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Questions From Arya Samaji Shuddh Ramayan (Ayodhya Kand)
Questions From Arya Samaji Shuddh Ramayan (Ayodhya Kand)
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दयानंद के अनुयाययय ं द्वारा छापी गयी शुद्ध रामायण (अय ध्या कां ड) से कुछ प्रश्न
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दयानंद के अनुयाययय ं द्वारा छापी गयी शुद्ध रामायण (अय ध्या कां ड) से कुछ प्रश्न
प्रश्न 10- तेर िें सगय के श्लोक सिंख्या 7 में हजन राजा बहल और इिं द्र
का िणयन आया ै उनके बारे में बताएिं । ये भी बताएिं हक कैसे और
कब इिं द्र ने राजा बहल को पाश में पकड़ हलया था?
प्रश्न 11- तेर िें सगय के श्लोक सिंख्या 17 ि 18 में श्री राम
राज्याहभिेक के हलए सजाई गई अयोध्या का िणयन ै और उसकी
उपमा इिं द्र पुरी से की गई ै । इस सिंस्कृत श्लोक में हलखा ै “तािं
पुरी िं समहतक्रम्य पुरन्दरपुरोपमाम्” अथायथय आयोध्या पुरी की
तुलना पुरन्दर की पुरी से की गई ै । तो कृपया ये बताएिं ये पुरन्दर
कौन ै ? इसको आपने ह िं दी अनुिाद में इिं द्र क्योिं क ा ै ? और
इसकी पुरी क ााँ ै हजसकी ऐसी ी शोभा ै ? मतलब क्या इिं द्र की
पुरी भी इसी तर सजती ै ?
प्रश्न 12- चौद िें सगय के श्लोक सङ्ख् ख्या 3 में राम जी के भिन की
तुलना इिं द्र के भिन से की गई। तो कृपया ये बताएिं हक क्या ये ि ी
इिं द्र ैं हजनका िणयन प ले भी आ चुका ै अथिा कोई दू सरे ? और
इनका भिन/ हनिास क ााँ ै ?
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प्रश्न 15- सगय 29 के श्लोक सिंख्या 11 में राजा दशरथ जी को इिं द्र
के समान तेजस्वी बताया ै । और सगय 30 के श्लोक सिंख्या 12 में
बताया ै हक अधमय करने के कारण इिं द्र का तेज भी नष्ट ो जाता
ै । तो कृपया यर बताएिं हक ये इिं द्र कौन ै हजसका तेज अधमय के
कारण नष्ट ो सकता ै ?
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प्रश्न 24- सगय 67 के श्लोक सिंख्या 2 में हलखा ै हक श्री राम उसी
प्रकार माता सीता को हचत्रकूट का दशयन करिा र े थे, हजस
प्रकार इिं द्र (सिंस्कृत श्लोक में पुरन्दर हलखा ै ) शहच को करिाते
ैं । तो कृपया इन इिं द्र (पुरन्दर) और शहच के बारे में बताएिं हक ये
कौन ैं , क ााँ र ते ैं ?
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