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Sanskritbhashi सं कृतभाषी
सं कृत जगत् को नूतन एवं जानकारी दे ना।

श नवार, 1 माच 2014 इस लॉग के बारे म

दे व पूजा व ध Part-1 व तवाचन, गणेश पूजन


         इस करण म प चा पूजा व ध द गई है। ायः येक सं कार,  तो ापन, हवन
आ द य य ा द म प चा पूजन का वधान है। षोडशोपचार या प चोपचार अचन का
म सामा यतः च लत है। अतः त सबंधी मं दे दये गये ह। पु षसू के षोडश मं
और सू के नम ते . आ द षोडश मं से भी सभी दे व पूजन म अचन करने क
सामा य व ध है।
         यात है क पूजन के इस करण के अ यास से संक प वशेष का प रवतन
करके व वध पूजा के आयोजन सामा य प से कराये जा सकते ह। येक पूजारंभ के
पूव न नां कत आचार-अव य करने चा हये-आ मशु , आसन शु , प व धारण, पृ वी
पूजन, संक प, द प पूजन, शंख पूजन, घंटा पूजन और व तवाचन त प ात् ही दे व पूजन
ार भ करना चा हए। इस लॉग क साम ी को खोज
             शुभ मू त म शु व धारण करके यजमान पूजा के लए म डप म आये।
द ण ओर प नी को ं थब धन करके बैठाया जाय। यथासंभव शु ेत व धारण खोज
करना उ म होता है। तदन तर आ म शु के लए आचमन कर।
       ॐ केशवाय नमः, ॐ नारायणाय नमः, ॐ माधवाय नमः।  तीन बार आचमन कर आगे
दये मं पढ़कर हाथ धो ल। ॐ व णवे नमः।। पुनः बाय हाथ म जल लेकर दा हने हाथ से मेरे बारे म
अपने ऊपर और पूजा साम ी पर न न ोक पढ़ते ए छड़क।
            ॐ अप व ः प व ो वा सवाव थां गतोऽ प वा। जगदान द झा

            यः मरेत् पु डरीका ं स बा ा य तरः शु चः।।


ॐ पु डरीका ः पुनातु, ॐ पु डरीका ः पुनातु ॐ पु डरीका ः पुनातु।
आसन शु -नीचे लखा मं पढ़कर आसन पर जल छड़के- अनुसरण कर 404
           ॐ पृ व! वया धृता लोका दे व ! वं व णुना धृता। मेरा पूरा ोफ़ाइल दे ख
            वं च  धारय  मां  दे व !  प व ां   कु   चासनम्।।
शखाब धन-  ॐ मान तोके तनये मानऽआयु ष मानो गोषु मानोऽअ ेषुरी रषः।
मानो वीरान्  भा मनो             वधीह व म तः सद म वा हवामहे ॐ च ू प ण महामाये Jagdanand Jha
द तेजः सम वते। त                              दे व  शखाब े तेजोवृ कु व मे।।
कुश धारण-  न न मं से बाय हाथ म तीन कुश तथा दा हने हाथ म दो कुश धारण कर। 
        ॐ प व ो थो वै ण ौ स वतु वः सवऽउ पुना य छ े ण प व ोण सूय य र म भः।
त य                    ते  प व पते प व पूत य य कामः पुनेत छकेयम्। पुनः दाय हाथ को
पृ वी पर उलटा रखकर ॐ                 पृ थ ै नमः इससे भू म क प चोपचार पूजा का
आसन शु कर।
पुनः ा ण यजमान के ललाट पर कुंकुम तलक कर।
यजमान तलक
            ॐ आ द या वसवो ा व ेदेवा म णाः।
            तलक ते     य छ तु    धमकामाथ स ये।
उसके बाद यजमान आचाय एवं अ य ऋ वज के साथ हाथ म पु पा त लेकर व ययन
पढ़े ।
ॐ आ नो भ ाः तवो य तु व तोऽद धासोऽ परीतास उ दः।
दे वा नो यथा सद मद् वृधे अस ायुवो र तारो दवे दवे।। 
जगदान द झा
दे वानां भ ा सुम तऋजूयतां दे वाना ◌ँ रा तर भ नो नवतताम्। 
दे वाना ◌ँ स यमुपसे दमा वयं दे वा न आयुः तर तु जीवसे।। 
ता पूवया न वदा महे वयं भगं म ाम द त द म धम्। 
अयमणं व ण ◌ँ सोमम ना सर वती नः सुभगा मय करत्।। 
त ो वातो मयोभु वातु भेषजं त माता पृ थवी त पता ौः। 
तद् ावाणः सोमसुतो मयोभुव तद ना शृणुतं ध या युवम्।। 
तमीशानं जगत त थुष प त धय वमवसे महे वयम्। 
पूषा नो यथा वेदसामसद् वृधे र ता पायुरद धः व तये।।
व त न इ ो वृ वाः व त नः पूषा व वेदाः। 
व त न ता यो अ र ने मः व त नो बृह प तदधातु।। 
पृषद ा म तः पृ मातरः शुभं यावानो वदथेषु ज मयः। 
अ न ज ा मनवः सूरच सो  व े नो दे वा अवसागम ह।। 
भ ं कण भः शृणुयाम दे वा भ ं प येमा भयज ाः। 
थरैर ै तु ु वा ◌ँ स तनु भ शेम ह दे व हतं यदायुः।। 
शत म ु शरदो अ त दे वा य ा न ा जरसं तनूनाम्। 
पु सो य ा पतरो भव त मा नो म या री रषतायुग तोः।। 
अ द त र द तर त र म द तमाता स पता स पु ाः।
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व े दे वा अ द तः प चजना अ द तजातम द तज न वम्।। 
ॐ ौः शा तर त र   Ủ  शा तः पृ थवी शा तरापः शा तरोषधयः
शा त वन पतयः शा त व ेदेवाः शा त शा तः सव  Ü  शा तः शा तरेव
पृ
शा तः सामा शा तरे ध।।
वेश
                        यतो यतः समीहसे ततो नोऽअभयं कु ।
जयेश- जतेशयोः सं कृत श ण- पाठशाला
                        शं नः कु जा योऽभयं नः पशु यः।। सुशा तभवतु।।
       हाथ म लए पु प और अ त गणेश एवं गौरी पर चढ़ा द। पुनः हाथ म पु प अ त मेरी क वताएँ

आ द लेकर मंगल ोक पढ़े । Facebook पर मेरे वचार का संकलन

ीम महागणा धपतये नमः। ल मीनारायणा यां नमः। उमामहे रा यां नमः। आलव दार तो म् ( व नस हतः)
वाणी हर यगभा यां नमः। शचीपुर दरा यां नमः। माता पतृचरणकमले यो नमः। रामच मृ त
इ दे वता यो नमः। कुलदे वता यो नमः। ामदे वता यो नमः। वा तुदेवता यो नमः। सुभा षता न
थानदे वता यो नमः। सव यो दे वे यो नमः। सव यो ा णे यो नमः। व प रचयः 1
व ेशं माधवं  ढु ढं   द डपा ण  च  भैरवम्        । व प रचयः 2
व दे काश गुहां  ग ां भवान म णक णकाम्      ।। 1।। व प रचयः 3
व तु ड !    महाकाय !    को टसूयसम भ !         । व प रचयः 4
न व नं   कु    मे  दे व !  सवकायषु  सवदा           ।। 2।। व प रचयः 5
सुमुख ैकद त      क पलो     गजकणकः  ।          वषयगत पु तक सूची
ल बोदर    वकटो  व ननाशो    वनायकः          ।। 3।। च माला
धू केतुगणा य ो    भालच ो       गजाननः          । प रशीलनम्
ादशैता न   नामा न   यः     पठे छृ णुयाद प          ।। 4।।
व ार भे   ववाहे   च   वेश े   नगमे  तथा         । समथक
सङ् ामे  सङ् कटे   चैव  व न त य  न  जायते          ।। 5।।
शु ला बरधरं     दे व ं   श शवण    चतुभुजम्           ।
स वदनं     यायेत ्       सव व नोपशा तये           ।। 6।।
अभी सताथ- स îथ   पू जतो  यः  सुराऽसुरैः         ।
सव व नहर त मै      गणा धपतये       नमः            ।। 7।।
सवम लमा ये   शवे    सवाथसा धके !         ।
शर ये य बके   गौ र   नाराय ण ! नमोऽ तु ते      ।। 8।।
सवदा   सवकायषु   ना त    तेषामम लम्          ।
येषां    द थो   भगवान्   म लायतनो   ह रः    ।। 9।।
तदे व  ल नं   सु दनं  तदे व ताराबलं च बलं तदे व      । Followers (129) Next
व ावलं दै वबलं तदे व ल मीपते तेऽङ् युगं मरा म।। 10।।
लाभ तेषां    जय तेषां    कुत तेषां      पराजयः      ।
येषा म द वर यामो        दय थो      जनादनः     ।। 11।।
य    योगे रः   कृ णो   य    पाथ    धनुधरः      ।
त      ी वजयो         भू त वा   नी तम तमम  ।।12।।
अन या तय तो    मां    ये    जनाः  पयुपासते      ।
तेषां     न या भयु ानां    योग ेम ं    वहा यहम्    ।। 13।।
मृतेः   सकलक याणं    भाजनं    य    जायते       ।
पु षं   तमजं    न यं   जा म    शरणं   ह रम्        ।। 14।।
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सव वार भकायषु               य भुवने राः     ।
दे वा    दश तु    नः   स    ेशानजनादनाः      ।। 15।।
हाथ म लये अ त-पु प को गणेशा बका पर चढ़ा द। लॉग आकाइव

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►  21 December - 28 December
संक प (1)
दा हने हाथ म ►  7 December - 14 December (3)
जल, अ त, पु प और लेकर संक प करे। ►  30 November - 7 December (2)
ॐ व णु व णु व णुः ॐ व त ीम मुक दस चदान द या या वतमान या ►  23 November - 30 November
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णो तीये पराध एकप चाश मे वष थममासे थमप े थम दवसे
►  9 November - 16 November (2)
ा श क पानां म ये अ मे ी ेतबाराहक पे वाय भुवा दम वतराणां म ये
►  26 October - 2 November (3)
स तमे वैव वतम व तरे कृत- ोता- ापर- क लसं ानां चतुयुगानां म ये वतमाने
►  19 October - 26 October (1)
अ ा वश ततमे क लयुगे त थमचरणे तथा प चाश को टयोजन व तीण-
►  12 October - 19 October (1)
भूम डला तगतस त पम यव त न ज बू पे त ा प ीग ा दस र ः पा वते
►  28 September - 5 October (1)
परम-प व े भारतवष आयावता तगतकाशी-कु े -पु कर- यागा द-नाना-
►  31 August - 7 September (2)
तीथयु कमभूमौ  म यरेखाया म ये अमुक द भागे अमुक े े
►  24 August - 31 August (3)
ावतादमुक द भागा- व थतेऽमुकजनपदे त जनपदा तगते अमुक ामे
►  17 August - 24 August (3)
ीग ायमुनयोरमुक द भागे ीनमदाया अमुक दे शे दे व ा ाणानां स धौ
►  10 August - 17 August (2)
ीम ृप तवीर व मा द य-समयतोऽमुक सं याप र मते वतमानव सरे
►  3 August - 10 August (1)
भवा दष स व सराणां म ये अमुकनाम
►  27 July - 3 August (2)
स व सरे, अमुकायने, अमुकगोले, अमुकऋतौ, अमुकमासे, अमुकप ,े  अमुक तथौ,
►  20 July - 27 July (1)
  अमुकवासरे,  यथांशकल नमु तन ायोगकरणा वत.अमुकरा श थते
►  25 May - 1 June (1)
ीसूय,  अमुकरा श थते च े ,  अमुकरा श थे दे वगुरौ,  शेषेषु हेषु
►  18 May - 25 May (2)
यथायथारा श थान थतेष,ु   स सु एवं हगुण व श ेऽ म शुभ णे
►  11 May - 18 May (1)
अमुकगो ोऽमुकश मा वमा-गु त-दास सप नीकोऽहं ीअमुकदे वता ी यथम्
►  20 April - 27 April (5)
अमुककामनया ा ण ारा कृत यामुकम पुर रण य स ता स îथ-
►  13 April - 20 April (3)
ममुकसं यया प र मतजपदशांश-होम-त शांशतपण-त शांश- ा ण-भोजन पं
►  6 April - 13 April (1)
कम क र ये।
►  23 March - 30 March (11)
अथवा –
►  2 March - 9 March (23)
ममा मनः ु त मृ तपुराणो फल ा यथ सकुटु ब य सप रवार य
▼  23 February - 2 March (16)
पदचतु पदस हत य सवा र नरसनाथ सवदा शुभफल ा तमनो भ-
दे व पूजा व ध Part-6 नव ह-
ल षत स पूवकम् अमुकदे वता ी यथ होमकमाहं क र ये। अ त स हत जल थापन एवं पूजन

भू म पर छोड़। दे व पूजा व ध Part-5 ना द ा


योग
  पुनः जल आ द लेकर-तद वेन न व नता स îथ ीगणप या दपूजनम्
दे व पूजा व ध Part-4
आचाया दवरण च क र ये। त ादौ द पशंखघ टा चनं च क र ये। षोडशमातृका आ द-पूजन

इसके बाद कमपा म थोड़ा गंगाजल छोड़कर ग धा त, पु प से पूजा कर ाथना कर। दे व पूजा व ध Part-3
पु याहवाचनम्
            ॐ ग े च यमुने चैव गोदाव र! सर व त!। दे व पूजा व ध Part-2
कलश थापन
            न मदे ! स धु कावे र! जलेऽ मन् स ध कु ।। दे व पूजा व ध Part-1 व तवाचन,
गणेश पूजन
            अ मन् कलशे सवा ण तीथा यावाहया म नम करो म। दे वता के पूजन के नयम
कमपा का पूजन करके उसके जल से सभी पूजा व तु को स चे। Learn Hieratic in Hindi Part
-4 अ ये -4,पंचक...
घृतद प-( यो त) पूजन-
Learn Hieratic in Hindi Part
             व दै व याय द पपा य नमः-से पा क पूजा कर ईशान दशा म घी का द पक -4 अ ये -3,एकोद...
जलाकर अ त के ऊपर रखकर ॐ अ न य त यो तर नः वाहा सूय Learn Hieratic in Hindi Part
यो त यो तः सूयः वाहा । अ नवच यो त व चः वाहा -4 अ ये -2,,सप...
Learn Hieratic in Hindi Part
सूय वच यो त व चः वाहा ।। यो तः सू यः सू य यो तः वाहा। -4 अ ये सं का...
               भो द प दे व प वं कमसा ी व नकृत्। Learn Hieratic in Hindi Part
-3 ववाह सं कार
            याव पूजासमा तः या ावद ा थरो भव।। 
Learn Hieratic in Hindi Part
ॐ भूभुवः वः द प थदे वतायै नमः आवाहया म सव पचाराथ ग धा तपु पा ण समपया म -2 मुख सं कार
नम करो म। Learn Hieratic in Hindi Part
-1
शंखपूजन
सं कृत छ दः शा वषयक थ
          शंख को च दन से लेपकर दे वता के वाय ओर पु प पर रखकर
व ान् और पु तक म े कौन?
                        ॐ शंखं च ाकदै व यं व णं चा धदै वतम्।
►  2 February - 9 February (2)
                        पृ े जाप त व ाद े ग ासर वती।।
►  26 January - 2 February (1)
                        ौलो ये या न तीथा न वासुदेव य चा या।
►  19 January - 26 January (3)
                        शंखे त त वै न यं त मा छं खं पूजयेत्।। ►  12 January - 19 January (2)
                        वं पुरा सागरो प ो व णुना वधृतः करे। ►  5 January - 12 January (1)
                        न मतः सवदे वै पा ज य! नमोऽ तुते।। ►  2013 (13)
पा चज याय व हे पावमानाय धीम ह त ः शंखः चोदयात्। ॐ भूभवः वः ►  2012 (54)
शंख थदे वतायै नमः शंख थदे वतामावाहया म सव पचाराथ ग धपु पा ण समपया म ►  2011 (13)
नम करो म। शंख मु ा कर।
घ टा पूजन-ॐ सववा मयीघ टायै नमः,
                        आगमाथ तु दे वानां गमनाथ तु र साम्। सं कृतसजना वष 1 अंक 1
                        कु घ टे वरं नादं दे वता थानस धौ।।
ॐ भूभुवः वः घ टा थाय ग डाय नमः ग डमावाहया म सव पचाराथ ग धा तपु पा ण
समपया म। ग डमु ा दखाकर घ टा बजा । द पक के दा हनी ओर था पत कर द। ॐ
ग धवदै व याय धूपपा ाय नमः इस कार धूपपा क पूजा कर थापना कर द।
गणेश गौरी पूजन
हाथ म अ त लेकर-भगवान् गणेश का यान-
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            गजाननं   भूतगणा दसे वतं  क प थज बूफलचा भ णम्।
            उमासुतं शोक वनाशकारकं नमा म व ने रपादपङ् कजम्।।
गौरी का यान - सं कृतसजना वष 1 अंक 2
                        नमो दे  ै   महादे  ै शवायै  सततं  नमः।
                        नमः कृ यै भ ायै नयताः णताः म ताम्।।
                        ी गणेशा बका यां  नमः,  यानं समपया म।
गणेश का आवाहन-
हाथ म अ त लेकर ॐ गणानां वा गणप त ◌ँ हवामहे याणां वा यप त ◌ँ हवामहे
नधीनां वा न धप त ◌ँ हवामहे वसो मम। आहमजा न गभधमा वमजा स गभधम्।।
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                        ए े ह हेर ब महेशपु !   सम त व नौघ वनाशद !।
                        मा यपूजा थम धान गृहाण पूजां भगवन् ! नम ते।।
ॐ भूभुवः वः स बु स हताय गणपतये
सं कृतसजना वष 1 अंक 3
नमः, गणप तमावाहया म,  थापया म, पूजया म च।
हाथ के अ त को गणेश जी पर चढ़ा द। पुनः अ त लेकर गणेशजी क दा हनी ओर गौरी
जी का आवाहन कर।
गौरी का आवाहन -
                        ॐ अ बे अ बकेऽ बा लके न मा नय त क न।
                        सस य कः   सुभ कां   का पीलवा सनीम्।।
                        हेमा तनयां दे व वरदां शङ् कर याम्।
                        ल बोदर य जनन गौरीमावाहया यहम्।।
                        ॐभूभुवः वः गौय नमः, गौरीमावाहया म,  थापया म,
                        पूजया म च।
त ा-
ॐ मनो जू तजुषतामा य य बृह प तय ममं तनो व र ं य ◌ँ स ममं दधातु। Powered by Publish for Free

व े दे वास इह  मादय तामो 3  त ।।


              अ यै ाणाः त तु अ यै ाणाः र तु च।
              अ यै    दे व वमचायै  मामहे त  च  क न।। Sanskritsarjana वष 2 अंक-1
              गणेशा बके !   सु त ते   वरदे भवेताम्।
        त ापूवकम् आसनाथ अ तान् समपया म गणेशा बका यां नमः।
(आसन के लए अ त सम पत करे)।
पा , अ य, आचमनीय,  नानीय और पुनराचमनीय हेतु जल
              ॐ दे व य वा स वतुः सवेऽ नोबा यां पू णो ह ता याम्।।
              एता न पा ा याचमनीय नानीयपुनराचमनीया न समपया म गणेशा बका यां Powered by Publish for Free

नमः।
ध नान-ॐ पय: पृ थ ां पय ओषधीषु पयो द त र े पयो धाः पय वतीः। दशः
स तु म म्।। लेबल
                        कामधेनस
ु मु तं सवषां जीवनं परम्। अंक (1)
                        पावनं य हेतु पयः नानाथम पतम्।। अ भनवगु त (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, पयः नानं समपया म। अलंकार (2)
द ध नान - ॐ द ध ा णो अका रषं ज णोर य वा जनः। आचाय (1)
               सुर भ नो मुखाकर ण आयू ◌ँ ष ता रषत्।। आधु नक सं कृत गीत (1)
                        पयस तु समु तं मधुरा लं श श भम्। आधु नक सं कृत सा ह य (2)
                        द यानीतं मया दे व! नानाथ तगृ ताम्।। आ बेडकर (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, द ध नानं समपया म। उ र दे श सं कृत सं थान (1)
(पुनः जल नान कराय।) उ राखंड (1)
घृत नान - ॐ घृतं म म े घृतम य यो नघृते तो घृत व य धाम। ऋ वेद (1)
                अनु वधमा वह मादय व वाहाकृतं वृषभ व ह म्।। ऋतु (1)
                                    नवनीतसमु प  ं सवसंतोषकारकम्। ऋ षका (1)
                                    घृतं तु यं दा या म नानाथ तगृ ताम्।। कणाद (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, घृत नानं समपया म। करक चतुथ (1)
(पुनः जल नान कराय।) करण (2)
मधु नान -ॐ मधु वाताऽऋतायते मधु र त स धवः। मा वीनः करवा चौथ (1)
              स वोषधीः मधुन मुतोषसो मधुम पा थव ◌ँ रजः। कमका ड (30)
             मधु ौर तु नः पता मधुमा ो वन प त मधुमाँऽ2  अ तु सूयः मा वीगावो भव तु कामशा (1)
नः।। काल (1)
पु परेणुसमु तं   सु वा    मधुर ं मधु। का (1)
तेजः पु करं द ं नानाथ तगृ ताम्।। का शा (6)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, मधु नानं समपया म। का शा कार (1)
(पुनः जल नान कराय।) कुमाऊँ (1)
शकरा नान - ॐ अपा ◌ँ रसमु यस Ü सूय स त ◌ँ समा हतम्। कूर (1)
            अपा Ủ रस य यो रस तं वो गृ ा यु ममुपयामगृहीतोऽसी ाय वा जु ं गृ ा येष
कूमाचल (1)
ते                             यो न र ाय वा जु तमम्।।
कोजगरा (1)
              इ ुरससमु तां  शकरां पु दां  शुभाम्।
गंगा (1)
              मलापहा रकां द ां नानाथ तगृ ताम्।।
गया (1)
           ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, शकरा नानं समपया म।
गाय (1)
(पुनः जल नान कराय।)
गीतकार (1)
प चामृत नान - ॐ प चन ः सर वतीम प य त स ोतसः। गी त का (1)

                        सर वती तु प चधा सोदे शेऽभव स रत्।। गु (1)

                                    प चामृतं मयानीतं पयो द ध घृतं मधु। गृह क ट (1)

                                    शकरया समायु ं नानाथ तगृ ताम्।। गो व दराज (1)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, प चामृत नानं समपया म। ह (1)

शु ोदक नान-ॐ शु वालः सवशु वालो म णवाल तऽआ नाः  येतः येता ोऽ ण ते चरण (1)

ाय पशुपतये                         कणायामा अव ल तारौ ा नभो पाः पाज याः।। च कूट (1)


                      ग े च यमुने चैव गोदाव र सर व त। छ द (4)
                      नमदे स धुकावे र नानाथ तगृ ताम्।। जगत् (1)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, शु ोक नानं समपया म। जगदान द झा (1)

आचमन - शु ोकदक नाना ते आचमनीयं जलं समपया म। जग ाथ (1)

              (आचमन के लए जल द।) जीवनी (2)

व -ॐ युवा सुवासाः प रवीत आगात् स उ ेयान् भव त जायमानः। यो तष (13)


       तं धीरासः कवय उ य त वा यो3 मनसा दे वय तः।। त थ (2)

                    शीतवातो णसं ाणं ल जाया र णं परम्। तीथ (1)

                    दे हालङ् करणं व ामतः शा तं य छ मे।। दशन (3)

                  ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, व ां समपया म। ध व त र (1)

व ा ते आचमनीयं जलं समपया म। धम (1)

व के बाद आचमन के लए जल दे । धमशा (12)

उपव -ॐ सुजातो यो तषा सह शम व थमाऽसद वः। व न (1)

            वासो अ ने व प ◌ँ सं य व वभावसो।। न (3)


                        य याभावेन शा ो ं कम क च स य त। ना शा (2)

                         उपव  ं   य छा म    सवकमापकारकम्।। ना यका (2)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, उपव  ं समपया म। नी त (1)

उपव न हो तो र सू अ पत करे। प (1)

आचमन -उपव के बाद आचमन के लये जल द। पतंज ल (1)

य ोपवीत -ॐ य ोपवीतं परमं प व ां जापतेय सहजं पुर तात्। पत ल (2)

               आयु यम यं तमु च शु ं य ोपवीतं बलम तु तेजः।। प कार (2)

             य ोपवीतम स य य वा य ोपवीततेनोपन ा म। प का रता (1)


              नव भ त तु भयु ं गुणं दे वतामयम्। प का (6)

              उपवीतं मया द ं गृहाण परमे र !।। पराङ् कुशाचाय (2)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, य ोपवीतं समपया म। पा डु ल प (2)


आचमन -य ोपवीत के बाद आचमन के लये जल द। पा ल (3)

च दन -ॐ वां ग धवा अखनँ वा म वां बृह प तः। पुर कार (12)

            वामोषधे सोमो राजा व ान् य मादमु यत।। पुर कार 2016 (1)

            ीख डं च दनं द  ं गंधा  ं सुमनोहरम्। पुर कार 2017 (1)

            वलेपनं  सुर े !   च दनं   तगृ ताम्।। पुराण (2)


           ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, च दनानुलेपनं समपया म। पु षाथ पदे श (1)

अ त -ॐ अ मीमद त व या अधूषत। पु तक (2)

         अ तोषत वभानवो व ा न व या मती योजा व ते हरी।। पु तक संद शका (1)


         अ ता सुर े कुङ् कुमा ाः सुशो भताः। पु तक सूची (13)

         मया  नवे दता   भ या  गृहाण  परमे र।। पु तकालय (4)

         ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, अ तान् समपया म। पूजा (1)

पु पमाला -ॐ ओषधीः  त  मोद वं  पु पवतीः सूवरीः। य भ ा शा (1)

          अ ा इव स ज वरीव धः पार य णवः।। श तपाद (1)

          मा याद न सुग धी न माल याद न वै भो। हसन (1)

          मया ता न पु पा ण पूजाथ तगृ ताम्।। ौ ो गक (1)

         ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, पु पमालां समपया म। ब हण (1)


वा -ॐ का डा का डा रोह ती प षः प ष प र। बौ (5)

        एवा नो व तनुसह ेण शतेन च।। बौ दशन (2)

          वाङ् कुरान् सुह रतानमृतान् म ल दान्। सू (1)

          आनीतां तव पूजाथ गृहाण गणनायक !।। भरत (1)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः,  वाङ् कुरान् समपया म। भतृह र (2)

स र-ॐ स धो रव ा वने शूघनासो वात मयः पतय त य ाः। भामह (1)

घृत य धारा अ षो न वाजी का ा भ द ू म भः प वमानः।। भा य (1)

स रं शोभनं र ं सौभा यं सुखवधनम्। भोज ब ध (1)

शुभदं कामदं चैव स रं तगृ ताम्।। मंगल (1)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः,  स रं समपया म। मगध (3)

अबीर गुलाल आ द नाना प रमल - मनु (1)

ॐ अ ह रव भोगैः पय त बा ं याया हे त प रबाधमानः। मनोरोग (1)

ह त नो व ा वयुना न व ान् पुमान् पुमा ◌ँ सं प र पातु व तः।। महा व ालय (1)

अबीरं च गुलालं च ह र ा दसम वतम्। महो सव (2)

नाना प रमलं ं गृहाण  परमे र!।। मु त (2)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, नानाप रमल ा ण समपया म। योग (6)

सुग ध -ॐ अ ह रव0 इस पूव मं से चढ़ाये योग दवस (2)

द ग धसमायु ं महाप रमला तम्। रचनाकार (3)

गध मदं भ या द ं वै प रगृ ताम्।। रस (1)

ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, सुग ध ं समपया म। राजभाषा (1)

धूप- ॐ धूर स धू व  धू व तं  धू वतं योऽ मान्  धू व त तं  धू वयं वयं  धू वामः। दे वानाम स रामसेतु (1)

व तम ◌ँ                     स नतमं प तमं जु तमं दे व तमम्।। रामानुजाचाय (4)

                 वन प तरसो तो ग धा ो ग ध उ मः। रामायण (1)

                 आ ेयः सवदे वानां धूपोऽयं तगृ ताम्।। रा श (1)


ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, धूपमा ापया म। री त (1)

द प- ॐ अ न य त यो तर नः वाहा सूय यो त य तः सूयः वाहा। रोजगार (3)

अ नवच यो तवचः वाहा सूय वच यो तवच वाहा।। रोमशा (1)


यो त सूयः सूय यो तः वाहा।। ल प (1)

सा यं च व तसंयु ं व ना यो जतं मया। वग करण (1)

द पं गृहाण दे वेश ौलौ य त मरापहम्।। व लभ (1)

भ या द पं य छा म दे वाय परमा मने। वा मी क (1)

ा ह मां नरयाद् घोराद् द प यो तनमोऽ तु ते।। व ालय (1)


ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, द पं दशया म। व ध (1)

हत ालन -‘ॐ षीकेशाय नमः’ कहकर हाथ धो ले। व नाथ (1)

नैवे -पु प चढ़ाकर बाय हाथ से पू जत घ टा बजाते ए। व भारती (1)


ॐ ना या आसीद त र  Ủ शी ण ौः समवतत। व व ालय (1)
पद् यां भू म दशः ो ाँ था लोकाँ2 अक पयन्।। वृ (1)
ॐ ाणाय वाहा। ॐ अपानाय वाहा। ॐ समानाय वाहा। वेद (1)
ॐ उदानाय वाहा। ॐ ानाय वाहा। वैचा रक नब ध (12)
शकराख डखा ा न  द ध ीरघृता न  च। वैशे षक (1)
आहारं भ यभो यं च नैवे ं तगृ ताम्।। ाकरण (5)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, नैवे ं नवेदया म। ास (1)
नैवे ा ते आचमनीयं जलं समपया म। त (1)
ऋतुफल - ॐ याः फ लनीया अफला अपु पा या पु पणीः। त कथा (1)
बृह प त सूता ता नो मु च व ◌ँ हसः।। शंकाराचाय (1)
इदं फलं मया दे व था पतं पुरत तव। शतक (1)
तेन मे सफलावा तभवे ज म न ज म न।। शरद् (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, ऋतुफला न समपया म। शैव दशन (1)

े ी े ॐ े े ी
फला ते आचमनीयं जलं समपया म। जल अ पत करे। ॐ म ये-म ये पानीयं सं या (1)
समपया म। उ रापोशनं समपया म ह त ालनं समपया म मुख ालनं संचार (1)
समपया म। सं कार (19)
करो तन-ॐ अ ◌ँ शुना ते अ ◌ँ शुः पृ यतां प षा प ः। सं कृत (19)
ग ध ते सोममवतु मदाय रसो अ युतः।। सं कृत आयोग (1)
च दनं मलयो तं क तूया दसम वतम्। सं कृत गीतम् (8)
करो तनकं दे व गृहाण परमे र।। सं कृत प का रता (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, करो तनकं च दनं समपया म। सं कृत चार (1)
ता बूल -ॐ य पु षेण ह वषा दे वा य मत वत। सं कृत लेखक (1)
वस तोऽ यासीदा यं ी म इ मः शर वः।। सं कृत वाचन (1)
पूगीफलं मह ं नागव लीदलैयुतम्। सं कृत व ालय (1)
एला दचूणसंयु ं ता बूलं तगृ ताम्।। सं कृत श ा (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः,  मुखवासाथम् एलालवंगपूगीफलस हतं सं कृत सजना (1)
ता बूलं समपया म। सं कृतसजना (4)
(इलायची, ल ग-सुपारी के साथ ता बूल अ पत करे।) स मान (1)
द णा-ॐ हर यगभः समवतता े भूत य जातः प तरेक आसीत्। सामु क शा (1)
स दाधार पृ थव ामुतेमां क मै दे वाय ह वषा वधेम।। सा ह य (1)
हर यगभगभ थं हेमबीजं वभावसोः। सा ह यदपण (1)
अन तपु यफलदमतः शा तं य छ मे।। सुभा षत (2)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, कृतायाः पूजायाः सा याथ द णां समपया म।
सू (3)
( द णा सम पत करे।)
सूचना (1)
वशेषा य-ता पा म जल, च दन, अ त, फल, फूल,  वा और द णा रखकर अ यपा
सोलर स टम (1)
को हाथ म लेकर न न ल खत म पढ़ः-
सोशल मी डया (2)
                        ॐ र र गणा य र ौलो यर क।
तु त (2)
                        भ ानामभयं कता ाता भव भवाणवात्।।
तो (3)
                        ै मातुर कृपा स धो षा मातुरा ज भो!।
मृ त (11)
                        वरद वं वरं दे ह वाञ्ि◌छतं वा छताथद।।
व तवाचन (1)
                        गृहाणा य ममं दे व सवदे वनम कृतम्।
वा म र रामानुजाचाय (2)
                        अनेन सफला येण फलदोऽ तु सदा मम।
हा य (1)

हा य का (1)

लासगंज (2)

Akhil Bhartiya Sanskrit Parishd (1)

Dharma (1)

epic (1)

Kahani (1)
आरती-ॐ इद ◌ँ ह वः जननं मे अ तु दशवीर ◌ँ सवगण ◌ँ व तये।
Library (1)
आ मस न जास न पशुस न लोकस यभयस न।
magazine (1)
अ नः जां ब लां मे करो व ं पयो रेतो अ मासु ध ।।
Mahabharata (1)
ॐ आ रा पा थव ◌ँ रजः पतुर ा य धाम भः।
Manuscriptology (2)
दवः सदा ◌ँ स बृहती व त स आ वेषं वतते तमः।।
photo (1)
कदलीगभस भूतं कपूरं तु द पतम्।
Pustak Sangdarshika (1)
आरा तकमहं कुव प य मे वरदो भव।।
ramanuja devanathan (1)
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः, अरा तकं समपया म।
Sanskrit (2)
(कपूर क आरती कर, आरती के बाद जल गरा द।)
Sanskrit language (1)
म पु पांज ल-अंजली म पु प लेकर खड़े हो जाय।
sanskrit saptaha (1)
ॐ मालतीम लकाजाती- शतप ा दसंयुताम्।
Sanskrit sarjana (1)
पु पां ल गृहाणेश तव पादयुगा पतम्।।
sanskritsarjana (2)
ॐ य ेन य मयज त दे वा ता न धमा ण थमा यासन्।
Sarasvati (1)
ते ह नाकं म हमानः सच त य ा पूव सा याः स त दे वाः।। sex (1)

नानासुग धपु पा ण यथाकालो वा न च। Time (1)

पु पा लमया द ं गृहाण परमे र।। year (1)


ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः,  पु पा ल समपया म। (पु पा ल
अ पत करे।)
द णा -ॐ ये तीथा न चर त सृकाह ता नष णः।
तेषा ◌ँ सह योजनेऽव  ध वा न   त म स।
या न का न च पापा न ज मा तरकृता न च।
ता न सवा ण  न य तु  द णपदे   पदे ।।
ॐ भूभुवः वः गणेशा बका यां नमः,  द णां समपया म।
( द णा करे।)
ाथना।।
व ने राय वरदाय सुर याय ल बोदराय सकलाय जग ताय।
नागाननाय ु तय वभू षताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नम ते।।
ल बोदर नम तु यं सततं मोदक य। न व व नं कु मे दे व सवकायषु सवदा।।
अनया पूजया स -बु -स हतः ीमहागणप तः सा ः प रवारः ीयताम्।।
ी व नराज सादा कत ामुककम न व नसमा त ा तु।
लाग लेखक- जगदान द झा, लखनऊ

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तुतकता जगदान द झा पर 1:38 am


Excellent

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शीष ट प णयां

जगदान द झा
3 वष पहले +1 सावज नक प से साझा क गई

दे  व पूजा व ध Part-1 व तवाचन, गणेश पूजन


          इस करण म
प चा पूजा व ध द गई है। ायः येक सं कार ,  तो ापन ,  हवन आ द य य ा द म
प चा पूजन का वधान है। षोडशोपचार या प चोपचार अचन का म सामा यतः
च लत है। अतः त सबंधी मं दे दये गये ह। पु षसू के ष...

जगदान द झा
3 वष पहले +2 सावज नक प से साझा क गई

दे  व पूजा व ध Part-1


          इस करण म
प चा पूजा व ध द गई है। ायः येक सं कार ,  तो ापन ,  हवन आ द य य ा द म
प चा पूजन का वधान है। षोडशोपचार या प चोपचार अचन का म सामा यतः
च लत है। अतः त सबंधी मं दे दये गये ह। पु षसू के ष...

satyapal sharma satyapal 11 महीने पहले


 पु तक क

Nagesh Gautam ने इसे साझा कया Google+ के मा यम से


Nagesh Gautam न इस साझा कया Google+ क मा यम स
1 दन पहले सावज नक प से साझा क गई

Vipin Tripathi ने इसे साझा कया Google+ के मा यम से


1 स ताह पहले सावज नक प से साझा क गई

ASHOK KUMAR SHARMA


1 स ताह पहले सावज नक प से साझा क गई

 ध यवाद सर जी

shubham shukla
1 वष पहले सावज नक प से साझा क गई

  ी मान जगदानंद जी आपको दं डवत णाम हे जो आपने इतनी सु दर पूजा व ध के बारे म बताया हे
और आगे भी इसी कार और भी पूजा व ध के बारे म बताएं ता क हम अपनी सं कृ त से जुड़े रह
ध यवाद

जगदान द झा 11 महीने पहले (संपा दत)


 यहाँ कमका ड से जुडे अनेक करण ह। आप लेवल म जाकर दे ख ल।
दे व पूजा,गृह वेश तथा शा त मलाकर लगभग 30 लेख ह।

पं० दग बर झा (Online कमका ड)


1 वष पहले सावज नक प से साझा क गई

 
आदरणीय जगदानंद जी
                सादर णाम
       म कमका ड संबंधी आपके कुछ पो ट क सॉ ट कॉपी चाहता ँ; यो क मुझे वशेष आव यकता
है।
य द आप हम दे सक तो टाइ पग म तीत होने वाला मेरा ब त समय बच जायेगा और आपक बड़ी
कृपा होगी।  कृपया नवेदन को न ठु कराएँ।

सभी 7 उ र दे ख

पं० दग बर झा (Online कमका ड) 1 वष पहले


 bbrahmanjm.blogspot.in

पं० दग बर झा (Online कमका ड) 1 वष पहले


 http://bbrahmanjm.blogspot.in

Gajendra Singh
3 वष पहले सावज नक प से साझा क गई

  ीमान जगदान द झा जी आपको मेरी और से सादर णाम वीकार हो । आपका ये ब त अ छा


यास है क आपने ईतना मह वपूण लेख सावज नक प से साझा कया है मुझे पढ़कर अ त संता
ई य क म काफ समय से इस तरह के लेख ढूं ड रहा था पर मुझे नह मल पाया । आपसे मेरा एक
नवेदन है क या आप यो तष से स ब धत जैसे ज म प ी कैसे लगाना है मेरी यो तष सीखने क
ई छा है या आप मेरी मदद करोगे । मेरी मेल आई डी chef.gsrawat@gmail.com और मेरा
मोबाइल नंबर 09256904567 है। ध यवाद ।

जगदान द झा 3 वष पहले
 कई पु तक है।schear कर upsanskritlibrary.in या call me-09598011847

जगदान द झा 11 महीने पहले


 इसी लाग पर ज मप ी बनाने तथा यो तष के अ य कई ामा णक लेख ह। लेवल म जाकर
यो तष पर चटका लगाय।

jitendra kumar
3 स ताह पहले सावज नक प से साझा क गई

 
baba mujhe maha brhama ka kam karna hota hay kshadh kar ka mantr
sikhaiye

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2 स ताह पहले सावज नक प से साझा क गई

 
 

Devang Bhatt
1 महीना पहले सावज नक प से साझा क गई

 Very Nice

yogendra shukla ने इसे साझा कया Google+ के मा यम से


2 स ताह पहले सावज नक प से साझा क गई

p.sanju Sastri
1 महीना पहले सावज नक प से साझा क गई

 ब त सु दर

Ganesh joshi ने इसे साझा कया Google+ के मा यम से


3 स ताह पहले सावज नक प से साझा क गई

suman singh
1 महीना पहले सावज नक प से साझा क गई

 Mai apse apne ghar me puja karwana chahti hu. Plz apna mobile no send kijiye

Gautam KUMAR SHARMA


2 महीने पहले सावज नक प से साझा क गई

 
puja vidhi ka pdf le please send kar dijiye
gautamkumarsharma2554@gmail.com
is mail id per send kare lord ram aapka raksha karenge

Alok kumar Pandey


2 महीने पहले सावज नक प से साझा क गई

 अ त मह वपुण ान

R K Pandey ने इसे साझा कया Google+ के मा यम से


3 महीने पहले सावज नक प से साझा क गई

saket mishra
2 महीने पहले सावज नक प से साझा क गई

 जय भा कर ब त सारी जानकारी भरा लेख

Raghav Shashtri ने इसे साझा कया Google+ के मा यम से


6 महीने पहले सावज नक प से साझा क गई

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