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PRESIDIUM

HINDI TERM-1 (2020-21)


WORKSHEET-44
(झ ां सी की र नी)
Name- __________________ Date- _________
Grade- 6 Section- ___

प्रश्न 1.‘क िं तु ालगतत चप


ु े -चप
ु े ाली घटा घेर लाई..
( ) इस पिंक्तत में क स घटना ी ओर सिं े त है ?
(ख) ाली घटा तघरने ी बात तयों ही गयी है ?
उत्तर-( ) इस पिंक्तत में रानी लक्ष्मीबाई े पतत गिंगाधर राव ी मत्ृ यु ी ओर सिं े त है ।

(ख) राजा जी ी मत्ृ यु े उपरािंत रानी झााँसी े ऊपर ए े बाद ए ववपक्त्त आने लगी। अिंग्रेजों ी
नीतत थी क वे तन:सिंतान राजा ी मत्ृ यु े बाद उस राज्य पर अपना अधध ार र लेते थे। रानी े
जीवन में दख
ु ा अिंध ार छा गया, इसललए ाली घटा तघरने ी बात ही गई है ।

प्रश्न 2. ववता ी दस
ू री पिंक्तत में भारत ो ‘बढ
ू ा’ ह र और उसमें ‘नयी जवानी’ आने ी बात ह र
सभ
ु द्रा ु मारी चौहान तया बताना चाहती हैं?
उत्तर- वतयत्री ‘सभ
ु द्रा ु मारी चौहान ने भारत ो ‘बढ
ू ा इसललए हा तयोंक तब भारत ी दशा बहुत
लशधथल और जजजर हो चु ी थी। भारत लिंबे समय से अिंग्रेजों ी गल
ु ामी से हर तरह से मजोर हो रहा
था। ‘नई जवानी’ आने ी बात ह र वतयत्री यह बताना चाहती थी क अपनी खोई हुई आजादी ो
हालसल रने े ललए दे श में नया जोश उत्पन्न हो गया था। अब उनमें आशा और उत्साह ा नया सिंचार
हो गया। सिंघर्ज रने ी शक्तत आ गई और वे स्वतिंत्रता पाने े ललए प्रयास रने लगे।

प्रश्न 3.झााँसी ी रानी े जीवन ी हानी अपने शब्दों में ललखो और यह भी बताओ क उन ा बचपन
तुम्हारे बचपन से ै से अलग था?
उत्तर-रानी लक्ष्मीबाई े बचपन ा नाम छबीली था। वह इ लौती सिंतान थी। ानपुर े नाना ी वह
माँह
ु बोली बहन थी। लक्ष्मीबाई ो मनु े नाम से भी जाना जाता था। उन ो बचपन से ही हधथयार चलाने
ा शौ था। लशवाजी ी गाथाएाँ। लक्ष्मीबाई ो जुबानी याद थी। न ली युद्ध रना, व्यूह ी रचना
रना, क ले तोड़ना और लश ार खेलना लक्ष्मीबाई े वप्रय खेल थे। भवानी उन े ुल ी दे वी थी। झााँसी
े राजा गिंगाधर राव े साथ लक्ष्मीबाई ा वववाह हुआ था। वववाह े थोड़े ददन बाद रानी लक्ष्मीबाई े
पतत ी मत्ृ यु हो गई। इस े बाद अिंग्रेजी शास ों ने झााँसी पर अपना अधध ार रने ा प्रयास क या।
घमासान यद्ध
ु हुआ। लक्ष्मीबाई ने अिंग्रेजों े साथ लड़ते-लड़ते वीरगतत ो प्राप्त हो गई।

उन ा नाम इततहास में हमेशा े ललए अमर हो गया। उन ा बचपन हमारे बचपन से इस मायने में
अलग थी क वह हमारे समान सामान्य खेल- ू दों में वह नहीिं उलझी रहती थी। बचपन में बरछी, ढाल,
ृ पाण जैसे हधथयार ही उन ी सहे ली थे। लशवाजी ी वीरता ी हानी याद थी। इस े ववपरीत हमारे
बचपन में हधथयार नाम ी ोई चीज नहीिं है । हम वीडियो गेम्स, िं प्यट
ू र, बबजली वाले खखलौने से
खेलते हैं। राष्ट्रीय गीत भी हमें याद है ।

प्रश्न 4.वीर मदहला ी इस हानी में ौन- ौन से परु


ु र्ों े नाम आए हैं? इततहास ी ु छ अन्य वीर
क्स्त्रयों ी हातनयााँ खोजो ।
उत्तर-वीर मदहला ी इस हानी में ई परु
ु र्ों े नाम आए हैं-जैसे नाना साहब, (इन ा परू ा नाम
धध
िंु प
ू िंत था) िलहौजी, पेशवा वाजीराव, तात्यााँ टोपे, अजीमल्
ु ला, अहमद शाह मौलवी, ठा ु र ाँु वर लसिंह,
लेक्टटनेंट वॉ र, लशवाजी, ग्वाललयर े महराज लसिंधधया, जनरल क्स्मथ ।

प्रश्न 5. ववता में क स दौर ी बात है ? ववता से उस समय े माहौल े बारे में तया पता चलता है ?
उत्तर- ववता में वर्ज 1857 े प्रथम स्वतिंत्रता सिंग्राम े दौर ी बात ही गई है । इस सिंग्राम में झााँसी
ी रानी लक्ष्मीबाई ने महत्त्वपण
ू ज भलू म ा तनभाई थी। उस समय े माहौल े बारे में यह पता चलता है
क दे श गल
ु ाम था और लोगों े ददलों में दे शप्रेम ी ज्वाला भड़ रही थी। वे आजादी पाने े ललए
लालातयत थे।

प्रश्न 6.सभ
ु द्रा ु मारी चौहान, लक्ष्मीबाई ो ‘मदाजनी’ तयों हती हैं?
उत्तर-वीरता, साहस, दहम्मत, ता त, यद्ध
ु ौशल, घड़
ु सवारी तलवारबाजी-ये सभी मदो वाले गण
ु उनमें
ववद्यमान थे। रानी लक्ष्मीबाई ने वीर सेनापततयों ी तरह अिंग्रेजों से युद्ध क या और झााँसी ी रक्षा रती
रही। इसललए वतयत्री ने उन्हें ‘मदाजनी’ हा है ।

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