You are on page 1of 1

II भगवान सूर्य के 12 नाम और स्तोत्र II

सूर्य ही एक ऐसे दे वता हैं जिन्हें प्रसन्न करने के लिए किसी चढ़ावे या बड़े अनु ष्ठान की जरूरत नहीं पड़ती।
इन्हें मात्र नमस्कार कर या जल का अर्घ्य दे कर ही प्रसन्न किया जा सकता है । सूर्य को समस्त सं सार को ऊर्जा
प्रदान करने वाला दे व भी माना जाता है । लौकिक कथाओं में मान्यता है कि धन, सु ख, समृ दधि ् , ऐश्वर्य और
सं पन्नता को पाना है तो रविवार को अर्घ्य दे ते समय भगवान सूर्य के 12 नामों का जाप करें । इससे भगवान सूर्य
प्रसन्न होते हैं और भक्त को मनचाहा वरदान दे ते हैं । साथ ही कुंडली या आपकी राशि में सूर्य की स्थिति
बलवान होती है ।

12 नाम इस तरह हैं -


1- ॐ सूर्याय नम:।

2- ॐ मित्राय नम:।

3- ॐ रवये नम:।

4- ॐ भानवे नम:।

5- ॐ खगाय नम:।

6- ॐ पूष्णे नम:।

7- ॐ हिरण्यगर्भाय नम:।

8- ॐ मारीचाय नम:।

9- ॐ आदित्याय नम:।

10- ॐ सावित्रे नम:।

11- ॐ अर्काय नम:।

12- ॐ भास्कराय नम:।

II सूर्य द्वादशनाम स्तोत्र II


आदित्यं प्रथमं नाम द्वितीयं तु दिवाकर:।

तृ तीयं भास्कर: प्रोक्तं चतु र्थं तु प्रभाकर:।।1।।

पं चमं तु सहस्त्रां शु षष्ठं त्रैलोक्यलोचन:।

सप्तमं हरिदश्वश्य अष्टमं च विभावसु :।।2।।

नवमं दिनकर: प्रोक्तों दशमं द्वादशात्मक:।

एकादशं त्रयोमूर्ति द्वादशं सूर्य एव च।।3।।

------------------------………------------------------

You might also like