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इस घटना म म आपके साथ साझा करने वाला हँ ू िक कैसे म ने अपनी मौसे री बहन सोिनया
की चु त मारी.
मे री मौसी का पिरवार गां व म रहता है , जबिक हमारी फैिमली यहां शहर म रहती है . हमारे
घर म 4 लोग ह , म , मे रे पापा, मे रा छोटा भाई और मे री ममी. हमारे घर म दो कमरे ह
और बाहर बरामदा है .
जब म ने उसे दे खा तो मु कुरा कर उसे िवश िकया. उसने मु झे हाथ के इशारे से अपने करीब
बु लाया और हालचाल पूछा. कुछ दे र बाद वो घर म अदर चली गई. म बहुत खु श था
यिक म अपनी मौसी की लड़की से सब तरह की बात कर ले ता था, वो मु झसे बहुत खु ली
हुई थी, वो मे री पहले से ही अछी ड थी. म असर गां व म उनके घर जाता रहता था.
इसिलए वो मे री अछी ड बन गई थी. उसको मे रे बारे म और मु झे उसके बारे म सब
पता था.
कुछ िदन ऐसे ही िनकल गए. वो इधर ही रहने लगी. उसकी ममी से मे री ममी ने कह
िदया िक इसको इधर ही रहने दो. दरअसल मे री ममी ने मौसी को अपने तरीके से समझा
िदया था और अब सोिनया मे रे घर पर ही रहने लगी थी.
दो महीने बाद उसने एक लड़की को जम िदया. उसका हजब ड बाहर सऊदी म था, उसने
अपने पित को कॉल िकया और बताया. वो भी खु श था.
िदन िनकलते गए. एकाध बार पु रानी जु गाड़ के साथ लं ड चु साई करवा कर खु द को शांत
भी कर िलया था. ले िकन चूत नहीं मारी थी.
इधर सोिनया की लड़की 3 महीने की हो गई, ले िकन मे री मौसी की लड़की अब कुछ उदास
सी रहने लगी.
इतना बता कर वो रोने लगी. मु झे बहुत दुःख हुआ, उसका ये दद मु झसे दे खा ना गया. म
उसको चु प कराने लगा. उस वत माँ बाहर गई हुई थीं. मे री माँ को ये पता नहीं था. म ने
सोिनया को थोड़ा िदलासा िदया, चु प होने को कहा.. उसके थोड़ा पास को गया, उसको
अपने गले से लगाया और चु प कराया.
अब तक मे रे मन म अपनी बहन को ले कर ऐसी कोई बात नहीं थी. ले िकन जब म ने उसे गले
लगाया तो मु झे कुछ हुआ. उसको भी अछा महसूस हुआ.. वो और भी मु झे िलपट गई.
म ने उसको थोड़ा और ज़ोर से गले से लगाया. उसने भी मु झे अछे से गले लगाया.
ू मे रे
ये एक अजीब सी फीिलं ग थी, बता नहीं सकता िक मु झे या लग रहा था. उसके दध
सीने से िचपके हुए थे . मु झे बहुत अछा लग रहा था. मे रा मन कर रहा था िक अभी उनको
पकड़ लूँ. इससे पहले मे री िनयत खराब नहीं थी, ले िकन इस हरकत के बाद मे रा याल
ू के खे लना
बदल गया था. उसके मम का तो म पहले से ही दीवाना था. मु झे वै से भी दध
बहुत पसद है .
अब मे रा मन अपनी बहन के िलए बदल रहा था. वो दुखी थी ले िकन म यहां कुछ और ही
सोच रहा था.
अब सदी का मौसम आ गया था. चूंिक हमारे घर म दो ही कमरे थे . उसकी लड़की भी थी.
हम भी चार लोग थे तो तो एड्जट करना थोड़ा मु िकल हो रहा था. एक कमरे म मे री
ू रे म और मे रा भाई सोते थे . हम अपनी बहन के िबतर के
ममी और पापा सोते और दस
पास ही चारपाई पर िबतर लगाते थे , सदी बढ़ गई थी इसिलए ठं ड होने के कारण रज़ाई
ओढ़ ले ते थे . हम दोन भाई अलग अलग रज़ाई ओढ़ते थे . इसी तरह हम सब एड्जट
करते रहे .
अब म असर अपनी बहन को दे खता था. वो घर पर सूट पहन कर रहती थी. चूंिक वो
बहुत ही से सी थी, एक बची हो जाने के कारण वो और भी यादा िनखर गई थी उसकी
ू भरा रहने के कारण और भी भराव आ गया था. मे रा भी उसके बारे म याल
चूिचय म दध
बदल गया था. म कॉले ज से आता और उसके साथ बात करता, उसको खु श करता. वो भी
मे रे साथ खु श रहने लगी थी.
आपस म खु लापन होने के कारण म असर उसको अपनी जीएफ के िकसे सु नाता रहता
था िक आज म ने ऐसा िकया, आज म ने कैसे अपनी जीएफ को िकस के िलए पटाया. ऐसे म
अपने बारे म उसको बता कर उसको खु श करता और उकसाता रहता था. वो भी ये सब सु न
कर खु श होती.
एक रात म ने उससे कहा िक तु म बे ड पर सोती हो, ये बे ड बड़ा है . म यहां ऊपर तु हारे साथ
बे ड पर सोऊंगा, चारपाई पर 2 लोग से सोया नहीं जाता.
तभी मे री बहन सोिनया भी बोली- कोई बात नहीं मौसी.. कोई बात नहीं.. म लड़की को
ू ी, ये मे रे बगल म ले ट जाएगा. कोई बात नहीं.
दीवार की तरफ सु ला दँ ग
म ने भी कहा- हां आप िचं ता मत करो माँ .
माँ ने कहा- ठीक है .. तु म दोन जानो.. तु ह ही सोना है .
म मन ही मन बहुत खु श हुआ.
अब रात को म अपनी बहन के बगल म सोया. म अपनी रज़ाई म था, वो अपनी रजाई म
ू रे कमरे म थे . उहने कमरे का दरवाजा बं द कर िलया. म ने भी
थी. मे रे ममी पापा दस
अपने कमरे का दरवाजा थोड़ा सा बं द कर िदया. अब म अपने भाई के सोने का वे ट कर रहा
था िक कब वो सोए और म कुछ कर सकूँ . कुछ दे र म वो भी सो गया ले िकन मु झे नींद कहां
थी, मे रे िदमाग़ म कीड़ा र ग रहा था.
म थोड़ा और आगे को हुआ और उसको उसकी रज़ाई म जाकर पीछे से हग करते हुए धीरे
से पूछा- अब तक सोई नहीं
म ने अपना हाथ उसकी कमर पर रख िदया. उसने कुछ नहीं कहा, वो फोन पर लगी हुई थी.
म ने ऐसे ही अपना हाथ रखा और धीरे धीरे फेरने लगा. वो भी कुछ नहीं बोली.
अब म उसकी रज़ाई म पूरा घु स गया था. तभी उसने फोन रख िदया और अपनी आँ ख बं द
कर लीं.
म धीरे धीरे उसकी कमर पर हाथ फेर रहा था. वो कुछ नहीं बोल रही थी.
उसने इस वत टीशट डाली हुई थी, नीचे सलवार थी. म ने िहमत की और एक हाथ उसके
ू पर रख िदया. उसने अपनी आँ ख खोल लीं, म डर गया. ले िकन उसने कुछ
ऊपर वाले दध
नहीं कहा, बस मु झे दे खने लगी.
ू रे को जफी डाली.
म ने उसको गले से लगा िलया हमने एक दस
कैसे म ने अपनी बहन को चोदा, उसको अपनी रानी बनाया ये जानने के िलए मे री से स
टोरी का अगला भाग ज़र पढ़ . आपको मे री से स टोरी कैसी लगी, मु झे मे ल कर .