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नमूना कृतिपत्रिका-2

दसवीं कक्षा : प्रथम भाषा हिंदी ः कुमारभारती


समय ः 3 घंटे कुल अंक ः 100
सूचनाएँ ः- (1) स्वच्छ एवं शुद्‍ध लेखन कार्य अपेक्षित है ।
(2) सूचना के अनुसार गद्‍्‌य, पद्‍य, भाषा अध्ययन (व्याकरण) की आकलन कृतियों का उत्तर आवश्यकता
के अनुसार आकृतियों में ही लिखना अपेक्षित है ।
(3) सभी आकृतियों के लिए पेन का ही प्रयोग कीजिए ।
(4) रचना विभाग (उपयोजित लेखन) में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए आकृतियों की आवश्यकता नहीं है ।
विभाग 1 - गद्‍य ः 24 अंक
प्र. 1 (अ) निम्नलिखित पठित गद्‍यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए ः-
‘यास्नाया पोल्याना’ टॉल्स्टॉय के नाना का था । टॉल्स्टॉय की माँ अपने पिता की इकलौती बेटी थी ।
टॉल्स्टॉय के पिता रूसी सेना में अधिकारी थे । उनके पास कोई विशेष संपत्ति न थी । वे ‘यास्नाया पोल्याना’
में रहते थे । वौल्कोन्स्की ने जब अपनी बेटी की शादी फौजी अफसर से की तो यह प्रासाद दहेज में दिया ।
टॉल्स्टॉय जब केवल डेढ़ साल के थे तभी उनकी माँ नहीं रही और पितृवियोग का सामना उन्हें नौ साल
की उम्र में करना पड़ा । उनका लालन-पालन उनकी फूफी पेल्लागेया इलिनित्विना युश्कोवा ने किया । जब
टॉल्स्टॉय बड़े हुए, तब वोल्गा नदी के तटवर्ती कजान नगर चले गए । कजान विश्वविद्‌यालय में उन्होंने अरबी
और तुर्की भाषाएँ, दर्शन तथा कानून का अध्ययन किया परंतु ‘यास्नाया पोल्याना’ के लिए वे बराबर ललकते
रहे । उनके मन में यह बात पैठी हुई थी कि किसानों के बीच रहने से बढ़कर कोई चीज नहीं । टॉल्स्टॉय किसानों
की तरह खेती करते थे फिर भी विज्ञान और यात्रा में उनकी रुचि रही । इसीलिए वे क्राकेशिया चले गए और
रूसी सेना में भर्ती हो गए ।
रूसी सेना उस समय पहाड़ी कबीलों से लड़ रही थी । काकेशिया के जीवन के अनुभवों के आधार पर
उन्होंने ‘‘कोस्साक’’ की रचना की । इसमें उनके जीवन की बहुत सी बातें हैं ।

(1) संजाल पूर्ण कीजिए :- 2

टॉल्स्टॉय ने विश्वविद्‌यालय में


इन विषयों का अध्ययन किया

(2) उत्तर लिखिए :- 2


टॉल्स्टॉय की पारिवारिक जानकारी :-
(क)
(ख)
(3) प्रत्यय लगाकर नये शब्द लिखिए :- 2
संपत्ति, नगर, समय, जीवन
(4) ‘पुस्तकें संस्कार का साधन हैं’, इसपर अपने विचार लिखिए । 2
1
प्र.1 (आ) निम्नलिखित पठित गद्य‌ ांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :-
अभी पिछले दिनों ही क्षेत्रीयता ने मुझे एक बार और पछाड़ दिया । हमारे मकान से चौथे मकान में रहने वाले मेरे
पड़ोसी का लड़का तीन वर्ष का हो गया था, पर वे अभी तक उसके लिए एक नाम तक नहीं खोज पाए थे । जैसे-जैसे
दिन निकलते जाते थे, उनकी चिंता और भी गहरी होती जाती थी । जब अपने लड़के के लिए एक उपयुक्त नाम तक
नहीं ढूँढ़ पा रहे थे तो उसके योग्य कन्या और नौकरी कहाँ से खोज पाएँगे ।
मुझे मिले तो अपनी चिंता गाथा ले बैठे । जब वे बहुत रो चुके और बहुत रोकने पर भी मेरा हृदय पूरा गल गया
और फेफड़ों की बारी आ गई तो मैंने पूछा, ‘आखिर समस्या क्या है?’
‘‘समस्या क्या है?’’ वह बोले, ‘‘बबुआ की महतारी का हठ और क्या?’’ ‘‘क्या हठ है?’’ बहुत चाहने पर भी
उनका घरेलू रहस्य पूछने से मैं स्वयं को न रोक सका ।
वह बोले, ‘‘हमारा बबुआ बहुत शोर मचाता है, बहुत ज्यादा । उसकी महतारी कहती है कि उसका नाम उसके
शोर मचाने पर ही रखेंगे ।
मैं चकित हो गया, हठ को सुनकर । यह भी क्या हठ ! लोग गुण पर तो नाम रखते ही हैं पर दोष को लेकर नाम !

(1) कारण लिखिए :- 2


(क) पड़ोसी की चिंता गहरी होती जाती थी .....................
(ख) लेखक चकित हो गया ....................
(2) आकृति में लिखिए :- 2

गद्‌यांश में आए रिश्ते

(3) वचन परिवर्तन कीजिए :- 2


(ग) मैं चकित हो गया ।
(घ) उसकी चिंता और भी गहरी होती जाती थी ।
(4) ‘व्यक्ति अपने नाम से नहीं; कार्य से पहचाना जाता है’, इसपर अपने विचार लिखिए । 2
प्र. 1 (इ) निम्नलिखित अपठित गद्य‌ ांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :-
कुछ वास्तुविदों ने रैखिक विस्तारवाले महानगरों की योजनाएँ प्रस्तुत की हैं । इन योजनाओं के अनुसार
रेलमार्गों और राजपथों के समांतर फैक्टरियाँ होंगी, तकनीकी शिक्षा के संस्थान होंगे । इनके समांतर काफी चौड़े
हरे-भरे क्षेत्र, उद्य‌ ान के आगे इनके समांतर विभिन्न प्रकार के आवास भवन होंगे । इनके समांतर ही दुकानों,
सिनेमाघरों आदि जन सुविधाओं की व्यवस्था होगी । इनके बाद हरे-भरे क्षेत्रों में स्कूल, बालवाटिकाएँ,
शिक्षा संस्थान, खेल मैदान आदि होंगे । इन्हीं के बीच में रैखिक विस्तारवाली कोई झील, नदी, झरना या नहर भी
हो सकती है । शिक्षा संस्थाओं के आगे के विस्तार में फलबाग, कृषिफार्म, उपवन आदि हो सकते हैं । स्पष्ट है कि
ऐसे नगर का विस्तार सैकड़ों किलोमीटर तक हो सकता है ।
लेकिन शहरी आबादी के लिए समस्या केवल आवास की ही नहीं है ; ईंधन की समस्या है, जीवनोपयोगी
वस्तुओं की समस्या है, सबसे बढ़कर पानी और परिवहन की समस्या है ।

2
(1) उत्तर लिखिए :- 2
वास्तुविदों द्‌वारा प्रस्तुत योजनाऍं :-
(क) (ग)
(ख) (घ)
(2) लिखिए :- 2
रैखिक विस्तार से संबंधित शब्द

(3) पुल्लिंग-स्त्रीलिंग शब्द छॉंटकर लिखिए :- 2


भवन, शिक्षा, रेलमार्ग, ऊर्जा
पुल्लिंग स्त्रीलिंग

(4) ‘पानी की बचत’ के संदर्भ में अपने विचार लिखिए । 2

विभाग 2 - पद्‍य ः 18 अंक


प्र.2 (अ) निम्नलिखित पठित पद्य‍ ांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :-
राम सो नामा नाम सो रामा ।
तुम साहिब मैं सेवग स्वामा ।। टेक ।।
हरि सरवर जन तरंग कहावै ।
सेवग हरि तजि कहुं कत जावे ।। 1।।
हरि तरवर जन पंषी छाया ।
सेवग हरिभजि आप गवाया ।। 2।।
(1) कृति पूर्ण कीजिए :- 2

(क) हरि भजन में बनी स्थिति


(ख) हरि और भक्त के लिए प्रयुक्त शब्द
हरि भक्त
राम
पंषी

3
(2) लिखिए :- 2
पद में आए इस अर्थवाले शब्द
लोग छाँव
कहीं मालिक

(3) उपर्युक्त पद्य‌ ांश से अपनी पसंद की किन्हीं दो पंक्तियों का अर्थ लिखिए । 2
प्र.2 (आ) निम्नलिखित मुदद्‌ ों के आधार पर पद्‌य विश्लेषण कीजिए :-
ब्रजवासी अथवा संध्या सुंदरी
मुद्दे :-
(क) रचनाकार का नाम 1
(ख) रचना की विधा 1
(ग) पसंदीदा पंक्तियाँ 1
(घ) पंक्तियाँ पसंद होने के कारण 1
(च) रचना से प्राप्त संदेश / प्रेरणा 2
प्र.2 (इ) निम्नलिखित अपठित पद्‌यांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :-
एक पल ही जियो, फूल बनकर जियो,
शूल बनकर ठहरना नहीं जिंदगी ।
अर्चना की सँजोए हुए अंजली,
तुम किसी देवता से मिलो तो सही
जिंदगी की यहाँ अगनित डालियाँ
तुम किसी पर सुमन बन खिलो तो सही;
एक पल ही जियो तुम सुरभि बन जियो,
धूल बनकर उमड़ना नहीं जिंदगी ।

(1) लिखिए :- 2
ऐसा बनना है ऐसा नहीं बनना है

(2) एक/दो शब्दों में उत्तर लिखिए :- 2


(क) जिंदगी की यहॉं अगणित है
(ख) संजोई हुई अंजली इनकी है
(3) अंतिम चार पंक्तियों का सरल अर्थ लिखिए । 2

4
विभाग 3 - पूरक पठन ः 8 अंक
प्र.3 (अ) निम्नलिखित पठित गद्य‍ ांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए ः-
उर्मि ने कुछ न कहा, एक नजर रसोई की ओर देखा । एकदम साफ-सुथरी । ‘दिन में कामवाली करके गई होगी
तब से किचन में घुसे तक नहीं । इन्होंने सब्जी तक नहीं काटी । हर तरफ मुझे ही मरना है ।’ वह भीतर-ही -भीतर
सोचती रही । बेडरूम की तरफ जाते हुए विपरीत दिशा में हाथ से इशारा करते हुए बोली, ‘‘वहाँ अँधेरा क्यों किया
है?’’
‘‘हम सब बेडरूम में ही थे । सीरियल देख रहे थे इसलिए वहाँ क्या फायदा बेकार में लाइट....’’ अनुराग के
साथ खड़ी बेटी शैफी ने कहा ।
‘‘चलो ठीक है, मैं हाथ-मुँह धोकर खाना पकाती हूँ ।’’ वह तल्ख होकर बोली ! ... ‘‘सीरियल देख रहे
हैं.... बताओ ।’’
वे सब वहीं खड़े उसे हाथ-मुँह धोते चुपचाप देखते रहे ।
उर्मि रसोई की तरफ मुड़ गई । ऐप्रन पहनकर फ्रिज से सब्जियाँ निकालकर स्लैब पर रखते हुए खीझ से बोली,
‘‘चाकू कहाँ है?’’
(1) आकृति पूर्ण कीजिए :- 2
(क) गद्य‌ ांश में आए पात्र (ख) रसोईघर की वस्तुऍं

(2) ‘स्त्री-पुरुष समानता’, विषय पर अपने विचार लिखिए । 2


प्र.3 (अा) निम्नलिखित पठित पद्य‌ ांश पढ़कर सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :-
ब्यास, बाल्मीकि, ॠषि गौतम, कपिलमुनि
सूतल अमर के जगावे रे बटोहिया
रामानुज-रामानंद न्यारी प्यारी रूपकला
ब्रह्‌म सुख बन के भँवर रे बटोहिया ।
नानक, कबीर, गौर-संकर, श्रीराम-कृष्ण
अलख के बतिया बतावे रे बटोहिया
विद्‌यापति, कालीदास, सूर, जयदेव कवि
तुलसी के सरल कहानी रे बटोहिया ।
(1) प्रवाहतालिका पूर्ण कीजिए :- 2
पद्‌यांश में आए कवियों के नाम

(2) ‘संत और कवि भारत के गौरव हैं’, इसपर अपने विचार लिखिए । 2

5
विभाग 4 - भाषा अध्ययन (व्याकरण) ः 18 अंक
प्र.4 सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :- 2
(1) उत्तर लिखिए :-

ऐसी बानी बोलिये,


---- द्‌वितीय चरण मन का आपा खोय । छंद प्रकार ----
की मात्राएँ औरन को शीतल करे,
आपहु शीतल होय ।।

(2) काल परिवर्तन कीजिए :- 2


ये सब कहाँ गए थे? (अपूर्ण वर्तमान काल) ------------

दोनों को पसंद आएगा । (सामान्य भूतकाल) ------------

(3) तालिका पूर्ण कीजिए :- 2


संधि शब्द संधि विच्छेद संधि भेद
निश्चय ------------ ------------
------------ दिक्‌ + गज ------------

(4) (क) निम्नलिखित वाक्य में प्रयुक्त अव्यय ढूँढ़कर उसका भेद लिखिए :- 2
जल्दी सो नहीं जाना ।
(ख) निम्नलिखित अव्यय का वाक्य में प्रयोग कीजिए :-
क्योंकि
(5) (ग) निम्नलिखित वाक्य का रचना के अनुसार भेद लिखिए :- 2
लड़का रुपया ले दिलीप को लौटाने आया ।
(घ) सूचना के अनुसार वाक्य परिवर्तन कीजिए :-
उसके आदमी के पास भी काम नहीं है । (विधानार्थक वाक्य)
(6) निम्नलिखित पंक्तियों के अलंकार पहचानकर लिखिए :- 2
(च) चांदनी, चमेली चारू चंद सुघर है ।’’
(छ) ‘‘चरण कमल बंदौ हरि राई ।’’
(7) (ज) मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :- 1
उड़न छू हो जाना ।
(झ) अधोरेखांकित शब्दसमूह के लिए कोष्ठक में दिए गए उचित मुहावरे का चयन करके वाक्य फिर से
लिखिए :- 1
(ताव में आना, माथे पर बल पड़ना)
रामबोला अनायास ही क्रोध में आया ।

6
(8) उचित विरामचिह्‌नों का प्रयोग कर वाक्य फिर से लिखिए :- 1
मुझे विश्राम नहीं करना है
(9) कारक पहचानकर उसका भेद लिखिए :- 1
झोली का अन्न बिखर जाता है ।
(10) निम्नलिखित वाक्य शुद्ध करके लिखिए :- 1
बूढ़े की सहमती ने उसे दिली राहत दिया ।
(11) निम्नलिखित सामासिक शब्द का विग्रह करके उसका प्रकार लिखिए :- 1
नरसिंह

विभाग 5 - उपयोजित लेखन ः 32 अंक


प्र. 5 (अ) (1) पत्रलेखन :- 5
निम्नलिखित जानकारी के आधार पर पत्र लेखन कीजिए :-
दिनेश / दीक्षा शर्मा, 5 अ, लोकमान्य नगर, सांगली से वैभव/वैभवी दुबे, हुतात्मा चौक, अक्कलकोट
को दीपावली के शुभ अवसर पर शुभकामनाएँ देते हुए पत्र लिखता / लिखती है ।

अथवा
राजवर्धन / राजश्री गांगुली, चार दिनों की छुट्‌टी हेतु प्रधानाचार्य,
51, पर्ल गार्डन, प्रार्थना पत्र सर्वोदय प्रशाला,
बिलासपुर शास्त्रीनगर, बिलासपुर

कारण - राष्ट्रीय स्तर पर खेल


प्रतियोगिता में उपस्थित रहना है।

(2) गद्‌य आकलन : प्रश्न निर्मिति :- 5
निम्नलिखित गद्य‌ ांश पढ़कर ऐसे पाँच प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्‌यांश से एक-एक वाक्य में प्राप्त
हों :-
चाय की होटल पर झन्न की जोरदार आवाज के साथ काँच के दो गिलास गिरकर टूटे । गिराने वाला 19
वर्षीय नौकर घबराकर थरथर काँपने लगा । उसकी आँखों में आँसू आए । दुकान पर बैठे ग्राहकों की नजर टूटे
गिलासों से होती हुई अपने आप ही होटल मालिक पर चली गई, जिसकी आँखें क्रोध से लाल हो रही थीं ।
लेकिन यह क्या? घटनाक्रम को सुखद मोड़ देते हुए होटल मालिक नौकर के पास आया, काँपते हुए नौकर के
सिर पर प्यार से हाथ फेरा और मीठे स्वर में कहा, ‘‘कोई बात नहीं बंटी, चल, टूटे हुए गिलास उठाकर बाहर
फेंक दे और देख हाथ में कहीं चोट न लग जाए ।’’
‘‘बसंतीलाल जी !’’ नौकर के जाते ही घटनाक्रम से अचंभित एक पुराने ग्राहक ने पूछा,‘‘अरे, दो
थप्पड़ लगाने थे इस छोकरे को । भविष्य में कभी ऐसा नहीं करेगा ।’’
‘‘भविष्य ही तो देखा है टीटू बाबू । पलटकर मैं इसे थप्पड़ मारता तो हो सकता है कि यह बदले की
आग में जलता । मैंने खुद को बचाया ही, समाज को भी एक संभावित अपराधी से बचा लिया है ।’’

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प्र.5 (आ) (1) वृत्तांत लेखन :- 5
विकास विद्‌यालय, संगमनेर में आयोजित ‘राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह’ का 60 से 80 शब्दों में
वृत्तांत लिखिए ।
(वृत्तांत में स्थल, काल तथा घटना का उल्लेख होना आवश्यक है ।)
(2) विज्ञापन :-
अत्रे सभागृह, जालना शहर में आयोजित ‘पुस्तक प्रदर्शनी’ का विज्ञापन निम्न मुदद्‌ ों के आधार पर
50 से 60 शब्दों में तैयार कीजिए :- 5
पुस्तक प्रदर्शनी

स्थल पुस्तक विधाएँ विशेष छूट प्रवेश नि:शुल्क संपर्क

(3) कहानी लेखन :-


‘जहाँ चाह, वहाँ राह’ इस सुवचन पर 70 से 80 शब्दों में कहानी लिखिए और उचित शीर्षक दीजिए । 5
प्र.5 (इ) निबंध लेखन :-
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर 80 से 100 शब्दों में निबंध लिखिए :- 7
1) भारतीय किसान
2) यदि मैं वैज्ञानिक होता तो ...........

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