Professional Documents
Culture Documents
प्रश्न-अभ्यास
1. संचार क्रकसे कहते हैं ?
2. संचार के भेद लिखिए ।
2. समाचार: समाचार क्रकसी भी ऐसी ताजा घटना, विचार या समस्या की ररपोटव है ,न्त्जसमें अधधक से अधधक
िोगों की रुधच हो और न्त्जसका अधधक से अधधक िोगों पर प्रभाि पड़ता हो ।
3. समाचार के ित्त्ि: पिकाररता की दृन्त्टट से क्रकसी भी घटना, समस्या ि विचार को समाचार का रूप
धारण करने के लिए उसमें तनम्न तत्त्िों में से अधधकांश या सभी का होना आिश्यक होता है : निीनता,
तनकटता, प्रभाि, जनरुधच, संघषव, महत्त्िपूणव िोग, उपयोगी जानकाररयाुँ, अनोिापन आदद ।
4. डेडलाइन- समाचार माध्यमों के लिए समाचारों को किर करने के लिये तनधावररत समय-सीमा को िेििाइन
कहते हैं।
5. संपािन : प्रकाशन के लिए प्राप्त समाचार सामग्री से उसकी अशवियों को दरू करके पठनीय तथा
प्रकाशन योग्य बनाना संपादन कहिाता है ।
6.संपािकीय:संपादक द्िारा क्रकसी प्रमि घटना या समस्या पर लििे गए विचारत्मक िेि को,न्त्जसे संबंधधत
समाचारपि की राय भी कहा जाता है ,संपादकीय कहते हैं।संपादकीय क्रकसी एक व्यन्त्क्त का विचार या राय न
होकर समग्र पि-समह
ू की राय होता है ,इसलिए संपादकीय में संपादक अथिा िेिक का नाम नहीं लििा
जाता ।
प्रश्न-अभ्यास
1. पिकाररता क्या है ?
7. संपादकीय क्या है ?
(II) िाचडाग पत्रकाररिा- िोकतंि में पिकाररता और समाचार मीडिया का मख्य उत्तरदातयत्ि सरकार के
कामकाज पर तनगाह रिना है और कोई गड़बड़ी होने पर उसका परदाफ़ाश करना होता है , परं परागत रूप से
इसे िाचिाग पिकाररता कहते हैं।
(III) एडिोकेसी पत्रकाररिा- इसे पक्षधर पिकाररता भी कहते हैं। क्रकसी िास मद्दे या विचारधारा के पक्ष में
जनमत बनाने के लिए िगातार अलभयान चिाने िािी पिकाररता को एििोकेसी पिकाररता कहते हैं।
(V) पेज थ्री पत्रकाररिा- ऐसी पिकाररता न्त्जसमें फ़ैशन, अमीरों की पादटव यों , महक्रफ़िों और जानेमाने िोगों
के तनजी जीिन के बारे में बताया जाता है ?
अभ्यास - प्रश्न
3. गहराई से छानबीन कर तथ्यों को सामने िाने की कोलशश क्रकस पिकाररता के अंतगवत की जाती है ?
6. भारत मे पहिा छापािाना कब, कहाुँ, क्रकसने और क्रकस उद्देश्य से िोिा था?
9. मुकित माध्यम के अंतर्तत लेखन में ककन बातों का ध्यान िखना चालहए ?
रे डडयो (आकाशिाणी)
अभ्यास-प्रश्न - 5
नाम : अनुक्रमांक:
कक्षा : दिनांक:
वििरण को पढ़कर प्रश्नों के उत्िर िीक्जए :
रे डियो एक श्रव्य माध्यम है । इसमें शब्द एिं आिाज का मह्तत्ि होता है । रे डियो एक रे िीय माध्यम है ।
रे डियो समाचर की संरचना उल्टावपरालमि शैिी पर आधाररत होती है । उल्टावपरालमि शैिी में समाचर को
तीन भागों बाुँटा जाता है -इंट्रो, बाुँिी और समापन। इसमें तथ्यों को महत्त्ि के िम से प्रस्तत क्रकया जाता
है , सिवप्रथम सबसे ज्यादा महत्त्िपण
ू व तथ्य को तथा उसके उपरांत महत्ि की दृन्त्टट से घटते िम में तथ्यों
को रिा जाता है ।
रे डडयो समाचार-लेखन के भलए बुननयािी बािें :
समाचार िाचन के लिए तैयार की गई कापी साफ़-सथरी ओ टाइप्ि कॉपी हो ।
कापी को दट्रपि स्पेस में टाइप क्रकया जाना चादहए।
पयावप्त हालशया छोड़ा जाना चादहए।
अंकों को लििने में सािधानी रिनी चादहए।
संक्षक्षप्ताक्षरों के प्रयोग से बचा जाना चादहए।
1. रे डियो क्रकस प्रकार का माध्यम है ?
इंटरनेट : संसार का सबसे निीन ि िोकवप्रय माध्यम है । इसमें जनसंचार के सभी माध्यमों के गण
समादहत हैं। यह जहाुँ सच
ू ना, मनोरं जन, ज्ञान और व्यन्त्क्तगत एिं सािवजतनक सिादों के आदान-प्रदान के
लिए श्रेटठ माध्यम है , िहीं अश्िीिता, दटप्रचार ि गंदगी फ़ैिाने का भी जररया है ।
प्रश्न-अभ्यास -7
1. टे िीविजन, वप्रंट तथा रे डियो से क्रकस प्रकार लभन्न है ?
7. भारत में सच्चे अथों में िेब पिकाररता करने िािी साइटों के नाम लिखिए ।
नाम : अनुक्रमांक:
कक्षा : दिनांक:
पत्रकार के प्रकार--- पिकार तीन प्रकार के होते हैं ।१. पूणव कालिक २. अंशकालिक (न्त्स्ट्रं गर) ३. फ़्रीिांसर
या स्ितंि पिकार
समाचार लेखन-- समाचार उिटा वपरालमि शैिी में लििे जाते हैं, यह समाचार िेिन की सबसे उपयोगी
और िोकवप्रय शैिी है । इस शैिी का विकास अमेररका में गह
ृ यि के दौरान हआ। इसमें महत्त्िपण
ू व घटना
का िणवन पहिे प्रस्तत क्रकया जाता है , उसके बाद महत्त्ि की दृन्त्टट से घटते िम में घटनाओं को प्रस्तत
कर समाचार का अंत क्रकया जाता है । समाचार में इंट्रो, बॉिी और समापन के िम में घटनाएुँ प्रस्तत की
जाती हैं ।
समाचार के छ: ककार- समाचार लििते समय मख्य रूप से छ: प्रश्नों- तया, कौन, कहाँ, कब , तयों और
कैसे का उत्तर दे ने की कोलशश की जाती है । इन्हें समाचार के छ: ककार कहा जाता है । प्रथम चार प्रश्नों के
उत्तर इंट्रो में तथा अन्य दो के उत्तर समापन से पूिव बॉिी िािे भाग में ददए जाते हैं ।
6. इंट्रो क्या है ?
संपािकीय : संपादक द्िारा क्रकसी प्रमि घटना या समस्या पर लििे गए विचारत्मक िेि को, न्त्जसे
संबंधधत समाचारपि की राय भी कहा जाता है , संपादकीय कहते हैं । संपादकीय क्रकसी एक व्यन्त्क्त का
विचार या राय न होकर समग्र पि-समह
ू की राय होता है , इसलिए संपादकीय में संपादक अथिा िेिक का
नाम नहीं लििा जाता ।
स्िम्ि लेखन: एक प्रकार का विचारत्मक िेिन है । कछ महत्त्िपूणव िेिक अपने िास िैचाररक रुझान
एिं िेिन शैिी के लिए जाने जाते हैं । ऐसे िेिकों की िोकवप्रयता को दे िकर समाचरपि उन्हें अपने
पि में तनयलमत स्तम्भ - िेिन की न्त्जम्मेदारी प्रदान करते हैं । इस प्रकार क्रकसी समाचार-पि में क्रकसी
ऐसे िेिक द्िारा क्रकया गया विलशटट एिम तनयलमत िेिन जो अपनी विलशटट शैिी एिम िैचाररक रुझान
के कारण समाज में ख्यातत प्राप्त हो, स्तम्भ िेिन कहा जाता है ।
संपािक के नाम पत्र : समाचार पिों में संपादकीय पटृ ठ पर तथा पत्रिकाओं की शरुआत में संपादक के
नाम आए पि प्रकालशत क्रकए जाते हैं । यह प्रत्येक समाचारपि का तनयलमत स्तम्भ होता है । इसके
माध्यम से समाचार-पि अपने पाठकों को जनसमस्याओं तथा मद्दों पर अपने विचार एिम राय व्यक्त
करने का अिसर प्रदान करता है ।
साक्षात्कार/इंटरव्य:ू क्रकसी पिकार के द्िारा अपने समाचारपि में प्रकालशत करने के लिए, क्रकसी व्यन्त्क्त
विशेष से उसके विषय में अथिा क्रकसी विषय या मद्दे पर क्रकया गया प्रश्नोत्तरात्मक संिाद साक्षात्कार
कहिाता है ।
प्रश्न-अभ्यास:
1. विशेष ररपोटव से आप क्या समझते हैं?
4. विचारपरक िेिन क्या है ? तथा उसके अन्तगवत क्रकस प्रकार के िेि आते हैं?
डेस्क : समाचारपि, पत्रिकाओं , टीिी और रे डियो चैनिों में अिग-अिग विषयों पर विशेष िेिन के लिए
तनधावररत स्थि को िेस्क कहते हैं। और उस विशेष िेस्क पर काम करने िािे पिकारों का भी अिग समह
ू
होता है । यथा, व्यापार तथा कारोबार के लिए अिग तथा िेि की िबरों के लिए अिग िेस्क तनधावररत
होता है ।
ी़
बीट : विलभन्न विषयों से जिे समाचारों के लिए संिाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर
उनकी ददिचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रि कर क्रकया जाता है । मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं ।
बीट ररपोदटिं ग िथा विशेषीकृि ररपोदटिं ग में अन्िर: बीट ररपोदटिं ग के लिए संिाददाता में उस क्षेि के बारे में
जानकारी ि ददिचस्पी का होना पयावप्त है , साथ ही उसे आम तौर पर अपनी बीट से जिी ी़ सामान्य िबरें
ही लििनी होती हैं । क्रकन्त विशेषीकृत ररपोदटिं ग में सामान्य समाचारों से आगे बढ़कर संबंधधत विशेष क्षेि
या विषय से जिी ी़ घटनाओं, समस्याओं और मद्दों का बारीकी से विश्िेषण कर प्रस्ततीकरण क्रकया जाता है
। बीट किर करने िािे ररपोटव र को संिाददाता तथा विशेषीकृत ररपोदटिं ग करने िािे ररपोटव र को विशेष
संिाददाता कहा जाता है ।
विशेष लेखन की िाषा-शैली: विशेष िेिन की भाषा-शैिी सामान्य िेिन से अिग होती है । इसमें
संिाददाता को संबंधधत विषय की तकनीकी शब्दाििी का ज्ञान होना आिश्यक होता है , साथ ही यह भी
आिश्यक होता है क्रक िह पाठकों को उस शब्दाििी से पररधचत कराए न्त्जससे पाठक ररपोटव को समझ सकें।
विशेष िेिन की कोई तनन्त्श्चत शैिी नहीं होती ।
विशेष लेखन के क्षेत्र : विशेष िेिन के अनेक क्षेि होते हैं, यथा- अथव-व्यापार, िेि, विज्ञान-प्रौद्योधगकी,
कृवष, विदे श, रक्षा, पयाविरण लशक्षा, स्िास्थ्य, क्रफ़ल्म-मनोरं जन, अपराध, कानून ि सामान्त्जक मद्दे आदद ।
प्रश्न-अभ्यास:
1. विशेष िेिन क्या है ?
नाम : अनक्र
ु मांक:
कक्षा : दिनांक:
3. दरू दशवन पर प्रसाररत समाचार क्रकन-क्रकन चरणों से होकर दशवकों तक पहुँचते हैं?
5. कम्प्यट
ू र के िोकवप्रय होने का प्रमि कारण बताइए।
17. न्यज
ू पेग क्या है ?
18 . एफ़०एम० क्या है ?
19. अपिेदटंग से क्या अलभप्राय है ?
प्रश्न 35- पहिे पटृ ठ पर प्रकालशत होने िािे हस्ताक्षररत समाचार को क्या कहते हैं?
उत्तर:
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
प्रश्न 43- एंकर का क्या अथव है ? तथा उद्घोषक को हम क्रकस अथव में िेते हैं?
उत्तर:
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
प्रश्न 44- कतरन (न्त्क्िवपंग) क्रकसे कहते हैं?
उत्तर:
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
प्रश्न 44- किरे ज को हम क्रकस अथव में िेते हैं?
उत्तर:
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
.
उपरोति प्रश्नों के उत्िर
उत्तर 7 : जब स्रोत या संचारक एक उद्देश्य के साथ अपने क्रकसी विचार संदेश या भािना को क्रकसी और
तक पहुँ चाना चाहता है तब संचार की शरूआत होती है ।
उत्तर 8: सफि संचार के लिए आिश्यक है क्रक संदेशग्रहीता भी भाषा यानी उस कोि से पररधचत हो न्त्जसमें
अपना संदेश भेज रहे हैं।
उत्तर 9: िीकोडिंग का अथव है – प्राप्त संदेशों में तनदहत अथव को समझने की कोलशश।
उत्तर 10: फीिबैक से हमें पता चिता है क्रक संचारक ने न्त्जस अथव के साथ संदेश भेजा था िह उसी अथव में
प्राप्तकताव को लमिा है ।
उत्तर 11: संचार-प्रक्रिया में कई प्रकार की बाधाएुँ आती हैं इन बाधाओं को शोर कहते हैं।
उत्तर 12: संकेतों द्िारा विचारों का आदान-प्रदान करना ही सांकेततक संचार कहिाता है ।
उत्तर 13: जब दो व्यन्त्क्त आपस में आमने-सामने संचार करते हैं तो इसे अंतर-िैयन्त्क्तक संचार कहते हैं।
उत्तर 15: जनसंचार माध्यमों के जररए प्रकालशत या प्रसाररत संदेशों की प्रकृतत सािवजतनक होती है
उत्तर 17: सच
ू ना दे ना लशक्षक्षत करना मनोरं जन करना, एजेंिा तय करना तनगरानी करना तथा विचार-विमशव
के लिए मंच उपिब्ध कराना।
उत्तर 18: िबरों िेिों तथा फीचरों को व्यिन्त्स्थत ढं ग से संपादकीय करने का कायव संपादकीय विभाग का
होता है
उत्तर 19: साप्तादहक पि उदं त मातवण्ि 1826 ई. में कोिकाता से जगि क्रकशोर के संपादकत्ि में प्रकालशत
हआ।
उत्तर 20: भारत में पिकाररता की शरूआत सन ् 1780 ई में जेम्स ऑगस्ट दहक्की के बंगाि-गजट से हई।
उत्तर 21: गणेश शंकर विद्याथी मािनिाि चतिेदी महािीर प्रसाद द्वििेदी प्रतापनारायण लमश्र लशिपूजन
सहाय रामिक्ष
ृ बेनीपरी बािमकन्द गप्त आदद।
उत्तर 22: केसरी दहन्दस्तान सरस्िती हं स कमविीर प्रताप आज विशाि भारत आदद।
उत्तर 28: सच
ू नाओं का संकिन एिं उनका संपादन कर पाठकों तक पहुँ चाना है ।
उत्तर 31: समाचार क्रकसी भी ऐसी ताजा घटना विचार या समस्या की ररपोटव है न्त्जसमें अधधक से
अधधक िोगो की रुधच हो और न्त्जसका अधधक से अधधक िोगों पर प्रभाि पड़ रहा हो।
उत्तर 34: संपादक न्त्जस पटृ ठ पर विलभन्न घटनाओं और समाचारों पर अपनी राय प्रकट करता है
उसे संपादकीय कहते है ।
उत्तर 36: िोजपरक पिकाररता विशेषीकृत पिकाररता िॉचिॉग पिकाररता एिव्होकेसी पिकाररता
िैकन्त्ल्पक मीडिया।
उत्तर 37: ऐसी पिकाररता न्त्जसमें गहराई से छानबीन करके ऐसे तथ्यों और सच
ू नाओं को सामने िाने की
कोलशश की जाती है न्त्जन्हें दबाने या तछपाने का प्रयास क्रकया जा रहा हो।
उत्तर 38: क्रकसी के सरकार के कामकाज पर तनगाह रिते हए क्रकसी गड़बड़ी का पदावफाश करना िॉचिॉग
पिकाररता कहिाती है ।
उत्तर 39: क्रकसी िास मद्दे को उछािकर उसे पक्ष में जनमत बनाने का िगातार अलभयान चिाना एििोकेसी
पिकाररता कहिाती है ।
उत्तर 40: जो मीडिया स्थावपत व्यिस्था के विकल्प को सामने िाने और उसके अनकूि िैकन्त्ल्पक सोच को
अलभव्यक्त करता है उसे िैकन्त्ल्पक मीडिया कहते हैं।
उत्तर 41: समाचार-पि को अरबी में अिबार कहते हैं। इसलिए ऐसा पि न्त्जसमें िबरें ही िबरें हो अिबार
कहिाता है ।
उत्तर 42: एक ही संपादकीय स्तम्भ में दो या तीन संपादकीय िेि हों तो पहिे को अग्रिेि ि अन्य को
संपादकीय दटप्पखणयां कहते हैं।
उत्तर 43: क्रकसी टीिी कायविम को संचालित करने िािा अलभनेता या अलभनेिी। रे डियो कायविम शरू होने
से पूिव कायविम संबंधी या अन्य आिश्यक घोषणाएुँ करने िािा उद्घोषक कहिाता है ।
उत्तर 44: संपादकीय िेि, दटप्पखणयाुँ तैयार करने हे त विलभन्न पि-पत्रिकाओं से काटकर रिी गई कतरनों
को न्त्क्िवपंग कहते हैं।
उत्तर 45: घटनास्थि पर पहुँचकर समाचारों का संकिन करना और उन्हें प्रकालशत करना किरे ज कहिाता
है ।
उत्तर 47: पिकार कन्त्प्िंग ने समाचार संकिन के लिए पाुँच िब्ल्यू ि एक एच का लसिांत ददया इसे ही
दहन्दी में छः ककार का लसिांत कहते हैं। ये ककार हैं- कहाुँ कब क्या क्रकसने क्यों और कैसे।
उत्तर 48: टाइप के 10 अंग हैं- काउं टर बॉिी सेररफ फेस त्रबअिव शोल्िर वपन तनक ग्रि
ू फट।
उत्तर 49: विद्यत-चालित मशीन न्त्जसकी सहायता से संिाद सलमततयों के समाचार अिबार के कायाविय तक
मशीन पर चढ़े कागज पर स्ितः टाइप होकर पहुँ चते हैं।
उत्तर 50: प्रत्येक समाचार के शीषवक के बाद और इंट्रो से पहिे उस समाचार का स्थान ि तारीि दी जाती
है उसे िेििाइन कहते हैं।
उत्तर 51: क्रकसी विशेष समाचार का परू ा वििरण दे ने में दे र िगने की न्त्स्थतत में उस समाचार का संक्षक्षप्त
रूप न्यज
ू एजेंसी पि या रे डिया को ददया जाता है इसे फ्िैश कहते हैं।
उत्तर 52: कततपय समाचार-पि सनसनीिेज िबरों और व्यन्त्क्त-परक चररि-हनन जैसे समाचारों को अधधक
महत्ि दे ते हैं, ऐसी प्रिन्त्ृ त्त को पीत पिकाररता कहते हैं।
उत्तर 53: प्रत्येक समाचार-पि या पत्रिका में संपादक प्रकाशक और मिक का नाम अतनिायव रूप से प्रकालशत
क्रकया जाता है , इस वििरण को ही वप्रंट िाइन कहते हैं।
उत्तर 54: िह छोटा-छोटा मैटर जो मेक-अप में िािी स्थान बचने पर उसे भरने के काम आता है ।
उत्तर 55: क्रकसी रोचक विषय पर मनोरं जक शैिी में लििा गया िेि फीचर कहिाता है ।
उत्तर 56: गत ददिस के अधूरे समाचार की अगिी और निीन जानकारी का प्रस्ततीकरण ही फॉिोअप है ।
उत्तर 60: समाचार का मख्य त्रबंद न्त्जसे पहिे पैरा में ददया जाता है ।
उत्तर 61: दो पंन्त्क्तयों के बीच जो स्पेस िािा जाता है िही िेि कहिाता है ।
उत्तर 62: ऐसी संस्था जो विज्ञापनदाताओं से उधचत रकम पर विज्ञापन िेकर उसे तैयार करिाकर उधचत
माध्यमों को भेजती है ।
उत्तर 64: क्रकसी समाचार या िेि को इस प्रकार संक्षक्षप्त करना क्रक समाचार या िेि के सभी मख्य अंश
उसमें आ जाएुँ।
उत्तर 65: संपादन क्रफल्म तनमावण की एक रचनात्मक प्रक्रिया है । इसमें क्रकसी क्रफल्म के शूट क्रकए गए दृश्यों
को कहानी के अनसार किात्मक ढं ग से जोड़ा जाता है । ध्ितन एिं संगीत भी संपादन के अंतगवत िािी
जाती है ।
उत्तर 66: क्रकसी संस्करण के लिए िह अंततम समय-सीमा जब तक मिण विभाग द्िारा कंपोन्त्जग
ं हे त मैटर
स्िीकार क्रकया जाता है ।
उत्तर 67: भविटय मे पनः छापने के लिए रोका गया कंपोज्ि मैटर।
उत्तर 68: पि-पत्रिका के पटृ ठ का िह भाग या क्रकसी विशेष विषय के लिए तनधावररत स्थान को स्तंभ के रूप
में जानते हैं।
उत्तर 69: फ्रीिांसर या स्ितंि पिकार उन्हें कहते हैं न्त्जनका क्रकसी विशेष एक समाचार पि से संबंध नहीं
होता । ऐसे पिकार भगतान के आधार पर कायव करते हैं।
उत्तर 70: िह रे िा जो पटृ ठ के उपर क्षैततज िािी जाती है ताक्रक नीचे का मैटर तारीि और संख्या आदद से
समाचार पि का नाम अिग रहे ।
उत्तर 71: संचार प्रक्रिया में संदेश को प्राप्त करने िािा जो सकारात्मक या नकारात्मक प्रततक्रिया करता है
उसे फीिबैक कहते हैं।
उत्तर 75: ऐसा पिकार जो क्रकसी समाचार संगठन में काम करता है और तनयलमत िेतन पाता है उसे
पूणक
व ालिक पिकार कहा जाता है ।
उत्तर 76: अिबारों में समाचार लििने िािों को संिाददाता या ररपोटव र कहते हैं।
उत्तर 77: सीलमत या कम समय के लिए काम करने िािे पिकार को अंशकालिक पिकार कहा जाता है ।
इन्हें प्रकालशत सामग्री के आधार पर पाररश्रलमक ददया जाता है ।
उत्तर 78: 1 सीधा वपरालमि शैिी – इसमें समाचारों के सबसे महत्िपूणव तथ्य को पहिे पैराग्राफ में उससे
कम महत्ि की सच
ू ना या तथ्य की जानकारी उसक बाद दी जाती है ।
ं ह न्त्जसमें आधार ऊपर और शीषव नीचे होता है
2 उल्टा वपरालमि शैिी: यह शैिी समाचारों का ऐसा ढॉचा
उसमें समाचारों का िम होता है – समापन बॉिी और मिड़ा। यह सबसे िोकवप्रय और बतनयादी शैिी है ।
उत्तर 79: समाचार माध्यमों में िेस्क का आशय संपादन से होता है । समाचार माध्यमों में मोटे तौर पर
संपादकीय कक्ष िेस्क और ररपोदटिं ग में बुँटा होता है । िेस्क पर समाचारों को संपाददत कद अपने योग्य
बनाया जाता है ।
3. पिकाररता का मि
ू तत्ि क्या है ?
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
4. फीचर िेिन और समाचार में क्या अन्तर है ?
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
10. फीचर िेिन की भाषा शैिी कैसी होनी चादहए? 111.संचार के प्रमि तत्ि कौन-कौन से हैं?
.......................................................................................................................................................
...............................................................................................................................................
किसी विषय पर सिवांगपूर्ण जवनिवरी जो तथ्यवत्मि , विश्लेषर् अथिव विचवरवत्मि हो आलेख िहलवती है |
आलेख िी शैली वििेचन ,विश्लेषर् अथिव विचवर प्रधवन हो सिती है |
ज्िलंत मद्द
ु ों , समस्यवओं, अिसरों, चररत्र पर आलेख ललखे जव सिते है |
आलेख गंभीर अध्ययन पर आधवररत प्रवमवणर्ि रचनव होती है |
इसमें विचवरों और तथ्यों िी स्पष्टतव रहती है ये विचवर क्रमबद्ध रूप में होने चवहहए|
विचवर यव तथ्य िी पुनरवित्ृ त्त न हो |
प्रतिदर्श आलेख
जंगली जीिों िी विलभन्न प्रजवततयों िो सरं क्षर् दे ने तथव उनिी संख्यव िो बढवने िे उद्देश्य से
हहमवलय िी तरवई से लगे उत्तरवखंड िे पौड़ी और नैनीतवल त्जले में भवरतीय महवद्िीप िे पहले रवष्रीय
अभयवरण्य िी स्थवपनव प्रलसद्ध अंगरे जी लेखि त्जम िवबेट िे नवम पर िी गई | त्जम िवबेट नॅशनल
पविण नैनीतवल से एि सौ पन्द्रहह किलोमीटर और हद्ली से २९० किलोमीटर दरू है । यह अभयवरण्य पवाँच सौ
इक्िीस किलोमीटर क्षेत्र में फैलव है | निम्बर से जन
ू िे बीच यहवाँ घूमने-कफरने िव सिोत्तम समय है |
यह अभयवरण्य चवर सौ से ग्यवरह सौ मीटर िी ऊाँचवई पर है | हढिवलव इस पविण िव प्रमुख
मैदवनी स्थल है और िवंडव सबसे ऊाँचव स्थवन है | जंगल, जवनिर, पहवड़ और हरी-भरी िवहदयों िे िरदवन से
त्जमिवबेट पविण दतु नयव िे अनूठे पविों में है | रवयल बंगवल टवइगर और एलशयवई हवथी पसंदीदव घर है | यह
एलशयव िव सबसे पहलव संरक्षक्षत जंगल है | रवम गंगव नदी इसिी जीिन-धवरव है | यहवाँ एि सौ दस तरह िे
पेड़-पौधे, पचवस तरह िे स्तनधवरी जीि, पच्चीस प्रजवततयों िे सरीसप
ृ और छह सौ तरह िे रं ग-विरं गे
पक्षी हैं | हहमवलयन तें दआ
ु , हहरन, भवल,ू जंगली िुत्ते, भेड़ड़ये, बंदर, लंगरू , जंगली भैंसे जैसे जवनिरों से
यह जंगल आबवद है | हर िषण लवखों पयणटि यहवाँ आते हैं | शवल िक्ष
ृ ों से तघरे लंबे-लंबे िन-पथ और हरे -
भरे घवस िे मैदवन इसिे प्रविृतति सौंदयण में चवर चवाँद लगव दे ते हैं |
आलेख -लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 1
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
1 योग से अलभप्रवय
5 आज िी जरूरत
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आलेख -लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 2
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
3 औद्योगीिरर्
5 बढ़तव स्िवथण
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आलेख -लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 3
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
महं गी शर्क्षा
2 सरिवरी नीततयवाँ
3 भ्रष्टवचवर
5 गरीबी
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आलेख -लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 4
नाम : अनक्र
ु मांक :
कक्षा : ददनांक :
महानगिों मे प्रदष
ू ण की समस्या
2 बढ़ती जनसंख्यव
4 समय िव अभवि
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आलेख -लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 5
नाम : अनक्र
ु मांक :
कक्षा : ददनांक :
3 गरीबी एि अलभशवप
4 जवनिवरी िव अभवि
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
तनम्नशलखखि ववषयों पि आलेख के शलए कायश-प्रपत्र िैयाि कि कक्षा में अभ्यास किाएं-
बढ़ती आबवदी दे श िी बरबवदी :
सवंप्रदवतयि सद्भविनव
मोबवइल बबनव लगे सब सन
ू व
गवाँिों में फैशन िी दस्ति
बदलती जीिनशैली
िजण में डूबव किसवन
आतंििवद िी समस्यव
डॉक्टर हड़तवल परपरे शवन मरीज ,
ितणमवन परीक्षव प्रर्वली-
बजट और बचत
शत्क्त संयम और सवहस ,
ररश्ित िव रोग
सपनव सच हो अपनव
फीचर लेखन
विशेषताएँ -
समकालीन घटना तथा ककसी भी क्षेत्र विशेष की विभभन्न जानकारी के सचित्र तथा मोहक वििरण को फीिर
कहते है |
1. फीिर एक विशेष िगग ि वििारधारा पर केन्द्न्ित रहते हुए विभशष्ट शैली मे भलिा जाता है |
2. एक समािार हर एक पत्र मे एक ही स्िरूप मे रहता है परं तु एक ही विषय पर फीिर अलग-अलग प्रस्तनु त भलए
होते है |
4. फोटो की प्रस्तनु त से फीिर अचधक प्रभािशाली बन जाता है | फीिर मे आकड़े ,काटटगन, िाटग नक्शे आदि का
उपयोग उसे रोिक बना िे ता है |
वििार-बबन्ि ु -
फीिर लेिन की भाषा सरल , रूपात्मक,ि आकषगक होती है परं तु समािार की भाषा मे सपाटबयानी होती है |
फीिर मे शब्िो की अचधकतम सीमा नहीं होती | ये आमतौर पर 250 शब्िो से लेकर 500 शब्िो की शैली कथात्मक
होती है |
फीचर-लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 1
नाम : अनुक्रमाांक :
कक्षा : दिनाांक :
सफलता और आत्मसम्मान
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
---- --------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
फीचर-लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 2
नाम : अनुक्रमाांक :
कक्षा : दिनाांक :
3 समाधान और कारण
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
फीचर-लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 3
नाम : अनुक्रमाांक :
कक्षा : दिनाांक :
1. प्रिवट षत पयागिरण
2. लुप्त होती मानिता
3. बबजली उपकरणो का पयागिरण पर प्रभाि
4. बिलती जीिन शैली
5. प्रकृनत ,पश,ु पक्षक्षयो के प्रनत स्नेह मे कमी
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
फीचर-लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 4
नाम : अनुक्रमाांक :
कक्षा : दिनाांक :
1. गरीबी की मार
2. बढ़ती महं गाई की मार
3. महानगरो की बढ़ती भीड़
4. िोिली सरकारी नीनतयाँ
5. आगे बढ्ने की इच्छा की कमी
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------
फीचर-लेखन
अभ्यास-प्रश्न - 5
नाम : अनुक्रमाांक :
कक्षा : दिनाांक :
1. जल ही जीिन है |
2. जल संरक्षण की अिश्यकता
3. सन्द्ृ ष्ट के पंि तत्िो का महत्ि
4. जल प्रिष
ट ण रोकने के उपाय
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
---------------------------------
पत्र-लेखन
पत्र-लेखन के अंग-
• पता और ददनांक - पत्र के ऊपर बाईं ओर प्रेषक का पता ि ददनांक लिखा जाता है (छात्र पते के लिए
परीक्षा-भिन ही लिखें)
• संबोधन और पता– जजसको पत्र लिखा जा रहा है उसको यथानरू
ु प संबोधधत ककया जाता है , औपचाररक पत्रों
में पद-नाम और कायााियी पता रहता है |
• विषय – केिि औपचाररक पत्रों में प्रयोग करें (पत्र के कथ्य का संक्षक्षप्त रूप, जजसे पढ़ कर पत्र की सामग्री का
संकेत लमि जाता है )
• पत्र की सामग्री – यह पत्र का मि
ू विषय है , इसे संक्षेप में सारगलभात और विषय के स्पष्टीकरण के साथ
लिखा जाए |
• पत्र की समाजप्त – इसमें धन्यिाद, आभार सदहत अथिा साभार जैसे शब्द लिख कर िेखक अपने
हस्ताक्षर और नाम लिखता है |
ध्यान दें -
छात्र पत्र में कहीं अपना अलभज्ञान (नाम-पता) न दें | औपचाररक पत्रों में विषयानरू
ु प ही अपनी बात
कहें | द्विअथाक और बोझिि शब्दाििी से बचें |
भाषा शुद्ध, सरि, स्पष्ट, विषयानुरूप तथा प्रभािकारी होनी चादहए।
पत्र का नमूना :
1 – अपने क्षेत्र में एक पाकक विकसित करने के सलए ननगम अधिकारी को पत्र सलखे |
सेिा में ,
ननगम अधधकारी,
दे हरादन
ू
ददनांक - ......
महोदय,
ननिेदन यह है कक हम बसंत विहार दे हरादन
ू के ननिासी हैं | इस क्षेत्र में एक भी पाका नहीं है | पाका न होने से िोगों के
स्िास्थ्य पर बरु ा असर हो रहा है | घम
ू ने के लिए कोई स्थान नहीं है | बच्चों के लिए खेिने-कूदने के लिए कोई जगह नहीं
है | पास में जमीन खािी पड़ी हुई है जजस पर िोगों ने अबैध कब्ज़ा कर रहे है |
अत: आपसे ननिेदन है कक इस खािी पड़ी जमीन पर एक पाका विकलसत करें | इससे क्षेत्र का सौंदया तो बढ़े गा ही, साथ ही
नागररको को शुद्ध हिा भी लमिेगी|
भिदीय
कखग
2 – जन्मददन पर शुभकामना दे ने के सलए समत्र को पत्र |
कखग
परीक्षा भिन
ददनांक.............
मेरी तरफ से जन्मददन की ढे रों शुभकामनाएँ स्िीकार करना। पत्र तुम्हें कुछ ददन पहिे कर रहा हूँ ताकक मेरी
शुभकामनाएँ तुम्हें सबसे पहिे प्राप्त हो। मैं एक छोटा-सा उपहार भेज रहा हूँ। आशा है तुम्हें पसंद आएगा। तुम्हें
जन्मददन की ढे र सारी शुभकामनाएँ। मेरी ईश्िर से यही प्राथाना रहे गी कक िह तुम्हें िम्बी आयु दे और तुम्हारे ऊपर
अपना आशीिााद सदै ि बनाए रखे। अब पत्र समाप्त करता हूँ। तुम्हारे पत्र का इंतजार रहे गा।
ढे रों शभ
ु कामनाएँ!
तुम्हारा लमत्र,
अबस
३ – बिजली िंकट िे उत्पन्न कदिनाइयों को िताते हुए दहंदी दै ननक िमाचार पत्र के िंपादक को पत्र
सलखे |
सेिा में ,
संपादक महोदय,
दै ननक जागरण
दे हरादन
ू
ददनांक.............
महोदय,
मैं आपके िोकवप्रय समाचार के माध्यम से बबजिी संकट िस उत्पन्न समस्या की और उच्चाधधकररयों का
ध्यान आकवषात करना चाहता हूँ | आशा है आप मेरे पत्र को अपने समाचार पत्र में स्थान दें गे |
बबजिी संकट से नागररकों को अनेक कदठनायों का सामना करना पढ़ रहा है | इससे सरकारी ि गैर-सरकारी
कायााियों, व्यापाररक संस्थानों, कि-कारखानों आदद में काया ठप्प पड़ जाता है और उत्पादन धगर जाता है | पेयजि की
आपूनता प्रभावित होती है |विद्युत- रे ि सेिा प्रभावित होती है | जीिन की गनत ही अिरुद्ध हो जाती है | विद्याधथायों के
अध्ययन में बाधा आती है |संध्या के समय पूरा शहर अंधकार में डूब जाता है और दघ
ु ट
ा नाओं को जन्म दे ता है |
असामाजजक तत्िों के गनतविधधयां बढ़ जाती है |
अत: आपसे ननिेदन है की इसे अपने पत्र में स्थान दे कर उच्चाधधकाररयों का ध्यान इस समस्या की तरफ
आकवषात हो |
धन्यिाद,
भिदीय
कखग
दे हरादन
ू
४ – शादी में आमन्त्न्त्रत करने के सलए अपने समत्र राघि को पत्र सलखे |
कखग
परीक्षा भिन
ददनांक: ...........
तम्
ु हें यह जानकर प्रसन्नता होगी कक मेरे बड़े भाई विमि का वििाह ददनांक ........................को होना ननजश्चत हुआ है ।
इस अिसर में तुम्हें सादर आमंबत्रत करता हूँ। बारात हमारे ननिास स्थान से सात बजे सांयकाि हररद्िार के लिए
प्रस्थान करे गी।
तुम वििाह से दो ददन पहिे ही आ जाना और मेरे साथ रहकर वििाह के कायों आदद में मेरा हाथ बटाना। आशा है कक तुम
सपररिार इस अिसर पर ज़रूर आओगे। पत्र समाप्त करता हूँ। अपने आने का कायाक्रम पत्र द्िारा अिश्य बताना।
तुम्हारे पत्र का इंतजार रहे गा।
सेिा में ,
.................
.................
ददनांक - .........
विषय - .........................................................................
महोदय/महोदया,
..................................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
.........................................................................................................................................................................
............................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
......................................................
धन्यिाद
भिदीय
.........
पत्र-लेखन
अभ्याि-कायक -2
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
पानी का मीटर िंद होने की सशकायत कायकपालक असभयंता को पत्र सलखकर कीन्त्जए|
सेिा में ,
.................
.................
ददनांक - .........
विषय - .........................................................................
महोदय/महोदया,
..................................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
.........................................................................................................................................................................
............................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
......................................................
धन्यिाद
भिदीय
.........
पत्र-लेखन
अभ्याि-कायक -3
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
भ्रष्टाचार के िंिंि मे अपने विचार व्यक्त करते हुये ककिी दै ननक िमाचार पत्र के िंपादक
को पत्र सलखे |
सेिा में ,
.................
.................
ददनांक - .........
विषय - .........................................................................
महोदय/महोदया,
..................................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
.........................................................................................................................................................................
............................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
......................................................
धन्यिाद
भिदीय
.........
पत्र-लेखन
अभ्याि-कायक -4
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
ददल्ली में रहने िाले अपने समत्र को व्यायाम का लाभ िताते हुये पत्र सलखे |
क ख ग
परीक्षा – भिन
ददनांक - .........
अ ब स
नई ददल्िी
वप्रय लमत्र,
..................................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
.........................................................................................................................................................................
............................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
......................................................
तुम्हारा लमत्र
क ख ग
पत्र-लेखन
अभ्याि-कायक -5
नाम : अनुक्रमांक :
कक्षा : ददनांक :
सेिा में ,
ननदे शक,
स्िास्थ्य मंत्रािय,
नई ददल्िी
ददनांक - .........
विषय - .....................................................................
महोदय,
..................................................................................................................................
............................................................................................................................................................................
.........................................................................................................................................................................
स्िित्ृ त – पररचय
नाम ...........
वपता का नाम .............
जन्मनतधथ ...............
पता .......................
शैक्षझणक योग्यता –
...........................................
............................................
............................................
अनुभि ..................................
धन्यिाद
प्राथी
क ख ग