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पत्र लेखन प्रारूप
पत्र लेखन प्रारूप
प लेखन भी अपने आप म एक बेहतरीन कला है।प लेखन के ज रए हम अपना संदेश , अपनी भावना व वचार को
अपने यजन , म , सगे संबं धय तक प ंचा सकते ह। जब प लखने क परंपरा नह थी , तब संदेश कबूतर या
संदेशवाहक के ारा भेजे जाते थे।
ले कन धीरे-धीरे संदेश प के ारा भेजे जाने लगे। प के ारा अपने लोग को संदेश भेजना होता है। इसी लए प म ब त
ही सरल , सहज और सामा य बोलचाल क भाषा का योग ही होना चा हए। ता क प ा त करने वाला आपक
भावना को अ े से समझ सके ।
प क वशेषताएं
प अमीर , गरीब हर के ारा संदेश भेजने का सबसे स ता व सरल मा यम है। यह सबसे कम खच ला भी होता है।
या न हम प के मा यम से ब त कम खच म अपनी पूरी बात व तार से लख कर सरे तक प ंचा सकते ह।
हालां क आज के समय म टे लीफोन , ईमेल ,एसएमएस और सोशल मी डया के कई अ य लेटफाम भी है। जहां से हम अपने
संदेश अपने लोग तक प ंचा सकते ह। ले कन अपनेपन और ेम को दशाने का सव म मा यम तो प ही है।
अगर आपके कोई प रजन या म आपसे र रहते ह तो उनका हालचाल जानने या उ ह कु छ मह वपूण समाचार दे ने के लए
प लखने क आव यकता होती है।
इसी तरह हम अपने कू ल के सपल , बक अ धकारी या कसी अ य ज मेदार अ धकारी को भी अपनी शकायत , ाथना
या नवेदन हेतु प लख सकते ह। प पूरी तरह से एक ल खत और ाई द तावेज होता है।
प साफ और प से लखा होना चा हए। प अगर प रजन को लख रहे ह तो उसक भाषा सरल , सहज व साधारण
बोलचाल क भाषा होनी चा हए। कहने का अथ यह है क वषय क तु त एकदम साफ , सरल और हो।
भाषा एकदम सरल हो , वा य छोटे छोटे हो। दो या तीन अनु े द हो और श द सीमा अ धकतम 150 या 200 श द के
बीच म हो सकती ह। प लखते समय संबोधन या अ भवादन का ज र यान रखना चा हए। प पर भेजने वाले का नाम ,
पता , त थ अव य लखी होनी चा हए।
पते से अ भवादन तक
2.म य भाग
मूल वषय क तु त
3 . अंत (समापन )
प मु य प से दो कार के होते ह
ावसा यक प
आमतौर से सामान खरीदने , बेचने या पैसे के लेन-दे न के संबध
ं म जो प लखे जाते ह उ ह ावसा यक प कहते ह। ये
प कं प नय , ापा रय या पु तक के काशक आ द को लखे जाते ह।
2. कायालयी प / सरकारी प
ऐसे प जो कायालय म कामकाज कराने हेतु लखे जाते ह। इस तरह के प खासकर कसी सरकारी अ धकारी या नगर
नगम के मेयर , समाचार प के संपादक , पु लस वभाग के आला अ धकारी ,बक अ धकारी आ द को लखे जाते ह।
3. ाथना प
यह वह प होते ह जनम मु य प से नवेदन या ाथना क जाती है। जैसे कू ल म अवकाश हेतु ाथना प , कसी काय
को कराने के लए सरकारी वभाग के कसी ज मेदार अ धकारी आ द को लखे जाते ह।
अप र चत य को लखे जाते ह ।
ीमान , महोदय ,
माननीय , मा यवर।
औपचा रक प का ा प
प पाने वाले का नाम व पता ………..
दनांक ………….
प का वषय ………….
संबोधन ………….
प का व तार ………….
औपचा रक प का उदाहरण
(Example Of Formal Letter )
उदाहरण
बड़ी बहन के ववाह हेतु 5 दन के अवकाश क ाथना करते ए धानाचाय को प लख।
सेवा म ,
धानाचाय
सर वती व ा मं दर ,
सेवा म ीमान ,
स वनय नवेदन इस कार है क म आपके व ालय म क ा 4(अ) का छा ।ँ महोदय अगले स ताह मेरी बड़ी बहन का
ववाह होना न त आ है। अत: मुझे 5 दन का अवकाश चा हए ।
आशा है आप मुझे दनांक 5 जनवरी 2020 से 10 जनवरी 2020 तक का अवकाश दान करने क कृ पा करगे।
ध यवाद।
आपका आ ाकारी श य
व म चौधरी
क ा : 4(अ )
इस तरह के प खासकर हालचाल पूछने , नमं ण भेजने या कोई मह वपूण सूचना दे ने के लए लखे जाते ह। प म श द
क सं या लखने वाले और वषय के हसाब से असी मत हो सकती है।
दनांक …..
संबोधन …….
अ भवादन …….
प व तार
अनु े द 1 ,
अनु े द दो ,
उदाहरण
द ली म नौकरी करने गई अपनी बड़ी बहन को घर प रवार के समाचार से अवगत कराने हेतु प लख।
पू यनीय द द / य द द ,
सादर णाम।
द द अब मेरी परी ाएं नजद क आ रही है। इस लए म खूब मन लगाकर पढ़ रही ं। माताजी और पताजी ठ क ह। दाद के
घुटन म दद है ले कन फर भी वह दादा जी के साथ रोज सुबह सैर सपाटा को नकल जाती ह।