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Devendra Constitution
Devendra Constitution
1934 में एम. एन. राय - ने भारत में संविधान सभा बनाने का विचार दिया I
इन्होने ही 1920 में कम्यनि
ु ष्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (CPI) का गठन ताशकंद में किया | जो कि वर्तमान में उज़्बेकिस्तान की राजधानी है I
1940 अगस्त प्रस्ताव - 1940 अगस्त प्रस्ताव में अंग्रेजों ने संविधान बनाने की मांग को स्वीकार किया | उस समय वायसराय लार्ड
लिनलिथगो था I
1946 कैबिनेट मिशन - 16 मई 1946 को कैबिनेट मिशन भारत आया । इसमें तीन सदस्य थे।
Pethick lawrence , AV Alexander, Stafford Cripps
कैबिनेट मिशन ने 6 दिसम्बर 1946 को संविधान सभा बना दी |
संविधान सभा (Constituent Assembly) - संविधान सभा में पहले 389 लोग थे , लेकिन बंटवारे के बाद 299 लोग बचे थे I
नोट : संविधान सभा आंशिक रूप से चयनित एवं आंशिक रूप से मनोनीत थी | कुछ लोग अप्रत्यक्ष चन
ु ाव के द्वारा तथा कुछ लोग
मनोनीत किये गए थे |
संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 को हुई I डॉ० सच्चिदानंद सिन्हा संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष बने।I
संविधान सभा में 15 महिलाएं भी सम्मिलित थी |
संविधान सभा की दस ू री बैठक 11 दिसम्बर 1946 में हुई -
11 दिसम्बर 1946 को डॉ० राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थाई सदस्य चन ु ा गया और उपाध्यक्ष एच० सी० मख
ु र्जी बने I
संविधान सभा की तीसरी बैठक 13 दिसम्बर 1946 में हुई –
प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उद्दे श्य प्रस्ताव प्रस्तत
ु किया I
समवर्ती सच ू ी
ऑस्ट्रे लिया संयक्
ु त अधिवेशन
अन्तर्राज्यीय व्यापार
नोट - भारत के संविधान का सबसे बड़ा 2/3 भाग भारत सरकार अधिनियम 1935 से लिया गया है I
संविधान के महत्वपर्ण
ू तथ्य
⮚ भारत का संविधान बनने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे I
⮚ जब संविधान बना उस समय 395 अनच् ु छे द 22 भाग 8 अनस
ु चि
ू याँ थीं I वर्तमान में 448 अनच्
ु छे द 25 भाग तथा 12
अनसु चि
ू यां हैं I
⮚ संविधान सभा के ११ अधिवेशन बल ु ाये गए थे |
⮚ परू ा संविधान बनने में लगभग 64 लाख रुपये खर्च हुए I
⮚ संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ इसलिए 26 नवम्बर को संविधान दिवस मानते हैं I
⮚ भारत के मल ू संविधान पर 284 लोगों ने हस्ताक्षर किये I
⮚ भारत के संविधान का हस्तलेखन प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने किया I
⮚ भारत के संविधान की चित्रकारी नन्दलाल बोस और राममनोहर सिन्हा ने की I
नोट : 22 जल
ु ाई 1947 को राष्ट्रीय तिरं गा अपनाया गया I इसको पिंगली वें कैया ने डिजाइन किया I भारत के झंडे का अनप
ु ात 2:3
है I
25 जनवरी 1950 भारत के निर्वाचन आयोग का गठन किया गया | 25 जनवरी को मतदाता दिवस मनाया जाता है |
26 जनवरी 1950 संविधान लागू किया गया | गणतंत्र दिवस मनाते है | राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चिन्ह को स्वीकार किया गया |
28 जनवरी 1950 भारत का सर्वोच्च न्य
प्रस्तावना
भारतीय संविधान की प्रस्तावना अमेरिका संविधान से प्रभावित है जो विश्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है I
प्रस्तावना के माध्यम से भारतीय संविधान का सार अपेक्षाएं, उद्दे श्य उसका लक्ष्य तथा दर्शन प्रकट होता है I प्रस्तावना यह
घोषणा करती है संविधान अपनी शक्ति सीधे जनता से प्राप्त करता है I इसी कारण यह "हम भारत के लोग" वाक्य से प्रारम्भ होती
है I
हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पर्ण ू प्रभत्ु व सम्पन्न, समाजवादी , पंथनिरपेक्ष,लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा
उसके समस्त नागरिकों को :
सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर
की समता प्राप्त करने के लिए तथा
उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सनि ु श्चित करनेवाली बंधत ु ा बढ़ाने के लिए
दृढ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर 1949 ई0 (मिति मार्गशीर्ष शक् ु ल सप्तमी, संवत दो हजार
छह विक्रमी) को एतद्द्वारा
इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।
भाग - 1
भारत एवं उसके राज्य
❖ अनच्
ु छे द – 1 इंडिया जिसका नाम भारत है वह राज्यों का एक संघ है I
❖ अनच्
ु छे द – 2 भारत को बाहर से कोई क्षेत्र मिलता है I भारत के नए राज्य के रूप में शामिल करना I
❖ अनच्ु छे द – 3 इसके अंतर्गत भारत में किसी नए राज्य को बनाना, क्षेत्रफल कम या ज्यादा होना, राज्य का नाम बदलना ये
अधिकार संसद के पास हैं
राज्यों का पन
ु र्गठन
S K धर कमीशन 1948 में सिर्फ भाषा के आधार पर राज्य बनाने से इनकार कर दिया I
JVP समिति जवाहरलाल नेहरू, वल्लभभाई पटे ल, पट्टाभि सीतारमैया ने भी सिर्फ भाषा के आधार पर राज्य बनाने से इनकार कर
दिया I
फज़ल अली कमीशन 1953 फज़ल अली कमीशन ने अनम ु ति दी कि भाषा के आधार पर राज्य बना लो I किन्तु भाषा एकमात्र
आधार नहीं हो सकता है |
नोट - 1953 में भाषा के आधार पर आंध्र प्रदे श दे श का पहला राज्य बना I
भाग -2
(नागरिकता)
नागरिकता का उल्लेख अनच्
ु छे द 5 -11 तक है I
अनच्
ु छे द 9 अगर कोई व्यक्ति स्वेक्षा से दस
ू रे दे श की नागरिकता स्वीकार कर ले तो भारत की नागरिकता स्वतः ही समाप्त हो
जाएगी I
अनच्ु छे द 11 नागरिकता से जड़
ु े कानन
ू बनाने का अधिकार संसद को है I
हमारे मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से प्रभावित है | मौलिक अधिकारों को डॉ० भीमराव अम्बेडकर ने संविधान का
मैग्नाकार्टा कहा I
अन० ु 15
पांच आधारों पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा –
जैसे - जाति, धर्म, नस्ल, जन्म स्थान और लिंग
अन०
ु - 20 अपराध सिद्ध से सम्बंधित अधिकार
● एक अपराध के लिए दो बार सजा नहीं दे सकते
● पिछली डेट में कानन
ू बनाकर सजा नहीं दे सकते
● किसी अपराध के लिए स्वयं के विरुद्ध गवाही नहीं दे सकते I (Only Criminal case में apply होंगे ये नियम )
अन०
ु - 21A शिक्षा का अधिकार
6 – 14 वर्ष तक के बच्चों को मफ्
ु त शिक्षा का अधिकार 86 वें संविधान संसोधन 2002 द्वारा जोड़ा गया I
अन०
ु - 22 गिरफ़्तारी एवं बंदी बनाने से सम्बंधित अधिकार
बंदी बनाने की अधिकतम सीमा तीन माह है I
नोट – D.D बसु केस थाने में कस्टडी से जड़
ु ी गाइडलाइन सप्र
ु ीम कोर्ट ने बनाई
अन०
ु 29 भारत में सभी धर्मों को अपनी संस्कृति, भाषा, लिपि संरक्षित करने का अधिकार है I
अन०ु 30 अल्पसंख्यकों को अपनी पसंद का शैक्षिक संस्थान खोलने एवं उनके प्रबंधन करने का अधिकार है I
संवध
ै ानिक उपचारों का अधिकार (Art - 32)
नोट - डॉ० भीम राव अम्बेडकर ने अन०
ु - 32 को संविधान का हृदय एवं आत्मा कहा I
Art 32 में मौलिक अधिकारों के संरक्षण के लिए Direct S.C (सर्वोच्च न्यायालय) जा सकते हैं I
सप्र
ु ीम कोर्ट 5 तरीके की रिट जारी करता है I
बंदी प्रत्यक्षीकरण (Habeas Corpus) यह रिट सरकारी व गैर सरकारी दोनों संस्थानों के खिलाफ जारी की जाती है
परमादे श रिट (Mandamus) केवल सरकारी संस्थानों के कर्मचारियों के खिलाफ जारी होता है जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन
न करे ।
नोट - यह रिट राष्ट्रपति और राज्यपाल के खिलाफ जारी नहीं की जा सकती।
अधिकार पच्ृ छा (Quo Warranto) जब कोई सरकारी संस्थान अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाते हैं और मौलिक अधिकारों
का उल्लंघन हो जाये तब सप्र
ु ीम कोर्ट यह रिट जारी करता है ।
निषेध रिट (Prohibition) न्यायपालिका से संबधि ं त जब निचली अदालतें अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाएं या कोई निर्णय
ले लें तब सप्र
ु ीम कोर्ट निषेध रिट जारी करता है ।
उत्प्रेषण लेख (Writ of Certaiorari) निचली अदालत के फैसले की न्यायिक समीक्षा की करना | निचली अदालतों के
निर्णय को रद्द करना।
नोट - गांधीयन संविधान - महात्मा गांधी के शिष्य - श्रीमन नारायण अग्रवाल ने लिखा।
भाग -3 भाग -4
भाग- 9
73 वां संशोधन पंचायतें
अनस
ु च
ू ी 11
भाग – 9 (A)
74 वां संशोधन नगर निकाय
अनस
ु च
ू ी 12
भाग - 4A
मौलिक कर्तव्य (Fundamental Duties)
(क) संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान का आदर करे ;
(ख) स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखे और उनका पालन करे ;
(ग) भारत की प्रभत ु ा, एकता और अखंडता की रक्षा करे और उसे अक्षुण्ण रखे;
(घ) दे श की रक्षा करे और आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करे ;
भाग - 5
संसद के भाग (Part of Parliament)
राष्ट्रपति
राज्यसभा
लोकसभा
राष्ट्रपति
अन०
ु 52 - भारत का एक राष्ट्रपति होगा।
योग्यता –
वह भारत का नागरिक हो।
वह 35 वर्ष की आयु पर्ण
ू कर चक
ु ा हो।
पागल या दिवालिया न हो।
लोकसभा का सदस्य बनने की योग्यता रखता हो।
किसी लाभ के पद पर न हो।
चन
ु ाव प्रणाली - राष्ट्रपति का चन
ु ाव अप्रत्यक्ष चन
ु ाव है । भारत की लोकसभा तथा राज्यसभा के चयनित सदस्य तथा राज्यों तथा
केंद्र शासित प्रदे श जिनके पास विधानसभा के MLA , सभी चयनित सदस्य राष्ट्रपति चन
ु ाव में वोट डालते हैं।
⮚ राष्ट्रपति के चन
ु ाव में 50 प्रस्तावक और 50 अनम
ु ोदक की आवश्यकता होती है ।
⮚ राष्ट्रपति का चनु ाव जीतने के लिए (50 % +1) वोट चाहिए I
⮚ MP और MLA की वोट कीमत अलग - अलग होती है I
Art – 55 राष्ट्रपति के चन
ु ाव की पद्धति (Manner of Election)
राष्ट्रपति के चन
ु ाव की पद्धति आयरलैंड से ली गयी है ।
Proportional Representation of Single transferable Vote (एकल संक्रमणीय आनप
ु ातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली )
⮚ जो सबसे Last Voter कम वोट पाने वाला उम्मीदवार उसकी Second Priority दे खी जाएगी और उनके वोट अन्य कैं डिडेट
के वोट में Add कर दिए जाएंगे I
⮚ यह प्रक्रिया तब तक चलती है जब तक 50 % +1 वोट प्राप्त नहीं होता है I
⮚ शपथ अन० ु - 60 राष्ट्रपति को शपथ सप्रु ीम कोर्ट का मख्
ु य न्यायाधीश दिलाता है ।
⮚ राष्ट्रपति अपना त्यागपत्र उपराष्ट्रपति को दे गा।
⮚ राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष होता है लेकिन उसको फिर से चन ु ा जा सकता है ।
अब तक के राष्ट्रपति
नोट - वी० वी० गिरी पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। कार्यवाहक राष्ट्रपति अधिकतम छः माह तक रह सकता है । ये मजदरू नेता थे।
भारत के दसू रे कार्यवाहक राष्ट्रपति भारत के मख्
ु य न्यायाधीश एम हिदायतल् ु ला बने।
4. वी० वी० गिरी - श्रमिकों के लिए कार्य करने वाले प्रथम राष्ट्रपति।
5. फखरुद्दीन अली अहमद - दस ू रे मस्लि
ु म राष्ट्रपति , इन्हीं के कार्यकाल में राष्ट्रीय आपातकाल 1975-77 में लगा। इनकी
मत्ृ यु इनके कार्यकाल में ही हो गयी थी।
नोट - भारत के तीसरे कार्यवाहक राष्ट्रपति Acting President B. D. Jatti बने।
6. नीलम संजीव रे ड्डी - पहले राष्ट्रपति जो निर्विरोध चन
ु े गए। भारत के एकमात्र राष्ट्रपति जो लोकसभा स्पीकर रहे ।
7. ज्ञानी जैल सिंह - पहले सिख राष्ट्रपति, गहृ मंत्री पहली बार पॉकेट वीटो पावर का प्रयोग किया।
8. आर वें कटरमन
9. शंकर दयाल शर्मा
10. के० आर० नारायण - पहले दलित राष्ट्रपति।
11. डॉ० ए० पी० जे० अब्दल ु कलाम - मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता है ।
12. प्रतिभा दे वी सिंह पाटिल - प्रथम महिला राष्ट्रपति
13. प्रणब मख ु र्जी - भारत रत्न से सम्मानित
14. रामनाथ कोविंद - दस ू रे दलित राष्ट्रपति
15. द्रौपदी मर्मू
ु - वर्तमान राष्ट्रपति 2022 से दस
ू री महिला राष्ट्रपति (भारत की प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति)।
5 Steps –
1. 25 % या ¼ सदस्य प्रथम सदन के प्रस्ताव पास करें (राज्यसभा या लोकसभा किसी भी प्रथम सदन के)
2. प्रथम सदन 2/3 बहुमत से सहमत हो जाएं।
3. महावियोग लगाने से पहले राष्ट्रपति को 14 दिन का नोटिस दे ना पड़ेगा उसका पक्ष जानने के लिए।
4. दस ू रा सदन प्रस्ताव की जाँच करे गा।
5. दस ू रा सदन भी 2/3 बहुमत से पास करे ।
नियक्ति
ु से जड़
ु ी शक्तियां –
अटॉर्नी जनरल (Art – 76)
CAG (Art – 148)
इनकी नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है ।
वित्त आयोग (Art – 280)
UPSC (Art – 315)
चनु ाव आयोग ( Art – 324)
नोट - Art – 74 राष्ट्रपति सभी कार्य प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की सलाह पर करे गा।
विधायी शक्तियाँ-
विवेकाधीन शक्तियाँ -
अगर किसी पार्टी को बहुमत नहीं है तो वह बड़ी पार्टी के नेता को PM बना सकता है ।
लोकसभा भंग करने का अधिकार राष्ट्रपति को है ।
उपराष्ट्रपति का चन
ु ाव (Art – 66)
Electoral College कुल सदस्य - राज्यसभा
कुल सदस्य – लोकसभा चन
ु ाव में वोट डालेंगे |
नोट – (अन०
ु - 67) उपराष्ट्रपति को हटाने का विशेषाधिकार राज्यसभा को है ।
कार्य (Function)
संसद (Parliament)
238 12 530 20
अप्रत्यक्ष चन
ु ाव कला, साहित्य , विज्ञान, प्रत्यक्ष चन
ु ाव होगा।
इसमें राज्य के MLA समाज सेवा
वोट डालते हैं राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत
530 सदस्य राज्यों से चन ु े जाते है 20 सदस्य केंद्र शासित
किये प्रदे शों से।
जाते है नोट - 104 वे संविधान संशोधन द्वारा लोकसभा की दो सीटें पर
राष्ट्रपति द्वारा एंग्लो इंडियन को मनोनीत करने की व्यवस्था
राज्यसभा में सीटों का आवंटन संविधान की चौथी अनसु च
ू ी से को खत्म कर दिया गया ।
आता है ।
उदा० – U.P 31 सीट , महाराष्ट्र 19, तमिलनाडु 18
कार्यकाल कार्यकाल
राज्यसभा का कार्यकाल निश्चित काल। लोकसभा 5 साल ।
1/3 सदस्य प्रत्येक दो वर्ष बाद रिटायर होते है |
प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल 6 वर्ष पहले आम चन ु ाव 1950 - 51 में हुए।
2019 में 17वीं लोकसभा का चन
ु ाव हुआ।
राज्यसभा का गठन 1952 में किया गया । लोकसभा अपना स्पीकर स्वयं चन ु ती है |
उपराष्ट्रपति राज्यसभा का पदे न सभापति होता है ।
राज्यसभा अपने उपसभापति का चन ु ाव करती है । नोट - सरकार का बनना बिगड़ना लोकसभा से तय होता है ।
मंत्रिपरिषद लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होती है ।
Important Facts
● संसद की दोनों सत्रों की बीच 6 महीनों से ज्यादा विलंब नहीं होना चाहिए। वास्तविकता में भारत की संसद 3 बार बैठती है ।
● कोरम (अन० ु – 100)सदन की कुल संख्या का 1 /10 होता है | सदन की कार्यवाही चलने के लिए लोकसभा तथा
राज्यसभा के सदस्यों की 1/10 उपस्थिति जरूरी है ।
● जब पक्ष और विपक्ष की किसी मद् ु दे या काननू बनाने पर बराबर मत प्राप्त होते हैं तब लोकसभा स्पीकर या सभापति अपना
निर्णायक मत दे सकता है ।
● सदन में 11 से 12 की बीच का समय प्रश्नकाल का होता है । प्रश्नकाल दो प्रकार के होते हैं - तारांकित आउट अतारांकित
तारांकित प्रश्न - मौखिक जवाब दे ना।
अतारांकित प्रश्न - लिखित में जवाब दे ना।
तारांकित (मौखिक उत्तर दिए जाएगा ) अतारांकित (लिखित उत्तर दिए जायेगा )
परू क प्रश्न पछ
ू े जा सकते हैं परू क प्रश्न नहीं पछ
ू े जा सकते है
● 12 से 1 के बीच शन्
ू य काल होता है । शन् ू य काल में किसी राष्ट्रीय हित के मद्
ु दे पर चर्चा की जाती है ।
● सरकार लोकसभा से चयनित होती है । जिस पार्टी के सांसद ज्यादा होंगे उस पार्टी की सरकार बनेगी।
● सरकार गिराने के लिए अविश्वास प्रस्ताव केवल लोकसभा में लाया जाता है , कम से कम 50 सदस्य होने चाहिए।
● सरकार के प्रधानमंत्री या मंत्री किसी भी सदन के हो सकते हैं। बिना किसी सदन के सदस्य होने पर 6 महीने तक पद रह
सकता है ।
● बिना बताये 60 दिन की अनप ु स्थिति पर संसद की सदस्यता छीन ली जाती है या ख़त्म हो जाती है ।
पब्लिक बिल मंत्रियों द्वारा पेश किया जाता है । यह बिल अन्य सदस्य पेश करते हैं, मंत्रियों को छोड़कर।
पब्लिक पास होने की ज्यादा सम्भावना होती है । इस बिल के पास होने की सम्भावना कम होती है ।
पब्लिक बिल लाने के 7 दिन पहले एडवांस नोटिस दे ना पड़ता है । ये एक महीने के एडवांस नोटिस पर लाया जाता है ।
Bills (विधेयक )
सामान्य विधेयक राज्यसभा एवं लोकसभा की शक्तियां समान पास करने का अधिकार
Ordinary Bill होती है | विधेयक किसी भी सदन में लाया रिजेक्ट करने का अधिकार
जा सकता है अगर एक भी सदन ने पास नहीं वापस करने का अधिकार (केवल एक बार )
किया तो बिल फंस जाएगा। (Deadlock)
धन विधेयक अन०
ु - 110 लोकसभा की शक्तियां अधिक है | राष्ट्रपति धन विधेयक को वापस नहीं कर सकता |
सार्वजनिक उपक्रम
बजट
हर मंत्रालय अपनी मांग रखता है इस पर वोटिंग होती है । जो पैसा खर्च होता है । जैसे - जजों की सैलरी, राष्ट्रपति सैलरी
संवध
ै ानिक पदों की सैलरी | इस पर वोटिंग नहीं होती है ।
● प्रत्यानदु ान (Vote on Credit )(आर्ट 116 ) - इसको बजट का Blank Cheque कहते है ।
● लेखानद ु ान (Vote on Account) (Art - 116) एडवांस पैसा बजट का परू ा रुपया मिलने से पहले जो कुछ थोड़ा पैसा किसी
मंत्रालय को दे दिया जाये। यह एडवांस पैसा दो महीने के लिए दिया जाता है
अन०
ु 67 - उपराष्ट्रपति को हटाना |
● राज्य सभा पर्ण ू बहुमत से पास करे
● उपराष्ट्रपति की 14 दिन का नोटिस
● लोकसभा साधारण बहुमत से सहमत हो जाये।
State (राज्य)
राज्यपाल , विधान परिषद, विधानसभा को मिलाकर विधानमंडल बनता है ।
राज्य
राज्यपाल (अन०
ु - 153)
राज्यपाल का पद कनाडा से लिया गया है ।
योग्यता
● भारत का नागरिक हो।
● पागल या दिवालिया न हो।
● लाभ के पद पर न हो।
● 35 वर्ष की आयु परू ी कर चक
ु ा हो।
राज्यपाल की शक्तियां
● अन०
ु - 154 - राज्य की कार्यपालिका का प्रमख ु होता है ।
● अन०ु 161 - राज्यपाल को सजा माफ़ करने की शक्ति (फांसी को छोड़कर)
● अन० ु - 164 - राज्य के मख्
ु यमंत्री और मंत्रियों की नियक्ति
ु ।
● अन० ु 163 - राज्यपाल मख्
ु यमंत्री और मंत्रियों के सलाह पर काम करने के लिए बाध्य है ।
● अन० ु 176 - विधानसभा में हर साल और नई विधानसभा चन ु े जाने पर पहला भाषण दे ने का अधिकार ।
Min - 40 सदस्य और Max विधानसभा सदस्यों की संख्या का 1/3 हो Min – 60 और Max – 500 सीट
सकती है Example U.P – 403
Example U.P – 100
योग्यता - योग्यता -
उम्र 30 वर्ष उम्र 25 वर्ष
चन
ु ाव
अप्रत्यक्ष चन
ु ाव प्रत्यक्ष चन
ु ाव जो 18 वर्ष उम्र परू ी कर चक
ु ा हो।
नोट-
● सामान्य बिल के केस में विधान परिषद किसी बिल को 4 महीने तक रोक सकती है ।
● (First time – 3 month Second time- 1 month)
● धन विधेयक अन० ु 199 - राज्य की विधान सभा में लाया जाता है ।
● विधान परिषद धन विधेयक( Money Bill) को 14 दी तक रोक सकती है ।
● नोट- राज्यपाल किसी भी बिल को राष्ट्रपति की मंजरू ी के लिए भेज सकता है । अन०
ु – 201
संवध
ै ानिक पद (Constitutional Posts )
कार्यकाल -
राष्ट्रपति के प्रसादपर्यन्त।
विशेषाधिकार-
● वह भारत सरकार का पक्ष रखने के लिए ,भारत के किसी भी न्यायालय में उपस्थित हो सकता है
● अटॉर्नी जनरल - संसद की किसी भी कार्यवाही में भाग ले सकता है लेकिन अपना वोट नहीं दे सकता (अन०
ु – 88)
● नोट- अटॉर्नी जनरल की सहायता के लिए दो सॉलिसिटर जनरल नियक् ु त किये जाते हैं।
● सॉलिसिटर जनरल का पद संवध ै ानिक में नहीं है ।
● इसकी नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है ।
● कार्यकाल - 6 वर्ष या 65 वर्ष
● हटाना - इसको सप्र ु ीम कोर्ट के जजों जैसे हटाया जाएगा।
● इसकी पन ु ः नियक्ति
ु नहीं की जा सकती।
● कार्यकाल परू ा होने के बाद यह केंद्र / राज्य की कोई भी नौकरी नहीं कर सकता ।
कार्य -
● भारत एवं राज्यों के मख्ु य खातों की जाँच करता है ।
● लोक निधि खाते (Public Account) की भी जांच करता है ।
● CAG अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजता है । राज्यों वाली रिपोर्ट राज्यपाल को भेजता है ।
● राष्ट्रपति इस रिपोर्ट को (PAC) लोक लेखा समिति के पास भेज दे ता है । और PAC इसकी जांच करती है ।
● Some Titles of CAG कैग के नाम
1. सरकारी पर्स का रखवाला ।
2. CAG को लोक लेखा समिति (PAC) की आंख और कान कहते हैं।
3. डॉक्टर बी० आर० अम्बेडकर ने इसे लोकतांत्रिक ढांचे का बांध कहा ।
आयोग (Commission)
सदस्यों की नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है सदस्यों की नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है सदस्यों की नियक्ति
ु राज्यपाल करता है
केंद्र के लिए IAS, IPS, IFS आदि exam यदि किसी राज्य के पास अपना लोक सेवा PCS आदि एग्जाम
संघ लोक सेवा आयोग कराएगा। आयोग नहीं है | तब संसद JPSC बनाने की
सहमति दे ती है ।
UPSC में कितने सदस्य होंगे ये राष्ट्रपति JPSC में राष्ट्रपति तय करे गा। SPSC में राज्यपाल तय करे गा।
तय करे गा।
UPSC अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजता ये राज्यपाल को भेजता है । ये रिपोर्ट राज्यपाल को भेजता है ।
है ।
● JPSC संवध ै ानिक संस्था नहीं है यह संस्था आवश्यक्तानस ु ार में बनाई जाती है ।
● अन० ु -320 (Function of UPSC, JPSC, SPSC)
Requirement करना
प्रमोशन, ट्रांसफर अनश ु ासनात्मक कार्यवाही से संबधि
ं त नियम बनाना ।
● अन० ु - 310 प्रसाद पर्यन्त का सिद्धां त
केंद्र में कोई भी नौकरी करने वाला व्यक्ति राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यन्त काम करता है ।
राज्य में सभी नौकरियां राज्यपाल के प्रसाद पर्यन्त हैं।
● अन० ु - 312 नई अखिल भारतीय सेवाएं Create करना।
३) चन
ु ाव आयोग (अन०
ु - 324) भाग - 15
● इस कमीशन में एक मख् ु य चनु ाव आयक्
ु त एवं २ चन
ु ाव आयक्ु त (1+2 = 3) होते हैं।
● कार्यकाल - 6 वर्ष या 65 वर्ष
● हटाने की प्रक्रिया - मख्
ु य चनु ाव आयक्
ु त को ऐसे ही हटाया जाता है जैसे सप्र
ु ीम कोर्ट के जज को हटाया जाता है ।
2 चनु ाव आयक् ु तों को संसद के विशेष बहुमत से राष्ट्रपति हटा सकता है । लेकिन पहले मख् ु य चन
ु ाव आयक्
ु त की सहमति
लेनी पड़ेगी।
RPA – 1950 Representation of the People Act. लोक RPA – 1951 Representation of the People Act. लोक
प्रतिनिधित्व अधिनियम प्रतिनिधित्व अधिनियम
केस - भारत संघ बनाम Association of Democratic लिली थॉमस बनाम भारत संघ
Reform
अगर किसी प्रत्याक्षी को किसी अपराध की सजा दो वर्ष या
प्रत्याशी या उम्मीदवार को क्रिमिनल बैकग्राउं ड के बारे में उससे ज्यादा है तो सजा परू ी होने तक तथा 6 वर्ष बाद तक वह
जानकारी दे ना अनिवार्य है । चनु ाव नहीं लड़ सकता | (अपराधिकरण को काम करने के लिए
केस
● चन
ु ाव आयोग ने चन ु ाव प्रचार पर खर्च करने के लिए व्यय सीमा निर्धारित की है ।
लोकसभा चनु ाव में 95 लाख रुपये निर्धारित किये। छोटे राज्यों के लिए 75 लाख है ।
विधानसभा चनु ाव के लिए 40 लाख । छोटे राज्यों के लिए 28 लाख है ।
भारत की कैबिनेट राष्ट्रपति को लिखित सलाह दे ,तब राष्ट्रपति आपातकाल लगा सकता है |
राष्ट्रपति द्वारा लगाया गया आपातकाल संसद में एक महीने के भीतर विशेष बहुमत से पास होनी चाहिए।
इसकी वैधता 6 माह तक होती है ।
आपातकाल के प्रभाव
शर्तें -
१) किसी राज्य में संवध
ै ानिक तंत्र विफल हो जाने पर।
अन० ु - 365 राज्य का कर्तव्य है कि वह केंद्र के निर्देशों का पालन करे ।
ऐसा न करने पर माना जाएगा कि राज्य में संवध ै ानिक ढांचे का उल्लंघन हो रहा है ।
२) किसी राज्य में सरकार न बनने पर
राष्ट्रपति शासन संसद द्वारा सामान्य बहुमत से 2 महीने के अंदर पास होना चाहिए ।
वैद्यता
1. राष्ट्रपति शासन 6 महीने तक चलेगा।
2. इस राष्ट्रपति शासन को 1 साल तक बड़ा सकते हैं।
3. अगर किसी राज्य में चन ु ाव आयोग बोल दे कि चन ु ाव करना संभव नहीं है या राष्ट्रीय आपात का समय हो तब राष्ट्रपति
शासन अधिकतम 3 साल तक लगा सकते हैं।
उदाहरण - अब तक पंजाब में एक बार 3 वर्ष तक राष्ट्रपति शासन लगा है |
प्रभाव - विधानमंडल की शक्तियां संसद के पास चली जाती हैं। कार्यपालिका की शक्ति राष्ट्रपति के पास चली जाती है ।
नोट
1. सबसे ज्यादा राष्ट्रपति शासन उत्तर प्रदे श में लगा है अब तक 10 बार।
2. सबसे पहले राष्ट्रपति शासन पंजाब में लगा।
3. भारत में ऐसे दो राज्य जिनमें अभी तक राष्ट्रपति शासन नहीं लगा - छत्तीसगढ़ और तेलग
ं ाना।
अनच्
ु छे द – 368
संसद विशेष बहुमत से संशोधन कर सकती है । संसद विशेष बहुमत से पास करे + आधे राज्यों की विधानसभा
भी सहमत हो। (50 % राज्य )
संशोधन से जड़
ु े प्रमख
ु केस
1 ) शंकरी प्रसाद बनाम भारत संघ (1951 ) एवं सज्जन सिंह बनाम राजस्थान राज्य (1965 )
न्यायपालिका
सर्वोच्च न्यायालय
● 1773 में रे गल ु ेटिगं एक्ट वारे न हे स्टिंग्स ने बनाया। जिससे 1774 में कलकत्ता के फोर्ट विलियम में सप्र
ु ीम कोर्ट बनाया
गया।
● भारत स्वतंत्रता अधिनियम (1935) से फेडरल सप्र ु ीम कोर्ट बनाया गया।
● 28 जनवरी 1950 को सप्र ु ीम ऑफ़ इंडिया बनाया गया।
● जब सप्रु ीम कोर्ट बना तब 1 + 7 = 8 जज थे (1950) में ।
● अब सप्र ु ीम कोर्ट में जजों की संख्या 1+33=34 है । (2021) से
● सप्र
ु ीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ाने या घटाने का अधिकार संसद के पास है ।
● भारत के पहले मख् ु य न्यायाधीश एच० जे० कानिया थे।
● भारत के वर्तमान 50 वे मख् ु य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचड़ू है ।
योग्यता –
1. 5 साल तक हाई कोर्ट का जज रहा हो।
2. 10 वर्ष उच्च वकील रहा हो हाई कोर्ट या सप्र
ु ीम कोर्ट में ।
सप्र
ु ीम कोर्ट में जजों की नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है अन०
ु 124 (2)
3 जज केस
● प्रथम जज केस - एस० पी० गुप्ता बनाम भारत संघ (1981)
जजों की नियक्ति
ु में मख्
ु य न्यायाधीश की सलाह को वरीयता दे ना।
● द्वितीय जज केस - एस० सी० एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड बनाम यनि
ू यन ऑफ़ इंडिया (1993)
मख्
ु य न्यायाधीश की सलाह बाध्य कर दी गयी।
● तत
ृ ीय जज केस - (1998) In रे फरें स (1998) Case इस केस से कॉलेजियम व्यवस्था बनायी गयी।
1 मख्
ु य न्यायाधीश + 4 वरिष्ठ जज = कुल 5 जज
कार्यकाल - 65 वर्ष।
जज को कैसे हटाया जाएगा -
अन०
ु - 124 (4) संसद विशेष बहुमत से हटाएगी।
अन०
ु 131 सप्र ु ीम कोर्ट का वास्तविक अधिकार क्षेत्र -
● संविधान से जड़ ु ा केस।
● सरकारों के बीच विवादित केस (केंद्र बनाम राज्य) राज्य बनाम राज्य।
● राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति के चनु ाव संबध
ं ी याचिका सप्र
ु ीम कोर्ट सन
ु ेगा।
● अन० ु 133 - सिविल केस करने की अपील।
● अन० ु 134 - क्रिमिनल केस करने की अपील।
● अन०
ु - 136 विशेष याचिका का अधिकार SLP (Special Leave Petition)
● अन०ु - 137 अपने निर्णय को पन ु र्वालोकन करने का अधिकार।
● अन० ु - 140 सहायक या अनपु रू क शक्तियाँ
नोट -
● अन० ु 145 संवध ै ानिक पीठ में काम से काम 5 जज होने चाहिए।
● न्यायिक सक्रियता(Judicial Activism)जब सप्र ु ीम कोर्ट अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम करे | अमेरिका सिद्धांत
से प्रभावित है |
● P.I.L (Public Interest Litigation) जनहित याचिका
Locus Standi मतलब जो व्यक्ति पीड़ित है वही अपनी समस्या को लेकर न्यायलय के पास जा सकता है या सन ु सकता
है ।
जस्टिस पी० एन० भगवती और कृष्णा अय्यर ने (PIL) का concept जिसमें कोई भी व्यक्ति जनहित याचिका दायर कर
सकता है । (जनहित याचिका का सिद्धांत सबसे पहले अमेरिका में आया था )
उच्च न्यायालय
● भारत के उच्च न्यायालय - (अन० ु - 214)
● 1861 में हाई कोर्ट एक्ट बना।
● 1862 में भारत में तीन हाई कोर्ट बने (बम्बई, कलकत्ता और मद्रास)
● 1866 में इलाहाबाद हाई कोर्ट बना।
● हाई कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ाने या घटाने का अधिकार राष्ट्रपति को है ।
● वर्तमान में भारत में 25 हाई कोर्ट हैं।
योग्यता -
● वो व्यक्ति जो जिला सत्र न्यायालय या किसी भी न्यायिक सेवा में 10 वर्ष तक रहा हो।
● 10 वर्ष तक हाई कोर्ट का वकील रहा हो।
नियक्ति
ु : हाई कोर्ट में जजों की नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है ।
वास्तविकता में हाई कोर्ट के जजों की नियक्ति
ु कॉलेजियम व्यवस्था द्वारा की जाती है ।
नोट : अन०
ु - 231 एक या एक से अधिक राज्य या केंद्र शासित प्रदे शों के लिए कॉमन हाई कोर्ट बनाने की शक्ति संसद के पास है ।
अन०
ु - 234 अन्य जज
अन्य जजों की नियक्ति
ु भी राज्यपाल करता है ।
हाई कोर्ट और राज्य लोक सेवा आयोग की सिफारिश पर।
नोट - डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और निचली अदालतों पर हाई कोर्ट का नियंत्रण रहे गा (Art - 227)
न्यायाधिकरण -
ये परू ा भाग 42 वे संविधान संसोधन (1976) से जोड़ा गया।
Art – 323 (A) CAT – (The Central Administrative Tribunal) केंद्रीय प्रशासनिक
संसद को यह अधिकार है कि न्यायाधिकरण बना दे ।
अन० ु - 323 (B ) प्रशासनिक न्यायाधिकरण को छोड़कर सभी अन्य न्यायाधिकरण इसी अनच्ु छे द से बनाये जायेंगे।
उदा० -NGT National Green Tribunal (2010)
अनस
ु चि
ू यां (Schedules )
हमारे संविधान में 12 अनस
ु च
ू ी हैं।
प्रथम अनस
ु च
ू ी - भारत एवं उसके राज्य।
भाग 1 से अन० ु - 4 तक।
पहली अनस ु च
ू ी में संसोधन करने के लिए संविधान संसोधन अन०
ु - 368 की जरूरत नहीं है ।
द्वितीय अनस
ु च
ू ी - वेतन एवं भत्ते।
जैसे - राष्ट्रपति, राज्यपाल, लोकसभा अध्यक्ष न्यायाधीश।
तत
ृ ीय अनस
ु च
ू ी - शपथ
केंद्र के मंत्री, संसद के सदस्य, सप्र
ु ीम कोर्ट के जज, हाई कोर्ट जज
CAG, Attorney General, State Minister, MLA
पांचवी अनस
ु च
ू ी - 244 (1) अनस
ु चि
ू त जनजाति क्षेत्रों के प्रशासन तथा नियंत्रण के लिए | इन क्षेत्रों में TAC (Tribes Advisory
Council) जनजातीय सलाहकार परिषद बनाई जाती है , इसमें 20 सदस्य होते हैं।
छठी अनस
ु च
ू ी - त्रिपरु ा, असम, मिजोरम, मेघालय
DRC (District and Regional Council)
जिला एवं क्षेत्रीय परिषद इसमें 30 सदस्य होते हैं। डीआरसी के पास प्रशासनिक और न्यायिक शक्तियां हैं।
सातवीं अनस
ु च
ू ी - अन०ु - 246 केंद्र एवं राज्यों के बीच शक्तियों का बंटवारा।
केंद्र सच
ू ी राज्य सच
ू ी समवर्ती सच
ू ी
आठवीं अनस
ु च
ू ी - 22 भाषाओं का उल्लेख।
नौवीं अनस ु चू ी - भमि ू सध ु ार संरक्षण काननू । 1st संशोधन से 1951 में जोड़ी गयी |
दसवीं अनस ु चू ी - दल - बदल कानन ू | 52 वे संविधान संसोधन (1985) से जोड़ी गयी।
ग्यारहवीं अनस ु चू ी - पंचायती राज्य व्यवस्था। इसमें 29 विषय है | 73 वे संविधान संसोधन (1992) से जोड़ी गयी।
बारहवीं अनस ु च ू ी - नगर निगम व्यवस्था | 74 वे संविधान संसोधन (1992) में जोड़ी गयी | इसमें 18 विषय है ।
भाग - 11
केंद्र एवं राज्य के सम्बन्ध
● अन०
ु - 246 केंद्र और राज्य की शक्तियां , केंद्र सच ू ी , राज्य सच ू ी , समवर्ती सचू ी
● अन०ु – 248 अवशिष्ट शक्तियां
● अन० ु – 249 राज्यसभा की विशेष शक्ति की संसद राज्य सच ू ी पर कानन ू बना सकता है ।
● अन० ु – 250 राष्ट्रीय आपातकाल में कें द्र राज्य सचू ी पर कान न
ू बना सकता है ।
● अन० ु – 252 दो या दो से अधिक राज्य मिलकर केंद्र से मांग करें तब केंद्र राज्य सच ू ी पर कानन ू बना सकता है ।
● अन० ु – 253 किसी अंतर्राष्ट्रीय समझौते या संधि को परू ा करने के लिए केंद्र राज्य सच ू ी पर काननू बना सकता है ।
Important Committees
महत्वपर्ण
ू अनच्
ु छे द
● अन०
ु 120 - संसद की भाषा
● आधिकारिक भाषा (हिंदी, अंग्रेजी) संसद के अंदर कई सांसद अपनी मात्र भाषा में बोल सकता है । लोकसभा स्पीकर की
सहमति से अन० ु 121 - संसद के अंदर न्यायपालिका के जजों से जड़
ु ी बहस नहीं की जा सकती।
● अन०ु 122 - संसद के अंदर क्या बहस हुई ? न्यायपालिका उसको नहीं सन ु सकती।
● अन० ु - 239AA दिल्ली के लिए विशेष नियम। दिल्ली की विधानसभा में 70 MLA होते हैं | 1 / 10 यानी 7 मंत्री बनाये जा
सकते हैं। दिल्ली के मख्
ु यमंत्री को शपथ राष्ट्रपति दिलाता है ।
● अन० ु - 239AB दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना।
● अन० ु - 239 (B) दिल्ली और केंद्र शासित प्रदे शों में अध्यादे श जारी करना। केंद्र शासित प्रदे शों के Lieutenant Governor
या प्रशासक "अध्यादे श" जारी कर सकता है ।
अन०
ु - 262 अन्तर्राज्य नदी से जड़ु े सभी विवादों को "संसद" सल
ु झायेगी।
अन०ु 263 अन्तर्राज्यीय परिषद् (Inter State Councils) बनाने का अधिकार "राष्ट्रपति" को है ।
भाग - 16
कुछ वर्गों के लिए विशेष नियम
● अन०ु 330 - लोकसभा में अनस ु चि
ू त जाति और अनस ु चि
ू त जनजाति ST के लिए सीटों में आरक्षण।
● अन० ु 331 - दो एंग्लो इंडियन राष्ट्रपति लोकसभा में मनोनीत करता था। लेकिन अब 104 वें संविधान संसोधन द्वारा इसे
हटा दिया गया है ।
● अन० ु 332 - विधानसभा सीटों में SC और ST को आरक्षण।
आधिकारिक भाषा(भाग-17)
अन०
ु 343 - हिंदी और अंग्रेजी भारत की दो Official Language है ।
नोट -
● 1955 में राष्ट्रपति ने बी० जी० खेर कमीशन बनाया।
● राजभाषा अधिनियम 1963 में बना।
● हिंदी और अंग्रेजी को स्थायी रूप से हमेशा के लिए राजभाषा घोषित कर दिया
● 14 September हिंदी दिवस मनाया जाता है |
अन०
ु 348 - सप्र ु ीम कोर्ट और हाई कोर्ट की भाषा अंग्रेजी है ।
अन०ु 350 (A) प्राथमिक स्तर पर शिक्षा मातभ ृ ाषा में दी जाएगी।
अन० ु 350 (B) भाषाई अल्पसं ख्यकों क े लिए अधिकारियों की नियक्ति
ु राष्ट्रपति करता है ।
अन० ु 351 - हिंदी भाषा का विकास