक सपना के ह T ठ T पर शरारत क मु कान आ गयी थी।
िजसका असर s यामू के चेहरे पर भी इआ था। वह बोला-”फु ल पीड के तो हम मा
टर ह ले कन इसका F या क िजए क जब सवारी चीखने- च लाने लगे?”
”वो सवा रयां नादान होती ह T गी, मजबूत सवारी कभी नह? चीख- च ला सकती।”
s यामू एकाएक बोल उठा-”आपक इजाजत हो तो सवारी गांठकर देखी जाये?”
”तुमने मुझे ला तो उसी मोẒ पर दया है ले कन मेरा जवाब है क नह?-।”
” दल के अरमान F य T घोट रही हो, आपको मालूम है क क सर कन लोगो को
होता है?”
” कन लोग T को?”
”जो दल के अरमान दल म घोट लेते ह । अगर अरमान उठे ह तो उ ह बुझाओ वरना
एक सेल संИ मत हो जाएगा।”
वह हंसी दबाना चाहती थी ले कन सहसा हंस छू ट और बोली-”खूब बात बनाते हो।”
”रोक ऑटो, यह? फरा'टा भर जाएगा?”
जा हर तौर पर वह थोẒा क Ẓ क वर म बोली-”नह?, सीधे चलते रहो और थोẒा
तेज चलो। तुम तो कह रहे थे क म पीड का मा टर 5ं, यह पीड है तु हारी?”
”तुमने दल मायूस कर दया-अब दल नह? लगता इस उज Ẓे दयार म ।” s यामू अपनी
सामा य ग त से ही चलता रहा।
सपना खामोश रही।
थोẒी देर बाद s यामू फर बोल प Ẓा-”F या बग Ẓ जाता तु हारा अगर दल क बात रख
लेते तो-?”
”चुप रहो।”
”लो चुप हो गये मगर...हम चुप हो जाने वाले कहां ह , िजस दन हम चुप हो गये उस
दन यह धरती म Z या ठहर जाएंगी।”
सपना चुप रही।
अगले ण T म s यामू फर बोल प Ẓा-”एक ज V री बात
पूछूं?” ”तु ह कौन-सी ज V री बात हो सकती है?”
”F या तुमने कभी इ s क
कया?” ”हां-।” वह बेसा ता
कह गयी।
”वैरी गुड-तब तो अपने ही इिs कया खानदान से आती हो-खाली इ s क ही कया या
और भी कु छ-?”
”और कु छ F या?”
”घसẒ-पसẒ।”
”यह F या होती है?”
”िजसका म अभी िज И कर रहा था, फु ल पीड से सवारी गांठना।”
”यह अहम बात तु ह F य T बताऊं ?”
”आिखर तु हारा दो त जो ठहरा।”
”दो त?-म ने तो ऐसी कोई बात नह? क ।”
”या न तुम मुझे अपना दो त भी नह? मानती?”
” फलहाल तो नह?।”
”यह लेटलतीफ कब तक?”
”जब कोई फै सला हो जाएगा तो तु ह मैसेज मल जाएगा।”
”ओह, यह बात है, या न आप फै सला लेने म थोẒा सु त ह ।”
”थोẒा नह? बइत यादा।”
”तब तो तुम हमारे इिs कया खानदान का नाम डु बो रही हो।”
”तुम बोलते बइत यादा हो।”
”यह बात तो मुझे पहले से मालूम है।”
सपना अधर भ?चकर मु कु राई।
तब तक s यामू फर बोल प Ẓा था-”मेरे बारे म कोई ऐसी बात बताओ जो मुझे न पता
हो?”
”तुम ल Ẓ कय T का दमाग खा जाते हो।”
”F या ल Ẓ कय T म दमाग होता है?”
”अ s छा-तो F या तुम समझते हो क ल Ẓ कयां सब बे दमाग होती है?”
”नह?, म समझता 5ं क ल Ẓ कय T का दमाग सातव आसमान पर होता है, खोप Ẓी के
भीतर नह? होता।”
सपना जोर T से मु कु रा रही थी ले कन अपनी मु कान को नर तर नयं त करने पर लगी
थी।
”F या मैडम, तुम तो थोẒी देर म चुप हो जाती हो?”
”अ s छा एक बात बताओ, तुमको ब कु ल डर नह? लग रहा एक पु लसवाली से बात
करते इए?”
” ब कु ल नह?।”
”अभी अगर म तुमको ख?चकर मारने लगंू फर?”
”इ s क म पटकर तो मरतबा बुलंद हो जाता है।”
”कर 5ं मरतबा बुलंद फर?”
”F या इतनी ही नाराज हो तुम मुझसे?” s यामू ने बैक ू मरर से देखा।
सपना बोली-”हां-तुम लगातार गु तािखयां कर रहे हो।”
”जी नह?-इ न क प रि तश कर रहा 5ं-इ न क पूजा कर रहा 5ं और यह जो श ē द
मं◌ैने उके रे ह , यह इ s क क आरती के प व Cोक ह -।”
”उफ् -तुमसे पार पाना मुिs कल है।”
”तार-तार हो जाना यादा अ s छा
है।” सपना चुप रही। बाहर झांकती
रही। ऑटो नॉम'ल पीड से चल रहा
था।
थोẒे से अंतराल म s यामू शीशे के @ारा देखता इआ बोला-”F या इरादा
है?” ” कस बारे म ?”
”तार-तार हो जाने के बारे म ।”
”अरे यार तुम चुप रहो वरना सब आ शक का भूत झाẒ 5ंगी।”
”आपको जाना कहां तक है?”
”अगले चैराहे पर छोẒ देना।”
”यह कहां से कहां आ गये हम?”
सपना ने उसे घूरकर देखा मगर बजा हर सौ य वर म बोली-”शेरो-शायरी भी आती है?”
”बइत- कतने शायर तो हमने अपने नेफे से पैदा कर दये।”
”नेफे से?”
”हां-पजामे या सलवार क वो जगह, जहां नाẒा डाला जाता है-।”
सपना ने एक हाथ से अपना मुंह दबाया। उसक हंसती इई आंख नजर आ रही थ?।
s यामू शीशे म से उसे देख लेता था।
थोẒा गैप देकर सपना बोली-”एक बात तो है, आदमी बइत दलच प हो तुम।”
”यह अभी पहचाना या पहले ही पहचान लया था?”
”पहली नगाह म ।”
s यामू ने ऑटो को एकाएक बे्रक दे दये। प हये रग Ẓ ते इए ऑटो ख Ẓा हो गया।
s यामू ने पीछे गद'न मोẒ कर देखा और आंख T म झांकते इए बोला-”तो यह पहली नजर
का यार था?”
सपना ह T ठ सकोẒ कर मु कु राई और बोली-”तो इसके लए ऑटो को ख Ẓा करने क
F या ज V रत थी?”
”अब ख Ẓा हो गया तो म F या कVं ?”
सपना ने उसे आंख तरेरकर देखा और बोली-”चलो, मुझे ज द है-।”
”लो चल प Ẓे।”
”तुम थोẒा तेज चलाओ।”
”लो पीड भी बढ़ा द ।”
सपना बाहर क तरफ देखती रही।
”और कोई इFम?”
”बस अपना मुंह बंद रखो।”
”जुकाम नह? होता तो मुंह बंद कर लेता, अब सांस कधर से ली जाएगी?”
” कधर से भी ले ले।”
”F या बात करती हो, कधर से भी कै से ले ली जाएगी?”
सपना चुप रही। उसने इरादा कर लया क अब म बोलूंगी ही नह?।
s यामू उसके बाद भी दो-चार बार बोला मगर सपना नह? बोली। अंततः थोẒी देर बाद वो
चैराहा आ गया।
सपना बोली-”बस मुझे यह? उतार दे।”
”F या उतार 5ं?”
”मुझे-यह? पर।”
”ओह समझा-म तो कु छ और समझ बैठा था-लो यह लो।”
उसने साइड लेकर ऑटो ि थर कया।
सपना बोली-”मेरा इंट मे ट।”
”ओह माय गॉड! यह अभी तक मेरी कमर म टुमा है-कह? तुम सब कु छ रकॉड' तो
नह? कर रही थ??” s यामू ने इंट मे ट सपना के हाथ पर रखा।
”और F या।” सपना ट मे ट को बैग के हवाले करती बोली-”अब िजतनी उ ट -सीधी
बात क ह , सब पर चाज' लग गे, आिखर एक पु लसवाली से इ s क करने क सजा
तो
मलेगी।”
”मुक मल इ s क तो करो पहले, फर सजा दे लेना-पिt डत जी से ब Ẓा कौन जज सजा
दे सकता है।”
सपना ने हंसना चाहा ले कन हंसी नह?।
और ऑटो से उतरकर एक तरफ चलती बनी। सपना इस तेजी से ऑटो से नकलकर
चली थी क s यामू कु छ कहना भी चाहता था ले कन कह नह? पाया।
*******
मोना का फोन बज रहा था। हाट्सएप कॉल थी। उसने रसीव कया-”हैलो।”
”कै सी हो?” उधर से सीएफ का वर था।
”म तो ठ क 5ं, तुम सुनाओ।”
”अ s छे नह? ह ।”
”FयT?”
”इतनी मेहनत के बाद भी तुम हमको हा सल नह? हो पा रही हो तो इसे अ s छा कै से
कहा जा सकता है-।”
”हम तो ffi ह , चले आओ।”
”अभी ffi नह? हो।” प थर पर प Kी रग Ẓ ने जैसी आवाज उभर रही थी।
”मतलब?”
”चलो मतलब भी समझाएंगे-आज आपको पैसा देना था-।”
”हां, चालीस हजार V पया मल जाएगा-बाक कल और परस T मलेगा।”
”आज क क s त द िजए।”
”आ जाइये, आपके द दार भी हो जाएंगे।”
”नह?, अभी हमारे द दार तु ह नह? हो सकते-अभी थोẒी देर म एक फक र तु हारे घर
का दरवाजा नॉक करेगा, उसे यह पैसा दे देना-।”
”कोड?”
”वह वाई बोलेगा आप ए F स बोलना।”
”ओके ।”
”सनम कै सी है?”
”जबद' त-पहले से यादा नखार है-यह शरद कहां चला गया?”
”F या करोगी जानकर?”
”ज V री है, यह अगर पक Ẓा गया तो...।” मोना एकाएक चुप लगा गयी, उसे बाद म
याद आया क सीएफ के बारे म कोई हक कत कहां जानती है, कह? ऐसा न हो क
सीएफ खुद कोई पु लसवाला हो और उसी को अरे ट करने क रणनी त पर काम कर
रहा हो-।
F य T क वह पहले से ऐसा मानती थी इस लए बोलते इए एकाएक चुप रह गयी।
उधर से सीएफ बोला-”आपका मतलब है क शरद पक Ẓा गया तो वह आपको भी
पक Ẓ वा देगा, इस लए आपको डर लग रहा है?”
”नह?, म यह जानना चाह रही 5ं क शरद है कहां, पछली बार आप बता रहे थे क
शरद आपक जानकारी म है तो म ने कहा क इस बार भी आपक जानकारी म हो।”
उधर से सीएफ हंसने लगा। यह अ हास कु छ सेके t ड प ात् मोना को असहनीय हो उठे

जब अ हास समा त इआ तो श ē द उभरे-”आम खाओ, पेẒ गनने से स ब ध न रखो,
तुम इस लए जेल के बाहर नह? हो क शरद पु लस के हाथ नह? आया है बि क इस
लए जेल के बाहर हो क म ने पीएम रपोट' बदलवायी और ऐन व И मनल लायर
भेजा
वरना तुम इस समय चालान कटकर जेल म होती।”
मोना को मन-ही-मन म प इआ क यह आदमी कम-से-कम पु लस का सू तो नह?
है। सचमुच यह शुभ च तक ही है। इस आदमी पर शक करना सही नह? है।
मोना का व ास उस पर बलबती होता गया।
उस तरफ से कहा गया-”थोẒी देर म एक फक र दरवाजा खटखटाएगा, उसे चालीस
हजार V पये दे देना और न त रहो, जब तक मेरी ह ती सलामत है तु हारा बाल
बांका नह? हो सकता-।”
”ओके ।”
”ओके ए t ड ऑल ओवर।” 5 सरी तरफ से एकाएक फोन काट दया गया।
मोना फोन को देखने लगी।
उसके भीतर अजीब मनोभाव घुम Ẓ रहे थे।
*******
और सचमुच थोẒी ही देर बाद मोना के घर क घंट बजी।
मोना सनम से बोली-”देख सनम, दरवाजे पर फक र आया है।”
सनम एक छोटा-सा नकर और ब Ẓे तंग कप Ẓे का टॉप पहने इए थी। वह अपने
मोबाइल म डू बी थी। सोफे से उठकर दरवाजे क तरफ बढ़ ।
खोला। सामने फक र ही ख Ẓा था।
उसको देखती इई बोली-”यस।”
फक र ने सनम को शख-नख देखा। एक बार फर देखा।
सनम बोली-”F या चा हए?”
”फक र को चालीस हजार V पये चा हए।”
सनम बोली-”कोड।”
फक र बोला-”वाई।”
”इसका जवाब भी बताओ-एFस।”
फक र दरवाजे के भीतर आकर वह? बैठ गया।
सनम ने थोẒा सा दरवाजा खुला छोẒ दया था।
सनम भीतर गयी और मोना को बताया।
मोना शयन क म जाकर चालीस हजार क एक रब Ẓ बैt ड म बंधी गइी लेकर आई और
फक र को दये।
फक र बोला-”जुग-जुग िजयो, 5 धो नहाओ पूतो फलो-।”
मोना बोली-”नह?, हम 5 आ दो क जुग-जुग फको-बूढ़ो फको जवान T फको-।”
फक र उसक तरफ देखता इआ बोला-”यह कौन-सी 5 आ है, यह तो म ने कभी नह?
सुनी-।”
” कसी भी औरत को यह 5 आ दोगे तो वह बइत खुश होगी-तु ह खूब पैसा देगी।”
”अ s छा जी-देख गे योग करके ।”
”गुड-अब हम तो यह 5 आ देते जाओ।”
” फर से समझाओ, म समझा नह?।”
”जुग जुग फको और बूढ़ो फको, जवानो फको।”
फक र बोला-”जुग जुग फको, बूढ़ो फको, जवान T
फको-।” ”गुड-यह बताओ, तु हारे साहब कौन ह ?”
”मेरे साहब, मेरा साहब तो ऊपर बैठा है।”
”कहां ऊपर?”
”नीली छतरी वाला।”
”चालीस हजार V पये लेने कसने भेजा?”
”ऊपर वाले ने-हम इधर से लेते ह और उधर ज V रतमंद T को बांट देते ह ।”
मोना ने उसे गहरी नजर से देखा और वह समझ गयी क यह कु छ भी बताने वाला
नह? है।
मोना बोली-”ठ क है तुम जा सकते हो।”
फक र उठा। उसने अपनी झोली और ड t डा संभाला और बाहर नकल गया।
बाहर नकलकर वह फक र अभी थोẒी 5 र ही चला था क एक काला च s माधारी उसक
तरफ बढ़ा।
एक गैप देकर लापरवाह वर म उस फक र का पीछा करने लगा।
*******
सनम मोना से बोली-”यह सीएफ तो ब Ẓा रह यमयी आदमी मालूम प Ẓ ता है, इस
तरह फक र T को भेज रहा है, जैसे कोई ब Ẓा डॉन हो-ऐसा तो फ म T म या नॉ वल T
म ही होता है-है न म मी-?”
”म भी यही सोच रही 5ं।”
”कह? हम इसके जाल म फं सते तो नह? जा रहे ह
?” ”म भी यह? सोच रही 5ं।”
”और F या सोच रही हो तुम?”
” क कौन है यह सीएफ?”
”यस यही सबसे ब Ẓा सवाल है।”
”ले कन यह हमारा अ हत चतक तो नह? है। इतना प हो गया है वो जो कोई भी है,
हमारा शुभ चतक है, अब म यह बात टाल ठोककर कह सकती 5ं।”
”तो आिखर वो हमारी मदद F य T कर रहा है?”
”हमारे िज म T को पाने के लए।”
”यह बात मुझे थोẒी अटपट लगती है। यह 5 नया तो िज म T क मंडी है, यहां िज
म T क कहां कमी है-कोई आदमी हम ह याकांड से सफ' इस लए बचाये क उसे
हमारे
िज म चा हए तो यह ब Ẓी अटपट बात है, सोचो, अगर उसका लान फे ल हो जाता है
और वह खुद पक Ẓा जाता है तो उसक तो िज दगी नक' बन जाएगी।”
”ले कन उसे व ास है क वह नह? पक Ẓा जाएगा, न उसका लान फे ल होगा, तभी
तो वह पूरी ऊजा' के साथ जुटा है और कमाल का दमाग रखता है और वह कोई
मामूली आदमी नह? हो सकता-उसने पीएम रपोट' बदलवा द , लॉयर को हायर करके
थाने भेज
दया, वो ज V र कोई ब Ẓा आदमी है-।”
”म यही सोच रही 5ं क कह? ऐसा तो नह? क हम उसके जाल म फं सते जा रहे ह T-
आज चालीस चालीस हजार V पये हमसे ले रहा है और कल को लाख T क डमांड कर
दे तो फर F या करोगी?”
”अभी तो वह अपना ही पैसा ले रहा है जो हम पर खच' कर चुका है।”
”कल को डमांड बढ़ा दे तब?”
”कल क कल सोच गे और अगर कोई डमांड नह? क तब यह िF लयर हो जाएगा क
वह हमसे आ थक लाभ नह? लेना चाहता।”
”ले कन मेरा कहना है क यह 5 नया िज म T क मंडी है, उसे सफ' हमारे िज म हा सल
करने के लए अपनी इतनी एनज खच' करने क F या ज V रत है?”
मोना मु कु राई बोली-”यह 5 नया िज म T क मंडी ज V र है ले कन यहां हर आदमी को
िज म हा सल नह? है और 5 सरी स s चाई यह है क हर आदमी क अिभलाषा होती है
क उसे िज म हा सल हो।”
”मगर यह करदार इस कहानी म पैदा कहां से हो गया, इसे आपका न बर कहां से
मला?”
”रह यमयी करदार है, इसक हर बात रह य म डू बी इई है, मगर मुझे यह करदार बइत
पसंद आ रहा है, िजस दन मुझे मलेगा, इसक तबीयत खुश कर 5ंगी।”
”या न यह िजस जुगाẒ म है, आप इसक मनोकामना पूरी कर द गी?”
”यह तेरे भी च F कर म है।”
”या न इसने हम दोन T को कह? देखा है?”
”ज V र देखा होगा, तभी तो हम पाने के जुनून म भरा इआ है ले कन हमारे लए
देवता बन गया है, अगर यह नह? होता तो हमारा F या होता?”
”यह साला शरद कहां मर गया?”
”मर जाये तो जान छू टे, मरा कहां है अभी।”
”कब मरेगा?”
”कौन मारेगा, म तो अब तुझे उसके पास भेजने क नह?, साला इतना खूंखार हो गया
क उसने वीना को ही मार डाला-बताओ...मुझे तो सोच-सोचकर हैरत हो रही है-म तो
कभी इस बात पर यक न नह? कर सकती-।”
उसी समय मोना का फोन बजा था।
हाट्सएप कॉल थी।
मोना ने न बर देखा।
उसके मुंह से व मय म डू बे श ē द नकले-”यह तो कोई नया न बर है, कौन हो सकता
है?”
”कह? शरद तो नह??” सनम के मुंह से नकला।
”मुझे भी ऐसा ही लग रहा है।”
मोना ने फोन रसीव कया।
*******
उसने फोन रसीव कया-”हैलो।”
”एसएसपी ऑ फस से बोल रहे ह ।”
”जय हद सर।” जीपी के म तक पर पसीने क बूंदं◌े चुहचुहा आ ।
उसके कानो म वर प Ẓा-”एसएसपी साहब ने आपको तुर त तलब कया है।”
”ओके सर, म अभी आता 5ं।” जीपी बोला।
”ओके ।”
कॉल ऑफ हो गयी।
जीपी के दल क ध Ẓ कन अ नयं त हो चुक थ?। दल कं ठ म आकर बज रहा था।
हलक म सूखा-सा प Ẓ गया था।
उसने थूक गटककर हलक को तर करने क को शश क ।
तुर त इं पेF टर हजारीलाल को फोन लगाया।
कु छ घंट जाने के बाद उधर से रसीव इआ-”हैलो।”
”स-सर, अभी मुझे एसएसपी ऑ फस से कॉल आई है-मुझे बुलाया है।”
”तो जाओ, इसम इतना घबराने वाली F या बात है?”
”मुझे डर लग रहा है सर।”
”डर कस बात का...?” हजारीलाल कु छ सेके t ड को V का था। फर आगे फल T म
कहता गया-”एसएसपी साहब के ऑ फस म जाने म कस बात का डर-F या च बल क
घाट म जा रहे हो जो डर रहे हो। बात मेरी समझ म नह? आई-जाओ-मेरा फोन आ रहा
है।” कहने के तुर त बाद हजारीलाल ने फोन काट दया।
जीपी ख Ẓा रहा।
V माल नकालकर यूं ही माथा प T छा और फर एसएसपी ऑ फस क तरफ चल पẒा।
*******
मोना ने हाट्सएप कॉल रसीव क -”हैलो।”
”सासू जान।”
”अरे शरद...कहां हो तुम?” मोना एकाएक चहकती इई बोली। उसने मन-मि त R क
फोन कॉल पर के ि त कर दया था।
उधर से शरद का बुझा-बुझा सा वर नकल रहा था। उसने पूछा-”तुम ठ क तो हो?”
”एकदम चंगे, तु हारी फ И हो रही थी।”
”पु लस ने उठाया था, F या इआ?”
”होना F या था, सवाल जवाब करके छोẒ दया और F या होता, चैबीस घ t टे से
यादा थाने म रखा-।”
”म बइत परेशान 5ं, भागता-दौẒ ता फर रहा 5ं।”
”तुम हो कहां?”
”लगातार सफर म 5ं- पछले चैबीस घ t टे से कु छ नह? खाया है, कह? नह? ठहर पा
रहा 5ं, कसी शहर म जाता 5ं, मुझे लगता है क पु लस मुझे पक Ẓ लेगी तो वहां से भी
चल प Ẓ ता 5ं-F या कVं ?”
”यार तुमने वीना के साथ F या कया?” मोना रोषपूण' वर म बोली।
”अचानक हो गया-मुझे वीना का सहारा नह? लेना चा हए था V म के लए, पु लस ने
जब वी डयो जारी क थी तो वो वी डयो वीना ने देख ली थी।”
”ओह- फर F या इआ?”
”वो मेरे पास आ गयी और वो वी डयो दखाने लगी, उसने मुझे और तु ह पहचान लया
था, जब वी डयो ही आ गयी तो पहचानने को रह F या गया इस लए ववशतावश मुझे
उसका मड'र करना पẒा।”
”F या तुमने उसके साथ सेF स कया था?”
”हां-वो तो पहले दन ही उसने मुझसे सेF स कराया था, वो सेF स क बइत भूखी थी,
उसका प त उसका साथ नह? देता था और बाहर उसका कोई यार नह? था इस लए वो
मेरी झोली म टूटे फल क तरह गर प Ẓी थी-F या म ने कु छ गलत कया था-?”
”नह?, सेF स तो प व र s ता है ले कन तुमने उसका मड'र करके बइत गलत कया।”
”बाय गॉड, अगर म वैसा नह? करता तो हम सब फं स जाते-।”
”ओ शट!” मोना परेशान वर म बोली-”कु छ भी हो, तु ह मड'र नह? करना चा हए था,
तु ह वहां से भाग जाना चा हए था, जैसे अब भाग रहे हो। तु ह मड'र क F या
ज V रत प Ẓ गयी?”
”तु ह भी तो मड'र करने क ज V रत प Ẓ गयी थी, मेरी बीवी-ब s ची को मार डाला,
मुझे बबा'द कर दया।”
”वो तु हारे सामने क घटना है, हम चाह नह? रहे थे ले कन ऐसा हो गया।”
”वही मेरे साथ इआ-कोई क पना कर सकता है क म मड'र कर सकता 5ं ले कन ऐसा
हो गया-।”
मोना ने गहरी सांस छोẒी।
इस बीच शरद आगे बोला-” यूज म यह F या-F या दे रहे ह , मेरी कु छ समझ म नह?
आ रहा?”
”F या समझ म नह? आ रहा?”
”मड'र तेरह तारीख रात को F य T बताया जा रहा है?”
”यह तो हमारे लए खुशखबरी है-हम बच गये, कम-से-कम R लैट म तो मड'र नह?
इआ- अब पु लस इ वे ट गेशन करती फरे क कहां मड'र इआ?”
”तुम तो बच गये ले कन म तो फं स गया।”
”मुझे लगता है तुमने यहां से भागकर बइत ब Ẓी गलती कर द -तुम भी यह? रहते
तो पु लस कु छ नह? कर पाती-जैसा हमारा कु छ नह? बगाẒ पा रही, उठाती है,
पूछताछ करती है और छोẒ देती ह -।”
”ले कन मेरा तो बगाẒ लेती, म F या जवाब देता क मेरी बीवी और बेट कहां ह ?”
”हां यह बात तो है?”
”मेरे अमन का F या हाल है?”
”यार यह तो मुझे नह? पता।”
”F या कVं ?” शरद खीझे इए वर म बोल रहा था मानो अपने बाल झंझोẒ रहा
हो-”म F या कVं मोना जी, म कस मुसीबत म फं स गया-अब तो मरने को जी चाहता
है-हर घंटे म कम-से-कम दस बार सुसाइड क सोचता 5ं।”
उसक सुसाइड क बात सुनकर मोना को बइत अ s छा लगा, उसका जी तो चाहा क
शाबाशी देते इए कहे-‘अरे यह तो बइत अ s छा सोच रहे हो तुम, तुर त ेन के आगे
कू द प Ẓो या कसी पुल से सर के बल गर जाओ।’ मगर ऐसा वह कह नह? सकती
थी।
उसने कहा-”इतने मायूस F य T हो रहे हो?”
”कब तक भागूंगा म ?” वह लगभग रो प Ẓा था।
”देखो तुम यादा परेशान मत होओ, मेरा दल रो रहा है तु हारी बात सुनकर-भगवान
बइत ब Ẓा है, सबकु छ ठ क हो जाएगा।”
”F या ठ क हो जाएगा?” वह नागवारी के साथ बोल रहा था-”ऐसा थोẒे ही है क
कल को पु लस मेरा पीछा छोẒ देगी-F या कVं ऽऽ-?”
”देखो तुम परेशान मत होओ, मेरी बात सुनो-इतना ब Ẓा भारत है, अपनी दाढ़ बढ़ा लो
और कसी भी शहर म रहने लगो- कसी को F या पता क कौन रह रहा है, धीरे-धीरे ट वी
यूज बंद हो जाएंगी, लोग सब भूल जाएंगे।”
”म बइत परेशान 5ं मोना जी, अभी तक म ल Ẓ पा रहा था और मुझे भी आशा थी क
सबकु छ सही हो जाएगा मगर वीना मड'र के बाद मेरी सारी उ मीद टूट चुक ह , अब
दो- दो िजल T क पु लस मेरे पीछे है-म कसी दन सरेt डर कर 5ंगा।”
”नह?ऽऽ!” मोना चीख उठ -”यह F या बोल रहे हो तुम क सरेt डर कर 5ंगा, हम
मरवाओगे F या-कु छ अपनी नई-नवेली बीवी के बारे म सोचो-।”
”अब म कसी के बारे म कु छ नह? सोच रहा-मुझे यह पता है क मेरी िज दगी का द
ए t ड हो चुका है, कब तक पु लस से भाग सकता 5ं, एक दन पक Ẓा ही जाऊं गा।”
”नह? यार-F य T पक Ẓे जाओगे, पक Ẓे तु हारे 5s मन जाएंगे, तुम हो कहां, यह बताओ, म
अभी तु हारी बीवी को भेज रही 5ं जो तु ह स भालेगी।”
”नह?, मुझे कसी क ज V रत नह? है, हर आदमी मुझे शक क नजर से देख रहा है, वो
तो यह कहो क वह पहचान नह? पाता। सनम मेरे पास रहेगी तो ज V र हर आदमी
पहचान जाएगा।”
”तु ह पता है तु हारी बीवी का F या हाल है-रोते रोते-तु हारी जुदाई म उसका F या
हाल हो गया-लो बात कर लो-।”
”नह? म बात नह? कर रहा-मेरा दल अ s छा नह? है, तुम मेरे अमन के बारे म मुझे
पता करके बताओ, वो कै सा है, कु छ दल को सुकू न मले।”
”हां म बताऊं गी-म ज V र पता करती 5ं ले कन तुम यह समझो क यह तु हारा बुरा
व चल रहा है, इस ेस को मे टेन करो-यह कु छ दन का समय होता है हर इंसान क
िज दगी म , जब वह बार-बार सुसाइड क सोचता है ले कन जब यह बुरा समय बीत
जाता है तो फर अपनी इसी नादानी पर हंसता है-।”
”बुरा व मेरा पीछा नह? छोẒेगा F य T क म मड'रर 5ं-कब तक भागूंगा, कानून तो
कभी मेरा पीछा नह? छोẒ ने का।”
”मेरे यारे दामाद, मेरे भोले दामाद, थोẒा धीरज रखो- कतने का तल यहां वहां घूमते
रहते ह , कसे पीẒ प Ẓी है क कोई कु छ कहे-F या समझे?”
उधर से कु छ कहा नह? गया था बि क एक गहरी सांस ली गयी थी।
मोना तुरंत आगे बोली-”जरा अपनी कम सन प नी का तो हाल देखो, रो रोकर उसने
अपनी F या गत बना ली है तु हारी याद म -।”
”म अब कसी को देखना नह? चाहता, न कसी से बात करना चाहता 5ं-मेरा पीछा छोẒ
दो-सनम से कहो क वह अपनी िज दगी देखे।”
”हे राम-यह तुम F या कह रहे हो-वो तो जीते जी मर जाएगी-।”
” लीज मोना जी, मेरी मनोदशा समझो-म कसी से बात करना नह? चाहता-तुम बस मेरे
अमन के बारे म मुझे जानकारी जुटा दो।”
”हां, वो तो म कल-परस T तक जुटा 5ंगी, तुम F य T फ И करते हो-वो तो मेरा ब s चा
है- मेरी बेट का बेटा है।”
”अब कोई र s ते मत जोẒो, म आपसे कह रहा 5ं-अब सबकु छ फनाह हो चुका है,
सब बबा'द हो गया-म बबा'द हो गया-म बबा'द हो गया। मेरा हंसता-खेलता प रवार ने
तोनाबूद हो गया।”
”यह प रवार फर बस जाएगा-म 5ं ना, अपनी जवान बेट दे रही 5ं।”
”म परस T को फोन कVं गा मोना जी-।” कॉल ड कनेF ट-।
”अरे-!” वह कु छ कहना चाहती थी ले कन उसका मुंह खुला रह गया।
*******
उसके खुले इए मुंह को देखते इए सनम बोली-”अब F या बक रहा था?”
”यह तो साला पागल हो गया, सरेt डर करने क बात कर रहा है।”
सनम के म तक पर एक शकन प Ẓ गयी।
चता क लक र प हो गयी। चेहरा बग Ẓ गया।
सनम के मुंह से नकला-”F या साला मरवाएगा हम
-?”
”अब कौन समझाए उसे, वह तो टूट चुका है-यह साला हरामजादा जदा F य T है,
खुदकु शी करने क सोच रहा है तो कर F य T नह? लेता-इससे जान तो छू टे।”
”आप सीएफ से बात करो, वह कह रहा था क शरद उसक पइंच म है, उसे बताओ क
शरद सरेt डर को कह रहा है अगर उसने सरेt डर कर दया तो हमारा खेल ख म हो
जाएगा।”
”गुड आइ डया, हमारे पास सीएफ नाम का ा है िजसका हम योग करना चा
हए- ले कन...।”
”ले कन-?”
”F या सीएफ पर व ास कया जा सकता है?”
”आप ही तो थोẒी देर पहले कह रह? थ? क सीएफ भरोसे के का बल है, यह वाकई
हमारा शुभ चतक है, पु लस का आदमी नह? है।”
”हां-म सु न त हो चुक 5ं क वह पु लस का आदमी नह? है ले कन म सोच रही 5ं
क अब जब हम सीएफ से शरद क बात कर गे तो हम यह बताना प Ẓेगा क शरद
फोन से हमारे टच म है और शायद यह भी बताना प Ẓ जाये क मधुर और पाV का
मड'र हमने ही कया था-तो ऐसा बताकर हम कोई गलती तो नह? कर रहे ह -?”
”नह?, F य T क हम व ास करना चा हए क सीएफ हमारा मददगार है, वह हमारा बुरा
कसी हाल म नह? चाहेगा।”
”ओके , म फोन लगाती 5ं, F या लगाऊं ?”
”इसम इतना सोचने वाली F या बात है?”
”सोचना प Ẓ रहा है यार-एक बार बात मुंह से नकल गयी तो फर अवसर हमारे हाथ
से छू ट जाएगा-तू एक काम कर, तू जरा चाय बना-म थोẒा सोचती 5ं, सीएफ के
करदार को अपने दमाग पर तौलकर देखती 5ं।” वह मोबाइल हाथ म लए ल वग हॉल

टहलने लगी।
इधर से उधर च F कर काट रही थी।
सनम कचन म जाकर चाय बनाने लगी थी।
थोẒी ही देर म मोना ने नण'य ले लया। वह तुर त फोन डायरी म गयी और सीएफ का
नाम बाहर नकालकर उस पर कॉ लग कर द ।
अभी चाय नह? बनी थी।
*******
जीपी एसएसपी ऑ फस पइंचा। हांफ रहा था।
जब क बाइक पर चलकर आया था। हांफने का कोई नह? था। चार सी ढ़यां चढ़ने म
ही हांफ उठा।
क म पइंचा।
व इआ।
सामने एसएसपी और इस तरफ इं पेF टर जाख Ẓ बैठा था।
जाख Ẓ को देखकर उसक सांस ठहर?।
उसने ए Ẓ यां बजाय? और जय हद का घोष कया।
एसएसपी ने कहा-”बैठो।”
वह समटे इए व के साथ बैठ गया।
एसएसपी उसे देखने लगे। कदा चत रीड करने लगे। जो जा हरी हालात 5 गोचर हो रहे
थे, उसे पढ़ रहे थे।
जीपी क अव था देखकर जाख Ẓ के अधर T पर बारीक सी मु कान र ग रही थी।
एसएसपी ने संवाद कायम कया-”पु लस वाले होकर कानून के िखलाफ काम F य T
कर रहे हो-?”
”सॉरी सर, म ने तो कानून के िखलाफ कोई काम नह? कया।”
”लगातार डबल मड'र के स के मुि जम T से मल रहे हो और उ ह गाइड कर रहे हो
क उ ह पु लस को F या बोलना है ता क पु लस ह यार T तक न पइंच पाये और यहां
झूठ बोल रहे हो क तुम कानून के िखलाफ कोई काम नह? कर रहे?” एसएसपी का
वर क Ẓ क था िजसने जीपी को सनसना दया था।
जीपी थूक गटकने पर ववश इआ।
जीपी बोला-”नह? सर, म ने तो ऐसा कु छ नह? कया-।”
”झूठ बोलने के लए तुम पर अभी वभागीय काय'वाही होगी-F या अभी थोẒी देर
पहले तुम s यामू से नह? मले थे-?”
”s यामू...वो ऑटो वाला-?”
”F य T मले थे उससे?”
”म नकला जा रहा था-हां याद आया, वो s यामू वही ल Ẓ का है जो सनम के बगैर
बुलाये उसके R लैट पर पइंच गया था और फर बाद म पक Ẓ लया था, आज स Ẓ क
पर चलते इए मला तो मुझे नम कार करने लगा और उस ह याकांड को लेकर बातचीत
करने
लगा-बस यह बात थी-।” जीपी ने अपने लहजे म भरसक व ास का पुट भरने क
को शश क थी।
”F या तुमने उससे यह कहा क एसएसपी साहब उसे गवाही के लए बुलाय तो उसे
F या बताना है और F या नह? बताना है?”
”नह? सर, ऐसा तो कु छ नह? बोला म । ऐसा F य T बोलूंगा म ?”
”तो यह ट वी F या झूठ बोल रही है?” एसएसपी ने द वार पर लगी एक ब Ẓी सी И
न क तरफ इशारा कया और रमोट उठाकर उसे ऑन कर दया।
जीपी उस व ffi ज होकर रह गया जब उसक 5 5s य पर प Ẓी।
काटो तो खून नह?।
सकता तारी हो गया था।
वी डयो शुV हो गया था। वही वी डयो था जो अभी थोẒी देर पहले जीपी ने s यामू से
बातचीत क थी।
पूरी बात शूट क गयी थी। आवाज एकदम प थी। एक-एक श ē द समझ म आता
था। वी डयो जूम करके बनाया गया था।
वी डयो देखते-देखते जीपी क हालत खराब हो चुक थी।
चेहरे का रंग ह द म त ē द ल हो गया था।
वह यूं नचुẒ चुका था जैसे ग ने को को 5 से बार-बार गुजारा गया हो।
सांप सूंघ गया था उसे।
उसके अंतस से शोर उठा-‘खेल ख म हो चुका है’।
*******
पूरी घंट जाने के बाद भी 5 सरी तरफ से फोन नह? उठा।
मोना ने उसको अपना सौभा य माना। वह एक बार फर से इस बात पर पुन वचार करने
लगी क सीएफ से इस स ब ध म बात करनी चा हए या नह??
सौभा य उसने इस लए माना क उसक गॉड ं थ उसे यह संके त दे रही थी क सीएफ
@ारा उसका फोन न उठाने म भगवान क यह मज शा मल हो सकती है क फोन उठाते
ही शायद कु छ अनथ' हो जाता।
यही कारण था क वह पुन वचार म डू ब गयी।
वह पूव' क भां त ल वग हॉल म टहल रही थी। ग भीर चतन म डू बी थी।
इस बीच वह एक बार कचन म गयी। चाय पक चुक थी। सनम उसे दो कप T म उंẒेल
रही थी।
मोना ने सनम से पूछा-”तूने F या नण'य लया-?”
”कै सा नण'य?” सनम चाय छान रही थी।
” क मुझे इस मामले म सीएफ से बात करनी चा हए अथवा नह??”
”आप ही तो कह रही हो क वह हमारा शुभ चतक है।”
”या न बात करनी चा हए?” वह एक कप उठाती इई बोली।
सनम ने जवाब दया-”मेरा तो जवाब है क हां-।”
दोन T अपना-अपना कप उठाकर कचन से बाहर नकल आई थ?।
मोना बोली-”म ने अभी उसे फोन लगाया था ले कन उसने उठाया नह?, शायद इसम
भगवान क कु छ बेहतरी है।”
”आप अ s छ तरह सोच लो क उससे बात करनी है या नह?।”
मोना सोचने लगी।
उसने चाय म घूंट मारा।
वह फर चाय का कप लये हॉल म टहलने लगी।
सनम एक कु स पर बैठ चुक थी और बइत सुकू न के साथ चाय सुẒ क रही
थी। मोना टहल रही थी।
दमाग को धुन रही थी। इि य T को मथे जा रही थी ले कन कु छ अलहदा नRकष'
नकलकर नह? आ रहा था। थम अनुभू त म वह जो न R कष' नकाल चुक थी, बस
वह? न R कष' रह-रहकर मि त R क म अपना आकार ले रहे थे।
मोना फर एक बार सनम के पास आकर ख Ẓी हो गयी और पूछा-”F या कहती है?”
सनम प श ē द T म बोली-”आपको बता देना चा हए-।”
”वैरी गुड, यह इई न बात-जो भी बात होनी चा हए, िF लयर होनी चा हए।”
”लगाओ फोन।”
”नह?, उधर ही से आएगा-वह कह? बजी होगा वरना फोन ज V र...।”
मोना के फोन क घंट बज उठ ।
”शायद उसी का है।” मोना तेजी से डाय नग टे बल क तरफ बढ़ और कप टेबल के
हवाले कया तथा मोबाइल का R लैप खोला।
उसे बेहद खुशी मली यह जानकर क सीएफ क ही कॉल थी।
मोना ने रसीव कया-”हेलो।”
”हां मोना जी-।”
”मुझे थोẒा शरद के बारे म जानकारी दोगे?”
”F या जानकारी चा हए?”
”वह कहां है?”
”तु ह F य T पता होना चा हए?”
मोना ने कप म एक घूंट मारा। चाय अपे ाकृ त ठ t डी हो रही थी।
घूंट मारकर वह बोली-”ऐसी बात बताऊं गी क आपके दमाग क धि जयां उ Ẓ
जाएंगी।”
”उ Ẓाओ धि जयां-।”
”अभी शरद का फोन आया था।”
”वैरी गुड-!”
”वह बइत परेशान है, भागते-दौẒ ते टूट चुका है- सरेt डर क बात कर रहा था।”
”अरे नह?-!” 5 सरी तरफ से सीएफ क भी चीख नकल चुक थी-”F या रीयली
सरेt डर क बात कर रहा था?”
”इसका मतलब वह आपके टच म नह? है, आपने झूठ बोला मुझसे-।”
”बरेली तक वह हमारे टच म था-वीना के घर गया तब भी म उसके पीछे था, Rलैट
कराये पर लया, तब भी मेरे सामने लया, ले कन वीना का मड'र करके जब भागा है तो
फर उसका पता नह? चला क वह कधर चला गया।”
”तु हारी कस बात पर यक न कVं ?”
”अभी F या कह रहा था वह?”
”उसक बात T से मुझे लगा क वह इस समय बइत 5ःखी है, उसे हर व खतरा
सताता है क म पक Ẓा जाऊं गा-हर आदमी को वह शक क नजर से देखता है क कह?
यह मुझे पहचान तो नह? रहा है-।”
”इ म-।”
”उसने दो फै सले कर लये ह क या तो वह सुसाइड करके मर जाएगा या फर
सरेt डर कर देगा-।”
”उसका सुसाइड करना तु हारे हक म है।”
”ले कन साला हरामजादा सुसाइड करे तब ना-F या पता है-कौन मरना चाहता है,
सुसाइड कर ले तो जान ही छू टे ले कन सरेt डर के चांसेज यादा ह और अगर
उसने पु लस सरेt डर कर दया तब F या होगा?”
”तुम मुझे उसका न बर दो।”
”FयT?”
”बात कVं गा-एक बार मेरी उससे बात हो गयी तो म उसे समझा 5ंगा क उसे सरेt डर
नह? करना है वरना उसक िज दगी नक' बन जाएगी-।”
”म तुम पर व ास कै से कVं
?” ” कस बात का व ास?”
”कह? तुम पु लसवाले इए तो हमारा तो बंटाधार हो जाएगा।”
”म तु हारा और सनम दोन T का भावी प त 5ं, F या तु ह मंजूर
है-?” ”मंजूर है।”
”सनम को भी?”
”दोन T को।”
”बस यही मेरी तुमसे मुराद है, इसी लए म तु हारी मदद कर रहा 5ं, यह बात तु ह एक
बार म समझ लेनी चा हए-बार-बार शक करोगे तो न म तु हारी मदद कर पाऊं गा और
न तुम मेरी मदद ले पाओगी और एक बात बताऊं -?”
”दो-।”
”इस व तु हारा मामला सबसे नाजुक दौर से गुजर रहा है-अगर शरद ने पु लस सरेt डर
कर दया तो तु ह बचाने वाला कोई नह? होगा।”
”तभी तो च तत होकर म ने तु ह कॉल कया है।”
”शरद का न बर दो।”
”तु ह हाट्सएप कर 5ंगी।”
”नह?, हाट्सएप भूलकर भी कु छ मत करना, न बर बोलो-।”
”एक मनट- नकालना प Ẓेगा।”
” नकालो-।”
”म बैक कॉल करती 5ं।”
”ओके ।”
कॉल ऑफ इई।
मोना ने ब Ẓी गहरी सांस छोẒी।
सनम के पास ख Ẓी इई और पूछा-”F या कVं ?”
”उसे न बर दो-बेशक वह हमारा हत च तक है, यह कई बार सा बत हो चुका है।”
फर मोना ने थोẒी देर सोचा ले कन नया न R कष' न नकलकर आना था और न आया।
मोना ने शरद वाला नया न बर 5 सरे मोबाइल म डाला और एक बार पुनः सीएफ
को कॉल लगा द ।
5 सरी तरफ से रसीव कये जाते ही मोना शरद का नया न बर पढ़कर नोट कराने लगी।
*******
वही फक र जो मोना के घर से झोली उठाकर नकला था, थोẒी देर बाद ही एक
काला च s माधारी बेहद सतक' ता के साथ उसका पीछा करने लगा था।
अभी आधा घ t टा वह फक र चला था क ब लू सह उसके सामने प Ẓ गया। ब लू
सह का सामने प Ẓ ने का अथ' ही था क कोई खास बात है।
संके त समझते इए फक र उसक तरफ बढ़ा और कटोरा बढ़ाते इए बोला-”दे राम के
नाम तुझको अ लाह रखे-।”
ब लू सह ने नोट नकाला और पास ख Ẓे होकर कहा-”तुझे वॉच कया जा रहा है।
अभी बॉस के घर मत जाना।” कहते इए ब लू सह ने एक नोट उसे पक Ẓा दया।
फक र बोला-”अगले मैसेज का इंतजार कVं गा-।” कहता इआ फक र कटोरा फै
लाए एक तरफ बढ़ गया।
ब लू 5 सरी दशा म तेज कदम T से आगे बढ़ा।
*******
जीपी के शरीर के मसामे खुल चुके थे।
हलक म सूखा प Ẓा था।
हालत ख ता थी ले कन वह खुद को नयं त करने का य न कर रहा था।
अंदर कह?-न-कह? यह आशा बंधी थी क वह अपने अ धका रय T को कि वंश कर लेगा
F य T क उसने कु छ अपराध तो कया नह? था इस लए उसे जहां अपना च ा खुलने क
घबराहट थी, वह? एक आशा यह भी थी क मेरे साथ याय होगा क जब म नद ष 5ं तो
अंततः नद ष ही सद होऊं गा।
जीपी क 5 И न पर चपक थी। थोẒी देर पहले क ही घटना И न पर उभर
रही थी ले कन वह क ट यू देख इस लए रहा था ता क देख ले क कोई आवाज
अलग से डालकर, कह? जीपी को दोषी सद करने क को शश तो नह? क गयी है।
5 सरी बात यह क И न पर नजर रखने से उसे थोẒी मोहलत भी मल रही थी क
वह ठहरकर सोच सके क उसे अब F या टेप लेना चा हए।
सीधे सवाल-जवाब शुV हो जाते तो वह शायद कु छ अ धक घबरा उठता।
एसएसपी और जाख Ẓ क 5 जीपी पर ठहरी थी और वह उसके मनोभाव पढ़ने क
को शश कर रहे थे। इस वी डयो को तो वे अनेक बार देख चुके थे।
थोẒी देर बाद वी डयो समा त हो गयी।
एसएसपी ने रमोट उठाकर И न ऑफ कर द -।
जीपी के चेहरे पर शू य था पत था।
जाख Ẓ ने रखा-”यह सब F या च F कर है?”
जाख Ẓ ने बॉल उसी के पाले म डाल द थी क वह अपनी सु वधानुसार कह? से भी
शुV हो सकता है। कोई व श नह? कया था क एक वशेष जवाब ही देना
प Ẓ ता।
िजस तरह उसके चेहरे पर शू य ा त था, उसी तरह उसने शू य म नजर ि थर क?।
एक
ण को भू मका तैयार क -।
त 5 परांत गहरी सांस छोẒ ते इए बोला-”सर, म आपको जो कु छ भी बताऊं गा एक-एक
श ē द स s चा बताऊं गा और फर यह भी बताऊं गा क म ने अपनी कस ववशता के
तहत कु छ बात छपायी थ?।” उसने पुनः गहरी सांस ली।
चेहरे पर ायि त के भाव थे।
एसएसपी ने कु स क पुs त से पीठ टका ली थी और तीę ण 5 जीपी पर के ि त
थी।
जाख Ẓ के चेहरे पर िज Kासा उभर आई थी। उसे पता था क अब कु छ राज फाश
होने वाले ह ।
जीपी छोटा-सा वराम लेने के बाद आगे बोला-”इस कहानी म मेरी ए होती है
सूया'वंशी सोसायट के स F यो रट ऑ फसर यादव के क ोल V म फोन करने के
बाद जब s यामू और पौधीना को सोसायट म पक Ẓ लया जाता है-एक बार म , s यामू
और पौधीना और यादव के साथ उस R लैट म जाता 5ं-।”
जाख Ẓ ने रख दया। यह? पर जाख Ẓ क सुई अटक इई थी, उसने अपने मतलब
का रखा-”जब तुमने R लैट म कदम रखा, तुमने F या देखा, व तार से
बताओ-?”
जीपी ने मन-मि त R क को एक ब 5 पर रखा और बोला-”मोना और शरद फश' धो रहे थे
तथा सनम एक तरफ ख Ẓी थी।”
”उस समय मधुर और पाV कहां थे?”
”वे उस R लैट म नह? थे।”
” फर कहां थे?”
”इसका मेरे पास कोई जवाब नह? है-उस समय म मधुर और पाV से वा कफ नह? था
इस लए उन दोन T के बारे म वहां मोना और सनम से कोई करने का सवाल ही
पैदा नह? होता।”
”यादव ने इस बात पर ³ यान F य T नह? दया?”
”यह म ने यादव से आज तक नह? कया है, न मेरा इस पर कभी ³ यान गया-।”
”आगे बताओ।”
”हम पूछताछ करनी थी सनम से s यामू और पौधीना के बारे म क F या उसने इन
दोन T को कॉल करके बुलाया था?”
”तुमने यह सवाल F य T नह? कया क वे फश' F य T धो रहे ह
?” ” कया था।”
”F या जवाब मला?”
”मोना ने बताया क हम R लैट म नये श R ट इए ह , कल धुलाई कर नह? पाये थे,
आज कर रहे ह -।”
”तु ह इस बात पर शक F य T नह? इआ क वे फश' इस लए धो रहे थे क उ ह T ने वहां
मड'र कये थे?” जाख Ẓ के चुभते इए थे।
जीपी ने थूक गटका और बोला-”उस व मड'र का कोई मामला ही नह? था तो शक
कै से हो सकता था-?”
”मामला बन गया था F य T क दो लोग म सग थे-।”
”ले कन इस तरफ ³ यान कसी का नह? था-मेरा तो हो ही नह? सकता था F य T क म उस
बारे म कु छ जानता नह? था और यादव ने इस बात को ग भीरता से नह? लया।”
जाख Ẓ एसएसपी से बोला-”यह यादव का बचाव कर रहा है, ये यहां सरासर झूठ
बोल रहा है, उस समय R लैट म मड'रर और इसके और यादव के बीच डी लग इई है
िजसको यह छपा रहा है-।”
”नह? सर।” जीपी का V दन नकला-”वहां कोई डी लग नह? इई, न हम इस बात क
जानकारी थी क मधुर व पाV म सग ह -।”
”F या तुमने वहां उन दोन T क लाश नह? देख??”
”न-।” जीपी शीh बोला-”आप s यामू और पौधीना क गवाही ले सकते ह , उन पर थड'
ड ी इ तेमाल कर सकते ह -।”
”थड' ड ी तो तेरे ऊपर भी इ तेमाल होगी-s यामू कै से हम कु छ बता सकता है जब
तू s यामू को अपनी प पढ़ा रहा है।” जाख Ẓ ने И न क तरफ संके त करते इए
कहा।
जीपी थोẒा 5 ढ़ वर म बोला-”म जो बोल रहा 5ं, ब कु ल सच बोल रहा 5ं, इसम
जरा भी झूठ नह? है।”
एसएसपी बीच म आये। क Ẓ क वर म जीपी से कहा-”तु ह पता है, तुम कहां बैठे
हो?” तुर त ही आगे बोले-”मेरे ऑ फस म -मेरे सामने, अगर कु छ छपाओगे और हम
गुमराह करोगे तो तु ह पता है क तु ह मेरे कोप से कोई नह? बचा सकता और अगर
सच बोलोगे और मुझे पता चल जाएगा क तु हारी कु छ ववशताएं रह? थ? तो तु ह म
बचाऊं गा, आिखर वभाग के आदमी हो-।”
जीपी ठहरे इए वर म बोला-”सर, म ने एक-एक श ē द सच बोला है और И न पर
वी डयो देखने के बाद म ने ण कर लया है क जो बोलूंगा, सच बोलूंगा-ले कन
जाख Ẓ साहब बीच-बीच म F व न करके मुझे डरेल करने क को शश कर रहे ह
F य T क म अपने थाने के सी नयर Иाइम इं पेF टर हजारीलाल क स s चाई बताने
वाला 5ं िजसको शायद जाख Ẓ साहब बाहर आने नह? देना चाहते ह ।”
”F या स s चाई है?” एसएसपी ने पूछा।
जाख Ẓ ने च ककर जीपी को देखा था F य T क जीपी ने जाख Ẓ पर ही आरोप लगा
दया था क वह जानबूझकर जीपी को डरेल कर रहा है ता क इं पेF टर हजारीलाल क
बाबत यहां कोई स s चाई सामने न आ जाये।
इस बात पर जाख Ẓ का च कना लािजम था और वह च का था।
जीपी छोटे से अंतराल के बाद बोला-”अब लीज मेरी पूरी कहानी सुन ली जाए, बीच म
मत टो कएगा, बाद म आप जो सवाल कर गे म जवाब 5ंगा F य T क म कह? भी दोषी नह?
5ं।”
”ओके ।” एसएसपी बोले-”तुम पूरी कहानी सुनाओ-।”
जाख Ẓ कु स क पुs त ले चुका था और शरीर को ढ ला छोẒ दया था।
जीपी बोला-”वहां R लैट म जब हमने सनम से पूछा क F या तुमने इन दोन T को बुलाया
था तो उ ह T ने इंकार कर दया-वे लोग थोẒा घबरा रहे थे मेरी मौजूदगी को देखकर
तो
इसका अथ' म ने यह समझा क शरद के उन मां-बेट म से कसी के साथ नाजायज
संबंध ह T गे इस लए वे लोग शायद पु लस को देखकर घबरा रहे ह , मेरे लए यह एक
नॉम'ल मामला था मगर इसम मुझे कोई आप K नह? थी-म वहां R लैट म टहला और फर
वहां से वापस आ गया-।”
एसएसपी ने रखा-”F या तुमने R लैट का च पा-च पा छाना?”
”नह?-वन बीएचके R लैट था-िजस हॉल म हम ख Ẓे थे, उसके अलावा एक कमरा था
िजसको म ने घूमकर देख लया था- कचन भी देख लया था ले कन बाथ V म को नह?
देखा था-।”
”ओह-!” एसएसपी के मुंह से नकला और उसने जाख Ẓ को देखा तथा फर दोन T जीपी
को देखने लगे।
जीपी आगे बोला-”हम लोग वापस आ गये-s यामू व पौधीना को पक Ẓ लया-सोसायट
उन पर पु लस के स नह? करना चाहती थी और न मोना व शरद करना चाहते थे इस लए
उन दोन T को बाहर लाकर, उ ह ह Ẓ काकर और उनके फोन न बर लेकर म ने उ ह
छोẒ
दया-।”
” फर?” एसएसपी के मुंह से नकला।
”बस इसके एक या डेढ़ घ t टे बाद s यामू का मेरे पास फोन आ गया-।”
जाख Ẓ ने कर डाला-”s यामू के पास तु हारा न बर कहां से आया-?”
”म ने जब उसका न बर लया था तो उसे डॉयल कर दया था-।”
जाख Ẓ चुप था।
जीपी आगे बोला-”संयोग यह घ टत इआ था क मुझसे छू टने के बाद जब s यामू और
पौधीना वापस सोसायट के गेट पर पइंचे तो उसी समय शरद क कार गेट से बाहर
नकल रही थी तो s यामू व पौधीना अपने ऑटो से उस कार का पीछा करने लगे-।”
”s यामू व पौधीना तुमसे छू टने के बाद सोसायट के गेट पर दोबारा F य T गये?”
”उनका ऑटो वह? ख Ẓा था।”
”तुम उ ह कहां ले गये थे?”
”मुझे उ ह ह Ẓ काना था ता क मेरे े म कोई वारदात न कर , इस लए डराने के लए
म उ ह थाने क तरफ ले गया ले कन रा ते म ही डरा-धमकाकर छोẒ दया था।”
” फर?” एसएसपी।
”वे उस कार का पीछा करने लगे-कार जब राजनगर से बाहर नकली तो उ ह संदेह इआ
और वे समझ गये क कु छ-न-कु छ भारी ग Ẓ ब Ẓ है ले कन शरद ने उनको ताẒ लया
और कार रोककर उनक झाẒ लगायी-।”
अ प वराम के प ात् जीपी आगे बोला-”तब s यामू ने उन लोग T से िख न होने के
बाद मुझे फोन लगाया और बात बतायी, म दौẒा गया- फर हम लोग T ने उस कार को
बइत ढूंढा मगर नह? मली।”
जाख Ẓ का चेहरा गु से से तन गया था। वह बोला-”इतने दन से इस ह याकांड
क इ वे ट गेशन चल रही है, तुमने आज तक यह बात हम F य T नह? बतायी-?”
”सारी बात बताऊं गा सर, यह सारी कहानी उसी दन यानी उससे अगले दन म ने
इं पेF टर हजारीलाल को बता द थी और मेरे पास सुबूत भी है, वो सब बताने का-म ने
रकॉ?डग कर रखी है ले कन हजारीलाल सर ने मेरा मुंह बंद रखने क बात कही थी-वो
सब बताऊं गा...आप सुनो सर-।”
जाख Ẓ ने गहरी सांस खा रज क -।
एसएसपी भी दम साधे बैठे थे।
जीपी आगे बोला-”हम लोग T ने उस कार को बइत ढूंढा मगर वो नह? मली-s यामू ने मुझे
शरद और सनम तथा पाV क जो कहानी सुनाई, उससे मेरे दमाग के कपाट हल
चुके
थे, म समझ गया था क कोई-न-कोई कांड हो चुका है-अब सबसे पहले आपको शरद,
सनम और पाV क कोणीय कहानी सुनना लािजमी है F य T क तब इस ह याकांड का
बेस वाइंट समझ म आ जाएगा।”
एसएसपी ने ह T ठ भ?चे।
जीपी ने अपनी भू मका तैयार क ।
*******
वह फक र एक द वार के साथ गंद सी जमीन पर बैठ गया था।
उसके बाल ब Ẓे-ब Ẓे, उलझे इए िखच Ẓीनुमा थे।
दाढ़ और मूंछ भी बेतरतीब थी। उसके पास एक झोली और एक ड t डा था िजसको
वह यूं तन से लगाये रखता था मानो यही उसक कु ल कायनात का सरमाया हो।
वह एक गंद जमीन पर बैठ गया था और द वार से टेक लगा ली थी। झोली म हाथ
डालकर एक ब कु ट का पैके ट ख?चा।
रेपर फाẒ कर खाने लगा।
उसी समय उसके आगे से कु Kा गुजरा जा रहा था। उसने अनायास कु Kे को
पुचकारा। कु Kा जाते-जाते V क गया, ि थर इआ और फक र को देखने लगा।
फक र ने दोबारा पुचकारा। कु Kा चलकर पास आया।
एकदम नकट आ गया।
फक र के हाथ म ब कु ट था िजसको वह अपने मुंह म देने जा रहा था, उसने कु Kे
के मुंह म दे दया। कु Kा खाने लगा।
अब फक र एक ब कु ट अपने मुंह म डालता था, 5 सरा उसके मुंह म ।
इस बीच उसने कु Kे से बात क -”F या तू मुझे अपनी तरह बेसहारा समझ रहा है?”
कु Kे ने उसक बात ³ यानपूव'क सुनी थी, तभी तो बात सुनने के दौरान उसका मुंह
V क गया था और बात पूरी होने के बाद फर खाना शुV कर दया।
फक र बोला-”तू मुझे अपनी तरह मत समझ साले-यह तो म ने भेष बना रखा है, म तो
बइत ल लन टॉप आदमी 5ं, कभी फर मलूंगा तुझे, साले तू मुझे पहचानेगा भी नह?-
और खाएगा F या-?”
कु Kे ने पूंछ हलायी।
”मगर भूखा मेरी ही तरह है-एक बात तो कॉमन है हम दोन T म -दो ती करेगा?”
फक र ने झोली म से ब कु ट का एक पैके ट और ख?च लया था तथा रेपर फाẒ कर
पहला ब कु ट उसके मुंह म डाल दया।
फक र बोला-”बैठ जा, काहे ख Ẓा है?”
और कु Kा सचमुच उसके कदम T म बैठ गया।
वह? थोẒी 5 री पर एक काला च s माधारी एक पेẒ के नीचे ख Ẓा था, उसक 5 फक
र पर ही चपक थी और बजा हर वह मोबाइल से इयरफोन कॉन म लगाये इए था
और
И न आंख T के सामने कया था।
उससे थोẒी 5 री पर ब लू सह अभी-अभी टहलता इआ ि थर इआ था। मगर यादा देर
वहां नह? ख Ẓा रहा, थोẒी ही देर ि थर रहकर आगे को बढ़ गया था। इस समय ब लू
सह क शट' च ज थी, उस व के मुकाबले जब उसने फक र को िभ ा म एक नोट
दया था और कु छ राजदाराना बात क थ?।
वह काला च s माधारी ब लू सह से एकदम अनिभ K था।
फक र कु Kे से कह रहा था-”उस काले च s माधारी को जानता है? साला हरामी है,
मेरा पीछा कर रहा है।”
कु Kा उस तरह देखकर ब कु ट चबाता रहा।
फक र ने थोẒा और आगे को पैर फै ला लए तथा अ धक आराम मु ा म आ गया।
*******
उधर से फोन रसीव इआ। बारीक वर म कहा गया-”हैलो।”
”तुम तो ऐसे ऑटो म से छू टकर भागी जैसे गोला तोप से छू टा हो-F या हमसे
कोई गु ताखी इई थी?”
”s यामू-?”
”हां, बंदे को यही कहते ह , आपके मुंह से और भी अ s छा
लगा-।” ”हां F या कह रहे थे?”
”अभी F या कान T म प Ẓा-सपना जी कहने वाली बात तो यह है क जब वदा इआ
जाता है तो उसक कु छ र म होती ह िजनको बजा लाना ज V री होता है।”
थोẒी देर को 5 सरी तरफ से चु पी छा गयी। फर वर खा रज इआ-”F या तुमने कसी
काम से फोन कया है-?”
”शायद तुम अभी बजी हो?”
”हां, जी हां, थाने म 5ं, बोलो-।”
”फोन क बैटरी थोẒी ओवर हो रही थी, म ने सोचा खच' कVं
-।” ”रात म फोन करना।”
” कस टाइम?”
”नौ बजे, ले कन फोन करना F य T चाहते हो?”
”कु छ खास काम है।”
”अब तभी बताएंगे, जब आप ffi ह T गी। ल बी बात है, अगले चालीस साल तक चल
सकती है-।”
”पता नह? F या कह रहे हो, अभी म थोẒा बजी 5ं, ठ क है, शाम के बाद कॉल
करना, ओके ।”
s यामू ने कॉल ऑफ कर द ।
और ब Ẓ ब Ẓाया-”पट जाये तो अ s छा है, हमारा भी नाम शुमार हो जाएगा, ब Ẓे आ
शक T म -।”
उसने मोबाइल जेब के हवाले कया।
*******
जीपी का हलक सूख चुका था।
टेबल पर पानी क बोतल रखी थी।
जीपी बोला-”F या म पानी पी सकता 5ं?”
”जVर।”
जीपी ने हाथ बढ़ाकर बोतल उठायी और कु छ घूंट पानी हलक से उतारा तथा बोतल
वापस टेबल पर रखी।
और बोला-”यह डबल मड'र के स क कहानी शुV होती है, शरद और सनम क
अ Z या शय T से-पाV सनम क F लासमेट थी-शरद और सनम अ Z याशी म डू ब गये-पाV
ने s यामू ऑटो ाइवर को उसके पीछे लगाया, इसके बदले म s यामू पाV से अ Z याशी
करता
था, एक दन शरद ने सनम को सूया'वंशी सोसायट म R लैट खरीदकर दे दया, यह बात
s यामू ने पाV को बता द , साथ म यह भी बता दया क उन दोन T ने गुपचुप शाद कर
ली है, पाV ने यह बात अपनी म मी को बताई-मां, बेट आग-बबूला हो बैठ? और शायद-
अब आगे म कयास T से काम ले रहा 5ं, F य T क आगे F या इआ, इसक जानकारी
हमम से कसी को नह? है-हम सब कयास पर नभ'र ह -इतना तो साę य है क मधुर और
पाV सूया'वंशी सोसाइट म अपनी कार @ारा गयी थ?, उनके वापस आने का सुबूत
सीसीट वी कै मर T @ारा नह? मला ले कन सोसाइट के रिज टर म उसक आउ टग दज'
है, इस लए सही तौर पर कु छ भी नह? कहा जा सकता-पीएम रपोट' भी यही गवाही दे
रही है क मधुर व पाV उस सोसायट से बाहर आ गये थे और अगली रात म कह? बाहर
ही उनके मड'र इए ह -।” ल बी बात कहकर जीपी चुप इआ-।
एक ण के अंतराल पर एसएसपी बोले-”इं पेF टर हजारीलाल क इसम कहां भू
मका है?”
”उनक भू मका आगे आएगी।” जीपी बोला-”उनक भू मका बस इतनी है क म उ ह वो
सब बता चुका 5ं जो आपको बता रहा 5ं, वो मेरे सी नयर ह तो मेरी रीच वह? तक है-
उ ह T ने मुझे गाइड कया क यह बात कसी को मत बताना, म ने कसी को नह?
बतायी- म आपको अपनी हर बात का सुबूत 5ंगा-।”
”ओके ।”
जीपी ने शू य को नहारा तथा आगे बोलता चला गया-”जब म , s यामू और पौधीना
उस कार को तलाश रहे थे जो बरेली रोड क तरफ ही गयी थी-बइत तलाशने के बाद
भी वो कार हम नह? मली-तब s यामू ने मुझे यह शरद, सनम और पाV वाली कहानी
सुनाई थी तो उस व वाइंट-टू- वाइंट काम करते इए मेरे दमाग म जो नतीजे नकले
थे, वो यह थे क उस R लैट म मधुर और पाV का मड'र हो चुका है इसी लए म उस कार
को खोजने के लए तबद था-मगर कार नह? मली-लगभग रात के यारह बजे हम
लोग पहले शरद के घर और फर मोना के घर पइंचे, म ने सोचा था क शायद वे लोग
घर लौट आए ह T मगर उस समय तक वे घर नह? लौटे थे-।”
”आपको कै से पता चला क घर नह? लौटे थे, F या आपने पूछताछ क ?”
”शरद के घर के बाहर कार ख Ẓी होनी चा हए जो क नह? थी, उसके घर पर ताला
लटका था, उसका चौदह वष य बेटा अमन का रो-रोकर बुरा हाल था-उसने मोह ला
इक ा कर लया था-मोना के घर गये तो उसका प त था, s यामू ने उसके प त उ पल
से इस बाबत पूछा तो उ ह T ने मोना के आने का इ कार कया-हम थक-हारकर वापस
लौट
गये-अल मा?नग म मोना के घर पर पइंच गया-मेरे दमाग म यह घ t ट लगातार बज
रही थी क कोई-न-कोई कांड ज V र इआ है-नेF ट मॉ?नग मोना और सनम मुझे घर पर
मल गय?-उस व वे सो रही थ?, उ पल ने दरवाजा खोला और थोẒी देर मेरी बात उ
पल से ही इई-उ पल ने दोन T मां-बेट के बारे म ब Ẓी सनसनीखेज बात बता -दोन T
मां-बेट सेF स ffi थ?-वे ffi सेF स क आद थ?, मुझे हैरत इस बात पर यादा इई क
उ पल ने क ोमाइज कर लया था-उसे कोई आप K नह? रहती थी-उ पल मोना को
जगाकर
लाया ले कन वह ऐसी कं डीशन म V म से बाहर आई क म ह F का-ब F का रह गया।
उसने टांग T म एक छोटा सा कप Ẓा बांध रखा था िजसम उसक पे ट नजर आती थी
और टॉप पर व पर उसने कप Ẓा रख लया था जो कभी भी गर जाता-ऐसे ही वह
मेरे पास
आकर बैठ गयी-म ने उससे कहा क ढंग के कप Ẓे पहन लो, मुझे कु छ पूछताछ करनी
है तो वह मुझसे और यादा सट गयी और बातचीत के दौरान मुझे रझाने क को शश
करने लगी-सनम उठकर चाय बनाने गयी थी, उसके हाथ म मोबाइल था िजसम वह मेरी
और मोना क वी डयो बना रही थी, मुझे पता नह? चला, वहां उस माहौल म म उससे
कोई बात नह? कर पाया और उससे छू टकर भागा-मुझे पता भी नह? चला था क उसने
मेरा
वी डयो बना लया है, फर म सोसायट पइंचा, वहां सीसीट वी खंगाला, ल R ट लॉबी
म दो ब Ẓे बैग T के साथ उन तीन T को देखकर मेरा शक यक न म बदल गया क इ ह T ने
मधुर और पाV का मड'र कर डाला है, यह तब क बात है क जब तक वो लाश बरामद
नह? इई थ?, म सोसायट से नकल रहा था, जब पहली बार मुझे मैसेज पर पता चला
क दोन T लाश बरामद हो चुक ह । घटना थल पर दो बैग मले थे जो वही थे जो ल R ट
लॉबी म देखे गये थे, म ने ल R ट लॉबी वाली फोटो और घटना थल के बैग क फोटो
मोना को
हाट्सएप कर द , उसका च कना लािजमी था, जब उसे पता चला क म जीपी यह
रह य जान गया 5ं क यह मड'र मोना, सनम और शरद ने कये ह तो उसने मुझे वह
वी डयो से ड कर द जो उसने मेरे साथ बनाई थी, िजसम मोना टॉप लैस थी और मा
प ट पहने इए थी, म घबरा उठा, उसने मुझे धमक द क म तु ह फं सा 5ंगी-।”
जीपी ने सांस ली।
पुनः बोतल का ढ F कन खोला और पानी गटगट चढ़ाया।
तथा बोतल टे बल पर रखकर वह एसएसपी और जाख Ẓ के स मुख वह सब
बताता चला गया जो उसके बाद उसके साथ घटा था।
मसलन-मोना को बाहर बुलाना, उसके साथ वाता' क वी डयो तैयार करना ले कन उस
वी डयो को सनम के @ारा भी बना लेना और पहले से यादा जीपी अपने को अपने
चंगुल म फांस लेना।
जीपी ने वराम लया और गहरी सांस ख?ची तथा आगे बोला-”अब म बुरी तरह घर
चुका था-मोना ने मेरे िखलाफ ऐसी वी डयोज तैयार कर ली थ? क वह कभी भी मेरा
बंटाधार कर सकती थी-म हजारीलाल सर के पास गया और उ ह सारी कहानी
बतायी-।”
जाख Ẓ ने पक Ẓा-”हजारीलाल के पास तुम पहले F य T नह? गये, तु ह यह सारी
अपडेट्स पहले करनी चा हए थी-?”
जीपी तुर त बोला-”सोसायट के सीसीट वी देखने से पहले तक मेरे पास सफ' कयास
और संदेह थे-पु ता जानकारी कु छ नह? थी, म हजारीलाल सर को तभी बताना चाह रहा
था जब मुझे पु ता जानकारी हा सल हो जाये F य T क ऐसी सूरत म कोई कार'वाही
अंजाम द जा सकती थी, खाली कयास पर F या कया जा सकता है और जब
सोसायट म जाकर मेरा शक यक न म बदला और म ने मोना का रए F शन जानने के
लए उसे
हाट्सएप कया तो बदले म उसने मुझे जो वी डयो भेजी और धम कयां लख? उससे मेरे
दमाग क धि जयां उ Ẓ चुक थ?, म उसके जाल म पूरी तरह फं स चुका था-म ने
यह सारी कहानी इं पेF टर हजारीलाल को बतायी-।”
उसने फर एक अ प वराम लया।
आगे बोला-”म ने एक-एक डटेल छोट से लेकर ब Ẓी बात तक हजारीलाल सर को
बता द -और बताया क म मोना के जाल म फं स चुका 5ं, मोना मुझे धम कयां दे रही
है-।”
”मोना ने खासतौर से तु ह F या धम कयां द? िजससे तुम डर गये?” जाख Ẓ ने य
कया।
जीपी ने एक ण को मन-मि त R क एक ब 5 पर रखा। तदोपरांत बोला-”मोना ने
मुझसे कहा क इस वी डयो के मा³ यम से म सा बत कर 5ंगी क तु हारे मुझसे अवैध
स ब ध रहे ह , तुम मेरे घर आते रहे हो, इसके म गवाह भी पेश कर 5ंगी-मोना ने कहा
क अब तु हारी नीयत मेरी बेट सनम और उसक बे ट ffiे ड पाV पर खराब थी, पाV
सनम के
घर आती रहती थी, एक दन तुमने पाV का रेप करने क को शश क और फर उसे
डरा-धमका दया क कसी को बताये न, तु हं◌े पाV से खतरा था क वह एक-न-एक
दन मुंह खोल देगी इस लए तुमने एक दन मौका पाकर पाV को जब क वह अपनी मां
के साथ घर से बाहर थी, एक सुनसान इलाके म दोन T का मड'र कर दया-।”
जाख Ẓ का मुंह खुला-का-खुला रह गया था। उसने अजीब 5 से एसएसपी क तरफ
देखा।
एसएसपी भी उसी क आंख T म झांक रहा था।
जाख Ẓ जीपी पर 5 रखता बोला-”इसी कहानी क तो मुझे तलाश थी, यह तो ब कु ल
स s ची कहानी है-मड'रर तु ह? हो।”
जीपी अवाक् था।
दयनीय 5 से दोन T को देख रहा था।
खीझे वर म बोला-”यह झूठ है सर, स s चाई यह है क सूया'वंशी सोसायट म s यामू
वाली घटना से पहले, म इन करेF टस' म से कसी एक को भी नह? जानता था और
उस
दन मा?नग म मोना के घर म पहली बार गया था-।”
”इ पा सबल-।” जाख Ẓ मेज थपथपाता उ Kेिजत वर म बोला-”ऐसा हो ही नह? सकता
क कोई घरेलू औरत कसी मद' के सामने और वो भी पु लस वाला मद', के सामने पहली
बार म ही नंगी हालत म आकर बैठ जाये और वो भी तब जब क उसका प त घर म
हो-।” जाख Ẓ उ सा हत वर म एसएसपी से बोला-”मड'रर यही है सर, ह ेड पसˇ ट
यही है मड'रर-।”
एसएसपी जीपी को घूरकर देख रहे थे।
”नह? सर।” जीपी आत'नाद करता बोला-”म F य T मड'र कVं गा उनका िजनको म जानता
भी नह?।”
”F य T क बदनीयत सनम और पाV पर प Ẓ गयी थी और एक दन तूने पाV का रेप करने
क को शश क -तुझे डर था क पाV मुंह न खोल दे-एक दन तुझे मौका मल गया,
उस
दन पाV अपनी मां के साथ थी और मौका पाकर तूने दोन T को नपटा दया।”
”यह झूठ है सर।”
”मेरे पास सुबूत है-गवाही-।”
”ग-गवाही-क- कसक गवाही?”
”मोना, सनम, उ पल।”
”वो तो गवाही दे द गे।”
”दैट्स ऑल-के स फ नश-द ए t ड ऑफ इ वे ट गेशन।” जाख Ẓ सांस लेकर
बोला-”यू आर अ t डर अरे ट।”
”एक मनट- फर आगे तुमने F या कया-तुम बता रहे थे क हजारीलाल क भू मका
सं द ध है-।”
”हां सर-।” वह V दन करता बोला-”हजारीलाल सर क भू मका इस लए सं द ध है
क उ ह T ने मामले को छपाया-F य T छपाया, म नह? जानता-एक मनट सर-।” जीपी
ने अपना मोबाइल खोला और फाइल म जाते इए बोला-”आप मुझे मड'रर बता रहे ह , म
अगर मड'रर होता तो यह सब बात म हजारीलाल सर को F य T बताता-?” वह जोर
देता इआ बोला-”जो बात म अभी आपको बता रहा 5ं, वो एक-एक बात और वो
दोन T
वी डयो जो एक मोना ने घर पर बना ली थ? और 5 सरी चैराहे पर सनम से बनवायी थी-
म ने दोन T वी डयो हजारीलाल सर को दखाय? और एक-एक बात उ ह बतायी और यह
ठ क उसी दन शाम क बात है िजस दन लाश बरामद इई थ? या न म कोई लेटलतीफ
नह? क -अब बताइये सर इसम मेरी कहां पर F या गलती है-अगर म मड'रर होता तो
F या पारद शता के साथ सारी बात बताता-?”
उसने फाइल म जाकर वो आ डयो रकॉ?डग ओपन कर द और बोला-”यह वो ऑ डयो
है, जब म हजारी सर को अपनी आपबीती सुना रहा था।”
उसने ले कर द ।
मोबाइल उ टा करके मेज पर रख दया। मोबाइल क आवाज क म गूंजने लगी।
एसएसपी और जाख Ẓ एक-एक श ē द को सांस साधकर सुन रहे थे और जीपी यूं तेज
सांस ले रहा था मानो मीलो पैदल दौẒ कर आया हो-।
*******
ल बी आ डयो ले थी।
ले कन पूरी सुनना ज V री था।
तीन घ t टे से अ धक समय तक वे उसे सुनते रहे। अ ततः उसका पटा ेप इआ।
आ डयो समा त होते ही क म स नाटा छा गया।
पैना स नाटा।
क सुई भी य द गरे तो बम का आभास हो।
जीपी सांस साधे बैठा था मानो मुंतिजर हो क अब उसके हक म F या फै सला होगा?
एसएसपी गहन सोच म डू बे थे।
जाख Ẓ रह-रहकर जीपी के चेहरे को रीड कर लेता था।
थोẒी देर म एसएसपी ने कमरे क नीरवता को भंग कया-”आपके याल से हजारीलाल
ने इस मामले को F य T छपाया?”
”यह बात सर म नह? बता सकता, यह तो खुद मेरी समझ म नह? आ रहा क उ ह T ने
इस के स को F य T छपाया-आपने देखा सर क उ ह T ने अंत म कहा क अब इस के
स क बाबत तुम भूल जाओ, मोना को म ह डल कर लूंगा।”
”F या ह डल कया उसने?”
”मुझे नह? पता सर कु छ भी-उस दन के बाद आज तक मेरी उनसे कोई चचा' ही नह?
इई इस मैटर पर-या कहो क हजारीलाल सर इस मैटर पर कोई चचा' ही नह? करना
चाहते मुझसे-म इस लए न त हो गया था क म ने अपनी बात अपने सी नयर को बता
द थी और उसक रकॉ?डग इस लए कर ली क ब-व े ज V रत मेरे काम आए इस
लए म
संतु था।”
”ठ क है, तुम जाओ ले कन हजारीलाल को अभी कु छ नह? बताओगे-।”
”ले कन उनको तो सर मेरे यहां आने के बारे म पता है-।”
”कै से?”
”म ने बताया था-जब जाख Ẓ सर सदर थाने म आकर मुझसे मले थे और सवाल-
जवाब कर रहे थे, फर यहां बुलाने के बारे म भी मुझे चेताया था तो म हजारीलाल सर
के पास गया और सारी बात बताई और अपनी नाराजगी कट क क आपने आज
तक मामले को छपाये रखा है, मुझे भी नह? बताने दया, अब इ वे ट गे टव सर मुझ
तक पइंच चुके ह और वे मुझ पर ही शक कर रहे ह क तुमने ह यार T के साथ कोई
डी लग क है और अब मुझे एसएसपी साहब के ऑ फस म तलब कया जाएगा-यह
बात म ने उ ह बतायी थी-।”
”F या बोला हजारीलाल?” एसएसपी ने पूछा।
”उ ह T ने ब Ẓी लापरवाही का दश'न कया-बोले जाओ और 5 ढ़ता से डनाई करते रहना-
बस सोसायट वाली बात बताना क तुम s यामू व पौधीना क इ काॅ ड इं पर वहां
गये थे और बाद म दोन T को ह Ẓ काकर छोẒ दया था-वह बोले-बस इसके आगे क कोई
बात मत बताना-।”
जाख Ẓ ने पूछा-”F या तु ह नह? लगता क पीएम रपोट' च ज करवायी गयी है?”
”इस बात पर मेरा भी शक है सर-मेरे याल से मड'र R लैट म हो चुके थे या न बारह
तारीख क रात म जब क पीएम रपोट' म तेरह तारीख क रात म मड'र होने का िज И
है।”
”यह काम कसका हो सकता है?”
”इस बारे म सर म कु छ नह? बता सकता-मेरी जानकारी म नह? है-।”
”यह तो नि त है क पीएम रपोट' गलत लखवाई गयी है।”
”कु छ नह? कह सकता सर ले कन मेरा कयास यही है क मड'र R लैट म इए ह -न बर वन
क सोसायट के सीसीट वी म पाV, मधुर ए टर तो इई ह ले कन आउट नह? इई ह ,
न बर दो उनक कार िजसम शरद, सनम और मोना बैठे थे-शहर से बाहर गयी ह या न
सोसायट से नकलकर वो कार सीधे शहर से बाहर गयी है-हम इस लए s योर ह F य T क
उस कार को s यामू वॉच कर रहा था-वो कार शहर से बाहर उसी रोड पर गयी है, जहां
अगले दन नथपुरा े से दोन T लाश बरामद इई थ?।”
”मेरा सवाल है क पीएम रपोट' कौन बदलवा सकता है?” जाख Ẓ जोर देते इए बोला।
”सर, इस बारे म मुझे कोई प जानकारी नह? है-।”
”ले कन मुझे है-।”
खुले मुंह से जीपी ने जाख Ẓ को ताका।
जाख Ẓ बोला-”यह काम या तो तु हारे ह या हजारीलाल के -तीसरा कोई नह? है-।”
”ले कन सर म तो नह? 5ं, म ने अपनी पूरी कहानी आपको सुना द -इसम मेरा कोई रोल
होता तो म एक-एक बात हजारी सर को नह? बताता।”
”तुम F या समझ रहे हो, तुमने हम एक कहानी सुनाई और हमने उस पर यक न कर
लया-नह?-।”
”अब मेरे पास छपाने को F या बचा है?”
”तुम दोन T म से कोई एक लानर है या तुम दोन T भी हो सकते हो, बांटकर खा रहे हो,
तुमने पहली बार जब हजारीलाल को सारी बात बताय?, उसक रकॉ?डग कर ली-तु ह
पता था क तुम पक Ẓे जा सकते हो इस लए अपने बचाव का रा ता चुना ले कन तुम
हम बेवकू फ नह? बना सकते-उसके बाद क रकॉ?डग कहां है-?”
”बाद म इस स ē जेF ट पर कोई बात ही नह? इई है-।”
”इ पा सबल-एक सनसनीखेज मामला िजसक चचा' आज भारतवष' म हर कर
रहा है, उसक चचा' तुम नह? करोगे?-F या तुम उस व नह? च क प Ẓे थे जब पीएम
रपोट' म मड'र तेरह तारीख क रात म बताए
गये-?” ”हां सर च का था।”
”तो वह रकॉ?डग कहां है जब तुमने इस बाबत हजारीलाल से बात क ?”
”हजारीलाल सर ने इस स ब ध म फर कभी बात ही नह? क ।”
जाख Ẓ जीपी क आंख T म झांकते इए बोला-”तु ह पता है क तुम हमारी नजर म
लानर ठहर चुके हो-?”
”सर, म सबकु छ बता चुका 5ं, सबकु छ आपके सामने िF लयर है-।”
”अपना मोबाइल दो।”
जीपी एक ण के लए स न रह गया। त प ात् उसने मोबाइल हाथ बढ़ाकर जाख Ẓ
के सम रख दया।
जाख Ẓ ने मोबाइल उठाया और जीपी से बोला-”तुम खुद को पु लस हरासत म
समझो।”
जीपी अवाक् था।
जाख Ẓ एसएसपी से बोला-” लीज सर, इसको पु लस क टडी म लीिजए।”
”ओके ।”
एसएसपी ने टे बल पर लगा बेल ि वच पुश कर दया।
*******
उसक ब Ẓी-ब Ẓी दाढ़ थी। ब Ẓी मूंछ ।
बेतरतीब से सर के बाल थे।
आंख लाल हो रही थ?।
चेहरे पर क तान से यादा वीरानी छाई थी। उसक हालत बताती थी क उसे अपनी
कोई सुध-बुध नह? थी।
कप Ẓे गंदे हो रहे थे। शायद कई दन से नहाया नह? था।
उसके भीतर से बदबू उठती थी ले कन वह उस बदबू से बेपरवाह था मानो उसे
इसका इ म ही न हो क मेरी कं डीशन F या है।
वह अ धकतर समय चेहरे पर V माल बांधकर रखता था ले कन अभी चूं क रात हो
रही थी। दस से अ धक का समय हो रहा था; उसने चेहरे से V माल हटा रखा था।
वह दन म एकाध बार ही खाना खाता था। कभी वो भी नह?। खाना न खाने का कारण
आ थक तंगी नह? थी, उसका पस' नोट T से भरा था ले कन इ s छा मर चुक थी। खाने क
इ s छा ही नह? होती थी। कभी पूरे दन उसके मुंह म सवाय पानी के कु छ नह? प Ẓ ता
था।
वह भागता रहता था।
मुंह पर V माल बांधकर। उसे खुद के पहचान लए जाने का डर था। उसे लगता था क
हर वो आदमी जो उसक तरफ देखता है, उसे पहचानने क को शश करता है।
अनायास उसका दल कं ठ म आकर बजने लगता था। उसे लगता था क अब म पहचान
लया गया, अब ज V र यह बंदा सौ न बर डॉयल करेगा और पु लस मुझे दबोच लेगी-वह
उसी व वहां से चल प Ẓ ता था, तेज कदम T से ता क उस बंदे क पइंच से 5 र हो जाए
और पलटकर ब कु ल नह? देखता वरना उसे खदसा था क पहचानने वाला व ास कर
उठे गा क हां यही शरद है-।
वह तेज कदम T से चलता रहता था। यहां तक क उसक सांस फू ल उठती थी। उसका
शरीर जीण'-शीण' हो चुका था। मान सकता तो मृत ायः थी। हर दन लाख T सेल मर
रहे थे। बस घबराहट, भय, शंका, अ व ास के सेल जदा थे। कदा चत जागृत हो रहे
थे।
शरीर इस लए जीण' हो चुका था क वह पूरे-पूरे दन कु छ नह? खाता था। कभी कु छ खा
लया तो खा लया। न जाने उसक भूख- यास कहां चली गयी थी। खाने को मन ही नह?
होता था या कहो क उसका भय उसक मान सक इि य T पर इस कदर हावी था क
उसक भूख वाली इ का सहसा लोप हो चुका था।
पु लस को देखकर तो उसक जान ही नकल जाती थी। कदम भारी प Ẓ जाते थे मगर
जब पु लस का गुजर हो जाता था तो वह यूं सांस भरता था मानो उसका नया ज म इआ
हो; अभी-अभी मरते-मरते बचा हो।
एक शहर से 5 सरे शहर भाग रहा था वह।
उसने सुन रखा था क यह 5 नया बइत ब Ẓी है मगर यह बात उसके अनुभव म झूठ
सा बत इई थी।
5 नया तो बइत छोट 5 गोचर इई थी। उसके पुराने वाले गांव से भी अ धक छोट ।
उसके पुराने वाले गांव म तो उसके कयाम को, सर छपाने को जगह थी ले कन इस
5 नया म तो अब उसे इतनी जगह भी मय सर नह? हो पा रही थी क वह कह? घंटाभर
भी सुकू न से ठहर सके ।
उस व रात के दस बज रहे थे। आज फर मुंह म खाने के नाम से कु छ नह? गया था।
अभी वह एक शहर क स Ẓ क T पर कु छ खाने क तलाश म ही घूम रहा था।
5 ब'लता क यह ि थ त थी क उसे लगता था क कसी पल भी वह गश खाकर गर
पẒेगा।
कई खाने के होटल खुले थे मगर वह उनम घुसने क ह मत नह? जुटा पा रहा था। उसके
भीतर कह?-न-कह? यह व ास पैठ बना गया था क म अब तक तो बचता रहा मगर
अब शायद न बच पाऊं , कोई-न-कोई मुझे पहचान जाएगा।
अभी वह एक होटल के बाहर ख Ẓा, अपनी सांस T को नयं त कर ही रहा था जो न
जाने F य T असमय फू लने लगती थ?। वह सोच रहा था क बजाय होटल म वेश होने
के खाना पैक करा लेता 5ं और कह?-न-कह? बैठकर खा लूंगा मगर तभी इस वचार के
ऊपर उसे एक 5 सरा वचार आया-कह? बाहर पटरी पर खाते इए कसी ने देखा तो
F या च क नह? प Ẓेगा क यह आदमी यहां बैठकर F य T खा रहा है? इसने होटल म
बैठकर F य T नह? खाया-तब F या वह समझ नह? जाएगा क म कोई मड'रर 5ं?
उसके भीतर से शोर उठा-‘समझ जाएगा, ज द समझ जाएगा और फर तुर त पु लस
बुला देगा।’
शरद उस होटल से आगे बढ़ गया ले कन चंद कदम ही चला था क ठठक प Ẓा-।
उससे नह? चला जा रहा था।
गश आ रहे थे।
वह बैठ जाना चाहता था ले कन नह? बैठ रहा था F य T क जा बजा कह? उसके बैठे
रहने से कसी को शंका हो सकती है।
वह फर वापस आया।
रोट क महक उसे वापस ख?च रही थी।
तभी होटल का एक ल Ẓ का उसके पास आकर बोला-”आइये साब, आइये-।”
उसक ह मत म इजाफा इआ। या न ल Ẓ के ने पहचाना नह? था।
यह तो अ s छ बात थी।
उसने चेहरे पर V माल बांधा। अंदर ाहक कम थे मगर थे िजनसे वह लापरवाह नह? हो
सकता था।
हाथ धोकर एक त हा टेबल पर बैठ गया था।
थोẒी देर बाद वह खाना खाने लगा था। पहले ास ने ही उसे यूं संतोष दान कया था
मानो मुदा' शरीर म नई जान प Ẓ ती चली गयी हो।
उफ् -
उसे पहली बार अनुभव हो रहा था क आ मा का वास शरीर म नह?, रोट म होता है।
रोट से आ मा शरीर म वा हत होती है।
उसक मनोदशा फलहाल यही प रभाषा गढ़ रही थी।
वह द वार क तरफ मुंह करके और बाक लोग T क तरफ से पीठ करके बैठा था।
अभी आधा पेट खाना ही खा पाया था क उसक जेब म प Ẓा मोबाइल घनघनाया।
हाट्सएप रग थी।
उसने मोबाइल जेब से नकाला। वह समझ चुका था क मोना कॉल कर रही है ले कन
जब उसने И न को देखा तो अननोन न बर था।
उसके माथे पर सलवट प Ẓ चुक थी। यह कौन हो सकता है?-F या पु लस?
मगर नह?, पु लस नह? हो सकती। पु लस हाट्सएप कॉल नह? करेगी बि क फोन
करेगी।
अभी फलहाल उसे खाना खाना था। उसने साइले ट बटन दबा दया।
थोẒी देर बाद रग कॉल फर बजने लगी थी।
*******
इं पेF टर हजारीलाल फोन पर लगा था।
अपने एजे ट ब लू सह को कॉ लग क थी। 5 सरी तरफ से रसीव इआ-”हेलो।”
इं पेF टर हजारीलाल ब लू सह को कोई बात ³ यानपूव'क समझाता चला गया। वह बइत
सचेत वर म समझा रहा था। उसने वो बात उसे तब तक समझायी जब तक क बात
पूरी तरह से ब लू सह के दमाग म बैठ नह? गयी।
फर हजारीलाल ने स पक' व s छेद कया।
त काल s यामू को फोन लगाया मगर s यामू का फोन नर तर बजी जा रहा था।
एक बार काटकर थोẒा व देकर पुनः s यामू के न बर पर कॉ लग क मगर अब भी
बजी जाता रहा।
*******
उसने फोन उठाया-”हेलो।”
पीकर पर एक बारीक वर था-”हां-तब F या कह रहे थे तुम-?”
” दल हमारा उछल उछलकर कं ठ म आ रहा है और कु छ सवाल पूछ रहा था तो म ने
सोचा क वो सवाल तु हारे आगे बढ़ा 5ं।”
”Fया?”
”मुलाकात का सबसे भावुक ण वदाई वाला होता है मगर उस समय तो तुम ऑटो
से कू दकर ऐसे भाग? मानो हमसे पैदाइशी बैर हो।”
” फर F या करती?”
”थोẒा ठहरत?, आंख नम करत? और ससककर बोलत? क अब कब मलोगे-।”
उसके धीमे-धीमे हंसने क आवाज मल रही थी और यह आवाज तथा सपना के लहजे
क खनक ही s यामू को ह fi सला देती थी क वह उससे बात क नर तरता बढ़ाता
चला जाता था और कई सारी उ मीद भी उसे अपनी परवान चढ़ती मालूम प Ẓ ती थी।
उधर से कहा गया-”ऐसा तुमसे म F य T बोलती-F या म तुमसे मुलाकात करने गयी थी?”
”थी तो वो मुलाकात ही-आप न माने तो न सही-तो फर आगे जब हम मल गे तो फर
उसे तो मुलाकात माना जाएगा?”
”आगे-!”
”कब मल रही हो?-स s ची तु हारा बुखार चढ़ गया है मुझे-बुरा न मानना- कतनी- कतनी
हसीन ल Ẓ कयां मेरे पीछे रहती ह मगर तु हारा जो खुमार दमाग पर चढ़ा है, वो उतर
नह? पा रहा है-F या कVं ?”
” पछली डेढ़ सौ ल Ẓ कय T का F या इआ?”
”वे सब तु हारे आगे फ क सा बत इई ह -सब डलीट मार द?-बस तुम बची हो जो मेरे
दल के आईने म हर व मेकअप करती रहती हो-।”
”F या चाहते हो?”
”तु हारा यार-।”
”चलो बता द
गे।”
” कतने मनट बाद-?”
” मनट नह?-यह पूछो क कतने साल बाद?”
”यह कै सा यार है यार-तब तक तो तु हारे चेहरे पर झु रया प Ẓ चुक ह T गी और तु
हारे आंगन म कई फू ल िखल उठे ह T गे।”
”तो F या इआ-?- यार क कोई उ e तो नह?
होती-?” ”ले कन जवानी के गुल हम कब
िखलाएंगे?”
”कै से गुल?”
”घसẒ-
पसẒ।”
”कै सी घसẒ-पसẒ?”
” फर तु हारी आंख मुंद जाएंगी।”
”यानी म मर जाऊं गी-?”
”अब ऐसे न बनो मेरे यार।”
”यानी तुम मुझसे घस Ẓ-पस Ẓ चाहते हो?”
”ए F सपट' ह हम इस मैदान के -तभी तो डेढ़ सौ ल Ẓ कयां पीछे प Ẓी रहती ह -
देखो...म इ s क क 5 नया का अके ला ऐसा बा शदा 5ं िजसक े मकाN ने अपने
ब s च T से मेरे
लए कभी मामा नह? कहलवाया है-।”
”अ s छा-।” सपना ने हंसी दबायी-”ऐसा FयT?”
”यह कमाल घस Ẓ-पस Ẓ का है-ब Ẓी चम का रक व तु है यह घस Ẓ-पस Ẓ-एक बार
आजमाकर देखो-।”
”................।”
”................।”
”................।”
”अब कहां खो गय? तुम, लाइन पर बनी हो या नह?-हेलो।”
”म सोच रही 5ं क तु हारे जैसा ख ē ती आदमी म ने पहले कब देखा था।”
”नह? देखा होगा।”
”मतलब क इतना ख ē ती आदमी आज तक पैदा ही नह? इआ है-?”
”यही दावा तो म करना चाहता 5ं।”
” कतनी बार पट चुके हो?”
”ब Ẓी तम ना है-कोई हसीना हो, ब Ẓी खूबसूरत-हाथ T म भरी-भरी चू Ẓ यां हां◌े, ह T ठ T पर
गाढ़ ल पि टक लगी हो और वो मुझे अपने हाथ T से पीटे-मगर हाय...आज तक ऐसा
नह? हो पाया-लगता है शाद के बाद ही यह तम ना पूरी होगी-।”
”अभी तक तु हारी शाद नह? इई है?”
”F य T क अभी तक यह फै सला नह? हो पाया है क शाद कVं कससे-?”
”अ s छा- कसी पु लसवाली से कर लो, तु हारी पटने क हसरत भी पूरी होती
रहेगी।” कहने के बाद बेसा ता हंसती चली गयी।
उसक हंसी के थमते ही s यामू बोल उठा-”तो F या शाद करने को राजी
हो?” ”मेरी मंगनी हो चुक है।”
”अजी तोẒो-हमारे रहते तु ह कौन मांग सकता है-अ s छा हमारे रक ब से एक बात पूछना
क F या वह तु हारे हाथ T खुशी-खुशी पटना मंजूर करेगा-।”
”न करे तो?”
”मंगनी तोẒ देना-ऐसे प त से कै से नबाह हो पाएगा जो पटने को राजी न हो-?”
”वह भी पु लसवाला है।”
”तो F या इआ-बनेगा तो प त ही न-या द वान ही बनकर रहना चाहेगा?”
”तुमने मुझे फोन F य T कया है?”
”लो-इतनी बात हो गय? और अभी तक पता भी नह? चला-साफ-साफ कह तो दया-
इतना साफ कहने वाला आ शक कहां मलेगा।”
”F या कहा?”
”घसड-पस Ẓ-।”
5 सरी तरफ खामोशी छा गयी-न जाने F य T इस श ē द पर सपना खामोश प Ẓ गयी थी-।
तभी s यामू के फोन पर कसी कॉ लग क टोन बजने लगी। s यामू ने फोन देखा तो वो
अननोन न बर था जो बार-बार पाक' हो रहा था।
ले कन उस अननोन न बर के लए s यामू ने इस फोन कॉल को कट करना अ s छा नह?
समझा। उसके लए फलहाल यह वाता' ज V री थी।
s यामू ने क ट यू कया-”कब मलोगी?”
”आज तो नह?।”
”कहो तो अभी ऑटो लेकर आ जाता 5ं, थोẒी तफरीह भी कराता 5ं, और रात के अंधेरे
म फर गुल भी िखला 5ंगा।”
”नह?, अब म बाहर नह? नकल सकती-दस बज रहे ह -।”
” फर कब?”
”कल फोन करती 5ं।”
”तु हारे साथ म कौन रहता है?”
”दो पु लसवाली-।”
”कै से न?द आ जाती होगी ल Ẓ कय T के बीच म -?”
”अ s छा...।” सपना हंसी। इस बार भी वह िखलिखलाकर हंसी थी। बोली-”F य T, न?द
F य T नह? आएगी-?”
”या न अभी आपक िज दगी म अंतर का अनुभव आया नह? है-खैर कोई बात नह?, कल
कस व कॉल कVं
?” ” दन म दो बजे के
बाद।” ” फर ffi रहती
हो?” ”बता 5ंगी।”
”शु И या मोहतरमा-अ वाइंटम ट के लए।”
”चलो ठ क है, फोन रखो अब।” कहने के प ात् ही 5 सरी तरफ से काट दया गया।
”हाय!” s यामू नारा छोẒ कर रह गया।
*******
वह जब खाना खा चुका तो चेयर से उठा। इस बीच तीन बार रग आ चुक थी।
इस अंतराल म वह नणा'यक भी हो रहा था क इस फोन कॉल के साथ कस कार
वहार करना चा हए।
सबसे ब Ẓा था क कसका फोन हो सकता है? कम-से-कम मोना या सनम क तो
कॉल नह? थी। वह दोन T के न बर पहचानता था। जेहन कतना भी मुत शर हो गया था
मगर वह मोना और सनम के न बर भूलने क संगीन गलती से का सर था।
वह नवृK होकर बाहर आया। अभी वह उस न बर पर हाट्सएप कॉल रटन' करने क
को शश कर ही रहा था क एक बार पुनः फोन बज उठा।
उसने चेहरे पर V माल बांध लया था।
वह स Ẓ क पर एक तरफ को आगे
बढ़ा। कॉल रसीव क -”हैलो।”
थोẒा ठहरकर वर उभरा-”हेलो, शरद जी, म सीएफ बोल रहा 5ं-।”
यह सीएफ उसके चेहरे पर ब Ẓा सा च ह बनकर द शत इआ।
आंख T म िज Kासा के जुगनू चमके ।
उसने पूछा-”कौन सीएफ?”
”F या मोना ने आपको मेरे बारे म नह? बताया है?”
शरद एक ण ठहरकर बोला-”नह?।”
”ओह-हां, खुद म ने मना कर रखा था क कसी को नह? बताना है तो अपना प रचय म
तु ह दे 5ं क मेरा नाम सीएफ है-तु हारे पीछे पु लस प Ẓी है ले कन तुम गायब हो
इस लए पु लस तुम तक नह? पइंच पायी ले कन मोना और पाV मेरी ही बदौलत बाहर ह
, पु लस उ ह उठाती है और बेबस होकर छोẒ देती है, यह मेरा ही क र s मा है-।”
”...अsछा।”
उधर से फर वर जारी इआ-”तु ह मालूम है क मड'र बारह तारीख क रात को इए
ह ले कन म ने पीएम रपोट' बदलवाकर मड'र तेरह तारीख क रात म करवा दया-यानी
पीएम रपोट' के मुता बक मड'र तेरह तारीख क रात म इए ह तो प सी बात है क
मड'र R लैट म नह? इए ह यानी बाहर कह? इए ह -अब यह पु लस का इ वे ट गेशन
करने का काम है क मड'र कसने कये-अगर मड'र R लैट म सा बत हो गये होते तो स
पेF ट तुम तीन बनते-तुम यानी शरद, मोना, सनम-अब जब क मड'र बाहर इए ह तो स
पेF ट एक सौ प तीस करोẒ लोग बन गये-।”
शरद का दमाग खुल रहा था।
दमाग काम करने लगा था।
”हेलो-मेरी बात सुन रहे हो ना?”
”हां सुन रहा 5ं।”
”मगर तुम बइत ब Ẓी गलती कर गये हो क तुम फरार हो गये-तुमने खुद ही खुद को
ब Ẓा स पेF ट बना लया-तुम अगर भागते नह? तो मोना, सनम क तरह तुम भी आज
अपने घर म होते-कोई भी तु हारा बाल बांका नह? कर पाता F य T क म तु हारे साथ
होता।”
”आप ह कौन?”
” И मनल फादर-।”
”कभी पहले आपके बारे म नह? सुना।”
”मेरा के स आज तक फे ल नह? इआ इस लए मेरा भेद 5 नया के सामने नह? खुला-
अब यही के स ले लो-म तुम तीन T И मनल को बचा लूूंगा तो F या तुम कसी से कहते
फरोगे
क हम И मनल फादर ने बचाया? नह? कहोगे, इसी तरह मेरा रह य आज तक फाश
नह? हो पाया-।”
”ओके -।”
”तुम जब तक भागते रहोगे, पु लस तु हारे पीछे रहेगी, तुम पर चाज' बढ़ते जाएंगे, एक
बार मेरी शरण म आ जाओ, फर पु लस तु हारा कु छ नह? बगाẒ सकती-तुम अपने
घर पर अपने ब s चे के साथ रहोगे-।”
”ले कन ऐसा कै से हो सकता है-म कै से सा बत कर पाऊं गा क म बारह तारीख क
रात को कहां था और तेरह तारीख के दन और रात म कहां था और...चौदह तारीख
को लाश मल गयी ह , तो फर F य T फरार था-देखो मेरा के स मोना और सनम से
डफरे ट है-।”
”तो फर मेरा नाम И मनल फादर F य T होता- बताओ-5 नया का कोई भी मुज रम हो,
कतना ग भीर हो-मेरी शरण म आने के बाद तो वह पारसा हो जाता है-5 ध का धुला
इआ- फर कोट' उसे बाइ जत बरी करती है-पहली बात तो पु लस उस पर के स ही नह?
बनाती है, म जैसे चाहता 5ं पु लस से सुलटता 5ं, उसे मत करके , उसे सािजश म
फांसकर या फर आिखर म खरीदकर-मेरे पास मं य T तक को नयं त करने क
संजीवनी है-।”
”म वीना मड'र के स म भी लद चुका 5ं।” शरद इधर-उधर देखकर धीमे-धीमे बोल
रहा था-”वहां म सीसीट वी म आया 5ं, मेरे बचने का कोई सवाल ही पैदा नह?
होता-।”
”तु ह व ास पैदा नह? हो रहा, लगता है तु ह मरना है-कब तक भागोगे पु लस से, कहां
तक भागोगे-म बचाने वाला 5ं, मेरा व ास करो-।”
”ठ क है आप-कल बात करना, म मोना से बात करता 5ं।”
”हां आप बात कर लो-मेरे रहते अगर एक भी И मनल जेल चला गया तो मेरी
साथ'कता ख म हो गयी-म ने कसम खायी है क अपने नकटतम म यानी म जहां तक
पइंच सकता 5ं, कसी И मनल को जेल नह? जाने 5ंगा-सब И मनल अपने घर पर रह
गे- चैनो-सुकू न के साथ-।”
”ओके -म आपको कल कॉल करता 5ं-।”
”बइत अ s छ बात है।”
”ओके ।” शरद ने लाल नशान टच कर दया-।
वह तेजी से बस टेशन क तरफ बढ़ रहा था। बस टेशन पर कु छ घंटे गुजारकर, वह
बस म बैठकर कसी भी अ य शहर क तरफ चल प Ẓेगा।
शरीर म तो नई जान आ गयी थी ले कन सीएफ का करदार उसके दमाग क द वार T पर
छपकली बनकर च पा हो गया था।
वह तेज कदम T से बस टेशन क तरफ बढ़ा जा रहा था।
दन तो वह कह? गुजार देता था, स Ẓ क T पर चलते इए, पाक' म बैठे इए, ले कन रात
उस पर ब Ẓी भारी प Ẓ ती थी। कह? ठकाना नह? होता था।
अंततः बस का सफर ही एक ठकाना होता था।
इस नर तर सफर ने, भाग-दौẒ ने उसे मौत के मुंहाने पर लाकर ख Ẓा कर दया था। कई
बार वह सोचता था क इससे तो मर जाना बेहतर है। मौत एक बेहतरीन उपाय है। सारी
थकान और तनाव णभंगुर म वाहा हो जाएंगे मगर अमन का याल उसे वच लत कर
देता था। फर वह दौẒ ते रहने को ववश होता था।
भागता रहता था।
खुद को कानून से बचाने क कवायद म जुटा था-।
चलते इए उसके दमाग म एक ही क fi ध रहा था-कौन है यह सीएफ?
कई बात उसके मि त R क म पनप रही थ? जो अभी अपु थ? ले कन वह उ ह आकार देने
का जतन कर रहा था।
*******
मोना और सनम ब तर पर लेट थ?।
रात गहरा रही थी मगर इसका भाव उन दोन T पर कतई नह? था।
मोना और सनम एक ही कमरे म और एक ही ब तर पर लेटा करती थ?। प त उ पल
5 सरे कमरे म त हा रहता था। उनक एक छोट बेट भी थी िजसका उ e चौदह वष'
के पास थी, वह बो?डग कू ल म पढ़ती थी।
साल भर म एक महीने के लए अथवा ल बी छु वाले पव fi पर ही घर आती थी।
उसका
बंध उ पल ने कर रखा था। उसका ऐसा मानना था क छु टक को घर से बाहर ही रहना
चा हए।
मोना अलग कमरे म सनम के साथ सोती थी। उसे प त उ पल क कभी ज V रत नह?
प Ẓ ती थी। उ पल को भी कभी कभार ही ज V रत प Ẓ ती थी। वह दन शायद आज
आ गया था।
मोना और सनम ब तर पर प Ẓी अपने मोबाइल म डू बी थ?।
तभी दरवाजा खटखटाया-
”कम इन-।”
दरवाजा खुला। उ पल ने झांका और बोला-”एक गलास पानी ले आना।” कहकर वह
अपने कमरे क तरफ बढ़ गया।
यह एक संके त था िजसे मोना समझती थी वरना पानी तो F या खाना तक नकालने का
काम उ पल को ही अंजाम देना होते थे।
बइत बारीक मु कान मोना के अधर T पर फै ल गयी थी। सनम सपाट सूरत लए मोबाइल
देखती रही थी। उसने सुना अनसुना बराबर कर दया था।
उ पल अपनी बात कहकर चला गया था।
मोना ब तर पर उठती इई सनम से बोली-”आज तू अके ले लेट, म उधर सोती 5ं।”
सनम ने फर सुना अनसुना कर दया और मोबाइल चलाती रही।
मोना हाथ म मोबाइल लए बाहर आई।
बाहर क लाइट जलाई।
उसने एक झीना सा कप Ẓा पहन रखा था िजसे उसने एक झटके म उतार दया और
वाशबेसन के पास लगे ह गर पर टांग दया।
अगले ण ा और पे ट भी उतारकर उसी ह गर पर टांग द ।
अब वह नःव थी। अपने प त को वो चाहे िजस तरह ट करती हो ले कन उसे
खुश करने वाली कु छ बात उसने गांठ बांध रखी थी।
जैसे उसने कह रखा था-‘मेरे कमरे म आना तो न न आना-।’
िजस रात भी मोना का उस कमरे म जाना होता था, वह उसी सूरत जाती थी।
उसने मोबाइल हाथ म पक Ẓा और बाहर क लाइट बुझाई तथा उ पल वाले कमरे क
तरफ बढ़ ।
कमरे क लाइट ऑन थी।
वह भीतर घुसी।
मा अ t डर वयर पहने उ पल ब तर पर बैठा था। उसके आगे एक टूल रखा था िजस
पर ि ह क क बोतल, पानी क बोतल और नमक न तथा काजू रखे थे।
वह मोना क ही ती ा म रत था।
मोना दरवाजा ढुकाकर भीतर बढ़ ।
और बोली-”पैग बनाओ।”
उ पल हरकत म आया।
थोẒी देर म दो पैग बन गये।
गलास T को टकराकर दोन T ने चढ़ाए।
गलास मेज पर पुनः रखे।
मोना ने उ पल क आंख T म झांका और पूछा-”F या ला नग है?”
”जंगली।”
मोना के अधर पर मु कान तैरी। आ य' के साथ पूछा-”इतना जोश कहां से-? F या
कोई कै सूल लया-?”
”हां-।”
मोना मु कु राकर रह गयी।
तब तक उ पल दो पैग पुनः तैयार कर चुका था।
कु छ देर नमक न और काजू खाने के प ात् उ ह T ने वो पैग चढ़
लए। उसी समय मोना के फोन क घंट बजी।
हाट्सएप कॉल।
सीएफ क कॉल
थी।
उ पल ब Ẓ ब Ẓाया-”तु हारे यार तु हारा पीछा नह?
छोẒ ते-।” ”खसम ह मेरे-।” कहते इए मोना ने रसीव
कया-”हेलो।” ”हां मोना जी-अभी मेरी शरद से बात इई
थी-।”
”ओह, वैरी गुड!”
”म ने उसे अपने जाल म फं साने क को शश क है-उसक बात T से मुझे लग रहा है
क वह टूट चुका है और कभी भी सरेt डर कर देगा, वो दन तु हारे लए आिखरी होगा,
फर तुम नह? बच सकती-म भी नह? बचा सकता-।”
”F या जाल म फं साया?”
”म ने उसे भरोसा दलाया क म ने ही पीएम रपोट' च ज करवायी थी-F या तुमने अभी
तक उसे मेरे बारे म नह? बता रखा था क कोई हमारी मदद कर रहा है और
उसका नाम सीएफ है?”
”उसक म ने कोई ज V रत नह? समझी और वैसे भी तु हारा करदार कसी के
आगे ओपन करने लायक नह? है-।”
”F या तुमने पी रखी है?”
”हां पी रही 5ं।” वह तीसरा पैग उठाती इई बोली।
” कसके साथ?”
”प त के -।”
”प त के -? तब F या मजा आता होगा?”
”अब तु हारा इंतजार है, तु हारे बाद कोई नह?।”
”हाय-मुझे तु हारी बइत ज V रत है।”
”आ जाओ-।”
”अभी आ तो नह? सकता-जब तक तु हारा मामला सुलटा न 5ं, कानून का खतरा जब
तक न टल जाये, तब तक तो वहां आने का कोई ही पैदा नह? हो सकता और उसके
बाद तो बो रया- ब तर लेकर आ जाऊं गा-सनम को कोई आप K तो नह? होगी-?”
”F या बात करते हो-आपके जैसा प त िजसे मलेगा, वो आप K करेगा, बि क फू ला
नह? समाएगा-।” वह तीसरा पैग भी चढ़ा गयी थी।
”गुड-और आप-!”
”म तो ब लहारी जाऊं गी-एक बार आ जाओ तु ह नहाल करके भेजती 5ं, तभी यक न
करोगे वरना तो हमते ही तोẒ ते रहोगे।”
”थ F यू, इसी आशा के साथ तो इतनी मेहनत कर रहे ह क तु ह मौत के जाल से बाहर
नकालने क कवायद पर लगे इए ह -।”
”F या कह रहा था शरद-?”
”म ने उसे समझाया है क म तु ह बचा सकता 5ं, मेरी शरण म आ जाओ तो उसने
तु हारे ऊपर टाल दया है, अब तुम अपनी भू मका समझ लो-।”
”समझाओ-।” वह चैथा पैग उठा चुक थी।
”उसे बताना क तु ह सीएफ बचा लेगा, जैसा सीएफ कहे, करते चले जाओ-सीएफ हम
आधा तो बाहर ला चुका है, बस तु हारे फरार होने क वजह से के स लटक गया है वरना
पु लस हमारा तो याल ही छोẒ देती और फाइल बंद कर देती-समझ?-?”
”समझ गयी।”
”गुड-।”
”ले कन वह तैयार भी हो जाता है तो तुम वो कौन-सी ला नग लगाओगे जो उसे बचा
लोगे-?”
”हम उसे बचाना कब है?”
” फर?”
”मड'र-अरे यार अगर वह जदा रहेगा तो तुम जदा नह? रह सकत?-तु हारी िज दगी के
लए उसका मरना ज V री है।”
”ओऽऽ-मेरी जान-तुम अगर अभी मेरे पास होते तो म तु ह चूम लेती-अपने प त के साथ
नह?, तु हारे साथ होती-आ जाओ।”
”मेरी बात ³ यान से सुन ली तुमने?”
”बइत ³ यान से-तुम कतने अ s छे हो क मेरी खा तर मड'र करने जा रहे हो।”
”मड'र म नह?, आपको ही करना है-म आपको शरद तक पइंचा 5ंगा या कहो क शरद
को आप तक बांधकर पइंचा 5ंगा और वो मड'र आपके लए बइत ज V री है-।”
”जी मेहरबानी आपक -इस अहसान का बदला म आपको खूब चुकाऊं गी-।”
”चलो ठ क है-तुम ए जाय करो।”
त प ात् 5 सरी तरफ से काट दया गया।
मोना ने जो गलास हाथ म पक Ẓा था, उसे टूल पर रखा।
चार-चार पैग के बाद दोन T पर भरपूर सुV र चढ़ गया
था। और फर थोẒी देर बाद दोन T एक-5 सरे से गुंथ चुके
थे।
*******
रात के यारह बज रहे थे।
जीपी का मोबाइल जाख Ẓ ने क ē जे म ले लया था और उसे अरे ट करके एक V म म
बैठा दया गया था।
जाख Ẓ एसएसापी से बोला-”इन दोन T म कौन खेल, खेल रहा हो सकता है?”
एसएसपी ने कहा-”यह जीपी मुझे स s चा लग रहा है, हालां क दोष इस पर सद होता है
क जब दो लाश बरामद हो गयी थ? तो इसे तुर त इ वे ट गे टव ऑ फसर या न तु ह
कि व स करना चा हए था ले कन उसक गलती अ धक इस लए सद नह? होती क
इसने तमाम कहानी इं पेF टर हजारीलाल को कह सुनाई थी, उसने आज तक यह टोरी
तुम तक F य T नह? पइंचाई, इसका जवाब वह खुद देगा-।”
”तो सर, उसको बुलाइये अभी, उसको मोहलत देना ठ क नह? है।”
उसी समय एसएसपी ने हजारीलाल को फोन लगा दया।
5 सरी तरफ घंट जा रही थी। शीh ही रसीव इआ।
वर उभरा-”जय ह द सर।”
”जय ह द-अभी ऑ फस आ जाओ-िF वकली-।”
”ओके सर।”
”ओके ।”
एसएसपी ने फोन डसकनेF ट कया।
घ Ẓी क सुई रात के यारह से ऊपर चल प Ẓी थी।
जाख Ẓ बोला-”यह इं पेF टर हजारीलाल ह यार T से मल चुका है, इसी ने पीएम
रपोट' च ज करायी है वरना इस के स म कोई ऐसा करेF टर नह? है जो यह काम
अंजाम दे सके ।”
”इ म।” एसएसपी ने इंकारा भरा और आगे कहा- ”हजारीलाल क भू मका सं द ध तो
है-एक बार को जीपी क खता माफ क जा सकती है क उसने तु ह ह यार T क पृ भू
म नह? बताई जो क उसक जानकारी म थी F य T क उसने तमाम कहानी अपने सी नयर
को बता द थी, अब यह िज मेदारी सी नयर क तय होती है क उसने इतने राज छपाकर
F य T रखे-?”
”ले कन जीपी क भू मका यहां दागदार है क उसने हजारीलाल को भी सारी कहानी
बाद म बतायी है, पहले खुद इस मामले को लीड करता रहा जो क उसने अपने वभाग
से जानकारी छपाने का अपराध कया-जाख Ẓ को तब बताया है जब वह खुद मोना
के जाल म फं स चुका था-।”
”एक मनट सर...।” जाख Ẓ गहनता के साथ कु छ सोचने लगा था। आगे बोला-”जीपी
मोना, सनम के जाल म फं स चुका था और इस के स के सं द ध शरद, मोना और
सनम ही ह और जीपी इ ह? का ता Ẓ त था तो इसका तो अथ' यह इआ क जीपी ह
यार T से
मला इआ नह? था, वो तो खुद ह यार T से पी Ẓ त था-।”
”राइट-।”
”तब बचता है हजारीलाल-इसका अथ' यह इआ क जीपी @ारा हजारीलाल को कहानी
सुनाने के बाद हजारीलाल ने गेम खेला और वह ह यार T से जा मला-ह यार T से डी
लग क -मोटा पैसा लया होगा िजससे उसने पीएम रपोट' बदलवा द और इस तरह
मोना, सनम का प मजबूत हो गया-।”
”राइट-यही बंदा दोषी है-।”
जाख Ẓ थोẒी देर सोचकर बोला-”हम इसे कस वाइंट पर घेर सकते ह -कै से सा
बत कर गे क पीएम रपोट' इसी ने बदलवायी है?”
”उस पर सबसे ब Ẓा चाज' लगता है-।” एसएसपी ने कहा-” क उसने ज V री जानका
रयां पु लस इ वे ट गे टव अफसर से छपाय?-यह? वह सं द ध सा बत हो जाता है,
एक बार
सं द ध हो जाये तो मुि जम पर कोई भी आरोप लगाया जा सकता है जो क उस वाह
म आता हो।”
जाख Ẓ घ Ẓी देखता इआ बोला-”अब यह कतनी देर म आएगा, यारह बीस हो रहे ह ?”
”बस दो-चार मनट म आने ही वाला होगा।”
उसी समय दरवाजा खटखटाया।
एसएसपी ने कहा-”कम इन।”
दरवाजा खोलते इए इं पेF टर हजारीलाल भीतर व इआ।
*******
उसने ए Ẓ यां बजाय?।
जय ह द का उ@ोष कया।
एसएसपी ने उसे बैठने को कहा-” सट डाउन-।”
वह थ F यू बोलता इआ बैठ गया।
जाख Ẓ अपनी कु स पर शा त च K बैठा था। हजारीलाल के चेहरे को ³ यानपूव'क देख
रहा था।
जब क हजारीलाल एसएसपी पर ³ यानके ि त कये इए था।
एसएसपी दर मयान क खामोशी तोẒ ते इए बोले- ”इस डबल मड'र के स क बेकअप
टोरी क तु ह F या जानकारी है-?”
बइत चतुर हजारीलाल णभंगुर म सबकु छ समझ चुका था। कमरे का वातावरण और
दोन T चेहर T के ए F स ेशन और एसएसपी के मुंह से नकले पहले स बोधन ने
हजारीलाल के सम सबकु छ आईने क तरफ साफ कर दया था।
उसे पता था क जीपी को यहां बुलाया गया था, पूछताछ के लए और उसे यह भी
जानकारी है क अभी तक जीपी वापस नह? इआ है-।
तमाम बात T का ल ē बेलुबाव णभर म उसके दमाग म िF लक हो गया था।
एसएसपी के करने के तुर त बाद एक ण के गेप के प ात् वह बोला-”जीपी
क भू मका सं द ध है और म इस पर काम कर रहा 5ं।”
”F या-? डटेल म बताओ।”
”यह ह यार T से मला इआ हो सकता है-म ने इसके पीछे जासूस छोẒ रखा है ले कन
अभी तक कोई उ लेखनीय चीज हाथ नह? आई है इस लए म ने अपने प Kे उजागर
नह?
कये ह , आप तक को नह? बताया-म इस के स को बइत ग भीरता से ले रहा 5ं।”
”आपको पहली बार बैक टोरी का कब पता चला?”
”मुझे जीपी ने ही बताया था एक रोज-दरअसल वह भी उसक सािजश थी, या न मुझे
बेक टोरी बताना उसक सािजश का एक ह सा था-म सौ तशत दावा कर सकता 5ं
क जीपी के मोना से पुराने अवैध स ब ध रहे ह और इन मड'र म कह?-न-कह? जीपी
क भू मका ज V र है, जीपी क भू मका को अगर नेगलेट कया जाये तो ये मड'र ही
नह?
होते-यूं समझं◌े क जीपी अगर इस थाने म नह? होता या फर उसक मोना से दो ती नह?
इई होती तो ये मड'र नह? होते-।”
दोन T अ धका रय T के हैरानी क सीमा नह? रही। ऐसा ए F स ेशन उनके चेहरे से द
शत हो रहा था।
यह नई जानकारी उ ह च कत कर रही थी।
जाख Ẓ बोला-”यह सारी बात आपने पहले हम F य T नह? बताय??”
”नह? बता सकता था, नह? बतानी चा हए थी।” हजारीलाल भावशाली वर म बोल
रहा था-”यह डबल मड'र के स इतना सु नयोिजत है और जबद' त ला नग के तहत है
क म जरा भी अगर लीक कर देता तो मुझे आशंका है क फर कभी इसको सा व
नह?
कया जा सकता-।”
”आपक अब तक जांच रपोट' F या है?”
”मुझे जीपी पर शक हो गया था क जीपी का कह?-न-कह? रोल है-म ने जीपी के पीछे
एक जासूस लगा दया था और मुझे ब Ẓी कामयाबी उस व मली क जब जासूस ने
मुझे खबर द क उसने जीपी को मोना के घर जाते देखा है, म समझ गया क इस
मड'र के स म या तो जीपी का हाथ है या फर वह ह यार T को बचाने क कवायद पर
काम कर रहा है ले कन इसी के साथ एक ग Ẓ ब Ẓ हो गयी-।”
”एक मनट।” जाख Ẓ टोकते इए बोला-”तु ह जीपी पर शक कब और कै से इआ?”
”म एक बार पे ो लग पर था तो म ने जीपी को s यामू और पौधीना के साथ देख
लया था-मुझे शक इआ-म उस व यह नह? जानता था क यह s यामू और पौधीना
कौन ह और इनका डबल मड'र के स म कोई इ वा वम ट है, म उस व यह समझा था
क जीपी इन ऑटो वाल T से अवैध वसूली कर रहा है, म ने ऑटो का न बर नोट कर लया
और अगले दन ऑटो न बर के रिज टेª शन को सच' करके s यामू का नाम मोबाइल न
बर
ढूंढा-s यामू को फोन कया और उससे मला-उसे ह Ẓ काया और उससे पूछा क
जीपी कै सी वसूली कर रहा था-तब s यामू ने मुझे बताया क मामला अवैध वसूली का
नह? है
बि क डबल मड'र के स का है-मेरे तो कान ख Ẓे हो गये- फर s यामू ने मुझे सोसायट
म घ टत घटना और s यामू व जीपी @ारा शरद क कार क खोजबीन करना और s यामू
के साथ रात म मोना के घर जाने वाली बात सुनायी यानी s यामू को िजतनी जानकारी
थी;
उसने मुझे दे द -यह? से मेरा शक जीपी पर गाढ़ हो गया और म ने जीपी पर अपना एक
जासूस फट कर दया-।”
”आपने अभी चचा' क थी क एक ग Ẓ ब Ẓ हो गयी-तो ग Ẓ ब Ẓ F या इई?” एसएसपी
ने
पछली बात का ³ यान दलाया।
”हां-वो ग Ẓ ब Ẓ यह इई थी।” हजारीलाल पुरानी बात को नर तर करते बोला-”जब म ने
जीपी के पीछे जासूस लगा दया था तो एक बार जीपी जब मोना के घर से नकल
रहा था तो उसने मेरे @ारा तैनात कये गये जासूस ब लू सह को जो पु लस कां टे बल
है,
िजसक म ने नकली मूंछे लगवा द थ?, को जीपी ने पहचान लया था ले कन उसने ब लू
सह से कु छ कहा नह? मगर ब लू सह ने मुझे यह शंका जा हर क क उसे जीपी
पहचान चुका है ले कन जीपी ने उसे कु छ बोला नह? है-म सशं कत हो गया क जीपी ने
जब ब लू सह को पहचान लया है तो ज V र कोई-न-कोई हरकत करेगा और उसी दन
शाम को जीपी ने एक ब Ẓा नाटक И येट कया-।”
”Fया?”
हजारीलाल पानी क बोतल टेबल पर देखता इआ बोला-”सर, पानी पीना चाहता 5ं-।”
”sयोर।”
”थ Fयू।”
हजारीलाल ने कु छ घूंट हलक से उतारे और फर आगे बोला-”उसी दन शाम को जीपी
दो वी डयो लेकर मेरे पास आया और ब Ẓा V दन करने लगा क सर मुझे मोना ने अपने
जाल म फं सा लया है-वो दो वी डयो थ?-एक जो जीपी मोना के घर पर बैठा है और
मोना उसके पास टॉपलेस और मा प ट म बैठ है, 5 सरी वी डयो जब जीपी और मोना
कह? चैराहे पर बात कर रहे ह -जीपी ने उन वी डयो के मा³ यम से मेरा माइंड च ज
करने क असफल को शश क -उसने मुझे बताया क म डबल मड'र के स के स ब ध म
मोना से पूछताछ करने गया था तो मोना मेरे सामने नंगी हालत म आ गयी-ऐसा कह? हो
सकता है क कोई पु लसवाला कसी घर म पूछताछ करने जाए और पहली मत'बा म ही
उस घर क औरत टॉपलैस होकर उसके पास आकर बैठ जाए और जब क फै मली के
लोग घर म ह T, फर म ने जीपी से पूछा क तुम कस है सयत से पूछताछ करने गये थे,
F या तुम
इ वेि टगे टव ऑ फसर हो-? तो उसका मुंह लटक गया, उसके पास कोई जवाब नह?
था-।” ल बी बात कहकर हजारीलाल चुप इआ। धारा वाह बोलने के कारण उसके
गले क नस उभर आत? थ?।
वह िजस तरह धारा वाह बोल रहा था तो लगता नह? था क वह झूठ भी बोलता हो
सकता है या वह बनायी इई बात बोल रहा हो।
जाख Ẓ ब Ẓ ब Ẓाया-”कहानी और भी अ धक उलझ चुक है।”
एसएसपी ने अपने घूमते इए मि त R क को एक ब 5 पर ि थर कया और बोले-”
फर तुमने अब तक F या कया-F या जीपी के व V द कु छ सुबूत जुटा पाये-?”
”नह?, कोई उ लेखनीय सुबूत अभी तक नह? मला है-बस इतना िF लयर इआ है क
जीपी का उस घर म पहले से आना-जाना था-स भवतः जीपी के अवैध स ब ध मोना
और सनम के साथ रहे ह और इन दोन T मड'र म कह?-न-कह? जीपी क भू मका
है।”
जाख Ẓ ने अपना संशय रखा-”आपका मतलब है क जीपी ने जो दो वी डयो तुत
क ह । यह दोन T जीपी @ारा लांटेड ह ?”
”यस।” हजारीलाल अ धक उ साह के साथ बोला-”जब जीपी ने जासूस ब लू सह को
पहचान लया था और वह घबरा उठा था क अब मेरी पोल खुलने वाली है, डबल मड'र
के स म भू मका तय होने वाली है तो अपने बचाव के लए उसने यह गेम खेला क म
तो खुद ही पी Ẓ त 5ं, मोना तो मुझे खुद ē लेकमेल कर रही है तो फर भला कोई कै से
यक न करेगा क जीपी और मोना के अवैध स ब ध हो सकते ह -?”
”या न अपने बचाव के लए उसने दो वी डयो लांट क??”
”यस-।”
”ले कन तुम पर भी तो यह दोष सद होता है क तुमने ज V री जानका रयां के स
एिF टव ऑ फसर से छपा -तु ह यह तमाम जानका रयां मुझे मुहैया करानी चा हए
थी?”
”आप अपने तर से इ वे ट गेशन कर रहे थे-।” जाख Ẓ से हजारीलाल बोला-”मुझे
आशा थी और है क आप भी शीh ह यार T तक पइंच गे ले कन म जो काम कर रहा
था, वो गु त V प से ही कया जा सकता था-अगर ह यार T को भनक लग जाये क पु
लस जान चुक है क जीपी और मोना के पुराने अवैध स ब ध ह और इसी के चलते
मड'र इए ह तो ह यारे सचेत हो जाएंगे और आगे ऐसी कोई हरकत नह? करते जो उनके
िखलाफ कोई सुबूत जुटाया जा सके और अब ऐसा हो गया-अब ह यारे हमारे हाथ आने
के नह?
ह -।”
द वार पर लगे घंटे ने रा के बारह बजे का संके त दे दया था।
हजारीलाल आगे बोला-”म ने िजन पु ता सुबूत T को हा सल करने के लए जीपी के
पीछे जासूस लगाया था और कई सारी जानका रयां जुटाय? थ?, अब आपके @ारा जीपी
को उठा लेने से मेरी उस तमाम मेहनत पर पानी फर गया-अब ये लोग सचेत हो
जाएंगे-।”
थोẒा ठहरकर जाख Ẓ ने पूछा-”शरद के बारे म F या जानकारी है?”
”वह तो गायब है, बरेली से भी वीना नाम क एक म हला का मड'र कर गया-उसके बारे
म कोई जानकारी नह? है।”
”जीपी को?”
”अब तक मेरी जानकारी म ऐसा कोई सू नह? आया है िजससे पता चले क जीपी को
शरद क कोई जानकारी है, हां ऐसा हो सकता है क जीपी मोना के टच म है और मोना
शरद के टच म हो, इस तरह जीपी शरद को लीड करता हो सकता है।”
जाख Ẓ क खोप Ẓी का कचूमर नकला जा रहा था। िजस दम उसे लगता था क के स
अब सा व होने ही वाला है तभी के स और भी ज टल हो उठता था। दमाग के
कपाट
हल जाते थे।
यही समझते इए तो उसने पहले s यामू को उठाया था और लगा था क अब रह य क
पतˇ उध Ẓ जाएंगी ले कन s यामू के पूरे बयान के बाद पता चला क कहानी और भी
उलझ चुक है।
मोना, सनम को उठाकर तो वह बइत उ सा हत था मगर अ ततः वक ल क ए
के बाद के स पहले से अ धक उलझ गया।
जीपी क फोन कॉल पक Ẓ ने के बाद और s यामू से जीपी क मी टग कराके उस मीट
को शूट करने के बाद जाख Ẓ को लगा था क बस अब इस मामले का F लाई मेF स आ
गया। जीपी को दबोचते ही सारे रह य फाश हो जाएंगे ले कन जीपी ने अंततः रह य का
बोझ अपने ऊपर से उतारकर हजारीलाल के ऊपर डाल दया था।
अब जाख Ẓ को लगा क हजारीलाल को यहां बुलाते ही सारे मामले सुलट जाएंगे F य T
क वह फं स चुका है और उसके पास बचाव का कोई रा ता नह? है और अब इकबाले
जुम' ही उसके पास अि तम वक प है-।
मगर यह F या? प च तो पहले से अ धक फं स गये।
जाख Ẓ क खोप Ẓी कसी त s तरी क मा नद नाच रही थी।
वह हजारीलाल से दयनीय वर म बोला-” कस तरह इस के स को सा व कया जा
सकता है?” उसके वर म था फु टत हो सकती थी।
”जब तक शरद हाथ न आये।” हजारीलाल तुर त बोला-”कहां तक भागेगा; उसके
वी डयो वायरल हो रखे ह , लंबे समय तक नह? बच सकता-वह बरेली म ही पक Ẓा
जाता मगर ऐन व पर उसने वीना का मड'र कर दया।” हजारीलाल सांस लेकर तुर त
आगे बोला- ”वह ज द ही पक Ẓा जाएगा और उसके पक Ẓे जाते ही, मोना, सनम और
जीपी के चेहर T के नकाब उतर जाएंगे, फर यह नह? बच सकते।”
”पीएम रपोट' के बारे म F या कहते हो?”
”बदलवाई गयी है-मुझे तो ऐसा ही लगता है-मड'र तो R लैट म ही इए ह ले कन पीएम
रपोट' के बदले जाने से शरद को कोई लाभ नह? है, हां मोना, सनम को लाभ मल
गया है, बारह तारीख क रात को मधुर व पाV सनम के R लैट पर थ? मगर पीएम रपोट'
के अनुसार मड'र तेरह तारीख क रात म इए ह , अब मामला उलझ गया-जब मड'र
सोसायट से बाहर इए सा बत हो रहे ह तो मड'रर शहर भर का कोई भी बंदा हो
सकता है-मोना सनम को इस रपोट' का लाभ मल गया।”
”पीएम रपोट' कौन बदलवा सकता है?”
”इसम जीपी का हाथ होना चा हए। ले कन पु ता तौर पर कु छ नह? कहा जा सकता
F य T क इसका कोई सुबूत नह? है।”
जाख Ẓ क खोप Ẓी फर सांय-सांय करने लगी थी। ऐसा कोई F लू मलकर नह? दे रहा
था जो ह यार T तक त काल पइंचा दे।
कमरे म थोẒी देर को नीरवता छा गयी।
जाख Ẓ के पास समा त हो चुके थे जब क हजारीलाल उ K र देने के लए उ
साह से भरा बैठा था। उसक आंख और चेहरा उ K र देने के जोश से जगमगा रहा था।
जब क क खामोशी तबील होती गयी तो एसएसपी ने उसे तोẒा-। हजारीलाल से
कहा-”और F या कहना चाहते हो?”
”बस सर यही कहना चाहता 5ं क अभी आपने जीपी को इ टेरोगेशन लाइन पर लेकर
ज दबाजी कर द , अभी उसे गफलत म रहने दया जाता-उसने जब मुझे अपनी कहानी
सुनाई थी तो म ने ऐसा शो कया था क जैसे उसक कहानी पर व ास कर उठा 5ं, म ने
उसे यह बताया ही नह? क मोना के साथ तेरी वी डयो ला टेड ह , तू खुद को मोना से
पी Ẓ त होना सा बत करना चाह रहा है ता क तेरे ये दाग धुल जाएं क तेरे मोना से
अवैध स ब ध ह और तू मोना से मला इआ है-ले कन अब...अब मेरी ला नग तो फे ल
हो गयी जो म उसे वॉच करवा रहा था।”
जाख Ẓ के दमाग के कपाट हले प Ẓे थे। वह एसएसपी से हजारीलाल के चले जाने
के बाद उसके रोल पर थोẒी मं णा करना चाहता था मगर अब इतना दमाग नचुẒ
चुका था क उसे कोई बात करते नह? बन रहा था।
घ Ẓी साढ़े बारह बजे क तरफ जा रही थी।
जाख Ẓ अपनी चेयर से ख Ẓा होता इआ बोला-”मुझे पर मशन द सर, म चलता 5ं।”
”ओके ।”
जाख Ẓ ने ए Ẓ यां बजाय? और क से बाहर नकल गया।
एसएसपी ने भी मेज से अपना मोबाइल उठाकर हाथ म लया और जाख Ẓ
से बोले-”ठ क है, कल मलते ह हजारीलाल-म तुमको भी इस के स का
वाइंट
इ वे ट गे टव ऑ फसर डपलोई कर देता 5ं। कल से तुम काम करो और ज द ही
इस के स को सुलझाओ- मी डया ने हमारी नाक म दम कर रखा है।”
”थ F यू सर-म काय'भार स भालने के लए इ ेि टड 5ं।”
”ओके -कल तु ह बुलाते ह ।” एसएसपी ल बे कदम T से ऑ फस से बाहर
नकले। इं पेF टर हजारीलाल भी पीछे-पीछे बाहर नकला।
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मोना लेट सोकर उठा करती थी ले कन उस दनवह ज द उठ गयी थी।
उठते ही पहले च क क म 5ं कहां, फर याद आया क यह प त का कमरा है। उसके
शरीर पर अभी भी एक रेशा नह? था। उ पल ह बे आदत ज द उठ जाया करता था,
आज भी उठ गया था।
वह ल वग हॉल म बैठा अखबार पढ़ रहा था। एक कप चाय बनाकर वह पी चुका था।
सनम अपने कमरे म घोẒे बेचकर सो रही थी।
मोना उठ और उसी सूरत म क से बाहर नकल आई।
उ पल के पास ख Ẓी इई और बोली-”यार एक चाय तो बनाकर पला दो, तुमने तो रात
तोẒ कर रख दया-तु हारे जंगली टेप मेरी जान ले लेते ह ।” मोना ने जानबूझकर उ पल
को खुश करने वाला जुमला फ का था और यह जुुमला सचमुच उ पल पर भावकारी
सा बत इआ।
उ पल गव ली मु कान म मु करा उठा।
वह उसके न न शरीर को देखने लगा और बोला-”कप Ẓे पहन लो, सनम उठकर आ
सकती है।”
”वह अभी नह? उठे गी, दस बजे के बाद उसके उठने क बात करो-।”
उ पल अखबार समेट चुका था। वह खुश था। बोला-”अ s छा बताओ, मेरे म यादा दम
है या तु हारे यार T म -?”
”तुमम -जो बात तुमम है, वो कसी म नह?-अगर तुमम दम नह? होता तो F या म तु ह
छोẒ कर भाग नह? गयी होती-?”
”रीयली?” उ पल के ह T ठ गव' के अंदाज म सकु Ẓे-।
”और F या-तुमसे मलने का मतलब है क अपने यार T से तीन दन के लए टाटा बाय-
बाय कर देना।”
उ पल और भी जोर T से मु कु रा उठा।
”एक सूचना 5ं म तु ह ?” मोना उ पल के सामने वाले सोफे पर बैठ गयी।
”Fया?”
”एक मेरा यार और तु हारा दामाद कु छ दन T बाद मेरे वाले कमरे म आकर रहने
वाला है, वो करायेदार के V प म रहेगा ले कन दरअसल वो मेरा यार है और तु हारा
दामाद है-।”
”या न दो लोग आएंगे-।”
”नह? यार-एक ही है-हम दोन T मां-बेट का फज प त-वह ब तर पर बीच म सोया करेगा
और हम उसक दोन T पि नयां दाय -बाय ।”
”ओह-या न वह कोई पेशल है वरना तुम घर नह? लात?।”
”बइत पेशल।”
”कां ेचुलेश स।”
”थ F यू।” वह आगे बोली-”अब यार एक कप चाय बनाकर पला दो, बदन टूट रहा है,
चाय मुझे तु हारे ही हाथ क अ s छ लगती है, अपने हाथ क चाय कभी अ s छ नह?
लगी।”
”म यार क श F कर जो घोलता 5ं।” मु कु राता इआ उ पल उठा और कचन क
तरफ बढ़ गया।
मोना को याद आया क कस तनाव के कारण आज आठ बजे ही उसक आंख खुल
गयी थी वरना दस बजे से पहले तो उसक आंख खुलने का कोई ही पैदा नह?
होता।
दरअसल वह एक तनाव लेकर रात सोई थी। उसी तनाव ने सुबह ज द उसक आंख
खोल द ।
उ पल कचन के हवाले हो चुका था और मोना सोफे से उठ तथा मोबाइल क तरफ
बढ़ ।
मोबाइल पर उसने शरद का ताजा न बर हाट्सएप डॉयल कर दया।
थोẒी देर म रसीव भी हो गया- ”हेलो।” ब Ẓा बुझा-बुझा वर था।
मोना अपने वर म चता के भाव समा हत करती बोली-”कै से हो शरद?”
”ठ क 5ं।” ब Ẓा उदासी म डू बा इआ वर था। मानो अंधकू प से खा रज इआ हो।
”कहां हो अभी?”
”नह? जानता।”
”मतलब?”
”अब शहर T के नाम पढ़ने को दल नह? चाहता और न ही याद रह पाते।”
”तुम परेशान हो रहे हो, हम तु हारी बइत याद आ रही है-रात सनम बइत रो रही थी-
रोते-रोते जाने कब सो गयी?”
”तु ह पता है क सनम मेरी बीवी और ब s ची क का तल है और तुम भी-?”
”यह तुम कै सी बहक -बहक बात कर रहे हो?”
”म सही बात कर रहा 5ं। म जब लुट चुका और डू ब चुका तब मुझे होश आया क म
कतनी बुरी तरह से लूटा गया 5ं और वह भी अपने चुने इए लुटेर T के हाथ T।”
”तु हारी कं डीशन सही नह? है-वरना ऐसी बात हमसे नह? करते-।”
”F या यही सबकु छ कहने को तुमने फोन कया है-?”
”म ने सोचा खै रयत पूछ लूं-कोई नई बात तो नह?-।”
”कोई बात नह?।”
मोना को आ य' इआ क शरद सीएफ वाली बात F य T छपाना चाह रहा है-?
उसको तो बताना चा हए था क मुझे सीएफ का फोन आया था और ऐसे-ऐसे कह रहा
था-। शरद को तो खुद फोन करना चा हए था क यह सीएफ कौन है?
त 5 परांत मोना के तज करा छेẒ ने पर भी वह नह? बताना चाह रहा
था- यह सब F या माजरा था?
मोना क समझ से परे था।
आिखर मोना ने खुद ही यह चचा' छेẒी-”F या कोई फोन आया था?”
शरद ने अटपटा सा जवाब दया-”कौन था वह, तु हारा नया यार?”
”कै सी बात कर रहे हो तुम?”
”म ने पूछा कौन था वह?”
”उसी ने हम बचाया है, वह न होता तो आज म जेल म होती-।”
” कस लालच म बचाया?”
”लालच?”
”कोई भी आदमी कसी लालच से ही काम करता है, तुमसे उसे F या लालच है?”
”वह देवता तु य आदमी है।”
”तो F या देवता ह यार T को बचाते ह -हा-हा-हा-।” उसका अ हास ऊं चा होता चला
गया।
न जाने F य T वह जोर-जोर से हंस रहा था। शायद इस लए क उसे भले हंसी क
ज V रत न हो ले कन उसके अंतस को हंसी क स त ज V रत थी। उसक उदा सय T
और घबराहट ने उसके िजगर को मुरझा दया था जो अ हास के @ारा पुनज वत हो
सकता था।
उसका अ हास ऊं चा होता गया था।
मोना सोच रही थी क यह F या पागल हो चुका।
मोना ने टोका-”आपको हो F या गया?”
वह अ हास रोकता इआ बोला-”िजसक बीवी और बेट का आंख T के सामने मड'र कर
दया जाये, उसका F या होगा? वह अपना सर नोचता फरेगा ना-?”
”देखो जो इआ वो सब हालात के चलते इए-तुम भी जानते हो, अब हमको दोष F य T
देते हो-?”
”म कहां दोष दे रहा 5ं, म तो यह पूछ रहा 5ं क नया यार सीएफ तु हारा यार है या
फ F क सनम का-?”
”तुम जो चाहे इ जाम लगाओ ले कन हम तु हारे बारे म बुरा नह? सोच सकते, मुझे और
सनम को तु हारी बइत चता है-अब तु ह दल चीर के नह? दखा सकते ले कन तु ह यह
गलतफह मयां पैदा कब इई?”
” फर हंसने को दल चाह रहा है-हा-हा-हा- गलतफह मयां-हा-हा-हा-मड'र भी
गलतफहमी होता है F या-?”
”शरद लीज मेरी बात को समझो-सीएफ का फोन आये तो उसे कोआपरेट करो-हमारे
लए 5 नया म वही एक ऐसा बंदा है, जो हम बचा सकता है, उसने मुझे भी बचाया है,
तु ह भी बचाना चाह रहा है-।”
”ले कन F य T? कोई इतनी ब Ẓी मदद F य T करेगा?”
”मुझे नह? पता ले कन कर रहा है इस लए म जानती 5ं, कोई कु एं म गरे आदमी को
बाहर नकाले तो वह नकालने वाले से यह नह? पूछता क तू मुझे कस लालच म बाहर
नकाल रहा है?”
”अ s छा-हा-हा-हा-यह तो चुटकु ला हो गया- हा-हा-हा-।”
”शरद तु ह F या हो गया, मेरी समझ म नह? आ रहा, ऐसा वहार तो तुम कभी नह?
करते थे-?”
”और कु छ समझाने जा रही हो ब ली-हा-हा-हा- ब ली- ब ली मालूम है म ने तु ह
F य T कहा, बताओ F य T कहा-हा-हा-हा-।”
मोना चुप थी। वह जाने F या सोच रही थी।
चाय पीना वह भूल चुक थी। उ पल उसके आगे टेबल पर चाय रख गया था जो
ठ t डी हो रही थी F य T क वह फोन पर कु छ अजीब तरह से उलझ गयी थी।
कु छ बात थी जो उसक समझ से बाहर थ?।
शरद के लहजे से वह भली तरह प र चत रही थ?। इन दन T शरद के लहजे म कु छ
बदलाव आया था। यूं बात-बात पर हंसना, वो भी पागल T क तरह, ये कम-से-कम
शरद के व क पहचान तो नह? थी।
उधर से पुनः कहा गया-” ब ली रानी चुप कै से हो गय? तुम- ब ली 5 ढ़- ब ली
तुम इस लए हो F य T क तुम शेर क मौसी हो-शेर मतलब खूंखार जानवर-तुम भी
खूंखार
जानवर हो न-हा-हा-हा-इस लए म ने तु ह शेर क मौसी कहा।”
”म सीएफ के बारे म तु ह जो समझा रही 5ं, तु हारी समझ म आ रहा है या
नह??” ”नह?-हां-नह?-हां-हा-हा-हा।”
”ओके म बाद म फोन कVं गी।”
उ पल उसके सामने चाय पी रहा था और अखबार पढ़ रहा था। उसे जैसे इस फोन कॉल
से कोई मतलब न हो-।
मोना क आवाज सुनकर सनम बाहर आ गयी थी। मोना यूं ही न नाव था म बैठ थी।
सनम को वहां देखकर उ पल अखबार और चाय उठाकर अपने कमरे म चला गया।
मोना फोन काट चुक थी और उसने अपनी चाय का कप उठा लया था। उसक 5 म
शू य ा त था।
*******
थोẒा ठहरकर सनम ने पूछा-”कौन था?”
”शरद।” अपनी सोच T म गुम मोना ने संि त जवाब दया।
”F या कह रहा था?”
अब मोना ने सनम पर ³ यान के ि त कया और बोली-”यार मुझे लगता है, यह पागल हो
गया।”
”F या कह रहा था?”
”इसक तो टोन ही बदल गयी है, िजस तरह बात कया करता था, अब तो बइत बदल
गया है, बात बात पर मुझे ē लेम दे रहा है क तु हारी वजह से मेरी बीवी और बेट मरी
है, तुमने मारा है, ऐसे बोल रहा था।”
”कह? यह साला सरेt डर तो नह? कर देगा?”
”म ने उसे समझाया क देखो तुम सीएफ से बात करो, वह तु ह बचा लेगा तो लगातार
उ ट बात कर रहा था, क सीएफ को F या लालच है जो वह बचाएगा, वो कसका यार
है, तु हारा या सनम का-अरे यार उसने दमाग खराब कर दया मेरा।”
चता क एक मोट लक र सनम के माथे पर प Ẓ चुक थी।
बोली-”यह मरवा देगा-।” एकाएक उसका वर उ इआ-”और यह सब तु हारी बदौलत
है ममा-म F या कह रही थी, इसका भी काम वह? तमाम कर दया जाता तो आज यह
ट शन तो नह? होती।”
”मुझे F या मालूम था क इसका दमाग खराब हो जाएगा-म ने तो वीना के पास भेजा था,
मुझे F या पता था क यह उसका भी मड'र करके वहां से भाग जाएगा और फर हमारे
रीचेबल से ही 5 र हो जाएगा-।”
”जो मौका चूक जाता है, वो फर कभी हाथ नह? आता-म इसी लए इतना परेशान हो
रही थी।” सनम के दांत कट कटा रहे थे और चेहरे पर मलाल ठहरा था-”मुझे पता
था
क यह व नकल गया तो शरद फर कभी हाथ नह? आएगा।”
”अब F या कर -?” मोना उलझन के वर म ब Ẓ ब Ẓा रही थी-”इसने तो जान मुसीबत
म डाल द -वाकई गलती हो गयी, उसी व इसे भी मार डालना चा हए था-वहां दो
नह? तीन लाश मलनी चा हए थ?।”
सनम उठकर कचन क तरफ बढ़ और बोलती गयी-”अब वेट करो क कब वह सरेt डर
करता है, बस वही दन हमारा आिखरी होगा- फर तो जीवन भर जेल क च F क पीसनी
होगी।” सनम कचन म घुस चुक थी।
मोना के माथे पर मोट -मोट सलवट प Ẓ? थ?।
वह पुनः शू य म खो गयी थी।
गहनता के साथ कु छ सोच रही थी ले कन उसक कोई भी सोच उसे राहत दान नह?
कर पा रही थी F य T क माथे क शकन म कोई प रवत'न नह? आ रहा था।
वह रह-रहकर गहरी सांस छोẒ देती थी।
तदोपरांत वह उठकर बाथ V म क जा नब बढ़

*******
दन के दस बज रहे थे।
एसएसपी और Иाइम इं पेF टर जाख Ẓ पुनः क म आसीन हो चुके थे।
जाख Ẓ तो जैसे एसएसपी का ही वेट कर रहा था। जैसे ही एसएसपी काया'लय पइंचे,
जाख Ẓ भी नमूदार हो गया।
बैठते ही कु छ देर एसएसपी अपने लैपटॉप म त हो गये और जाख Ẓ उनके ffi
होने क ती ा करता रहा।
लगभग बीस मनट बाद वे ffi इए और लैपटॉप एक तरफ सरकाते इए जाख Ẓ से
मुखा तब इए-”हां जाख Ẓ, के स क F या टडी रही?”
जाख Ẓ बोला-”हम हजारीलाल के बयान पर चचा' नह? कर सके थे, रात अ धक हो
गयी थी-।” जाख Ẓ सांस लेने के बाद बोला-”हजारीलाल के बारे म F या कहते ह
सर?”
”बंदा सही बोल रहा था।”
”यानी जीपी दोषी है, वो मड'रर से मला इआ है, उसी ने पीएम रपोट' च ज करवायी
है-?”
”इतना ही नह?, वो मड'र ही जीपी के कारण इए ह -या कहो क वो मड'र जीपी ने ही
कराये ह -।”
”यानी आप हजारीलाल क बात T से संतु ह ?”
”ह ेड परसे ट, ऐसा म सोचता 5ं-।” वह सांस लेने के बाद तुर त आगे बोले-”जीपी
ने हजारीलाल पर इ जाम लगाया था क उसने पूरी कहानी हजारीलाल को सुना द
और टेप कर ली, यह? से वह अपराधी सा बत हो जाता है, F य T क नॉम'ल के स म कोई
जू नयर अपने सी नयर को कसी के स क बाबत बताता है तो वह जू नयर उसको टेप
नह? करता-।”
जाख Ẓ ने त कया-”ले कन जीपी को खदसा था इस लए टेप कया-।”
” कस बात का खदसा और संशय?”
” क म जो कहानी हजारीलाल को सुनाने जा रहा 5ं, य द हजारीलाल इस बात से मुकर
गया क मुझे कोई कहानी सुनाई थी तो जीपी उस टेप को सुबूत के तौर पर इ तेमाल कर
सके -।”
”ब Ẓी बचकानी बात है।” एसएसपी उ साहपूण' वर म कहते चले गये-”जीपी को कै से
संशय पैदा इआ क हजारीलाल मुकर सकता है-फॉर ए जा पल-अभी तुम मुझे इसी के
स के बाबत जो कु छ सुना रहे हो या कह रहे हो तो F या तुम इसको टेप कर रहे
हो-?”
जाख Ẓ ने इंकार म गद'न हलायी।
एसएसपी ने आगे कहा-”वो इस लए F य T क मेरे मुकरने न मुकरने का कोई ही
काम नह? करता इस लए तु ह कोई संशय नह? है, फर जीपी के अंदर यह संशय F य T
पैदा इआ?”
जाख Ẓ चुप रह गया था।
”वो इस लए क जीपी वयं दोषी है, उसे पता था क एक दन मेरी पोल खुलनी है,
वो जानता था क डबल मड'र के स म उसका नाम सामने आना है तो इस लए वह उस
टेप
को सुबूत के तौर पर अपने पास रखना चाह रहा था क देखो म ने तो सबकु छ
अपने सी नयर को बता दया था, इसम मेरी कहां कोई गलती है-।”
जाख Ẓ सोचनीय मु ा म चुप था।
एसएसपी पुनः बोले-”आप मुझे बताओ क उस टेप क कहां कोई ज V रत प Ẓी सवाय
इसके क जीपी ने उस टेप के मा³ यम से वयं को नद ष सद करने क असफल चे
ा क ?”
”इ म।”
”टेप क तब ज V रत मानी जाती जब हजारीलाल मुकरता क मुझे जीपी ने कोई बात
नह? बतायी है-F या हजारीलाल मुकरा?”
जाख Ẓ ने इंकार म गद'न हलायी।
”जब क उसको तो हमने यह भी नह? बताया क उसक कोई टेप भी बनी इई है F य T क
ऐसी कोई कं डीशन ही पैदा नह? हो पायी-जो पूछा वह आगे-आगे बताता चला गया-उसने
खुद ही बताया क जीपी ने मुझे सारी कहानी बतायी और वह भी तब जब जासूस ब लू
सह को जीपी ने पहचान लया था और वह जान गया था क मुझे वॉच कया जा रहा
है, उसी दन शाम को सारी कहानी जीपी हजारीलाल को बता देता है और उसे टेप
करता है-तो यह सारी बात िF लयर करती ह क जीपी दोषी है, वो मड'र म भी शा मल
रहा है-।”
जाख Ẓ गहरी सोच म डू बा बैठा था। एक-एक बात को जेहन तले उतार रहा था।
जीपी ने ठहरे इए वर म पूछा-”अब F या करना चा हए-?”
”जीपी से क Ẓी पूछताछ करनी चा हए, एक बार फर से s यामू और पौधीना को
उठाओ और उ ह भरोसा दलाओ क हम तु ह सरकारी गवाह बनाएंगे, इस तरह कानून
उ ह संर ण देगा-।” सांस लेने के बाद तुर त एसएसपी बोले-”इतना तो िF लयर हो
चुका है
क s यामू और पौधीना दोषी नह? ह -s यामू पाV के च F कर म सोसायट के R लैट
तक चला गया था और उसके बाद से ही सारा तमाशा शुV होता है-s यामू और पौधीना
का
इस जुम' म कोई हाथ नह? ह , इस लए उन पर कसी चाज' का कोई पैदा नह?
होता- सो, s यामू और पौधीना को सरकारी गवाह बनाओ-एक बार यह दोन T गवाह बन
जाते ह तो हम जीपी, मोना और सनम पर चाज'शीट तैयार कर सकते ह ।”
जाख Ẓ ने वीकृ त म गद'न हलायी।
एसएसपी आगे बोले-”हमारे पास अभी कोई अका सुबूत नह? है िजसके आधार पर
हम चाज'शीट तैयार कर सक -सो-s यामू व पौधीना को व ास म लेकर पूछताछ क जाए
तो वे कु छ ऐसा बता सकते ह क हम अका सुबूत मल जायं◌े, अभी िजतना कु छ है,
वो हमारे कयास मा ह , या कहो क यह ी- लांड मड'र *योरी जो हमने बनायी है, यह
कोट' म हमारा कयास मा सा बत हो जाएगी इस लए कोट' म कम-से-कम दो गवाह क
ज V रत प Ẓेगी-सो...s यामू व पौधीना अगर सरकारी गवाह बन जाते ह तो हमारी
चाज'शीट बरव न हो जाएगी।”
”ओके सर-।” जाख Ẓ ख Ẓा होता इआ बोला-”म s यामू व पौधीना को उठाता 5ं
और उ ह सरकारी गवाह बनने को बा³ य करता 5ं-।”
”यस-तभी हम आगे कु छ कर सकते ह वरना िजस कदर के स उलझा इआ है, हम
चाहकर भी कु छ नह? कर सकते, बस यूं ही हाथ पर हाथ रखे बैठे रह गे और मी डया
हमारी छछालेदारी करता रहेगा-।”
जाख Ẓ ने ए Ẓ यां बजाय? और बाहर नकल गया।
*******
जाख Ẓ ने कां टे बल सपना को तलब कया।
सपना क म हािजर इई-”यस सर।”
”बैठो सपना-कु छ s यामू के बाबत बात करनी है-।”
सपना के चेहरे का रंग बदल गया। वह बैठ गयी-”यस सर।”
जाख Ẓ सपना का चेहरा देखते बोला-”इस डबल मड'र म का पटा ेप हो सकता है,
अगर s यामू सरकारी गवाह बन जाए।”
”ओह!” सपना का तनाव कु छ कम इआ। वह बोली- ”ले कन वह सरकारी गवाह कै
से बन सकता है?”
”यह काम तुम कर सकती हो-म जानता 5ं, तु हारी बातचीत होती है s यामू से।”
”बातचीत होती है?” सपना ने वाचक च ह छोẒा।
जाख Ẓ बोला-”म जानता 5ं-तु ह मालूम है ले कन तुम भूल गयी हो क s यामू का फोन
वजील स पर लगा है, कल दन म दो बार तु हारी उससे बात इई है-एक बार उधर से
फोन आया और फर रात म तुमने कॉल क है-।”
”हां फोन आया था।” सपना बोली-”वह बता रहा था मुझे कु छ बात करनी है, म
बोली...।”
जाख Ẓ टोक दया, बोला-”मुझे इससे कोई आप K नह? है क तु हारे और उसके बीच
F या बात इई, यह तु हारा मैटर है ले कन फलहाल तु हारी ूट क डमांड यह है
क तुम उससे यार क प?गे बढ़ाओ-।”
”वह तो वैसे ही दलफ क आ शक है-। उसे तो यह भी डर नह? था क म एक पु लस
कां टे बल 5ं, वह तो मुझी पर डोरे डालने को तैयार है-।”
”तु हारी ूट यह है क तुम डोरे डलवाओ और उसे सरकारी गवाह बनने को तैयार
करो-देखो...इस डबल मड'र के स म मु य ह यारे मोना, सनम, शरद और जीपी ह ले कन
कहानी इतनी उलझी इई है क हम कसी तरह भी चाज'शीट तैयार नह? कर पा रहे ह ,
F य T क हमारे पास कोई पु ता सुबूत या गवाह नह? है इस लए हम s यामू और पौधीना
को सरकारी गवाह बनाना है, सरकारी गवाह बनने पर इ ह कानूनी संर ण मलेगा और
दोषी जेल जा सक गे-।”
सपना ऊपर-नीचे गद'न हला रही थी। जीपी के ह यारे होने पर उसे भारी आ य' इआ था
ले कन उसने इस कार का कोई त करना गैर-ज V री समझा।
जाख Ẓ ने अनुमो दत कया-”समझ गयी तुम पूरी बात या क कु छ समझाना है?”
”समझ गयी सर म -।”
”सबसे पहले तो s यामू के पेट से तमाम भेद बाहर नकलवाओ क वह कतना कु छ
जानता है-हालां क हम एक बार उससे ल बी पूछताछ कर चुके ह , दोबारा भी अगर
पूछताछ कर गे तो वह वही सबकु छ बताएगा िजससे हमारा कोई बे न फट नह? हो
रहा इस लए हम चाहते ह क s यामू गवाह बन जाए और यह काम इस सचुवेशन म
आपसे बेहतरीन कोई नह? कर सकता।”
”आई एम रेडी सर- ूट के लए म कोई भी काम करने को तैयार 5ं।”
”वैरी गुड।”
”जाओ, तु हारी अब यही ूट है, ट्वे ट फोर ऑवस' यही ूट बजाओ।”
”ओके सर-थ F यू।”
वह उठकर ख Ẓी हो गयी थी।
*******
दन के बारह बज रहे थे।
शरद क अव था ब Ẓी दयनीय होती जा रही थी।
सेव बढ़ इई थी। आंख लाल-
उसे न?द नह? आती थी, यही कारण था क आंख लाल और सर भारी रहता था। उसक
मनोदशा बदल चुक थी।
कई रोज से एक ही जोẒी कप Ẓे पहने रहने के कारण शरीर से असहनीय बदबू उठने
लगी थी।
इसका ग भीर अहसास उसे तब इआ, जब लोग नाक दबाकर उससे 5 र होने लगे।
तदा प उसने एक जोẒी कप Ẓे और अ t डर गारमे ट खरीदे तथा शे पू लेकर बस टैt ड
के
साधन म नान कया।
नये कप Ẓे पहनकर बाहर नकला। पुराने कप Ẓे थैली म रखे। उसका इरादा उ ह फ
कने का था ले कन कह? सावधानी के साथ, कह? 5 र चलकर वरना कोई शक कर
जाएगा।
वह थैली लए और चेहरे पर V माल बांधे एक चाय के खोमचे पर ख Ẓा
इआ। कु ह Ẓ हाथ म लया और चाय सुẒ कने लगा। पांच-सात लोग और भी
ख Ẓे थे।
एक युवक जो मोबाइल देख रहा था, ऊं ची आवाज म И न पढ़ता इआ सबसे स बो
धत इआ-”शरद पर पु लस ने ईनाम बढ़ा दया है-।”
”अ s छा, कतना?” एक बूढ़ा बोला।
”दस हजार से बढ़ाकर अब पचास हजार कर दया-।”
एक अ य बोला-”अब प F का हो गया क शरद को एनकाउंटर म मार गराया
जाएगा- पु लस िजसके ऊपर भी ईनाम बढ़ाती है, उसका एनकाउंटर तय है-।”
शरद जो कु ह Ẓ म चाय पी रहा था, चाय उसके हलक म अटक गयी।
उसके भीतर स नाटा खच चुका था।
उसने ज द से चाय के पैसे चुकाए और कु ह Ẓ लए एक तरफ बढ़ गया। उसका
दल धाẒ-धाẒ बज रहा था।
दमाग म सांय-सांय हो रही थी।
उसी समय उसका फोन बजा। उसने न बर देखा, वह झट पहचान गया।
मगर अभी रसीव नह? कया। एक तरफ को चलता चला गया।
कसी त हाई क तलाश म था और यह त हाई उसे मली एक पाक' क सूरत म
। वह पाक' म व हो गया।
थोẒी देर बाद पुनः फोन बज रहा था।
अब उसने रसीव कर लया-”हेलो।”
” И मनल फादर बोल रहा 5ं।” एक खरखराता इआ वर पीकर पर उभरा।
शरद ने संि त वर म कहा-”बोलो।”
”F या मोना से मशवरा कर लया?”
”उस रंडी से F या मशवरा कVं ?” शरद सुलगते इए वर म बोला।
”वह तु हारी हत च तक है, तु हारे लए मरी जा रही है-अपनी जवान बेट तु ह देने
को तैयार है और तुम उसे ऐसा बोल रहे हो-?”
”आप कौन ह , आप अपना प रचय बताइये?” उसने दो टूक पूछा।
”म तु हारा शुभ च तक 5ं भाई, तुम समझते F य T नह? हो?”
”तुम चाहते F या हो?”
”तु हं◌े कानून क नजर म नद ष सा बत करना।”
”कै से कर सकोगे?”
”म कVं गा ना-तुम मुझे जानते नह? हो।”
”वही तो पूछ रहा 5ं-जनवाओ।”
”म तु ह फलहाल एक सेफ जगह दे सकता 5ं रहने के लए, फर तु ह भागमभाग क
कोई ज V रत नह? रह जाएगी-आराम से रहना और सनम को भी वह? भेज दया
जाएगा, तुम हंसी-खुशी अपनी िज दगी बताना-।”
”ले कन इससे म कानून क नजर म नद ष तो सा बत नह? हो जाऊं गा-।”
”उस पर म काम कर रहा 5ं ना।”
”Fया?”
”देखो...म उस डबल मड'र के स का बोझ कसी पुराने ह शीटर पर डलवा 5ंगा,
पु लस को खरीदना मेरा काम है, उस ह शीटर को भी खरीद लूंगा, ऐसे ह शीटर म
अपनी जेब म रखता 5ं-जब के स सा व हो जाएगा और फाइल बंद हो जाएगी, तब तुम
खुद को ओपन कर सकते हो- फर नई-नवेली 5 हन और पुराने बेटे के साथ अपनी
िज दगी के दन गुजारना-।”
”और वीना मड'र के स?”
”यही काम उस तरफ भी कया जाएगा-वहां भी पु लस और एक ह शीटर को
खरीदना होगा-बस के स सा व-।”
”इस इनायत का कारण?”
”मोना और सनम का रोना-धोना और मुझसे गुहार लगाना क मेरे शरद को बचा लो।”
”तुम मोना, सनम के लए काम F य T कर रहे हो?”
”मेरा यही ोफे शन है-तुम लोग वा त वक ह यारे नह? हो-ये वो ह याएं ह जो
सचुवेशन के तहत हो जाती ह -तुमने ह या करनी नह? चाही थी ले कन हो गय? मगर
कानून क 5 म यह अपराध अ य है इस लए फ ड को मेरी ज V रत प Ẓ ती है, मेरा
साधारण सा फ t डा है, म पु लस और उसी े के एक ह शीटर को खरीद लेता 5ं
जो क बइत आसानी से मल जाते ह , इधर के स सा व होता है, फाइल बंद होती है,
उधर स वल
И मनल अपनी िज दगी म वापस लौट आते ह - स वल И मनल या न तुम जैसे
अनचाहे अपराधी।”
”इस मामले म पैसा कौन खच' कर रहा है?”
”मोना-।”
” कतना?”
”ढाई लाख।”
”मुझे आज तक F य T नह? बताया?”
”वे दोन T मां-बेट तुमसे बइत यार करती ह -तु ह कोई ट शन नह? देना चाहती इस लए
नह? बताया-।”
”उनसे कहो क मुझे इस तरह क कसी भी सहायता क ज V रत नह? है।”
”तुम खुदकु शी क तरफ बढ़ रहे हो शरद-तुम खुशनसीब हो क तु ह И मनल फादर का
वरदह त मल रहा है मगर तुम इसक क मत नह? जानते-।”
”खुदकु शी...हा हा हा हा।” वह अनायास हंस छू टा। तदोपरांत बोला-”तुमने अ s छा याद
दला दया, म तो भूल ही गया था-खुदकु शी-मुझे खुदकु शी करनी थी ले कन म भूला
प Ẓा था।”
”तभी म ने कहा क तुम मौत क तरफ बढ़ रहे हो।”
”तुमने ब कु ल सही कहा क म मौत क तरफ बढ़ रहा 5ं-मुझे भी लगता है क म
मौत क तरफ बढ़ रहा 5ं और यही रा ता मेरा मनपसंद है, F या ही अ s छा हो क म
मर
जाऊं -।”
”मरना तो सबको है ले कन यह कोई खुशी क बात नह? है-।”
”ले कन मेरा दल तो खुश है, बइत खुश है-म जब मरने क सोचता 5ं तो फू ला नह?
समाता, ऐसा पछले कु छ रोज से हो गया है, हर समय मरने क ती इ s छा बनी
रहती है।”
”अब इसका म F या जवाब 5ं, बेहतर है...जो तुम सोच रहे हो-िजसम तु ह खुशी मल
रही है...वही काम इंसान को करना चा हए-।”
”हा-हा-हा-हा-या न तुम चाहते हो क म सुसाइड कर लूं-हा-हा-हा-हा-साला सा बत हो
गया क तुम कोई शुभ च तक नह? हो और न वे दोन T रं डयां मेरी शुभ च तक ह -बि
क तुम लोग मेरा मड'र करना चाहते हो-हा-हा-हा-हा-इआ न सा बत-।”
”शरद साहब-तुमको कौन समझाए...तुमको कै से समझाऊं -।”
”समझ गया बाबू, समझ गया-यही तो म समझ गया था, म भी यही समझ रहा था, म ने
कहा क यह कोई घोटाला है, वरना तुम लोग मेरा हत F य T चाहोगे?”
सीएफ चुप रह गया था। उधर से बोल नह? फू टा।
शरद ही थोẒी देर बाद बोला-”मगर तुम चता मत करो, म मरने वाला नह? 5ं, मेरे अंदर
इतनी ह मत ही नह? है-कई बार म ने मरने क सोची मगर म एक न बर का कायर
नकला, मरकर भी नह? मरा, म से यूट करता 5ं उन साहसी लोग T को जो सुसाइड कर
लेते ह -।”
”देखो, यह मेरा तु ह आिखरी फोन है-तुम ऐसा मौका गंवा रहे हो जो ब Ẓे सौभा य से
कसी को मलता है-थोẒा ठ t डे दमाग से सोचना और मुझे इसी न बर पर बैक
कॉल करना-।”
”F या अब भी मेरे कु छ बताने को रह
गया?” ”तु हारे दल म F या है?”
”तुम लोग T के असली
चेहरे।” ” डटेल-?”
”तुम सब मुझे फं साना चाह रहे हो, म तु हारे हाथ आ जाऊं गा तो तुम मुझे पु लस के
हवाले करके खुद को सेफ करना चाह रहे हो-और मयां तुम सीएफ हो कौन, पहले मुझे
यह बताओ।”
”म अपने बारे म कई-कई बार बता चुका 5ं।”
”तुम मोना के कै से स पक' म आए?”
”म अपने मरीज को खुद ढूंढ नकालता 5ं, तु ह भी ढूंढ रहा 5ं, कतनी बार फोन कर
चुका और कतना ेशर दे रहा 5ं ले कन तुम मेरे जीवन के पहले ऐसे अपराधी हो जो
मुझी पर शक कर रहे हो, म इतने मूख' आदमी क क पना नह? कर सकता-।”
”मुझे तु हारे लहजे से ग 5ारी क बू आती है।”
”तु हारे पहचानने क भूल है-।”
”नह?-एक शा त स य यह है क बना लालच के कोई भी आदमी कसी 5 सरे क
मदद कभी नह? करता है-तु ह F या लालच है, तुम इसको िF लयर नह? कर रहे हो, इस
लए मेरा तुम पर व ास नह? जम रहा।”
” व ास या अ व ास तुम जानो, यह एक अं तम मौका था िजसे तुमने गंवा दया-
अब भी तु हारे पास अवसर है क तुम मुझे कभी भी बैक काल कर सकते हो-।”
एक सांस लेने के बाद सीएफ आगे बोला-”तु ह बचाने के लए मेरे पास जबद' त ला
नग है ले कन वीना मड'र के स आ Ẓे आ रहा है और वह ला नग यह है क हम इस
डबल मड'र म म दरोगा जीपी को फांस द गे-।”
”दरोगा जीपी-? वही जो R लैट म आया था?”
”हां-उसे ऐसे फांस गे क मोना बयान देगी क जीपी के मुझसे अवैध स ब ध रहे ह ,
जीपी मेरे घर आता-जाता था-बाद म जीपी क नीयत सनम और उसक ffiे ड पाV पर
खराब हो गयी, एक दन जीपी ने पाV का रेप करने क को शश क , पाV ने अपने पेरे
ट्स को बताया, पेरे ट्स रपट दज' कराने चले, जीपी को पता चल गया, जीपी ने मधुर,
पाV का मड'र कर दया ले कन शरद अपनी जान बचाकर भाग गया-शरद या न तुम
आज तक जीपी के खौफ के चलते ही भागे-भागे फर रहे हो मगर...।” सीएफ सांस
लेने के लए Vका-।
आगे बोला-”वीना का मड'र करके तुमने ग Ẓ ब Ẓ कर द इस लए यह कहानी थोẒा
अन फट हो रही है-।”
शरद चुप रहा।
सीएफ पुनः बोला-”तुम इस तरह भागते रहोगे तो पु लस के हाथ चढ़ जाओगे, फर
खुद को नह? बचा सकते, इस लए म कह रहा 5ं क म तु ह अ t डर ाउ t ड कर
5ंगा और
ह शीटर पर ये के स डालकर तु ह बचा लूंगा।”
”तु हारी यह कहानी मेरी समझ म नह? आ रही।”
”ओके -सोच लेना, अब म तु ह कॉल नह? कVं गा ले कन रसीव हर बार कVं
गा।” सीएफ ने थोẒा गैप दया था ले कन शरद देर तक उधर से कु छ नह?
बोला।
तो अ त म सीएफ बोला-”ओके -अपना याल रखना।”
तदोपरांत फोन काट दया।
शरद उसी पाक' क एक ब च पर बैठ गया। वह गहनता से सोच रहा था मगर उसक कु छ
समझ म नह? आ पा रहा था।
अ ततः उसने अपना सर पक Ẓ लया।
*******
ठ क बारह बजे s यामू का फोन बजा।
न बर देखते ही उसक बांछ िखल उठ?। उसके मुंह से नकला-”फं स गयी।”
उसने न बर रसीव कया-”हेलो।”
”कहां हो?”
”तु हारे सपने म डू बे इए ह , नाम तो तु हारा सपना है मगर हम तुम जागती आंख T के
सपने दे गय?-।”
उधर से ल Ẓ क हंसी, जैसे संगीत बजा हो-
s यामू मन-ही-मन ब Ẓ ब Ẓाया-”हंसी तो फं
सी-।”
वह बोली-”आज दन म मलने का वादा कया था-?”
”इसी लए तो अभी तक नठ ले बैठे ह , एक भी सवारी नह? पक Ẓी, क कब तु ह
पक Ẓ ने का फोन आ जाये-।”
”पक Ẓ ने का?”
”हां जी-।”
”तुम मुझे पकẒोगे?”
”बस वही कर गे जो होना चा हए।”
”F या होना चा हए।”
”घस Ẓ-पसẒ।”
”यह F या बला इई?”
”आ जाओ, समझा द गे-अनुभव भी करा द गे।”
”आओ फर।”
” कधर?”
”संजय
चैक।”
”अभी लो, बस वह? ठहरी रहना, हलना भी मत-।”
सपना हंसी थी।
s यामू ने ऑटो को यू टन' दया और थोẒी ही देर म फरा'टा भरते इए, वहां पइंच गया।
सपना ब Ẓी आकष'क ेस म ख Ẓी थी।
घुटन T तक का ffiाॅक पहने थी। उसक न न पड लय T ने s यामू क आंख T म चमक
पैदा कर द । ह T ठ T पर गाढ़ ल पि टक लगी थी। कं धे पर वै नट बैग लटका था।
s यामू ने उसके पास ही म ऑटो रोका और नहारते इए बोला-”आज जान लेने का इरादा
है F या?”
”हां।” वह सामा य वर म बोली तदा प ऑटो म सवार हो गयी।
उसके बैठते ही पहले तो s यामू ने फरा'टा भरा, फर थोẒी देर बाद धीमी ग त पर आ
गया।
पीछे को पलटते इए बोला-”रात भर मुझे न?द नह? आई-।”
”पुराना डायलॉग है।”
” कतनी बार सुन चुक हो?”
” घस चुका है डायलॉग।”
”पहले भी कसी ने मारा था F या तु हारे ऊपर?”
”अFसर-।”
”ओह!” s यामू ने ऑटो साइड लगाकर ख Ẓा कर दया और बोला-”तब तो तुम हमारी ही
फतरत क लगती हो क यार करते चलो, आगे बढ़ते चलो-तब तो खूब जमेगी हमारी
जब मल बैठ गे हम दो-।”
सपना हंसी।
तुर त बोली-”ले कन म एक अपराधी से कै से दो ती कर सकती
5ं-?” ” ब कु ल नह? करो, हम भी तो यही कहते ह ।”
”अपने बारे म F या कहते हो, मालूम है तु हं◌े लेकर पु लस अ धकारी F या तैयारी कर रहे
ह ?”
s यामू का दल ध Ẓ का, पूछा-”F या तैयारी कर रहे ह -?”
”इस डबल मड'र के स म तु ह? को फं साया जाने वाला है, तुम अगर कल मुझसे इतनी
बात करके मेरा दल नह? जीतते तो आज पु लस का छापा तु हारे ऊपर प Ẓ गया होता।”
”छापा-पु लस का-?” s यामू क आंख गोल हो उठ?-”यह F या अनाप-शनाप बोल रही
हो तुम?”
”अनाप-शनाप नह?, यह स s चाई है-देखो...मद' मेरी कमजोरी ह , जब से नौकरी लगी
है, मद' मेरी पइंच से 5 र चले गये ह -सब साले डरते ह , पु लस वाले भी डरते ह , म
बइत भूखी हो गयी 5ं मगर तुम मुझे एक दलदार मले िजसने पु लसवाली पर डोरे
डालने क
ह मत दखाई, मुझे तो ज V रत थी एक मद' क और उस काम क िजसे तुम F या कहते
हो...हां घस Ẓ-पस Ẓ-।”
”वो सब तो ठ क है ले कन यह तुमने F या बुरी खबर सुना द क पु लस मुझे मड'र के
स म फं साना चाह रही है?”
”पु लस क मजबूरी है यार, समझा करो-पु लस को बइत ज द ह यारा चा हए तो कसे
बनाये ह यारा-तुमसे सॉR ट टागˇट और कौन है-?”
”म भोला भाला आदमी तु ह सॉR ट टागˇट नजर आ रहा 5ं? मेरा दोष F या है, म ने तो
आज तक एक म s छर नह? मारा।”
”इससे F या फक' प Ẓ ता है-पु लस को भी तो अपनी ूट नभानी है-आिखर पु लस क
मजबूरी समझो यार-।”
”यह कै सी यारी है क मुझे अंदर करवाने पर तुली हो-।”
”अभी सबकु छ मेरे हाथ म है-यह पूछो क अभी तक तु हारे ऊपर छापा F य T
नह? पẒा?”
”म तो यह पूछ रहा 5ं क मेरे ऊपर छापा प Ẓ ना ही F य T चा
हए?” ”F य T क पु लस को एक ह यारे क ज V रत है।”
”तो भाई असली ह यारे को पक Ẓो ना।”
”असली ह यारा वही है िजसे पु लस ह यारा बनाये।”
”यह तो तुमने मेरा दमाग खराब कर दया-बने- बनाये मूड क ऐसी तैसी कर द -।”
”शुИ मनाओ क कल तुमने मुझे अपने घस Ẓ-पस Ẓ के जाल म फं सा लया था
वरना...।”
”वरना?”
”अभी पु लस का बेलन तु हारे ऊपर घूम रहा होता।”
”बेलन-?” s यामू के चेहरे से पसीने क बूंद छटक गयी-”मेरे ऊपर बेलन भी
घूमेगा?” ” लास से नाखून भी उखाẒे जाएंगे।”
s यामू क चीख नकलते- नकलते बची।
”ले कन घबराओ नह?-म 5ं ना।”
”तुम F या करोगी?”
”घसẒ-पसẒ।”
”कहां-जेल म ?”
”नह? यार-मेरे पास ऐसी ला नग है क तुम जेल नह? जा सकते, यही बात म ने
सुबह इं पेF टर साहब को समझाई थी तो वह मान गये वरना...।”
”वरना?”
”अभी तक तुम थाने म होते और तु हारे ऊपर ला ठयां बरस रही होत?।”
”डरा रही हो F या?”
”डरा नह? रही 5ं-सच बोल रही 5ं।”
”ले कन वो ला नग F या है?”
”हां-।” सपना ने अ प वराम लया और आगे बोली-”पु लस को ह यारे चा हए और
ह यारे चार ह -शरद, मोना, सनम और जीपी-तो-।”
”जीपी-?” sयामू क बुिद नाची-”जीपी कै से ह यारा इआ-?”
”मतलब?”
”आपने कहा जीपी भी ह यारा है?”
”हां-।”
”नह?, ऐसा तो नह? है।”
”वो कै सा भी है, मुझे इससे कोई मतलब नह? है, ऐसा पु लस सोचती है ले कन इन
चार T के व V द सुबूत नह? मल रहे इस लए पु लस ने तु ह ह यारा बनाने का लान
रचा है-।”
”मेरे व V द सबूत मल गये ह पु लस को?”
”वह कहानी तैयार कर ली जाएगी-ले कन तुम बच सकते हो, तुम इस बात पर ³ यान दो
क तुम बच सकते हो, भगवान का शुИ अदा करो क एक दन पहले तुमने मुझे पटा
लया था वरना तु हारे बचने क कोई सूरत नह? बचती।”
वह मासू मयत से बोला-”अब F या सूरत है?”
”सरकारी गवाह।”
”यह F या होता है?”
”तु ह बचना है, कोट' म गवाही देनी है।”
”म F या गवाही 5ंगा, मुझे जो बताना था, बता चुका-।”
”यह पु लस बताएगी क तु ह F या गवाही देनी है कोट' म -।”
वह रोनी सूरत लए बोला-”यह मुझे कस पच Ẓे म फं सा रही हो तुम?”
”फं सा नह? रही 5ं, बि क पच Ẓे से नकाल रही 5ं, वो भी अपने फायदे के लए।”
”तु हारा F या फायदा है?”
”घस Ẓ-पसẒ।”
”भाẒ म गया घस Ẓ-पस Ẓ।” s यामू मुंह घुमाकर बैठ गया। उसके चेहरे पर नागवारी
थी।
”ऐ म टर।” सपना ने उसका मुंह अपनी तरफ लया-”अब मुझे जब पटाया है तो आगे
क कार'वाही भी करो-।”
”कहां पटाया है म ने तु ह यार?” वह रो देने को तैयार था।
”अ s छा झूठ-कल से पटाने म लगे हो, अब साफ मुकर रहे हो, म छोẒ ने वाली नह? 5ं
तु ह -।” सपना नचले ह T ठ को दांत T से दबाती बोली-”म तु हारे साथ शाद भी कर लूंगी,
पहले मुझे अपना टे ट दो-।”
”गवाही के बाद मेरा F या होगा-?”
”F या होगा, ऑटो चलाओगे और म तु हारा घर चलाऊं गी।”
”यह F या सपने दखा रही हो सपना जी?”
”यह सच है ले कन पहले अपना टे ट दो।”
”म बच तो जाऊं गा?”
”सौ परसे ट, म 5ं ना।”
कु छ मूड ffiे श इआ s यामू का। भरोसा जगा।
जब मूड ffiे श इआ तो उसका ³ यान सपना क गोरी टांग T क तरफ गया जो उसने फै ला
रखी थ?। ffiाॅक होने के कारण 5 भीतर तक जाती थी।
न चाहते इए भी उसक आंख T म चमक पैदा इई।
वह देर तक भीतर झांकता रहा।
सपना के अधर T पर नामालूम सी मु कान तैर रही थी।
s यामू व t ड И न क तरफ मुẒा। उसने ऑटो टाट' कया और एक झटके से आगे
बढ़ा
दया।
बोला-”साइड पदˇ गरा लो।”
सपना ने वैसा ही कया।
ऑटो स Ẓ क पर फरा'टे भर रहा था।
*******
जीपी को अरे ट करके एसएसपी के काया'लय म रखा गया था और उसके फोन को
फोर सक जांच के लए भेज दया गया था।
जीपी ने एक कम'चारी के मा³ यम से एक पच एसएसपी को िभजवायी, िजसे पढ़कर
एसएसपी ने जीपी को तलब कया।
उसे क टडी म हािजर कया गया।
नमं ण के बाद वह सामने क कु स पर बैठ गया। पु लसकम बाहर नकल चुके थे।
एसएसपी स बो धत इए-”बोलो, F या कह रहे हो-?”
”सर, सॉरी-मुझे F य T अरे ट करके रखा गया है?”
”तु हारी कहानी खुल चुक है, वो दोन T मड'र तु हारे कारण ही इए है, तु ह? ने कराये
ह ।”
”यह झूठ है सर।”
”F या यही डनाई के लए बात करना चाहते थे?”
”मुझे हजारीलाल सर ने खामोश कराया-मेरी बात सुनने के बाद उ ह T ने मुझसे कहा क
अब तुम ब कु ल चुप रह जाओ, मामला म देख लूंगा-आप व ास करो सर-।”
”F या तु हारे मोना से अवैध स ब ध नह? रहे ह -?”
”म तो मोना को जानता तक नह? था सर, पहली बार उसे R लैट म देखा था-बाद म एक
बार उसके घर गया, उसी दफे उस शा तर ने मुझे अपने जाल म फं सा लया।”
”यह बात तुम दोहरा चुके हो-।” एसएसपी मेज पर आगे झुकते इए बोले-”यक न करो,
म तु ह बचा लूंगा, मुझे सच बता दो-।” एसएसपी ने जीपी को उसी फरेब म लेना चाहा
िजस फरेब म अ F सर पु लसवाले आरोपी को घेरना चाहते ह ।
यह बात जीपी भली कार जानता था। उसके चेहरे पर गहरे असमंजस के भाव थे।
वह इस बात का 5ःख मना रहा था क वह नद ष होते इए भी फं सा जा रहा है। अपने
अ धका रय T को कि वंस नह? कर पा रहा।
जीपी दयनीय वर म बोला-”म सच ही बोल रहा 5ं साहब, मोना के घर पर बस म
एक ही बार गया 5ं-।”
”ले कन मोना तो गवाही देने को तैयार है क जीपी मेरे घर आता रहा है, जीपी क नीयत
मेरी बेट और उसक ffiं ◌ेड पाV पर खराब थी, एक रोज जीपी ने पाV का रेप करने क
को शश क , यह बात पाV ने अपनी मां को बता द , मधुर और पाV जीपी या न तु हारे
व V द कं पल ट दज' कराने जा रही थ?, यह बात तु ह पता चल जाती है और तुम उन
दोन T मां-बेट का मड'र कर देते हो-।”
जीपी का माथा ठनक उठा।
उसे पसीने छू ट गये।
गहरे गले से बोला-”F या यह बात मोना कह रही थी?”
”हां-।”
जीपी का दल बैठा जा रहा था। वह बोला-”वह बइत शा तर औरत है, सर आप मेरा
यक न करो, म सच बोल रहा 5ं-।”
”यक न कVं गा म और बचाऊं गा भी ले कन पहले सच
बोलो।” ”म सच ही बोल रहा 5ं।”
”तु हारे पास F या सुबूत है क तुम सच बोल रहे हो?”
”मेरे पास गवाही है।”
” कसक ?”
”s यामू और पौधीना।”
”वैरी गुड-पेश करो-।”
”मुझे फोन द िजए सर।”
”फोन शाम को मल जाएगा और तुम चता मत करो। अगर तुम नद ष इए तो तु हारा
बाल बांका नह? हो सकता ले कन अगर दोषी इए तो तु ह कोई बचा नह? सकता-।”
”म नद ष ही 5ं सर-।”
”कल को s यामू और पौधीना को मेरे सामने पेश करो।”
”ओके सर।”
एसएसपी ने टे बल पर लगा ि वच पुश कर दया। दो पु लसकम भीतर व इए और
जीपी को पक Ẓ कर ले जाने लगे।
*******
s यामू का वही पुराना टाइल था। उसने ऑटो को एक फै F क ब Ẓी सी द वार के
साथ ख Ẓा कर दया और पीछे को पलटा।
सपना का ffiाॅक उठाते इए बोला-”F या माल छपा रखा है?”
ल Ẓ क मदहोश सी हो गयी। उसक टांग फै ल रही थ?।
s यामू भीतर झांकने लगा। कसी इ वे ट गेटर क भां त-।
ल Ẓ क क आंख मुंद रही थ?। उसने गद'न पीछे सीट पर टका ली थी।
s यामू कु छ देर तक ffiाॅक के अंदर गद'न डाले रहा। फर गीले ह T ठ T के साथ बाहर
नकला और सपना से बोला-”कु छ सेR ट कवच पहनना है या यूं ही शुV हो जाना है?”
”हां-।” सपना सीधी होकर बैठ । उसने वै नट बैग खोला और एक पै कट s यामू को
पक Ẓा दया।
s यामू पैके ट फाẒ ता इआ बोला-”तुम ल Ẓ कयां ब Ẓी चतुर होती हो, इंतजाम साथ म
लेकर चलती हो-।”
”चलना पẒता है-तु हारा Fया है, हाथ झाẒकर चलते
बनोगे-।” ”F यूट-प नी बनोगी हमारी?”
”पहले टे ट उसके बाद नण'य-टे ट पास हो गया तो प F का डन-मुझे मजबूत मद' क
ज V रत है और गरीब मद' क -।”
”गरीब मद' FयT?”
”F य T क गरीब मद' सेF स पर यादा आि त रहता है, धना तो शाद के दस साल
बाद ही चुक जाता है, उसक ट शन इतनी होती ह क साला शाम को ब तर पर प Ẓ ते
ही सो जाता है, गरीब मद' साठ साल तक जोशीला रहता है।”
”वॉव-F या नचोẒ नकाला है-।”
”सौ परस ट सही नचोẒ है-तु हारी क मत खुलने वाली है तुम अगर आज पास हो गये
तो, और अगर फे ल इए तो कसी 5 सरे गरीब क क मत खुलेगी, यह म ने न य
कर
लया है-।”
” पछली डेढ़ सौ ल Ẓ कय T ने फे ल नह? कया तो आप कै से फे ल कर दोगी और ये
टे ट तो अब रोज चलते रह गे, कब तक फे ल करोगी?”
वह मु कु राई और उसने गद'न पुनः पुs त पर लगा द थी।
आंख वतः बंद होने लग? थ?।
s यामू हरकत म आ चुका था।
आगे उसने आधा घ t टे का तबील व खच' कया।
जब s यामू हटा तो दोन T ही बुरी तरह हांफ रहे थे सपना के चेहरे पर कां त थी। उसका
चेहरा सुखमय काश से जगमगा रहा था।
उन लोग T ने कप Ẓे 5V त कये।
s यामू ाइ वग सीट पर पसर चुका था और ऑटो टाट' कया।
सपना अपनी जगह से उठ और उसने s यामू का चेहरा अपनी तरफ घुमाकर एक चु मा
ज Ẓ दया और स न च K वर म बोली-”तुम पास हो गये हो-।”
उसका लहजा खनक रहा था।
s यामू अपनी इस सफलता पर गदगद था।
ऑटो धीमी ग त से रोड पर दौẒ ने लगा।
सपना बोली-”आज मेरी बांछ िखल गयी ह , ला ट ē वाय ffi ड जब से छोẒा था, पछले दो
साल से मेरी िज दगी म कोई नह? आया-यह नौकरी एक नरक क सूरत सा बत इई थी-
लोग पास आने से डरते ह -।”
”हम नह? डरते मैडम-ल Ẓ क देखकर तो हम अपनी तरंग म आ जाते ह , कभी हमारे
ऊपर के स चला और जज कोई लेडी इई तो उसे पटाये बगैर सजा ही नह? पानी है, वरना
साली िज दगी पर लानत हो जाएगी-।”
”ले कन अब कह? मुंह नह? मारोगे, कसी ल Ẓ क को नह? पटाओगे वरना मुझसे बुरा
कोई नह? होगा-।”
”ऐसा F या? अभी शाद थोẒे हो गयी-अभी तुमको बेलन उठाने का राइट थोẒे मल
गया-।”
”घुमाओ ऑटो मं दर क तरफ-।”
”ओह गॉड-ऐसा F या?”
”ऐसा ही है, बइत ज द हम लोग फे रे लेने जा रहे ह
-।” ”ओह-तो F या बुलाऊं ध नया भाभी को?”
”यह कौन है?” वह आंख तरेरकर बोली।
”मेरी भाभी-आिखर ल Ẓ का प क तरफ से कोई होना चा हए या
नह??” ”हां-ले कन पहले कोट' के मामले से नपट लो-।”
”कोट' के मामले से?”
”भूल गये-? म ने तु ह बचा रखा है वरना पु लस रेड तुम पर प Ẓ चुक होती।”
”ओह, हां याद आया-तु हारे ffiाॅक के भीतर घुसने के बाद म तो 5 नया भूल बैठा
था।” वह मु कु रा उठ ।
s यामू पुनः बोला-”यार तु हारा टे ट मीठा F य T है? बाक का टे ट तो कसैला-
कसैला होता है?”
सपना हंस छू ट । बोली-”म चीनी यादा खाती 5ं-।”
”ओह, तो चा ी टपकती है?”
”हां-।” वह फर िखलिखलाकर हंसी।
”अब हम कहां जा रहे ह ?”
”थाने क तरफ चलो-।”
”थाने-?”
”तु ह बताया तो है यार क तु ह गवाह बनना है।”
”कह? तुम फं सा तो नह? रही हो?”
”अपने प त को फं साऊं गी?”
s यामू ने ऑटो म ेक मार दये। साइड लगाकर ख Ẓा कया और पीछे पलटकर सूरत
नहारते इए बोला-”ब Ẓे फरेब क बू आ रही है।”
”FयT?”
” पछली डेढ़ सौ ल Ẓ कय T म से एक ने भी कसी घस Ẓ-पस Ẓ के बाद मुझे प त नह?
कहा, िजससे लव कया और सोचा इसके साथ ब s चे पैदा कर गे तो डजाइन ब ढ़या
अएगा, उसने भी कभी प त नह? कहा-तुम एक घस Ẓ-पस Ẓ म -?- व ास नह? होता यार,
तुम ज V र मुझे बना रही हो-?”
”म सच बोल रही 5ं, रीयली-।” उसने गद'न क खाल पक Ẓी और बोली-”म 5 गा' मां को
पूजती 5ं, उनक कसम खा रही 5ं, तु ह? मेरे प त बनोगे, तुम अगर मुझे धोखा न दो
तो।”
”ऐसे मुझम F या सुखा'ब लगे ह ?”
”तुम मेरी तलाश हो।” उसके वर म ग भीरता का पुट था। वह बोली-”मुझे दौलत
नह? चा हए, मुझे शरीर का सुख चा हए, यह मेरे लए इ पोट“ट है-।”
”मुझम F या सुखा'ब के पर लगे ह ?”
”हां-जैसा क म ने तु हं◌े बताया क मुझे गरीब से शाद करनी है F य T क गरीब म ही यह
खूबी होती है क वह बुढ़ापे तक जोशीला रहता है और ऐसा गरीब िजसक बीवी कमाने
वाली हो, कभी बूढ़ा नह? होता-तु हारे भीतर हर खूबी है ले कन एक दोष भी है क तुम
ल Ẓ कय T के च F कर म रहते हो, यह दोष म छु Ẓा 5ंगी।”
s यामू कु छ देर सर नीचे डालकर सोचता रहा, तदोपरांत बोला-”मुझे F या करना होगा?”
”सरकारी गवाह बनना होगा।”
”न बनूं तो-?”
”पु लस तु ह? को ह यारा बनाने पर तुली है-पु लस को इस ह R ते ही इस फाइल को
बंद करना है, अगर तुम सरकारी गवाह नह? बने तो फर मजबूरी म पु लस तु ह? को
मु य ह यारा बनाएगी, फर तु ह फांसी से कम सजा नह? हो सकती-।”
”फांसी-?” आगे के श ē द उसके गले म फं स गये।
”ले कन म तु हं◌े बचाने ख Ẓी 5ं।”
”सरकारी गवाह बनने के बाद बच जाऊं गा?”
”हां-हमारा कानून कहता है क सरकारी गवाह कानून का मददगार होता है इस लए उसे
बाइ जत बरी कर दया जाता है।”
”F या तुम धा मक हो?”
सपना ने न समझने वाले अंदाज म उसे देखा।
”म ने पूछा F या तुम धा मक हो? ह 5 पर पराN को मानती
हो?” ”बइत यादा।”
”F या म तु हारी मांग भर सकता 5ं?”
”मांग?”
”...।”
”...?”
” फर मुझे तु हारी हर बात पर यक न हो जाएगा।”
”भर सकते हो।” उसका वर भावावेश म डू बा था।
s यामू ने गहराई तक उसक आंख T म झांका।
वैसे ही गहराई तक सपना उसक आंख T म झांक रही थी मगर s यामू जहां उसक
आंख T म सच के पुट देख रहा था, वह? सपना उसक आंख T म अपना भ व R य देख
रही थी।
उससे नजर हटाकर s यामू ने ऑटो म इधर-उधर कु छ देखा।
फर बजली क फु त से एक हरकत क । अगले ण उसके अंगूठे को एक Иू ने
चीरा लगा दया था।
सपना क घुट -घुट चीख नकल गयी।
वह टपकते अंगूठे को सपना क मांग क तरफ लेकर गया। न जाने कहां से सपना क
आंख T म पानी उम Ẓ आया था।
s यामू ने खून से उसक मांग भर द ।
उस ण सपना क आंख बंद थ?।
सपना ने अपने ह डबैग से चुनरी नकालकर उसका एक कोना फाẒा और s यामू के अंगूठे
पर बांध दया।
s यामू पछली सीट पर पइंच गया था।
दोन T ने एक-5 सरे को गले लगा लया। सपना रो रही थी। s यामू नःश ē द था और
भावहीन था।
वह उसके गले लगाकर रो रही थी।
*******
मोना को जब सीएफ ने श ē द-ब-श ē द वही बात दोहरायी जो शरद ने सीएफ से कही
थी तो मोना के म तक पर चता क मोट -मोट लक र प Ẓ गय?।
यही अव था सनम क थी।
दोन T चता म घुली जा रही
थ?।
सीएफ ने अपनी ी फग द थी-”वह तुम लोग T क तरफ से बद दल हो चुका है-एक बार
भी ठहरकर तु हारे बारे म कु छ सुनना नह? चाहता-मुंह से लगातार तुम दोन T के
लए अपश ē द नकालता रहा-यह खबर तु हारे लए बुरी है-वो कसी भी दन पक Ẓा
जा सकता है, पु लस से बइत देर तक बचकर नह? रह सकता-।”
”F या सरेt डर करने को कह रहा था?”
” फलहाल तो उसका ऐसा कोई मूड नजर नह? आ रहा-।”
”F या सुसाइड करने को बोल रहा था?”
”वह मे टली ड टब' हो चुका है, बात-बात पर हंसने लगता है ले कन जब बोलता है तो
ब Ẓा तीखा और कसैला बोलता है-।”
”सीएफ साहब उसको कै से काबू कया जाये, मुझे बताओ, म बइत यादा परेशान 5ं-।”
”तुमसे यादा परेशान म 5ं, म ने जो वाब देखे थे, सब बखरते नजर आते ह -म ने
तु हारे पीछे इतनी मेहनत क , पीएम रपोट' बदलवाई, लायर कया, दमागी माथा-
प s ची क ले कन अब सब डू बता नजर आ रहा है।”
”उसको कै से काबू कया जाये?”
”मुझे एक उ मीद नजर आती है मोना जी, मुझे जो कहना था म कह चुका ले कन वह
नर तर अपनी गाथा गाता रहा ले कन मुझे व ास है क मेरी बात T का असर उसे बाद
म इआ होगा-उसने ज V र गहराई से सोचा होगा और वह अपने फै सल T के तक
R यूज इआ होगा।”
”तो अब F या करना चा हए मुझे?”
”एक बार कॉल करो, इस बार उसक बदली इई मनोदशा होगी-थोẒा ेशर देना, शायद
अब वह समझेगा-।”
”को शश तो म कVं गी, आिखरी दम तक कVं
गी।” ”हां, गुड, करना म बबा'द हो जाऊं गा।”
”तुम कै से बबा'द हो जाओगे?”
”तुम और सनम जेल चले गये तो मेरे सारे वाब बखर जाएंगे।”
”ओह-हां।”
”तुम उस पर कसी भी तरह का ेशर डालो और उसे कि व स करो-।”
”एक बार फर को शश करती 5ं, ओके ।”
मोना और सीएफ का स पक' व s छेद इआ था।
बाद म बइत देर तक मोना सोचती रही थी क म F या कVं । शरद उसक हा लया
परेशा नय T म सबसे ब Ẓी ट शन बनकर उभरा था।
उसके लए सबसे ब Ẓी ासद यह थी क शरद उसके कं ोल से बाहर चला गया था।
शरद उसक बात नह? मान रहा था। वह शरद जो सनम के कदम T म अपना सर
रखते फू ला नह? समाता था, वत'मान म वह सनम से बात करने को तैयार नह? था
तथा
अपश ē द T का अ बार लगाता था।
मोना ट शन म घुल? टहल रही थी, वह एक ऐसी यु सोच रही थी जो भावकारी हो।
इधर मोना अपने मुंह से श ē द खा रज करे और उधर शरद अ रशः पालन को तैयार हो
जाये, ले कन ऐसी F या यु हो सकती है-?
वह माथाप s ची म डू बी थी।
दमाग ल Ẓा रही थी मगर इस बीच उसे चाय क तलब महसूस इई।
शायद चाय के सप के दौरान दमाग क पतˇ खुल -।
वह कचन म घुस गयी।
*******
जब ऑटो थाने के नकट पइंचा तो सपना ने एक थान पर V कवा दया और बोली-”तुम
यह? ठहरो, म जरा नान करके आयी-।”
सपना ने सर से 5 प ा बांध रखा था िजससे खून भरी मांग वाला ह सा छप जाता था।
s यामू अचरज का दश'न करता इआ बोला-”यहां बीच रोड पर तुम कहां नहाओगी?”
”मेरा यहां कमरा है।”
”ओह, तब तो चलो म भी साथ म नहाता 5ं।”
”तुम यह? ठहरो।”
”कै सी बीवी हो यार डपटती हो, अभी दो घंटे भी नह? इए, बाद म F या सतम
ढाओगी?”
”तुम बस यह? ख Ẓे रहो, म थोẒी देर म आई।”
”कमरा नह? दखाओगी?”
”नह?-।”
”ले कन नहाने क ज V रत F या है?”
”मुझे है F य T क म स 5 र प T छ नह?
सकती।” ”तो म भी साथ म नहाऊं गा-।”
सपना ने उसे घूरा। उसके चेहरे क मासू मयत देखकर फर धीमे से मु कु रा द ।
और चलती बनी। कु छ कदम चलकर एक मकान के छोटे से फाटक क सांकल
उठायी और s यामू क तरफ देखती इई बोली-”म ज द आई, यह? रहना-।”
”अजी हम तो जीवन भर यह? ख Ẓे रह गे, अपनी बीवी का कहना कौन नह? मानता है।”
सपना व हो चुक थी।
एक बार s यामू पुनः गिणत बैठाने लगा क कह? मुझे फांसा तो नह? जा रहा है ले कन
अंततः थोẒी देर दमाग को थकाने के प ात् वह ब Ẓ ब Ẓाया-”इतनी खूबसूरत बीवी
अगर मुझे फांसी पर भी लटकवा दे तो कोई गम नह? होगा-मर भी तो इ न के हाथ T-वाह
F या हसीन मौत होगी और F या चा हए जदगी के अंजाम के लए?”
वह ब Ẓ ब Ẓाकर शा त हो गया था।
अब नि त था। इस कार के भाव चेहरे पर द शत होने लगे थे।
वह डू ब गया हसीन सपन T म । उसे व ास नह? हो पा रहा था क अभी-अभी उसक
शाद हो चुक ह ।
F या सचमुच उसक शाद हो गयी?
मन म णभर को संशय उभरा जो क पहले भी कई बार उभर चुका था ले कन उसने
खुद ही गद'न को झटक दया। मन म वचार उभरा-”इतनी हसीन बीवी धोखेबाज नह? हो
सकती।”
उसे ठ t डी-ठ t डी सांस आ रही थ?।
इतना ही खुश था िजतना कोई 5 हा होता है। फू ला नह? समा रहा था।
दल गदगद था।
यह तो ही पैदा नह? होता क इतनी ब Ẓी खुशी को कह? शेयर न करे। उसने त
काल पौधीना का न बर लगा दया।
5 सरी तरफ घंट जाते ही रसीव इआ-”बोल भाई-।”
”ध नया भाभी क देवरानी ले आया 5ं।”
”Fया?”
”साले मेरी इतनी मोट बात तेरे प ले नह? प Ẓी-?”
”F या कह रहा है ध नया क देवरानी?”
”ले आया 5ं।”
”F या ले आया है?”
”देवरानी, ध नया भाभी क ।”
”साले F या पहे लयां बुझा रहा है?”
”तेरी भाभी आ गयी मर 5 द।”
”वो तो हर रोज आती है, जो भी ल Ẓ क तेरे ऑटो म बैठती है, वो मेरी भाभी ही बन
जाती है।”
”ले कन अब स s ची-सुs ची बन गयी, मेरी बीवी।”
”F या कह रहा है?”
”हां यार...वही तो तुझे इतनी देर से समझा रहा 5ं और एक तू नख 5 है िजसके प
ले कु छ नह? प Ẓ रहा।”
”या न तूने एक ल Ẓ क पसंद कर ली है िजससे तू शाद करना चाहता
है?” ”शाद कर ली है, रचा ली शाद ।”
”F या बकवास है?”
”यह सच है मेरी
जान।”
”बइत तोẒेगी ध नया तुझे, बगैर हम बुलाये तूने शाद भी कर ली।”
”बस यार एकाएक हो गया, कु छ सोचने का मौका ही नह? मला।”
”कौन है ल Ẓ क , कह? न बर दो क ल Ẓ क तो नह? है-?”
”न बर एक क -खरी न बर वन।”
”कहां रहती है?”
”थाने-।”
”मतलब?”
”पु लस वाली है।”
”F या बक रहा है?”
”तू F य T डर रहा है यार-देख मेरी क मत म पु लसवाली लखी थी-इस लए म ल Ẓ क
- ल Ẓ क मारा-मारा फर रहा था, मुझे मेरी मंिजल मल गयी।”
”कब क शाद ?”
”ज बाती तौर पर शाद हो चुक है ले कन आ फ शयल अभी नह? इई है।”
”F या कह रहा है यार?”
”म त है तेरी भाभी, मेरी तो िज दगी बदल गयी मगर एक शत' रखी है उसने और
उसम तेरे भी सहयोग क ज V रत है।”
”Fया?”
”हम दोन T को या न तुझे और मुझे डबल मड'र के स म गवाह बनना
प Ẓेगा-।” ”ओह-म कसी गवाही-ववाही म नह? प Ẓ रहा-मुझसे F या मतलब
है?”
”मतलब है ना।”
”F या मतलब है?”
”वरना जेल क सलाख T के पीछे जाना प Ẓेगा, मड'र के स म -।”
”अबे साले जब म ने कु छ कया ही नह? है तो म जेल F य T जाऊं
गा?”
”पु लस क मज -िजसे चाहे इ जत दे िजसे चाहे िज लत दे-कौन रोक सकता है?”
पौधीना चुप रहा।
s यामू आगे बोला-”तू घबरा मत-म 5ं ना-जब बीवी इई पु लसवाली तो डर काहे का-।”
वह सांस लेने के बाद तुर त आगे बोला-”तू ब कु ल मत घबरा मेरी बीवी जो कु छ
करेगी, तेरे हक म अ s छा करेगी बस इतना व ास रख-F या समझा?”
”तू पता नह? F या िखच Ẓी पका रहा है साले।”
”और सुन, म तुझे तेरी भाभी से मलवाऊं गा-दांत जरा साफ करके आना और अ s छे
कप Ẓे पहनकर आना और ध नया भाभी को भी अ s छे कप Ẓे पहनाकर लाना-।”
”वह तो ज?स-प ट पहन लेगी।”
”नेकर पहनाकर ले आइयो-साले, ऐसे कप Ẓे पहनाकर लाइयो िजससे लगे क यह इ ह?
कप ẒT के लए बनी थी।”
”चल आगे क बात सामने बैठकर कर गे, म भी तो देखूं क तूने F या गुल िखला
दया।” ”हां रख अब फोन, मेरी बीवी आने वाली है-।”
”साले अभी से इतना डर रहा है, पहले दन?”
”पु लसवाली है यार, समझा कर और वैसे भी मेरी एक हसरत पूरी हो गयी।”
”F या हसरत?”
”हसीनाN के हाथ T से पटने क ब Ẓी तम ना रहती थी मेरी-शायद भगवान ने इसी
लए मेरी शाद एक पु लसवाली से करा द ।”
”ले कन मुझे कोई तम ना नह? है तेरी बीवी से पटने क -।”
”लाहोल पढ़-F या कह रहा है तू-हसीना के हाथ T से पटने को मना कर रहा है?
F या खाक आ शक इआ तू?”
”तुझी को मुबारक हो यह पटने वाली आ शक ।”
”ब Ẓा र s क आता है, मुक मल आ शक 5ं चू Ẓ य T वाले हाथ T से पटने से दल
गदगद होता है।”
”चल ठ क है, मलते ह ।”
”F या लाएगा मेरी बीवी के लए?”
”बेलन-लोहे का।”
s यामू ठ ा मारकर हंसा।
इस बीच पौधीना ने स पक' व s छेद कर दया था।
s यामू अकारण कु छ देर तक हंसता रहा। फु ि लत होता रहा जब तक क सपना
गेट खोलकर बाहर नह? आ गयी।
सपना को देखते ही s यामू दंग रह गया था। ज?स और टॉप म सपना बला क खूबसूरत
लग रही थी। ऐसी क जो कोई देखे तो बस देखता रह जाए।
सपना जब ऑटो के पास आई तो s यामू बोला-”एक काला ट का भी लगा लेत?
मोहतरमा।”
”F य T?” कहती इई सपना ऑटो म बैठ गयी।
s यामू उसे देखते इए बोला-”बदनजर से बचना भी लािजमी है-।”
वह मु कु रा द -”खूबसूरत दल T को खुश करती ह , बदगुमान नह? इस लए काला ट
का नह? बि क गुलाब का फू ल लगाना चा हए।”
”वॉव, मेरी बीवी फलासफर भी है?”
”और भी कई खू बयां ह , तुम फटाफट चलो।”
”चल दये।” s यामू ने ऑटो टाट' कया और ग तशील हो गया।
*******
मोना आधा कप चाय पी चुक थी।
चता क मोट -मोट लक र लए उसने शरद को फोन लगा दया ले कन जैसे ही फोन
कान पर लगाया, फौरन से पेs तर च क उठ -
‘िजस न बर से आप स पक' करना चाहते ह , वो ि वच ऑफ है।’ उसके मि त R क म यही
संदेश गूंजा जब क हाट्सएप पर कॉल टुन-टुन होकर बंद हो गयी।
उसने पुनः लगाया पुनः कॉल ऑफ हो गयी।
मोना के मि त R क म वर गूंजा-‘ि वच ऑफ-F य T?- कर लया गया या हो गया?
वह दमाग धुनने लगी। तभी उसे याल आया-फोन चाज' नह? रहा होगा, थोẒी देर बाद
देखती 5ं-।
अगले आधा घ t टा म उसने बीस बार लगा दया था ले कन हर बार ि वच ऑफ था।
वह दमाग से बुरी तरह थक चुक थी, नचुẒ गयी थी।
वह ब तर पर जाकर N धी लेट गयी, जहां सनम लेट इई मोबाइल चला रही थी।
*******
सपना थाना³ य Vम म व इई।
इं पेF टर जाख Ẓ अपनी चेयर पर वराजमान था।
सपना को देखते इए बोला-”आओ सपना, कहो कामयाबी क F या सूरत रही?”
सपना फु ि लत वर म बोली-”ह ेड परसे ट कामयाबी।”
”वॉव-!” जाख Ẓ के ह T ठ गोल दायरे म सकु Ẓ गये- ”इतनी ज द -यू आर लये
ट, मुझे तुम पर यक न था और यह ला नग मेरे दमाग म आज से नह? बि क तभी से
थी जब म ने तु हं◌े s यामू के ऊपर तैनात कया था।”
”सचमुच सर, म उसके ऊपर तैनात हो गयी 5ं।”
”वैरी गुड!”
”वैसे एक बात है, ल Ẓ का कमाल का है, म भा वत इई-एक र F वे ट है सर
आपसे-।” ”बो लये।”
”s यामू को लेकर आपक F या ला नग है-?”
जाख Ẓ़ गौर से सपना का चेहरा देखता इआ बोला- ”वही जो आपको बताया क उसको
सरकारी गवाह बनाकर पेश करना है।”
सपना सोचती इई बोली-”इसके लए आप उससे क ल क पूरी कहानी सुन गे-।”
” ब कु ल-।”
”और अगर वह कह? दोषी पाया गया तो फर?”
”तुम उसक चता कर रही हो?”
”हां।”
”FयT?”
”F य T क म उससे वादा करके आई 5ं क तु ह कानून क मदद करनी है और
बदले म ।”
”बदले म ?”
”तु हं◌े आजाद कर दया जाएगा।”
”वो तो ठ क है ले कन तु ह िजतना काम दया गया था, तुमने अपनी भू मका अ s छे से
नभाई, आगे हमारी भू मका शुV होती है, तुम उसम ह त ेप F य T करना चाह रही हो?”
”F यां◌े क म ने उससे वादा ले लया है क उसे आजाद कर दया जाएगा।”
”आप अपने वादे को यादा अह मयत देती ह या क अपने वभाग को-?”
”इस वभाग ने या न आपने ही मुझसे कहा था क उसे सरकारी गवाह बनाया जाएगा।”
”मुझे कु छ और दखाई दे रहा है।”
सपना चुप रही।
जाख Ẓ आगे बोला-” क तुम s यामू को लेकर इमोशनल हो-।”
”हां-।”
”...Fया चFकर है?”
”मुझे उससे दो ती हो गयी है।”
”ēवायffiे ड?”
”सर...म यादा कु छ डटेल म नह? जाना चाहती ले कन मेरी हठ यही है क उसे
सरकारी गवाह बनाया जाये-।”
”वरना-?”
”वरना वो कानून क मदद नह? कर पाएगा।”
जाख Ẓ ने कु स क पुs त ली और ठहरे इए वर म बोला-”वैसे भी हम उसे सरकारी
गवाह ही बनाएंगे, इसके इतर वह हमारे कसी भी काम का नह? है-5 सरी कोई भी टोरी
कोट' म नह? टक पाएगी इस लए हमारी मजबूरी है क वह अगर मड'रर भी है, तब भी
हम उसे सरकारी गवाह ही बनाएंगे-।”
”थ F यू सर, यही म जानना चाहती थी।”
”ले कन तुमसे म ने जो इतना कु छ कहा वो इस लए क तु हारे पहले से टे स से
लेकर अब तक तु हारे लहजे से एक पु लस कां टे बल क नह? बि क एक े मका का
व ोह सामने आ रहा था इस लए म तु ह कु रेद रहा था-।”
सपना चुप रही।
जाख Ẓ ने पुनः कु रेदा-”F या तुम उसक े मका बन चुक
हो-?” ”सर...इस वषय पर म कु छ नह? कहना चाहती-।”
”मुझे मेरा जवाब मल चुका है, शायद यही सबसे सट क जवाब था।”
”एक र F वे ट है सर।”
”Fया?”
”s यामू से जो भी इ ोगेशन हो, मेरे सामने हो, उसके बारे म आप जो नण'य ल , उसका
मुझे संKान हो-।”
”ओके -।” जाख Ẓ ³ यानपूव'क उसका चेहरा पढ़ रहा था।
जाख Ẓ ने पूछा-”कहां है s यामू?”
”बाहर, लाती 5ं।”
”लाओ-।”
सपना कु स से उठ और बाहर नकल गयी।
जाख Ẓ उसे बाहर जाते इए देखता रहा।
*******
जाख Ẓ के सामने s यामू बैठा था और एक कु स पर सपना भी उपि थत थी।
जाख Ẓ ने थमतया दोन T क सूरत बारी-बारी देख?। सपना क कै फयत उसे च का रही
थी।
जाख Ẓ ने s यामू पर 5 के ि त क और कहा- ”तु ह सरकारी गवाह बनना है,
कानून क मदद करनी है, F या तुम तैयार हो?”
”यस सर।” s यामू ने गद'न उठाकर जाख Ẓ को देखा-”ले कन मेरे साथ कोई धोखा तो
नह? होगा?”
”कै सा धोखा?”
”कह? मुझे ही लपेटे म ले लया जाये?”
”नो-नेवर- ब कु ल नह?, F य T क यह हमारी मजबूरी है-हमारे पास अगर ह यार T के
व V द सुबूत होते और हम अगर उ ह कोट' म ह यारा सा बत करने म सफल हो पाते तो
तु ह
सरकारी गवाह F य T बनाते?”
”यह कोई गुगली तो नह? है?”
” व ास करो, वरना अपनी सपना से पूछ लो।”
सपना ने च ककर जाख Ẓ को देखा।
जाख Ẓ ने एक नजर सपना को देखा, तदोपरांत बोला-”म तु ह अवाड' भी 5ंगा, मुझे इस
ासद से नकाल दो-।”
”म कै से नकाल सकता 5ं?”
” नकाल सकते हो, वो पैनापन तु हारे भीतर हम पैदा कर गे-यह के स मेरी जान पर बन
गया है, मी डया ने और आला अफसरान ने जीना हराम कर रखा है, मी डया इस समय
खाली बैठ है, अगर अमे रका ने चीन पर हमला कर दया होता तो म आज न त बैठा
होता और अपने तर से इ वे ट गेशन कर रहा होता मगर इन दन T मी डया के पास
बकवास ख म हो गयी है, परोसे F या, इस लए इस डबल मड'र के स के सहारे ही सारे
ब Ẓे चैनल दन गुजार रहे ह , कतनी डबेट्स हो चुक ह तु ह पता है?”
”बराबर पता है।” s यामू बोला-”इस डबल मड'र के स क म ने कोई यूज मस नह?
क है- फलहाल म भी इ ह? यूज के सहारे जी रहा 5ं ले कन अब नह?-।”
”अब Fया?”
”अब िज दगी बदल चुक है आज से।”
”या न अब जीने का कोई 5 सरा सहारा मल गया?”
”हां साहब जी।”
”शायद तुम सपना क बात कर रहे हो।”
s यामू उछल प Ẓा, जैसे ब s छू ने डंक मारा हो। उसने च ककर सपना क तरफ
देखा। च कत सपना भी थी ले कन s यामू िजतनी नह?।
s यामू बोला-”मुझे तो सािजश क बू आ रही है-।”
”कै सी सािजश?”
”आप यह बात कै से जानते ह ?”
”तुम दोन T क सूरत देखकर-यह कु स इंसान T को पढ़ना ही सखलाती है, बीस साल
से इंसान T को पढ़ रहा 5ं, इंसान क सूरत देखकर बता 5ं क यह F या ऐब रखता है।”
s यामू त ē ध था।
बोला-”ले कन इतनी अंदर क बात तो अभी भगवान को भी नह? पता है?”
जाख Ẓ हंस छू टा और बोला-”तु ह कै से मालूम क भगवान को नह? पता
है।” ”म भगवान क नस-नस से वा कफ 5ं।”
”अ s छा।” जाख Ẓ पुनः हंसा और बोला-”तुम हैरान मत होओ, सपना ने अभी पहले
आकर मुझे बता दया था और यह वादा ले लया था क म या न पु लस s यामू के
साथ कु छ भी गलत नह? करेगी, मेहमान क तरह बता'व करेगी।” जाख Ẓ सांस भरकर
बोला-”तुम हमारे मेहमान हो।”
”या न म इसे अपनी ससुराल समझूं?”
s यामू का टाइल ऐसा था क सामने वाला हंसे बगैर नह? रह सकता था। जाख Ẓ
पुनः हंसा था और बोला-”इसे ससुराल तो अपराधी कहते ह ।”
”वे दल बहलाते ह F य T क यह उनक बीवी का मायका नह? होता जब क मेरा है।”
सपना चुप थी ले कन उसके चेहरे पर ला लमा दौẒ रही थी। उस ला लमा को जाख Ẓ ने
पक Ẓ लया था।
जाख Ẓ बोला-”तुम लोग T क कै म म नह? जानता और म जानना पसंद भी नह?
करता, यह तु हारा नजी मामला है, मेरे सहयोग क जहां ज V रत होगी, म
सहयोग कVं गा।”
s यामू ने एक नजर सपना को देखा।
सपना शू य म नजर टकाये बैठ थी।
जाख Ẓ बोला-”यह तो इधर-उधर क बात हो गयी-अब मु5े पर आते ह ।”
”मुझे सरकारी मेहमान बनना है।”
”सरकारी गवाह।”
”वही, वही।”
”अब सबसे पहले तुम रीयल टोरी मुझे बताओ, तु हारी जानकारी म F या-F या
है-।” ”वो तो म आपको बता चुका 5ं।”
”एक बार फर से-उसम तो तुमने कु छ बताया था और कु छ छपाया है-।”
”तो F या अब सबकु छ बता 5ं?”
”हां।”
”तो सुनो फर।”
जाख Ẓ ने कु स क पुs त ली और ³ यान के ि त कया, ठ क उसी समय जाख Ẓ का
फोन बज उठा।
न बर देखता इआ जाख Ẓ बोला-”ज ट ए मनट।” कहकर वह बाहर नकल गया।
s यामू सपना को देखते इए बोला-”इतनी खतरनाक सुसराल म पटका है तुमने-यह कौन
है, मेरा साला या ससुर-?”
”साला-।”
” साला, कतनी ामेबाजी कर रहा है और तुम अलग मेरा दमाग खराब कर रही हो।”
”म F या दमाग खराब कर रही 5ं?”
”इतनी खूबसूरती लए पास म बैठ हो तो मुझे कै से स आये, एक चु मा तो दे दो।”
सपना बाहर क तरफ देखती इई बोली-”ज द लो।”
s यामू ने सपना का गाल चूम लया। तभी सपना को कदम T क आहट मली। वह
फु सफु सायी-”ज द हटो।”
सपना ने s यामू को परे धके ला।
जब तक जाख Ẓ व इआ, वे दोन T सीधे हो चुके थे, सपना ने अपना गाल साफ कर
लया था मगर वातावरण को सूंघकर जाख Ẓ कु छ-कु छ समझ गया था।
जाख Ẓ ने बाहर जाकर जो फोन रसीव कया था उसका ववरण यूं था-
जाख Ẓ ने फोन रसीव कया-”हेलो।”
”एजे ट वन बोल रहा 5ं सर।”
”हां बोलो-।”
”एक फक र पहले दो बार मोना के घर के अंदर घुस चुका है और थोẒी देर बाद
बाहर आता है-आ य' क बात यह है क वही एक है जो दरवाजा खुलते ही सीधे
भीतर घुस जाता है, इसके अलावा कोई या फक र कभी भीतर नह? घुसा है, वह
तीन- चार दन के अंतराल पर आता है-।”
” पछली दो बार तुम उसको वॉच कर चुके हो?” जाख Ẓ ने कहा।
उधर से कहा गया-”यस सर, हमने अगले एक दन तक उसको वॉच कया था ले कन
उसे सामा य फक र जानकर फर छोẒ दया था, ऐसा ही 5 सरी बार भी इआ ले कन
अब तीसरी बार भी जब वह मोना के घर म घुसा है तो मुझे लगता है, वह नॉम'ल फक र
नह? है।”
”ओके -इस बार वह जब बाहर नकले तो उसे वॉच करो, कोई उससे मले या
लेनदेन करे तो उसे भी वॉच करो, म बइत ज द पु लस ट म भेज रहा 5ं, जैसे ही ट म
पइंचे उस फक र को और उसका साथी अगर है तो उन सबको अरे ट कर लेना है।”
”ओके सर, यही म चाह रहा था।”
”ओके -म ट म भेज रहा 5ं, इस बार उसे छोẒ ना मत-।”
”भेिजए सर।”
जाख Ẓ ने डसकनेF ट कया। फर दो कदम चलकर एक एसआई को कु छ नदˇ शत
कया तथा वापस अपने V म क तरफ बढ़ गया।
*******
सीएफ का फोन मोना के पास आया।
मोना ने रसीव कया-”हेलो।”
”F या इआ शरद का?”
”उसका फोन ि वच ऑफ जा रहा है।”
”ओ शट।” सीएफ का झं◌ुझलाया इआ वर खा रज इआ-”कोई 5 सरा न बर तो होगा
नह?।”
”कहां कोई 5 सरा न बर है।”
”ले कन तुम घबराओ मत, जब तक म 5ं या न तुम दोन T मां-बेट का एकमा खा
बद, तब तक तुम दोन T को घबराने क कोई ज V रत नह? है F य T क तुम दोन T से
खुला सहवास करना ही मेरा एकमा उ 5ेs य है इस लए तु ह जेल तो नह? जाने
5ंगा।”
मोना का आत'नाद नकला-”उसने अगर सरेt डर कर दया तब F या करोगे-?”
” दमाग नामक व तु का इ तेमाल कया जाये तो सबकु छ स भव है और मेरे पास इस
चीज क कोई कमी नह? है-कानून के हर छेद से म वा कफ 5ं, उसी से लाभ उठाया
जाएगा।”
”यह आदमी हमारे कं ोल से बाहर नकल चुका है, आज म अपनी एक गलती पर बइत
पछता रही 5ं-।”
”तुमने कौन-सी गलती कर द -इतनी हसीन औरत F या गलती कर सकती है?”
”एक समय था जब शरद मेरे पास था और उसे ठकाने लगाने का मेरे पास भरपूर
अवसर था ले कन म ने उस अवसर को खो दया-।”
”कोई बात नह?, जो बीत गया उस पर पछताया नह? करते वरना इंसान मुदा' जेहन हो
जाता है-।”
”अब F या कर हम?”
”म कVं गा, थोẒी देर बाद तु हारे घर क घ t ट बजने वाली है।”
”FयT?”
”वही तीसरी क s त वाला आ रहा है।”
”म खुद परेशान 5ं यार-F या तुम मुझे कु छ दन क मोहलत नह? दे सकते?”
” ब कु ल नह?-तुम भूल रही हो क म ने तु ह जेल जाने से बचाया है वरना तुम इससे
दोगुनी रकम वक ल T को दे चुक होत? तब भी तु ह बचाने वाला कोई नह? होता।”
मोना चुप रह गयी।
उधर से फर क Ẓ क वर म कहा गया-”और वही काम अब भी हो सकता है ले कन
तीनT
क s त चुका देने के बाद तुम ffi हो जाओगी।”
”F या तुम मुझे ē लेकमेल कर रहे हो?”
”नह?-ē लेकमेल उसे कहते ह जहां कोई अवैध लाभ उठाया जाता है, म अपनी लागत
मांग रहा 5ं, तुम खुद बेईमान बन रही हो।”
”ठ क है, तुम भेजो ले
कन-।” ”ले कन-?
”शरद पर फोकस करो, उससे हमारा स पक' टूट चुका है, वह हम मुसीबत म डाल
सकता है।”
”ड T ट वरी यार-मेरे होते सारी चताN को झटक दो-।”
”F या एक बार तु हारी मो हनी सूरत हम नह? मलेगी देखने को?”
”मो हनी सूरत ही नह? बि क मो हनी िज म भी देखने को मलेगा ले कन तब जब क तुम
पु लस इ वे ट गेशन से बाहर आ चुक होगी।”
”ओके ।”
उसी समय घर क घ t ट बजी।
पीकर पर सीएफ का वर खा रज इआ-”देखो, दरवाजे पर फक र आया है।”
”ओके -यह आिखरी क s त भी म चुकता करती 5ं-।” वह उपकारी वर म
बोली। ”मेहरबानी, फर तु ह 5 नया क कोई ताकत जेल तक नह? ले जा
सकती।” ”ओके -।” मोना दरवाजे क तरफ बढ़ गयी थी।
*******
शरद क अव था बेहद दयनीय थी।
लगता था वह होशो-हवास खो बैठा है। कप Ẓे बइत गंदे थे। बइत-बइत गंदे। हद यह क
कप ẒT पर असल कलर कोई 5 ा नह? बता सकता था, कप ẒT पर सफ' मैल नजर आता
था।
दाढ़ और मूंछ बढ़ गयी थ?।
बाल उलझे इए थे, इतने क कं घी पनाह मांग उठे
। कई दन से नह? नहाया था।
उसका मोबाइल और पस' ब s चे लूटकर ले गये थे।
ब s चे उसके पीछे प Ẓ जाते थे।
हो-हो करके उसे दौẒाते थे, वह डर के मारे भागता था। उसके दल म कह? डर
समा गया था क मुझे पु लस दौẒा रही है। कई बार उसके मुंह से बेखुद के
आलम म बेसा ता ‘पु लस-पु लस’ नकल जाता था िजसे ब s च T ने उसक चढ़ बना
लया था।
ब s चे उसके पीछे-पीछे प Ẓ कर ‘पु लस पु लस’ कहते थे और वह बदहवास होकर भागने
लगता।
कई रोज इए उसका जेहनी तवाजुन खो चुका था। यह यकायक इआ था। उसक
मान सकता भा वत तो मधुर, पाV के मड'र के बाद ही होनी शुV हो गयी थी।
शनैः-
शनैः मान सक को शकाएं सकु Ẓ और मर रही थी। अनेक रोज उसने आधी को शकाN
के सहारे जीवन तीत कया ले कन एक रात उसे मारे घबराहट के रात भर न?द नह?
आई थी और उससे अगले दन ही उसके हवास गुम हो गये थे। बेसा ता पु लस-पु लस
ब Ẓ ब Ẓाने लगता था। 5 भा' य से वह िजस े म फलव वयं को छपाये इए था,
वो शरारती ब s च T का े था। कोई पागल या नीम पागल तो मानो उन ब s च T के
लए मनोरंजन का ब Ẓा साधन था। इतना ब Ẓा साधन क ब s च T को कसी पागल के
आमद क सूचना मल जाये तो वे अपना खाना छोẒ कर उसके पीछे भाग छू ट ।
ब s च T ने उसका मोबाइल और पस' भी लूट लया था। िजन ब s च T के हाथ म
उसका उ सामान आया था, वे गोली क र R तार से वहां से भाग छू टे थे। चार-पांच
ब s चे एक सामानधारी के पीछे थे। पस' म काफ सारे V पये मले थे, िजनको आपस म
छ न-झपट कर लया गया था।
कु छ कागजात थे िजनको गैर-ज V री जानकर फाẒ कर फं ◌ेक दया गया था। दो एट एम
काड' थे जो अलग-अलग ब s च T क छ ना-झपट म हाथ लगे। कस ब s चे को F या
मला, यह उ ह आपस म ही Kात नह? इआ।
यह दो दन पहले क बात थी। अब हद यह थी क ब s चे उसे ‘पु लस-पु लस’ कहकर
दौẒाते थे और वह बदहवास दौẒ ता था।
वह फलव कस शहर के कस े म है, इसक समझ का अब उसे कोई इ म नह?
था।
ब s चे बेहद शरारती थे। हलां क दौẒाते इए ट-प थर के टुक Ẓे भी मारते थे, जब तक
क कोई ब Ẓा ब s च T को डांट फटकार न दे। ब s चे शरद से हर कार का
सुलूक करना अपना ज म सद अ धकार समझते थे।
शरद तब बइत थत हो उठता था जब कसी पहर भूख क ताẒ ना उसे सताती थी
मगर ई र क कृ पा थी क कै से-न-कै से खाBा न का बंध हो जाता था।
दस लोग T के आगे हाथ फै लाता था तो कोई दो लोग उसे कु छ-न-कु छ दे देते थे। उसे
वयं कसी के आगे हाथ फै लाने का कोई शऊर न था ले कन भूख क श 5 त
वयं मि त R क को संदेश दे देती थी क हाथ कै से फै लाया जाता है।
फर उसके बाद उसे कह? हाथ फै लाने क आव s यकता नह? रह गयी थी, उसके मि
त R क ने नह? बि क उसक आंत T ने कई भोजनालय T के आगे रखे ड ट बन चुन लये
थे।
वहां वह सुकू न से सकन सैर हो सकता था।
कोई रोकने-टोकने वाला नह? था और न शरारती ब s च T क मह 5 दयत यहां तक थी।
यूं उसक ब कया िज दगी के दन दर गुजर हो रहा था। हर थोẒी देर बाद उसके पैरहन
पहले से अ धक गंदे और फटे इए होते जाते थे। उसे इस बात का कोई बोध नह? था क
अगले कु छ रोज म उसके यह कप Ẓे चथ Ẓा- चथ Ẓा होकर सलाई पर टंगे रह
जाएंगे। ऐसी कोई चता उसे नह? सताती थी।
अलगरज उसे 5 नयावी कोई चता पश' करने से मह V म थी।
*******
s यामू वो बयान दे रहा था जो उसक आपबीती थी।
इस बार वह जरा' बराबर भी झूठ नह? बोल रहा था। यह कहानी वह इं पेF टर जाख Ẓ को
एक बार पहले भी सुना चुका था ले कन उस बार s यामू ने कु छ कमीबेशी क थी
मगर
इस बार अ रशः सुना रहा था।
जाख Ẓ कु स क पुs त से पीठ टकाये बैठा था और तमाम ³ यान s यामू के
श ē द T पर के ि त कर रखा था।
सपना रीढ़ क हइी के बल तनकर बैठ थी। उसक गुलाबी सूरत संKाशू य थी।
जब s यामू ने अपनी पूरी कथा कहकर वराम लया तो जाख Ẓ बोला-”इसम जीपी सह
कहां एडज ट होता है-।”
”जीपी सह साब क सारी भू मका म आपको बता चुका-।”
”यह तो आपने नद ष भू मका बता द , दोषी भू मका का बखान करो।”
”जीपी सह नद ष ही है, उनका कोई दोष नह? है, उनक पहली ए सोसायट म
मुझसे पूछताछ से शुV होती है, अगली बार भी म ही उनको कॉल करता 5ं, जहां उनक
तेज बुिद मामले क गंध पक Ẓ लेती है और वे समझ जाते ह क ह याएं हो चुक ह
जब क उस समय तक यह शक भी कसी के दमाग म पैदा नह? इआ था क दोन T
मां
बेट को नपटा दया गया है-इसी लए वह शरद को पक Ẓ ने दौẒ ते ह ले कन शरद आज
तक उनके तो F या कसी के हाथ नह? आया-उनका अगला कदम उनके लए मुसीबत
बन गया जब वह मोना के घर चले गये, वह? से मोना के जाल म फं स गये-उनका 5 भा'

क मोना के जाल से नकलने के लए उ ह T ने जो अगली चाल चली, वो उ ह? के
गले म उ ट प Ẓ गयी-उनक चाल को ही मोना ने उनके िखलाफ ह थयार बना लया,
फर तीसरी ब Ẓी गलती जो उ ह T ने क वह यह थी क यह सारी कहानी अपने साब
हजारीलाल को सुनाई, मुझे तैयार कया था क तुम गवाह रहना, म ने कहा हां म तैयार
5ं, इसम F या बुराई है, जो स s चाई है, वह कह 5ंगा, मगर ऐसी नौबत ही आज तक
नह? आई क मेरी गवाही कह? लगती मगर अब सपना जी क बदौलत यह संभव हो
पाया है।”
वह ल बी बात कहकर चुप इआ। उसके गले क नस तन जाती थ?।
जाख Ẓ s यामू क यह बात सुनकर अजीब पसोपेश म प Ẓ गया। जीपी को लेकर जाख Ẓ
शुV से क R यूज था। कभी उसे जीपी दोषी नजर आने लगता था तो कभी हजारीलाल!
मगर एसएसपी क 5 म सफ' जीपी सं द ध था इस लए उसने भी अपने मन म
जीपी के सं द ध होने का बब तैयार कर लया था।
क तु अब s यामू के बयान ने जाख Ẓ के बब को धू मल कर दया। s यामू पर संदेह
का कोई नह? था।
जाख Ẓ ने रखा-”आपका मतलब है क हजारीलाल ने गेम खेला है?”
”सौ परसे ट वरना उस समय हजारीलाल चुप F य T रह जाता जब लाश मल चुक
थ? और जीपी बता रहा था क यह ह याएं शरद, मोना और सनम ने क ह ,
हजारीलाल ने मोना, सनम के िखलाफ एक कदम नह? उठाया-F य T?”
”हजारीलाल का कहना था क उसने मोना, सनम के व V द इस लए कदम नह? उठाया
क उसे प F का शक था क इन ह याN म जीपी भी शा मल है-जीपी के मोना से स ब
ध रहे ह और जीपी ही मु य ह यारा है इस लए वह जीपी के व V द सबूत जुटा रहा
था।”
”ऐसा कु छ नह? है साब, म बता रहा 5ं-इस कहानी क मुझसे यादा कसी को
जानकारी नह? है-जब पहली बार पाV सनम का पीछा करती है, तब से म पाV के साथ
5ं, इस कहानी का ह सा 5ं-जीपी सह क भू मका सोसायट से शुV होती है, उससे
पहले उ ह इस कहानी का कोई अ ब स पता नह? था-मोना ने इस लए उनके िखलाफ
चाल चली क जीपी को पता था क मोना ह यारी है इस लए मोना ने जीपी के
िखलाफ ष ं रचा और मुझे हैरत है आप सब मोना के ष ं पर व ास कर रहे ह
, जीपी पर कोई व ास नह? कर रहा, यह हैरत क बात है-।”
जाख Ẓ नई सोच से सोच रहा था। उसके दमाग क पत“ खुल रही थ?।
वह बोला-”अगर मान लया जाये क हजारीलाल ने जीपी क बताई इई जानकारी को
छपाया तो F य T छपाया-?”
”शायद मोना से डी लग कर ली होगी, पैसा खा लया होगा वरना सोचो-।” s यामू 5 गने
उ साह के साथ आगे बोला-”जब ह याएं R लैट म बारह तारीख क रात म इई ह तो
पीएम रपोट' म तेरह तारीख क रात F य T लखा था, यह सब श तया हजारीलाल का
कया-धरा है-और उसने यह सब मोना से पैसा खाकर कया होगा-।”
जाख Ẓ आंख बंद करके थोẒी देर सोचता रहा।
जब s यामू ने जाख Ẓ क आंख बंद देख? तो उसे सपना के साथ शरारत करना सूझी। इस
अवसर को गंवाना उसे गंवारा न इआ। उसने फु त के साथ हाथ बढ़ाकर सपना के पेट
पर कचैट काट ।
उसी समय जाख Ẓ ने आंख खोल द थ?। s यामू हाथ समेट नह? पाया था, बाद म हाथ
समेटता दखा।
चोरी पक Ẓी जाने पर थोẒा लजा गया ले कन जाख Ẓ ने देखा अनदेखा कया और
उसने शो कया क वह पूव' क भां त कु छ सोच रहा है। उसक नजर शू य म था पत
थ?।
s यामू ब Ẓे स जन अंदाज म बैठा रह गया।
थोẒा ठहरकर जाख Ẓ s यामू से बोला-”ओके , अब हम तु हारी बतायी इसी कहानी पर
थोẒी कांट-छांट करके एक अदालती कहानी तैयार करते ह , उसको तुम ब Ẓे ³ यान से
सुन लेना, बाद म इसी कहानी पर तु ह कोट' म ख Ẓे रहना है।”
”ठ क है सर, अगर सपना कह गी तो म इसके लए भी राजी हो जाऊं गा।”
”ओके -अब तुम जा सकते हो, हम तु ह बुला ल गे-।”
”ध यवाद सर-।” s यामू उठकर ख Ẓा हो गया और सपना के उठने क ती ा म उसक
तरफ देखने लगा।
सपना s यामू से बोली-”तुम बाहर चलो, म अभी आई-।”
”तु हारा तो कहना मानना ही प Ẓेगा।” s यामू धीमे से ब Ẓ ब Ẓाया और बाहर नकल
गया।
जाख Ẓ सपना से बोला-”तुम भी बाहर जा सकती हो, तुमसे कु छ अलग कहने को मेरे
पास कु छ नह? है-।”
”ओके सर।” सपना उठकर ख Ẓी हो गयी और ए Ẓ यां बजाकर बाहर क तरफ चली।
”एक मनट-।”
सपना ठहरी।
जाख Ẓ ने थोẒा ठहरकर सोचा और बोला-”ठ क है तुम जाओ-।”
सपना बाहर नकल गयी।
जाख Ẓ कु स म धंसा बैठा कु छ सोच रहा था।
*******
जैसे ही सपना भी उस क से बाहर आई, s यामू उसक ती ा कर रहा था। वह
उसे सा धकार थाने के ांगण म एक तरफ ले चलता इआ बोला-”यह सब F या
िखच Ẓी पक रही है मेरी जान?”
”तुम ब कु ल न त रहो, इसी लए म ने तु हारी मी टग फालो क थी क तमाम बात
मेरी नॉलेज म रह -ब Ẓे साब जो कह रहे ह , वो करो, इसम घबराने वाली कोई बात
नह? है।”
”F या सरकारी गवाह का मतलब ब ल का बकरा होता है?”
”नह? यार, तु ह इतना ट शन लेने क ज V रत नह? है और यह तुम अपनी हरकत जरा
देख भाल कर कया करो, उस व ब Ẓे साहब ने देख लया था।” वह आंख तरेरती इई
बोली।
”अभी तो सारी 5 नया देखेगी-जब इन ब Ẓे साब का भांजा धरती पर उतरेगा तो उसे
कहां छपाओगी?”
”उफ् -अभी यह हरकत मत करो, खुद म रहो-।”
”तो गलती तो तु हारी है, तुम इतनी सुंदर F य T
हो?”
”ठ क है-अभी तुम चले जाओ, म तु ह बुला लूंगी, ओके , ले कन तुम ट शन कोई मत
लेना।”
”पता नह? मेरा F या होगा-तु हारी खा तर म ने ओखली म सर दे दया है, अब मूसल
से तु ह? को बचाना है-।”
”सोचो, अगर यह सब न होता तो हम कै से मलते?”
”यार इतने यार से ऐसी बात न करो वरना म अभी लपट पडूंगा, मुझे बदा's त नह? हो
रहा।”
”ठ क है तुम जाओ, म तु ह बुला लूंगी।”
”तु ह छोẒ कर कै से चला जाऊं , पांव नह? उठ रहे।”
”अरे जाओ बाबा-।” वह उसे ध F का देना चाहती थी ले कन ांगण म होने के कारण
वह ऐसा नह? कर सकती थी।
सपना खुद ही तेज कदम T से बि डंग प रसर क तरफ बढ़ । बोलती गयी-”म तु ह
फोन करके बुला लूंगी जब ब Ẓे साब याद कर गे।”
त प ात् वह बगैर कोई जवाब सुने तेज कदम T से बि डंग प रसर म बढ़ गयी। एक
ब Ẓे से क म व हो गयी।
पहले तो s यामू उसे देखता रहा, फर बोझल कदम T से थाने से बाहर क तरफ चल
पẒा।
*******
वह फक र क वेशभूषा वाला था।
वह मोना के घर म व होने के करीब दस मनट बाद बाहर नकला था।
थोẒे फासले से एक उसे वॉच करने लगा था। इस बात क जानकारी फक र को
थी, तदा प उसक चाल म न तता थी। वह आने-जाने वाले कई लोग T के सामने
कटोरा फै ला देता था और भगवान के नाम पर कु छ मांगने लगता था।
यह И या अगले आधा घ t टा तक चली, आधा घ t टा बाद वहां कु छ ए F शन पेश
आया।
उस फक र के सम एक पु लस गाẒी आकर V क । व रत ए F शन इआ। आसपास
का कोई कु छ समझ पाता उससे पहले उस फक र को ध कयाकर गाẒी म बैठा
लया गया था।
गाẒी V कने और चलने के बीच का अंतराल दस सेके t ड मा था। गाẒी ने शुVआती
ण T म यूं र R तार पक Ẓी क अगले कु छ ण T म वहां से ओझल हो गयी। लोग
गुबार देखते रह गये।
*******
उस फक र को सीधे पु लस टॉच'र V म म ले जाया गया। वह ब Ẓा और ढ ला सा कु
ता' पहने इए था। टांग T पर मैली सी चादर लपेट रखी थी। उसके पास एक झोली थी
िजसम
चावल, आटा, दालां◌े क कु छ थैली प Ẓी थ?। कई कार क सिē जयां वतं V प से
प Ẓी थ?।
पीछे-पीछे ही इं पेF टर जाख Ẓ वहां व हो गया था।
उसने आते ही का सटे ब स को नदˇश दया-”इसके सारे कप Ẓे उतार लो और गहनता से
तलाशी लो-।”
एक कां टे बल वी डयो शूट कर रहा था।
उस फक र क तलाशी ली गयी। उसके पास से एक ए ायड मोबाइल के अलावा चावल,
आटा, सिē जयां इ या द के अलावा एक पैके ट मला, िजसम चालीस हजार V पये रखे
थे। इसके अलावा कु छ छु े V पये उसक अ य जेब T म मले। एक पस' भी मला िजसम
मु य V प से दो एट एम काड', आधार काड', पैन काड' इ या द ा त इआ।
जब पूछताछ का न बर आया तो जाख Ẓ ने क Ẓ क वर म पूछा-”यह चालीस हजार
V पये कहां से आये-?”
फक र क घ गी बंध चुक थी। कु छ देर वह चुप रहा, समझ नह? पा रहा था क F या
जवाब 5ं।
जाख Ẓ घाघ था। सूरते पढ़ने और टम ट म उसे महारथ हा सल थी।
उसने एक झ नाटेदार थ प Ẓ फक र-िजसका आधार काड' म नाम म टू था-के मारा-।
शायद ऐसा थ प Ẓ उसने पहले कभी न खाया हो। प ा चकरी काट गया और ध Ẓाम
से फश' पर गरा।
जाख Ẓ गरजा-”प ा लेकर आओ, इसक खाल उधेẒो हरामजादे क -।”
वह चीख प Ẓा-”नह? साब, मुझे ब श दो-।” वह जाख Ẓ के पैर T म गर प Ẓा और
सर रग Ẓ ने लगा।
जाख Ẓ ने उसे बाल पक Ẓ कर ऊपर उठाया और ख Ẓा करके बोला-”बताएगा सबकु
छ?” उसने जोर-जोर से हामी म गद'न हलायी।
”बैठ यहां पर।” जाख Ẓ ने उसे कु स क तरफ ध F का दया। ेशर इतना था क
वह कु स के पास जाकर गरा, फर स भला, उठा और कु स पर बैठ गया।
जाख Ẓ उसके सम एक कु स पर जमता इआ बोला-”यह चालीस हजार V पये कहां से
आये तेरे पास-?”
”मोना ने दये थे-।” वह टेप क भां त चालू इआ।
”FयT?”
”मुझे अर वद ने भेजा था।”
”कौन अर व द?”
”थाना सदर का पु लस मुख बर है।”
”उसका न बर F या है?” जाख Ẓ ने अ वल ब अ य सवाल थ गत करके सव' थम
अर व द को उठा लेना मुना सब समझा।
म टू बोला-”उसका न बर मेरे फोन म है।”
जाख Ẓ ने उसका मोबाइल मंगाया। म टू ने एक न बर इं गत कया-”यह है अर व द का
न बर।”
उस न बर को लेकर उसी समय जाख Ẓ बाहर नकल गया और एक एसआई को
िज मेदारी स fi पी तथा कहा-”इस न बर क लोके शन ेस करके इस को तुर
त उठाओ-फौरन से पेs तर-।”
वह एसआई व Bुतीय ग त से हरकत म आया।
जाख Ẓ पुनः टॉच'र V म म घुसा और म टू के सम दोबारा जमता इआ
बोला-”इससे पहले कतने पैसे और उठा चुका है-?”
”दो बार इतना ही पैसा और उठा चुका 5ं।”
” कसे दया?”
”अर व द को।”
”ले कन पछली दोन T बार तुझे वॉच कया गया था, तब तो तूने वो पैसा कसी को नह?
दया था।”
”मुझे बता दया जाता था क तु ह वॉच कया जा रहा है, तब तक म अर व द के पास
नह? पइंचता था ले कन दो-तीन दन के बाद मुझे बताया जाता था क तु हारे पीछे लगे
आदमी हट चुके ह , तब म अर व द के पास पइंच जाता था-।”
”और तू वो पैके ट अर व द को दे देता था?”
”हां-।”
”अर व द कसे देता था?”
”यह मुझे नह? मालूम।”
” कस बात का पैसा लया जा रहा है मोना से?”
”यह मुझे नह? मालूम।”
”F या प ा बेलन क सलामी चढ़ाना प Ẓेगी तुझे?”
”साब, म सही कह रहा 5ं-।” वह हाथ जोẒ कर V दन करता इआ बोला-”मुझे F या पता
क कस बात का पैसा उठाया जा रहा है, मुझे तो अर व द कहता है क फक र
बनकर जाना है मोना के घर और चालीस हजार V पये का पैके ट लेकर आना है-।”
”तू अस लयत म फक र है?”
”नह?।”
” फर F या है?”
”कु छ भी नह?-ऐसे ही छोटे-मोटे काम करता 5ं, कभी मेले-ठे ल T म चावल पर नाम
लखने का खोमचा लगा लेता 5ं, कभी बह V पया बनकर पैसे कमाने लगता 5ं, कभी
डांस पा टय T म कोई काम करने लगता 5ं-।”
”यहां तुझे F या मलता है?”
”हर बार दो हजार V पये।”
”कौन देता है?”
”अर व द-जब म उसे पैके ट पक Ẓाता 5ं तो वह हाथ के हाथ मुझे दो हजार V पये दे
देता है।”
”F या हर बार चालीस हजार V पये ही होते ह ?”
”म तो कभी गनता नह? ले कन अर व द भी यही कहता है क चालीस हजार क
क s त ले आओ और पैसे देते इए मोना भी यही कहती है क पूरे चालीस हजार ह ,
गन लो।”
” कतनी क s त उठा चुके
हो?” ”यह तीसरी है।”
”और इस बारे म F या जानकारी रखते हो?”
”बस मेरा इतना ही रोल है, दो हजार के लालच म म यह काम करता 5ं।”
म टू और जाख Ẓ दो मीटर के फासले पर बैठे थे और यह इ ोगेशन हो रहा था। पास म
ख Ẓा एक कां टे बल इन 5s य T और ³ व न को कै मरे म भर रहा था।
जाख Ẓ ख Ẓा होता इआ एक कां टे बल से बोला- ”ठ क है, इसे हवालात म डाल दो।”
”साब, मेरे कप Ẓे-?”
वह अ t डर वयर और ब नयान म था। उसके बाक कप Ẓे तलाशी हेतु उतार लये गये थे।
जाख Ẓ ने कां टे बल को एक व श इशारा कया और उस क से नकल गया।
*******
थाना सदर के नाम के उ लेख ने ही जाख Ẓ के मि त R क क परत T पर हलचल मचा
द थी।
इं पेF टर हजारीलाल और जीपी सह दोन T उसी थाने से स ब ध रखते थे।
मोना के यहां से पैसा उठाकर थाना सदर ले जाया जा रहा था तो जा हर सी बात है
क यह वसूली इं पेF टर हजारीलाल के सवा 5 सरा कोई नह? करा सकता। फर 5 सरे
करेF टर का नाम जीपी सह था जो फलहाल हरासत म था तो यह काम उसका तो
हो ही नह? सकता।
5 सरी बात बकौल हजारीलाल जो उसने एसएसपी ऑ फस म कौल दया था क उसने
मोना के घर पर रेक कर रखी है िजससे उसे पता चला है क जीपी का मोना के घर म
आना-जाना रहा है।
या न जब हजारीलाल मोना के घर को वॉच करा रहा है तो प सी बात है क म टू
फक र के भेष म दो बार क s त उठा चुका है तो इसक जानकारी हजारीलाल को तो
ज V र ही होनी चा हए तो फर उसने यह रह यो@ाटन एसएसपी क म उजागर F य T
नह? कया?
कदा चत-
जाख Ẓ का मि त R क 5्रत ग त से दौẒ रहा था। हजार T बब तैयार हो रहे थे। कतनी
कलई खुल रही थ?, हर कलई के नीचे से हजारीलाल का दागदार चेहरा प हो रहा था।
जाख Ẓ ने कहानी जब संि त V प से दमाग म बैठाई तो एक-एक कोण कहानी का
समझ म आता चला गया। बाक कहानी क डटेल s यामू दे चुका है, s यामू च s मद द
रहा है इस लए उसक हर बात से इ Kेफाक और व सनीयता क मोहर ठोक जा सकती है।
कहानी बइत आसान और संि त है-अवैध स ब ध के चलते ब Ẓा F लैश हो जाता है
और सोसायट के R लैट म मधुर, पाV का मड'र मोना, सनम और शरद के हाथ T हो
जाता है, गलत समय पर ए s यामू क R लैट पर हो जाती है िजसके चलते जीपी
सह कहानी म आ जाता है, लाश T को ठकाने लगा दया जाता है, जीपी को शक है क
मां-
बेट का मड'र हो चुका है िजसके लए वह थमतया ाइवेट इ वे ट गेशन करता है और
यहां वह मोना के जाल म फं स जाता है। इस छटपटाहट म वह यह सारी कहानी इं पेF टर
हजारीलाल को सुना देता है, बस यह? से कहानी ट् व ट लेती है, अभी तक तो सबकु छ
वाभा वक हो रहा था, वही घटनाएं दरपेश आ रही थ?, जो एक के बाद एक आनी
चा हए ले कन हजारीलाल क ए के बाद अ वाभा वक घटनाएं घ टत होनी शुV
हो
जाती ह । हजारीलाल जीपी को चुप करा देता है और नैप*य म चले जाने को ववश कर
देता है। इसके बाद पीएम रपोट' चे ज होती है। िजसके बाद कहानी का पूरा आकार
बदल जाता है, R लैट म मड'स' सा बत होने का अथ' था क ह यारे शरद, मोना और
सनम ही ह ले कन उससे अगली रात म मड'स' सा बत होने का अथ' है क मड'स' बाहर
इए ह और अब 5 नया का कोई भी मड'र'र हो सकता है-अब मोना, शरद
का प मजबूत हो चुका है। अब मोना, सनम को खुद को नद ष सा बत करने क दलील
नह?
देनी ह बि क पु लस का िज मा है क वह उ ह दोषी सा बत करे। मामला पूरी तरह से
उलट चुका है।
जाख Ẓ रवॉि वंग चेयर पर बैठा उसे आगे-पीछे हला रहा था और दमाग म
उपरो गो टयां बैठा रहा था।
वह आगे सोच रहा था-या न हजारीलाल ने सीधे-सीधे मोना से डी लग क और बचाने क
क मत मांगी और फर इस कवायद पर लग गया-माय गॉड-।
जाख Ẓ को सोचते-सोचते पसीने आ गये थे।
F या कोई इं पेF टर इतना धूत' भी हो सकता है क जो के स उसके े का न हो,
उसक भी सौदेबाजी कर ले और उससे नावां पीटे-?
ले कन इतने स ते म हजारीलाल कै से डील कर सकता है? मा चालीस-चालीस हजार
क क s त ले रहा है?
हो सकता है, ल बे समय तक लेता। शायद यह भी हजारीलाल क चालाक होगी क
अगर एक बार म मोना ब क से ब Ẓी रकम नकालेगी तो वह शक के घेरे म आ सकती
है। इस कारण वह छोट क s त लंबे समय तक लेता।
जैसे ही जाख Ẓ के दमाग म पूरा बब तैयार इआ, उसने त काल एसएसपी को फोन
लगा दया।
पूरी बात सुनने के बाद एसएसपी क हैरत का कोई ठकाना नह? था। एसएसपी को
व ास होने का नाम नह? ले रहा था क कोई इं पेF टर इतना ब Ẓा गेम भी खेल सकता
है
और अपने थाने के एक जू नयर को ही फं सा दे और उसका जीवन बबा'द करने पर
तुल जाये।
एसएसपी ने भरोसा दया-”म अभी तुर त उसे अपने ऑ फस बुलाता 5ं और हरासत म
लेता 5ं, तब तक तुम उसके िखलाफ अका सुबूत जुटाओ-।”
”ओके सर।”
एसएसपी से कॉल अभी डसकनेF ट ही इई थी क उसका फोन बजा, जब उसने रसीव
कया तो उसे सूचना मली क अर व द नामक को उठा लया गया है और थाने
लाया जा रहा है। यह खबर सुनकर जाख Ẓ के चेहरे पर वजया मक चमक उम Ẓी।
उसने गहरी सांस ली।
*******
अर व द टॉच'र चेयर पर बैठा था। जाख Ẓ रौ V प लये उसके सामने था।
अर व द उसका रौ V प देखकर ही सहम गया था। पास म ख Ẓा एक कां टे
बल वी डयो शूट कर रहा था।
जाख Ẓ ने पूछा-”थाना सदर का मुख बर है तू?”
आवाज इतनी क Ẓ क थी क सीधे-सीधे रीढ़ क हइी म पैव त होती थी। उससे कु
छ हीला-हवाला करते न बना। उसने वीकृ त म गद'न हलायी।
जाख Ẓ गरजा-”मुंह से बोल।”
”हां साब, म थाना सदर का मुख बर 5ं।”
”F या नाम है तेरा?”
”अर वद।”
” म टू को मोना के घर पर पैसे लेने तू भेजता है?”
अर वद का चेहरा फ F क प Ẓ चुका था। वह कु छ देर जाख Ẓ को देखता रह गया।
”अबे बोलता है क नह??”
”हां साब।”
”तुझे कौन डायरेF शन देता है?”
”यह तो आपके टॉफ का मामला है सर।”
”म ने तुझसे नाम पूछा।”
”इं पेF टर हजारीलाल।”
जाख Ẓ को ब Ẓी शाि त मली क प ा यकायक रा ते पर आ गया।
अ वल ब जाख Ẓ ने कया-”F या बोला इं पेF टर
हजारीलाल-?”
”बस इतना कहा था क कसी आदमी को फक र का भेष धरकर मोना के घर पर
भेजना है और वहां से चालीस हजार V पया लाना है।”
” फर?”
”म ने म टू को इस काम के लए तैयार कया और म टू ने यह काम
कया।” ” कतनी बार पैसा उठा चुके हो?”
”अब से पहले दो बार, आज तीसरी बार है।”
” म टू पैसा तुझे लाकर देता है?”
”जी सर-।”
”और तू?”
”म उस पैके ट को जैसा का तैसा हजारीलाल तक पइंचा देता 5ं।”
”F य T ले रहे हो यह पैसा?”
”यह तो मुझे नह? पता स...।” आगे के श ē द अर व द के मुंह म ही फं से रह गये थे
और श ē द T के थान पर एक जोरदार चीख खा रज इई।
झ नाटेदार थ प Ẓ उसके गाल पर रसीद इआ था। अर व द को लगा जैसे हथौẒा उसके
गाल से टकराया हो। वह डकरा उठा।
मुंह से खून नकल आया।
जाख Ẓ उसके बाल झंझोẒ ते इए चीखा-”मुझे हर जवाब हां म चा हए, न म नह?-
तुम लोग मोना से यह पैसा F य T ले रहे हो?”
वह ग Ẓ ग Ẓाते इए बोला-”साब, म एक छोटा-सा मुख बर 5ं, मेरी इतनी औकात कहां
क म हजारीलाल सर से कोई सवाल कर सकूं -उ ह T ने िजतना बताया, म ने उतना काम
कया-।”
”F या बताया उसने?”
”यही क मोना के घर एक फक र के भेष वाला बंदा भेजकर चालीस हजार V पये
मंगाने ह , यह काम म दो बार कर चुका 5ं।”
”तूने पैसे कसे पइंचाया?”
”इं पेF टर हजारीलाल
को।”
”या न थाना सदर का कोतवाल इं पेF टर हजारीलाल?”
”हां सर-।”
”तेरे पास इस मामले म और कोई जानकारी है?”
”नह? सर।”
जाख Ẓ ने हाथ उठाया-” फर तूने न क ?”
वह हाथ जोẒ ने लगा-”साब मुझे िजतना पता है, उतना ही तो बताऊं गा-।”
”चल ठ क है।” जाख Ẓ कु स से उठा और तेज कदम T के साथ बाहर नकल
गया। अर व द आ तीन से अपने मुंह का खून साफ कर रहा था।
*******
अगले आधा घ t टे बाद उसी टॉच'र चेयर पर मोना बैठ थी।
सनम और मोना दोन T को ले आया गया था। ले कन टॉच'र V म म अभी मोना को रखा
गया था।
मोना वैसे तो न त थी ले कन थोẒा घबराई इई थी। न त इस लए थी क पछले
पु लस इ ोगेशन म उसे अ s छे अनुभव इए थे, पु लस बइत पूछताछ के बाद भी
अंततः कु छ बगाẒ नह? पाती थी, छोẒ ना ही प Ẓ ता था।
ले कन घबराहट थोẒी सी इस लए थी क थाना सामा यतः घबराहट का मरकज इआ
करता है।
जाख Ẓ ने मोना से थम कया-”उस फक र को चालीस हजार क क s त F य T
दे रही हो?”
”क-कौन फक र?”
”वो जो हवालात म बंद है, F या तु हारे सामने लेकर आऊं ?”
”म ने कसी को चालीस हजार V पये नह? दये। म F य T
5ंगी?”
जाख Ẓ उसे घूरकर देखने लगा और बोला-”अब तुम बच नह? सकती-हां कु छ दया हो
सकती है तु हारे साथ अगर तुम सच बोल जाओ, अभी तक तु हारे िखलाफ इस लए
कोई कार'वाही नह? क थी क तु हारे िखलाफ सुबूत जुटा रहे थे, अब वो फक र हमारी
हरासत म है और वो चालीस हजार का पैके ट भी िजस पर तु हारी अंगु लय T के
नशान ह -।”
मोना त ē ध थी।
चेहरा फ F क हो गया था। जाख Ẓ का लहजा उसके अंतस म पैठ बनाता था।
मगर वह लगातार डनाई का मूड अि तयार करने के फे वर म थी। उसे पता था क
कानूनी च F कर T से वह बच सकती है ले कन खुद ही इकबाल कर लेगी तो उसे कोई
नह? बचा सकता।
बोली-”यह सब झूठ है, मेरे िखलाफ सािजश है-।”
”वह बंदा भी हमारी हरासत म आ चुका है जो तुमसे चालीस हजार क तीसरी क s त
मंगा रहा था, िजसने पीएम रपोट' च ज करवाई, जो तु ह बचाने पर लगा है।”
अब तो ज V र मोना क रंगत उतर गयी थी।
अंदर से ब Ẓी टूट-फू ट इई थी।
यह देखकर जाख Ẓ मु कु राया और बोला-”अब तुम बच नह? सकती-सारे लोग टूट चुके
ह । अगर खुद ही स s चाई बता दोगी तो म दया कVं गा वरना ऐसी दफाएं ठोकूं गा क
सीधे फांसी के त ते पर पइंचोगी।”
”नह?, म ने कु छ नह? कया है, मुझे फं साया जा रहा है।”
”तु हारी मज -तु ह फांसी पर चढ़ने का शौक है तो शौक से चढ़ो-।”
जाख Ẓ ख Ẓा इआ और क से बाहर नकल गया।
वह सहमी इई 5 से उसे बाहर जाते इए देखती रही। उसके भीतर बीप उठने लगी थी
क खेल ख म हो चुका है मगर अभी वह इस बीप को सुनने को राजी नह? थी।
*******
”यब सब F या है?”
पसीने क बूंद हजारीलाल के म तक पर िझल मला रही थ?।
एसएसपी, जाख Ẓ और हजारीलाल क 5 ट वी И न पर लगी थी।
И न पर वही 5s य उभर रहे थे जो टॉच'र V म म शूट कये गये थे।
उन 5s य T को देखकर हजारीलाल के मसामे पसीना उगलने लगे थे। छठ इ
पुकार लगा रही थी क अब कु छ नह? हो सकता। अब मत करने वाला कोहरा छंट
चुका है। सभी 5s य नुमाया हो गये ह ।
ट वी И न ऑफ करने के बाद एसएसपी ने हजारीलाल से पूछा-”यह सब F या है?”
”यह मेरे िखलाफ सािजश है सर।”
”यह पुराना डायलॉग है-सुबूत और गवा हयां तु हारे िखलाफ ह , अपने जुम' का इकबाल
करो।”
”म नद ष 5ं सर।”
”अरे ट हम।” एसएसपी ने ऊं ची आवाज म कहा।
उसी समय दरवाजा खुला और दो पु लसकम भीतर दािखल इए। उ ह T ने हजारीलाल को
हरासत म ले लया।
”लॉकअप म डालो इसे।”
वे पु लसकम उसका हाथ पक Ẓ कर उसे बाहर ले गये।
जाख Ẓ वह? बैठा रह गया था।
*******
जब क म जाख Ẓ और एसएसपी रह गये तो जाख Ẓ बोला-”कहानी अब आईने क
तरह िF लयर हो चुक है-जीपी सह नद ष है, इसी हजारीलाल ने इस कथा से बे न फट
लेने के लए त*य T को अपने अनुसार तोẒा-मरोẒा-हजारीलाल के व V द अका
दलील और गवाह हाथ आ चुके ह और सबसे ब Ẓा गवाह तो खुद जीपी सह रहेगा।”
”मोना, सनम के िखलाफ F या के स बन रहा है?”
”डबल मड'र के स-उसके लए हमारे पास s यामू नाम का प F का गवाह मौजूद है-ह या
रन तो यह दोन T मां-बेट ह , इसम कोई दो राय नह? ह और ह याएं R लैट म इई ह ले
कन पीएम रपोट' बीच म लफ Ẓा पैदा कर रही है, पीएम रपोट' को जाली सा बत करने
के
लए हमारे पास कोई सुबूत नह? है, तो हम एक ऐसी कहानी तैयार कर सकते ह क
मड'र तेरह तारीख क रात म बाहर कह? दखाय जाय और s यामू क उस पर गवाही
दलवायी जाये।”
”F या s यामू इस कार क गवाही के लए तैयार है?”
”ए जेFटली।”
”वह कस कार तैयार इआ?”
”बस हो गया।”
”कै से?”
”कं टे बल सपना क बदौलत।”
”अsछा-।”
”हां-।”
”कै से मड'र टोरी तैयार करोगे?”
” सचुएशन यही रहेगी जो सच है क शरद सनम के साथ अ Z याशी करता था, चुनार
होटल क फु टेज भी मल जाएंगी िजससे सा बत हो जाएगा, फर शरद ने सनम से
शाद कर ली और R लैट दला दया-पाV और मधुर R लैट म जा धमक? िजसक फु टेज
भी हमारे पास है और िज टर क ए भी...अब चूं क पाV, मधुर के मड'र R लैट म
इए ह , ले कन हम दखाएंगे क R लैट म पाV, मधुर को बेहोश कर दया गया था और
इसी
अव था म बैग T म बंद करके ले जाया गया, जहां तेरह तारीख क रात को दोन T का
मड'र शरद, मोना और सनम ने कया-s यामू चूं क उ ह वॉच कर रहा था, छपते- छपाते
इनके पीछे लगा था-s यामू ने अपनी आंख T से शरद, मोना और सनम को मधुर, पाV का
मड'र करते देखा ले कन उस 5s य से वह इतना अ धक भयभीत हो गया क उसने
यह बयान पु लस को नह? दया क म मड'र का च s मद द 5ं, मगर पु लस को s यामू पर
भी शक था और पु लस ने s यामू से जब स ती बरती तो s यामू टूट गया और सारी
हक कत बयानी कर द ।”
”वैरी गुड।”
”इस कहानी म पीएम रपोट' को भी चे ज नह? कराना होगा वरना पीएम रपोट' जाली
सा बत करना टेढ़ खीर सा बत होगा और इससे हमारी चाज'शीट भी कमजोर प Ẓ
जाएगी।”
”राइट।”
”हजारीलाल पर आरोप सद ह T गे क उसने अपरा धय T को बचाने के लए पैसे क
डील क और उ ह सलाह मुहैया कराता रहा क तुम डनाई करते रहना, और इस तरह
हजारीलाल चालीस हजार क क s त अपरा धय T से वसूल कर रहा था, भयभीत
अपराधी उसे पैसा दे रहे थे।”
”गुड-।”
”ठ क है सर, म चाज'शीट तैयार करता 5ं।”
”ले कन तमाम नभ'रता s यामू गवाह के ऊपर है, उसे थामकर रखना वरना चाज'शीट
नरथ'क हो जाएगी।”
”वह कह? नह? जाएगा-उसक चता न कर सर।”
”ओके ।”
इं पेF टर जाख Ẓ उठा और ए Ẓ यां बजाकर क से बाहर नकल गया।
*******
अगले रोज तीन T अिभयु मोना, सनम और हजारीलाल को नचली अदालत म पेश
कया गया, जहां से तीन T को जेल भेज दया गया।
पु लस ने अपनी चाज'शीट म तमाम ब 5N को ती णता से समेटा। माना जा रहा था
क इन अिभयु T के बच नकलने क कोई सूरत पैदा नह? हो सकती। चार अिभयु
बनाये थे। चैथा शरद गायब था।
पाठक आलरेडी समझ चुके ह क हजारीलाल ही И मनल फादर था। हमने रह य के
अंदाज से И मनल फादर का करेF टर नह? गढ़ा था F य T क कथा को ऐसी कोई हाजत
नह? थी। हमारा कभी भी यह ³ येय नह? रहा है क कथा म अनचाहा रह य बनाकर रखा
जाये बि क हमेशा जोर ग तशीलता और कथा क बुनावट पर होता है। रह य के
च F कर म कई बार लेखक कथा को तोẒ-मरोẒ देते ह िजसको हम अपराध क ेणी म
रखते ह । कथा म मू य T का होना लािजम है न क रह य का। रह य को हमेशा इस
लए रखा जाता है क पाठक @ारा कथा को पढ़वाया जा सके मगर हम हमेशा अपनी ग
तशीलता, वाह और मू य T पर भरोसा रहा है। सं प स और रह य को हम ह बे-
ज V रत चीज समझते ह या न अगर कथा क डमांड है तो डाल दया जाये और अगर
नह? है तो इन चीज T क
कतई ाथ मकता नह? है।
कां टे बल सपना अपनी धुन क प F क थी। जो ठान लया सो ठान लया। अब
चाहे जम? V के क आसमान फटे, इरादे नह? बदले जा सकते।
एक स ताह प ात् सपना और s यामू का ववाह स प न हो गया था। सपना के पता
नाराज थे ले कन मां और भाई राजी थे। मां सपना के साथ ख Ẓी थी। इं पेF टर
जाख Ẓ
ववाह म शरीक इआ था। उसने कोई भी सलाह सपना को देना गैर-ज V री समझा था।
s यामू के ववाह म ध नया खूब नाची थी।
*******
प ह दन प ात् इं पेF टर जाख Ẓ को एक अहम और च काने वाली सूचना मलती है।
शरद का पस' ब s च T ने लूटा था और एक ब s चे के ह से एक एट एम काड' आ गया
था। कु छ दन तो उस ब s चे ने उस एट एम काड' को छपाकर रखा था, अपने मां-बाप
के डर क वजह से। जब कु छ दन गुजर गये तो उसने अपनी मां को यह कहते इए काड'
दया था-”यह उस पागल का काड' है, हम इससे ब क से बइत-सा पैसा नकाल सकते ह
।”
उस ब s चे क मां घबरा गयी थी। उसे अहसास इआ था क हम लफ Ẓे म प Ẓ सकते ह
, उसने अपने प त से िज И कया। प त ऐसे बइत से के सेज पढ़ और सुन चुका था
क काड' चोरी करके पैसा नकाला गया और बाद म गर R तार हो गया।
उस ब s चे का पता सीधे थाने पइंचा।
थानेदार को सारा ववरण दया। थानेदार ने लिखत म मांगा, उसने लिखत म दया।
थानेदार क 5 जब काड' पर अं कत नाम पर प Ẓी थी तो उसक आंख कु छ सकु Ẓ
गयी थ?।
शरद नामी अपराधी क कहानी ब s चा-ब s चा जानता था। थानेदार को यह भी इ म था
क उस के स के तमाम अिभयु पक Ẓे जा चुके ह , एक मु य अिभयु शरद कु मार
को छोẒ कर। उसने पुनः एक बार काड' पर अं कत नाम पढ़ा-शरद कु मार।
‘F या यह वही शरद कु मार है?’ यह हथौẒे क भां त जेहन म टकराया।
ऐसे कु छ नह? कहा जा सकता। देश म हजार T शरद कु मार ह ले कन ब क जाकर
इसक प Ẓ ताल हो सकती है।
थानेदार ने पूछा-”वह पागल कहां है?”
”हमारे ही मुह ले म प Ẓा रहता है, ब Ẓा गंदा है, बदबू आती है।”
”ओके -म एक कां टे बल भेज रहा 5ं, तुम 5 र से उसक पहचान बता देना।”
”ठ क है साब।”
थानेदार ने एक कां टे बल उस के साथ रवाना कर दया और उससे कहा-”उस
पागल से कु छ कहना नह? है, तब तक उसे वॉच करते रहना है, जब तक म अगला
आदेश न 5ं, वो पागल ओझल नह? होना चा हए, यह तु हारी िज मेदारी है और तुम सादा
वद म रहोगे।”
कां टे बल सादा वद म उस के साथ चला गया।
थानेदार सीधे ब क के लए रवाना इआ और उस समय उसक उ Kेजना अपने चरम पर
पइंच गयी जब काड' हो डर क आईडी ह यारे शरद कु मार क आईडी नकली।
उसने तुर त ही कं ोल V म को सू चत कया। कं ोल V म से यह सूचना स बि धत
थाने के इं पेF टर जाख Ẓ तक पइंची।
जाख Ẓ दल-बल के साथ 5 र-दराज ि थत उस थान क तरफ चल दया।
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शरद को कोई बइत देर तक नजर भरकर नह? देख सकता था। उबकाई आने
लगती।
वह एक बदबू का भ t डार था।
उसके बदन पर सफ' अ t डर वयर ही साबुत नजर आता था। हालां क वह प ट और शट'
दोन T पहनेे था ले कन चीथ Ẓा। क K र T क श F ल म प ट बे ट पर लटक थी।
अ t डर वयर पीछे से फू ला इआ था िजसम से बदबू आती थी और मिF खयां
िभनिभना रही थ?।
शट' कतरन क श F ल म थी जो कॉलर पर लटक इई थी। भीतर का ब नयान
फटकर नीचे लौट गया था।
जब इं पेF टर जाख Ẓ वहां दल-बल के साथ पइंचा तो वह शरद को देखकर त ē ध रह
गया।
जाख Ẓ त ē ध मा शरद क अव था को देखकर ही नह? रह गया था बि क फलव
शरद के ए F शन ने उसे हैरान कर दया था।
शरद ड ट बन म से नकालकर स Ẓा इआ खाना खा रहा था।
उस 5s य को देखकर खुद जाख Ẓ को उबकाई आ गयी। थोẒी देर जाख Ẓ जहां-का-
तहां ffi ज होकर रह गया था।
जाख Ẓ और उसका अमला बावद था या न देखने मा से पु लस नजर आता था।
दस मनट से अ धक जाख Ẓ 5 र ख Ẓा उसे देखता रहा। अभी तक शरद क 5 इन
लोग T पर नह? प Ẓी थी, वह अपनी धुन म था।
थोẒी देर बाद जाख Ẓ ने अमले को संके त दया।
चार-पांच सपाही मन मसोसते इए क उ ह इतने गंदे आदमी को पक Ẓ ना प Ẓेगा,
शरद क तरफ बढ़े-।
एक ब s चे ने 5 र से कह दया-”ओ पागल पु लस आ रही है-।”
पु लस श ē द उसके अवचेतन मन म ऐसा पैव त हो गया था क वह बैठा-बैठा
दहल उठता था।
बदहवास हो जाता था और बुरी तरह दौẒ प Ẓ ता था। पास म ही े फक चल रहा
था। पु लस श ē द कान म प Ẓ ते ही वह च क उठा।
उसने इस तरफ देखा।
5 पु लस पर प Ẓी जो उसी को देखती इई उसक तरफ बढ़ रही थी।
बस-
वह बदहवासी म भागा। बेसुध।
एक औरत से टकरा गया। औरत क चीख नकल गयी। पु लस उसके पीछे दौẒी।
शरद होश गुम हो चुका था क उसक सुध-बुध सब खो चुक थी।
वह वहां से स Ẓ क क तरफ भागा था और एक क क सीधी ट F कर उसे लगी।
ण के सौव ह से बाद उसक एक आिखरी चीख खा रज इई।
टायर उसके सर के ऊपर से गुजर चुका था। सर क हइी भी सलामत नह? बची थी।
बाक शरीर अं तम बार त Ẓ प रहा था।
िजसक 5 भी उस 5s य पर प Ẓी थी, वह 5 दय वदारक वर म चीख उठा था।
(समा त)
उप यास आपको जैसा भी लगा हो, भले दो श ē द T म सही ले कन कडल पर त
И या ज V र डाल । अपार कृ पा होगी

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